स्वतंत्रता दिवस समारोह के -1 ड्रेस रिहर्सल’ के चलते चार मेट्रो स्टेशनों के कई द्वारा बंद

नयी दिल्ली,13 अगस्त (आरएनएस/FJ)। स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए शनिवार को हो रहे ‘ड्रेस रिहर्सल’ के चलते दिल्ली मेट्रो के चार स्टेशनों के कई द्वार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने यह जानकारी दी।

इनमें आईटीओ, लाल किला, जामा मस्जिद और दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन शामिल हैं।डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘सुरक्षा के लिहाज से जानकारी, स्वतंत्रता दिवस सामारोह के ड्रेस रिहर्सल के कारण, निम्नलिखित गेट पूर्वाह्न 11 बजे तक बंद हैं।

इनमें आईटीओ मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक, दो और तीन, लालकिला मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर चार, जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर तीन और चार और दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक, चार और पांच शामिल हैं।’

डीएमआरसी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘सभी स्टेशन खुले हैं और अन्य गेट का इस्तेमाल प्रवेश/निकास के लिए किया जा सकता है।Ó
डीएमआरसी ने शुक्रवार को कहा था, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा उपायों के मद्देनजर दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर रविवार सुबह छह बजे से सोमवार दोपहर दो बजे तक वाहन पार्किंग की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।

हालांकि, मेट्रो ट्रेन की सेवाएं सामान्य रूप से चलती रहेंगी।

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कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने अंडमान प्रशासन के लिए यात्री जहाज का जलावतरण किया

कोच्चि,13 अगस्त (आरएनएस)। अंडमान एवं निकोबार प्रशासन के लिए ‘कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड’ द्वारा बनाए गए दो यात्री जहाज में एक अटल जहाज का यहां कंपनी के यार्ड में शनिवार को जलावतरण किया गया।

सीएसएल ने एक विज्ञप्ति में कहा कि अटल जहाज को आधुनिक उच्च गुणवत्ता वाले यात्री जहाज के रूप में तैयार किया गया है, जिसमें और मुख्य भूमि और ए. एंड. एन. मार्ग पर 1,200 यात्रियों और हर मौसम में 1000 टन सामान को ले जाने की क्षमता है।

नौवहन महानिदेशालय के महानिदेशक की निगरानी में भारतीय शिपिंग पंजीकरण और ‘लॉयड्स रजिस्टर ऑफ शिपिंग’ के उच्चतम मानकों के अनुरूप जहाज का निर्माण किया गया है और जहाज भारतीय मर्चेंट शिपिंग नियमों के अनुसार तीसरी श्रेणी के विशेष व्यापार यात्री जहाज की आवश्यकताओं को पूरा करता है।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि जहाज न केवल सुरक्षित और आरामदायक है, बल्कि यह पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा देगा। लगभग 157 मीटर लंबे जहाज में आधुनिक कैफेटेरिया और मनोरंजन कक्ष हैं जिनमें डीलक्स केबिन, प्रथम श्रेणी केबिन, द्वितीय श्रेणी केबिन और बंक क्लास सुविधा शामिल हैं।

जहाज 18 समुद्री मील की गति के साथ चलेगा और यात्रा का अनुभव आरामदायक होगा। इसमें 104 कर्मचारी कार्यरत होंगे।
जहाज में सभी मशीनों, सुविधाओं और रहने के क्वार्टर की जांच की जाएगी।

वहीं, अंडमान एवं निकोबार द्वीप में भेजे जाने से पहले जहाज समुद्री परीक्षणों से भी गुजरेगा।

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उच्च न्यायालय ने गृह सचिव एवं पुलिस महानिदेशक से हलफनामा दाखिल करने को कहा

रांची हिंसा

रांची,13 अगस्त (आरएनएस/FJ)। रांची में हिंसा के हालिया मामलों में राज्य सरकार द्वारा की गई जांच से असंतुष्ट झारखंड उच्च न्यायालय ने पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव को इस मामले में एक हलफनामा दाखिल करने का शुक्रवार को निर्देश दिया।

पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणियों को लेकर झारखंड की राजधानी रांची में 10 जून को हुई हिंसा और गोलीबारी की घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे।

झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डा. रवि रंजन एवं न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा कि राज्य सरकार हिंसा के कारणों की जांच करने में उचित रुचि लेती प्रतीत नहीं होती।

पीठ ने कहा कि जब मामले की जांच एक विशेष जांच दल द्वारा की जा रही थी, तब सरकार ने जांच सीआईडी को सौंप दी।
अदालत ने सुनवाई के लिए अगली तिथि 18 अगस्त की तय की है।

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जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल सरगना सलाहुद्दीन के बेटे समेत 4 कर्मचारी बर्खास्त

श्रीनगर,13 अगस्त (आरएनएस/FJ)। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे और आतंकी फंडिंग मामले में आरोपी बिट्टा कराटे की पत्नी सहित 4 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया।

अधिकारियों ने बताया कि चारों कर्मचारियों को संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत बर्खास्त किया गया है, जिसमें सरकार को बिना किसी जांच के अपने कर्मचारी को निष्कासित करने की शक्ति प्राप्त है।

फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे आतंकवाद फंडिंग मामले में न्यायिक हिरासत में है। उसकी पत्नी अस्सबाह-उल-अर्जमंद खान जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा में अधिकारी थी और ग्रामीण विकास निदेशालय में कार्यरत थी।

अधिकारियों ने बताया कि सैयद अब्दुल मुईद उद्योग एवं वाणिज्य विभाग में सूचना प्रौद्योगिकी प्रबंधक था। वह पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन का बेटा है।

अधिकारियों ने बताया कि अन्य बर्खास्त कर्मियों में वैज्ञानिक डॉ. मुहीत अहमद भट्ट और कश्मीर विश्वविद्यालय में वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक माजिद हुसैन कादरी शामिल हैं।

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सहारनपुर से गिरफ्तार हुआ संदिग्ध, नुपुर शर्मा थीं निशाने पर : पुलिस

सहारनपुर,13 अगस्त (आरएनएस/FJ)। उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने सहारनपुर से एक 24 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। एटीएस का दावा है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस युवक को नुपुर शर्मा को मारने का काम सौंपा था।

वह जैश समेत कई आतंकी संगठनों के संपर्क में था और सरकारी इमारतों और पुलिस परिसरों पर हमले की योजना बना रहा था। आरोपी युवक का नाम मोहम्मद नदीम बताया जा रहा है।

पुलिस ने बताया कि एटीएस को सुरक्षा एजेंसियों के जरिये जानकारी मिली थी कि सहारनपुर का एक युवक आतंकी समूहों के संपर्क में है और हमलों की योजना बना रहा है। उसे हिरासत में लेकर उसके मोबाइल की छानबीन की गई। कहा जा रहा है कि वह तहरीक-ए-तालिबान के सीधे संपर्क में था। शुरुआती छानबीन में उसके मोबाइल से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज और जैश और दूसरे आतंकी संगठनों के लोगों की वॉइस चैट और मैसेजेस मिले हैं।

