मवेशी तस्करी मामला : सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को बेड रेस्ट की सलाह पर दो डॉक्टरों को किया तलब

कोलकाता ,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)। पश्चिम बंगाल में पशु तस्करी मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अब बीरभूम जिले के बोलपुर सब-डिवीजन अस्पताल से जुड़े दो डॉक्टरों को सम्मन भेजा है। इन डॉक्टरों ने तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल को 14 दिन के बेड रेस्ट की चिकित्सा सलाह दी थी।

पहले डॉक्टर बोलपुर सब-डिवीजन अस्पताल से जुड़े चंद्र अधिकारी हैं, जो कथित तौर पर गुरुवार की सुबह मंडल की गिरफ्तारी से एक दिन पहले उनके आवास पर गए थे और 14 दिन के बेड रेस्ट की सलाह जारी की थी। सीबीआई के अधिकारी उनसे उन परिस्थितियों के ब्योरे के बारे में पूछताछ करेंगे जिनके तहत उन्होंने चिकित्सा सलाह जारी की, जो सभी चिकित्सा नैतिकता का उल्लंघन करती है।

पूछताछ किए जाने वाले दूसरे डॉक्टर बोलपुर सब-डिवीजन अस्पताल के अधीक्षक डॉ बुद्धदेव मुर्मू हैं, जिन्होंने अधिकारी के दावे के अनुसार, मंडल के आवास पर जाने और सादे कागज पर बिस्तर पर आराम की सलाह जारी करने का निर्देश दिया। मुर्मू ने मीडियाकर्मियों से कहा था कि वह अपने उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद ऐसा करने के लिए मजबूर हैं।

सीबीआई सूत्रों ने कहा कि उनके अधिकारी उनसे सवाल करेंगे कि ‘उच्च अधिकारियों’ से उनका वास्तव में क्या मतलब था। सीबीआई के एक सहयोगी ने कहा, उच्च अधिकारियों के हवाले से उनका मतलब उनके रिपोर्टिंग अधिकारी से था, जो बीरभूम जिले में स्वास्थ्य के मुख्य चिकित्सा अधिकारी हैं, या राज्य के स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय में किसी भी शीर्ष अधिकारी हैं।

इस बीच, आसनसोल में सीबीआई की विशेष अदालत के निर्देश के अनुसार, चिकित्सा आपात स्थिति के मामले में, मंडल को कोलकाता के कमांड अस्पताल में इलाज करना पड़ेगा। सीबीआई के अधिकारी पहले ही कमांड अस्पताल के अधिकारियों के साथ बातचीत कर चुके हैं, जिन्होंने इस उद्देश्य के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया है और अस्पताल के एक सुनसान कोने में एक अलग बिस्तर भी रखा है।

कोर्ट के आदेश के मुताबिक, मंडल को हर 48 घंटे के अंतराल पर मेडिकल चेकअप के लिए कमांड अस्पताल ले जाया जाएगा।

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मालदीव जा रहे प्लेन की कोयंबटूर में हुई इमरजेंसी लैंडिंग

*92 यात्रियों से भरे विमान का खराब हुआ इंजन*

कोयंबटूर ,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)। मालदीव जा रही फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु से मालदीव माले जा रहे गो फर्स्ट के एक विमान के इंजन में अचानक तकनीकी खराबी आ गई। इंजन के ओवरहीट का अलार्म बजने पर विमान की आनन-फानन में कोयंबटूर हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। इस विमान में 92 यात्री सवार थे।

ऐसा दवा किया जा रहा है कि पायलट को तमिलनाडु शहर के ऊपर उड़ान भरते समय स्मोक की चेतावनी का पता चला था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दो इंजनों के कथित तौर पर गर्म होने के बाद अलार्म बंद हो गया। इसमें कहा गया है कि इंजीनियरों ने इंजन की जांच की और घोषणा की कि अलार्म में कुछ खराबी है और ऐलान किया कि विमान उड़ान भरने के लिए फिट है।

गो फर्स्ट के प्रवक्ता ने बताया कि आज दोपहर करीब 12 बजे विमान एयरबस 320 ने टेकऑफ किया। एक घंटे बाद इंजन के अत्यधिक गर्म होने की चेतावनी की घंटी बजने लगी। पायलट ने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर पास के कोयंबटूर एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति मांगी।

इसके बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। विमान के उतरने से पहले ही दमकलकर्मी और बचावकर्मी रनवे के पास तैनात हो गए थे।

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सड़क के बीच युवक पर ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला- मौत

नई दिल्ली ,12 अगस्त (आरएनएस/FJ)।  दिल्ली से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां, सरेआम एक 25 साल के युवक की बेरहमी से चाकू मारकर हत्या कर दी गई। युवक को इलाज के लिए दिल्ली एम्स ले जाया गया , जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर कर दिया। वहीँ, मर्डर का पूरा वीडियो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया।

वीडियो में युवक को 4 से 5 लोग चाकू मारते नजर आ रहे हैं वहीँ, भीड़ तमाशबीन बनी हुई है। ये पूरा मामला साउथ दिल्ली के मालवीय नगर इलाके का है। मृतक मयंक होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुका था। बताया जा रहा है कि मयंक मालवीय नगर इलाके में अपने दोस्त के साथ बैठा हुआ था। तभी 4-5 अज्ञात लोगों से मयंक की किसी बात को लेकर बहस हुई और लड़कों ने मयंक और उसके दोस्त पर पत्थरों से हमला किया।

मयंक और उसका दोस्त वहां से जान बचाकर भाग गए। मयंक ने सोच लिया था कि वो बच गया है और अब वो बाजार के दूसरे हिस्से में पहुंच चुका था, लेकिन आरोपी अभी भी उनके पीछे थे। आरोपियों ने उनका पीछा करना नहीं छोड़ा और मालवीय नगर बाजार वाले इलाके के फिर से मयंक को घेर लिया और उसकी बेहरमी से हत्या कर दी।

वहीँ, पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर केस की जांच शुरू कर दी है, लेकिन आरोपी अब भी फरार है।

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केजरीवाल का फ्री वाला राजनीति उद्देश केवल सत्ता में आना : संबित पात्रा

नई दिल्ली, 12 अगस्त (आरएनएस) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि झूठे वादे और बिजली फ्री कहानी यह है कि अरविंद केजरीवाल अपने महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाने के लिए राजनीति कर रहे हैं। संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को मालूम ही नहीं है कि जनता को जनाना जरूरी है कि फ्रीबीज क्या है और जनकल्याणकारी योजनाएं क्या है। संबित पात्रा ने कहा कि जनकल्याणकारी बेनिफिट का अर्थ होता है एक टारगेट ग्रुप को सबल और स्वालंबी की योजना और कार्यक्रम चलाना।

फ्रीबिज सबके लिए होता है उसका उद्देष्य चुनावी लाभ उठाना है। जबकि जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यक से गरीबों को आत्मनिर्भर बनाना है। उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना है। कोरोना संक्रमण के दौरान 80 करोड़ जनता की आर्थिक परिस्थिति बहुत खराब हो जाती। उस वक्त प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया।संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल फ्री बिजली मे राज सत्ता पाने के उद्देष्य से काम किया जाता है। यह मुफ्तखोरी हैं। फ्री बिज में कोई दीर्घकालीक लाभ पहुंचाने का उद्देयष्य नहीं रहता है।

इसमें एक पार्टी या एक व्यक्ति के लिए अल्पकालिक फायादा उठाना मुख्य उद्देष्य है। अरविन्द केजरीवाल को नेता बनाना और आम आदमी पार्टी को सत्ता लाना ही उनका शार्ट टर्म बेनिफिट है।इसे अंग्रेजी में बेट अर्थात दाना डालकर मछली पकड़ने की कोषिष कहते हैं। फ्री बिजली भी ठीक वैसा ही एक बेट है। दाना डालकर फंसाने की कोषिष है ताकि अरविन्द केजरीवाल जी की महात्वाकांक्षा को पूरा हो सके। अरविन्द केजरीवाल एक्टिंग करते है कि उन्हें ही पूरी दुनिया की चिंता है।

जबकि सच्चाई है कि मैं औ मेरी महात्वकांक्षा को पूरा करने के लिए राजनीति कर रहे हैं।  संबित पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने गरीब और गरीब कल्याण को लेकर काम करते हैं। इसी कारण आज देष में दस फीसदी आबादी गरीबी रेखा से उपर उठ गया है। सयुक्त राष्ट ने इस पर रिपोर्ट दी है और विष्व में चर्चा हो रही है कि श्री नरेन्द्र मोदी के आठ वर्ष के कार्यकाल में भारत में परिवर्तन आया है। देष में अति गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है और जो गरीबी रेखा से नीचे थे वे उपर उठ गए हैं।

यह है जनकल्याणकारी योजना एवं कार्यक्रम। संबित पात्रा ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल पूरे दिन टीवी पर रहते है। 2015 में केजरीवाल सरकार के षिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कौषल विकास गरंटी योजना लाया था, जो आजकल शराब घोटाला को लेकर चर्चा में हैं। इसमे ंग्यारहवीं और बारहवीं के बच्चों को उच्च षिक्षा के लिए अधिकत्तम 10 लाख रूप्ए का लोन देने की योजना बनायी थी, जिसके लिए कोई कोलाइटरल रखने की जरूरत नहीं थी। इस साल 89 बच्चों ने इस योजना से लोन पाने के लिए आवदेन दिया था और केजरीवाल सरकार ने महज दो बच्चों को ऋण उपलब्ध कराया।

सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचना के अनुसार केजरीवाल सरकार ने इस योजना को प्रचारित करने के लिए 19.50 करोड़ रूप्ए का विज्ञापन दिया। है।  इलेक्टानिक मीडिया में 18 करोड़ रूप्ए, प्रिंट मीडिया में 47 लाख रूप्ए आदि विज्ञापन पर खर्च किया है। संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल जी ने कहावत को चरितार्थ करता है कि जितने का बबूआ नहीं उतने का झूनझूना है। अरविन्द केजरीवाल की सरकार सुबह से शाम तक झुनझुना अर्थात विज्ञापन से चल रहा है।

कोरोना संक्रमण काल में अरविन्द केजरीवल ने टीवी पर आकर कहा था कि प्रदूषण कम करने के लिए बायो डिक्मपोज्ड केमिकल विकसित कराया है। इस केमिकल छिड़कने से दिल्ली प्रदूषण मुक्त हो जाएगा। बाद मे मालूम पडा कि 60 लाख रूप्ए का केमिकल बनाया और उसके विज्ञापन पर 24 करोड़ रूप्ए खर्च किए गए।  अरविन्द केजरीवाल जी सिर्फ इलेक्षन बी अर्थात चुनावी मधुमक्खी है। चुनाव आता है तो चुनावी मधुमक्खी भनभनाने लगता है। ये लोग कोई काम नहीं करते हैं सिर्फ माहौल को खराब करते है और विज्ञापन देना।

अरविन्द केजरीवाल जी पढ़े लिखे व्यक्ति हैं, क्या उन्हें वेब ऑफ और राईट ऑफ में अन्तर पता नहीं है? अरविन्द केजरीवाल कह रहे हैं कि अमीर लोगों के 10 लाख करोड़ रूप्ए का ऋण राईट ऑफ हो गया है। रिजर्व बैक ऑफ इंडिया का गाइड लाइन होता है कि राइट ऑफ होने पर अलग कॉलम बनता है। िउफाल्टर से बकाया वापस लेने की प्रक्रिया को राइट ऑफ कहते हैं। यूपीए ऐरा में जिन लोगों ने कर्ज लेकर नहीं लौटाया है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार उनसे पैसा वापस लेने का काम कर रही है।

अरविन्द केजरीवाल कहा है कि अमीरों को लाभ पहुंचाने के लिए कॉरपोरेट टैक्स कम किया गया है। सच्चाई है कि कोरोना महामारी के बावजूद  वित्तीय वर्ष 2018-19 में कॉरपोरेट टैक्स संग्रहण 6.63 लाख करोड रूप्ए का था और वित्तीय वर्ष 2021-22 में 7.01 लाख करोड़ रूप्ए था। यह पैसा गरीबों के जनकल्याण पर खर्च होता है।

आशा करते हैं कि इस प्रेस कांफ्रेंस के बाद अरविन्द केजरीवल जी तुरंत एक प्रेस कांफ्रेंस करके यह कौन सी अर्थनीति है।

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बिहार में दोबारा जंगलराज रिटर्न हो गया : भाजपा

नई दिल्ली, 12 अगस्त (आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता है संबित पात्रा ने बिहार में महागठबंधन की सरकार को निशाना साधते हुए कहा कि अब दोबारा से बिहार में जंगलराज रिटर्न हो गया है। संबित पात्रा ने कहा कि बिहार में अभी हाल के दिनों में बिहार में कानून व्यवस्था की हालत अत्यंत खराब हो गयी है। भाजपा-जदूय गठबंधन की जब सरकार थी तब भी भारतीय जनता के पार्टी के मंत्रियों के पास गृह विभाग और एक्साईज विभाग नहीं था। भाजपा के दबाव के कारण ही बिहार में ऐसा माहौल था कि हत्या-लूट, डकैती आदि पर अंकुष रहती थी। आज बिहार में जंगलराज फिर से वापस आ गया है।

संबित पात्रा ने कहा कि  जमुई में प्रभात खबर के पत्रकार गोकुल यादव की हत्या कर दी गयी। 11 अगस्त को गोपालगंज को एक पत्रकार की हत्या कर दी गयी और बेतिया में रामजानकी मंदिर के पुजारी रूदल प्रसाद बर्णवाल की गला रेत कर मार दिया गया। 11 अगस्त को ही पटना के टोयटा कार शोरूम के गार्ड की हत्या करके लूटपाट की घटना हुई।  वहीं, 1 अगस्त को ही छपरा में जहरीली शराब के सेवन से 6 लोगों की मौत हो गयी। इससे पहले छपरा में  जहरीली शराब के सेवल से 13 लोगों की मौत हुई है।

एक ही जिले में बार बार जहरीले शराब के सेवन से लोग मर रहे हैं, क्या इसे मौत कहेंगे या हत्या? बिहार की गिरती कानून व्यवस्था के कारण पष्चिम चम्पारण में 12 वर्षीय किषोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ। नरकटियागंज में नाबालिग से सामुहिक दुष्कर्म किया गया।  मुजफ्फरपुर में व्यवसायी नलिन रंजन के घर में दिनदहाड़े घुसकर लूटेरे 40 लाख रूप्ए की संपत्ति लूट ली गयी। पटना के बाकरगंज निवासी निषांत कुमार वर्मा का नदवां स्थित आभूषण दूकान की शटर उखाड़कर छह लाख रूप्ए की चोरी की जाती है।

बाईक सवार लूटेरों ने पटना सिटी में ंघर के दरवाजे पर खड़ी महिला के गले से सोने की चेन छीनकर भाग गए। पटना सिटी में एक महिला की हत्या की जाती है और आरोपी के घर से चार पिस्तौल बरामद होता है। बाढ़ में एलआईसी मोड़ के समीप मुहर्रम जुलूस के दौरान दो समुदायों मे झड़प् हुई और इस दौरान बिहार पुलिस नदारद थी। मुजफ्फरपुर में औराइ चौक पर तिरंगा में परिवर्तन कर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है। यह कहना अतिष्योक्ति नहीं होगी कि बिहार में जंगल राज रिटर्न हो गया।

बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से पूछा गया कि 10 लाख नौकरियां देने का वादा कब पूरा करेंगे तब तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा तब इसे करेंगे। बिहार में मैं की राजनीति शुरू हो गयी है, वहां हम से बड़ा मैं हो गया है।संबित पात्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को एकजुट होने की बात की है लेकिन  विपक्ष एकजुट हो तो अच्छी बात है। विपक्ष को एकजुट करने की जिम्मेदारी भाजपा अध्यक्ष  जेपी नड्डा  या भाजपा नेताओं की नहीं है।

यदि विपक्ष ने कोई गलती नहीं की है तो तनाव में क्यो है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को कभी तनाव में देखा है क्या क्योंकि वे गरीबों का कल्याण में लगे रहते हैं। जो लोग अपने परिवार का कल्याण करेगा वह तनाव में रहेगा।

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प्रधानमंत्री को मुफ्त की रेवड़ियां तो दिखती हैं, लेकिन मुफ्त की जो गजक बंट रही : कांग्रेस

नई दिल्ली, 12 अगस्त (आरएनएस/FJ) । कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेवड़ी वाले बयान और कहा कि देश में इस बार 14 जनवरी से पहले, मकर संक्रांति से पहले ही रेवड़ियों की चर्चा बहुत हो रही थी। पर समस्या ये है कि देश के लोगों को और देश की सरकार को मुफ्त की रेवड़ियां तो दिखती हैं, लेकिन मुफ्त की जो गजक बंट रही है, वो किसी को नहीं दिख रही। अब आप कहेंगे, रेवड़ी और गजक में क्या अंतर है? रेवड़ी बनती है, गुड़, चाशनी, तिल और घी के मिश्रण से।

अब इस एक मिश्रण में, जिसमें एक डला अगर गजक बनती है, उसमें सैंकड़ों रेवड़ियां बन जाती है, तो यदि मुफ्त की रेवड़ियाँ खराब हैं, तो मोदी  मुफ्त की गजक अच्छी कैसे हो गई? दूसरा सवाल ये है कि देश को रेवड़ी कल्चर नहीं, झूठ की गठरी कल्चर से मुक्त कराना है औऱ आज पूरे डाटा सहित ये बातें, जो मैंने आपको कही कि मुफ्त की रेवड़ियाँ खराब और मुफ्त की गजक अच्छी; रेवड़ियाँ खराब पर झूठ की गठरी कल्चर अच्छी। इस पूरे मुद्दे पर आज हम बात करेंगे।

गौरव बल्लव ने कहा कि देश में फूड सिक्योरिटी एक्ट, 2013 में लाया गया और उसी को आधार बनाकर कोरोना की आपदा के समय भारत सरकार ने लोगों के घरों में राशन पहुंचाने का काम किया। 80 करोड़ लोगों को उससे लाभ मिला, मतलब 60 प्रतिशत देश की जनता को राशन पहुंचाने का काम फूड सिक्योरिटी एक्ट, 2013, यूपीए के दौरान जो फूड सिक्योरिटी एक्ट बना, उसको बेस बनाकर वो राशन पहुंचाने का काम हुआ। अब इस फूड सिक्योरिटी एक्ट में एक तरफ तो आप राशन दे रहे हो आपदा के समय, दूसरी तरफ उस राशन को आप एमएसपी पर किसानों से खरीद रहे हो।

