यूपी में बुलडोजर पर बैठ बारात लेकर आया दूल्हा

बहराइच,20 जून (आरएनएस)। यूपी के लक्ष्मणपुर-शंकरपुर गांव में जब बारात पहुंची तो लोग देखकर दंग रह गए। दूल्हा घोड़ी पर नहीं, बल्कि सजे-धजे बुलडोजर पर बैठकर आया था।

शनिवार को दूल्हा बुलडोजर के साथ बारात लेकर दुल्हन के द्वार पर पहुंचा। इस दौरान लोगों ने ‘बुलडोजर बाबा की जय’ के नारे लगाने शुरू कर दिए।

दूल्हे ने कहा, मैं अपनी शादी को यादगार बनाना चाहता था, तब मुझे यह आइडिया आया, जिसने मुझे अलग बना दिया। सोशल मीडिया पर अब बुलडोजर का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।

**************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

तीनों सेनाओं ने किया स्पष्ट : वापस नहीं होगी अग्निपथ योजना

 आंदोलनकारियों के लिए सेनाओं में जगह नहीं

नई दिल्ली,20 जून (आरएनएस)। तीनों सेनाओं की ओर से आज यह स्पष्ट किया गया की अग्निपथ योजना का उद्देश्य सेनाओं को युवा एवं अधिक ताकतवर बनाना है और इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा तथा इसके विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वाले युवाओं को सेनाओं में भर्ती नहीं किया जाएगा।

अग्निपथ योजना के विरोध में देश भर में हो रहे उग्र तथा हिंसक आंदोलनों के मद्देनजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निवास पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी में रविवार को हुई महत्वपूर्ण बैठक के बाद सैन्य मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अग्निपथ योजना विदेशों में प्रचलित विभिन्न मॉडलों का अध्ययन करने के बाद लाई गई है और भारत में इस तरह की योजना के बारे में सबसे पहले वर्ष 1989 में बातचीत शुरू हुई थी। उन्होंने कहा कि इसके बाद से इस तरह की योजना को शुरू करने की निरंतर कोशिश की जा रही है लेकिन इसमें अब जाकर सफलता मिली है।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्षों से जवानों की भर्ती नहीं की जा सकी थी और इसे संयोग कहें या या कुछ और लेकिन इस दौरान दो वर्ष तक इस योजना पर खूब माथापच्ची की गई और इसके बाद अग्निपथ योजना को शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य सेनाओं को युवा अधिक ताकतवर तथा तकनीक और प्रौद्योगिकी से लैस बनाना है। देश की रक्षा पुख्ता करने के लिए यह उपाय करना बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1989 में सेना की औसत उम्र 30 वर्ष थी जो अभी बढ़कर 32 वर्ष हो गई है । नयी योजना लागू होने के कुछ वर्षों बाद यह औसत उम्र 24 से 26 वर्ष तक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाएगा। तीनों सेनाएं चाहती है कि यह योजना वापस ना हो और इसके उद्देश्य पूरे होने चाहिए।

एक अन्य सवाल के जवाब में लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने कहा कि अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसक आंदोलन में शामिल होने वाले युवाओं के लिए तीनों सेनाओं में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि फौज अनुशासन पर टिकी है इसलिए अनुशासनहीनता की सेनाओं में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले अग्निवीरों को आवेदन पत्र के साथ एक शपथ पत्र देकर यह शपथ लेनी होगी कि वह किसी भी हिंसक आंदोलन में शामिल नहीं रहा है।

उन्होंने कहा कि सभी अग्निवीरों की पुलिस इंक्वायरी कराई जाएगी और जगह-जगह लगे कैमरों से भी इस बात की पुष्टि की जाएगी कि इस उम्मीदवार ने किसी भी तरह के आंदोलन में या विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया है । उन्होंने देश के युवाओं से अनुरोध किया कि वह अपना समय बर्बाद ना करें और अग्निवीर के लिए होने वाली भर्ती प्रक्रिया की तैयारी करें।

लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने सेनाओं में अग्निवीरों की भूमिका से संबंधित सवालों और आशंकाओं का जवाब देते हुए कहा कि आम जवानों और अग्निवीरों को समान सुविधाएं तथा नियमों के अनुसार समान भत्ते एवं जोखिम भत्ते दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अग्निवीर सेनाओं का अभिन्न अंग होंगे और सेना में रहते हुए उनके साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा।

न्होंने कहा कि अग्निवीर और सेना का संबंध मां और बेटे की तरह रहेगा जैसे मां हमेशा बेटे का ध्यान रखती है ऐसे ही सेना भी अग्निवीरों का ध्यान रखेगी। उन्होंने कहा कि यह योजना करीब एक सप्ताह पहले ही घोषित की गई है और इस दौरान विभिन्न मंत्रालयों , विभागों , केंद्रीय पुलिस बलों और राज्य सरकारों ने चार वर्ष की सेवा के बाद अग्निवीरों को अपने यहां भर्ती में प्राथमिकता देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि समय के साथ साथ इससे संबंधित बातें और स्पष्ट होंगी तथा अग्निवीरों को और ज्यादा प्राथमिकताएं मिलेंगी जिससे उनका भविष्य सुनिश्चित हो सके।

संवाददाता सम्मेलन में मौजूद एयर मार्शल एस के झा ने बताया कि वायुसेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए अधिसूचना और पंजीकरण 24 जून से शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके एक महीने बाद यानी 24 जुलाई को पहले चरण की परीक्षा आयोजित की जाएगी और दिसंबर के अंत तक पहला बैच प्रशिक्षण के लिए वायुसेना अकादमी में पहुंच जाएगा।

नौसेना के वाइस एडमिरल डीके त्रिपाठी ने बताया कि नौसेना में अग्नि वीरों की भर्ती के लिए 25 जून को विज्ञापन दिया जाएगा जिसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी 21 नवंबर को पहला अग्निवीर नौसेना की अकादमी में ट्रेनिंग के लिए पहुंच जाए इस तरह की योजना बनाई गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अग्नीपथ योजना के तहत नौसेना में महिला अग्निवीरों की भी भर्ती की जाएगी हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि महिला अग्निवीरों की संख्या कितनी होगी। उन्होंने कहा कि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कितने नौसैनिक जलपोतों में महिलाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा सकती है।

सेना की ओर से भी बताया गया कि अग्निवीरों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी कर सेवा शर्तों से संबंधित जानकारी वेबसाइट पर डाली गई है। सेना की योजना है कि आगामी अगस्त के पहले पखवाड़े में अग्निवीरों की भर्ती के लिए पहली भर्ती रैली का आयोजन किया जाना है। इसके बाद उम्मीदवारों का शारीरिक और चिकित्सा परीक्षण के बाद उनकी लिखित परीक्षा ली जाएगी। सेना में अग्निवीरों की भर्ती दो चरण में की जाएगी। पहले चरण में आगामी दिसंबर के पहले सप्ताह में 25000 तथा अगले वर्ष 23 फरवरी तक दूसरे चरण में 21000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने गत 14 जून को तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती के लिए अग्नीपथ योजना की घोषणा की थी जिसके तहत 4 वर्ष के लिए अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। देशभर में युवा इस योजना का विरोध करते हुए उग्र आंदोलन तथा आगजनी कर रहे हैं।

युवाओं के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने अग्निपथ योजना को आकर्षक बनाने के लिए अनेक उपायों तथा निर्णय की घोषणा की है।

******************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

असम में सेना ने बाढ़ प्रभावित 3000 से अधिक लोगों को बचाया

गुवाहाटी ,20 जून (आरएनएस)। बाढ़ प्रभावित असम में सेना का बड़े पैमाने पर राहत अभियान जारी है और अब तक तीन हजार से अधिक प्रभावित लोगों को बचाया जा चुका है। एक बयान में कहा गया है कि सेना के जवान असम के होजई, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, दरांग, तामूलपुर और कामरूप में बाढ़ राहत अभियान चला रहे हैं। सेना ने बाढ़ राहत कार्यों के लिए असम के विभिन्न स्थानों पर 11 समग्र कॉलम तैनात किए हैं।

बयान में कहा गया,असम के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश जारी है तथा खतरे के निशान से ऊपर बहने वाली नदियां ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बाढ़ एवं जलजमाव का कारण बन रही हैं। सेना बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद में जुटी हुई है। असम में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। शनिवार को आठ नई मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की नवीनतम क्षति रिपोर्ट के अनुसार, कुल 118 राजस्व मंडलों सहित राज्य के 32 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। फसल प्रभावित क्षेत्र 66455.82 हेक्टेयर हैं। एएसडीएमए ने कहा कि पिछले 24 घंटों में आठ और लोगों की जान चली गई और कुल 62 लोगों की जान चली गई (बाढ़ में 51 और भूस्खलन में 11 लोगों की मौत हुई है)। शनिवार तक सभी प्रभावित क्षेत्रों में 514 राहत शिविर और 302 राहत वितरण केंद्र खोले जा चुके हैं।

******************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

 

