एलोवेरा जेल लगाने के बाद फेसवॉश करना सही या गलत..?

01.08.2022 – एलोवेरा जेल प्रकृति से प्राप्त एक ऐसी औषधि है जो ना सिर्फ हमारी सेहत को दुरुस्त रखने का काम करती है बल्कि ये आपकी खूबसूरती निखारने में भी सहायक है। ज्यादातर लोग एलोवेरा का इस्तेमाल चेहरे और बालों पर करते है, ताकि उनमें नेचुरल शाइन आ सकें। चाहे वो कोई फेस पैक हो हेयर पैक हो या नाइट क्रीम एलोवेरा जेल को हर तरीके से यूज किया जा सकता है। लेकिन सवाल ये उठता है कि एलोवेरा जेल को फेस पर अप्लाई करने के बाद साबुन से चेहरे को वॉश करना चाहिए या नहीं।

क्या ऐसा करना जरूरी है, या फिर ऐसा करने से एलोवेरा का प्रभाव कम हो सकता है। खैर, यहां हम आपको आपके इसी सवाल का जवाब देने वाले है, ताकि आप ये जान सकें कि एलोवेरा लगाने के बाद फेशवॉश करना सही है या गलत।एलोवेरा लगाने के बाद फेसवॉश करें या नहींवैसे हम चेहरे को धोते क्यूं है, शायद उसे क्लीन करने के लिए, उस पर जमा गंदगी हटाने के लिए या फिर रिफ्रेश महसूस करने के लिए। तो ये तीनों काम एलोवेरा जेल की मदद से भी किए जा सकते है।

बल्कि एलोवेरा जेल अपने आप में एक क्लींजर है जो आपके चेहरे की कुदरती रंगत लौटाता है। इसलिए अगर आप अब तक एलोवेरा को चेहरे पर लगाने के बाद साबुन से चेहरा वॉश करने की गलती करती आई है, तो आज से ही इस गलती को सुधार लें। क्यूंकि ऐसा करने से आपके चेहरे का पीएच बैलेंस खराब हो सकता है। इसलिए आप चाहे एलोवेरा फेस पैक की तरह प्रयोग करें या मास्क के रूप में किसी भी हाल में साबुन से चेहरा धोने से बचें।

अगर आपने ये जेल लगाने के बाद चेहरा धोया तो इसके अलग साइडइफेक्ट निकल कर आ सकते है।एलोवेरा के स्किन बेनिफिटस चेहरे पर एलोवेरा लगाने के अनगनित फायदे है। यह स्किन से जुड़ी कई तरह की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। साथ ही साफ और निखरी त्वचा पाने में भी मदद करता है। एलोवेरा एंटी-बैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। साथ ही इसमें विटामिन बी1, बी2, बी6, बी12 भी प्रचुर मात्रा में होते हैं।

यही कारण है कि त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए लोग एलोवेरा का अधिक इस्तेमाल करते हैं। ये जेल फ्री-रेडिकल्स से लडऩे, चेहरे की गहराई से सफाई करने, मुहांसों की सूजन को कम करने में सहायक है। एलोवेरा लगाने से चेहरे की स्किन में टाइटनेस आती है। जिसकी मदद से झुर्रियां और फाइन लाइन्स कम होती है, और आपका चेहरा हमेशा जवां खूबसूरत नजर आ सकता है। एलोवेरा को नाइट क्रीम के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है, इससे चेहरे के दाग-धब्बों, टैनिंग, पिगमेंटेशन से छुटकारा पाने में मदद मिलती है और चेहरे की रंगत में सुधार आता है।

एलोवेरा स्किन के लिए एक परफेक्ट मॉइस्चराइजर के रूप में भी काम करता है। जब आप अपने चेहरे पर एलोवेरा लगाते है तो उसमें मॉइश्चर लॉक हो सकता है और स्किन हाइड्रेट रहती है।

खासकर जिनकी ड्राई स्किन है, वो एलोवेरा के इस्तेमाल से सॉफ्ट और स्मूद स्किन पा सकते है। (एजेंसी)

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रांची जिला वॉलीबॉल संघ की वार्षिक आम सभा संपन्न हुई

रांची, 31.07.2022 (FJ) आज 31 जुलाई 2022 को  11:00 बजे रांची जिला वालीबॉल संघ की शेखर बोस (अध्यक्ष) रांची जिला वालीबॉल संघ की अध्यक्षता में  आम बैठक रांची विश्वविद्यालय प्रांगण स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में हुई । इस बैठक में वर्ष 2022-2023 में जिला में आयोजित किये जाने वाली वॉलीबॉल प्रतियोगिताओं के आयोजन, समय-समय पर जिला के सभी क्लबों में प्रशिक्षण की व्यवस्था, दूर – दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के क्लबों की भागेदारी सुनिश्चित कराने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चाएं की गई।

बैठक में गत वर्ष झारखंड वॉलीबॉल संघ द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में जिला वॉलीबॉल टीम की भागेदारी तथा उस में मिली उपलब्धियों पर भी चर्चाएं की गई एवं और सभी वर्गों में और अच्छा प्रदर्शन कैसे हो उसकी रूपरेखा भी तैयार की गई। बैठक के दौरान रांची जिला में 9 क्लबों द्वारा लीग का अयोजन किया जाएगा इसलिय उन्हें आज बैठक में प्रशिक्षक भी दिया गया जो समय समय पर विषेष प्रशिक्षण के लिए क्लब में जाकर प्रशिक्षण देंगे

संबंधित क्लब को निम्नलिखित कोच द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा :-

*मारवाड़ी युवक व्यामशाला – संजय कुमार

*रांची विश्वविद्यालय प्रशिक्षण केन्द्र – राजेश कुमार सिंह

*एजी कॉलोनी,डोरंडा – संजय ठाकुर

*ओटीसी ग्राउंड, पिस्का मोड़ – निशी कांत

*सरना टोली – अजयकिस्पोट्टा

*लोहडीह – अंकित तिग्गा

*सरना मोरहावादी – विजय वर्मा

*सीसीएल गांधीनगर – राहुल मुंडा

*नामकुम यूथ क्लब  – देववेंकट राव

उपरोक्त क्लब के द्वारा आपने अपने क्लब में लीग करवाया जायेगा । जिसमे खिलाडियों को निशुल्क खेलने दीया जायेगा ।

इसके अतिरिक्त :-

*सीनियर जिला वॉलीबॉल प्रतियोगिता स्व० बसन्त लाल वर्मा जी की स्मृति में,

*यूथ वालीबाल प्रतियोगिता, सूरज सिंह जी की स्मृति में,

*जूनियर वॉलीबॉल प्रतियोगिता गीता ठाकुर जी की स्मृति में,

*शान्ती देवी जी की स्मृति में सब-जूनियर

*राम चन्द्र झा जी की स्मृति में मिनी वॉलीबॉल प्रतियोगिता

आयोजित किते जाने का निर्णय लिया गया। इस प्रतियोगिता में खिलाडियों और क्लब का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और शुल्क भी लिया जायेगा।

इस बैठक मे श्री शेखर बोस, अध्यक्ष, सह- चेयरमैन प्रमोद कुमार सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष, विकास वर्मा, उपाध्यक्ष भोला प्रताप सिंह,संजय कुमार, संजय सिंह, देव वेंकट राव, अनन्त चौधरी,अजय कुमार झा, कोषाध्यक्ष, श्री राम सुधीर झा, राजेश कुमार सिंह , सचिव, दीपक आनन्द,भावेश कुमार चौधरी, राणा प्रताप मिश्रा, रविंद्र कुमार,बूटी मोड़, आनंद कुमार, विजय वर्मा, अजय किस्पोट्टा, अमन खलखो, राहुल मुंडा, अंकित तिग्गा , अर्गु खेमगारी , हिमाशु कुमार, सत्यम इत्यादि मौजूद थे।

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‘फुर्तीला’ के साथ अमायरा दस्तूर पंजाबी फिल्मों में अपने धमाकेदार डेब्यू के लिए हैं तैयार 

31.07.2022 – अदाकारा अमायरा दस्तूर हिंदी, तमिल और तेलुगु फिल्मों में खुद को साबित कर चुकी हैं। अब अमायरा अपनी अपकमिंग फिल्म ‘फुर्तीला’ के साथ पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में धूम मचाने के लिए तैयार हैं। इस फिल्म में अमायरा के साथ जस्सी गिल नजर आएंगे। इस  फिल्म का निर्देशन अमर हुंदल कर रहे हैं।

कह सकते हैं कि इस बहुप्रतीक्षित फिल्म के जरिए अमायरा ने अपने पैन इंडिया स्टार बनने के लक्ष्य की तरफ एक और कदम बढ़ा लिया है। अमायरा दस्तूर कहती हैं “भाषाई बंदिशों से बाहर निकलने का मौका कलाकारों को अपनी अभिनय कला कौशल के बदौलत मुकाम हासिल करने में काफी मदद करता है। मेरे लिए यह सुनहरा मौका है

। लोग अब क्षेत्र के बाहर से किसी के साथ सहयोग करने को तैयार हैं, जैसे कि मैं, जो पंजाबी नहीं बोलती लेकिन एक पंजाबी फिल्म पर काम कर रही हूँ”।  ऐसे में अब सभी को अमायरा दस्तूर की पंजाबी फिल्म का इंतजार है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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आयकर रिटर्न जमा करने का आज अंतिम दिन, एक दिन पहले तक भरे गए पांच करोड़ रिटर्न

नई दिल्ली ,31 जुलाई (RNS/FJ) ।  वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आयकर रिटर्न भरने की समयसीमा खत्म होने से एक दिन पहले तक पांच करोड़ से अधिक रिटर्न दाखिल कर दिए गए। आयकर विभाग ने शनिवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी देते हुए करदाताओं से निर्धारित तिथि 31 जुलाई तक आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने का अनुरोध किया। विभाग ने कहा कि विलंब शुल्क से बचने के लिए निर्धारित समय तक रिटर्न जमा कर दें।

क्या कहा आईटी विभाग ने?

