भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने की तैयारी में आप

नई दिल्ली ,21 मार्च (आरएनएस)। पंजाब में कांग्रेस को हराने के बाद अब आम आदमी पार्टी की नजरें भाजपा शासित राज्य हिमाचल प्रदेश पर हैं। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंडी में रोड शो करने जा रहे हैं। मंडी राज्य के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का क्षेत्र है। जानकारी है कि केजरीवाल 6 अप्रैल को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ रोड शो करेंगे।

आप के प्रभारी रत्नेश गुप्ता बताते हैं, हमने अपना अभियान शुरू करने के लिए मंडी को दो कारणों से चुना। पहला, यह मध्य में से स्थित है और दूसरा, यह फिलहाल हिमाचल प्रदेश की राजनीति का केंद्र बना हुआ है। आप के प्रवक्ता गौरव शर्मा ने कहा, यह अपने आप में ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा, क्योंकि यह राज्य की राजनीतिक आकार बदल देगा, जो अब तक बड़े स्तर पर दो धुरो वाली बनी हुई है। आप के हजारों कार्यकर्ता केजरीवाल और मान का स्वागत करेंगे।

शर्मा ने कहा, लंबे समय से राज्य के लोगों को तीसरे विकल्प की तलाश थी और अब आप उन्हें विकल्प दे रही है और लंबित परेशानियों को दूर करने में मदद कर रही है। आप की लहर सुनामी की तरह पूरे राज्य में फैलेगी।

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सरकार का हिजाब मामले में छात्रों को दूसरा मौका देने से इनकार

बेंगलुरु,21 मार्च (आरएनएस)। कर्नाटक में हिजाब मामले को लेकर परीक्षा का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए छात्रों को बड़ा झटका लगा है। सरकार ने ऐसे छात्रों को प्रेक्टिकल एग्जाम में शामिल होने के लिए दूसरा मौका देने से इनकार कर दिया है।

राज्य में पीयू 2 के सैकड़ों छात्र विरोध प्रदर्शनों में शामिल हुए थे। 15 मार्च को कर्नाटक हाईकोर्ट ने शैक्षणिक संस्थानों में वर्दी को लेकर राज्य सरकार के आदेश को बरकरार रखा था।

कर्नाटक में कक्षा 12 को ही पीयू 2 कहा जाता है। सरकार ने दो दिन पहले ही दोबारा परीक्षा लेने के संकेत दिए थे हालांकि, रविवार को सरकार ने प्रैक्टिल से गायब रहे छात्रों के लिए यह विकल्प हटा दिया है।

प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा, हम इसकी संभावनाओं पर भी कैसे विचार कर सकते हैं?

उन्होंने आगे कहा, हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश देने के बाद भी अगर उन छात्रों को अनुमति दी जाती है, जो परीक्षा में हिजाब पहनने की अनुमति नहीं मिलने पर प्रैक्टिल्स का बहिष्कार कर रहे थे, तो दूसरे छात्र भी कुछ और कारण लेकर आएंगे और दूसरा मौका मांगेंगे। यह संभव नहीं है।

पीयू परीक्षाओं में प्रैक्टिकल के 30 और थ्यौरी के 70 अंक होते हैं।

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35वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले का उद्घाटन

नईदिल्ली,20 मार्च (आरएनएस)। आज 35वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले का उद्घाटन हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया।

इस अवसर पर हरियाणा के पर्यटन वन, आतिथ्य और कला, शिक्षा, संसदीय कार्य मंत्री कंवर पाल, उज़्बेकिस्तान दूतावास के विशिष्ठ राजदूत दिलशोद अखतोव, बडख़ल की विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, भारत सरकार के केंद्रीय विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल, परिवहन, खान और भूविज्ञान, कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण एवं चुनाव मंत्री मूल चंद शर्मा और भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति और केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

उद्घाटन सत्र के दौरान हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अपने संबोधन में सभ्यता और संस्कृति के विकास में कला और शिल्प के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिल्प मेला आयोजित करने के लिए केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार के मंत्रालयों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे भारत के शिल्पियों के साथ-साथ प्रतिभागी देशों को अपने-अपने देशों की कला और शिल्प की समृद्ध विरासत को प्रस्तुत करने का अवसर मिलता है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सूरज कुंड शिल्प मेला पूरे भारत के हजारों शिल्पकारों को अपनी कला और उत्पादों को बड़ी संख्या में आने वाले दर्शकों के सामने प्रदर्शित करने में सहायता करता है। इस प्रकार, इस मेले ने भारत के विरासत शिल्प को पुनर्जीवित करने में भी सहायता की है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का सूरज कुंड शिल्प मेला विशेष है क्योंकि वर्तमान में हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। मेला पहली बार 1987 में आयोजित किया गया था और यह इस वर्ष आयोजित होने वाला 35वां शिल्प मेला है और यह न केवल हरियाणा के शिल्पियों के लिए बल्कि पूरे भारत के कारीगरों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करता है और हमारी समृद्ध विरासत और संस्कृति को संरक्षित रखने के लिए प्रोत्साहन भी देता है।

भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय सचिव अरविंद सिंह ने फरीदाबाद में आयोजित इस सूरजकुंड शिल्प मेले में अपने संबोधन में कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण 35वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला-2022 लंबे अंतराल के बाद आयोजित किया जा रहा है, क्योंकि वर्ष 2021 में कोविड महामारी के कारण इस बहुप्रतीक्षित शिल्प कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया था। हालांकि, इस वर्ष सूरजकुंड मेला नई ऊर्जा के साथ एक बड़े आयोजन के वादे के साथ आया है।

उन्होंने इस वर्ष शिल्प मेले के आयोजन और कार्यान्वयन के लिए हरियाणा सरकार के प्रयासों और कड़ी मेहनत की प्रशंसा की और भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने में यह कैसे मदद करेगा, इस विषय पर जानकारी भी दी।

हरियाणा सरकार के प्रमुख पर्यटन सचिव एम.डी. सिन्हा ने कहा कि मेला ग्राउंड 43.5 एकड़ भूमि में फैला हुआ है और शिल्पकारों के लिए 1183 वर्क हट्स और एक बहु-व्यंजन फूड कोर्ट है, जो आगंतुकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। मेले का परिवेश महुआ, नरगिस, पांचजन्य जैसे रूपांकनों और सजावट के साथ इसे विशिष्ट संस्कृति से जोड़ता है और इसके साथ ही स्वतंत्रता के 75 वर्ष की थीम के साथ स्वतंत्रता पदक, तिरंगे झंडे और स्मारक टिकटों के रूपांकनों और प्रतिकृतियों के साथ इसकी शोभा को बढ़ाता है।

उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेला अब विदेशों में अत्यधिक लोकप्रियता के साथ एक पर्यटक कार्यक्रम भी बन चुका है और हम आने वाले संस्करणों में नए नवाचारों के साथ इस आयोजन को और भी भव्य बनाने की उम्मीद करते हैं।

सूरजकुंड शिल्प मेला 1987 में पहली बार भारत की हस्तशिल्प, हथकरघा और सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया गया था। केंद्रीय पर्यटन, कपड़ा, संस्कृति, विदेश मंत्रालय और हरियाणा सरकार के सहयोग से सूरजकुंड मेला प्राधिकरण एवं हरियाणा पर्यटन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित, यह उत्सव शिल्प, संस्कृति के सौंदर्य और भारत के स्वादिष्ट व्यंजनों से सृजित परिवेश के शानदार प्रदर्शन के मामले में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन कैलेंडर पर गौरव और प्रमुखता की श्रेणी पर पहुँच गया है।

समय के साथ सामंजस्य बनाते हुए, पेटीएम इनसाइडर जैसे पोर्टलों के माध्यम से ऑनलाइन टिकट उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे आगंतुकों को लंबी कतारों की परेशानी के बिना मेला परिसर में आसानी से प्रवेश करने में मदद मिलती है। मेला स्थल तक आसपास के क्षेत्रों से आने वाले दर्शकों को लाने के लिए विभिन्न स्थानों से विशेष बसों का संचालन किया जाएगा।

