राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों पर हो कार्रवाई : शिवराज

भोपाल 28 Sep. (Rns/FJ): मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज श्योपुर जिले की समीक्षा बैठक करते हुए कहा कि जिले को कुपोषण के कलंक से मुक्त कराना है और राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

चौहान आज सुबह जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर को जिले के कराहल में आयोजित कार्यक्रम की व्यवस्था और अनुशासन के लिए जिला प्रशासन को बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों का गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में क्रियान्वयन हो, योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को‍ मिले।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि श्योपुर को कुपोषण के कलंक से मुक्त करना है। जिले में गरीब कल्याण की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो, राशन वितरण में कोई गड़बड़ न हो, यह सुनिश्चित करना और जनता को सुशासन देना राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

राशन वितरण की समीक्षा के दौरान उन्होंने कुछ गाँवों में केवल पाँच-छह दिन राशन की दुकानें खुलने, कियोस्क से पर्ची नहीं देने की शिकायतों पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जल जीवन मिशन में सामग्री की गुणवत्ता, कार्य को समय-सीमा में पूर्ण करना और खोदी गई सड़कों का तत्काल रिस्टोरेशन प्राथमिकता पर सुनिश्चित किया जाए।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

शील धाभाई ने फिर महापौर का पद संभाला

जयपुर 28 Sep. (Rns/FJ): राजस्थान में नगर निगम जयपुर ग्रेटर की महापौर सौम्या गुर्जर को बर्खास्त कर देने के बाद शील धाभाई ने आज यहां फिर कार्यवाहक महापौर का पद संभाल लिया।

श्रीमती धाभाई ने कार्यवाहक महापौर का पद संभालने के बाद कहा कि वह जयपुर शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को सुचारु रुप से चलाने का प्रयास करेगी।

उन्होंने कहा कि रोशनी का पर्व दीपावली को लेकर शहर में उत्साह हैं और इस मौके निगम की तरफ से साफ सफाई आदि का ध्यान रखते हुए लोगों की खुशियों को दुगना कर सके, ऐसा प्रयास किया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि चार जून 2021 को तत्कालीन निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव के साथ मारपीट एवं बदसलूकी के आरोप के मामले में छह जून को श्रीमती गुर्जर को निलंबित कर दिया गया था।

इसके बाद श्रीमती गुर्जर के विरुद्ध प्राथमिक जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर इस मामले की न्यायिक जांच कराई गई जिसकी गत 10 अगस्त को जारी रिपोर्ट में श्रीमती गुर्जर को दोषी पाया गया था।

श्रीमती गुर्जर को निलंबित करने के बाद राज्य सरकार ने शील धाभाई को कार्यवाहक महापौर नियुक्त कर दिया था।

इस मामले को लेकर श्रीमती गुर्जर ने अदालत की शरण ली और मामला उच्चतम न्यायालय तक पहुंचा और गत फरवरी में न्यायालय ने उनके निलंबन आदेश को स्टे कर देने से उन्होंने फिर जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर का पद संभाल लिया था।

हाल में उच्चत्तम न्यायालय ने राज्य सरकार को इस मामले में कार्यवाही करने के लिए स्वतंत्र करते हुए याचिका का निस्तारण कर देने के बाद राज्य सरकार ने मंगलवार को श्रीमती गुर्जर को महापौर पद से बर्खास्त कर दिया।

गौरतलब है कि श्रीमती धाभाई इससे पहले पिछले वर्ष सात जून से गत एक फरवरी तक कार्यवाहक महापौर रही। इससे पहले भी वह जयपुर नगर निगम की महापौर निर्मला वर्मा के निधन के बाद वर्ष 2001 में महापौर बनी।

***************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

पीएफआई पर प्रतिबंध आंतरिक सर्जिकल स्ट्राइक : गृह मंत्री, मध्यप्रदेश

भोपाल 28 Sep. (Rns/FJ): मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध के कदम का स्वागत करते हुए आज कहा कि ये एक तरह से आंतरिक सर्जिकल स्ट्राइक है।

डॉ मिश्रा ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि मध्यप्रदेश में अब तक पीएफआई से जुड़े 25 लाेग हिरासत में लिए गए हैं। इनसे पूछताछ के बाद जैसे-जैसे सबूत मिलते जाएंगे, वैसे-वैसे सारी स्लीपर सेल पकड़ में आती जाएंगी।

उन्होंने कहा कि पीएफआई पर प्रतिबंध आंतरिक सर्जिकल स्ट्राइक के समान है। इससे इस संगठन के पूरे तंत्र नेस्तनाबूद होंगे। भाजपा की सरकार तुष्टिकरण में यकीन नहीं करती।

केंद्र सरकार का ये कदम स्वागतयोग्य है। गृह मंत्री ने कहा कि जिस संगठन के देश में विभिन्न स्थानों पर हत्याओं में शामिल होने के सबूत मिले हैं, ऐसे संगठन पर प्रतिबंध स्वागतयोग्य कदम है।

इसी बीच मध्यप्रदेश में भी इस संगठन पर लगातार कार्रवाई का सिलसिला जारी है। उज्जैन में पीएफआई कार्यालय को सील किए जाने की भी सूचना है।

************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

 

 

मलबा आने से चार घंटे तक बाधित रहा बदरीनाथ हाईवे

टिहरी ,27 सितंबर (आरएनएस/FJ)। ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर मुल्यागांव के समीप लगातार पहाड़ी से भारी बोल्डर गिरने से यातायात अवरुद्ध हो गया। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद एनएच ने हाईवे पर आये मलबे और पत्थरों को हटाकर यातायात बहाल करवाया।

मंगलवार सुबह ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे पर मुल्यागांव के समीप पहाड़ी से आये मलबे के कारण बदीनाथ हाईवे चार घंटे तक बाधित रहा। बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते रविवार से लगातार पहाड़ी से भारी बोल्डर और मलबा आने का सिलसिला हाईवे पर बना हुआ है।

मंगलवार सुबह करीब छह बजे अचानक पहाड़ी से भारी बोल्डर के साथ मलबा सड़क पर आ गिरा, घंटों की मशक्त के बाद एनएच द्वारा जेसीबी और पोकलैंड मशीन के जरिए हाईवे पर आया मलबा हटा दिया गया, जिसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई।

