बच्चों को रोजाना कुछ मिनट करवाएं स्विमिंग,मिलेंगे अनगिनत लाभ

13.04.2022 – बच्चों को रोजाना कुछ मिनट करवाएं स्विमिंग,मिलेंगे अनगिनत लाभ. स्विमिंग एक बेहतरीन एरोबिक एक्सरसाइज है, जिससे बच्चों के पूरे शरीर का एक साथ व्यायाम हो सकता है। अच्छी बात तो यह है कि गर्मियां बच्चों को स्विमिंग सिखाने का सबसे अच्छा समय है क्योंकि पानी आपके बच्चे को गर्मी से कुछ राहत देगा। वहीं, पानी में खेलते-खेलते उन्हें कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। आइए जानते हैं कि स्विमिंग करने से बच्चों को क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।

अगर आप अपने बच्चों को स्विमिंग सिखाते हैं तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। स्विमिंग से न सिर्फ बच्चे पानी में खुद को नियंत्रित करना सीख जाते हैं बल्कि अज्ञात चीजों का डर भी उनके मन से धीरे-धीरे दूर होने लगता है। इसलिए अपने बच्चों को रोजाना कुछ मिनट स्विमिंग जरूर करवाएं और बेहतर होगा कि आप इसके लिए एक अनुभवी ट्रेनर रखें ताकि आपके बच्चे सुरक्षित और सुरक्षित तरीके से स्विमिंग सीख जाएं।

स्क्रीन से दूर करने में है कारगरअगर आज के बच्चों की बात करें तो उनका बचपन सिर्फ आधुनिक गैजेट्स तक ही सिमट कर रह गया है, जिसका नकारात्मक प्रभाव सीधा उनकी सेहत पर पड़ता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करवाना चाहते हैं तो भी इसके लिए स्विमिंग को चुन सकते हैं। दरअसल, बच्चों को स्विमिंग क्लास में ले जाने से उन्हें स्क्रीन टाइम से एक अच्छा ब्रेक मिलेगा और उनकी आंखों को थोड़ा आराम देगा। बच्चों को रचनात्मक और सामाजिक बनाने में मिलती है मददस्विमिंग की मदद से बच्चों को रचनात्मक और सामाजिक बनाने में भी काफी मदद मिल सकती है।

दरअसल, स्विमिंग में कई तरह की टेक्निक होती हैं। उदाहरण के लिए फ्रीस्टाइल स्विमिंग करने से बच्चों को कल्पनाशील बनाने में मदद मिलती है। वहीं, स्विमिंग से बच्चे अधिक सामाजिक भी हो सकते हैं क्योंकि इसके हर एक सत्र में कई अन्य बच्चे शामिल होते हैं और वे आपस बातचीत कर सकते हैं और नए दोस्त बना सकते हैं। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी है बेहतरस्विमिंग करने से बच्चों के शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है, जिससे उनके शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

स्विमिंग करने से बच्चों का मूड भी अच्छा रहता है क्योंकि इससे मूड को ठीक करने वाला होर्मोन एडर्निल शरीर के द्वारा अच्छे से रिलीज होते हैं, जिससे बच्चे हमेशा खुश, तनाव और चिंता से मुक्त रह पाते हैं। इसलिए नियमित तौर पर बच्चों को रोजाना कुछ मिनट स्विमिंग जरूर करवाएं। (एजेंसी)

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सीरीज लंदन फाइल्स में दिखेंगे अर्जुन रामपाल और पूरब कोहली

13.04.2022 -सीरीज लंदन फाइल्स में दिखेंगे अर्जुन रामपाल और पूरब कोहली.  भले ही थिएटर में रौनक वापस आ गई हो, लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म के प्रति दर्शकों में दीवानगी कम नहीं हुई है। अब जानकारी सामने आ रही है कि अभिनेता अर्जुन रामपाल वेब सीरीज लंदन फाइल्स में नजर आएंगे। इस सीरीज में उनके साथ अभिनेता पूरब कोहली भी दिखेंगे। यह एक इन्वेस्टिगेटिव थ्रिलर सीरीज है। अर्जुन ने सोशल मीडिया पर इस प्रोजेक्ट का ऐलान किया है। सीरीज के निर्देशन की कमान सचिन पाठक ने संभाली है।

अभिनेता अर्जुन ने अपने ट्विटर हैंडल पर सीरीज का एक टीजर शेयर किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, यह इन्वेस्टिगेशन एक खतरनाक मोड़ लेने वाली है। खुद को अप्रिय स्थिति के लिए तैयार रखें, क्योंकि जासूस ओम सिंह रहस्यों की एक सुरंग में गोता लगाने के लिए तैयार है। लंदन फाइल्स जल्द आ रही है वूट सेलेक्ट पर। स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म वूट सेलेक्ट पर यह सीरीज 21 अप्रैल को प्रसारित होगी। सीरीज के टीजर में गजब का रोमांच देखने को मिला है। इसकी कहानी मीडिया मोगुल अमर रॉय और उसकी बेटी पर आधारित है। इसमें दिखाया जाएगा कि कैसे उनकी बेटी के खो जाने के बाद अर्जुन उसकी खोज शुरू करते हैं।

सीरीज में मीडिया मोगुल अमर का किरदार अभिनेता पूरब निभा रहे हैं। वह एंटी इमिग्रेशन बिल का सपोर्ट करते हैं, जिसके कारण उनकी पहचान विभाजनकारी शख्स के रूप में होती है। इस सीरीज में सपना पब्बी, मेधा राणा, गोपाल दत्त, सागर आर्य और ईवा जेन विलिस भी अहम भूमिकाओं में हैं। इसे 6 एपिसोड में बनाया जाएगा। सीरीज को जार पिक्चर्स ने प्रोड्यूस किया है। सीरीज में अर्जुन और पूरब के बीच जबरदस्त जुगलबंदी देखने को मिलेगी। टीजर में दोनों ने अपने लुक से प्रभावित किया है। अब देखना है कि जासूस के रूप में अर्जुन ओम सिंह के कैरेक्टर के साथ कैसा न्याय करते हैं।

अर्जुन के वर्कफ्रंट की बात करें तो उन्हें आखिरी बार अपर्णा सेन की फिल्म द रेपिस्ट में देखा गया था। इसके अलावा वह दिग्गज अभिनेत्री कंगना रनौत की एक्शन फिल्म धाकड़ में अभिनय करते दिखेंगे। फिल्म इसी साल दर्शकों के बीच आने वाली है। वह ऐतिहासिक ड्रामा द बैटल ऑफ भीमा कोरेगांव में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले हैं। ओह माई गोस्ट में भी उनकी झलक देखने को मिल सकती है।

पूरब की बात करें तो वह बॉलीवुड के मझे हुए अभिनेता हैं। वह आने वाले दिनों में अपनी फिल्म ब्लाइंड में नजर आएंगे। इसके अलावा उन्हें एयरलिफ्ट, रॉक ऑन 2 और नूर जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। (एजेंसी)

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प्रथम विश्व युद्ध के बाद लीग ऑफ नेशन्स बना लेकिन वह विफल रहा

प्रथम विश्व युद्ध के बाद लीग ऑफ नेशन्स बना था। लेकिन वह विफल रहा। उसका बहुत घातक परिणाम दुनिया को झेलना पड़ा। इसीलिए संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद को शामिल किया गया। प्रावधान किया गया कि दुनिया की पांच बड़ी शक्तियों को इसमें वीटो का अधिकार होगा।पहले संदर्भ पर गौर करें। संयुक्त राष्ट्र का गठन दूसरे विश्व युद्ध के बाद हुआ। इसका प्राथमिक उद्देश्य था दुनिया में फिर दूसरे विश्व युद्ध जैसी हालत पैदा ना हो, उसे सुनिश्चित करना। प्रथम विश्व युद्ध के बाद लीग ऑफ नेशन्स बना था। लेकिन वह विफल रहा।

उसका बहुत घातक परिणाम दुनिया को झेलना पड़ा। इसीलिए संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद को शामिल किया गया। प्रावधान किया गया कि दुनिया की पांच बड़ी शक्तियों को इसमें वीटो का अधिकार होगा। इन शक्तियों के बीच संतुलन पर विश्व शांति टिकी है- यह बात आज भी उतना ही सच है। लेकिन अब पश्चिमी देशों ने संयुक्त राष्ट्रों में हेरफेर शुरू कर दी है। अमेरिकी अधिकारी रूस को सुरक्षा परिषद से निकालने तक की बात कह चुके हैँ।

