आधी आबादी की बुनियादी सुविधाओं को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है सरकार – सीएम योगी

लखनऊ ,22 सितंबर (आरएनएस/FJ)। उत्तर प्रदेश विधानसभा की विधानसभा गुरुवार ऐतिहासिक पल की गवाह बनी। राज्य के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब सदन महिलाओं के लिए रिजर्व रखा गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने सभी महिला सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज राज्य के लिए खास दिन है।

पहली बार सदन में यह विशेष अवसर प्रदान किया गया है। योगी ने कहा कि यूपी में आधी आबादी को लेकर कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है, सरकार इन्हें हर तरह की बुनियादी सुविधाएं मुहैय्या कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सदन में नारी सम्मान का यह काम काफी पहले ही हो जाना चाहिए था।

आज तो सदन में नारी शक्ति अद्भुत नजारा देखने का हमको भी मौका मिला है। उन्होंने कहा कि हमें बेहद प्रसन्नता है कि आज सदन में सभी लोग नारी शक्ति को देख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी महिला जनप्रतिनिधियों को मेरी बधाई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में महिला-पुरुष दोनों को समान अधिकार हैं। हम सभी को पता है कि मातृ शक्ति से सब कुछ संभव है। देश की आजादी के बाद महिलाओं के हक में काम हुए। झांसी की रानी पर पूरा उत्तर प्रदेश गर्व करता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी मातृशक्ति पर कई कार्यक्रम चला रही है।

हमारी सरकार ने भी महिला सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार भी महिला के प्रति होने वाले अपराध को लेकर बेहद ही गंभीर है। इसके साथ ही सर्व शिक्षा अभियान में भी बालिकाओं को अधिक संख्या में स्कूल भेजने पर जोर दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कुल कुल 1584 थाने हैं, जिनमें महिला डेस्क हैं। इसी के साथ महिला बीट की भी स्थापना की गई है। इतना ही नहीं, 3195 एंटी रोमियो स्क्वॉड भी तैयार किए गए हैं। इसके अलावा, राज्य आजीविका मिशन में 66 लाख महिलाओं को जोड़ा गया है। साथ ही, 45 लाख परिवारों को आवास दिया गया है।

मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत की गई, जिसके तहत 13 लाख 67 हजार बेटियों को लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की मदद से 181686 जोड़ों को सरकार ने सहयोग प्रदान किया। हर घर शौचालय योजना के तहत प्रदेश में 2 करोड़ 61 लाख परिवारों के घरों में शौचालय आया, जिससे महिलाओं का सम्मान बढ़ा।

योगी ने कहा कि हमने ये देखा है कि सदन में पुरुष नेताओं की बातों के पीछे कहीं महिला सदस्यों की आवाज दब जाती है। मगर आज सदन की कार्यवाही में महिला सदस्यों की बातें सुनकर उन्हें अपनी गलती का एहसास हो जाए तो घर की महिलाओं से माफी मांग सकते हैं। योगी के इतना कहते ही सभी सदस्य हंसने लगे।

योगी ने कहा कि भारत में महिला मताधिकार कई देशों के मुकाबले बहुत पहले दे दिया था। भारत जिस वैवाहिक परम्परा को अपनाया वह वैवाहिक सूत्र एक महिला ने रचा। शकुंतला, दमयन्ती, अनसूया, सीता, रुक्मिणी, द्रौपदी, अहिल्या, गार्गी, अपाला से लेकर रानी लक्ष्मीबाई जैसी महिलाओं ने गौरान्वित किया है।

उन्होंने सभी महिला विधायकों से अपील की है कि समस्याओं के बारे में खुलकर बोलें। सकारात्मक चर्चा करें। उनके सुझाव नोट किए जाएंगे और सरकार उनको लेकर कदम उठाएगी। सभी मुद्दों पर महिलाएं सकारात्मक सुझाव दें तो सरकार को मदद मिलेगी और प्रदेश के लिए अच्छा काम हो सकेगा।

योगी ने यह भी सुझाव दिया कि आज किसी महिला को ही पीठासीन अधिकारी के रूप में बैठना चाहिए। आज सदन में महिलाओं को नियमों में न बांधा जाए। साथ ही उन्हें बोलने के लिए पूरा समय दिया जाए।

समय का प्रतिबंध भी न लगे।

मुख्यमंत्री योगी के संबोधन के बाद विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने ऐलान किया कि न केवल महिला विधायकों, बल्कि सभी विधायकों के लिए आज स्पेशल लंच का आयोजन किया गया है।

यह सुझाव मुख्यमंत्री योगी ने दिया था, जिसको लेकर अध्यक्ष ने अनुमति दी है। इसके अलावा, सभी विधायकों को आज विधानसभा सत्र के बाद टैबलेट भी दिया जाएगा।

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महिला उत्पीडऩ के खिलाफ एक साथ आवाज उठाए सरकार और विपक्ष : अखिलेश

लखनऊ ,22 सितंबर (आरएनएस/FJ)। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने महिलाओं के उत्पीडऩ को लेकर सरकार को साथ लेकर चलने का भरोसा दिलाया है और साथ ही उन्होंने सरकार को आश्वस्त किया कि महिला उत्पीडऩ के मुद्दे पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आवाज उठाएं।

उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के चौथे दिन को गुरुवार को महिला सदस्यों को समर्पित किया गया। मानसून सत्र के चौथे दिन विधानसभा को नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के इतने मुद्दे हैं कि एक दिन काफी नहीं है।

दलगत राजनीति से ऊपर मैं कहना चाहता हूं कि अखबारों को पढ़कर हैरान होता हूं। कितने कठोर कानून पास हुए हैं। फिर भी अपराध के आंकड़े बढ़ रहे हैं। उनकी पढ़ाई, उनकी सुरक्षा और उन्हें आत्मविश्वास दिलाने के लिए हमें मिलकर काम करने होंगे। महिलाओं के लिए पक्ष और विपक्ष दोनों को साथ में काम करना होगा।

अखिलेश ने यूपी की नारी शक्ति की सराहना की। कहा कि आने वाले समय में उम्मीद है कि सभी दल ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को मौका दे। सरकार में अहम पदों पर मंत्री महिलाओं को बनाया जाना चाहिए। अखिलेश यादव ने राम मनोहर लोहिया की कुछ पंक्तियों को याद किया और कहा कि महिलाओं के लिए बहुत मुद्दे हैं। इसे दिन में नहीं बांधा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में भी घटनाएं हुईं थीं। आज भी हो रहीं हैं। सरकार और विपक्ष को इस पर सोचने की जरूरत है। समाज में सुधार आया है। सब मिलकर काम करेंगे तो बदलाव जरूर आएगा।

अखिलेश ने कहा कि यूपी में सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाए और सरकारी नौकरियों में 33 फीसदी आरक्षण दिया जाए। लड़कियों की पढ़ाई मुफ्त की जाए। जब हम चर्चा कर रहे हैं तो हमें इस दिशा में सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में सबसे ज्यादा लैपटॉप का वितरण किया गया था। महिलाओं के लिए सरकार हर सुविधा प्रदान करे।

नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने बताया कि जिस समय नेता जी (मुलायम सिंह यादव) की सरकार थी, उस समय पढ़ाई मुफ्त कर दी गई थी। आज जब सदन में महिलाओं की समस्याओं पर चर्चा हो रही है, तो उन्होंने सुझाव दिया कि लड़कियों की पढ़ाई को फिर से मुफ्त कर देना चाहिए।

उनका यह भी सुझाव है कि पुलिस बल में महिलाओं के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाए। साथ ही उन्हें 33 फीसद आरक्षण दिया जाए। इसके अलावा, आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम तहसील स्तर पर सभी स्कूल और संस्थाओं में नियमित अंतराल पर शुरू किए जाए।

महिलाओं के खिलाफ हो रहे क्राइम जब पुलिस में रिपोर्ट हों, तो रिस्पॉन्स टाइम कम से कम हो, ताकि बहनें और बेटियां सेफ महसूस कर सकें।

उन्होंने सुझाव भी दिया कि उनके शासनकाल में शुरू की गई विमेन पावरलाइन 1090 को दोबारा सही तरीके से शुरू किया जाए और नई तकनीकों से जोड़ा जाए। इसमें ईमेल और ऑनलाइन भी शिकायत करने की सुविधा हो। इसके अलावा, पुलिस अधिकारियों में जेंडर सेंस्टिविटी बढ़े।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुलायम सरकार के समय शुरू हुई कन्या विद्याधन योजना को भी शुरू किया जाए। इससे बेटियों के माता-पिता उन्हें पढऩे के लिए आगे भेजेंगे। इतना ही नहीं, अखिलेश यादव ने कहा कि आज महिलाओं के लिए विशेष सदन रखा गया है। इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष को धन्यवाद देते हैं।

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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मदरसे में पहुंचे

*बच्चों का जाना हाल, पूछे कई सवाल*

नई दिल्ली ,22 सितंबर (आरएनएस/FJ)। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत नें गुरुवार को दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित मस्जिद पहुंचने के बाद सुबह 10.00 बजे पुरानी दिल्ली स्थित मदरसा ताज्वीदुल कुरान पहुंचे और मदरसों के बच्चों से मुलाकात की और उनका हालचाल जानने के साथ ही एक नसीहत भी दी।

भागवत नें बच्चों से कहा कि, आपके ऊपर देश की जिम्मेदारी है, इसलिए पढ़ लिखकर देश के लिए काम करना है। इसके अलावा उन्होंने बच्चों से कुछ सामान्य सवाल भी पूछे।

मदरसे के डायरेक्टर महमूदुल हसन नें बताया कि, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सुबह करीब 10.00 बजे मदरसे में पहुंचे। वह मदरसे के अंदर करीब एक घंटा रहे और बच्चों के अलावा टीचर से भी मुलाकात की।

मदरसे में मौजूद बच्चों को उन्होंने नसीहत दी कि आपके ऊपर देश की जिम्मेदारी है, आपको पढ़ लिखकर देश के लिए काम करना है।

इस दौरान उन्होंने बच्चों से मुलाकात की, मदरसों के बारे में भी जाना और बच्चों से कुछ सवाल भी पूछे। इन सवालों में पहला सवाल था कि देश में कितने राज्य हैं? उत्तर में कितने राज्य और पश्चिम में कितने राज्य हैं? इसके साथ ही उन्होंने मदरसे की पढ़ाई के बारे में जाना, किस तरह पढ़ाई होती है, इस मदरसे में कितनी बच्चे आते हैं और कितनी कक्षाएं चलती हैं आदि के बारे में पूछा।

आपको बता दें कि, मुस्लिम समाज से लगातार संपर्क बढ़ाने के अभियान में जुटे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले महीने एक अगस्त को भी अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख डॉ इमाम उमैर अहमद इलियासी के साथ मुलाकात की थी।

हाल ही में भागवत ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के एक समूह से भी मुलाकात कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की थी। भागवत से पिछले महीने 22 अगस्त को दिल्ली में मुलाकात करने वाले मुस्लिम बुद्धिजीवियों के उस समूह में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस. वाई. कुरैशी, दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग , अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) जमीरुद्दीन शाह, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दकी और उद्योगपत्ति एवं समाजसेवी सईद शेरवानी शामिल थे।

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भारत की सबसे युवा महिला 37 साल की उम्र में बनी 4700 करोड़ की मालिक

मुंबई 22 Sep. (Rns/FJ)- नेहा नारखेड़े ने महज 37 साल की उम्र में करोड़पति बनने का मुकाम हासिल कर लिया है। उन्होंने IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 में जगह बनाई है।

अमीरों की इस लिस्ट में वह सबसे युवा सेल्फ मेड वुमन आंत्रप्रेन्योर हैं। नेहा की शुरुआती पढ़ाई पुणे में ही हुई। हालांकि बाद में वह कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने के लिए अमेरिका चली गई थीं।

नेहा ने जॉर्जिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की। वह ‘कंफ्लुएंट’ की सह संस्थापक हैं। इसके अलावा आपाचे काफ्का जो कि एक ओपन सोर्स मेसेजिंग सिस्टम है, को डिवेलप करने में उनकी बड़ी भूमिका रही है।

इस समय वह कई तकनीकी कंपनियों में सलाहकार और निवेशक के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। हारुन इंडिया रिच लिस्ट में नेहा नारखेड़े को 336वां स्थान मिला है। उनकी अनुमानित संपत्ति 4700 करोड़ रुपये की है।

लिंक्डइन और ओरैकल में भी कर चुकी हैं काम

अपनी कंपनी शुरू करने से पहले नेहा लिंक्डइन और ओरैकल के लिए काम कर चुकी हैं। वह अपाचे काफ्का सॉफ्टवेयर बनाने वाली टीम का हिस्सा थीं। उन्होंने 2014 में अपनी खुद की कंपनी शुरू की।

15 साल पहले वह अमेरिका चली गई थीं और वहीं से मास्टर्स की डिग्री ली। उन्होंने अपना ग्रैजुएशन पुणे विश्वविद्यालय से ही किया था।

फोर्ब्स की अमीर सेल्फ मेड महिलाओं की लिस्ट में भी नेहा ने 57वां स्थान हासिल किया था। 2018 में फोर्ब्स ने टेक से जुड़ी महिलाओं की लिस्ट में नेहा नारखेड़े का नाम शामिल किया था।

हुरुन इंडिया के मुताबिक लिस्ट में 1000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति वाले कुल 1103 लोगों को शामिल किया गया था। पिछले साल के मुकाबले इस बार इस लिस्ट में 96 लोग बढ़ गए हैं।

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बिहार में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी

*होगी एडीज मच्छर के लार्वा की जांच*

पटना ,22 सितंबर (आरएनएस/FJ)। बिहार में डेंगू के मरीजों में हो रही वृद्धि के बाद अब स्वास्थ्य विभाग सजग हुआ है। पटना में डेंगू मरीजों की संख्या 500 के करीब पहुंच गई है।

