अमित शाह ने माता वैष्णो देवी मंदिर में किए दर्शन

*प्रदेश में बेहतर हालात के लिए प्रार्थना की*

जम्मू 04 Oct. (Rns/FJ): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन गृह मंत्री शाह माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। यहां पहले वह हेलीकॉप्‍टर के जरिये सांझीछत हेलीपैड पर पहुंचे। फिर उन्होंने माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने माता की आरती भी की। अमित शाह के माता वैष्णो देवी मंदिर पहुंचने पर लोगों ने उनका स्वागत किया।

एलजी मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी अमित शाह के साथ माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन किये। वहीं, आज अमित शाह राजौरी की जनसभा में जम्मू-कश्मीर के एक बड़े पहाड़ी समुदाय को बड़ी सौगात दे सकते हैं। कहा जा रहा है कि वह पहाड़ी समुदाय को एसटी स्टेटस दिए जाने की कई साल से चली आ रही मांग पर बड़ा ऐलान कर सकते हैं।

गौरतलब है कि जम्मू पहुंचने के बाद अमित शाह ने राजभवन में पांच समुदायों के लोगों से मुलाकात की थी। शाह से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में गुर्जर, बकरवाल, पहाड़ी, सिख और राजपूत समुदाय के लोग शामिल थे। यदि गृहमंत्री पहाड़ी समुदाय को एसटी स्टेटस देने की घोषणा करते हैं तो जम्मू-कश्मीर के 5 जिलों के करीब 10 विधानसभा क्षेत्रों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा। साथ ही भाजपा के लिए यह गेम चेंजर हो सकता है।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

संगठन के पद से इस्तीफा देकर ही प्रचार करें

*कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी ने जारी की गाइडलाइंस*

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर एक विस्तृत गाइडलाइंस जारी की है, जिसमें उम्मीदवारों, उनके समर्थकों से लेकर पार्टी पदाधिकारियों पर भी सख्त शर्तें लगाई गई हैं।

गाइडलाइंस में साफ कहा गया है कि जिन्हें भी किसी खास उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करना है, उन्हें पहले संगठनात्मक पदों से इस्तीफा देना होगा।

17 अक्टूबर को होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में अब मल्लिकार्जुन खडग़े और शशि थरूर उम्मीदवार हैं, जिसमें खडग़े का पलड़ा काफी भारी बताया जा रहा है।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के सिलसिले में सोमवार को पार्टी ने कई तरह की गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसमें दल के पदाधिकारियों के किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने पर रोक लगा दी गई है।

कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी की ओर से जो गाइडलाइंस जारी की गई है, उसमें साफ कहा गया है कि जो लोग किसी उम्मीदवार को समर्थन देना चाहते हैं, वह पहले अपने संगठनात्मक पदों से इस्तीफा दे दें।

पार्टी ने कहा है कि मल्लिकार्जुन खडग़े और शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव व्यक्तिगत स्तर पर लड़ रहे हैं। पार्टी के नोट में कहा गया है, प्रतिनिधि उनमें से किसी एक को चुनने के लिए स्वतंत्र हैं, अपनी पसंद के मुताबिक, बैलेट पेपर के माध्यम से।

पार्टी के निर्देशों में कहा गया है कि एआईसीसी के महासचिव/इंचार्ज, सचिव, संयुक्त सचिव, प्रदेश कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष, कांग्रेस के सीएलपी लीडर, विभिन्न पार्टी संगठनों के प्रमुख, विभागों-सेल के प्रमुख और सभी आधिकारिक प्रवक्ता चुनाव लड़ रहे किसी उम्मीदवार के लिए या विरोध में प्रचार नहीं करेंगे।

गाइडलाइंस कहता है कि अगर वे किसी उम्मीदवार को समर्थन देना चाहते हैं, तो पहले वे अपने संगठनात्मक पदों से इस्तीफा दें, इसके बाद प्रचार प्रकिया में हिस्सा लें।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मतदान के लिए 17 अक्टूबर की तारीख तय की गई है। 19 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी और उसी दिन परिणाम का ऐलान कर दिया जाएगा।

इस चुनाव में प्रदेश कांग्रेस कमिटी के 9,000 से ज्यादा प्रतिनिधि वोटिंग करेंगे। पार्टी ने सभी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों से कहा है कि जो भी उम्मीदवार चुनाव प्रचार के सिलसिले में उनके राज्य में जाएं, उनके प्रति शिष्टाचार दिखाएं।

अगर कोई उम्मीदवार प्रतिधिनिधियों के लिए कोई सभा करना चाहता है, तो उनके लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मीटिंग हॉल, कुर्सियां और पब्लिक एनाउंसमेंट उपकरण उपलब्ध करवाएंगे।

लेकिन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों को यह चेतावनी भी दी गई है कि वह अपनी ओर से ऐसी कोई भी मीटिंग नहीं बुलाएंगे। गाइडलाइंस में बताया गया है कि मीटिंग आयोजित करवाना उम्मीदवारों के प्रस्तावकों और समर्थकों का काम है।

यही नहीं चुनाव के दौरान कांग्रेस के कोई भी उम्मीदवार वोटरों को लाने-ले जाने के लिए किसी वाहन का इस्तेमाल नहीं करेंगे और ना ही अवांछित पैंप्लेट या इस तरह का कोई प्रोपेगेंडा मटेरियल भी नहीं छपवाएंगे।

पार्टी ने सख्त चेतावनी है कि इस प्रक्रिया की वजह से विवाद पैदा होने पर उम्मीदवार का चुनाव अमान्य कर दिया जाएगा और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

पार्टी ने किसी भी उम्मीदवार के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान को लेकर भी आगाह किया है। इसके मुताबिक, इससे पार्टी की बदनामी होगी। इसलिए. चुनाव प्रक्रिया की संवेदनशीलता को हर कीमत पर बरकरार रखना होगा।

अपने ट्वीट में कांग्रेस सांसद और अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने पार्टी की ओर से चुनाव को लेकर किए गए ऐलान का स्वागत किया है।

एक और ट्वीट में उन्होंने कहा है कि वे प्रोफेशनल कांग्रेस के चीफ के पद से इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने लिखा, जो पूछ रहे हैं: मैंने पिछले महीने ही कांग्रेस अध्यक्ष को प्रोफेशनल कांग्रेस के हेड के पद से इस्तीफा सौंप दिया था।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