शुरुआत के तौर पर रूस को संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद से निकालने का प्रस्ताव लाया गया, जो पारित हो गया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में 193 सदस्य देशों में से 93 ने ही प्रस्ताव के समर्थन में वोट किया। लेकिन प्रावधान यह है कि मतदान करने वाले कुछ सदस्यों का दो तिहाई अगर पक्ष में हो, तो प्रस्ताव पारित हो जाएगा।विरोध में सिर्फ 24 देशों ने मतदान किया। 58 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। 19 सदस्य देश इस मौके पर उपस्थित ही नहीं हुए। मगर तकनीकी तौर पर प्रस्ताव को दो तिहाई समर्थन मिल गया और रूस की सदस्यता के निलंबन पर मुहर लग गई। इसे पश्चिमी देश अपनी जीत समझ सकते हैँ।

लेकिन हकीकत यह है कि 100 देशों ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से ऐसे दुस्साहस में निहित खतरे की बेहतर समझ दिखाई। उन देशों ने समझा कि इस प्रस्ताव के जरिए जो किया जा रहा है, वह एक गलत शुरुआत है, जिसके खतरनाक नतीजे हो सकते हैँ। पश्चिमी देशों पर इस पर भी गौर करना चाहिए कि इसके पहले जब महासभा में रूस के खिलाफ प्रस्ताव आए थे, तब 141 और 140 सदस्यों ने रूस के खिलाफ वोट किया था। इस बार ये संख्या घट कर सिर्फ 93 रह गई।

मानवाधिकार परिषद में 47 सदस्य हैं। रूस अपनी तीन साल की सदस्यता के दूसरे साल में था। वहां अब रूस के ना रहने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मगर पश्चिमी देशों की सरकारों को अपनी जनता को यह समझाने में मदद मिलेगी, दुनिया उनके साथ है।

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भारत और उसके पड़ौसी देश

बलबीर पुंज – भारत और उसके पड़ौसी देश. दो दशकों से जिस चीन के निवेश और भारी-भरकम कर्ज ने श्रीलंका को इस स्थिति में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है, वह ही संकट के समय वहां से भाग खड़ा हुआ है। वैसे भी चीन अपनी अधिनायकवादी मानसिकता और मानवाधिकारों के हनन के लिए कुख्यात रहा है। ऐसे में भारत, श्रीलंका के लिए देवदूत बनकर उभरा है। आलेख लिखे जाने तक, भारत ने 40 हजार मीट्रिक टन डीज़ल, तो 40 हजार टन चावल की सहायता की है, तो एक अरब डॉलर की आर्थिक मदद करने का वचन भी दिया है।

हालिया वैश्विक घटनाक्रम में भारत की स्थिति क्या है? देश का एक वर्ग, जिसे हम सेकुलर-वामपंथी-जिहादी कुनबा भी कह सकते है- वह बीते कुछ वर्षों, विशेषकर मई 2014 से लगातार अपने भारत-हिंदू विरोधी विरोधी एजेंडे की पूर्ति हेतु देश को कभी ‘मुसलमानों के लिए असुरक्षित’, ‘देश में भय का वातावरण’, तो ‘लोकतंत्र खतरे में है’ या फिर ‘नागरिक अधिकारों के हनन’जैसे जुमलों को निरंतर रट रहा है। यह भी दिलचस्प है कि जिस विश्व में यह जमात देशविरोधी विषवमन कर रहा है, उसी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई और इन्हें अब भी भारत ही सबसे अधिक ‘असुरक्षि’ लग रहा है।

शुरूआत अपने पड़ोसी देशों के साथ करते है। पाकिस्तान में क्या हो रहा है? यहां एक बार फिर ‘जनता द्वारा’ चुनी हुई सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई। यह किसी से छिपा नहीं है कि पाकिस्तान के सत्ता अधिष्ठान में कट्टरपंथी मुल्ला-मौलवियों और सेना की तूती बोलती है। घोषित इस्लामी राष्ट्र पाकिस्तान में लोकतंत्र की जड़े इसलिए भी खोखली है और संभवत: आगे भी रहेगी, क्योंकि जिस ‘काफिर-कुफ्र’ अवधारणा से प्रेरित सर सैयद अहमद खां के ‘दो राष्ट्र सिद्धांत’ ने भारत का रक्तरंजित विभाजन करके इस देश को जन्म दिया, उसके वैचारिक अधिष्ठान में ही लोकतंत्र, बहुलतावाद और पंथनिरपेक्षता का कोई स्थान नहीं है। स्वयं पाकिस्तान की स्थापना का उद्देश्य ही लोकतंत्र का विरोधाभास है। चीन का दुमछल्ला बनने की भी पाकिस्तान बड़ी कीमत चुका रहा है। राजनीतिक अस्थिरता के बीच ध्वस्त आर्थिकी ने उसके संकट को कई गुना बढ़ा दिया है।

वित्तीय संकट से श्रीलंका भी जकड़ा हुआ है। श्रीलंका में आर्थिक बदहाली इतनी बढ़ गई है कि इसने लोगों के मुंह से निवाला तक छीन लिया है। इससे पैदा हुए भारी जनाक्रोश और हिंसक प्रदर्शन को नियंत्रित करने हेतु वहां के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने देश पर एक अप्रैल को आपातकाल थोप दिया था, जिसे 4-5 अप्रैल की आधी रात हटा लिया गया। अधिकांश श्रीलंकाई नागरिकों को न केवल पर्याप्त विद्घुत आपूर्ति मिल रही है, साथ ही उन्हें खाने-पीने, आवश्यक दवाओं और ईंधन की भारी कमी का भी सामना करना पड़ रहा है। जो वस्तुएं वहां उपयोग हेतु उपलब्ध भी है, उनकी कीमतें आसमान छू रही है।

दो दशकों से जिस चीन के निवेश और भारी-भरकम कर्ज ने श्रीलंका को इस स्थिति में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है, वह ही संकट के समय वहां से भाग खड़ा हुआ है। वैसे भी चीन अपनी अधिनायकवादी मानसिकता और मानवाधिकारों के हनन के लिए कुख्यात रहा है। भारत सहित 17 देशों देशों के साथ चीन का सीमा विवाद, अपने देश में करोड़ों मुस्लिम नागरिकों पर मजहबी प्रतिबंध के साथ तिब्बत आदि में दमन- इसका प्रमाण है। ऐसे में भारत, श्रीलंका के लिए देवदूत बनकर उभरा है। आलेख लिखे जाने तक, भारत ने 40 हजार मीट्रिक टन डीज़ल, तो 40 हजार टन चावल की सहायता की है, तो एक अरब डॉलर की आर्थिक मदद करने का वचन भी दिया है। इस पृष्ठभूमि में मुझे उस विकृत “ग्लोबल हंगर इंडेक्स” रिपोर्ट का स्मरण होता है, जिसमें दावा किया गया था कि दुनिया के 117 देशों की सूची में 138 करोड़ की आबादी वाले भारत की स्थिति, पड़ोसी देश पाकिस्तान (22 करोड़) और श्रीलंका (2 करोड़) से भी खराब है। इसे आधार बनाकर देश का सेकुलर-वामपंथी-जिहादी कुनबा कई बार मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर चुका है।

श्रीलंका के अतिरिक्त भारत ने तालिबान शासन (खालिस शरीयत) के बाद संकट में आए अफगानिस्तान को भी बीते माह मानवीय आधार पर कई खेपों में 50 हजार टन गेहूं, 13 टन जीवनरक्षक दवाइयां, चिकित्सीय उपकरण और पांच लाख कोविड रोधी टीके की खुराकों के साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं (ऊनी वस्त्र सहित) को भेजा था। फिर हमारे देश का एक कुनबा, वर्तमान भारतीय नेतृत्व को मुस्लिम विरोधी मानता है। क्या यह सत्य नहीं भारत ही नहीं, अपितु शेष विश्व में मुस्लिम समाज का एक वर्ग ‘असुरक्षा की भावना’ का शिकार है, जिसकी जड़े ‘काफिर-कुफ्र’ की अवधारणा में मिलती है?

