*अब सचिन पायलट को CM बनाने का किया समर्थन*
जयपुर 27 Sep. (Rns/FJ): राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर उठा सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंत्री पद को लेकर मचे इस घमासान पर कांग्रेस आलाकमान काफी सख्ती दिखा रहा है। आलाकमान की सख्ती का असर अब विधायकों पर दिखने लगा है। इंदिरा मीणा, जितेंद्र सिंह और मदन प्रजापति के बाद अब अशोक गहलोत समर्थक चौथे विधायक संदीप यादव ने भी अपना पाला पलट लिया है। दरअसल पहले ये विधायक अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन कर रहे थे, लेकिन अब इन विधायकों ने अपना पलड़ा पलट लिया है। अब ये विधायक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने का राग अलापने लगे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये चारों विधायक रविवार की शाम गहलोत के वफादार मंत्री शांति धारीवाल के घर हुई बैठक में शामिल थे। इसके बाद मंगलवार सुबह ही गहलोत खेमे के विधायक संदीप यादव ने एक वीडियो जारी कर कहा कि, ”मैं कांग्रेस हाईकमान के साथ हूं। उनका हर फैसला मुझे मंजूर है।” वहीं, मदन प्रजापति ने भी अपना रुख बदलते हुए सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने पर एतराज नहीं होने की बात कह डाली।
सचिन CM बनते तो हमारे लिए अच्छा रहेगा -इंदिरा मीणा
गहलोत का समर्थन करने वाली विधायक इंदिरा मीणा ने कहा, हमें पहले मुख्यमंत्री निवास बुलाया गया था। मगर बाद में कहा गया कि शांति धारीवाल के घर आओ। वहां जाने पर एक कागज पर साइन करा लिया और वो हमने पढ़ा नहीं। हमारा सचिन पायलट से कोई विरोध नहीं है। वह सीएम बनते हैं तो हमारे लिए अच्छा रहेगा।
त्यागपत्र का काम गलत है -जितेंद्र सिंह
गहलोत के वफादार शांति धारीवाल के घर इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायक जितेंद्र सिंह जो गहलोत के खेमे के विधायक थे उन्होंने कहा था, त्यागपत्र का काम गलत है। मैं आलाकमान के साथ हूं, चाहे जिसे मुख्यमंत्री बनाए मैं साथ दूंगा। मुझे विधायक दल की बैठक के लिए मुख्यमंत्री निवास बुलाया गया था, जहां से फोन कर धारीवाल के बंगले पर बुला लिया गया।
82 विधायकों ने सौंपा इस्तीफा
बता दें बीते रविवार को कांग्रेस विधायक दल की हुई बैठक मुख्यमंत्री निवास आहूत की जानी थी, लेकिन इससे पहले ही गहलोत के वफादार संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर जमा हो गए। इसके बाद शांति धारीवाल के बंगले से विधायक का गुट रात को 8 बजे के बाद विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी के बंगले पर पहुंचा। जहां करीब 82 विधायकों ने सामूहिक रूप से स्पीकर सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। गौरतलब है कि राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 108 विधायक हैं। पार्टी को 13 निर्दलीयों का भी समर्थन प्राप्त है।
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