आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री से लेकर आम जनमानस ने लगाए आसन

नई दिल्ली 21 June (Rns) आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। इस अवसर में दुनिया भर में योग शिविरों का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठवें योग दिवस पर देश व दुनिया के लोगों को बधाई दी और कहा कि योग समाज, राष्ट्र और विश्व के साथ ही पूरे ब्रह्मांड में शांति लाता है। ऐतिहासिक मैसुरु पैलेस परिसर में इस वर्ष आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही। इसके बाद उन्होंने यहां उपस्थित हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास भी किया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत 2015 में हुई थी। हर वर्ष 21 जून को दुनिया भर में इसे मनाया जाता है। इस वर्ष के योग दिवस का विषय मानवता के लिए योग है। पीएम मोदी ने कहा, ”पूरे ब्रह्मांड की शुरुआत हमारे अपने शरीर और आत्मा से होती है। ब्रह्मांड की शुरुआत हमसे ही होती है। योग शरीर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है और जागरूकता का एक भाव पैदा करता है। योग हमारे लिए शांति लाता है। योग से शांति केवल लोगों को नहीं मिलती, योग हमारे समाज में भी शांति लाता है। योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है और योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है।”

योग मानवता को भारत का उपहार: राष्ट्रपति कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि योग मानवता को भारत का उपहार है और यह स्वास्थ्य व कुशलक्षेम के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है, जो तन, मन तथा आत्मा को संतुलित करता है। उन्होंने सभी से योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने और इसके लाभ का अनुभव करने के लिए भी कहा। राष्ट्रपति भवन ने अन्य लोगों के साथ योगाभ्यास करते हुए राष्ट्रपति की तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा की।

केजरीवाल ने सैकड़ों दिल्ली वासियों के साथ किया योगाभ्यास

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योग दिवस के अवसर पर त्यागराज स्टेडियम में सैकड़ों लोगों के साथ योगाभ्यास किया। उन्होंने लोगों से हर दिन योग और प्राणायाम करने का संकल्प करने की अपील की। केजरीवाल ने इस कार्यक्रम में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और ‘दिल्ली की योगशाला’ के सदस्यों के साथ हिस्सा लिया। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर बताया कि दिल्ली सरकार ने मुफ्त योग कक्षाओं की व्यवस्था की है, साथ ही लोगों से स्वस्थ जीवन जीने के लिए योगाभ्यास करने का आग्रह किया। दिल्ली सरकार ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम के तहत योग करने को इच्छुक 20-25 लोगों के समूहों को एक प्रशिक्षक मुहैया कराती है।

हिमवीरों ने 16,000 फीट की ऊंचाई पर किया योग

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सहित भारत-चीन सीमाओं पर विभिन्न उच्च ऊंचाई वाले हिमालय पर्वतों पर योग किया। ITBP के हिमवीरों ने 16,000 फीट की ऊंचाई पर योग अभ्यास किया। असम में 33 बटालियन आईटीबीपी के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर गुवाहाटी में योग अभ्यास किया। सिक्किम में आईटीबीपी के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग अभ्यास किया।

योग का विचार अब दुनिया भर में पहुंचा: हरदीप पुरी

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हमारी 5000 साल पुरानी सभ्यता है। योग का विचार अब दुनिया भर में पहुंच गया है। ये जीवन का उत्सव है। हमने यहां 12,000 लोगों के लिए योग कार्यक्रम का आयोजन किया। ये अनुभव अद्वितीय था। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परमार्थ निकेतन में योगाभ्यास कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

सीएम जयराम ठाकुर ने रिज मैदान में किया योग

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रिज मैदान में योग कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मैं सभी प्रदेश वासियों को बधाई देता हूं। हमारे लिए ये सौभाग्य की बात है कि हमारे ऋषियों ने योग के माध्यम से भारत की संस्कृति को विश्व भर में पहुंचाने के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है।

एस जयशंकर बोले- दुनिया को जोड़ रहा योग

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “योग दुनिया को जोड़ती है। जो लोग योग करते हैं, उनके मन में शांति की भावना होती है। यहां योग करने के लिए कूटनीति से जुड़े हुए लोग और विश्वविद्यालयों से छात्र आए हैं। यह बहुत खुशी की बात है। यह शांति के पक्ष में एक भावना है, जिसे हम प्रकट कर रहे हैं।”

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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: लद्दाख से सिक्किम तक, ITBP के हिमवीरों ने किया योग

नई दिल्ली 21 June (Rns)  अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत सहित पूरी दुनिया में अलग-अलग स्थानों पर लोग योग कर रहे हैं। पीएम मोदी मैसूर में तो वहीं हरिद्वार स्थित पंताजलि योगपीठ में योग गुरु बाबा रामदेव योग कर रहे हैं। इसी बीच आईटीबीपी के जवानों ने देश के दुर्गम हिस्सों में योग किया। आईटीबीपी के हिमवीरों की शानदार तस्वीरें देश के अलग-अलग हिस्सों से आई हैं।

दरअसल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हिमवीर आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सिक्किम स्थित 17 हजार फीट बर्फ की स्थिति में योग का अभ्यास करते नजर आए। वहीं ये हिमवीर उत्तराखंड में भी 16 हजार फीट की ऊंचाई पर योग का अभ्यास करते नजर आए। इसके अलावा उन्होंने हिमाचल प्रदेश में 16500 फीट की ऊंचाई पर भी योग का अभ्यास किया।

लद्दाख में भी 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हिमवीरों ने योग किया।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने देश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि योग निरोग जीवन को विश्वास दे रहा है और घर-घर में योग का प्रसार हो रहा है। साथ ही बोले योग वैश्विक पर्व बन गया है।

बता दें कि कोरोना महामारी के चलते साल 2020 और 2021 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सार्वजनिक तौर पर नहीं मनाया गया था। इस तरह वर्ष 2019 के बाद इस साल सार्वजनिक तौर पर योग दिवस मनाया जा रहा है।

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शोख चंचल हसीन अदाकारा इंद्राणी तालुकदार

21.06.2022 – ‘मजनूगिरी’, ‘इज्जत’, ‘देवेन मिसिर’ ‘खंडाला नाइट्स’ और ‘एन एसिड अटैक केस’ जैसी कई फिल्मों में काम कर चुकी शोख चंचल हसीन अदाकारा इंद्राणी तालुकदार अब बहुत जल्द ही तन्मय सेन गुप्ता की गुजराती फिल्म में अश्मित पटेल के साथ नज़र आएगी। दादासाहेब फाल्के पुरस्कार और हाल ही में सिनेमा आजतक अवार्ड समारोह में बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिलने के बाद से इंद्राणी तालुकदार बॉलीवुड में चर्चा का विषय बनी हुई है।

असम के गोवाहाटी की मूल निवासी इंद्राणी ने वकालत में डिग्री हासिल की है तथा दिल्ली और मुम्बई में उच्च शिक्षा प्राप्त की। बचपन से फिल्मों के प्रति दीवानगी थी, अभिनय का जुनून आगे बढ़ा और अपने दोस्तों के साथ उन्हेंने अभिनय क्षेत्र में आने के लिए स्क्रीन टेस्ट दिया जिसमें वह सलेक्ट हो गयी। अपनी शिक्षा पूर्ण कर अभिनय जगत में पैर रखा फिर पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा।

छोटे पैमाने की फिल्मों पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हुए, वह विभिन्न भाषाओं की क्षेत्रीय फिल्मों में काम करती हैं। अब तक उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगु, असमिया, मगही और भोजपुरी फिल्मों में अभिनय किया है। 2018 में रिलीज़ हुई भोजपुरी फिल्म ‘देवेन मिसिर’ में उनके अभिनय की काफी तारीफ हुई थी।इंद्राणी की सबसे चर्चित फिल्म ‘लतीफ’ थी जिसमें उन्होंने नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ अभिनय किया था।

यह फिल्म वर्ष 2015 में रिलीज़ हुई थी और समीक्षकों द्वारा सराही गई थी। इनकी फ़िल्म ‘एन एसिड अटैक केस’ बारह फ़िल्म फेस्टिवल अवार्ड से सम्मानित हो चुकी है।अभिनय के अलावा इंद्राणी धार्मिक प्रवृत्ति की है। वह योगा, ध्यान, नृत्य के साथ साथ जन सेवा करना अपना धर्म समझती हैं। इनका कहना है कि लोगों की सहायता करने की कोई उम्र नहीं होती यह कार्य हमेशा करते रहना चाहिए।

जहाँ लगे वहाँ दूसरों की सहायता के लिए कदम बढ़ाओ। इंद्राणी स्वयं महिलाओं और बच्चों की सहायता के लिए आगे रहती हैं। गुज़रे ज़माने की अभिनेत्री शर्मिला टैगोर को अपना आदर्श मानने वाली अभिनेत्री इंद्राणी तालुकदार को ‘ब्लैक’ फ़िल्म में रानी मुखर्जी जैसी भूमिका करना पसंद है। रेखा, माधुरी दीक्षित, आलिया भट्ट और प्रियंका चोपड़ा की अदाकारी भी उन्हें अच्छी लगती है।