बात यदि म्यांमार की करें, तो वहां गत वर्ष से सैन्य शासन है। कई संगठनों का दावा है कि 1 फरवरी 2021 को आंग सान सू की समर्थित सरकार के तख्तापलट के बाद वहां हजारों लोगों को मार दिया गया हैं, जिसमें प्रदर्शनकारियों के अतिरिक्त प्रतिरोध संघर्षकर्ता, सरकारी अधिकारी और कई नागरिक शामिल हैं। बर्मा पर सैन्य शासन को जहां चीन खुलकर समर्थन दे रहा है, वही अमेरिका के बिडेन प्रशासन ने म्यांमार में रोहिंग्या आतंकवादियों (प्रतिबंधित अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी) के खिलाफ हुए सैन्य कार्रवाई को औपचारिक रूप से नरसंहार घोषित कर दिया है।

सच तो यह है कि हाल के वर्षों में अमेरिका अपनी विरोधाभासी और दोहरी नीतियों के कारण विश्व कई संकटों का सामना कर रहा है। वर्ष 2001 से दिशाहीन आतंकवाद विरोधी वैश्विक अभियान इसका सबसे प्रत्यक्ष उदाहरण है। म्यांमारी सेना से पहले अमेरिका ने गत वर्ष बांग्लादेश के जिस प्रमुख अर्धसैनिकबल आरएबी पर प्रतिबंध लगाया था, उसने हिंदू-विरोधी दंगों पर काबू पाने के साथ इस्लामी कट्टरवाद-आतंकवाद की कमर तोडऩे में मुख्य भूमिका निभाई थी।

रूस-यूक्रेन युद्ध से दोनों ही देश स्वाभाविक रूप से बुरी तरह प्रभावित है। इससे अबतक असीम मानवीय और आर्थिक नुकसान हो चुका है। कटु सत्य तो यह है कि यूक्रेन-रूस को इस स्थिति में पहुंचाने में प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से अमेरिका और उसके नेतृत्व वाला 30 सदस्यीय नाटो गठबंधन (दो अमेरिकी और 28 यूरोपीय देश) का हाथ है। यदि यह गुट अपनी रूस विरोधी मानसिकता के कारण यूक्रेन को नाटो में शामिल करने की हठ नहीं करता, तो शायद ही अपने सामरिक हितों की रक्षा हेतु रूस हमले के लिए विवश होता। इस संबंध में अमेरिका द्वारा लाख चेतावनी के बाद भी रूस ने न केवल यूक्रेन पर हमला कर दिय, अपितु कई प्रकार के सख्त आर्थिक प्रतिबंध थोपने के बाद भी अमेरिका, रूस को नहीं रोक पाया है। यह सब स्पष्ट करने हेतु पर्याप्त है कि वर्तमान समय में अमेरिका और उसके प्रभावशाली सहयोगियों की विश्वसनीयता कितनी डगमग है। किसान आंदोलन के समय भारत सरकार को ‘उपदेश’ देने वाले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने देश में ट्रक-चालकों के ‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन’ को घोड़ों के पैरों तले कुचलने के लिए आपातकालीन शक्तियों का उपयोग पहले ही कर चुके है। फिर भी कुछ लोगों को ‘भारत में ही लोकतंत्र खतरे में’ दिखता है।

वैश्विक संकट में भारत की स्थिति क्या है? जब कोई देश अपने घोषित शत्रु राष्ट्र की प्रशंसा करें, तो उससे समकक्ष की ताकत स्वत:स्पष्ट है। कुछ दिन पहले तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे इमरान खान ने एक जनसभा को संबोधित कहा था कि भारत की विदेशी नीति स्वतंत्र है और उसके अपने लोगों के हितों से जुड़ी है। यह ठीक है कि वैश्विक कारणों से विश्व के अन्य देशों के भांति भारत में भी ईंधन के दाम बढ़ रहे है, जिसके परिणाणस्वरूप महंगाई में भी बढ़ोतरी हुई है।

किंतु यह भी सच है कि देश में लोकतंत्र, संविधान और कुटिल पड़ोसियों के बीच हमारी सीमाएं पहले से अधिक सुरक्षित है। आर्थिक मामले में हमारी स्थिति संतोषजनक है। स्वतंत्र भारत ने पहली बार वित्तवर्ष 2021-22 में 400 बिलियन डॉलर के निर्यात का आकंड़ा पार किया है। इस प्रकार के ढेरों सकारात्मक उदाहरण है, जो ‘सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तान हमार’ को और भी अधिक प्रासंगिक बनाता है।

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टैंक-रोधी मिसाइल हेलीना का दूसरा सफल परीक्षण

नई दिल्ली,12 अप्रैल(आरएनएस)। टैंक-रोधी मिसाइल हेलीना का दूसरा सफल परीक्षण. चालू उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण परीक्षणों के तहत स्वदेशी रूप से विकसित टैंक-रोधी निर्देशित मिसाइल हेलीना का 12 अप्रैल, 2022 को उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर से एक बार फिर सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना की टीमों ने इसका अधिक ऊंचाई परिक्षेत्र में इसका परीक्षण किया। यह लगातार दूसरा सफल उड़ान परीक्षण है। इससे पहले 11 अप्रैल, 2022 को पहला सफल उड़ान परीक्षण किया गया था।

आज का परीक्षण अलग-अलग परिक्षेत्र और ऊंचाई के लिए किया गया। योजना के अनुरूप मिसाइल ने नकली टैंक लक्ष्य पर सफलतापूर्वक निशाना साधा। परीक्षण के दौरान सेना के वरिष्ठ कमांडर और डीआरडीओ के वैज्ञानिक उपस्थित थे। इस उड़ान-परीक्षण के साथ इमेजिंग इन्फ्रा-रेड सीकर सहित संपूर्ण प्रणाली का लगातार प्रदर्शन स्थापित किया गया है, जो सशस्त्र बलों में हेलीना को शामिल करने में सक्षम होगा।इससे पहले राजस्थान के पोखरण में हेलीना का प्रमाणीकरण परीक्षण किया गया था, जिसने रेगिस्तानी परिक्षेत्र में मिसाइल की प्रभावशीलता को प्रमाणित किया।

हेलीना तीसरी पीढ़ी की दागकर और भूलने वाली टैंक-रोधी निर्देशित मिसाइल है, जो सीधे प्रहार मोड के साथ-साथ शीर्ष हमला मोड, दोनों में लक्ष्य को भेद सकता है। इस प्रणाली में हर एक मौसम में दिन और रात काम करने की क्षमता है और यह पारंपरिक बख्तरबंद और विस्फोटक प्रतिक्रियाशील बख्तरबंद के साथ युद्धक टैंकों को हरा सकता है।

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प्रदेश में दंगा फैलाने की साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी

रतलाम, आरएनएस, 12 अप्रैल। प्रदेश में दंगा फैलाने की साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। निवास कार्यालय में हुई बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक के बाद मीडिया से संवाद में कहा कि प्रदेश में दंगाइयों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रातः प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने धार्मिक स्थल पर झंडा फहराने का ट्वीट किया है। वह मध्यप्रदेश का नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने का षड़यंत्र है। प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने की साजिश है। प्रदेश में यदि कोई दंगा फैलाने की साजिश करेगा, तो वह कोई भी हो, मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा।

बैठक में जानकारी दी गई खरगोन में अब तक 95 दंगाइयों की गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तारी का क्रम जारी है। वीडियो से भी दंगाइयों को चिन्हित किया गया है। आज भी खरगोन में दंगाइयों की संपत्ति को जमींदोज करने की कार्यवाही जारी रहेगी। बैठक में बताया गया कि खरगोन में 4 आईपीएस, 15 डीएसपी सहित आर.ए.एफ की कंपनी और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

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भारत को हाईस्पीड रेल की नवीनतम प्रौद्योगिकी देगा जापान

सूरत,12 अप्रैल(आरएनएस)। भारत को हाईस्पीड रेल की नवीनतम प्रौद्योगिकी देगा जापान. जापान, मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेलवे को न केवल अपने समय की नवीनतम प्रौद्योगिकी देगा बल्कि समय के साथ प्रौद्योगिकी अद्यतन करने और परियोजना में देरी के कारण लागत बढऩे पर अतिरिक्त सहायता प्राप्त करने में भी मदद करेगा। जापान के राजदूत सातोशी सुजुकी ने मंगलवार को यहां मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेल परियोजना के निर्माण में प्रगति का जायजा लिया और काम की गति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हाईस्पीड रेलवे लाइन भारत-जापान रिश्तों को नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी।

सुजुकी ने यहां इस परियोजना के सबसे पहले बनने वाले सूरत हाईस्पीड स्टेशन के निर्माण स्थल, सेग्मेंट एवं गर्डर निर्माण कार्य स्थल का दौरा किया। इस मौके पर उनके साथ राष्ट्रीय हाईस्पीड रेल निगम के प्रबंध निदेशक सतीश अग्निहोत्री तथा दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सुजुकी ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि भारत और जापान के संबंधों में हाईस्पीड रेलवे एक महत्वपूर्ण फ्लैगशिप कार्यक्रम है और जापान इस बारे में अपनी आधुनिकतम प्रौद्योगिकी भारत को देगा ताकि भारत अपने बल पर और भी हाईस्पीड रेल परियोजनाएं बना सके।