जम्मू और कश्मीर 35वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला 2022 का थीम स्टेट है, जो राज्य से विभिन्न कला रूपों और हस्तशिल्प के माध्यम से अपनी अनूठी संस्कृति और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित कर रहा है। जम्मू-कश्मीर के सैकड़ों कलाकार विभिन्न लोक कलाओं और नृत्यों का प्रदर्शन करेंगे। पारंपरिक नृत्य कला रूपों से लेकर उत्कृष्ट शिल्प तक, दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए जम्मू और कश्मीर से विरासत और संस्कृति के एक गुलदस्ता के साथ उपस्थित है।

वैष्णो देवी मंदिर, अमरनाथ मंदिर, कश्मीर से वास्तुकला का प्रतिनिधित्व करने वाले हाउस बोट का लाइव प्रदर्शन और स्मारक द्वार मुबारक मंडी-जम्मू की प्रतिकृतियां इस वर्ष के मेले में मुख्य आकर्षण के रूप में उपस्थित हैं।

सूरजकुंड शिल्प मेले के इतिहास में एक शानदार उपलब्धि स्थापित करते हुए इसे 2013 में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपग्रेड किया गया था। 2020 में, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के 30 से अधिक देशों ने मेले में भाग लिया। इस वर्ष 30 से अधिक देश मेले का हिस्सा होंगे, जिसमें भागीदार राष्ट्र- उज्बेकिस्तान शामिल है। लैटिन अमेरिकी देशों, अफगानिस्तान, इथियोपिया, इस्वातिनी, मोजाम्बिक, तंजानिया, जिम्बाब्वे, युगांडा, नामीबिया, सूडान, नाइजीरिया, इक्वेटोरियल गिनी, सेनेगल, अंगोला, घाना, थाईलैंड, नेपाल, श्रीलंका, ईरान, मालदीव और बहुत से अन्य देश भी पूर्ण उत्साह के साथ भागीदार होंगे।

आगंतुकों के मन को प्रफुल्लित करने के लिए, भारत के राज्यों के कलाकारों सहित भाग लेने वाले विदेशी देशों के अंतर्राष्ट्रीय लोक कलाकारों द्वारा शानदार प्रदर्शनों की प्रस्तुति की जाएगी।

पंजाब का भांगड़ा, असम का बिहू, बरसाने की होली, हरियाणा के लोक नृत्य, हिमाचल प्रदेश का जमाकड़ा, महाराष्ट्र की लावणी, हाथ की चक्की का सीधा प्रदर्शन और हमेशा से विख्यात रहे बेहरुपिया जैसी अनेक कलाओं में माहिर कलाकार दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के साथ-साथ मेला मैदान में अपनी मनमोहक प्रतिभा और प्रदर्शन से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।

मेला पखवाड़े के दौरान शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम में दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया जाएगा। रहमत-ए-नुसरत, रिंकू कालिया की गज़लों की गूंज, मंत्रमुग्ध कर देने वाली नृत्य प्रस्तुतियां, भावपूर्ण सूफी प्रदर्शन, माटी बानी द्वारा भारत की लय के अलावा जम्मू-कश्मीर, उज्बेकिस्तान और अन्य अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के शानदार नृत्य और गीत शो जैसे बैंड के शानदार प्रदर्शन का आनंद उठा सकते हैं। हर शाम 7.00 बजे से चौपाल पर सभी गतिविधियों और उत्साह को पकड़ें।

हरियाणा का एक परिवार राज्य की प्रामाणिक जीवन शैली को प्रदर्शित करने के लिए विशेष रूप से बनाए गए अपना घर में रहने जा रहा है। अपना घर आगंतुकों को राज्य के लोगों की जीवन शैली का अनुभव प्रदान करने का अवसर देता है और उन्हें अपनी संस्कृति के बारे में जानने और सीखने का मौका प्रदान करता है। अपना घर में पारंपरिक मिट्टी के बर्तन, अन्य सामग्री आदि दिखाई जाएंगी और शिल्पकार इन पारंपरिक शिल्पों का लाइव प्रदर्शन करेंगे।

दोनों चौपालों को एक नया रूप दिया गया है, जो भाग लेने वाले राज्य और भागीदार राष्ट्र की विशेषताओं से प्रेरित है, ताकि पारंपरिक वस्तुओं के उपयोग के साथ-साथ दर्शकों के लिए प्रदर्शनों को जीवंत बनाया जा सके।

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बेटों का संपत्ति पर कोई अधिकार नहीं : बॉम्बे हाईकोर्ट

मुंबई,20 मार्च (आरएनएस)। बॉम्बे हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए कहा कि जब तक माता-पिता जिंदा हैं, बेटों का संपत्ति पर कोई हक नहीं होगा। कोर्ट ने एक महिला की याचिका पर यह फैसला दिया है।
दरअसल, एक महिला अपने पति का इलाज कराने के लिए अपनी संपत्ति बेचना चाहती थी, लेकिन उसका बेटा मां को संपत्ति बेचने से रोक रहा था।

इसके बाद उसकी मां ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता सोनिया खान के पक्ष में फैसला दिया। याचिकाकर्ता सोनिया खान ने कहा था कि अपने पति की सभी संपत्ति की वह कानूनी अभिभावक बनना चाहती थी। याचिकाकर्ता का बेटा आसिफ खान उन्हें ऐसा करने से रोक रहा था। वह अपने पिता का फ्लैट बेचने के मां के फैसले के खिलाफ था, इसलिए उसने भी कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर दी।

कोर्ट ने उसकी इन दलीलों को सिरे से खारिज कर दिया।

आसिफ ने कहा था कि अपने पिता की पूरी संपत्ति का वह लीगल गार्जियन है। उसके माता-पिता के दो फ्लैट हैं। एक मां के नाम पर है और दूसरा पिता के नाम पर है। फ्लैट शेयर्ड हाउसहोल्ड की श्रेणी में आता है। ऐसे में फ्लैट पर उसका पूरा-पूरा हक हैजस्टिस गौतम पटेल और जस्टिस माधव जामदार की बेंच ने अपने फैसले में कहा कि आसिफ यह साबित करने में विफल रहा कि उसने पिता की कभी परवाह की थी।

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भारत की गौरवशाली परंपरा को बहाल करने की जरूरत – उपराष्ट्रपति

 

विकास कुमार होंगे दिल्ली मेट्रो के नए एमडी

नई दिल्ली ,20 मार्च (आरएनएस)। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के नए प्रबंध निदेशक की तलाश खत्म हो गई है। मेट्रो रेल सेवा से जुड़ा अनुभव रखने वाले विकास कुमार को डीएमआरसी का नया प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है।

उपराज्यपाल ने चयन समिति के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसमें उन्हें अगला एमडी नियुक्त किए जाने की सिफारिश की गई है। विकास कुमार का कार्यकाल एक अप्रैल से शुरू होगा जो अगले पांच वर्ष तक के लिए होगा। उपराज्यपाल की तरफ से स्वीकृति मिलने के बाद दिल्ली सरकार ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।

डीएमआरसी के वर्तमान प्रबंध निदेशक मंगू सिंह का 31 मार्च को कार्यकाल पूरा हो रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने नए निदेशक की नियुक्त किए चयन प्रक्रिया शुरू की थी। फरवरी में ही आवेदन आमंत्रित किए गए थे।

साथ ही उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में एक चयन समिति का गठन किया था। समिति में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, मुख्य सचिव और एक बाहरी विशेषज्ञ शामिल थे।

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भारत की गौरवशाली परंपरा को बहाल करने की जरूरत – उपराष्ट्रपति

 

भाजपा मणिपुर में सरकार बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है

नई दिल्ली,20 मार्च (आरएनएस)। भाजपा मणिपुर में सरकार बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है। इसी बीच राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह भी राजधानी दिल्ली पहुंच गए हैं। इस दौरान वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नामों से मुलाकात करेंगे। खबर है कि भाजपा विधायक थोंगम विश्वजीत सिंह भी अलग फ्लाइट से दिल्ली पहुंच चुके हैं। अटकलें लागई जा रही हैं कि मणिपुर के सीएम पद की रेस में उनका नाम भी शामिल है।
दिल्ली पहुंचे बीरेन सिंह शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और पार्टी के महासचिव बीएल संतोष से मिलेंगे। आगामी बैठकों में राज्य में नए मंत्रिमंडल का गठन और सीएम के नाम पर अंतिम मुहर लगाने पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा विश्वजीत सिंह भी दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। वे दो बार के विधायक हैं और पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।
मणिपुर में गुटबाजी!
10 मार्च को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। इसके बाद पार्टी में गुटबाजी की खबरों के बीच बीरेन सिंह, विश्वजीत सिंह और भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष ए शारदा देवी ने 15 मार्च को दिल्ली का रुख किया था। इसके बाद तीनों नेता 17 मार्च को इंफाल लौट आए थे।
60 विधानसभा सीटों वाले मणिपुर में भाजपा ने 32 सीटों पर जीत हासिल की है। बीरेन सिंह हींगांग सीट से जीते, तो विश्वजीत सिंह ने थोंग्जु सीट अपने नाम की। साल 2017 में भी भाजपा ने महज 21 सीटों पर जीत के बाद भी सरकार बनाने में सफलता हासिल की थी। उस दौरान कांग्रेस ने दो स्थानीय दलों (नेशनल पीपुल्स पार्टी, नगा पीपुल्स फ्रंट) के साथ मिलकर 28 सीटें जीती थी।

