चारधाम यात्रा के लिए सोमवार से बनेंगे वाहनों के ग्रीन कार्ड

देहरादून 15 अप्रैल । चारधाम यात्रा पर जाने वाले कमर्शियल वाहनों के ग्रीन कार्ड 18 अप्रैल से बनेंगे। परिवहन विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी हैं। ग्रीन कार्ड के लिए greencard.uk.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यहां होम पेज खुलने पर ‘ग्रीन कार्ड/वाहन पंजीकरण के लिए आवेदन करें वाले ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद वाहन नंबर और चेसिस नंबर दर्ज करके बाकी डिटेल भरनी होगी।

ऑनलाइन आवेदन करने के बाद वाहन को आरटीओ या एआरटीओ दफ्तर लाना होगा,भौतिक निरीक्षण के बाद ग्रीन कार्ड जारी होगा। आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि ग्रीन कार्ड बनाने की तैयारी चल रही है।

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जूनियर एनटीआर के पोस्ट-आरआरआर लुक से प्रभावित हुए प्रशंसक

15.04.2022 – जूनियर एनटीआर के पोस्ट-आरआरआर लुक से प्रभावित हुए प्रशंसक.  एस.एस. राजामौली के महाकाव्य आरआरआर की अभूतपूर्व सफलता के बाद, जूनियर एनटीआर ने अपनी अगली फिल्म के लिए अपने लुक को तैयार करने के लिए ब्रेक लिया है। एनटीआर की अगली फिल्म एनटीआर 30 की घोषणा के एक साल बाद.

जूनियर एनटीआर की एक अन्य व्यक्ति के साथ एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें उनके प्रशंसकों ने इसे सबसे हालिया तस्वीर होने का दावा किया है।जैसा कि फोटो से पता चलता है, जूनियर एनटीआर ने एक शानदार बदलाव किया है। तारक के प्रशंसकों को लगता है कि वह कटे हुए बालों और कटी हुई दाढ़ी के साथ बेहतर दिखते हैं।

नये लुक में जूनियर एनटीआर की यह फोटो उनके प्रशंसकों के लिए ताजी हवा के झोंके के रूप में आई है।एनटीआर 30 के लिए अपना वजन कम करने की खबरों के बीच तारक के नए लुक ने उनके फैंस को उत्साहित कर दिया है। (एजेंसी)

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संजय दत्त ने अपने केजीएफ 2 के चरित्र को लेकर बात की

15.04.2022 – संजय दत्त ने अपने केजीएफ 2 के चरित्र को लेकर बात की. पीरियड एक्शन फिल्म केजीएफ का दूसरा भाग के गुरुवार को स्क्रीन पर हिट होने के बाद, बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने साझा किया कि उन्हें सूट करने के लिए एक कठिन फिटनेस रेगुलरटी से गुजरना पड़ा।

अभिनेता ने कहा कि नायक के खिलाफ एक्शन ²श्यों के साथ एक भयावह उपस्थिति के लिए न केवल गहन अभिनय की आवश्यकता होती है, बल्कि हैवी और आकर्षित बॉडी भी होती है। सरल शब्दों में कहूं तो मुझे केवल भूमिका ही नहीं निभानी थी, मुझे भूमिका देखनी भी थी।2020 में, संजय दत्त को उनकी फिल्म सड़क 2 की रिलीज से पहले कैंसर का पता चला था, जहां उन्होंने आलिया भट्ट, आदित्य रॉय कपूर, मकरंद देशपांडे और पूजा भट्ट के साथ स्क्रीन साझा की थी।

हालांकि उपचार के बाद अच्छी फिटनेस अपनाना कठिन था, लेकिन जब उन्होंने फिल्म पाने वालों की भीड़ देखी तो उसके लिए यह सब भुगतान किया। प्रशिक्षण कठिन था लेकिन जब मैंने भीड़ को देखा तो यह पूरी तरह से इसके लायक था। (एजेंसी)

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कालीन खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी

15.04.2022 – कालीन खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी.  घर की सुन्दरता बढाने में कई चीजों की जरूरत होती है और सभी चीजें इसमें अपना महत्व बनाए रखती हैं। इसी में कालीन का भी एक विशेष स्थान होता हैं जो आपको ठन्डे आँगन से बचाने के साथ ही घर की सुन्दरता भी बढाता है। लेकिन अक्सर लोगों की यह शिकायत होती है कि कालीन जल्दी ही फट जाता है या उसकी चमक खो जाती हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ विशेष ध्यान रखने वाली बातों के बारे में बताने जा रहे है जो आपको कालीन खरीदते वक़्त ध्यान रखनी हैं। तो आइये जानते है इन बातों के बारे में।

* कालीन की गद्दीप्रत्येक कालीन गद्दी के साथ आता है। लेकिन कुछ कालीनों में पतली गद्दी होती है, तो कुछ में मोटी। अच्छी गद्दी वाला कालीन वही होता है जिस में ठीक तरीके से गद्दी लगाई गई हो। सही तरीके की गद्दियों वाला कालीन अधिक सुविधापूर्ण और आरामदेह होता है। लेकिन मुलायम मोटी गद्दियां अधिक आरामदेह नहीं होतीं। इन के बजाय ऐसी ठोस गद्दियां अधिक आरामदेह और उपयुक्त होती हैं, जो अपेक्षाकृत अधिक पतली होती हैं।

* कालीन का रेशाजहां एक ओर कालीन के रोएं से उस की भीतरी परत का निर्धारण होता है, वहीं दूसरी ओर कालीन के रेशे से उस की बाहरी परत बनती है। ये रंगों और पैटर्नों की ढेरों वैराइटियों में उपलब्ध हैं। ये अत्यधिक जलरोधी और दागरोधी भी होती हैं। ऊन वह सब से कीमती रेशा है जिस का कालीनों में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उन कालीनों के लिए अधिक केयर और रखरखाव की जरूरत पड़ती है।

* जांचें रेशे का घनत्वकालीन खरीदने से पहले रेशे के घनत्व की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए। कालीन में रेशे का घनत्व जितना अधिक होगा वह उतना ही अधिक अच्छा होगा। दरअसल, उच्च घनत्व वाले कालीन फील और टच में अधिक मजबूत और आरामदेह होते हैं। ये पैरों के नीचे मुलायम तो रहते ही हैं, थके हुए पैरों के लिए आरामदेह भी होते हैं।

* रोएं की जांच करेंकालीन का रोयां कालीन का मुख्य आधार होता है। कालीन का फील इस बात पर बहुत अधिक निर्भर करता है कि उस में किस प्रकार के रोएं का इस्तेमाल किया गया है। रोएं बुने हुए और कलगीदार होते हैं, लेकिन बुने हुए रोएं कलगीदार रोएं की तुलना में अधिक मजबूत और टिकाऊ होते हैं। बुने हुए रोएं एकदूसरे के साथ अधिक निकटता से बुने जाते हैं, जिस से कालीन को अधिक ठोस और मजबूत फीलिंग मिलती है। इसलिए कलगीदार कालीनों की तुलना में बुने हुए कालीनों को अधिक तरजीह दी जाती है। (एजेंसी)

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सिंक की बदबू को इन उपायों की मदद से दूर करें

15.04.2022 – सिंक की बदबू को इन उपायों की मदद से दूर करें. अक्सर देखा गया है कि महिलाऐं किचन के सिंक में आने वाली बदबू से परेशान रहती हैं क्योंकि यह बदबू पूर घर में फैलती हैं और घर आए मेहमानों के सामने आपको शर्मिंदा करती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि इस बदबू का कारण जाना जाए और बदबू को दूर करने के उपाय किए जाए। सिंक में बदबू तो खाने के फंसे होने की वजह से होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ बेहतरीन उपाय लेकर आए है जिनकी मदद से इस बदबू से छुटकारा पाया जा सकता हैं। तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में।