इंद्राणी के पसंदीदा अभिनेता अमिताभ बच्चन और सलमान खान हैं। ‘फ्रेंड्स फॉरएवर’ और ‘हॉरर लव स्टोरी’ ये दो फिल्में हैं जिनमें इंद्राणी को भूमिकाएं मिली हैं। साथ ही वह फिल्म ‘अपरिचित शक्ति’ में राजपाल यादव के साथ काम की हैं जो कि एक साइकोलॉजिकल ड्रामा है। इंद्राणी का नया म्यूजिक एलबम ‘चोली में जहर है’ जल्द रिलीज़ होने वाली है। फिलवक्त कई रिजिनल फ़िल्में इंद्राणी कर रही हैं जिनमें दक्षिण भारतीय फिल्म भी शामिल है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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शानदार प्रदर्शन के लिए गायत्री को मिल सकता है राष्ट्रीय पुरस्कार

21.06.2022 – राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक सीनू रामासामी ने कहा है कि अभिनेत्री गायत्री, जो उनकी आने वाली फिल्म मामनिथन में मुख्य भूमिका निभा रही है, वह अपने शानदार प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर सकती है।

मामनिथन यूनिट द्वारा आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सीनू रामासामी ने खुलासा किया कि उन्होंने कई एक्ट्रेसेज को अपनी स्क्रिप्ट सुनाई, लेकिन उनमें से कोई भी दो बच्चों की मां की भूमिका निभाने को तैयार नहीं थी।

रामासामी ने कहा, मैंने कई एक्ट्रेसेज को स्क्रिप्ट सुनाई, लेकिन उनमें से ज्यादातर सेकेंड हाफ से खुश नहीं थीं। वे रोमांटिक पार्ट से खुश थीं, लेकिन सेकेंड हाफ में जब एक मां की भूमिका के बारे में बताया गया, तो सभी एक्ट्रेसेज पीछे हट गईं।

निर्देशक ने कहा, गायत्री ने इस फिल्म में पूरी दिलचस्पी दिखाई। मुझे विश्वास है कि वह इस फिल्म में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतेंगी।

फिल्म में विजय सेतुपति की पत्नी की भूमिका निभाने के लिए गायत्री को वजन बढ़ाना पड़ा। बिना मेकअप के भी शूट करना पड़ा, जो उस प्यार के बारे में है, उस बलिदान के बारे में है जो माता-पिता अपने बच्चों के लिए करते हैं। (एजेंसी)

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नियति फतनानी ने चन्ना मेरेया में अपनी भूमिका के लिए पंजाबी सीखी

21.06.2022 – टीवी अभिनेत्री नियति फतनानी नए शो चन्ना मेरेया में गिन्नी नाम की एक सिख लड़की की मुख्य भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अभिनेत्री ने कहा कि, उन्होंने अपनी भूमिका के लिए पंजाबी बोलना सीखा।

उन्होंने साझा किया, बात यह है कि मैं एक सिखी की भूमिका निभा रही हूं, इसलिए मुझे पंजाबी बोलना है। यह शो सभी के लिए है, इसलिए मुझे हर समय उचित पंजाबी में बात करने की जरूरत नहीं है। अभी भी एक का उपयोग कर रही है किरदार की मांग के मुताबिक बहुत सारी पंजाबी बोलियां हैं। इसलिए, अपने किरदार को न्याय दिलाने के लिए मुझे पंजाबी सीखनी पड़ी।

शो चन्ना मेरेया अमृतसर में सेट है और नियति एक सिखनी की भूमिका निभाती है जो एक ढाबा चलाता है।

नजर की अभिनेत्री ने पंजाबी भाषा सीखने के लिए अपनाए गए तरीकों के बारे में आगे बताया।

उन्होंने आगे कहा, मैंने बहुत सारे वीडियो देखे जहां लोगों ने पंजाबी में व्लॉग किया, बहुत सारी पंजाबी फिल्में देखीं। मैंने अपने चरित्र को बेहतर ढंग से समझने के लिए इंस्टाग्राम पोस्ट पर पंजाबी में टिप्पणियां भी पढ़ीं और बताया कि वह अपने दैनिक जीवन में कैसे बोलती है।
चन्ना मेरेया जल्द ही स्टार भारत पर आने वाली है। (एजेंसी)

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चेहरे के बाल कर रहे है शर्मिंदा तो ये नेचुरल रिमूवर है बड़े असरकारक

21.06.2022 – चेहरे के बाल कर रहे है शर्मिंदा तो ये नेचुरल रिमूवर है बड़े असरकारक. बाल हमारे शरीर के एक महत्वपूर्ण हिस्सा है बाल स्किन को जलवायु परिवर्तन ,बैक्टीरिया जैसी बाहरी कारकों से बचाने में जरूरी भूमिका निभाते हैं लेकिन हमारे शरीर के कई हिस्से पर ऐसे बाल होते हैं जो आत्म विश्वास को कम कर सकता है साथ हमारे चेहरे की सुंदरता को भी खराब कर देते हैं शरीर में हार्मोन संतुलन संतुलन के अवस्थाओं के बाद या कुछ चिंताओं के कारण चेहरे के अनचाहे बाल बढ़ सकते हैं आज अब आपको चेहरे के बालों को हटाने की कुछ नेचुरल उपाय बताते हैं।

दाल का फेस पैक :लाल मसूर की दाल का चिकना पेस्ट बनाकर दाल का फेसपैक तैयार करें इस पैक को विपरीत दिशा में स्क्रब करे जहाँ अनचाहे बाल हैं वहां आपके चेहरे पर घृश्न पैदा होता है धीरे-धीरे और बालों को हटा देता जो आप नहीं चाहते हैं ।

नींबू का रस और शहद :शहद और नींबू के रस का एक फेस पैक आपकी स्किन से चिपक जाता है आपकी त्वचा से धीरे-धीरे छिलने पर बालों के विकास को दूर करने में मदद करता है शहद में हाइड्रेटिंग और मॉइश्चराइजिंग गुण होते हैं जो स्किन को चिकना और मुलायम बनाने में मदद करेंगे हां वही नींबू का रस आपकी स्किन को साफ करता है और आपकी त्वचा के छिद्रों को कसने में मदद करता है यहआपके चेहरे के और सारे शरीर के अन्य अंगों के बालों को भी हल्का करता है।

हल्दी :हल्दी एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जानी जाती है लेकिन हल्दी आपके चेहरों पर बालों को बढऩे से रोकने में मददगार है यह विशेष रुप से आपकी शरीर के घने बालों को हटाने का काम करता है। (एजेंसी)

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घुटनो और कोहनी के कालेपन को दूर करने के लिए फॉलो करे

21.06.2022 – घुटनो और कोहनी के कालेपन को दूर करने के लिए फॉलो करे. अक्सर लोग अपने स्किन और हेल्थ की देखभाल ज्यादा करते है लेकिन गर्मी में कई बार त्वचा कलाई और डार्क घुटने,कोहनी और अंडर आर्म्स से जुडी समस्या होने लगती है इस मौसम में कई बार कोहनी और घुटने का काले हो जाते है इसके कई कारन होते है लेकिन आपको बता दे की इस समस्या से बचने के लिए कुछ इसी टिप्स है जिससे त्वचा खूबसूरत दिखती है और डार्क घुटने कोहनी की समस्या दूर होती है तो चलिए जानते है इनके बारे में

फ्रिक्शन कम करे-कई बार काम काज करते समय अपने पेरो को काफी देर तक मोड़े रखते है जिसके कारन इनमे फ्रिक्शन हो जाता है जो डार्क स्किन का रूप लेता है ऐसे में इससे समस्या से बचने के लिए अपने जॉइंट्स को फ्रिक्शन कम करे इससे डार्क स्किन की समस्या दूर रहती है।

विटामिन ए और ई का इस्तेमाल करे-अगर आप विटामिन ए और ई का नियमित इस्तेमाल करते है तो आपको काफी फायदा होगा इससे स्किन के पिगमेंट नहीं बढ़ते है और डार्क स्किन की समस्या दूर होती है इसके लिए गाजर,शकरकंद जैसी चीजे लाभदायक है। इसके अलावा टाइट कपडे पहनने से बचे। (एजेंसी)

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‘अग्निपथ’ आधुनिक सेनाओं में एक आजमाया हुआ मॉडल है

राजेश इस्सर – ‘अग्निपथ’ आधुनिक सेनाओं में एक आजमाया हुआ मॉडल हैरक्षा बलों में अग्निवीरों की भर्ती की केंद्र की योजना के विरोध में हिंसा की मात्रा इस सेवा में भर्ती के प्रतिशत के अनुपात से कहीं अधिक है। अब इस बात के सबूत उभरकर सामने आ रहे हैं कि इस तरह की संगठित अशांति के कारण क्या हैं।

वैश्विक शांति सूचकांक की गणना के अनुसार इस तरह के आंदोलन और हिंसा के कारण भारत को 646 अरब अमरीकी डॉलर का नुकसान हुआ है। यह ग्रे जोन वारफेयर की कीमत है, जिससे भारत लड़ रहा है। देश को ऐसे कानून बनाने की जरूरत है जिसके द्वारा आगजनी और तोडफ़ोड़ में शामिल पाए गए लोगों के विरुद्ध आपराधिक मामलों के अलावा, किसी भी सरकारी नौकरी, सब्सिडी या विशेषाधिकार से जुड़े सभी प्रकार के लाभों से वंचित कर दिया जाए।

यह कैच-दैम-यंग और गंभीर चयन, 4 साल बाद सशस्त्र बलों के लिए मददगार तो होगा, किंतु उन लोगों के लिए नहीं जो केवल सरकारी नौकरी और भविष्य की पेंशन को ध्यान में रखते हैं। आने वाले समय के युद्ध में ऐसे सैनिकों की आवश्यकता है जो बहु-कुशल हैं, सिस्टम की एक प्रणाली में प्रौद्योगिकी के माध्यम से नेटवर्क पर काम करते हैं, और सामान्य रूप से उच्च संज्ञानात्मक क्षमता रखते हैं। यह सशस्त्र बलों की एक युवा प्रोफाइल को सक्षम करेगा।

कारगिल युद्ध और दुनिया भर में अन्य सैनिक कार्रवाइयों ने साबित कर दिया है कि 20 से 30 वर्षकी उम्र की शुरुआत में, शारीरिक क्षमता के अनुसार, जोखिम लेने की प्रवृत्ति और क्षमता सबसे अधिक होती है।

लेह में एओसी के रूप में, मैंने पीएलए (देपसांग और चुमार) के खिलाफ दो बार आमने-सामने का मुकाबला देखा और सियाचिन ग्लेशियर पर वायु सैनिकों की नियमित तैनाती देखी। एलएसी पर युवा सैनिकों ने जीत हासिल की। पुराने सैनिकों की तुलना में उनमें कहीं अधिक प्रेरणा, लचीलापन और शारीरिक क्षमता देखी जाती है।

प्रौद्योगिकी की जानकारी रखने वाले युवाओं को शामिल करना बेहतर होगा, क्योंकि इसमें लंबी अवधि के लिए कोई बंधन नहीं है जब तक कि कोई इसका विकल्प नहीं चुनता है। रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सैटेलाइट इमेजरी, लेजर-निर्देशित हथियार आदि के साथ आधुनिक युद्ध हाई-टेक हो गए हैं, जो किसी भी युद्ध-कुशल बल के शस्त्रागार का एक अच्छा हिस्सा हैं।

सेना छोडऩे वाले 75 प्रतिशत युवा राष्ट्र के लिए एक संसाधन होंगे। युवा लोगों को आत्म-अनुशासन, परिश्रम और विशेष ध्यान वाले क्षेत्र के बारे में गहरी समझ होगी और वे अन्य क्षेत्रों में योगदान करने के लिए कुशल होंगे। सेवा छोडऩे के बाद सेवा निधि के रूप में मिलने वाला धन उन्हें स्वरोजगार, कौशल के लिए उच्च शिक्षा जैसे भविष्य के उनके प्रयासों मैं मददगार होगा। अनुशासन के इस आधार को व्यापक बनाकर, कौशल-युक्त और उपयोगी मानसिकता के बल पर आने वाले समय में अपना देश अच्छी स्थिति में होगा।

इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह राष्ट्र को समय पर रक्षा बजट से जुड़े तनाव को दूर करने में मददगार है। बजट संबंधी तनाव के कारण आधुनिक युद्ध मशीनों और उपकरणों की खरीद के लिए बहुत ही कम धनराशि बचती है। अनुमान के अनुसार, वार्षिक रक्षा परिव्यय का लगभग 60 प्रतिशत वेतन और पेंशन के एकल शीर्ष के कारण होता है, जो महंगाई सूचकांक के साथ जुड़ाव के कारण उत्तरोत्तर बढ़ता जाता है।

यह कोई अजनबी मॉडल नहीं है, बल्कि दुनिया भर की सभी आधुनिक सेनाओं के साथ आजमाया और परखा गया है। लोग इस योजना पर प्रतिक्रिया के लिए सरकार की संचार रणनीति को दोषी ठहराते हैं।

लेकिन यह योजना कुछ समय के लिए खुले डोमेन में थी, आंतरिक नीति-निर्माण संरचनाओं में चर्चा की गई थी, रक्षा मंत्री और तीनों सेना प्रमुखों ने स्वयं रोलआउट के दौरान प्रश्नों का उत्तर दिया, आदि आदि। ऐसा कुछ भी नहीं होता, यदि एक नापाक राजनीतिक टूलकिट की कारगुजारी नहीं होती। इसके लिए अलग तैयारी और हैंडलिंग की आवश्यकता होती है।

(लेखक ने भारतीय वायु सेना में एयर वाइस मार्शल के रूप में सेवा की है)

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पश्चिम एशिया में नया चौगुटा

वेद प्रताप वैदिक – अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अगले माह सउदी अरब की यात्रा पर जा रहे हैं। उस दौरान वे इजराइल और फिलीस्तीन भी जाएंगे लेकिन इन यात्राओं से भी एक बड़ी चीज जो वहां होने जा रही है, वह है— एक नए चौगुटे की धमाकेदार शुरुआत! इस नए चौगुटे में अमेरिका, भारत, इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) होंगे। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में जो चौगुटा चल रहा है, उसके सदस्य हैं— अमेरिका, भारत, जापान और आस्ट्रेलिया। इस और उस चौगुटे में फर्क यह है कि उसे चीन-विरोधी गठबंधन माना जाता है जबकि इस पश्चिम एशिया क्षेत्र में चीन के जैसा कोई राष्ट्र नहीं है, जिससे अमेरिका प्रतिद्वंद्विता महसूस करता हो।

इसके अलावा इस चौगुटे के तीन सदस्यों का आपस में विशेष संबंध बन चुका है। भारत और सं.अ.अ. के बीच मुक्त व्यापार समझौता है तो ऐसा ही समझौता इजराइल और सं.अ.अ. के बीच भी हो चुका है। ये समझौते बताते हैं कि पिछले 25-30 साल में दुनिया कितनी बदल चुकी है। इजराइल- जैसे यहूदी राष्ट्र और भारत—जैसे पाकिस्तान-विरोधी राष्ट्र के साथ एक मुस्लिम राष्ट्र यूएई के संबंधों का इतना घनिष्ट होना अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हो रहे बुनियादी परिवर्तनों का प्रतीक है।

अमेरिका के राष्ट्रपति का इजराइल और फिलीस्तीन एक साथ जाना भी अपने आप में अति-विशेष घटना है। यों तो पश्चिम एशिया के इस नए चौगुटे की शुरुआत पिछले साल इसके विदेश मंत्रियों की बैठक से शुरु हो गई थी लेकिन अब इसका औपचारिक शुभारंभ काफी धूम-धड़ाके से होगा। मध्य जुलाई में इन चारों राष्ट्रों के शीर्ष नेता इस सम्मेलन में भाग लेंगे। जाहिर है कि यह नाटो, सेंटो या सीटो की तरह कोई सैन्य गठबंधन नहीं है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की उपस्थिति को सैन्य-इरादों से जोड़ा जा सकता है लेकिन पश्चिम एशिया में इस तरह की कोई चुनौती नहीं है।

ईरान से परमाणु-मुद्दे पर मतभेद अभी भी हैं लेकिन उसके विरुद्ध कोई सैन्य गठबंधन खड़ा करने की जरुरत अमेरिका को नहीं है। जहां तक भारत का सवाल है, वह किसी भी सैन्य संगठन का सदस्य न कभी बना है और न बनेगा। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के चौगुटे में भी उसका रवैया चीन या रूस विरोधी नहीं है। भारत इस मामले में बहुत सावधानी बरत रहा है। वह इन चौगुटों में सक्रिय है लेकिन वह किसी महाशक्ति का पिछलग्गू बनने के लिए तैयार नहीं है।

इस वक्त भारत शाघांई सहयोग संगठन और एसियान देशों की बैठकें भी आयोजित कर रहा है। इन सबका लक्ष्य यही है कि आपसी आर्थिक और व्यावसायिक संबंधों की श्रीवृद्धि हो। क्या ही अच्छा होता कि इन सभी संगठनों में पाकिस्तान भी सम्मिलित होता लेकिन इस प्रश्न का हल तो पाकिस्तान ही कर सकता है।

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आज का राशिफल

मेष: आज आप छोटी-छोटी बातों पर भी गुस्से हो जाएंगे, ऐसी संभावना है। क्रोध को अंकुश में नहीं रखेंगे, तो मात्र अपना ही नहीं दूसरे का मूड़ भी खराब करेंगे। आज आप घर में अकेले रहना या घर में कोई फिल्म देखना पसंद करेंगे। पर आपका मन शांत रहेगा।

वृष: माता-पिता के साथ आज किसी मुद्दे पर वैचारिक मतभेद होगा। परंतु प्रभावकारी बातचीत द्वारा उसका हल ला सकेंगे। अपनी भावनाओं का संकेत अन्य लोगों तक स्पष्टरूप से पहुंचाने में सफल होंगे। कुल मिलाकर आज का दिन आपके लिए अच्छा है।

मिथुन: आपका अत्यंत भावुक स्वभाव आपके लिए समस्या बनेगा। अत: भावनाओं पर नियंत्रण रखें। प्रणय संबंधों में सावधानी रखें। प्रिय व्यक्ति के समक्ष प्रेम का प्रस्ताव रखने के लिए धैर्यपूर्वक राह देखें। परीक्षा में सफलता मिलने के योग हैं।

कर्क: आनंद और परिपूर्णता आपको आत्मसंतोष की भावनाओं का अनुभव करवाएंगे। आप जो कार्य करेंगे, उसमें आपको संतोष रहेगा। आर्थिक मामले ठीकठाक रहेंगे, परंतु छोटी से छोटी बातों के संबंध में आप गहरी चिंता करने लगेंगे। आज का दिन खूब रंगीन और खुशनुमा होगा।

