भारतीय टीम के लेग स्पिनर का बड़ा फैसला

*अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास का किया ऐलान*

नई दिल्ली ,29 अगस्त (एजेंसी)। टीम इंडिया के लेग स्पिनर राहुल शर्मा ने खेल के सभी प्रारूपों से सन्यास लेने की घोषणा की। पंजाब के रहने वाले राहुल ने 2011 में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था, और वह भारत के लिये चार एकदिवसीय और दो टी20 मुकाबले खेल चुके हैं। राहुल अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद अब रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ में नजऱ आयेंगे।

राहुल ने सन्यास की घोषणा करते हुए कहा, यह मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने सबसे ऊंचे स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। मुझे इस परिवार में जगह देने के लिये बीसीसीआई का धन्यवाद। देश के लिये खेलना किसी भी खिलाड़ी का मूल लक्ष्य होता है। मैं खुश हूं कि मैं यह उपलब्धि हासिल कर सका।

उन्होंने कहा, भारतीय टीम की नीली जर्सी पहनना मेरे लिये सबसे यादगार क्षण था। मैं हमेशा इस याद को संजोकर रखूंगा। गौतम गंभीर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, सुरेश रैना, रोहित शर्मा, विराट कोहली और सभी खिलाडिय़ों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना मेरा सौभाग्य था।

राहुल ने अपने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शुरुआत साल 2010 में डेक्कन चार्जर्स की ओर से खेलते हुए की थी। वह उस समय बेल्स पाल्सी नामक बीमारी से जूझ रहे थे, जिसमें चेहरे की मांसपेशियां अस्थायी रूप से कमज़ोर हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि डेक्कन चार्जर्स में उनके तत्कालीन कप्तान एडम गिलक्रिस्ट ने उनकी सहायता की और उन्हें खेलते रहने के लिये प्रेरित किया।

राहुल आगे चलकर आईपीएल में पुणे वॉरियर्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और चेन्नई के लिये भी खेले। उन्होंने आईपीएल करियर में 44 मैच खेलते हुए 27.15 की औसत और 7.02 की इकॉनमी से 40 विकेट लिये। राहुल ने कहा कि अब वह अपनी ‘नयी पारी के लिये तैयार हैं’और जल्द ही रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ में नजऱ आयेंगे। यह टूर्नामेंट 10 सितंबर से शुरू होगा जहां राहुल इंडियन लेजेंड्स की ओर से खेलते हुए नजऱ आयेंगे।

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मोदी ने एशिया कप में जीत पर भारतीय क्रिकेट टीम को दी बधाई

नयी दिल्ली ,29 अगस्त (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए एशिया कप 2022 क्रिकेट मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार जीत पर भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई दी है।

श्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, टीमइंडिया ने आज के एशियाकप 2022 मैच में शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया। टीम ने शानदार कौशल और धैर्य का प्रदर्शन किया है। उन्हें जीत की बधाई।

भारत ने आज एशिया कप 2022 के इस मुकाबले में हार्दिक पांड्या के 33 रन पर तीन विकट के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत पाकिस्तान को पांच विकेट से मात दी। भारत ने 148 रन का लक्ष्य दो गेंदे शेष रहते ही हासिल कर लिया।

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आखिरी ओवर में 15 रन भी चाहिये होते तो मैं कर सकता था : पांड्या

दुबई ,29 अगस्त (एजेंसी)। भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज़ और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने एशिया कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाने के बाद कहा कि अगर टीम को अंतिम ओवर में 15 रन भी चाहिये होते तो वह सफलतापूर्वक लक्ष्य तक पहुंच सकते थे।

गेंद से तीन विकेट झटकने के बाद 33(17) रन की पारी खेलकर मैन ऑफ द मैच चुने गये पांड्या ने कहा, गेंदबाजी में ज़रूरी है कि आप स्थिति का आंकलन करें और अपने मज़बूत पहलुओं का इस्तेमाल करें। छोटी गेंद और अच्छी लेंथ की गेंद मेरी मज़बूती रहे हैं। आपको इन्हें ठीक तरह से प्रयोग करते हुए बल्लेबाज़ से गलती करवानी होती है।

उन्होंने कहा, इस तरह की चेज़ में आप हमेशा ओवर-दर-ओवर योजना बनाते हैं। मुझे पता था कि अभी एक युवा गेंदबाज और एक बाएं हाथ का स्पिनर बाकी है। हमें आखिरी ओवर में सिर्फ सात रन चाहिये थे लेकिन अगर 15 रन भी चाहिये होते तो मेरे अनुसार मैं सफलतापूर्वक लक्ष्य को हासिल कर सकता था।

पाकिस्तान ने भारत को 20 ओवर में 148 रन का लक्ष्य दिया था जिसे रोहित शर्मा की टीम ने पांच विकेट के नुकसान पर हासिल किया। पांड्या जब क्रीज़ पर आये थे तब भारत 14.2 ओवर में 89 रन पर चार विकेट गंवा चुका था, लेकिन पांड्या ने 194.12 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 19.4 ओवर में ही टीम को जीत दिलायी।