वो तो हो गया रेवड़ी कल्चर, पर 10 लाख करोड़ का लोन बट्टे खाते में डालना, उस गजक कल्चर पर प्रधानमंत्री जी कब डिस्कशन होगा। आप कहेंगे, सर बट्टे खाते में डालना और लोन माफी में अंतर होता है, बहुत सही सवाल है, बट्टे खाते में डालना अलग बात होती है, ऋण माफी अलग होती है। गौरव बलम ने कहा कि संसद में भाजपा की सरकार ने, स्वयं बताया कि पिछले 5 सालों में 10 लाख करोड़ रुपए का लोन बट्टे खाते में डाला, जिसमें 7,27,000 करोड़ का लोन सरकारी बैंकों ने बट्टे खाते में डाला और उसी 5 सालों में सरकारी बैंको ने उस बट्टे खाते में डाले गए लोन में से मात्र 1,03,000 करोड़ रिकवर किया।

तो 7,27,000 में से 1,03,000 करोड़ रिकवर हुआ, अर्थात जितना सरकारी बैंकों ने बट्टे खाते में डाला, रिकवरी मात्र 14 प्रतिशत हुई, मान लेतें हैं, 6 प्रतिशत और वो रिकवरी कर लेंगे, आने वाले समय में, मैं मान लेता हूँ, 20 प्रतिशत रिकवरी हो जाएगी, तब भी 5,80,000 करोड़ का लोन तो डूब गया न। पैसा जब सरकारी बैंकों का डूबा, तो किसका डूबा? हर उस कर दाता का डूबा, जिसने भारत सरकार को समय पर जीएसटी दिया। हर उस किसान का डूबा, जब उसने अपने ट्रैक्टर में डीजल भरवाया, तो भारत सरकार को एक्साइज ड्यूटी का पैसा दिया। जो बट्टे खाते में 5,80,000 करोड़ रुपए सरकार बैंको का डूबा है, उस गजक के बारे में डिस्कशन कब होगा।

गौरव वल्लभ ने कहा कि रेवड़ी कल्चर से ज्यादा झूठ की गठरी कल्चर से देश ज्यादा परेशान है और झूठ की गठरी से मुक्त कराना देश को बहुत जरुरी है, साथियों। दो दिन बाद, हम भारत की स्वाधीनता के 75 वर्ष मनाएंगे, दो दिन बचे हैं। आज 12 है, 13 और 14, 15 को 75 वर्ष पूर्ण हो जाएंगे। साथियों, मुझे 75 वर्ष, जब  देश हमारी आजादी के मनाएगा और हमारे प्रधानमंत्री जी उस दिन उदास रहेंगे। गौरव बल्लव ने कहा की फ्रीबीस के बारे में, मुफ्त की रेवड़ी के बारे में सब तरफ हल्ला-गुल्ला है, पर प्रधानमंत्री जी, जो पिछले 5 सालों में सरकारी बैंकों के 5,80,000 करोड़ रुपए डूबे हैं, बट्टे खाते में डालने के कारण, उसके बारे में संसद में चर्चा कब होगी?

उसके बारे में वित्तमंत्री व्हाइट पेपर कब निकालेंगी और वो कौन लोग हैं, प्रधानमंत्री जी, जिनके 5,80,000 करोड़ रुपए डूब गए हैं, उन सबका विवरण देश के सामने आप कब रखोगे। यदि किसानों को एमएसपी देना मुफ्त की रेवड़ी है, प्रधानमंत्री जी के लिए, मनरेगा में हर रुरल ग्रामीण परिवार को सौ दिन का रोजगार देना मुफ्त की रेवड़ी है, प्रधानमंत्री जी की नजरों में, 12 करोड़ बच्चों को मिड डे मील के तहत भोजन कराना मुफ्त की रेवड़ी है, प्रधानमंत्री जी की नजरों में; मुफ्त राशन देना, कोरोना आपदा के दौरान, राइट टू फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत, वो मुफ्त की रेवड़ी है, तो ये 1,45,000 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष भारत सरकार को हानि होती है, क्योंकि कॉर्पोरेट टैक्स की रेट्स में कटौती की गई, 2019 में, इस हानि पर कब चर्चा होगी, इस गजक पर कब चर्चा होगी?

3. छोटी-छोटी असिस्टेंस देना देश के लोगों को, देश के लोगों का मुसीबत के समय हाथ पकड़ना, मुफ्त की रेवड़ी है, पर लाखों-करोड़ों रुपए के लोन, 5,80,000 करोड़ का लोन जो नॉन परफॉर्मिंग हो गया है, जिसको बैंक्स वापस कलैक्ट नहीं कर पाई, बट्टे खाते में डालने के बाद, उसके बारे में विमर्श कब होगा। कब और कैसे ये झूठ की गठरी, ये रेवड़ी कल्चर तो प्रधानमंत्री जी बाद में आएगी, पर ये झूठ की गठरी कल्चर से कब देश को निजात मिलेगा।

क्या प्रधानमंत्री अब स्वाधीनता दिवस पर अपने भाषण में ये जो बुलेट ट्रेन, 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी, किसानों की आय दोगुनी करना, हर हिंदुस्तानी को पक्का घर, इसकी नई डेड लाइन बताएंगे, क्या? क्योंकि अब 2022 तो आ गया, प्रधानमंत्री इसकी नई डेड लाइन आप क्या घोषित करोगे और आपके सपने अगर पूरे नहीं होते हैं, तो हिंदुस्तान के प्रत्येक व्यक्ति के सपने पूरे नहीं होते।

मेरे प्रधानमंत्री का सपना पूरा नहीं हो रहा, वो कितने गमगीन होंगे, 15 अगस्त के दिन, इसके कारण तो मैं चाहूंगा कि क्या वो नई डेड लाइन, आपके सपनों की आप नई डेड लाइन देने वाले हो?

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भारत और बंगलादेश ने रक्षा सहयोग की समीक्षा की

ढाका 12 Aug. (Rns/FJ): भारत और बांग्लादेश सशस्त्र बलों के बीच संबंधों को और बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं। दिल्ली में आयोजित चौथी भारत-बांग्लादेश वार्षिक रक्षा वार्ता के दौरान यह निर्णय लिया गया। बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार और बांग्लादेश के सशस्त्र बल प्रभाग के लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज़-ज़मान ने की।

दोनों पक्षों ने बातचीत के दौरान रक्षा सहयोग की समीक्षा की और इस पर संतोष व्यक्त किया कि कोविड-19 महामारी की कठिनाइयों के बावजूद सहयोग बढ़ रहा है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में बंगलादेश के प्रयासों के लिए उनकी सराहना की। डॉ. अजय कुमार ने कहा कि दोनों देशों के सशस्त्र बल कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग चाहते हैं।

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महाराष्ट्र में 2 कंपनियों पर आयकर विभाग का छापा

*56 करोड़ रुपए नकद और 14 करोड़ के आभूषण जब्त*

नई दिल्ली 12 Aug. (Rns/FJ): आयकर विभाग ने कहा है कि उसने महाराष्ट्र में स्टील टीएमटी बार के निर्माण में लगी दो प्रमुख व्यापारिक कंपनियों पर तलाशी अभियान चलाया है। 3 अगस्त को चलाए गए तलाशी अभियान ने जालना, औरंगाबाद, नासिक और मुंबई में फैले 30 से अधिक परिसरों को कवर किया। तलाशी अभियान के दौरान कई आपत्तिजनक साक्ष्य बरामद किए गए।

तलाशी अभियान में 56 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी और 14 करोड़ रुपये के सर्राफा और आभूषण जब्त किए गए हैं। एक आईटी अधिकारी ने कहा, दोनों फर्मों के जब्त किए गए सबूतों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चला है कि वे बड़े पैमाने पर कर चोरी में लिप्त थे। इन संस्थाओं को जीएसटी धोखाधड़ी में शामिल पाया गया है।

तलाशी टीम ने दोनों कंपनियों के कर्मचारियों के नाम से खोले गए दोनों फर्मों के बड़ी संख्या में लॉकर का भी पता लगाया, जो एक सहकारी बैंक के पास रखे गए थे। अधिकारी ने कहा, सहकारिता बैंक के कई लॉकरों सहित 30 से अधिक बैंक लॉकरों की तलाशी ली गई। इन लॉकरों से भारी मात्रा में बेहिसाबी नकदी और सोने के आभूषण बरामद हुए हैं। अधिकारी ने कहा कि एक फर्म के फार्महाउस में स्थित एक गुप्त कमरे से बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकदी जब्त की गई है।

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बैलट पेपर नहीं EVM से ही होंगे चुनाव, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका

नई दिल्ली 12 Aug. (Rns/FJ) : इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (EVM) की जगह बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग वाली याचिका को सुप्रिम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसमें कोई मेरिट दिखाई नहीं देता।

ईवीएम (EVM) मशीनों का मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। वकील मनोहर लाल शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में EVM से मतदान के खिलाफ याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की थी।

शर्मा ने अपनी याचिका में कहा था कि बैलट पेपर से ही चुनाव होने चाहिए। उन्होंने कहा था कि हम कानून के लिहाज से बात कर रहे हैं। शर्मा ने अपनी याचिका में जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 61(a) को चुनौती दी थी, जिसमें बैलट पेपर की जगह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम से मतदान कराए जाने का प्रावधान किया गया है।

शर्मा की याचिका के मुताबिक इस प्रावधान को अब तक संसद से मंजूरी नहीं मिली है। लिहाजा, इसके जरिए कराए गए अब तक के सारे चुनाव अवैध हैं। उन्होंने कोर्ट से कहा कि सब जगह बैलेट के जरिए फिर से मतदान कराया जाना चाहिए।

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आज से लगेगी कोर्बेवैक्स की बूस्टर डोज, 250 रुपए में उपलब्ध होगा टीका

नई दिल्ली 12 Aug. (Rns/FJ): आज से कोर्बेवैक्स टीके की बूस्टर खुराक कोरोना टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध होगी। कोविन एप पर भी निजी व सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर इसकी उपलब्धता दिखने लगेगी।

टीका निर्माता बायोलॉजिकल ई लिमिटेड ने बताया कि टीके की 10 करोड़ खुराकों की आपूर्ति केंद्र सरकार को कर दी गई है। कोर्बेवैक्स को भारत के पहले विषम लैंगिक कोरोना बूस्टर शॉट के रूप में 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को लगाने की मंजूरी मिल गई है।

विषम लैंगिक से आशय यह है कि कोर्बेवैक्स की बूस्टर पूर्व में कोविशील्ड व कोवाक्सिन की दोनों खुराक ले चुके लोगों को तीसरी खुराक के रूप में यह दिया जा सकेगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एनअीएजीआई की सिफारिश के बाद कोर्बेवैक्स के आपातकालीन उपयोग को भी मंजूरी दे दी है। निजी केंद्रों पर कोर्बेवैक्स की एक खुराक की कीमत 250 रुपए है।

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सुप्रीम कोर्ट ने ‘रेवड़ी कल्चर’ पर अर्थव्यवस्था और कल्याण के बीच संतुलन पर दिया जोर

नई दिल्ली 12 Aug.  (Rns/FJ): केंद्र ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह राजनीतिक दलों द्वारा मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए घोषित मुफ्त सुविधाओं को विनियमित करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करे, जब तक कि विधायिका इसके लिए एक तंत्र तैयार नहीं कर लेती। मुफ्त सुविधाओं से जुड़े मुद्दों को शीर्ष अदालत ने भी संज्ञान में लिया, जिसमें कहा गया था कि अर्थव्यवस्था और लोगों का कल्याण, दोनों को संतुलित करना होगा।

प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि तर्कहीन मुफ्त उपहार निश्चित रूप से चिंता का विषय है और वित्तीय अनुशासन होना चाहिए। हालांकि उन्होंने बताया कि भारत जैसे देश में, जहां गरीबी एक मुद्दा है, गरीबी को कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है।

केंद्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, हम एक समिति का प्रस्ताव कर रहे हैं, जिसमें सचिव, केंद्र सरकार, प्रत्येक राज्य सरकार के सचिव, प्रत्येक राजनीतिक दल के प्रतिनिधि, नीति आयोग के प्रतिनिधि, आरबीआई, वित्त आयोग, राष्ट्रीय करदाता संघ और अन्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जब तक विधायिका कदम नहीं उठाती, तब तक अदालत कुछ तय कर सकती है।

एक वकील ने तर्क दिया कि अधिकांश मुफ्त उपहार घोषणापत्र का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन रैलियों और भाषणों के दौरान घोषित किए जाते हैं। पीठ ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और कहा कि जो लोग मुफ्त उपहार का विरोध कर रहे हैं, उन्हें यह कहने का अधिकार है, क्योंकि वे कर का भुगतान कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि राशि को बुनियादी ढांचे आदि के निर्माण पर खर्च किया जाना चाहिए, न कि पैसे बांटने में। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि विशेषज्ञ पैनल इस पर गौर कर सकता है, और यह कानून बनाने में शामिल नहीं हो सकता।

प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि सवाल यह है कि अदालत किस हद तक हस्तक्षेप कर सकती है या इस मामले में जा सकती है? उन्होंने दोहराया कि यह एक गंभीर मुद्दा है और लोगों के कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं की ओर इशारा किया। मेहता ने कहा कि मुफ्त उपहार कल्याणकारी नहीं हो सकते और लोगों को कल्याण प्रदान करने के अन्य वैज्ञानिक तरीके भी हैं। उन्होंने कहा कि अब चुनाव केवल मुफ्तखोरी के आधार पर लड़े जाते हैं। मेहता ने कहा, अगर मुफ्त उपहारों को लोगों के कल्याण के लिए माना जाता है, तो यह एक आपदा की ओर ले जाएगा।

याचिकाकर्ता ने दावा किया कि आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि 31 मार्च, 2021 तक राज्यों की कुल बकाया देनदारी 59,89,360 करोड़ रुपये है। याचिकाकर्ता अश्विनी उपाध्याय की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने वित्तीय अनुशासन पर जोर दिया और कहा, “यह पैसा कहां से आएगा? हम करदाता हैं।

राजनीतिक दलों द्वारा सोने की चैन और टीवी के वितरण का हवाला देते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद दातार ने कहा कि इस अदालत का एक फैसला है जिसमें कहा गया है कि मुफ्त देना संविधान के तहत राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों का पालन है, जिस पर गौर करने की जरूरत है। पीठ ने कहा कि वित्तीय अनुशासन होना चाहिए और अर्थव्यवस्था को पैसा गंवाना और लोगों का कल्याण, दोनों को संतुलित करना होगा।

न्यायाधीश ने कहा कि वह कानून के लिए बने क्षेत्रों पर अतिक्रमण नहीं करना चाहते हैं। आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि मुफ्त और कल्याण के बीच भ्रम है, मुफ्त शब्द का इस्तेमाल बहुत गलत तरीके से किया जाता है।

दलीलें सुनने के बाद, शीर्ष अदालत ने मामले को आगे की सुनवाई के लिए 17 अगस्त को निर्धारित किया।

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बांदीपोरा में आतंकवादियों ने गैर-स्थानीय मजदूर को मार डाला

*जम्मू-कश्मीर में फिर टॉरगेट किलिंग*

श्रीनगर 12.Aug. (Rns/FJ): जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शुक्रवार को आतंकवादियों ने टॉरगेट किलिंग की और एक गैर स्थानीय मजदूर की हत्या कर दी। सूत्रों के मुताबिक, रात करीब 1 बजे बांदीपोरा के हाजिन इलाके के सदनारा गांव में आतंकवादियों ने 19 वर्षीय गैर स्थानीय मजदूर मोहम्मद अमरेज पर गोलियां चलाईं। उन्होंने कहा, डॉक्टरों ने उसे श्रीनगर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल बेमिना में रेफर कर दिया, जहां उसने दम तोड़ दिया। वह बिहार से ताल्लुक रखता था। तलाशी के लिए यह इलाका घिरा हुआ है।

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में कल गुरुवार तड़के आतंकवादियों ने सेना के एक शिविर पर एक आत्मघाती हमला कर दिया जिसमें चार जवान शहीद हो गए। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी भी मारे गए। यह हमला करीब तीन साल के अंतराल के बाद जम्मू-कश्मीर में फिदायीन (आत्मघाती हमलावरों) की वापसी का संकेत बताया जा रहा है।

पुलिस ने बताया कि दोनों आतंकवादियों के बारे में ऐसा माना जा रहा है कि वे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से सम्बद्ध थे। पुलिस ने बताया कि आतंकवादी घातक स्टील कोर गोलियों से लैस थे और चार घंटे से अधिक समय तक चली मुठभेड़ में दोनों आतंकवादी मारे गए। मुठभेड़ सुबह लगभग साढ़े छह बजे समाप्त हुई। यह हमला सोमवार को देश के स्वतंत्रता दिवस के चार दिन पहले हुआ

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बदलती जीवनशैली का हिस्सा बन चुका हैं फ्रोजन फूड, सेहत के लिए हैं बहुत नुकसानदायक

12.08.2022 – वर्तमान समय की बदलती जीवनशैली में लोगों के पास पर्याप्त समय नहीं हैं जिसे मैनेज करने के लिए आजकल घरों में फ्रोजन फूड का इस्तेमाल बहुतायत से किया जाता हैं। खासतौर से शहरी क्षेत्रों में फ्रोजन फूड का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबे समय तक इन फ्रोजन फूड का इस्तेमाल सेहत को बहुत नुकसान पहुंचाता हैं। इन फूड्स को लंबे समय फ्रेश रखने के लिए इनमें हाइड्रोजेनेटेड पाम ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें हानिकारक ट्रांस फैट होते हैं।

