तानिया सचदेव ने भारत की महिला टीम को जीत दिलाई

मामल्लापुरम ,02 अगस्त । तानिया सचदेव ने कीमती अंक हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की और यह उनका ही शानदार प्रदर्शन था जिसके दम पर भारत-ए टीम ने मामल्लापुरम में जारी 44 वें शतरंज ओलंपियाड में महिला वर्ग के चौथे राउंड के मैच में हंगरी के खिलाफ 2.5-1.5 के अंतर से सनसनीखेज जीत दर्ज की।

कोनेरू हम्पी, द्रोणावल्ली हरिका और आर वैशाली के अपने-अपने मुकाबलों में ड्रॉ खेलने के बाद, सचदेव ने अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए सामने आए अवसर पर शानदार प्रदर्शन किया। तानिया ने निर्णायक अंक अर्जित करने के साथ-साथ टीम के लिए मैच पर कब्जा करने के लिए जसोका गाल को हराया।

मैच के बाद तानिया सचदेव ने कहा, यह एक कठिन स्थिति थी और मुझे पता था कि हमारे दो बोर्ड ड्रॉ में समाप्त हो गए थे। हमारे खिलाफ एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीम थी। अब समय आ गया है कि हमें मजबूत टीमों के खिलाफ खेलना होगा। इसलिए, मुझे लगता है कि हमें प्रतियोगिता के लिए तैयार रहने की जरूरत है। हम अगले मैच की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

तानिया के इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भारत की महिला ए टीम के कोच अभिजीत कुंटे ने कहा, टीमें अच्छी तरह से संतुलित हैं और एक समय में एक राउंड खेलना बहुत महत्वपूर्ण है। आज के सभी मैचों में हमने अच्छा प्रदर्शन किया।

11वीं वरीयता प्राप्त भारतीय महिला बी टीम ने भी इसी तरह के 2.5-1.5 स्कोर के साथ एस्टोनिया को हराया। वंतिका अग्रवाल ने अपने विजयी अभियान का विस्तार करते हुए टीम के लिए जीत का अंक हासिल किया जबकि अन्य तीन गेम ड्रॉ समाप्त हुए।

इस बीच चौथे दिन को हुए एक बड़े उलटफेर में, संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व विश्व चैम्पियनशिप चैलेंजर फैबियानो कारुआना को उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसत्तारोव ने हरा दिया। 17 वर्षीय कौतुक अब्दुस्सतारोव शतरंज के भविष्य के उभरते चेहरों में से एक रहे हैं। उज्बेकिस्तान ने शीर्ष वरीयता प्राप्त अमेरिका को 2-2 से ड्रॉ पर रोक दिया।

ओपन सेक्शन के चौथे राउंड के अन्य मैचों में भारत-बी ने इटली के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज की। गुकेश और निहाल सरीन ने जीत दर्ज की, जबकि आर. प्रज्ञानंदा और रौनक साधवानी ने ड्रॉ खेला।

गुकेश ने डेनियल वोकातुरो के खिलाफ शानदार खेल दिखाया। वोकातुरो ने मैग्नस कार्लसन को ड्रॉ पर रोक दिया था। क्वीन्स गैम्बिट डिक्लाइन गेम में, गुकेश सामरिक स्ट्रोक के साथ एक मोहरे को हथियाने के प्रयास में सफल रहे और इस तरह 34 चालों के बाद उन्होंने अंक अपने हक में किया। यह सब तब हुआ था जब उनकी क्वीन, रूक और बिशप ने उनके प्रतिद्वंद्वी के किंग को घेर लिया।

दूसरी वरीयता प्राप्त भारत-ए ने फ्रांस के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला। इस मैच के चारों मुकाबले बराबरी पर रहे जबकि भारत-सी को 1.5-2.5 के स्कोर के साथ स्पेन को हाथों हार मिली।

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घोषाल सेमीफाइनल में, जोशना क्वार्टरफाइनल में हारी

बर्मिंघम ,02 अगस्त । भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेलों के स्क्वाश मुकाबलों में मिला जुला रहा। व्यक्तिगत स्पर्धाओं में सौरव घोषाल सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं जबकि जोशना चिनप्पा को महिला क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा।

घोषाल ने स्कॉटलैंड के ग्रेग लोबान को 3-1 ( 11-5, 8-11, 11-7, 11-3) से हराया और अब उनका सेमीफाइनल में विश्व के नंबर दो न्यूज़ीलैंड के पॉल कॉल से मुकाबला होगा।

इससे पहले जोशना को कनाडा की होली नॉटन से लगातार सेटों में हार का सामना करना पड़ा। नॉटन ने जोशना को 11-9, 11-5, 15-13 से हराया।

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जम्मू: रामबन में पुलिस पोस्ट के पास धमाका, अलर्ट जारी

जम्मू 02 Aug. (Rns/FJ): जम्मू कश्मीर में दहशतगर्दों का आतंक बढ़ता जा रहा है। घाटी से आए दिन आतंकवादी घटनाओं की खबर सामने आ रही हैष अब नई घटना रामबन जिले से सामने आई है, जहां जबरदस्त धमाका हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि रामबन के गूल इलाके में एक पुलिस चौकी की बाहरी दीवार के पास यह विस्फोट हुआ है।

धमाके के बाद पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है। हाईवे से सटे सभी पोस्टों के जवानों को सतर्क रहने को कहा गया है। बता दें कि बाबा अमरनाथ की यात्रा रामबन से होकर गुजरती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये विस्फोट रामबन जिले के गूल इलाके में हुआ है। यहां एक पुलिस चौकी की बाहरी दीवार है।

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जम्मू में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध ड्रोन पर बीएसएफ ने की गोलीबारी

जम्मू 02 Aug. (Rns/FJ): सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सतर्क जवानों ने जम्मू के कान्हाचक सेक्टर में नियंत्रण रेखा के समीप ड्रोन होने की आशंका के साथ एक उड़ती हुई वस्तु पर गोलीबारी की।

बीएसएफ के एक अधिकारी ने मंगलवार को यहां बताया कि नियंत्रण रेखा के समीप कल देर रात कान्हाचक इलाके में एक अज्ञात उड़ती वस्तु पर चमचमाती रोशनी देखी गयी। जवानों ने ड्रोन होने की आशंका पर उस पर गोलियां चलायी। बाद में रोशनी दिखाई देना बंद हो गयी।

पुलिस और अन्य एजेंसियों ने इलाके में तलाश अभियान छेड़ा है। पिलहाल कुछ भी बरामद नहीं हुआ है।

हाल के दिनों में सुरक्षा एजेंसियों ने ड्रोन के जरिए हवा में गिराए गए हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए सीमा पार से की गयी कोशिशों को भी नाकाम किया है।

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गौ आश्रय स्थलों के निरीक्षण के लिये सभी मंडलों में नोडल अधिकारी नियुक्त

लखनऊ 02 Aug. (Rns/FJ): गौ आश्रय स्थलों :  उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य में आवारा छोड़ दी गयी गायों की गौ आश्रय स्थलों में बेहतर देखरेख सुनिश्चित करने के लिये सभी मंडलों में नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिये हैं।

राज्य सरकार के आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के गौ आश्रय स्थलों और गौ संरक्षण केंद्रों में गायों की बेहतर देखभाल किये जाने का नियमित निरीक्षण करने के लिए सभी 18 मंडलों में अफसर नियुक्त कर दिये गये हैं। सोमवार देर रात जारी किये गये आदेश में नियुक्त किये गये 18 नोडल अफसरों की सूची जारी कर दी गयी है।
आदेश में कहा गया है कि इन नोडल अफसरों को बाढ़-सूखा, गौ संरक्षण, पशुपालन और संचारी रोग टीकाकरण समेत विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करने की भी जिम्मेदारी सौंपी गयी है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देशानुसार ये अधिकारी अगले 3 दिन तक जिलों में भ्रमण कर स्थलीय निरीक्षण करेंगे।