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भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से मात दी

दुबई ,29 अगस्त (एजेंसी)। भारत ने हार्दिक पांड्या (तीन विकेट, 33 रन) के हरफनमौला खेल की बदौलत पाकिस्तान को एशिया कप 2022 में रविवार को पांच विकेट से मात दी।

पाकिस्तान ने भारत को 20 ओवर में 148 रन का लक्ष्य दिया था, जिसे रोहित शर्मा की टीम ने दो गेंदें रहते ही हासिल कर लिया। पाकिस्तान ने 308 दिन पहले टी20 विश्व कप में भारत को इसी मैदान पर हराया था मगर भारत ने अतीत को पीछे छोड़ते हुए पाकिस्तान को इस बार पछाड़ा।

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डिज़्नी स्टार 2027 तक भारत में क्रिकेट का करेगा प्रसारण

दुबई ,28 अगस्त(एजेंसी)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने घोषणा की कि डिज्नी स्टार अगले चार वर्षों के लिए भारत में होने वाली सभी प्रतियोगिता पुरुषों और महिलाओं दोनों की वैश्विक आयोजनों के टीवी और डिजिटल अधिकार जीते हैं।

आईसीसी के अध्यक्ष ग्रेग बार्कले ने बताया कि डिज्नी स्टार ने एकल दौर की सीलबंद बोली प्रक्रिया के बाद यह जीत हासिल की है। उन्होंने कहा,हमें अगले चार वर्षों तक डिज्नी स्टार के साथ साझेदारी करते हुए खुशी हो रही है और वे हमारे खेल के भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और पहले से कहीं अधिक प्रशंसकों से जुड़ेंगे और जुड़ेंगे।

डिज्नी स्टार के कंट्री मैनेजर और अध्यक्ष माधवन ने कहा कि आईसीसी के साथ अपने जुड़ाव को जारी रखने में सक्षम होने पर प्रसन्न हैं और आने वाले वर्षों में क्रिकेट के खेल को बढ़ाकर अपनी साझेदारी को मजबूत करने की आशा करते हैं।

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अभिषेक, कार्तिक होंगे यूपी मैराथन के खास आकर्षण

लखनऊ ,28 अगस्त (एजेंसी)। अंतरराष्ट्रीय धावक अभिषेक पाल, कार्तिक कुमार और मान सिंह रविवार को यहां 1090 चौराहा से होने वाली यूपी सुविधा मैराथन के खास आकर्षण होंगे। इस दौड़ में हिस्सा लेने के लिए हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बंगाल, उत्तर प्रदेश से करीब एक हजार एथलीट पहुंचे हैं। दौड़ में विजेताओं को सात लाख रूपये के नगर पुरस्कार दिए जाएंगे। दौड़ 1090 चौराहे से सुबह 5.30 बजे शुरू होगी।
महिला एवं पुरुषों की हाफ मैराथन 21 किलोमीटर की होगी । वहीं पुरुषों की क्रासकंट्री 10 और महिलाओं की क्रासकंट्री छह किलोमीटर की होगी। इसके अलावा तीन किलोमीटर की सेलेब्रेटी रन होगी। हाफ मैराथन के विजेता महिला एवं पुरुष एथलीटों को एक-एक लाख रूपये, द्वितीय स्थान पर रहने वाले एथलीटों को 75-75 हजार रूपये और तीसरे स्थान पर रहने वाले एथलीटों को 50-50 लाख रूपये के नगद पुरस्कार दिए जाएंगे।
इसके अलावा चौथे से दसवें स्थान पर रहने वाले एथलीटों को भी नगद पुरस्कार दिए जाएंगे। महिला एवं पुरुष क्रासकंट्री दौड़ में विजेताओं को 30-30 हजार रूपये, द्वितीय स्थान पर रहने वाले एथलीटों को 20-20 हजार और तीसरे स्थान पर रहने वाली प्रतिभागियों को 10-10 हजार रूपये के पुरस्कार दिए जाएंगे। इसमें भी चौथे से दसवें स्थान तक के एथलीटों को भी नगद पुरस्कार दिए जाएंगे। सेलेब्रेटी रन में 50 प्रतिभागियों को लाटरी सिस्टम से पुरस्कार दिए जाएंगे।
दौड़ की मुख्य संयोजक डा. सुधा बाजपेई ने बताया कि यह दौड़ 1090 चौराहे से शुरू होकर समतामूलक चौराहे होते हुए जनेश्वर मिश्र पार्क, गोमतीनगर विस्तार गोमती बंधा होते हुए इस मार्ग से वापस होगी। दौड़ 1090 चौराहे पर ही समाप्त होगी। दौड़ के आयोजन स्थल पर इण्डियन आइडल फेम कुलदीप सिंह चौहान की लाइव जब भी होगी।