सट्टेबाजी से जुड़े विज्ञापनों को लेकर केंद्र सरकार सख्त

*टीवी चैनल और अन्य प्लेटफॉर्म को जारी किए निर्देश*

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस)। केंद्र सरकार सट्टेबाजी के खिलाफ लगातार कड़े कदम उठा रही है। इसी दिशा में सरकार ने सट्टेबाजी से जुड़े एप या वेबसाइट के विज्ञापनों को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

सरकार के दिशा निर्देश में नई न्यूज वेबसाइट्स, ओटीटी प्लेटफॉर्मों और निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों से कहा है कि वे सट्टेबाजी से जुड़े विज्ञापन ना दिखाएं।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा कि सट्टेबाजी को प्रमोट करने वाला कंटेंट अभी भी कुछ डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दिखाया जा रहा है।

सरकार ने यह भी कहा है कि कुछ ऑनलाइन अपतटीय सट्टेबाजी प्लेटफार्मों ने डिजिटल मीडिया पर सट्टेबाजी प्लेटफार्मों का विज्ञापन करने के लिए एक सरोगेट उत्पाद के रूप में समाचार वेबसाइटों का उपयोग करना शुरू कर दिया है।

मंत्रालय ने आगे कहा है कि सट्टेबाजी और जुआ भारत के अधिकांश हिस्सों में एक अवैध गतिविधि है, इसलिए इससे जुड़े विज्ञापनों को भी प्रतिबंधित किया हुआ है, लेकिन सरकार के आदेशों की अनदेखी कर अभी भी कई विज्ञापन कई प्लेटफॉर्म पर चलाए जा रहे हैं।

आपको बता दें कि सरकार भ्रामक जानकारियां साझा करने वाले प्लेटफॉर्म के खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है। पिछले महीने ही 300 से ज्यादा एप्स को बैन किया गया था।

वहीं कुछ ही दिन पहले 10 यूट्यूब चैनलों को भी सरकार ने बैन किया है। इससे पहले जून में भी केंद्र सरकार ने बच्चों को निशाना बनाने वाले भ्रामक विज्ञापनों को नियंत्रित करने के लिए भी विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए थे।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

पीएम गतिशक्ति के तहत गठित नेटवर्क योजना समूह ने 3 महत्वपूर्ण सड़क संपर्क परियोजनाओं की सिफारिश की

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। पीएम गतिशक्ति के संस्थागत ढांचे के तहत गठित नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) ने 3 महत्वपूर्ण सड़क संपर्क परियोजनाओं की सिफारिश की है ये परियोजनाएं हैं गाजीपुर-बलिया-उत्तर प्रदेश/बिहार राज्य सीमा से फोर लेन हाईवे का निर्माण, उत्तर प्रदेश में मौजूदा सड़क का 2-लेन से 4-लेन में सुधार और अपग्रेड करना एवं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में मुरादाबाद और काशीपुर बाईपास का निर्माण।

मल्टीमोड, आसान आवागमन और भूमि अधिग्रहण की दृष्टि से सड़क मार्गों के सुधार और उन्नयन के लिए ये तीनों परियोजनाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं।

एनपीजी की 33वीं बैठक में प्रस्ताव के एक भाग के रूप में, 3 महत्वपूर्ण एजेंडों पर चर्चा की गई और निम्नलिखित सिफारिशें की गई।

गाजीपुर-बलिया-उत्तर प्रदेश/बिहार राज्य सीमा से फोर लेन हाईवे का निर्माण

उत्तर प्रदेश में बेहतर माल ढुलाई और अंतरराज्यीय मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी एवं लखनऊ, वाराणसी, आजमगढ़ और मऊ शहरों के आर्थिक केंद्रों को जोडऩे के लिए एक 4-लेन राजमार्ग (ग्रीनफील्ड में) का प्रस्ताव किया गया था। यह दक्षिण बिहार से दिल्ली तक सबसे छोटी कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा। बक्सर में गंगा नदी पर एक पुल का निर्माण (स्पर) छोटे रास्ते के साथ किया जा रहा है जो दक्षिण बिहार से दिल्ली की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा। यह राजमार्ग दो बिंदुओं (बनारस और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे) पर लखनऊ रक्षा गलियारे की सेवा करेगा।

उत्तर प्रदेश में मौजूदा सड़क का 2-लेन से 4-लेन में सुधार और उन्नयन करना

सड़कों के उन्नयन और सुधार के लिए 2 लेन की सड़कों को 4 लेन बनाने का प्रस्ताव था। पलिया-शाहजहांपुर-हरदोई-लखनऊ के लिए 4 लेन बाइपास का प्रस्ताव है। यह परियोजना गृह मंत्रालय की भारत-नेपाल सीमा सड़क परियोजना (आईएनबीआरपी) की रणनीतिक सीमा सड़कों का एक हिस्सा है जो भारत-नेपाल सीमा से संपर्क प्रदान करती है। यह एसएसबी गतिशीलता को सुविधाजनक बनाती है। यह बारदोई राष्ट्रीय उद्यान से कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित करेगा। इससे माल ढुलाई और यातायात की आवाजाही भी बढ़ेगी।

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में मुरादाबाद और काशीपुर बाईपास का निर्माण

भीड़-भाड़ कम करने और यात्रा के समय को कम करने के लिए एक 4-लेन बाईपास परियोजना (ब्राउनफील्ड) का प्रस्ताव था। यह परियोजना क्षेत्र के प्रमुख आर्थिक केंद्रों को जोडऩे वाले उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड-बाईपास के बीच अंतरराज्यीय संपर्क प्रदान करती है। यह भारत-बांग्लादेश और भारत-भूटान-बांग्लादेश के लिए एक व्यापार मार्ग के रूप में सेवा प्रदान करेगा। यह जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप के सदस्यों ने आगे एकीकृत योजना और समकालिक कार्यान्वयन अवधारणाओं के कुछ घटकों का सुझाव दिया है और परियोजनाओं के लिए तेजी से मंजूरी और समर्थन सुनिश्चित किया है। पीएम गतिशक्ति एनएमपी के माध्यम से आने वाले वर्षों में इन परियोजनाओं को लागू करना संभव होगा।

एनपीजी में रेल मंत्रालय, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, ऊर्जा, पीएनपी, डीओटी, सीए, पीएसडब्ल्यू, परिवहन विभाग, बंदरगाह एवं जलमार्ग, पीडब्ल्यूडी, पीएसयू, पीएमटी, डीएसएसएम और पीपीपी सहित बुनियादी ढांचा मंत्रालयों के योजना प्रभागों के प्रमुख और नीति आयोग तथा ईएफ एंड सीसी के लॉजिस्टिक प्रभाग के विशेष प्रतिनिधि शामिल हैं। डीपीआईआईटी पीएम गतिशक्ति के सचिवालय के रूप में कार्य करता है