सभी नियुक्त अधिकारियों को 02 अगस्त की शाम 6 बजे या 3 अगस्त की सुबह 8 बजे तक आवंटित जिलों में उपस्थित दर्ज कराने को कहा गया है। इन अधिकारियों द्वारा 03, 04 और 05 अगस्त को मंडल के जनपदो का स्थलीय भौतिक निरीक्षण किया जायेगा। निरीक्षण के आधार पर ये अधिकारी वस्तु स्थिति से अवगत कराने के लिये शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।

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प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदली,लोगों से भी तिरंगा लगाने की अपील की

नई दिल्ली 02 Aug. (Rns/FJ): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपनी प्रोफाइल तस्वीर बदल दी और अपने सोशल मीडिया अकाउंट में की प्रोफाइल पर ‘तिरंगा’ लगा दिया है। इसके साथ लोगों से 2 से 15 अगस्त के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के अपने अकाउंट पर झंडा लगाने का आग्रह भी किया। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “आज 2 अगस्त विशेष है! ऐसे समय में जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, हमारा देश हर घर तिरंगा, हमारे तिरंगे को मनाने के लिए एक सामूहिक आंदोलन के लिए पूरी तरह तैयार है। मैं अपनी सोशल मीडिया पर फोटो बदल रहा हूं और आपसे भी यही करने का आग्रह करता हूं।”

पिंगली वेंकय्या को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं महान पिंगली वेंकय्या को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देता हूं। हमारा राष्ट्र हमें तिरंगा देने के उनके प्रयासों के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा, हमें बहुत गर्व है। तिरंगे से ताकत और प्रेरणा लेते हुए हम राष्ट्र की प्रगति के लिए काम करते रहें।”

31 जुलाई को अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक एक विशेष आंदोलन ‘हर घर तिरंगा, हर घर तिरंगा’ का आयोजन किया जा रहा है। इस आंदोलन का हिस्सा बनकर 13 से 15 अगस्त तक आप अपने घर पर तिरंगा फहराएं या इससे अपने घर को सजाएं।”

उन्होंने आगे कहा, “मेरा यह भी सुझाव है कि 2 अगस्त से 15 अगस्त तक हम सभी अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पिक्चर्स में तिरंगा लगा सकते हैं। 2 अगस्त का हमारे तिरंगे से विशेष संबंध है। यह दिन पिंगली वेंकैया जी की जयंती है, जिन्होंने डिजाइन किया था। हमारा राष्ट्रीय ध्वज है।”

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अपने ही कर्म भोग रही कांग्रेस

अजीत द्विवेदी – सर्वोच्च अदालत ने नाउम्मीद किया। उम्मीद की जा रही थी कि प्रवर्तन विदेशालय, ईडी के असीमित अधिकारों को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत अपने पुराने फैसलों का ध्यान रखेगी और इसके अधिकारों को तर्कसंगत बनाने का फैसला सुनाएगी। लेकिन अदालत ने इसके हर अधिकार को न्यायसंगत ठहराया। छापा मारने, गिरफ्तार करने और संपत्ति जब्त करने के उसके अधिकार को सुप्रीम कोर्ट ने एब्सोल्यूट यानी संपूर्ण माना। उसे चुनौती नहीं दी जा सकती है।

इसके साथ ही अदालत ने धन शोधन निरोधक कानून यानी पीएमएलए में गिरफ्तार व्यक्ति की जमानत की सख्त शर्तों का भी समर्थन किया। ध्यान रहे यह ऐसा कानून है, जिसमें अपनी बेगुनाही का सबूत जुटाने का जिम्मा आरोपी का होता है। बाकी मामलों में पुलिस या प्रवर्तन एजेंसी आरोपी को दोषी साबित करने के सबूत जुटाती है लेकिन इसमें आरोपी को बेगुनाही का सबूत जुटाना होता है। ऐसा कोई सबूत सामने आने पर ही जमानत का प्रावधान है।

सुप्रीम कोर्ट के दो जजों की बेंच ने जमानत के इस प्रावधान को गलत माना था और इस पर सवाल उठाए थे। पांच साल पहले जस्टिस रोहिंटन नॉरीमन और जस्टिस संजय किशन कौल की बेंच ने पीएमएलए के मामले में जमानत के प्रावधान को मनमाना और असंवैधानिक करार दिया था। दोनों जजों ने कहा था कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि न्याय की बुनियादी धारणा किसी भी आरोपी को तब तक बेगुनाह मानने की है, जब तक कि उसका अपराध प्रमाणित नहीं होता है।

यानी अपराधी साबित होने तक हर आरोपी बेगुनाह होता है। यह इकलौता मामला नहीं है, जिसमें सर्वोच्च अदालत ने ईडी से जुड़े कानूनों को लेकर इस तरह की टिप्पणी की हो। सितंबर 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय के प्रमुख को लेकर अहम फैसला सुनाया था। असल में प्रवर्तन निदेशक के एक साल के सेवा विस्तार को अदालत में चुनौती दी गई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए जस्टिस एल नागेश्वर राव की बेंच ने कहा था कि सेवा विस्तार की अवधि खत्म होने में दो महीने बचे हैं इसलिए उनको पद पर रहने दिया जाए लेकिन सरकार आगे उनको सेवा विस्तार न दे।

उन्होंने यह भी कहा था कि सेवा विस्तार देना सरकार का अधिकार है लेकिन ऐसा बहुत विशेष परिस्थितियों में ही किया जाना चाहिए।सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के बाद भी केंद्र सरकार ने प्रवर्तन निदेशक को सेवा विस्तार ही नहीं दिया, बल्कि सेवा विस्तार का नया कानून बना दिया, जिसके तहत किसी भी एजेंसी के अधिकारी को उसकी नौकरी समाप्त होने के बाद पांच साल तक एक-एक साल का सेवा विस्तार दिया जा सकता है। तभी उम्मीद थी कि जस्टिस नॉरीमन और जस्टिस नागेश्वर राव के दो अलग अलग फैसलों की रोशनी में जस्टिस एएम खानविलकर की बेंच ईडी के अधिकारों पर विचार करेगी और उसमें कुछ कटौती करेगी ताकि विपक्षी पार्टियों के खिलाफ उसे हथियार की तरह इस्तेमाल होने से रोका जा सके।

लेकिन तीन जजों की बेंच ने ईडी के एब्सोल्यूट अधिकार को बरकरार रखा।एक तरफ ईडी के पास बिना कोई कागज दिखाए छापा मारने, गिरफ्तार करने, संपत्ति जब्त करने और आरोपी को लंबे समय तक हिरासत में रखने का अधिकार है तो दूसरी ओर सरकार के पास अधिकार है कि वह इस एजेंसी के प्रमुख पद पर एक-एक साल का सेवा विस्तार देकर किसी खास अधिकारी को बैठाए रखे। सोचें, इससे कितना कुछ बदल जाता है। सेवा विस्तार पर काम कर रहे अधिकारी की नौकरी तलवार की धार पर होती है।

उसे किसी भी समय हटाया जा सकता है। रिटायर होने के साथ ही उसकी गारंटीशुदा सेवा समाप्त हो जाती है फिर वह सेवा विस्तार देने वाले राजनीतिक प्रमुख की कृपा से नौकरी कर रहा होता है। इसलिए उससे वस्तुनिष्ठ तरीके से कानून के पालन की उम्मीद कम हो जाती है। तभी यह अनायास नहीं है कि आज ईडी देश की सर्वाधिक चर्चित एजेंसी हो गई है। देश का शायद ही कोई विपक्षी दल होगा, जिसके नेताओं के खिलाफ ईडी की कार्रवाई नहीं चल रही है।असल में सीबीआई या किसी दूसरी एजेंसी के मुकाबले ईडी का इस्तेमाल आसान और ज्यादा प्रभावी है। याद करें कैसे दो साल पहले 2020 में देश के करीब आठ राज्यों ने सीबीआई को दिया गया जनरल कन्सेंट वापस ले लिया था।