देवप्रयाग कोतवाल देशराज शर्मा ने बताया कि मार्ग अवरुद्ध होने से श्रीनगर और ऋषिकेश की ओर आवाजाही करने वाले वाहनों की हाईवे पर लंबी कतार लग गई। जिससे बदरी केदार सहित हेमकुंड आने जाने वाले यात्री हाईवे पर फंसकर रह गए।

देवप्रयाग से 11 किमी. दूर स्थित मुल्यागांव में फिलहाल यातायात बहाल होने से यात्रियों व स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है मगर अभी भी पहाड़ी से बोल्डर और मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है।

***********************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

उद्धव गुट को SC से झटका: असली शिवसेना तय करने वाली EC की कार्रवाई पर रोक नहीं

नई दिल्ली 27 Sep. (Rns/FJ)- महाराष्ट्र में सियासी संकट पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने बड़ा फैसला सुनाया है। उद्धव गुट की अर्जी को खारिज करते हुए शीर्ष अकालत ने चुनाव आयोग की कार्रवाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। इस फैसले से एकनाथ शिंदे कैंप को राहत मिली है।

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को चुनाव आयोग को यह निर्णय लेने की अनुमति दे दी कि शिवसेना का कौन सा धड़ा असली है और किसे शिवसेना का चुनावी चिन्ह दिया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला लेते हुए मामले में कार्यवाही पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और साथ ही उद्धव ठाकरे खेमे की याचिका को खारिज कर दिया। बता दें कि यहां मामले में दूसरे धड़े का नेतृत्व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कर रहे हैं। शिंदे गुट का तर्क है कि शिवसेना के ज्यादातर विधायक और सांसद उनके खेमे का हिस्सा है। ऐसे में शिवसेना का चुनाव चिन्ह उन्हें दिया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना सुप्रीमो और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि उनकी टीम विद्रोही के खिलाफ कानूनी लड़ाई में विजयी होगी। शिंदे ने जून माह में भाजपा की मदद से उद्धव ठाकरे की महाविकास अघाड़ी सरकार गिरा दी थी और 30 जून को सीएम पद की शपथ ली।

23 अगस्त को, सुप्रीम कोर्ट ने उद्धव ठाकरे और शिंदे के नेतृत्व वाले गुटों द्वारा दायर याचिकाओं को पांच-न्यायाधीशों की पीठ के पास भेजा था, जिसमें दलबदल, विलय और अयोग्यता से संबंधित कई संवैधानिक प्रश्न उठाए गए थे। ठाकरे के वकीलों ने पहले कहा था कि शिंदे के प्रति वफादार पार्टी विधायक किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ विलय करके ही संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत अयोग्यता से खुद को बचा सकते हैं। जवाब में शिंदे समूह ने तर्क दिया था कि दलबदल विरोधी कानून उस नेता के लिए हथियार नहीं हो सकता जिसने अपनी ही पार्टी का विश्वास खो दिया हो।

**********************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

कश्मीर मुठभेड़ में मारे गए पाक आतंकी की हुई पहचान

श्रीनगर 27 Sep. (Rns/FJ): दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान मारे गए एक आतंकवादी की पहचान प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद संगठन के पाकिस्तानी सदस्य के रूप में की गई है। इस बात की जानकारी सेना के अधिकारियों ने मंगलवार को दी।

अधिकारियों के मुताबिक, अबू हुरेर्राह वेलबटापुरा गांव में हुई मुठभेड़ में मारा गया। इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर गांव में सेना, पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया था।

सुरक्षा बलों द्वारा गांव में घरों के संदिग्ध समूहों के चारों ओर त्वरित घेराबंदी स्थापित की गई थी। एक घर में एक से दो आतंकवादियों की मौजूदगी का संदेह होने पर, सुरक्षा बलों ने आसपास के नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर निकालना शुरू कर दिया।

जैसा कि पहले के अभियानों में भी देखा गया है, आतंकवादियों ने भागने के अवसर का फायदा उठाने की उम्मीद में नागरिकों को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। नागरिक जीवन के लिए खतरे को भांपते हुए और व्यक्तिगत सुरक्षा की अवहेलना करते हुए, सैनिकों ने निकासी प्रक्रिया को तेज कर दिया, साथ ही आतंकवादी को मार गिराया।

सेना ने कहा कि, नागरिकों को बचाने और उन्हें गोलाबारी क्षेत्र से बाहर निकालने का प्रयास करते हुए, एक अधिकारी को बंदूक की गोली लगी और उसे 92 बेस अस्पताल, श्रीनगर ले जाया गया।

दो नागरिकों को भी चोटें आईं, जब उन्हें ग्रेनेड फेंककर आतंकवादी ने निशाना बनाया। इनमें से एक को 92 बेस अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। लक्षित घर के आसपास कोई नागरिक उपस्थिति नहीं होने की सकारात्मक पुष्टि पर, सेना ने आतंकवादी को बेअसर करने के लिए एक अभियान चलाया।

आतंकवादी को बाद में बेअसर कर दिया गया और जेकेपी द्वारा पाकिस्तान के निवासी अबू हुर्राह और जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के कट्टर सदस्य के रूप में पहचाना गया। सेना ने कहा, “एक एके सीरीज राइफल, एक पिस्टल, ग्रेनेड और अन्य जंगी सामान बरामद किए गए हैं।”

*****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

गहलोत समर्थक विधायकों के बदले सुर

*अब सचिन पायलट को CM बनाने का किया समर्थन*

जयपुर 27 Sep. (Rns/FJ): राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर उठा सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंत्री पद को लेकर मचे इस घमासान पर कांग्रेस आलाकमान काफी सख्ती दिखा रहा है। आलाकमान की सख्ती का असर अब विधायकों पर दिखने लगा है। इंदिरा मीणा, जितेंद्र सिंह और मदन प्रजापति के बाद अब अशोक गहलोत समर्थक चौथे विधायक संदीप यादव ने भी अपना पाला पलट लिया है। दरअसल पहले ये विधायक अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन कर रहे थे, लेकिन अब इन विधायकों ने अपना पलड़ा पलट लिया है। अब ये विधायक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने का राग अलापने लगे हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये चारों विधायक रविवार की शाम गहलोत के वफादार मंत्री शांति धारीवाल के घर हुई बैठक में शामिल थे। इसके बाद मंगलवार सुबह ही गहलोत खेमे के विधायक संदीप यादव ने एक वीडियो जारी कर कहा कि, ”मैं कांग्रेस हाईकमान के साथ हूं। उनका हर फैसला मुझे मंजूर है।” वहीं, मदन प्रजापति ने भी अपना रुख बदलते हुए सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने पर एतराज नहीं होने की बात कह डाली।