****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

2014 से प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार की अवधारणा और प्रारूप में क्रांतिकारी बदलाव आया: डॉ. जितेंद्र सिंह

*लोक प्रशासन में उत्कृष्टता हेतु प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए पोर्टल की शुरुआत*

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर लोक प्रशासन- 2022 में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए वेब-पोर्टल को शुरू किया।

केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग ने इस पोर्टल की औपचारिक लॉन्चिंग कार्यक्रम को नई दिल्ली स्थित सरदार पटेल भवन में आयोजित किया।

इसमें भारत के सभी 28 राज्यों और 8 केंद्रशासित प्रदेशों के प्रधान सचिव (एआर)/(आईटी) और डीसी/डीएम के साथ-साथ 2020 बैच के सहायक सचिवों को हाइब्रिड (वर्चुअल व भौतिक, दोनों) माध्यम से उपस्थित होने के लिए आमंत्रित किया गया था।

प्रधानमंत्री पुरस्कारों के लिए वेब पोर्टल पर पंजीकरण 3 अक्टूबर, 2022 से शुरू होगा। वहीं, आवेदन जमा करने की अवधि 3 अक्टूबर 2022 से 28 नवंबर, 2022 तक रहेगी।

इस अवसर पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कारों की पूरी अवधारणा और प्रारूप में 2014 के बाद एक क्रांतिकारी बदलाव आया है। इस योजना का उद्देश्य रचनात्मक प्रतिस्पर्धा, नवाचार, प्रतिकृति और सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों के संस्थागतकरण को प्रोत्साहित करना है।

प्रधानमंत्री पुरस्कार- 2022 में (1) ट्रॉफी, (2) स्क्रॉल और (3) लोक कल्याण के किसी भी क्षेत्र में परियोजना/कार्यक्रम के कार्यान्वयन या संसाधनों की कमी को दूर करने को लेकर उपयोग किए जाने के लिए सम्मानित जिला/संगठन को 20 लाख रुपये का प्रोत्साहन शामिल हैं।

इन पुरस्कारों के लिए विचार अवधि 1 अप्रैल, 2020 से 30 सितंबर, 2022 तक है।

लोक प्रशासन- 2022 में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के तहत इन पुरस्कारों की कुल संख्या 16 होगी।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस दृष्टिकोण के तहत केवल मात्रात्मक लक्ष्यों की उपलब्धि की जगह सुशासन, गुणात्मक उपलब्धि और अंतिम स्थान तक संपर्क पर जोर दिया जाएगा। इन पर ध्यान देने के साथ पुरस्कारों के लिए आवेदनों का मूल्यांकन तीन मानकों- सुशासन, गुणात्मक और मात्रात्मक आधार पर किया जाएगा।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसका उल्लेख किया कि लोक सेवा दिवस- 2022 पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतिम व्यक्ति तक उचित लाभ पहुंचाने के लिए निरंतर एक संपूर्ण निर्बाध प्रणाली के निर्माण पर जोर दिया था। जितना अधिक हम इस प्रणाली का निर्माण करेंगे, हम देश के अंतिम व्यक्ति के सशक्तिकरण के मिशन को प्राप्त कर सकते हैं। लोक सेवा दिवस हमारे भीतर नई ऊर्जा का संचार करने और नए संकल्प लेने का एक अवसर बने। जिले के कुछ उद्यमी या जो किसी विशेष जिले में सक्रिय रहे हैं, उन्हें अपने सीखने और अनुभवों को साझा करने के लिए आमंत्रित किया जा सकता है, जिसे बाद में सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों के रूप में दोहराया जा सकता है।

इसकी उम्मीद है कि इस योजना में हिस्सा लेने वाले सभी जिलों को लोक प्रशासन- 2022 में उत्कृष्टता को लेकर प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा करते हुए अपने प्रदर्शन को दिखाने का अवसर मिलेगा।

प्रधानमंत्री पुरस्कार, 2022 के मूल्यांकन का मानदंड संबंधित मंत्रालयों/विभागों (नवाचार को छोड़कर) के परामर्श से पूर्व निर्धारित संकेतों पर आधारित है। योजनाओं और लचीले मापदंडों में सामान्य मापदंडों का एक मिश्रण होगा, जो संबंधित मंत्रालयों/विभागों द्वारा प्रदान किया जाएगा। नवाचार श्रेणी के लिए पुरस्कार का मूल्यांकन हितधारकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक अभिनव विचार/योजना/परियोजना को शुरू करने और उसे लागू करने के आधार पर किया जाएगा।

इस मूल्यांकन प्रक्रिया में (1) परीक्षण समिति (पहला और दूसरा चरण) द्वारा जिलों/संगठनों की शॉर्ट-लिस्टिंग, (2) विशेषज्ञ समिति द्वारा मूल्यांकन और (3) अधिकार प्राप्त समिति शामिल होंगी। इन पुरस्कारों के लिए अधिकार प्राप्त समिति की सिफारिशों पर प्रधानमंत्री की मंजूरी प्राप्त की जाएगी।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भारतीय रेलवे ने 500 ट्रेनों की बढ़ाई रफ्तार

*65 ट्रेनें हुईं सुपरफास्ट*

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। रेल मंत्रालय ने सभी भारतीय रेलवे ट्रेनों के लिए एक डिजिटल टाइम टेबल ट्रेन एट ए ग्लांस जारी किया है। यह टाइम टेबल 1 अक्टूबर से प्रभावी हो गया है। इसे भारतीय रेलवे की ऑफिशियल वेबसाइट पर चेक भी किया जा सकता है।

इसके अलावा भारतीय रेलवे ने 500 एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड को भी बढ़ा दिया गया है। रेलवे के मुताबिक 500 एक्सप्रेट टेनों में 10 मिनट से 70 मिनट की गति दी गई है। इसके अतिरिक्त 130 ट्रेनों को सुपरफास्ट श्रेणी में परिवर्तित करके गति प्रदान की गई है।

कुल मिलाकर सभी ट्रेनों की औसत गति में लगभग 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिससे अधिक ट्रेनों के संचालन के लिए लगभग 5 प्रतिशत अतिरिक्त पथ उपलब्ध हो गए हैं।