इधर, डेंगू और चिकनगुनिया के प्रभावी रोकथाम के लिए अति प्रभावित जिला पटना में 360 दिनों तक एडीजी मच्छर लार्वा की जांच करने का निर्णय लिया गया है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के मुताबिक, बुधवार को तीन सरकारी अस्पतालों में हुई जांच में डेंगू के 57 नये मरीज मिले हैं। सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक जिले मे इस सीजन में अब तक डेंगू मरीजों की संख्या 493 हो गयी है।

पटना जिले में बीते 10 दिनों के अंदर डेंगू के मामले बढ़ कर ढाई गुना से अधिक हो गये हैं। सिविल सर्जन कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 10 दिन पहले 11 सितंबर तक डेंगू के 189 मरीज मिले थे, वहीं यह संख्या बढ़ कर 21 सितंबर को 493 हो गयी।

इनमें अधिकतर मरीजों का इलाज पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच और पटना एम्स में चल रहा है, जबकि बाकी मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं।

इधर, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम अब डेंगू और चिकनगुनिया के प्रभावी रोकथाम के लिए अति प्रभावित जिला पटना में 360 दिनों तक एडीजी मच्छर लार्वा की जांच करने का निर्णय लिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि कम प्रभावित जिलों में 120 कार्य दिवस के रूप में उक्त जांच अभियान चलाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि डेंगू बीमारी रोकने के लिए राज्य के प्रभावित सभी जिलों में घर-घर जाकर एडीज मच्छर के लार्वा की खोजकर उसे समाप्त किया जाएगा।

पटना के सिविल सर्जन डॉ के के राय ने बताया कि जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अनुमंडलीय अस्पतालों में प्रभारी चिकित्सकों को डेंगू के प्रति अलर्ट कर दिया गया है।

डॉक्टरों को आदेश जारी कर दिया गया है कि किसी भी मरीज में अगर हल्के भी लक्षण मिलते हैं, तो उसको डेंगू का टेस्ट कराएं।

स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू से संबंधित दवाएं उपलब्ध करा दी गयी हैं। इस बीच, अन्य जिलों में भी डेंगू पांव पसारने लगा है। नालंदा जिले में डेंगू के 300 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं।

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बंगाल सरकार को हाईकोर्ट का झटका

*डीए भुगतान फैसले पर पुनर्विचार से इनकार*

कोलकाता ,22 सितंबर (आरएनएस/FJ)। पश्चिम बंगाल सरकार को एक बड़ा झटका देते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ ने पुराने फैसले पर पुनर्विचार करने की समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें राज्य सरकार को तीन महीने के भीतर कर्मचारियों को लंबित महंगाई भत्ता (डीए) बकाया राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया गया था।

20 मई को, कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति हरीश टंडन और न्यायमूर्ति रवींद्रनाथ सामंत की खंडपीठ ने राज्य सरकार को अगले तीन महीनों के भीतर राज्य सरकार के कर्मचारियों को लंबित डीए बकाया राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया।

हालांकि, राज्य सरकार ने फैसले पर पुनर्विचार करने की याचिका के साथ उसी पीठ में एक समीक्षा याचिका दायर की।
गुरुवार की सुबह इसी खंडपीठ ने पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया और 22 मई को इस मामले में अपने पहले के आदेश को बरकरार रखा।

इस बीच, इस मामले में मूल याचिकाकर्ता ने राज्य सरकार के खिलाफ कलकत्ता हाईकोर्ट में अदालत की अवमानना याचिका दायर की है। कोर्ट की अवमानना याचिका पर अगली सुनवाई 9 नवंबर को होगी।

संघ के अध्यक्ष श्यामल कुमार मित्रा ने कहा, 20 मई को पहले आदेश के बाद, हमने राज्य सरकार को हमारे साथ सहयोग करने और अदालत के निर्देश के अनुसार, लंबित डीए बकाया राशि का भुगतान करने के लिए एक पत्र लिखा।

हालांकि, राज्य सरकार ने हमारे आह्वान को अनसुना कर दिया। इसलिए अब हम अपनी मांगों के समर्थन में राज्य सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे।

2016 में राज्य सरकार के कर्मचारियों ने एसएटी में एक याचिका दायर कर पांचवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार 32 प्रतिशत महंगाई भत्ते की मांग की थी। यह याचिका कन्फेडरेशन ऑफ स्टेट गवर्नमेंट एंप्लॉयीज की ओर से दायर की गई।

लंबी कानूनी लड़ाई के बाद, एसएटी ने जुलाई 2020 में, राज्य सरकार को अपने कर्मचारियों को केंद्र सरकार में उनके समकक्षों के बराबर महंगाई भत्ते का भुगतान करने का निर्देश दिया था।

राज्य सरकार ने उस आदेश को कलकत्ता उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।

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भारत और ऑस्ट्रेलिया मैच से पहले हैदराबाद में बवाल

*पुलिस ने चलाए डंडे, एक फैन की मौत और 7 जख्मी*

नई दिल्ली ,22 सितंबर (आरएनएस/FJ)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नागपुर में 3 मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जाएगा, मगर इस मुकाबले से पहले जमकर बवाल मच गया है।

एक फैन की मौत हो गई है, जबकि 7 जख्मी हो गए हैं। मामला हैदराबाद का है, जहां सीरीज का तीसरा और फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।

इस मैच के लिए फैंस काफी उत्साहित हैं। उनके उत्साह का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि मुकाबले के टिकट खरीदने के लिए उन्होंने जिमखाना ग्राउंड के बाहर सुबह 3 बजे से ही लाइन लगानी शुरू कर दी।

करीब 20 हजार फैंस टिकट खरीदने पहुंच गए थे। भीड़ इतनी बढ़ गई कि लोग बेकाबू हो गए और पुलिस को लाठियां तक चलानी पड़ गई, जिससे भगदड़ मच गई और इसमें एक महिला की मौत हो गई है। 7 लोग जख्मी भी हो गए हैं, जिसमें 4 महिलाएं, 3 पुरुष और 1 पुलिस कर्मी भी हैं।

दरअसल हैदराबाद के फैंस लंबे समय से इंटरनेशनल मैच का इंतजार कर रहे हैं और उनका 3 साल का इंतजार 25 सितंबर को खत्म होने वाला है।

विराट कोहली, रोहित शर्मा, केएल राहुल सहित अपने स्टार्स को देखने के लिए फैंस बेसब्र हैं। हैदराबाद में पिछला इंटरनेशनल मुकाबला दिसंबर 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था।

हैदराबाद ने टी20 मैच की मेजबानी की थी। इसके बाद से वहां कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेला गया।

फैंस का 3 साल का इंतजार अब खत्म होने वाला है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही 3 टी20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला मोहाली में खेला गया था, जहां भारत को 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।

दोनों के बीच दूसरा मुकाबला 23 सितंबर को नागपुर में खेला जाएगा। मगर इस मुकाबले से पहले घटी इस घटना ने खेल जगत को दुखी जरूर कर दिया है।

