नई दिल्ली ,01 अगस्त (एजेंसी)। आम जनता के लिए राहत भरी खबर है। आज से एलपीजी सिलेंडर सस्ते हो गए हैं। इंडियन ऑयल द्वारा आज यानी 1 अगस्त को जारी नए रेट के मुताबिक एलपीजी सिलेंडर के दाम में 36 रुपए की कटौती की गई है। यह कटौती दिल्ली से पटना, जयपुर से दिसपुर, लद्दाख से कन्याकुमारी तक हुई है।
इस नवीनतम कमी के साथ, 19 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 2012.50 रुपये के बजाय 1,976 रुपए होगी। यह कटौती दिल्ली से पटना, जयपुर से दिसपुर, लद्दाख से कन्याकुमारी तक हुई है।आज एलपीजी सिलेंडर की कीमत में हुई कटौती के बाद पटना में आज से कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1142.5 रुपये हो गई है।
दिल्ली में 19 किलों वाले कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 2012.50 रुपये की जगह 1976 रुपये हो गई है। कोलकाता में 2095.50 रुपये में मिल रहा है। मुंबई में आज से कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1936.50 रुपये और चेन्नई में 2141 रुपये हो गई है।बता दें बीते एक जुलाई को भी एलपीजी की कीमतें बदली थी। जहां कॉमर्शियल सिलेंडर सस्ता हुआ था, वहीं 14.2 किलो वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
दरअसल, बीते एक साल में दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर करीब 219 रुपये महंगा हुआ है। एक साल पहले इसकी कीमत 834.50 रुपये थी। जिसे अब बढ़ाकर 1053 रुपये पहुंच गई है।
घरेलू गैस सिलेंडर 14.2 किलो वाला सिलेंडर का रेट इससे पहले 19 मई को बढ़ोतरी की गई थी। इसकी कीमतों में चार रुपये इजाफा हुआ था।
*******************************************
इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना
इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए
इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?
इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो
इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ
तपती धरती का जिम्मेदार कौन?
मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब
जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है
इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश
इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना
इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..
इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य
इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प
इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल
इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने
इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने