धनबाद ,06 अगस्त (आरएनएस/FJ)। धनबाद के बहुचर्चित जज उत्तम आनंद हत्याकांड में दोषी पाये गये लखन वर्मा और राहुल वर्मा को सीबीआई की धनबाद स्थित विशेष अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। अदालत ने दोनों पर तीस हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
धनबाद के सीबीआई के विशेष न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि 28 जुलाई 2021 को मॉर्निंग वॉक पर निकले जज उत्तम आनंद की हत्या करने के इरादे से इन दोनों ने उन्हें ऑटो से टक्कर मारी थी।
गौरतलब है कि इस मामले की जांच झारखंड सरकार की सिफारिश जांच सीबीआई को सौंपी गयी थी। सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाईकोर्ट ने भी इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए इसपर स्वत: संज्ञान लिया था।
अदालत ने इस हत्याकांड का तेजी से ट्रायल किया। सीबीआई ने इस मामले में 20 अक्तूबर 2021 को लखन और राहुल के खिलाफ आईपीसी की धारा 302/201/34 के तहत अदालत में आरोप पत्र समर्पित चार्जशीट पेश किया था। इसके बाद मामले के ट्रायल के दौरान सीबीआई की ओर से कुल 58 गवाहों का बयान दर्ज कराया गया था।
सीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, लखन वर्मा एवं राहुल वर्मा ने जानबूझकर जज उत्तम आनंद को टक्कर मारी थी जिससे उनकी मौत हुई।
विशेष न्यायाधीश की अदालत में इस मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआई के क्राइम ब्रांच के स्पेशल पीपी अमित जिंदल ने अपनी दलील में कहा कि जज की हत्या एक्सीडेंटल नहीं, बल्कि इंटेशनल थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लेकर फोरेंसिक रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज, थ्रीडी इमेज और वीडियो फुटेज इस बात की पुष्टि करते हैं कि दोनों आरोपियों लखन वर्मा एवं राहुल वर्मा ने मोबाइल छीनने के लिए जानबूझकर जज को आटो से ठोकर मारी।
उन्होंने कहा कि गवाहों के बयान से यह बात स्पष्ट हो गई है कि घटना के समय ऑटो को लखन वर्मा चला रहा था तथा राहुल वर्मा उसकी बगल वाली सीट पर बैठा था। गवाहों ने दोनों की पहचान भी की है।
वहीं बचाव पक्ष के अधिवक्ता कुमार विमलेंदु ने गवाहों का हवाला देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से दुर्घटना का मामला बनता है।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने बीते 28 जुलाई को ही लखन वर्मा और राहुल वर्मा को दोषी करार दिया था। शनिवार को इनकी सजा के बिंदु पर सुनवाई के बाद जज ने दोनों को उम्र कैद की सजा सुनाई।
नई दिल्ली 06 Aug. (Rns/FJ): भारत ने मलेशिया को 18 हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस बेचने की पेशकश की है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, मिस्र, संयुक्त राज्य अमेरिका, इंडोनेशिया और फिलीपींस भी इसमें रुचि रखते हैं। भारत सरकार ने पिछले साल राज्य के स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को स्थानीय रूप से उत्पादित तेजस जेट्स के लिए 2023 के आसपास डिलीवरी के लिए 6 बिलियन डॉलर का अनुबंध दिया था।
हाल में मलेशिया की पहली पसंद बनने के बाद स्वदेशी तेजस युद्धक जेट विमान सुर्खियों में था। एक बार फिर यह चर्चा में है। इस भारतीय विमान का मुकाबला चीन, रूस और दक्षिण कोरिया के विकसित विमानों से था, लेकिन अपनी बेहतरीन खूबियों के कारण यह सभी देशों के विमानों पर भारी पड़ा। इन देशों के विमानों से भारत का तेजस सर्वश्रेष्ठ साबित हुआ।
रक्षा विशेषज्ञ कमर अघा का कहना है कि अगर तेजस विमान की तुलना सुखोई से की जाए तो यह उससे ज्यादा हल्के हैं। ये विमान आठ से नौ टन तक बोझ लेकर उड़ने में पूरी तरह से सक्षम हैं। ये विमान उतने ही हथियार और मिसाइल लेकर उड़ सकता है, जितना इससे ज्यादा वजन वाला सुखोई विमान।
उन्होंने कहा कि इनकी सबसे बड़ी खूबी इसकी स्पीड है। हल्के होने के कारण इनकी गति बेमिसाल है। ये विमान 52 हजार फीट की ऊंचाई तक ध्वनि की गति यानी मैक 1.6 से लेकर 1.8 तक की तेजी से उड़ सकते हैं।
खास बात यह है कि सुखोई विमानों का उत्पादन भी एचएएल ही करती है। उनका कहना है कि तेजस मार्क-1ए, सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से इसलिए भी महंगा है, क्योंकि इसमें कई आधुनिक उपक्रम जोड़े गए हैं। मसलन इसमें इसरायल में विकसित रडार हैं। इसके अलावा इस विमान में स्वदेश में विकसित किया हुआ रडार भी है। यह विमान काफी हल्का है और इसकी मारक क्षमता भी बेहतर है। यह बहुआयामी लड़ाकू विमान है।
तेजस में नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसमें क्रिटिकल आपरेशन क्षमता के लिए एक्टिव इलेक्ट्रानिकली-स्कैन्ड रडार लगा है। यह हवा में ईंधन भर सकता है और जंग के लिए दोबारा तैयार हो सकता है। तेजस दूर से ही दुश्मन के विमानों पर निशाना साध सकता है। इतना ही नहीं यह दुश्मन के रडार को भी चकमा देने की क्षमता रखता है।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब भारतीय वायु सेना के बेड़े में लड़ाकू विमानों की कमी हो रही है, इस तेजस का स्वागत होना चाहिए। तेजस विमानों की इस परियोजना की नींव वर्ष 1983 में ही रखी गई थी। तेजस ने अपनी पहली उड़ान वर्ष 2001 के जनवरी में भरी थी। इस विमान को भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन में 2016 में ही शामिल किया जा सका।
भारत के स्वदेशी तेजस युद्धक जेट विमान मलेशिया की पहली पसंद बन गए हैं। इस दक्षिणपूर्वी एशियाई देश ने अपने पुराने युद्धक विमानों की जगह अत्याधुनिक तेजस विमानों की खरीद पर भारत से बातचीत शुरू कर दी है।
नई दिल्ली ,06 अगस्त (आरएनएस/FJ)। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आबकारी नीति को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने विजिलेंस रिपोर्ट के बाद आबकारी नीति में घोटाले के आरोप में आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण, तत्कालीन आबकारी आयुक्त दानीक्स आनंद कुमार तिवारी सहित 11 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई आबकारी नीति को लागू करने में हुई चूक को लेकर की गई है। उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ निलंबन और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की विजिलेंस को मंजूरी दे दी है।
इससे पहले उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जो आबकारी मंत्री भी हैं, ने पहली बार स्वीकार किया कि दिल्ली सरकार को नई आबकारी नीति 2021-22 के तहत ‘हजारों करोड़ रुपए’ का नुकसान हुआ है। इसके लिए उन्होंने एलजी पर आरोप लगाया, जिन्होंने 17 नवंबर 2021 से लागू हुई नई व्यवस्था पर अंतिम क्षण में यू-टर्न ले लिया। आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा कि अब वे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग कर रहे हैं।