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हिजाब विवाद पर सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई पूरी

*10 दिन चली बहस के बाद कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला*

नई दिल्ली ,22 सितंबर (आरएनएस/FJ)। कर्नाटक के हिजाब मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज गुरुवार को लंबी सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। देश की सबसे बड़ी अदालत में यह सुनवाई 10 दिनों तक चली।

कोर्ट अब अपने फैसले में तय करेगा कि कर्नाटक हाई कोर्ट की ओर से हिजाब की पाबंदी को लेकर दिया गया फैसला सही है या फिर नहीं। सुनवाई के दौरान कल कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से अपनी दलीलें जल्द से जल्द खत्म करने को कहा था।

सुप्रीम कोर्ट में 10 दिन चली सुनवाई के बाद जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस सुधांशु धूलिया की पीठ ने हिजाब विवाद पर सुनवाई पूरी करने का ऐलान करने के साथ ही फैसला सुरक्षित रख लिया।

साथ ही पीठ ने यह भी कहा कि अब भी जिनको लिखित दलीलें देनी हो दे सकते हैं। बहस का अंत संजय हेगड़े ने एक शेर के साथ किया। उन्होंने कहा, ‘उन्हें है शौक तुम्हें बेपर्दा देखने का, तुम्हें शर्म आती हो तो अपनी आंखों पर हथेलियां रख लो।’

इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने हिजाब प्रतिबंध विवाद में कल बुधवार को याचिकाकर्ताओं से कल एक घंटे के भीतर अपनी दलीलें खत्म करने की सलाह देते हुए कहा कि वह अपना धैर्य खो रहा है।

नौवें दिन मामले की सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने कहा कि वह याचिकाकर्ताओं के वकीलों को गुरुवार को अपनी दलीलें समाप्त करने के लिए सिर्फ एक घंटे का समय देगी।

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ज्ञानवापी मामला में मुस्लिम पक्ष को एक और झटका

*कोर्ट ने खारिज की याचिका: अगली तारीख 29 सितंबर*

वाराणसी 22 Sep. (Rns/FJ): वाराणसी की अदालत ने गुरुवार को ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी विवाद मामले में सुनवाई से पहले 8 सप्ताह का समय देने की मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी।

मामले की अगली सुनवाई 29 सितंबर को तय की गई है। अदालत ने मुस्लिम पक्ष को नोटिस भी जारी किया और हिंदू पक्ष की ओर से 29 सितंबर तक ‘शिवलिंग’ की कार्बन डेटिंग की अर्जी पर आपत्ति दर्ज कराने को कहा।

हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि, वे शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग के लिए एक आवेदन दाखिल कर रहे हैं।

जैन ने कहा, हम कार्बन डेटिंग की मांग कर रहे हैं। मुस्लिम पक्ष कहता है कि यह एक फव्वारा है, हम कहते हैं कि यह एक शिवलिंग है।

एक स्वतंत्र जांच के जरिए इसका पता लगाना चाहिए। उन्होंने कहा, अदालत ने कार्बन डेटिंग के लिए हमारे आवेदन पर एक नोटिस जारी किया और मुस्लिम पक्ष से आपत्ति की मांग की, 29 सितंबर को इस पर आगे की कार्यवाही होगी।

आज अदालत ने अगली सुनवाई के लिए मस्जिद समिति द्वारा मांगे गए 8 सप्ताह के समय को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने आगे हिंदू पक्ष से 16 अभियोजकों को हटाने पर आपत्ति जताई।

मामले को 29 सितंबर को अगली सुनवाई के दौरान लाया जाना तय है।

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यूपी : खराब गुणवत्ता वाले भोजन का मुद्दा उठाने वाले पुलिस कांस्टेबल का तबादला

फिरोजाबाद 22 Sep. (Rns/FJ) : उत्तर प्रदेश में घटिया भोजन का मुद्दा उठाने वाले यूपी पुलिस कांस्टेबल का गाजीपुर जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है, जो फिरोजाबाद से 600 किलोमीटर दूर है। इस कार्रवाई को सजा के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले, 26 वर्षीय कांस्टेबल मनोज कुमार को ‘लंबी छुट्टी’ पर भेजा गया था। दरअसल, मनोज कुमार का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने पुलिस लाइन से मिलने वाले खाने पर सवाल खड़े करते हुए भोजन की थाली लेकर हाईवे पर प्रदर्शन किया था।

वीडियो में वह यह कहते हुए सुनाई दिए कि पुलिसकर्मियों को 12 घंटे की ड्यूटी के बाद घटिया खाना परोसा जा रहा है। उन्होंने कहा, “कुत्ता भी इसे नहीं खायेगा। अगर हमारे पेट में कुछ नहीं जाएगा, तो हम कैसे काम करेंगे?”

अलीगढ़ जिले के निवासी मनोज कुमार ने कहा, “मेरे परिवार में दो छोटे भाई और एक कुंवारी बहन समेत कुल छह सदस्य हैं। मेरे माता-पिता बूढ़े हैं और उनका इलाज चल रहा है। उनसे 600 किलोमीटर से अधिक दूर ड्यूटी पर रहकर उनकी देखभाल करना मेरे लिए बहुत मुश्किल होगा। मैं अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला सदस्य हूं।”

कुमार के एक मित्र, जो पुलिस बल में भी हैं, उन्होंने कहा, “यह देखना निराशाजनक है कि उनके जैसे ईमानदार व्यक्ति को एक वास्तविक मुद्दे को उठाने के लिए सजा दी जा रही है। वह विनम्र इंसान है। उनके दो भाई दिहाड़ी मजदूर का काम करते हैं। मनोज ने अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए बाल मजदूर के रूप में भी काम किया था।”

वीडियो वायरल होने के बाद, फिरोजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मेस में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए सर्कल अधिकारियों के लिए एक रोस्टर जारी किया। इसी तरह के आदेश अन्य जिलों में भी जारी किए गए।

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लश्कर-ए-तैयबा का हाईब्रिड आतंकवादी सहित दो गिरफ्तार

श्रीनगर 22 Sep. (Rns/FJ): जम्मू कश्मीर के उपजिला सोपोर में सुरक्षा बलों ने लश्कर ए तैयबा के हाईबिड आतंकवादी और एक ओवरग्राउंड कार्यकर्ता (ओजीडब्ल्यू) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस ने कहा कि इन दोनों को तलाशी अभियान के दौरान गिरफ्तार किया गया था। सोपोर पुलिस ने सेना की 22 राष्ट्रीय राइफल्स, 179 बटालियन सीआरपीएफ और मार्कोस के साथ बोटिंगू गांव में लश्कर के आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में एक विश्वसनीय जानकारी के आधार पर सोपोर में तलाशी अभियान शुरू किया था।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि तलाशी के दौरान दो व्यक्ति संदिग्ध स्थिति में घूमते पाए गए। पूछताछ में इन्होंने अपना नाम इम्तियाज अहमद गनई और वसीम अहमद लोन और बोटिंगू निवासी बताया। तलाशी लेने पर इम्तियाज गनई के कब्जे से एक पिस्तौल, एक मैगजीन, आठ पिस्टल राउंड और वसीम लोन के कब्जे से एक चीनी हथगोला बरामद किया गया।