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कोविड कंट्रोल में है लेकिन गया नहीं : मनसुख मांडवीया

नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आरएनएस) । कोविड कंट्रोल में है लेकिन गया नहीं.  भारतीय जनता पार्टी के 42 वा स्थापना दिवस पर बीजेपी के द्वारा पूरे देश में 6 अप्रैल से 20 अप्रैल तक स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव को लेकर सामाजिक न्याय पखवारा बीजेपी कार्यकर्ताओं के द्वारा मनाया जा रहा है। 7 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अलग-अलग सरकार की योजनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी दिवस मना रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि केंद्र के द्वारा कोरोनावायरस महामारी के समय स्वास्थ्य विभाग में जिस तरह से काम किया उसकी चर्चा देश और विदेश में भी हो रही है ।

कोविड प्रबंधन और वैक्सीनेशन पर बोलते हुए मनसुख मांडविया ने कहा कि सरकार ने जिस तरह से मैनेजमेंट किया वो अद्भुत है और एक नागरिक के रूप में आपके लिए मेरे लिए और देश के लिए गौरव का विषय है। देश में कोविड मामलों की स्थिति पर आज देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आज बीजेपी दिल्ली के हेडक्वार्टर में प्रेस कांफ्रेंस की है। स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान कोविड काल में कोविड मामलों के प्रबंधन के बारे में जानकारी दी है। इसके अलावा उन्होंने भारत सरकार के कोविड वैक्सीनेशन के बारे में भी जानकारी दी। मनसुख मांडविया ने कोविड प्रबंधन और कोविड वैक्सीनेशन पर बोलते हुए कहा कि भारत सरकार ने जिस तरह से कोविड टीका मैनेजमेंट किया वो अद्भुत है और ये एक नागरिक के रूप में आपके लिए मेरे लिए और देश के लिए गौरव का विषय है।

मांडविया ने कहा कि पहले स्थिति ये थी कि कुछ अच्छा होता था तो वो दुनिया में ही होता था और उसका भारत में उदाहरण दिया जाता था लेकिन मैं परसो जेनेवा में एक वैक्सीन ग्लोबल एलायंस की बैठक में भाग लेकर आया। दुनिया ने जिस तरह से भारत के कोरोना प्रबंधन और टीकाकरण अभियान को देखा है वो अद्भुत है।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की हमने एक दिन में 2.5 करोड़ डोज लगाईं। पहले दुनिया में वैक्सीन पर रिसर्च होता था तो इसके कम से कम 10 साल बाद भारत में वो वैक्सीन आती थी।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आप सोचिये कि अगर स्वदेशी वैक्सीन नहीं बनती तो हमारी क्या हालत होती। 16 जनवरी 2021 को देश में टीकाकरण अभियान शुरू हुआ और उसे बहुत तालमेल के साथ चलाया गया। स्वास्थ मंत्री मनसुख मांडवीया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी बारी आने पर ही वैक्सीन लगवाने गए. टीकाकरण अभियान के दौरान 10 लाख से अधिक हमारे हेल्थकेयर वर्कर इस काम में लगे। उन्होंने रेगिस्तान, पहाड़, बर्फ और नदी पार करके देश भर में टीकाकरण अभियान चलाया. दुनिया में 18 साल से अधिक के 97% लोगों को पहली डोज लगाने वाला भारत पहला देश है, 85% लोगो को दूसरी डोज भी लग चुकी है। 15 से 18 वर्ष के 5.77 करोड़ लोगों को पहली और 3.98 करोड़ लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।

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जागृति सिंह परिहार इन दिनों टीवी जगत में चर्चा का विषय बनी हुई हैं

12.04.2022 – जागृति सिंह परिहार इन दिनों टीवी जगत में चर्चा का विषय बनी हुई हैं.चर्चित टीवी शो ‘भाभी जी घर पर हैं’ में अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरने के बाद अभिनेत्री जागृति सिंह परिहार इन दिनों टीवी जगत में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। उनको हाल ही में साउथ की दो अनाम फिल्मों के लिए और कई म्यूजिक वीडियो के लिए अनुबंधित किया गया है। मिस वर्ल्ड ग्लोरी में थर्ड रनरअप रहीं जागृति सिंह परिहार मध्यप्रदेश के दमोह जिला की रहने वाली हैं। स्कूल की पढ़ाई दमोह से ही की और आगे की पढ़ाई के के लिए भोपाल गईं। मास्टर इन स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी की डिग्री हासिल की। मिस भोपाल के पेजेंट में वह रनरअप रहीं। कई ब्यूटी पेजेंट्स में विनर भी रहीं। मुम्बई के नानावती

अस्पताल में फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में काम शुरू किया। साथ ही वह एक्टिंग के लिए ऑडिशन भी देती रहीं। 4-5 महीने नानावती अस्पताल में काम करने के बाद उन्हें लोकप्रिय टीवी शो ‘भाभी जी घर पर हैं’ में काम मिल गया। जागृति ने इस शो में करीब 12 किरदार निभाए हैं। टीवी शो ‘भाभीजी घर पर हैं’  में अपनी भूमिका को प्रभावी ढंग से निभाने के लिए वह काफी लोकप्रिय हैं। छेदी सिंह की पत्नी गुलबिया के रोल में उनकी इस शो में एंट्री हुई थी बाद में मास्टरजी की पत्नी सहित कई रोल किए। अभिनेत्री जागृति सिंह परिहार सिर्फ एक शो में कई किरदारों को निभाने का पूरा श्रेय निर्माताओं को देती है। गौरतलब है कि जागृति ने इस शो में करीब 12 किरदार निभाए हैं।

‘भाभीजी घर पर हैं’ के निर्माताओं के प्रति अपना आभार प्रकट करते हुए वो कहती हैं “मैं वाकई ‘भाभीजी घर पर हैं’ का हिस्सा बनकर खुद को भाग्यशाली मानती हूँ। मुझे एक ही शो में कई भूमिकाएं निभाने का सौभाग्य मिला है। मुझे नहीं लगता कि ऐसा किसी एक्ट्रेस ने भी किया है। एक एयर होस्टेस की भूमिका निभाने से लेकर एक पड़ोसी से लेकर, एक ठग से लेकर नौकरानी तक, मैंने कई तरह की भूमिकाएँ की हैं, जो सभी एक-दूसरे से अलग हैं”।

जागृति का मानना है कि किसी भी शो का कैरेक्टर स्केच सबसे ज्यादा मायने रखता है। यदि किरदार आकर्षक है और अच्छी तरह से लिखा और ढाला गया है, तो दर्शकों को याद रह जाता है।

‘चिड़ियाघर’, ‘हप्पू की उल्टन पलटन’, ‘जीजा जी छत पर हैं’ सहित और भी कई सीरियल्स में जागृति ने काम किया है। पिछले डेढ़ दो साल से उन्हें म्यूज़िक वीडियो के भी ऑफर आ रहे हैं। उनके दो गाने ‘हार ले’ और ‘देसी’ रिलीज होकर लोकप्रिय हो चुके हैं। इनके अलावा 4-5 सांग्स आने वाले हैं उनमें से एक ‘हंजू’ गीत इसी माह आने वाला है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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ग्रामीण विकास को लेकर नीतियों के अनुकूल कार्य करें-डॉ मनीष

रांची, 12.04.2022 – ग्रामीण विकास को लेकर नीतियों के अनुकूल कार्य करें. ग्रामीण विकास विभाग के सचिव डॉक्टर मनीष रंजन ने सर्ड के सभागार में सभी जिला के उप विकास आयुक्त,प्रोजेक्ट ऑफिसर को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण विकास योजना को लेकर जीरों टॉलरेंस की नीतियों का अनुसरण करें।मनरेगा की योजनाओं की जियो टैगिंग सुनिश्चित करें। वे ग्रामीण विकास विभाग की वार्षिक कार्ययोजना पर दो दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र में बोल रहे थे।

डॉ.मनीष रंजन ने कहा कि प्राथमिकता वाली योजनाओं को मुख्य एजेंडे में शामिल करें,साथ ही बेस्ट प्रैक्टिस को मीडिया के साथ शेयर करें और गलत करने वालों कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि मनरेगा के लिये मास्टर राॅल प्रोपर और पारदर्शी तरीके से भरे जायें। साथ ही मनरेगा योजना में बिचौलियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। इस बात का ध्यान रखें कि मनरेगा योजना के कार्यान्वयन की मॉनिटरिंग भारत सरकार द्वारा की जा रही है, इसलिये मॉनिटरिंग सिस्टम को सशक्त बनाने की जरूरत है। इस बात का ध्यान रखें कि आप मनरेगा टीम का हिस्सा हैं और टीम वर्क बेहतर नतीजे दे सकता है।

