आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आपके लिये आज का दिन विपरीत परिस्थितियों वाला रहेगा कल जैसी सुविधा आज नही मिल सकेगी। जिस भी कार्य को करेंगे उसकी सफलता संदिग्ध रहेगी कार्य क्षेत्र पर अनुबंद निरस्त होने अथवा अन्य प्रकार से कुछ ना कुछ हानि होने के योग बन रहे है धन संबंधित कार्य सावधानी बरतने पर भी नुकसान देंगे। सहकर्मी सहयोग करने में आनाकानी करेंगे। धन की आमद न्यून रहेगी खर्च आकस्मिक और व्यर्थ के होंगे। परिवार में माहौल उदासीन रहेगा सेहत के दृष्टिकोण से पूरा दिन उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। आज का दिन धैर्य से बिताए, जल्दबाजी नुकसान ही करेगी।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके लिए शान्तिप्रद रहेगा दिन के मध्यान तक कि दिनचार्य धीमी रहेगी कार्यो को लेकर ज्यादा गंभीर नही रहेंगे फिर भी जिस कार्य को करेंगे उसमे निश्चित सफलता मिलेगी। किसी से किया वादा समय पर पूर्ण करने में असमर्थ रहेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन कम लाभ वाला रहेगा अधिकांश खर्च जमा रकम से ही निकालने पड़ेंगे फिर भी आज आप मानसिक रूप से निश्चिन्त रहेंगे। महिलाओ को स्वसन अथवा मूत्राशय सम्बन्धित समस्या हो सकती है। आज आपके व्यवहार से कुछ ऐसे संबंध बनेंगे जिनसे लंबे समय तक लाभ प्राप्त किया जा सकेगा। संध्या के समय मनपसंद भोजन वस्त्र एवं अन्य सुख मिलने से प्रसन्नचित रहेंगे।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आपकी दिनचार्य उथल-पुथल रहेगी। आज आपको बेमन से कोई खर्चीला कार्य करना पड़ेगा पारिवारिक सुख शान्ति के लिये य आवश्यक तो रहेगा लेकिन बजट बिगडऩे का डर है। अधिकांश समय आप अपने मे ही मगन रहेंगे लेकिन अपने कार्यो को थोड़े आलस्य के बाद पूरी निष्ठा से करेंगे। आर्थिक रूप से दिन कुछ खास लाभ नही देगा। व्यवसायियों को नियमित कार्यो से मध्यम आय होगी धन को लेकर ज्यादा हाथ-पैर ना मारे अन्यथा कुछ ना कुछ हानि ही मिलेगी। पारिवारिक सदस्य आपकी मनोदशा को समझेंगे जिससे आपसी तालमेल बना रहेगा। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा के प्रसंग भी बनेंगे। अविवाहितों के विवाह के प्रस्ताव आएंगे लेकिन जल्दबाजी ना करें।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन बीते कल की अपेक्षा अच्छा रहेगा। लेकिन आप अपनी ही मूर्खता से हास्य और हानि के भागीदार भी बनेंगे। सामर्थ्य से बड़ा काम करने पर मुश्किल में फंसेंगे इसलिए सोच समझकर ही कोई काम हाथ मे लें। व्यवसाय नौकरी में मध्यान तक उत्साह हीनता रहेगी इसके बाद का समय व्यस्त रहेगा परिश्रम का फल धन एव सम्मान के रूप में मिलने से राहत अनुभव करेंगे। घर एवं बाहर के लोग आपसे स्वार्थ सिद्धि के लिये मीठा व्यवहार करेंगे। संध्या के समय से सभी क्षेत्र में विजय मिलेगी शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। खान-पान में संयम ना रखने से सेहत खराब हो सकती है।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपको मानसिक अशांति देगा। दिन के आरम्भ से ही विवाद होने की रूप रेखा तैयार मिलेगी थोड़ा सा धर्य खोने पर परिजनों से व्यर्थ की बहस होने की पूर्ण संभावना है इसका परिणाम आगे दुखदायी रहेगा विवेक से काम लें। आज आप किसी की हास्य भरी बात भी सहन नही कर सकेंगे। महिलाये भी किसी के गलत आचरण का तुरंत प्रतिशोध लेंगी। कार्य व्यवसाय से आज आपको अधिक उम्मीद रहेगी परन्तु निराश ही होंगे। आर्थिक स्थिति में गिरावट आएगी। संध्या के समय किसी के सहयोग से थोड़ा बहुत धन लाभ हो जायेगा। निराश होकर कोई गलत कदम भी उठा सकते है परन्तु ध्यान रहे प्रलोभन में पड़कर हानि ही होगी। सेहत भी गड़बड़ ही रहेगी।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज भी परिस्थितियां आपके लिये अनुकूल बनी है लेकिन लापरवाही के कारण किसी भी कार्य को सही समय पर पूर्ण नही कर सकेंगे। कार्य व्यवसाय से धन लाभ की पूर्ण सम्भवना है। लेट लतीफी से बचें अन्यथा लाभ में कमी आ सकती है। घर मे किसी आयोजन को लेकर व्यस्तता बढ़ेगी व्यावसायिक कार्य भी होने पर अतिरिक्त भाग-दौड़ होगी। आपके स्वभाव में थोड़ी उद्दंडता रहेगी एवं आपको भी अन्य लोगो से ऐसे ही व्यवहार का सामना करना पड़ेगा जिससे दिनचार्य खराब होगी। नौकरी वाले जातक अधिकारी एवं सहकर्मियों के स्वभाव में अचानक परिवर्तन आने से परेशान होंगे। महिलाये अपना काम किसी और के ऊपर टालेंगी बिगडऩे पर बाद में ग्लानि होगी।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन को आप शांति से आराम में बिताने की योजना में रहेंगे लेकिन पारिवारिक सदस्य आपकी इच्छा पूर्ति में अवश्य ही बाधक बनेंगे। घर मे किसी से किया वाद पूरा करने में टालमटोल अशान्ति फैलाएगी। आर्थिक रूप से आज का दिन संतोषजनक ही रहेगा फिर भी धन को लेकर किसी से बहस ना करें।आज दिन भर मानसिक रूप से शांति अनुभव करेंगे कुछ गलतियों के कारण आत्म ग्लानि भी होगी। महिलाओ का ध्यान परिवार में सुख शान्ति कायम रखने पर रहेगा। घर में सुख के साधनों पर खर्च करेंगे। घूमने-फिरने के अवसर भी मिलेंगे। परिवार के बुजुर्गो अथवा बच्चों की सेहत पर खर्च होगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आपका ध्यान कार्यो को छोड़ मनोरंजन की ओर ज्यादा आकर्षित रहेगा जिसके चलते अधिकांश कार्य अधूरे रहेंगे या विलम्ब से पूर्ण होंगे। परिजनों को आपके व्यवहार की उद्दंडता पसंद नही आयेगी बुजुर्गो से बच कर रहें खरी-खोटी सुन्नी पड़ेगी। आप अपने कार्य से संतुष्ट नहीं रहेंगे कम समय में ज्यादा कमाने की भावना मानसिक रूप से विचलित रखेंगी। आप धैर्य से कम ही काम लेंगे अनैतिक कार्यो में पडऩे की सम्भावना है। मन के विचार भी पल-पल में बदलने से सही निर्णय लेने में कठिनाई अनुभव करेंगे। आज केवल पैतृक सम्बन्धो द्वारा ही लाभ की संभावना बन रही है इसलिए परिजनों के साथ व्यर्थ की बहस ना ही करे तो बेहतर रहेगा। शारीरिक शिथिलता बनेगी।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज भी दिन निराशाजनक रहेगा मन मे हानि का भय रहने से कार्य करने का उत्साह नही बना सकेंगे। नौकरी वाले एवं व्यवसायी लोगो को किसी गलती की भरपाई करने के लिए दिनचार्य में फेरबदल करना पड़ेगा। व्यवसाय में स्वयं के निर्णय गलत साबित होंगे अभिमान त्याग किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें शीघ्र ही कोई रास्ता मिलेगा। आस-पड़ोसियों की मामूली बातों को अनदेखा करें अन्यथा अकारण ही विवाद गहरा सकता है। शारीरिक समस्याएं मध्यान के समय प्रबल रहेंगी अधिक मसाले वाले भोजन अथवा बाहर के खान-पान से परहेज करें। परिजन भी किसी न किसी कारण से नाराज रहेंगें। किसी से धन सम्बंधित वादे ना करे।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप सार्वजनिक कार्यो में महत्त्वपूर्ण योगदान देंगे इसके विपरीत स्वयं के कार्य विलम्ब से करेंगे। पारिवारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि करने पर परिज आप पर गर्व करेंगे। लेकिन घरेलू कार्यो में लचीलापन दिखाने से कुछ समय के लिये माहौल खराब होगा। मध्यान तक का समय भागदौड़ वाला रहेगा। कार्य व्यवसाय में किसी से बहस के बाद लाभ होगा। धन लाभ आशानुकूल ही रहेगा। नौकरी वाले लोग आराम के मूड में रहेंगे अधिकांश समय काम से मन चुरायेंगे। महिलाये भी ज्यादा मेहनत करने के पक्ष में नही रहेंगी। इसके विपरीत सुखोपभोग की मानसिकता अधिक रहेगी। खर्च भी आज आवश्यकता से अधिक करेंगे। संध्या के समय सेहत खराब हो सकती है।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन कार्य सिद्धि वाला रहेगा दिन के आरम्भ से ही किसी कार्य को पूर्ण करने की जल्दी रहेगी। व्यवसायी वर्ग को आज कुछ ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी नौकरी पेशाओ को भी अतिरिक्त कार्य मिलने से थोड़ी असहजता होगी लेकिन मेहनत का फल मध्यान के आस-पास मिलने लगेगा। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन संतोषजनक रहेगा फिर भी धन संबंधित कार्यो में स्पष्टता रखें किसी से कहासुनी हो सकती है। परिवार में पूजा पाठ अथवा अन्य धार्मिक कार्यो का आयोजन होगा। परिजन आपकी गलतियों को अपने मतलब से अनदेखा करेंगे फिर भी उद्दंडता से बचें।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन भी समृद्धि वाला रहेगा लेकिन आज आप ज्यादा मेहनत करने के पक्ष में नही रहेंगे स्वभाव में आलस्य दिन के आरम्भ से ही बना रहेगा। के दिनों से अधूरे घरेलू कार्य आने से असहज अनुभव करेंगे। जिस कार्यो को करेंगे उसे आसानी से पूर्ण कर लेंगे। आवश्यकता पडऩे पर सहयोग भी बिना मांगे मिल जायेगा। व्यवसायियों को धन लाभ समय पर होने से आर्थिक स्थिति बेहतर बनेगी। नौकरी पेशा जातक अधिकारियों के विपरीत व्यवहार से परेशान रहेंगे। महिला वर्ग मन इच्छित कार्य होने से आनंदित रहेंगी लेकिन किसी के व्यर्थ टोकने पर कलह कर सकती है। परिजनों की जिद पूरी करने पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। सेहत सामान्य बनी रहेंगी।