* नेप्थलीन की गोली का करें इस्तेमाल बदबू खत्म के लिए नेप्थलीन की गोली भी बहुत ही अच्छा उपाय है। आप हमेशा सिंक में 1 नेप्थलीन की गोली डालकर रखें। इससे कभी भी आपको इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

* सिरके से दूर करें बदबूआप चाहे तो सिरके का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। सिंक में सिरके को डालकर छोड़ दें, बाद में स्क्रब और पानी से रगड़कर साफ करें। इससे सिंक क्लीन हो जाएगा और गदंगी भी निकल जाएगी। सिंक में व्हाइट स्पॉट पड़ जाते हैं तो वो भी आसानी से निकल जाएंगे

* जैतून का तेल है फायदेमंदसिंक और ड्रेन पाइप को धोने के बाद सिंक पर हल्का सा पानी डालें और इसे तौलिया या टिश्यू से अच्छी तरह पोंछ लें। इससे सिंक पर पानी के दाग भी नहीं रहेगा। इसके बाद ऑलिव ऑयल की कुछ बूदों को डालकर पेपर टॉवल से पोंछ दें। इससे सिंक शाइन करेगा और बदबू भी दूर रहेगी।

* बेकिंग सोडे का इस्तेमाल करेंअगर आपका सिंक स्टेनलेस स्टील से बना हुआ है तो इसे साफ करने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करें। इससे बदबू भी दूर हो जाएगी और सिंक चमकदार भी बनेगा। इसके लिए बेकिंग सोड़ा को पूरे सिंक में छिड़क दें और 5 मिनट बाद सक्रब से रगड़कर अच्छे से साफ करें।

* संतरे के छिलकों का इस्तेमाल सिंक को खूशबूदार बनाने के लिए उसे संतरे के छिलकों से रगड़ें। फिर गुनगुने पानी से सिंक को साफ करें। इससे सिंक की बदबू कुछ देर में ही दूर हो जाएगी। (एजेंसी)

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सैफ-करीना का नवाबी रंग रणबीर-आलिया की शादी में छाया

15.04.2022 – सैफ-करीना का नवाबी रंग रणबीर-आलिया की शादी में छाया . रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की शादी के फंक्शन में सबकी नजरें सैफ अली खान और करीना कपूर खान पर टिकी रह गईं। करीना ने पति सैफ के साथ ट्विनिंग की। दोनों ने बेबी पिक कलर की आउटफिट कैरी की हुई थी। स्टाइल स्टेटमेंट को देख हर कोई दंग रह गया।

करीना कपूर के आउटफिट की बात करें तो उन्होंने पिंक कलर की साड़ी पहनी हुई थीं। साड़ी पर सिल्वर कलर का बॉर्डर खूबसूरती को चार चांद लगा रहा था। इसके अलावा, उनकी सिंपल जूलरी और लाइट मेकअप उनके लुक को परफेक्ट बना रहा था।वहीं सैफ ने नेहरू जैकेट और पजामे के साथ पिंक कलर का रॉयल कुर्ता पहना हुआ था। आपको बता दें कि रणबीर-आलिया की शादी की रस्में पाली हिल स्थित आवास वास्तु में हुई।

दोनों सितारे 2018 में ब्रह्मास्त्र के सेट पर मिले थे। यहां से ही दोनों के प्यार की शुरूआत हुई। 2020 में दिए एक इंटरव्यू में रणबीर ने अपने रिश्ते की पुष्टि की।ब्रह्मास्त्र 9 सितंबर को रिलीज होगी। यह पहली बार होगा जब दोनों एक साथ पर्दे पर नजर आएंगे। (एजेंसी)

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अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके, 5.3 मापी गई तीव्रता

ईटानगर,15 अपै्रल (आरएनएस)। अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके, 5.3 मापी गई तीव्रता. अरुणाचल प्रदेश में पांगिन क्षेत्र के उत्तर में शुक्रवार को भूकंप के मध्यम झटके महसूस किए गए।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने यह जानकारी दी। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गयी। केंद्र ने बताया कि सुबह करीब 6.56 बजे आए भूकंप का केन्द्र पांगिन शहर से करीब 1,176 किमी उत्तर में 30 किमी की गहराई में स्थित था। उन्होंने बताया कि भूकंप से किसी के जान-माल के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है।

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ढाका के रास्ते अगरतला-कोलकाता के बीच बस सेवा हुई बहाल

अगरतला,15 अप्रैल (आरएनएस)। ढाका के रास्ते अगरतला-कोलकाता के बीच बस सेवा हुई बहाल.  कोरोना संक्रमण के कारण दो साल तक स्थगित रही ढाका के रास्ते अगरतला-कोलकाता के बीच बस सेवा अगले सप्ताह से बहाल होगी। अगरतला में बंगलादेश के सहायक उच्चायोग ने इस माह से यात्रियों के लिए वीजा जारी करना शुरु कर दिया है।साल 2020 में अप्रैल के अंतिम सप्ताह में कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सीमा पर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी। फिलहाल दोनों ही देशों ने आखाउड़ा और बेनापोल में से होकर बंगलादेश में यात्रियों की आवाजाही पर लगे सभी प्रतिबंधों को वापस ले लिया
है।
त्रिपुरा सरकार के अधिकारियों ने कहा कि त्रिपुरा सड़क परिवहन निगम (टीआरटीसी) ने अगले 20 अप्रैल से दोनों देशों के बीच मैत्री बस चलाने का भी फैसला किया है। बंगलादेश सरकार ने हालांकि इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की है। दोनों देशों के समझौते के अनुसार, टीआरटीसी अगरतला से ढाका के रास्ते कोलकाता के लिए एक बस चलाता है और बंगलादेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन कोलकाता के सॉल्ट लेक इलाके से ढाका के रास्ते अगरतला के लिए एक बस चलाता है।
अगरतला और कोलकाता के बीच सफर के लिए ट्रेन और विमान सेवाएं दोनों किफायती दरों पर उपलब्ध हैं, लेकिन बावजूद इसके बस से कम दूरी (करीब 500 किलोमीटर) होने की वजह से लोग इससे सफर करना ही अधिक पसंद करते हैं। इसे पहली बार वर्ष 1999 में शुरू किया गया था।
कोरोना के मामलों में गिरावट को देखते हुए पर्यटन को फिर से बढ़ावा दिया जा रहा है। इसे देखते हुए बंगलादेश के टूर ऑपरेटरों ने ढाका के रास्ते अगरतला और चटगांव तथा अगरतला से कॉक्स बाजार के बीच एक सीधी बस सेवा शुरु करने का प्रस्ताव रखा है, जिसे यहां रविवार से आयोजित होने वाले भारत-बंगलादेश पर्यटन उत्सव के दौरान औपचारिक रूप दिया जाना है।

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दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश इस साल सामान्य रहेगी : आईएमडी

नई दिल्ली ,15 अप्रैल (आरएनएस)।दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश इस साल सामान्य रहेगी.  कृषि प्रधान भारत के बड़े हिस्से के लिए क्या खुशी ला सकता है। इस साल पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश सामान्य रहने की संभावना है। मात्रात्मक रुप से, मानसून ऋतु (जून से सितम्बर) वर्षा प्लस/माइनस 5 प्रतिशत मॉडल त्रुटि के साथ दीर्घावधि औसत (एनपीए) का 99 प्रतिशत होने की संभावना है। आईएमडी ने यह जानकारी दी। 1971-2020 की अवधि के लिए पूरे देश में जून से सितंबर की अवधि के लिए एलपीए वर्षा 87 सेमी है।