एलजी के पास दो बार भेजी गई थी फाइल
शनिवार को सिसोदिया के आरोपों के कुछ मिनट बाद, एलजी कार्यालय ने बताया कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के तत्कालीन आबकारी आयुक्त, आईएएस अधिकारी आरव गोपी कृष्ण और दानिक्स अधिकारी आनंद कुमार तिवारी, उप आबकारी आयुक्त के खिलाफ ‘प्रमुख अनुशासनात्मक कार्यवाही’ शुरू करने को मंजूरी दे दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सिसोदिया ने कहा कि 2021-22 आबकारी नीति को लागू करने से पहले दो बार फाइल को एलजी के पास भेजा गया था।
सिसोदिया ने कहा कि पहली बार तत्कालीन एलजी अनिल बैजल ने कुछ सुझावों और बदलावों के साथ फाइल वापस भेजी थी, जिसे दिल्ली सरकार ने शामिल किया था। डिप्टी सीएम ने कहा, ‘एलजी द्वारा सुझाए गए आवश्यक बदलाव करने के बाद, फाइल को नवंबर के पहले हफ्ते में दूसरी बार भेजा गया था। नई नीति को 17 नवंबर से लागू किया जाना था और एलजी ने लॉन्च से ठीक 48 घंटे पहले 15 नवंबर को फाइल वापस कर दी और हमें इसमें एक बड़ा बदलाव करने के लिए कहा। एलजी ने कहा कि अनधिकृत कॉलोनियों में शराब की दुकानों को अनुमति देने के लिए हमें दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) और नगर निगम से अनुमति लेनी होगी।’
सिसोदिया ने कहा, ‘इस वजह से, दिल्ली सरकार को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ क्योंकि अनधिकृत कॉलोनियों में खुलने वाली करीब 300-350 दुकानें नई व्यवस्था के तहत कभी नहीं खुल सकीं। नतीजतन, दिल्ली में शराब की दुकानें खोलने में कामयाब रही कुछ कंपनियों ने भारी मुनाफा कमाया, जबकि अन्य को नुकसान हुआ। नई आबकारी नीति का प्राथमिक उद्देश्य शराब की दुकानों के असमान वितरण को समाप्त करना था, जो एलजी के निर्णय की वजह से कभी नहीं हो सका।’ एलजी के अचानक बदलाव का कारण कुछ निजी कंपनियों या व्यक्तियों को जानबूझकर लाभ पहुंचाना हो सकता है।
नई दिल्ली 06 Aug. (Rns/FJ): सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू सेना की उस जनहित याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें सिख यात्रियों को घरेलू उड़ानों में कृपाण ले जाने की अनुमति देने के नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो के फैसले को चुनौती दी गई है। न्यायमूर्ति एस. अब्दुल नजीर और न्यायमूर्ति जे. के. माहेश्वरी की पीठ ने याचिकाकर्ता संगठन को हाईकोर्ट जाने को कहा। पीठ ने कहा, आप हाईकोर्ट जाइए। उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की स्वतंत्रता के साथ अपील खारिज की जाती है।
याचिका हिंदू सेना नाम के एक संगठन ने दायर की थी, जिसमें नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा सिख समुदाय को दी गई छूट को चुनौती दी गई है। याचिकाकर्ता ने 4 मार्च, 2022 को ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी द्वारा जारी आदेश को चुनौती दी है, जिसमें कहा गया था कि केवल सिख यात्री घरेलू उड़ानों में ‘कृपाण’ लेकर जा सकते है, बशर्ते उसके ब्लेड की लंबाई 15.24 सेमी (6 इंच) से अधिक न हो और उसकी कुल लंबाई 22.86 सेमी (9 इंच) से अधिक नहीं हो।
याचिका में कहा गया है, “सिख यात्रियों/कर्मचारियों/हितधारकों को उक्त आदेश के तहत दी गई स्वतंत्रता साथी यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। आदेश यह सुनिश्चित नहीं करता है कि क्या हवाई अड्डे और विमान जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्रों में कृपाण ले जाने वाला व्यक्ति एक वास्तविक सिख है या फिर कोई ऐसा धोखेबाज है, जो स्वतंत्रता का दुरुपयोग कर सकता है।”
याचिका में कहा गया है कि सिख यात्रियों को दी गई स्वतंत्रता मनमानी है और धर्म के आधार पर किए गए भेदभाव के संबंध में अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 15 का उल्लंघन है, क्योंकि किसी भी गैर-सिख व्यक्ति को ऐसी कोई भी वस्तु ले जाने की अनुमति नहीं है, जो सह-यात्रियों के लिए संभावित तौर पर खतरा पैदा कर सकती है।
नई दिल्ली 06 Aug. (Rns/FJ): केंद्रीय जांच एजेंसी एंफोर्समेंट डायरेक्टेरोट (ईडी) ने आज क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स की संपत्तियों को फ्रीज कर दिया है। ईडी ने फॉरेन एक्सचेंज से जुड़े नियमों के उल्लघंन के संदेह से जुड़ी जांच में यह कार्रवाई की है। कार्रवाई के तहत वजीरएक्स क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के निदेशक समीर म्हात्रे के ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी ने उनके खातों को भी सीज कर लिया है। बताया जा रहा है उनके खातों में पड़ी 64.67 करोड़ रुपये की राशि को फ्रीज कर दिया है। कंपनी के निदेशक पर आरोप है कि उन्होंने क्रिप्टो संपत्तियों की खरीद और हस्तांतरण के माध्यम से धोखाधड़ी के पैसे की मनीलॉन्ड्रिंग में आरोपी इंस्टेंट लोन ऐप कंपनियों की मदद की है।
संघीय एजेंसी ने कहा कि उसने तीन अगस्त को हैदराबाद में जानमाई लैब प्राइवेट लिमिटेड के एक निदेशक के खिलाफ छापे मारे, जो वज़ीरएक्स क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के मालिक हैं। ईडी ने यह भी कहा है कि छापेमारी के दौरान वे सहयोग नहीं कर रहे थे। वजीरएक्स ने इस मामले में अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
ये है मामला
एजेंसी ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग से जुड़ा हुआ है। वजीरएक्स पर आरोप है कि इसने इंस्टैंट लोन मुहैया कराने वाली ऐप कंपनियों के पैसों को अपने प्लेटफॉर्म पर गलत तरीके से क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया।
ईडी ने पिछले साल इस मामले में फॉरेन एक्सचेंज से जुड़े रेगुलेशंस के उल्लघंन की आशंका को लेकर इस मामले की जांच शुरू की थी। ईडी के बयान के मुताबिक वजीरएक्स के निदेशक समीर म्हात्रे ने वजीरएक्स का रिमोट एक्सेस रखा है लेकिन इसके बावजूद वह इंस्टैंट लोन ऐप फ्रॉड के पैसों से खरीदे गए क्रिप्टो एसेट्स से जुड़े लेन-देन का हिसाब नहीं दे रहे हैं।
केवाईसी नॉर्म्स में कमी, वजीरएक्स व बिनांस के बीच ट्रांजैक्शन पर कमजोर रेगुलेटरी कंट्रोल, लागत बचाने के लिए ब्लॉकचेन ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड न करना और अपोजिट वॉलेट की केवाईसी का रिकॉर्ड न रखने के चलते वजीरएक्स गायब क्रिप्टो एसेट्स की वजह नहीं बता रही है।
नई दिल्ली 06 Aug. (Rns/FJ): देश में अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान आज संसद भवन में आरंभ हो गया।
सुबह 10 बजे से लेकर शाम 17:00 बजे तक चलने वाले इस मतदान में संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य वोट डालेंगे। चुनाव परिणाम भी देर शाम तक आने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यपाल तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री मार्गरेट अल्वा को अपना उम्मीदवार चुना है।
