राहुल गांधी : हिटलर ने भी जीता था चुनाव, मैं भी दिखाऊंगा कैसे जीतते हैं चुनाव

*राहुल गांधी की पीएम मोदी को चुनौती*

नई दिल्ली ,05 अगस्त (आरएनएस/FJ)।  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि नाजी नेता एडोल्फ हिटलर भी चुनाव जीतते थे क्योंकि जर्मनी के सभी संस्थानों पर उनका नियंत्रण था। कहा कि अगर उन्हें पूरी संस्था का प्रभार दिया जाता है, तो वह दिखाएंगे कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने देश में मूल्य वृद्धि और महंगाई के खिलाफ देशव्यापी विरोध में भाग लेने और बाद में हिरासत में लिए जाने से पहले एआईसीसी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है।

पिछले कुछ वर्षों में देश भर में सत्तारूढ़ खेमे द्वारा जीते गए कई चुनावों के बारे में बोलते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हिटलर ने भी चुनाव जीता था, वह भी चुनाव जीतता था। जर्मनी के सभी संस्थानों पर उसका नियंत्रण था…
राहुल गांधी ने कहा कि अगर उन्हें पूरी संस्था का प्रभार दिया जाता है, तो वह दिखाएंगे कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं? उन्होंने कहा, मुझे पूरी व्यवस्था दो, फिर मैं आपको दिखाऊंगा कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं।

मोदी सरकार का सिर्फ एक ही एजेंडा

राहुल गांदी ने कहा कि मौजूदा सरकार का एकमात्र एजेंडा यह सुनिश्चित करना है कि समाज में मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और हिंसा जैसे लोगों के मुद्दों को नहीं उठाया जाना चाहिए। गांधी ने कहा कि भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है और इस देश में चार लोगों की तानाशाही है।

मैं नहीं रुकूंगा

नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रवर्तन निदेशालय और उनसे पूछताछ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, सवाल आप चाहते हैं, वहां कुछ भी नहीं है, हर कोई इसे जानता है। उन्होंने कहा, मेरा काम आरएसएस के विचार का विरोध करना है और जितना अधिक मैं इसे करूंगा, उतना ही मुझ पर हमला होगा। मैं खुश हूं, मुझ पर हमला करो।

********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version