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नीतीश 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे : चिराग पासवान

पटना ,08 अगस्त (एजेंसी/FJ)। बिहार में राजनीतिक तूफान के बीच लोजपा (आर) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को दावा किया कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। मध्यावधि चुनाव किसी भी समय हो सकता है। चिराग ने कहा, इस समय कोई नहीं जानता कि बिहार में क्या होने वाला है।

भले ही नीतीश कुमार महागठबंधन के नेताओं के साथ बातचीत के बाद अपनी सीट सुरक्षित करने में कामयाब रहे, फिर भी वह 2025 तक अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। महागठबंधन के नेता अति महत्वाकांक्षी हैं, जिस कारण मध्यावधि विधानसभा चुनाव होने की पूरी संभावना है।

उन्होंने कहा, नीतीश फिलहाल पल्टीमार योजना लागू करेंगे और मुख्यमंत्री की कुर्सी सुरक्षित कर लेंगे।

जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा इस्तेमाल किए गए चिराग मॉडल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पासवान ने कहा कि चिराग मॉडल राज्य के विकास के लिए है।

चिराग ने कहा, हम बिहार पहले में विश्वास करते हैं। नीतीश मॉडल क्या होगा? नीतीश मॉडल बेरोजगारी, बाढ़, सूखा, अपराध, भ्रष्टाचार, शराब त्रासदी आदि के लिए है। जद-यू नेताओं को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या है नीतीश मॉडल।

उन्होंने कहा, 2020 के विधानसभा चुनाव में 25 लाख लोगों ने चिराग मॉडल अपनाया, अगर नीतीश कुमार को इस पर आपत्ति है तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि राज्य के 13 करोड़ लोग इसे अपना रहे हैं।

चिराग पासवान, ललन सिंह के इस बयान से खफा हैं कि चिराग मॉडल के चलते 2020 के विधानसभा चुनाव में जद-यू 43 सीटों पर पहुंच गया। ललन सिंह ने दावा किया कि एक विशेष राजनीतिक दल (भाजपा) ने नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश रची और चुनाव में चिराग पासवान के माध्यम से उन्हें कमजोर किया।

चिराग पासवान ने लोजपा उम्मीदवारों को सिर्फ उन्हीं सीटों पर टिकट दिया था, जहां जदयू चुनाव लड़ रहा था।

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सबसे बड़ा दलबदलूः नेताजी ने कुछ ही घंटों में बदल ली तीन पार्टियां

 सुबह बीएसपी, दोपहर में कांग्रेस और फिर बीजेपी में हुए शामिल, दमोह में बीएसपी से पार्षद बने थे सुंदर लाल विश्वकर्मा

दमोह 08 Aug. (एजेंसी/FJ) दुनिया में भारत को सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश माना जाता है जहां स्थानीय सरकार से लेकर देश को चलाने वाली सरकारों को जनता ही चुनती है। मध्य प्रदेश में हाल ही में स्थानीय निकाय चुनाव हुए हैं जनता ने अपने प्रतिनिधि चुने हैं जो शहर की सरकार को चलाकर जनता के लिए काम करेंगे।

लोकतंत्र में जनता के दिए मत का जनप्रतिनिधि किस तरह से मजाक उड़ाते हैं इसकी बानगी देखने को मिली मध्य प्रदेश के दमोह जिले में जहां पथरिया नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद पद पर जीत कर आए एक नेताजी ने एक ही दिन में तीन पार्टियां बदलकर रिकॉर्ड कायम कर दिया।

पथरिया नगर परिषद में बीएसपी से नव-निर्वाचित पार्षद सुंदर लाल विश्वकर्मा ने 5 अगस्त को सुबह बुहुजन समाज पार्टी में थे दोपहर में कांग्रेस की सदस्यता लेकर नगर परिषद अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और जीत गए। सुंदल लाल को परिषद के 15 पार्षदो में से 8 मत मिले। अध्यक्ष बनते ही नेताजी ने बीजेपी की सदस्यता ले ली। बीएसपी के पार्षद द्वारा कुछ ही घंटों में तीन पार्टियां बदलने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। लोग सुंदर लाल के कारनामे को सुनकर हैरान है। अब लोग सुंदर लाल को सबसे बड़ा दलबदलू कह रहे हैं।

इस मामले पर बीएसपी की पथरिया विधायक रामबाई सिंह ने कहा कि सुंदल लाल ने पथरिया के लोग को निराश किया है। देश प्रदेश की राजनीति के इतिहास पहली बार ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी जनप्रतिनिधि ने कुछ ही घंटों में तीन पार्टियां बदल ली। पथरिया नगर पंचायत में बीजेपी के केवल 4 पार्षद और 7 पार्षद कांग्रेस के पास थे। इसके बाद भी अब यहां बीजेपी का अध्यक्ष बन गया है।

कांग्रेस का अध्यक्ष जीतने के बाद कांग्रेस ने जश्न मनाना भी शुरू किया, पर कांग्रेस की खुशी ज्यादा देर तक नहीं रह सकी। नगर पंचायत का अध्यक्ष बनते ही सुंदर लाल ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है औऱ वह बीजेपी में शामिल हो गए। बताया जा रहा है कि सुंदर लाल विश्वकर्मा को बीजेपी में सामिल कराने में मंत्री गोविंद सिंह और मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अहम भूमिका निभाई है।

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विश्व आदिवासी दिवस : झारखंड जनजातीय महोत्सव की तैयारियों का अधिकारियों ने लिया जायजा

रांची,08.08.2022 (FJ)। मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे एवं कल्याण सचिव श्री केके सोन ने मंगलवार 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मोरहाबादी मैदान मे आयोजित झारखंड जनजातीय महोत्सव की तैयारियों का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी तैयारियां पुख़्ता रखें। अतिथियों के इंट्री और एक्जिट प्वाइंट की व्यवस्था दुरुस्त रखें।

मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे ने निर्देश दिया कि मंच, वीआईपी लाउंज, प्रदर्शनी ग़ैलरी, मीडिया ग़ैलरी एवं लोगों की बैठने की व्यवस्था दुरुस्त रखें। उसके साथ प्रदर्शनी गैलरी को भी आकर्षक बनाने को कहा। गैलेरी में बनने वाले स्टॉल में सभी जानकारियों के लिए डिसप्ले बोर्ड लगाने का निर्देश दिया।

झारखण्ड जनजातीय महोत्सव के फूड पवेलियन में झारखण्ड के व्यजंनों का लोग ले सकेंगे लुत्फ

झारखण्ड जनजातीय महोत्सव के फूड पवेलियन में झारखण्ड के व्यजंनों का लोग लुत्फ ले सकेंगे। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मोरहाबादी मैदान में होनेवाले झारखण्ड जनजातीय महोत्सव में फूड कोर्ट का भी निर्माण कराया जा रहा है, जहां लोग झारखण्डी व्यंजनों का आंनद ले सकेंगे। मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे ने यहां सभी व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखने पर विशेष जोर दिया।

प्रदर्शनी गैलेरी में लोग झारखण्ड की कला-संस्कृति से हो सकेंगे रु-ब-रु

कार्यक्रम में बनने वाले प्रदर्शनी गैलेरी में लोग झारखण्ड की कला-संस्कृति से रु-ब-रु हो सकेंगे। यहां बनने वाले स्टॉल में झारखण्ड एवं यहां की जनजातियो से जुड़ी सभी जानकारियां प्रदर्शित की जायेंगी।

झारखण्ड जनजातीय महोत्सव के अवसर पर सेमिनार एवं पैनल डिस्कशन का भी होगा आयोजन

दो दिनों तक होने वाले झारखण्ड जनजातीय महोत्सव में सेमिनार एवं पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया जायेगा। सेमिनार एवं पैनल डिस्कशन 9 एवं 10 अगस्त को जनजातीय शोध संस्थान, एवं हॉकी स्टेडियम, मोरहाबादी में आयोजित होगा। इस सेमिनार एवं पैनल डिस्कशन में ख्यातिप्राप्त वक्ता भाग लेंगे।