सिंह: नौकरी व्यवसाय में काम में पूरे दिन व्यस्त रहेंगे। विशेषरूप से बड़ी कंपनियों में कार्य करने वाले लोगों के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण दिन रहेगा। गृहिणियों के लिए भी गृहकार्य के उपरांत अन्य कार्यों में अधिक व्यस्तता रहेगी। आज का दिन महत्त्वपूर्ण है, जो आपके लिए विशेष होगा।

कन्या: अपनी अद्भुत कार्यक्षमता से ऑफिस में आप अपने उच्च पदाधिकारियों की प्रशंसा प्राप्त कर सकेंगे। आपको इस खुशी के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी होगा। आपका योग्य अभिगम इच्छित परिणाम प्राप्त करने में लाभदायक साबित हो सकता है।

तुला: आपके उद्यमी स्वभाव से आपको बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त होगी। ऑफिस में उच्च पदाधिकारीगण आपके काम की कदर करेंगे। आपको वरिष्ठ पदाधिकारियों से प्रोत्साहन और प्रेरणा दोनों मिलेंगे। किसी भी व्यक्ति के साथ सीधे संघर्ष में न उतरें, क्योंकि उससे अधिक उलझनें खड़ी हो सकती हैं।

वृश्चिक: आसपास के लोगों का सहयोग आपको सुखद अनुभूति देगा। व्यापाार में मुनाफा आज कई व्यापारियों के चेहरे पर खुशी ला सकता है। आज आपको दूसरों की ज़रूरतों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हालांकि बच्चों को ज़्यादा छूट देना आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है। बहुत सारे मेहमानों की आवभगत आपका मूड खराब कर सकती है।

धनु: यदि आप बैंक या मैनेजमेंट इंस्टीच्यूट जैसी आर्थिक लेन-देन की प्रवृत्तियों के साथ जुड़े हुए क्षेत्र में कार्य करते हों, तो आज का दिन आपके लिए खूब लाभदायक होगा । अन्य सभी बातों में आपको अनुकूलता रहेगी। आप आर्थिक स्वतंत्रता पाने के लिए तनतोड़ परिश्रम करेंग। थोड़े समय के लिए आपको कठोर परिश्रम करने के साथ-साथ धैर्य रखना पड़ेगा।

मकर: आज अपनी संतानों, अपने अधीनस्थ व्यक्तियों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ संबंध बनाए रखने के लिए अधिक प्रयास करने पड़ेंगे। अपनी बात आफिस में सहकर्मियों अथवा उच्च पदाधिकारियों के गले उतारने में अधिक समय देना पड़ेगा। आज घर में भाई-बंधुओं की कठिनाइयों को समझने का प्रयत्न करेंगे।

कुंभ: आपकी समस्त समस्याओं और चिंताओं का बहुत जल्दी अंत आएगा। इसके लिए केवल धैर्य रखने की आवश्यकता है। यह याद रखना आवश्यक है कि ईश्वर में श्रद्धा बड़ी से बड़ी समस्याएं दूर करने में सक्षम है। सही दिशा में प्रयत्न जारी रखें।

मीन: आपकी यात्रा दैनिक घटनाक्रम में से थोड़े समय के लिए आराम करने के लिए होगी। परीक्षा में सफलता मिलेगी। जीवनसाथी के साथ आनंद में समय बीतेगा। व्यापार में सफलता मिलेगी।

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आनंद महिंद्रा ने अग्निवीरों के लिए खोले अपनी कंपनी के दरवाजे

नई दिल्ली ,20 जून।आनंद महिंद्रा ने अग्निवीरों के लिए खोले अपनी कंपनी के दरवाजे.  अग्निपथ स्कीम के ऐलान के बाद से ही देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और कई जगह पर हिंसा हो रही है। इस बीच महिंद्रा ग्रुप ने सेना में 4 साल की सेवा के बाद ‘अग्निवीरों’ को नौकरी देने का ऐलान किया है। इसकी जानकारी महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने खुद ट्वीट कर दी।

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर जारी हिंसा पर दुख जताया है। महिंद्रा ग्रुप ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है। आपको बता दें कि सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की है जिसमें देश के युवाओं में सशस्त्र सेनाओं में भर्ती का मौका दिया जाएगा। इस योजना से जुडऩे वाले युवाओं को अग्निवीर का नाम दिया जाएगा। इसमें 4 साल की सेवा के बाद रोजगारको सुनिश्चित करने के प्रयास भी शामिल हैं।

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने ट्वीट में कहा, अग्निपथ योजना को लेकर हुई हिंसा से दुखी हूं। जब पिछले साल इस योजना पर विचार किया गया था, तो मैंने कहा था, और मैं दोहराता हूं कि अग्निवीर द्वारा हासिल किया गया अनुशासन और कौशल उन्हें प्रमुख रूप से रोजगार योग्य बना देगा। महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है।

उन्होंने कहा, कारपोरेट सेक्टर में अग्निवीरों के रोजगार की अपार संभावनाएं। लीडरशिप, टीम वर्क और फिजिकल ट्रेनिंग के साथ अग्निवीर इंडस्ट्री को बाजार के लिए तैयार पेशेवर समाधान प्रदान करते सकते हैं, जिसमें संचालन से लेकर प्रशासन और सप्लाई चेन मैनेजमेंट तक का पूरा स्पेक्ट्रम शामिल है।

सरकार ने अग्निवीरों की चिंताओं को दूर करते हुए कई ऐलान किए हैं। देश के अग्निवीरों को मौजूदा सरकारी स्कीम का भरपूर लाभ दिया जाएगा। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, मुद्रा लोन स्कीम और स्टैंड अप इंडिया जैसी योजनाएं अग्निवीरों की मदद करेंगी। मौजूदा सरकारी स्कीमें जैसे मुद्रा, स्टैंड अप इंडिया आदि को अग्निवीरों को समर्थन देने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

सरकार का तर्क है कि फौज के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना से समाज से आसानी से युवा जुड़ सकेंगे। उन्हें आकर्षक वित्तीय पैकेज मिलेगा, सर्टिफिकेट और डिप्लोम देकर उन्हें उच्च शिक्षा का क्रेडिट दिया जाएगा। इस योजना में अनुशासन, स्किल और फिटनेस पर खास फोकस किया जाएगा। इस भर्ती का मापदंड कुछ ऐसा रखा गया है कि साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा को नौकरी दी जाएगी। सेवा की अवधि जिसमें ट्रेनिंग भी शामिल है, 4 साल की होगी। संबंधित सेवा अधिनियम और विनियम के तहत अग्निवीरों का चयन किया जाएगा।

चयन की प्रक्रिया पूरे देश में होगी और इसमें सभी वर्ग के युवा नामांकन कर सकेंगे। सरकार के पास सभी अग्निवीरों का सेंट्रलाइज्ड डेटा और रिकॉर्ड होगा।

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अग्निवीर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी, 8वीं पास भी कर सकेंगे अप्लाई

नई दिल्ली,20 जून (आरएनएस)। भारी विरोध के बीच भारतीय सेना ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर भर्ती रैली के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि ट्रेनिंग पीरियड सहित चार साल की सेवा अवधि के लिए उम्मीदवारों को नामांकित किया जाएगा। इसके तहत उम्मीदवारों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। इसके बाद भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट इंडियनआर्मी पर विजिट करना होगा।

अग्निवीर सेना अधिनियम, 1950 के अधीन होंगे। ऐसे में उन्हें भूमि, समुद्र या वायु मार्ग से कहीं पर भी आने जाने के लिए उत्तरदायी माना जाएगा। नोटिफिकेशन के मुताबिक, उम्मीदवारों की भर्ती चार सालों के लिए होगी। इस दौरान हर साल उन्हें 30 दिनों की छुट्टी भी मिलेगी। सेवा के पहले साल 30 हजार रुपये, दूसरे साल 33 हजार रुपये, तीसरे साल 36,500 रुपये और आखिरी साल यानी चौथे साल 40 हजार रुपये वेतन तथा भत्ते दिए जाएंगे।

नोटिफिकेशन के अनुसार, भर्तियां पूरी तरह से उपलब्ध रिक्तियों के आधार पर मेरिट आधारित होंगी। केवल भर्ती प्रक्रिया में पास होने वाले उम्मीदवारों को सेना में भर्ती का दावा करने का कोई अधिकार नहीं होगा। यह भी कहा गया है कि जिन उम्मीदवारों के पास जरूरी सर्टिफिकेट नहीं होंगे, वे खुद रिजेक्शन के लिए उत्तरदायी होंगे।

एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को मिलेंगे बोनस मार्क्स

सभी पदों पर भर्ती के लिए एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को 05 बोनस मार्क्स मिलेंगे। एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को 10 बोनस अंक मिलेंगे जबकि एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को 15 बोनस अंक मिलेंगे। अग्निवीर जनरल ड्यूटी और क्लर्क/स्टोरकीपर पदों के लिए एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को (कॉमन एंट्रेंस एग्जाम) से छूट मिलेगी।

इन पदों के लिए होगी भर्ती

भारतीय सेना द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, ‘अग्निवीर जनरल ड्यूटी, अग्निवीर टेक्निकल, अग्निवीर टेक्निकल (एविएशन/ एम्युनिशन एग्जामनर), अग्निवीर क्लर्क/स्टोर कीपर टेक्निकल, अग्निवीर ट्रेडमैन 10 वीं पास और अग्निवीर ट्रेड्समैन 8 वीं पास के लिए संबंधित एआरओ द्वारा जुलाई 2022 से रजिस्ट्रेशन ओपन होगा।Ó यानी कि इन पांच ट्रेड्स पर भर्ती होनी है।