यह 87 सेमी इस वर्ष की नई सामान्य अखिल भारतीय वर्षा है, जिसे आईएमडी ने 1961-2010 के आंकड़ों के आधार पर पहले के 88 सेमी की जगह लेगा।आईएमडी के महानिदेशक, मौसम विज्ञान, मृत्युंजय महापात्र ने मीडियाकर्मियोंको बताया, प्रायद्वीपीय भारत के उत्तरी भाग, मध्य भारत, हिमालय की तलहटी और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

आईएमडी मानसून के मौसम के लिए पूवार्नुमान जारी करेगा। मुख्य रूप से मध्य भारतीय भाग, जो गुजरात और राजस्थान से ओडिशा तक फैला हुआ है, जो काफी हद तक वर्षा आधारित क्षेत्र (कृषि के लिए) है और इसलिए पिछले साल से, आईएमडी के विशिष्ट एमसीजेड पूवार्नुमान को किसानों के लिए अधिक प्रासंगिक बनाते हैं।

महापात्र ने कहा, उपरोक्त कमी अखिल भारतीय वर्षा के सूखे और गीले कालावधि की प्राकृतिक बहु दशकीय कालावधि के परिवर्तनशीलता का हिस्सा है। वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम मानसून शुष्क काल से गुजर रहा है, जो 1971-80 के दशक से शुरू हुआ था। वर्ष 2011-20 के दशक के लिए अखिल भारतीय दक्षिण पश्चिम मानसून वर्षा का दशकीय औसत दीर्घकालिक माध्य से 3.83 फीसदी कम है। अगले दशक यानी 2021-30 के तटस्थ के करीब आने की उम्मीद है और दक्षिण-पश्चिम मानसून 2031-40 के दशक से आदर युग में प्रवेश करेगा।

ला नीना की स्थिति भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में बनी हुई है और मानसून के मौसम के दौरान जारी रहने की संभावना है। ला नीना मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर के ऊपर ठंडा होने से जुड़ा है। एक अल नीनो (ला नीना के विपरीत) आमतौर पर भारत में कम (अधिशेष) मानसून वर्षा से जुड़ा होता है। हालांकि, अल नीनो और भारतीय मानसून के बीच कोई एक से एक संबंध नहीं है।

इस बीच, आईएमडी गतिविधियों की बेहतर क्षेत्रीय स्तर की योजना के लिए क्षेत्रीय औसत वर्षा पूर्वानुमानों के साथ-साथ मौसमी वर्षा के स्थानिक वितरण के पूर्वानुमान के लिए विभिन्न उपयोगकर्ताओं और सरकारी अधिकारियों की मांगों को पूरा करता है। इसके लिए 2021 से आईएमडी के अपने मॉनसून मिशन क्लाइमेट फोरकास्ट सिस्टम (एमएमसीएफएस) सहित विभिन्न वैश्विक जलवायु भविष्यवाणी और अनुसंधान केंद्रों से युग्मित वैश्विक जलवायु मॉडल (सीजीसीएम) पर आधारित एक मल्टी-मॉडल एनसेंबल (एमएमई) पूर्वानुमान प्रणाली का उपयोग किया जाता है।

एमएमई एक सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत तकनीक है, जिसका उपयोग एकल मॉडल-आधारित ²ष्टिकोण की तुलना में पूर्वानुमानों के कौशल में सुधार और पूर्वानुमान त्रुटियों को कम करने के लिए किया जाता है। एमएमई पूर्वानुमान प्रणाली में उपयोग किए जाने वाले सभी मॉडलों की सामूहिक जानकारी के लिए प्रदर्शन सुधार पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।

पृथ्वी विज्ञान सचिव, एम. रविचंद्रन ने कहा, परंपरागत रूप से, आईएमडी पूर्वानुमान के लिए सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करता था, लेकिन 2017 के बाद से, गतिशील पूर्वानुमान प्रणाली ने मानसून पूर्वानुमान और जिला स्तर के पूर्वानुमान और अब-कास्ट जैसे अन्य पूर्वानुमानों के लिए महासागर वातावरण युग्मित मॉडल का उपयोग करना शुरू कर दिया है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए पहले चरण के पूर्वानुमान के बाद, आईएमडी मई के अंतिम सप्ताह में दूसरा चरण, अद्यतन, पूवार्नुमान जारी करेगा, उस तारीख की घोषणा करने की संभावना के साथ जब मानसून उससे पहले केरल तट से टकराएगा।

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शिवराज सिंह चौहान के बुलडोजर एक्ट को मिला पार्टी का समर्थन

नई दिल्ली ,15 अप्रैल (आरएनएस)। शिवराज सिंह चौहान के बुलडोजर एक्ट को मिला पार्टी का समर्थन. दंगा और अन्य गंभीर अपराधों के आरोपी व्यक्तियों की संपत्तियों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करना आदेश देने को लेकर विरोध के उठते स्वरों के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यो को केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन मिला है।

हिंसा और जघन्य अपराधों के आरोपियों की संपत्तियों को गिराने के कदम का समर्थन करते हुए मध्य प्रदेश के पार्टी प्रभारी पी. मुरलीधर राव ने गुरुवार को कहा कि चौहान ने जमीनी हकीकत के आधार पर कार्रवाई की।राव ने कहा, जमीन पर स्थिति के आधार पर मुख्यमंत्री चौहान ने कार्रवाई की। जहां कहीं भी बुलडोजर की जरूरत है, वह इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।

हाल ही में मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में रामनवमी के जुलूस को लेकर हुई हिंसा के बाद स्थानीय प्रशासन ने बुलडोजर से 50 से अधिक घरों और दुकानों को ध्वस्त कर दिया और लगभग 100 लोगों को गिरफ्तार किया।

चौहान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सफल बुलडोजर शैली का अनुसरण किया और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर और दंगों और जघन्य अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ उनकी सरकार के सख्त रुख पर एक कड़ा संदेश देने की कोशिश की।

राव ने कहा, लोगों ने चौहान को बुलडोजर मामा कहना शुरू कर दिया है, जैसे आदित्यनाथ को लोकप्रिय रूप से बुलडोजर बाबा कहा जाता है। बुलडोजर निर्दोष लोगों की संपत्ति को नष्ट नहीं कर रहा है, यह केवल दंगाइयों और अपराधियों की संपत्ति को ध्वस्त कर रहा है। मेरे सहित भाजपा में कई को लगता है कि असामाजिक तत्वों की संपत्तियों के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल करने के राज्य सरकार के फैसले में कुछ भी गलत नहीं है।

चौहान सरकार ने इससे पहले श्योपुर और रायसेन जिले में दो अलग-अलग आपराधिक कृत्यों में आरोपी व्यक्तियों की संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया था।

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मानसिक अवसाद व विभिन्न वजहों से जूझने वाले छात्रों की फिक्र कहां?