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मणिपुर में हर वर्ष मणिपुर ओलंपिक खेल आयोजित किये जायेंगे : बीरेन

इम्फाल ,24 अगस्त (एजेंसी)। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घोषणा की कि इस साल से राज्य में हर वर्ष मणिपुर ओलंपिक खेल आयोजित किए जाएंगे।

श्री सिंह ने यहां मुख्यमंत्री सचिवालय में दूसरे मणिपुर ओलंपिक खेलों की आयोजन समिति की बैठक के दौरान यह घोषणा की।
मणिपुर ओलंपिक संघ (एमओए) द्वारा आयोजित खेलों का दूसरा संस्करण 26 से 30 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा जिसमें मणिपुर के सभी 16 जिलों के लगभग 6000 एथलीट 34 विधाओं में भाग लेंगे।

श्री सिंह ने युवा मामले एवं खेल मंत्री के गोविनदास और एमओए अध्यक्ष राधेश्याम के साथ मिलकर खेलों का शुभंकर भी लॉन्च किया गया था। श्री सिंह ने आश्वासन दिया कि सभी सरकारी विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे कि खेलों के दौरान सर्वोत्तम वातावरण और आतिथ्य प्रदान किया जाए।

उन्होंने कार्यक्रम के बाद एक सोशल नेटवर्क प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया,  मणिपुर ओलंपिक संघ द्वारा आयोजित दूसरे मणिपुर ओलंपिक खेल 2022 के शुभंकर का अनावरण करते हुए खुशी हो रही है।

श्री राधेश्याम ने कहा कि खेलों के सफल आयोजन के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं और खेलों को सुचारू रूप से और पेशेवर रूप से आयोजित करने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया था।

अधिकांश खेल कार्यक्रम खुमान लम्पक स्टेडियम, मैपल कांगजीबुंग और अन्य स्थानों पर होंगे।

श्री राधेश्याम ने बताया कि दूर-दराज से आने वाले अधिकारियों और खिलाडिय़ों के लिए अलग-अलग जगहों पर रहने की व्यवस्था की जाएगी। अधिकांश जिलों ने विभिन्न खेलों के प्रतिभागियों के नामों की घोषणा कर दी है।

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अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट सुब्रतो कप की दो साल के बाद वापसी

*6 सितंबर से शुरू होंगी प्रतियोगिताएं*

नई दिल्ली ,24 अगस्त (एजेंसी)।  सुब्रतो कप के 61वें संस्करण का आयोजन 2 साल के बाद होने जा रहा है। कोरोना के चलते इस प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हो पाया था। सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्टस एजुकेशन सोसाइटी एवं एयर फोर्स द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किये जाने वाले इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की आज घोषणा की गयी जो कि 6 सितंबर से 13 अक्टूबर के बीच हर बार की तरह नई दिल्ली में खेला जाएगा।

सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्टस एजुकेशन सोसायटी के जनरल सेक्रेटरी एवं विंग कमांडर यशवंत सिंह पंघल ने कहा कि ‘मुझे ये बताते हुए काफी खुशी हो रही है कि सुब्रतो कप का आयोजन हम फिर से कर पा रहे हैं। जिसका उद्देशय भारत में ज़मीनी स्तर पर फ़ुटबाल को प्रमोट करना है। सितंबर में इस प्रतियोगिता का आयोजन होने करने जा रहे हैं।

सुब्रतो कप का आयोजन 3 कैटेगरी में किया जाएगा। सब जूनियर बॉयज़ (अंडर-14) जिसकी शुरूआत 6 सिंतबर को होगी और 15 सितंबर को इसका फाइनल खेला जाएगा। जूनियर गर्ल्स (अंडर-17) जो 19 सितंबर से शुरू हो कर 28 सितम्बर तक खेला जाएगा। वहीँ जूनियर बॉयज़ (अंडर -17) केटेगरी की शुरुआत 3 अक्टूबर को होगी जिसका फाइनल 22 अक्टूबर को होगा और इसी दिन सुब्रतो कप का समापन समारोह भी निर्धारित है।

सुब्रतो कप के उद्घाटन समारोह और फाइनल का सीधा प्रसारण डीडी स्पोर्टस पर होगा। वहीं इस प्रतियोगिता के विजेता,उपविजेताओं को विभीन्न आयु वर्ग में कुल 23 लाख की धन राशि दी जाएगी। अन्य धन राशि वाले पुरस्कार जैसे फेयर प्ले, बेस्ट प्लेयर, बेस्ट गोलकीपर, बेस्ट कोच एवं बेस्ट स्कूल हैं।

75 खिलाडिय़ों को मिलेगी छात्रवृत्ति

सुब्रतो कप में कई महानतम फुटबाल खिलाडिय़ों का एक पैनल तीनों श्रेणियों से 25 सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों को स्कालरशिप के लिए चुनेगा। जूनियर बