चेन्नई ,21 सितंबर (आरएनएस/FJ)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक हाइब्रिड मोटर का सफलतापूर्वक परीक्षण किया जो उसके भविष्य के रॉकेटों को शक्ति प्रदान करेगी। परीक्षण मंगलवार को लिक्विड प्रोपलसन सिस्टम सेंटर (एलपीएससी) द्वारा समर्थित तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो प्रणोदन परिसर (आईपीआरसी) में किया गया था।
मोटर ने हाइड्रॉक्सिल-टर्मिनेटेड पॉलीब्यूटाडाइन (एचटीपीबी) को ईंधन के रूप में और लिक्वि ड ऑक्सीजन (एलओएक्स) को ऑक्सीडाइजर के रूप में इस्तेमाल किया। सॉलिड-सॉलिड या लिक्विड-लिक्विड कॉम्बिनेशन के विपरीत, एक हाइब्रिड मोटर सॉलिड फ्यूल और लिक्विड ऑक्सीडाइजर का उपयोग करती है।
इसरो के अनुसार, 30 केएन हाइब्रिड मोटर के समकक्ष उड़ान के परीक्षण ने 15 सेकंड की इच्छित अवधि के लिए प्रज्ज्वलन और निरंतर दहन का प्रदर्शन किया। मोटर का प्रदर्शन संतोषजनक था।
तरल पदार्थो का उपयोग थ्रॉटलिंग की सुविधा देता है और एलओएक्स की फ्लो रेट पर नियंत्रण फिर से शुरू करने की क्षमता को सक्षम बनाता है।
जबकि एचटीपीबी और एलओएक्स दोनों हरे हैं, एलओएक्स को संभालना सुरक्षित है।
हाइब्रिड मोटर स्केलेबल और स्टैकेबल है, संभावित रूप से आगामी लॉन्च वाहनों के लिए एक नई प्रणोदन प्रणाली का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
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