इंडिया गेट के पास लगे संकेतक बोर्ड से राजपथ का नाम हटाया गया

नईदिल्ली,11 सितंबर (आरएनएस/FJ)। दिल्ली में राजपथ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ किये जाने के बाद इंडिया गेट के आसपास लगे संकेतक बोर्ड से राजपथ का नाम हटा दिया गया है।

नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) द्वारा हाल ही में सात सितंबर की विशेष बैठक में ऐतिहासिक सड़क का नाम बदलने को मंजूरी देने का नोटिस जारी करने के बाद यह कदम उठाया गया है।

इंडिया गेट के चारों ओर हरे रंग की पृष्ठभूमि और सफेद अक्षरों वाले संकेतक बोर्ड स्टील के खंभे पर लगाए गए हैं। शुक्रवार रात एक खंभे पर दो मार्ग- शेर शाह सुरी मार्ग और डा. जाकिर हुसैन मार्ग के नाम थे, जबकि राजपथ का नाम हटा दिया गया था। साथ ही अन्य बोर्ड से भी राजपथ का नाम हटा दिया गया था।

एनडीएमसी के सूत्रों ने कहा कि संकेतक बोर्ड से राजपथ को हटाने का काम पुनर्विकास परियोजना पर काम कर रहे प्राधिकारियों द्वारा आधिकारिक मंजूरी के बाद किया जा रहा है। इसे बदलकर कर्तव्य पथ किया जाएगा।
नये नाम ‘कर्तव्य पथ’ वाले बड़े संकेतक बोर्ड सड़कों पर लगाए गए हैं। कई युवा कर्तव्य पथ वाले नये संकेतक बोर्ड के साथ सेल्फी लेते देखे गए।

एक अधिकारी ने कहा, पुराने राजपथ पर कर्तव्य पथ (चार भाषाओं में) वाले ये नये हरे बोर्ड सेंट्रल विस्टा परियोजना के अधिकारियों द्वारा एक ‘थीम’ के अनुरूप लगाए गए हैं।

अंग्रेजों के शासन के दौरान राजपथ को किंग्सवे के नाम से जाना जाता था, जबकि जनपथ को क्वींसवे के नाम से जाना जाता था। आजादी के तुरंत बाद दोनों ऐतिहासिक सड़कों का नाम बदल दिया गया था।

केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने सात सितंबर को कहा था, आजादी के 75 साल बाद, ऐसा महसूस किया गया है कि राजपथ का नाम लोकतंत्र के मूल्यों और सिद्धांतों एवं एक समकालीन नये भारत के अनुरूप बदलने की जरूरत है। ‘कर्तव्य पथ’ उन सभी को भी प्रेरित करेगा जो देश, समाज और अपने परिवारों के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए सड़क पर जाते हैं या उसे पार करते हैं।

लेखी एनडीएमसी की सदस्य भी हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ सितंबर को कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया था और इसे नौ सितंबर से जनता के लिए खोल दिया गया था। उन्होंने लोगों से इसके साथ सेल्फी लेने और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड करने का आग्रह किया था।

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