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भारत की गौरवशाली परंपरा को बहाल करने की जरूरत – उपराष्ट्रपति

इंसानियत की कसौटी पर खरे उतरे जितेंद्र शंटी

 

 

 

भारत की गौरवशाली परंपरा को बहाल करने की जरूरत – उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु ने आज प्राचीन शिक्षा प्रणालियों और पारंपरिक ज्ञान पर फिर से चर्चा की.  उन्हें वर्तमान समय के लिए प्रासंगिक बनाने के लिए शिक्षा क्षेत्र में भारत की उस गौरवशाली परंपरा को बहाल करने का आह्वान किया।

आज हरिद्वार में साउथ एशिया इंस्टीट्यूट ऑफ पीस एण्ड रिकंसिलिएशन (एसएआईपीआर) का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत की प्रसिद्ध और सदियों पुरानी शिक्षा प्रणाली लंबे समय तक विदेशी शासन की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुई है।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि लंबे समय तक औपनिवेशिक शासन ने महिलाओं सहित एक बड़े वर्ग को शिक्षा से वंचित रखा। औपनिवेशिक शासन में केवल एक छोटे अभिजात वर्ग को ही औपचारिक शिक्षा सुलभ थी। उन्होंने कहा, “सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना आवश्यक है, तभी हमारी शिक्षा समावेशी और लोकतांत्रिक हो सकती है।” श्री नायडु ने हमारी शिक्षा प्रणाली का भारतीयकरण करने के राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रयास पर भी प्रसन्नता व्यक्त की और उस मानसिकता के लिए कड़ी अस्वीकृति व्यक्त की जो हर भारतीय चीज को कमतर आंकती है।

​ अपनी जड़ों से फिर से जुड़ने की आवश्यकता पर बल देते हुए उपराष्ट्रपति ने इच्छा जताई कि परिवार के बुजुर्ग छोटे बच्चों के साथ अधिक समय बिताएं ताकि वे हमारे समृद्ध सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं को बेहतर ढंग से आत्मसात कर सकें। उन्होंने युवाओं को प्रकृति के साथ समय बिताने की भी सलाह दी और प्रकृति को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक बताया।

हमारे जीवन में मातृभाषा के महत्व पर जोर देते हुए उपराष्ट्रपति ने युवाओं को अपनी मातृभाषा का अभ्यास करने, उसका विस्तार और प्रचार करने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री नायडु ने कहा, “मैं वो दिन देखना चाहता हूं जब हर भारतीय अपने साथी देशवासियों से अपनी मातृभाषा में बात करें, प्रशासन का काम मातृभाषा में चले और सभी सरकारी आदेश लोगों की अपनी भाषा में जारी किए जाएं।” उन्होंने अदालती कार्यवाही में भी स्थानीय भाषाओं के इस्तेमाल का आह्वान किया।

संघर्षग्रस्त दुनिया में सामाजिक और अन्य तनावों के बढ़ने पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि मानवता की प्रगति के लिए शांति पहली जरूरत है। उन्होंने कहा, “शांति का व्यापक प्रभाव पड़ता है – यह सामाजिक सद्भाव को बढ़ाता है और प्रगति तथा समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करता है।” उन्होंने कहा कि ‘शांति का लाभांश’ प्रत्येक हितधारक को लाभान्वित करता है और समाज में धन और खुशी लाता है।

श्री नायडु ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और ‘लोक: समस्तः सुखिनो भवन्तु’ के हमारे सदियों पुराने सभ्यतागत मूल्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि शांति और मानवता के कल्याण के लिए भारत की प्रतिबद्धता भौगोलिक सीमाओं से परे है। उन्होंने कहा कि, “भारत को शांति की भूमि के रूप में जाना जाता है। हमने हमेशा शांति बनाए रखने और समाज के सभी वर्गों के सौहार्दपूर्ण जीवन को सुनिश्चित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।”

दक्षिण एशियाई देशों के साझा इतिहास और सभ्यता को देखते हुए उन्होंने इस क्षेत्र में भाषाई, जातीय और सांस्कृतिक विविधताओं का सम्मान करने का भी आह्वान किया, जो सहिष्णुता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के मूल मूल्यों को प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने कहा, “दुनिया की ‘आध्यात्मिक राजधानी’ के रूप में, भारत शांति बनाए रखने और सद्भाव सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाता रहेगा।”

उपराष्ट्रपति ने साउथ एशिया इंस्टीट्यूट ऑफ पीस एण्ड रिकंसिलिएशन (एसएआईपीआर) की स्थापना में शामिल सभी लोगों को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि यह संस्थान अकादमिक विचार-विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा और शांति एवं समन्वय के मूल्यों को फैलाने में आगे बढ़ने की एक प्रेरणा (स्प्रिंगबोर्ड) के रूप में कार्य करेगा। उल्लेखनीय है कि गायत्री तीर्थ के स्वर्ण जयंती वर्ष में हरिद्वार के देव संस्कृति विश्वविद्यालय में एसएआईपीआर की स्थापना की गई है।

इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने भगवान बुद्ध और सम्राट अशोक को याद किया और कहा कि उन्होंने ‘युद्ध घोष’ (युद्ध) पर धम्म घोष को प्राथमिकता दी और भगवान बुद्ध द्वारा प्रतिपादित पंचशील हमारी विदेश नीति का आधार है।

श्री नायडु ने योग और ध्यान को दुनिया भर में लोकप्रिय बनाने के लिए विभिन्न संस्थानों के सहयोग से देव संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने योग को मानवता के लिए भारत का अनूठा उपहार बताया।

उपराष्ट्रपति श्री नायडु ने इस संस्थान का उद्घाटन करने के बाद एसएआईपीआर और एशिया के पहले बाल्टिक संस्कृति एवं अध्ययन केंद्र का दौरा किया। उन्होंने प्रज्ञेश महाकाल मंदिर में भी दर्शन किए और विश्वविद्यालय परिसर में रुद्राक्ष का पौधा लगाया। विश्वविद्यालय की यात्रा के दौरान उन्हें संस्थान में कागज निर्माण इकाई, कृषि और गाय आधारित उत्पाद केंद्र और हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र जैसी विभिन्न सुविधाएं भी दिखाई गईं। उपराष्ट्रपति ने डीएसवीवी परिसर में ‘वॉल ऑफ हीरोज़’ पर शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी और विश्वविद्यालय की नई वेबसाइट सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न प्रकाशनों का शुभारंभ किया।

इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त), देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ प्रणव पंड्या, कुलपति श्री शरदपर्धी, प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या, कुलसचिव श्री बलदाऊ देवांगन, संकाय सदस्य, छात्र और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।

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श्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर की सुरक्षा समीक्षा की

जम्मू ,केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने जम्मू में जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में  जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा और भारत सरकार व जम्मू-कश्मीर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.

