जड़ी-बूटियों से दस से 12 हजार रुपए होती मासिक कमाई

ग्वालियर,28 मार्च (आरएनएस)। जड़ी-बूटियों से दस से 12 हजार रुपए होती मासिक कमाई. ग्वालियर के घाटीगांव, मोहना, श्योपुर के कराहल और शिवपुरी जिले के पोहरी क्षेत्र की सहरिया आदिवासी महिलाओं द्वारा वन्य क्षेत्र में बिखरी पड़ी जड़ी-बूटियों को खोजने और उसका चूर्ण बनाने के बाद संबंधितों को सप्लाई करने का काम किया जा रहा है।

इस काम से प्रति महिला को हर माह दस से 12 हजार रुपए मासिक पारिश्रमिक मिल जाता है। बताया जाता है कि इन जड़ी-बूटियों को लेने के लिए देश की नामी गिरामी कंपनियों पहुंंचती हैं। इन क्षेत्रों में 6112 आदिवासी महिलाएं काम में जुटी हैं। यह जड़ीबूटी जंगल से आती हैं – सफेद मूसली, गोंद, मशरूम, छाल, अश्वगंधा, पहर का बीज, शहद, हर्र, बहेड़ा, आंवकला, चांदी बाजार, गोखरू व बेल प्रमुख रूप से शामिल हैं।

वन उत्पादक समिति ले लेती हैं महिलाओं से माल – ये आदिवासी महिलाएं कई क्विंटल जड़ी बूटियां महीने में जंगलों से एकत्रित कर लेती हैं। जिन्हें वन उत्पादक समिति को दे दिया जाता है। इसके लिए महिलाओं का एक संगठन वन उत्पादक समिति की जमुना और हरीना आदिवासी महिलाओं के जरिए तैयार किया गया है।

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कान्हा की नगरी में नए साल के आगमन पर उत्सव

मथुरा 28 मार्च (आरएनएस)। कान्हा की नगरी नए साल के स्वागत के लिए तैयार हो रही है। नए साल पर धर्म नगरी में कई आयोजन होने जा रहे हैं। नव संवत्सर मेला को भव्य बनाने के लिए तैयारियों को अंतिमरूप दिया जा रहा है। हिन्दू कलैण्डर के मुताबिक चैत्रमास से नए साल का आगाज होता है।

भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत 2079 की पूर्व संध्या पर चैत्र कृष्ण अमावस्या यानी एक अप्रैल को सेठ बीएन पोद्दार इंटर कॉलेज, मथुरा के मैदान में परम्परागत रूप से विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जायेगा है। इस अवसर पर आयोजित नववर्ष समारोह में मुख्य अतिथि जनरल वीके सिंह पूर्व थल सेनाध्यक्ष सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री भारत सरकार होंगे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में योग नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा। नगर निगम की ओर से मेला को दिव्य और भव्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को मथुरा वृंदावन नगर निगम के महापौर डा.मुकेश आर्यबंधु ने मेला स्थल पर चल रहीं तैयारियों का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूरे मेला परिसर का गहनता से निरीक्षण किया और तैयारियों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए।

उनके साथ नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी और दूसरे विभागों के कर्मचारी भी मौजूद रहे। मथुरा वृंदावन नगर निगम के मयेर डा.मुकेश आर्यबंधु ने बताया कि जनरल वीके सिंह नवसंवत्सर मेला में हमारे मुख्य अतिथि रहेंगे। नवसंवत्सर मेला एक अप्रैल को है। मेला में बच्चों के मनोरंजन के साधान, घोडा की सवारी, चांट की दुकानें आदि एक मेला में जो होती हैं वह सब स्टॉल होंगी।

बच्चों की प्रतियोगिताएं भी रखी गई हैं। हिन्दु रीतिरविाज के हिसाब से मेला का आयोजन होता है। इस बार मेला सेठ बीएन पौद्दार इंटरमीडिएट के मैदान पर आयोजित हो रहा है।

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सेना में भर्ती पर रोक युवाओं के लिये अच्छी खबर नहीं: मायावती

लखनऊ ,28 मार्च (आरएनएस)।  सेना में भर्ती पर कोरोना काल में  लगायी गयी रोक को दो साल बाद भी जारी रखने के सरकार के फैसले पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने  चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि सेना में भर्ती का जज्बा रखने वाले परिश्रमी युवाओं के लिये यह अच्छी खबर नहीं है। उन्होंने सरकार से कोरोना से उत्पन्न माहामारी के हालात अब सामान्य होने का हवाला देते हुए सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।

मायावती ने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से कहा, कोरोना के कारण सेना में भर्ती रैलियों के आयोजन पर पिछले दो साल से लगी हुई रोक अभी आगे लगातार जारी रहेगी। संसद में दी गई यह जानकारी निश्चय ही देश के नौजवानों, बेरोजगार परिवारों व खासकर सेना में भर्ती का जज़्बा रखने वाले परिश्रमी युवाओं के लिए अच्छी ख़बर नहीं है।

गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान 2020 से सेना के भर्ती अभियानों पर रोक लगी हुयी है। सरकार की ओर से संसद में बताया गया कि सेना में भर्ती पर लगी यह रोक फिलहाल जारी रहेगी। मायावती ट्वीट कर कहा, मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इसको लेकर सैन्य अफसर भी चिन्तित हैं, क्योंकि उनके अनुसार इस आर्मी रिक्रूटमेन्ट रैलियों पर अनवरत पाबन्दी का बुरा प्रभाव सेना की तैयारियों पर नीचे तक पड़ेगा। अब जबकि कोरोना के हालात नार्मल हैं, केन्द्र सरकार दोनों पहलुओं पर यथासमय पुनर्विचार करे।

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कोविड मुक्त हुए – अरुणाचल, दादर नागर हवेली और लक्ष्य दीप 

नई दिल्ली ,28 मार्च (आरएनएस)। कोविड मुक्त हुए.अरुणाचल प्रदेश, दादर-नगर हवेली और दमन-दीव तथा लक्ष्यद्वीप. देश में कोविड वायरस संक्रमण के लगातार घट रही है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामलों की संख्या 328 घटकर 15859 रह गई है। वहीं, इस दौरान एक हजार 270 नये मामले सामने आये हैं और इस बीच 31 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत, रिकवरी दर 98.75 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत है।

केरल में पिछले 24 घंटे में सक्रिय मामलों में 218 की कमी आने के बाद इनकी संख्या घटकर 4663 रह गई। वहीं, 593 लोगों के स्वस्थ होने के बाद इससे निजात पाने वाले लोगों की संख्या 6458586 हो गई है, जबकि मृतकों का आंकड़ा 67797 हो गया है।

कर्नाटक में एक सक्रिय मामला बढ़कर 1819 हो गया है। इस दौरान 62 मरीजों के ठीक होने से इस महामारी से निजात पाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 3903442 हो गई है। वहीं राज्य में एक और मरीज की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 40050 पर पहुंच गया है।

असम में इस दौरान सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1360 हो गई है तथा इस महामारी से मुक्त होने वालों की कुल संख्या 716197 तक पहुंच गई है, वहीं मृतकों का आंकड़ा 6639 पर स्थिर रहा।

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प्रमोद सावंत दूसरी बार बने गोवा के मुख्यमंत्री

पणजी ,28 मार्च (आरएनएस)।  प्रमोद सावंत सोमवार को लगातार दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ विश्वजीत राणे समेत आठ विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ.

भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सदानंद शेत तनवड़े ने कहा कि भाजपा के जिन विधायकों को मंत्री बनाया गया है, उनमें सर्वश्री विश्वजीत राणे, मौविन गोडिन्हो, रवि नाइक, सुभाष शिरोडकर, नीलेश कैबराल, रोहन खौंटे, गोविंद गौडे और बाबूस मोनसेरेट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मंत्रालय में तीन अन्य विधायकों को भी एक या दो महीने में शामिल किया जाएगा।

भाजपा के पास 20 विधायक हैं जबकि उसे तीन निर्दलीय और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के दो विधायकों से भी समर्थन प्राप्त है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले, श्री सावंत ने राजभवन में राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई को मंत्रिपरिषद नियुक्त करने का आदेश सौंपा था।

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ई-श्रमिक पोर्टल में छह माह में 27 करोड़ पंजीकरण : यादव

नई दिल्ली ,28 मार्च (आरएनएस)।ई-श्रमिक पोर्टल पर सरकार ने कहा है कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के हितों को महत्व देते हुए ई-पोर्टल तैयार किया गया है जिसमें श्रमिकों को मिलने वाले रोजगार के साथ ही उनको दी जाने वाली सारी सुविधाओं का विवरण दिया गया है।
श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि श्रमिकों को विशेष महत्व देते हुए उनके हित के लिए कई कदम उठाये गये हैं। केंद्र सरकार की तरफ से असगंठित क्षेत्र के मजूदूरों को आत्मनिर्भर योजना के तहत रोजगार दिया जा रहा है और उन्हें किस क्षेत्र में कितना रोजगार मिला है इसका पूरा हिसाब किताब केंद्र सरकार के पास उपलब्ध हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के हित के लिए ई-श्रमिक पोर्टल तैयार किया गया है जिसमें 27 करोड़ श्रमिकों ने पंजीकरण कराया है। सरकार ने यह उपलब्धि महज छह माह में हासिल की है। इस काम में कामन सर्विस सेंटरों से बहुत बड़ा सहयोग मिल रहा है। असंगठित क्षेत्र के लिए मजदूरों के लिए पेंशन, स्वास्थ्य आदि सुविधा के लिए कदम उठाए गये हैं।
उन्होंने कहा कि ई-श्रमिक पोर्टल में सारे देश के श्रमिकों पंजीकरण करना चाहिए। सरकार की तरफ से इसमें पंजीकृत श्रमिकों को दो लाख रुपए का बीमा कवर भी दिया जाता है। सरकार ने ई-पोर्टल बनाकर श्रमिकों को सम्मानित जीवन जीने का अधिकार दिया गया है। इसके तहत न सिर्फ श्रमिकों को मिलने वाले रोजगार के आंकड़े होते हैं बल्कि उनमें से कितने लोगों ने सरकारी सुविधा का लाभ उठाया है,इसका भी पूरा आंकड़ा होता है। इसमें असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का भी विवरण होता है।

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इटावा सफारी में पर्यटकों की आवक बढ़ाने में मदद करेगा ताजमहल

इटावा ,28 मार्च (आरएनएस)। इटावा सफारी में दुनिया के पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र ताजमहल अब चंबल के बीहड़ों में बसे पर्यटकों की आवक बढ़ाने में मदद करेगा। आगरा जोन में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक व ईको टूरिज्म के नोडल अधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार सफारी पार्क को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। ताजमहल देखने आने वाले पर्यटक इटावा सफारी पार्क भी आएं, इसके लिए उन्हें लाने के सारे इंतजाम वन विभाग करेगा।

इटावा सफारी पार्क को विकास और पर्यटक सुविधाओं के लिये जल्द ही यहां के अधिकारियों से चर्चा की जायेगी। उन्होने कहा पिछले कई माह से हम योजना बना रहे हैं। गर्मी शुरू हो रही है, इसलिए पर्यटकों की संख्या कम हो रही है। आगरा से इटावा आने वाले पर्यटकों को रास्ते में रेस्टोरेंट इत्यादि की अच्छी सुविधाएं दी जाएंगी। इटावा सफारी पार्क में सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा। नोडल अधिकारी ने बताया कि 29 मार्च से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानो पर लगी रोक खत्म हो रही है। ऐसे में विदेशी सैलानी की आवक बढऩे के आसार है। इन सैलानियों को यहां पर लाने का प्रयास होगा।

सफारी पार्क के उप निदेशक अरुण कुमार सिंह ने कहा कि आगरा के करीब होने के कारण इटावा सफारी पार्क का महत्व अपने आप में बढ़ा है। सफारी पार्क के प्रति पर्यटकों के आकर्षण में लगातार इजाफा हो रहा है। सफारी पार्क अपने आप में इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एशिया का एकमात्र ब्रीडिंग सेंटर है जिसके जरिए एशियाटिक शेरों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है। फिलहाल इटावा सफारी पार्क में 18 शेर है इनमें से नौ अकेले इस सफारी पार्क में ही पैदा हुए हैं। तीन भालू भी यहां पर है लेकिन आगरा से एक दर्जन के आसपास भालुओं को लाया जाना है।

सफारी की लोकप्रियता मे 25 नंबवर 2019 को शुभारंभ के बाद  खासा इजाफा हो रहा है । सपा सरकार के कार्यकाल में निर्मित इटावा सफारी पार्क का उद्धघाटन एक जून 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था ,लेकिन आम पर्यटकों के लिए 25 नम्वबर 2019 को शुभारंभ किया गया था।

कुख्यात डाकुओं की शरणस्थली के रूप में बदनाम रही चंबल घाटी को पर्यटकों के लिए आबाद करने की मंशा के तहत सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने 2003 में इस प्रोजेक्ट की शुरूआत कराई थी ,लेकिन 2007 में प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने सत्ता में आते ही इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। उसके बाद इटावा को पर्यटन मानचित्र पर लाने की गरज से बीहड़ में लायन सफारी की स्थापना की रूपरेखा शुरू कराई। रूपरेखा का ही नतीजा आज बीहड मे स्थापित सफारी भव्य रूप मे दिखाई दे रहा है।

सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट इटावा सफारी पार्क का निर्माण मई 2012 में शुरू हुआ था। यह करीब 350 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है। इटावा को पर्यटन मानचित्र पर लाने की गरज से बीहड़ में लायन सफारी की स्थापना की रूपरेखा शुरू कराई थी और आज बीहड मे स्थापित सफारी भव्य रूप मे दिखाई दे रहा है।

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उर्दू पत्रकारिता पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया

रांची,27.03.2022 –  उर्दू पत्रकारिता के 200 वर्ष पूरे होने पर द रांची प्रेस क्लब के सभागार में द रांची प्रेस क्लब के द्वारा जश्ने उर्दू पत्रकारिता पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एंव युवा कार्य विभाग मंत्री हफीजुल हसन, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बलबीर दत्त, रांची जिला के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम मौजूद थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता द रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्र कर रहे थे , मंच संचालन सबा इकबाल ने किया, और कार्यक्रम का समापन संबोधन प्रेस क्लब के कार्यकारिणी सदस्य परवेज कुरैशी ने की।

स्वागत भाषण में प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्र ने कहा कि उर्दू अखबार का पौधा कैसे पले, बढ़े और बड़ा हो इस पर हम सभी को सोचने की जरूरत है । जंग ए आजादी से लेकर अब तक उर्दू अखबार को , उर्दू के पत्रकारों को ,उर्दू से जुड़े हुए सभी को जद्दोजहद करते देख रहे हैं। मैं समझता हूं कि जिस तरह से आज का कार्यक्रम आयोजन हुआ और जिस तरह से उर्दू पत्रकार और उर्दू से जुड़े हुए हर वर्ग और समुदाय के लोग , उर्दू से पत्रकारिता से तालुकात रखते हैं , वे इस मौके पर आए हैं , सभी आभार पात्र हैं ।