मौक़े पर आदिवासी कल्याण आयुक्त श्री मुकेश कुमार, उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ,नगर आयुक्त श्री शशि रंजन सहित संबंधित विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे।

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भारतीय जलक्षेत्र में घुसा पाक नौसेना का युद्धपोत

*इंडियन कोस्ट गार्ड के डोर्नियर विमान को देख उल्टे पांव भागा*

नई दिल्ली 08 Aug. (एजेंसी/FJ): भारतीय तटरक्षक बल के डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान ने पाकिस्तानी नौसेना के एक युद्धपोत का पता लगाया और उसे पीछे हटने के लिए मजबूर किया। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी युद्धपोत गुजरात के तट से समुद्री सीमा रेखा को पार कर भारतीय जलक्षेत्र में प्रवेश कर रहा था। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई जुलाई के पहले पखवाड़े में मानसून के चरम पर होने के समय हुई। इस समय समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही थीं। इसी दौरान पाकिस्तान नौसेना का जहाज (पीएनएस) आलमगीर अपनी तरफ से दोनों देशों के बीच समुद्री सीमा रेखा के पार भारतीय जल में चला गया था। भारतीय जल सीमा में प्रवेश करने के बाद, इसका पता सबसे पहले एक भारतीय तटरक्षक डोर्नियर विमान ने लगाया। डॉर्नियर आसपास के एक हवाई अड्डे से समुद्री निगरानी के लिए रवाना हुआ था।

भारतीय एजेंसियां समुद्री सीमा कानूनों को लेकर बहुत सख्त हैं। यहां भारतीय एजेंसियां अपने मछुआरों को अपनी तरफ से पांच समुद्री मील के भीतर किसी भी तरह की गतिविधियों की अनुमति नहीं देती हैं।

पाकिस्तानी युद्धपोत का पता लगाने के बाद, डोर्नियर ने अपने कमांड सेंटर को भारतीय जलक्षेत्र में अपनी मौजूदगी के बारे में सूचित किया और उस पर नजर रखना जारी रखा। सूत्रों के अनुसार, डोर्नियर ने पाकिस्तानी युद्धपोत को उसके स्थान के बारे में चेतावनी जारी की और उसे अपने क्षेत्र में लौटने के लिए कहा, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। सूत्रों ने आगे कहा कि डोर्नियर पीएनएस आलमगीर के ऊपर मंडराता रहा। यहां तक कि उसकी मंशा जानने के लिए उसे अपने रेडियो संचार सेट पर कॉल करने की कोशिश भी की लेकिन पाकिस्तानी कप्तान ने पूरी तरह चुप्पी बनाए रखने का फैसला किया और कोई जवाब नहीं दिया।

भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय वायु सेना गुजरात तट पर किसी भी दुस्साहस को रोकने के लिए बहुत सक्रिय है। इस इलाके में हाल के दिनों में पाकिस्तानी गतिविधियां विशेष रूप से नार्को-आतंकवाद में बढ़ी हैं। भारतीय तटरक्षक बल ने हाल ही में द्वारका के पास निर्जन द्वीपों और किसी भी संभावित राष्ट्र-विरोधी तत्वों के अन्य तटीय स्थानों को साफ करने के लिए ऑपरेशन आइलैंड वॉच भी चलाया था। भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक वी.एस. पठानिया ने भी हाल ही में पोरबंदर क्षेत्र का दौरा किया था। उन्होंने वहां अपनी संरचनाओं की तैयारियों की समीक्षा की थी। तटरक्षक बल के होवरक्राफ्ट भी क्षेत्र में तैनात हैं। जल सीमा में मुस्तैदी से निगरानी होती है।

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‘कार्तिकेय 2’ का हिन्दी ट्रेलर  जारी

08.08.2022 – पीपल मीडिया फैक्ट्री और अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स की नवीनतम प्रस्तुति ‘कार्तिकेय 2’ का हिंदी ट्रेलर जारी कर दिया गया है। सुपरनैचुरल मिस्ट्री थ्रिलर 2014 में आई कार्तिकेय की सीक्वेल के रूप में बनी इस फिल्म को चंदू मोंडेती ने लिखा और निर्देशित किया हैं। वहीं फिल्म के निर्माता टीजी विश्व प्रसाद और अभिषेक अग्रवाल हैं।

इस फिल्म में निखिल सिद्धार्थ, अनुपम खेर, अनुपमा परमेश्वरन, श्रीनिवास रेड्डी, विवा हर्षा और आदित्य मेनन जैसे एक्टर्स नजर आएंगे। फिल्म की कोरियोग्राफी कार्तिक घट्टामनेनी ने की है और म्यूजिक काला भैरव ने दिया है।

पैन इंडिया फिल्म ‘कार्तिकेय2’  एक तेलुगु भाषा में बनी फिल्म है जिसे 5 भाषाओं में डब किया गया है। यह फिल्म 13 अगस्त को रिलीज होगी।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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फरार श्रीकांत त्यागी के फ्लैट के बाहर बना अवैध निर्माण ढहाया गया

नोएडा,08 अगस्त (एजेंसी/FJ)। महिला के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोपी श्रीकांत त्यागी द्वारा उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित उनके आवास के बाहर बनाए गए ‘अवैध’ निर्माण को ढहा दिया गया।

एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। त्यागी अभी फरार है।उन्होंने बताया कि नोएडा प्राधिकरण ने सोमवार को सुबह लगभग नौ बजे शहर के सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में त्यागी के ग्राउंड फ्लोर वाले अपार्टमेंट के बाहर बने अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नेता होने का दावा करने वाले त्यागी के खिलाफ ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी की एक महिला के साथ अभद्रता करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

बताया जा रहा है कि महिला ने त्यागी द्वारा सोसायटी के साझा क्षेत्र में पौधे लगाने पर आपत्ति जताई थी, जिससे वह भड़क उठा था।

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मुक्केबाजी में निकहत, पंघाल और नीतू को स्वर्ण , सागर को रजत पदक

बर्मिंघम,08 अगस्त (एजेंसी) । मुक्केबाजी रिंग में भारत के लिये राष्ट्रमंडल खेलों में रविवार का दिन स्वर्णिम रहा जिसमें मौजूदा विश्व चैम्पियन निकहत जरीन , स्टार मुक्केबाज अमित पंघाल और नीतू गंघास ने पीले तमगे अपने नाम किये जबकि सागर को रजत पदक मिला ।

शानदार फॉर्म में चल रही 26 साल की निकहत ने लाइट फ्लाईवेट (48-50 किग्रा) स्पर्धा में उत्तरी आयरलैंड की कार्ले मैकनॉल पर एकतरफा फाइनल में 5-0 से जीत दर्ज की।

पंघाल ने पिछले राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में मिली हार का बदला चुकता करते हुए पुरूष फ्लाईवेट वर्ग में जबकि नीतू गंघास ने पदार्पण में ही दबदबा बनाते हुए स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले। वहीं सुपर हैवीवेट (92 प्लस) वर्ग में सागर अंकों के आधार पर इंग्लैंड के ओरी डेलिशियस से 0 . 5 से हार गए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा ।

पंघाल (48-51 किग्रा) को चार साल पहले गोल्ड कोस्ट में इंग्लैंड के ही एक प्रतिद्वंद्वी से इसी चरण में हार मिली थी लेकिन इस बार 26 साल के मुक्केबाज ने अपनी आक्रामकता के बूते घरेलू प्रबल दावेदार मैकडोनल्ड कियारान को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।

पंघाल काफी तेजी से मुक्के जड़ रहे थे जिससे इस दौरान मैकडोनल्ड के आंख के ऊपर एक कट भी लग गया जिसके लिये उन्हें टांके लगवाने पड़े और खेल रोकना पड़ा।अपनी लंबाई का इस्तेमाल करते हुए मैकडोनल्ड ने तीसरे राउंड में वापसी की कोशिश की लेकिन एशियाई खेलों के चैम्पियन ने उनके सभी प्रयास नाकाम कर दिये।

पंघाल ने सेमीफाइनल में जाम्बिया के तोक्यो ओलंपियन पैट्रिक चिनयेम्बा के खिलाफ वापसी करते हुए जीत दर्ज की थी जो उनके लिये ‘टर्निंग प्वाइंट’ रही।

उन्होंने कहा, यह सबसे कठिन मुकाबला रहा और ‘टर्निंग प्वाइंट’ भी। मैंने पहला राउंड गंवा दिया था लेकिन अपना सबकुछ लगाकर वापसी कर जीत हासिल की।

ब्रिटिश प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ रणनीति के बारे में उन्होंने कहा, वह मुझसे काफी लंबा था और मुझे काफी आक्रामक होना पड़ा ताकि मुक्का मारने के लिये उसकी हाथों के अंदर जा सकूं। यह रणनीति कारगर रही। मेरे कोच ने बढिय़ा काम किया क्योंकि हमने रणनीति बनायी और मैंने वैसा ही रिंग में किया।

विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता पंघाल ने कहा, मैंने पहले दो राउंड जीतने के लिये अच्छा किया। मुझे लगा कि वह अंतिम राउंड जीत गया लेकिन मैं तब तक उससे काफी आगे जा चुका था। पर वह काफी अच्छा प्रतिद्वंद्वी था। उन्होंने कहा, इससे मेरा आस्ट्रेलिया (गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल) में फाइनल में हारने का बदला चुकता हो गया। मैं जानता था कि यह काफी चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि मैं इंग्लैंड में उसके ही मुक्केबाज से लड़ रहा था। लेकिन जज निष्पक्ष और सटीक रहे।