मानसिक अवसाद व विभिन्न वजहों से भारत में हर साल छात्र आत्महत्या कर रहें  हैं। ऐसे मामलों पर अंकुश लगाने के लिए कभी कोई ठोस पहल नहीं की गई। कुछ संस्थानों ने मानसिक अवसाद से जूझने वाले छात्रों की काउंसलिंग के लिए केंद्र खोले हैँ। लेकिन उसका खास फायदा नहीं नजर आ रहा है।कोलकाता स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च के एक छात्र की रहस्यमय हालात में मौत ने एक बार फिर उच्च शिक्षा क्षेत्र में जारी समस्याओं की तरफ ध्यान खींचा है। लगातार बढ़ती ऐसी घटनाओं से साफ है कि उच्च शिक्षा क्षेत्र में कहीं कोई गड़बड़ी है। दुखद यह है कि ऐसे किसी मामले के सामने आने पर दो-चार दिन चर्चा होती है। फिर सब कुछ जस का तस हो जाता है। गौरतलब है कि कोलकाता में शुभदीप राय के पहले बीते महीने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोध छात्र संजय पटेल ने आत्महत्या की थी। उससे पहले पिछले जुलाई में आईआईटी- चेन्नई के शोध छात्र उन्नीकृष्णन का शव परिसर के भीतर जली हुई हालत में बरामद किया गया था। ऐसी घटनाओं की सूची काफी लंबी है। कोलकाता के छात्र ने अपनी डायरी में अपने गाइड की आलोचना करते हुए लिखा था कि वे किसी तरह का सहयोग नहीं करते और खुद कुछ लिखते-पढ़ते नहीं हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर साल विभिन्न वजहों से हजारों छात्र आत्महत्या कर लेते हैं।ऐसे मामलों पर अंकुश लगाने के लिए कभी कोई ठोस पहल नहीं की गई। कुछ संस्थानों ने मानसिक अवसाद से जूझने वाले छात्रों की काउंसलिंग के लिए केंद्र खोले हैँ। लेकिन उसका खास फायदा नहीं नजर आ रहा है। अफसोसनाक यह है कि ऐसी हर घटना के बाद लीपापोती का प्रयास तेज हो जाता है। ज्यादातर मामलों को मानसिक अवसाद की आड़ में दबा दिया जाता है। लेकिन मूल कारणों की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। यही वजह है कि ऐसे मामले थमने की बजाय बढ़ते ही रहे हैं। जबकि शिकायत यह है कि ज्यादातर मशहूर संस्थानों में दाखिले के कुछ साल बाद ही संस्थान और प्रोफेसरों के रुख के कारण शोध छात्र खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगते हैं। देश में शिक्षण संस्थानों में जड़ें जमा चुकी इन गड़बडिय़ों के कारण ही हर साल भारी तादाद में शोध छात्र विदेशी विश्वविद्यालयों का रुख करते हैं। लेकिन सबके पास इतना सामर्थ्य नहीं होता। नतीजतन उनके पास देश में ही शोध करने का विकल्प बचता है। और यहां हालात अवसाद पैदा करने वाले हैँ। जबकि शिक्षाविद ये बात बार-बार कह चुके हैं कि शिक्षण संस्थानों में खासकर शोध के क्षेत्र में मौजूद गड़बडिय़ों को दूर करने की दिशा में ठोस पहल करनी होगी। क्या अब ऐसा होगा?

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जातिवादी सरकारें नेताओं को अपने समाज का भला नहीं करने देती

लखनऊ ,14 अपै्रल (आरएनएस)। जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला नहीं करने देती. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर विरोधी दलों की सरकारों को जातिवादी करार देते हुए आरोप लगाया है कि जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं और यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसे दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल कर बाहर कर दिया जाता है।

मायावती ने संविधान निर्माता डा भीमराव अंबेडकर की 131वें जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देश में आज भी दलित और उपेक्षित समाज की दयनीय स्थिति को अत्यंत दुखद बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा, संविधान शिल्पी परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर उनके अनुयाइयों की ओर से उन्हें शत्-शत् नमन व हार्दिक श्रद्धा-सुमन। करोड़ों कमजोर व उपेक्षित वर्गों तथा मेहनतकश समाज आदि के हित व कल्याण के प्रति उनके महान व ऐतिहासिक योगदान के लिए देश हमेशा ऋणी व कृतज्ञ।

उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य विरोधी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा, जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है, जैसाकि अब तक यहाँ होता रहा है। इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार, यह अति-दु:खद।
मायावती ने इस स्थिति से निपटने के लिये उपेक्षित एवं शोषित वर्गों में आत्मसम्मान जगाने के बसपा के आंदोलन को झुकने नहीं देने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त विरोधी पार्टियों व इनकी सरकारें बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना करके उनके अनुयाइयों पर शोषण, अन्याय-अत्याचार व द्वेष आदि जारी रखें, किन्तु उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का बीएसपी मूवमेन्ट रुकने व झुकने वाला नहीं है।

अंबेडकर जयंती के अवसर पर मायावती ने आज सुबह यहां स्थित बसपा के प्रदेश कार्यालय में बाबा साहब की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस मौके पर बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।

मिश्रा ने पार्टी कार्यालय में आयोजित अंबेडकर जयंती की तस्वीरें ट्वीटर पर साझा करते हुए कहा, आज लखनऊ स्थित बसपा प्रदेश कार्यालय पर आदरणीय बहन सुश्री मायावती जी के साथ भारतीय संविधान के शिल्पकार, शोषित, वंचित, दलित वर्ग के साथ ही करोड़ों लोगों के मसीहा परम पूज्य भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया। गौरतलब है कि 131वीं अंबेडकर जयंती देश भर में मनायी जा रही है।

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नए प्रधानमंत्री संग्रहालय का पीएम मोदी ने किया का उद्घाटन

नई दिल्ली ,14 अप्रैल (आरएनएस)। नए प्रधानमंत्री संग्रहालय का पीएम मोदी ने किया का उद्घाटन. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन एवं योगदान पर आधारित प्रधानमंत्री संग्रहालय का आज उद्घाटन किया। मोदी करीब 11 बजे तीन मूर्ति भवन में नेहरू स्मारक एवं संग्रहालय पहुंचे जहां केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने उनका स्वागत किया। उन्होंने ने बाद में संग्रहालय का भ्रमण किया और इसके बाद शिलापट्ट का अनावरण करके संग्रहालय का उद्घाटन किया। यहां उन्होंने पहला टिकट भी खरीदा।

यह शुभारंभ संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर किया गया है। इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री एम जे अकबर भी मौजूद थे।

आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव के दौरान शुरू हुए इस संग्रहालय में स्वतंत्रता के पश्चात सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन और योगदान के माध्यम से लिखी गई भारत की गाथा का वर्णन किया गया है।

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बाबा साहेब के विचार भाजपा के कृतित्व का हिस्सा हैं

भोपाल,14 अप्रैल (आरएनएस)। बाबा साहेब के विचार भाजपा के कृतित्व का हिस्सा हैं. मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा है कि भाजपा संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के विचार भाजपा के कृतित्व का हिस्सा हैं। पार्टी उनके विचारों पर काम करते हुए गरीबों के उत्थान के लिए काम करती है।

शर्मा आज यहां बोर्ड ऑफिस चौराहा स्थित भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। माल्यार्पण के अवसर पर उपस्थित पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने ‘डॉ. भीमराव अंबेडकर अमर रहें और ‘जब तक सूरज-चांद रहेगा बाबा साहब का नाम रहेगा के नारे लगाए। श्री शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार इतने वर्षों तक रही, लेकिन उन्होंने कभी भी बाबा साहेब के विचारों पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब से देश में और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तब से बाबा साहेब के विचारों को जमीन पर उतारने और गरीबों के उत्थान के काम हुए।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहेब के पंच तीर्थों पर भी भाजपा की सरकारों ने काम किए। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आज पूरे प्रदेश के 65 हजार बूथों पर माल्यार्पण कर बाबा साहेब के विचारों को जन-जन तक पहुंचाएंगे।
इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा, सीमा सिंह जादौन, प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी, विधायक रामेश्वर शर्मा, अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश जाटव, पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह, पूर्व सांसद आलोक संजर सहित जिला पदाधिकारी एवं कायकर्ताओं ने बाबा साहेब अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की।

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सब्जियों की सफाई ऐसे करें,कीड़ों व कीटनाशक से मिलेगा छुटकारा