 

मंत्री हफीजुल हसन 200 वर्ष पूरा होने पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उर्दू एकेडमी का हम गठन करेंगे और अपने ही सरकार में यह होगा, यह मैं घोषणा करता हूं । साथ ही उन्होंने कहा कि उर्दू पढ़ने की ,लिखने की, आदत हम सभी को डालनी होगी । तभी उर्दू महफूज रह सकेगी, उर्दू किसी की जागीर नहीं है ।उन्होंने कहा कि उर्दू हिंदुस्तान की जुबान है , हर हिंदुस्तानी का उर्दू पर हक है ।

विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बलबीर दत्त ने उर्दू के इतिहास और हिन्दुस्तान के बंटवारे पर रनी डाला। उन्होंने कहा कि उर्दू जिस तरह से आगे बढ़ा और जंग ए आजादी में जिस तरह से योगदान रहा है उसको कभी नहीं भुलाया जा सकता है। हम यह कहेंगे कि झारखंड में या अविभाजित बिहार के समय में बहुत कम अखबार हुआ करता था , लेकिन आज दर्जनों से अधिक उर्दू का अखबार निकल रहे है। यही सफलता है ।

ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने कहा कि उर्दू भाषा जो है इसमें सभ्यता,संस्कृति और मिठास है। यह भाषा सभी को जोड़ने का काम करता है और हिंदुस्तान में उर्दू सबसे अधिक बोली जाती है। जिस तरह से आयोजन हुआ है काबिल ए तारीफ है।

प्रो. विनोद कुमार ने उर्दू पत्रकारिता पर अमीर खुसरो को महत्व देते हुए कहा कि मैं समझता हूं कि अमीर खुसरो ने ही उर्दू को बढ़ावा दिया। हिंदुस्तान में जिस तरह से उन्होंने अपने कविताओं में दोहो में उर्दू को शामिल किया गया है, वह काबिले तारीफ है । उर्दू मुसलमान की जुबान नहीं है , यह हम सब भारतीयों का जुवान है ।

सम्मानित होनेवालेः

एच रिजवी,मुजफ्फर हुसैन, एस एम जमशेदपुरी,जफीरुल्लाह सादिक, इम्तियाजुद्दीन, साकीर,मामून रशीद,नवेंदू उमेश,अरशद मधुपुरी, मामून रशीद, तनजीला नाज,नौशाद आलम सहित उर्दू अखबारों को भी मोमेंटो और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

इस मौके पर द रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्र , कोषाध्यक्ष सुशील सिंह मंटू , उपाध्यक्ष पिंटू दुबे, सचिव जावेद अख्तर , संयुक्त सचिव अभिषेक सिन्हा , मैनेजिंग कमिटी सदस्य मानिक बॉस, रूपम ,संजय रंजन ,किसलय सानू , धर्मेंद्र गिरी, परवेज कुरैशी, दीपक जयसवाल, राकेश कुमार ,राज वर्मा, सुनील गुप्ता, सहित वरिष्ठ पत्रकार शफीक अंसारी, डा.शाहनवाज कुरेशी , शारीब खान, मुस्तकीम आलम, गुलाम शाहिद, एहसान ,सबा इकबाल, सरफराज, सहरोज कमर , तंजिला , नसीर अफसर , डॉ असलम परवेज, सरफराज अहमद, समीम, मुजफ्फर हुसैन, इमरान ,आदिल रशीद, जसीम ,इमाम नकवी शामिल थे।

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अखिलेश यादव चुने गए सपा विधायक दल के नेता

लखनऊ ,26 मार्च (आरएनएस)। अखिलेश यादव को  समाजवादी पार्टी (सपा) के  विधानसभा में पार्टी के विधायक दल और विधानमंडल दल का नेता चुना गया है।

यहां स्थित सपा मुख्यालय में शनिवार को हुयी पार्टी विधायक दल की बैठक में अखिलेश को सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से नेता चुन लिया। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने विधायक दल की बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैठक में अखिलेश को सर्वसम्मति से पार्टी के विधानमंडल दल का नेता भी चुना गया। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में सपा के 111 विधायक जीते हैं।

इस प्रकार विधानसभा में दूसरा सबसे बड़ा दल होने के नाते सपा मुख्य विपक्षी पार्टी होगी। ऐसे में अखिलेश का नेता प्रतिपक्ष बनना लगभग तय है। विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश ने आजमगढ़ से लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया था। उत्तम ने बताया कि सपा के वरिष्ठ विधायक अवधेश प्रसाद ने अखिलेश को विधायक दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा और विधायक आलम बदी ने उसका समर्थन किया।

इसके अलावा विधायक लालजी वर्मा ने अखिलेश को विधानमंडल दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा। सपा के चुनाव चिन्ह पर विधायक बने प्रसपा नेता शिवपाल सिंह यादव को बैठक में नहीं बुलाये जाने के बारे में उत्तम ने कहा कि आज केवल सपा के विधायकों को बुलाया गया था। बैठक में सहयोगी दलों के किसी विधायक को नहीं बुलाया गया था।

उन्होंने स्पष्ट किया, सहयोगी दलों के जो विधायक सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव जीते उन्हें और सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक 28 मार्च को बुलायी गयी है, चाहे वे शिवपाल यादव हों, पल्लवी पटेल या ओपी राजभर हों, सब को 28 मार्च को बुलाया जाएगा।

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योगी सरकार ने तीन महीने के लिए बढ़ाई मुफ्त राशन योजना

लखनऊ,26 मार्च (आरएनएस)। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में शनिवार को अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त राशन वितरित करने की योजना की अवधि को तीन महीने के लिये बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यहां लोकभवन में हुयी मंत्रिमंडल की पहली बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गयी।

बैठक के बाद योगी ने संवाददाताओं को बताया कि कोरोना कालखंड में महामारी के दौरान भुखमरी से गरीब जनता को बचाने के लिये केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार ने मुफ्त राशन देने की योजना शुरु की थी। इसकी अवधि 31 मार्च को पूरी हो रही थी।

उन्होंने बताया कि सरकार ने अब इस योजना को जारी रखते हुए इसकी अवधि को जून तक के लिये बढ़ाने का निर्णय किया है। योगी ने कहा कि लाभार्थी परिवार को दाल, रिफांइड तेल और नमक देने की इस योजना से 15 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।

बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं को बताया कि यह सरकार का पहला और सबसे महत्वपूर्ण फैसला है। इसमें उप्र की 15 करोड़ जनता के लिये जिसमें 3270 करोड़ रुपये खर्च करके प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से निशुल्क राशन वितरण किया जा रहा था, उसे आगे भी जारी रखा जायेगा।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा, उत्तर प्रदेश में नवगठित सरकार का पहला निर्णय 15 करोड़ गरीब जनता-जनार्दन को समर्पित है। कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर नागरिक को संबल प्रदान करने के उद्देश्य से अन्न योजना प्रारम्भ की थी। अप्रैल 2020 से आज मार्च 2022 तक देश की 80 करोड़ जनता को इसका सीधा लाभ मिल रहा है। वहीं राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के अतिरिक्त मुफ्त राशन वितरण की योजना संचालित की है।