भारतीय रेलवे की तरफ से लगभग 3,240 मेल या एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाती हैं। इनमें वंदे भारत एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, अंत्योदय एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, युवा एक्सप्रेस, उदय एक्सप्रेस शामिल हैं।

इसके अलावा लगभग 3,000 यात्री ट्रेनें और 5,660 उपनगरीय ट्रेनें भी भारतीय रेलवे नेटवर्क पर संचालित होती हैं। इस दौरान प्रतिदिन लगभग 2.23 करोड़ यात्री यात्रा करते हैं। वहीं, अतिरिक्त भीड़ को दूर करने और यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए, रेलवे ने 2021-22 के दौरान 65,000 से अधिक विशेष ट्रेन यात्राएं संचालित कीं।

वर्तमान में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें नई दिल्ली-वाराणसी और नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटरा के बीच चल रही हैं। एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गांधीनगर राजधानी और मुंबई सेंट्रल के बीच 1.4.2015 से शुरू की गई है।

वहीं, भारतीय रेलवे की तरफ से मनोरंजन, स्थानीय व्यंजन, वाईफाई आदि जैसी ऑनबोर्ड सेवाओं की पेशकश करने वाली तेजस एक्सप्रेस सेवाओं का भी प्रसार किया जा रहा है।

वर्तमान में, भारतीय रेलवे में तेजस एक्सप्रेस की 7 जोड़ी सेवाएं चालू हैं।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

मतदाता जंक्शन देश भर के मतदाताओं से जुडऩे का एक मजबूत मंच : राजीव कुमार

*230 आकाशवाणी चैनलों पर 23 भाषाओं में यह कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे*

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस)। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे के साथ सोमवार को आकाशवाणी के रंग भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान एक वर्षीय मतदाता जागरूकता कार्यक्रम-मतदाता जंक्शन का शुभारंभ किया।

मतदाता जंक्शन ऑल इंडिया रेडियो के सहयोग से निर्वाचन आयोग (ईसीआई) द्वारा निर्मित 52 कडिय़ों की एक रेडियो श्रृंखला है। इस अवसर पर ईसीआई के वरिष्ठ अधिकारी, प्रसार भारती के सीईओ, एआईआर न्यूज की डीजी और ईसीआई आइकन व अभिनेता पंकज त्रिपाठी भी उपस्थित थे।

सभा को संबोधित करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि ऑल इंडिया रेडियो के सहयोग से तैयार किया गया कार्यक्रम मतदाता जंक्शन देश भर के मतदाताओं से जुडऩे का एक मजबूत मंच होगा। ये कार्यक्रम सूचना और मनोरंजन के मेल से बना है।

ये विशेष रूप से शहरी उदासीनता को दूर करने में मदद करेगा और दर्शकों को एक इंटरैक्टिव कम्युनिकेशन के जरिए स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, प्रलोभन मुक्त, सुलभ और समावेशी चुनावों के संचालन की चुनाव प्रक्रियाओं के बारे में सूचित करेगा।

अभिनेता और निर्वाचन आयोग के स्टेट आइकन पंकज त्रिपाठी को मतदाताओं के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए निर्वाचन आयोग के साथ जुडऩे की बधाई देते हुए सीईसी राजीव कुमार ने घोषणा की कि उनकी प्रतिबद्धता को देखते हुए और देश भर में उनकी व्यापक अपील के कारण पंकज त्रिपाठी अब निर्वाचन आयोग के नेशनल आइकन होंगे।

निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने कहा कि लंबे वक्त से ऑल इंडिया रेडियो अपनी आवाज के जादू से और लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करते हुए एक बहुत उम्दा कहानीकार के तौर पर जनता को खुश करता आ रहा है।

पहले आम चुनाव के समय से ही ऑल इंडिया रेडियो अपनी व्यापक कवरेज और विविध दर्शकों तक पहुंच के साथ देश भर के नागरिकों के लिए कम्युनिकेशन का एक प्राथमिक माध्यम रहा है।

श्रोताओं को संबोधित करते हुए पंकज त्रिपाठी ने पहली बार मतदाता बनने की अपनी यादों को साझा किया और बताया कि कैसे इस प्रक्रिया ने उन्हें न केवल मतदान का अधिकार दिया बल्कि लोकतंत्र में एक सहायक आवाज बनने का सम्मान भी दिया।

मतदाताओं तक पहुंचने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने सभी युवा मतदाताओं से अपने लोकतांत्रिक विकल्पों को प्रतिबिंबित करने और अपनी आवाज की गूंज पैदा करने के लिए चुनावों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया।

अपने स्वागत भाषण में महानिदेशक (मीडिया) सुशेफाली शरण ने मतदाता जंक्शन: हर वोटर का अपना स्टेशन कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने बताया कि ईसीआई और आकाशवाणी, दो प्रतिष्ठित संस्थान हैं जो अपनी विश्वसनीयता और जमीनी स्तर के जुड़ाव के लिए जाने जाते हैं। वे अब एक व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त सहभागिता कर रहे हैं।

यह 15 मिनट का कार्यक्रम होगा जिसे हर शुक्रवार को शाम 7-9 बजे ऑल इंडिया रेडियो नेटवर्क पर प्रसारित किया जाएगा। इसमें 25 एफएम स्टेशन, 4 एफएम गोल्ड स्टेशन, 42 विविध भारती स्टेशन और 159 प्राथमिक चैनल/स्थानीय रेडियो स्टेशन शामिल होंगे।

इस कार्यक्रम को असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उडिय़ा, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बोडो, संथाली, मैथिली और डोगरी इन 23 भाषाओं में प्रसारित किया जाएगा।

52 कडियों की इस श्रृंखला में मतदाताओं के नजरिए से चुनाव और उससे जुड़ी प्रक्रियाओं के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया जाएगा।

इसमें मतदाता पंजीकरण, सूचित और नैतिक मतदान, वोट का मूल्य, समावेशी और सुलभ चुनाव, आदर्श आचार संहिता, आईटी एप्लीकेशंस, ईवीएम, चुनाव अधिकारियों की कहानियां, बीएलओ आदि पर विषयगत कडियां होंगी। इन सब कडिय़ों में इंटरैक्टिव संदेश शामिल हैं

जिनका उद्देश्य पात्र नागरिकों और विशेष रूप से युवाओं तथा पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को मतदान करने और चुनाव के दौरान एक सूचित निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।