पूछताछ के दौरान नदीन ने पुलिस को बताया कि वह सोशल मीडिया के जरिये आतंकी संगठनों के संपर्क में था। आरोपी के फोन से मिले मैसेज और दूसरे रिकॉर्ड से पता चलता है कि वह हथियारों की ट्रेनिंग लेने के लिए पाकिस्तान जाने को तैयार था। पाकिस्तान जाने के बाद वह अफगानिस्तान और सीरिया जाने की योजना बना रहा था। पुलिस ने बताया कि एक पाकिस्तानी नागरिक उसे फिदायीन हमले करने की ट्रेनिंग दे रहा था।

नदीन को सहारनपुर के कुंडा काला गांव से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, उसने साजिश में शामिल अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं। पुलिस ने नदीम के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।

अब भाजपा से निलंबित हो चुकीं नुपुर शर्मा को लगातार धमकियां मिल रही हैं। दरअसल, उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम के दौरान पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। इसे लेकर उनका देश से लेकर विदेशों तक विरोध हुआ था। मामला बढऩे पर भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। इसी बीच अलकायदा समेत कई आतंकी संगठनों ने धमकी दी थी कि वह इसका बदला लेने के लिए भारत में हमले करेंगे।

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आरएसएस ने अपने सोशल मीडिया आकउंट पर भगवा की जगह लगाया तिरंगा

नयी दिल्ली,13 अगस्त (आरएनएस/FJ)। स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रोफाइल तस्वीर में पारंपरिक भगवा ध्वज को बदलकर राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया। गौरतलब है कि देश की आजादी की 75वीं सालगिरह के तहत ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया जा रहा है।

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 से 15 अगस्त के बीच लोगों से सोशल मीडिया पर प्रोफाइल तस्वीर में ‘तिरंगा’ लगाने की अपील की है।
आरएसएस, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का वैचारिक संगठन है। राष्ट्रीय ध्वज पर उसके रुख की कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों ने आलोचना की थी।

आरएसएस का संदर्भ देते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि जिस संगठन ने नागपुर स्थित अपने मुख्यालय में 52 साल तक तिरंगा नहीं फहराया, क्या वह सोशल मीडिया पर प्रोफाइल तस्वीर में राष्ट्रीय ध्वज लगाएगा।

उल्लेखनीय है कि आरएसएस के प्रचार विभाग के सह प्रभारी नरेंद्र ठाकुर ने शुक्रवार को कहा था कि संघ अपने सभी कार्यालयों पर तिरंगा फहरा कर स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। उन्होंने कहा कि आएसएस कार्यकर्ता ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे हैं।
केंद्र सरकार ने लोगों से 13 से 15 अगस्त के बीच अपने-अपने घरों पर तिरंगा फहराने की अपील की है।

इससे पहले आरएसएस के प्रचार विभाग के प्रमुख सुनील अंबेकर ने कहा था कि ऐसी चीजों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी फिर कोरोना संक्रमित

नयी दिल्ली,13 अगस्त (आरएनएस/FJ)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी फिर कोरोना संक्रमित हो गयी हैं। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को ट्विटर पर यह जानकारी साझा की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

वह सरकार द्वारा जारी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आइसोलेशन में रहेंगी।’ गौर हो कि कुछ दिन पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी कोविड से संक्रमित हो गई थीं। सोनिया गांधी इससे पहले जून में कोविड से संक्रमित हुई थीं।

संक्रमण के बाद की स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के चलते वह कई दिनों तक सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती रही थीं।

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सुप्रीम कोर्ट ने ऑनलाइन डेटाबेस पर केंद्र से जवाब मांगा

नयी दिल्ली,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)। सुप्रीम कोर्ट ने बैंक खातों, बीमा, डाकघर कोष आदि के बारे में सूचना उपलब्ध कराने वाला एक केंद्रीकृत डेटाबेस बनाने के लिए निर्देश जारी करने का अनुरोध करने वाली एक याचिका पर शुक्रवार को केंद्र और अन्य से जवाब मांगा।

जस्टिस एसए नजीर और जस्टिस जेके माहेश्वरी की पीठ ने पत्रकार सुचेता दलाल द्वारा दायर एक याचिका पर वित्त मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई), भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) तथा अन्य को नोटिस जारी किए।सुचेता की ओर से शीर्ष न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण पेश हुए।

याचिका के जरिए कानूनी उत्तराधिकारी की हैसियत से बैंक जमा, बीमा, डाकघर कोष आदि के संबंध में किए जाने वाले दावों से निपटने के लिए एक प्रक्रिया बनाने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है, ताकि इससे अनावश्यक मुकदमेबाजी को समाप्त किया जा सके। याचिका में कहा गया है कि आरबीआई के नियंत्रण में एक केंद्रीकृत ऑनलाइन डेटाबेस तैयार करने की तत्काल आवश्यकता है।

यह मृतक खाताधारक के बारे में सूचना उपलब्ध कराएगा, जिसमें नाम, पता और मृतक खाता धारक द्वारा किया गया अंतिम लेनदेन का विवरण शामिल होगा।

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पीएम बनने की महत्वाकांक्षा नहीं, लेकिन विपक्षी एकता के लिए भूमिका निभाने को तैयार हूं: नीतीश

पटना,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, लेकिन वह केंद्र में सत्तारूढ़ राजग के खिलाफ विपक्षी एकता स्थापित करने में सकारात्मक भूमिका निभाने को लेकर आशान्वित हैं।

कुमार ने बिहार में नवगठित सरकार के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दुरुपयोग की आशंकाओं को हल्के में लिया लेकिन इतना जरूर कहा, ‘जिन लोगों को दुरुपयोग की आदत पड़ गयी है, उन्हें जनता के गुस्से का सामना करना पड़ेगा। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या बिहार के लोग उन्हें एक दिन प्रधानमंत्री के रूप में देख सकते हैं, कुमार ने हाथ जोड़कर कहा, ‘कृपया मुझसे इस तरह के सवाल न पूछें, मैंने कई बार कहा है कि मेरी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।

मैं अपने राज्य की सेवा करना चाहता हूं। हालांकि, जब उनसे यह पूछा गया कि बिखरे विपक्षी दलों के बीच एकता बनाने में उन्होंने अपने लिए क्या भूमिका देखी है तो तो उन्होंने कहा, ‘हमारी भूमिका सकारात्मक होगी।

मेरे पास कई टेलीफोन कॉल आ रहे हैं। मेरी इच्छा है कि (भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के खिलाफ) सभी एक साथ आएं। आने वाले दिनों में आपको कुछ कदम नजर आयेंगे।

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दिल्ली सरकार की उच्च शिक्षा योजना के तहत एक भी छात्र को ऋण नहीं मिला : आदेश गुप्ता

नई दिल्ली, 12 अगस्त( आरएनएस/FJ) । प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल सरकार को झूठों का सरताज बताते हुए आरोप लगाया कि उनके 8 वर्षों के शासन ने दिल्ली का विकास हर क्षेत्र में पिछड़ गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार केवल विज्ञापनों के दम पर है और जमीनी स्तर पर उसका काम कहीं नजर नहीं आता है। आदेश गुप्ता ने कहा कि कौशल विकास और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में केजरीवाल सरकार ने वर्ष 2021-22 में 19 करोड़ रूपये विज्ञापानों पर खर्च किये जबकि किसी एक भी छात्र को इस क्षेत्र में घोषित ऋण योजना का लाभ नहीं मिला।