उन्होंने कहा कि मुफ्त टेस्ट, ट्रीटमेंट और टीका के प्रयास से कोरोना पर काबू पाया गया तो महामारी से उपजने वाली भुखमरी की समस्या के निदान में मुफ्त राशन की योजना बहुत उपयोगी रही है। योगी ने बताया कि अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्ड धारक 15 करोड़ प्रदेशवासी डबल इंजन की सरकार में मुफ्त राशन की डबल डोज प्राप्त कर रहे हैं। इस योजना की अवधि मार्च 2022 में समाप्त हो रही थी, जिस पर विचार करते हुए नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में इसे अगले तीन माह तक बढ़ाये जाने का फैसला किया गया है।

राशन वितरण की पारदर्शी व्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने बताया कि संपूर्ण प्रदेश में राशन की 80 हजार दुकानों पर ई-पॉश मशीनें लगी हैं, इससे सही लाभार्थी तक राशन वितरण का काम संभव हो रहा है। गौरतलब है कि अप्रैल 2020 से केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार अपने संसाधनों से 15 करोड़ गरीब जनता को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। इसके तहत अंत्योदय कार्ड धारकों को राज्य सरकार द्वारा 35 किलोग्राम खाद्यान्न दिया जाता है, जबकि पात्र गृहस्थी को प्रति यूनिट 05 किलोग्राम खाद्यान्न मिल रहा है।

इसके अलावा दिसंबर 2021 से राज्य सरकार खाद्यान्न के साथ-साथ 01 लीटर रिफाइंड तेल, 01 किलो दाल और 01 किलो नमक भी दे रही है। जबकि अंत्योदय श्रेणी के परिवारों को 01 किलो चीनी भी मुहैया कराई जा रही है। कैबिनेट के निर्णय के बाद अब यह योजना जून 2022 तक के लिए बढ़ा दी गई है।

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मुख्यमंत्री ने श्री किचिंगिया के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया

रांची, 26.03.2022 – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन आज हरमू हाउसिंग कॉलोनी (M.I.G.A/1) पहुंचकर पूर्व डीएसपी श्री बर्नाड किचिंगिया के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने श्री किचिंगिया के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया तथा ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति देने की कामना की। मौके पर मुख्यमंत्री ने दिवंगत बर्नाड किचिंगिया के परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें सांत्वना दी।

मौके पर प्रेस-मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि श्री बर्नाड किचिंगिया सरकारी कर्मी होने के साथ-साथ राज्य के प्रति समर्पित भाव रखने वाले व्यक्ति थे। श्री किचिंगिया झारखंड के कोने-कोने में बसने वाले जनमानस की भावनाओं को समझते थे। वे इस राज्य की बड़ी डिक्शनरी थे। झारखंड वासियों के हक-अधिकार की रक्षा के लिए वे हमेशा संघर्षरत रहे। श्री किचिंगिया ने हर वर्ग समुदाय के उत्थान के लिए सदैव प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है।

वे आने वाली पीढ़ी के प्रेरणास्रोत तथा मार्गदर्शक हैं। श्री किचिंगिया का निधन होना राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से वे मेरे अभिभावक रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं स्वयं तथा अपने परिजनों की ओर से उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए शत-शत नमन करता हूं।

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चिनाब नदी पर बन रहे ऊंचे पुल का निर्माण सितंबर तक पूरा होगा

जम्मू ,26 मार्च (आरएनएस)। चिनाब नदी पर जारी दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल का निर्माण इस साल सितंबर में पूरा हो जाएगा। इस बात की जानकारी जम्मू और कशअमीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने दी है। यह पुल कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ेगा।

इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के जल्दी ही दोगुना होने की उम्मीद जताई है। सिन्हा ने कहा कि केंद्र ने क्षेत्र के विकास, समृद्धि और प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए 2019 से जम्मू और कश्मीर के बजट को दोगुना किया है। जम्मू में आयोजित प्रेस मीट को संबोधित करते हुए जम्मू और कश्मीर को आवंटित हुए 1.12 लाख करोड़ रुपये के वार्षिक बजट के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने क्षेत्र के आर्थिक विकास में तेजी आने की बात कही है।उन्होंने कहा, इस साल सितंबर में चिनाव नदीं पर सबसे ऊंचा रेलवे पुल तैयार हो जाएगा और कन्याकुमारी से जुड़ जाएगा… अगस्त 2019 से क्षेत्र के विकास की रफ्तार दोगुनी हो गई है। उन्होंने बताया कि जम्मू और कश्मीर को आवंटित हुआ बजट को बगैर किसी भेदभाव के 1.30 करोड़ लोगों पर खर्तच किया जाएगा।

उन्होंने कहा, यह बजट लोगों की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करेगा।यह पुल 1.315 किमी लंबा होगा और नदी जल स्तर से 359 मीटर ऊंचा होगा। खास बात है कि इसकी लंबाई पेरिस में स्थित एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ज्यादा होगी। इसके निर्माण में 28 हजार 660 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है।

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तेल की कीमतों में रूस-यूक्रेन युद्ध से हुआ इजाफा : गडकरी

नई दिल्ली ,26 मार्च (आरएनएस)। तेल की कीमतों में पिछले चार दिनों में तीन बार की गई बढ़ोतरी को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सही ठहराते हुए कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थिति भारत सरकार के नियंत्रण से बाहर है।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने यहां एबीपी नेटवर्क के सम्मेलन आइडियाज ऑफ इंडिया में न्यू इंडिया, न्यू मेनिफेस्टो-सबका साथ, सबका विकास सत्र में यह भी कहा कि, कभी-कभी हिंदुत्व को गलत तरीके से पेश किया जाता है। जब उनसे पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, भारत में 80 प्रतिशत तेल आयात किया जाता है।

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं और हम इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं। मंत्री ने कहा कि हम 2004 से भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रहे हैं, जिसके साथ हमें स्वदेशी ऊर्जा उत्पादन क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अपना खुद का ईंधन बनाने की जरूरत है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में शनिवार को भी 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, जो पांच दिनों में चौथी वृद्धि है। यह कहते हुए कि उच्चतम न्यायालय ने हिंदुत्व को जीवन का एक तरीका बताया है, गडकरी ने कहा कि धर्म और समुदाय एक-दूसरे से अलग हैं।

उन्होंने कहा, तो कभी-कभी, हिंदुत्व की व्याख्या ईसाई विरोधी और मुस्लिम विरोधी के रूप में की जाती है। पिछले सात वर्षों में केंद्र सरकार की कोई भी योजना किसी के साथ भेदभावपूर्ण वाली नहीं रही है। हमारी योजनाओं में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं था।

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बैंक निजीकरण व नई पेंशन नीति के विरोध में चार दिन बंद रहेंगे

कानपुर ,25 मार्च (आरएनएस)। बैंक निजीकरण और नई पेंशन नीति का विरोध कर रहे बैंक चार दिन बंद रहेंगे। इसमें दो दिन शनिवार और रविवार की छुट्टी रहेगी और इसके बाद सोमवार व मंगलवार को बैंकों में हड़ताल रहेगी। हालांकि इस दौरान स्टेट बैंक की शाखाओं में काम होता रहेगा। इसके साथ ही इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखाएं भी खुली रहेंगी।

निजीकरण का बैंक कर्मचारी पहले से विरोध कर रहे हैं। अब राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होने के बाद बैंक कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन की भी मांग की है। बैंक कर्मचारी आउटसोर्सिंग बंदकर कर्मचारियों को नियमित करने की मांग तो कर ही रहे हैं। इसके साथ ही ग्राहकों से अतिरिक्त शुल्क न लेने की बात भी उन्होंने उठाई हैं। इन्हीं मांगों को लेकर 28 व 29 मार्च को बैंकों में हड़ताल रखी जा रही है।

यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के मंत्री रजनीश गुप्ता के मुताबिक इस हड़ताल में स्टेट बैंक की यूनियन शामिल नहीं है। इसलिए स्टेट बैंक की शाखाएं खुली रहेंगी। इसके साथ ही इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखाओं में भी अन्य यूनियन हैं जिसकी वजह से उसकी शाखाएं खुली रहेंगी। इनके अलावा अन्य बैंकों की शाखाएं बंद रहेंगी। शहर में पांच सौ करीब बैंक शाखाएं हैं जिनमें से करीब चार सौ शाखाओं में कार्य प्रभावित होगा।

चौथे शनिवार और रविवार की बंदी के बाद सोमवार व मंगलवार हड़ताल का बैंकों पर प्रभाव पड़ेगा। हालांकि बैंक अधिकारी इस प्रयास में हैं कि हड़ताल में जो कर्मचारी यूनियन शामिल नहीं हैं, उनके सदस्यों के जरिए शाखाओं में कार्य कराया जा सके।

हालांकि यह बहुत ही मुश्किल है क्योंकि उनकी संख्या बहुत ही कम है और बैंक शाखा को संचालित करने लायक संख्या ज्यादातर शाखाओं में नहीं है।

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योगी ने दूसरी बार सीएम पद का शपथ लेकर पूरे देश मे रचा इतिहास

योगी मंत्रिमंडल मे महिलाओं को विशेष तरजीह

पुराने चेहरों के साथ ही नये विधायक मंत्री बनाये गये

लखनऊ ,25 मार्च (आरएनएस)। योगी आदित्यनाथ ने तीन दशकों के बाद लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर योगी आदित्यनाथ ने इतिहास रचने मे कामयाब रहे। उनके ताजपोशी का गवाह शुक्रवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 50 हजार से अधिक मेहमान बनें।

शपथ ग्रहण समारोह कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में 25 मार्च को शाम चार बजे से शुरू हुआ। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए भाजपा और प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी। कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कई केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।

राजधानी समेत प्रदेश के जिले भी सजाए-संवारे गये-

राजधानी लखनऊ को इस खास मौके के लिये विशेष रूप से सजाया संवारा गया है। प्रदेश के जिले भी इस मिशन मे पीछे नही रहे। तिरंगे की रोशनी से सजे चौक चौराहे, दुकानों पर भगवा रंग से लहराते झंडे, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के बड़े बड़े कटआउट, फूलों से सजे मंदिर भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार की तस्कीद करते दिखाई दे रहे हैं।

इसके अलावा अयोध्?या, वाराणसी, मथुरा समेत अन्य जिलों में भी यही नजारा दिख रहा है। लखनऊ के सभी मंदिरों में शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। वहीं व्?यापार मंडल ने भी शपथ के बाद मिष्ठान वितरण का दयित्व निभाया।

1985 में कांग्रेस ने कर दिखाया था यह कारनामा-

सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले 1985 में कांग्रेस ने यह कारनामा कर दिखाया था जब 1980 के बाद प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार दोबारा आई थी। योगी आदित्यनाथ के अलावा कई अन्य नवनिर्वाचित विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे।

योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की प्रबल संभावना है जबकि पहले कार्यकाल में मंत्री रहे कुछ नेताओं को पार्टी संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है हालांकि इसकी तस्वीर कल शपथग्रहण समारोह के बाद साफ हो सकेगी।

शपथ ग्रहण समारोह में इन्हें किया गया था आमंत्रित-

प्रदेश के पूर्व राज्यपाल रामनाईक, भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) की अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष के अलावा मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को न्योता भेजा गया है।

इसके अलावा 11 राज्यों के मुख्यमंत्री और पांच राज्यों के उपमुख्यमंत्री इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिये आयोजन स्थल पर मौजूद रहें।

इनमे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरियाणा के सीएम मोहन लाल खट्टर, अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मणिपुर के मुख्यमंत्री एम बिरेन सिंह, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, त्रिपुरा के सीएम बप्लिव कुमार देब, गोवा के मुख्यमंत्री डा प्रमोद सांवत,

असम के सीएम हम्मित बस्विा शर्मा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल शामिल हैं। इसके अलावा बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद एवं रेणु देवी समेत अरूणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और नगालैंड के उप मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल की शोभा बढायेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में टाटा ग्रुप के एन चन्द्रशेकरन, अम्बानी ग्रुप के मुकेश अम्बानी, आदित्य बिरला ग्रुप के कुमार मंगलम बिरला, अडानी ग्रुप के गौतम अडानी, मह्द्रिरा ग्रुप के आन्नद महिंद्रा जैसे बड़े उद्योगपति के अलावा कश्मीर फाइल्स की पूरी टीम के साथ बालीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, कंगना राणावत समेत कई जानेमाने चेहरे भी शपथ ग्रहण समारोह में आकर्षण का केन्द्र बनें।

आकर्षण का केन्द्र बना कार्यक्रम स्थल-

स्टेडियम के मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों तरफ 200-200 मीटर का क्षेत्र नरेंद्र मोदी, जेपी नड्ढा, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ की होर्डिंग्स से पट गया है। अमौसी एयरपोर्ट से स्टेडियम तक 150 वर्टिकल गार्डन व स्टेडियम के आसपास चार हजार गमलों की व्यवस्था की गई है। मुख्य प्रवेश द्वार के बाएं तरफ मोदी की एक साथ मीन होर्डिंग्स को लगाया गया है।

पहली होर्डिंग्स में मोदी ग्रे कलर की सदरी, दूसरी में बंद गले के सूट एवं तीसरी में भगवा कुर्ता पहने शपथ ग्रहण समारोह में आने वाले लोगों की अभिवादन की मुद्रा में थे।

शपथ को लेकर सोशल मीडिया पर मोदी योगी के साथ कई आर्कषक हैशटैग चल रहे हैं। जिसमें आ गए महाराज जी छा गए महाराज जी, यूपी में फिर से भाजपा सरकार, योगी मय हुआ यूपी, योगी ही उपयोगी, जय भाजपा आ गई भाजपा जैसे हेशटैग वहीं योगी जी आए हैं, जो राम को लाए हैं, बाबा का बुलडोजर जैसे गीत लोगों में और भी उत्?साह भर रहे हैं।

योगी मंत्रिमंडल मे महिलाओं को विशेष तरजीह दिया गया है। इसके अलावा कई पुराने चेहरों के साथ ही नये विधायक मंत्री बनाये गये है।
योगी मंत्रिमंडल में इन विधायकों को बनाया गया राज्यमंत्री-

मयंकेश्वर सिंह,दिनेश खटीक, संजीव गोंड, बलदेव सिंह ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, के पी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान वाल्मीकि, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर गुरु, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी, विजय लक्ष्मी गौतम।

योगी सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

नितिन अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), कपिल देव अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), रवींद्र जायसवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), संदीप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), गुलाब देवी -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), गिरीश चंद्र यादव -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), धर्मवीर प्रजापति -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), असीम अरुण -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), जेपीएस राठौर -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), दयाशंकर सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), नरेंद्र कश्यप -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), दिनेश प्रताप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), अरुण कुमार सक्सेना -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), दयाशंकर मिश्र दयालु-राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)।

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योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार ली सीएम पद की शपथ

नई दिल्ली ,25 मार्च (आरएनएस)। योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. पूर्ण बहुमत से जीतने पर भी सरकार के गठन में दो हफ्ते का समय लगा और मंत्रियों के नामों को देखकर यह बात साफ हो गई कि आखिर इसमें इतनी देर क्यों हो रही थी.