मैं एक हजार लड़ाइयां लड़ चुकी हूं और अब भी खड़ी हूं: आठ्मिका

20.06.2022 – आखिरी बार तमिल एक्शन एंटरटेनर कोडियिल ओरुवन में नजर आ चुकीं अभिनेत्री आठ्मिका ने इंस्टाग्राम पर एक छोटी सी पोस्ट डाली, जिससे दुनिया को उनके असली रूप की एक झलक मिली। इंस्टाग्राम पर लेते हुए, अभिनेत्री, जिनकी फिल्में कटेरी और नरगसूरन का बेसब्री से इंतजार है, ने लिखा, इस महिला ने एक हजार लड़ाइयां लड़ी हैं और अभी भी खड़ी हैं।

एक हजार आंसू रोई हैं और अभी भी मुस्कुरा रही हैं।टूट गया है, धोखा दिया गया है, त्याग दिया गया है, अस्वीकार कर दिया गया है, लेकिन वह अभी भी गर्व से चलती है। जोर से हंसती है, बिना किसी डर के रहती है, बिना किसी संदेह के प्यार करती है।यह महिला सुंदर है। यह महिला विनम्र है। यह महिला मैं है, कई बार वास्तविक होने का साहस पाना भी दुर्लभ लगता है।

कुछ दिनों पहले, अभिनेत्री ने अपनी हाल ही में क्लिक की गई एक तस्वीर पोस्ट की थी और कहा था, सारी हलचल के बीच, इस तस्वीर को क्लिक करने के लिए एक पल के लिए रुक गया, बस यह प्रतिबिंबित करने के लिए कि मैं आप सभी के लिए कितना आभारी हूं।

आप बहुत मायने रखते हैं, धन्यवाद। आपको सिर्फ प्यार, प्यार, प्यार और सकारात्मकता भेज रही हूं।

*****************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

माँ विन्ध्यवासिनी फिल्म क्रियेशन के बैनर तले फिल्म ‘शराब बंदी’ की घोषणा

20.06.2022 – माँ विन्ध्यवासिनी फिल्म क्रियेशन के बैनर तले फिल्म ‘शराब बंदी’ की घोषणा निर्माता आशुतोष सिंह ने सावन डांस हॉल, आदर्श नगर, अंधेरी पश्चिम, मुंबई में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान की। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लागू शराबबंदी की सफलता, उससे हुए लाभ एवं सुधार को इस फिल्म की कथावस्तु का आधार बनाया गया है। शम्स दुर्रानी के निर्देशन में बनने वाली इस फिल्म के संयोजक दयानंद सिंह (मुखिया जी) हैं।इस फिल्म की कास्ट व क्रेडिट का चयन जारी है।

इस फिल्म में नवोदित कलाकारों के साथ बॉलीवुड के नामचीन कलाकार भी नज़र आएंगे। सिनेदर्शकों के टेस्ट में आये बदलाव को ध्यान में रखते हुए इस संदेशपरक फिल्म की कथावस्तु में रोमांस, एक्शन और कॉमेडी का भी समावेश किया गया है। बकौल निर्देशक शम्स दुर्रानी बिहार राज्य में लागू शराबबंदी की सफलता साथ साथ  इस फिल्म में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी समाज सुधार नीतियों के तहत धरातल पर जो भी सकारात्मक कार्य हुए हैं, सबका चित्रण होगा।

मेरी दूसरी फिल्म ‘जिला बाँका’ भी पाइप लाइन में है जिसमें बिहार के एक व्यक्ति के वास्तविक जीवन के संघर्ष की कहानी होगी जो आज झारखंड का एक चर्चित शख्सियत है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

**************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

फैंस पर चढ़ा शहनाज गिल का खुमार, दिल थामकर देखे एक्ट्रेस का नया फोटोशूट

20.06.2022 – मनोरंजन जगत की मशहूर अदाकारा शहनाज गिल क्यूट से ग्लैमरस डीवा बन चुकी हैं। बिग बॉस से निकलने के बाद शहनाज ने अपने ट्रांसफॉर्मेशन से हर किसी को चौंका दिया है। शहनाज की फिटनेस और ग्लैमरस लुक के लोग दीवाने हैं। वही अब एक बार फिर शहनाज ने अपनी स्टनिंग फोटोज साझा करके इंटरनेट का पारा बढ़ा दिया है। शहनाज गिल की नई फोटोज में अपने स्टाइल स्टेटमेंट से कई अभिनेत्रियों को टक्कर दे रही हैं। शहनाज ने अपना नया फोटोशूट शॉर्ट व्हाइट औरगेंजा रफल ऑउटफिट में कराया है। शहनाज की स्टनिंग ड्रेस में ब्लैक आउटलाइन की डिटेलिंग है। शहनाज ने शॉर्ट ऑउटफिट को फुल कॉन्फिडेंस एवं ग्रेस के साथ कैरी किया है। वे इस लुक में सुपर गॉर्जियस लग रही हैं। वही शहनाज ने अपने बालों को कर्ली लुक देकर मेसी हेयर बन बनाया है। शॉर्ट रफल ऑउटफिट संग ब्राउन हील्स शहनाज पर बहुत जबरदस्त लग रही हैं। जितना क्लासी शहनाज का ऑउटफिट है उतना ही क्लासी शहनाज का मेकअप भी है। न्यूड ग्लोइंग मेकअप में शहनाज ग्लैम डॉल लग रही हैं। वही शहनाज की इन तस्वीरों पर फैंस जमकर अपना प्यार लूटा रहे है, फैंस तरह तरह के कमेंट कर अपनी पसंदीदा एक्ट्रेस पर प्यार लूटा रहे है। वही ये पहले बार नहीं है जब शहनाज की किसी तस्वीर पर फैंस ने इतना प्यार लुटाया हो आए दिन ही शहनाज की तस्वीरें पोस्ट होते ही चर्चाओं में बन जाती है। (एजेंसी)

************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

ब्रांडेड कपड़ों की शॉपिंग में कहीं आप भी तो नहीं खा रहे धोखा

20.06.2022 – ब्रांडेड कपड़ों की शॉपिंग में कहीं आप भी तो नहीं खा रहे धोखा. फैशन के इस बदलते दौर में हर कोई ट्रेंड में रहना चाहता है। हर कोई चाहता है कि स्टाइल के मामले में वो पहले स्थान पर रहे है। फैशन में आगे रहने के चलते आज युवाओं में ब्रांडेड कपड़े खरीदने की होड़ सी लगी है। जिसे देखो वो ही अपने कपड़े, जूते से लेकर बैग्स तक खरीदने के मामले में ब्रांड कॉन्शियस है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जो चीज़ हम ब्रांड समझ कर खरीदते हैं बाद हमें पता चलता है कि वो सामान नकली है।

कई बार लोग खरीदी करते वक़्त ब्रांड्स के नाम पर ठगे जाते हैं। ब्रांडेड कपड़ों से लेकर ब्रांडेड बैग्स तक मार्केट में हर चीज़ की कॉपी मौजूद है। ऐसे में इनकी शॉपिंग करते वक़्त धोखा खा लेना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रांडेड कपड़ों में कई ऐसी खासियत होती है जिसे कॉपी नहीं किया जा सकता है।

तो चलिए आज हम आपको ब्रांडेड कपड़ों की इन्हीं बारीकियों से रूबरू करवाते हैं, जिससे आगे से शॉपिंग करते वक़्त आप ब्रांडेड कपड़ों की पहचान आसानी से कर पाएंगे।स्टिचिंगब्रांडेड कपड़ों की स्टिचिंग पर ध्यान देकर आप आसानी से पहचान सकते हैं कि यह कपड़ा असली है या नकली। ब्रांडेड कपड़ों की सिलाई सीधी, नीट और एक जैसी होती है। इसमें इस्तेमाल होने वाला धागा भी एक जैसा ही होता है।

फोटो में दिखाए गए इस बटन को ध्यान से देखने पर आपको दिखेगा कि बटन के नीचे दिए पेंच में ब्रांड का नाम लिखा है। इसका मतलब है कि यह कोई नार्मल पेंच नहीं बल्कि ओरिजिनल है।जिपब्रांडेड कपड़ों की जिप बहुत ही स्मूथ और अच्छी क्वालिटी की होती है। जबकि लोकल कपड़ों की जिप पर आप गौर करेंगे तो पाएंगे कि ये अटकती है और लो क्वालिटी की होती है।

ब्रांडेड कपड़ों की पहचान इसकी जिप से करना बहुत ही आसान है। जिप को तेजी से खोले और बंद करें। ऐसा करने से आपको अंदाजा हो जाएगा की कपड़ा ब्रांड का है या लोकल। एक बात का जरुर ध्यान दें, ज्यादातर ब्रांडेड कपड़ों की जिप पर ब्रांड का नाम लिखा होता है।

बटनब्रांडेड कपड़ों के बटन पर ब्रांड का नाम लिखा होता है वहीं कॉपी कपड़ों पर सिंपल बटन होता है। अगली बार शॉपिंग करते हुए बटन पर भी जरूर गौर करें।लोगोकपड़ों पर बने ब्रांड के लोगो को देखकर बहुत बार हम कंफ्यूज हो जाते हैं। ब्रांडेड कपड़ों की लोगो देखकर पहचान करना थोड़ा मुश्किल होता है.