विभाग ने बताया कि आकलन वर्ष 2022-23 के लिए शनिवार शाम 8.36 बजे तक पांच करोड़ करोड़ से अधिक रिटर्न दाखिल किए जा चुके हैं। इसके पहले 29 जुलाई तक 4.52 करोड़ आईटीआर दाखिल किए जा चुके थे। इसके साथ ही आयकर विभाग की नियामक इकाई केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने 31 जुलाई को रविवार होने के बावजूद देश भर में सभी आयकर सेवा केंद्र खोले रखने का आदेश दिया है।

5.89 करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए 

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ई-फाइलिंग पोर्टल से जुड़े मुद्दों का तुरंत समाधान किया जा रहा है और करदाताओं की ओर से आने वाली हरेक शंका एवं सवाल का जवाब दिया जा रहा है। आयकर रिटर्न जमा करने की समयसीमा बढ़ाने की सोशल मीडिया मंचों पर की जा रही मांग के बारे में पूछे जाने पर इस अधिकारी ने कहा कि फिलहाल विभाग इसके बारे में नहीं सोच रहा है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए रिटर्न भरने की समयसीमा 31 दिसंबर, 2021 तक बढ़ाई गई थी। इस दौरान कुल 5.89 करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए थे।

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कल से आम आदमी के जीवन पर पड़ेगा बड़ा प्रभाव, बदल जाएंगे ये जरूरी नियम

नई दिल्ली,31 जुलाई(RNS/FJ) । आम आदमी : जुलाई का महीना लगभग समाप्त होने को आ गया है। आज के बाद कल से अगस्त का महीना शुरू हो जाएगा। हर महीने की तरह इस बार भी अगले महीने से कई अहम बदलाव होने जा रहे हैं। ये ऐसे बदलाव हैं जो सीधे आपके पॉकेट पर असर डालेंगे। इन बदलावों में गैस की कीमत , बैंकिंग सिस्टम , पीएम किसान सम्मान निधि , पीएम फसल बीमा योजना में होनेवाला अपडेट शामिल है। तो आइए जानते हैं 1 अगस्त से जानिए क्या-क्या नियम बदल रहे हैं….

1.    बैंक ऑफ बड़ौदा ने बदला चेक से पेमेंट का नियम

यदि आपका खाता बैंक ऑफ बड़ौदा में है तो ध्यान दें कि 1 अगस्त से बैंक ऑफ बड़ौदा में चेक द्वारा भुगतान करने के नियम बदल जाएंगे। आरबीआई ने बैंक ऑफ बड़ौदा को गाइडलाइन जारी किया था। गाइडलाइन के अनुसार 5 लाख रुपये या इससे अधिक के अमाउंट वाले चेक के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम लागू कर दिया गया है। इसके तहत बैंक को चेक से जुड़ी जानकारी एसएमएस, नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप से देनी होती है।

2.    2. पीएम किसान के लिए केवाईसी का बदलेगा नियम

पीएम किसान सम्मान निधि योजना की केवाईसी के लिए भी आपको 31 जुलाई का वक्त दिया गया है। 1 अगस्त से किसान केवाईसी नहीं कर सकेंगे। किसान अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर भी अपनी ईकेवाईसी करवा सकते हैं। इसके अलावा घर बैठे ऑनलाइन पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ईकेवाईसी करा सकते हैं। बता दें कि, किसानों की सहूलियत के लिए केंद्र सरकार की तरफ से ई-केवाईसी की आखिरी तारीख को आगे बढ़ाने का ऐलान किया गया था। ई-केवाईसी की आखिरी तारीख को आगे बढ़ाकर 31 जुलाई कर दिया गया है। इससे पहले ई-केवाईसी कराने की आखिरी तारीख 31 मई थी।

3. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए कराना होगा रजिस्ट्रेशन

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का फायदा लेने के लिए आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में अपनी फसल का बीमा करवाना होगा। इसकी रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तारीख 31 जुलाई है। उसके बाद रजिस्ट्रेशन नहीं होगा और आप इस योजना से वंचित रह सकते हैं। आपको बता दें कि यह रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन या ऑफलाइन किया जा सकता है।

4. बदल सकती है एलपीजी की कीमतें

आपको बता दें कि हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी की कीमतें बदलती है। ऐसे में इस बार भी 1 अगस्त से गैस सिलेंडर के दाम में बदलाव होने की संभावना है। कंपनियां इस बार घरेलू और कमर्शियल दोनों तरह के गैस सिलेंडर की कीमत में बदलाव कर सकती हैं। बता दें, पिछली बार कॉमर्शियल गैस सिलेंडर सस्ता हुआ था, जबकि घरेलू गैस सिलेंडर में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी।

5. 1 अगस्त से भरना होगा जुर्माना

आपको बता दें कि अगर आपने अब तक इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं किया है तो 31 जुलाई से पहले कर लें वरना 1 अगस्त से आपको जुर्माना भरना होगा। 31 जुलाई के बाद  फाइल करने पर लेट फीस देनी होगी। अगर आयकरदाता की कर योग्य आय 5 लाख रुपए तक या इससे कम है तो उसे 1 हजार रुपए लेट फीस के रूप में चुकाने होंगे। अगर टैक्सपेयर की टैक्सेबल आय 5 लाख रुपए से ज्यादा है तो उसे 5 हजार रुपए लेट फीस देनी होगी।

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बारामूला मुठभेड़ में लश्कर आतंकवादी ढ़ेर

श्रीनगर 31 Jully (Rns): जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में रविवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक आतंकवादी मारा गया है।

अधिकारियों ने आज यहां बताया कि इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान शनिवार शाम बिनेर में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी।

सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों के दल ने जैसे संदिग्ध स्थल पर घेराबदी शुरु की वहां छिपे आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरु कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरु हुई। रातभर खामोशी के बाद तड़के फिर से शुरु हुई मुठभेड़ में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी मारा गया। आतंकवादी की पहचान इरशाद अहमद भट के रूप में हुई है।

पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि इरशाद मई 2022 से सक्रिय था। मुठभेड़ स्थल के पास से एक एके रायफल, दो मैगजीन और 30 राउंड गोलियां बरामद हुई हैं।

बारामूला जिले में शनिवार को हुई यह दूसरी मुठभेड़ थी। सुरक्षा बलों ने वानीगाम बाला गांव में मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी को मार गिराया था जिसमें दो जवान और एक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

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मुंशी प्रेमचंद को जयंती पर किया गया याद

भोपाल 31 Jully (Rns/FJ): महान साहित्यकार, कहानीलेखक और उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद को आज उनकी जयंती पर मध्यप्रदेश में याद किया गया और उनके प्रति श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से मुंशी प्रेमचंद का स्मरण करते हुए कहा कि अपनी कहानियों और उपन्यासों के पात्रों के माध्यम से गरीबों और आमजनों के सुख दुख को जीवंत कर देने वाले वाले महान कथाकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर वे उन्हें नमन करते हैं। महान लेखक की रचनाएं जैसे गोदान, गबन, निर्मला, ईदगाह, बूढ़ी काकी जैसी अमूल्य कृतियां सदैव साहित्य जगत की समृद्धि का सशक्त आधार रहेंगी।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के विभिन्न नेताओं, राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्यों और अनेक साहित्यकारों ने भी मुंशी प्रेमचंद का उनकी जयंती पर सोशल मीडिया के माध्यम से स्मरण करते हुए साहित्य जगत में उनके योगदान को याद किया है।

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मोदी ने राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीने पर बिंद्यारानी देवी को दी बधाई

नई दिल्ली 31 Jully (Rns/FJ): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने पर बिंद्यारानी देवी को बधाई दी है।

मोदी ने आज ट्वीट कर कहा, “ राष्ट्रमंडल खेल, बर्मिंघम में रजत पदक जीतने के लिए बिंद्यारानी देवी को बधाई। यह उपलब्धि उनके दृढ़ता का प्रदर्शन है और इससे प्रत्येक भारतीय को बहुत प्रसन्न है। मैं उन्हें भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

ब्रिटेन के बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में बिंद्यारानी देवी ने महिलाओं के 55 किग्राभार वर्ग में 202 किग्रा भार उठाकर रजत पदक जीता।

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सुज़ाना रेड्डी : नए म्यूजिक वीडियो कई मर्तबा के साथ धूम मचाने को तैयार

31.07.2022 – सुज़ाना रेड्डी अपने नए म्यूजिक वीडियो कई मर्तबा को लेकर काफी उत्साहित है। औऱ इसे जल्द से जल्द लोगों के बीच पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धूम मचाने वाली इस दिलकश अभिनेत्री ने कई संगीत वीडियो, विज्ञापनों के साथ-साथ बंगाली और तेलुगु के फीचर फिल्मों को एक प्रमुख महिला के रूप में योगदान दिया है। वह एक रचनात्मक निर्देशक के साथ-साथ एक शांत निर्माता भी हैं।