उपराष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में दोनों सदनों के सांसद शामिल है।
फिलहाल राज्यसभा की 245 सीटों में से आठ सीटें रिक्त है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति चुनाव के मतदान में अनुपस्थित रहने का फैसला किया है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों के संसद में 441 सदस्य हैं। इनमें से 394 भारतीय जनता पार्टी के हैं। राज्यसभा में पांच नामित सदस्यों ने भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार का समर्थन करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, तेलुगू देशम पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना- एकनाथ शिंदे गुट ने भी श्री धनखड़ का समर्थन करने की घोषणा की है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की उम्मीदवार श्रीमती अल्वा का समर्थन कांग्रेस, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी और वामदलों ने किया है। इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा, तेलंगाना राष्ट्र समिति, आम आदमी पार्टी, शिवसेना -उद्धव ठाकरे गुट ने भी श्रीमती अल्वा का समर्थन करने की बात कही है।
नई दिल्ली ,05 अगस्त (आरएनएस/FJ)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो, जो चार दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं। पीएम के साथ अपने राज्य के लिए जीएसटी बकाया जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
बता दें कि ममता की पीएम मोदी से मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब ईडी ने ममता सरकार में रहे कद्दावर नेता और टीएमसी के वरिष्ठ नेता पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था। वो शिक्षण भर्ती घोटाले में आरोपी बनाए गए हैं। बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। ममता चार दिनी दिल्ली दौरे पर हैं।
शुक्रवार शाम को वो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगी। ममता बनर्जी की यात्रा एक बड़े विवाद के बीच में आई है क्योंकि हाल ही में शिक्षक भर्ती घोटाला में ईडी ममता सरकार में रहे कद्दावर मंत्री और टीएमसी के वरिष्ठ नेता पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर चुकी हैं। इस घटना के बाद ममता सरकार ने केंद्र सरकार पर एजेंसी की शक्तियों का दुरपयोग करने का आरोप लगाया था।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता जिन्होंने पिछले साल नीति आयोग की संचालन परिषद की बैठक में भाग नहीं लिया था, के इस बार 7 अगस्त को शामिल बैठक में होने की संभावना है। इस बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी करेंगे।
एक दिन पहले, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने अपनी पार्टी के सांसदों से मुलाकात की और उनके साथ संसद के चल रहे मानसून सत्र और 2024 के लोकसभा चुनाव की राह पर चर्चा की।
नई दिल्ली ,05 अगस्त (आरएनएस/FJ)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि नाजी नेता एडोल्फ हिटलर भी चुनाव जीतते थे क्योंकि जर्मनी के सभी संस्थानों पर उनका नियंत्रण था। कहा कि अगर उन्हें पूरी संस्था का प्रभार दिया जाता है, तो वह दिखाएंगे कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने देश में मूल्य वृद्धि और महंगाई के खिलाफ देशव्यापी विरोध में भाग लेने और बाद में हिरासत में लिए जाने से पहले एआईसीसी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है।
पिछले कुछ वर्षों में देश भर में सत्तारूढ़ खेमे द्वारा जीते गए कई चुनावों के बारे में बोलते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हिटलर ने भी चुनाव जीता था, वह भी चुनाव जीतता था। जर्मनी के सभी संस्थानों पर उसका नियंत्रण था…
राहुल गांधी ने कहा कि अगर उन्हें पूरी संस्था का प्रभार दिया जाता है, तो वह दिखाएंगे कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं? उन्होंने कहा, मुझे पूरी व्यवस्था दो, फिर मैं आपको दिखाऊंगा कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं।
मोदी सरकार का सिर्फ एक ही एजेंडा
राहुल गांदी ने कहा कि मौजूदा सरकार का एकमात्र एजेंडा यह सुनिश्चित करना है कि समाज में मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और हिंसा जैसे लोगों के मुद्दों को नहीं उठाया जाना चाहिए। गांधी ने कहा कि भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है और इस देश में चार लोगों की तानाशाही है।
मैं नहीं रुकूंगा
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रवर्तन निदेशालय और उनसे पूछताछ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, सवाल आप चाहते हैं, वहां कुछ भी नहीं है, हर कोई इसे जानता है। उन्होंने कहा, मेरा काम आरएसएस के विचार का विरोध करना है और जितना अधिक मैं इसे करूंगा, उतना ही मुझ पर हमला होगा। मैं खुश हूं, मुझ पर हमला करो।
नई दिल्ली ,05 अगस्त (आरएनएस/FJ)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के करीबी सूत्रों ने कहा है कि पूछताछ के लिए बुलाए गए कांग्रेस नेताओं (सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत) में से किसी ने भी यह साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं दिया कि एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) और यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े सभी वित्तीय लेनदेन स्वर्गीय मोती लाल वोरा द्वारा नियंत्रित किए गए थे।
मोती लाल वोरा कांग्रेस पार्टी के सबसे लंबे समय तक कोषाध्यक्ष रहे। उनका साल 2020 में निधन हो गया था। दरअसल, राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी से पूछताछ के दौरान कहा था कि एजेएल और यंग इंडिया लिमिटेड से जुड़े सभी वित्तीय लेन-देन मोती लाल वोरा ही देखा करते थे।
ईडी सूत्रों का कहना है कि जब राहुल गांधी से वित्तीय पहलुओं के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी लेनदेन वोरा द्वारा किए जाते हैं। ईडी के सामने राहुल और सोनिया के अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े और पवन कुमार बंसल ने भी यही नाम लिया था लेकिन, ये सभी नेता बैठक से संबंधित दस्तावेज पेश करने में विफल रहे,
अगर ऐसी कोई बैठक हुई।
सूत्रों ने यह भी कहा कि ईडी के पास खडग़े को बुलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था जब संसद सत्र चल रहा था क्योंकि वह यंग इंडिया के एकमात्र कर्मचारी हैं। बता दें कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत दिल्ली में कांग्रेस के स्वामित्व वाले अखबार नेशनल हेराल्ड के परिसर में स्थित यंग इंडिया के कार्यालय को अस्थायी रूप से सील कर दिया है।
यंग इंडिया-एजेएल डील क्या है?