इसका मतलब था कि सीबीआई अपने आप उन राज्यों में जाकर जांच नहीं कर सकती थी। सो, सीबीआई का इस्तेमाल मुश्किल हो गया था। दूसरी एजेंसी आयकर विभाग है, लेकिन उसका इस्तेमाल उतना प्रभावी नहीं है क्योंकि उसके पास सख्त कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है। इन दोनों के मुकाबले ईडी का इस्तेमाल आसान भी है और बहुत प्रभावी भी है। केंद्र सरकार इसका प्रभावी इस्तेमाल कर भी रही है। तभी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ईडी ने पूरे देश में आतंक मचा रखा है।

अब सवाल है कि ईडी नाम के हथियार का निर्माण किसने किया? किसने आर्थिक अपराध की जांच करने वाली एक एजेंसी को इतने अधिकार दिए? किसने आर्थिक अपराध के लिए इतनी सख्त सजा के प्रावधान किए? और सबसे बड़े सवाल है कि किसने एक केंद्रीय एजेंसी का हथियार के तौर पर इस्तेमाल शुरू किया? इन सभी सवालों का जवाब है- कांग्रेस। ईडी का गठन 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय हुआ था।

लेकिन इसे हथियार बनाने, बेलगाम करने और असीमित अधिकार देने का काम कांग्रेस ने किया। याद करें कैसे 2009 से 2012 के बीच कांग्रेस ने झारखंड में मधु कोड़ा से लेकर आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी और तमिलनाडु में करुणानिधि परिवार से लेकर महाराष्ट्र में अपने ही नेताओं के खिलाफ इस एजेंसी का इस्तेमाल किया। कांग्रेस इस बात की शिकायत कर सकती है कि भाजपा की केंद्र सरकार ज्यादती कर रही है। लेकिन सवाल कम या ज्यादा का नहीं है।

आर्थिक अपराध की जांच करने वाली एक एजेंसी को असीमित अधिकार देकर उसके इस्तेमाल की शुरुआत कांग्रेस ने की थी और भाजपा की सरकार उसी रास्ते पर चल रही है। कांग्रेस ने अपने दूसरे कार्यकाल में पी चिदंबरम के गृह मंत्री रहते एनआईए का गठन किया था और उसे भी इसी तरह के अधिकार दिए थे। आज एनआईए का भी हथियार की तरह इस्तेमाल हो रहा है।

कांग्रेस ने संविधान से नागरिकों को मिले अधिकारों को दबाने वाले अधिकार देकर इन एजेंसियों को मजबूत किया था और उसी का खामियाजा आज पूरा विपक्ष उठा रहा है।

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दिव्यांगना जैन ने उड़ती का नाम रज्जो में एक जटिल किरदार निभाया है

02.08.2022 – स्वर्ण घर की अभिनेत्री दिव्यांगना जैन उड़ती का नाम रज्जो शो में एक जटिल व्यक्तित्व कालिंदी की भूमिका निभाने के बारे में बात करती हैं। वह कहती है, मैं शो में कालिंदी की भूमिका निभा रही हूं। वह एक जटिल महिला है जिसे मैं कहूंगी कि इसे करने में मेरी दिलचस्पी है। मैं उड़ती का नाम रज्जो की यात्रा के लिए आभारी और उत्साहित हूं।

सतरंगी ससुराल, अलादीन- नाम तो सुना होगा, गंगा जैसे टीवी सीरियल्स में नजर आ चुकीं दिव्यांगना का कहना है कि उन्हें क्रिएटिव डायरेक्टर और प्रोड्यूसर मुक्ता धोंड के साथ काम करने में मजा आता है। उन्होंने निष्कर्ष निकाला, मैं मुक्ता मैम के साथ पहली बार काम करके खुश हूं। वह एक असाधारण रचनात्मक निर्देशक और निर्माता हैं, जैसा कि हम सभी जानते हैं।

ये सीरियल एक युवा और ऊर्जावान लड़की रज्जो (सेलेस्टी बैरागी द्वारा अभिनीत) के बारे में है, जो एक एथलीट बनना चाहती है और अर्जुन (राजवीर सिंह) उसे अपने सपने को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। उड़ती का नाम रज्जो 8 अगस्त से स्टार प्लस पर शुरू होगा। (एजेंसी)

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शिव्या पठानिया ने शो में 20 से ज्यादा दिव्य किरदार निभाए

02.07.2022 – टेलीविजन अभिनेत्री शिव्या पठानिया बाल शिव में देवी के 21 अलग-अलग अवतार निभा रही हैं।10 महाविद्या अवतारों को निभाने के अलावा, उन्हें देवी पार्वती के लगभग 15 अवतारों को सुशोभित करना पड़ा। टीवी शेड्यूल की मांग के अनुसार, वह हर दिन तीन अलग-अलग अवतार में दिखीं।

वह इस तरह की विविध भूमिका के लिए शूटिंग के अपने अनुभव को बताते हुए कहती हैं, यह निश्चित रूप से एक चुनौती थी लेकिन एक बात अच्छी थी। विभिन्न भूमिकाओं में खुद को बदलना ही अभिनय है, लेकिन जब एक भूमिका इतने सारे चेहरों की मांग करती है, तो अभिनेता को अपना दायरा बढ़ाना पड़ता है।

मुझे देवी के इन अवतारों का अनुकरण करते हुए बहुत मजा आया। मुझे लगता है कि एक अभिनेता के रूप में, बहुमुखी प्रतिभा का गुण एक आशीर्वाद है।

मुझे उम्मीद है कि लोग मेरे प्रयासों की सराहना करेंगे और इसका पूरा आनंद लेंगे।शिव्या को भारतीय पौराणिक टीवी सीरीज राम सिया के लव कुश में सीता और राधाकृष्ण में राधा की भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। (एजेंसी)

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जरूरी हैं मॉनसून में बच्चों की इम्यूनिटी को किया जाए बूस्ट, ये आहार रहेंगे बेस्ट

02.08.2022 – मॉनसून के दिनों की शुरुआत हो चुकी हैं और बरसात ने वातावरण में ठंडक लाने का काम किया हैं। लेकिन इस सुहाने मौसम के साथ ही कई तरह की बीमारियों का भी आगमन होता हैं जिनसे बच्चो को सुरक्षित रख पाना एक बड़ी चुनौती होती हैं। इन दिनों में सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार की समस्या बढऩे लगती हैं और बच्चों की इम्युनिटी कम होने की वजह से बच्चे जल्दी से इसकी चपेट में आ जाते हैं।

ऐसे में जरूरी हैं कि बच्चों की इम्युनिटी को मजबूत बनाया जाए और बीमारियों से संरक्षण किया जाए। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार की जानकारी देने जा रहे हैं जिनका सेवन बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करेगा। आइये जानते हैं इनके बारे में…आंवलाजुकाम और फ्लू के इलाज या इम्यूनिटी बढ़ाने के काम आता है आंवला।

कई सालों से दवा के रूप में आंवले का सेवन किया जाता रहा है। आंवले में भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है जो शरीर में कई इंफेक्शन और बीमारियों से लडऩे में मदद करने वाली सफेद रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देता है। इसके अलावा आंवले में आयरन, कैल्शियम और कई अन्य तरह के खनिज पदार्थ मौजूद होते हैं।

आप बच्चे को आंवले का जूस भी दे सकते हैं। 100 ग्राम आंवले में 600 मिलीग्राम विटामिन सी होता है।हरी पत्तेदार सब्जियांपत्तागोभी, पालक, ब्रोकली और केल जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए, सी, के, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्च भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इनके सेवन से संक्रमण से लडऩे और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है।

बच्चों के आहार में इनको जरूर शामिल करना चाहिए।खट्टे फलजैसा कि खट्टे फल यानि सिट्रस फ्रूट्स विटामिन सी का भंडार होते हैं और विटामिन सी इम्यूनिटी बढ़ाने वाला तत्व माना जाता है। खासकर, गर्मियों में संतरा और नींबू जैसे खट्टे फलों का सेवन करने से शरीर में पानी की कमी होने का रिस्क भी कम होता है। गर्मियों में बच्चों को संतरा, नींबू, चकोतरा और कीवी जैसे विटामिन सी रिच फल खिलाएं।