क्या है जरूरी योग्यताएं

जनरल ड्यूटी के लिए उम्मीदवारों के पास में 45 फीसदी अंकों के साथ में 10वीं पास की योग्यता होनी चाहिए।
अग्निवीर तकनीकी (विमानन/गोला-बारूदपरीक्षक) के लिए फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स और इंग्लिश सब्जेक्ट में 50 फीसदी अंकों के साथ में 12वीं पास।

क्लर्क/ स्टोरकीपर पदों के लिए 60 फीसदी अंकों के साथ 12वीं पास की योग्यता। अंग्रेजी और गणित में 50 फीसदी अंक जरूरी।
ट्रेड्समैन के लिए 10वीं और 8वीं पास उम्मीदवारों की अलग-अलग भर्ती होगी। आवेदक के सभी विषयों में 33 फीसदी अंक होने चाहिए।

नियम और शर्तें

*अग्निवीरों को सेना अधिनियम 1950 के तहत 4 वर्ष की सेवा अवधि के लिए नामांकित किया जाएगा।

*आवेदकों की आयुसीमा 17.5 वर्ष से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

*अग्निवीरों आदेश के अनुसार थल, जल और वायु कहीं भी भेजा जा सकेगा।

*नामांकित अग्निवीर किसी भी तरह की पेंशन या ग्रेच्युटी के पात्र नहीं होंगे।

*सभी अग्निवीरों को चार वर्ष की सेवा पूरी होने पर सेवामुक्त कर दिया जाएगा।

*सेवामुक्ती के समय उन्हें सेवा नीधि दी जाएगी।

सर्विस के बाद मिलेगा ये

चार साल की सर्विस पूरी होने के बाद अग्निवीरों को सेवा निधि पैकेज, अग्निवीर स्किल सर्टिफिकेट और कक्षा 12वीं के समकक्ष योग्यता प्रमाणपत्र भी मिलेगा। जो उम्मीदवार 10वीं पास हैं उन्हें 4 साल के बाद 12वीं समकक्ष पास सर्टिफिकेट भी मिलेगा जिसकी पूरी जानकारी बाद में जारी की जाएगी।

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बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुप्रिया लक्ष्मी कटोच को मिला ड्रीम्ज अचीवर्स अवार्ड 

20.06.2022 –  केजेएम ड्रीम्ज एंटरटेनमेंट द्वारा मुम्बई के हॉलिडे इन होटल में आयोजित एडिक्शन फैशन रनवे और ड्रीम्ज अचीवर्स अवार्ड 2022 समारोह में बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुप्रिया लक्ष्मी कटोच को ड्रीम्ज अचीवर्स अवार्ड दे कर सम्मानित किया गया।

कविता किशोर और रेयांश शर्मा द्वारा आयोजित इस फंक्शन की सेलिब्रिटी चीफ गेस्ट बॉलीवुड की मशहूर ऎक्ट्रेस कायनात अरोड़ा और प्रोड्यूसर व सोशल एक्टिविस्ट इरम फरीदी उपस्थित रहीं। धड़क कामगार यूनियन के जेनरल सेक्रेटरी अभिजीत राणे भी इसके ऑनरेबेल चीफ गेस्ट थे।

ड्रीम्ज अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित होकर अनुप्रिया लक्ष्मी कटोच बेहद प्रसन्न और उत्साहित हैं। विदित हो कि एक्ट्रेस अनुप्रिया लक्ष्मी कटोच की चर्चित कॉमेडी फिल्म ‘3 शयाने’ रिलीज़ के बाद दर्शकों द्वारा पसन्द की गई है। अनुप्रिया लक्ष्मी कटोच एक मॉडल हैं और ‘3 शयाने’ इनकी डेब्यू फिल्म है। फिल्म के लीड हीरो देव शर्मा के अपोजिट लीड हीरोइन के रूप में वह बड़े पर्दे पर नजर आईं।

हिमाचल प्रदेश की रहने वाली अनुप्रिया लक्ष्मी कटोच मिस हिमाचल, मिस ग्लोरी ऑफ वर्ल्ड, मिस हिमाचल इंटरनेशनल जैसे कई प्रतिष्ठित ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीत चुकी है और साथ ही कई म्यूजिक विडियो भी कर चुकी हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी का पटेल चैप्टर बंद

गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी का पटेल चैप्टर बंद हो गया। कांग्रेस के डेकोरेटेड पटेल नेता हार्दिक पटेल पार्टी छोड़ कर चले गए हैं और अब भारतीय जनता पार्टी व नरेंद्र मोदी की जय जयकार कर रहे हैं। तो दूसरी ओर नरेश पटेल ने ऐलान कर दिया है कि वे अभी सक्रिय राजनीति में नहीं उतरेंगे। ध्यान रहे नरेश पटेल प्रभावशाली लेउवा पटेल समुदाय के नेता हैं और श्रीखोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं।

उन्होंने कहा कि समाज से जुड़े वरिष्ठ लोग नहीं चाहते हैं कि वे राजनीति में उतरें। वैसे भी प्रशांत किशोर के साथ कांग्रेस की डील फेल होने के बाद से ही लग रहा था कि नरेश पटेल कांग्रेस से दूर रहेंगे।ध्यान रहे प्रशांत किशोर के कांग्रेस के साथ जुडऩे के समय ही नरेश पटेल के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा हुई थी। प्रशांत किशोर ने ही उनकी कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात कराई थी।

पटेल की भी शर्त थी कि अगर प्रशांत किशोर कांग्रेस को चुनाव लड़ाते हैं तभी वे कांग्रेस से जुड़ेंगे। अब चूंकि उन्होंने सक्रिय राजनीति में उतरने से ही इनकार कर दिया इसलिए कांग्रेस से जुडऩे का सवाल ही नहीं है। इस तरह कांग्रेस एक बार फिर पटेल राजनीति करने से दूर हो गई। वैसे भी गुजरात में कांग्रेस कभी भी पटेल राजनीति नहीं करती थी। पिछले 30 साल से ज्यादा समय से पटेल भाजपा को वोट करते रहे हैं।

पटेलों के उलट कांग्रेस का फोकस खाम समीकरण यानी क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम पर होता है। इस बार भी कांग्रेस इसी फॉर्मूले पर चुनाव लड़ेगी।

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यूपी में बुलडोजर पर बैठ बारात लेकर आया दूल्हा

बहराइच,20 जून (आरएनएस)। यूपी के लक्ष्मणपुर-शंकरपुर गांव में जब बारात पहुंची तो लोग देखकर दंग रह गए। दूल्हा घोड़ी पर नहीं, बल्कि सजे-धजे बुलडोजर पर बैठकर आया था।

शनिवार को दूल्हा बुलडोजर के साथ बारात लेकर दुल्हन के द्वार पर पहुंचा। इस दौरान लोगों ने ‘बुलडोजर बाबा की जय’ के नारे लगाने शुरू कर दिए।

दूल्हे ने कहा, मैं अपनी शादी को यादगार बनाना चाहता था, तब मुझे यह आइडिया आया, जिसने मुझे अलग बना दिया। सोशल मीडिया पर अब बुलडोजर का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।

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तीनों सेनाओं ने किया स्पष्ट : वापस नहीं होगी अग्निपथ योजना

 आंदोलनकारियों के लिए सेनाओं में जगह नहीं

नई दिल्ली,20 जून (आरएनएस)। तीनों सेनाओं की ओर से आज यह स्पष्ट किया गया की अग्निपथ योजना का उद्देश्य सेनाओं को युवा एवं अधिक ताकतवर बनाना है और इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा तथा इसके विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वाले युवाओं को सेनाओं में भर्ती नहीं किया जाएगा।

अग्निपथ योजना के विरोध में देश भर में हो रहे उग्र तथा हिंसक आंदोलनों के मद्देनजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निवास पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी में रविवार को हुई महत्वपूर्ण बैठक के बाद सैन्य मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अग्निपथ योजना विदेशों में प्रचलित विभिन्न मॉडलों का अध्ययन करने के बाद लाई गई है और भारत में इस तरह की योजना के बारे में सबसे पहले वर्ष 1989 में बातचीत शुरू हुई थी। उन्होंने कहा कि इसके बाद से इस तरह की योजना को शुरू करने की निरंतर कोशिश की जा रही है लेकिन इसमें अब जाकर सफलता मिली है।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्षों से जवानों की भर्ती नहीं की जा सकी थी और इसे संयोग कहें या या कुछ और लेकिन इस दौरान दो वर्ष तक इस योजना पर खूब माथापच्ची की गई और इसके बाद अग्निपथ योजना को शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य सेनाओं को युवा अधिक ताकतवर तथा तकनीक और प्रौद्योगिकी से लैस बनाना है। देश की रक्षा पुख्ता करने के लिए यह उपाय करना बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1989 में सेना की औसत उम्र 30 वर्ष थी जो अभी बढ़कर 32 वर्ष हो गई है । नयी योजना लागू होने के कुछ वर्षों बाद यह औसत उम्र 24 से 26 वर्ष तक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाएगा। तीनों सेनाएं चाहती है कि यह योजना वापस ना हो और इसके उद्देश्य पूरे होने चाहिए।

एक अन्य सवाल के जवाब में लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने कहा कि अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसक आंदोलन में शामिल होने वाले युवाओं के लिए तीनों सेनाओं में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि फौज अनुशासन पर टिकी है इसलिए अनुशासनहीनता की सेनाओं में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले अग्निवीरों को आवेदन पत्र के साथ एक शपथ पत्र देकर यह शपथ लेनी होगी कि वह किसी भी हिंसक आंदोलन में शामिल नहीं रहा है।