लंबित योजनाओं को तीन महीने में पूर्ण करें- राजेश्वरी बी

मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि ग्रामीण विकास पर फोकस करें और जॉब कार्ड का वैरीफिकेशन सुनिश्चित कर लाभुकों की आधार सीडिंग सुनिष्चित कराया जाये। उन्होंने विभिन्न जिलों में मनरेगा योजनाओं को लेकर शिथिलता बरतने को लेकर पदाधिकारियों से नाराजगी भी जताई। उन्होंने  कहा कि जो लंबित योजनाएं हैं उन्हें तीन महीने के अंदर पूर्ण किया जाय।

श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि रिजेक्टेड ट्रांजेक्शन में सुधार करने की जरूरत है। एनएमएमएस नहीं हो रहा है तो प्रखंड विकास पदाधिकारी पर कार्रवाई हो सकती है। इसलिये अगर मेट से काम नहीं हो पा रहा है तो कंप्यूटर ऑपरेटरों की सेवा ली जा सकती है। याद रखें की योजनाओं की अद्यतन स्थिति को ही अपलोड किया जाय, योजना की पूर्णता के साथ जियो टैगिंग करें। उन्होंने कहा कि जीरो एक्सपेंडिचर की वैसी योजनाओं का डिलिट करें जो 2018-19की हैं।

कार्यशाला में मुख्य रूप से सर्ड निदेशक श्री सूरज कुमार,अपर सचिव ग्रामीण विकास विभाग श्री राम कुमार सिन्हा, सहित सभी जिला के उपविकास आयुक्त और प्रोजेक्ट ऑफिसर उपस्थित थे।

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त्रिकूट पर्वत के रोपवे का तार टूटने से हुए हादसे पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने गहरा दुख जताया है

रांची,11.04.2022 – त्रिकूट पर्वत के रोपवे का तार टूटने से हुए हादसे पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने गहरा दुख जताया है. मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने देवघर जिला स्थित त्रिकूट पर्वत के रोपवे का  तार टूटने से हुए हादसे पर गहरा दुख जताया है । रांची एयरपोर्ट में संवाददाताओं को उन्होंने बताया कि इस हादसे के बाद युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ और बचाव दल के द्वारा लोगों को सकुशल निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

इसमें विशेषज्ञों की भी सहायता ली जा रही है। इस हादसे पर सरकार की पूरी नजर है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सरकार द्वारा लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।

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गौ रक्षक सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन संजय अमान को मिला ‘गौरव सम्मान’ 

11.04.2022 – गौ रक्षक सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन संजय अमान को मिला ‘गौरव सम्मान’. भारतवर्ष में आयुर्वेद को घर घर तक पहुंचाने की दिशा में अग्रसर धन्वंतरि समूह के द्वारा पुणे (महाराष्ट्र) के सनी वर्ल्ड प्रेक्षागृह में आयोजित 13वें वार्षिक उत्सव समारोह में सुप्रसिद्ध लेखक , कवि , पत्रकार संपादक ‘गऊ भारत भारती’ तथा ‘गौ रक्षक सेवा ट्रस्ट’ के चेयरमैन संजय अमान को उनके द्वारा किए जा रहे स्वदेशी गौवंश के संवर्धन और प्रचार प्रसार के उल्लेखनीय कार्यों के लिए धन्वंतरि समूह द्वारा ‘गौरव सम्मान’ दिया गया।

 

संजय अमान को यह सम्मान धन्वंतरि समूह के संस्थापक  डॉ.रमेश पाटिल, डॉ.संतोष सहाने, डॉ.आदिश, शशिकांत गुलुमकार, डॉ.प्रकाश खलाते के हाथों प्रदान किया गया।इस मौके पर करीब १० हजार से भी ज्यादा लोग कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे।’गौरव सम्मान’ से सम्मानित होने के बाद सभा को सम्बोधित करते हुए संजय अमान  ने कहा कि धन्वंतरि समूह भारत के नवनिर्माण में बड़ी अहम् भूमिका निभा रहा है

आज आयुर्वेद को घर घर तक पहुंचाने के साथ ही साथ यह समूह गऊ माता के सेवा से जुड़े कई तरह की योजनाओं के माध्यम से भारत की गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनने के साथ ही साथ युवाओं को रोजगार भी दे रहा है। हम पुनः भारत की अर्थव्यवस्था को गौ वंश से जोड़ने का काम कर रहे हैं यही मार्ग हमें विश्व गुरु बनने की तरफ ले कर जा रहा है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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कीर्ति आडारकर ने अपना प्रोडक्शन हाउस ‘एपिफेनीएंटरटेनमेंट’लॉन्च किया

11.04.2022 –  कीर्ति आडारकर एक बेहतरीन अदाकारा होने के साथ साथ एक्टिव सोशल वर्कर भी हैं। साथ ही वह भाजपा मुम्बई के फ़िल्म / टीवी प्रकोष्ठ की प्रभारी भी हैं। उन्होंने पिछले दिनों जर्नलिस्ट तनाया आडारकर प्रभु और तेज आडारकर के साथ मिल कर अपना प्रोडक्शन हाउस ‘एपिफेनी एंटरटेनमेंट’ लॉन्च किया। चीफ गेस्ट प्रवीण छेड़ा (सचिव, भाजपा मुंबई) ने अंधेरी(मुम्बई) स्थित इस प्रोडक्शन हाउस का रिबन काटकर उद्घाटन किया। प्रोडक्शन हाउस के लोगो जारी किए जाने के अवसर पर कई गणमान्य हस्तियों ने हिस्सा लिया जिनमें रुद्र सोनिक, अशोक बेनीवाल, अर्जुन द्विवेदी, आकाश दाभाड़े, प्रवीण छेड़ा (सचिव, भाजपा मुंबई), शंकर भानुशाली, (अध्यक्ष, इंडस्ट्रीज प्रकोष्ठ, भाजपा मुंबई) और अल्पेश शाह(सचिव, व्यापार प्रकोष्ठ, भाजपा मुंबई) के नाम उल्लेखनीय हैं।

अदाकारा कीर्ति आडारकर ने कम्पनी के नाम के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि “एपिफेनी शब्द का अर्थ है कुछ महान और अचानक प्राप्ति का क्षण। जब मैंने इस प्रोडक्शन हाउस को शुरू करने का फैसला किया तो मुझे यही नाम यही लगा क्योंकि मुझे लगा कि यह मेरे करियर का अगला बेहतर कदम है। इस प्रॉडक्शन हाउस के प्रोजेक्ट्स में हमारा ध्यान अच्छी कहानियों पर काफी गहरा होगा। ऐसा सिनेमा, वेब सीरीज, टीवी सीरियल जो संदेशात्मक हो और समाज मे नव जागृति पैदा करने में सक्षम हो। अपनी आगामी योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कीर्ति आडारकर ने आगे कहा कि फिलहाल ‘एपिफेनी एंटरटेनमेंट’ तीन प्रोजेक्ट्स को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है, जिनमें से एक प्रोजेक्ट पर काम अगले महीने शुरू  होगा।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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अमरनाथ यात्रा के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरू: शिवभक्तों के लिए खुशखबरी

नई दिल्ली ,11 अप्रैल (आरएनएस)।अमरनाथ यात्रा के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरू: शिवभक्तों के लिए खुशखबरी. कोरोना के चलते दो साल से बंद अमरनाथ यात्रा के लिए एक बार फिर से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बार ये यात्रा 30 जून से शुरू होगी और 11 अगस्त तक चलेगी। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सीईओ नीतिश्वर कुमार ने दो दिन पहले ही पंजीकरण को लेकर जानकारी दी थी। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने दक्षिण कश्मीर स्थित अमरनाथ धाम की सालाना यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए 20 हजार की क्षमता वाला यात्री निवास तैयार किया है।

कोरोना महामारी के कारण 2020 और 2021 में अमरनाथ यात्रा आयोजित नहीं की जा सकी। 2019 में भी 5 अगस्त से कुछ दिन पहले यात्रा को निलंबित कर दिया गया था, जब केंद्र ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करते हुए जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द कर दिया था। यात्रा के लिए श्रद्धालु का हेल्थ सर्टिफिकेट, चार पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ अनिवार्य हैं। साथ ही एप्लिकेशन फॉर्म पूरी तरह से भरा हो। इस यात्रा में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए श्रद्धालु ऑफिशल वेबसाइट द्धह्लह्लश्चह्य://