प्रारंभिक पूछताछ के दौरान दोनों ने खुलासा किया कि वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर के लिए हाइब्रिड आतंकवादी और ओजीडब्ल्यू के रूप में काम कर रहे थे और सोपोर क्षेत्र और उसके आसपास सुरक्षा बलों और नागरिकों पर हमला करने की योजना बना रहे थे।

पुलिस स्टेशन सोपोर में इस बारे में मामला दर्ज किया गया है।

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लखनऊ : दुर्गा पूजा पंडाल में राम मंदिर का दिखेगा प्रतिरूप

लखनऊ 22 Sep. (Rns/FJ) : उत्तर प्रदेश में लखनऊ में एक दुर्गा पूजा पंडाल अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर का प्रतिरूप होगा। कोलकाता स्थित एक पंडाल निर्माता शहर के मॉडल हाउस क्षेत्र में राम मंदिर का प्रतिरूप बनाएगा।

मित्रो संघो दुर्गा पूजा समिति के संयोजक विनोद तिवारी ‘दालू’ ने कहा, “अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के प्रचार के रूप में हमने सोचा कि एक पंडाल लगाना उचित होगा, जो बिल्कुल मंदिर जैसा हो। हमें विश्वास है कि हमारा यह प्रयास बहुत से लोगों का ध्यान आकर्षित करेगी।”

उन्होंने कहा कि पंडाल 80 फीट ऊंचा होगा। इसे बनाने में करीब 3,000 बांस, 3,500 मीटर कपड़ा, 150 किलो लोहे की कील, थर्माकोल के 2,000 टुकड़े और 150 लीटर पेंट का इस्तेमाल किया जाएगा।

पूजा समिति के महासचिव नितेश तिवारी ने कहा, “पश्चिम बंगाल के 75 मजदूर 30 सितंबर तक काम खत्म करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। काम अगस्त में शुरू हुआ था।”

कोलकाता फ्लावर आर्ट के आसिम मत्या का भी पंडाल में खास योगदान है। वह जानकीपुरम में एक विशाल पंडाल भी बना रहे हैं, जो वृंदावन के प्रस्तावित सबसे ऊंचे मंदिर का प्रतिरूप है।

1975 में स्थापित, मॉडल हाउस की मित्र संघ दुर्गा पूजा समिति ने पश्चिम बंगाल की महिलाओं को पारंपरिक बंगाली ड्रम ‘ढाक’ बजाने के लिए बुलाया है।

तिवारी ने कहा, “आम तौर पर पुरुष ही ढाक बजाते हैं। लेकिन इस साल हमने इस उद्देश्य के लिए महिलाओं को भी शामिल किया है। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना से तीन पुरुष और तीन महिलाओं को बुलाया गया है।”

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गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और पुलिस संगठनों के सदस्यों को दिए जाने वाले 3 पुरस्कार बंद किए

नई दिल्ली 22 Sep. (Rns/FJ) : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों और पुलिस संगठनों के सदस्यों को आंतरिक सुरक्षा के मामले में अच्छा प्रदर्शन करने और सेवा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिए जाने वाले तीन पुरस्कारों को बंद कर दिया है। इनमें पुलिस आंतरिक सुरक्षा सेवा पदक, उत्कृष्ट सेवा पदक और अति उत्कृष्ट सेवा पदक शामिल हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2 अधिसूचना जारी की। पहली अधिसूचना में कहा गया है कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, केंद्रीय पुलिस संगठनों, राज्य, संघ राज्य क्षेत्र पुलिस बलों और सुरक्षा संगठनों के सदस्यों के लिए गृह मंत्रालय के द्वारा स्थापित किए गए ‘पुलिस आंतरिक सुरक्षा सेवा पदक’ जम्मू-कश्मीर राज्य, वामपंथी उग्रवाद क्षेत्र और पूर्वोत्तर क्षेत्र को 1 जनवरी 2023 से बंद कर दिया गया है।

वहीं दूसरी अधिसूचना में बताया गया है कि गृह मंत्रालय द्वारा स्थापित किए गए ‘उत्कृष्ट सेवा पदक’ तथा ‘अति उत्कृष्ट सेवा पदक’ तत्काल प्रभाव से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, केंद्रीय पुलिस संगठनों, असम राइफल्स, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, केंद्र सरकार और सीएपीएफ के खुफिया संगठनों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।

जानकारी के मुताबिक ये तीनों पुरस्कार इसलिए बंद किए गए हैं, ताकि इन्हें प्रदान करने की प्रणाली में सुधार किया जा सके। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दो अधिसूचना जारी कर इन पुरस्कारों को बंद किए जाने की घोषणा की है।

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पीएफआई पर मध्यप्रदेश में भी छापामार कार्रवाई: गृह मंत्री (मध्यप्रदेश)

इंदौर 22 Sep. (Rns/FJ): मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर आज देश भर के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी हुई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की कार्रवाई के संबंध में कहा कि स्थानीय पुलिस के सहयोग से कार्रवाई हुई है और इस राष्ट्रव्यापी संगठन पर सामूहिक तौर पर कार्रवाई की जा रही है।

डॉ मिश्रा ने इस बारे में यहां संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि संगठन पर छापामार कार्रवाई हुई है। हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी देने से इंकार करते हुए कहा कि एनआईए स्वयं इस बारे में जानकारी देगी। उन्होंने कहा कि ये विषय बेहद गंभीर है।

राज्य सरकार द्वारा इस संगठन पर प्रतिबंध से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि चूंकि ये राष्ट्रव्यापी संगठन है। ऐसे में इस पर राष्ट्रीय स्तर पर ही विचार चल रहा है। पीएफआई पर राज्य में इंदौर, उज्जैन के साथ खंडवा, रतलाम और बुरहानपुर में भी कार्रवाई की सूचना है।

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पीएफआई ठिकानों पर NIA रेड को लेकर अम‍ित शाह ने बुलाई हाई लेवल मीट‍िंग

नई दिल्ली 22 Sep. (Rns/FJ) : देशभर में टेरर फंडिंग और कैंप चलाने के मामले में पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ बड़ा अभ‍ियान चलाया गया है। एनआईए और ईडी ने केरल, तमिलनाडु और यूपी समेत देश के 10 राज्यों में एनआईए और ईडी की टीम ने पीएफआई के स्टेट से लेकर जिला स्तर के नेताओं के घरों पर छापेमारी की है और उसके करीब 100 से अधिक कैडर को गिरफ्तार किया है।

इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अम‍ित शाह अपने आवास पर अहम मीट‍िंग कर रहे हैं। मीट‍िंग में एनएसए, एनआईए महान‍िदेशक, गृह सच‍िव और अन्‍य आला अफसर मौजूद हैं।