भाजपा नेता और अधिवक्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में एक निचली अदालत के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि यंग इंडिया लिमिटेड द्वारा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के अधिग्रहण में कुछ कांग्रेस नेता
धोखाधड़ी में शामिल थे।
नेशनल हेराल्ड 1938 में अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ जवाहरलाल नेहरू द्वारा स्थापित एक समाचार पत्र था। अखबार एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) द्वारा प्रकाशित किया गया था। 2008 में,एजेएल 90 करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज के साथ बंद हो गई। सुब्रमण्यम स्वामी का दावा है कि यील ने 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति और लाभ हासिल करने के लिए दुर्भावनापूर्ण तरीके से निष्क्रिय प्रिंट मीडिया आउटलेट की संपत्ति को अधिग्रहित किया।
मोतीलाल वोरा तब एआईसीसी के कोषाध्यक्ष थे और एजेएल मामलों में सक्रिय रूप से शामिल थे। उन्होंने जनवरी 2008 में एजेएल समूह के नेशनल हेराल्ड अखबार को बंद करने की घोषणा करने वाले समझौते पर भी सह-हस्ताक्षर किए थे।
बेंगलुरु ,05 अगस्त (आरएनएस/FJ)। भाजपा युवा कार्यकर्ता प्रवीण नेत्तारू की हत्या के मामले में कर्नाटक पुलिस ने कथित तौर पर एक हिट स्क्वॉड की पहचान की है। इसके बारे में कहा जा रहा है कि हत्या को अंजाम देने के बाद यह स्क्वॉड फरार है। बता दें कि दक्षिण कन्नड़ जिले के सुलिया तालुक के बेल्लारे में 26 जुलाई की रात अज्ञात मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने 32 वर्षीय जिला भारतीय युवा मोर्चा समिति के सदस्य प्रवीण नेत्तार की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद से राज्य में आक्रोश फैल गया था।
राजनीतिक दबाव के बाद नेत्तारू की हत्या के मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपा गया था। लेकिन राज्य भाजपा सरकार के इस फैसले के बावजूद, कर्नाटक पुलिस फिलहाल केस एनआईए को सौंपने में देरी कर रही है। दरअसल कर्नाटक पुलिस केस सौंपने से पहले महत्वपूर्ण गिरफ्तारी को अंजाम देना चाहती है ताकि केस सही मोड़ पर लाया जा सके।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आलोक कुमार ने मंगलुरु में कहा, हम अपराध में शामिल व्यक्तियों, साजिश के स्थान और हमले को अंजाम देने वाले व्यक्तियों की पहचान करने में सक्षम हैं। हम हिट स्क्वॉड के बारे में जानते हैं लेकिन हमें अब उन्हें पकडऩे की जरूरत है। हम उन्हें पकडऩे के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं और मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही सफल होंगे।
एडीजीपी कुमार ने गुरुवार को कहा, हम इस मामले पर पहले प्रगति देखेंगे और फिर इसको एनआईए के पास ले जाएंगे। कर्नाटक पुलिस हत्यारों को खोजने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। भले ही पूरे मामले का खुलासा बाद में हो, लेकिन कर्नाटक पुलिस हत्यारों को खोजने का काम फिनिश करेगी। हम मामले को सुलझा लेंगे भले ही फाइनल जांच के लिए मामला किसी अन्य एजेंसी को दिया जा रहा हो।
नेत्तारू की हत्या के मामले में दक्षिण कन्नड़ पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी मोहम्मद शफीक, जाकिर सावनूर, सद्दाम और हैरिस हैं। ये सभी बेल्लारे और उसके आसपास के गांवों के निवासी हैं। दो आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े हैं। हत्या से पहले के दिनों में मुख्य हमलावरों को कथित तौर पर शफीक और जाकिर ने पनाह दी थी और उन्हें खाना खिलाया था।
नई दिल्ली ,05 अगस्त (आरएनएस/FJ)। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ आज संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला, हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान जमकर हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पार्टी मुख्यालय से बाहर आ गईं। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड लगाए थे, लेकिन वह उसे फांदकर आगे बढ़ गईं। इस दौरान भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे।
प्रियंका गांधी सड़क पर ही धरने पर बैठ गईं। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने प्रियंका को एआईसीसी मुख्यालय के बाहर से ही हिरासत में लिया।
राहुल गांधी भी पुलिस हिरासत में
प्रियंका गांधी के भाई और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी हिरासत में लिया गया है। राहुल गांधी की अगुवाई में ही कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला। हालांकि पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने की योजना थी। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता इसी के लिए कांग्रेस मुख्यालय में जमा हुए थे।
सोनिया गांधी भी प्रदर्शन में हुईं शामिल
संसद भवन से पार्टी सांसदों का मार्च शुरू होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इसमें थोड़ी देर के लिए शामिल हुईं। हिरासत में लिए जाने से पहले राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। राहुल ने ट्वीट किया, इस तानाशाह सरकार को डर लग रहा है। भारत के हालत से, कमरतोड़ महंगाई और ऐतिहासिक बेरोजगारी से, अपनी नीतियों से लाई बर्बादी से। जो सच्चाई से डरता है, वो ही आवाज उठाने वालों को धमकाता है!
पुलिस ने कांग्रेस को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी
दिल्ली पुलिस ने नयी दिल्ली जिले में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। राहुल गांधी को हिरासत में लिए जाने पर नई दिल्ली की डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने कहा, हमने उनको हिरासत में लिया है क्योंकि यहां धारा 144 लागू है और धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है। हमने उनको सूचित भी किया था लेकिन वे नहीं माने इसलिए हमने उनको हिरासत में लिया है।
05.08.2022 (FJ)- मोेहर्रम को लेकर दिनांक 04 अगस्त को उपायुक्त रांची श्री राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में केन्द्रीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गयी। रांची समाहरणालय ब्लॉक ‘बी’ स्थित कमरा संख्या-505 में आयोजित बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री किशोर कौशल, अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्री दीपक दुबे, अनुमंडल पदाधिकारी बुण्डू, सिटी एसपी श्री अंशुमान कुमार, अपर जिला दंडाधिकारी, रांची श्री रामवृक्ष महतो, संबंधित पुलिस पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं विभिन्न शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार मनाने की बात कही गयी।
‘मोहब्बत की मिसाल कायम करेंगे’
बैठक में सबसे पहले शांति समिति के सदस्यों ने बारी-बारी से त्योहार के मद्देनजर बेहतर व्यवस्था को लेकर अपनी-अपनी बातेें रखी। साफ सफाई, सुरक्षा और दूसरे पंथ के लोगों की भावनाओं का ख्याल करते हुए सभी ने सांप्रदायिक सौहार्द के साथ त्यौहार मनाने की बात कही। जयसिंह यादव, अकीलुर्रहमान, मासूम गद्दी समेत केन्द्रीय शांति समिति के सदस्यों ने अपनी-अपनी बातें रखी। जयसिंह यादव ने कहा कि हम मोहब्बत की मिसाल कायम करेंगे। सेट्रल मोहर्रम कमेटी के अकीलुर्रहमान ने बताया कि इस बार समिति द्वारा गाइडलाइंस भी जारी किए गए। मोहर्रम का जुलूस मेन रोड में नहीं निकलेगा और विभिन्न अखाडे़ अपने-अपने क्षेत्रों में ही प्रदर्शन करेंगे। पुलिस प्रशासन का पूरी तरह से सहयोग किया जायेगा।
आपके निर्णय से सहूलियत
केन्द्रीय शांति समिति की बैठक को संबोधित करते हुए उपायुक्त रांची श्री राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि अखाड़ों द्वारा अपने अपने क्षेत्रों में ही जुलूस निकाले जाने के निर्णय से प्रशासन को विधि-व्यवस्था संधारण में सहूलियत होगी। उपायुक्त ने कहा कि जो फैसला लिया गया है उसे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत लागू करने का प्रयास करें, जुलूस के डिविएशन की संभावना बनती है तो इसके लिए प्लान बी भी तैयार रखें।
प्रेम के साथ मनायें त्योहार
श्री राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि 09 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस भी है, प्रेम के साथ त्योहार मनायें। कुछ असामाजिक तत्व सभी जगह हैं, इन्हें चिन्हित कर सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार मनायें। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास होगा कि त्योहार के दौरान जिला में शराबबंदी सुनिश्चित की जा सके।
प्रशासन को आपका सहयोग चाहिए