14.04.2022 – सब्जियों की सफाई ऐसे करें,कीड़ों व कीटनाशक से मिलेगा छुटकारा. गर्मियों का मौसम जारी हैं और इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी आती हैं सब्जियों के खराब होने की, खासतौर से इनमें कीड़े लगने की। जी हां, इन दिनों में सब्जियों का इस्तेमाल जरा संभलकर करने की जरूरत हैं क्योंकि सब्जियों में कीड़े लगने का डर बना रहता हैं जिनका सेवन आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता हैं। इसी के साथ ही सब्जियों पर लगे कीटनाशक भी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं जिन्हें हटाना भी बहुत जरूरी हैं।

आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह सब्जियों की सफाई की जाए ताकि कीड़ों के साथ ही कीटनाशक से भी छुटकारा मिल सकें। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में.ब्रोकली से कैसे निकालें कीड़े?ब्रोकली सेहत के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन उसमें मौजूद कीड़ो के कारण कोई भी उसका सेवन नहीं करता। इसका सेवन करने से पहले इसको साफ करना भी जरुरी है। इसमें से कीड़े निकालने के लिए आप इसके पिछले हिस्से को पहले काट लें और ब्रोकली के सारे फूलों को अलग कर दें। फिर गर्म पानी करके इसमें थोड़ा सा नमक मिलाएं और ब्रोकली को 30 मिनट के लिए रख दें।

फिर साफ पानी में से निकाल कर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। फूल गोभी से कैसे निकालें कीड़े?सबसे पहले गोभी को 4-5 हिस्सों में काट लें। किसी बड़े साइज में काटें ताकि यह पानी में न घूले। फिर किसी बर्तन में पानी डालकर गर्म करें और उसमें 3 चम्मच हल्दी मिला लें। पानी में गोभी को 15-20 मिनट के लिए डिप करके रख दें। उसके बाद साफ पानी से निकाल कर आप इसका खाना बनाने में इस्तेमाल कर सकती हैं।पत्ता गोभी से कैसे निकालें कीड़े?पत्ता गोभी का रंग हरा होता है। जिसकी वजह से इसमें कीड़े दिखाई नहीं देते। बहुत से लोग इसे मानसून में खाने से बचते हैं। इसमें कीड़े निकालने में समय लगता है। इससे कीड़े निकालने के लिए पत्तागोभी के ऊपर की दो लेयर निकालकर फेंक दें । बाकी लेयरस के निकाल कर अलग-अलग रख दें।

किसी बर्तन में गुनगुना पानी डालकर उसमें 1 चम्मच हल्दी मिक्स करें। उसमें पत्तागोभी के सारे पत्ते डालकर 15-20 मिनट के लिए भिगो कर रख दें। फिर गोभी को बाहर निकालकर साफ पानी में निकाल दें।पालक से कैसे निकालें कीड़े?बरसाती मौसम में बहुत से लोग पालक की सब्जी का सेवन नहीं करते। कीड़े लगने के कारण बहुत से लोग इससे परहेज हैं। इस मौसम में पालक के पत्तों में छेद होता है। जिस वजह से भी इसका इस्तेमाल करने से सभी डरते हैं। पालक से कीड़े निकालने के लिए आप गर्म पानी करके उसमें थोड़ा सा नमक मिला दें और पालक को पानी में डालकर 15-20 मिनट के लिए रख दें।

थोड़ी देर के बाद साफ पानी में से पानी निकालकर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। विनेगर से हटाए कीटनाशक 10 प्रतिशत सफेद सिरके और 90 प्रतिशत पानी के घोल में अपनी सभी सब्जियों और फलों को भिगो दें। इस घोल को अच्छी तरह से हिलाएं और सब्जियों को अच्छी तरह से रगड़ें। फलों में जामुन को धोते समय सावधान रहें क्योंकि इसका छिलका पतला होता है, जिसके कारण इसकी बाहरी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है।उबालें और छीलें अपनी सब्जियों को थोड़ी देर के लिए गर्म पानी से धोएं।

ऐसा करने से आप सब्जियों पर लगे हुए अवशेष को हटा सकते हैं। इसके अलावा सब्जी या फल को छीलना इन कीटनाशकों को हटाने का एक कुशल तरीका है। इसके अलावा, चिकन या मांस को जब भी बनाएं तो उसमें से अतिरिक्त वसा और त्वचा को निकाल दें क्योंकि यह अवांछित कीटनाशक अवशेषों को अवशोषित कर सकते हैं। (एजेंसी)

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एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल फेंकने की बजाय इस तरह से करें

14.04.2022 – एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल फेंकने की बजाय इस तरह से करें. गर्मियों के इन दिनों में पसीने की बदबू को दूर करने के लिए परफ्यूम को बेस्ट ऑप्शन में से एक माना जाता हैं। महिला हो या पुरुष सभी इसका इस्तेमाल करते हैं। परफ्यूम अब हमारे लिए सिर्फ फैशन और स्टेटस सिंबल ही नहीं बल्कि जरूरत बन गया है। लेकिन इसके इस्तेमाल के दौरान कई बार ऐसे मौके आते हैं जब यह एक्सपायर हो जाता हैं और इसे फेंकने की नौबत आ जाती हैं क्योंकि एक्सपायर्ड परफ्यूम के इस्तेमाल से त्वचा पर खुजली, जलन और स्किन इंफेक्शन जैसे साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं। महंगे परफ्यूम को यूं ही फेंकना आसान तो नहीं होता हैं।

ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जिसमें एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल किया जा सकता हैं और इसे फेंकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। तो आइये जानते हैं इनके बारे में…रूम फ्रेशनर और कार फ्रेशनरअगर आपका परफ्यूम एक्सपायर हो गया है और आपको उसकी खुशबू बेहद पसंद है। तो आप इसे फेंकने की जगह रूम फ्रेशनर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कमरे में खुशबू फैलाने के लिए आप इसे रूम में स्प्रे भी कर सकते हैं और इसे सीलिंग फैन पर भी लगा सकते हैं। वहीं कमरे या सीलन की बदबू को दूर भगाने में एक्सपायर्ड परफ्यूम की मदद ली जा सकती है। इसके अलावा आप अपनी कार में भी इसे स्प्रे कर खुशनुमा माहौल का एहसास कर सकते हैं।

पैरों की बदबू को करें दूरअगर आप अपने पैरों की बदबू के कारण परेशान रहते हैं तो इस समस्या से छुटकारा दिलाने में परफ्यूम आपकी काफी मदद कर सकता है। एक्सपायर परफ्यूम से भी आप अपने पैरों की बदबू को दूर कर सकते हैं। इसके लिए पहले अपने पैरों को धोने के बाद परफ्यूम को उन पर अच्छे से छिड़कें और मोजे या जूते पहनने से पहले परफ्यूम को सूखने दें।कपड़े और कालीन महकाएंघर की कालीन को साफ करने के बाद इसे खुशबूदार बनाने के लिए आप एक्सपायर्ड परफ्यूम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए वैक्यूम करते समय थोड़ी सी रूई को एक्सपायर्ड परफ्यूम से भिगाकर वैक्यूम क्लीनर में डाल दें। अगर आप चाहें तो कालीन पर डायरेक्ट परफ्यूम स्प्रे भी कर सकते हैं। इसके अलावा कपड़ों की दराज से आने वाली स्मैल को दूर करने के लिए रूई को परफ्यूम में डुबाकर कपड़ों के बीच में रख दें। इससे आपकी दराज और कपड़े दोनों महकने लगेंगे।बाथरूम और गद्दों पर करें स्प्रेआप घर के गद्दों और बाथरूम से आने वाली स्मैल को दूर करने के लिए एक्सपायर्ड परफ्यूम का उपयोग कर सकते हैं।

जहां गद्दों के चारों तरफ परफ्यूम स्प्रे करने से उनकी बदबू चली जाती है। वहीं बाथरूम को महकाने के लिए नहाने के थोड़ी देर पहले बाथरूम में परफ्यूम स्प्रे कर दें, इससे बाथरूम महक उठेगा।खुशबूदार मोमबत्तियां बनाएंआप चाहें तो अपने एक्सपायर परफ्यूम से खूशबूदार मोमबत्तियां बनाकर अपने घर को महका सकते हैं। बस जब भी आप मोमबत्ती बनाने के लिए मोम को पिघलाएं तो उसमें परफ्यूम की पांच से छह बूंदें अच्छे से मिलाएं और जब मोम अच्छे से जम जाए तो मोमबत्तियों का इस्तेमाल करें। ये खुशबूदार मोमबत्तियां जलने के बाद आपके मूड और कमरे के माहौल को एकदम अच्छा और खुशबूदार बना देंगी।गद्दों की बदबू दूर करें.