ये श्रृंखला इंफोटेनमेंट प्रोग्राम की शैली में होगी जिसके हर एपिसोड में भारत के निर्वाचन आयोग की स्वीप (सिस्टमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) डिवीजन द्वारा निर्मित नाटक, कहानी, प्रश्नोत्तरी, विशेषज्ञों के साक्षात्कार और गीत आदि होंगे।

इस कार्यक्रम में एक नागरिक कोना भी शामिल है जहां कोई भी नागरिक चुनाव को समावेशी और सहभागितापूर्ण बनाने के लिए प्रश्न पूछ सकता है या सुझाव दे सकता है।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को हिमाचल प्रदेश का दौरा करेंगे

*03,650 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे*

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 अक्टूबर, 2022 को हिमाचल प्रदेश का दौरा करेंगे, जहां वे 3,650 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

प्रधानमंत्री सुबह करीब साढ़े 11 बजे एम्स बिलासपुर का उद्घाटन करेंगे।

उसके बाद वे दोपहर करीब 12:45 बजे बिलासपुर के लुहनू मैदान पहुंचेंगे, जहां कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे और एक सार्वजनिक समारोह को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री दोपहर करीब 3:15 बजे कुल्लू के ढालपुर मैदान पहुंचेंगे, जहां वे कुल्लू दशहरा समारोह में हिस्सा लेंगे।

एम्स बिलासपुर के उद्घाटन के माध्यम से देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण और संकल्प को फिर से प्रदर्शित किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2017 में इसका शिलान्यास भी किया था। केंद्रीय क्षेत्र की योजना- प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत इसे स्थापित किया जा रहा है।

एम्स बिलासपुर, 1,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित है। इस अत्याधुनिक अस्पताल में 18 स्पेशियलिटी और 17 सुपर स्पेशियलिटी विभाग, 18 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 64 आईसीयू बेड के साथ 750 बेड शामिल है। यह अस्पताल 247 एकड़ में फैला है।

यह 24 घंटे आपातकालीन और डायलिसिस सुविधाओं, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि जैसी आधुनिक डायग्नोस्टिक मशीनों, अमृत फार्मेसी व जन औषधि केंद्र और 30 बिस्तरों वाले आयुष ब्लॉक से सुसज्जित है।

अस्पताल ने हिमाचल प्रदेश के जनजातीय और दुर्गम जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजिटल स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित किया है।

साथ ही, काजा, सलूनी और केलांग जैसे दुर्गम जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से अस्पताल द्वारा विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी।

इस अस्पताल में हर साल एमबीबीएस कोर्स के लिए 100 छात्रों और नर्सिंग कोर्स के लिए 60 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-105 पर पिंजौर से नालागढ़ तक करीब 31 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन का बनाने की परियोजना की आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत करीब 1690 करोड़ रुपये है। यह सड़क परियोजना अंबाला, चंडीगढ़, पंचकूला और सोलन/शिमला से बिलासपुर, मंडी और मनाली की ओर जाने वाले यातायात के लिए एक प्रमुख संपर्क लिंक है।

चार लेन के इस राष्ट्रीय राजमार्ग का लगभग 18 किमी का हिस्सा हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत आता है और शेष भाग हरियाणा में पड़ता है।

यह राजमार्ग हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक केंद्र नालागढ़-बद्दी में बेहतर परिवहन सुविधा सुनिश्चित करेगा और क्षेत्र में औद्योगिक विकास को भी गति देगा। इससे राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री नालागढ़ में करीब 350 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क की आधारशिला रखेंगे। इस मेडिकल डिवाइस पार्क में उद्योग स्थापित करने के लिए 800 करोड़ रुपये से अधिक के समझौता ज्ञापन पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।

इस परियोजना से क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

प्रधानमंत्री बंदला में गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का भी उद्घाटन करेंगे। इस पर लगभग 140 करोड़ रुपये का व्यय होगा। इस कॉलेज से पनबिजली परियोजनाओं के लिए प्रशिक्षित कामगार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।

हिमाचल प्रदेश इस क्षेत्र में अग्रणी राज्यों में से एक है। इससे युवाओं के कौशल को बढ़ाने और पनबिजली क्षेत्र में रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान करने में मदद मिलेगी।

अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव 5 से 11 अक्टूबर तक कुल्लू के ढालपुर मैदान में मनाया जाएगा। यह महोत्सव इस मायने में अनूठा है कि इसमें घाटी के 300 से अधिक देवी-देवताओं का समावेश होता है।

महोत्सव के पहले दिन, देवता अपनी अच्छी तरह से सुसज्जित पालकियों में अधिष्ठाता देव भगवान रघुनाथ जी के मंदिर में अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं और फिर ढालपुर मैदान के लिए आगे बढ़ते हैं।

ऐतिहासिक कुल्लू दशहरा समारोह में प्रधानमंत्री इस दिव्य रथ यात्रा और देवताओं की भव्य सभा के साक्षी बनेंगे। यह पहली बार होगा जब देश के प्रधानमंत्री कुल्लू दशहरा समारोह में भाग लेंगे।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

हरियाणा के आदमपुर समेत 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा

*03 नवंबर को होगी वोटिंग, 6 नवंबर को आएंगे चुनावी नतीजे*

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। चुनाव आयोग ने सोमवार को महाराष्ट्र, हरियाणा, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा और उत्तर प्रदेश राज्यों में सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की। बिहार के जिन दो निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव होंगे वे 178-मोकामा और 101 गोपालगंज हैं।

विज्ञप्ति के अनुसार, जिन विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे, उनमें महाराष्ट्र से 166- अंधेरी पूर्व, हरियाणा से 47 – आदमपुर, तेलंगाना से 93 – मुनुगोड, उत्तर प्रदेश से 139 – गोला गोकरनाथ और ओडिशा से 46 – धामनगर हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि गजट अधिसूचना 6 अक्टूबर को जारी की जाएगी, जबकि सीटों पर मतदान 3 नवंबर को होगा और परिणाम 6 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

छह राज्यों के विधानसभा उपचुनाव कार्यक्रम की विज्ञप्ति में अधिकारियों को संबंधित राज्यों में कोविड स्थिति की निगरानी करने और चुनाव के दौरान कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का भी निर्देश दिया गया है।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

अदालत ने पांच आरोपियों की हिरासत अवधि आठ अक्टूबर तक बढ़ाई

*पीएफआई छापेमारी*

मुंबई,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। शहर की एक अदालत ने सोमवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के पांच कथित सदस्यों की एटीएस हिरासत अवधि आठ अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दी। इनको कई एजेंसियों की ओर से की गई छापेमारी के दौरान महाराष्ट्र में गिरफ्तार किया गया था।