लखनऊ के इकाना स्टेडियम, जिसका नाम अब अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम हो गया है, में गुरुवार को योगी आदित्यनाथ ने दो उप मुख्यमंत्रियों समेत 52 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. दस मार्च को चुनाव परिणाम आने के बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार योगी आदित्यनाथ की सरकार में दो डिप्टी सीएम होंगे या नहीं और होंगे तो कौन होंगे?

इन सब कयासों पर से आज पर्दा उठ गया. केशव प्रसाद मौर्य को विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाया गया जबकि पिछले उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा को हटाकर उनकी जगह ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है. ब्रजेश पाठक लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं और पिछली योगी सरकार में कानून मंत्री रहे हैं.

सहयोगी दलों को भी कैबिनेट में जगह योगी मंत्रिमंडल में पीएमओ में कार्यरत रहे पूर्व आइएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को भी जगह दी गई है जबकि बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल एस के विधायक आशीष पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तराखंड के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाली बेबी रानी मौर्य को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.

पिछली बार उप मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर दिनेश शर्मा के साथ ही श्रीकांत शर्मा, सतीश महाना, रमापति शास्त्री, जयप्रताप सिंह, सिद्धार्थनाथ सिंह और आशुतोष टंडन जैसे कई हाईप्रोफाइल नेताओं को इस बार योगी कैबिनेट में जगह नहीं मिल सकी है. सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम पिछली योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा का है जो मथुरा से लगातार दूसरी बार एक लाख से भी ज्यादा मतों से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.

पांच साल सत्ता में रहने के बाद भी कैसे जीत गई बीजेपी योगी सरकार में फिलहाल 18 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और बीस राज्यमंत्री बनाए गए हैं. मंत्रिपरिषद में जातीय समीकरणों को खास तवज्जो दी गई है और मंत्रियों के नाम देखकर यह भी साफ पता चल रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा इसमें केंद्रीय नेतृत्व की पसंद को भी खासा महत्व मिला है.

केंद्रीय नेतृत्व की पसंद का भी ध्यान विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया जाना और अरविंद कुमार शर्मा को कैबिनेट में शामिल करना इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं. अरविंद कुमार शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खास पसंद होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ ने पिछली बार उन्हें अपनी कैबिनेट में जगह नहीं दी, यहां तक कि राज्यमंत्री भी नहीं बनाया था.

इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के पीछे यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर एक बार फिर उन्हें कैबिनेट में शामिल करने का दबाव था जिसे वो इनकार नहीं कर सके.

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योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी से उल्लासित है मथुरापुरी

मथुरा ,25 मार्च (आरएनएस)। योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने की खुशियां मथुरापुरी में भी खूब मनाई जा रही हैं। लोग एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। बधाई संदेश भेज रहे हैं। मंदिरों में पूजा अर्चना के कार्यक्रम भी चल रहे हैं। हर ओर उत्साह और उल्लास का वातावरण बना हुआ है।

पुण्य तीर्थ विश्राम पर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने से पूर्व विश्व मंगल की कामना के साथ विभिन्न हिंदू संगठनों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने दुग्धाभिषेक किया। यमुना पूजन किया और मिठाई बांटी।

राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित भाजपा सरकार को जनता द्वारा पुन: पूर्ण बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में स्थापित करने की खुशी में एवं राष्ट्र ऋषि के रूप में ख्याति प्राप्त गौरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री के रूप में लगातार दोवारा शपथग्रहण करने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को मथुरापुरी बृजमंडल के पुण्य तीर्थ विश्राम घाट पर विभिन्न हिंदू संगठनों के वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने मां श्री यमुना महारानी जी का दुग्धाभिषेक कर पूर्ण वैदिक परम्परा के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य पूजन करते हुए। विश्व मंगल की कामना एवं राष्ट्र समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए यमुना महारानी व गिरिराज महाराज योगी आदित्यनाथ को शक्ति प्रदान करें ऐसी कामना की। शुक्रवार को जनमानस में पुण्य तीर्थ पर अपार उत्साह दिखाई दिया। सनातन धर्म के जय घोषों एवं जय श्री राम के जयकारों सेे पुण्य तीर्थ यमुना तट विश्राम घाट गुंजायमान हो उठा।

इस अवसर पर श्री दीर्घ विष्णु मंदिर के महंत कान्तानाथ चतुर्वेदी, संस्कृत भारती के महानगर संयोजक विभाग संयोजक आचार्य ब्रजेन्द्र नागर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर सह कार्यवाह विजय बंटा, वरिष्ठ भाजपा नेता डा.डी एन.गौतम, कार्यक्रम संयोजक पार्षद रामदास चतुर्वेदी, भाजपा नेता, योगेंद्र नाथ चतुर्वेदी, योगेश उपाध्याय आवा, पार्षद मीरा मित्तल, रामकृष्ण चतुर्वेदी एडवोकेट, दीपेन्द्र चतुर्वेदी, अजय गोयल, मुरलीधर चतुर्वेदी, विष्णु दास अग्रवाल, शरद दत्त चतुर्वेदी, राधेश्याम चतुर्वेदी, आचार्य देवदत्त, सुनील चतुर्वेदी, हरस्वरुप यादव, हरीश अग्रवाल, अशोक गुप्ता, अखिलेश गौतम, सचिन अग्रवाल, सरदार राजेंद्र सिंह होरा, अमित चैबे, कृष्णा चतुर्वेदी, विनोद तिवारी,रसिक बिहारी, ईश्वर चंद्र भारद्वाज, राधावल्लभ शास्त्री, बृजेन्द्र नाथ चतुर्वेदी श्यामू, संजीव चतुर्वेदी, अनुराग चतुर्वेदी, मनीष चतुर्वेदी, सौनू पंडित, अभिषेक चतुर्वेदी आदि भारी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने मिष्ठान वितरण किया।

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 भगत सिंह ने इस भारत की कल्पना नहीं की थी : कांग्रेस

नईदिल्ली,23 मार्च (आरएनएस)। भगत सिंह को शहीद दिवस के मौके पर कांग्रेस ने उन्हें याद कहा उन्होंने आज के भारत की ऐसी कल्पना नहीं की थी कि अंधभक्ति और धार्मिक उन्माद ही सर्वोपरि हो।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें याद कर ट्वीट कर कहा, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु वो विचार हैं, जो सदा अमर रहेंगे। जब-जब अन्याय के खिलाफ कोई आवाज उठेगी, उस आवाज में इन शहीदों का अक्स होगा। जिस दिल में देश के लिए मर-मिटने का जज्बा होगा, उस दिल में इन तीन वीरों का नाम होगा।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, शहीद भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव की शहादत एक ऐसी व्यवस्था के सपने के लिए थी। जो बंटवारे नहीं, बराबरी पर आधारित हो

जिसमें सत्ता के अहंकार को नहीं, नागरिकों के अधिकार को तरजीह मिले व सब मिलजुलकर देश के भविष्य का निर्माण करें आइए साथ मिलकर इन विचारों को मजबूत करें।
वहीं कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने ब्लॉग में लिखा कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु को समर्पित –

भगत सिंह ने अपने अंतिम संदेश में कहा था, भारत में संघर्ष तब तक चलता रहेगा जब तक मु_ी भर शोषक अपने लाभ के लिए आम जनता के श्रम का शोषण करते रहेंगे। इसका कोई खास महत्व नहीं कि शोषक अंग्रेज पूंजीपति हैं या अंग्रेज और भारतीयों का गठबंधन है या पूरी तरह भारतीय हैं।

भगतसिंह एक विचार था जो शोषण, भेदभाव तथा मानसिक गुलामी के खिलाफ था। उनके जहन में एक ऐसी व्यवस्था की स्थापना का स्वप्न था जहां एक व्यक्ति दुसरे का शोषण न कर पाए। जहां वैचारिक स्वतंत्रता हो तथा मानसिक गुलामी का कोई स्थान न हो। इंसान को इंसान समझा जाए। भेदभाव का कोई स्थान न हो। जहां इंसान को सामाजिक सुरक्षा की गारंटी हो।

उन्होंने ब्लॉग में लिखा, यह हमारा दुर्भाग्य है कि हमने आज भगतसिंह को मात्र एक ब्रांड बना दिया है तथा उनकी सोच को नकार दिया है। अगर ऐसा नहीं होता तो वैचारिक भिन्नता देशद्रोह नहीं होती, किसानों-मजदूरों को पूंजीपतियों के हवाले करने की साजिश नहीं रची जाती। धार्मिक विचार चुनाव का मुद्दा न होता। मात्र जाति जीत का आधार न होती। नेता चुनते हुए हम उसकी नीति व काबलियत देखते, न कि उसकी जाति और धर्म। अपनी जात बता लोगों की वोट माँगने की किसी नेता कीं हिम्मत न होती, न ही पार्टी की।

भगत सिंह के भारत में यह कल्पना नहीं की जा सकती कि महँगाई, बेरोजगारी, शोषण, असमानता, भेदभाव चाहे कितनी भी बढ़े; असुरक्षा और नफरत के काले बादल चाहे कितने भी गहरा जाएँ; संसद और संस्थाएँ चाहें पंगु हो जाएँ; सविंधान चाहे धीरे धीरे एक जीवंत वस्तु की बजाय एक किताब बन जाए; अंधभक्ति और धार्मिक उन्माद ही सर्वोपरि हो।

यह बड़े अफसोस का विषय है कि जिस भगतसिंह ने भेदभाव व धर्म-जात के बँटवारे के खिलाफ एक क्रांति का आह्वान किया था, उसी भेदभाव आधारित व्यवस्था को मजबूत करने वाले नेता अपने को भगतसिंह की विचारधारा का असली वारिस घोषित करके जनता को बरगला रहे हैं।

पश्चिम बंगाल हिंसा : नादिया में तृणमूल नेता को गोलियों से भूना

कोलकाता ,24 मार्च (आरएनएस)। पश्चिम बंगाल हिंसा का दौर बढ़ता ही जा रहा है। अब बीरभूम जिले में हुई 10 लोगों की हत्या का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा है और अब नादिया में एक टीएमसी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना बीती देर रात हुई। मृतक का नाम सहदेव मंडल बताया गया है। वह नादिया जिले में टीएमसी के स्थानीय कार्यकर्ता थे। सहदेव की पत्नी अनीमा मंडल बगुला की पंचायत सदस्य है। उधर, हुगली के तारकेश्वर में तृणमूल कांग्रेस की महिला पार्षद को कार से रौंदने की कोशिश की गई।

नादिया में सहदेव मंडल बीती रात लहूलुहान अवस्था में सड़क पर पड़े मिले। लोगों ने उन्हें बगुला के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। हालत बिगडऩे पर उन्हें कृष्णानगर अस्पताल ले जाया गया, जहां ने दम तोड़ दिया। तारकेश्वर में महिला पार्षद रूपा सरकार को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पश्चिम बंगाल में पिछले महीने नगर निकायों के चुनाव हुए थे। इसके बाद से लगातार राजनीतिक हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।

बीरभूम में भी हिंसा की शुरुआत टीएमसी के एक पंचायत नेता की हत्या से ही हुई थी। इसलिए आशंका जताई जा रही है कि बीरभूम के रामपुरहाट जैसी हिंसा कहीं नादिया में न हो जाए। रामपुरहाट में भादू शेख की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद 21 मार्च को पूरे जिले में हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में 10 लोगों को जिंदा जला दिया गया है। इनके घरों को आग लगा दी गई थी। बड़ी संख्या में लोग घायल भी हैं।

बीरभूम हिंसा के मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। वहां बुधवार को मामले की सुनवाई हुई। उधर सीएम ममता बनर्जी ने इस हिंसा को लेकर घिरने पर यूपी, राजस्थान, मप्र जैसे राज्यों में भी ऐसी हिंसा होने की आड़ लेकर बचने की कोशिश की।

बंगाल सरकार ने बीरभूम हिंसा की जांच के लिए विशेष जांच दल बनाया है। इसका प्रमुख एडीजी सीआईडी ज्ञानवंत सिंह को बनाया गया है। बीरभूम हिंसा मामले में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

रामपुरहाट हिंसा मामले पर कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश खंडपीठ ने गुरुवार दोपहर 2 बजे तक राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। हाई कोर्ट ने जिला जज की मौजूदगी में सीसीटीवी कैमरे लगाने और घटनास्थल की चौबीसों घंटे निगरानी करने का भी निर्देश दिया है।

हाई कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि सीएफएसएल दिल्ली टीम को मौके से तुरंत जांच के लिए साक्ष्य एकत्र करे।

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श्रीलंका की नौसेना ने 16 भारतीय मछुआरों को किया गिरफ्तार

रामेश्वरम ,24 मार्च (आरएनएस)। श्रीलंका की नौसेना ने अपनी समुद्री सीमा के कथित उल्लंघन के आरोप में बृहस्पतिवार को 16 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सभी मछुआरे तमिलनाडु के रहने वाले हैं।

तमिलनाडु के मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मछुआरों की यह गिरफ्तारियां दो अलग-अलग घटनाओं में हुई हैं। इसके अलावा श्रीलंकाई नौसेना ने मछुआरों की दो मशीनीकृत नौकाओं को भी जब्त कर लिया है।

अधिकारियों ने कहा कि 12 मछुआरों को कच्चातीवू के पास मछली पकड़ते समय गिरफ्तार किया गया जबकि बाकी मछुआरों को मन्नार की खाड़ी से पकड़ा गया। गौरतलब है कि श्रीलंकाई नौसेना ने फरवरी में अलग-अलग घटनाओं में तमिलनाडु के कई मछुआरों को गिरफ्तार किया था।

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यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडियेट की परीक्षायें शुरू