वहीं सबसे पहले रिंग में उतरी नीतू ने महिलाओं के मिनिममवेट (45-48 किग्रा) वर्ग के फाइनल में विश्व चैम्पियनशिप 2019 की कांस्य पदक विजेता रेस्जटान डेमी जेड को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से पराजित किया।राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण में ही नीतू ने गजब का आत्मविश्वास दिखाया और फाइनल में भी वह इसी अंदाज में खेली जैसे पिछले मुकाबलों में खेली थीं।

मेजबान देश की प्रबल दावेदार के खिलाफ मुकाबले का माहौल 21 साल की भारतीय मुक्केबाज को भयभीत कर सकता था लेकिन वह इससे परेशान नहीं हुईं।नीतू अपनी प्रतिद्वंद्वी से थोड़ी लंबी थीं जिसका उन्हें फायदा मिला, उन्होंने विपक्षी के मुक्कों से बचने के लिये पैरों का अच्छा इस्तेमाल किया।

उन्होंने पूरे नौ मिनट तक मुकाबले के तीनों राउंड में नियंत्रण बनाये रखा और विपक्षी मुक्केबाज के मुंह पर दमदार मुक्के जडऩा जारी रखते हुए उसे कहीं भी कोई मौका नहीं दिया।नीतू ने तेज तर्रार, ‘लंबी रेंज’ के सटीक मुक्कों से प्रतिद्वंद्वी को चारों खाने चित्त कर दिया। उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं। मुझे सांस भी नहीं आ रहा।

उनके पिता हरियाणा विधानसभा में कर्मचारी हैं। भारत के मुक्केबाजी में ‘मिनी क्यूबा’ कहलाये जाने वाले भिवानी की नीतू ने कहा, मेरे माता-पिता मेरी प्रेरणा रहे हैं और मेरा स्वर्ण पदक उनके लिये ही है।

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एल्डोस पॉल ने राष्ट्रमंडल खेलों में त्रिकूद में भारत को पहला स्वर्ण दिलाया, अबूबाकर को रजत

बर्मिंघम,08 अगस्त (एजेंसी) । एल्डोस पॉल की अगुआई में भारत ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष त्रिकूद स्पर्धा स्पर्धा में पहले दो स्थान पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया और एथलेटिक्स में चार पदकों के साथ रविवार का दिन भारत के लिये यादगार हो गया ।

पॉल के स्वर्ण पदक के अलावा केरल के उनके साथी एथलीट अब्दुल्ला अबूबाकर ने भी इस स्पर्धा का रजत पदक जीता। भारत ने आधे घंटे के भीतर चार पदक जीते जिससे एथलेटिक्स में इस बार भारत के एक स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक हो गए हैं जो अब तक का देश के बाहर इन खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है ।पॉल राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले छठे भारतीय एथलीट हो गए । मिल्खा सिंह ने 1958 में 440 गज में यह कारनामा किया था ।

पॉल ने अपने तीसरे प्रयास में 17.03 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय की। अबूबाकर 17.02 मीटर के प्रयास के साथ दूसरे स्थान पर रहे। अबूबाकर ने अपने पांचवें प्रयास में यह दूरी तय की। भारत के ही प्रवीण चित्रावल 16 . 89 मीटर के साथ चौथे स्थान पर रहे ।बरमूडा के जाह-एनहाल पेरिनचीफ ने 16.92 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता।

भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में त्रिकूद में चार पदक जीते हैं लेकिन यह पहला मौका है जब देश के दो एथलीट ने एक साथ पोडियम पर जगह बनाई है।मोहिंदर सिंह गिल ने 1970 और 1974 में क्रमश: कांस्य और रजत पदक जीता जबकि रंजीत महेश्वरी और अरपिंदर सिंह 2010 और 2014 में तीसरे स्थान पर रहे।

भारत की अनु रानी ने भाला फेंक स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया । वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली देश ही पहली महिला भाला फेंक खिलाड़ी बन गयीं।रानी ने अपने तीसरे प्रयास में 60 मीटर दूर भाला फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया।

विश्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया की केलसे ली बार्बर ने 64.43 मीटर के थ्रो से स्वर्ण पदक जीता जबकि उनकी हमवतन मैकेंजी लिटिल 64.27 मीटर के थ्रो से दूसरे स्थान पर रहीं।रानी से पहले राष्ट्रमंडल खेलों में काशीनाथ नायक और ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा पुरूषों की भाला फेंक स्पर्धा में क्रमश: कांस्य और स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।

नायक ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में जबकि चोपड़ा ने 2018 गोल्ड कोस्ट में पदक जीते थे।भारत के संदीप कुमार ने पुरूषों की 10,000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

संदीप ने 38:49.21 मिनट का समय निकाला जिससे वह स्वर्ण पदक विजेता कनाडा के इवान डनफी (38:36.37) और रजत पदक विजेता आस्ट्रेलिया के डेकलान टिनगे (38:42.33) से पीछे रहे।इस स्पर्धा में एक अन्य भारतीय अमित खत्री सत्र के सर्वश्रेष्ठ समय 43:04.97 से नौंवे स्थान पर रहे।

इससे पहले पैदल चाल में महिलाओं के वर्ग में प्रियंका गोस्वामी रजत पदक जीत चुकी है ।भालाफेंक में नीरज चोपड़ा की गैर मौजूदगी में भारत की झोली खाली रही । चोपड़ा ने फिटनेस कारणों से खेलों में भाग नहीं लेना का फैसला किया था ।

भारत के डी पी मनु 82 . 28 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पांचवें और रोहित यादव 82 . 22 मीटर के साथ छठे स्थान पर रहे । पाकिस्तान के अर्शद नदीम ने खेलों का नया रिकॉर्ड बनाकर 90 . 18 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि विश्व चैम्पियनशिप में नीरज को हराकर स्वर्ण जीतने वाले ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स को रजत पदक मिला । कीनिया के जूलियस येगो ने कांस्य पदक जीता ।

भारतीय महिला चार गुणा 100 मीटर रिले टीम फाइनल में 43 . 81 सेकंड का समय निकालकर पांचवें स्थान पर रही ।भारतीय टीम में दुती चंद, हिमा दास, श्रबानी नंदा और ज्योति याराजी थे ।

नाइजीरियाई टीम ने 42 . 10 सेकंड के साथ स्वर्ण जीता जबकि इंग्लैंड को रजत और जमैका को कांस्य पदक मिला ।

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निखत जरीन ने मारा गोल्डन पंच : भारत का 17वां स्वर्ण पदक

बर्मिंघम,08 अगस्त (एजेंसी) । बॉक्सिंग में भारत को एक और कामयाबी मिली है. देश की महिला मुक्केबाज और विश्व चैंपियन निखत जरीन ने रविवार को राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है. निकहत ने 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में उत्तरी आयरलैंड के केरी मैकनॉल को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। यह राष्ट्रमंडल 2022 में भारत का 48वां स्वर्ण पदक और मुक्केबाजी में तीसरा स्वर्ण पदक है। निखत ने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए मेडल जीता है. पहले दौर में निखत का दबदबा था। उसने सभी 5 जजों में से 10 में से 10 अंक हासिल किए। दूसरे दौर में नतीजा निखत के पक्ष में रहा। तीसरे दौर में, उसने निरंतरता बनाए रखी और स्वर्ण पदक पर अपनी पकड़ मजबूत की। निकहत ने अपने से 7 साल सीनियर खिलाड़ी को थका दिया। मैरी कॉम एक समय 51 किग्रा वर्ग में दबदबा रखती थीं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का आज 10वां दिन है।

आज नीतू, अमित के बाद निकत ने भी बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. भारत के प्रदर्शन को देखते हुए उसने 17 स्वर्ण, 12 रजत और 19 कांस्य समेत कुल 48 पदक जीते हैं.

भारत की पदक तालिका: 48

17 स्वर्ण : मीराबाई चानू, जेरेमी लाल्रिगुना, अंचिता शेवली, महिला लॉन बॉल्स टीम, टेबल टेनिस पुरुष टीम, सुधीर (पैरा भारोत्तोलन), साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, दीपक पुनिया, रवि कुमार दहिया, विनेश फोगट, नवीन, भावना (पैरा टेबल) टेनिस), नीतू घंघास, अमित पंघाल, एल्डहॉस पॉल, निकहत जरीन।

12 रजत: संकेत सरगर, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंजू मलिक, प्रियंका गोस्वामी, अविनाश सेबल, पुरुष लॉन बाउल्स टीम, अब्दुल्ला अबोबाइकर।

19 कांस्य: गुरुराजा पुजारी, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, लवप्रीत सिंह, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल, जैस्मीन, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, मोहम्मद हुसामुद्दीन, दीपक नेहरा, रोहित टोकस, महिला हॉकी संघ, सौरव घोषाल, संदीप कुमार, अन्नू रानी।

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जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों के खिलाफ जम्मू,डोडा में एनआईए की छापेमारी