इसी तरह नींबू की शिकंजी, संतरे का जूस, लेमनेड जैसे ड्रिंक्स भी पिलाएं।दहीहेल्दी फूड होने के साथ-साथ दही एक हेल्दी प्रोबायोटिक भी है। यह गट की हेल्थ बेहतर रखता है जिससे भोजन से प्राप्त पोषण का भी फायदा शरीर को मिल सकता है। ये डाइजेशन सिस्टम के लिए भी अच्छा होता है। आप बच्चों को खाने के साथ दही देंगे, तो उनकी इम्यूनिटी अच्छी रहेगी।

वहीं, इसमें विटामिन डी की भी मात्रा काफी अधिक होती है जो हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर की रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ानेवाला तत्व है। गर्मियों में बच्चों को नाश्ते और लंच में दही खिला सकते हैं। इसके अलावा उन्हें दही से बनी छाछ, श्रीखंड और लस्सी पीने के लिए भी दें।लहसुनखाने का स्वाद बढ़ाने वाले लहसुन में एलिसिन नाम तत्व होता है जिसमें एंटीवायरल, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। आज भी ग्रामीण इलाकों में लोग लहसुन को भूनकर खाते हैं, ताकि वे सर्दी या जुकाम से बचे रहें। इसे इम्यूनिटी बूस्ट करने वाला सुपरफूड भी माना जाता है।

यह सफेद रक्त कोशिकाओं की रोग से लडऩे की प्रतिक्रिया को बढ़ाकर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है।संतरासंतरा इम्यूनिटी बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है। संतरे के जूस से इम्यून सिस्टम को काफी मदद मिल सकती है क्योंकि इसमें कई तरह के विटामिन और पोषक तत्व मौजूद होते हैं। विटामिन सी कोशिकाओं को सुरक्षित रखकर और इम्यून कोशिकाओं के कार्य और उत्पादन को बढ़ावा देकर इम्यून कोशिकाओं को मजबूती प्रदान करता है।

चूंकि, सतरे में विटामिन सी ज्यादा होता है इसलिए इससे इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है। एक 100 ग्राम संतरे में 42।72 मिलीग्राम विटामिन सी होता है।हल्दीऔषधीय गुणों से भरपूर हल्दी को लंबे समय से देसी इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। एंटीबैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक व अन्य गुणों से युक्त हल्दी का सेवन करने की सलाह आयुर्वेद में भी दी गई है।

रोजाना रात में सोने से पहले बच्चे को हल्दी वाला दूध जरूर पिलाएं। हल्दी इंफेक्शन से लडऩे का काम करती है और इसमें एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो जुकाम और फ्लू से लड़ते हैं।

ड्राई फ्रूट्स और सीड्सआपको बता दें कि ड्राई फ्रूट्स में जिंक, आयरन, विटामिन- ई, ओमेगा 3 फैटी एसिड्स आदि भरपूर मात्रा में होते हैं, जो किसी भी तरह के इंफेक्शन को बढऩे से रोकते हैं। ऐसे में आप बच्चों को सुबह-सुबह ड्राई फ्रूट्स ज़रूर खिलाएं। (एजेंसी)

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ये फूड्स दूर कर देंगे सिरदर्द, दवाईयों की जगह करे इनका सेवन

02.08.2022 – आजकल के बिजी लाइफस्टाइल के कारण अपनी सेहत का ध्यान रखना थोड़ा सा मुश्किल हो गया है। ज्यादा स्क्रीन टाइम के कारण आंखों और सिरदर्द जैसी समस्या होने लगती हैं। कई बार तो सिरदर्द इतना ज्यादा होने लगता है कि काम में भी ध्यान नहीं लग पाता। जिसके कारण बहुत से लोग दवाईयों का सेवन करना शुरु कर देते हैं।

परंतु बाद में इन दवाईयों का आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, अपनी डाइट में कुछ फूड्स को शामिल करके आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में…दही सिरदर्द जैसी समस्या से राहत पाने के लिए आप कैल्शियम से भरपूर फूड्स का सेवन जरुर करें।

दही में भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। इसके अलावा इसमें राइबोफ्लेविन भी होता है जो विटामिन-बी का हिस्सा होता है। यह आपके सिरदर्द को दूर करने में सहायता करता है। इसलिए आप रोज दही का सेवन करें। यदि आप दही नहीं खाना चाहते तो रायता या फिर इसकी छाछ बनाकर भी पी सकते हैं।

अदरक आप अदरक का सेवन भी सिरदर्द को दूर करने के लिए कर सकते हैं। यह एक ऐसा सूपरफूड होता है जो सिरदर्द को कम करने में सहायता करता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व रुट प्रोस्टाग्लैंडीन को ब्लॉक करते हैं, जिससे आपको सिरदर्द में काफी आराम मिलता है। आप अदरक की चाय बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं।

इसके अलावा आप अदरक को अपने खाने में भी शामिल कर सकते हैं।हरी पत्तेदार सब्जियां आप हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। यह शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। यदि आपको लगातार सिर में दर्द रहता है तो आप इन्हें अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। हरी सब्जियों में मैग्नीशियम पाया जाता है।

मैग्नीशियम की कमी के कारण भी सिरदर्द होने लगता है। आप पालक, कोलार्ड ग्रीन्स, शलजम, साग और ब्रोकली अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। पालक में 24 मिलीग्राम मैग्नीशियम मौजदू होता है जो आपके स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। फ्रूट्स करें शामिल फल भी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

जिन फलों में मैग्निशियम, पोटेशियम पाया जाता है खासकर वह आपकी सिरदर्द जैसी समस्या के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। आप केले का सेवन सिरदर्द से राहत पाने के लिए कर सकते हैं। इसमें पोटेशियम, मैग्नीनिशयम और विटामिन-बी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

केले के अलावा आप खुबानी, एवोकाडो, रास्पबेरी, खरबूज और तरबूज का सेवन भी कर सकते हैं। सिरदर्द का एक कारण डिहाइड्रेशन भी हो सकता है। डिहाइड्रेशन दूर करने के लिए आप पानी से भरपूर फ्रूट्स का सेवन करें। (एजेंसी)

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‘अटल सम्मान 2022’ का टाइटल सांग जारी

आर्यन एम फ़िल्म प्रोडक्शन्स के डायरेक्टर वी के मिश्रा (आर्यन) की प्रस्तावित आयोजन ‘अटल सम्मान 2022’ का टाइटल सांग पिछले दिनों कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में मुम्बई के स्टूडियो वन में संगीतकार दिलीप सेन, गीतकार लता हया, चीफ गेस्ट पद्मश्री सोमा घोष, स्पेशल गेस्ट बीएन तिवारी, सेलेब्रिटी गेस्ट आरती नागपाल, शिक्षाविद ,साहित्यकार व समाजसेविका डॉ सविता उपाध्याय, एक्टर अरुण बख्शी, सिंगर सत्यम उपाध्याय और राजू टांक की उपस्थिति में भव्य रूप से लांच किया गया। वी के मिश्रा ‘आर्यन’ अटल सम्मान 2022 पुरस्कार समारोह का आयोजन करने जा रहे हैं। इससे पहले वह ‘श्री नारी सम्मान’ समारोह का आयोजन कर चुके हैं।

वी के मिश्रा आर्यन ने बताया कि मुम्बई में पहली बार हमने श्री नारी शक्ति सम्मान अवार्ड शो किया था जो बेहद कामयाब रहा। अब हम अगस्त में अटल सम्मान 2022 करवाने जा रहे हैं, इसका टाइटल सांग बड़ी खूबसूरती से संगीतकार दिलीप सेन ने कम्पोज़ किया है जबकि लता हया ने इसे लिखा है।