उन्होंने कहा कि सभी अग्निवीरों की पुलिस इंक्वायरी कराई जाएगी और जगह-जगह लगे कैमरों से भी इस बात की पुष्टि की जाएगी कि इस उम्मीदवार ने किसी भी तरह के आंदोलन में या विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया है । उन्होंने देश के युवाओं से अनुरोध किया कि वह अपना समय बर्बाद ना करें और अग्निवीर के लिए होने वाली भर्ती प्रक्रिया की तैयारी करें।

लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने सेनाओं में अग्निवीरों की भूमिका से संबंधित सवालों और आशंकाओं का जवाब देते हुए कहा कि आम जवानों और अग्निवीरों को समान सुविधाएं तथा नियमों के अनुसार समान भत्ते एवं जोखिम भत्ते दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अग्निवीर सेनाओं का अभिन्न अंग होंगे और सेना में रहते हुए उनके साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा।

न्होंने कहा कि अग्निवीर और सेना का संबंध मां और बेटे की तरह रहेगा जैसे मां हमेशा बेटे का ध्यान रखती है ऐसे ही सेना भी अग्निवीरों का ध्यान रखेगी। उन्होंने कहा कि यह योजना करीब एक सप्ताह पहले ही घोषित की गई है और इस दौरान विभिन्न मंत्रालयों , विभागों , केंद्रीय पुलिस बलों और राज्य सरकारों ने चार वर्ष की सेवा के बाद अग्निवीरों को अपने यहां भर्ती में प्राथमिकता देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि समय के साथ साथ इससे संबंधित बातें और स्पष्ट होंगी तथा अग्निवीरों को और ज्यादा प्राथमिकताएं मिलेंगी जिससे उनका भविष्य सुनिश्चित हो सके।

संवाददाता सम्मेलन में मौजूद एयर मार्शल एस के झा ने बताया कि वायुसेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए अधिसूचना और पंजीकरण 24 जून से शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके एक महीने बाद यानी 24 जुलाई को पहले चरण की परीक्षा आयोजित की जाएगी और दिसंबर के अंत तक पहला बैच प्रशिक्षण के लिए वायुसेना अकादमी में पहुंच जाएगा।

नौसेना के वाइस एडमिरल डीके त्रिपाठी ने बताया कि नौसेना में अग्नि वीरों की भर्ती के लिए 25 जून को विज्ञापन दिया जाएगा जिसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी 21 नवंबर को पहला अग्निवीर नौसेना की अकादमी में ट्रेनिंग के लिए पहुंच जाए इस तरह की योजना बनाई गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अग्नीपथ योजना के तहत नौसेना में महिला अग्निवीरों की भी भर्ती की जाएगी हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि महिला अग्निवीरों की संख्या कितनी होगी। उन्होंने कहा कि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कितने नौसैनिक जलपोतों में महिलाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा सकती है।

सेना की ओर से भी बताया गया कि अग्निवीरों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी कर सेवा शर्तों से संबंधित जानकारी वेबसाइट पर डाली गई है। सेना की योजना है कि आगामी अगस्त के पहले पखवाड़े में अग्निवीरों की भर्ती के लिए पहली भर्ती रैली का आयोजन किया जाना है। इसके बाद उम्मीदवारों का शारीरिक और चिकित्सा परीक्षण के बाद उनकी लिखित परीक्षा ली जाएगी। सेना में अग्निवीरों की भर्ती दो चरण में की जाएगी। पहले चरण में आगामी दिसंबर के पहले सप्ताह में 25000 तथा अगले वर्ष 23 फरवरी तक दूसरे चरण में 21000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने गत 14 जून को तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती के लिए अग्नीपथ योजना की घोषणा की थी जिसके तहत 4 वर्ष के लिए अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। देशभर में युवा इस योजना का विरोध करते हुए उग्र आंदोलन तथा आगजनी कर रहे हैं।

युवाओं के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने अग्निपथ योजना को आकर्षक बनाने के लिए अनेक उपायों तथा निर्णय की घोषणा की है।

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असम में सेना ने बाढ़ प्रभावित 3000 से अधिक लोगों को बचाया

गुवाहाटी ,20 जून (आरएनएस)। बाढ़ प्रभावित असम में सेना का बड़े पैमाने पर राहत अभियान जारी है और अब तक तीन हजार से अधिक प्रभावित लोगों को बचाया जा चुका है। एक बयान में कहा गया है कि सेना के जवान असम के होजई, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, दरांग, तामूलपुर और कामरूप में बाढ़ राहत अभियान चला रहे हैं। सेना ने बाढ़ राहत कार्यों के लिए असम के विभिन्न स्थानों पर 11 समग्र कॉलम तैनात किए हैं।

बयान में कहा गया,असम के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश जारी है तथा खतरे के निशान से ऊपर बहने वाली नदियां ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बाढ़ एवं जलजमाव का कारण बन रही हैं। सेना बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद में जुटी हुई है। असम में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। शनिवार को आठ नई मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की नवीनतम क्षति रिपोर्ट के अनुसार, कुल 118 राजस्व मंडलों सहित राज्य के 32 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। फसल प्रभावित क्षेत्र 66455.82 हेक्टेयर हैं। एएसडीएमए ने कहा कि पिछले 24 घंटों में आठ और लोगों की जान चली गई और कुल 62 लोगों की जान चली गई (बाढ़ में 51 और भूस्खलन में 11 लोगों की मौत हुई है)। शनिवार तक सभी प्रभावित क्षेत्रों में 514 राहत शिविर और 302 राहत वितरण केंद्र खोले जा चुके हैं।

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मैं एक हजार लड़ाइयां लड़ चुकी हूं और अब भी खड़ी हूं: आठ्मिका

20.06.2022 – आखिरी बार तमिल एक्शन एंटरटेनर कोडियिल ओरुवन में नजर आ चुकीं अभिनेत्री आठ्मिका ने इंस्टाग्राम पर एक छोटी सी पोस्ट डाली, जिससे दुनिया को उनके असली रूप की एक झलक मिली। इंस्टाग्राम पर लेते हुए, अभिनेत्री, जिनकी फिल्में कटेरी और नरगसूरन का बेसब्री से इंतजार है, ने लिखा, इस महिला ने एक हजार लड़ाइयां लड़ी हैं और अभी भी खड़ी हैं।

एक हजार आंसू रोई हैं और अभी भी मुस्कुरा रही हैं।टूट गया है, धोखा दिया गया है, त्याग दिया गया है, अस्वीकार कर दिया गया है, लेकिन वह अभी भी गर्व से चलती है। जोर से हंसती है, बिना किसी डर के रहती है, बिना किसी संदेह के प्यार करती है।यह महिला सुंदर है। यह महिला विनम्र है। यह महिला मैं है, कई बार वास्तविक होने का साहस पाना भी दुर्लभ लगता है।

कुछ दिनों पहले, अभिनेत्री ने अपनी हाल ही में क्लिक की गई एक तस्वीर पोस्ट की थी और कहा था, सारी हलचल के बीच, इस तस्वीर को क्लिक करने के लिए एक पल के लिए रुक गया, बस यह प्रतिबिंबित करने के लिए कि मैं आप सभी के लिए कितना आभारी हूं।

आप बहुत मायने रखते हैं, धन्यवाद। आपको सिर्फ प्यार, प्यार, प्यार और सकारात्मकता भेज रही हूं।

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माँ विन्ध्यवासिनी फिल्म क्रियेशन के बैनर तले फिल्म ‘शराब बंदी’ की घोषणा

20.06.2022 – माँ विन्ध्यवासिनी फिल्म क्रियेशन के बैनर तले फिल्म ‘शराब बंदी’ की घोषणा निर्माता आशुतोष सिंह ने सावन डांस हॉल, आदर्श नगर, अंधेरी पश्चिम, मुंबई में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान की। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लागू शराबबंदी की सफलता, उससे हुए लाभ एवं सुधार को इस फिल्म की कथावस्तु का आधार बनाया गया है। शम्स दुर्रानी के निर्देशन में बनने वाली इस फिल्म के संयोजक दयानंद सिंह (मुखिया जी) हैं।इस फिल्म की कास्ट व क्रेडिट का चयन जारी है।

इस फिल्म में नवोदित कलाकारों के साथ बॉलीवुड के नामचीन कलाकार भी नज़र आएंगे। सिनेदर्शकों के टेस्ट में आये बदलाव को ध्यान में रखते हुए इस संदेशपरक फिल्म की कथावस्तु में रोमांस, एक्शन और कॉमेडी का भी समावेश किया गया है। बकौल निर्देशक शम्स दुर्रानी बिहार राज्य में लागू शराबबंदी की सफलता साथ साथ  इस फिल्म में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी समाज सुधार नीतियों के तहत धरातल पर जो भी सकारात्मक कार्य हुए हैं, सबका चित्रण होगा।

मेरी दूसरी फिल्म ‘जिला बाँका’ भी पाइप लाइन में है जिसमें बिहार के एक व्यक्ति के वास्तविक जीवन के संघर्ष की कहानी होगी जो आज झारखंड का एक चर्चित शख्सियत है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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फैंस पर चढ़ा शहनाज गिल का खुमार, दिल थामकर देखे एक्ट्रेस का नया फोटोशूट