आदेश गुप्ता ने कौशल विकास और उच्च शिक्षा पर लगाई एक आर.टी.आई. के जवाब का हवाला देते हुए कहा कि इसमें साफ कहा गया है कि केजरीवाल सरकार की उच्च शिक्षा की योजना के लिए हजारों छात्रों ने आवेदन किया जिसमें से केवल 2 छात्रों को ऋण की मंजूरी दी गई लेकिन स्वीकृति होने के बावजूद भी ऋण उन्हें नहीं मिला। गुप्ता ने इस पर आश्चर्य व्यक्त किया कि केवल दो छात्रों का ऋण स्वीकृत होने के बावजूद आज तक कोई ऋण नहीं दिया लेकिन योजना के विज्ञापनों पर इतनी बड़ी राशि खर्च कर दी गई जबकि इस राशि से हजारों बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए ऋण दिया जा सकता था।

उन्होंने कहा कि यदि केजरीवाल सरकार योजना को सही से लागू करती तो कई छात्र दिल्ली का नाम रोशन कर सकते थे। गुप्ता ने कहा कि यह एक सच्चाई है और अब देश और दुनिया भी जान चुकी है कि केजरीवाल सरकार केवल प्रचार के दम पर जिन्दा है। उन्होंने कहा कि इसी तरह खिलाड़ियों के लिए घोषणाएं हुई और एक खेल विश्वविद्यालय बनाने का भी दावा किया गया, लेकिन हकीकत में ये कहां है किसी को पता नहीं।

उन्होंने कहा कि पराली के मामले में भी 40 हज़ार की दावा खरीदी गई जिसे बांटने पर 24 लाख और इसके प्रचार पर 24 करोड़ रूपये खर्च किये गये।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के झूठे वायदों से आज सबसे ज्यादा नुकसान यहां की जनता को हो रहा है जो तकलीफ में है क्योंकि हर क्षेत्र में दिल्ली अब पिछड़े राज्यों से भी मात खा चुकी है।

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देश भक्ति के रंग में सांता पब्लिक स्कूल रंगा

गुमला,12.08.2022  (FJ) ऐसा देश है मेरा.. बन्दे मातरम माँ तुझे सलाम, संदेश आते हैं-देश भक्ति के गीत संगीत के माहौल में रंगा रहा सांता पब्लिक स्कूल गुमला
आज सांता पब्लिक स्कूल गुमला मैं आजादी के 75 वे स्वंत्रता दिवस के मौके पर जश्न ये आजादी के मौके पर पेट्रोटिक डांस प्रतियोगिता का आयोजन स्कूल में किया गया ।

बतौर मुख्य अतिथि समाज सेवी अजय कुमार मंत्री ने बच्चों और अभिवावक को सम्बोधित करते हुए कहा स्कूल का प्रयास सराहनीय है.आज स्कूल  11 वर्षों के सफर तय कर एक मुकाम हासिल कर लिया है.

पेट्रोटिक डांस प्रतियोगिता के मौके पर सांता पब्लिक स्कूल के  2021-2022के cbse मैट्रिक बोर्ड के स्कूल  टॉपर सपना यादव, मनीषा कुमारी व  पत्रकार  श्री दुर्जय पासवान,  संतोष कुमार, दीपक कुमार, मुख्य अतिथि श्री अजय कुमार मंत्री, प्रतियोगिता में सफल छात्र  सिंगल डांस मैं मनीषा उरांव, अर्पिता कुमारी, आशीष साहू, प्रीति कुमारी, साक्षी कुमारी, काजल कुमारी, प्रिया कुमारी, वही ग्रुप डांस मैं प्रथम सुबाष दल, सेकंड नेहरू दल, थर्ड गांधी दल,साथ ही स्कूल द्वारा पेरेंट्स  राजू असुर, देव साहू, महादेव साहू, गणेश उरांव, ओम प्रकाश, महावीर महतो, ममता देवी, सूरज मिश्रा, सुनीता देवी, रंजीत साहू,, रिंकू देवी को  सम्मानित किया गया
स्कूल के निदेशक हेमन्त कुमार ने कहा स्कूल का लक्ष्य है एक भी बच्चे शिक्षा से वंचित न हो आज स्कूल के बच्चे मैट्रिक परीक्षा में भी टॉपर बन रहे हैं.
संचालन जसिंता बेक ,हिमा कुमारी, ने किया, मौके पर स्कूल के कोषाध्यक्ष जयमंती एक्का, टीचर्स नॉर्बेर्ट बेक, स्वाति गुप्ता, हिमा कुमारी, अंकिता कुमारी, वीणा देवी ,अनुरनजा कुमारी, कंचन कुमारी, सारदा सोनी सहित स्कूल के पेरेंट्स ,स्टूडेंट्स उपस्थित रहे.

उक्त जानकारी स्कूल के निदेशक हेमन्त कुमार ने दी है.

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कोलकाता के फोर्ट विलियम के पास ड्रोन उड़ाने के आरोप में दो बंगलादेशी गिरफ्तार

कोलकाता ,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)। कोलकाता में फोर्ट विलियम के पूर्वी कमान मुख्यालय के पास प्रतिष्ठित विक्टोरिया मेमोरियल पर ड्रोन उड़ाने के आरोपी दो बंगलादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस ने यह जानकारी शुक्रवार को दी। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए बंगलादेशी नागरिकों पर गुरुवार को फोर्ट विलियम से लगभग 2.5 किलो मीटर दक्षिण में ब्रिटिश काल के स्मारक और उसके आसपास तस्वीरें लेने का आरोप लगाया गया है।

गिरफ्तार किए गए विदेशी नागरिकों की पहचान शिफत और जिल्लू रहमान के रूप में हुई है और उन्हें कोलकाता पुलिस को सौंप दिया गया है।

ड्यूटी पर मौजूद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक जवान ने देखा कि दोनों गुरुवार दोपहर एक सुविधाजनक स्थान से ड्रोन उड़ा रहे थे, जो कानून के तहत प्रतिबंधित था। उन्होंने कहा कि विदेशी नागरिकों के मकसद की जांच की जा रही है।

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दिवंगत संत नरेंद्र गिरि के शिष्यों ने की प्राथमिकी वापस लेने की मांग

प्रयागराज ,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)। दिवंगत संत नरेंद्र गिरि के शिष्यों ने की प्राथमिकी वापस लेने की मांग.  अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के कथित आत्महत्या मामले में एक बड़ा मोड़ लेते हुए, उनके दो करीबी शिष्य जिन्होंने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की थी, अब उन्होंने आरोपियों के खिलाफ अपनी प्राथमिकी वापस लेने की मांग करते हुए ट्रायल कोर्ट के समक्ष एक आवेदन दिया है।

पुलिस ने इसकी जानकारी दी है। दो शिष्यों (अमर गिरि और पवन महाराज) ने दावा किया कि उन्होंने केवल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के बाघंबरी आश्रम में नरेंद्र गिरि की मौत के बारे में पुलिस को सूचित किया था और किसी का नाम आरोपी के रूप में नहीं लिया था।