केंद्रीय गृह मंत्री ने सुरक्षा स्थिति में सुधार, 2018 में हुई 417 आतंकी घटनाएँ कम होकर 2021 में 229 होने और 2018 में शहीद हुए सुरक्षा बलों के जवानों की संख्या 91 से घटकर 2021 में 42 होने की सराहना की। श्री अमित शाह ने आतंकवादियों के खिलाफ सक्रिय अभियानों और उन्हें सुरक्षित पनाहगाह या वित्तीय सहायता से वंचित करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने सुरक्षा बलों और पुलिस को प्रभावी आतंकवाद विरोधी अभियानों और जेलों से आतंकवादियों की निगरानी गतिविधियों के लिए वास्तविक समय आधारित समन्वय (Real Time Coordination) सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। गृह मंत्री ने नार्को आतंकवाद को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को और मजबूत करने का आदेश दिया।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के शांतिपूर्ण और समृद्ध जम्मू-कश्मीर के सपने को साकार करने के लिए सीमा पार से ज़ीरो घुसपैठ सुनिश्चित करने और आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत किया जाना चाहिए। (PIB)

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राष्ट्रपति ने होली की पूर्व संध्या पर देशवासियों को दी बधाई

नई दिल्ली ,17 मार्च (आरएनएस)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने होली की पूर्व संध्या पर सभी देशवासियों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा होली के शुभ अवसर पर, मैं देश और विदेश में रह रहे सभी भारतीयों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
वसंत ऋतु के आगमन का शुभ समाचार लेकर आने वाला रंगों का पर्व होली, हमारे जीवन में खुशियां और उमंग लेकर आता है। यह पर्व सामाजिक सद्भाव और मेल-मिलाप का जीवंत उदाहरण है। हर उम्र और हर वर्ग के बच्चे, युवा, पुरुष और महिलाएं पूरे उल्लास के साथ इस त्योहार को मनाते हैं।
मेरी कामना है कि रंगों का यह त्योहार सभी के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करे तथा राष्ट्र निर्माण की भावना को भी प्रबल बनाए।

उपराष्ट्रपति ने होली की पूर्व संध्या पर देशवासियों को दी बधाई

नई दिल्ली ,17 मार्च (आरएनएस)। उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडु ने होली के अवसर पर लोगों को बधाई दी है। उन्होंने अपने संदेश में कहा-
रंगों के त्योहार होली के शुभ अवसर पर मैं देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
देशभर में पारंपरिक हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ मनाया जाने वाला होली का त्योहार परिवार एवं मित्रों के साथ मिलने और जीवन की स्फूर्त एवं आनंदमयी उत्सव की भावना का आनंद लेने का अवसर है। होली की पूर्व-संध्या पर आयोजित किया जाने वाला ‘होलिका दहन’ बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
होली के इस पावन अवसर पर, आइए हम अपने समाज को एक सूत्र में पिरोकर रखने वाली मित्रता और मेल-जोल के बंधन को मजबूत करने का प्रयास करें।
मेरी कामना है कि यह त्योहार हमारे जीवन में शांति, सौहार्द, समृद्धि और खुशियां लेकर आए।

कांग्रेस के लिए किसी गांव तक में नहीं गए कपिल सिब्बल

नई दिल्ली ,17 मार्च (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में करारी हार झेलने वाली कांग्रेस में अब आतंरिक कलह मची है। कांग्रेस के सीनियर नेता कपिल सिब्बल ने इस हार के लिए गांधी परिवार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उन्हें किसी और नेता को कमान देनी चाहिए। यही नहीं राहुल गांधी पर सीधा अटैक करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा था कि वह पार्टी के अध्यक्ष नहीं हैं, लेकिन अब भी सारे फैसले वही लेते हैं। कपिल सिब्बल ने कहा था कि अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस में आमूलचूल परिवर्तन किया जाना चाहिए।

हालांकि उनकी सलाह पार्टी के कई नेताओं को नागवार गुजरी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कपिल सिब्बल पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह एक अच्छे नेता नहीं रहे हैं। खडग़े ने कहा कि कपिल सिब्बल एक अच्छे वकील हो सकते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के लिए बढिय़ा नेता नहीं हैं। मल्लिकार्जुन खडग़े ने सिब्बल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, वह कभी कांग्रेस के काम के लिए किसी गांव तक नहीं गए। वह जानबूझकर पार्टी को कमजोर करने का काम कर रहे हैं।

कोई भी सोनिया गांधी और कांग्रेस को कमजोर नहीं कर सकता है।

5 राज्यों में करारी हार के बाद से कांग्रेस में हलचल मची है। अब सोनिया गांधी ने पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू समेत 5 राज्यों के नेताओं से इस्तीफे मांग लिए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू तो पद से इस्तीफा भी दे चुके हैं। कांग्रेस ने रविवार को कार्यसमिति की बैठक भी बुलाई थी, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे सदस्यों ने खारिज कर दिया। कांग्रेस में अगस्त महीने में संगठन के चुनाव होने वाले हैं। माना जा रहा है कि उस दौरान कुछ और बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

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गोवा में कांग्रेस की स्थिति समझेंगी रजनी पाटिल

अध्यक्ष पद समेत कई चुनौतियों से होगा सामना

पणजी ,17 मार्च (आरएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनाव के बाद की स्थिति की समीक्षा और संगठन में बदलाव के सुझाव के लिए 5 नेताओं को नियुक्त किया है। इनमें राज्यसभा सांसद रजनी पाटिल का नाम भी शामिल है। पार्टी नेतृत्व के लिए गोवा के सियासी हाल की जानकारी जुटाने निकलीं पाटिल के लिए समय व्यस्त रहने वाला है। क्योंकि इस दौरान वे गोवा में पार्टी को हार के दौर से उबारने की कोशिश करेंगी। खास बात है कि पार्टी को गोवा में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन नतीजों में निराशा हाथ लगी। इसके अलावा गिरीश चूड़ांकर की तरफ से इस्तीफे की घोषणा के बाद राज्य में पार्टी लीडरशिप को लेकर भी चर्चाएं तेज हो रही हैं। नेताओं के पार्टी बदलने और सरकार के खिलाफ नाराजगी के बीच कांग्रेस 11 सीटें ही हासिल कर सकी। हालांकि, इससे पहले भी साल 2012 में ऐसा दौर आया था, जब पार्टी को 9 सीटें ही मिल सकी थी। 2022 चुनाव में कांग्रेस के सहयोगी दल गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ा और एक जीतने में सफलता हासिल की।
राज्य में पार्टी की हार के बाद ही गोवा कांग्रेस के अध्यक्ष गिरीश चूड़ांकर ने भी पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। साल 2018 में पार्टी तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से प्रदेश इकाई के प्रमुख बनाए गए चूड़ांकर के कार्यकाल में कांग्रेस को कई चुनावों में हार का सामना करना पड़ा। इनमें 2019 के उपचुनाव शामिल है, जहां पार्टी को एक ही सीट मिल सकी थी। यहां भी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडऩे वाले एटेनाजियो मॉन्जरेट भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। यहां तक कि चूड़ांकर ने भी पणजी उपचुनाव और उत्तर गोवा सीट से लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाई, लेकिन दोनों बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।
चूड़ांकर को पार्टी की कमान ऐसे समय पर दी गई थी, जब कांग्रेस राहुल गांधी के साथ नेतृत्व स्तर के पदों के लिए युवा चेहरों के लिए उत्साहित थी। लेकिन दल बदल और नेतृत्व पर भरोसे की कमी से जूझ रही पार्टी को एकजुट करने में चूड़ांकर असफल रहे। हालांकि, इससे पहले भी वे पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर चुके हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हीं के साथ बने रहने का फैसला किया।
कौन संभाल सकता है पद?
फिलहाल, यह साफ नहीं है कि चूड़ांकर की जगह कौन लेगा। स्थिति देखी जाए, तो पार्टी के पास पद के लिए ज्यादा विकल्प भी मौजूद नहीं हैं। वरिष्ठ नेताओं में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और वर्तमान में कार्यकारी अध्यक्ष एलेक्सियो सीक्वेरा का नाम है। वहीं, युवा चेहरे को देखें, तो गोवा प्रदेश युवा अध्यक्ष संकल्प अमोनकर का नाम सामने आता है। भाजपा के मिलिंद नाइक को हराकर अमोनकर इस महीने पहली बार चुने गए हैं। दोनों में से खासतौर से कोई ऐसा विकल्प नहीं है, जो कांग्रेस को दोबारा तैयार कर सकेगा।
गोपनीयता की शर्त पर एक कांग्रेस नेता बताते हैं, अमोनकर कांग्रेस के बारे में जानते हैं और पार्टी के संगठन से परिचित हैं। विधायक होने के चलते शीर्ष पद के लिए उनका दावा भी मजबूत हुआ है। जबकि, चुनाव में बार-बार असफल होने के चलते चूड़ांकर में यह कमी थी।
कई सीटों पर नजदीकी हार के बाद कांग्रेस में एक रणनीतिकार की कमी पर सभी का ध्यान गया है। इनमें से कई सीटों पर अगर कांग्रेस समान सोच वाले प्रतिद्विंदियों को चुनाव से हटाने में सफल हो जाती है, तो यह जीत में बदल सकती थीं। कम से कम तीन सीटों (नावेलिम, वेलिम और दाबोलिम) में पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वोटों से हार गई। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र की सरकार में दोनों पार्टियां गठबंधन का हिस्सा हैं।
उम्मीदवारों के नाम तय करने में देरी के चलते भी कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं, कई सीटों पर कमजोर उम्मीदवार उतारने के फैसले ने भी अन्य सीटों पर असर डाला। पार्टी को सत्ता में आने के लिए बची हुई सीटों पर 100 फीसदी स्ट्राइक रेट की जरूरत पड़ी।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी और रिवॉल्युशनरी गोअन्स जैसी पार्टियों के चलते कांग्रेस को वोट शेयर के मामले में भी नुकसान हु आहै। हालांकि, केवल एक विधायक (दिगंबर कामत) के साथ मैदान उतरी कांग्रेस का आंकड़ा 11 पर पहुंच गया है। वहीं, पहले 27 सीटों पर जीतने वाली भाजपा 20 सीटों पर आ गई है। साथ ही पार्टी ने भाजपा के दोनों मुख्यमंत्रियों की हार को भी सुनिश्चित किया।
इधर, कांग्रेस ने उत्तरी गोवा की बरदेज तालुका में भाजपा को हाथों गंवाई सियासी जमीन को भी दोबारा हासिल कर लिया। मुख्य रूप से इसका श्रेय भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री रहे माइकल लोबो को जाता है, जो कांग्रेस में शामिल हो गए। पार्टी ने उनके सहारे 7 में से चार सीटें जीती और 5वीं सीट पर मुकाबला नजदीकी रहा। इस प्रदर्शन के साथ ही लोबो राज्य में कामत के बाद दूसरे सबसे अहम नेता बन गए हैं। अब सवाल है कि क्या कांग्रेस नेतृत्व बड़े पद को लेकर उनपर भरोसा करेगा?