इस साल के अंत में एक प्रमुख महिला के रूप में प्रसिद्ध लेबल के साथ एक फीचर फिल्म शुरू करने जा रही हैं। उत्कृष्ट सामग्री के बूस्ट के साथ शानदार संगीत वीडियो के साथ आने के लिए यह इन दिनों लोकप्रिय चलन है।वरुण कौशिक फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस के मालिक वरुण कौशिक ने कई प्रसिद्ध ऐड फिल्में कीं है। अब वे प्रसिद्ध लेबल टी-सीरीज़ से कई मर्तबा  नामक नया संगीत वीडियो पेश करने के लिए तैयार हैं, जिसमें प्रमुख चेहरे सुजऩा रेड्डी, आनंद राजपूत और अरहान अंसारी हैं।

इस सुपरहिट ट्रैक में फरहान साबरी और प्रशांत मजूमदार जैसे नामचीन लोगों का भी योगदान है। बता दें कि सोशल मीडिया स्टार आनंद राजपूत ने हाल ही में अपने आकर्षक व्यक्तित्व से मिस्टर इंडिया का खिताब जीता है। वहीं अरहान अंसारी भी सोशल मीडिया स्टार के रूप में काफी विख्यात हैं।अरहान ने अपने शानदार अभिनय कौशल से अपने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा हैं। इसके अलावा उन्हें कई एड एवं कार्यक्रमों में मशहूर हस्तियों के साथ देखा गया है।

कई मर्तबा म्यूजिक वीडियो का निर्देशन वरुण कौशिक ने किया है। गाने को शिरीष गाठे संगीतबद्ध किया हैं।

बता दें कि बतौर निर्माता वरुण कौशिक साल के अंत तक एक और म्यूजिक वीडियो एक फीचर फिल्म के साथ आने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। (एजेंसी)

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तेजस्वी प्रकाश ने मखमली कपड़ों में ढाया कहर

31.07.2022 – टीवी की मशहूर एक्ट्रेस तेजस्वी प्रकाश एवं करण कुंद्रा की जोड़ी प्रशंसकों को किस कदर पसंद है, यह बात किसी से छिपी नहीं है। बिग बॉस 15 से बाहर निकलने के पश्चात् दोनों को इतनी लोकप्रियता मिली कि हर कोई इस कपल को देखने के लिए बेकरार रहता है। वैसे तो सोशल मीडिया पर अक्सर ही दोनों के साथ में तस्वीरें और वीडियो वायरल होते हैं, जहां लोग करण से अह्दिक वही तेजस्वी के स्टाइल के दीवाने हो जाते हैं।

इस हसीना ने अपने फैशन सेंस से लोगों को इतना लुभाया है कि उनकी एक झलक पाने के बाद वे प्रशंसा करने में भी पीछे नहीं रहते। तेजस्वी को अच्छे से पता है कि उन्हें खुद को किस प्रकार से स्टाइल करना है और उसके साथ उनके किलर पोज हर एक लुक में जान डाल देते हैं। सोशल मीडिया पर भी तेजस्वी बहुत एक्टिव रहती है और अपने फोटोशूट्स की फोटोज साझ करती रहती है, जिसमें उनके फैशनेबल लुक्स हर किसी का ध्यान खींचने में सफल रहते हैं।

ऐसे ही एक लुक पर हमारी नजर पड़ी, जिसे उन्होंने बीते दिनों शेयर किया था तथा इस ड्रेस के यकीनन आप भी दीवाने हो जाएंगे।तेजस्वी प्रकाश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बीते दिनों कुछ फोटोज साझा की थीं, जिसमें उनका लुक कयामत ढा रहा है। उनकी आंखों की मस्ती और चेहरे पर पड़ी हुई लटे किसी का दिल जीत रही हैं। इस फोटोशूट में तेजस्वी नीले रंग का गाउन पहने हुए नजर आ रही है, जिसे बनाने में वेलवेट जैसे फैब्रिक का उपयोग किया गया था।

मखमली कपड़े से बनी इस ड्रेस में तेजस्वी बहुत ही गॉर्जियस लग रही थीं। तेजस्वी के इस ऑउटफिट में वी कट नेकलाइन दी गई थी, जिसमें उनका क्लीवेज पोर्शन शो होता नजर आ रहा था। उनका ये लुक इस वक़्त सुखिऱ्यों में छाया हुआ है। (एजेंसी)

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शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं ये पांच योगासन

31.07.2022 – हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है। यह अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाता है और कार्बनडाइऑक्साइड को शरीर से बाहर निकालने के लिए फेफड़ों तक पहुंचाता है। कम हीमोग्लोबिन के स्तर से एनीमिया हो सकता है, जहां रक्त में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है।

आइए आज हम आपको पांच ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका बताते हैं, जो शरीर में प्राकृतिक रूप से हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

कपालभाति प्राणायाम : कपालभाति प्राणायाम के अभ्यास के लिए पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठें और अपने दोनों हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें। इसके बाद अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़कर नाक से गहरी सांस लें, फिर पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए इस सांस को छोड़ें। कुछ मिनट तक इस प्रक्रिया को दोहराते रहें। इसके बाद धीरे-धीरे अपनी आंखों को खोलें और प्राणायाम का अभ्यास बंद कर दें।

विपरीतकरणी आसन : विपरीतकरणी आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठा कर 90 डिग्री का कोण बना लें। ध्यान रखें कि आपके तलवे ऊपर की ओर होने चाहिए। इसके बाद अपने नितंब को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम दो-तीन मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसके बाद दोबारा इस योगासन का अभ्यास करें।

सर्वांगासन : सर्वांगासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल लेटकर दोनों हाथों को शरीर से सटाकर सीधा कर लें। अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पैरों, कूल्हों और कमर को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। साथ ही हाथों से कमर को सहारा देते हुए कोहनियों को जमीन से सटा लें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और धीरे-धीरे वापस अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं। नियमित रूप से इस योगासन का कुछ मिनट अभ्यास जरूर करें।

शीतली प्राणायाम : सबसे पहले योगा मैट पर किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं और आंखें बंद करें। अब अपने हाथों को ज्ञानमुद्रा में घुटनों पर रखकर अपनी जीभ से नली का आकार बना लें। दोनों किनारों से जिह्वा को मोड़कर पाइप का आकार बना लें, फिर इसी स्थिति में लंबी और गहरी सांस लेकर जीभ को अन्दर करके मुहं को बंद कर लें। इसके बाद अपनी नाक के जरिए धीरे-धीरे सांस निकालें। इस प्रक्रिया को कम से कम 20-25 बार दोहराएं।

भ्रामरी प्राणायाम : भ्रामरी प्राणायाम के लिए योगा मैट पर पद्मासन की स्थिति में बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथों को कोहनियों से मोड़कर अपने कानों के पास लाएं और अंगूठों से अपने दोनों कानो को बंद करें, फिर हाथों की तर्जनी उंगलियों को माथे पर और मध्यमा, अनामिका और कनिष्का उंगली को बंद आंखों के ऊपर रखें। इसके बाद मुंह बंद करें और नाक से सांस लेते हुए ओम का उच्चारण करें। कुछ मिनट बाद धीरे-धीरे प्राणायाम को छोड़ दें। (एजेंसी)

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बारिश में नहाने के इन फायदों को जान आप भी नहीं रोक पाएंगे खुद को बौछार में भीगने से!

31.07.2022 – बारिश : मानसून का सीजन जारी हैं और देश के हर हिस्से में बरसात की बौछार जारी हैं। कई लोग तो बरसात का इंतजार करते हैं और पहली बूंद गिरने के साथ ही भीगने के लिए घर के बाहर निकल आते हैं या छत पर पहुंच जाते हैं। लेकिन वहीँ कई लोग ऐसे हैं जो बरसात में भीगना पसंद नहीं करते हैं क्योंकि वो इसके फायदे नहीं जानते हैं। जी हां, बारिश में भीगना आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। बारिश का पानी बहुत हल्का होता है और इसका पीएच क्षारीय होता है जो वॉटर थेरेपी की तरह काम करता हैं। बारिश के पानी से सेहत के साथ ही स्किन को भी फायदे पहुंचाने के गुण होते हैं। आइये जानते हैं इन फायदों के बारे में…

हार्मोनल संतुलन और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

बारिश के पानी में नहाने के बाद बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि उन्हें बहुत अच्छी नींद आती है। ये बात गलत भी नहीं है। दरअसल ऐसा माना जाता है कि बारिश के पानी में भीगने या नहाने से व्यक्ति के शरीर में सही तरीके से हार्मोन बनता है और हार्मोन का संतुलन भी बना रहता है। वहीं ये आपको शांत करके रिलेक्स महसूस करवा सकता है। इस तरह ये हार्मोनल संतुलन और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है।

घमौरियां होती हैं दूर

गर्मी के मौसम में पसीने की वजह से घमौरियां हो जाती हैं और ज्यादातर बच्चों को यह परेशानी अधिक होती है। गर्मी की वजह से घमौरियां छोटे-छोटे दाने के रूप में पीठ और गर्दन पर हो जाती हैं और चुभती हैं। बारिश में नहाने से इस परेशानी से छुटकारा मिल जाता है।
आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ सकता है

2013 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि बारिश में आपका शरीर ठंडा हो जाता है और ठंड की स्थिति में आपके शरीर की ऊर्जा की मांग बढ़ जाती है। ठंडी स्थिति में किसी भी प्रकार का व्यायाम करते समय, आपके शरीर का तापमान बढ़ जाता है। यदि आप ठंडे तापमान में काम कर रहे हैं, तो वातावरण आपके शरीर को ठंडा करने और अधिक स्थिर तापमान बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए, बारिश में दौडऩे से आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ सकता है!