दोनों ने अपने आवेदन में कहा, न तो हमने आत्महत्या या हत्या की आशंका व्यक्त की। हमने आरोपी के रूप में आनंद गिरि या किसी अन्य व्यक्ति के नाम का भी उल्लेख नहीं किया था। हमारा इरादा कभी भी इस मामले में किसी को फंसाने का नहीं था। इससे पहले हाईकोर्ट ने महंत के शिष्य आनंद गिरि की जमानत अर्जी पर सुनवाई 18 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी थी।

20 सितंबर, 2021 को प्रयागराज के जॉर्ज टाउन थाना क्षेत्र के पास श्री मठ बाघंबरी गद्दी में महंत गिरि अपने कमरे की छत से कथित तौर पर लटके पाए गए थे। नरेंद्र गिरि भारत में संतों के सबसे बड़े संगठन एबीएपी के अध्यक्ष थे। महंत ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरि और दो अन्य पर कथित तौर पर मानसिक प्रताडऩा का आरोप लगाया था।

तीनों आरोपियों के खिलाफ जॉर्ज टाउन पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद आनंद गिरि और दो अन्य को गिरफ्तार किया गया। उन्हें 22 सितंबर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

बाद में उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश पर जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी गई। 11 नवंबर को विशेष न्यायाधीश ने आनंद गिरि की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि केस डायरी के मुताबिक गवाहों ने कुल मिलाकर अभियोजन का समर्थन किया है। हालांकि आनंद गिरि अभी भी जेल में हैं।

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मवेशी तस्करी मामला : सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को बेड रेस्ट की सलाह पर दो डॉक्टरों को किया तलब

कोलकाता ,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)। पश्चिम बंगाल में पशु तस्करी मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अब बीरभूम जिले के बोलपुर सब-डिवीजन अस्पताल से जुड़े दो डॉक्टरों को सम्मन भेजा है। इन डॉक्टरों ने तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल को 14 दिन के बेड रेस्ट की चिकित्सा सलाह दी थी।

पहले डॉक्टर बोलपुर सब-डिवीजन अस्पताल से जुड़े चंद्र अधिकारी हैं, जो कथित तौर पर गुरुवार की सुबह मंडल की गिरफ्तारी से एक दिन पहले उनके आवास पर गए थे और 14 दिन के बेड रेस्ट की सलाह जारी की थी। सीबीआई के अधिकारी उनसे उन परिस्थितियों के ब्योरे के बारे में पूछताछ करेंगे जिनके तहत उन्होंने चिकित्सा सलाह जारी की, जो सभी चिकित्सा नैतिकता का उल्लंघन करती है।

पूछताछ किए जाने वाले दूसरे डॉक्टर बोलपुर सब-डिवीजन अस्पताल के अधीक्षक डॉ बुद्धदेव मुर्मू हैं, जिन्होंने अधिकारी के दावे के अनुसार, मंडल के आवास पर जाने और सादे कागज पर बिस्तर पर आराम की सलाह जारी करने का निर्देश दिया। मुर्मू ने मीडियाकर्मियों से कहा था कि वह अपने उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद ऐसा करने के लिए मजबूर हैं।

सीबीआई सूत्रों ने कहा कि उनके अधिकारी उनसे सवाल करेंगे कि ‘उच्च अधिकारियों’ से उनका वास्तव में क्या मतलब था। सीबीआई के एक सहयोगी ने कहा, उच्च अधिकारियों के हवाले से उनका मतलब उनके रिपोर्टिंग अधिकारी से था, जो बीरभूम जिले में स्वास्थ्य के मुख्य चिकित्सा अधिकारी हैं, या राज्य के स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय में किसी भी शीर्ष अधिकारी हैं।

इस बीच, आसनसोल में सीबीआई की विशेष अदालत के निर्देश के अनुसार, चिकित्सा आपात स्थिति के मामले में, मंडल को कोलकाता के कमांड अस्पताल में इलाज करना पड़ेगा। सीबीआई के अधिकारी पहले ही कमांड अस्पताल के अधिकारियों के साथ बातचीत कर चुके हैं, जिन्होंने इस उद्देश्य के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया है और अस्पताल के एक सुनसान कोने में एक अलग बिस्तर भी रखा है।

कोर्ट के आदेश के मुताबिक, मंडल को हर 48 घंटे के अंतराल पर मेडिकल चेकअप के लिए कमांड अस्पताल ले जाया जाएगा।

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मालदीव जा रहे प्लेन की कोयंबटूर में हुई इमरजेंसी लैंडिंग

*92 यात्रियों से भरे विमान का खराब हुआ इंजन*

कोयंबटूर ,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)। मालदीव जा रही फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु से मालदीव माले जा रहे गो फर्स्ट के एक विमान के इंजन में अचानक तकनीकी खराबी आ गई। इंजन के ओवरहीट का अलार्म बजने पर विमान की आनन-फानन में कोयंबटूर हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। इस विमान में 92 यात्री सवार थे।

ऐसा दवा किया जा रहा है कि पायलट को तमिलनाडु शहर के ऊपर उड़ान भरते समय स्मोक की चेतावनी का पता चला था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दो इंजनों के कथित तौर पर गर्म होने के बाद अलार्म बंद हो गया। इसमें कहा गया है कि इंजीनियरों ने इंजन की जांच की और घोषणा की कि अलार्म में कुछ खराबी है और ऐलान किया कि विमान उड़ान भरने के लिए फिट है।

गो फर्स्ट के प्रवक्ता ने बताया कि आज दोपहर करीब 12 बजे विमान एयरबस 320 ने टेकऑफ किया। एक घंटे बाद इंजन के अत्यधिक गर्म होने की चेतावनी की घंटी बजने लगी। पायलट ने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर पास के कोयंबटूर एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति मांगी।

इसके बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। विमान के उतरने से पहले ही दमकलकर्मी और बचावकर्मी रनवे के पास तैनात हो गए थे।

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सड़क के बीच युवक पर ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला- मौत

नई दिल्ली ,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)।  दिल्ली से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां, सरेआम एक 25 साल के युवक की बेरहमी से चाकू मारकर हत्या कर दी गई। युवक को इलाज के लिए दिल्ली एम्स ले जाया गया , जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर कर दिया। वहीँ, मर्डर का पूरा वीडियो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया।

वीडियो में युवक को 4 से 5 लोग चाकू मारते नजर आ रहे हैं वहीँ, भीड़ तमाशबीन बनी हुई है। ये पूरा मामला साउथ दिल्ली के मालवीय नगर इलाके का है। मृतक मयंक होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुका था। बताया जा रहा है कि मयंक मालवीय नगर इलाके में अपने दोस्त के साथ बैठा हुआ था। तभी 4-5 अज्ञात लोगों से मयंक की किसी बात को लेकर बहस हुई और लड़कों ने मयंक और उसके दोस्त पर पत्थरों से हमला किया।