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ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी को ईडी का समन

कोयला घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया

कोलकाता ,17 मार्च (आरएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी को समन भेजा है। इन दोनों से कोयला घोटाले के सिलसिले में अगले हफ्ते पूछताछ होगी। ईडी ने अभिषेक को 21 मार्च और उनकी पत्नी को 22 मार्च को जांचकर्ताओं के सामने पेश होने को कहा है। अभिषेक को ईडी ने पहले भी इस मामले में तलब किया था और वह दिल्ली में जांच अधिकारियों के सामने पेश हुए थे।
पिछले साल 21 फरवरी को, सीबीआई की एक टीम ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक के आवास का दौरा किया था। ईडी ने कोयला घोटाले में कथित संबंध को लेकर अभिषेक की पत्नी और उनकी भाभी मेनका गंभीर को तलब किया था। रुजिरा से पूछताछ के बाद सीबीआई के अधिकारियों ने कहा कि वे उसके जवाब से संतुष्ट नहीं हैं।

अभिषेक-रुजीरा को दिल्ली हाई कोर्ट से लगा था झटका

कुछ दिन पहले ही अभिषेक और रुजीरा को दिल्ली हाई कोर्ट से उस वक्त तगड़ा झटका लगा था, जब अदालत ने इस मामले में जारी समन को रद्द करने की मांग नहीं मानी थी। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 48 जांच एजेंसी को आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के मामले में क्षेत्रीय रूप से प्रतिबंधित नहीं करती है। कोर्ट ने कहा कि सीआरपीसी अपने अधिकार क्षेत्र के प्रयोग के संदर्भ में पुलिस अधिकारियों पर लगाए गए क्षेत्रीय सीमाओं की ओर इशारा करता है।
ईडी ने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत सीबीआई की ओर से दर्ज नवंबर 2020 की प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया है। इसमें आसनसोल और उसके आसपास राज्य के कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये का कोयला चोरी का आरोप लगाया गया था। स्थानीय कोयला संचालक अनूप मांझी उर्फ लाला को इस मामले में मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है। ईडी ने दावा किया था कि टीएमसी सांसद इस अवैध कारोबार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं। हालांकि सांसद ने सभी आरोपों से इनकार किया है।

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बालीगंज उपचुनाव में सायरा हलीम मैदान में

 सीपीआई ने बनाया उम्मीदवार

कोलकाता ,17 मार्च (आरएनएस)। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) ने बालीगंज उपचुनाव में अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की भतीजी सायरा हलीम को उम्मीदवार बनाया है। वाम दल ने यह घोषणा की। उनका सामना तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो से होगा। सायरा राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनों में शामिल रही हैं। बालीगंज विधानसभा सीट पर 12 अप्रैल को चुनाव होने हैं।
सायरा और सुप्रियो के चुनावी मैदान में उतरने के साथ ही बालीगंज का मुकाबला हाईप्रोफाइल हो गया है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने दोपहर तक उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया था। मंत्री और दिग्गज नेता रहे सुब्रत मुखर्जी के निधन के बाद दक्षिण कोलकाता की यह सीट खाली हो गई थी। 2021 विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने राज्य में 294 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि, भाजपा के खाते में 77 सीटें आई थी।
सायरा ने परिवार की पहचान को आकस्मिक बताया। उन्होंने कहा, मुझे अपने पिता और अंकल पर गर्व है, लेकिन परिवार की पहचान मेरे लिए केवल आकस्मिक है। मैंने हमेशा लोगों के लिए काम किया, सीएए और एनआरसी के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लिया और रक्तदान और डायलिसिस कैंप चलाने में पति की मदद की। बालीगंज क्षेत्र में लोग जानते हैं कि मैं अपनी विचारधारा नहीं बदलूंगी।
सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह की बेटी सायरा के पति डॉक्टर फुआद हलीम भी सीपीआई (एम) के नेता हैं। वे गरीबों के लिए हेल्थ कैंप्स और कम खर्च में डायलिसिस क्लीनिक चलाने के लिए जाने जाते हैं। वे विधानसभा के पूर्व स्पीकर हसीम अब्दुल हलीम के बेटे हैं।
सायरा कहती हैं, पिछले विधानसभा चुनाव में मैंने पति के लिए प्रचार किया था, लेकिन चुनावी राजनीति के साथ मेरा परिचय यह हुआ है। मैं नर्वस और साथ ही उत्साहित हूं, क्योंकि इसमें कई बड़े नाम शामिल हैं। मेरे पास केवल अच्छी इच्छा शक्ति है। मैं उम्मीद करती हूं कि बालीगंज सही फैसला करेगा। क्षेत्र में लोगों ने मुझे सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में देखा है।
राज्य में केवल बालीगंज ही नहीं आसनसोल लोकसभा सीट भी हाई प्रोफाइल बन गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को यहां से उतारा है। भाजपा के लिए दो बार सीट जीतने वाले सुप्रियो के पार्टी छोडऩे के बाद यह जगह खाली हो गई थी। इसके अलावा सीपीआई(एम) ने पार्थ मुखर्जी को आसनसोल इंडस्ट्रियल बेल्ट से उम्मीदवार बनाया है।

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पंजाब में करारी हार के बाद अकाली दल में दो फाड़

डीएसजीएमसी चीफ ने किया अलग पार्टी बनाने का ऐलान

चंडीगढ़ ,17 मार्च (आरएनएस)। पंजाब में करारी हार के बाद शिरोमणि अकाली दल में पार्टी के सीनियर नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने एक अलग अकाली दल बनाने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि 26 अन्य सदस्यों के साथ यह फैसला किया गया है। पार्टी ने 47 में से 27 सदस्यों के साथ डीएसजीएमसी का चुनाव जीता था।
कालका के इस ऐलान के बाद एसएडी ने एक बैठक बुलाई और उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया। इसके अलावा पार्टी की दिल्ली यूनिट का विलय करवा दिया गया है। अकाली दल के उपाध्यक्ष प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि तब तक पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह इस यूनिट की कमान संभालेंगे।
पंजाब में बठिंडा शहर से अकाली दल के उम्मीदवार और पूर्व विधायक सरूप सिंह सिंहला ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने बादल परिवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने चचेरे भाई और कांग्रेस नेता मनप्रीत सिंह बादल का सहयोग किया इसलिए वह चुनाव हार गए। यहां आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने चुनाव जीता है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के दो अकाली नेता भी पार्टी में विद्रोह कर चुके हैं। बलदेव सिंह चुंगा और किरनजोत कौर ने बादल परिवार का विरोध किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बादल परिवार की गलत नीतियों की वजह से अकाली दल का यह हाल हुआ है। बादल परिवार सिख पंथ को छोड़कर डेरा की शरण में पहुंच गया।