देशभर में गत 22 सितंबर को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के नेतृत्व में कई एजेंसियों की ओर से की गई छापेमारी के दौरान महाराष्ट्र के आतंक निरोधक दस्ता (एटीएस) द्वारा 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें ये पांच आरोपी शामिल हैं।

एटीएस ने आरोपियों को पूर्व रिमांड अवधि बीतने पर अतिरक्त सत्र न्यायाधीश ए एम पाटिल की अदालत में सोमवार को पेश किया और हिरासत अवधि आठ दिन तक बढ़ाने की मांग की।

अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद हिरासत अवधि पांच दिन तक बढ़ाने का फैसला किया।
आरोपियों के खिलाफ अवैध गतिविधियों में संलिप्तता, समुदायों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और देश के खिलाफ युद्ध छेडऩे के मामले दर्ज हैं।

कई एजेंसियों की ओर से देश के 15 राज्यों में पीएफआई के खिलाफ व्यापक छोपमारी के दौरान इसके 106 कथित नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था।

महाराष्ट्र-कर्नाटक में 20-20 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि तमिलनाडु में 10, असम में नौ, उत्तर प्रदेश में आठ, आंध्र प्रदेश में पांच, मध्य प्रदेश में चार और पुडुचेरी-दिल्ली में तीन-तीन और राजस्थान में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भुज के हरामी नाला के पास पाकिस्तानी की ओर से घुसपैठ की कोशिश नाकाम

*बीएसएफ ने एक नाव की जब्त*

गांधीनगर,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। गुजरात के कच्छ में भुज के पास पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिश की गई है, जिसे बीएसएफ ने नाकाम कर दिया है।

बीएसएफ की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह हरामी नाला के पास सरक्रीक क्षेत्र से एक पाकिस्तानी नाव को पकड़ा गया है।

यह नाव मछली पकडऩे वाली नाव है। इस संबंध में अभी अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।

**************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

एयर इंडिया ने घरेलू यात्रियों के लिए पेश किया खाने का नया मेन्यू

नयी दिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। टाटा के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने त्योहारी सीजन की शुरुआत के बीच घरेलू उड़ानों में यात्रियों के खाने-पीने के लिए नया ‘मेन्यू पेश किया है।

इस साल जनवरी में टाटा द्वारा अधिग्रहण के बाद से घाटे में चल रही एयरलाइन सेवाओं में सुधार, बेड़े का विस्तार और तेजी से बढ़ते घरेलू विमानन क्षेत्र में अपनी समग्र बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के प्रयास कर रही है।

एयर इंडिया ने एक विज्ञप्ति में कहा कि नए मेन्यू में स्वादिष्ट भोजन, मुख्य भोजन से पहले खाये जाने वाले ‘ऐपेटाइजऱ और मीठे में खाये जाने मुख्य व्यंजन शामिल है, जो भारत के स्थानीय खाने-पीने की वस्तुओं को दर्शाते है।

विमानन कंपनी के अनुसार, यात्रियों के लिए यह मेन्यू एक अक्तूबर से पेश किया है। एयर इंडिया ने कहा है कि नए मेन्यू में इस तरह के विकल्प हैं जिनमें यात्रियों के लिए स्वाद के साथ सेहत का भी ध्यान रखा गया है।

***************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

वायुसेना के पहले स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर से रक्षा मंत्री ने भरी उड़ान

नई दिल्ली, 03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को वायुसेना के बेड़े में शामिल भारत निर्मित नए लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी। इस दौरान उन्होंने स्वयं लड़ाकू हेलीकॉप्टर की सुविधाओं का अनुभव किया। रक्षा मंत्रायलय ने इसका वीडियो शेयर किया और कैप्शन में लिखा, प्रचंड।

भारत निर्मित हेलिकॉप्टरों के नए बैच का लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर वायुसेना में शामिल हो चुका है। सोमवार को जोधपुर में भारतीय वायुसेना के एक समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे। जहा उन्होंने लाइट लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड से उड़ान भरी। बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इससे पहले राफेल लड़ाकू जेट समेत कई लड़ाकू विमानों की उड़ानें भर चुके हैं।
प्रचंड से उड़ान के अनुभव को साझा करते हुए रक्षामंत्री ने इसे सुगम और आरामदायक बताया। उन्होंने कहा, यह स्वदेश में निर्मित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) में एक सहज और आरामदायक उड़ान थी। ये हेलीकॉप्टर किसी भी इलाके, मौसम और ऊंचाई पर उडऩे में सक्षम है। इसमें हमला करने की क्षमता है।

जोधपुर में वायुसेना का कार्यक्रम में पहुंचे रक्षा मंत्री को एलसीएच पर सवार होने से पहले फ्लाइंग गियर पहने देखा गया। हेलीकॉप्टर में रक्षा मंत्री अपने सह-पायलट के साथ लड़ाकू हेलीकॉप्टर के कॉकपिट में चढ़ गए। वायु सेना में प्रचंड हेलिकॉप्टरों को शामिल करने से इसकी युद्ध क्षमता में काफी वृद्धि हुई है। ये हेलिकॉप्टर बहुत ऊंचाई पर उडऩे में सक्षम हैं और कई मिसाइलों से लैस हैं। हेलीकॉप्टर का परीक्षण लद्दाख क्षेत्र में किया गया है, जहां भारत चीनी घुसपैठ के खतरे का सामना कर रहा है। यह हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों के साथ चीनी ड्रोन को बाहर निकालने और हवा से सतह पर मार करने वाले हथियारों से जमीन पर टैंकों को निशाना बनाने की क्षमता रखता है।

अधिकारियों ने बताया कि लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर में कई स्टील्थ फीचर्स, आर्मर्ड-प्रोटेक्शन सिस्टम, रात में हमले की क्षमता के साथ क्रैश-योग्य लैंडिंग गियर हैं। यह लड़ाकू खोज और बचाव (सीएसएआर), दुश्मन की वायु रक्षा (डीईएडी) को नष्ट करने और आतंकवाद विरोधी (सीआई) सहित कई भूमिकाओं को निभाने के लिए आवश्यक टेक्नोलॉजी से लैस है। इसे एयरोस्पेस प्रमुख हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा विकसित किया गया है।

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी लोगों को महाअष्टमी की बधाई दी