लेकिन आप अपने मोबाइल पर उस ब्रांड का लोगो खोल उस प्रोडक्ट के लोगो से मिला सकते हैं। लोगो के फॉन्ट स्टाइल को मिला कर आप ये पहचान सकते हैं कि ये ब्रांड असली है या नकली।टैग्सब्रांडेड कपड़ों को खरीदते वक्त आमतौर पर हम उनके टैग्स से उनकी पहचान करते हैं लेकिन बाजार में मौजूद उनकी कॉपी पर भी बिल्कुल सेम टैग लगाकर कपड़े बेचे जा रहे हैं।

अगली बार जब आप शॉपिंग जाएं तो टैग की पहचान करें। बहुत सारे ऐसे ब्रांड हैं जो कपड़ों की लाइनिंग में टैग लगाते हैं जिसकी मदद से आप इनकी सही पहचान कर सकते हैं. (एजेंसी)

***************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

हलासन रोज करना चाहिए, होते हैं चौकाने वाले फायदे

20.06.2022 – हलासन रोज करना चाहिए. आप सभी जानते ही होंगे योग हमारे जीवन को खूबसूरत बनाने के लिए बेहद जरूरी होता है। जी हाँ और हर दिन योग करने से शारीरिक और मानसिक सेहत में फायदा पहुंचता है। जी दरअसल योगा के कई पोज होते हैं, जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों को स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए किया जाता है। जी हाँ और इसमें एक पोज होता है हलासन (श्चद्यश2 श्चशह्यद्ग) होता है जिसको करने से एक दो नहीं बल्कि कई सारे फायदे होते हैं।

जी दरअसल चेहरे पर ग्लो लाने के साथ-साथ यह पेट को फ्लैट करने में भी मदद करता है। अब हम आपको बताते हैं हलासन करने से क्या-क्या फायदे होते हैं और इसे कितनी देर करना चाहिए.जी दरअसल आने वाले 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। जी हाँ और इसका मकसद होता है हर इंसान की जिंदगी में इसे शामिल करना। आपको बता दें कि योग के कई पोज में एक पोज हलासन का भी होता है और इसके कई फायदे होते हैं।

चेहरे पर चमक बढ़ाता, बाल गिरने से रोकता हैहलासन को हर रोज 10 मिनट करने से चेहरे में ग्लो आती है। जी हाँ और इसके पीछे वजह है ब्लड सर्कुलेशन का अच्छी तरह होना। आपको बता दें कि हलासन करने से ब्लड फॉलो बेहतर होता है। इससे स्किन टाइट होती है और इसी के साथ पिंपल और झुर्रियों से राहत मिलती है। केवल यही नहीं बल्कि यह बाल झडऩे की समस्या से भी निजात दिलाता है।

पीठ का दर्द होता है दूरहलासन करने से पीठ और रीढ़ की मांसपेशियां मजबूत होती है। जी हाँ और यह कमर दर्द में राहत देता है। अगर आप पीठ दर्द की समस्या से ग्रसित हैं तो हलासन के लिए अपने डेली रुटीन से बस कुछ मिनट का वक्त निकालें। पेट कम करने में करता है

मददहलासन करने से बढ़ते हुए वजन से निजात मिलता है। जी हाँ और इसको करने के साथ पेट की चर्बी भी धीरे-धीरे खत्म हो जाती हैं।पेट के विकार को करता है दूरहलासन पेट संबंधित विकार को दूर करता है। जी हाँ और इस योगा पोज को करने से पेट की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं। इसको करने से पेट, आंत समेत कई अंग उत्तेजित हो जाते हैं।

जी हाँ और ऐसा करने से पाचन क्रिया सही हो जाती है। गैस , एसिडिटी और कब्ज की समस्या से मुक्ति मिलती है। (एजेंसी)

*************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

आज का राशिफल

मेष: ख्याली पुलाव पकाने में वक्त ज़ाया न करें। सार्थक कामों में लगाने के लिए अपनी ऊर्जा बचाकर रखें। प्राप्त हुआ धन आपकी उम्मीद के मुताबिक नहीं होगा। अपने सामाजिक जीवन को दरकिनार न करें। थोड़ा-सा समय निकालकर परिवार के साथ किसी आयोजन में शिरकत करें।

वृष: आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। सोच समझकर पैसा निवेश करने की जरूरत है। आज का दिन ख़ुशियों से भरा रहेगा, क्योंकि आपका जीवनसाथी आपको ख़ुशी देने का हर प्रयास करेगा। आपका प्रिय आज रोमांटिक मूड में होगा।

मिथुन: आपका हंसमुख स्वभाव दूसरों को खुश रखेगा। आज आप अपने घर के सदस्यों को कहीं घुमाने ले जा सकते हैं। नए प्रेम संबंधों के बनने की संभावना ठोस है, लेकिन व्यक्तिगत और गोपनीय जानकारियों को उजागर करने से बचें। विरोधी आपकी आँखों के सामने ही नीचे को खिसकेंगे।

कर्क: अध्यात्म की सहायता लेने का सही समय है, क्योंकि मानसिक तनाव को मार भगाने के लिए यह सबसे बेहतरीन विकल्प है। ध्यान और योग आपकी मानसिक मज़बूती को बढ़ाने में कारगर रहेंगे। आप पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप अपनी जमा-पूंजी पारंपरिक तौर पर निवेश करें।

सिंह: किसी झगड़ालू इनसान से वाद-विवाद आपका मूड खऱाब कर सकता है। समझदारी से काम लें और अगर संभव हो तो इससे बचें, क्योंकि किसी भी तरह का विवाद आपके लिए मददगार नहीं रहेगा। आज के दिन आप धन से जुड़ी समस्या के कारण परेशान रह सकते हैं।

कन्या: चौकन्ने रहें, क्योंकि कोई आपको बलि का बकरा बना सकता है। तनाव और चिंता में इजाफ़ा मुमकिन है। पैसा अचानक आपके पास आएगा, जो आपके खर्च और बिल आदि को संभाल लेगा। परिवार के साथ सामाजिक गतिविधियां सभी को ख़ुश रखेंगी। आपके लिए अपने प्रिय से दूर रहना बहुत मुश्किल होगा।

तुला: काम का बोझ आज कुछ तनाव और खीज की वजह बन सकता है। तंग आर्थिक हालात के चलते कोई अहम काम बीच में अटक सकता है। ख्याली परेशानियों को छोड़ें और अपने साथी के साथ रोमांटिक समय बिताएं। कार्यक्षेत्र में आप ख़ुद को ख़ास महसूस करेंगे। जीवन का आनंद लेने के लिए आपको अपने दोस्तों को भी समय देना चाहिए।

वृश्चिक: सेहत के नजरिए से यह वक्त थोड़ा ठीक नहीं है, इसलिए जो आप खाएं उसके प्रति सावधान रहें। आज किसी विपरीत लिंगी की मदद से आपको करोबार या नौकरी में आर्थिक लाभ होने की संभावना है। बेहतर कामकाज के चलते तारीफ़ मिल सकती है।

धनु: अगर मुमकिन हो, तो लंबे सफऱ पर जाने से बचें, क्योंकि लंबी यात्राओं के लिए अभी आप कमज़ोर हैं। आर्थिक तौर पर सुधार के चलते आप आसानी से काफ़ी वक्त से लंबित बिल और उधार चुका सकेंगे। एक प्यारी-सी मुस्कुराहट से अपने प्रेमी का दिन रोशन करें।

मकर: मज़बूती और निडरता का गुण आपकी मानसिक क्षमताओं में इज़ाफ़ा करेगा। किसी भी तरह के हालात को क़ाबू में रखने के लिए इस रफ़्तार को बरकऱार रखिए। बच्चे आपको अपनी उपलब्धियों से गर्व का अनुभव कराएंगे। आपको अपनी तरफ़ से बेहतर तरीके से बर्ताव करने की ज़रूरत है।

कुंभ: सेहत की तरफ़ ज़्यादा ग़ौर करने की ज़रूरत है। अतिरिक्त आय के लिए अपने सृजनात्मक विचारों का सहारा लें। परिवार के सदस्यों के साथ कुछ आराम के पल बिताएं। महत्त्वपूर्ण व्यापारिक सौदे करते समय दूसरों के दबाव में न आएं।

मीन: अपना धैर्य न खोएं, ख़ास तौर पर मुश्किल हालात में। अपने ख़र्चों पर क़ाबू रखें और आज हाथ खोलकर व्यय करने से बचें। अपने प्रिय को आज निराश न करें, क्योंकि ऐसा करने की वजह से बाद में आपको पछताना पड़ सकता है।

*****************************************

 

पीएम मोदी ने लॉन्च की 44वें शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले

भारत को पहली बार मिला मेजबानी का मौका

नई दिल्ली ,19 जून (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए ऐतिहासिक मशाल रिले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित भी किया। दुनिया के सबसे बड़े शतरंज आयोजन के 44वें संस्करण का आयोजन 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चेन्नई के पास महाबलीपुरम में होगा।

अंतरराष्ट्रीय शतरंज निकाय ने पहली बार मशाल रिले की स्थापना की है, जो ओलंपिक परंपरा का हिस्सा है, लेकिन शतरंज ओलंपियाड में पहले कभी ऐसा नहीं किया गया था। भारत शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले रखने वाला पहला देश होगा।

शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले के उद्घाटन के अवसर पर फिडे के अध्यक्ष अर्कडी ड्वोरकोविच ने प्रधानमंत्री को मशाल सौंपी, जिन्होंने इसे भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को दिया।

75 शहरों में ले जाई जाएगी मशाल

इस मशाल को चेन्नई के पास महाबलीपुरम पहुंचने से पहले 40 दिनों की अवधि में लेह, श्रीनगर, जयपुर, सूरत, मुंबई, भोपाल, पटना, कोलकाता, गंगटोक, हैदराबाद, बेंगलुरु, त्रिशूर, पोर्ट ब्लेयर और कन्याकुमारी जैसे अन्य 75 शहरों में ले जाया जाएगा। हर स्थान पर प्रदेश के शतरंज महारथियों को मशाल थमाई जाएगी।

शतरंज ओलंपियाड के लगभग 100 वर्षों के इतिहास में यह पहली बार है कि भारत प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी करेगा। आगामी ओलंपियाड के लिए पंजीकृत 188 देशों के साथ देश पहली बार भारतीय धरती पर एक खेल आयोजन के लिए राष्ट्रों की एक विशाल सभा का गवाह बनने के लिए तैयार है।

शतरंज का खेल दुनियाभर के लोगों के लिए एक जुनून

इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि शतरंज ओलंपियाड के लिए आज पहली मशाल रिले भारत से शुरू हो रही है। पहली बार भारत मेजबानी भी कर रहा है, यह एक बड़ी घटना है। यह मशाल रिले न केवल भारत के लिए बल्कि खेल की गौरवशाली विरासत के लिए भी सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि शतरंज के खेल को उसके जन्मस्थान में एक विशाल अंतरराष्ट्रीय आयोजन के रूप में मनाया जा रहा है और अब यह दुनियाभर के लोगों के लिए एक जुनून है। उन्होंने कहा कि हम शतरंज को अपने जन्म स्थान पर वापस देखकर और शतरंज ओलंपियाड के रूप में इसकी सफलता का जश्न मनाते हुए खुश हैं।

न्यू इंडिया के युवा हर खेल में बना रहे कीर्तिमान

उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने मस्तिष्क के विकास के लिए चतुरंगा और शतरंज जैसे खेलों का आविष्कार किया था। शतरंज खेलने वाले बच्चे अच्छे प्रॉब्लम सॉल्वर बन रहे हैं। मोदी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में भारत ने शतरंज में अपने प्रदर्शन में सुधार किया है और न्यू इंडिया के युवा हर खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर कीर्तिमान बना रहे हैं।

आज शतरंज एक शैक्षिक उपकरण बन गया है

पीएम मोदी ने कहा कि फिडे ने फैसला किया है कि मशाल रिले भारत से शुरू होगी। यह सिर्फ भारत का सम्मान नहीं है, बल्कि शतरंज के लिए सम्मान है। मोदी ने कहा कि शतरंज सिर्फ एक खेल नहीं है बल्कि अब एक शैक्षिक उपकरण बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत में कुश्ती, कबड्डी, मलखंब फिट रहने के लिए खेले जाते थे और विश्लेषणात्मक कौशल के लिए हमारे पूर्वजों ने शतरंज का आविष्कार किया। शतरंज ने पूरी दुनिया की यात्रा की और लोकप्रिय हो गया। आज शतरंज एक शैक्षिक उपकरण बन गया है, शतरंज के खिलाड़ी समस्या हल करने वाले बन रहे हैं। मोदी ने कहा कि शतरंज में सफलता के लिए योग और ध्यान जरूरी है।
शतरंज ओलंपियाड के लगभग 100 वर्षों के इतिहास में यह पहली बार है कि भारत इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी करेगा। आगामी ओलंपियाड के लिए 188 देशों के पंजीकरण के साथ भारतीय खेल इतिहास भी पहली बार किसी आयोजन में भारतीय धरती पर देशों की एक विशाल सभा का गवाह बनने के लिए तैयार है।

44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त 2022 तक चेन्नई में आयोजित किया जाएगा। 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है। 189 देशों के भाग लेने के साथ यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी।

****************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

‘आत्मा डॉट कॉम’ का मुहूर्त सम्पन्न

म्यूजिक अल्बम ‘ज़िक्र तेरा’ हुआ रिलीज

19.06.2022 –  कृष्णा चौहान प्रोडक्शंस के बैनर तले बनने वाली हॉरर थ्रिलर फिल्म ‘आत्मा डॉट कॉम’ का मुहूर्त ओशिवारा, मुम्बई स्थित व्यंजन हॉल में आयोजित भव्य समारोह के दौरान सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर अनिल नागरथ, डॉ परिन सोमानी, अली खान, दिलीप सेन, एहसान कुरैशी, सुधाकर शर्मा, सुंदरी ठाकुर, रूबी अहमद, राजकुमार कनौजिया सहित कई मेहमान मौजूद रहे। इस अवसर पर डॉ परिन सोमानी का बर्थडे भी मनाया गया और निर्देशक डॉ कृष्णा चौहान द्वारा निर्मित व निर्देशित एवं सान म्यूजिक (SSAN MUSIC) की नवीनतम हिंदी म्यूजिक अल्बम ‘ज़िक्र तेरा’ रिलीज हुआ।

कृष्णा चौहान प्रोडक्शंस प्रस्तुत ज़िक्र तेरा के निर्माता व निर्देशक डॉ कृष्णा चौहान हैं। कृष्णा चौहान प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी म्यूजिक अल्बम ‘ज़िक्र तेरा’ के संगीतकार अमन श्लोक और गीतकार इमरान जेड सलमानी हैं। इसके डीओपी पप्पू के शेट्टी, कोरियोग्राफर संतोष सर्वदर्शी व केदार सुब्बा हैं। इस रोमांटिक म्युज़िक वीडियो के निर्देशक डॉ कृष्णा चौहान का कहना है कि ‘ज़िक्र तेरा’ एक सॉफ्ट रोमांटिक ट्रैक है, जिसे बड़ी ख़ूबसुरती से फ़िल्माया गया है। डॉ कृष्णा चौहान प्रोडक्शंस की निर्माणाधीन फिल्म ‘आत्मा डॉट कॉम’ के संगीतकार भी बॉलीवुड के चर्चित संगीतकार दिलीप सेन हैं। इस फ़िल्म के गाने सुधाकर शर्मा, इमरान जेड सलमानी और गाज़ी मोईन ने लिखे हैं। फ़िल्म की पटकथा और संवाद गाज़ी मोइन व पी के गुप्ता द्वारा लिखे गए हैं। फ़िल्म का कॉन्सेप्ट आर राजपाल का है और डीओपी पप्पू के शेट्टी हैं। फ़िल्म के कलाकारों का चयन जारी है। इस सस्पेन्स थ्रिलर फिल्म को उत्तर भारत की रमणीय लोकेशन पर शूट की जाएगी। विदित हो कि निर्माता निर्देशक

डॉ कृष्णा चौहान अपने फाउंडेशन कृष्णा चौहान फाउंडेशन के अंतर्गत कई अवार्ड्स शो का आयोजन पिछले कई वर्षों से करते आ रहे हैं। केसीएफ के अंतर्गत बॉलीवुड लीजेंड अवार्ड, बॉलीवुड आइकोनिक अवॉर्ड, लीजेंड दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड, महात्मा गांधी रत्न अवार्ड, नारी शक्ति सम्मान का आयोजन भी किया जा रहा है। डॉ कृष्णा चौहान ब्यूटी पेजेंट मिस एंड मिसेज इंडिया का आयोजन भी करते आ रहे हैं। इसके अलावा केसीएफ के द्वारा समाज सेवा, भोजन वितरण और भगवद गीता का वितरण भी किया जाता है। डॉ कृष्णा चौहान ने कोरोना महामारी के बीच में कई जरूरतमंद लोगों को खाद्य वस्तुएं मुहैया कराई थी।

आपको बता दें कि कृष्णा चौहान को फ़िल्म इंडस्ट्री में दो दशकों से अधिक समय का अनुभव प्राप्त है। वह दर्शकों की नब्ज को समझते हैं इसलिए वह एक ऐसा सिनेमा लेकर आने वाले हैं जिसमें बेहतर स्टोरीलाइन, प्रभावी संगीत, उम्दा बैकग्राउण्ड स्कोर होगा। बकौल डॉ कृष्णा चौहान सिनेदर्शकों के टेस्ट में आये बदलाव को ध्यान में रखते हुए हॉरर थ्रिलर फिल्म ‘आत्मा डॉट कॉम’ में आज की डिजिटल भाषा और नई तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा जो युवाओं को कनेक्ट करेगी।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

**********************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

अग्निपथ योजना ने युवाओं को किया निराश : मायावती

लखनऊ 19 June (Rns):अग्निपथ योजना ने युवाओं को किया निराश. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने रविवार को कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के कारण तनाव में जीने को मजबूर युवा वर्ग को केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना ने निराश और हताश किया है।