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होली के बाद लोजद का राजद में विलय करेंगे शरद यादव

पटना ,17 मार्च (आरएनएस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल को लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के विलय करने का ऐलान किया है।  यादव ने कहा है कि 20 मार्च को उनकी पार्टी का आरजेडी में विलय हो जाएगा।  यादव के मुताबिक जनता परिवार को मजबूत करने की कोशिश के तहत वो ये कदम उठा रहे हैं।

कहा जा रहा है कि खराब सेहत की वजह से भी शरद यादव अपनी पार्टी का विलय करना चाहते हैं। नीतीश कुमार से अलग होने के बाद से लोकतांत्रिक जनता दल कभी अपना प्रभाव नहीं दिखा सकी। राष्ट्रीय जनता दल में लोकतांत्रिक जनता दल के विलय को शरद यादव और लालू यादव के राजनीतिक करियर के विराम के तौर पर भी देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि चारा घोटाले में नाम आने के बाद लालू यादव 1997 में जनता दल से बाहर निकल गए थे और खुद की पार्टी बनाई थी। इसके पीछे कारण ये था कि चारा घोटाले को लेकर पार्टी के भीतर ही लालू यादव पर सवाल उठने लगे थे क्योंकि वो इस घोटाले के मुख्य आरोपी थे। शरद यादव को उस वक्त लालू यादव का विरोधी समझा जाता था। 2005 में शरद यादव ने बिहार में लालू यादव के 15 साल के शासन को खत्म करने के लिए नीतीश कुमार का साथ भी दिया.

शरद यादव ने अपनी पार्टी के विलय के सवाल पर कहा कि जनतांत्रिक जनता पार्टा की विलय जनता परिवार को साथ लाने की उनकी कोशिश का नतीजा है। आज देश के राजनीतिक हालात को देखते हुए ऐसा करना जरूरी हो गया था शरद यादव ने ये भी कहा कि बीजेपी सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है और देश की जनता मजबूत विपक्ष की तलाश में है।

शरद याव ने कहा कि 1989 में अकेले 143 सांसद जनता दल के थे. बाद में धीरे-धीरे पार्टी सामाजिक न्याय के एजेंडे को भूलती चली गई। आज समय है कि उसे फिर से जिंदा किया जाए. शरद यादव की बेटी ने 2020 में आरजेडी की टिकट पर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वो हार गई थीं।

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मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को होली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दीं

* होली भारत की सनातन परम्परा का प्रमुख पर्व है : मुख्यमंत्री

लखनऊ,16 मार्च (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।
अपने बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि होली भारत की सनातन परम्परा का प्रमुख पर्व है। सामाजिक समता, सौहार्द व उल्लास का प्रतीक यह पर्व सम्पूर्ण समाज व प्रदेशवासियों के लिए मंगलमय हो। उन्होंने कहा कि पर्व व त्योहारों की लम्बी श्रृंखला, भारत की प्राचीन गौरवशाली परम्परा का उदाहरण है। सनातन परम्परा में पर्व व त्योहार हर्षोल्लास व राष्ट्रीयता को दृढ़ता प्रदान करने का प्रेरणास्पद क्षण भी है। समाज और राष्ट्र में परिवर्तन की महत्वपूर्ण घटनाओं को हमारी ऋषि परम्परा ने पर्व व त्योहारों के रूप में धार्मिक मान्यता देकर अगली पीढ़ी को प्रेरणा व प्रकाश का आधार प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि होली का पर्व हमें अधर्म, असत्य व अन्याय जैसी नकारात्मक प्रवृत्तियों से लडऩे की प्रेरणा देता है। हमारे पर्व व त्योहारों में शोक और सन्ताप का कोई स्थान नहीं है, लेकिन हर्षोल्लास के प्रतीक इन पर्वों में जोश के साथ होश भी आवश्यक है। अपने पर्व व त्योहार की पवित्रता व मर्यादा हम सबको बनाये रखनी है। इस दृष्टि से कोई भी ऐसा कार्य न हो, जिससे पर्व व त्योहार की मर्यादा भंग होती हो।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को समरसता, सद्भाव व उल्लास के पर्व होली की अनन्त शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होली के पर्व को सौहार्दपूर्ण व गरिमामय ढंग से मनाएं।
मुख्यमंत्री ने होली के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले समस्त कार्यक्रमों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन किए जाने की अपील की है।

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पूरी तरह से रूस के कब्जे में आया खेरसन

कीव में फिर लगा कर्फ्यू

मॉस्को ,15 मार्च । रूसी सैन्य बलों ने यूक्रेन के दक्षिण में स्थित खेरसन क्षेत्र पर पूर्णत: कब्जा कर लिया है। रूस ने रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने मंगलवार को यह बात कही। कोनाशेकोव ने कहा कि रूसी सैनिकों ने कीव के पास हुता-मेजिहिर्स्का क्षेत्र में यूक्रेनी व दूसरे देशों से आए सैनिकों को कब्जे में लेने की और अमेरिकी द्वारा निर्मित 10 जेवलिन एंटी टैंक मिसाइल सिस्टम जब्त करने सूचना दी है। कोनाशेकोव ने कहा,रूसी सैन्य बलों ने खेरसोन के पूरे भूभाग पर कब्जा कर लिया है। प्रवक्ता ने कहा, 14 मार्च की शाम को हुता-मेजिहिर्स्का गांव के समीप रूसी हवाई सैनिक इकाइयों ने यूक्रेनी व विदेशी सैनिकों के एक गढ़ को कब्जे में ले लिया। रूसी सैनिकों ने 10 अमेरिका निर्मित जेवलिन एंटी टैंक मिसाइल सिस्टम और पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को दिये गए कई हथियार जब्त किए।
स्पूतनिक ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान जब्त किए गए सभी जेवलिन एंटी टैंक सिस्टम और अन्य विदेशी हथियारों को डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक की नागरिक सेना इकाइयों के हवाले कर दिया गया है। उधर, यूक्रेन की राजधानी कीव में एक बार फिर से कर्फ्यू लगाया गया है। यह कर्फ्यू 15 मार्च रात आठ बजे से 17 मार्च सुबह सात बजे तक लागू रहेगा। कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने बताया कि नागरिकों को बम धमाके से बचने के लिए सिर्फ बंकरों में जाने की अनुमति होगी। (एजेंसी)

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इजरायल में साइबर हमला

क्रैश हुयीं सरकारी वेबसाइटें

यरुशलम ,15 मार्च । इजरायल की कई सरकारी वेबसाइटें क्रैश हो गईं, जिनमें प्रधानमंत्री कार्यालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, आंतरिक, न्याय और कल्याण मंत्रालय की वेबसाइटें शामिल हैं।
इजरायल के खिलाफ अब तक के सबसे बड़े साइबर हमले के रूप में देखा जा रहा है। उधर, इजरायल के राष्ट्रीय साइबर निदेशालय ने एक बयान में कहा कि ये सभी वेबसाइट अब फिर से शुरू हो गयी हैं।
इजरायल के साइबर प्राधिकरण ने कहा कि यह हमला एक डिजिटल-डिनायल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) हमला था। इसके जरिए सरकारी वेबसाइट तक पहुंच को अवरुद्ध कर दिया था।
सोमवार शाम को बड़े पैमाने पर साइबर हमला किया गया था। माना जा रहा है इस हमले लिए एक अभिनेता या बड़ा संगठन जिम्मेदार है।
रक्षा प्रतिष्ठान और राष्ट्रीय साइबर निदेशालय ने अब नुकसान का अध्ययन करने के लिए आपातकाल स्थिति घोषित कर दी है। साथ यह पता लगाया जा रहा है कि क्या रणनीतिक इजऱायली वेबसाइटों और सरकारी बुनियादी ढांचे, जैसे कि इजऱायल की बिजली और जल आपूर्ति करने वाली कंपनियों पर भी हमले हुए हैं।
रक्षा प्रतिष्ठान ने यह भी कहा कि हमले से डोमेन का उपयोग करने वाली वेबसाइटें प्रभावित हुई हैं, जिसका उपयोग रक्षा संबंधी वेबसाइटों को छोड़कर सभी सरकारी वेबसाइटों के लिए किया जाता है। इस डोमेन का उपयोग करने वाली एक अन्य वेबसाइट सरकारी डेटाबेस है। कुछ वेबसाइटों को अभी भी स्मार्टफोन के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।
इजरायल के संचार मंत्री योआज हेंडेल ने हमले के मद्देनजर संचार मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई और दूरसंचार कंपनियां बाधित हुयीं वेबसाइटों को फिर से शुरू करने के लिए काम कर रही हैं। धीरे-धीरे सेवा बहाल की जा रही है। (एजेंसी)