आपके बेड में खासतौर से गद्दों में एक अजीब सी स्मेल आने लगती है। ये किसी भी कारण से हो सकती है क्योंकि अक्सर आप अपनी बेड शीट तो साफ़ कर लेती हैं लेकिन गद्दे साफ़ नहीं कर पाती हैं। इसलिए गद्दों (गद्दों से खटमल हटाने के टिप्स) की बदबू दूर करने के लिए उनके चारों तरफ एक्सपायर्ड परफ्यूम स्प्रे करें इससे मिनटों में स्मेल दूर हो जाएगी और आपको एक साफ़ और खुशबूदार बेड पाने में भी मदद मिलेगी।डस्टबिन की बदबू भगाएंडस्टबिन से आने वाली स्मैल अक्सर पूरे घर को बदबूदार बना देती है।

ऐसे में हर रोज डस्टबिन खाली करने के बाद आप इसमें एक्सपायर्ड परफ्यूम छिड़क सकते हैं। इससे डस्टबिन और उसमें पड़ी चीजों की बदबू दूर हो जाएगी और आस-पास की जगह भी महकने लगेगी।बालों को महकाएंअगर आप अपने बालों को धोना भूल जाते हैं और अचानक से आपको किसी जरूरी मीटिंग में जाना पड़ता है तो ऐसी स्थिति में बालों से आने वाली पसीने की बदबू को दूर करने के लिए आप एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए पहले अपनी कंघी के दांतों पर परफ्यूम को अच्छे से स्प्रे करें और फिर इससे अपने बालों को सुलझाएं। ऐसा करने से आपके बालों से खुशबू आने लगेगी। (एजेंसी)

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सामंथा रुथ प्रभु की यशोदा 12 अगस्त को सिनेमाघरों में होगी रिलीज

14.04.2022 – सामंथा रुथ प्रभु की यशोदा 12 अगस्त को सिनेमाघरों में होगी रिलीज. सामंथा रुथ प्रभु दक्षिण भारतीय सिनेमा की लोकप्रिय अभिनेत्री हैं। अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा में उनके आइटम नंबर ने ना जाने कितनों को दीवाना बना लिया होगा। अभिनेत्री के डांस और अदाओं पर फैंस फिदा हो गए थे। अब उनकी नई फिल्म यशोदा की घोषणा हो गई है। मेकर्स ने फिल्म की रिलीज डेट का भी ऐलान कर दिया है। यह फिल्म 12 अगस्त को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।

समीक्षक तरण आदर्श ने इस फिल्म से जुड़ी जानकारी शेयर की है। उन्होंने अपने ट्विटर पोस्ट में लिखा, सामंथा की पैन इंडिया फिल्म यशोदा को रिलीज डेट मिल गई है। फिल्म 12 अगस्त, 2022 को आएगी। हरि शंकर और हरीश नारायण फिल्म का निर्देशन करेंगे। शिवलेंका कृष्ण प्रसाद द्वारा फिल्म का निर्माण किया जाएगा। मई के अंत तक इस फिल्म की शूटिंग पूरी हो जाएगी। शिवलेंका श्रीदेवी मूवीज के बैनर तले फिल्म को प्रोड्यूस करेंगे। फिल्म का लेखन भी हरि और हरीश की जोड़ी ने किया है।

यह एक साइंस फिक्शन थ्रिलर फिल्म है, जो हिन्दी सहित तमिल, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज होगी। यशोदा में उन्नी मुकुंदन और वरलक्ष्मी सरथकुमार नजर आएंगे। राव रमेश, मुरली शर्मा, संपत राज, शत्रु, मधुरिमा, कल्पना गणेश, दिव्या श्रीपदा और प्रियंका शर्मा जैसे कलाकार भी फिल्म में अपने अभिनय का जौहर दिखाएंगे। खबरों की मानें फिल्म को 30 करोड़ रुपये के बजट में बनाया जाएगा। अभिनेता वरुण धवन ने सिटाडेल के हिन्दी वर्जन के लिए अमेजन प्राइम वीडियो के साथ हाथ मिलाया है। वह इस सीरीज में मुख्य भूमिका निभाएंगे। इस सीरीज में सामंथा वरुण के अपोजिट नजर आएंगी। यह प्रियंका चोपड़ा की अमेरिकी ड्रामा सीरीज सिटाडेल का देसी संस्करण होगा।

बताया जा रहा है कि मेकर्स को एक फ्रेश जोड़ी की तलाश थी। यही वजह है कि उन्होंने सामंथा को कास्ट किया। इस सीरीज में वह एक्शन अवतार में दिखेंगी। सामंथा ने हॉलीवुड निर्देशक और स्क्रीनराइटर फिलिप जॉन की अगली फिल्म अरेंजमेंट्स ऑफ लव साइन कर ली है। वह जल्द बॉलीवुड में अपना डेब्यू कर सकती हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात पर अपनी चुप्पी साध रखी है कि वह किस फिल्म के जरिए बॉलीवुड में पदार्पण करेंगी। हाल में खबरें सामने आई थीं कि उन्हें यशराज फिल्म्स की तरफ से तीन फिल्मों का ऑफर मिला है।

सामंथा को पिछले साल द फैमिली मैन 2 में देखा गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, सामंथा तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों की सूची में शामिल हैं। हाल में उन्होंने अपना फीस बढ़ाया है और एक फिल्म के लिए वह करीब 3-4 करोड़ रुपये चार्ज करती हैं। (एजेंसी)

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निया शर्मा इंटरनेट पर छाई ,नई तस्वीरें देख फैंस हुए मदहोश

14.04.2022 – निया शर्मा इंटरनेट पर छाई ,नई तस्वीरें देख फैंस हुए मदहोश . टेलीविजऩ जगत की मशहूर अदाकारा निया शर्मा अपने बोल्ड अंदाज को लेकर सुखिऱ्यों में रहती हैं। निया के प्रशंसकों को भी उनके नए लुक की बेसब्री से प्रतीक्षा रहती हैं। प्रशंसक उनके साथ जुड़े रहने का कोई अवसर नहीं छोड़ते हैं। निया शर्मा सोशल मीडिया पर भी बहुत एक्टिव रहती हैं। वही एक बार फिर से निया ने अपने दिलकश अंदाज दिखाए हैं। जिसे देख प्रशंसकों के होश उड़ गए हैं। यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।

अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर निया शर्मा ने कुछ तस्वीरें साझा की हैं जिसमें उन्होंने ब्लैक क्रॉप टॉप पहना है तथा ब्लैक शर्ट भी पहना हैं। निया ने अपने कंप्लीट लुक के लिए लाइट मेकअप भी किया हैं। इसके साथ-साथ अपने बालों को क्रल्स कर रखे हैं। जिसमें वह बहुत खूबसूरत लग रही हैं।वही निया की इन तस्वीरों को प्रशंसक बहुत पसंद कर रहे हैं।

