देलवाड़ा जैन मंदिर की शिल्पकला मुझे जीवन भर प्रेरित करेगी: लेखी

सिरोही 12 Sep. (Rns/FJ): केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि विश्व विख्यात देलवाड़ा जैन मंदिर भारत की सनातन परम्परा और आत्म अनुशासन की शिक्षा प्रतिनिधित्व करता है। ब्रह्मकुमारीज संस्थान में आयोजित वैश्विक शिखर सम्मेलन में भाग लेने आई श्रीमती लेखी ने रविवार को यहां देलवाड़ा जैन मंदिर में दर्शन पूजन किया।

इस अवसर पर श्रीमती लेखी ने विजिट बुक में लिखा “मैंने किताबों में जो देखा और मंदिर के बारे में पढ़ा वह मुझे दिलवाड़ा जैन मंदिर ले आया। लेकिन जो मैंने देखा है वह मुझे जीवन भर प्रेरित करेगा। यह मंदिर भारत की सनातन परम्परा और आत्म अनुशासन की शिक्षा प्रतिनिधित्व करता है”।

.. मैं जैन कुल में पैदा नहीं हुई लेकिन मैं जैन धर्म का पालन करती हूँ।..उन्होंने लिखा कि हमारे पूर्वजों की क्षमताओं, कला, शिल्प ,संगीत और नृत्य में महानता एक स्मृति और मेरी श्रद्धांजलि है जिन्होंने इस खूबसूरत मंदिर को बनाया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री का देलवाड़ा ट्रूस्ट की ओर से स्वागत किया गया। शिल्पकला को देखकर श्रीमती लेखी बहुत अभिभूत हुई और बहुत बारीकी से शिल्पकला को निहारा।

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