बैठक मे श्री राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि सभी खलीफा अपने अपने क्षेत्र में वालेंटियर के माध्यम से त्योहार संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है यह जानकर अच्छा लगा। सभी समितियां अपनी जिम्मेदारी लेंगी इससे अच्छी बात नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक से संबंधित जितनी बातें हुई हैं उसे लेकर सारे अधिकारी अपने सामर्थ्य से बढ़कर अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करेंगे। सुबह से शाम तक हम अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार रहेंगे किसी भी स्तर पर शिकायत का मौका नहीं मिलेगा और वैसा ही सहयोग हमें आप सभी से भी चाहिए।
छोटी बात को बड़ा न बनने दें
उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि त्योहार के दौरान तुरंत कानून को हाथ में लेने की गलती ना करें ऐसी स्थिति में सबसे पहले जानकारी अपने खलीफा दें। अगर मामला नहीं सुलझता है तो थाना प्रभारी, अंचल अधिकारी और फिर बड़े अधिकारियों को जानकारी दें। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी बातें ही बड़ी बन जाती हैं, प्रयास करें कि मामले को तुरंत सुलझा लिया जाये।
जो फैसला लिया गया वो काबिले तारीफ
शांति समिति की बैठक को संबोधित करते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक श्री किशोर कौशल ने कहा कि विभिन्न अखाड़ों द्वारा मेन रोड में जुलूस न निकालकर अपने-अपने क्षेत्र मंे निकाले जाने का जो निर्णय लिया गया है वो काबिले तारीफ है, अगर हम इसका अनुपालन सही तरीके से कर पाते हैं तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। एसएसपी ने कहा कि बड़ा दिल दिखाने के लिए सभी कमेटी साधुवाद के पात्र हैं।
वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जुलूस को लेकर जो भी तय किया गया है उसे लेकर हम सहज न हो जायें। अखाड़ों को किन क्षेत्रों में रहना है, किसे कहां तक मूवमेंट करना है, इससे संबंधित स्पष्ट संदेश सभी तक जाना चाहिए। स्थानीय समतियांे और स्थानीय थानों के साथ बैठक में स्पष्ट होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जुलूस समय पर निकले और समय पर वापस आ जायें इसका ध्यान रखें। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न अखाड़ों को कहां तक मूवमेंट करना है ये जानकारी स्पष्ट होनी चाहिए।
वरीय पुलिस अधीक्षक श्री किशोर कौशल ने कहा कि त्योहार के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जायेगी। स्थानीय अखाड़ों द्वारा जिम्मेवार लोगों के नाम भी दिये जायेंगे, थाना थाना प्रभारी सुनिश्चित करें कि जिन लोगों का नाम दिये गये हैं वो सही हो। एसएसपी ने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जुलसू का डिविएशन न हो, धार्मिक स्थलों पर पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष सतर्कता बरती जायेगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न अखाड़ों के लोग भी धार्मिक स्थल से गुजरते वक्त अपनी ओर से सर्तकता बरतें।
जुलूस में नशा करने वाले शामिल न हों
एसएसपी श्री किशोर कौशल ने कहा कि विभिन्न अखाड़े इस बात का खास ख्याल रखें कि जुलूस में नशा करनेवाले लोग शामिल न हो। अगर ऐसा कोई व्यक्ति चिन्हित होता है तो उसे समझदारी दिखाते हुए जुलूस से अलग करेें। उन्होंने विभिन्न अखाड़ों से अपने स्तर से वीडियोग्राफी कराने की भी अपील की। एसएसपी ने कहा कि जुलूस के दौरान वैकल्पिक लाइट की व्यवस्था भी अखाड़ा समितियां रखें।
सोशल मीडिया पर पुलिस की नजर
एसएसपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी पुलिस द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है। उन्होंने शांति समिति से आग्रह किया कि वो पब्लिक व्हाट्सएप ग्रुप का लिस्ट बनायें, एडमिन के नाम और नंबर की सूची बनाते हुए पुलिस को उपलब्ध करायें, ताकि अफवाह फैलने की स्थिति में ससमय नियंत्रण किया जा सके।
नई दिल्ली 05 Aug. (Rns): भारत ने पूर्वी लद्दाख में सीमा के पास लड़ाकू विमान उड़ान को लेकर चीन को सख्त चेतावनी दी है। भारत ने चीन को अपने लड़ाकू विमानों को लद्दाख सीमा से दूर रखने के लिए कहा है। दरअसल पिछले दिनों चीन के लड़ाकू विमान भारत की सीमा के काफी नजदीक आ गए थे। भारत ने चीन को ये चेतावनी ऐसे वक्त पर दी, जब उसका ताइवान के साथ विवाद चल रहा है।
बता दें कि अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद से चीन भड़का हुआ है। इसके विरोध में चीन ताइवान की सीमा से लगे इलाकों में सैन्याभ्यास भी कर रहा है।
भारत ने इस मुद्दे पर चीन के साथ सैन्य स्तर पर बैठक बुलाई थी। इसमें भारत ने पूर्वी लद्दाख में चीन की उकसावे वाली गतिविधियों को लेकर विरोध दर्ज कराया। सूत्रों के अनुसार यह विशेष सैन्य बैठक मेजर जनरल के नेतृत्व में हुई। इस दौरान एयर फोर्स के एयर कोमोडोर भी मौजूद रहे।
कोलकाता 05 Aug. (Rns/FJ) पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच जारी है। करीब 12 दिनों के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी से आमने-सामने पूछताछ की। खबर है कि इस दौरान चटर्जी जवाबों को लेकर टालमटोल करते दिखे। इन दोनों को शुक्रवार को अदालत के सामने पेश किया जाएगा। इस बात की जानकारी ईडी ने दी है।
एक मीडिया रिपोर्ट में ईडी अधिकारियों के हवाले से जानकारी दी गई है कि इस दौरान मुखर्जी तो सहयोग कर रही थीं, लेकिन चटर्जी गोलमाल जवाब दे रहे थे। जांच एजेंसी ने बताया कि इस दौरान दोनों से बीते महीने बरामद गिए गए दस्तावेजों को लेकर भी पूछताछ हुई।
अधिकारियों ने बताया कि मुखर्जी और चटर्जी से संपत्तियों को लेकर भी सवाल पूछे गए। इनमें शांतिनिकेतन की APA, तितली, लावण्या का नाम शामिल है। ईडी ने पूर्व मंत्री और उनकी करीबी से बैंक खातों और अलग-अलग कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी को लेकर पूछताछ की।
खास बात है कि पूछताछ में ‘APA यूटिलिटी सर्विसेज’ नाम के दस्तावेजों पर जवाब मांगे गए। दस्तावेज बुधवार को जब्त किए गए थे और कहा जा रहा है कि दोनों की कंपनी में 50 फीसदी की हिस्सेदारी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूछताछ के दौरान मुखर्जी के दो फ्लैट्स से मिले 50 करोड़ रुपये को लेकर दोनों के बयान कई बार अलग रहे। मुखर्जी ने पहले ईडी को बताया था कि पैसा चटर्जी का है और वह और उसके साथ कैश रखने के लिए फ्लैट्स का इस्तेमाल करते थे।
पूर्व मंत्री की राजदार ने कहा कि जिस कमरे में कैश रखा हुआ था, उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं थी।
नई दिल्ली 05 Aug. (Rns/FJ) । कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज देशव्यापी आंदोलन से पहले पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को हिटलर करार दिया। साथ ही उन्होंने नेशनल हेराल्ड केस में ईडी की कार्रवाई पर भी अपना पक्ष रखा। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी को विपक्ष की आवाज से डर लगता है। सरकार देश से लोकतंत्र को खत्म करने में जुटी है।
राहुल गांधी से जब पत्रकारों ने ईडी की कार्रवाई को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, ”मेरे पर जब भी आक्रमण होता है तो मुझे आनंद आता है। मैं इससे सीखता हूं। मुझे इन कार्रवाइयों से काफी खुशी मिलती है। मैं सरकार के खिलाफ जितना बोलूंगा, मेरे खिलाफ उतनी अधिक कार्रवाई होगी। जो धमकाता है वह डरता है। मैं महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ बोलना जारी रखूंगा।”
राहुल गांधी ने कहा, ‘लोकतंत्र में विपक्ष संस्थानों के बल पर लड़ती है। न्यायिक व्यवस्था और मीडिया के बल पर विपक्षी पार्टी खड़ी होती है। देश के हर संस्थाओं में आज आरएसएस का एक व्यक्ति बैठा है।’ उन्होंने अपनी सरकार से तुलना करते हुए कहा कि कांग्रेस ऐसी संस्थानों को कंट्रोल नहीं करती थी। आज हालात दूसरे हैं। जो किसी दूसरी पार्टी को मदद करना चाहे तो उसके खिलाफ ईडी और आईटी लगा दी जाती है।
SC के फैसले पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल, कहा- BJP-RSS के कंट्रोल में है सारी संस्थाएं
राहुल गांधी से जब प्रवर्तन निदेशालय की शक्तियों के खिलाफ दायर चाचिका पर आए हाल के फैसले पर पूछा गया तो उन्होंने न्यायालय पर भी बड़ा आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि आज देश में सारी संस्थाएं सरकार के कंट्रोल में काम रही हैं। कोई भी स्वतंत्र नहीं है।
देश में ईडी का आतंक: अशोक गहलोत
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज देश में ईडी का आंतक है। महंगाई पर बात नहीं करने दी जाती है। आज जनता को आगे आना का वक्त है। उन्होंने एनजीओ से भी कांग्रेस के इस विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की।
मुंबई 05 Aug. (Rns/FJ): महाराष्ट्र सरकार की ओर से मुंबई नगर निगम अधिनियम और महाराष्ट्र नगर निगम अधिनियम में संशोधन के मद्देनजर प्रदेश चुनाव आयोग ने नौ नगर निगमों के चुनाव के लिए आरक्षण शुक्रवार को स्थगित कर दिया।
प्रदेश चुनाव आयोग ने राज्य के अन्य 14 नगर निगमों के आम चुनाव के लिए प्रकाशित होने वाले अंतिम आरक्षण की अधिसूचना को भी निलंबित करने का निर्देश दिया है.