इन तस्वीरों में निया ने दिलकश अंदाज से पोज दिए हैं। जिसे देख प्रशंसक मदहोश हो गए हैं। प्रशंसकों की नजरें नहीं हट रही। कुछ ही मिनटों में इन तस्वीरों को हजारों लाइक्स मिल गए हैं। निया की तस्वीरों पर प्रशंसकों ने कमेंट कर जमकर प्यार लूटा रहे हैं। एक शख्स ने लिखा- स्टनिंग लुक, वही दूसरे शख्स ने लिखा – ब्यूटीफुल। इसी तरह प्रशंसकों ने कई कमेंट किए हैं। (एजेंसी)

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कंगना एक्शन-मोड़ में दिखी, रिलीज हुआ फिल्म धाकड़ का पहला टीजर

14.04.2022 – कंगना एक्शन-मोड़ में दिखी,रिलीज हुआ फिल्म धाकड़ का पहला टीजर.बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को हर कोई पसंद करता है और वह इन दिनों एक बेहतरीन शो को होस्ट कर रहीं हैं। इन सभी के बीच वह अपनी आगामी फिल्म धाकड़’ के लिए भी चर्चाओं में बनी है। वहीं अब उनकी फिल्म का टीजर सामने आया है। खबरों के अनुसार कंगना अपनी इस एक्शन-पैक्ड फिल्म में सात अलग-अलग अवतार में नजर आने वाली हैं। जी हाँ और कंगना के फैंस की इस फिल्म को लेकर बेताबी फैंस के बीच देखने के लिए मिल रही है।

अब इन सभी के बीच फिल्म धाकड़’ का टीजर रिलीज कर दिया है।जी हाँ और इस फिल्म में कंगना एजेंट अग्नि के रूप में नजर आने वाली हैं, जो एक खुफिया मिशन पर निकली है। आप देख सकते हैं फिल्म धाकड़’ के टीजर वीडियो में कंगना रनौत का पहले कभी न दिखने वाला लुक दिखाई दे रहा है। जी हाँ और इस टीजर में साफ़ नजर आ रहा है कि कंगना रनौत ने फिल्म में काफी एक्शन सीन दिए हैं।

इन सभी को अंतरराष्ट्रीय टेक्नीशियंस द्वारा कोरियोग्राफ किया गया है और तेज रफ्तार बाइक से लेकर अपने दुश्मनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने तक, कंगना रनौत एक एकदम हटकर अवतार में उनके फैंस को काफी पसंद आने वाली हैं।आप सभी को बता दें कि कंगना रनौत स्टारर धाकड़ का निर्देशन रजनीश घई द्वारा किया गया है। इस फिल्म में कंगना रनौत को लेकर रजनीश घई का कहना है कि एक नई एक्शन स्टार उभर रही है। कंगना रनौत पूरी तरह से एक मास्टर हैं।

उनका फिल्म में प्रत्येक लुक काफी यूनीक है। इतना ही नहीं, हमने कभी भी कंगना रनौत को इससे पहले इस तरह के एक्शन करते हुए नहीं देखा है। फिल्म में कंगना रनौत के अलावा दिव्या दत्ता और अर्जुन रामपाल भी हैं। इसी के साथ खबर है कि फिल्म में अर्जुन रामपाल विलेन की भूमिका में नजर आने वाले हैं। (एजेंसी)

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पीओके की रेप पीडि़ता ने पीएम मोदी से भावनात्मक अपील की है

नई दिल्ली,13 अप्रैल (आरएनएस)।पीओके की रेप पीडि़ता ने की पीएम मोदी से भावनात्मक अपील की है . पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की एक सामूहिक बलात्कार पीडि़ता ने पीएम मोदी से भावनात्मक अपील की है। एक वीडियो संदेश में उसने कहा, मैं पिछले सात वर्षों से न्याय के लिए लड़ रही एक सामूहिक बलात्कार पीडि़ता हूं। पीओके पुलिस, सरकारें और न्यायपालिका मुझे न्याय प्रदान करने में विफल रही है। रिपोर्टों के अनुसार, वह पिछले सात वर्षों से न्याय के लिए लड़ रही है और अब आश्रय और सुरक्षा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है। उसने यह भी कहा कि उसे और उसके बच्चों को जान का खतरा है।
एक वीडियो संदेश में पीडि़ता ने पीएम मोदी से भारत आने की अपील करते हुए दावा किया है कि स्थानीय नेता चौधरी तारिक फारूक और पुलिस उन्हें और उनके बच्चों को मार सकती है

पीडि़ता ने आगे कहा, इस वीडियो के माध्यम से मैं भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील कर रही हूं कि हमें भारत आने की अनुमति दें। मेरे बच्चों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। स्थानीय पुलिस और एक वरिष्ठ नेता चौधरी तारिक फारूक कभी भी मुझे और मेरे बच्चों को मार डालेंगे। मैं पीएम मोदी से हमें आश्रय और सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करना चाहती हूं।

पीडि़ता 2015 में उसके साथ हुए इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों के लिए सजा की मांग करने के लिए अधिकारियों से भी अपील कर रही है। उसने हारून राशिद, ममून राशिद, जमील शफी, वकास अशरफ, सनम हारून और तीन अन्य पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। उसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुख्य न्यायाधीश सहित अधिकारियों को कई पत्र लिखे, लेकिन उन्हें निराशा हुई कि उन्हें अपमानजनक प्रतिक्रिया मिली कि वह एक विवाहित महिला है।

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माता वैष्णों देवी के भक्तों को कटरा से रोपवे की सुविधा

जम्मू,13 अप्रैल (आरएनएस)। माता वैष्णों देवी के भक्तों को कटरा से अर्धकुआंरी तक रोपवे की सुविधा. जम्मू में 700 साल पुराने माता वैष्णो देवी मंदिर में तीर्थयात्रा की सुविधा के लिए श्राइन बोर्ड ने कटरा और अधकुंवारी के बीच 1,281 मीटर लंबे रोपवे के निर्माण के बहुप्रतीक्षित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की 69वीं बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई, जिसकी अध्यक्षता बोर्ड के अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की। कटरा और अधकुंवारी के बीच का ट्रेक 6 किमी है। दिल्ली स्थित श्राइन बोर्ड के सदस्य के.के. शर्मा ने एआईएमआईएल फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के विवरण साझा करते हुए आईएएनएस को बताया कि इस प्रस्ताव पर लंबे समय से चर्चा चल रही थी।

उन्होंने कहा, वास्तव में, 2012 में पहली बार 51वीं बैठक में बोर्ड ने रोपवे की संभावनाओं का पता लगाने के लिए राइट्स लिमिटेड एक रेलवे उपक्रम के साथ एक अध्ययन करने का निर्णय लिया था। राइट्स ने 2017 में बोर्ड को अपनी रिपोर्ट पेश की, जिसमें पाया गया कि यह कटरा और अधकुंवारी के बीच रोपवे के निर्माण के लिए उपयुक्त है। तब से यह प्रस्ताव लगातार लंबित था, जिसे मंगलवार को हुई नवगठित बोर्ड की पहली बैठक में मंजूरी दे दी गई। सबसे पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक वैष्णो देवी, जम्मू जिले के कटरा शहर में स्थित है। मंदिर कटरा से लगभग 12 किमी दूर 5,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।

प्रस्ताव के अनुसार 1,281.20 मीटर लंबे रोपवे का निर्माण अधिकतम 590.75 मीटर की ऊंचाई के साथ किया जाएगा। इसकी क्षमता आठ लोगों की क्षमता वाले प्रत्येक केबिन के साथ प्रति घंटे एक तरफ 1,500 लोगों को ले जाने की होगी। जबकि इसके निर्माण का अनुमान 94.23 करोड़ रुपये है, राइट्स का कहना है कि परिचालन लागत का 63 प्रतिशत वसूल किया जा सकता है यदि प्रति यात्री यात्रा शुल्क 200 रुपये रखा जाए। शर्मा ने कहा कि निर्माण जल्द शुरू होगा। तीर्थस्थल पर तीर्थयात्रियों की संख्या 2021 में 55.77 लाख से अधिक थी, जबकि पिछले वर्ष कोरोनोवायरस महामारी के कारण 17 लाख थी।