द्भद्मह्यड्डह्यड्ढ.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ/ और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर बैंक, पीएनबी बैंक, यस बैंक और एसबीआई बैंक की 446 शाखाओं में भी यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा। एप्लीकेशन फॉर्म के साथ हेल्थ सर्टिफिकेट, चार पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत रजिस्ट्रेशन में पड़ती है। सामान्य दशा में एक व्यक्ति का करीब 15,000 रुपया खर्च हो सकता है।

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देवघर में रोपवे पर हुआ हादसा : रेस्क्यू में जुटे सेना के हेलीकॉप्टर

रांची ,11 अप्रैल (आरएनएस)। देवघर में रोपवे पर हुआ हादसा : रेस्क्यू में जुटे सेना के हेलीकॉप्टर. देवघर के त्रिकूट पर्वत पर रोपवे हादसे के बाद फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए सोमवार सुबह से सेना के हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं। अभी 48 लोग अलग-अलग ट्रॉलियों में लगभग 2000 फीट की ऊंचाई पर फंसे हुए हैं। रविवार शाम हुए इस हादसे में एक महिला की मौत हुई है जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घटनास्थल के पास सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा है। एनडीआरएफ की टीम ने रविवार रात को रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था और लगभग दो दर्जन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।

रात होने की वजह से ऑपरेशन बंद करना पड़ा। सोमवार सुबह से सेना के हेलीकॉप्टर ट्रॉलियों में फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटे हुए हैं। इन लोगों तक एक खाली ट्रॉली के जरिए बिस्किट और पानी के पैकेट पहुंचाए गए हैं। स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे, जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री सहित कई आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। रविवार शाम लगभग 6 बजे देवघर के त्रिकूट पर्वत पर रोपवे का एक तार टूट जाने की वजह से यह हादसा हुआ।

इस हादसे की वजह से मरने वाली महिला की पहचान सुरा गांव निवासी 40 वर्षीय महिला सुमति देवी के रूप में हुई है। घायलों में असम के कोकराझार निवासी भूपेंद्र वर्मा व उसकी पत्नी दीपा वर्मा, जामताड़ा जिला के करमाटांड़ निवासी रूपा कुमारी, सोनी देवी, गिरिडीह के करमाटांड़ निवासी गोविंद भगत, बिहार के दरभंगा अंतर्गत लहरियासराय निवासी खुशबू रानी, सुधा रानी और एक बालक घायल हैं। घायलों में अज्ञात बालक के साथ एक महिला की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है

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कपड़ों को महकाने के लिए धोते समय करें इन चीजों का इस्तेमाल

11.04.2022- कपड़ों को महकाने के लिए धोते समय करें इन चीजों का इस्तेमाल. आमतौर पर देखा जाता हैं कि कपड़ों से खुशबु आए इसके लिए लोग परफ्य़ूम का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। जो कुछ देर तक ही टिकता हैं और इसके बाद कपड़ों से पसीने की बदबू आने लगती हैं। ऐसे में आप चाहे तो कपड़ों को धोते वक्त ही कुछ ऐसा काम कर सकते हैं कि इनमें एक खुशबु बस जाए जो लंबे समय तक इनको महकाने का काम करें। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें कपड़े धोते समय ही इस्तेमाल किया जाता हैं ताकि धुलाई के बाद भी कपड़ों की महक बनी रहे।

तो आइये जानते हैं इन चीजों के बारे में..फ़ैब्रिक सॉफ़्टनरकपड़ों को ख़ुशबू से महकाने के लिए फ़ैब्रिक सॉफ़्टनर का इस्तेमाल भी एक बढिय़ा उपाय है। इसके लिए अगर आप वॉशिंग मशीन में कपड़े धो रहे हैं तो रिंस के दौरान 1 बड़ा चम्मच फ़ैब्रिक सॉफ़्टनर डालें। अगर आप हाथ से कपड़े धो रहे हैं तो कपड़ों को धोने के बाद खंगालें। बाल्टीभर पानी में आधा बड़ा चम्मच फ़ैब्रिक सॉफ़्टनर मिलाएं और इसमें धोए हुए कपड़ों को 15 मिनट के लिए भिगोकर रखें। फिर कपड़ों को निचोड़कर सुखाएं।बेकिंग सोड़ाकई बार डिटर्जेंट से कपड़े धोने के बाद भी उनमें से बदबू नहीं जाती। ऐसे में आप कपड़ों को धोने के लिए डिटर्जेंट के साथ पानी में थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिला दें।

ऐसा करने से आपके कपड़ों से आने वाली बदबू दूर हो जाएगी और ये महकने लगेंगे।ख़ुशबूदार डिटर्जेंटकपड़ों को सुगंधित बनाने का सबसे आसान तरीक़ा है ख़ुशबूदार डिटर्जेंट। जी हां, बाज़ार में उपलब्ध भीनी ख़ुशबू वाले डिटर्जेंट का चुनाव कर आप अपने कपड़ों को महका सकते हैं। इसके लिए कपड़ों को धोने से पहले बाल्टीभर पानी लें। अब कपड़े के हिसाब से ख़ुशबूदार डिटर्जेंट डालें और आधे घंटे बाद कपड़ों को धोएं। इसे कपड़े ख़ुशबू से महकेंगेनींबू का रसनमी होने की वजह से कई बार गीले कपड़ों में से बदबू आनी शुरू हो जाती है।

ऐसे में यदि आप कपड़े धोते समय नींबू के रस का इस्तेमाल करेंगे, तो कपड़ों में से बदबू की जगह खुशबु आएगी।विनेगरअगर आप कपड़ों को महकाने के लिए घरेलू उपाय की खोज में हैं तो समझें अब आपकी खोज ख़त्म हो गई है। जी बिल्कुल, आपके किचन में उपलब्ध विनेगर से भी आप अपने कपड़ों को सुगंधित बना सकते हैं। इसके लिए कपड़ों को धोने से पहले गुनगुने पानी में विनेगर सहित कपड़ों को भिगोएं, जैसे बाल्टीभर गुनगुने पानी में आधा कप विनेगर मिलाकर और उसमें कपड़ों को आधे घंटे के लिए भिगोकर रख दें।

लैवेंडर वॉटरधोते समय कपड़ों को ख़ुशबूदार बनाने के लिए आप लैवेंडर वॉटर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप वॉशिंग मशीन में कपड़े धो रहे हैं तो रिंस के दौरान मशीन में 1 बड़ा चम्मच लैवेंडर वॉटर डालें। इसी तरह हाथ से कपड़े धोते समय कपड़ों को खंगालने के बाद बाल्टीभर पानी में 1 बड़ा चम्मच लैवेंडर वॉटर मिलाएं और कपड़ों को 15 मिनट के लिए उसमें भिगोएं। इससे कपड़ों से भीनी ख़ुशबू आएगी। (एजेंसी)

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लैपटॉप की सफाई बिना किसी परेशानी के इन तरीकों से करें

11.04.2022 –  लैपटॉप की सफाई बिना किसी परेशानी के इन तरीकों से करें. वर्तमान समय में सभी अपना काम लैपटॉप की मदद से कर रहे हैं और कोरोना काल के दौरान तो इसका चलन और भी बढ़ गया हैं। वर्क फ्रॉम होम हो या पढ़ाई सभी लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस तरह आप दूसरी सभी चीजों की सफाई करते हैं उसी तरह लैपटॉप को भी साफ़ करने की जरूरत पड़ती हैं। अन्यथा इसमें धूल के कण चिपक जाते हैं जो नमी बढ़ाते हैं और लैपटॉप के अंदरूनी पार्ट्स को खराब कर देते हैं। जिससे कभी-कभी इसकी ऑपरेटिंग में भी प्रॉब्लम आने लगती है। ऐसे में जरूरत होती हैं कि समय-समय पर इसकी सफाई की जाए।

आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं जो लैपटॉप की सफाई को आसान बनाने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं इनके बारे में…स्क्रीन को ना करें पानी से साफकुछ लोग स्क्रीन को पानी लगे हुए कपड़े से वाइप करते हैं जबकि ऐसा करना आपके लैपटॉप की स्क्रीन को डैमेज कर सकता है। अगर आप लैपटॉप की स्क्रीन को अच्छी तरह से साफ करना चाहते हैं तो मार्केट में कई तरह के लैपटॉप क्लीनिंग स्प्रे मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल स्क्रीन को साफ करने में किया जा सकता है इससे किसी भी तरह का डैमेज नहीं होता है साथ ही साथ यह बहुत ही किफायती भी होते हैं।