सुश्री मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा “ ऐसे समय में जब मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर देश की विशाल आबादी में से खासकर युवा वर्ग गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, तनाव आदि के अग्निपथ पर हर दिन बिना थके-हारे जीवन संघर्ष को मजबूर हैं, उन्हें केन्द्र की अल्पावधि ’अग्निपथ’ सैन्य भर्ती स्कीम ने काफी निराश व हताश किया है।”

उन्होने कहा “ केन्द्र द्वारा रेलवे, सेना व अर्द्धसैनिक बल आदि में भर्ती की संख्या व संभावना को अति-सीमित करने का ही परिणाम है कि खासकर ग्रामीण परिवेश के हिम्मतवर नौजवान काफी असहाय व ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं तथा भविष्य को अंधकार में पाकर उनका आक्रोश उबाल पर है, जिसे सही से संभालना जरूरी। ”

बसपा अध्यक्ष ने अपील करते हुये कहा “ केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि देश के भविष्य इन पीड़ित नौजवानों के दर्द व इनके भविष्य के मुद्दे को गंभीरता से लेकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करे तथा देश की सुरक्षा से सम्बंधित ऐसे अहम मामलों में संसद को विश्वास में जरूर ले। नौजवानों से भी अपील है कि वे संयम जरूर बरतें।”

गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की सैन्य भर्ती की नयी योजना अग्निपथ को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक घटनाये हुयी है। केन्द्र सरकार ने अग्निवीरों को आश्वस्त किया है कि उन्हे चार साल की नौकरी के बाद विभिन्न सरकारी नौकरियों में दस फीसदी आरक्षण दिया जायेगा। इसके अलावा उनके बेहतर भविष्य की प्रचुर संभावनायें सैन्य भर्ती योजना में है जिनका उन्हे लाभ उठाना चाहिये।

********************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

असम में बाढ़ का कहर, 62 लोगों की मौत- 30 लाख से अधिक लोग प्रभावित

दिसपुर 19 June (Rns) : असम में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने एक विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि पिछले 24 घंटे में बाढ़ और भूस्खलन से 8 और लोगों की मौत हो गई है। इसे मिलाकर अब तक राज्य में मरने वालों की कुल संख्या 62 हो गई है। आठ में से 2 लोग करीमगंज जिले में और 1 व्यक्ति हैलाकांडी जिले में भूस्खलन की वजह से जिंदा दब गया और मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बाढ़ के पानी में डूबने से छह लोगों की जान चली गई। राज्य के 32 जिलों में 4,291 गांवों में 30 लाख से अधिक प्रभावित हुए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कई राहत शिविरों का दौरा किया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम सरमा को फोन कर राज्य में बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री को केंद्र से राज्य को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। सीएम इस बात की जानकरी खुद ट्वीट कर दी। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने उन्हें सुबह 6 बजे बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली और प्राकृतिक आपदा की वजह से लोगों को हो रही परेशानियों पर अपनी चिंता जताई।

इसी बीच सीएम सरमा ने राज्य के कामरूप जिले के रंगिया क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे फौरन संवेदनशील क्षेत्रों में रह रहे लोगों को राहत शिविरों से निकालें। सीएम ने यह भी कहा कि सेना मदद के लिए हमेशा तैयार हैं वहीं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान लगातार प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा रहे हैं।

इधर राज्य के रोजई जिले में 113 बाढ़ प्रभावित लोगों को ले जा रही एक देसी नाव पलट गई, जिसकी वजह से एक महिला और चार साल के बच्चे की मौत हो गई। गुवाहाटी के कई इलाकों सहित कछार, करीमगंज, हैलाकांडी, गोलपारा, दक्षिण सलमारा, दीमा हसाओ और कामरूप जिलों के कुछ हिस्सों में भूस्खलन होने की खबर है।

असम के अलावा मेघालय और त्रिपुरा में भी बाढ़ के कहर से लोगों को जूझना पड़ रहा है। केंद्र सरकार मेघालय में बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए एक टीम भेजने जा रही है। बीते शुक्रवार को राज्य में बारिश और बाढ़ की वजह से 13 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य के मुख्यमंत्री कोनरॉड संगमा से बात की थी और बाढ़ की ताजा स्थिति के बारे में जानकारी दी। अमित शाह ने मुख्यमंत्री संगमा को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

रिपोर्ट के मुताबिक, त्रिपुरा में बीते शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ़ के कारण दस हजार से अधिक लोग बेघर हो गए हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। वहीं मौसम विभाग ने 19 और 20 जून को मेघालय और असम में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

*****************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

बिहार के डिप्टी CM समेत 10 भाजपा नेताओं को केंद्र सरकार ने दी VIP सुरक्षा

नई दिल्ली 19 June (Rns): बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे प्रदर्शन के चलते केंद्र सरकार ने डिप्टी सीएम और विधायकों समेत 10 बीजेपी नेताओं को Y ग्रेड सुरक्षा दी है। गृह मंत्रालय का आदेश मिलने के बाद सीआरपीएफ आज से सुरक्षा घेरा संभाल रही है। सभी नेताओं के यहां आज केंद्रीय बल के 12 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भाजपा के आक्रामक विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल की सुरक्षा में सीआरपीएफ के 12 जवान तैनात किये गये हैं। वहीं दरभंगा से विधायक संजय सरावगी, दीघा से विधायक संजीव चौरसिया को सीआरपीएफ की सुरक्षा लगाई गई है। उपमुख्यमंत्री रेणु देवी की सुरक्षा में भी सीआरपीएफ की तैनाती की गई है।

दरअसल, बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर भाजपा नेताओं पर हमले बढ़ गए हैं। विधायक विनय बिहारी अपने घर योगापट्टी से एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बेतिया जा रहे थे। प्रदर्शन के कारण जाम में फंसे विनय बिहारी की गाड़ी पर अचानक प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। इसके साथ भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल के पेट्रोल पंप पर तोड़फोड़ की गई। उधर लखीसराय और सासाराम में प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के कार्यालय में आग लगा दी। वहीं गुरुवार को नवादा में भी भाजपा कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया।

केंद्र के इस फैसले से ठीक पहले बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार सरकार की पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े किए थे। बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि इस विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा को टारगेट किया जा रहा है। तीन जिलों में बीजेपी के दफ्तर जला दिए गए लेकिन पुलिस वहां मौन रही। संजय जायसवाल ने कहा कि पुलिस-प्रशासन ने इस मामले में वैसे कार्रवाई नहीं की जिस तरह से करनी चाहिए थी। ना कहीं लाठीचार्ज हुआ और ना ही कहीं आंसू गैस छोड़ा गया।

*************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

कियारा आडवाणी के बॉलीवुड में आठ साल पूरे

19.06.2022 – अभिनेत्री कियारा आडवाणी इन दिनों अपनी फिल्म जुग जुग जियो के प्रमोशन में व्यस्त हैं। बीते दिनों उनकी फिल्म भूल भुलैया 2 भी बड़ी हिट साबित हुई। साफ है कियारा फिल्म इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा चुकी हैं। 13 जून को इंडस्ट्री में आठ साल पूरे होने पर कियारा ने ऑनलाइन अपने प्रशंसकों से मुलाकात की। कियारा की पहली फिल्म फगली 13 जून, 2014 को रिलीज हुई थी। आपको बताते हैं कियारा की आने वाली फिल्मों के बारे में।

जुग जुग जियो इन दिनों चर्चा में है। यह फिल्म 24 जून को रिलीज हो रही है और फिल्म के सितारे इसके प्रमोशन में लगे हुए हैं। यह एक फैमिली ड्रामा फिल्म है जिसमें कियारा, वरुण धवन के ऑपोजिट नजर आएंगी। वहीं, फिल्म में अनिल कपूर और नीतू कपूर भी कपल के रूप में नजर आएंगे। दोनों कपल तलाक के कगार पर हैं। शादी बचाने और परिवार के दोबारा से एक होने की कहानी है यह फिल्म।
कियारा और कार्तिक आर्यन की फिल्म भूल भुलैया 2 ने बॉक्स ऑफिस पर खूब कमाई की। अब यह जोड़ी एक और फिल्म में साथ नजर आएगी। फिल्म सत्यनारायण की कथा में दर्शकों को फिर से कार्तिक और कियारा की केमिस्ट्री देखने को मिलेगी। फिल्म में कियारा के किरदार का नाम कथा है। यह फिल्म नवंबर, 2022 में रिलीज होनी है। यह एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है जिसे साजिद नाडियाडवाला प्रोड्यूस कर रहे हैं। फिल्म का निर्देशन समीर विद्वांस करेंगे।

निर्देशक-लेखक शशांक खैतान की फिल्म गोविंदा नाम मेरा एक कॉमेडी ड्रामा है। इस फिल्म में कियारा के साथ विक्की कौशल मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। आधिकारिक घोषणा में फिल्म की रिलीज डेट 10 जून, 2022 बताई गई थी, लेकिन अब तक फिल्म को लेकर कोई अपडेट नहीं है। यह फिल्म करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शन और मोशन पिक्चर्स वायाकॉम 18 के प्रोडक्शन में बन रही है। पहले यह फिल्म वरुण धवन के साथ मिस्टर लेले नाम से बन रही थी।