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाअष्टमी के पावन अवसर पर सभी लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मां महागौरी की कृपा सभी के जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और सफलता लाए।

मोदी ने मां महागौरी की स्तुति को भी साझा किया।

वन्दे वाञ्छितकामार्थं चन्द्रार्धकृतशेखराम्।

सिंहारूढां चतुर्भुजां महागौरीं यशस्वीनीम्॥

महाअष्टमी की अनंत शुभकामनाएं। मां महागौरी हर किसी के जीवन में सौभाग्य, संपन्नता और सफलता लेकर आएं।

माता के भक्तों के लिए उनकी यह स्तुति

वन्दे वाञ्छितकामार्थं चन्द्रार्धकृतशेखराम्।

सिंहारूढां चतुर्भुजां महागौरीं यशस्वीनीम्॥

महा अष्टमी की अनंत शुभकामनाएं।

मां महागौरी हर किसी के जीवन में सौभाग्य,

संपन्नता और सफलता लेकर आएं।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

तमिलनाडु में चेन्नई बंदरगाह से मदुरावॉयल कॉरिडोर की परियोजना दिसंबर 2024 तक पूरी होगी : गडकरी

नईदिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नये भारत में बाधा रहित मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी प्रदान करने की दिशा में काम करते हुए तमिलनाडु में चेन्नई बंदरगाह से मदुरावॉयल कॉरिडोर की परियोजना को 5800 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि 20.5 किलोमीटर लंबे इस प्रस्तावित एलिवेटेड स्ट्रेच को 4 खंडों में विकसित किया जाएगा जो चेन्नई बंदरगाह के अंदर शुरू होकर मदुरवॉयल इंटरचेंज के बाद समाप्त हो जाएगा।

गडकरी ने कहा कि यह परियोजना दिसंबर 2024 तक पूरी हो जाएगी और यह चेन्नई जाने वाले बंदरगाह यातायात के लिए एक समर्पित फ्रेट कॉरिडोर के रूप में काम करेगी।

इससे चेन्नई बंदरगाह की रखरखाव क्षमता में 48 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जिसके कारण इस बंदरगाह पर प्रतीक्षा समय 6 घंटे कम हो जाएगा।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी सोनिया गांधी

*यात्रा का ऐप भी हुआ लॉन्च*

नई दिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी छह अक्टूबर को कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी। हालांकि वह ज्यादा व़क्त तक साथ नहीं नहीं चलेंगी। मंगलवार यानि 4 अक्टूबर और बुधवार यानि 5 अक्टूबर को भारत जोड़ो यात्रा दशहरा के चलते रुका हुआ रहेगा।

इसी बीच राहुल गांधी भी सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा ऐप लॉन्च किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा के लिए एक ऐप लॉन्च किया है।

इसमें यात्रा की लाइव लोकेशन देख सकते हैं। साथ ही इसको डाउनलोड कर अपना नंबर डालकर यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। इस ऐप के जरिए आम नागरिक डिजिटल भारत जोड़ो यात्री भी बन सकेंगे, जिसका सर्टिफिकेट भी मिलेगा।

इसके साथ ही इस ऐप में लोग अपने सुझाव दे सकते हैं और इस को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है इसके लेकर भी जानकारी दी जा सकती है। हालांकि अभी तक इसकी वेबसाइट लांच की गई थी लेकिन अब ऐप भी लॉन्च कर दिया गया है।
राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने गत सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा की शुरूआत की थी। इन दिनों यात्रा कर्नाटक में है।

यात्रा का समापन अगले साल की शुरूआत में कश्मीर में होगा। इस यात्रा में कुल 3570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

ई-स्कूटर की बैट्री फटने से घायल हुए बच्चे की मौत

पालघर,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। महाराष्ट्र के वसई में इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैट्री फटने से घायल सात वर्षीय बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।

मृतक की पहचान शब्बीर अंसारी के रूप में हुई है जो दूसरी कक्षा का छात्र था। शब्बीर के घर में 23 सितंबर को चार्ज होने के दौरान ई-स्कूटर की बैट्री में विस्फोट हो गया, जिसकी चपेट में आकर वह गंभीर रूप से झुलस गया था।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के समय बच्चा अपनी मां के साथ सो रहा था।

उन्होंने कहा, शब्बीर के पिता जयपुर से ‘असेंबल’ किया गया ई-स्कूटर लाए थे और बैट्री को चार्ज करने के लिए कमरे में रखा था।

प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बैट्री अधिक गर्म होने के कारण फट गई।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

छह राज्यों की सात सीटों पर 3 नवंबर को उपनुचाव: निर्वाचन आयोग

नयी दिल्ली,03 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। छह राज्यों की रिक्त सात विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव होगा। निर्वाचन आयोग ने सोमवार को यह घोषणा की।

ये उपचुनाव बिहार के मोकामा और गोपालगंज, महाराष्ट्र के अंधेरी (पूर्व), हरियाणा के आदमपुर, तेलंगाना के मुनुगोडे, उत्तर प्रदेश के गोला गोरखनाथ और ओडिशा के धामनगर विधानसभा क्षेत्र में होंगे।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि इन चुनावों की अधिसूचना सात अक्टूबर को जारी होगी। मतों की गिनती छह नवंबर को होगी।

*****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने गैर-स्थानीय बैंक प्रबंधक पर हमला किया

श्रीनगर,03 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सोमवार को आतंकियों ने एक गैर-स्थानीय बैंक प्रबंधक पर गोलीबारी की।

हालांकि, इस हमले में वह बाल-बाल बच गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि यह घटना उत्तरी कश्मीर जिले में पट्टन इलाके के गौशबाग में हुई।

अधिकारियों ने बताया कि घटना से जुड़े अधिक विवरण का इंतजार है।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को जान से मारने की धमकी, आरोपी गिरफ्तार

मुंबई,03 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को जान से मारने की धमकी मिली थी। यह धमकी अविनाश वाघमारे नाम एक शख्स ने शराब के नशे में 112 नंबर डायल कर पुलिस को दी थी।

उसने होटल मैनेजर से पिणे के पाणी की बॉटल मांगी थी। लेकीन हॉटेल मॅनेजर ने उससे किंमत से जादा पैसे लिए उस बिल को लेकर झगड़ा हो गया था। वो इस गुस्से में होटल मैनेजर और मालिक को सबक सिखाना चाहता था।

इसलिए उसने लोनावला के होटल से महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे को 112 नंबर डायल कर जान से मारने की धमकी दी।

