सत्येंद्र प्रकाश बने PIB के नए प्रधान महानिदेशक, आज से संभालेंगे कार्यभार

नई दिल्ली 01 August (Rns/FJ): भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी सत्येंद्र प्रकाश को पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) का प्रधान महानिदेशक नियुक्त किया गया है। प्रकाश आज से कार्यभार संभालेंगे। 1988 बैच के भारतीय सूचना सेवा (आईआईएस) के अधिकारी एवं केंद्रीय संचार ब्यूरो के प्रधान महानिदेशक प्रकाश, जयदीप भटनागर की जगह पदभार संभालेंगे। भटनागर रविवार को सेवानिवृत्त हो गए।

अपनी नवोन्मेषी कार्य शैली के लिए जाने जाने वाले प्रकाश को कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के मकसद से चलाई गई मुहिमों के लिए निर्वाचन आयोग ने सम्मानित किया था। तीन दशक के अपने करियर में प्रकाश ने पत्र सूचना कार्यालय में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नागर विमानन मंत्रालय में विभिन्न पदों पर सेवाएं दी हैं।

1986 बैच के IAS अधिकारी भटनागर दूरदर्शन न्यूज में वाणिज्य, बिक्री एवं विपणन विभाग के प्रमुख के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं।उन्होंने प्रसार भारती विशेष संवाददाता पश्चिम एशिया के रूप में भी काम किया और इस दौरान 20 देशों को कवर किया। वह बाद में आकाशवाणी में समाचार सेवा प्रभाग के प्रमुख बने। पीआईबी के पश्चिमी क्षेत्र के महानिदेशक मनीष देसाई, केंद्रीय संचार ब्यूरो में प्रकाश की जगह लेंगे।

1989 बैच के IAS अधिकारी देसाई ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न मीडिया इकाइयों जैसे विज्ञापन और दृश्य प्रचार निदेशालय, आकाशवाणी समाचार, प्रसार भारती और भारतीय जनसंचार संस्थान में सेवाएं दी हैं।

******************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

Leave a Reply

Exit mobile version