इसके अलावा इनमें नुकसानदायक स्टार्च और ग्लूकोज भी मिलाए जाते हैं। आइए जानते हैं कि फ्रोजन फूड का अधिक सेवन आपकी सेहत को किस तरह से नुकसान पहुंचा रहा हैं…खाने की पौष्टिकता समाप्त फ्रोजन सब्जियों में केमिकल्स की वजह से लगभग 50त्न पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं। खासतौर इन सब्जियों में पाए जाने वाले विटामिन बी और सी तो पूरी तरह सब्जियों में नष्ट हो जाते हैं। इसके साथ ही इन सब्जियों के स्वाद में भी काफी ज्यादा अंतर हो जाता है।डायबिटीज का होता है खतराफ्रोजन फूड्स को फ्रेश दिखाने के लिए इसमें स्टार्च का इस्तेमाल किया जाता है।

यह स्टार्च फूड को दिखने में फ्रेश बनाता है, साथ-साथ स्वाद भी बढ़ता है। इन फूड्स को पचाने के लिए हमारा शरीर फूड में मौजूद इन स्टार्ट को शुगर में बदलता है। ऐसे में शरीर में शुगर बढऩे से डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है। इसके साथ ही यह स्टार्च शरीर के टिश्यूज को भी नुकसान पहुंचाते हैं।हाई ब्लड प्रेशर की समस्यासीडीसी के अनुसार, फ्रोजन फूड में सोडियम का इस्तेमाल करीब 70त्न तक अधिक मात्रा में किया जाता है।

ऐसे में फ्रोजन फूड का अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ सकता है। बहुत अधिक सोडियम खाने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जिसकी वजह से स्ट्रोक और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।बढ़ता है हार्ट अटैक का खतराफ्रोजन फूड्स के सेवन से हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ता है। फ्रोजन और पैक्ड फूड में मौजूद ट्रांस फैट्स बंद धमनियों की परेशानियां बढ़ाते हैं। शरीर में इन ट्रांस फैट्स से कोलेस्ट्रॉल बढऩे की संभावना ज्यादा होती है।

इसके साथ ही यह गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी घटाता है, जिससे दिल से संबंधित परेशानियां बढऩे की संभावना ज्यादा होती है। इन फूड्स में सोडियम की मात्रा भी ज्यादा होती है, जो शरीर का ब्लड प्रेशर बढ़ाता है।सिरदर्द व सूजन की समस्याफ्रोजन खाद्य पदार्थों में एमएसजी काफी ज्यादा होता है। इसके प्रति संवेदनशील लोगों के लिए यह काफी हानिकारक हो सकता है। कुछ शोध बताते हैं कि इससे सिरदर्द, सूजन और पूरे शरीर से पसीना आना जैसी परेशानी हो सकती है।बढ़ सकता है वजनबढ़ते वजन को कई तरह की गंभीर बीमारियों का कारण माना जाता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रोसेस्ड और फ्रोजन फूड आइटम्स के अधिक सेवन को वजन बढ़ाने वाला कारक मानते हैं। फ्रोजन आइटम्स में वसा की मात्रा अधिक होती है। यही वजह है कि ये कैलोरी में अधिक होते हैं और मोटापा बढ़ा देते हैं। इसके अलावा भोजन को लंबे समय तक फ्रीज करने से वस्तुओं में मौजूद कुछ महत्वपूर्ण विटामिन्स और खनिज भी नष्ट हो सकते हैं।

इसलिए इन्हें पौष्टिक नहीं माना जाता है।मांसपेशियों को नुकसानकई तरह के फ्रोजन फूड में कैलोरी की मात्रा कम होती है, जैसे- लीन डिशेज इत्यादि। इनमें कैलोरी कामी कम होता है। ऐसे में जब आपके शरीर को पर्याप्त रूप से ऊर्जा नहीं मिलती है, जो यह आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। कम कैलोरी युक्त आहार का अधिक सेवन करने से शरीर की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचने लगता है।कैंसर का बन सकते हैं कारककई शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि फ्रोजन फूड आइटम्स अग्नाशयी कैंसर का जोखिम बढ़ा देते हैं।

आमतौर पर फ्रोजन खाद्य पदार्थों में उपयोग किए जाने वाले प्रीजर्वेटिव्स के कारण कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि इस तथ्य की पुष्टि के लिए और विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन बहुत कम करें, और इन्हें उपयोग में लाने से पहले अच्छी तरह से पानी से धोएं जरूर। (एजेंसी)

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बालों के लिए किस तरह फायदेमंद हैं बियर, जानें फायदे और शैंपू करने का तरीका

12.08.2022 – सभी चाहते हैं कि उनके बाल स्वस्थ, मुलायम और घने बने। आज के समय में धूल, प्रदूषण और नमी के कारण बालों को काफी तकलीफें उठानी पड़ती हैं। खासतौर से मॉनसून के दिनों में बालों को खास देखभाल की जरूरत होती हैं। इसके लिए कई लोग बियर का इस्तेमाल का सकते हैं जिसमें विटामिन बी, माल्टोज और ग्लूकोज की प्रचुर मात्रा होती है। बियर प्रोडक्ट के रूप में आजकल बाजार में शैंपू मिल जाता हैं जो बालों को पोषण देने के साथ ही कई तरह से फायदे पहुंचाता हैं।

आज हम आपको बियर शैंपू लगाने के तरीके और इससे मिलने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में…बालों को मजबूत बनाए बालों को मजबूत बनाने के लिए बियर शैंपू बहुत फायदेमंद माना जाता है। आजकल प्रदूषण, धूल और गर्मी के कारण बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं। इस वजह से बाल टूटने झडऩे लग जाट हैं। ऐसे में बियर शैंपू का इस्तेमाल करने से बाल मजबूत बनते हैं। इसमें विटामिन बी12 है जो बालों को मजबूती देता है। अगर आप भी मजबूत बाल चाहते हैं तो बियर शैंपू का इस्तेमाल करें।

रूसी की समस्या दूर करे बालों की रूसी की समस्या में भी आप बियर शैंपू का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन और विटामिन बी पाया जाता है जो रूसी की समस्या को दूर करने में मदद करता है। बियर शैंपू का इस्तेमाल करने से बाल सिल्की और शाइनी बनते हैं।बालों को वॉल्यूम दे अगर आपके बाल पतले हैं तो बालों को वॉल्यूम देने के लिए बियर शैंपू का इस्तेमाल करें। इसके इस्तेमाल से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इससे बाल मजबूत और बाउंसी बनते हैं।

बियर शैंपू में कॉपर, मैग्नीशियम और आयरन जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो बालों को बहुत फायदा पहुंचाते हैं। यदि आपके बाल पतले हैं, तो चिंता न करें! बीयर शैंपू यहां अद्भुत काम करता है। अगर आपको बाहर जाना है और कुछ ग्लैमरस लुक चाहिए, तो बीयर शैम्पू से अपने बालों को शैम्पू करें। बीयर में एक्टिवेटिड यीस्ट होता है जो, रोम से बालों के हर स्ट्रैंड को ऊपर उठाने में मदद करता हैकंडीशनर के तौर पर करें इस्तेमाल आप बियर शैंपू का इस्तेमाल कंडीशनर के तौर पर भी कर सकते हैं।

बियर शैंपू लगाने से बाल सिल्की और मजबूत बनते हैं। इस शैंपू का इस्तेमाल करने के बाद आपको कंडीशनर की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर आप खूबसूरत और शाइनी बाल चाहते हैं तो बियर शैंपू का इस्तेमाल करें।सिर की तैलीय त्वचा से छुटकारा दिलाए बियर में एसिड होता है, जो सिर की तैलीय और ग्रीसी त्वचा से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। ये सिर की त्वचा में तेल के उत्पादन को नियंत्रित करता है और अधिक गंदगी को साफ़ करता है।बालों में चमक लाता हैयदि आपके बाल बेजान हैं, तो आप बीयर शैम्पू का उपयोग करके बहुत खुश होंगी।

इसमें मौजूद विटामिन- बी बालों में शाइन लाता है। बीयर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, जो आपके लॉक्स में चमक जोड़ता है। यह बालों को एक आकर्षक अपील देता है। यदि आपके बाल बहुत शुष्क हैं, तो आप अपने बालों को शैम्पू करने से पहले बियर हेयर मास्क का उपयोग कर सकती हैं।कैसे करें बालों को शैंपूआप अपने बालों को धोने के लिए जिस भी शैंपू का इस्तेमाल करते हैं उससे शैंपू कर लें। लेकिन ऐसा करते समय ध्यान रखें, कि कंडीशनर करने से बचें। बालों को कंडीशनर करने के लिए आप बीयर का इस्तेमाल करने वाले हैं।

शैंपू से अच्छी तरह बालों को धो लेने के बाद फ्लैट बीयर को अपने बालों में डालें और कुछ मिनट तक स्कैल्प पर रहने दें। लगभग 1 मिनट तक हल्के हाथों से बालों की मसाज करें। इसके बाद अपने बाल धो लें। ध्यान रहे, बीयर को पूरी तरह बालों पर से न धोएं, उसकी थोड़ी मात्रा बालों पर शेष रहने दें।

बाद में बालों को सुखा लें। अच्छे रिजल्ट्स के लिए हफ्ते में कम से कम एक बार बालों को बीयर से वॉश करें। (एजेंसी)

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अवनीत कौर की हर दिन बढ़ती जा रही है बोल्डनेस, क्रॉप टॉप में बढ़ाया इंटरनेट का पारा

12.08.2022 – टीवी के बाद बॉलीवुड की ओर रुख करने वाली अवनीत देखते ही देखते सोशल मीडिया सेंसेशन बन चुकी हैं. चाइल्स आर्टिसिस्ट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करने वालीं अवनीत कौर ने बहुत छोटी सी उम्र में एक खास मुकाम हासिल कर लिया है. वह इन दिनों अपने बॉलीवुड डेब्यू को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं.