रामचरण 15, आरसी 15 के नाम से मशहूर है। कियारा इस तेलुगु ऐक्शन फिल्म में अभिनेता रामचरण के साथ नजर आएंगी। यह फिल्म श्री वेंकेटेश्वर क्रिएशन (स्ङ्कष्ट) प्रोडक्शन तले बन रही है। फिल्म की रिलीज की तारीख फिलहाल घोषित नहीं की गई है। इस बैनर की यह 50वीं फिल्म है। रामचरण और कियारा के अलावा फिल्म में दक्षिण भारतीय सिनेमा के जाने-माने चेहरे, अंजली, जयराम और नवीन चंद्र जैसे सितारे नजर आएंगे।

कियारा आडवाणी बॉलीवुड में अपने नाम का सिक्का जमा चुकी हैं। हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि उनका असल नाम कियारा नहीं, आलिया है। सलमान खान की सलाह पर फिल्मों में कदम रखने से पहले उन्होंने अपना नाम बदल लिया था। (एजेंसी)

****************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

नम्रता मल्ला ने सिंगल पीस ड्रेस में दिखाया अपना फीगर, फोटोज देखकर फैंस हुए बेहाल

19.06.2022 – भोजपुरी इंडस्ट्री की पॉपुलर एक्ट्रेस नम्रता मल्ला अक्सर अपने बोल्ड वीडियोज और फोटोज फैंस के लिए सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और उनकी यहां पर अच्छी फैन फॉलोइंग है। नम्रता मल्ला ने एक बार फिर अपने बोल्ड फोटोज शेयर किए हैं। जो फैंस को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं। नम्रता मल्ला ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों में नम्रता मल्ला अलग-अलग पोज देते हुए दिखाई दे रही हैं। नम्रता मल्ला ने सिंगल पीस ड्रेस पहनी हुई और अपना फीगर फ्लॉन्ट करते नजर आईं। नम्रता मल्ला का अंदाज देखने वाला है। नम्रता मल्ला की इन तस्वीरों को फैंस खूब पसंद कर रहे हैं। इसके साथ ही फैंस नम्रता मल्ला के फोटोज पर अपने दिल की बात कर रहे हैं। नम्रता मल्ला का ये पहला मौका नहीं जब उन्होंने अपने बोल्ड फोटोज शेयर किए हैं। नम्रता मल्ला अक्सर अपने हॉट फोटोज फैंस को दिखाती रहती हैं। नम्रता मल्ला अपने बोल्ड फोटोज के साथ ही अपने डांस वीडियोज के लिए भी काफी मशहूर हैं। नम्रता मल्ला के इंस्टग्राम अकाउंट पर उनके काफी डांस वीडियोज देखने को मिल जाएंगे। नम्रता मल्ला अपनी एक्टिंग करियर से ज्यादा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं। नम्रता मल्ला को लेकर कहा जा रहा है कि वह तेलुगू फिल्म में एक आइटम नंबर में नजर आएंगी। (एजेंसी)

*************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

वीगन डाइट फॉलो कर रहे हैं तो बनाकर खाएं ये डेजर्ट, आसान हैं इनकी रेसिपी

19.06.2022 – वीगन डाइट पत्तेदार चीजों पर आधारित होती है और इसमें जानवर या उनसे उत्पादित किसी भी खाद्य पदार्थ को शामिल नहीं किया जाता है जैसे दूध, दही और शहद आदि। यही वजह है कि वीगन डाइट वाले लोग डेजर्ट जैसी चीजों का आनंद नहीं ले पाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अगर आप वीगन डाइट फॉलो कर रहे हैं तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसे वीगन डेजर्ट की रेसिपी बताते हैं, जिनको आप बार-बार बनाकर खाना पसंद करेंगे।

वीगन रबड़ी

अगर आप वीगन डाइट पर है तो डेजर्ट के तौर पर वीगन रबड़ी का आनंद ले सकते हैं। इसे बनाने के लिए थोड़े काजू को रातभर बादाम के दूध में भिगोकर रखें, फिर सुबह उठकर इसे ब्लेंडर में डालकर ब्लेंड करें। इसके बाद इस मिश्रण को गाढ़ा होने तक पकाएं, फिर इसमें बादाम का आटा और चीनी मिलाएं, फिर इसमें केसर, इलायची पाउडर और वनिला एसेंस मिलाएं। अब गैस बंद कर दें और रबड़ी को ठंडा होने के बाद खाएं।

वीगन लड्डू

इसे बनाने के लिए सबसे पहले गेहूं के आटे को एक पैन में हल्का सुनहरा होने तक भून लें, फिर इसमें अलसी, बादाम का आटा, नमक और वीगन मक्खन डालें और अच्छी तरह मिलाएं। अब इस मिश्रण को तीन-चार मिनट तक भूनें और ठंडा होने दें, फिर इसमें खजूर, इलायची, काजू और गेहूं के आटे का मिश्रण मिलाकर इससे गोल-गोल आकार के लड्डू तैयार कर लें। आप इन लड्डू को पांच दिनों तक स्टोर कर सकते हैं।

ब्राउन राइस खीर

सबसे पहले ब्राउन राइस को पानी के साथ 30 मिनट तक पकाएं, फिर जब चावल पक जाएं तो उससे पानी को छान दें। अब एक पैन में बादाम के दूध गर्म करें, फिर उसमें काजू और पकाएं चावल मिला दें, फिर इसमें इलायची के दाने और चीनी डालकर 15-20 मिनट तक पकाएं। इसके बाद खीर में भूने सूखे मेवे डालें और 10-20 मिनट तक और पकाकर गैस बंद कर दें। अंत में खीर पर बादाम गर्निश करके इसका आनंद लें।

वीगन चॉकलेट आइसक्रीम

सबसे पहले भीगे हुए बादाम को पानी के साथ पीस लें, फिर इस मिश्रण के पानी को छानकर एक पैन में डालें और इसे दो मिनट तक पकाएं, फिर इसे ठंडा होने दें। इसके बाद एक ब्लेंडर में पकाया हुआ बादाम वाला पानी, कोको पाउडर, केला, वेनिला एसेंस और चीनी को एक साथ ब्लेंड करें, फिर इसे एक कंटेनर में डालकर एक घंटे के लिए फ्रीजर में रखें, फिर दोबारा से इस मिश्रण को ब्लेंड करके फ्रीजर में रखें।(एजेंसी)

******************************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

पांच तरह के आईशैडो बाजार में मौजूद हैं , जानिए आपको कौन सा चुनना चाहिए

19.06.2022 – आईशैडो एक आई मेकअप प्रोडक्ट है, जिसका इस्तेमाल आईलिड पर किया जाता है और इससे कई तरह के स्टाइल आसानी से क्रिएट किए जा सकते हैं। वैसे बाजार में पांच तरह के आईशैडो मौजूद हैं और अगर आपको नहीं पता कि इनमें से कौन-सा आपके लिए बेहतरीन हैं तो परेशान न होइए क्योंकि आज का हमारा लेख आपके लिए ही है। चलिए फिर जानते हैं कि आपके लिए किस तरह का आईशैडो चुनना अच्छा है।

पाउडर आईशैडो

पाउडर आईशैडो कई प्रकार के फॉर्मूला में आते हैं, जिसमें शीर, ओपैक और पूरी तरह से मैट आदि शामिल हैं। इनका इस्तेमाल करके आप कई तरह के लुक्स क्रिएट कर सकते हैं जैसे न्यूट्रल, रोज, ड्रामेटिक आदि। अगर आपकी त्वचा तैलीय प्रकार की है तो आपके लिए पाउडर आईशैडो का इस्तेमाल करना अच्छा हो सकता है क्योंकि यह आईलिड पर आने वाले अतिरिक्त तैलीय प्रभाव को नियंत्रित करने में मदद करेगा।

स्टिक आईशैडो

यह आसानी से लगाया जाने वाला आईशैडो है, जिसे क्रेयॉन आईशैडो भी कहा जाता है। अगर आप मेकअप बिगनर हैं तो स्टिक आईशैडो का चयन करें और इसे लिपस्टिक की तरह अपनी दोनों आईलिड पर लगाएं, फिर इसे उंगलियों की मदद से अच्छे से फैला लें। अच्छी बात यह है कि मेकअप के दौरान लगाया गया यह आईशैडो लंबे समय तक बरकरार रहता है।

लिक्विड आईशैडो

महिलाएं लिक्विड आईशैडो को आप अपनी दोनों आईलिड पर लगाकर उंगलियों या ब्रश की मदद से अच्छी तरह से ब्लेंड कर सकती है और अच्छी बात है कि यह आईशैडो आईलिड पर लगाने के बाद जल्दी सूख जाता है। यह आईशैडो कांच या प्लास्टिक की बोतल में ड्रॉपर के साथ आता है। इसके अतिरिक्त, इसमें ऐसे तेल मौजूद होते हैं, जो आसानी से आपकी त्वचा में समा जाते हैं। रूखे प्रकार की त्वचा के लिए यह बेस्ट ऑप्शन है।