सिंगर सत्यम उपाध्याय ने इस टाइटल सांग को बड़ी शिद्दत से अपनी मधुर आवाज में गाया है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। शेयर मार्केट से बड़ा लाभ हो सकता है। यात्रा लाभदायक रहेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है, प्रयास करें। संचित कोष में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कारोबारी सौदे बड़े हो सकते हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित होगा, सावधानी रखें।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

शारीरिक कष्ट से बाधा उत्पन्न होगी। लेन-देन में सावधानी रखें। फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। बजट बिगड़ सकता है, कर्ज लेना पड़ सकता है। अपरिचित व्यक्तियों पर अंधविश्वास न करें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। व्यापार – व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय होगी परन्तु संतुष्टि नहीं होगी।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबारी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति संभव है। आशंका-कुशंका रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। लापरवाही न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। निवेश लाभदायक रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चिंता बनी रहेगी। व्यापार – व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यस्तता रहेगी।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

व्यापार में लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति निर्मित होगी। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद में न पड़ें। अपेक्षाकृत कार्य समय पर होंगे। प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रमाद न करें। व्यस्तता रहेगी।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

वाणी पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। शत्रुभय रहेगा।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। बड़ा काम करने का मन बनेगा। झंझटों से दूर रहें। कानूनी अड़चन का सामना करना पड़ सकता है। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। फालतू खर्च होगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। जोखिम बिलकुल न लें।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

फालतू बातों पर ध्यान न दें। मेहनत अधिक व लाभ कम होगा। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। शत्रुओं की पराजय होगी। दूर से बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। बेवजह तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। व्यापार – व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

स्थायी संपत्ति से बड़ा लाभ हो सकता है। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न तथा संतुष्ट रहेंगे। निवेश शुभ फल देगा। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी, ध्यान रखें।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

पूजा-पाठ में मन लगेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय में ध्यान देना पड़ेगा। व्यर्थ समय न गंवाएं। जल्दबाजी से हानि संभव है। थकान रहेगी। कुसंगति से बचें। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। व्यापार व्यवसाय लाभदायक रहेगा। घर-परिवार में सुख-शांति रहेगी। जल्दबाजी न करें। पुराना रोग उभर सकता है। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोधी सक्रिय रहेंगे।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। समय की अनुकूलता का लाभ मिलेगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। अपने काम पर ध्यान दें। लाभ होगा।

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तानाशाह सुन ले अंत में सत्य जीतेगा और अहंकार हारेगा : राहुल गांधी

नई दिल्ली, 1 अगस्त (आरएनएस/FJ) । शिवसेना नेता संजय रावत को प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई की एक चाल के पुनर्विकास में कथित अनियमितता से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किए जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राजा का संदेश साफ है जो मेरे खिलाफ बोलेगा वह तकलीफ  झेलेगा।

राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र के भाजपा की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा साफ है की जो लोग भी उनके साथ नहीं है उन्हें परेशान किया जाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि क्योंकि सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके विरोधियों का हौसला तोड़ने और सच का मुंह बंद करने की पुरज़ोर कोशिश जारी है। राहुल गांधी ने भाजपा को याद दिलाते हुए कहा कि हमेशा किसी एक पार्टी की सरकार केंद्र में नहीं होती है आप भी कभी विपक्ष में बैठेंगे इस चीज को याद रखें।

राहुल गांधी ने कहा कि तानाशाह सुन ले, अंत में ‘सत्य’ जीतेगा, और अहंकार हारेगा। प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया है। संजय राउत को आज कोर्ट की ओर से 4 दिनों के लिए प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया गया है। 16 घंटे की पूछताछ के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया है। संजय राउत की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। विपक्ष की ओर से इसे बदले की राजनीति करार दिया जा रहा है।

इन सबके बीच संजय राउत का समर्थन अब राहुल गांधी ने भी कर दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर संजय राउत का समर्थन किया है। अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि राजा का साफ संदेश है, जो मेरे खिलाफ बोलेगा, वह तकलीफ है झेलेगा।राहुल गांधी ने लिखा कि ‘राजा’ का संदेश साफ़ है – जो मेरे खिलाफ़ बोलेगा, वो तकलीफें झेलेगा।

सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके विरोधियों का हौसला तोड़ने और सच का मुंह बंद करने की पुरज़ोर कोशिश जारी है। लेकिन तानाशाह सुन ले, अंत में ‘सत्य’ जीतेगा, और अहंकार हारेगा। इससे पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा था कि  प्रवर्तन निदेशालय के दुरुपयोग को लेकर चिंता है। सराकरी संस्थाओं का काम राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए बल्कि उनका एक विशेष काम है। हम ऐसे देश में हैं जहां लोकतंत्र का अपना महत्व है, जिसे बचाकर रखना चाहिए।

विपक्षी नेताओं की आवाजों को दबानी नहीं चाहिए। संजय राउत की गिरफ्तारी पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये सरकार विपक्ष को दबाना चाहती है, अगर कोई प्रॉपर्टी का मामला है तो उसके लिए कानून है और उसके तहत एक्शन लीजिए न कि उसके घर जाकर 6 घंटे पूछताछ करना ये सब उत्पीड़न है और विपक्ष को खत्म करनी की बातें चल रही हैं।

उन्होंने कहा कि वो संसद को विपक्ष मुक्त चाहते हैं इसलिए वो ऐसा कर रहे हैं लेकिन संजय राउत कानूनी तौर पर लड़ेंगे और उन्हें जो कुछ कहना है वो कहेंगे।

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मां ने जताई लोहागर्ल तीर्थ की अंतिम इच्छा तो बेटे ने कांवड़ में बिठाकर परिवार सहित की पूरी

“ये तस्वीर व खबर आपको सुकून देगी”

सीकर,01 अगस्त (आरएनएस/FJ)। मां : बूढ़े मां- बाप को मारने- पीटने, घर से बेदखल करने व वृद्धाश्रमों में भेजने के निर्मम मामलों के बीच ये तस्वीर आपको सुकून की सांसे देगी। प्रेम से भरने के साथ रोम- रोम को रोमांचित, अंतरमन को आनंदित और आत्मा तक को आह्लादित कर देगी। दरअसल तस्वीर में कांवड़ में बैठी दिखाई दे रही ये मां सांवलोदा धायलान निवासी उगम कंवर है। जो भक्तिमय जीवन के साथ 100 साल की उम्र के करीब है।

अपने जीवन में लोहागर्ल की 15 यात्राएं कर चुकी इस मां का उम्र की ढलान पर जब फिर लोहागर्ल यात्रा का मन हुआ तो उसने जीवन की अंतिम इच्छा के रूप में प्रस्ताव बेेटे सुमेर सिंह के सामने रख दिया। जिसे बेटे ने भी तुरंत पूरा करने का संकल्प ले लिया। एक पीढे की कावड़ तैयार कर उसने परिवार को साथ लिया और लोहागर्ल के लिए निकल पड़ा।

जहां मां को तीर्थ स्नान करवाकर उसने वहां से गांव तक की यात्रा मां को कावड़ में बिठाकर कंधे पर पूरी करवाई। करीब 54 किलोमीटर की यात्रा में उगम कंवर के पोते व पोतियों ने भी पूरा साथ दिया। भजनों व भगवान शिव के जयकारों के बीच दादी को कंधे पर ले जाकर उन्होंने भी उनकी अंतिम इच्छा को धूमधाम से पूरा किया।

दामन फैलाकर दुआएं देती रही मां, बेटे ने कहा सफल हुआ जीवन

भरे- पूरे परिवार के बीच कांवड़ में बैठी उगम कंवर ने तीर्थ यात्रा दौरान काफी भावुक दिखी। दामन फैलाकर बेटे व पोते- पोतियों को दुआ देती हुई उसकी आंखों में पल पल में नमी उतर रही थी। इधर, सरलता से भरे बेटे सुमेर सिंह का कहना था कि वह माता- पिता का कर्ज कभी नहीं उतार सकते।