लखनऊ ,24 मार्च (आरएनएस)। (यूपी बोर्ड) उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुये कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच गुरूवार को शुरू हो गयी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि परीक्षा दो पालियों में यानी सुबह आठ बजे से 11.15 बजे और दोपहर दो बजे से सवा पांच बजे के बीच करायी जा रही है। इस साल हाईस्कूल की परीक्षा में 27 लाख 81 हजार 654 और इंटरमीडिएट में 24 लाख 11 हजार 35 परीक्षार्थी पंजीकृत हुये है। इस प्रकार कुल मिलाकर 51 लाख 90 हजार से अधिक परीक्षार्थी इस साल परीक्षा में शामिल हो रहे है। परीक्षाएं 12 अप्रैल तक चलेंगी। हाईस्कूल की परीक्षा 12 कार्यदिवसों में संपन्न होगी जबकि इंटरमीडियेट की परीक्षा के लिये यह मियाद 15 कार्यदिवस की होगी। वर्ष 2021 में कोविड संक्रमण के कारण बोर्ड की परीक्षाएं नहीं कराई गई थी, सभी परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया था।
उन्होने बताया कि नकलविहीन परीक्षा के लिये सभी जरूरी इंतजाम किये गये है। परीक्षा केन्द्रों पर हर कमरे में सीसीटीवी कैमरा और वायस रिकार्डर लगाये जाने का प्राविधान किया गया है। सभी जिला मुख्यालयों में नियंत्रण कक्ष बनाये गये है जो राज्य मुख्यालय के संपर्क में रहेंगे। इसके अलावा सचल दस्ते परीक्षा केन्द्रों पर भ्रमण करते रहेंगे। नकल माफियाओं पर निगाहबानी करने के लिये पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स सक्रिय है वहीं नकल कराने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत भी कार्रवाई की जा सकती है।

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सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में कोई सीट खाली नहीं : मंत्री

नई दिल्ली ,24 मार्च (आरएनएस)। संसद में बताया गया कि देशभर के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में एक भी सीट खाली नहीं है। कर्नाटक से भाजपा के राज्यसभा सदस्य के.सी. राममूर्ति ने रिक्त सीटों की संख्या पर शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने कहा कि वर्ष 2019-20 से 2021-22 तक सरकारी इंजीनियरिंग संस्थानों में स्वीकृत सीटों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।

उन्होंने कहा, एआईसीटीई ने नेशनल एजुकेशनल एलायंस फॉर टेक्नोलॉजी (एनईएटी) नाम से एक पोर्टल शुरू किया है, जिसका उद्देश्य युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाने के लिए शिक्षा प्रौद्योगिकी में सर्वश्रेष्ठ तकनीकी समाधान लाना है। ये समाधान बेहतर सीखने के परिणामों और कौशल विकास के लिए व्यक्तिगत और अनुकूलित सीखने के अनुभवों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने को प्रेरित करते हैं।

सरकार ने यह भी कहा कि सरकार देश के सभी कोनों में समानता, गुणवत्ता, सामथ्र्य और पहुंच के साथ शिक्षा प्रदान करने में सक्षम है।
एक पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रेरित लॉकडाउन के बावजूद देश में इंजीनियरिंग के छात्रों के प्लेसमेंट में कमी नहीं आई है।

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गुंडों का सहारा लेकर लोकतंत्र खत्म कर रही है भाजपा : अखिलेश

डा. लोहिया जयंती पर गोमतीनगर लोहिया पार्क पहुंच अखिलेश ने किया माल्यार्पण
लखनऊ ,23 मार्च (आरएनएस)। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी गुंडागर्दी और गुंडों का सहारा लेकर लोकतंत्र को खत्म कर रही है। विधान परिषद चुनाव में अपने बहुमत के लिए भाजपा गुंडई पर उतर आई है। पंचायत चुनाव में बीजेपी ने लखीमपुर में इसी तरह का कार्य किया था, लोकतंत्र का चीरहरण किया और अब विधान परिषद के चुनाव में एटा गुण्डई करके लोकतंत्र की हत्या की गयी।
श्री यादव ने कहा कि डीएम और एसपी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भाजपा कि नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिले हुए हैं, तभी एटा में मारपीट और छीना झपटी की घटना हुई। समाजवादी चिंतक डॉ राम मनोहर लोहिया की जयंती के अवसर पर यहां लोहिया पार्क में आयोजित कार्यक्रम में माल्यार्पण के बाद मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को संघर्ष का जनादेश मिला है। समाजवादी पार्टी जनता के मुद्दों और समस्याओं को लेकर सदन से सडक़ तक संघर्ष करेगी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। सरकार की गलत नीतियों से महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। सरकार कहती है कि डीजल और पेट्रोल पर उसका नियंत्रण नहीं है, तो चुनाव के समय दाम क्यों नहीं बढ़ते हैं। चुनाव खत्म होने के बाद कंपनियां मुनाफ ा क्यों कमा रही हैं। डीजल, पेट्रोल से होने वाला मुनाफ ा बड़े-बड़े उद्योगपतियों की जेब में जा रहा है। योगी सरकार के शपथ ग्रहण को लेकर श्री यादव ने कहा कि यह कोई नई सरकार नहीं है, यह कंटिन्यूटी की सरकार है। युवाओं के नौकरी, रोजगार के लिए काम होना चाहिए। आज बड़े पैमाने पर असमानता है। गैर बराबरी बढ़ी है। कुछ लोग अमीर होते जा रहे हैं और वहीं गरीब को जीवन यापन के लिए सरकारी अनाज पर निर्भर होना पड़ रहा है। नौजवान निराश है। जब तक अर्थव्यवस्था नहीं बदलेगी, नौजवानों को नौकरी नहीं मिलेगी। युवा पिछले तीन-चार साल से नौकरी का इंतजार कर रहा है। श्री यादव ने कहा कि डॉ राम मनोहर लोहिया ने जो सिद्धांत और जो रास्ता दिखाया था समाजवादी पार्टी होनी सिद्धांतों पर चलते हुए समाज और देश के लिए काम कर रही है। आजादी की इतने सालों बाद भी बड़ी संख्या में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को उनका हक और सम्मान नहीं मिला है। डॉ राम मनोहर लोहिया के जन्मदिन पर सपा संकल्प लेती है कि पार्टी ऐसे सभी वर्गों को उनका हक सम्मान और अधिकार की लड़ाई लड़ती रहेगी।

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सरकारी स्कूलों में नया ड्रेस कोड लागू

कोलकाता ,21 मार्च (आरएनएस)। पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में यूनिफोर्म को लेकर बड़ा बदलाव किया है। जानकारी के मुताबिक बंगाल में सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के स्टूडेंट्स की ड्रेस नीले और सफेद रंग की होगी। नए ड्रेस कोड में बंगाल सरकार का बिस्वा बांग्ला लोगो भी होगा। इसका डिजाइन खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था।

राज्य के एमएसएमई विभाग की ओर से नई यूनिफॉर्म की आपूर्ति की जाएगी। प्री-प्राइमरी से कक्षा 8 तक के लड़कों के लिए सफेद शर्ट और नेवी ब्लू पैंट और लड़कियों के लिए नेवी ब्लू फ्रॉक और सलवार कमीज के साथ सफेद शर्ट ड्रेस कोड तय किया गया है।
इसके साथ ही हर ड्रेस की जेब पर बिस्वा बांग्ला का लोगो लगा होगा। यहां तक कि राज्य सरकार की ओर से छात्रों को दिए जा रहे स्कूल बैग पर भी बिस्वा बांग्ला का लोगो होगा।

सरकारी आदेश में कहा गया है कि प्री-प्राइमरी से कक्षा 8 तक के लड़कों को 1 हाफ पैंट और 1 फुल शर्ट मिलेगी। प्री-प्राइमरी से दूसरी कक्षा तक की लड़कियों को शर्ट और ट्यूनिक फ्रॉक के दो सेट मिलेंगे। कक्षा तीन से 5वीं तक शर्ट और स्कर्ट के दो सेट दिए जाएंगे। जबकि कक्षा 6 से 8वीं तक सलवार और कमीज के दुपट्टे के दो सेट दिए जाएंगे।

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