इस बीच देखा जाए तो एनआईए और ईडी की रडार पर पीएफआई के चेयरमैन ओएमए सलाम भी हैं, जिनके घर पर आधी रात को छापेमारी की गई। केंद्र की बड़ी बैठक अभी चल रही है।

सूत्रों के हवाले से बताया है कि एनआईए और ईडी की टीम ने राज्य पुलिस के साथ मिलकर दस राज्यों में छापेमारी की और इस दौरान पीएफआई के 100 से अधिक कैडर को गिरफ्तार किया गया। एनआईए ने कोयंबटूर, कुड्डालोर, रामनाड, डिंडुगल, थेनी और थेनकासी सहित तमिलनाडु में कई स्थानों पर पीएफआई पदाधिकारियों के घरों की तलाशी ली। पुरसावक्कम में चेन्नई पीएफआई के स्टेट हेड ऑफिस में भी तलाशी ली जा रही है।

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देश का सबसे बड़ा बैंक घोटाला: 22 हजार करोड़ का बैंक फ्रॉड

*एबीजी शिपयार्ड के चेयरमैन गिरफ्तार*

नई दिल्ली ,21 सितंबर (एजेंसी)। एबीजी शिपयार्ड बैंक फ्रॉड केस में बड़ी कार्रवाई हुई है। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन यानी कि सीबीआई ने एबीजी शिपयार्ड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ऋषि अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है। अग्रवाल सहित बाकी के आरोपियों पर 28 बैंकों के कंसोर्सियम का 22,842 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है।

इस घोटाले को देश का सबसे बड़ा बैंक घोटाला बताया जा रहा है जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। एबीजी शिपयार्ड के संस्थापक और चेयरमैन ऋषि अग्रवाल को सीबीआई ने बुधवार को कथित तौर पर 22,842 करोड़ रुपये के बैंक घोटाला मामले में गिरफ्तार किया।

अग्रवाल इस कंपनी के पूर्व में चेयरमैन रहे हैं और घोटाले में उनका नाम भी सामने आया है। सीबीआई ने अग्रवाल के खिलाफ भी केस दर्ज किया था। अग्रवाल के अलावा और भी कई लोगों के खिलाफ आरोप लगा है और उन पर केस दर्ज है। आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने आपराधिक साजिश रचने, धोखा देने, आपराधिक विश्वासघात और आधिकारिक पदों के दुरुपयोग को लेकर मामले दर्ज किए हैं।

अब तक क्या हुई कार्रवाई

एबीजी शिपयार्ड बैंक घोटाला मामले में भारतीय दंड संहिता और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज किए गए हैं। आरोप में कहा गया है कि एबीजी शिपयार्ड को 28 बैंकों और वित्तीय संस्थानों के कंसोर्सियम से कर्ज लेने की इजाजत मिली थी।

यह कंसोर्सियम आईसीआईसीआई बैंक की अध्यक्षता में बनाया गया था जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी शामिल था। स्टेट बैंक ने इस कंपनी को 2468.51 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। बाद में घोटाला पकड़े जाने पर एसबीआई ने ही सीबीआई में मामला दर्ज कराया था।

जानिए पूरा मामला

अर्न्स्ट एंड यंग द्वारा किए गए एक फोरेंसिक ऑडिट से पता चला है कि 2012 और 2017 के बीच आरोपी ने एक-दूसरे के साथ मिलीभगत की और अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया, जिसमें धन का दुरुपयोग और और आपराधिक विश्वासघात शामिल है।

अधिकारियों ने कहा कि कर्ज की रकम का इस्तेमाल उस काम में नहीं किया गया जिस नाम पर कर्ज लिया गया था। जुलाई 2016 में लोन अकाउंट को गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) और 2019 में धोखाधड़ी घोषित किया गया था। तब से इस मामले की जांच चल रही है।

ईडी की जांच भी जारी

इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी अपनी जांच कर रहा है। मनी लॉन्ड्रिंग को देखते हुए जांच की जा रही है। इस साल फरवरी महीने में सीबीआई ने कंपनी के पूर्व चेयरमैन ऋषि अग्रवाल को समन किया था और कथित घोटाले के बारे में लंबी पूछताछ की थी।

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने अपनी करीब 100 सहयोगी कंपनियों में लोन के पैसे को खपाया है जिसका पता लगाने के लिए जांच तेज हो गई है। बैंकों के कंसोर्सियम को आईसीआईसीआई बैंक की अध्यक्षता में शुरू किया गया था और एबीजी शिपयार्ड को सबसे अधिक इसी बैंक ने 7089 करोड़ रुपये का लोन दिया है।

दूसरे नंबर पर आईडीबीआई बैंक है जिसने 3639 करोड़ रुपये दिए। तीसरे स्थान पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया आता है जिसका 2925 करोड़ रुपये बकाया है।

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इसरो ने भविष्य के रॉकेटों को शक्ति प्रदान करने के लिए हाइब्रिड मोटर का किया परीक्षण

चेन्नई ,21 सितंबर (आरएनएस/FJ)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक हाइब्रिड मोटर का सफलतापूर्वक परीक्षण किया जो उसके भविष्य के रॉकेटों को शक्ति प्रदान करेगी। परीक्षण मंगलवार को लिक्विड प्रोपलसन सिस्टम सेंटर (एलपीएससी) द्वारा समर्थित तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो प्रणोदन परिसर (आईपीआरसी) में किया गया था।

मोटर ने हाइड्रॉक्सिल-टर्मिनेटेड पॉलीब्यूटाडाइन (एचटीपीबी) को ईंधन के रूप में और लिक्वि ड ऑक्सीजन (एलओएक्स) को ऑक्सीडाइजर के रूप में इस्तेमाल किया। सॉलिड-सॉलिड या लिक्विड-लिक्विड कॉम्बिनेशन के विपरीत, एक हाइब्रिड मोटर सॉलिड फ्यूल और लिक्विड ऑक्सीडाइजर का उपयोग करती है।

इसरो के अनुसार, 30 केएन हाइब्रिड मोटर के समकक्ष उड़ान के परीक्षण ने 15 सेकंड की इच्छित अवधि के लिए प्रज्ज्वलन और निरंतर दहन का प्रदर्शन किया। मोटर का प्रदर्शन संतोषजनक था।

तरल पदार्थो का उपयोग थ्रॉटलिंग की सुविधा देता है और एलओएक्स की फ्लो रेट पर नियंत्रण फिर से शुरू करने की क्षमता को सक्षम बनाता है।

जबकि एचटीपीबी और एलओएक्स दोनों हरे हैं, एलओएक्स को संभालना सुरक्षित है।

हाइब्रिड मोटर स्केलेबल और स्टैकेबल है, संभावित रूप से आगामी लॉन्च वाहनों के लिए एक नई प्रणोदन प्रणाली का मार्ग प्रशस्त कर रही है।

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राडिया टेप मामले में सीबीआई को नही मिला कोई अपराध