माइक्रोफाइबर क्लॉथ का करें इस्तेमालअगर आप अपने लैपटॉप को साफ करने के लिए माइक्रोफाइबर क्लॉथ नहीं इस्तेमाल करते हैं और इसकी जगह पर कपड़ा इस्तेमाल करते हैं तो ऐसा करना बंद कर दीजिए क्योंकि नॉरमल कपड़ा आपके लैपटॉप पर स्क्रैच डाल सकता है ऐसे में आप हमेशा इस बात को सुनिश्चित करें कि लैपटॉप पर सिर्फ माइक्रोफाइबर क्लॉथ से ही सफाई करें। कपड़े को फोल्ड करके हल्के हाथ से लैपटॉप के सरफेस और स्क्रीन की डस्ट को साफ़ करें। इसको साफ़ करते वक़्त दूसरे हाथ से स्क्रीन को अच्छे से पकड़ लें ताकि स्क्रीन आगे-पीछे मूव न करे। स्क्रीन को पोंछते समय इस पर बिल्कुल भी दवाब न डालें और न ही इस पर लगे धब्बों को खुरचने की कोशिश करें। इससे स्क्रीन को नुक़सान हो सकता है। स्क्रीन की सफ़ाई के लिए किसी भी ग्लास क्लीनर के इस्तेमाल से बचें।

आप इसके लिए प्यूरिफाइड वॉटर का यूज़ करें। आप चाहें तो इसकी सफ़ाई के लिए स्क्रीन-क्लीनिंग किट खरीद सकते हैं। जो विशेष रूप से लैपटॉप और कम्प्यूटर स्क्रीन की सफ़ाई के लिए बनी होती है।कीबोर्ड के लिए पतले ब्रश करें इस्तेमालबहुत सारे लोग अपने लैपटॉप के कीबोर्ड को साफ नहीं करते हैं क्योंकि यहां पर ज्यादा जगह नहीं होती है ऐसे में इसे कपड़े से साफ करना मुमकिन नहीं है इस समस्या का समाधान यह है कि आप इसके लिए पतले ब्रश का इस्तेमाल करें जिनसे कीबोर्ड के बीच में फंसी हुई गंदगी आसानी से साफ हो जाती है और इसमें कुछ मिनटों का ही समय लगता है।की-बॉर्ड की सफ़ाई इसको साफ़ करने के लिए आप सबसे पहले लैपटॉप को हाथों में लेकर उल्टा करके धीरे-धीरे हिलाते हुए की-बोर्ड में फंसी गन्दगी को झाड़ कर बाहर करें।

इस समय स्क्रीन को खुला रखें। इस प्रक्रिया में स्क्रीन गन्दी हो सकती है जिसको आप बाद में पोंछ कर साफ़ कर सकती हैं। अगर आपके पास हैंड वैक्यूम है तो आप कंप्रेस्ड एयर की मदद से इसमें जमी धूल को हटा सकती हैं। ध्यान रखें कि एयर का प्रेशर लौ रहे। इसके बाद कॉटन या माइक्रो फाइबर क्लॉथ को प्यूरिफाइड वाटर में गीला कर लें। आप पानी की बजाय रबिंग एल्कॉहल का यूज़ कर सकती हैं। कपड़े को गीला कर लैपटॉप की और की के बीच वाले पार्ट को साफ़ करें। ध्यान रखें कपड़ा स्कीज़ किया हुआ क्योंकि थोड़ा बहुत पानी भी आपके लैपटॉप की-बॉर्ड के स्मूथ फंक्शन को बेकार कर सकता है। पोर्ट को करें ब्लोअर से साफलैपटॉप के चार्जिंग पोर्ट या फिर यूएसबी पोर्ट की सफाई करने के लिए ना तो आप ब्रश का इस्तेमाल करें और ना ही माइक्रोफाइबर क्लॉथ का क्योंकि इससे कोर्ट में किसी तरह की दिक्कत आ सकती है ऐसे में इन्हें साफ करने के लिए ब्लोअर का इस्तेमाल किया जा सकता है जो मार्केट में कम कीमत में उपलब्ध है।

लैपटॉप केस की सफ़ाई एक बाउल में प्यूरिफाइड वाटर लें और उसमे कुछ बूदें डिश वॉश की मिला लें। एक स्पंज को इसमें भिगोकर अच्छे से निचोड़कर स्पंज की मदद से लैपटॉप केस को चारों तरफ से साफ़ करें। इसके साइड में मौजूद चाजिऱ्ंग और माउस कनेक्ट पोर्ट को साफ़ करने के लिए ईयरबड का इस्तेमाल करें। इसकी मदद से उसके अंदर मौज़ूद डस्ट को साफ़ करें। लास्ट में माइक्रोफाइबर क्लॉथ की मदद से पूरे लैपटॉप को दोबारा से साफ़ कर दें। (एजेंसी)

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उर्फी जावेद से खूबसूरती में उनसे आगे हैं उनकी छोटी बहन अस्फी

11.04.2022 – उर्फी जावेद की खूबसूरती की तो आपने तारीफ कई बार की होगी. हाल ही में मीडिया के सामने जैसे ही उर्फी की छोटी बहन डॉली आईं तो लोग उनकी सुंदरता के कायल हो गए. लेकिन अगर आपको ये लगता है कि उर्फी और डॉली ही सबसे ज्यादा खूबसूरत हैं तो आप गलत हैं. उर्फी को मिलाकर उनकी चार बहनें और एक भाई है. उर्फी की सबसे छोटी बहन अस्फी जावेद भी इतनी ज्यादा सुंदर है कि उन पर से आपका नजरें हटाना मुश्किल हो जाएगा. देखिए उर्फी की सबसे छोटी बहन अस्फी जावेद की कुछ तस्वीरें.उर्फी और डॉली की ही तरह अस्फी जावेद भी खूबसूरती के मामले में हीरोइनों को टक्कर देती हैं.

अस्फी भी डॉली जावेद की तरह ब्लॉगर हैं. जैसे ही वो इंस्टाग्राम पर अपनी कोई तस्वीर शेयर करती हैं वैसे ही वो वायरल हो जाती है. खास बात है कि अस्फी का ड्रेसिंग सेन्स भी अपनी बहनों की तरह कमाल का है. आए दिन वो सोशल मीडिया पर अपनी अलग-अलग स्टाइल और ड्रेसेज में तस्वीरें शेयर करती रहती हैं. इन तस्वीरों पर यूजर्स लगातार कमेंट करके उनकी तारीफ करते रहते हैं. (एजेंसी)

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आरआरआर 1000 करोड़ से ज्यादा कमाने वाली बनी तीसरी मूवी

11.04.2022 – आरआरआर 1000 करोड़ से ज्यादा कमाने वाली बनी तीसरी मूवी.  पिछले कुछ समय से बॉक्स ऑफिस पर साउथ फिल्मों का बोलबाला देखने को मिल रहा है। साउथ मूवीज रिलीज हो रही हैं और जबरदस्त कमाई भी कर रही हैं। पहले पुष्पा का कहर देखने को मिला और अब एस एस राजामौली की फिल्म आरआरआर का तूफान रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। राजामौली की इस फिल्म ने उनकी सुपरडुपर ब्लॉकबस्टर फिल्म बाहुबली का भी रिकॉर्ड तोड़ती नजर आ रही है। वर्ल्डवाइड कलेक्शन की बात करें तो आरआरआर मूवी 1000 करोड़ की कमाई करने वाली देश की तीसरी मूवी बन गई है।

फिल्म की कमाई के ताजा आंकड़े शेयर किए हैं। उनके मुताबिक इस मूवी ने 16वें दिन दुनियाभर में 1000 करोड़ की कमाई के जादुई आंकड़े को छुआ है। इससे पहले सिर्फ प्रभास की बाहुबली 2 और आमिर खान की दंगल ही इस मुकाम तक पहुंच चुकी है। फिल्म की बात करें तो इसका निर्देशन एस एस राजामौली ने किया है। राजामौली बड़े बजट की फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं। इस मूवी का बजट भी करीब 550 करोड़ का है।

लेकिन फिल्म तो पूरा पैसा वसूल कर के दोगुनी कमाई की तरफ तेजी से बढ़ रही है। इसमें जूनियर एनटीआर और राम चरण लीड रोल में हैं। इसके अलावा मूवी में आलिया भट्ट, अजय देवगन, ओलीविया मॉरिस, श्रिया सरन समेत और स्टार्स भी शामिल हैं। (एजेंसी)

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इम्प्पा (IMPPA) 2022 का चुनाव पिछले दिनों सम्पन्न हुआ