बेहतरीन क्लींजर है बारिश का पानी

बारिश का पानी एक बेहतरीन क्लींजर की तरह काम करता है। पुराने लोग आज भी इस पानी का इस्तेमाल करके शरीर से लेकर कपड़ो तक की सफाई करते हैं और कहते हैं कि ये इससे बेहतरीन क्लींजर कोई हो नहीं सकता। आप चाहें तो बारिश का पानी किसी साफ बर्तन या बॉटल में भरकर रख लें। सोने से पहले अपनी त्वचा पर इस पानी को लगाएं या इससे त्वचा को साफ करें। कुछ ही दिन में आपकी त्वचा बेदाग और मुलायम हो जाएगी। सुबह उठकर इस पानी से चेहरा धोने पर त्वचा का रंग भी साफ होता है। झांइयां और दाग-धब्बे भी मिट जाते हैं।

दाद, खाज, खुजली से छुटकारा

गर्मी में कुछ लोगों के हाथ व पैरों से त्वचा निकलना शुरू हो जाती है और पैर की एडिय़ां फट जाती है। साथ ही पैर की दरारों से काफी खून भी निकलने लगता है। ऐसे लोगों के लिए बारिश का पानी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। बारिश का पानी लगते ही दाद, खाज, खुजली ठीक हो जाती हैं।

विटामिन बी12 का होता हैं उत्पादन

बारिश का पानी बहुत हल्का होता है और इसका पीएच एल्कलाइन होता है। यह आपके दिमाग को पल भर में तरोताजा करने की ताकत रखता है। बारिश के पानी में सूक्ष्मजीव होते हैं जो विटामिन बी12 का उत्पादन करने की क्षमता रखते हैं। यदि आप विटामिन प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप 10-15 मिनट के लिए बारिश में सुरक्षित रूप से स्नान कर सकते हैं।

बालों और स्किन के लिए फायदेमंद

बालों में जमे धूल और गंदगी को पूरी तरह से साफ करने में बारिश का पानी बहुत फायदेमंद होता है। वहीं जिन लोगों को अकसर गर्मियों के मौसम में घमौरियां हो जाती हैं उनके लिए ये रामबाण इलाज है। दरअसल ये रैशेज त्वचा पर सर्द गर्म होने के कारण होती हैं। अकसर बच्चे जब पसीने में नहा लेते हैं तो उनकी स्किन पर छोटे छोटे दाने हो जाते हैं। गर्मी बढऩे पर ये दाने काटते भी हैं। इन्हें दूर करने के लिए बच्चों को बारिश में नहाना चाहिए। इससे त्वचा का तापमान संतुलित होता है और घमौरियां भी ठीक हो जाती हैं।
बारिश में कब नहाने से बचें

अकसर पहली बारिश का लुत्फ उठाना चाहते हैं, जबकि ये फायदेमंद नहीं है। पहली बारिश में नहाने से हमें हमेशा बचना चाहिए क्योंकि इससे न सिर्फ स्वास्थ्य खराब होने का खतरा बढ़ सकता है बल्कि त्वचा सम्बंधी बीमारियां भी हो सकती हैं। रैशेज, मुंहासे जैसी समस्याओं का अकसर पहली बरसात में भीगने से और बढ़ जाती है। इसके पीछे एक वजह यह है कि बरसात की पहली फुहार प्रदूषित या एसिड रेन वाली होती है, जिसका आपकी त्वचा पर खराब असर पड़ता है। (एजेंसी)

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मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में

वेद प्रताप वैदिक – मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में. आजादी के 75 वें साल में मैकाले की गुलामगीरी वाली शिक्षा पद्धति बदलने की शुरुआत अब मध्यप्रदेश से हो रही है। इसका श्रेय मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को है। मैंने पिछले साठ साल में म.प्र. के हर मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि मेडिकल और कानून की पढ़ाई वे हिंदी में शुरु करवाएं लेकिन मप्र की वर्तमान सरकार भारत की ऐसी पहली सरकार है, भारत की शिक्षा के इतिहास में जिसका नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।

भारत के प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री म.प्र. से प्रेरणा ग्रहण करें और समस्त विषयों की उच्चतम पढ़ाई का माध्यम भारतीय भाषाओं को करवा दें तो भारत को अगले एक दशक में ही विश्व की महाशक्ति बनने से कोई ताकत रोक नहीं सकती है। विश्व की जितनी भी महाशक्तियाँ हैं, उनमें उच्चतम अध्ययन और अध्यापन स्वभाषा में होता है। डाक्टरी की पढ़ाई मप्र में हिंदी माध्यम से होने के कई फायदे हैं। पहला तो यही कि फेल होनेवालों की संख्या एकदम घटेगी। दूसरा, छात्रों की दक्षता बढ़ेगी।

70-80 प्रतिशत छात्र हिंदी माध्यम से पढ़कर ही मेडिकल कॉलेजों में भर्ती होते हैं। इन्हें चिकित्सा-पद्धति को समझने में आसानी होगी। तीसरा, मरीज़ों की ठगाई कम होगी। चिकित्सा जादू-टोना नहीं बनी रहेगी। चौथा, मरीज़ों और डाक्टरों की बीच संवाद आसान हो जाएगा। पांचवा, सबसे ज्यादा फायदा उन गरीबों, पिछड़ों, अनुसूचितों के बच्चों को होगा, जो अंग्रेजी के चलते डॉक्टर नहीं बन पातें। मप्र सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास नारंग ने मेडिकल शिक्षा की किताबें हिंदी में तैयार करवाने के लिए जो कमेटी बनाई है, उससे मेरा सतत संपर्क बना रहता है।

कुछ पुस्तकें मूल रूप से हिंदी में तैयार हो गई हैं और कुछ के अनुवाद भी हो गए हैं। सितंबर के आखिर में शुरु होने वाले नए सत्र से छात्रों को हिंदी माध्यम की छूट मिल जाएगी। हिंदी की पुस्तकों में अंग्रेजी मूल तकनीकी शब्दों से परहेज नहीं किया जाएगा। जो छात्र अंग्रेजी माध्यम से पढऩा चाहेंगे, उन्हें छूट रहेगी। मप्र के चार हजार मेडिकल छात्रों में से अब लगभग सभी स्वभाषा के माध्यम से पढऩा चाहेंगे। यदि ऐसा होगा तो हिंदी में कई नए-नए मौलिक ग्रंथ भी हर साल प्रकाशित होते रहेंगे।

यदि इस मेडिकल की पढ़ाई को और भी अधिक उपयोगी बनाना हो तो मेरा सुझाव यह भी है कि एक ऐसी नई चिकित्सा-उपाधि तैयार की जाए, जिसमें एलोपेथी, आयुर्वेद, हकीमी, होमियोपेथी और प्राकृतिक चिकित्सा के पाठ्यक्रम मिले-जुले हों ताकि मरीजों का यदि एक दवा से इलाज न हो तो दूसरी दवा से होने लगे। यदि हमारी चिकित्सा में ऐसा कोई क्रांतिकारी परिवर्तन मध्यप्रदेश की सरकार करवा सके तो अन्य प्रदेशों की सरकारें और केंद्र सरकार भी पीछे नहीं रहेगी।

यह विश्व को भारत की अनुपम देन होगी। यह चिकित्सा पद्धति इतनी सुलभ और सस्ती होगी कि भारत और पड़ौसी देशों के गरीब से गरीब लोग इसका लाभ उठा सकेंगे। एक बार फिर दुनिया भर के छात्र डाक्टरी की पढ़ाई के लिए भारत आने लगेंगे, जैसे कि वे सदियों पहले विदेशों से आया करते थे।

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प्रेमचंद जंयती : 31 जुलाई कथा सम्राट प्रेमचंद जंयती पर विशेष

रचनाकारों के लिए साहित्यिक तीर्थ है कलम के सिपाही की जन्मस्थली

विमल शंकर झा – प्रेमचंद : समाज का दर्पण का कहे जाने वाले साहित्य के सृजेताओं की मूल भावना होती है कि है कि एक खूबसूरत दुनिया के सृजन के लिए समाज के श्वेत पक्ष को उजागर कर इसके श्यामल पहलू के विरुद्ध जागरुक किया जाए । इस दृष्टि से कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद भारतीय हिंदी साहित्य जगत के प्रेरणापुंज ही नहीं बल्कि एक अमूल्य धरोहर हैं ।

कर्मभूमि से रंगभूमि तक अपनी जादुई लेखनी से मानवीय संवेदना, समानता और गंगाजमुनी संदेश देने वाले कलम के सिपाही की जन्मभूमि लमही बनारस देश के रचनाधर्मियों के लिए एक तीर्थ की तरह है । लेकिन औद्योगिक तीर्थ के संस्कृतिकर्मियों को इस बात का अफसोस है कि इतने बड़े साहित्यकार की तपोभूमि को देश दुनिया में प्रसिद्धि के बाद भी उस तरह विकसित नहीं किया गया है, जैसा सम्मान विश्वप्रसिद्ध लेखक टालस्टाय, मेक्सिम गोर्की और लूसून के जन्म स्मारकों को उनके देश में मिला है ।