नई दिल्ली ,21 सितंबर (आरएनएस/FJ)। बहुचर्चित राडिया टेप मामले में कोई अपराध नहीं पाया गया है। सीबीआई ने खुद बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को यह बताया है। टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने पूर्व कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया से जुड़ी लीक निजी बातचीत के खिलाफ अपने निजता के अधिकार की सुरक्षा के लिए शीर्ष अदालत का रुख किया था। सीबीआई के वकील ने न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ से कहा कि, उसने 5,800 बातचीत के टेप की जांच की, जिसमें कोई आपराधिक मामला नहीं बनता।

राडिया को केंद्रीय जांच एजेंसी ने क्लीन चिट दे दी। शीर्ष अदालत ने मामले की अगली सुनवाई अगले सप्ताह निर्धारित की है।

एक दशक से भी पहले, राडिया की उद्योगपतियों, पत्रकारों, सरकारी अधिकारियों और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अन्य लोगों के साथ फोन पर हुई बातचीत को जांच के हिस्से के रूप में लिया गया था।

टाटा ने 2011 में याचिका दायर की थी कि टेप जारी करना उनके निजता के अधिकार का उल्लंघन है।

मामले की आखिरी सुनवाई अप्रैल 2014 में हुई थी, और शीर्ष अदालत ने कई मुद्दों को स्पष्ट किया जिसमें सरकार बनाम निजता का अधिकार, मीडिया बनाम निजता का अधिकार और सूचना का अधिकार के मुद्दे शामिल थे।

टाटा ने इस बात की जांच की मांग की थी कि बातचीत के अंश किसने लीक किए थे और एक नागरिक की निजता पर इस तरह के अंधाधुंध आक्रमण से बचाव के लिए क्या तंत्र स्थापित है।

अगस्त 2017 में, शीर्ष अदालत ने एक ऐतिहासिक फैसले में कहा था कि निजता एक संवैधानिक अधिकार है। नौ न्यायाधीश अपने निष्कर्ष में एकमत थे, हालांकि उन्होंने अपने निष्कर्ष के लिए विभिन्न कारणों का हवाला दिया।

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हाईकोर्ट तक पहुंची दशहरा रैली की लड़ाई

*शिवसेना की अर्जी, बीएमसी को आदेश की मांग*

मुंबई ,21 सितंबर (आरएनएस/FJ)। शिवसेना ने बुधवार को बंबई हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की जिसमें कहा गया है कि कोर्ट बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को निर्देश दे कि शिवाजी पार्क में शिव सेना की वार्षिक दशहरा रैली के लिए परमिशन दे। शिवसेना के वकील जोएल कार्लोस के माध्यम से दायर याचिका का उल्लेख न्यायमूर्ति आरडी धानुका और न्यायमूर्ति कमल खता की खंडपीठ के समक्ष किया गया, जिन्होंने इसे गुरुवार को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
अपनी याचिका में, शिवसेना ने कहा कि वह 1966 से ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में अपनी पारंपरिक वार्षिक दशहरा रैली आयोजित कर रही है। 2020 और 2021 में कोरोना वायरस महामारी प्रतिबंधों के कारण इसे आयोजित नहीं किया जा सका। पार्टी ने प्रक्रिया के तहत इस साल 5 अक्टूबर को दशहरा रैली के लिए 26 अगस्त को बीएमसी को अनुमति के लिए आवेदन किया था। लेकिन बीएमसी ने अभी तक अनुमति नहीं दी है। इसके बाद पार्टी को हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर मजबूर होना पड़ा।

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पांचजन्य के पत्रकार को सिर तन से जुदा की धमकी

*पुलिस ने आरोपी को पकड़ा*

गाजियाबाद 21 Sep. (आरएनएस/FJ)। RSS की पत्रिका पांचजन्य से जुड़े एक पत्रकार निशांत आजाद को सिर तन से जुदा की धमकी कुछ दिनों पहले मिली थी। अब पुलिस ने इस मामले में अहम खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस ने बताया है कि 12 सितंबर को निशांत आजाद को जान से मारने की धमकी मिली थी। इनकी शिकायत पर थाना इंदिरापुरम में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। तभी से हमारी सभी टीमें जांच कर रही थी। अब पुलिस ने धमकी देने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया है।

निशांत ने अपनी शिकायत में कहा था कि Whatssapp पर मैसेज और कॉल के जरिए उन्हें धमकी दी गई थी कि वह रिपोर्टिंग करना बंद कर दें। अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें और उनके परिवार को जान से मार दिया जाएगा। 13 सितंबर को निशांत ने पुलिस में ये तहरीर दी थी कि एक वर्चुअल नंबर से उन्हें ‘सर तन से जुदा’ की धमकी दी गई है। उस वॉट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। चैट में उर्दू भाषा में कुछ लिखा गया था। इसपर निशांत ने भेजने वाले की पहचान पूछी थी। जिसके बाद सामने से जवाब आया, ‘इस्लाम के ख़िलाफ़ प्रॉपगैंडा मत करो, इसकी क़ीमत चुकानी पड़ेगी।’ निशांत ने फिर से पहचान ज़ाहिर करने को कहा थ। इसके बाद आरोपी ने लिखा, ‘गुस्ताख़-ए-नबी की एक ही सज़ा, सर तन से जुदा! सर तन से जुदा!’

अब इस पूरे मामले का पुलिस ने पर्दाफाश करने के दावा किया है। SP सिटी, गाजियाबाद, ज्ञानेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि आरोपी निशांत आजाद को करीब 2.5 साल से जानता था। निशांत और आरोपी के बीच करीब 2.5 लाख रुपये का लेन-देन था और निशांत अपना पैसा मांग रहे थे। उधार के पैसों से ध्यान भटकाने के लिए आरोपी ने ऐसा किया था। बहरहाल अब पुलिस इस मामले में पकड़े गये आरोपी पर कानूनी कार्रवाई करने में जुटी है।
डॉक्टर की कहानी झुठी निकली थी

याद दिला दें कि कुछ ही दिनों पहले गाजियाबाद के ही एक चिकित्सक अरविंद वत्स अकेला ने भी दावा किया था कि उन्हें फोन पर सर तन से जुदा की धमकी मिली है। इस मामले में उन्होंने केस भी दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस द्वारा मामले की जांच-पड़ताल में यह पता चला था कि डॉक्टर ने लोकप्रियता पाने के लिए अपने एक परिचित से ऐसा कॉल करवाया था। चिकित्सक अपने ही जाल में फंस गया था। इस मामले में पुलिस ने चिकित्सक पर कार्रवाई की बात भी कही थी।

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कौन होगा अगला कांग्रेस अध्यक्ष?