सचिन CM बनते तो हमारे लिए अच्छा रहेगा -इंदिरा मीणा

गहलोत का समर्थन करने वाली विधायक इंदिरा मीणा ने कहा, हमें पहले मुख्यमंत्री निवास बुलाया गया था। मगर बाद में कहा गया कि शांति धारीवाल के घर आओ। वहां जाने पर एक कागज पर साइन करा लिया और वो हमने पढ़ा नहीं। हमारा सचिन पायलट से कोई विरोध नहीं है। वह सीएम बनते हैं तो हमारे लिए अच्छा रहेगा।

त्यागपत्र का काम गलत है -जितेंद्र सिंह

गहलोत के वफादार शांति धारीवाल के घर इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायक जितेंद्र सिंह जो गहलोत के खेमे के विधायक थे उन्होंने कहा था, त्यागपत्र का काम गलत है। मैं आलाकमान के साथ हूं, चाहे जिसे मुख्यमंत्री बनाए मैं साथ दूंगा। मुझे विधायक दल की बैठक के लिए मुख्यमंत्री निवास बुलाया गया था, जहां से फोन कर धारीवाल के बंगले पर बुला लिया गया।

82 विधायकों ने सौंपा इस्तीफा

बता दें बीते रविवार को कांग्रेस विधायक दल की हुई बैठक मुख्‍यमंत्री निवास आहूत की जानी थी, लेकिन इससे पहले ही गहलोत के वफादार संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर जमा हो गए। इसके बाद शांति धारीवाल के बंगले से विधायक का गुट रात को 8 बजे के बाद विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी के बंगले पर पहुंचा। जहां करीब 82 विधायकों ने सामूहिक रूप से स्पीकर सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। गौरतलब है कि राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 108 विधायक हैं। पार्टी को 13 निर्दलीयों का भी समर्थन प्राप्त है।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख को फाल्के पुरस्कार

नई दिल्ली 27 Sep. (Rns/FJ): कटी पतंग, मेरा गाँव मेरा देश और लव इन टोक्यो जैसी यादगार फिल्मों में भूमिका निभाने वाली हिंदी रजतपटल की अपने समय की महान अभिनेत्री आशा पारेख को वर्ष 2020 के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पारेख को यह पुरस्कार नयी दिल्ली में 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वितरण समारोह में 30 सितंबर को प्रदान करेंगी।

52वें दादासाहेब फाल्के पुरस्कार के निर्णायक मंडल के इस निर्णय की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा, मुझे यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस हो रहा है कि दादासाहेब फाल्के चयन जूरी ने आशा पारेख जी को भारतीय सिनेमा में उनके अनुकरणीय जीवन भर के योगदान के लिए मान्यता और पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।ठाकुर ने यह भी घोषणा की कि 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 30 सितंबर को नयी दिल्ली में आयोजित किए जाएंगे और इसकी अध्यक्षता भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी।

आशा पारेख ने फिल्मों में अभिनय के अलावा निर्देशक और निर्माता की भूमिका में भी भारतीय सिनेमा को समृद्ध किया। उन्होंने सिनेमा और नृत्यकला प्रेमियों के मन पर एक कुशल भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना के रूप में भी अपनी अमिट डाली है। एक बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू करते हुए उन्होंने दिल देके देखो में मुख्य नायिका के रूप में अपनी शुरुआत की और 95 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने तीसरी मंजिल, आया सावन झूम के, आन मिलो सजना, मेरा गांव मेरा देश जैसी मशहूर फिल्मों में भी यादगार अभिनय किया है। पारेख को फाल्के पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय पांच सदस्यों की जूरी द्वारा लिया गया था। इसमें आशा भोसले, हेमा मालिनी, पूनम ढिल्लो, टी. एस. नागभरण, उदित नारायण शामिल थे। आशा पारेख को 1992 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने 1998-2001 तक केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के प्रमुख के रूप में भी काम किया है।

*****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

राजस्थान सरकार ने बीजेपी मेयर सौम्या गुर्जर को किया बर्खास्त

*6 साल चुनाव लड़ने पर लगाई रोक*

जयपुर 27 Sep. (Rns/FJ): राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच गहलोत सरकार ने मंगलवार को भाजपा की मेयर सौम्या गुर्जर को पद से बर्खास्त कर दिया। 23 सितंबर को इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में उठाया गया और राज्य सरकार को दो दिन बाद कार्रवाई करने को कहा गया। सोमवार को छुट्टी होने के कारण राज्य सरकार ने मंगलवार को मेयर को बर्खास्त करने का प्रस्ताव तैयार कर शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल को भेज दिया। मंत्री की स्वीकृति मिलने पर स्वायत्तशासी शासन विभाग ने महापौर को पद से बर्खास्त करने और अगले छह वर्षों के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित करने का आदेश जारी किया। गौरतलब है कि जून 2021 में जयपुर नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय में मेयर सौम्या गुर्जर, तत्कालीन आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव और अन्य पार्षदों के बीच हुई बैठक में विवाद की सूचना मिली थी।

पार्षद और मेयर के बीच कमिश्नर से बहस हो गई। कमिश्नर बैठक को बीच में ही छोड़ कर चले गए थे। लेकिन पार्षदों ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया, जिसके बाद विवाद और बढ़ गया। आयुक्त ने तीन पार्षदों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए सरकार को लिखित शिकायत दी और ज्योति नगर थाने में मामला दर्ज कराया। 5 जून को सरकार ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए मेयर सौम्या गुर्जर व पार्षद पारस जैन, अजय सिंह, शंकर शर्मा के खिलाफ मिली शिकायत की जांच स्वायत्त शासन निदेशालय के क्षेत्रीय निदेशक को सौंप दी।