क्रीम आईशैडो

आप आसानी से अपनी उंगलियों से क्रीम आईशैडो को अपनी दोनों आईलिड पर लगा सकती हैं या सबटल लुक के लिए ब्रश का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर आपके पास आई प्राइमर नही हो तो क्रीम शैडो का चयन करना बेहतरीन विकल्प है। यह एक बहुमुखी आई मेकअप प्रोडक्ट है और इसे रंगीन आईलाइनर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, यह वॉटरप्रूफ और लंबे समय तक बरकरार रहने वाला आईशैडो होता है।

पिगमेंट आईशैडो

पिगमेंट पाउडर वाले आईशैडो होते हैं, जिनका ज्यादातर इस्तेमाल पेशेवर मेकअप आर्टिस्ट करते हैं। यह आईशैडो रूखी त्वचा वालों के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि यह आपकी त्वचा को और रूखा बना सकता है। (एजेंसी)

*********************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

ईडी की कार्रवाई से कांग्रेस में जान

ईडी की कार्रवाई से कांग्रेस में जान. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय यानी की पूछताछ 23 जून को होनी है। अगर उनकी सेहत ठीक रही तो पूछताछ होगी नहीं तो आगे की कोई नई तारीख मिलेगी। इस बीच तीन दिन लगातार राहुल गांधी से पूछताछ हुई है और कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता तीनों दिन दिल्ली की सड़कों पर प्रदर्शन करते रहे।

कांग्रेस के दोनों मुख्यमंत्री अपना राज-काज छोड़ कर दिल्ली में डेरा डाले रहे और लुटियन की दिल्ली से लेकर बदरपुर बॉर्डर तक भागदौड़ करते रहे। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नेता भीड़ जुटा रहे हैं, जिससे मीडिया में खबरें बन रही हैं। देश के सभी राज्यों में ईडी कार्यालय के बाहर भी कांग्रेस का प्रदर्शन चल रहा है।

तभी सवाल है कि क्या ईडी की कार्रवाई कांग्रेस के लिए मौका है? कांग्रेस के कई नेता और यहां तक कि कांग्रेस विरोधी रहे बुद्धिजीवी व सामाजिक कार्यकर्ता भी इसे एक मौका मान रहे हैं। इसकी तुलना बिहार में लालू प्रसाद पर हुई कार्रवाई से की जा रही है। इसी तरह 1997 में लालू प्रसाद के पीछे सीबीआई पड़ी थी।

लालू भी पूरे तामझाम के साथ पूछताछ के लिए पहुंचे थे और एक समय तो ऐसी स्थिति आई थी उनकी गिरफ्तारी से पहले तब के सीबीआई अधिकारी ने सेना बुलाने की पहल कर दी थी। उस पूरे ड्रामे के बाद आठ साल और लालू प्रसाद की पार्टी ने बिहार में राज किया। हालांकि राहुल अभी गिरफ्तार नहीं हुए हैं लेकिन तुलना कर रहे लोग गिरफ्तारी की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं।

प्रशांत भूषण जैसे वकील और सामाजिक कार्यकर्ता ईडी की कार्रवाई की तुलना 1977 में हुई इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी से कर रहे हैं। उन्होंने ट्विट करके कहा कि जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद चौधरी चरण सिंह ने इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी की जिद पकड़ी। तब प्रशांत भूषण के पिता शांति भूषण कानून मंत्री थे और उन्होंने इंदिरा गांधी को गिरफ्तार करने से मना किया था।

लेकिन चरण सिंह की जिद के चलते इंदिरा गिरफ्तार हुईं और फिर वहीं से कांग्रेस की वापसी हुई। सो, प्रशांत भूषण सहित कई लोग इस पूरे मामले को 1977 के चश्मे से देख रहे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के सलाहकार रहे सुधींद्र कुलकर्णी ने इस मामले में राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा कि राजनीतिक बदले की भावना से की जा रही इस कार्रवाई के विरोध में वे राहुल के साथ हैं। उनको लग रहा है कि राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के विरोध की यह निर्णायक लड़ाई है।

सो, ज्यादातर जानकारों का मानना है कि नेहरू-गांधी परिवार के खिलाफ हो रही ईडी की कार्रवाई किसी न किसी तरह से कांग्रेस को और समूचे विपक्ष को फायदा पहुंचाएगा।

***********************************

 

आंदोलन का मुद्दा है क्या ?

वेद प्रताप वैदिक –  आंदोलन का मुद्दा है क्या ? कांग्रेस आजकल राजनीतिक पार्टी की बजाय प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनती जा रही है, इसका ताजा प्रमाण फिर सामने आ रहा है। ‘नेशनल हेराल्ड’ के मामले में सोनिया गांधी और राहुल को प्रवर्तन निदेशालय के सामने जांच के लिए पेश होना पड़ रहा है। हो सकता है कि जांच में दोनों बिल्कुल खरे उतरें। वैसे देश में मुझे तो एक भी नेता ऐसा दिखाई नहीं पड़ता जो कि दूध का धुला हो। कोई न कोई धांधली, ठगी, रिश्वत या दादागीरी का दांव मारे बिना कोई भी नेता अपनी दुकान कैसे चला सकता है?

फिर भी हम मानकर चल सकते हैं कि राहुल और सोनिया बिल्कुल बेदाग निकलेंगे तो भी असली सवाल यह है कि किसी जांच एजेंसी के सामने पेश होने में उन्हें एतराज क्यों होना चाहिए? यदि कानून सबके लिए एक-जैसा है तो वह उन पर भी लागू क्यों न हो? वे अपने आप को कानून से ऊपर समझते हैं, क्या? यदि वे निर्दोष हैं तो कोई जांच एजेंसी सत्तारुढ़ नेताओं की कितनी ही गुलाम हो, उन्हें किसी से डरने की क्या जरुरत है? भारत की न्यायपालिका आज भी निर्भीक और स्वतंत्र है। वह उनके सम्मान की रक्षा अवश्य करेगी लेकिन इस जांच को लेकर पूरी कांग्रेस जिस तरह से सड़क पर उतर आई है, वह अपना मजाक बनवा रही है।

इससे कई बातें सिद्ध हो रही हैं। पहली तो यह कि कांग्रेस अपने सिर्फ दो नेताओं, माँ और बेटे को बचाने के लिए जिस तरह जन-आंदोलन पर उतर आई है, उससे लगता है कि उसके पास जनहित का कोई और मुद्दा है ही नहीं। अपने नेताओं को बचाना ही उसके लिए सबसे बड़ा जनहित है। दूसरा, उसने जन-आंदोलन की राह अपनाकर भाजपा सरकार के प्रति जनता को जो शिकायत हो सकती थी, उस पर ढक्कन लगा दिया है। जऱा याद करें कि चरणसिंह सरकार ने जब इंदिरा गांधी को गिरफ्तार किया था तो उस सरकार की इज्जत कैसे पैंदे में बैठ गई थी।
यही अब भी होता लेकिन मां-बेटे ने यह प्रदर्शन करवाकर भाजपा सरकार के हाथ मजबूत कर दिए हैं। तीसरा, लोगों को आश्चर्य है कि कांग्रेस की हालत मायावती की बसपा की तरह क्यों होती जा रही है? उसके पास न तो योग्य नेता हैं और न ही प्रभावशाली नीति है। इसी का नतीजा है कि राष्ट्रपति के चुनाव में उम्मीदवार के लिए किसी कांग्रेसी नेता का नाम सामने नहीं आ रहा है। सारे विपक्षी दलों को इस मुद्दे पर एक करने में भी कांग्रेस को सफलता नहीं मिल रही है।

यद्यपि कांग्रेस के कुछ मुख्यमंत्री काफी सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें भी जब मां-बेटे की सेवा में जोत दिया जा रहा हो तो आम लोग सोच में पड़ जाते हैं कि ये अनुभवी नेता लोग भी नेता हैं या किसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारी हैं? देश के करोड़ों कांग्रेसी कार्यकर्त्ता हतप्रभ हैं। उन्हें आश्चर्य होता है कि उनके नेता राष्ट्रीय मुद्दों पर कोई आंदोलन क्यों नहीं करते? क्या आंदोलन के लिए उनके नेताओं को बस यही मुद्दा मिला है?