20.06.2022 – मनोरंजन जगत की मशहूर अदाकारा शहनाज गिल क्यूट से ग्लैमरस डीवा बन चुकी हैं। बिग बॉस से निकलने के बाद शहनाज ने अपने ट्रांसफॉर्मेशन से हर किसी को चौंका दिया है। शहनाज की फिटनेस और ग्लैमरस लुक के लोग दीवाने हैं। वही अब एक बार फिर शहनाज ने अपनी स्टनिंग फोटोज साझा करके इंटरनेट का पारा बढ़ा दिया है। शहनाज गिल की नई फोटोज में अपने स्टाइल स्टेटमेंट से कई अभिनेत्रियों को टक्कर दे रही हैं। शहनाज ने अपना नया फोटोशूट शॉर्ट व्हाइट औरगेंजा रफल ऑउटफिट में कराया है। शहनाज की स्टनिंग ड्रेस में ब्लैक आउटलाइन की डिटेलिंग है। शहनाज ने शॉर्ट ऑउटफिट को फुल कॉन्फिडेंस एवं ग्रेस के साथ कैरी किया है। वे इस लुक में सुपर गॉर्जियस लग रही हैं। वही शहनाज ने अपने बालों को कर्ली लुक देकर मेसी हेयर बन बनाया है। शॉर्ट रफल ऑउटफिट संग ब्राउन हील्स शहनाज पर बहुत जबरदस्त लग रही हैं। जितना क्लासी शहनाज का ऑउटफिट है उतना ही क्लासी शहनाज का मेकअप भी है। न्यूड ग्लोइंग मेकअप में शहनाज ग्लैम डॉल लग रही हैं। वही शहनाज की इन तस्वीरों पर फैंस जमकर अपना प्यार लूटा रहे है, फैंस तरह तरह के कमेंट कर अपनी पसंदीदा एक्ट्रेस पर प्यार लूटा रहे है। वही ये पहले बार नहीं है जब शहनाज की किसी तस्वीर पर फैंस ने इतना प्यार लुटाया हो आए दिन ही शहनाज की तस्वीरें पोस्ट होते ही चर्चाओं में बन जाती है। (एजेंसी)

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ब्रांडेड कपड़ों की शॉपिंग में कहीं आप भी तो नहीं खा रहे धोखा

20.06.2022 – ब्रांडेड कपड़ों की शॉपिंग में कहीं आप भी तो नहीं खा रहे धोखा. फैशन के इस बदलते दौर में हर कोई ट्रेंड में रहना चाहता है। हर कोई चाहता है कि स्टाइल के मामले में वो पहले स्थान पर रहे है। फैशन में आगे रहने के चलते आज युवाओं में ब्रांडेड कपड़े खरीदने की होड़ सी लगी है। जिसे देखो वो ही अपने कपड़े, जूते से लेकर बैग्स तक खरीदने के मामले में ब्रांड कॉन्शियस है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जो चीज़ हम ब्रांड समझ कर खरीदते हैं बाद हमें पता चलता है कि वो सामान नकली है।

कई बार लोग खरीदी करते वक़्त ब्रांड्स के नाम पर ठगे जाते हैं। ब्रांडेड कपड़ों से लेकर ब्रांडेड बैग्स तक मार्केट में हर चीज़ की कॉपी मौजूद है। ऐसे में इनकी शॉपिंग करते वक़्त धोखा खा लेना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रांडेड कपड़ों में कई ऐसी खासियत होती है जिसे कॉपी नहीं किया जा सकता है।

तो चलिए आज हम आपको ब्रांडेड कपड़ों की इन्हीं बारीकियों से रूबरू करवाते हैं, जिससे आगे से शॉपिंग करते वक़्त आप ब्रांडेड कपड़ों की पहचान आसानी से कर पाएंगे।स्टिचिंगब्रांडेड कपड़ों की स्टिचिंग पर ध्यान देकर आप आसानी से पहचान सकते हैं कि यह कपड़ा असली है या नकली। ब्रांडेड कपड़ों की सिलाई सीधी, नीट और एक जैसी होती है। इसमें इस्तेमाल होने वाला धागा भी एक जैसा ही होता है।

फोटो में दिखाए गए इस बटन को ध्यान से देखने पर आपको दिखेगा कि बटन के नीचे दिए पेंच में ब्रांड का नाम लिखा है। इसका मतलब है कि यह कोई नार्मल पेंच नहीं बल्कि ओरिजिनल है।जिपब्रांडेड कपड़ों की जिप बहुत ही स्मूथ और अच्छी क्वालिटी की होती है। जबकि लोकल कपड़ों की जिप पर आप गौर करेंगे तो पाएंगे कि ये अटकती है और लो क्वालिटी की होती है।

ब्रांडेड कपड़ों की पहचान इसकी जिप से करना बहुत ही आसान है। जिप को तेजी से खोले और बंद करें। ऐसा करने से आपको अंदाजा हो जाएगा की कपड़ा ब्रांड का है या लोकल। एक बात का जरुर ध्यान दें, ज्यादातर ब्रांडेड कपड़ों की जिप पर ब्रांड का नाम लिखा होता है।

बटनब्रांडेड कपड़ों के बटन पर ब्रांड का नाम लिखा होता है वहीं कॉपी कपड़ों पर सिंपल बटन होता है। अगली बार शॉपिंग करते हुए बटन पर भी जरूर गौर करें।लोगोकपड़ों पर बने ब्रांड के लोगो को देखकर बहुत बार हम कंफ्यूज हो जाते हैं। ब्रांडेड कपड़ों की लोगो देखकर पहचान करना थोड़ा मुश्किल होता है.

लेकिन आप अपने मोबाइल पर उस ब्रांड का लोगो खोल उस प्रोडक्ट के लोगो से मिला सकते हैं। लोगो के फॉन्ट स्टाइल को मिला कर आप ये पहचान सकते हैं कि ये ब्रांड असली है या नकली।टैग्सब्रांडेड कपड़ों को खरीदते वक्त आमतौर पर हम उनके टैग्स से उनकी पहचान करते हैं लेकिन बाजार में मौजूद उनकी कॉपी पर भी बिल्कुल सेम टैग लगाकर कपड़े बेचे जा रहे हैं।

अगली बार जब आप शॉपिंग जाएं तो टैग की पहचान करें। बहुत सारे ऐसे ब्रांड हैं जो कपड़ों की लाइनिंग में टैग लगाते हैं जिसकी मदद से आप इनकी सही पहचान कर सकते हैं. (एजेंसी)

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हलासन रोज करना चाहिए, होते हैं चौकाने वाले फायदे

20.06.2022 – हलासन रोज करना चाहिए. आप सभी जानते ही होंगे योग हमारे जीवन को खूबसूरत बनाने के लिए बेहद जरूरी होता है। जी हाँ और हर दिन योग करने से शारीरिक और मानसिक सेहत में फायदा पहुंचता है। जी दरअसल योगा के कई पोज होते हैं, जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों को स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए किया जाता है। जी हाँ और इसमें एक पोज होता है हलासन (श्चद्यश2 श्चशह्यद्ग) होता है जिसको करने से एक दो नहीं बल्कि कई सारे फायदे होते हैं।

जी दरअसल चेहरे पर ग्लो लाने के साथ-साथ यह पेट को फ्लैट करने में भी मदद करता है। अब हम आपको बताते हैं हलासन करने से क्या-क्या फायदे होते हैं और इसे कितनी देर करना चाहिए.जी दरअसल आने वाले 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। जी हाँ और इसका मकसद होता है हर इंसान की जिंदगी में इसे शामिल करना। आपको बता दें कि योग के कई पोज में एक पोज हलासन का भी होता है और इसके कई फायदे होते हैं।

चेहरे पर चमक बढ़ाता, बाल गिरने से रोकता हैहलासन को हर रोज 10 मिनट करने से चेहरे में ग्लो आती है। जी हाँ और इसके पीछे वजह है ब्लड सर्कुलेशन का अच्छी तरह होना। आपको बता दें कि हलासन करने से ब्लड फॉलो बेहतर होता है। इससे स्किन टाइट होती है और इसी के साथ पिंपल और झुर्रियों से राहत मिलती है। केवल यही नहीं बल्कि यह बाल झडऩे की समस्या से भी निजात दिलाता है।

पीठ का दर्द होता है दूरहलासन करने से पीठ और रीढ़ की मांसपेशियां मजबूत होती है। जी हाँ और यह कमर दर्द में राहत देता है। अगर आप पीठ दर्द की समस्या से ग्रसित हैं तो हलासन के लिए अपने डेली रुटीन से बस कुछ मिनट का वक्त निकालें। पेट कम करने में करता है

मददहलासन करने से बढ़ते हुए वजन से निजात मिलता है। जी हाँ और इसको करने के साथ पेट की चर्बी भी धीरे-धीरे खत्म हो जाती हैं।पेट के विकार को करता है दूरहलासन पेट संबंधित विकार को दूर करता है। जी हाँ और इस योगा पोज को करने से पेट की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं। इसको करने से पेट, आंत समेत कई अंग उत्तेजित हो जाते हैं।

जी हाँ और ऐसा करने से पाचन क्रिया सही हो जाती है। गैस , एसिडिटी और कब्ज की समस्या से मुक्ति मिलती है। (एजेंसी)