*आतंकवाद वित्त पोषण मामला*

जम्मू/डोडा,08 अगस्त (एजेंसी/FJ)।  एनआईए  ने आतंकवाद के वित्त पोषण मामले में प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के सदस्यों के खिलाफ जम्मू और डोडा जिले में कई स्थानों पर सोमवार को छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि दोनों जिलों के विभिन्न हिस्सों में जमात-ए-इस्लामी के पदाधिकारियों तथा सदस्यों के करीब 10 से अधिक ठिकानों पर एक ही समय पर छापेमारी की जा रही है। छापेमारी सोमवार तड़के शुरू की गई थी।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डोडा जिले में धारा-गुंडाना, मुंशी मोहल्ला, अकरमबंद, नगरी नई बस्ती, खरोती भगवाह, थलेला और मालोती भल्ला और जम्मू के भटिंडी में छापेमारी की जा रही है।

उन्होंने बताया कि आतंकवाद के वित्त पोषण के मामले में छापेमारी की जा रही है।एनआईए द्वारा पांच फरवरी 2021 को स्वत: संज्ञान लेकर दर्ज किया गया यह मामला कुछ जेईआई सदस्यों की गतिविधियों से संबंधित है, जो देश-विदेश से दान एवं अन्य कल्याणकारी कामों के लिए चंदा इक_ा कर रहे थे लेकिन कथित तौर पर इस धन का इस्तेमाल हिंसक और अलगाववादी गतिविधियों  के लिए किया जा रहा था।

एनआईए के अनुसार, संगठन द्वारा जुटाई जा रही धनराशि जमात-ए-इस्लामी के सुव्यवस्थित नेटवर्क के माध्यम से हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों को भी पहुंचाई जा रही थी।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने आतंकवादी संगठनों से संबंधों और जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने का हवाला देते हुए फरवरी 2019 में जेईआई पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया था।

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20 रुपये के लिए रेलवे के खिलाफ 2 दशक तक लड़ा मुकदमा, आखिरकार हुई जीत!

*रेलवे को एक माह में 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज लगाकार चुकानी होगी पूरी रकम*

मथुरा (उप्र),08 अगस्त (एजेंसी/FJ)। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के एक अधिवक्ता ने रेलवे से 20 रुपये के लिए 22 साल से अधिक समय तक लड़ाई लड़कर आखिरकार जीत हासिल कर ली है। अब रेलवे को एक माह में उन्हें 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज लगाकार पूरी रकम चुकानी होगी। साथ ही, आर्थिक व मानसिक पीड़ा एवं वाद व्यय के रूप में 15 हजार रुपये जुर्माने के रूप देने का निर्देश भी दिया गया है।

जिला उपभोक्ता फोरम ने पांच अगस्त को इस शिकायत का निस्तारण करते हुए अधिवक्ता के पक्ष में फैसला किया। मथुरा के होलीगेट क्षेत्र के निवासी अधिवक्ता तुंगनाथ चतुर्वेदी ने सोमवार को बताया कि 25 दिसंबर 1999 को अपने एक सहयोगी के साथ मुरादाबाद जाने के वास्ते टिकट लेने के लिए वह मथुरा छावनी की टिकट खिड़की पर गए थे।

उस समय टिकट 35 रुपये का था। उन्होंने खिड़की पर मौजूद व्यक्ति को 100 रुपये दिए, जिसने दो टिकट के 70 रुपये की बजाए 90 रुपये काट लिए और कहने पर भी उसने शेष 20 रुपये वापस नहीं किए। चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने यात्रा सम्पन्न करने के बाद ‘नॉर्थ ईस्ट रेलवे (गोरखपुर) तथा ‘बुकिंग क्लर्क के खिलाफ मथुरा छावनी को पक्षकार बनाते हुए जिला उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई। 22 साल से अधिक समय बाद इस मामले का निपटारा हुआ।

उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष नवनीत कुमार ने रेलवे को आदेश दिया कि अधिवक्ता से वसूले गए 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज लगाकर उसे लौटाया जाए। सुनवाई के दौरान अधिवक्ता को हुई मानसिक, आर्थिक पीड़ा एवं वाद व्यय के रूप में 15 हजार रुपये बतौर जुर्माना अदा किया जाए। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि रेलवे द्वारा फैसला सुनाए जाने के दिन से 30 दिन के भीतर यदि धनराशि अदा नहीं की जाती, तो 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 की बजाय 15 प्रतिशत ब्याज लगाकर उसे लौटाना होगा।

अधिवक्ता तुंगनाथ चतुर्वेदी ने कहा,  रेलवे के ‘बुकिंग क्लर्क (टिकट बुक करने वाले कर्मी) ने उस समय 20 रुपये अधिक वसूले थे।

उसने हाथ से बना टिकट दिया था, क्योंकि तब कंप्यूटर नहीं थे। 22 से अधिक समय तक संघर्ष करने के बाद आखिरकार जीत हासिल की।

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सेना डिजाइन ब्यूरो ने ड्रोन विकसित करने के लिए डीएफआई के साथ किया समझौता

नयी दिल्ली,08 अगस्त (एजेंसी/FJ)। सेना डिजाइन ब्यूरो (एडीबी) ने सोमवार को भारतीय ड्रोन महासंघ (डीएफआई) के साथ एक सहमति पत्र पर दस्तखत किए, जिसके तहत भारतीय सैनिकों के लिए उच्च क्षमता वाले ड्रोन विकसित किए जाएंगे। डीएफआई एक उद्योग निकाय है, जिसमें एस्टेरिया एयरोस्पेस, क्विडिच इनोवेशन लैब्स, ऑटोमाइक्रो यूएएस, आरव अनमैन्ड सिस्टम्स और इंड्रोन्स इसके सदस्य हैं।

एक बयान के अनुसार इस कार्यक्रम के तहत डीएफआई और एडीबी ‘इंडियन आर्मीज हिम-ड्रोन-ए-थॉन नामक एक कार्यक्रम शुरू करेंगे। भारतीय सेना के संचालन को समर्थन देने के लिए ड्रोन-आधारित समाधानों के विकास के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे। बयान में आगे कहा गया, एडीबी चयनित प्रतिभागियों को परामर्श देगा और क्षेत्र का दौरा कराएगा, ताकि भारतीय उद्योग को जमीनी स्तर पर परिचालन स्थितियों के बारे में पता चल सके।

सहमति पत्र (एमओयू) के तहत डीएफआई और एडीबी मसौदा योजना, अनुसंधान, परीक्षण, विनिर्माण और संबंधित प्रौद्योगिकियों पर सहयोग करेंगे, जिनका उपयोग भारतीय सेना कर सकती है।

डीएफआई के अध्यक्ष स्मित शाह ने कहा कि यह सहयोग ड्रोन उपयोग के नए क्षेत्रों को बढ़ावा देगा।

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युवा और सांसद नायडू से समाज, देश व लोकतंत्र के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं : मोदी

*उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू की विदाई*

नयी दिल्ली,08 अगस्त (एजेंसी/FJ)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को युवाओं व सांसदों के लिए प्रेरणास्रोत करार दिया और कहा कि वे समाज, देश और लोकतंत्र के बारे में उनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं। राज्यसभा के सभापति नायडू को उच्च सदन में विदाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देश के एक ऐसे उपराष्ट्रपति हैं, जिन्होंने अपनी सभी भूमिकाओं में हमेशा युवाओं के लिए काम किया और सदन में भी हमेशा युवा सांसदों को आगे बढ़ाया और उन्हें प्रोत्साहन दिया।

उन्होंने कहा, आपने देश के लिए और सदन के लिए जो कुछ किया है, उसका ऋण स्वीकार करते हुए आपको भविष्य के लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूं। प्रधानमंत्री ने नायडू के कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा कि इस अवधि में सदन के कामकाज में वृद्धि हुई। उन्होंने नायडू के बारे में कहा, इस सदन को नेतृत्व देने की जिम्मेदारी भले ही पूरी हो रही हो लेकिन उनके अनुभव का लाभ भविष्य में देश को मिलता रहेगा, साथ ही हम जैसे अनेक सार्वजनिक जीवन के कार्यकर्ताओं को भी मिलता रहेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में आज देश अपने अगले 25 वर्षों की नई यात्रा शुरू कर रहा है, तब देश का नेतृत्व भी एक नए युग के हाथों में है। उन्होंने कहा, इस बार हम एक ऐसा 15 अगस्त मना रहे हैं, जब देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष सब के सब लोग आजाद भारत में पैदा हुए हैं और सब के सब साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। मैं समझता हूं कि इसका एक महत्व है।
मोदी ने कहा कि नायडू ने उपराष्ट्रपति और सदन के सभापति के रूप में गरिमा और निष्ठा के साथ अपने दायित्व का निर्वाह किया और अलग-अलग जिम्मेदारियों में बड़ी लगन से काम किया।

उन्होंने कहा, आपने कभी भी किसी काम को बोझ नहीं माना। आपने हर काम में नए प्राण फूंकने का प्रयास किया है। मोदी ने कहा कि नायडू देश के एक ऐसे उपराष्ट्रपति है, जिन्होंने अपनी सभी भूमिकाओं में हमेशा युवाओं के लिए काम किया है। उन्होंने कहा, आपका ये जज्बा और लगन हम लोगों ने निरंतर देखी है।

मैं प्रत्येक माननीय सांसद और देश के हर युवा से कहना चाहूंगा कि वे समाज, देश और लोकतंत्र के बारे में आपसे बहुत कुछ सीख सकते हैं।

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त्यागी के मामले में बुलडोजर की कार्रवाई दिखावा, कौन उसे बचाता रहा : प्रियंका

नईदिल्ली,08 अगस्त (एजेंसी /FJ)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नोएडा में एक महिला से अभद्रता के आरोपी श्रीकांत त्यागी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं के साथ ली गई तस्वीरें साझा करते हुए सोमवार को कहा कि इस मामले में बुलडोजर की कार्रवाई दिखावा है।

उन्होंने यह सवाल भी किया कि आखिर त्यागी को कौन बचाता आया है और क्या भाजपा सरकार को नहीं पता था कि उसने अवैध निर्माण करा रखे हैं?