कावड़ में मां को तीर्थ करवाने का सौभाग्य व रास्ते में मिले हजारों लोगों की सराहना से ही उनका जीवन सफल हो गया है। उन्होंने अपील की कि गाय व मां की बहुत दुर्दशा हो रही है। जिन्हें बचाना हर इंसान का कर्तव्य है।

पिता की भी लगवा चुके हैं मूर्ति

सुमेर सिंह चार साल पहले ही इराक से लौटे हैं। जिसके बाद से वह खेती कर गुजारा कर रहे हैं। उनके पिता गोरसिंह गोगाजी के परम भक्त थे। जिनके निधन के बाद 2016 में उन्होंने जन सहयोग से गांव के मंदिर के पास उनकी भी मूर्ति लगवाई थी। तीसरे नम्बर के भाई सुमेर के तीन भाई व बहुएं भी खेती के साथ मां का पूरा ख्याल रखते हैं।

25 घंटे में पूरी की 54 किलोमीटर की यात्रा

उगम कंवर की ये यात्रा 25 घंटे में पूरी हुई। पोते पृथ्वी सिंह ने बताया कि तीर्थ स्नान के बाद वे शनिवार शाम पांच बजे दादी को लेकर लोहागर्ल से गांव के लिए रवाना हुए थे। जो रुक रुककर चलते हुए उन्होंने रविवार शाम साढ़े छह बजे गांव के शिव मंदिर पहुंचकर पूरी की।

इस दौरान उगम कंवर के पोते प्रेम सिंह, मोहन सिंह, पृत्वी सिंह, जीवराज सिंह, महिपाल सिंह, कुलदीप सिंह, सुगम सिंह, भैरूं, सिंह, मंागू सिंह व रतन खीचड़, पोती सोनिया, पूजा, अंकिता,शयन्ति कंवर, भतीजी सरदार कंवर यात्रा में सहयोगी रहे।

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विश्व स्तनपान सप्ताह 2022 का राज्यस्तरीय शुभारम्भ

राँची,07.08.2022 (FJ)। विश्व स्तनपान :  महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री श्रीमती जोबा मांझी ने कहा कि हम सभी  को ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को जागरूक करने का काम करना है। उनके बीच जो भ्रामक तथ्य प्रचलित हैं, उसे खत्म करना है। 1 अगस्त से 7 अगस्त तक चलने वाले इस विश्व स्तनपान दिवस को केवल 1 सप्ताह के लिए नहीं, अपितु साल के 365 दिन तक करना है। गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं को इसके महत्व के बारे में बताना  है। वे आज डोरंडा के पलाश सभागार में “विश्व स्तनपान सप्ताह” के शुभारंभ पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं थीं। इस अवसर पर मंत्री ने 7 बच्चों को अन्नप्रासन कराया एवं कर्यक्रम से संबंधित जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

 

श्रीमती जोबा मांझी ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हमें गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के बीच यह संदेश प्रसारित करना है कि जो महिलाएं बच्चे को जन्म देती हैं, उन्हें बच्चे के जन्म के 1 घंटे के अंदर ही माँ का पहला दूध पिलाया जाए। यह दूध बच्चे के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि समाज को जागरूक करना है कि माँ, अपने बच्चे के पहले 6 महीने में अपने दूध के अलावा कोई आहार न दें, उसमें ही बच्चे के लिए जरूरी पोषक तत्व उपलब्ध रहते हैं। 6 महीने के बाद ऊपरी आहार सही मात्रा और सही पोषक तत्व के साथ देना आवश्यक है। साथ ही 2 साल तक स्तनपान के साथ पोषक आहार देना चाहिए जिससे  बच्चे स्वस्थ रह सकें।

श्रीमती जोबा मांझी ने कहा कि एनीमिया मुक्त, कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण हो सके इसके लिए लोगों को जागरूक करना बहुत आवश्यक है। जागरूक होने से ही बच्चों की मृत्यु दर में कमी आएगी एवं स्वस्थ बच्चों से ही स्वस्थ समाज का निर्माण हो सकेगा। उन्होंने कहा कि किशोरियों को भी सही दिशा देने का काम करना है। एनीमिया, कुपोषण का जड़ हमारी बालिकाओं को सही ढंग से पोषण प्राप्त नहीं होना है। बालिकाओं को स्वस्थ रखने, उनको एनीमिया से मुक्त कराने एवं उनका सही समय पर शादी हो एवं परिपक्व शरीर में वे गर्भधारण करे इसकी शिक्षा देना आवश्यक है।

मंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका एवं सहिया बहनें ही सभी सरकारी कार्यक्रमों एवं लोगों के बीच सूत्रधार के रूप में काम करती हैं। आप सभी संयुक्त रूप से सभी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करें। राज्य की महिलाओं एवं बच्चों को स्वस्थ और कुपोषण मुक्त  बनाने में आपकी भूमिका अहम है।

 

इस अवसर पर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के बीच स्तनपान से संबंधित भ्रांतियों को दूर करने एवं इससे बच्चे, महिला एवं समाज को होनेवाले फायदों के बारे में बताया गया।

कार्यक्रम में निदेशक समाज कल्याण श्री छवि रंजन, निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री भुवनेश्वर प्रताप सिंह, उप निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री राघवेंद्र नारायण शर्मा, समाज कल्याण विभाग के पदाधिकारी एवं आंगनबाड़ी सेविकाएं उपस्थित रहीं।

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विजय देवरकोंडा और अनन्या पांडे अभिनीत फिल्म ‘लाइगर’ 25 अगस्त को रिलीज होगी

01.07.2022 – पूरी जगन्नाथ द्वारा निर्देशित ‘लाइगर साला क्रॉसब्रिड’ यह पैन इंडिया फिल्म, हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम इन पांच भाषाओं में 25 अगस्त को सभी सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

फिल्म के प्रमोशन में  विजय देवरकोंडा और अनन्या पांडे काफी जोर शोर से लगे हुए हैं। पिछले दिनों विजय देवरकोंडा और अनन्या पांडे ‘लाइगर’ फिल्म के प्रमोशन के लिए नई मुंबई में स्थित सीजन मॉल में पहुंचे। जैसे ही दोनों कलाकार स्टेज पर पहुंचे वैसे ही वहाँ उपस्थित भीड़ जोर जोर से विजयदेवरकोंडा का नाम ले कर चिल्लाने लगी।

हर कोई एक्टर से मिलना चाहता था उनसे हाथ मिलाने, उनके करीब पहुंचने के लिए तरस रहा था। अपने चहेते स्टार से मिलने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच गए थे जिससे भगदड़ मच गई थी और जब विजय देवरकोंडा और अनन्या पांडे को इसका अहसास हुआ तब उन्होंने फैंस की सुरक्षा के लिए कार्यक्रम को बीच में ही रद्द करने का फैसला किया और सारे प्रशंसकों का प्रमोशन शो में आने के लिए तथा उनपे बेशुमार प्यार बरसाने के लिए आभार व्यक्त कर वहाँँ से लौट गए। इससे यह पता चलता है की विजय देवरकोंडा के प्रशंसकों की संख्या काफ़ी तगड़ी है।

धर्मा प्रोडक्शन्स के बैनर तले करण जौहर द्वारा निर्मित पैन इंडिया की नवीनतम प्रस्तुति फिल्म ‘लाइगर’ में रोनित रॉय, राम्या कृष्णन, विशु रेड्डी और मकरंद जैसे कई पॉपुलर स्टार्स भी नज़र आएंगे। इस बहुप्रतीक्षित फिल्म में साउथ स्टार विजय देवरकोंडा एक बॉक्सर का रोल निभाते नजर आएंगे। ‘लाइगर’ से जहां विजय देवरकोंडा हिंदी फिल्मों में डेब्यू करने वाले हैं वहीं अनन्या पांडे तेलुगू फिल्मों में डेब्यू करेंगी। ‘लाइगर’ में  विजय देवरकोंडा के साथ अनन्या पाण्डेय पहली बार काम कर रही है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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सत्येंद्र प्रकाश बने PIB के नए प्रधान महानिदेशक, आज से संभालेंगे कार्यभार