पुलिस ने वाघमारे को हिरासत में लिया है। वह मुंबई के घाटकोपर में रहता है और मूल रूप से सांगली के आटपाटी गांव का रहने वाला बताया जा रहा है।

उसने पूछताछ में यह बताया कि सीएम को जान से मारने की धमकी बस एक अफवाह और झूठी सूचना थी।

आरोपी ने यह बताया कि वो ये सब शराब के नशे में कर गया।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

खडग़े की बात से सहमत हूं कि हमें एक-दूसरे से नहीं, भाजपा से लडऩा है : थरूर

नयी दिल्ली,03 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में उम्मीदवार शशि थरूर ने अपने प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खडग़े से बहस की पैरवी करने के बाद सोमवार को कहा कि वह खडग़े की इस बात से सहमत हैं कि दोनों को एक-दूसरे से नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लडऩा है।

उन्होंने ट्वीट किया, मैं खडग़े जी से सहमत हूं कि कांग्रेस में हम सभी लोगों को एक दूसरे की बजाय भाजपा से मुकाबला करना है। हमारे बीच कोई वैचारिक मतभेद नहीं है।

लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा, 17 अक्टूबर को मतदान करने वाले हमारे साथियों को सिर्फ यह तय करना है कि इसे (भाजपा के खिलाफ लड़ाई) कैसे सर्वाधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।

थरूर ने रविवार को कहा था कि वह मल्लिकार्जुन खडग़े के साथ सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं, क्योंकि इससे लोगों की पार्टी में उसी तरह से दिलचस्पी पैदा होगी, जैसे कि हाल में ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद के चुनाव को लेकर हुई थी।

उनकी इस टिप्पणी पर खडग़े ने कहा था कि उन्हें और थरूर को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ मिलकर लडऩा है।

खडग़े का यह भी कहना था कि उन्हें और थरूर को महंगाई तथा बेरोजगारी जैसे मुद्दों के साथ ही भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा के खिलाफ मिलकर काम करना है।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

धनखड़ राज्यसभा के विभिन्न दलों के नेताओं को रात्रिभोज देंगे

नयी दिल्ली,03 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ सोमवार को उच्च सदन के विभिन्न दलों के नेताओं को रात्रिभोज देंगे। इसका आयोजन उप-राष्ट्रपति निवास में किया जाएगा।

उन्होंने 11 अगस्त को राज्यसभा के सभापति का कार्यभार संभाला था। उनके कार्यभार संभालने के बाद सदन में विभिन्न दलों के नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी, लेकिन यह उनकी पहली औपचारिक मुलाकात होगी।

इस रात्रि भोज का आयोजन शीतकालीन सत्र से पहले हो रहा है। आमतौर पर शीतकालीन सत्र की शुरुआत नवंबर के तीसरे सप्ताह में होती है।

यह पहला सत्र होगा जब धनखड़ उच्च सदन के सभापति के रूप में सदन का संचालन करेंगे।

राज्यसभा में सदन के नेता एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी इस रात्रिभोज में शामिल होंगे।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

वायुसेना को मिला देश का पहला स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर एलसीएच

*पहला स्वदेशी हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर*

नयी दिल्ली,03 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। देश में बने हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) का पहला बेड़ा राजस्थान के जोधपुर में आयोजित एक समारोह में भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल।

इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ व वायसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी मौजूद थे। एलसीएच से वायुसेना की ताकत में और वृद्धि होगी, क्योंकि यह बहुपयोगी हेलीकॉप्टर कई तरह की मिसाइल दागने और हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम है।

एलसीएच को सार्वजनिक उपक्रम ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने विकसित किया है और इसे ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात करने के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किया गया है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कहा कि नए हेलीकॉप्टर को शामिल करने से भारतीय वायुसेना का युद्ध कौशल बढ़ेगा। अधिकारियों ने बताया कि 5.8 टन वजन के और दो इंजन वाले इस हेलीकॉप्टर से पहले ही कई हथियारों के इस्तेमाल का परीक्षण किया जा चुका है।

गौरतलब है कि इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) ने स्वदेश में विकसित 15 एलसीएच को 3,887 करोड़ रुपए में खरीदने के लिए मंजूरी दी थी।

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इनमें से 10 हेलीकॉप्टर वायुसेना के लिए और पांच थल सेना के लिए होंगे। अधिकारियों ने बताया कि एलसीएच और ‘एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव में कई समानताएं हैं।

उन्होंने बताया कि इसमें कई विशेषताएं हैं जिनमें ‘स्टील्थ (रडार से बचने की) खूबी के साथ ही बख्तरबंद सुरक्षा प्रणाली से लैस और रात को हमला करने व आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता शामिल हैं।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

यूपी के भदोही में दुर्गा पूजा पंडाल में आग लगने से 3 की मौत, 64 घायल

*दर्दनाक हादसा*

भदोही,03 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के औराई थानाक्षेत्र में एक दुर्गा पूजा के पंडाल में आग लगने की घटना में 3 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 64 लोग घायल है। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में एक महिला और दो बच्चे शामिल हैं।

जिलाधिकारी गौरांग राठी ने सोमवार को बताया कि औराई थाने से 100 मीटर दूर नरथुआ गांव में एक पूजा समिति के पंडाल में रविवार रात करीब साढ़े 9 बजे भीषण आग लग गई थी। हादसे में एक महिला और दो बच्चों की मौत हो गई। वहीं, 64 अन्य लोग घायल हो गए जिनमें से तीन की हालत गंभीर है।

उन्होंने बताया कि भदोही की जया देवी (45), अंकुश सोनी (12) और नवीन (10) की वाराणसी में इलाज के दौरान मौत हो गई।

एसपी अनिल कुमार ने बताया कि औराई थाने में एक व्यक्ति और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। जिलाधिकारी राठी ने बताया कि घटना की जांच के लिए अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (एडीजी) राम कुमार ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है।

उन्होंने कहा, ‘ ऐसा प्रतीत होता है कि ‘हेलोजऩ के अधिक गर्म हो जाने से पंडाल में बिजली के तार में आग लग गई, जो बाद में हर जगह फैल गई। अधिकारियों ने बताया यह पंडाल ‘एकता क्लब पूजा समिति का था। आग लगने के बाद वहां भगदड़ मच भी गई थी।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पंडाल के अंदर हादसे के समय 300-400 लोग मौजूद थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम उपचार मुहैया कराने का निर्देश दिया है।

*****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Exit mobile version