जालंधर 17 Jully (एजेंसी): सावन मां के दूसरे सोमवार और सोमवती अमावस्या के एक ही दिन होने के दुर्लभ संयोग पर सैकड़ों भक्तों ने दोमोरिया पुल के नजदीक पुरानी रेलवे रोड पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में भोले बाबा का जलाभिषेक किया। सूर्य उदय से पूर्व मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी पंक्तियां लगनी शुरू हो गई थी। शास्त्रों में बताया गया है कि सोमवती अमावस्या के दिन श्राद्ध कर्म, तर्पण, स्नान एवं दान करने से साधक को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। इस बार सोमवती अमावस्या के साथ श्रावण सोमवार एवं सोमवार व्रत का अद्भुत एवं सुन्दर संयोग बना।
सावन माह के बीच में पुरुषोत्तम मास आने के कारण इस बार सावन मास की अवधि 59 दिनों की है और इस बार सावन मास में 8 सोमवार हैं, इस लिए शिव भक्तों में इस बार अत्यधिक उत्साह है। भक्तों की सुविधा के लिए शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए बेलपत्र, भांग, धतूरा, पुष्पादि का विशेष प्रबंध किया गया। भक्तों ने शिवलिंग का पंचामृत से स्नान करवा कर जलाभिषेक किया। पंडित चक्र प्रसाद जोशी द्वारा वैदिक मंत्रों से भोले बाबा का महा रुद्राभिषेक करवाया गया और उपरांत फलों का लंगर भी लगाया गया।
भक्तों ने सावन महीने का दूसरा उपवास रखा और व्रत की कथा भी मंदिर प्रांगण में बैठकर पढ़ी। मंदिर में विश्व विख्यात अमर भजन लेखक बलबीर निर्दोष जी द्वारा रचित शिव अमृतवाणी का संगीतमय पाठ भी किया गया। इस अवसर पर प्रधान यादव खोसला, रमेश सहदेव, गुरुचरन बजाज, मानव बजाज, गोविंद खोसला, सुनील सहदेव, अश्वनी तुली, मनीष रेहान, नरेंद्र जैन, विनय नैयर,नरेंद्र सग्गू, नीलम बजाज, पूजा खोसला, आशु बजाज, पूर्णिमा सैनी,रुचि चोपड़ा, श्वेता सहगल, वैदेही, वंशिका, सौम्या उपस्थित थे।
**************************