*शशि थरूर ने तेज की तैयारी, अशोक गहलोत पहुंचेंगे दिल्ली*

नई दिल्ली 21 Sep. (Rns/FJ): कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर अशोक गहलोत और शशि थरूर का नाम आगे चल रहा है। दोनों जल्द ही चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भी भर सकते हैं। इस बीच शशि थरूर चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। हालांकि, पार्टी अभी भी राहुल गांधी को मानने की पूरी कोशिश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर शशि थरूर ने तैयारी शुरू कर दी है। वह पीसीसी डेलीगेट (वोटर) को कॉल कर अपना प्रस्तावक बनने की अपील भी कर रहे हैं।

दरअसल अध्यक्ष की उम्मीदवारी के लिए 10 प्रस्तावक होने चाहिए जो पीसीसी डेलीगेट होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस का कोई भी साधारण सदस्य लड़ सकता है। बस उसे दस पीसीसी मेंबर का समर्थन चाहिए। दस प्रस्तावकों के साथ कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना दावा ठोक सकता है। बस उसे फिजिकली नामांकन के लिए मौजूद रहना होगा। देश भर में कांग्रेस पार्टी ने संगठनात्मक चुनाव के जरिए 9 हजार पीसीसी डेलीगेट बनाए। ये ही कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव होने की स्थिति में वोट डालेंगे।

इससे पहले अशोक गहलोत ने मंगलवार रात विधायकों के साथ बड़ी बैठक की थी। इस बैठक में गहलोत ने साफ कर दिया कि वह राहुल को मनाने की आखिरी कोशिश करेंगे, अगर वह नहीं राजी हुए तो फिर गहलोत खुद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करेंगे। अशोक गहलोत दिल्ली पहुंच रहे हैं और सोनिया गांधी के साथ मुलाकात करेंगे, वहीं वह केरल भी जाएंगे और राहुल गांधी के साथ मुलाकात करेंगे।

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रोहतास में मालगाड़ी के 20 डब्बे हुए बेपटरी

*दिल्ली-हावड़ा मार्ग अवरूद्ध, ट्रेनों का परिचालन बाधित*

पटना 21 Sep. (Rns/FJ): दीनदायल उपाध्याय (डीडीयू)-गया रेल मार्ग पर बिहार के रोहतास जिले में कुम्हऊ रेलवे स्टेशन के पास बुधवार सुबह एक मालगाड़ी के करीब 20 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित है। इस घटना में हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के डीडीयू-गया ग्रैंड कॉर्ड रेलखंड के कुम्हऊ स्टेशन पर बुधवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे एक मालगाड़ी की 20 बोगियां पटरी से उतर गए।

इस दुर्घटना के कारण के तीनों लाइन अप, डाउन एवं रिवर्सल बाधित हो गई है, जिससे इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है।
हादसे के कारण कई पैसेंजर गाड़ियां डीडीयू जंक्शन सहित अन्य स्टेशनों पर खड़ी हैं। उन्होंने बताया कि मंडल एवं मुख्यालय से अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर शीघ्र ही पहुंच रही है। दुर्घटना में पटरियां उखड़ गई हैं। मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है। कुमार ने बताया कि इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

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ससुराल वाले बने हैवान, गर्म तवे से बहू को जलाया

*पीड़िता अस्पताल में भर्ती*

देहरादून 21 Sep. (Rns/FJ): उत्तराखंड में टिहरी के जाखणीधार निवासी एक विवाहिता के साथ जीवनगढ़ देहरादून में उसके ससुराल वालों ने वीभत्सता की सारी हदें पार कर दी। 32 साल की पीड़िता प्रीति की सास सुभद्रा और ननद जया ने गर्म लोहे के तवे से बुरी तरह से पूरे शरीर को जला दिया। उसके बाद पीड़िता के मायके पक्ष ने ससुराल वालों के खिलाफ नई टिहरी कोतवाली में केस दर्ज कराया है। दरअसल मामला तब सामने आया जब प्रीति की मां सरस्वती शनिवार को अपनी बेटी के ससुराल जीवनगढ़ पहुंची। उनको उनकी बेटी से मिलने नहीं दिया गया। उसके बाद वह जबरन घर में घुसी तो उनकी बेटी बुरी तरह घायल हालत में मिली, जिसे देख कर वो सन्न रह गई। इसके बाद पीड़िता के सास और ननद ने पीड़िता की मां के साथ अभद्रता व्यवहार करते हुए धमकी दी। पीड़िता की मां चुपचाप अपनी पीड़ित बेटी को लेकर अपने घर रिंडोलगांव जाखणीधार टिहरी गढ़वाल पहुंची। बीते सोमवार को जब ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामीणों को घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी।

मंगलवार सुबह प्रीति और ग्रामीण एसएसपी कार्यालय नई टिहरी पहुंचे और ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ तहरीर दी। प्रीति की मां सरस्वती ने बताया कि उनकी बेटी को बुरी तरह लोहे तवे से जलाया गया है। प्रीति के तीन बच्चे हैं, बच्चों को भी मारा जाता था। प्रीति के पति अनूप की मानसिक हालत ठीक नही है जिस कारण सास और ननद उनकी बेटी को मारते थे।

एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि नई टिहरी कोतवाली में आरोपी सास और ननद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी की जाएगी। महिला का मेडिकल कराने के बाद उसे देहरादून बर्न यूनिट कोरोनेशन अस्पताल रेफर किया गया है।

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तमिलनाडु के मछुआरों का श्रीलंकाई नौसेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

चेन्नई 21 Sep. (Rns/FJ): तमिलनाडु के रामेश्वरम इलाके में मछुआरे श्रीलंकाई नौसेना द्वारा मछुआरों को खदेड़ने और मछली पकड़ने के जाल को नष्ट करने का विरोध कर रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन मंगलवार से शुरू हो गया।

हाल ही में श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के पुदुकोट्टई से आठ भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था।

मछुआरा संघ के नेताओं ने बताया कि, “विरोध मछली पकड़ने के जाल और नावों को नष्ट करने और श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों के लिए समुद्र में मछली पकड़ने में बाधा उत्पन्न करने के खिलाफ है।”

“ऑल मैकेनाइज्ड फिशिंग बोट एसोसिएशन के अध्यक्ष जेसुराज ने कहा, रामेश्वरम के मछुआरों ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी के एक सप्ताह के विरोध के बाद सोमवार की रात को मछली पकड़ना शुरू किया था।”

“हालांकि, मंगलवार की सुबह जब वे अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के पास मछली पकड़ रहे थे, मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना के अधिकारियों ने खदेड़ दिया। इससे मछली पकड़ने के जाल नष्ट हो गए और नावों को नुकसान हुआ।”

उन्होंने कहा कि, “प्रत्येक नाव को लगभग 1 लाख रुपये का नुकसान हुआ है और मछली पकड़ने वाली 25 नावें खाली हाथ लौट आई।”

रामेश्वरम के एक मछुआरे आर क्रिस्टोफर ने कहा, “हमारा जीवन एक कठिन दौर से गुजर रहा है। श्रीलंकाई दिन-ब-दिन आक्रामक होते जा रहे हैं। अगर भारत सरकार और तमिलनाडु सरकार कोई तत्काल कार्रवाई नहीं करती है तो हमारा जीवन दयनीय हो जाएगा और हम नहीं जानते कि आगे कैसे बढ़ना है।”

पुदुकोट्टई के आठ भारतीय मछुआरे, जिन्हें श्रीलंकाई नौसेना ने आईएमबीएल पार करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया था, हिरासत में हैं और उनकी मशीनीकृत नौकाओं की भी जब्त कर लिया गया है।

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