सरकार ने छह जून को जांच रिपोर्ट में चारों को दोषी मानते हुए सभी (महापौर और तीन पार्षदों) को पद से निलंबित कर दिया था। उसी दिन, सरकार ने उन सभी के खिलाफ न्यायिक जांच शुरू की। उसी महीने, राज्य सरकार ने एक आदेश जारी किया और पार्षद शील धाबाई को कार्यवाहक मेयर नियुक्त किया। मेयर गुर्जर ने निलंबन को हाईकोर्ट में चुनौती दी, लेकिन 28 जून को हाईकोर्ट ने निलंबन आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। जुलाई में सौम्या गुर्जर ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर न्यायिक जांच पर रोक लगाने और निलंबन आदेश पर रोक लगाने की मांग की थी।

1 फरवरी 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने निलंबन आदेश पर रोक लगा दी, जिसके बाद सौम्या गुर्जर ने 2 फरवरी को मेयर की कुर्सी फिर से संभाल ली। सौम्या और तीन अन्य पार्षदों के खिलाफ न्यायिक जांच की रिपोर्ट 11 अगस्त को आई, जिसमें सभी को दोषी पाया गया था। 22 अगस्त को सरकार ने भाजपा के तीन पार्षदों की सदस्यता समाप्त कर दी। इस न्यायिक जांच के आधार पर उन्हें सरकार ने हटा भी दिया है। इसके बाद सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर न्यायिक जांच की रिपोर्ट पेश की और मामले की जल्द सुनवाई की मांग की। शीर्ष अदालत ने 23 सितंबर को सरकार को आगे बढ़ने की अनुमति दी थी।

*****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में ट्विस्ट, शशि थरूर के अलावा कोषाध्यक्ष बंसल ने भी लिए नामांकन फॉर्म

नई दिल्ली 27 Sep. (RnsFJ): कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए जहां एक तरफ शशि थरूर ने नामांकन पत्र लिया है तो वहीं अब पार्टी कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने भी सोमवार शाम फॉर्म लिए हैं, हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह फॉर्म उन्होंने अपने लिए लिए हैं या अपने किसी समर्थक के लिए है। केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री सोनिया गांधी संग बैठक की और संगठन चुनाव को लेकर विस्तृत चर्चा की और अभी तक किन-किन लोगों ने फॉर्म लिए हैं, इसकी भी जानकारी उन्होंने दी।

10 जनपथ में बैठक खत्म होने के बाद मधुसूदन मिस्त्री ने बताया, संगठन चुनाव को लेकर सोनिया गांधी को हमने जानकारी दी है और मतदाता पहचान पत्र भी तैयार कराएं हैं वह भी उन्हें सौंपे हैं। वहीं अब तक कांग्रेस नेता शशि थरूर के यहां से उनका अधिकृत व्यक्ति फॉर्म लेकर गए हैं और दूसरा फॉर्म पवन बंसल बतौर समर्थक लेकर गए, हालांकि उन्होंने खुद के लिए यह फॉर्म नहीं लिया है।

पवन बंसल दो फॉर्म लेकर गए हैं, मैं स्पष्ट भी नहीं हूं, किसके लिए लेकर गए हैं। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए अब तक शशि थरूर और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे चल रहा था। हालांकि राजस्थान मैं चले सियासी घमासान के बीच अशोक गहलोत का नाम कहीं न कहीं पिछड़ता जा रहा है, लेकिन पार्टी की तरफ से शशि थरूर के सामने अब कौन अध्यक्ष का चुनाव लड़ेगा इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।

***************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आपका दिन बेहतर रहेगा। किसी अधूरे कार्य के पूर्ण होने से धनागम सुनिश्चित होगा। आज आपके सामाजिक व्यवहारों में वृद्धि होगी। मध्यान के बाद परिस्थिति और सही बनने लगेंगी मगर सेहत के साथ साथ कार्य क्षेत्र पर भी अधिक ध्यान देना पड़ेगा। परिजनों से मधुरता बनाएँ रखे। गुस्से पर नियन्त्रण रखें। योगा व हल्का व्यायाम करें, स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

आज का दिन आपके लिए सामान्य रहेगा। स्वभाव से चंचल रहेंगे। किसी की भी बातो को बिना तथ्य जाने सच न माने। बुरानी बीमारियों में आज थोड़ा सुदर आएगा फिर भी लापरवाही से बचें। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन सामान्य रहेगा। आय-व्यय लगभग समान ही रहेंगे। स्वास्थ्य लाभ होगा।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आपका दिन मिलाजुला रहेगा। विरोध करने वालो को अपनी गलती का अहसास होगा। कार्य क्षेत्र पर आज अनमने मन से ही कार्य करेंगे। धन लाभ अल्प मात्रा में होगा। संध्या के आस-पास अपने बुद्धि विवेक से कुछ रुके काम बना लेंगे जिससे निकट भविष्य में आय की संभावना बनेगी। अधिकारी एव परिजनों को मेहनत से प्रसन्न करें। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन आप अधिक परिश्रम के कारण शारीरिक शिथिलता अनुभव करेंगे लेकिन परिश्रम का सकारात्मक फल मिलने से उत्साहित भी रहेंगे। आवश्यकता अनुसार धन की आमद हो ही जाएगी। उधार दिए धन की वसूली की लिए समय उपयुक्त है परंतु आर्थिक व्यवहारों में आज गरमा गर्मी से बचे उधार आज किसी से ना लें। सेहत सही रहेगी।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपकी सुख शांति में वृद्धि करेगा। व्यापार व्यवसाय में आकस्मिक लाभ के सौदे मिलने से भविष्य की योजनाएं गति लेंगी। नौकरी पेशा जातको को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा जिससे सम्मान की प्राप्ति भी होगी। परिजनों का सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य आज सामान्य बना रहेगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आप आध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रयास करेंगे। आप पूरी निष्ठा एवं तैयारी के साथ अधूरे कार्य पूर्ण करने में लग जाएंगे। सहकर्मियों का सहयोग अपेक्षा से कम ही रहेगा फिर भी धन लाभ में ज्यादा व्यवधान नही आएंगे। बड़ो का आशीर्वाद फलिल होगा। पारिवारिक वातावरण सामान्य व सम्बन्ध मधुर रहेगे। सुखोपभोग की वस्तु खरीदने की योजना बनेगी। सेहत बढिया रहेगी।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आप दिन का समय शांति से बिताएंगे। कोई समाचार प्राप्त हो सकता है। धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी। धर्म के कामो में समय एवं धन व्यय करेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन आपके बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम पर ज्यादा निर्भर करेगा। आज परिजनों की समस्या का समाधान अवश्य करें। दाम्पत्य जीवन मनोनुकूल रहेगा। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन मध्यान से पहले आपको कोई लाभदायक समाचार मिलेगा धन कोष में भी आकस्मिक वृद्धि होगी। कार्य व्यवसाय से दिन के पहले भाग में अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक लाभ कमा लेंगे। सरकारी कार्य आज करने से सफलता की संभावनाएं अधिक रहेंगी। धर्म कर्म में रुचि लेंगे पौराणिक धार्मिक स्थल की यात्रा होगी। दाम्पत्य जीवन का सुख सामान्य रहेगा। सेहत सही रहेगी।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आप पूरी निष्ठा एवं तैयारी के साथ अधूरे कार्य पूर्ण करने में लग जाएंगे सहकर्मियों का सहयोग अपेक्षा से कम ही रहेगा फिर भी धन लाभ में ज्यादा व्यवधान नही आएंगे। व्यवसायी वर्ग नगद व्यवहार को अधिक महत्त्व देंगे। पारिवारिक वातावरण सामान्य व सम्बन्ध मधुर रहेगे। सुखोपभोग की वस्तु खरीदने की योजना बनेगी। सेहत बढिया रहेगी।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपकी महात्त्वकांक्षाये बढ़ चढ़ कर रहेंगी। कार्य व्यवसाय में जल्दबाजी न करने की सलाह है मन लगाकर कार्य करें परिणाम सुखद होंगे। आर्थिक रूप से दिन सामान्य रहेगा। मध्यान के बाद कही से अकस्मात लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक सदस्यों के साथ मधुरता रखें। बुजुर्गों का आशीर्वाद फलिल होगा। सेहत सामान्य रहेगी।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आपका दिन मनोनुकूल ही रहेगा। कोई समाचार प्राप्त हो सकता है। धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी। धर्म के कामो में समय एवं धन व्यय करेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन आपके बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम पर ज्यादा निर्भर करेगा। आज परिजनों की समस्या का समाधान अवश्य करें। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आपको आज का दिन मिला-जुला फल देगा। भाई व मित्र के सहयोग से सफलता मिलेगी। आध्यात्मिक विचारों में और वृद्धि होगी। दिन के आरंभ में आलस्य रहेगा। अति आवश्यक एवं धन संबंधित कार्य मध्यान से पहले पूर्ण करने का प्रयास करें। कार्य क्षेत्र पर भाईचारे का ध्यान रखे। घरेलू वातावरण को मधुर बनाएँ। सेहत सामान्य रहेगी।