हालांकि इससे पहले ही उन्होंने अपने बोल्ड लुक्स से लोगों को दीवाना बना दिया है. एक्ट्रेस अपने प्रोजेक्ट्स से ज्यादा लुक्स और स्टाइलिश अंदाज की वजह से चर्चा में रहने लगी हैं. अवनीत कौर सोशल मीडिया सेंसेशन बन चुकी हैंवहीं, दूसरी ओर अवनीत अपने चाहने वालों के साथ जुड़ी रहने के लिए सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं.

आज लोग उनकी एक झलक के लिए बेताब रहते हैं. वह आए दिन अपनी एक से बढ़कर एक तस्वीरें शेयर कर लोगों के होश उड़ा देती हैं. अब एक बार फिर से अवनीत ने अपने नए अवतार से इंटरनेट का पारा बढ़ा दिया है. इंस्टाग्राम पर शेयर की गई तस्वीरों में अवनीत व्हाइट क्रॉप टॉप और पैंट पहने दिखाई दे रही हैं. इस लुक में वह इतनी बोल्ड लग रही हैं

उन पर से लोगों के लिए नजरें हटाना मुश्किल हो गया है.ग्लैमरस लुक को कंप्लीट करने के लिए अवनीत ने लाइट मेकअप किया है और बन बनाया है. यहां वह कैमरे के सामने अलग-अलग अदाएं दिखा रही हैं. इस नए लुक में अवतार काफी हॉट दिख रही हैं. फैंस उनके इस लुक की तारीफें करने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं.

दूसरी ओर अवनीत के वर्क फ्रंट की बात करें तो वह जल्द ही कंगना रनौत के प्रोडक्शन में बनी फिल्म टीकू वेड्स शेरू में नजर आएंगी. इस फिल्म में अवनीत को नवाजुद्दीन सिद्दीकि के साथ लीड रोल में देखा जाने वाला है. (एजेंसी)

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फुर्तीला’ के साथ अमायरा दस्तूर पंजाबी फिल्मों में अपने धमाकेदार डेब्यू के लिए हैं तैयार

12.08.2022 – अदाकारा अमायरा दस्तूर हिंदी, तमिल और तेलुगु फिल्मों में खुद को साबित कर चुकी हैं। अब अमायरा अपनी अपकमिंग फिल्म फुर्तीला’ के साथ पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में धूम मचाने के लिए तैयार हैं। इस फिल्म में अमायरा के साथ जस्सी गिल नजर आएंगे। इस फिल्म का निर्देशन अमर हुंदल कर रहे हैं।

कह सकते हैं कि इस बहुप्रतीक्षित फिल्म के जरिए अमायरा ने अपने पैन इंडिया स्टार बनने के लक्ष्य की तरफ एक और कदम बढ़ा लिया है। अमायरा दस्तूर कहती हैं भाषाई बंदिशों से बाहर निकलने का मौका कलाकारों को अपनी अभिनय कला कौशल के बदौलत मुकाम हासिल करने में काफी मदद करता है।

मेरे लिए यह सुनहरा मौका है। लोग अब क्षेत्र के बाहर से किसी के साथ सहयोग करने को तैयार हैं, जैसे कि मैं, जो पंजाबी नहीं बोलती लेकिन एक पंजाबी फिल्म पर काम कर रही हूँ।

ऐसे में अब सभी को अमायरा दस्तूर की पंजाबी फिल्म का इंतजार है। (एजेंसी)

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धनखड़ की जीत : जगदीप धनखड़ उप-राष्ट्रपति तो बन गए हैं

वेद प्रताप वैदिक – जगदीप धनखड़ उप-राष्ट्रपति तो बन गए हैं लेकिन उनके चुनाव ने देश की भावी राजनीति के अस्पष्ट पहलुओं को भी स्पष्ट कर दिया है। सबसे पहली बात तो यह कि उन्हें प्रचंड बहुमत मिला है। उन्हें कुल 528 वोट मिले और मार्गेट अल्वा को सिर्फ 182 वोट याने उन्हें लगभग ढाई-तीन गुने ज्यादा वोट! भाजपा के पास इतने सांसद तो दोनों सदनों में नहीं हैं। फिर कैसे मिले इतने वोट? जो वोट तृणमूल कांग्रेस के धनखड़ के खिलाफ पडऩे थे, वे नहीं पड़े। वे वोट तटस्थ रहे।

इसका कोई कारण आज तक बताया नहीं गया। धनखड़ ने राज्यपाल के तौर पर मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी की जैसी खाट खड़ी की, वैसी किसी मुख्यमंत्री की क्या किसी राज्यपाल ने आज तक की है? इसी कारण भाजपा के विधायकों की संख्या बंगाल में 3 से 73 हो गई। इसके बावजूद ममता के सांसदों ने धनखड़ को हराने की कोशिश बिल्कुल नहीं की। इसका मुख्य कारण मुझे यह लगता है कि ममता कांग्रेस के उम्मीदवार के समर्थक के तौर पर बंगाल में दिखाई नहीं पडऩा चाहती थीं।

इसका गहरा और दूरगामी अर्थ यह हुआ कि विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस को ममता नेता की भूमिका नहीं देना चाहती हैं याने विपक्ष का भाजपा-विरोधी गठबंधन अब धराशायी हो गया है। कई विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने भी धनखड़ का समर्थन किया है। हालांकि राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति का पद पार्टीमुक्त होता है लेकिन धनखड़ का व्यक्तित्व ऐसा है कि उसे भाजपा के बाहर के सांसदों ने भी पसंद किया है, क्योंकि वी. पी. सिंह की सरकार में वे मंत्री रहे हैं, कांग्रेस में रहे हैं और भाजपा में भी रहे हैं। उनके मित्रों का फैलाव कम्युनिस्ट पार्टियों और प्रांतीय पार्टियों में भी रहा है।

वे एक साधारण किसान परिवार में पैदा होकर अपनी गुणवत्ता के बल पर देश के उच्चतम पदों तक पहुंचे हैं। ममता बनर्जी के साथ उनकी खींच-तान काफी चर्चा का विषय बनी रही लेकिन वे स्वभाव से विनम्र और सर्वसमावेशी हैं। हमारी राज्यसभा को ऐसा ही सभापति आजकल चाहिए, क्योंकि उसमें विपक्ष का बहुमत है और उसके कारण इतना हंगामा होता रहता है कि या तो किसी भी विधेयक पर सांगोपांग बहस हो ही नहीं पाती है या फिर सदन की कार्रवाई स्थगित हो जाती है।

उप-राष्ट्रपति की शपथ लेने के बाद इस सत्र के अंतिम दो दिन की अध्यक्षता वे ही करेंगे। वे काफी अनुशासनप्रिय व्यक्ति हैं लेकिन अब वे अपने पद की गरिमा का ध्यान रखते हुए पक्ष और विपक्ष में सदन के अंदर और बाहर तालमेल बिठाने की पूरी कोशिश करेंगे ताकि भारत की राज्यसभा, जो कि उच्च सदन कहलाती है, वह अपने कर्तव्य और मर्यादा का पालन कर सके। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ को अब शायद विपक्षी सांसदों को मुअत्तिल करने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

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आज का राशिफल

मेष

आप खेलकूद में हिस्सा ले सकते हैं, जो आपको तंदुरुस्त बनाए रखेगा। इस राशि के कुछ बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी। ऐसा कोई जिसके साथ आप रहते हैं। आज आपके किसी काम की वजह से बहुत झुंझलाहट महसूस करेगा।
वृष। कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। हिम्मत न हारें और इच्छित फल पाने के लिए कड़ी मेहनत करें। इन नाकामियों को तरक्की का आधार बनाएं। मुश्किल घड़ी में रिश्तेदार भी काम आएंगे। आपका जीवनसाथी आपसे नाराज हो सकता है, क्योंकि आप उनसे कोई बात साझा करना भूल गए थे।

मिथुन

स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत अच्छा दिन है। आपकी ख़ुशमिजाजी ही आत्मविश्वास में बढ़ोतरी करेगी। अगर आप छात्र हैं और विदेशों में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, तो घर की आर्थिक तंगी आज आपके माथे पर शिकन ला सकती है। ऐसे कामों में सहभागिता करने के लिए अच्छा समय है, जिसमें युवा लोग जुड़े हों। आपको कुछ सबसे बढिय़ा अवसर नए लोगों के माध्य से मिलेंगे।

कर्क

ख़ुद को ज़्यादा आशावादी बनने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिफऱ् आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्यालु और नफरत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। दिन के दूसरे हिस्से में आर्थिक तौर पर फायदा होगा। जो लोग आपके लिए सबसे ज़्यादा अहमियत रखते हैं, उन्हें अपनी बात समझाने में आप खासी दिक्कत महसूस करेंगे।