विदेशी दासता के बंधन से देश को मुक्त कराने के साथ समाज को जातपांत और महाजनी सभ्यता के मकडज़ाल से मुक्ति चेतना जगाने में प्रेमचंद के दीर्घ रचनात्मक योगदान का अंदाज उनकी जन्म स्थली से लगाया जा सकता है । गोदान से ईदगाह तक 3 सौ कालजयी कहानियों और 14 उपन्यासों के विपुल कृतित्व व आदर्श व्यक्तित्व की अनूठी हस्ती को अपनी कोख से जन्म देने वाली मिट्टी से सुवासित होना भिलाई के संस्कृतिकर्मियों के लिए खुली आंखों से देखे जाने वाले सपने के सच होने जैसा था ।

रंगकर्मियों और साहित्यकारों के मुताबिक अपनी वैचारिक दृष्टि से साहित्य सृष्टि में विश्व कथा सम्राट की पहचान बनाने वाले कलम के सिपाही की उत्तरप्रदेश के लमही ( बनारस ) में स्थित विश्व प्रसिद्ध जन्मभूमि मुंशी प्रेमचंद जन्म स्मारक अंधेरे में एक प्रकाश स्ंतभ की तरह है । यही वह तपोभूमि है जहां उन्होंने बचपन की शरारतों के बीच साहित्य के बीज उपजे और बरगद की छांव तले गुल्ली डंडा खेलते हुए गुल्ली डंडा कहानी और अंतिम उपन्यास मंगलसूत्र जैसी कई अमर रचनाएं लिखीं ।

और जहां से आज सदी भर बाद भी प्रासंगिक बनी 4 दशक की अपनी प्रेरक लेखन यात्रा का आगाज किया था । तथा यहीं जीवनसंगिनी शिवरानी का मंगलसूत्र भी टूटा और अमर कथाकार की चंद लोगों के साथ निकली अंंतिम यात्रा देख राहगीर ने पूछा था कि कै रहल..? भिलाई के वरिष्ठ रंगकर्मी और छग इप्टा के अध्यक्ष मणिमय मुखर्जी बताते हैं कि मौजूदा नफरत और हिंसा के माहौल में देश को कबीर के ढाई आखर प्रेम का संदेश देने संस्कारधानी राजनांदगांव से निकली इप्टा के संस्कृतिकर्मियों की देशव्यापी सांस्कृतिक यात्रा के दौरान लमही और बनारस में प्रेमचंद सहित अपने सांस्कृतिक पुरखों के जन्म-कर्म स्थलियों की सांझी विरासत का दिगदर्शन एक आह्लादकारी अनुभव था ।

देश के रचनाकारों व पाठकों के लिए तीर्थ की मानिंद लमही में आंखें खोलने के बाद अभाव, बिखराव और तनाव के बीच प्रेरणास्पद साहित्य सफर लोगों को समभाव का पैगाम देने वाले प्रेमचंद के पैतृक घर को यूपी के संस्कृति विभाग द्वारा प्रेमचंद स्मारक के रुप में विकसित किया है । पत्नी के तगादे पर बनाए 2 मंजिला पक्के मकान के नीचे उनका लिखने पढऩे का कमरा आज भी है, जहां उनका जन्म हुआ था । इसमें उनकी मेज, कलम, पेन, पलंग, किताबों व हस्तलिपि के साथ प्रेमचंद की पिता व 2 पुत्रों श्रीपत व धनपत राय की पुरानी तस्वीरें टंगी हैं । बाजू में उनकी किताबों की लायब्रेरी व परिसर में मात्र 5 फीट की मूर्ति उनकी सादगी व हिमालयीन ऊंचाई का अहसास करात है ।

सामने पुराना बरगद का पेड़ है,जिसके नीचे बैठ उन्होंने ठाकुर का कुंआ जैसी मार्मिक कहानी लिख जातिय भेदभाव के खिलाफ संदेश दिया था । इसी बरगद के नीचे रंगकर्मी मणिमय, राकेश,आशीष, राजेश श्रीवास्तव व वर्षा आदि संस्कृतिकर्मियों ने इस कहानी का नाट्य मंचन कर उनका भावभीना स्मरण कर बताया कि सदी बाद भी स्थिति ठाकुर का कुआं जैसी ही है । हालात बदलने के साथ इतने महान साहित्यकार के जन्म स्मारक को भी गरिमा के अनुरुप भव्य रुप मे विकसित किए किए जाने की जरुरत है ।

यह कम सुखद संयोग नहीं है कि प्रेमचंद के उपनगर लमही से लगे बनारस यानी काशी की तंग गलियों में कई मशहूर साहित्यकारों और कलाकारों की सांस्कृतिक धरोहर है,जिसे सहेजने की जरुरत है । आधुनिक हिंदी साहित्य व नाट्यशास्त्र के जनक भारतेंदु हरिश्चंद्र,गंगाजमुनी तहजीब का तहजीब का पैगाम देने वाले कबीर व शहनाईवादक बिस्मिला खान, शहनाईवादक पं. रामबख्श मिश्र सहित जयशंकर प्रसाद जैसी कई महान विभूतियों की बतौर जन्म स्थली के वैचारिक जीवनदर्शन के वैभव से रुबरु होना भी सांस्कृतिक यात्रा के सहयात्रियों के बेहद भावुक व प्रेरक अनूभूति थी ।

मणिमय बताते हैं कि इतनी संकरी गलियों में अपने सृजनात्कता से देश को एकसूत्र में पिरोने वालों के संघर्ष के पुश्तैनी घरों, शिलालेख, रचनाग्रंथों के साथ परिवारवालों से मिलना यादगार था । बिस्मिला के पौत्र रमीश हसन से परदादा के शहनाई के रागों, प्रसाद व भारतेंदु के परिजनों से नाटकों के रोचक इतिहास सुनने के बाद कबीर की समाधि मूल गादीपीठ में उनकी सांप्रदायिक एकता की रचनाओं से उनकी 5 वीं पीढ़ी ने सांस्कृतिक यात्रियों को विभोर कर दिया ।

उन्होंने बताया कि कबीर आश्रम में कबीर से शास्त्रार्थ के पहले ही शरणागत हुए दक्षिण केे विद्वान सवानंद के बाद दर्शनार्थ पहुंचे टैगोर के उपरांत 1934 आए गांधी को शिष्य महंत रामविलास दास ने चांदी की तस्तरी में कबीर के ग्रंथ के साथ मानपत्र व 105 रुपए भेंट किए थे ।

रंगकर्मियों ने यहां कबीर के प्रिय भजन मेरा तेरा मनवा कैसे एक होई गाकर उनके प्रेम के संदेश से समाज को प्रेरित करने का नवसंकल्प लिया ।

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन उत्तम रहेगा । अनचाहे मेहमानों से शाम को आपका घर भरा रह सकता है। कारोबार और परिवार में सामंजस्य स्थापित होगा। परिश्रम का फल पूर्ण रूप से मिलेगा। न्याय पक्ष मजबूत होगा। धन लाभ होगा। आत्मसम्मान में वृद्धि होगी। संतान से शुभ समाचार मिलेंगे। जीवनसाथी पर विशेष भरोसा रखें। जरूरत से ज्यादा जज्बाती होना आपका दिन बिगाड़ सकता है। तबीयत पर ध्यान दें।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु , वे, वो)

आज आपके दिन की शुरुआत नए संकल्पों से होगी। परिजनों के साथ किसी आयोजन में शामिल होंगे। अच्छा व्यवहार आपके व्यक्तित्व को और निखार सकता है। अपने परिवार की भावनाओं को समझकर अपने गुस्से पर काबू रखें। रोमानी नजरिए से वैवाहिक जीवन के लिए अच्छा दिन है।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आपके लिए संपत्ति के बड़े सौदे लाभदायक रहेंगे। आपकी समझ और अनुभव से भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कार्यों में निर्धारित सफलता नहीं प्राप्त कर सकेंगे। ऐसे विवादास्पद मुद्दों पर बहस करने से बचें, जो आपके और प्रियजनों के बीच गतिरोध पैदा कर सकते हैं। आज प्यार की कमी महसूस हो सकती है।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज दिन की शुरुआत में आपका स्वभाव गरम रहेगा। दिनचर्या को बदलें। अपने करीबी लोगों से आज धोखा न मिले इसलिए सतर्क रहें। व्यय वृद्धि सम्भव है। मांगलिक आयोजनों की तैयारी में लगे रहेंगे। अचानक हुई रोमांटिक मुलाकात आपके लिए उलझन पैदा कर सकती है। आपके प्रिय की गैरहाजिरी आज आपके दिल को नाजुक बना सकती है।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