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, क्या इतने वर्षों से भाजपा सरकार को नहीं पता था कि नोएडा के भाजपा नेता का निर्माण अवैध है? बुलडोजर की कार्रवाई दिखावा है।

उन्होंने आरोप लगाया, सरकार इन सवालों के जवाब देने से बच रही है। एक महिला के साथ खुलेआम अभद्रता और 10-15 गुंडे भेजकर महिलाओं को धमकाने की हिम्मत उसे कौन दे रहा है? कौन है जो उसे बचाता आ रहा है?

प्रियंका ने सवाल किया, किसके सरंक्षण में उसका गुंडाराज और अवैध कारोबार फला-फूला?

भाजपा का नेता होने का दावा करने वाले त्यागी के खिलाफ ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी की एक महिला के साथ अभद्रता करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

बताया जा रहा है कि महिला ने त्यागी द्वारा सोसायटी के साझा क्षेत्र में पौधे लगाने पर आपत्ति जताई थी, जिससे वह भड़क उठा था।

नोएडा प्राधिकरण ने शहर में त्यागी के आवास के बाहर बनाए गए ‘अवैध’ निर्माण को ढहा दिया है। त्यागी अभी फरार है।

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मलाइका अरोड़ा ने पहनी इतनी रिवीलिंग ड्रेस

08.08.2022 – मलाइका अरोड़ा का इंस्टाग्राम अकाउंट एक से बढ़कर एक फोटोज से भरा पड़ा है। हाल में मलाइका द्वारा शेयर की गई तस्वीरों को देखने के बाद फैंस बेकाबू हो रहे हैं। दरअसल, मलाइका अरोड़ा हाल ही में एफडीसीआई इंडिया कॉउचर वीक 2022 में बतौर शो स्टॉपर बनकर डिजाइनर रोहित गांधी और राहुल खन्ना के लिए रैंप वॉक किया था।

इस दौरान एक्ट्रेस रैंप पर इतनी ज्यादा बोल्ड ड्रेस पहनकर कैमरे के सामने आई थीं कि लोगों के होश उड़ गए थे।मलाइका अरोड़ा ने अब इसी ड्रेस को पहनकर हद से ज्यादा बोल्ड फोटोशूट करवाया है। इस सिजिलिंग फोटोशूट की तस्वीरें मलाइका अरोड़ा ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं।

इस फोटोशूट में एक्ट्रेस अपने क्लीवेज प्लांट करती नजर आई। इन तस्वीरों को देखने के बाद फैंस बेकाबू हो रहे हैं। एक्ट्रेस ने जैसे ही इस फोटोशूट की तस्वीरें शेयर की तो वो एक से बढ़कर कमेंट्स कर रहे हैं।

मलाइका लगातार इस तरह की बोल्ड ड्रेसेज पहनकर एक से बढ़कर एक फोटोज खिंचवा रही हैं। आपको बता दें, मलाइका इन दिनों अर्जुन कपूर को डेट कर रही हैं। (एजेंसी)

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नीरू बाजवा कॉमेडी ड्रामा ब्यूटीफुल बिल्लो में गर्भवती महिला की भूमिका निभाएंगी

08.08.2022 – अभिनेत्री नीरू बाजवा 1998 की फिल्म मैं सोलह बरस की’ से अपने करियर की शुरूआत करने वाली  अपनी आगामी पंजाबी फिल्म ब्यूटीफुल बिल्लो’ में एक गर्भवती महिला की भूमिका निभाती नजर आएंगी। फिल्म में नीरू के अलावा रुबीना बाजवा, रोशन प्रिंस और राघवीत बोली भी मुख्य भूमिका में हैं।

संतोष सुभाष थिटे और अमृत राज चड्ढा द्वारा निर्देशित ब्यूटीफुल बिल्लो एक कॉमेडी ड्रामा है। पूरी कहानी रुबीना और रोशन द्वारा निभाए गए एक जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है और बिल्लो (नीरू) से मिलने के बाद उनका जीवन कैसे बदल जाता है, जो गर्भवती है और उनके परिवार का एक महत्वपूर्ण सदस्य बन जाता है।

नीरू कहती हैं, ब्यूटीफुल बिलो’ मानवीय भावनाओं की एक दिल को छू लेने वाली कहानी है, जिसमें कॉमेडी का एक ट्विस्ट है जो निश्चित रूप से दर्शकों को आकर्षित करेगा। यह एक ऐसी कहानी है जो दर्शकों को पहले कभी नहीं देखी गई यात्रा पर ले जाएगी।

नीरू बाजवा एंटरटेनमेंट, ओमजी स्टार स्टूडियोज और सरीन प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित इस फिल्म का प्रीमियर 11 अगस्त को जी5 पर होगा. (एजेंसी)

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मानसून में त्वचा को ह्यूमिडिटी के प्रभाव से बचाने के लिए अपनाएं ये स्किन केयर टिप्स

08.08.2022 – मानसून के मौसम में ह्यूमिड्टी (नमी) का स्तर भी काफी बढ़ जाता है, जिससे चेहरे का स्वास्थ्य काफी प्रभावित होता है। इससे त्वचा अधिक तैलीय, कमजोर और बेजान होने लगती है। वहीं, ह्यूमिडिटी के कारण आने वाले पसीने के कारण त्वचा पर मुंहासें जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं। आइए आज हम आपको पांच ऐसी स्किन केयर टिप्स देते हैं, जिन्हें अपनाकर आप मानसून के दौरान अपनी त्वचा को ह्यूमिडिटी से सुरक्षित रख सकते हैं।

मौसम भले ही कोई भी हो, मॉइश्चराइजर हर किसी के स्किन केयर रूटीन में जरूर शामिल होना चाहिए क्योंकि यह त्वचा पर एक सुरक्षित परत बनाकर उसे कई तरह के नुकसानों से बचा सकता है। मानसून में ऐसे मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए, जो तेल रहित होने के साथ-साथ लाइट भी हो क्योंकि इससे त्वचा चिपचिपा नहीं लगेगा। इसके अतिरिक्त, यह आपकी त्वचा ह्यूमिडिटी से भी सुरक्षित रहेगी।

इस तरह का फेसवॉश करें इस्तेमालमानसून की समस्याओं से बचने के लिए सबसे पहले अपने गर्मियों के फेसवॉश को ग्लाइकोलिक एसिड और सैलिसिलिक एसिड युक्त फेसवॉश से स्विच करें, जो बेजान त्वचा के लिए सही है। इतना ही नहीं, अपनी स्किन टाइप के अनुसार ही फेसवॉश खरीदना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही त्वचा को साफ और तरोताजा रखने के लिए दिन में कई बार धोएं और नियमित रूप से टोनर का इस्तेमाल करें, इससे आपकी त्वचा हाइड्रेट रहेगी।

सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना भी है महत्वपूर्णमानसून के साथ-साथ सभी तरह के मौसम में सनस्क्रीन लगाना जरूरी है। सनस्क्रीन त्वचा को हाइड्रेट करने के साथ ही सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से बचाकर रखने में काफी मदद कर सकती है, इसलिए रोजाना सीमित मात्रा में एक बार अपने चेहरे पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं। अगर आप घर से बाहर हैं तो अपने चेहरे पर हर दो से तीन घंटे बाद सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।

एक्सफोलिएट जरूर करेंगंदगी, डेड स्किन सेल्स और अन्य अशुद्धियां त्वचा की कोमलता को कम करने और मुंहासों को उभारने का मुख्य कारण मानी जाती हैं, इसलिए इनसे राहत पाने के लिए मानसून के दौरान भी एक्सफोलिएट करना बहुत जरूरी है। हालांकि, आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि अधिक एक्सफोलिएशन आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।

इसलिए हफ्ते में ज्यादा से ज्यादा दो बार ही त्वचा को हल्के हाथों से एक्सफोलिएट करें। कम मेकअप करेंमानसून के दौरान आपको कम मेकअप करना चाहिए क्योंकि इस मौसम में हैवी मेकअप करने से चेहरे पर दाने या फिर खुजली की समस्या हो सकती है। इसके लिए आप चाहें तो एक मॉइश्चराइजर, एक कंसीलर और एक न्यूड शेड की लिपस्टिक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके साथ ही क्रीम या बहुत अधिक चमकदार चीजों का इस्तेमाल न करें क्योंकि ऐसी चीजें आपको पसीने से तर कर देगीं। (एजेंसी)

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ट्रेकिंग ट्रिप को आसान और मजेदार बनाने के लिए अपने पास जरूर रखें ये चीजें

08.08.2022 – अगर आप अपने दोस्तों या फिर परिवार के साथ ट्रेकिंग ट्रिप की योजना बना रहे हैं तो यह सफर बिना तैयारी के थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है। हालांकि, अगर आप चाहें तो अपनी ट्रेकिंग ट्रिप को न सिर्फ आसान बल्कि मजेदार भी बना सकते हैं। अगर आपका सवाल है कैसे? तो चलिए फिर आज हम आपको पांच ऐसी चीजें बताते हैं, जिनके साथ आपकी ट्रेकिंग ट्रिप आरामदायक और यादगार बन सकती है।

आरामदायक जूतें पहनेंट्रेकिंग के दौरान जूते अहम भूमिका अदा करते हैं। अगर आपके पास सही जूते नहीं हैं तो आपके बार-बार गिरने की संभावना बढ़ सकती है या फिर आपको ट्रेक पूरा करने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे पैरों में दर्द होना या चोट लगना आदि। इसलिए ट्रेकिंग के लिए ऐसे जूते पहनें, जो आपको ट्रेक के दौरान दुर्घटनाओं से बचाए।

ट्रेकिंग के लिए हल्के और वॉटरप्रूफ जूतों का चयन करना अच्छा है। पानी की बोतलकिसी भी चीज के लिए अपनी पानी की बोतल को कभी न छोड़ें। पानी किसी भी तरह के ट्रेक के लिए जरूरी है। ट्रेक के दौरान आपका शरीर डिहाइड्रेट होता है, इसलिए उसे समय-समय पर हाइड्रेटेड करते रहने की जरूरत होती है, जो पानी कर सकता है। अच्छी बात यह है कि भारत में पहाड़ों पर बहुत सी छोटी-छोटी धाराएं हैं, जहां से आप पीने के साफ पानी के लिए अपनी बोतल भर सकते हैं।

स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्सजैसे-जैसे आप ट्रेकिंग के लिए मीलों पैदल चलते हैं तो आपका शरीर जल्दी थक जाता है और आगे बढऩे के लिए इसे एनर्जी समेत पोषण की जरूरत होती है। हालांकि, ट्रेक के दौरान दुकानों को ढूंढना मुश्किल है, इसलिए अपने बैग में कुछ छोटे-छोटे स्नैक्स रखें, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी हों। बेहतर होगा कि आप चिप्स की जगह फल, एनर्जी बार या डार्क चॉकलेट लेकर जाएं।

सनस्क्रीनयह सभी यात्रियों के लिए जरूरी है। मौसम चाहे जो भी हो टैनिंग और सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से खुद को बचाने के लिए सनब्लॉक महत्वपूर्ण है। इसके लिए आपका अपनी त्वचा पर सनस्क्रीन लगाना महत्वपूर्ण है। सनस्क्रीन लगाना उन क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाता है, जहां आपको घास के मैदानों से ट्रेक करना होता है।

उच्च एसपीएफ और व्यापक स्पेक्ट्रम वाला सनस्क्रीन चुनें और इसे त्वचा पर लगाएं। प्राथमिक चिकित्सा किटअपने ट्रेक बैग में एक प्राथमिक चिकित्सा किट रखें ताकि जरूर पडऩे पर आपके पर हर चीज उपलब्ध हो। इसके लिए एक जिपलॉक बैग में बैंड-एड्स, एंटीसेप्टिक वाइप्स, दर्द निवारक क्रीम और एंटासिड ले जाएं।

वहीं, अगर आप बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं तो अपने पास इलेक्ट्रोलाइट पेय, नमक, कैंडी और च्युइंग गम के साथ-साथ कुछ प्लास्टिक बैग जरूर रखें। (एजेंसी)

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज इच्छित कार्य पूर्ण होंगे। आप व्यस्त रहने से थकान महसूस करेंगे। अपनी दिनचर्या को संतुलित तथा व्यवस्थित बनाकर रखें, जिससे अधिकतर घरेलू काम समय पर पूरे होते जाएंगे। विद्यार्थियों तथा युवाओं को इंटरव्यू व करियर संबंधी परीक्षा में सफलता की पूरी संभावना है। इसलिए वे लोग अपनी पढ़ाई के प्रति एकाग्रचित्त रहें। जीवनसाथी के लिए त्याग कर सकते हैं, स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

आज मनोवांछित फल प्राप्त होगा।समय की कोई कमी नहीं रहेगी।व्यवसायिक तौर पर ग्रह स्थितियां आपके पक्ष में हैं। कार्यप्रणाली में कुछ बदलाव संबंधी योजनाएं बन सकती है। तरक्की के भी उचित अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने कार्य को बहुत सावधानी पूर्वक करें, क्योंकि कोई गलती होने की आशंका लग रही है। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज भाग्य आपके मनोनुकूल रहेगा। समय पर कार्य सम्पन्न होंगे। कुछ समय खुद के लिए भी बीताएं। इससे आपको शारीरिक और मानसिक ताजगी के साथ ऊर्जा भी मिलेगी। आपको अपनी दिनचर्या संबंधी कामों को पूरा करने में पारिवारिक सदस्यों की मदद भी मिल सकती है। स्वास्थ्य सुधार होगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आपका सामाजिक दायरा और पारिवारिक सम्बंध यश को बढाएंगे।कार्यक्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियो के सामने आपकी ही यशोगाथा रहेगी। आपका कोई कर्मचारी साथी आपकी योजना को लीक कर सकता है। इससे सावधान रहें और लापरवाही बिल्कुल ना करें। सभी कार्यों पर पैनी नजर अवश्य रखें। नौकरी में भी किसी के साथ भी उलझे नहीं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आपकी ऊर्जा आज आपका भरपूर साथ देंगी। पारिवारिक जिम्मेदारियों का आप बखूबी निर्वाह करेंगे। आपका उदारवादी व सहायक दृष्टिकोण सामाजिक कार्यों में एक बेहतरीन मिसाल के रूप में सामने आएगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा । विद्यार्थी भी अपनी पढ़ाई के प्रति पूर्ण रूप से एकाग्रचित्र रहेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आपका मनोबल बढेगा। शत्रु पक्ष परास्त होंगे। लेकिन सावधानी फिर भी रखनी पडेगी। कोई भी व्यापारिक नया काम आज न शुरू करें तो सही है। आज स्थिति अधिक आपका साथ देगी है। कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतना आवश्यक है। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने काम को बखूबी अंजाम दे पाएंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आध्यात्मिक कार्यो में रूचि और बढेगी। आप अधिकतर समय धार्मिक तथा सामाजिक संबंधी सहयोगात्मक कार्य में व्यतीत होगा। गुप्त विद्याओं के प्रति भी आपका विशेष रुझान हो रहा है। इस समय आपके व्यक्तित्व के उत्थान संबंधी कुछ नए मार्ग साफ होने जा रहे हैं। सबका साथ मिलेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आप अधिकतर समय व्यस्त रहने मे व्यतीत होगा। अपने कुछ नजदीकी और विश्वसनीय मित्रों के साथ अपने कामकाज संबंधी विचार-विमर्श अवश्य करें। आपको बेहतरीन मार्गदर्शन प्राप्त होगा। तथा लाभदायक अनुबंध भी मिलने के योग हैं। परंतु इस बात का ध्यान भी अवश्य रखें कि आपकी रूचि धर्म कर्म में कम न हो। स्वास्थ्य बेहतर होगा।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज किस्मत आपके साथ है। व्यवसायिक विकास के लिए किसी प्रभावशाली व्यक्ति का साथ तथा आपके राजनीतिक संपर्क बहुत अधिक लाभदायक साबित होने वाले हैं। सरकारी सेवारत व्यक्तियों को अपने किसी लक्ष्य को पूरा करने से प्रमोशन वगैराह भी मिल सकता है। विद्यार्थियों का मन विद्या ग्रहण करने में लगेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज मन की सुने और खुश रहें। अपने कार्यों से संबंधित नीतियों पर दोबारा विचार करके उनमें और अधिक सुधार लाने की कोशिश करें सफलता आपका इंतजार कर रही है। आपको सकारात्मक परिणाम अवश्य हासिल होंगे। विद्यार्थियों का अपनी शिक्षा के प्रति पूर्ण रूप से ध्यान केंद्रित रखना उन्हें कोई उपलब्धि भी हासिल करवा सकता है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आप आपकी सकारात्मक सोच आपको ऊँचाइयों तक ले जाएगी।अपना पूर्ण ध्यान अपने कार्यस्थल पर केंद्रित रखें तथा दूसरों की सलाह की अपेक्षा अपने विचारों को ही प्राथमिकता दें क्योंकि ऐसा करने से वहाँ भी सफल आप ही होंगे। पारिवारिक वातावरण सहयोगात्मक रहेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आप शान्तिपूर्ण तरिके से समय बिता पाएंगे। कोई भी काम करने से पहले उसके सभी पहलुओं पर अच्छी तरह सोच-विचार अवश्य करें। इससे परिस्थितियां पूर्णता आपके पक्ष में हो जाएगी। काफी समय से चल रही किसी काम में रुकावट भी आज दूर होगी। कुल मिलाकर शांति और सुकून भरा दिन व्यतीत होगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

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अरविंद केजरीवाल की बधाई पर मेडल विजेता दिव्या काकरान ने बयां किया दर्द

*दिल्ली सरकार से न इनाम मिला न मदद*

नई दिल्ली ,07 अगस्त (एजेंसी)।  बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान दिव्या काकरान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दी गई बधाई के जवाब में उन्हें दिल्ली सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि या मदद नहीं मिलने का मुद्दा उठाया है। भारतीय युवा पहलवान दिव्या काकरान ने राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं कुश्ती प्रतियोगिता के 68 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इसके लिए अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी थी।