नौ नगर निगमों औरंगाबाद, नांदेड़-वाघाला, लातूर, परभणी, सभी मराठवाड़ा क्षेत्र, चंद्रपुर, भिवंडी-निजामपुर, मालेगांव, पनवेल और मीरा-भिंदर के चुनावों के लिए आज आरक्षण निकाला जाना था।
राज्य सरकार ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक में मुंबई नगर निगम अधिनियम में संशोधन करने का फैसला किया है।
प्रतापगढ़ 05 Aug. (Rns/FJ): उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में कुन्डा विधान सभा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया के आंदोलनरत पिता उदय प्रताप सिंह को पुलिस ने शुक्रवार को सुबह घर में नजरबंद कर दिया। सिंह, इलाके में मौजूद एक मस्जिदनुमा पुराने दरवाजे को हटवाने की मांग को लेकर पिछले दो दिनों से धरने पर बैठे थे।
कुन्डा के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) के आदेश पर सिंह को आज सुबह उस समय ‘हाऊस अरेस्ट’ कर लिया गया, जब वह धरना स्थल से नित्य क्रिया के लिये अपने आवास ‘भदरी कोठी’ गये थे। जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार कापुी संख्या में पुलिस के जवान सुबह 06 बजे भदरी कोठी के सामने तैनात हो गये और सिंह को घर में ही नजरबंद कर दिया।
कुन्डा स्थित शेखपुर आशिक गांव में एक मस्जिद नुमा गेट हटवाने की मांग को लेकर सिंह कुन्डा तहसील परिसर में दो दिन से धरने पर बैठे थे। उन्हें आंदोलन खत्म करने के लिये जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने मनाया, लेकिन वह नहीं माने। उनकी इस मांग के समर्थन में कुन्डा और आसपास के व्यापारियों ने शुक्रवार को अपनी दुकानें बन्द रखने का ऐलान किया था। मामले को बढ़ते देख स्थानीय प्रशासन ने उन्हें घर में ही नजरबंद करने का फैसला किया।
नई दिल्ली 05 Aug. (Rns/FJ): देश में महंगाई और बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़ों को लेकर कांग्रेस सांसदों ने संसद से राष्ट्रपति भवन तक अपना विरोध मार्च शुरू किया। विरोध दर्ज कराने के लिए कांग्रेस के सभी सांसद काले रंग के कपड़े पहनकर संसद भवन के अंदर आ गए।
आमतौर पर सफेद कुर्ता पहनने वाले राहुल गांधी ने इस बार काली शर्ट पहनी है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को विरोध मार्च का नेतृत्व करते देखा गया। अपना विरोध दर्ज कराने के लिए उन्होंने भी काले रंग के कपड़े पहन रखे हैं।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तिकड़ी अपने विज्ञापन में दावा करते हैं कि हमने दिल्ली की स्कूली व्यवस्था बदलकर विश्वस्तरीय बना दिया है लेकिन अब खुद दिल्ली सरकार ही मान रही है कि दिल्ली के स्कूलों में बहुत ही कमियां हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली आम आदमी की सरकार ढोल नगाड़े लेकर स्कूल में वर्ल्डस्तर के व्यवस्था के बारे में बोलते हैं। संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एक प्रोपगेंडा के तहत दिल्ली के स्कूलों को विश्व के सबसे अच्छे स्कूल बताने में दिन रात लगे रहते हैं।
मनीष सिसोदिया के शिक्षा विभाग ने पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यपालक अभियंता को एक पत्र लिखा है. इस पत्र ने दिल्ली के स्कूलों की पोल खोल करके रख दी है। संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों के भवन निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायत करते हुए पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता को लिखे गए इस पत्र में स्कूलों में लीकेज, सैनिटेशन, बिजली, पेयजल आदि की व्यवस्क्था में भारी गड़बडी का जिक्र किया गया है कई स्कूलों के भवन खास्ता हाल स्थिति में हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने स्कूलों की व्यवस्था को बेहतरीन करने का दावा किया था, लेकिन दस्तावेज के माध्यम से अरविन्द केजरीवाल सरकार की एक और सच्चाई खुलकर सामने आ गई है। संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली के जहांगीर पुरी, सकरपुर आदि कई जगहों पर स्थित स्कूल के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार हुआ है। ये स्कूल भवन कभी भी गिर सकते हैं। एक स्कूल में तो जल रखने के लिए टंकी की व्यवस्था तक नहीं है।
अशोक नगर स्थित एक स्कूल की शिकायत है कि निर्माण कार्य में निम्न स्तर का सामान इस्तेमाल किया गया है। शिक्षा विभाग खुद पत्र लिख रहा है कि स्कूलों के भवन आदि निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है। वहीं, मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल खुद अपने स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन को भ्रष्ट नहीं होने का प्रमाण लगातार दे रहे हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि ध्यान रहे, सत्येन्द्र जैन पीडब्ल्यूडी विभाग भी संभालते हैं। स्कूलों में निम्नस्तर के मैटिरियल इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके बावजूद, सत्येन्द्र जैन को अरविन्द केजरीवाल जी लगातार क्लीन चिट देते आ रहे हैं। संबित पात्रा ने कहा कि यह चिंता का विषय है।
अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया वर्ल्ड क्लास एजुकेशन की बात करते रहते हैं. शिक्षा क्षेत्र में जहां इन्हें प्राथमिकता के साथ कार्य करने की जरुरत थी वहीँ ये लोग दिन रात सिर्फ प्रोपगेंडा फ़ैलाने का काम करते रहे।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया कांग्रेस नेता राहुल गांधी के द्वारा केंद्रीय एजेंसियों पर सवाल उठाए जाने को लेकर बोला कि जो लोग बेल पर हैं वही केंद्रीय एजेंसियों के बारे में अपशब्द भाषा का प्रयोग करते हैं।
गौरव भाटिया ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से सवाल पूछना चाहता हूं की भ्रष्टाचारी परिवार पहले देश को लूटते हैं और फिर जांच एजेंसी को पालतू और इडियत कहते हैं यह कहां का इंसाफ है। गौरव भाटिया ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों पर अपशब्द भाषा का प्रयोग करना वही बात हो गई कि पहले चोरी फिर सीनाजोरी।
गौरव भाटिया ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी और कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता द्वारा अमर्यादित आचारण किया जा रहा है, जो कतई उचित नहीं है। पहले देश को लूटेंगे और उसके बाद पूरे देश में अराजकता फैलाने का काम करेंगे।लोकतंत्र में मर्यादा होती और देश संविधान से चलता है लेकिन आज कुछ राजनैतिक दलों द्वारा देश की जांच एजेंसी को डराया और धमकाया जा रहा है।
राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी यह जान लें कि वे कानून से उपर नहीं है। यह भी तथ्य सर्वविदित है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी भ्रष्टाचार के आरोप में बेल पर बाहर है। सार्वजनिक जीवन होने की वजह से उनकी जिम्मेदारी बड़ी है। इसके बदले कांग्रेस निरंतर अनर्गल बयान दे रहा हैए जैसे ईडी को पूछताछ के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घर जाना चाहिए।
गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस और उनके नेता खुद को संविधान से ऊपर समझने लगे हैं लेकिन हमारे देश का कानून कहता है कि उनसे पूछताछ भी होगी और जांच एजेंसी का मुख्यालय में ही पूछताछ होगी। गौरव भाटिया ने कहा कि हमारी सरकार के पहले दिन की भी सरकारें थी उन लोगों के टाइम में जो होता था वह होता था लेकिन अब भाजपा की सरकार में कांग्रेस सरकार वाली वीवीआईपी कल्चर समाप्त हो गयी है और देश की जनता का भी यही चाहत है।
गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस शब्दवीर नहीं बने बल्कि तथ्यवीर बनकर देश की जनता को जबाव दे जो हम यहां से उठा रहे है। गौरव भाटिया ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से सवाल पूछते हुए कहा कि 19 दिसंबर 2015 को इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आरोपी मानते हुए निचली अदालत से बेल मिली है। वे लोग दिल्ली हाईकोर्ट गया और कहा कि राजनैतिक विद्वेष से यह मामला चल रहा है किंतु दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि यह मामला रद्द नहीं होगा।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में सोनिया गांधी ने इस मामले को रद्द करने की मांग की सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट कहा कि हम हस्तक्षेप नहीं करेंगे। क्या सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की आस्था नहीं है। गौरव भाटिया ने दूसरा सवाल पूछते हुए कहा कि जब यंग इंडियन लिमिटेड के नियंत्रण करने का अधिकार सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास है तब मोती लाल बोहरा पर ठीकरा क्यों फोड़ा जा रहा है?
जबकी गांधी परिवार के करीबी मोती लाल बोहरा इस दुनिया में नहीं है। इस मामले में मनी लॉंडिंग का मामला है। क्या यह सत्य नहीं है कि सोनिया गांधी के पास यंग इंडियान लिमिटेड के 38 प्रतिशत शेयर हैं और राहुल गांधी के पास 38 प्रतिशत शेयर है। दोनो को जोड़ने पर 76 प्रतिशत है। कानून के अनुसार जिसके पास 50 प्रतिशत से अधिक शेयर है उसका ही कंपनी पर नियंत्रण और निर्णय करने का अधिकार होता है।
गौरव भाटिया ने तीसरा सवाल पूछते हुए कहा कि क्यों कोटेक्स नामक कपंनी ने यंग इंडियन लिमिटेड को एक करोड़ रूपए का ऋण दिया? जबकि यंग इंडियन लिमिटेड के पास एक रूपए की संपत्ति नहीं है। इधर उधर की बात न कर, यह बता गांधी परिवार ने देश कयूं लूटां।गौरव भाटिया ने चौथा सवाल पूछते हुए कहा कि राहुल गांधी की जेब से एक रूपय नहीं लगा। कोटेक्स कंपनी की पहली किस्त 50 लाख रूपए यंग इंडियन में आया।
राहुल गांधी ने उस पहली किस्त 50 लाख रूपए एजेएल को दे दिया। इसके बाद एजेएल की 2000 करोड़ रूपए की संपत्ति यंग इंडियन में टांसफर हो गया। बिना पैसे खर्च किए राहुल गांधी 2 हजार करोड़ रूपए के मालिक कैसे बन गए? कृपया करके राहुल गांधी इसका उत्तर दे। गौरव भाटिया ने पांचवा सवाल पूछते हुए कहा कि एजेएल के पास दो हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति थी और एजेएल पर 90 करोड़ रूपए का ऋण था।
यह अलग बात है कि एक राजनैतिक दल अपने कार्यकर्त्ताओं से चंदा लेकर दूसरी कंपनी को ऋण कैसे दे सकती है? जब एजेएल के पास दो हजार करोड़ की संपत्ति थी तब उसमें से कुछ संपित्त बेचकर 90 करोड़ रूपए का ऋण क्यों नहीं चुकाया गया। गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी बार बार कहते हैं कि मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से नहीं डरता हूं। जबकि राहुल गांधी भ्रष्टाचारी परिवार से हैं जिस परिवार के तीन सदस्य बेल पर बाहर हैं।
इस तरह का राजनीतिक परिवार देश में एक भी नहीं है। यह गांधी परिवार का टैक रिकार्ड है। राहुल गांधी को भ्रष्टाचार करने और देश की जांच एजेंसी को धमकी देने में डर नहीं लगता है। लेकिन राहुल गांधी को कानून से डर लगता है। गांधी परिवार के समर्थक एवं नेता ईडी को इडियट बुलाते हैं। जबकि ईडी ने 1.05 लाख करोड़ रूपए की अवैध संपत्ति जब्त किया है। देश को लूटने वाले को सजा दिलाने के लिए ईडी ने न्यायालयों में 992 चार्जशीट दायर किया है।
उसने 400 गिरफ्तारी की है और 25 लोगों को दोषी करार कराते हुए सजा दिलायी है। यह ईडी का टैक रिकार्ड है।राहुल गांधी अमेठी का चुनाव हार गए और उनके नकारापन इससे पता चलता है कि वे अपनी पार्टी को 40 चुनाव हरवा चुके हैं। संसद में उनकी उपस्थिति महज 40 प्रतिशत है। यह उनका टैक रिकार्ड है। गौरव भाटिया ने कहा कि शिवसेना के सांसद संजय राउत खुद पत्रा चाल घोटाला के एक आरोपी है।
उनकी पार्टी भी ऐसे दलील देती है कि यह राजनैतिक विद्वेष का मामला है। जबकि न्यायालय ने संजय राउत को और चार दिनों के लिए ईडी के रिमांड पर रखने का आदेश देती है।
वहीं पश्चिम बंगाल में टीएमसी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के घरों पर ईडी की छापेमारी में गुलाबी नोटों का पहाड़ दिखा। देश को लूटने वालों से जब जांच एजेंसियां सवाल पूछती है तो जांच एजेंसी को पालतू एवं इडियट कहते हैं।
नई दिल्ली ,04 अगस्त (आरएनएस/FJ)। महिलाएं अब किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। भारतीय नौसेना की महिला अधिकारियों ने पहली बार उत्तरी अरब सागर में आत्मनिर्भर होकर समुद्री सैन्य परीक्षण टोही एवं निगरानी मिशन पूरा किया है। नेवल एयर ए्क्लेव पोरबंदर में स्थित भारतीय नौसेना आईएनएस 314 की पांच अधिकारियों ने यह मिशन पूरा किया है।
भारतीय सेना को दिए गए टीएसटी
वहीं, भारतीय सेना ने गुरुवार को बताया कि फॉरवर्ड इलाकों में तैनात सैनिकों को सुरक्षित और विश्वसनीय आवाज, वीडियो और डेटा कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए भारतीय सेना के पास ट्रांसपोर्टेबल सैटेलाइट टर्मिनल (टीएसटी) दि गए हैं। ये टीएसटी उच्च गतिशीलता वाहन पर आधारित हैं।