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आज का राशिफल

मेष: ख्याली पुलाव पकाने में वक्त ज़ाया न करें। सार्थक कामों में लगाने के लिए अपनी ऊर्जा बचाकर रखें। प्राप्त हुआ धन आपकी उम्मीद के मुताबिक नहीं होगा। अपने सामाजिक जीवन को दरकिनार न करें। थोड़ा-सा समय निकालकर परिवार के साथ किसी आयोजन में शिरकत करें।

वृष: आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। सोच समझकर पैसा निवेश करने की जरूरत है। आज का दिन ख़ुशियों से भरा रहेगा, क्योंकि आपका जीवनसाथी आपको ख़ुशी देने का हर प्रयास करेगा। आपका प्रिय आज रोमांटिक मूड में होगा।

मिथुन: आपका हंसमुख स्वभाव दूसरों को खुश रखेगा। आज आप अपने घर के सदस्यों को कहीं घुमाने ले जा सकते हैं। नए प्रेम संबंधों के बनने की संभावना ठोस है, लेकिन व्यक्तिगत और गोपनीय जानकारियों को उजागर करने से बचें। विरोधी आपकी आँखों के सामने ही नीचे को खिसकेंगे।

कर्क: अध्यात्म की सहायता लेने का सही समय है, क्योंकि मानसिक तनाव को मार भगाने के लिए यह सबसे बेहतरीन विकल्प है। ध्यान और योग आपकी मानसिक मज़बूती को बढ़ाने में कारगर रहेंगे। आप पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप अपनी जमा-पूंजी पारंपरिक तौर पर निवेश करें।

सिंह: किसी झगड़ालू इनसान से वाद-विवाद आपका मूड खऱाब कर सकता है। समझदारी से काम लें और अगर संभव हो तो इससे बचें, क्योंकि किसी भी तरह का विवाद आपके लिए मददगार नहीं रहेगा। आज के दिन आप धन से जुड़ी समस्या के कारण परेशान रह सकते हैं।

कन्या: चौकन्ने रहें, क्योंकि कोई आपको बलि का बकरा बना सकता है। तनाव और चिंता में इजाफ़ा मुमकिन है। पैसा अचानक आपके पास आएगा, जो आपके खर्च और बिल आदि को संभाल लेगा। परिवार के साथ सामाजिक गतिविधियां सभी को ख़ुश रखेंगी। आपके लिए अपने प्रिय से दूर रहना बहुत मुश्किल होगा।

तुला: काम का बोझ आज कुछ तनाव और खीज की वजह बन सकता है। तंग आर्थिक हालात के चलते कोई अहम काम बीच में अटक सकता है। ख्याली परेशानियों को छोड़ें और अपने साथी के साथ रोमांटिक समय बिताएं। कार्यक्षेत्र में आप ख़ुद को ख़ास महसूस करेंगे। जीवन का आनंद लेने के लिए आपको अपने दोस्तों को भी समय देना चाहिए।

वृश्चिक: सेहत के नजरिए से यह वक्त थोड़ा ठीक नहीं है, इसलिए जो आप खाएं उसके प्रति सावधान रहें। आज किसी विपरीत लिंगी की मदद से आपको करोबार या नौकरी में आर्थिक लाभ होने की संभावना है। बेहतर कामकाज के चलते तारीफ़ मिल सकती है।

धनु: अगर मुमकिन हो, तो लंबे सफऱ पर जाने से बचें, क्योंकि लंबी यात्राओं के लिए अभी आप कमज़ोर हैं। आर्थिक तौर पर सुधार के चलते आप आसानी से काफ़ी वक्त से लंबित बिल और उधार चुका सकेंगे। एक प्यारी-सी मुस्कुराहट से अपने प्रेमी का दिन रोशन करें।

मकर: मज़बूती और निडरता का गुण आपकी मानसिक क्षमताओं में इज़ाफ़ा करेगा। किसी भी तरह के हालात को क़ाबू में रखने के लिए इस रफ़्तार को बरकऱार रखिए। बच्चे आपको अपनी उपलब्धियों से गर्व का अनुभव कराएंगे। आपको अपनी तरफ़ से बेहतर तरीके से बर्ताव करने की ज़रूरत है।

कुंभ: सेहत की तरफ़ ज़्यादा ग़ौर करने की ज़रूरत है। अतिरिक्त आय के लिए अपने सृजनात्मक विचारों का सहारा लें। परिवार के सदस्यों के साथ कुछ आराम के पल बिताएं। महत्त्वपूर्ण व्यापारिक सौदे करते समय दूसरों के दबाव में न आएं।

मीन: अपना धैर्य न खोएं, ख़ास तौर पर मुश्किल हालात में। अपने ख़र्चों पर क़ाबू रखें और आज हाथ खोलकर व्यय करने से बचें। अपने प्रिय को आज निराश न करें, क्योंकि ऐसा करने की वजह से बाद में आपको पछताना पड़ सकता है।

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पीएम मोदी ने लॉन्च की 44वें शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले

भारत को पहली बार मिला मेजबानी का मौका

नई दिल्ली ,19 जून (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए ऐतिहासिक मशाल रिले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित भी किया। दुनिया के सबसे बड़े शतरंज आयोजन के 44वें संस्करण का आयोजन 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चेन्नई के पास महाबलीपुरम में होगा।

अंतरराष्ट्रीय शतरंज निकाय ने पहली बार मशाल रिले की स्थापना की है, जो ओलंपिक परंपरा का हिस्सा है, लेकिन शतरंज ओलंपियाड में पहले कभी ऐसा नहीं किया गया था। भारत शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले रखने वाला पहला देश होगा।

शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले के उद्घाटन के अवसर पर फिडे के अध्यक्ष अर्कडी ड्वोरकोविच ने प्रधानमंत्री को मशाल सौंपी, जिन्होंने इसे भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को दिया।

75 शहरों में ले जाई जाएगी मशाल

इस मशाल को चेन्नई के पास महाबलीपुरम पहुंचने से पहले 40 दिनों की अवधि में लेह, श्रीनगर, जयपुर, सूरत, मुंबई, भोपाल, पटना, कोलकाता, गंगटोक, हैदराबाद, बेंगलुरु, त्रिशूर, पोर्ट ब्लेयर और कन्याकुमारी जैसे अन्य 75 शहरों में ले जाया जाएगा। हर स्थान पर प्रदेश के शतरंज महारथियों को मशाल थमाई जाएगी।

शतरंज ओलंपियाड के लगभग 100 वर्षों के इतिहास में यह पहली बार है कि भारत प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी करेगा। आगामी ओलंपियाड के लिए पंजीकृत 188 देशों के साथ देश पहली बार भारतीय धरती पर एक खेल आयोजन के लिए राष्ट्रों की एक विशाल सभा का गवाह बनने के लिए तैयार है।

शतरंज का खेल दुनियाभर के लोगों के लिए एक जुनून

इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि शतरंज ओलंपियाड के लिए आज पहली मशाल रिले भारत से शुरू हो रही है। पहली बार भारत मेजबानी भी कर रहा है, यह एक बड़ी घटना है। यह मशाल रिले न केवल भारत के लिए बल्कि खेल की गौरवशाली विरासत के लिए भी सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि शतरंज के खेल को उसके जन्मस्थान में एक विशाल अंतरराष्ट्रीय आयोजन के रूप में मनाया जा रहा है और अब यह दुनियाभर के लोगों के लिए एक जुनून है। उन्होंने कहा कि हम शतरंज को अपने जन्म स्थान पर वापस देखकर और शतरंज ओलंपियाड के रूप में इसकी सफलता का जश्न मनाते हुए खुश हैं।

न्यू इंडिया के युवा हर खेल में बना रहे कीर्तिमान

उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने मस्तिष्क के विकास के लिए चतुरंगा और शतरंज जैसे खेलों का आविष्कार किया था। शतरंज खेलने वाले बच्चे अच्छे प्रॉब्लम सॉल्वर बन रहे हैं। मोदी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में भारत ने शतरंज में अपने प्रदर्शन में सुधार किया है और न्यू इंडिया के युवा हर खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर कीर्तिमान बना रहे हैं।

आज शतरंज एक शैक्षिक उपकरण बन गया है

पीएम मोदी ने कहा कि फिडे ने फैसला किया है कि मशाल रिले भारत से शुरू होगी। यह सिर्फ भारत का सम्मान नहीं है, बल्कि शतरंज के लिए सम्मान है। मोदी ने कहा कि शतरंज सिर्फ एक खेल नहीं है बल्कि अब एक शैक्षिक उपकरण बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत में कुश्ती, कबड्डी, मलखंब फिट रहने के लिए खेले जाते थे और विश्लेषणात्मक कौशल के लिए हमारे पूर्वजों ने शतरंज का आविष्कार किया। शतरंज ने पूरी दुनिया की यात्रा की और लोकप्रिय हो गया। आज शतरंज एक शैक्षिक उपकरण बन गया है, शतरंज के खिलाड़ी समस्या हल करने वाले बन रहे हैं। मोदी ने कहा कि शतरंज में सफलता के लिए योग और ध्यान जरूरी है।
शतरंज ओलंपियाड के लगभग 100 वर्षों के इतिहास में यह पहली बार है कि भारत इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी करेगा। आगामी ओलंपियाड के लिए 188 देशों के पंजीकरण के साथ भारतीय खेल इतिहास भी पहली बार किसी आयोजन में भारतीय धरती पर देशों की एक विशाल सभा का गवाह बनने के लिए तैयार है।

44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त 2022 तक चेन्नई में आयोजित किया जाएगा। 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है। 189 देशों के भाग लेने के साथ यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी।

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