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सैफ अंडर-18 महिला फुटबॉल प्रतियोगिता जमशेदपुर में 15 से 25 तक

*अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए झारखण्ड तैयार

*भारत, नेपाल और बांग्लादेश के खिलाड़ी लेंगे भाग

रांची (दिव्या राजन)। राज्य गठन के बाद पहली बार सैफ अंडर 18 (SAFF U-18) महिला फुटबॉल चैंपियनशिप की मेजबानी झारखण्ड करेेगा। जमशेदपुर में प्रतियोगिता का आयोजन 15 मार्च से होना है। इसको लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है। 15 से 25 मार्च तक आयोजित चैंपियनशिप में तीन देश भारत, नेपाल और बांग्लादेश के खिलाड़ी भाग लेंगे। राज्य सरकार, राष्ट्रीय फुटबॉल फेडरेशन और टाटा स्टील के संयुक्त तत्वाधान में प्रतियोगिता आयोजित होगी।

प्रतियोगिता के सभी मैच में लोगों के लिए निःशुल्क प्रवेश का प्रावधान किया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मैच देख सकें।

बेटियां कर रहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन

जमशेदपुर में आयोजित होने वाले सैफ अंडर-18 महिला फुटबॉल प्रतियोगिता में भारतीय टीम में झारखण्ड की 6 खिलाड़ियों अमीषा बाखला, अस्तम उरांव, सुनीता मुंडा, अनिता कुमारी, नीतू लिंडा और पूर्णिमा कुमारी का चयन हुआ है। ज्ञात हो की ये सभी खिलाड़ी अगले वर्ष फीफा अंडर-17 विश्व कप के लिए आयोजित प्रशिक्षण शिविर में भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं।

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श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने ठोका शतक, दूसरे छोर से गिरते रहे विकेट

ऋषभ पंत ने तोड़ा 40 साल पुराना रिकॉर्ड

भारत ने श्रीलंका को 238 रनों से हराया

 

 

होली में सखी मंडल के हर्बल रंग- गुलाल की धूम

*फूल, पत्तियों, फल, जैस्मिन तेल, चंदन, मुल्तानी मिट्टी से बना है पलाश गुलाल

*सखी मंडल की बहनें प्राकृतिक गुलाल का कर रही हैं निर्माण

*राज्य के पलाश मार्ट में बिक्री के लिए उपलब्ध है पलाश हर्बल गुलाल

रांची (दिव्या राजन)   रंगों के त्योहार होली के लिए सखी मंडल की महिलाएं हर्बल गुलाल का निर्माण कर रही हैं। होली को लेकर बाजार में रंग और अबीर की बिक्री जोरों पर है। इस होली में सखी मंडल की ग्रामीण महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक उत्पादों से तैयार ऑर्गेनिक हर्बल अबीर लोगों के आकर्षण का केन्द्र है। होली के त्योहार में लोग रंगों में सराबोर होते हैं और एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर सामाजिक समरसता एवं भाईचारगी का संदेश बिखेरते है। सखी मंडल की दीदियों ने रंगों के इस पर्व को मनाने और साथ ही इससे आजीविका के वैकल्पिक साधन को तराशने का काम किया है। हज़ारीबाग एवं धनबाद के सखी मंडलों ने होली के बाजार की अग्रिम तैयारी करते हुए केमिकल रहित हर्बल गुलाल तैयार किया है। इसके अतिरिक्त महिलाएं गुलाल को पेशेवर तरीके से पलाश ब्रांड के अंतर्गत पैकेजिंग और मार्केटिंग कर रही हैं। ग्रामीण विकास विभाग व जेएसएलपीसी संपोषित सखी मंडलों की ग्रामीण महिलाओं की श्रम शक्ति से बाजार में केमिकल रहित प्राकृतिक गुलाल उपलब्ध कराया जा रहा है। हजारीबाग, धनबाद एवं गिरिडीह की सखी मंडल की दीदियां मुख्य रूप से प्राकृतिक गुलाल निर्माण से जुड़ी हैं। सखी मंडल की दीदियों के मुताबिक यह गुलाल त्वचा के लिए फायदेमंद है। इसमें किसी प्रकार का कोई नुकसानदेह या आर्टिफिशियल सामग्री का उपयोग नहीं किया जाता है। तो इस होली आप भी सखी मंडल की दीदियों द्वारा निर्मित अबीर का उपयोग कर त्वचा को सुरक्षित रख सकते हैं। सखी मंडल की दीदियां वनोपज एवं एवं फूलों के जरिए प्राकृतिक हर्बल गुलाल तैयार कर रही हैं। प्राकृतिक रूप से तैयार पलाश गुलाल लोगों को काफी पसंद आ रहा है। राज्य के सभी जिलों में स्थित पलाश मार्ट से पलाश प्राकृतिक गुलाल की खरीदारी की जा सकती है।

गेंदा, पलाश व गुलाब के फूलों से तैयार कर रही हैं विभिन्न रंगों के गुलाल

हर्बल गुलाल बनाने के लिए विभिन्न जिलों की सखी मंडल की दीदियों द्वारा फूल, फल एवं पत्तियों का उपयोग किया जा रहा है। हरे रंग के लिए पालक, गुलाबी के लिए गुलाब के फूल, पीले और भगवा रंग के लिए पलाश एवं गेंदा फूल, लाल रंग के लिए चुकंदर और अन्य रंगों के लिए चंदन सहित अन्य प्रकार के फूल एवं पत्तियों के रंगो का प्राकृतिक रूप से उपयोग किया जा रहा है। सखी मंडल की बहनों द्वारा तैयार ऑर्गेनिक हर्बल गुलाल निर्माण के बाद आकर्षक पैकेजिंग के जरिए विभिन्न पलाश मार्ट्स में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।

अच्छी आमदनी कर रही हैं दीदियां

दारु प्रखण्ड के दारूडिह गांव की पूजा महिला समूह की सदस्य पुष्पा कुशवाहा बताती हैं कि उनलोगों ने पिछले साल से प्राकृतिक अबीर का निर्माण शुरू किया था, जिसकी काफी मांग थी। इस साल ऑर्गेनिक अबीर का निर्माण चार रंगों पीला, गुलाबी, हरा एवं लाल रंग में किया गया है। उन्होंने बताया कि पलाश मार्ट एवं सेल काउंटर के जरिए अबीर व गुलाल बिक्री के लिए उपलब्ध है। पुष्पा कुशवाहा बताती हैं कि रंगों में केमिकल का उपयोग होता है इसलिए वे लोग सिर्फ प्राकृतिक गुलाल का निर्माण कर रही हैं। कहा, उम्मीद है कि इस सीजन में हमलोगों की आमदनी 25 हजार से ज्यादा होगी।धनबाद के गोविंदपुर में प्राकृतिक अबीर निर्माण से जुड़ीं बलजीत कौर बताती हैं कि अभी तक हम महिलाओं ने मिलकर करीब डेढ़ क्विंटल प्राकृतिक अबीर का उत्पादन किया है। एक हफ्ते में वह करीब 10 हजार की आमदनी कर चुकी हैं।

पलाश हर्बल गुलाल है पूरी तरह सुरक्षित और प्राकृतिक

गुलाल तैयार करने में जुटी सखी मंडल की दीदियों के मुताबिक इसमें उपयोग होनेवाला हरेक सामग्री पोषणयुक्त है। चेहरे के लिए लाभप्रद है। इसमें किसी प्रकार का कोई नुकसानदेह या आर्टिफिशियल सामग्री का उपयोग नहीं किया जाता है।पलाश ब्राण्ड का गुलाल मात्र 30 रुपये में रांची में भी बिक्री के लिए हेहल स्थित पलाश मार्ट, पलाश होली स्पेशल काउंटर – प्रोजेक्ट बिल्डिंग, एफएफपी भवन एवं पिस्का मोड़ में उपलब्ध है।