मयंक और उसका दोस्त वहां से जान बचाकर भाग गए। मयंक ने सोच लिया था कि वो बच गया है और अब वो बाजार के दूसरे हिस्से में पहुंच चुका था, लेकिन आरोपी अभी भी उनके पीछे थे। आरोपियों ने उनका पीछा करना नहीं छोड़ा और मालवीय नगर बाजार वाले इलाके के फिर से मयंक को घेर लिया और उसकी बेहरमी से हत्या कर दी।

वहीँ, पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर केस की जांच शुरू कर दी है, लेकिन आरोपी अब भी फरार है।

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केजरीवाल का फ्री वाला राजनीति उद्देश केवल सत्ता में आना : संबित पात्रा

नई दिल्ली, 12 अगस्त (आरएनएस) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि झूठे वादे और बिजली फ्री कहानी यह है कि अरविंद केजरीवाल अपने महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाने के लिए राजनीति कर रहे हैं। संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को मालूम ही नहीं है कि जनता को जनाना जरूरी है कि फ्रीबीज क्या है और जनकल्याणकारी योजनाएं क्या है। संबित पात्रा ने कहा कि जनकल्याणकारी बेनिफिट का अर्थ होता है एक टारगेट ग्रुप को सबल और स्वालंबी की योजना और कार्यक्रम चलाना।

फ्रीबिज सबके लिए होता है उसका उद्देष्य चुनावी लाभ उठाना है। जबकि जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यक से गरीबों को आत्मनिर्भर बनाना है। उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना है। कोरोना संक्रमण के दौरान 80 करोड़ जनता की आर्थिक परिस्थिति बहुत खराब हो जाती। उस वक्त प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया।संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल फ्री बिजली मे राज सत्ता पाने के उद्देष्य से काम किया जाता है। यह मुफ्तखोरी हैं। फ्री बिज में कोई दीर्घकालीक लाभ पहुंचाने का उद्देयष्य नहीं रहता है।

इसमें एक पार्टी या एक व्यक्ति के लिए अल्पकालिक फायादा उठाना मुख्य उद्देष्य है। अरविन्द केजरीवाल को नेता बनाना और आम आदमी पार्टी को सत्ता लाना ही उनका शार्ट टर्म बेनिफिट है।इसे अंग्रेजी में बेट अर्थात दाना डालकर मछली पकड़ने की कोषिष कहते हैं। फ्री बिजली भी ठीक वैसा ही एक बेट है। दाना डालकर फंसाने की कोषिष है ताकि अरविन्द केजरीवाल जी की महात्वाकांक्षा को पूरा हो सके। अरविन्द केजरीवाल एक्टिंग करते है कि उन्हें ही पूरी दुनिया की चिंता है।

जबकि सच्चाई है कि मैं औ मेरी महात्वकांक्षा को पूरा करने के लिए राजनीति कर रहे हैं।  संबित पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने गरीब और गरीब कल्याण को लेकर काम करते हैं। इसी कारण आज देष में दस फीसदी आबादी गरीबी रेखा से उपर उठ गया है। सयुक्त राष्ट ने इस पर रिपोर्ट दी है और विष्व में चर्चा हो रही है कि श्री नरेन्द्र मोदी के आठ वर्ष के कार्यकाल में भारत में परिवर्तन आया है। देष में अति गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है और जो गरीबी रेखा से नीचे थे वे उपर उठ गए हैं।

यह है जनकल्याणकारी योजना एवं कार्यक्रम। संबित पात्रा ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल पूरे दिन टीवी पर रहते है। 2015 में केजरीवाल सरकार के षिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कौषल विकास गरंटी योजना लाया था, जो आजकल शराब घोटाला को लेकर चर्चा में हैं। इसमे ंग्यारहवीं और बारहवीं के बच्चों को उच्च षिक्षा के लिए अधिकत्तम 10 लाख रूप्ए का लोन देने की योजना बनायी थी, जिसके लिए कोई कोलाइटरल रखने की जरूरत नहीं थी। इस साल 89 बच्चों ने इस योजना से लोन पाने के लिए आवदेन दिया था और केजरीवाल सरकार ने महज दो बच्चों को ऋण उपलब्ध कराया।

सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचना के अनुसार केजरीवाल सरकार ने इस योजना को प्रचारित करने के लिए 19.50 करोड़ रूप्ए का विज्ञापन दिया। है।  इलेक्टानिक मीडिया में 18 करोड़ रूप्ए, प्रिंट मीडिया में 47 लाख रूप्ए आदि विज्ञापन पर खर्च किया है। संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल जी ने कहावत को चरितार्थ करता है कि जितने का बबूआ नहीं उतने का झूनझूना है। अरविन्द केजरीवाल की सरकार सुबह से शाम तक झुनझुना अर्थात विज्ञापन से चल रहा है।

कोरोना संक्रमण काल में अरविन्द केजरीवल ने टीवी पर आकर कहा था कि प्रदूषण कम करने के लिए बायो डिक्मपोज्ड केमिकल विकसित कराया है। इस केमिकल छिड़कने से दिल्ली प्रदूषण मुक्त हो जाएगा। बाद मे मालूम पडा कि 60 लाख रूप्ए का केमिकल बनाया और उसके विज्ञापन पर 24 करोड़ रूप्ए खर्च किए गए।  अरविन्द केजरीवाल जी सिर्फ इलेक्षन बी अर्थात चुनावी मधुमक्खी है। चुनाव आता है तो चुनावी मधुमक्खी भनभनाने लगता है। ये लोग कोई काम नहीं करते हैं सिर्फ माहौल को खराब करते है और विज्ञापन देना।

अरविन्द केजरीवाल जी पढ़े लिखे व्यक्ति हैं, क्या उन्हें वेब ऑफ और राईट ऑफ में अन्तर पता नहीं है? अरविन्द केजरीवाल कह रहे हैं कि अमीर लोगों के 10 लाख करोड़ रूप्ए का ऋण राईट ऑफ हो गया है। रिजर्व बैक ऑफ इंडिया का गाइड लाइन होता है कि राइट ऑफ होने पर अलग कॉलम बनता है। िउफाल्टर से बकाया वापस लेने की प्रक्रिया को राइट ऑफ कहते हैं। यूपीए ऐरा में जिन लोगों ने कर्ज लेकर नहीं लौटाया है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार उनसे पैसा वापस लेने का काम कर रही है।

अरविन्द केजरीवाल कहा है कि अमीरों को लाभ पहुंचाने के लिए कॉरपोरेट टैक्स कम किया गया है। सच्चाई है कि कोरोना महामारी के बावजूद  वित्तीय वर्ष 2018-19 में कॉरपोरेट टैक्स संग्रहण 6.63 लाख करोड रूप्ए का था और वित्तीय वर्ष 2021-22 में 7.01 लाख करोड़ रूप्ए था। यह पैसा गरीबों के जनकल्याण पर खर्च होता है।

आशा करते हैं कि इस प्रेस कांफ्रेंस के बाद अरविन्द केजरीवल जी तुरंत एक प्रेस कांफ्रेंस करके यह कौन सी अर्थनीति है।

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बिहार में दोबारा जंगलराज रिटर्न हो गया : भाजपा