नई दिल्ली 01 August (Rns/FJ): भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी सत्येंद्र प्रकाश को पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) का प्रधान महानिदेशक नियुक्त किया गया है। प्रकाश आज से कार्यभार संभालेंगे। 1988 बैच के भारतीय सूचना सेवा (आईआईएस) के अधिकारी एवं केंद्रीय संचार ब्यूरो के प्रधान महानिदेशक प्रकाश, जयदीप भटनागर की जगह पदभार संभालेंगे। भटनागर रविवार को सेवानिवृत्त हो गए।

अपनी नवोन्मेषी कार्य शैली के लिए जाने जाने वाले प्रकाश को कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के मकसद से चलाई गई मुहिमों के लिए निर्वाचन आयोग ने सम्मानित किया था। तीन दशक के अपने करियर में प्रकाश ने पत्र सूचना कार्यालय में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नागर विमानन मंत्रालय में विभिन्न पदों पर सेवाएं दी हैं।

1986 बैच के IAS अधिकारी भटनागर दूरदर्शन न्यूज में वाणिज्य, बिक्री एवं विपणन विभाग के प्रमुख के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं।उन्होंने प्रसार भारती विशेष संवाददाता पश्चिम एशिया के रूप में भी काम किया और इस दौरान 20 देशों को कवर किया। वह बाद में आकाशवाणी में समाचार सेवा प्रभाग के प्रमुख बने। पीआईबी के पश्चिमी क्षेत्र के महानिदेशक मनीष देसाई, केंद्रीय संचार ब्यूरो में प्रकाश की जगह लेंगे।

1989 बैच के IAS अधिकारी देसाई ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न मीडिया इकाइयों जैसे विज्ञापन और दृश्य प्रचार निदेशालय, आकाशवाणी समाचार, प्रसार भारती और भारतीय जनसंचार संस्थान में सेवाएं दी हैं।

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आम जनता को महंगाई से राहत, आज से सस्ता हुआ एलपीजी सिलेंडर

नई दिल्ली ,01 अगस्त (एजेंसी)। आम जनता के लिए राहत भरी खबर है। आज से एलपीजी सिलेंडर सस्ते हो गए हैं। इंडियन ऑयल द्वारा आज यानी 1 अगस्त को जारी नए रेट के मुताबिक एलपीजी सिलेंडर के दाम में 36 रुपए की कटौती की गई है। यह कटौती दिल्ली से पटना, जयपुर से दिसपुर, लद्दाख से कन्याकुमारी तक हुई है।

इस नवीनतम कमी के साथ, 19 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 2012.50 रुपये के बजाय 1,976 रुपए होगी। यह कटौती दिल्ली से पटना, जयपुर से दिसपुर, लद्दाख से कन्याकुमारी तक हुई है।आज एलपीजी सिलेंडर की कीमत में हुई कटौती के बाद पटना में आज से कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1142.5 रुपये हो गई है।

दिल्ली में 19 किलों वाले कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 2012.50 रुपये की जगह 1976 रुपये हो गई है। कोलकाता में 2095.50 रुपये में मिल रहा है। मुंबई में आज से कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1936.50 रुपये और चेन्नई में 2141 रुपये हो गई है।बता दें बीते एक जुलाई को भी एलपीजी की कीमतें बदली थी। जहां कॉमर्शियल सिलेंडर सस्ता हुआ था, वहीं 14.2 किलो वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था।

दरअसल, बीते एक साल में दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर करीब 219 रुपये महंगा हुआ है। एक साल पहले इसकी कीमत 834.50 रुपये थी। जिसे अब बढ़ाकर 1053 रुपये पहुंच गई है।

घरेलू गैस सिलेंडर 14.2 किलो वाला सिलेंडर का रेट इससे पहले 19 मई को बढ़ोतरी की गई थी। इसकी कीमतों में चार रुपये इजाफा हुआ था।

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वेटलिफ्टिंग में 20 वर्षीय भारोत्तोलक अचिंता शुली ने जीता स्वर्ण पदक

भारत को मिला छठा मेडल

बर्मिघम ,01 अगस्त (एजेंसी) । भारत के 20 वर्षीय भारोत्तोलक अचिंता शुली ने राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में पुरुषों के 73 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर बर्मिघम के एनईसी हॉल नंबर 1 में कुल 313 किग्रा का नया खेल रिकॉर्ड हासिल किया। उन्होंने स्नैच में 143 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 170 किग्रा भार उठाकर मलेशिया के एरी हिदायत मुहम्मद से आगे निकल गए। उन्होंने कुल 303 किग्रा के साथ रजत पदक जीता, जबकि कनाडा के एस। डार्सिग्नी ने कुल 298 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता।शुली का स्वर्ण यहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का तीसरा और भारोत्तोलन में आने वाला कुल छठा पदक है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले की 20 वर्षीय पूर्व दर्जी शेउली 73 किग्रा में पसंदीदा थी और उसने 143 किग्रा भार उठाकर स्नैच वर्ग से ही बढ़त बना ली। क्लीन एंड जर्क में उन्होंने अपने पहले प्रयास में 165 किग्रा के साथ शुरुआत की, जिसने उन्हें मलेशियाई से 1 किग्रा आगे रखा।भारतीय युवा खिलाड़ी अपने दूसरे प्रयास में 170 किग्रा भार उठाने में विफल रहा और तीसरे प्रयास में उसने अपना कुल 313 किग्रा वजन उठाया, जो राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड है। मलेशिया के मुहम्मद ने भारतीय को पछाडऩे के लिए 175 किग्रा भार उठाने का एक हताश, लेकिन निर्थक प्रयास किया, लेकिन दो प्रयासों में सफल नहीं हुए, जिससे शुली को स्वर्ण पदक मिला।

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भारोत्तोलन में भारत को दूसरा गोल्ड, 19 वर्षीय जेरेमी ने जीता स्वर्ण पदक

बर्मिंघम ,01 अगस्त (एजेंसी) । भारत के जेरेमी लालरिननुंगा ने राष्ट्रमंडल खेलों की भारोत्तोलन प्रतियोगिता के 67 किलोग्राम भारवर्ग में रविवार को नए गेम्स रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया। भारत का इन खेलों में यह दूसरा स्वर्ण और कुल पांचवां पदक है। जेरेमी लालरिननुंगा ने स्नैच में अपने दूसरे प्रयास में 140 किलोग्राम उठाया।

उन्होंने क्लीन एंड जर्क में अपने दूसरे प्रयास में 160 किलो वजन उठाकर कुल 300 किलोग्राम का नया गेम्स रिकॉर्ड बनाया।जेरेमी लालरिननुंगा ने स्नैच में भी नया गेम्स रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने पहले प्रयास में 136 किलो वजन उठाया। उनका दूसरा सफल प्रयास 140 किलो था। उन्होंने तीसरे प्रयास में 143 किलो वजन उठाने की कोशिश की लेकिन विफल रहे। उन्हें 10 किलो की बढ़त मिल चुकी थी।क्लीन एंड जर्क में उनका पहला प्रयास 154 और दूसरा 160 किलो था।

जेरेमी का 165 किलो का तीसरा प्रयास विफल रहा। लेकिन तब तक स्वर्ण उनकी झोली में आ चुका था। मीराबाई चानू ने कल भारोत्तोलन में भारत को खेलों का पहला स्वर्ण दिलाया था।

सामोआ के विपावा नेवो इयोन (127 और 166) को रजत तथा नाइजीरिया के एडीडीओंग जोसफ उमॉफिया (130 और 160) को कांस्य पदक मिला।

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कनिका मान बिग बॉस 16 का हिस्सा बनना चाहती हैं

01.08.2022 – टीवी की जानी-मानी अभिनेत्री कनिका मान जिन्हे कि उनके सीरियल गुड्डन तुमसे ना हो पाएगा में गुड्डन का किरदार निभाने के लिए जाना जाता है, को हाल ही में रोहित शेट्टी के एडवेंचर बेस्ड रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी 12 में प्रतियोगी के रूप में देखा गया था. हाल ही में कनिका ने यह बताया कि अब वे सलमान खान के शो बिग बॉस 16 का भी हिस्सा बनने की इच्छा रखती हैं.

