व्हाट्सएप ने यूजर्स की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए पेश किए तीन नए फीचर्स

नई दिल्ली ,10 अगस्त (एजेंसी)। मेटा के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने मंगलवार को व्हाट्सएप में तीन प्रमुख प्राइवेसी फीचर्स की घोषणा की, जो यूजर्स को अपनी बातचीत पर अधिक नियंत्रण प्रदान करते हैं और मैसेज भेजते समय सुरक्षा की अतिरिक्त परतें प्रदान करते हैं। नए फीचर्स व्हाट्सएप यूजर्स को सभी को सूचित किए बिना ग्रुप चैट से बाहर निकलने की अनुमति देते हैं। यह नियंत्रित करते हैं कि आपके ऑनलाइन होने पर कौन देख सकता है और मैसेजिस को एक बार देखने पर स्क्रीनशॉट को रोक सकता है।

जुकरबर्ग ने कहा, हम आपके मैसेजिस की सुरक्षा के लिए नए तरीके बनाते रहेंगे और उन्हें आमने-सामने की बातचीत की तरह निजी और सुरक्षित रखेंगे। व्हाट्सएप यूजर्स अब बिना किसी को सूचित किए किसी ग्रुप से निजी तौर पर बाहर निकल सकेंगे। सोशल नेटवर्क ने कहा, अब, एग्जिट करने पर पूरे ग्रुप को सूचित करने के बजाय, केवल एडमिन को सूचित किया जाएगा। यह फीचर इस महीने सभी यूजर्स के लिए शुरू हो जाएगा।

व्हाट्सएप ने यह चुनने की क्षमता भी पेश की है कि आपके ऑनलाइन होने पर कौन देख सकता है और कौन नहीं। यह फीचर इसी महीने सभी यूजर्स के लिए रोल आउट करना शुरू कर देगा। व्हाट्सएप सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत के लिए ‘व्यु वन्स’ मैसेजिस के लिए स्क्रीनशॉट ब्लॉकिंग को भी सक्षम कर रहा है। इस फीचर की टेस्टिंग की जा रही है और इसे जल्द ही यूजर्स के लिए रोल आउट किया जाएगा।

व्हाट्सएप में प्रोडक्ट प्रमुख अमी वोरा ने कहा, वर्षो से, हमने उनकी बातचीत को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए सुरक्षा की इंटरलॉकिंग परतें जोड़ी हैं और नए फीचर्स एक तरीका है, जिससे हम मैसेजिस को निजी रखने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हैं।

वोरा ने कहा, इन नए फीचर्स के बारे में प्रचार करने के लिए, हम यूके और भारत से शुरू होने वाले एक वैश्विक अभियान को भी शुरू कर रहे हैं, ताकि लोगों को शिक्षित किया जा सके कि हम व्हाट्सएप पर उनकी निजी बातचीत को सुरक्षित रखने के लिए कैसे काम करते हैं।

*********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version