नई दिल्ली, 12 अगस्त (आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता है संबित पात्रा ने बिहार में महागठबंधन की सरकार को निशाना साधते हुए कहा कि अब दोबारा से बिहार में जंगलराज रिटर्न हो गया है। संबित पात्रा ने कहा कि बिहार में अभी हाल के दिनों में बिहार में कानून व्यवस्था की हालत अत्यंत खराब हो गयी है। भाजपा-जदूय गठबंधन की जब सरकार थी तब भी भारतीय जनता के पार्टी के मंत्रियों के पास गृह विभाग और एक्साईज विभाग नहीं था। भाजपा के दबाव के कारण ही बिहार में ऐसा माहौल था कि हत्या-लूट, डकैती आदि पर अंकुष रहती थी। आज बिहार में जंगलराज फिर से वापस आ गया है।

संबित पात्रा ने कहा कि  जमुई में प्रभात खबर के पत्रकार गोकुल यादव की हत्या कर दी गयी। 11 अगस्त को गोपालगंज को एक पत्रकार की हत्या कर दी गयी और बेतिया में रामजानकी मंदिर के पुजारी रूदल प्रसाद बर्णवाल की गला रेत कर मार दिया गया। 11 अगस्त को ही पटना के टोयटा कार शोरूम के गार्ड की हत्या करके लूटपाट की घटना हुई।  वहीं, 1 अगस्त को ही छपरा में जहरीली शराब के सेवन से 6 लोगों की मौत हो गयी। इससे पहले छपरा में  जहरीली शराब के सेवल से 13 लोगों की मौत हुई है।

एक ही जिले में बार बार जहरीले शराब के सेवन से लोग मर रहे हैं, क्या इसे मौत कहेंगे या हत्या? बिहार की गिरती कानून व्यवस्था के कारण पष्चिम चम्पारण में 12 वर्षीय किषोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ। नरकटियागंज में नाबालिग से सामुहिक दुष्कर्म किया गया।  मुजफ्फरपुर में व्यवसायी नलिन रंजन के घर में दिनदहाड़े घुसकर लूटेरे 40 लाख रूप्ए की संपत्ति लूट ली गयी। पटना के बाकरगंज निवासी निषांत कुमार वर्मा का नदवां स्थित आभूषण दूकान की शटर उखाड़कर छह लाख रूप्ए की चोरी की जाती है।

बाईक सवार लूटेरों ने पटना सिटी में ंघर के दरवाजे पर खड़ी महिला के गले से सोने की चेन छीनकर भाग गए। पटना सिटी में एक महिला की हत्या की जाती है और आरोपी के घर से चार पिस्तौल बरामद होता है। बाढ़ में एलआईसी मोड़ के समीप मुहर्रम जुलूस के दौरान दो समुदायों मे झड़प् हुई और इस दौरान बिहार पुलिस नदारद थी। मुजफ्फरपुर में औराइ चौक पर तिरंगा में परिवर्तन कर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है। यह कहना अतिष्योक्ति नहीं होगी कि बिहार में जंगल राज रिटर्न हो गया।

बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से पूछा गया कि 10 लाख नौकरियां देने का वादा कब पूरा करेंगे तब तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा तब इसे करेंगे। बिहार में मैं की राजनीति शुरू हो गयी है, वहां हम से बड़ा मैं हो गया है।संबित पात्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को एकजुट होने की बात की है लेकिन  विपक्ष एकजुट हो तो अच्छी बात है। विपक्ष को एकजुट करने की जिम्मेदारी भाजपा अध्यक्ष  जेपी नड्डा  या भाजपा नेताओं की नहीं है।

यदि विपक्ष ने कोई गलती नहीं की है तो तनाव में क्यो है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को कभी तनाव में देखा है क्या क्योंकि वे गरीबों का कल्याण में लगे रहते हैं। जो लोग अपने परिवार का कल्याण करेगा वह तनाव में रहेगा।

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प्रधानमंत्री को मुफ्त की रेवड़ियां तो दिखती हैं, लेकिन मुफ्त की जो गजक बंट रही : कांग्रेस

नई दिल्ली, 12 अगस्त (आरएनएस/FJ) । कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेवड़ी वाले बयान और कहा कि देश में इस बार 14 जनवरी से पहले, मकर संक्रांति से पहले ही रेवड़ियों की चर्चा बहुत हो रही थी। पर समस्या ये है कि देश के लोगों को और देश की सरकार को मुफ्त की रेवड़ियां तो दिखती हैं, लेकिन मुफ्त की जो गजक बंट रही है, वो किसी को नहीं दिख रही। अब आप कहेंगे, रेवड़ी और गजक में क्या अंतर है? रेवड़ी बनती है, गुड़, चाशनी, तिल और घी के मिश्रण से।

अब इस एक मिश्रण में, जिसमें एक डला अगर गजक बनती है, उसमें सैंकड़ों रेवड़ियां बन जाती है, तो यदि मुफ्त की रेवड़ियाँ खराब हैं, तो मोदी  मुफ्त की गजक अच्छी कैसे हो गई? दूसरा सवाल ये है कि देश को रेवड़ी कल्चर नहीं, झूठ की गठरी कल्चर से मुक्त कराना है औऱ आज पूरे डाटा सहित ये बातें, जो मैंने आपको कही कि मुफ्त की रेवड़ियाँ खराब और मुफ्त की गजक अच्छी; रेवड़ियाँ खराब पर झूठ की गठरी कल्चर अच्छी। इस पूरे मुद्दे पर आज हम बात करेंगे।

गौरव बल्लव ने कहा कि देश में फूड सिक्योरिटी एक्ट, 2013 में लाया गया और उसी को आधार बनाकर कोरोना की आपदा के समय भारत सरकार ने लोगों के घरों में राशन पहुंचाने का काम किया। 80 करोड़ लोगों को उससे लाभ मिला, मतलब 60 प्रतिशत देश की जनता को राशन पहुंचाने का काम फूड सिक्योरिटी एक्ट, 2013, यूपीए के दौरान जो फूड सिक्योरिटी एक्ट बना, उसको बेस बनाकर वो राशन पहुंचाने का काम हुआ। अब इस फूड सिक्योरिटी एक्ट में एक तरफ तो आप राशन दे रहे हो आपदा के समय, दूसरी तरफ उस राशन को आप एमएसपी पर किसानों से खरीद रहे हो।

वो तो हो गया रेवड़ी कल्चर, पर 10 लाख करोड़ का लोन बट्टे खाते में डालना, उस गजक कल्चर पर प्रधानमंत्री जी कब डिस्कशन होगा। आप कहेंगे, सर बट्टे खाते में डालना और लोन माफी में अंतर होता है, बहुत सही सवाल है, बट्टे खाते में डालना अलग बात होती है, ऋण माफी अलग होती है। गौरव बलम ने कहा कि संसद में भाजपा की सरकार ने, स्वयं बताया कि पिछले 5 सालों में 10 लाख करोड़ रुपए का लोन बट्टे खाते में डाला, जिसमें 7,27,000 करोड़ का लोन सरकारी बैंकों ने बट्टे खाते में डाला और उसी 5 सालों में सरकारी बैंको ने उस बट्टे खाते में डाले गए लोन में से मात्र 1,03,000 करोड़ रिकवर किया।

तो 7,27,000 में से 1,03,000 करोड़ रिकवर हुआ, अर्थात जितना सरकारी बैंकों ने बट्टे खाते में डाला, रिकवरी मात्र 14 प्रतिशत हुई, मान लेतें हैं, 6 प्रतिशत और वो रिकवरी कर लेंगे, आने वाले समय में, मैं मान लेता हूँ, 20 प्रतिशत रिकवरी हो जाएगी, तब भी 5,80,000 करोड़ का लोन तो डूब गया न। पैसा जब सरकारी बैंकों का डूबा, तो किसका डूबा? हर उस कर दाता का डूबा, जिसने भारत सरकार को समय पर जीएसटी दिया। हर उस किसान का डूबा, जब उसने अपने ट्रैक्टर में डीजल भरवाया, तो भारत सरकार को एक्साइज ड्यूटी का पैसा दिया। जो बट्टे खाते में 5,80,000 करोड़ रुपए सरकार बैंको का डूबा है, उस गजक के बारे में डिस्कशन कब होगा।

गौरव वल्लभ ने कहा कि रेवड़ी कल्चर से ज्यादा झूठ की गठरी कल्चर से देश ज्यादा परेशान है और झूठ की गठरी से मुक्त कराना देश को बहुत जरुरी है, साथियों। दो दिन बाद, हम भारत की स्वाधीनता के 75 वर्ष मनाएंगे, दो दिन बचे हैं। आज 12 है, 13 और 14, 15 को 75 वर्ष पूर्ण हो जाएंगे। साथियों, मुझे 75 वर्ष, जब  देश हमारी आजादी के मनाएगा और हमारे प्रधानमंत्री जी उस दिन उदास रहेंगे। गौरव बल्लव ने कहा की फ्रीबीस के बारे में, मुफ्त की रेवड़ी के बारे में सब तरफ हल्ला-गुल्ला है, पर प्रधानमंत्री जी, जो पिछले 5 सालों में सरकारी बैंकों के 5,80,000 करोड़ रुपए डूबे हैं, बट्टे खाते में डालने के कारण, उसके बारे में संसद में चर्चा कब होगी?

उसके बारे में वित्तमंत्री व्हाइट पेपर कब निकालेंगी और वो कौन लोग हैं, प्रधानमंत्री जी, जिनके 5,80,000 करोड़ रुपए डूब गए हैं, उन सबका विवरण देश के सामने आप कब रखोगे। यदि किसानों को एमएसपी देना मुफ्त की रेवड़ी है, प्रधानमंत्री जी के लिए, मनरेगा में हर रुरल ग्रामीण परिवार को सौ दिन का रोजगार देना मुफ्त की रेवड़ी है, प्रधानमंत्री जी की नजरों में, 12 करोड़ बच्चों को मिड डे मील के तहत भोजन कराना मुफ्त की रेवड़ी है, प्रधानमंत्री जी की नजरों में; मुफ्त राशन देना, कोरोना आपदा के दौरान, राइट टू फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत, वो मुफ्त की रेवड़ी है, तो ये 1,45,000 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष भारत सरकार को हानि होती है, क्योंकि कॉर्पोरेट टैक्स की रेट्स में कटौती की गई, 2019 में, इस हानि पर कब चर्चा होगी, इस गजक पर कब चर्चा होगी?

3. छोटी-छोटी असिस्टेंस देना देश के लोगों को, देश के लोगों का मुसीबत के समय हाथ पकड़ना, मुफ्त की रेवड़ी है, पर लाखों-करोड़ों रुपए के लोन, 5,80,000 करोड़ का लोन जो नॉन परफॉर्मिंग हो गया है, जिसको बैंक्स वापस कलैक्ट नहीं कर पाई, बट्टे खाते में डालने के बाद, उसके बारे में विमर्श कब होगा। कब और कैसे ये झूठ की गठरी, ये रेवड़ी कल्चर तो प्रधानमंत्री जी बाद में आएगी, पर ये झूठ की गठरी कल्चर से कब देश को निजात मिलेगा।

क्या प्रधानमंत्री अब स्वाधीनता दिवस पर अपने भाषण में ये जो बुलेट ट्रेन, 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी, किसानों की आय दोगुनी करना, हर हिंदुस्तानी को पक्का घर, इसकी नई डेड लाइन बताएंगे, क्या? क्योंकि अब 2022 तो आ गया, प्रधानमंत्री इसकी नई डेड लाइन आप क्या घोषित करोगे और आपके सपने अगर पूरे नहीं होते हैं, तो हिंदुस्तान के प्रत्येक व्यक्ति के सपने पूरे नहीं होते।

मेरे प्रधानमंत्री का सपना पूरा नहीं हो रहा, वो कितने गमगीन होंगे, 15 अगस्त के दिन, इसके कारण तो मैं चाहूंगा कि क्या वो नई डेड लाइन, आपके सपनों की आप नई डेड लाइन देने वाले हो?

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भारत और बंगलादेश ने रक्षा सहयोग की समीक्षा की

ढाका 12 Aug. (Rns/FJ): भारत और बांग्लादेश सशस्त्र बलों के बीच संबंधों को और बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं। दिल्ली में आयोजित चौथी भारत-बांग्लादेश वार्षिक रक्षा वार्ता के दौरान यह निर्णय लिया गया। बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार और बांग्लादेश के सशस्त्र बल प्रभाग के लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज़-ज़मान ने की।

दोनों पक्षों ने बातचीत के दौरान रक्षा सहयोग की समीक्षा की और इस पर संतोष व्यक्त किया कि कोविड-19 महामारी की कठिनाइयों के बावजूद सहयोग बढ़ रहा है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में बंगलादेश के प्रयासों के लिए उनकी सराहना की। डॉ. अजय कुमार ने कहा कि दोनों देशों के सशस्त्र बल कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग चाहते हैं।

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महाराष्ट्र में 2 कंपनियों पर आयकर विभाग का छापा

*56 करोड़ रुपए नकद और 14 करोड़ के आभूषण जब्त*

नई दिल्ली 12 Aug. (Rns/FJ): आयकर विभाग ने कहा है कि उसने महाराष्ट्र में स्टील टीएमटी बार के निर्माण में लगी दो प्रमुख व्यापारिक कंपनियों पर तलाशी अभियान चलाया है। 3 अगस्त को चलाए गए तलाशी अभियान ने जालना, औरंगाबाद, नासिक और मुंबई में फैले 30 से अधिक परिसरों को कवर किया। तलाशी अभियान के दौरान कई आपत्तिजनक साक्ष्य बरामद किए गए।

तलाशी अभियान में 56 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी और 14 करोड़ रुपये के सर्राफा और आभूषण जब्त किए गए हैं। एक आईटी अधिकारी ने कहा, दोनों फर्मों के जब्त किए गए सबूतों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चला है कि वे बड़े पैमाने पर कर चोरी में लिप्त थे। इन संस्थाओं को जीएसटी धोखाधड़ी में शामिल पाया गया है।