उन्होंने कहा कि खतरों के खिलाड़ी 12 मेरा पहला रियलिटी शो था और इस शो में मेरे पास समय की एक गेंद थी. इस शो के साथ मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा. इस सीजन में हमारे साथ कई प्रतियोगी ऐसे थे, जो कि पहले से ही बिग बॉस का हिस्सा रह चुके थे और वे अक्सर इस शो में उनके अनुभव के विषय में चर्चा करते थे.

वे हमेशा मुझसे कहते हैं कि खतरों के खिलाड़ी सबसे अच्छा शो है, लेकिन बिग बॉस की अपनी एक रोलर कोस्टर सवारी है और निश्चित रूप से इसे संजोने का एक अनुभव है. अगर चीजें ऐसी ही होती है तो मैं सच में बिग बॉस का हिस्सा बनना चाहूंगी. अब समय ही बताएगा की आखिर कनिका मान की यह इच्छा पूरी होती है या नही.

रिपोर्ट के मुताबिक नागिन सीरियल के स्टार अर्जुन बिजलानी को भी बिग बॉस 16 के निर्माताओं द्वारा इस शो का हिस्सा बनने के लिए ऑफर दिया गया था, परंतु अर्जुन ने इस शो को एक मैरिज ब्यूरो का करार देते हुए इसके ऑफर को रिजेक्ट कर दिया है.

उनका कहना यह था कि लोगों को अक्सर इस घर में आकर प्यार हो जाता है और फिर वे सभी लोग शो से एक जोड़े के रूप में प्यार करते हुए बाहर निकलते हैं. (एजेंसी)

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कृति सेनन पर चढ़ा बोल्डनेस का खुमार

*कैमरे के सामने दिए एक से एक सिजलिंग पोज

01.08.2022 – एक्ट्रेस कृति सेनन एक्टिंग ही नहीं, बोल्डनेस के मामले में भी किसी से कम नहीं हैं. अक्सर लोग कृति के स्टाइलिश अंदाज को फॉलो करते दिखते हैं. वहीं एक्ट्रेस सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं. आए दिन उनका हॉट और सिजलिंग लुक इंटरनेट का पारा हाई कर देता है. अब फिर से कृति ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं.

सोशल मीडिया पर कृति सेनन की कुछ लेटेस्ट फोटो वायरल हो रही हैं, जिनमें वह काफी बोल्ड लग रही हैं. कृति सेनन ने अपने छोटे से फिल्मी करियर में ही यह साबित कर दिया है कि उन्हें कोई भी रोल दिया जाए वह उसमें फिट बैठेंगी. कृति अपने हर रोल को बहुत खूबसूरती से पर्दे पर उतारती हैं.

अपनी फिल्मों और एक्टिंग के साथ ही कृति ने अपने लुक्स से भी सभी का ध्यान खींचा है. ऐसे में जहां एक ओर फैंस उनकी फिल्मों के लिए काफी उत्साहित रहते हैं. वहीं, एक्ट्रेस अपने लुक्स की वजह से भी लोगों का ध्यान खींचना नहीं भूलतीं. इन फोटोज में कृति को ग्रीन कलर की ब्रालेट और शॉर्ट्स पहने देखा जा सकता है.

उन्होंने इस ग्लैमरस लुक के कंप्लीट करने के लिए सटल मेकअप किया है और बालों को खुला छोड़ा हुआ है. यहां कृति ने कानों में हूप ईयररिंग्स पहने हैं, जो उनके लुक पर चार चांद लगा रहे हैं. कृति कैमरे के सामने अलग-अलग अदाएं दिखा रही हैं. इसी के साथ उन्होंने अपनी एक और फोटो साझा की है, जिसमें वह ब्लू कलर की ट्रांसपेरेंट ड्रेस पहन पूल किनारे पोज दे रही हैं.

इस लुक में बेहद हॉट दिख रही हैं. फैंस के लिए उन पर नजरें हटाना भी मुश्किल हो गया है.वहीं, कृति के वर्क फ्रंट की बात करें तो पिछले काफी समय से वह साउथ सुपरस्टार प्रभास की मेगाबजट फिल्म आदिपुरुष को लेकर चर्चा में हैं.

इसके अलावा उन्हें गणपथ, भेडिय़ा और शहजादा जैसी फिल्मों में भी देखा जाने वाला है. (एजेंसी)

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योग और एरोबिक्स में से किसका अभ्यास करना अधिक फायदेमंद?

01.08.2022 – योग और एरोबिक्स : वैसे तो वर्कआउट रूटीन में शामिल करने के लिए कई एक्सरसाइज हैं, जो शरीर को फिट एंड फाइन रखने में मदद कर सकती हैं। एरोबिक्स सभी एक्सरसाइज में से अधिक ट्रेंडिंग है। हालांकि, मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग के अभ्यास को सबसे ज्यादा बेहतर माना जाता है क्योंकि यह दिमाग को शांत रखकर उसे कई विकारों से सुरक्षित रखने में सक्षम है। हालांकि, अगर आप इन दोनों के चयन के बीच उलझे हुए हैं तो आइए इसे सुलझाते हैं।

एरोबिक्स क्या है?एरोबिक्स एक्सरसाइज को कार्डियोवैस्कुलर वर्कआउट के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मददगार है और सभी मांसपेशियों तक बेहतर तरीके ऑक्सीजन की पूर्ति करने में भी मदद कर सकती है। इसके अतिरिक्त, एरोबिक अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है। यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करती है और बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी सहयोग प्रदान करती है। योग से क्या समझते हैं आप?योग एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो मन, शरीर और आत्मा को मजबूती प्रदान करती है।

योग विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे आसन (शारीरिक मुद्रा), प्राणायाम (श्वास व्यायाम) और मेडिटेशन (ध्यान)। योग के अभ्यास की मदद से आपको सिर्फ शारीरिक लाभ ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े फायदे भी मिल सकते हैं। बस इस एक्सरसाइज का अभ्यास करते समय सांस पर नियंत्रण रखना जरूरी है। वजन घटाने के लिए इस एक्सरसाइज को रूटीन में करें शामिलएरोबिक्स में हाई कैलोरी बर्निंग एक्सरसाइज शामिल है, जबकि योग कोर मांसपेशियों की ताकत को बढ़ाने में सहायक है और मांसपेशियों के लचीलेपन में भी सुधार करता है। योग का आत्मा पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है और आध्यात्मिक विकास होता है।

योग के कुछ रूप हैं, जैसे हॉट योग, जो वजन कम करने के लिए ही डिजाइन किया गया है। हालांकि, अगर वजन घटाना आपका प्राथमिक लक्ष्य है तो एरोबिक्स बेहतर विकल्प होगा। समग्र स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है यह एक्सरसाइजएरोबिक और योग दोनों समग्र स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे हैं। ये दोनों ही मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करते हैं और शारीरिक मुद्रा में सुधार करते हैं।

हालांकि, एरोबिक शरीर को वह शक्ति और लचीलापन प्रदान नहीं कर सकता, जो योग का नियमित अभ्यास करके मिल सकता है। योग न केवल किसी की शारीरिक स्थिति में सुधार करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कई लाभ देने में सक्षम है। दोनों एक्सरसाइज से जुड़े महत्वपूर्ण टिप्सआप चाहें अपनी रूटीन में योगाभ्यास शामिल करें या एक्सरसाइज, संतुलित आहार का सेवन करना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।

वजन घटाने और शारीरिक शक्ति के लिए 70 प्रतिशत स्वास्थ्यवर्धक आहार और 30 प्रतिशत एक्सरसाइज पर ध्यान देना जरूरी है, जिससे आपके शरीर को अंदर से साफ रखना आसान हो जाता है।

अगर आप एक्सरसाइज कर रहे हैं और बहुत अधिक या बहुत कम खा रहे हैं तो आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। (एजेंसी)

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