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नरवणे ने स्वदेश निर्मित विशिष्ट वाहनों को सेवा में किया शामिल

पुणे,13 अप्रैल (आरएनएस)। थल सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने बॉम्बे इंजीनियर ग्रुप (बीईजी) एंड सेंटर में आयोजित एक समारोह में स्वदेश निर्मित विशिष्ट वाहनों को सेवा में शामिल किया।

श्री नरवणे ने आज जिन वाहनों को सेवा में शामिल किया, क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल मीडियम (क्यूआरएफवी), इन्फैंट्री प्रोटेक्टेड मोबिलिटी व्हीकल (आईपीएमवी), टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड (टीएएसएल) द्वारा विकसित अल्ट्रा लॉन्ग रेंज ऑब्जर्वेशन सिस्टम और

भारत फोर्ज द्वारा विकसित मोनोकोक हल मल्टी रोल माइन प्रोटेक्टेड आर्मर्ड व्हीकल्स का पहला सेट शामिल है।

इस मौके पर उन्होंने भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत पहल को मजबूत करने और पिछले दशकों से भारतीय सेना के साथ निरंतर जुड़ाव के लिए टाटा और भारत फोर्ज की सराहना की। एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि जनरल नरवणे के साथ वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे भी पुणे के दो दिवसीय दौरे पर हैं।

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जूनियर एनटीआर ने तेलुगू फिल्म उद्योग में पूरे किए 25 साल

13.04.2022 – जूनियर एनटीआर ने तेलुगू फिल्म उद्योग में पूरे किए 25 साल. कोमाराम भीम के रूप में चमकने वाले आरआरआर अभिनेता जूनियर एनटीआर ने तेलुगू फिल्म उद्योग में 25 साल पूरे कर लिए हैं। 11 अप्रैल को जूनियर एनटीआर की पहली फिल्म रामायणम की 25वीं वर्षगांठ है, जिसे बाला रामायणम के नाम से जाना जाता है।जूनियर एनटीआर ने बाल कलाकार के रूप में अपनी शुरुआत बाला रामायणम से की थी, जो 1997 में इसी तारीख को रिलीज हुई थी। एनटीआर एक शास्त्रीय नर्तक भी थे।

उन्होंने कास्टिंग टीम का ध्यान खींचा था, जिसने उन्हें राम की भूमिका दी थी।शकुंतलम के निर्देशक गुणशेखर ने इस पौराणिक नाटक के लिए मेगाफोन का इस्तेमाल किया, जिसमें जूनियर एनटीआर को भगवान राम के रूप में दिखाया गया था।फिल्म को 1998 में दो नंदी पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म (स्वर्ण) और सर्वश्रेष्ठ बाल अभिनेत्री (रावण के रूप में स्वाति) मिले थे। 3,000 से अधिक बच्चों की विशेषता बाला रामायणम का निर्माण शब्दालय थिएटर के तहत किया गया था।

25 साल के शानदार करियर के साथ, जूनियर एनटीआर ने 30 से अधिक फिल्मों में काम किया है, जिनमें से कुछ ब्लॉकबस्टर हिट हैं। उनका करियर आदि, सिम्हाद्री, टेम्पर, जनथा गैराज और अरविंदा समीथा वीरा राघव जैसी हिट फिल्मों से भरा हुआ है।आरआरआर, जो जूनियर एनटीआर के साथ एस.एस. राजामौली के चौथे सहयोग का प्रतीक है, अभिनेता की पहली अखिल भारतीय फिल्म है। अपने बहु-भाषाई दृष्टिकोण के लिए जाने जाने वाले जूनियर एनटीआर अगली बार कोराताला शिव द्वारा निर्देशित एनटीआर 30 में दिखाई देंगे। वह प्रशांत नील के निर्देशन में बनने वाली आगामी फिल्म में भी अभिनय करेंगे। (एजेंसी)

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नारियल से बनाए जा सकते हैं ये स्वादिष्ट व्यंजन,जानिए रेसिपी

13.04.2022 -नारियल से बनाए जा सकते हैं ये स्वादिष्ट व्यंजन,जानिए रेसिपी. अगर नारियल को किसी व्यंजन में मिलाया जाए तो इससे उसका स्वाद बहुत बढ़ जाता है। शायद यही वजह है कि दक्षिणी भारत में नारियल किसी न किसी रूप में हर व्यंजन का हिस्सा होता ही है। वहीं, उत्तर भारत में इसका इस्तेमाल ज्यादातर मिठाइयां बनाने में किया जाता है। आइए आज हम आपको नारियल से बनाए जाने वाले चार ऐसे व्यंजनों की रेसिपी बताते हैं, जिन्हें आप घर पर कुछ मिनट में बना सकते हैं। कोकोनट राइसकोकोनट राइस दक्षिण भारतीय व्यंजनों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय व्यंजन है।

इसे बनाने के लिए सबसे पहले गर्म कुकिंग ऑयल में मूंगफली, राई और जीरा भूनें। अब इसमें थोड़े भीगे हुए चने, उड़द दाल डालें और अच्छी तरह मिलाएं। अब इसमें साबुत लाल मिर्च, करी पत्ता, हरी मिर्च, काजू और नमक मिलाएं। इसके बाद इसमें कद्दूकस किया हुआ नारियल और पके चावल डालकर एक से दो मिनट तक पकाएं। इसके बाद कोकोनट राइस को गर्मागर्म परोसें। नारियल के लड्डूअगर आपको मिठाइयों में नारियल पसंद है तो यकीनन आपको नारियल के लड्डू भी पसंद आएंगे और इन्हें घर पर बनाना बहुत आसान है। नारियल के लड्डू बनाने के लिए एक कप गर्म दूध में एक कप कद्दूकस किया हुआ सूखा नारियल मिलाएं, फिर इसमें स्वादानुसार चीनी मिलाएं। अब इस मिश्रण को तब तक पकाएं जब तक कि दूध सूख न जाए यानी मिश्रण गाढ़ा न हो जाए।

इसके बाद मिश्रण को एक प्लेट में निकालें और इससे लड्डू बनाएं। नारियल का केकनारियल का केक बनाने के लिए सबसे पहले ओवन को 176 डिग्री पर प्रीहीट करें। इसके बाद एक बड़े कटोरे में मक्खन, चीनी और अंडा डालकर अच्छी तरह से फेंटें। अब इसमें मैदा, बेकिंग पाउडर और नारियल का दूध मिलाएं। अब इसमें कदूकस किया हुआ नारियल के साथ धीरे-धीरे सामान्य दूध डालें और सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें। फिर केक ट्रे को मक्खन से चिकना करें और उसमें इस घोल को डालकर 20-30 मिनट तक बेक करें। नारियल करीसबसे पहले एक कढ़ाई में नारियल का तेल गर्म करें, फिर उसमें साबुत लाल मिर्च, राई और मेथी दाना डालकर भूनें। अब इसमें करी पत्ता, हरी मिर्च, अदरक और लहसुन डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसके बाद इसमें प्याज, हल्दी, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर, टमाटर, नमक और काली मिर्च मिलाकर अच्छी तरह पकाएं। इसके बाद इसमें पानी और नारियल का दूध डालकर पांच मिनट तक पकाएं, फिर इसे चावल के साथ गर्मागर्म परोसें। (एजेंसी)

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