सिंह

परिवार के इलाज से जुड़े खर्चों में इजाफे को नकारा नहीं जा सकता है। जो लोग लघु उद्योग करते हैं उन्हें आज के दिन अपने किसी करीबी की कोई सलाह मिल सकती है जिससे आर्थिक लाभ होने की संभावना है। अचानक आयी जि़म्मेदारी आपकी दिन की योजनाओं में बाधा डाल सकती है।

कन्या

अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा चिंता न करें, क्योंकि इससे आपकी बीमारी और बिगड़ सकती है। कुछ जरूरी योजनाएं क्रियान्वित होंगी और ताजा आर्थिक मुनाफा पहुंचाएंगी। बच्चे भले ही आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हों, लेकिन साथ ही ख़ुशियों की वजह भी साबित होते हैं।

तुला 

अपनी ऊर्जा को व्यक्तित्व विकास के काम में लगाएं, जिससे आप और भी बेहतर बन सकें। विदेशों में पड़ी आपकी जमीन आज अच्छे दामों में बिक सकती है जिससे आपको मुनाफा होगा। नए पारिवारिक व्यवसाय को शुरू करने के लिए शुभ दिन है।

वृश्चिक

कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों का दबाव और घर में अनबन के चलते आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है, जो काम में आपकी एकाग्रता को भंग करेगा। घर की छोटी-छोटी चीजों पर आपका बहुत धन खराब हो सकता है।

धनु आपका प्रबल आत्मविश्वास और आज के दिन का आसान कामकाज मिलकर आपको आराम के लिए काफी वक्त देंगे। निवेश करना कई बार आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है, आज आपको यह बात समझ में आ सकती है क्योंकि किसी पुराने निवेश से आज आपको मुनाफा हो सकता है।

मकर

ख़ुद को सुकून में और जिंदगी का लुत्फ उठाने के लिए सही मनोदशा में पाएंगे। दीर्घावधि मुनाफे के नजरिए से स्टॉक और म्यूचुअल फंड में निवेश करना फायदेमंद रहेगा। माता-पिता की तबीयत में सुधार होगा

कुम्भ

बच्चों के साथ खेलना बहुत अच्छा और सुकून देने वाला अनुभव रहेगा। आपके मन में जल्दी पैसे कमाने की तीव्र इच्छा पैसा होगी। बढिय़ा दिन है जब आप सबके ध्यान को अपनी तरफ़ खींचेंगे। आपके सामने चुनने के लिए कई चीजे होंगी ।

मीन

आपको काफी समय से चल रही बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। आज कोई लेनदार आपके दरवाजे पर आ सकता है और आपसे पैसे उधार मांग सकता है। उन्हें पैसे लौटाकर आप आर्थिक तंगी में आ सकते हैं।

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चीन की नापाक चाल, यूएन में जैश आतंकी के खिलाफ प्रतिबंध लगाने वाले भारत-यूएस के प्रस्ताव पर लगाया अड़ंगा

बीजिंग ,11 अगस्त (एजेंसी) । चीन ने संयुक्त राज्य सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह में एक शीर्ष कमांडर पर प्रतिबंध लगाने के लिए अमेरिका और भारत के प्रस्ताव में देरी करने के लिए अड़ंगा लगा दिया है। भारत और अमेरिका चाहते थे कि अब्दुल रऊफ अजहर पर वैश्विक यात्रा प्रतिबंध लगाया जाए और उसकी संपत्ति फ्रीज कर दी जाए। इस तरह के कदम पर सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के सभी 15 सदस्यों की सहमति होनी चाहिए।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र में चीन के मिशन के एक प्रवक्ता ने कहा कि ‘हमने मामले का अध्ययन करने के लिए और अधिक समय की जरूरत होने के कारण रोक लगाई है। संयुक्त राष्ट्र समिति के दिशा-निर्देशों के मुताबिक ऐसे मामलों में समय दिया जाता है। समिति के सदस्यों द्वारा किए गए अनुरोधों पर इसी तरह कई बार समय दिया गया है।

अमेरिकी वित्त विभाग ने 2010 में आतंकी अजहर को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने और भारत में आत्मघाती हमले कराने का आरोप लगाया था। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन के एक प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि अमेरिका अन्य देशों का सम्मान करता है। फिर भी यह साबित करने की जरूरत है कि एक प्रतिबंध प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र में सूची के नियमों के हिसाब से अमली जामा पहनाया जाता है।

प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका अपने सुरक्षा परिषद के भागीदारों के साथ सहयोग को महत्व देता है जिससे अपने गलत कामों से वैश्विक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की आतंकवादियों की कोशिशों को रोकने के लिए प्रतिबंध के इस उपाय का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सके।

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शशि थरूर को मिलेगा फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

नईदिल्ली,11 अगस्त (आरएनएस/FJ)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर को फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘शेवेलेयर दी ला लीजन दी ऑनर’ से सम्मानित किया जाएगा।

कई दलों के नेताओं ने थरूर को इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए बधाई दी।

फ्रांस की सरकार थरूर के लेखन और भाषणों के चलते उन्हें इस सम्मान से नवाज रही है। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनेन ने थरूर को लिखित रूप से इस सम्मान के बारे में सूचित किया है।

थरूर ने ट्वीट किया, फ्रांस के साथ रिश्तों को महत्व देने वाले, भाषा से प्यार करने वाले और संस्कृति की प्रशंसा करने वाले व्यक्ति के रूप में मैं इस तरह से सम्मान दिए जाने को लेकर गौरवान्वित महसूस करता हूं। मैं उन लोगों का आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने मुझे इस सम्मान के लायक समझा।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, सांसद मोहम्मद जावेद और कई अन्य नेताओं ने थरूर को बधाई दी।

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जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आत्मघाती हमला विफल, 2 आतंकी ढेर, 3 सैनिक शहीद

जम्मू ,11 अगस्त (आरएनएस/FJ)। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में गुरुवार को सेना की सतर्क टुकडिय़ों ने एक आतंकवादी फिदायीन (आत्मघाती) हमले को नाकाम कर दिया, जिसमें दो आतंकवादी ढेर हो गए वहीं तीन जवान शहीद हो गए।

आतंकवादियों ने आज तड़के राजौरी जिले के दरहल इलाके में बुद्ध कनाडी के पास परगल में सेना के शिविर की बाड़ को पार करने की कोशिश की।

ड्यूटी पर तैनात जवानों ने घुसपैठियों को चुनौती दी और दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई।

दो घुसपैठ करने वाले आतंकवादी मारे गए हैं। इस ऑपरेशन के दौरान सेना के तीन जवानों को भी ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ी।

वही सूत्रों ने कहा कि यह आतंकवादियों द्वारा किया गया एक फिदायीन (आत्मघाती) हमला था, जिसे नाकाम कर दिया गया।
इलाके की तलाशी के लिए अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है।

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कोयला घोटाला: ED ने बंगाल के 8 IAS अधिकारियों को किया तलब

*पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया*

कोलकाता 11 Aug. (Rns/FJ): कोयला घोटाला : पश्चिम बंगाल से भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के आठ अधिकारियों को 21 अगस्त से 31 अगस्त के बीच नई दिल्ली में पूछताछ के लिए बुलाने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने राज्य से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के आठ अधिकारियों को भी तलब किया है।

सूत्रों के अनुसार, एजेंसी ने आईपीएस अधिकारी ज्ञानवंत को 22 अगस्त, कोटेश्वर राय को 23 अगस्त, श्याम सिंह को 24 अगस्त, सेल्वा मुरुगन को 25 अगस्त, राजीव मिश्रा को 26 अगस्त, सुकेश जैन को 29 अगस्त, तथागत बसु को 30 अगस्त और भास्कर मुखर्जी को 31 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया है। इन आठों अधिकारियों को 21 अगस्त से 31 अगस्त के बीच नई दिल्ली में ईडी के मुख्यालय में मौजूद रहने को कहा गया है।

ईडी के अधिकारी ने बताया, इन आईपीएस अधिकारियों ने कोयला तस्करी मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस बात के सबूत हैं कि इन अधिकारियों को घोटाले से फायदा मिला। ये सभी उन इलाकों में तैनात थे, जहां तस्करी हुई। ईडी ने पिछले साल भी इन आठ में से सात अधिकारियों को तलब किया था।

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टी सीरीज फिल्म्स प्रोडक्शन की फिल्म ‘धोखा- राउंड डी कॉर्नर’ का टीजर जारी

11.08.2022 – टी सीरीज फिल्म्स प्रोडक्शन  के बैनर तले भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, धर्मेंद्र शर्मा और विक्रांत शर्मा द्वारा निर्मित। फिल्म ‘धोखा- राउंड डी कॉर्नर’ का टीजर जारी कर दिया गया है। मेकर्स ने इस फिल्म का दिलचस्प टीजर थिएटर्स में रिलीज किया  है। ‘धोखा – राउंड डी कॉर्नर’  डायनेमिक विजन के साथ बनाई गई एक बहु दृष्टिकोण वाली ऐसी फिल्म है, जो एक अरबन कपल की एक दिन की जिंदगी पर आधारित है।

बॉलीवुड के चर्चित निर्देशक कूकी गुलाटी के निर्देशन में बनी इस फिल्म के टीजर को आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के साथ सिनेमाघरों में दिखाया जा रहा है। बता दें, बॉलीवुड में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी फिल्म के टीजर को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जारी करने बजाए थिएटर्स में लॉन्च किया गया है।