10.04.2022 – इम्प्पा (IMPPA) 2022 का चुनाव पिछले दिनों सम्पन्न हुआभारतीय फिल्म निर्माण क्षेत्र का पहला और एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सबसे पुराना संघ इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) का चुनाव 2022 का चुनाव पिछले दिनों अंधेरी(पश्चिम), मुम्बई स्थित वालिया हॉल में सम्पन्न हुआ। इस चुनाव में अभय सिन्हा ग्रुप ने धमाकेदार जीत के साथ अपना परचम लहराया। के सी बोकाड़िया ग्रुप को भी आंशिक सफलता मिली। अभय सिंह के साथ साथ उनके ग्रुप के जिन लोगों ने जीत हासिल की उनके नाम क्रमशः प्राइम मेंबर अशोक पंडित, अतुल पटेल, बाबू भाई थीबा, भरत एन पटेल, घश्याम तलाविया, हरसुख भाई पटेल, जगदीश बारिया, निशांत उज्जवल, प्रदीप सिंह, राज कुमार पांडेय, रत्नाकर कुमार, रोशन सिंह, टीनू वर्मा, विनोद गुप्ता, यूसुफ शेख हैं। अभय सिंह के ग्रुप से एसोसिएट क्लास मेंबर कुक्कू कोहली, सुषमा शिरोमणि और टी वी प्रोड्यूसर संजीव सिंह बॉबी ने भी चुनाव में जीत हासिल करने में कामयाब रहे। के सी बोकाड़िया ग्रुप का प्रदर्शन अच्छा रहा। परंतु उनके ग्रुप से प्राइम मेंबर एक भी नहीं जीते। एसोसिएट क्लास मेंबर अमित बोकाड़िया, रिकू राकेश नाथ, महेंद्र धारीवाल और टी वी प्रोड्यूसर मनीष जैन ने जीत हासिल की। उम्मीद की जा रही है कि अभय सिन्हा के नेतृत्व में इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन का नया स्वरूप नज़र आएगा। विदित हो कि

 

1937 में विख्यात फिल्मकार खान बहादुर अर्देशिर एम. ईरानी के संरक्षण में इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन की आधारशिला रखी गई थी। स्थापना काल में  जुड़े निर्माता सदस्य अर्देशिर एम. ईरानी, ​​चंदूलाल जे. शाह, एम.ए. फ़ज़ल-भोय, जे.बी.एच. वाडिया, चिमनलाल बी. देसाई, रुस्तम सी.एन. ब्रोचा और शंकरलाल जे. भट्ट आदि ने इम्प्पा को अपनी दूरदर्शिता और संगठनात्मक क्षमता से सींचा और फिल्म निर्माता  सदस्यों के लिए छायादार और फलदार बृक्ष का स्वरूप प्रदान किया।

इम्प्पा के (IMPPA) के उद्भव व विकास यात्रा में महान फिल्मकार वी शांताराम,  राय बहादुर चुन्नीलाल, ,  छोटूभाई जे. देसाई,  छोटूभाई डी. देसाई, ,  के.एम. मोदी,  जैमानी दीवान,  दलसुख एम. पंचोली,  एस.के. पाटिल,  किशोर साहू,  जे.पी. तिवारी,  जे.बी. रूंगटा,  बिमल रॉय,  आर. चंद्रा,  जे. ओम प्रकाश,  महबूब खान,  रोशनलाल मल्होत्रा,  जी.पी. सिप्पी,  आई.एस. जौहर,  नरगिस दत्त,  रामप्रकाश छिब्बर,  राम बोहरा,  प्रकाश मेहरा, रामराज नाहटा,  जिमी निरूला,  सुल्तान अहमद,  के.डी. शौरी, श्री शक्ति सामंत के अलावा  स्मिता ठाकरे,  सावन कुमार टाक,  सुषमा शिरोमणी, राकेश कुमार शर्मा, , शबनम कपूर और टी.पी. अग्रवाल के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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रामनवमी के शुभअवसर पर राज्यवासियों को बधाई और शुभकामनाएं – श्री हेमन्त सोरेन

रांची, 10.04.2022 – रामनवमी के अवसर पर आज श्रद्धालुओंऔरआस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। हर तरफ जय श्री राम के उद्घोष गूंज रहे है। हजारों हज़ार की संख्या में श्रद्धालु श्री रामनवमी की परंपरागत शोभा यात्रा में शामिल हो रहे हैं। यह सब भगवान श्रीराम के प्रति हमारी अटूट एवं असीम भक्ति को ही दर्शारहा है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने तपोवन मंदिर निवारनपुर में श्रद्धालुओं को राम नवमी की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए ये कहीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मंदिर में विधिवत तरीके से पूजा -अर्चना कर राज्य एवं राज्यवासियों के सुख- समृद्धि और अमन -चैन की कामना की।

यह परंपरा अनवरत चलती रहे

मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनवमी की परंपरागत शोभा यात्रा लंबे समय से चलती आ रही है।यह अनवरत चलती रहे, यह हम सभी भगवान श्री राम से कामना करते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सड़कों पर उतरा श्रद्धालुओं का सैलाब यह बता रहा है कि जन- जन के सीने में भगवान श्री राम बसे हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम हम सभी के शरीर में इतना ताकत भरते हैं,जिसके कारण कोने-कोने से श्रद्धालु आज यहां आकर भगवान श्री राम के चरणों में मत्था टेक आशीर्वाद ले रहे हैं और साथ में श्री रामनवमी शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रहे हैं। रामनवमी का त्यौहार हम सभी को एकजुट और मजबूती प्रदान करता है।

तपोवन मंदिर का होगा सौंदर्यीकरण

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा करते हुए कहा कि तपोवन मंदिर का सौंदर्यीकरण सरकार के द्वारा किया जाएगा। यह कार्य अगले वर्ष रामनवमी के पहले पूर्ण कर लिया जाएगा। यहां श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।

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उत्तर कोयल नहर का अधूरा कार्य पूरा होगा, केंद्र ने सहमती दी

औरंगाबाद ,10 अप्रैल (आरएनएस)। उत्तर कोयल नहर का अधूरा कार्य पूरा होगा, केंद्र ने सहमती दी. केंद्र सरकार ने बिहार की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना उत्तर कोयल नहर के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए सहमति प्रदान कर दी है। औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि उत्तर कोयल नहर परियोजना के बिहार के हिस्से में 77 किलोमीटर लंबी इस नहर के पक्कीकरण, संरचना के पुनर्निर्माण तथा अन्य लंबित कार्यों के निर्माण को पूरा करने के लिए बिहार सरकार की स्वीकृति के बाद केंद्र ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
सिंह ने बताया कि उत्तर कोयल नहर के लंबित कार्यों को पूरा करने पर 3042 करोड़ 27 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके लिए संशोधित विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) और प्राक्कलन तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के पूरा होने से बिहार के औरंगाबाद और गया जिले की असिंचित एक लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई सकेगी और नक्सल प्रभावित इलाके में खेती सुनिश्चित होने से खुशहाली आएगी।
सांसद ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 139 हरिहरगंज – औरंगाबाद – पटना सड़क को फोरलेन करने के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है और इसका डीपीआर तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डीपीआर तैयार होने के बाद इसके लिए निविदा का प्रकाशन किया जाएगा और फिर निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

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राष्ट्रपति ने देशवासियों को राम नवमी की शुभकामनाएं दी

नई दिल्ली ,10 अप्रैल (आरएनएस)। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने देशवासियों को राम नवमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सब प्रभु राम के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण में योगदान का संकल्प लें।
कोविंद ने कहा, सभी देशवासियों को राम नवमी की शुभकामनाएं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन, उनकी कर्तव्यनिष्ठा और उच्च आदर्श पूरी मानवता के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा के स्रोत हैं।

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रामनवमी के महापर्व पर देश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ : शाह

नई दिल्ली ,10 अप्रैल (आरएनएस)।रामनवमी के महापर्व पर देश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ : शाह.  केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देशवासियों को रामनवमी महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन हमें मर्यादाओं का पालन कर सत्य व धर्म के मार्ग पर चलने की सीख देता है।
शाह ने आज ट्वीट कर कहा, समस्त देशवासियों को रामनवमी के महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन हमें मर्यादाओं का पालन कर सत्य व धर्म के मार्ग पर चलने की सीख देता है। प्रभु श्री राम सभी पर अपनी कृपा व आशीर्वाद बनाए रखें। जय श्री राम! उन्होंने ट्वीट के साथ भगवान श्रीराम का चित्र भी साझा किया

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