समय अनुकूल रहेगा । आज आप अपने कपड़े रहन-सहन इन सब के अलावा अपने व्यवहार पर भी ध्यान दें। कई लोग आप से नाराज हैं उनको मनाने का सुअवसर रहेगा। रुका हुआ धन प्रयास करने पर मिलेगा। आपका आकर्षक बर्ताव दूसरों का ध्यान आपकी तरफ खींचेगा। छोटे से प्रवास का आयोजन आप कर पाएंगे। प्रतिस्पर्धियों पर विजय प्राप्त होगी। तबादला हो सकता है।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आपके परिजनों का स्वास्थ्य नरम रहेगा। लंबे समय से चले आ रहे लंबित कार्यो को आज गति मिलेगी। विचारों की भरमार आपको मानसिक रूप से स्वस्थ बनाएगी। माता और स्त्रीवर्ग सम्बंधी चिंता सताएगी। आज सोच-समझकर कदम बढ़ाने की ज़रूरत है। जहाँ दिल की बजाय दिमाग का ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। आज के दिन यात्रा स्थगित रखें।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज पढ़ाई पर कम ध्यान देने या घर की बजाय दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताने की वजह से बच्चे असंतोष का कारण बन सकते हैं। राजकीय सहयोग से कार्य सिद्धि होगी। समय से भोजन और पर्याप्त, नींद न आने के कारण शरीर में अस्वस्थता अनुभव होगा। अपने काम पर ध्यान दें। दूसरों की निंदा करने से बचें। धार्मिक लाभ मिलेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज किसी बड़े प्रोजेक्ट की रूपरेखा बनेगी। दुकान, मकान के विवाद आपसी समझौते से हल होंगे। वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। विदेशगमन की संभावना भी है। किसी धार्मिक स्थल की भेंट से सात्विकता में वृद्धि होगी। फिर भी स्वास्थ्य संभालिएगा। कार्यभार आज कुछ अधिक रहेगा। परिजनों से विवाद से बचें। नए दोस्त बनेंगे।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। व्यापारी अपने व्यापार में धन लगाकर नए कार्य का प्रारंभ कर सकेंगे और भविष्य के लिए योजना भी बना पाएंगे। प्रेम-प्रसंग में सावधानी रखें, अन्यथा मान सम्मान को ठेस लग सकती है। अत्यधिक कामुकता के कारण विपरीत लिंगीय व्यक्ति के प्रति आकर्षण अनुभव करेंगे। कारोबार की बाधा दूर होकर कार्यसिद्धि होगी।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आपका दिन मिलाजुला रहेगा। उदासीन वृत्ति और संदेह की भावना आपके मन को बेचैन बनाएंगे। दैनिक कार्य विलंब से पूरे होंगे। परिश्रम अनुसार फल कम मिलेगा। जीवनसाथी के साथ गलतफहमी के कारण विवाद न करें। सामाजिक कार्यों में भाग लेने जाना होगा। बुजुर्गों और मित्रों का सहयोग मिलेगा। मित्रमंडल में नए मित्र जुड़ेंगे।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आप कम समय में काम को पूरा करने की कोशिश में कामयाब होंगे। आज किसी असहाय की मदद जरूर करें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें, अन्यथा उलझ सकते हैं। आज परिवार को समय देने से आनंद मिलेगा। व्यापारियों को व्यापार में लाभ होगा। भागीदारी लाभदायक साबित होगी। प्रेमी-प्रेमिका से प्रेम में सफलता मिलेगी।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

लग्न योग है। मांगलिक प्रसंग आयोजित किए जाएंगे। आज आपकी एकाग्रता का अभाव मानसिक अस्वस्थता बढ़ाएगा। पैसे की लेन-देन या जमानत विचार करके करें। संतान और पत्नी की तरफ से लाभ होगा। प्रवास का आयोजन किए जाने की संभावना है। पारिवारिक सदस्यों के साथ अनबन से बचें। स्वास्थ्य लाभ होगा।

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झारखंड में बनेंगे 3 और हवाईअड्डे, ज्योतिरादित्य सिंधिया का ऐलान

दिल्ली-देवघर के बीच शुरू हुई उड़ान

नई दिल्ली ,30 जुलाई (आरएनएस/FJ)।   दिल्ली और देवघर के बीच आज पहली सीधी उड़ान शुरू होने के बाद अब केंद्र सरकार ने झारखंड में तीन और एयरपोर्ट बनाने का ऐलान किया है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को दिल्ली और देवघर के बीच पहली सीधी उड़ान को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा कि सरकार झारखंड में तीन और एयरपोर्ट बनाने पर काम कर रही है।

बजट एयरलाइन इंडिगो दिल्ली और देवघर के बीच दैनिक उड़ानें संचालित करेगी। शनिवार को दिल्ली से देवघर के बीच पहली उड़ान की कप्तानी भाजपा नेता और पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने की थी।

इंडिगो अपने ए320 नियो, 180-सीटर ट्विन टर्बोफैन इंजन यात्री विमान को इस रूट पर तैनात करेगी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, नई सेवा के साथ देवघर से प्रतिदिन 11 प्रस्थान उड़ानें होंगी।

देवघर एयरपोर्ट का निर्माण 400 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था, जिससे यह रांची के बाद झारखंड का दूसरा हवाई अड्डा बन गया है।
सिंधिया ने विज्ञप्ति में कहा कि हम झारखंड में तीन और हवाई अड्डों – बोकारो, जमशेदपुर और दुमका पर भी काम कर रहे हैं – इससे झारखंड में हवाई अड्डों की कुल संख्या 5 हो जाएगी। हमने झारखंड को जोडऩे वाले 14 नए मार्गों की घोषणा की है।

14 रूटों में से कोलकाता और दिल्ली से देवघर के लिए उड़ानें शुरू हो गई हैं। आने वाले दिनों में देवघर को रांची और पटना से जोड़ दिया जाएगा।

मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही हम दुमका को रांची और कोलकाता से जोड़ेंगे। बोकारो हवाईअड्डा बनने के बाद इसे पटना और कोलकाता से जोड़ा जाएगा।

उन्होंने कहा कि देवघर में बाबा बैद्यनाथ धाम एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्थल है और मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि मेरे मंत्रालय ने लाखों तीर्थयात्रियों को देवघर जाने में मदद की है।

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टीचर भर्ती घोटाला : ममता बनर्जी को नहीं थी इसकी कोई जानकारी

*मामले में टीएमसी सांसद का दावा*

कोलकाता ,30 जुलाई (आरएनएस/FJ)।  पश्चिम बंगाल में सामने आए टीचर भर्ती घोटाला को लेकर टीएमसी पर भाजपा समेत अन्य विपक्षी दल हमलावर है। दरअसल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल से निष्कासित पार्थ चटर्जी का दावा है कि उन्हें फंसाया गया है और इसके पीछे साजिश है। इस बयान को लेकर विपक्षी नेता सीएम ममता से जवाब मांग रहे हैं। वहीं, टीएमसी के सीनियर नेता सौगत रॉय का दावा है कि इस तरह की गतिविधियों की जानकारी ममता बनर्जी समेत पार्टी में किसी को नहीं थी।

सांसद सौगत रॉय ने कहा, हमें इसकी कोई जानकारी नहीं थी कि ऐसी चीजें चल रही हैं। जैसे ही हमें इस बारे में पता चला, हमने ऐक्शन लिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें मंत्रीपद से हटा दिया। अगर सुवेंदु अधिकारी के पास कोई सबूत है तो उसे ईडी को सौंपना चाहिए, न कि मीडिया में बोलना चाहिए।

सीएम ममता के निर्देशन में चल रहा था सिंडिकेट रैकेट : अधिकारी

भाजपा के सीनियर नेता अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय एक सक्षम एजेंसी है। उन्हें जांच करने दीजिए। सभी को मालूम है कि पार्थ चटर्जी का सिंडिकेट रैकेट मुख्यमंत्री बनर्जी के निर्देशन में चल रहा था। टीएमसी का मुख्य एजेंडा भ्रष्टाचार है। केवल जनता की धारणा के चलते टीएमसी ने पार्थ को उनके पदों से हटाया है।

मालूम हो कि टीएमसी के सभी पदों से हटाए जाने और मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के एक दिन बाद पार्थ चटर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उनके विरुद्ध साजिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि समय बताएगा कि तृणमूल कांग्रेस ने उनके विरुद्ध जो कार्रवाई की वह उचित थी या नहीं।

साजिश में शामिल लोगों के नाम बताएं पार्थ चटर्जी

इस बीच, विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा कि चटर्जी को अपने साजिश वाले आरोप पर और खुलासे के साथ बात करनी चाहिए। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि चटर्जी को साजिश में शामिल लोगों के नाम बताने चाहिए। चक्रवर्ती ने कहा, इस स्कूल भर्ती घोटाले के कारण बंगाल की छवि खराब हुई है। घोटाले की वजह से बहुत से लोगों का करियर बर्बाद हो गया।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पूर्व मंत्री अगर किसी साजिश का दावा कर रहे हैं तो उनको उन सभी के नाम का खुलासा करना चाहिए, जो इसमें शामिल हैं। घोष ने कहा कि चटर्जी कोई साधारण व्यक्ति नहीं हैं। वह एक प्रभावशाली मंत्री और तृणमूल के वरिष्ठ नेता थे। उन्हें साजिश में शामिल लोगों के नाम बताने चाहिए।

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केदारनाथ आपदा के 9 साल बाद बना धाम का प्रवेश द्वार,अब घंटी बजाकर एंट्री लेंगे भक्त

रुद्रप्रयाग 30 Jully (Rns/FJ): केदारनाथ आपदा के नौ साल बाद केदारनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार का निर्माण हो गया है। अब भक्त द्वार पर लगी घंटी को बजाकर मंदिर परिसर में दाखिल हो सकेंगे। 16-17 जून 2013 की आपदा में विश्वविख्यात केदारनाथ मंदिर के प्रांगण में बना प्रवेश द्वार ध्वस्त हो गया था। बदरी-केदार मंदिर समिति ने तीर्थ पुरोहितों और भक्तों की मांग पर द्वार का निर्माण कराने के साथ ही घंटी को लगवाया है।