*************************************

 

स्वीडन अंडर-17 महिलाओं ने भारत को 3-1 से हराया

गिरोना ,27 सितंबर (एजेंसी) । स्वीडन अंडर’17 महिला फुटबॉल टीम ने फीफा अंडर’7 महिला विश्व कप से पहले आयोजित अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में एकतरफा मुकाबले में भारत को 3′ से मात दी।

स्वीडन की ओर से आइडा ग्रामफोर्स (44वां मिनट), सारा फिरग्रेन (47वां मिनट) और सेलमा एस्ट्रोम (54वां मिनट) ने गोल किये। सुधा टिर्की ने 62वें मिनट में भारत का सांत्वना गोल जमाया।

ग्रामफोर्स ने यहां टोरेमिरोना रिलाइस में खेले गये मैच का पहला हाफ समाप्त होने से पूर्व कॉर्नर को गोल में तब्दील करके अपनी टीम को बढ़त दिलायी।

फिरग्रेन ने हाफ टाइम के ठीक दो मिनट बाद एक और गोल जमाकर स्वीडन की बढ़त दोगुनी की। फिरग्रेन के क्रॉस की बदौलत एस्ट्रोम ने भी 54वें मिनट गोल किया।

सुधा ने इसके बाद कप्तान अस्तम ओराओन की सहायता से भारत के लिये गोल दागा लेकिन यह केवल हार के अंतर को ही कम कर सका।

भारतीय अंडर’7 महिला फुटबॉल टीम ने 11 अक्टूबर से भारत में होने वाले फीफा विश्व कप की तैयारी के लिये स्पेन की यात्रा की है, जहां उसे कुछ मैत्री मैच खेलने हैं।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

शेखावाटी किंग्स ने रोमाचंक मुकाबले में मेवाड़ मॉन्क्स को दो अंक से दी मात

जयपुर ,27 सितंबर (एजेंसी) । राजस्थान की गुलाबी नगरी जयपुर में एटलेंचर स्पोर्टस द्वारा आयोजित केईआई रियल कबड्डी लीग के सीजन 2 छठे दिन हुए मुकाबलों में शेखावाटी किंग्स ने रोमाचंक मुकाबले में मेवाड़ मॉन्क्स को केवल दो अंक से मात दी जबकि जोधाना वारियर्स ने अरावली ईगल्स को तीन अंक एवं चंबल पाइरेट्स ने जयपुर जगुआर को पांच अंको से हराया वहीं सिहं सूरमा ने बिकाना राइडर्स को करारी शिकस्त दी।

पहले मुकाबले में चंबल पाइरेट्स और जयपुर जगुआर के बीच रोमांच और कांटे का खेल देखने को मिला जिसमें चंबल ने जयपुर को पांच अंकों से हरा दिया। मैच का फाइनल स्कोर चंबल 40 और जयपुर 35 अंक रहा। अजय मैन ऑफ द मैच रहे।

दूसरे मैच में शेखावाटी किंग्स और मेवाड़ मॉन्क्स के बीच हुए जबरदस्त मुकाबले के शुरुआत से ही दोनो टीमें एक दूसरे पर भारी पडऩे की कोशिश करती दिखी। जिसमें शेखावाटी ने मेवाड को दो अंको से हराया।

शेखावाटी टीम के लक्ष्य मैन ऑफ द मैच रहे। मैच का अंतिम स्कोर शेखावाटी 42 और मेवाड़ 44 अंक रहा। तीसरे मैच में जोधाना वारियर्स और अरावली ईगल्स के बीच हुए मुकाबले में आक्रामक खेल देखने को मिला।

दोनो टीमों ने अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन से शानदार नमूना पेश करते हुए मुकाबले के अंत तक सबको बांधे रखा। मुकाबले में जोधाना वारियर्स ने तीसरी जीत के साथ अरावली ईगल्स को करारी शिकस्त देते हुए तीन अंकों से मुकाबला जीत लिया।