तलाशी टीम ने दोनों कंपनियों के कर्मचारियों के नाम से खोले गए दोनों फर्मों के बड़ी संख्या में लॉकर का भी पता लगाया, जो एक सहकारी बैंक के पास रखे गए थे। अधिकारी ने कहा, सहकारिता बैंक के कई लॉकरों सहित 30 से अधिक बैंक लॉकरों की तलाशी ली गई। इन लॉकरों से भारी मात्रा में बेहिसाबी नकदी और सोने के आभूषण बरामद हुए हैं। अधिकारी ने कहा कि एक फर्म के फार्महाउस में स्थित एक गुप्त कमरे से बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकदी जब्त की गई है।

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बैलट पेपर नहीं EVM से ही होंगे चुनाव, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका

नई दिल्ली 12 Aug. (Rns/FJ) : इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (EVM) की जगह बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग वाली याचिका को सुप्रिम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसमें कोई मेरिट दिखाई नहीं देता।

ईवीएम (EVM) मशीनों का मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। वकील मनोहर लाल शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में EVM से मतदान के खिलाफ याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की थी।

शर्मा ने अपनी याचिका में कहा था कि बैलट पेपर से ही चुनाव होने चाहिए। उन्होंने कहा था कि हम कानून के लिहाज से बात कर रहे हैं। शर्मा ने अपनी याचिका में जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 61(a) को चुनौती दी थी, जिसमें बैलट पेपर की जगह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम से मतदान कराए जाने का प्रावधान किया गया है।

शर्मा की याचिका के मुताबिक इस प्रावधान को अब तक संसद से मंजूरी नहीं मिली है। लिहाजा, इसके जरिए कराए गए अब तक के सारे चुनाव अवैध हैं। उन्होंने कोर्ट से कहा कि सब जगह बैलेट के जरिए फिर से मतदान कराया जाना चाहिए।

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आज से लगेगी कोर्बेवैक्स की बूस्टर डोज, 250 रुपए में उपलब्ध होगा टीका

नई दिल्ली 12 Aug. (Rns/FJ): आज से कोर्बेवैक्स टीके की बूस्टर खुराक कोरोना टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध होगी। कोविन एप पर भी निजी व सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर इसकी उपलब्धता दिखने लगेगी।

टीका निर्माता बायोलॉजिकल ई लिमिटेड ने बताया कि टीके की 10 करोड़ खुराकों की आपूर्ति केंद्र सरकार को कर दी गई है। कोर्बेवैक्स को भारत के पहले विषम लैंगिक कोरोना बूस्टर शॉट के रूप में 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को लगाने की मंजूरी मिल गई है।

विषम लैंगिक से आशय यह है कि कोर्बेवैक्स की बूस्टर पूर्व में कोविशील्ड व कोवाक्सिन की दोनों खुराक ले चुके लोगों को तीसरी खुराक के रूप में यह दिया जा सकेगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एनअीएजीआई की सिफारिश के बाद कोर्बेवैक्स के आपातकालीन उपयोग को भी मंजूरी दे दी है। निजी केंद्रों पर कोर्बेवैक्स की एक खुराक की कीमत 250 रुपए है।

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सुप्रीम कोर्ट ने ‘रेवड़ी कल्चर’ पर अर्थव्यवस्था और कल्याण के बीच संतुलन पर दिया जोर

नई दिल्ली 12 Aug.  (Rns/FJ): केंद्र ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह राजनीतिक दलों द्वारा मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए घोषित मुफ्त सुविधाओं को विनियमित करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करे, जब तक कि विधायिका इसके लिए एक तंत्र तैयार नहीं कर लेती। मुफ्त सुविधाओं से जुड़े मुद्दों को शीर्ष अदालत ने भी संज्ञान में लिया, जिसमें कहा गया था कि अर्थव्यवस्था और लोगों का कल्याण, दोनों को संतुलित करना होगा।

प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि तर्कहीन मुफ्त उपहार निश्चित रूप से चिंता का विषय है और वित्तीय अनुशासन होना चाहिए। हालांकि उन्होंने बताया कि भारत जैसे देश में, जहां गरीबी एक मुद्दा है, गरीबी को कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है।

केंद्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, हम एक समिति का प्रस्ताव कर रहे हैं, जिसमें सचिव, केंद्र सरकार, प्रत्येक राज्य सरकार के सचिव, प्रत्येक राजनीतिक दल के प्रतिनिधि, नीति आयोग के प्रतिनिधि, आरबीआई, वित्त आयोग, राष्ट्रीय करदाता संघ और अन्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जब तक विधायिका कदम नहीं उठाती, तब तक अदालत कुछ तय कर सकती है।

एक वकील ने तर्क दिया कि अधिकांश मुफ्त उपहार घोषणापत्र का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन रैलियों और भाषणों के दौरान घोषित किए जाते हैं। पीठ ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और कहा कि जो लोग मुफ्त उपहार का विरोध कर रहे हैं, उन्हें यह कहने का अधिकार है, क्योंकि वे कर का भुगतान कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि राशि को बुनियादी ढांचे आदि के निर्माण पर खर्च किया जाना चाहिए, न कि पैसे बांटने में। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि विशेषज्ञ पैनल इस पर गौर कर सकता है, और यह कानून बनाने में शामिल नहीं हो सकता।

प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि सवाल यह है कि अदालत किस हद तक हस्तक्षेप कर सकती है या इस मामले में जा सकती है? उन्होंने दोहराया कि यह एक गंभीर मुद्दा है और लोगों के कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं की ओर इशारा किया। मेहता ने कहा कि मुफ्त उपहार कल्याणकारी नहीं हो सकते और लोगों को कल्याण प्रदान करने के अन्य वैज्ञानिक तरीके भी हैं। उन्होंने कहा कि अब चुनाव केवल मुफ्तखोरी के आधार पर लड़े जाते हैं। मेहता ने कहा, अगर मुफ्त उपहारों को लोगों के कल्याण के लिए माना जाता है, तो यह एक आपदा की ओर ले जाएगा।

याचिकाकर्ता ने दावा किया कि आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि 31 मार्च, 2021 तक राज्यों की कुल बकाया देनदारी 59,89,360 करोड़ रुपये है। याचिकाकर्ता अश्विनी उपाध्याय की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने वित्तीय अनुशासन पर जोर दिया और कहा, “यह पैसा कहां से आएगा? हम करदाता हैं।

राजनीतिक दलों द्वारा सोने की चैन और टीवी के वितरण का हवाला देते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद दातार ने कहा कि इस अदालत का एक फैसला है जिसमें कहा गया है कि मुफ्त देना संविधान के तहत राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों का पालन है, जिस पर गौर करने की जरूरत है। पीठ ने कहा कि वित्तीय अनुशासन होना चाहिए और अर्थव्यवस्था को पैसा गंवाना और लोगों का कल्याण, दोनों को संतुलित करना होगा।

न्यायाधीश ने कहा कि वह कानून के लिए बने क्षेत्रों पर अतिक्रमण नहीं करना चाहते हैं। आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि मुफ्त और कल्याण के बीच भ्रम है, मुफ्त शब्द का इस्तेमाल बहुत गलत तरीके से किया जाता है।

दलीलें सुनने के बाद, शीर्ष अदालत ने मामले को आगे की सुनवाई के लिए 17 अगस्त को निर्धारित किया।

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