पुरोहित कर रहे थे मांग

आपदा से पहले केदारनाथ मंदिर के पास प्रवेश द्वार और गेट पर बड़ी सी घंटी लगी थी। लेकिन, आपदा के बाद यह निर्माण कार्य नहीं हो सका था। ऐसे में तीर्थ पुरोहितों की ओर से बार-बार गेट निर्माण करने के साथ ही घंटा लगाने की मांग की जा रही थी। ऐसे में बदरी-केदार मंदिर समिति ने तीर्थ पुरोहितों और भक्तों की मांग पर द्वार का निर्माण कराने के साथ ही घंटी को लगवाया है।

उत्तराखंड के केदारनाथ में आई भयानक आपदा को 9 साल हो गए हैं। साल 2013 में 16 और 17 जून को आई इस आपदा में कम से कम 6000 लोग मारे गए। तब कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश और फिर चौराबाड़ी झील के फटने से राज्य का यह हिस्सा तहस नहस हो गया था। अमूमन सौम्य दिखने वाली मंदाकिनी रौद्र रूप में आ गई। साल 2013 में केदारनाथ धाम में आई विनाशकारी आपदा में लापता हुए लोगों का दर्द आज भी उनके परिजनों के चेहरों पर साफ दिखाई पड़ता है। हालांकि, आपदा के नौ साल गुजर गए हैं, लेकिन इस प्रलयकारी आपदा के जख्म आपदा की बरसी पर फिर से ताजे होते चले जाते हैं। इस भीषण आपदा में अब भी 3,183 लोगों का कोई पता नहीं चल सका है।

16 और 17 जून 2013 की भीषण आपदा में बड़ी संख्या में यात्री और स्थानीय लोग इस आपदा की चपेट में आ गए थे। आज तक इन लोगों का पता नहीं लग पाया है। केदारघाटी के अनेक गांवों के साथ ही देश-विदेश से आए तीर्थयात्रियों ने आपदा में जान गंवाई। सरकारी आंकड़ों को देखें तो पुलिस के पास आपदा के बाद कुल 1840 एफआईआर दर्ज हुईं। बाद में पुलिस ने सही तफ्तीश करते हुए 1256 एफआईआर को वैध मानते हुए कार्रवाई की। पुलिस के पास 3,886 गुमशुदगी दर्ज हुई। जिसमें से विभिन्न सर्च अभियानों में 703 कंकाल बरामद किए गए।

बड़े पत्थर ने बाबा के मंदिर को किया था सुरक्षित

कहा जाता है मंदिर के ठीक पीछे ऊपर से बहकर आए एक बड़े पत्थर ने बाबा के मंदिर को सुरक्षित कर दिया था। आज उस पत्थर को भीम शिला के नाम से जाना जाता है। इस प्रलय में 2241 होटल, धर्मशाला एवं अन्य भवन पूरी तरह ध्वस्त हो गए थे। पुलिसकर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर करीब 30 हजार लोगों को बचाया था। यात्रा मार्ग एवं केदारघाटी में फंसे 90 हजार से अधिक लोगों को सेना की ओर से सुरक्षित बचाया गया।

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विकास अधिकारी की एसएसओ आईडी हैक कर किया तेरह लाख का गबन

भीलवाड़ा 30 Jully (Rns) : राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की सुवाणा पंचायत समिति के स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत शौचालय निर्माण में तेरह लाख रुपए की राशि का गबन करने के मामले के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार गत 22 फरवरी को विकास अधिकारी पंचायत समिति सुवाणा ने रिपोर्ट दी थी कि पंचायत समिति के स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत बनाए गए व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण के लिए निदेशालय से प्राप्त सूची के अनुसार 85 लाभार्थियों का भुगतान एसएसओ पर प्रदर्शित हो रहा है जबकि सुवाणा पंचायत समिति की एसएसओ आईडी एवं आधार ओटीपी से कोई भुगतान नहीं किया गया है। इस पर पुलिस ने टीम का गठन कर जांच शुरू की।

इस दौरान पुलिस ने शिशपाल उर्फ सुभाष जाणी निवासी राजीव नगर बरजासर थाना लोहावट जोधपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर सामने आया कि शिशपाल और उसका सहयोगी गोरधन राम दोनों पहले मनरेगा मेट थे और ई मित्र संचालित करते थे। ऐसे में दोनों को फलौदी जोधपुर पंचायत समिति में आना-जाना था। आरोपियों ने यहां से भुगतान प्रक्रिया को समझा और विकास अधिकारी के आईडी एवं पासवर्ड चुरा लिए। दोनों आरोपियों ने गत चार एवं पांच फरवरी को प्रदेश के कई पंचायत समितियों के खंड विकास अधिकारियों की एसएसओ आईडी और पासवर्ड प्राप्त कर ई पंचायत एवं एसबीएम के सर्वर में सेंध लगाकर शौचालय निर्माण के लाभार्थियों की राशि अपने परिचितों के खातों में ट्रांसफर कर दी और इस प्रकार लाखों रुपए का गबन कर दिया।

आरोपियों ने पंचायत समिति सुवाणा के 86 लाभार्थियों के खाते से करीब 10 लाख रुपए निकाल लिए। पुलिस ने शिशपाल को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने टोंक, अजमेर, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, अलवर, पाली, जोधपुर, जैसलमेर, गंगानगर, दौसा, बीकानेर, बांसवाड़ा, भरतपुर तथा अन्य जिलों में भी ठगी की वारदात को अंजाम दिया।

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अर्पिता मुखर्जी का ED के सामने खुलासा : बेलघरिया वाले आवास की डुप्लीकेट चाबियों का हुआ इस्तेमाल

कोलकाता 30 Jully (Rns/FJ): करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती घोटाले में दागी पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सूचित किया है कि कोलकाता के उत्तरी, बाहरी इलाके बेलघरिया स्थित उनके आवास की कई डुप्लीकेट चाबियां हैं और इसलिए उनकी गैरमौजूदगी में कई अन्य लोगों द्वारा इसका उपयोग किया जाता था। बुधवार शाम से गुरुवार की सुबह तक ईडी के अधिकारियों ने मुखर्जी के आधिकारिक तौर पर स्वामित्व वाले इस विशेष आवास से 27.90 करोड़ रुपये की नकदी और 6 किलो सोना बरामद किया।

ईडी के सूत्रों ने कहा कि वे इस मामले में उस आवास परिसर में कार्यवाहक, सुरक्षा कर्मियों और अन्य निवासियों से मुखर्जी के कबूलनामे की पुष्टि करने की कोशिश करेंगे कि क्या उन्होंने चाबी खोलकर उनके अलावा किसी और को फ्लैट में प्रवेश करते देखा है। उस आवास परिसर में लगे सीसीटीवी की फुटेज की भी जांच की जाएगी। ईडी के एक अधिकारी ने कहा, “हम इस मामले में उनके बयानों को पूरी तरह से खारिज नहीं कर रहे हैं, क्योंकि जिस तरह से फ्लैट के अलग-अलग हिस्सों में भारी मात्रा में नकदी और सोना छिपाकर रखा गया था, इस काम को पूरा करना उनके लिए काफी मुश्किल था।”

इस बीच, ईडी के अधिकारियों ने फर्जी बैंक खातों की पहचान करने और उन्हें फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिनके बारे में उनका मानना है कि घोटाले की आय को विभिन्न चैनलों में स्थानांतरित करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। पता चला है कि ऐसे आठ बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है और कई पर काम चल रहा है। चटर्जी के करीबी रिश्तेदारों और सहयोगियों के कुछ बैंक खाते भी जांच के दायरे में हैं। ईडी अधिकारी ने कहा, “अब मनी ट्रेल की दूसरे चरण की ट्रैकिंग के लिए प्रक्रिया शुरू होगी, जो उन चैनलों की पहचान करना है जहां इन बैंक खातों से पैसा भेजा गया था।”

संयोग से, बेलघरिया में मुखर्जी के आवास से नकदी और सोने की बरामदगी ईडी के अधिकारियों द्वारा खजाने की खोज का दूसरा चरण था। 22 जुलाई की शाम से शुरू होकर, जो अगले दिन सुबह तक जारी रही, ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के डायमंड सिटी आवास से दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज में भारतीय और विदेशी मुद्राओं, सोने के आभूषणों और कई एप्पल आईफोन बरामद किए। पहले दौर की बरामदगी के तुरंत बाद पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया।

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दुनियाभर की सरकारों ने ट्विटर से मांगी यूजरों की जानकारी, अमेरिका सबसे आगे

नई दिल्ली ,30 जुलाई (एजेंसी)। सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर ने खुलासा किया है कि दुनियाभर की सरकारें उससे यूजर खातों से सामग्री हटाने या उनके निजी विवरणों की जासूसी के लिए कह रही हैं। कंपनी ने कहा कि उसने गत 6 वर्ष, 6 माह की अवधि में स्थानीय, राज्य व राष्ट्रीय सरकारों की 60,000 मांगों पर कार्रवाई की है।

कंपनी ने एक नई रिपोर्ट में खुलासा किया कि ये सरकारें चाहती थीं कि ट्विटर से या तो सामग्री हटाई जाए अथवा कंपनी यूजर की गोपनीय जानकारी का खुलासा करे। ट्विटर की सुरक्षा व अखंडता मामलों के प्रमुख योएल रोथ ने कहा कि हम देख रहे हैं कि सरकारें हमारी सेवा का उपयोग करने वालों को बेनकाब करने के लिए कानूनी रणनीति का उपयोग करने, अकाउंट के मालिकों के बारे में जानकारी एकत्र करने और लोगों को चुप कराने के तरीके के रूप में अधिक आक्रामक हो जाती हैं। फेसबुक व इंस्टाग्राम की मालिक मेटा ने भी इसी समय सीमा के दौरान सरकार द्वारा निजी यूजर डाटा की मांग में वृद्धि की सूचना दी।

ट्विटर द्वारा जारी नई रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका से सर्वाधिक 20 प्रतिशत अनुरोध आए, जबकि भारत इस मामले में काफी पीछे है। ट्विटर का कहना है कि उसने मांगी गई सूचना के हिसाब से लगभग 40 प्रतिशत यूजर के अकाउंट की जानकारी साझा की। जापान की ओर से अकाउंट की जानकारी पाने व सामग्री हटाने का कई बार अनुरोध किया गया। उसने सभी अनुरोधों के आधे 23,000 से अधिक आग्रह किए। रूस भी इसमें पीछे नहीं रहा।

ट्विटर ने 2021 की अंतिम छमाही के दौरान सत्यापित पत्रकारों और मीडिया आउटलेट्स को निशाना बनाकर सरकारों के अनुरोधों में भारी वृद्धि की भी सूचना दी। पिछले साल जुलाई व दिसंबर के बीच दुनियाभर में सरकारों ने 349 अकाउंट के खिलाफ कानून का सहारा लिया, जो 103 प्रतिशत अधिक है। इस संबंध में ट्विटर ने देशों के नामों का जिक्र नहीं किया।

कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट के कार्यकारी निदेशक रॉब महोनी ने एक बयान में कहा कि सरकार आलोचकों और पत्रकारों को चुप कराने के लिए सोशल मीडिया कंपनियों का इस्तेमाल कर रही है।

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2022 के अंत में सन्यास लेंगे सेबेस्टियन वेटेल

बर्लिन ,30 जुलाई ।2022 सत्र के अंत में सन्यास लेंगे। चार बार के विश्व चैंपियन फॉर्मूला वन ड्राइवर जर्मनी के सेबेस्टियन वेटेल ने घोषणा की
2007 के यूनाइटेड स्टेट्स ग्रां प्री में बीएमडब्ल्यू सॉबर के साथ अपनी शुरुआत करने वाले वेेटेल ने एक वीडियो पोस्ट करके अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से इस खबर का खुलासा किया।

मैं 2022 सत्र के अंत तक फॉर्मूला-1 से सन्यास लेने की घोषणा करता हूं। मुझे यह खेल पसंद है। जहां तक मुझे याद है यह खेल मेरे जीवन का केंद्र रहा है, लेकिन जितना जीवन ट्रैक पर है, उतना ही ट्रैक से बाहर भी है। मेरा जीवन लक्ष्य रेसिंग और चैंपियनशिप जीतना नहीं बल्कि मेरे बच्चों को बढ़ते हुए देखना, अपने मूल्यों को आगे बढ़ाना और उनसे सीखने में सक्षम होना बन गया है।

उन्होंने कहा, सन्यास लेने का निर्णय लेना मेरे लिए कठिन रहा है, और मैंने इसके बारे में सोचने में बहुत समय बिताया है। मैं वर्ष के अंत में इस पर चिंतन करने के लिए कुछ और समय लेना चाहता हूं कि मैं आगे किस चीज़ पर ध्यान केंद्रित करूंगा। मेरे लिए यह बहुत स्पष्ट है कि एक पिता होने के नाते मैं अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहता हूं।

वेटेल ने 2010 और 2013 के बीच रेड बुल के साथ अपनी सभी चार चैंपियनशिप जीतीं और केवल लुईस हैमिल्टन (103) और माइकल शूमाकर (91) के पीछे 53 जीत के साथ ग्रां प्री विजेताओं की सर्वकालिक सूची में तीसरे स्थान पर हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 44वें शतरंज ओलम्पियाड के शुरू होने की घोषणा की

चेन्नई,30 जुलाई (एजेंसी) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मे द गेम्स बिगिन’ (खेल को शुरू होने दें) की उद्घोषणा के साथ 44वें शतरंज ओलंपियाड के शुरू होने की घोषणा की।

श्री मोदी ने कहा, शतरंज का सबसे प्रतिष्ठित आयोजन, शतरंज के घर भारत आया है। यह टूर्नामेंट एक विशेष समय पर यहां आया है। हम इस साल औपनिवेशिक शासन से भारत की आज़ादी की 75वीं सालगिरह का जश्न मना रहे हैं। यह हमारा आज़ादी का अमृत महोत्सव है। यह हमारा सौभाग्य है कि हम अपने देश के इतने महत्वपूर्ण समय में आपकी मेज़बानी कर रहे हैं।

शतरंज का शीर्ष आयोजन 44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से नौ अगस्त 2022 तक चेन्नई में आयोजित किया जा रहा है। 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है। इस आयोजन में 187 देश भाग ले रहे हैं जो शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। भारत इस प्रतियोगिता में अपनी अब तक की सबसे बड़ी टुकड़ी को भी मैदान में उतार रहा है जिसमें छह टीमों के 30 खिलाड़ी शामिल हैं।

श्री मोदी ने तमिलनाडु और शतरंज के संबंध के बारे में कहा, तमिलनाडु में सुंदर प्रतिमाओं के साथ कई मंदिर हैं जो विभिन्न खेलों को दर्शाते हैं। तमिलनाडु का शतरंज के साथ ऐतिहासिक संबंध है। इस राज्य ने दुनिया को कई शतरंज मास्टर्स दिये हैं। यह एक जीवंत संस्कृति और सबसे पुरानी भाषा ‘तमिलÓ का घर है।

उन्होंने कहा, 44वां शतरंज ओलंपियाड कई रिकॉर्डों का टूर्नामेंट रहा है। शतरंज ओलंपियाड पहली बार अपनी जन्मस्थल भारत में आयोजित हो रहा है। यह तीन दशकों में पहली बार भारत आया है। इस आयोजन में ओलंपियाड के इतिहास में सर्वाधिक टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस बार महिला वर्ग में भी ओलंपियाड इतिहास की सर्वाधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रही हैं। ओलंपियाड की सबसे पहली टॉर्च रिले भी इसी बार शुरू हुई है।

श्री मोदी ने कहा कि खेलों में कोई हारता नहीं, बल्कि खेलों में सिर्फ विजेता और भविष्य के विजेता होते हैं। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों और टीमों को 44वें ओलंपियाड के लिये शुभकामनाएं देते हुए कहा, मे द गेम बिगिन।

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राज्यपाल से मिल विजय सांपला ने लगाई पंजाब सरकार के दलित विरोधी रवैये की शिकायत

चंडीगढ़ 30 Jully (Rns/FJ): राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने आज पंजाब सरकार के संवैधानिक मुखिया राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलकर पंजाब में लगातार दलित समुदाय के लोगों के अधिकारों को नजरअंदाज करे जाने एवं दिन प्रतिदिन उन पर बढ़ते अत्याचारों का संज्ञान न लेने जैसे गंभीर विषय उनके समक्ष रखे।

सांपला ने राज्यपाल को बताया कि केंद्र सरकार द्वारा दलित भाईचारे के बच्चों को पढ़ा-लिखा यां शैक्षणिक तौर पर योग्य बनाने हेतु चलाई जा रही पोस्ट मेट्रिक स्कालर्शिप के संदर्भ में बहुत सारी शिकायतें आयोग को प्राप्त हुई हैं जो यह दर्शाती हैं कि नीचे जरुरतमन्द अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों तक स्कालर्शिप नहीं पहुँच रही।

केंद्र सरकार द्वारा पिछले की वर्षों से समय पर पोस्ट मेट्रिक स्कालर्शिप कि राशि दिए जाने के बाबजूद पंजाब सरकार पोस्ट मेट्रिक स्कालर्शिप का भुगतान कॉलेजों को नहीं कर रही यां समय पर नहीं कर रही। इस कारण से ड्रॉप रेट 2 लाख तक पहुँच चुका है। भारत के संविधान द्वारा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को दी गई कोर्ट कि शक्तियों के तहत इन सभी शिकायतों का संज्ञान ले पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगे गए, पर दुखदायी बात है कि राज्य सरकार उपयुक्त कारवाई कर एक्शन टेकन रिपोर्ट नहीं दे रही।

इसी तरह ला ऑफिसर की नियुक्ति में जब पंजाब सरकार को उनके अपने बनाए हुए कानून के तहत आरक्षण लागू करने के लिए कहा गया तो पंजाब सरकार अपने ही बनाए हुए कानून के विरोध में हाई कोर्ट चली गई लेकिन बाद में अनुसूचित जाति का रोष की बढ़ोतरी देख केस वापिस ले लिया पर नियुक्ति में आरक्षण अभी भी लागू नहीं किया है।

केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानून एवं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद भी पंजाब सरकार सरकारी विभागों में रोस्टर नहीं बना। जिला अदालतों में कार्यरत न्यायाधीशों के प्रमोशन में आरक्षण के संदर्भ में प्राप्त शिकायतों के निवारण के समय आयोग के समक्ष हामी भरने के बाबजूद पंजाब सरकार उसे लागू नहीं कर रही।

दशकों से जिन ज़मीनों पर दलित भाईचारा खेती कर रहा था यां रहने के लिए मकान बनाए हुए थे, चाहे उसे उनसे जबरन बापिस लेने का मामले हों यां फिर हर साल जमीन पट्टे पर देने के मामले में हों इन सब में पंजाब सरकार पुख्ता कारवाई करती नहीं दिखती। राज्यपाल ने सांपला को उचित कारवाई का आश्वासन दिया।

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