दीदियों की आमदनी में बढ़ोतरी सुनिश्चित करने एवं उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए पलाश ब्राण्ड अंतर्गत सखी मंडल की बहनों को प्राकृतिक गुलाल के निर्माण से जोड़ा गया है। होली के त्योहार में प्राकृतिक गुलाल की काफी मांग है। पलाश ब्राण्ड के तहत सखी मंडल की दीदियों द्वारा निर्मित प्राकृतिक गुलाल लोगों को काफी पसंद आ रहा है। इस पहल से दीदियों को त्योहार के समय अतिरिक्त आमदनी हो रही है। पलाश ब्राण्ड से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और सफलता की नई कहानियां गढ़ रही हैं।

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बैतूल की बेटी अब अमेरिका में मलेरिया वैक्सीन पर करेगी रिसर्च

बैतूल,14 मार्च (आरएनएस)। जरूरी नहीं है कि प्रतिभावान बनने के लिए बड़े और महंगे स्कूलों में पढ़ाई की जाए। ये भी जरूरी नहीं है कि बड़ा नाम कमाने के लिए शहरों में रहकर तैयारी की जाए। जरूरी है खुद में प्रतिभा को निखारना। यही काम किया है बैतूल के कालगांव की बेटी ने। इस गांव की एक बेटी ने साबित कर दिया कि वो अब अमेरिका में मलेरिया में वैक्सीन टारगेट पर रिसर्च करेगी। इससे पहले डॉ. सोनल काल के आस्टे्रलिया और इंडोनेशिया में रिसर्च पेपर पब्लिश हुए हैं जिसके कारण उनका चयन अमेरिका के लिए संभव हो पाया है। दुनिया में मलेरिया का कोई वैकसीन न होना और देश में मलेरिया की खौफनाक त्रासदी उसकी रिसर्च का कारण बनी है।

दरअसल बैतूल के कोलगांव हायर सेकंडरी स्कूल में प्रिंसिपल दिलीप काले और संस्कृत की शिक्षिका उषा काले की बेटी डॉ. सोनल काले ने 24 मार्च को बोथेसंडा अमेरिया जाएंगी। जहां वे दो साल मलेरिया वैक्सीन टारगेट पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में लेबोरेटरी ऑफ मलेरिया इम्यनोलॉजी एंड वैक्सिनोलॉजी पर दो साल रिसर्च करेंगी। सोनल इसके पहले भी अन्य विषयों पर रिसर्च कर चुकी हैं। वल्र्ड साइंस सेमीनार आस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया में आपने रिसर्च पब्लिकेशन के चलते उनका चयन हुआ है। वर्तमान में सोनल जबलपुर में रिसर्च कर रही थी। वहां से उसका चयन नेशनल इंस्टीट्यट हेल्थ अमेरिका में बेथेस्डा रिसर्च सेंटर के लिए किया गया है। पिता ने बताया कि सोनल की पढ़ाई सरकारी स्कूलों में हिंदी मीडियम से हुई है। सोनल वापसी के बाद देश में मलेरिया नियंत्रण और उससे होने वाली मौतों पर नियंत्रण के लिए काम करेंगी। सोनल के मुताबिक देश में मलेरिया की मृत्यु दर ज्यादा है और अभी इसका कोई वैक्सीन नहीं है। इसे समस्या को लेकर उन्होंने पीएचडी में इसे अपना विषय चुना था। इसी पर वे आगे भी रिसर्च जारी रखेंगी।
अनिल पुरोहित/अशफाक

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रूस ने युद्ध विरोधी प्रदर्शन को कवर करने वाले पत्रकारों को किया गिरफ्तार

मॉस्को ,14 मार्च (आरएनएस) । यूक्रेन में जारी रूसी सैन्य कार्रवाई के खिलाफ रूस में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को कवर करने वाले पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया।
एम आर 7 के रूसी पत्रकार अनास्तासिया रोमानोवा, एव्टोज़क लाइव से एंजेलिना ट्रोफिमेंको, एसओटीए से अनास्तासिया रोगचेवा, ज़क्सरू से एंड्री ओकुन और नोवाया गज़ेटा से एलेना लुक्यानोवा को सेंट पीटर्सबर्ग में युद्ध-विरोधी विरोध प्रदर्शनों को कवर करने के दौरान हिरासत में लिया गया।
पत्रकार एंड्री ओकुन ने कहा,मैं आज एक मिनट भी काम नहीं कर पाया। जैसे ही मैंने फोन निकाला, दंगा पुलिस मेरे पास पहुंची और मुझे जबरन गाड़ी में ले गई। हिरासत में लेने का कारण नहीं बताया गया।

कोरोना से मौत के झूठे दावे पर सुप्रीम कोर्ट चिंतित

कहा-हमने इस बारे में कभी सोचा नहीं था

नईदिल्ली,14 मार्च (आरएनएस)। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कोविड से हुई मौत के संबंध में मुआवजे के फर्जी दावों पर अपनी चिंता जताई और कहा कि वह इस मामले में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) को जांच का निर्देश दे सकता है। शीर्ष अदालत ने सुझाव दिया कि कथित फर्जी मौत के दावों की जांच महालेखा परीक्षक कार्यालय को सौंपी जा सकती है।
न्यायमूर्ति एम.आर. शाह और न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्ना की पीठ ने कहा: हमने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह के फर्जी दावे आ सकते हैं। हमने कभी नहीं सोचा था कि इस योजना का दुरुपयोग किया जा सकता है। पीठ ने कहा कि अगर इसमें कुछ अधिकारी भी शामिल हैं तो यह बहुत गंभीर है। अधिवक्ता गौरव कुमार बंसल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 52 की ओर इशारा किया, जो इस तरह की चिंताओं को दूर करता है। न्यायमूर्ति शाह ने कहा, हमें शिकायत दर्ज करने के लिए किसी की आवश्यकता है।
एक वकील ने राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरणों द्वारा मुआवजे के दावों की रैंडम जांच करने का सुझाव दिया। बच्चों को मुआवजे के पहलू पर, शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया कि उसके द्वारा आदेशित 50,000 रुपये का अनुग्रह भुगतान, कोविड -19 के कारण प्रत्येक मृत्यु के लिए किया जाना है, न कि प्रभावित परिवार के प्रत्येक बच्चे को। 7 मार्च को, सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों द्वारा कोविड की मौतों के लिए अनुग्रह मुआवजे का दावा करने के लिए लोगों को नकली चिकित्सा प्रमाण पत्र जारी करने पर चिंता व्यक्त की, और कहा कि वह इस मामले की जांच का आदेश दे सकता है।
केंद्र ने प्रस्तुत किया था कि कोविड की मृत्यु से संबंधित दावों को प्रस्तुत करने के लिए एक बाहरी सीमा तय की जा सकती है, अन्यथा प्रक्रिया अंतहीन हो जाएगी, और कहा कि कुछ राज्य सरकारों को डॉक्टरों द्वारा जारी किए गए नकली चिकित्सा प्रमाण पत्र मिले हैं। मेहता ने यह भी बताया कि कुछ मामलों में डॉक्टर के प्रमाण पत्र के माध्यम से अनुग्रह मुआवजे पर शीर्ष अदालत के आदेश का दुरुपयोग किया गया है।
फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट पर चिंता जताते हुए पीठ ने कहा, चिंता की बात यह है कि डॉक्टरों द्वारा दिया गया फर्जी सर्टिफिकेट बहुत गंभीर बात है। शीर्ष अदालत ने मेहता की इस दलील से भी सहमति जताई कि कोविड की मौत के दावों को दर्ज करने की समय सीमा होनी चाहिए। पीठ ने कहा, कुछ समय-सीमा होनी चाहिए, अन्यथा प्रक्रिया अंतहीन रूप से चलेगी..।
शीर्ष अदालत अधिवक्ता गौरव बंसल द्वारा कोविड पीडि़तों के परिवारों को राज्य सरकारों द्वारा अनुग्रह मुआवजे के वितरण के संबंध में दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही है। शीर्ष अदालत विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा कोविड -19 मौतों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि के वितरण की निगरानी कर रही है।

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