**********************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

आज का राशिफल

मेष : नई युक्तियों के साथ लाभ के नये साधन सुलभ होंगे। समय का लाभ उठाते हुए कार्यक्षेत्र में अनवरत् परिश्रम की आवश्यकता है। पारिवारिक समस्याएं आपको थोड़ा चिंतित करेंगी।

बृषभ : कुछ भावनात्मक संबंधों को लेकर मन परेशान होगा। निराशा त्याग मन को आशावादी विचारों से सिंचित करें। कुछ कठिनाइयां मन में नकारात्मक विचार लायेंगी। जीवन साथी का भावनात्मक स्नेह मिलेगा।

मिथुन : पुरानी समस्याओं को हल कर सुख की अनुभूति करेंगे। सगे-संबंधों में मधुर वाणी का प्रयोग करें। निर्थक दूसरों की आलोचना न करें। कार्यों की अत्याधिकता से ब्यस्तता बढ़ेगी। घर में खुशहाली रहेगी।

कर्क : किसी महत्वपूर्ण कार्य की तैयारी में समुचित साधन व्यवस्था के लिए मन चिंतित होगा। नैतिक जिम्मेदारियों में सजगता काबिले तारीफ होगी। अच्छी भावनात्मक अभिब्यक्ति से अच्छी छबि बनेगी।

सिंह : किसी महत्वपूर्ण कार्य में कुच कठिनाई का अभास होगा। महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति आलस्य न करें। शिक्षा-प्रतियोगिता में समुचित परिश्रम की आवश्यकता है। परिश्रम के लिए मन चिंतित होगा।

कन्या : कोई महत्वपूर्ण कार्य सार्थक होगा। किसी नये रिश्ते के प्रति प्रगाढ़ता बढ़ेगी। अच्छी आशाएं आप में क्रियाशीलता बढ़ाएंगी। पूर्वाग्रहवश मन में संबंधों के प्रति नकारात्मकता को न पालें।

तुला : महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उच्च स्तरीय लोगों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी महत्वपूर्ण क्षेत्र में संबंधों का सहयोग प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में बौद्धिक क्षमता का लाभ उठाएंगे। जीविका में कार्यकुशलता का जौहर बिखेरेंगे।

वृश्चिक : किसी नये कार्य में मन केंद्रित होगा। शिक्षा-प्रतियोगिता में समुचित परिश्रम के लिए मन केंद्रित होगा। इधर उधर की बातों को लेकर संजीदा न हों। भावनाओं से उद्वेलित मन से गलतियां स्वभाविक हैं।

धनु : दूसरों की प्रगति से मन में ईष्र्या भाव न आने दें। निकट संबंधों में किसी की कटु वाणी मन को दुखित करेगी। कुछ नई जिम्मेदारियां मन पर दवाब बनाएंगी। जीवन साथती का भावनात्मक स्नेह बढ़ेगा।

मकर : किसी महत्वपूर्ण कार्य में धनाभाव अवरोधक होगा। जीवन की कठिनाइयों के कारण मन में हीन भावना न पालें। अपनी क्षमताओ पर भरोसा रखें। प्रियजनों के सहयोग से समस्याएं हल होंगी।

कुंभ : अच्छे व्यवहार से मान-मर्यादा बढ़ेगी। आर्थिक समृद्धि में वृद्धि होगी। कार्यकुशलता व अच्छी बौद्धिक क्षमता से जीविका क्षेत्र सफलता अर्जित करेंगे। शासन-सत्ता के लोगों को लाभकारी अवसर मिलेंगे।

मीन : काफी सारे अवरोधित कार्यों को हल करने के आसार बढ़ेंगे। किसी नये कार्य में मन प्रयत्नशील होगा। जीवन साथी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। आवेश में किये गये कार्य से हानि संभव।

********************************************

 

लॉटरी के नाम पर ठगी : 25 लाख पाने के चक्कर में गंवाए 28 हजार

निनानिया ,18 जून(RNS) । देहलावास गुलाबपुरा के एक युवक के पास फूटी कौड़ी भी नहीं थी। इसी दौरान उसके पास एक फोन कॉल आई। उसे बताया गया कि उसकी 25 लाख रुपए की लॉटरी निकली है। इसके बाद आर्थिक तंगी दूर होने के सपने देखते हुए युवक साइबर ठग के जाल में एक बार नहीं, बल्कि तीन बार फंसा। उसने किसी से पैसे उधार लेकर 28 हजार रुपए साइबर ठग के हवाले कर दिए।

जब तक उसे लॉटरी के नाम ठगी होने का पता चला, तब तक ठगी करने वाला आउट आफ रेंज हो चुका था। विनोद के पास दो दिन पहले एक मैसेज आया कि उसकी 25 लाख रुपए की लॉटरी लगी है। मैसेज में लॉटरी की रकम लेने के लिए कुछ मोबाइल नंबर संपर्क करने के लिए उपलब्ध कराए गए थे। उन्हीं में से एक नंबर पर कॉल करने के बाद उसे बताया गया कि लॉटरी की रकम हासिल करने के लिए उसे उनके खाते में 10.10 हजार रुपए भेजने होंगे।

विनोद के पास पैसे नहीं थे। उसने किसी पहचान वाले व्यक्ति से पैसे उधार लेकर बताए गए खाता नंबर पर भेज दिए। उसके बाद शातिर ने विनोद को कॉल की। फोन करने वाले ने बताया कि उसकी बैंक की लिमिट बहुत कम है।

25 लाख रुपए ट्रांसफर नहीं हो सकते। लॉटरी की रकम लेनी है तो बैंक की लिमिट बढ़वानी होगी। इसके लिए उसने 20 हजार रुपए और डलवाने की बात कही। ?

***********************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

चर्चाओं के बीच : ज्योतिष व अंक शास्त्री नीलू कुमार

18.06.2022 –  परफेक्ट वूमन पत्रिका के द्वारा परफेक्ट एचिवर अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने के बाद मुंबई मायानगरी में नीलू कुमार का नाम बतौर ज्योतिष व अंक शास्त्री तेजी से उभर कर सामने आया है। नीलू यूं तो बिहार की रहने वाली है मगर कई वर्षो से मुंबई में रह रही है और ज्योतिष व अंक शास्त्र के क्षेत्र में एक्टिव रहते हुए कुछ वर्षों से लोगों की कुंडली देखकर कुंडली के आधार पर उनका मार्गदर्शन कर रही हैं

इनके पूर्वानुमान एकदम सटीक पाए जा रहे हैं और यही वजह है कि यह एक परफेक्ट ज्योतिष और अंक शास्त्री के रूप में अपने प्रतिभा के बदौलत चर्चित हो गई हैं। कोरोना काल में नीलू ने लोगों की कुंडली देखकर मुफ्त में उनका मार्गदर्शन किया। नीलू सामने वाले का भूतकाल वर्तमान तो बताती है साथ ही उनका भविष्य उज्जवल हो उसके लिए कुछ सरल उपाय भी बताती है। यही कारण है कि कुछ ही समय में नीलू से मार्गदर्शन लेने वालों की लंबी लिस्ट बन गई है। जिनमें मध्यम वर्ग के लोगों के साथ बिल्डर, व्यवसायी, पत्रकार, फिल्म टीवी कलाकार भी शामिल है।

सीधी सरल हंसमुख नीलू ज्योतिष शास्त्र व अंक शास्त्र के विषय में पत्र-पत्रिकाओं में लिखती भी है इनका मानना है कि जिस तरह ज्योतिष शास्त्र हमारे जीवन से जुड़ा है वही अंकशास्त्र भी मायने रखता है मैंने बहुत सारे लोगों को नाम की स्पेलिंग बदलने की राय दी और उन सबको सकारात्मक परिणाम मिले।

नीलू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई राजनेताओं व अभिनेताओं की कुंडली का भी अध्ययन किया है, नीलू बताती है कि सुपरस्टार बिग बी अमिताभ बच्चन को भी एक समय ग्रहों ने घेर लिया था तब उन्हें भी ग्रहों की चाल को समझना पड़ा था। यहां तक कि सलमान खान जैसे स्टार भी हमेशा अपना लकी ब्रेसलेट हमेशा पहने रखते हैं सलमान ने जो पहना है वह ओपेल है जो उनके भाग्य को बढ़ाता है। जहां तक मोदी जी की बात करें तो मोदी जी शिव के परम भक्त हैं.

वे उनकी सच्ची मन से पूजा करते हैं, उनकी जन्म कुंडली में शिव योग दर्शित है, शिव की कृपा से ही वे प्रधानमंत्री बने और अभी तक कायम है और मेरा पूर्वानुमान है कि वे 2024 में भी जरूर प्रधानमंत्री बनेंगे।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

‘अग्निपथ’ का मामला देशभर में बवाल के बीच सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

नई दिल्ली 18 June (Rns): केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम को लेकर देशभर में जारी युवाओं के हंगामे के बीच शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में इससे संबंधित याचिका दाखिल की गई है। दिल्ली के वकील विशाल तिवारी ने याचिका दाखिल करते हुए स्कीम के विरोध में देशभर में हो रही हिंसा की जांच को लेकर एसआईटी का गठन करने की मांग की है।

साथ ही स्कीम की जांच के लिए सुप्रीमकोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में एक्सपर्ट कमेटी के गठन की भी मांग की गई है।याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को आदेश दे कि वो हिंसा को लेकर एक स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करे। साथ ही राज्यों को आदेश दे कि पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने पर दोषियों से दावा वसूलने को लेकर दावा कमिश्नर नियुक्ति की जाए।

इसके अलावा अग्निपथ योजना के राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन भी एक्सपर्ट कमेटी से कराया जाए।बता दें कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नई ‘अग्निपथ योजना’ का एलान किया है।

इसके तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर अल्पकाल के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। हालांकि, केंद्र की इस योजना ने युवाओं के आक्रोश को भड़का दिया है।

योजना के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन के बीच केंद्र ने योजना में बदलाव भी किए हैं। लेकिन युवा बहाली की पुरानी पद्धति को लागू करने की मांग पर अड़े हुए हैं।

************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

Exit mobile version