मैच का फाइनल स्कोर जोधाना वारियर्स 37 और अरावली ईगल्स 34 अंक रहा। मैच में जोधाना के दिनेश मैन ऑफ द मैच रहे।

दिन के आखरी मैच में सिंह सूरमा और बिकाना राइडर्स के बीच हुए जबरदस्त मुकाबले में दोनो टीमों ने आक्रामक खेल दिखाया। मुकाबले में सूरमा ने जीत के साथ बिकाना को शिकस्त देते हुए दस अंक से मुकाबला जीत लिया। मैच का अंतिम स्कोर सूरमा 43 और बिकाना 34 रहा। सूरमा टीम के हितेश मैन ऑफ द मैच रहे।

इस लीग में जयपुर जगुआर सात अंकों के साथ शीर्ष पर है, अब तक उसने पांच मैच खेले, जिसमें तीन में जीत हासिल की और एक मैच में हार का सामना करना पड़ा। सिंह सूरमा छह अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है और उसने अब तक तीन मैच जीते और दो हारे हैं।

चंबल पाइरेट्स ने भी छह अंक हासिल किए लेकिन वह तीसरे स्थान पर है जिसने तीन मैच जीते और दो हारे जबकि शेखावाटी किंग्स के भी छह अंक है लेकिन वह चौथे स्थान पर है।

इसी तरह जोधाना वारियर्स छह अंकों के साथ पांचवें, बिकाना राइडर्स पांच अंकों के साथ छठे, दो अंकों के साथ मेवाड़ मॉन्क्स सातवे तथा अरावली ईगल्स आठवें स्थान पर है।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

हमारे फुटबॉल खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमक सकते हैं : पूर्व खिलाड़ी अरुण मल्होत्रा

नई दिल्ली ,27 सितंबर (एजेंसी) । पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के नवनिर्वाचित तकनीकी समिति के सदस्य अरुण मल्होत्रा का मानना है कि मौजूदा भारतीय राष्ट्रीय टीम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकने की क्षमता है।

ठीक उसी तरह जैसे 20 साल पहले 2002 में वियतनाम के खिलाफ एलजी कप फाइनल में उन्होंने और उनके साथियों ने किया। मल्होत्रा ने कहा, फुटबॉल में आपको शांत रहने के साथ धर्य रखना पड़ता है।हमारे खिलाडिय़ों में वियतनाम को हराकर एक बार फिर इतिहास बनाने की क्षमता और प्रतिभा है।

जम्मू-कश्मीर से प्रसिद्धि पाने वाले मल्होत्रा ने कहा, आजकल, भारतीय खिलाड़ी अधिक जागरूक हैं और खेल के प्रति पेशेवर दृष्टिकोण रखते हैं। मुझे उम्मीद है कि हमारी टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी और अगले मैच में वियतनाम के खिलाफ जीत हासिल करेगी।

मल्होत्रा एलजी कप 2002 में विजेता टीम का हिस्सा थे और उन्होंने यादें साझा कीं है कि कैसे उन्होंने और उनके साथियों ने हो ची मिन्ह सिटी में मेजबान वियतनाम के खिलाफ फाइनल में समीकरण बदल दिया।

उन्होंने कहा, मैं अपने साथियों पर पुरानी यादों के साथ-साथ गर्व महसूस कर रहा हूं कि कैसे हमने एक ऐतिहासिक जीत में एक करीबी हार को बदल दिया।

फाइनल में, हम पहले हाफ में वियतनाम के खिलाफ दो गोल पीछे चल रहे थे, लेकिन हमारे कोच स्टीफन कॉन्सटेंटाइन ने कुछ कहा, इसके बाद हाफ टाइम के बाद हमारा खेलने का तरीका बदल गया।

मल्होत्रा ने याद करते हुए कहा, वह टूर्नामेंट अब इतिहास है। अब आपने इतिहास को बदलने के लिए दूसरे हाफ में अपनी सारी ऊर्जा और बुद्धि एक साथ लगा दी।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

फेंसर भवानी देवी नेशनल गेम्स में तीसरी बार गोल्ड मेडल के लिए प्रयास करेंगी

गांधीनगर ,27 सितंबर (एजेंसी) । ओलंपियन भवानी देवी यहां गुजरात में 36वें नेशनल गेम्स में स्वर्ण पदकों की हैट्रिक पूरी करने के लिए फ्रांस से पूरी यात्रा करने के लिए तैयार हैं।

2015 में पिछले खेलों के बाद से लंबे अंतराल का जिक्र करते हुए, उन्होंने राष्ट्रीय मीडिया के साथ एक बातचीत के दौरान कहा, मैंने नेशनल गेम्स में अपना तीसरा स्वर्ण पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत की है।

उन्होंने आगे कहा, तीन महीने पहले जब मैंने सुना कि गुजरात ने खेलों की मेजबानी के लिए कदम रखा है तो मैं रोमांचित हो गई।

चैंपियन फेंसर ने अपने कारनामों से देश में अकेले ही खेल को लोकप्रिय बनाया है और वह अब गांधीनगर में 30 सितंबर से शुरू होने वाली प्रतियोगिता का और इंतजार नहीं कर सकती।

उन्होंने कहा, नेशनल गेम्स मेरे लिए एक बहुत ही खास प्रतियोगिता है। मैं इसका इंतजार कर रही हूं। इससे भी ज्यादा यह गुजरात में मेरा पहला कार्यक्रम होगा।

उन्होंने आगे कहा, मुझे लगता है कि पिछले सात वर्षों में भारतीय तलवारबाजी ने एक लंबा सफर तय किया है। इस बार प्रतियोगिता अलग होगी और मैं फिर से अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूं।

फरवरी 2015 में वापस, भवानी देवी ने कोच्चि उपनगर, नेदुंबस्सेरी में महिला कृपाण फाइनल में पंजाब की कोमलप्रीत शुक्ला को हराया।

इससे पहले, 2011 में रांची में, उन्होंने केरल टीम की अपनी साथी रीथा पुथुसेरी को हराकर अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था।

वह पिछले दो नेशनल गेम्स में विजेता केरल टीमों का हिस्सा थीं, क्योंकि वह थालास्सेरी में साई केंद्र में प्रशिक्षण ले रही थीं।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

 

औरंगाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद

औरंगाबाद 27 Sep. (Rns/FJ): बिहार मे नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले से पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक तथा कारतूस बरामद किया है।

पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मुकेश कुमार एवं 205 कोबरा वाहिनी उप समादेष्टा वाई.ए.डाखोले तथा सहायक समादेष्टा अजीत बी.नायर, रामवीर, सहायक समादेष्टा, 29वी वाहिनी एस.एस:बी० के संयुक्त नेतृत्व में जिला अंतर्गत कार्यरत 205 कोबरा वाहिनी, 29वीं वाहिनी एस.एस.डी० एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन के संयुक्त टीम ने छापेमारी कर 1500 किलोग्राम यूरिया, 1068

कारतूस, 13 पीस 315 बोल्टस, 05 एसएलआर मैगजीन, 23 पीस मैगजीन, 1000 पीस इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 35 किलोग्राम अल्मुनियम पाउडर समेत कई अन्य अवैध सामग्रियां बरामद की है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह सर्च ऑपरेशन मदनपुर थाना अंतर्गत चकरबंधा, लडुईयां तथा बांसडीह एवं इसके आस-पास क्षेत्रों में की गई। उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों पर हमला करने की तैयारी की जा रही हैं जिसके आलोक में यह कार्यवाई की गई।

इस दौरान नक्सलियों के ठिकाने से भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ, हथियार समेत अन्य अवैध समान बरामद किये गये हैं।

जब्त सामानों की विधिवत जब्ती सूची तैयार कर थाना लाया गया जिसमें मदनपुर थाना में विभिन्न सुसंगत धाराओं के आधार पर यू.ए.पी.एक्ट में 14 नामजद एवं 20 अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

नक्सली गतिविधियों पर रोकथाम के लिए सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

सागर में स्कूल बस हादसे का शिकार, कई छात्र गंभीर

सागर 27 Sep. (Rns/FJ): मध्यप्रदेश के सागर जिले में छात्रों से खचाखच भरी एक स्कूल बस आज सुबह हादसे का शिकार हो गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार राहतगढ़ विकासखंड में हुए इस हादसे में कई छात्र गंभीर रूप से घायल हैं। सूचना मिलने पर हादसे के स्थल पर पहुंचे कलेक्टर दीपक आर्य समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बच्चों को बस से निकाल कर जिला चिकित्सालय भिजवाया।

राहतगढ़ पुलिस सूत्रों ने बताया कि विकासखंड के एक निजी स्कूल की बस राहतगढ़-खुरई रोड पर ग्राम चंद्राकर के पास अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घायल बच्चों को बस से निकाल कर राहतगढ़ स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल पहुंचाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बस में राहतगढ़ के कई निजी स्कूलों के लगभग 40 से 50 बच्चे बस में मौजूद थे। बस सड़क छोड़कर खेत में जाकर पलट गई।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भागलपुर में ई-रिक्शा चालक की गला रेत कर हत्या

भागलपुर 27 Sep. (Rns/FJ): बिहार में भागलपुर जिले के सबौर थाना क्षेत्र में अपराधियों ने ई-रिक्शा चालक की गला रेत कर हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि धनकर गांव के समीप देर रात को अपराधियों ने ई- रिक्शा चालक देव कुमार (32) की गला रेत कर हत्या कर दी और शव को बगल के बगीचे में फेंक दिया। इसके बाद अपराधी ,ई-रिक्शा लेकर फरार हो गए।

सूत्रों ने बताया कि मृतक जिले के तातारपुर क्षेत्र के गोला घाटइला का निवासी था।संभवत: लूटपाट का विरोध करने पर अपराधियों ने उसकी हत्या कर दी है। इस सिलसिले में मृतक के परिजनों के बयान पर पुलिस ने संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज मामले की जांच शुरु कर दी है।

***************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

 

रेजिडेंट डॉक्टर को प्रताड़ित करने के मामले में शिक्षक की जांच का आदेश

लखनऊ 27 Sep. (Rns/FJ): किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) प्रशासन ने एक वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर द्वारा अपने शिक्षक के खिलाफ लगाए गए उत्पीड़न के आरोप की आंतरिक जांच शुरू कर दी है।

जेरियाट्रिक मानसिक स्वास्थ्य विभाग के छात्र ने 12 पन्नों का शिकायत पत्र लिखा और इसे रेजिडेंट डॉक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडीडब्ल्यूए) को सौंप दिया।

शिकायत में, छात्र ने अपने शिक्षक पर अभद्र व्यवहार करने, उसे निजी कामों में उलझाने और अपने शोध विषय का फोकस बदलने सहित अन्य आरोप लगाए।

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि नीट सुपर स्पेशियलिटी प्रवेश परीक्षा में शीर्ष रैंक सहित अच्छे अकादमिक ट्रैक रिकॉर्ड के बावजूद मौखिक परीक्षा में उनके अंक काटे गए।

****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के विवादित मुद्दों पर गृह मंत्रालय की बैठक

नई दिल्ली 27 Sep. (Rns/FJ): केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के अनुसार आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के बीच अनसुलझे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में एक अहम बैठक बुलाई है।

दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में हिस्सा लेंगे। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के नेतृत्व में नार्थ ब्लॉक में होने वाली इस बैठक में 2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद से लंबित मुद्दों पर चर्चा होगी। जानकारी के मुताबिक दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों सहित अन्य प्रमुख अधिकारियों के बैठक में भाग लेने की संभावना है।

केंद्र सरकार ने बैठक के लिए एक 14 सूत्री एजेंडा तय किया है, इसमें बड़े विवादित मुद्दों को आंध्र प्रदेश पुनर्गठन कानून 2014 के तहत उठाया जाएगा।

सूत्रों के मुताबिक बैठक के द्विपक्षीय मुद्दों में मुख्य तौर पर शामिल हैं कंपनियों और निगमों का अनुसूची नौ में विभाजन और पुनर्गठन अधिनियम की अनुसूची दस में उल्लिखित संस्थान। इन संस्थानों के विभाजन, आंध्र प्रदेश राज्य वित्त निगम, सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड और आंध्र प्रदेश हेवी मशीनरी इंजीनियरिंग लिमिटेड पर भी चर्चा की जाएगी।

इसके अलावा तत्कालीन सरकार के नकद और बैंक बैलेंस, केंद्र प्रायोजित योजनाओं, संयुक्त संस्थानों पर खर्च और पूर्ववर्ती राज्य में शुरू की गई परियोजनाओं पर विदेशी फंड पर भी चर्चा की जाएगी।

वहीं गृह मंत्रालय का मानना है कि वो एक समन्वयक की भूमिका में ही काम कर सकती है।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

कर्नाटक : शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच से सरकार के खिलाफ कांग्रेस की मुहिम को झटका

बेंगलुरु 27 Sep. (Rns/FJ): सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान कथित तौर पर हुए शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहे आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने जांच तेज कर दी है। यह विपक्षी दल के लिए झटका साबित हो रहा है। सूत्रों ने कहा कि हाल में कई गिरफ्तारियां हुई हैं, मामला और आगे बढ़ सकता है। एजेंसी ने सोमवार को पांच महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां कीं और अदालत ने आगे की जांच के लिए उनकी हिरासत 1 अक्टूबर तक सीआईडी को दे दी। आरोपी व्यक्तियों से घोटाले के बारे में बड़े खुलासे की उम्मीद की जा रही है।

सिद्धारमैया और अन्य कांग्रेस नेता 40 प्रतिशत कमीशन शुल्क को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने राज्य में पेसीएम पोस्टर अभियान भी शुरू किया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के अभियान के जवाब में शिक्षक भर्ती घोटाले में बड़ी गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं द्वारा समर्थित अधिकारियों ने ऐसे उम्मीदवारों का चयन किया था, जिन्होंने पदों के लिए आवेदन भी नहीं किया था। अधिकारियों ने पहली सूची से बचते हुए दूसरी सूची में उनके चयन की घोषणा की थी। सूत्रों का कहना है कि इस तरह से 12 ऐसे उम्मीदवारों का चयन किया गया था।

सीआईडी इस सिलसिले में समग्र शिक्षण अभियान की निदेशक गीता मेडगौड़ा, पाठ्यपुस्तक विभाग के निदेशक और सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक जी.आर. बसवराजू, के. रत्नैया और डी.के. शिवकुमार को गिरफ्तार कर चुका है। उधर, सब-इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले में अतिरिक्त डीजीपी की गिरफ्तारी से सत्तारूढ़ भाजपा को शर्मिदा होना पड़ा है। कांग्रेस ने गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के इस्तीफे की मांग की है। सूत्रों ने कहा कि इसके जवाब में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े कांग्रेस समर्थित कुछ और शीर्ष नौकरशाहों और नेताओं की गिरफ्तारी होगी। सीआईडी ने दो अलग-अलग शिकायतों के आधार पर अब तक 19 लोगों को हिरासत में लिया है। भर्तियां 2014-15 में की गई थीं।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ कहे जातिवादी अपशब्द

*पंचायत सचिव की तलाश में पुलिस*

चेन्नई 27 Sep. (Rns/FJ): तमिलनाडु पुलिस उस पंचायत सचिव की तलाश कर रही है जिसने पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ जातिवादी शब्दों का इस्तेमाल किया था। शिकायतकर्ता और आरोपी दोनों ही महिलाएं हैं। पंचायत अध्यक्ष की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पंचायत सचिव और उसके पति समेत दो अन्य लोगों की तलाश कर रही है।

यह घटना तमिलनाडु के करूर जिले की है। पंचायत अध्यक्ष एम. सुधा ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि पंचायत सचिव और वार्ड के सदस्य उनके साथ जाति के आधार पर भेदभाव करते हैं। एम. सुधा ने अपनी शिकायत में कहा कि पंचायत सचिव नलिनी और उनके पति मूर्ति और पंचायत के पूर्व अध्यक्ष कुमारसामी और एक अन्य साथी पंचायत सदस्य ने जातिवाद अपशब्द का उपयोग कर उनका अपमान किया है।

उन्होंने कहा कि कुमारसामी डीएमके के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक के एक अन्य वार्ड सदस्य नल्लूसामी ने भी अपमानजनक जातिगत अशब्दों का इस्तेमाल कर उनका अपमान किया है। वंगल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, नलिनी, उनके पति मूर्ति, कुमारसामी और नल्लौसामी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। करूर जिला कलेक्टर डॉ. टी. प्रभुशंकर नलिनी के निलंबन का आदेश पहले ही दे चुके हैं।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

बॉम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति की सिफारिश

नई दिल्ली 27 Sep. (Rns/FJ): सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रूप में पदोन्नत करने की सिफारिश की है। शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक बयान में कहा गया है : सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 सितंबर, 2022 को हुई अपनी बैठक में बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की सिफारिश की है। न्यायमूर्ति दत्ता का पैरेंट हाई कोर्ट कलकत्ता उच्च न्यायालय है।

वर्तमान में, शीर्ष अदालत में 29 न्यायाधीश हैं। 57 वर्षीय न्यायमूर्ति दत्ता को अप्रैल 2020 में बॉम्बे हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।

न्यायमूर्ति दत्ता ने 22 जून, 2006 को कलकत्ता हाई कोर्ट के स्थायी न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने से पहले संवैधानिक और नागरिक मामलों में मुख्य रूप से शीर्ष अदालत और उच्च न्यायालय में लॉ की प्रैक्टिस की।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

हिरासत में एसडीपीआई के 15 कार्यकर्ता

*एनआईए और एटीएस कर रही पूछताछ*

अहमदाबाद 27 Sep. (Rns/FJ): राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुजरात एटीएस के साथ मिलकर मंगलवार को सोशल डेमोकेट्रिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के खिलाफ कार्रवाई की। 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ की जा रही है। एसडीपीआई पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा है।

एटीएस के सूत्रों ने कहा कि राज्य की टीम एसडीपीआई सदस्यों से पूछताछ में एनआईए की टीम की मदद कर रही है। एजेंसी पार्टी में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है। साथ ही यह जानने में जुटी है कि क्या उनका पीएफआई के साथ कोई संबंध है, वे कैसे धन जुटा रहे हैं और डोनर्स कौन हैं।

जिन सदस्यों से पूछताछ की जा रही है वे अहमदाबाद, बनासकांठा, सूरत और नवसारी के हैं। एनआईए इस पर आधिकारिक बयान जारी करेगी। पदाधिकारी ने कहा कि चूंकि पार्टी ने हाल ही में गुजरात में प्रवेश किया है, इसलिए कोई आधिकारिक नियुक्ति नहीं की गई है। 15 लोगों से पूछताछ के बारे में किसी भी सदस्य को कोई जानकारी नहीं है।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Exit mobile version