फिल्म के मेकर्स ने ऐसा सिर्फ फिल्म में दर्शकों की दिलचस्पी को बढ़ाने के लिए किया है जिसका सीधा मतलब ये है कि फैन्स को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वर्ल्डवाइड इस हाई ऑक्टेन टीजर को देखने के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा।

खास बात यह भी है कि फिल्म की टीम ने सिनेमाघरों में वापसी करने के साथ खड़े होने और इंडस्ट्री का समर्थन करने के प्रयास में यह फैसला लिया है और यह वास्तव में कुछ ऐसा है जो पहले किसी दूसरी बॉलीवुड फिल्म ने नहीं किया है।

आर माधवन, अपारशक्ति खुराना, खुशाली कुमार और दर्शन कुमार स्टारर यह फिल्म 23 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। ये एक सस्पेंस ड्रामा फिल्म है और इस फिल्म से खुशहाली कुमार अपना  बॉलीवुड डेब्यू कर रही हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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संस्कृत दिवस पर विशेष : संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है

*विश्व की पहली वैज्ञानिक भाषा संस्कृत*

ललित चतुर्वेदी – संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम् द्वारा राज्य स्तर पर सप्ताह का आयोजन रक्षाबंधन के 3 दिन पूर्व और 3 दिवस बाद तक किया जाता है। विभिन्न जयंतियों – वाल्मिकि जयंती, कालीदास जयंती, गीता जयंती, गुरू पूर्णिमा का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के विद्यालयों की सक्रिय सहभागिता रहती है। संस्कृत दिवस के दिन वेद शास्त्रों की पूजा एवं महत्ता पर चर्चा एवं विद्वत्संगोष्ठी का आयोजन किया जाता है।

भारत की प्राचीनतम भाषा संस्कृत में भारत का सर्वस्व संन्निहित है। देश के गौरवमय अतीत को हम संस्कृत के द्वारा ही जान सकते हैं। संस्कृत भाषा का शब्द भण्डार विपुल है। यह भारत ही नहीं अपितु विश्व की समृद्ध एवं सम्पन्न भाषा है। भारत का समूचा इतिहास संस्कृत वाड्मय से भरा पड़ा है। आज प्रत्येक भारतवासी के लिए विशेषकर भावी पीढ़ी के लिए संस्कृत का ज्ञान बहुत ही आवश्यक है।

संस्कृत भाषा ने अपनी विशिष्ट वैज्ञानिकता के कारण भारतीय विरासत को सहेजकर रखने में अपना अप्रतिम योगदान दिया है। संस्कृत ऐसी विलक्षण भाषा है जो श्रुति एवं स्मृति में सदैव अविस्मरणीय है। अतिप्राचीन काल में संरक्षित-संग्रहित भारत की यह विपुल ग्रंथ सम्पदा संस्कृत के कारण ही सुरक्षित रही है। संस्कृत की महत्ता को सम्पूर्ण विश्व ने स्वीकारा है। संस्कृत को भारतीय शिक्षा में अनिवार्य करना आवश्यक है। शिक्षा में इसकी अनिवार्यता को लेकर केन्द्रीय संस्कृत आयोग ने 1959 में – माध्यमिक स्कूलों में संस्कृत को अनिवार्य शिक्षा करने के साथ मातृभाषा तथा क्षेत्रीय भाषा पढ़ाई जाने की अनुसंशा की। संस्कृत शाला एवं संस्कृत महाविद्यालय प्रारंभ करने के लिए शासन द्वारा 90 प्रतिशत की छूट भी प्रदान की गई है।

संस्कृत परिष्कृत, संस्कारित एवं वैज्ञानिक भाषा है। आदिकाल से वेद, रामायण, महाभारत सहित विशिष्ट विषयों को भारतीय मस्तिष्क में संस्कृत के संबल पर सहेज कर रखा है। वेद, रामायण, महाभारत आदि ग्रंथ श्रुति एवं स्मृति परिचारों में सुरक्षित रखते हुए आज लिपिबद्ध रूप में गोचर हो रहे हैं। इससे बड़ा प्रमाण कोई नहीं हो सकता।

संस्कृत भाषा का अपना एक वैज्ञानिक महत्व है। नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार संस्कृत एक सम्पूर्ण वैज्ञानिक भाषा है। प्राचीन भारत में बोल-चाल की भाषा में संस्कृत का ही उपयोग किया जाता था। इससे नागरिक अधिक और मानसिक रूप से अधिक संतुलित रहा करते थे। संस्कृत के मंत्रों का उच्चारण करते समय मानव स्वास्थ्य पर विशेष प्रभाव पड़ता है। मंत्रोच्चार के समय वाइब्रेशन से शरीर के चक्र जागृत होते हैं और मानव का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। बहुत सी विदेशी भाषाएं भी संस्कृत से जन्मी हैं। फ्रेंच, अंग्रेजी के मूल में संस्कृत निहित है। संस्कृत में सबसे महत्वपूर्ण शब्द ‘ऊँÓ अस्तित्व की आवाज और आंतरिक चेतना एवं ब्रम्हाण्ड का स्वर है। प्राचीन धरोहर की खोज करने का मुख्य मापदण्ड संस्कृत है। संस्कृत की महत्ता को देखते हुए जर्मनी में 14 से अधिक विश्व विद्यालयों में संस्कृत का अध्ययन कराया जाता है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि हमारे वेद पुराण और गीता आदि संस्कृत में लिखे गए हैं। हमें अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए। संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य शासन द्वारा हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार के प्रयास से संस्कृत शिक्षा की प्रगति हो रही है। संस्कृत अध्ययन प्रोत्साहन राशि संस्कृत शालाओं में पढऩे वाले उत्तर मध्यमा स्कूल प्रथम वर्ष कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों को दी गई। इससे कक्षा पहली, छठवीं और 9वीं को दी गई थी। गैर अनुदान प्राप्त संस्कृत शालाओं को स्तरवार वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस वर्ष से गैर अनुदान प्राप्त विद्यालयों को उनके प्रत्येक स्तर को जोड़ते हुए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।

प्रवेशिका प्राथमिक स्तर को 10 हजार रूपए प्रतिवर्ष, प्रथमा मिडिल स्तर को 20 हजार रूपए प्रतिवर्ष, पूर्व मध्यमा प्रथम एवं उत्तर मध्यमा प्रथम (हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी) को 40 हजार रूपए प्रतिवर्ष की दर से राशि प्रदान की जाती है। केन्द्रीय जेल रायपुर में संस्कृत पाठशाला संचालित की जा रही है और विगत तीन वर्षों से अम्बिकापुर में भी संस्कृत पाठशाला संचालित हो रही है। पन्द्रह वर्ष बाद संस्कृत उत्तर मध्यमा कक्षा को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा कक्षा 12वीं के समकक्ष मान्यता प्रदान की गई।

भारतीय विरासत के संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिग्दर्शन में आयुर्वेद, योग, प्रवचन, वेद, ज्योतिष जैसे संस्कृत के वैज्ञानिक विषयों का अध्ययन-अध्यापन संस्कृत पाठशालाओं में किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की संस्कृत पाठशालाओं में पढऩे वाले विद्यार्थियों को संस्कृत में शास्त्रों के अध्ययन के साथ-साथ आधुनिक विषयों जैसे गणित, विज्ञान, वाणिज्य आदि का समन्वित ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं। प्रदेश में संस्कृत पढऩे वाले विद्यार्थी किसी भी क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करने में समर्थ हैं।

प्रदेश में संस्कृत का अतीत समृद्ध है। यहां बलौदाबाजार में तुरतुरिया महर्षि वाल्मीकि और सरगुजा जिले के उदयपुर में रामगढ़ की पहाडिय़ां महाकवि कालीदास का क्षेत्र माना जाता है। प्रदेश रामायणकालीन एवं महाभारतकालीन धरमकर्मों से जुड़ा हुआ है। यहां का बड़ा भू-भाग दण्डकारण्य क्षेत्र में आता है, जो ऋषियों का क्षेत्र कहा गया है।

छत्तीसगढ़ वासियों का आचार-विचार, व्यवहार और संस्कार संस्कृत से पुरित हैं।

प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री एवं अध्यक्ष छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम् डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम संस्कृत के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत् है। राज्य के पांच जिलों में संचालित आठ शासकीय अनुदान प्राप्त विद्यालयों को शासन के द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। इनमें रायपुर के गोलबाजार में संचालित श्रीराम चन्द्र संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बिलासपुर में निवास संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रायगढ़ जिले के लैलुंगा में रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत पूर्व माध्यमिक विद्यालय, रायगढ़ के गहिरा में रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत पूर्व माध्यमिक विद्यालय और गहिरा में ही रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, जशपुर जिले दुर्गापारा में रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सामरबार और रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत पूर्व माध्यमिक विद्यालय सामरबार, बलरामपुर जिले के जवाहर नगर में रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय श्रीकोट शामिल हैं। प्रदेश में एक शासकीय संस्कृत विद्यालय गरियाबंद जिले के राजिम में संचालित है।

(लेखक उप संचालक हैं)

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