दिव्या काकरान ने रविवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, मेडल की बधाई देने पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री जी को तहे दिल से धन्यवाद, मेरा आपसे एक निवेदन है कि मैं पिछले 20 साल से दिल्ली में रह रही हूं और यहीं अपने खेल कुश्ती का अभ्यास कर रही हूं, परंतु अब तक मुझे राज्य सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि नहीं दी गई और ना कोई मदद दी गई। मैं आपसे इतना निवेदन करती हूं कि जिस तरह आप अन्य खिलाडिय़ों को सम्मानित करते हैं जो दिल्ली के होकर किसी और स्टेट से भी खेलते हैं उसी तरह मुझे भी सम्मानित किया जाए।

इसके साथ ही दिव्या ने साल 2018 का एक वीडियो शेयर कर कहा है कि ऐसा लगता है कि समय ने खुद को दोबारा दोहराया है। सब कुछ पहले जैसा ही है, ना कल मेरे लिए कुछ किया गया था ना ही अब।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को बधाई दी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, शाबाश पहलवानों। हमारे पहलवानों ने कॉमनवेल्थ खेलों में धूम मचा दी है। कुश्ती में भारत को एक ही दिन में कुल 6 मेडल मिले, जिसमें 3 गोल्ड हैं। साक्षी मलिक और दीपक पूनिया को उनके गोल्ड और दिव्या काकरन एवं मोहित ग्रेवाल को कांस्य पदक के लिए बहुत-बहुत बधाई।

बता दें कि, गरीब परिवार से आने वाली दिव्या ककरान ने महिलाओं के 68 किलो वर्ग में कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में टोंगा की टाइगर लिली को महज 26 सेकेंड में हराकर कांस्य पदक जीता था। हालांकि, दिव्या काकरान फ्रीस्टाइल 68 किग्रा क्वार्टरफाइनल में नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से तकनीकी श्रेष्ठता (0-11) से हार गईं थीं, जिससे वह रेपेशाज में उतरीं।

आर्थिक तंगी के बावजूद दिव्या ने हार नहीं मानी और देश और दुनिया की कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। दिव्या वर्तमान में 68 किलो भार वर्ग में कुश्ती करती हैं।

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पाकिस्तानी नागरिक की 13 संपत्तियों की जानकारी ईडी ने मांगी

कानपुर ,07 अगस्त (आरएनएस/FJ)। पाकिस्तानी नागरिक शाहिद हलीम की 13 संपत्तियों से जुड़ी संपूर्ण जानकारी अब ईडी को भी दी जाएगी। जिला प्रशासन ने इस संबंध में निर्णय ले लिया है। संपत्तियों से जुड़ी जानकारी देने के लिए जिलाधिकारी विशाख जी ने अपर महानगर मजिस्ट्रेट द्वितीय को जिम्मेदारी सौंपी है।

बता दे कि ईडी पिछले 13 वर्षों से पाकिस्तानी नागरिक की संपत्तियों से जुड़ी जानकारी मांग रहा है। शहर में शाहिद हलीम की 13 संपत्तियां हैं, जिन्हें शत्रु संपत्ति घोषित करने की कवायद चल रही है। इनमें नागेश्वर विला, कॉनकार्ड अपार्टमेंट शाहिद हलीम के पाक जाने के बाद इन संपत्तियों की अवैध तरीके से खरीद फरोख्त की गई।

लोगों को जानकारी दिए बिना ही संपत्तियां बेची गईं।

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स्वेच्छा से हर जन फहराये खादी का तिरंगा : अखिलेश

*आजादी के यज्ञ में समाजवादी नेताओं के योगदान को भुला दिया*

लखनऊ ,07 अगस्त (आरएनएस)। सपा प्रमुख व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय ध्वज को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताते हुए स्वेच्छा से प्रत्येक नागरिक से खादी का बना तिरंगा फहराने के लिए कहा है। रविवार को जारी बयान में अखिलेश ने कहा कि इतिहास में इन तिथियों का विशेष महत्व है। आगे कहा कि 8 अगस्त 1942 की रात में बंबई के ग्वालियर टैंक मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो के प्रस्ताव के साथ करो या मरो का मंत्र दिया था।

गांधी जी ने कहा था या तो अब हम आजाद होंगे या फिर अपना बलिदान दे देंगे। अंग्रेजों ने क्रूर दमनचक्र चलाते हुए 9 अगस्त 1942 से गिरफ्तारियां शुरू कर दी थी। अंग्रेज सोचते थे कि वे दमन से आजादी की आवाज को दबा देंगे। लेकिन पहले से सतर्क समाजवादी नेताओं ने आंदोलन की कमान अपने हाथ में लेकर आंदोलन को देशव्यापी बना दिया। जयप्रकाश नारायण, डॉ.राममनोहर लोहिया, और अरूणा आसफ अली के साथ ऊषा मेहता आदि ने आजादी के लिए जो अलख जगाई उसके फलस्वरूप ही 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिल सकी।

अखिलेश ने कहा कि आजादी के इस महान यज्ञ में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की उपेक्षा की जा रही है। खेद की बात है कि इतिहास को विशेष दृष्टिकोण से बदलने की साजिशें हो रही है। कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में देश और प्रदेश की राजनीति में बहुत उतार-चढ़ाव आया हैं। सत्ता में आई भाजपा ने स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और आदर्शों को भुला दिया है। गांधी जी राजनीति को जनसेवा का माध्यम मानते थे।

इसकी शुचिता के लिए साध्य साधन की पवित्रता पर जोर देते थे। आज की राजनीति सत्ता पाने और सत्ता का उपभोग करने का माध्यम बन गई है। इसलिए भाजपा की चालबाजी से हमें सावधान रहना होगा। सपा प्रमुख ने कहा कि हमारी पार्टी महात्मा गांधी, डॉ. राममनोहर लोहिया और डॉ. आंबेडकर के आदर्श मानकों को अपनाते हुए गांव-गरीब को प्राथमिकता में रखकर चल रही है। अन्याय और शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही है।

समाजवादी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए जनकल्याण को सर्वोपरि रखकर योजनाओं को साकार किया। आज भी वह समाजवाद, लोकतंत्र और पंथनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है और संविधान की उद्देशिका को सम्मान देती है। राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के साथ हमें उन संकल्पों को भी दुहराना होगा जिनको सार्थक करने के लिए लाखों लोगों ने अपना सब कुछ बलिदान कर दिया था।

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जिन्होंने कभी नहीं लिया आजादी में हिस्सा वो पीट रहे हैं ढिंढोरा: अखिलेश यादव

लखनऊ ,07 अगस्त (आरएनएस/FJ)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आव्हान पर उत्तर प्रदेश में हर घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताते हुए स्वेच्छा से प्रत्येक नागरिक से खादी का बना तिरंगा फहराने के लिए कहा है।

अखिलेश यादव ने कहा है कि इतिहास में इन तिथियों का विशेष महत्व है। 8 अगस्त 1942 की रात में बंबई के ग्वालियर टैंक मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने ‘अंग्रेजो भारत छोड़ों’ के प्रस्ताव के साथ ‘करो या मरो’ का मंत्र दिया था। गांधी जी ने कहा था या तो अब हम आजाद होंगे या फिर अपना बलिदान दे देंगे। अंग्रेजों ने क्रूर दमनचक्र चलाते हुए 9 अगस्त 1942 से गिरफ्तारियां शुरू कर दी थी।

अंग्रेज सोचते थे कि वे दमन से आजादी की आवाज को दबा देंगे। लेकिन पहले से सतर्क समाजवादी नेताओं ने आंदोलन की कमान अपने हाथ में लेकर आंदोलन को देशव्यापी बना दिया। जयप्रकाश नारायण, डॉ0 राममनोहर लोहिया, और अरूणा आसफ अली के साथ ऊषा मेहता आदि ने आजादी के लिए जो अलख जगाई उसके फलस्वरूप ही 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिल सकी।

आजादी के इस महान यज्ञ में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की उपेक्षा की जा रही है। खेद की बात है कि इतिहास को विशेष दृष्टिकोण से बदलने की साजिशें हो रही है। वे लोग जिनका संबंध आरएसएस से रहा तथा जिन्होंने कभी स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा भी नहीं लिया, आज आजादी के 75वें साल में आजादी का अमृत महोत्सव का ढिंढोरा पीट रहे है। आजादी के 75वें वर्ष में देश और प्रदेश की राजनीति में बहुत उतार-चढ़ाव आया हैं।

सत्ता में आई भाजपा ने स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों एवं आदर्शों को भुला दिया है। गांधी जी राजनीति को जनसेवा का माध्यम मानते थे। इसकी शुचिता के लिए साध्य साधन की पवित्रता पर जोर देते थे। आज की राजनीति सत्ता पाने और सत्ता का उपभोग करने का माध्यम बन गई है। इसलिए भाजपा की चालबाजी से हमें सावधान रहना होगा। यह अवसर भारतीय संविधान एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने का भी है।

समाजवादी पार्टी गांधी जी, डॉ0 राममनोहर लोहिया और डॉ0 अम्बेडकर के निर्धारित आदर्श मानकों को अपनाते हुए गांव-गरीब को प्राथमिकता में रखकर चल रही है। अन्याय और शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही है। समाजवादी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए जनकल्याण को सर्वोपरि रखकर योजनाओं को साकार किया।

आज भी वह समाजवाद, लोकतंत्र और पंथनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है और संविधान की उद्देशिका को सम्मान देती है। राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के साथ हमें उन संकल्पों को भी दुहराना होगा जिनको सार्थक करने के लिए लाखों लोगों ने अपना सब कुछ बलिदान कर दिया था।

हजारों लोगों ने जेल की क्रूर यातनाएं झेली थी और कितने ही वीर सपूत हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए थे।

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