सेना ने बताया कि टीएसटी सभी प्रकार के इलाकों में घूम सकते हैं, निर्बाध काम करते हैं और सामरिक संचार की रेखा से परे मैकेनाइज्ड संचालन के लिए लचीलापन प्रदान करते हैं। इसे बहुत ही कम समय में तैनात और प्रभावी बनाया जा सकता है।
नेवी के लिए महिलाओं में जुनून
भारतीय नौसेना ने अग्निपथ भर्ती योजना के तहत महिला नाविकों की भर्ती की घोषणा की है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट (एसएसआर) और मैट्रिक रिक्रूट (एमआर) के लिए पंजीकरण प्रक्रिया बुधवार को संपन्न हुई। भारतीय नौसेना को 80,000 से अधिक महिला उम्मीदवारों के आवेदन प्राप्त हुए हैं।
भारतीय नौसेना के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर कहा गया, भारतीय नौसेना के एसएसआर (सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट) और एमआर (मैट्रिक रिक्रूट) के अग्निपथ योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
82,000 महिला उम्मीदवारों सहित 9.55 लाख अग्निवीर आवेदकों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। वैसे तो तीनों सेवाओं (थल सेना, वायु सेना और नौसेना) में महिला अधिकारी हैं, लेकिन यह पहली बार होगा जब अधिकारी रैंक से नीचे के कार्मिक (पीबीओआर) के पद महिलाओं के लिए खुले होंगे।
नई दिल्ली ,04 अगस्त (आरएनएस/FJ)। सरकार को लश्कर-ए-खालसा नाम के एक नए आतंकी संगठन के बारे में खुफिया जानकारी मिली है। यह आतंकी संगठन स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले या उसके दौरान राष्ट्रीय राजधानी और जम्मू-कश्मीर में भी हमले शुरू करने की योजना बना रहा है।
इसके बारे में कहा जाता है कि इसे पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई ने बनाया है। इसके पीछे कई अन्य आतंकी संगठन भी जुड़े हुए हैं। आतंकी संगठन को लेकर इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने केंद्र सरकार को अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है।
यह रिपोर्ट बताती है कि लश्कर-ए-खालसा को विशेष रूप से पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने आईएसआई के सक्रिय समर्थन से भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए बनाया है।
सूत्रों के मुताबिक, आईबी ने अपनी 10 पन्नों की रिपोर्ट सरकार को सौंपी है। इसमें नए आतंकी संगठन के पूरे कामकाज का ब्यौरा दिया गया है। खूफिया एजेंसी ने कहा कि इस आतंकी संगठन को हाल ही बनाया गया है और इसमें अफगान लड़ाके भी शामिल हैं।
रिपोर्ट में राजस्थान के उदयपुर और महाराष्ट्र के अमरावती में हिंसक घटनाओं का जिक्र किया गया है। इन घटनाओं का जिक्र यह दिखाने के लिए किया गया है कि कैसे कट्टरपंथी समूह सक्रिय हैं, जो दंगा जैसी स्थिति पैदा कर सकते हैं।
सूत्रों ने कहा कि आईबी ने अपनी रिपोर्ट में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या का भी उल्लेख किया है। आबे को हाल ही में एक बंदूकधारी ने पीछे से एक हमला कर मार डाला था। सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को कार्यक्रमों के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यहां लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराएंगे। सूत्रों ने कहा कि रिपोर्ट में आईबी ने यह भी चेतावनी दी है कि लश्कर-ए-खालसा अफगानिस्तान और सूडान के नागरिकों पर हमला कर सकता है, जो वर्तमान में भारत में रह रहे हैं।
गांधीनगर ,04 अगस्त (आरएनएस)। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानि डीजीसीए के अनुसार गुरुवार को बड़ा हादसा होने से टल गया। उसके अनुसार गो फर्स्ट एयरलाइंस के एक यात्री विमान से पक्षी टकरा गया। इसके बाद इसे फ्लाइट को गुजरात के अहमदाबाद डायवर्ट कर दिया गया है।
यह विमान अहमदाबाद से चंडीगढ़ जा रहा था। इसकी फ्लाइट संख्या जी 8911 है। इस हादसे में अब तक किसी के हताहत होने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
इससे पहले विमानन कंपनी गो फर्स्ट की एक कार दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो के ए320नियो विमान के नीचे पहुंच गई थी, हालांकि इस दौरान वह उसके नोज़ व्हील (आगे के पहिये) से टकराने से बाल-बाल बच गई थी। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर आया था।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) हवाई अड्डे के टर्मिनल टी-2 के स्टैंड नंबर 201 पर हुई घटना की जांच करेगे। डीजीसीए के अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (आरएसएस/FJ) । राहुल गांधी के द्वारा प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा नेशनल हेराल्ड का दफ्तर सील करने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जो आरोप भाजपा पर लगाएं उसके जवाब में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा की कांग्रेस नेता कह रहे हैं याचना नहीं रण होगा। पहले कहते थे कि सत्याग्रह होगा और अब रण की बात कर रहे हैं क्योंकि अब न रण होगा न ‘रन’ होगा।
संबित पात्रा ने कहा कि आखिर कांग्रेस चाहती क्या है? क्या देश के कानून से उसे रण करने की जरूरत है? नेशनल हेराल्ड केस में बुधवार को ईडी ने यंग इंडिया लिमिटेड के दफ्तर को सील कर दिया था। इस कंपनी पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की हिस्सेदारी है।
संदीप पात्रा ने कहा कि कांग्रेस खुद को कानून से ऊपर मान रही है क्योंकि नेशनल हेराल्ड दफ्तर सील किए जाने से कांग्रेस केंद्र सरकार व भाजपा पर भड़क गई है। कांग्रेस पार्टी ने सरकार को ‘रण’ की चुनौती दी है। कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई के बाद कहा था ‘अब याचना नहीं रण होगा। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के दफ्तर पहुंचे तो ईडी की कार्रवाई रुकवाने नेशनल हेराल्ड के दफ्तर क्यों नहीं पहुंचे आखिर यह समझ नहीं आता है कि कांग्रेस यह कार्रवाई रुकवाने कोर्ट क्यों नहीं गई।
संबित पात्रा ने कहा कि वह इसीलिए नहीं गई क्योंकि वह जानती है कि कोर्ट कहेगी कि कार्रवाई नियम के अनुसार हो रही है। हम इस केस में कांग्रेस को भागने नहीं देंगे। संबित पात्रा ने राहुल गांधी से पूछा कि आप इतने साफ सुथरे थे तो वर्ष 2010 में यह क्यों नहीं बताया कि आप यंग इंडियन कंपनी के निदेशक हैं। संबित पात्रा ने कहा कि देश का कानून तो सबके लिए समान है, लेकिन कांग्रेस एक परिवार को इससे ऊपर मानती है। इस परिवार को बचाने के लिए कांग्रेस सड़क पर उतरने की तैयारी में है।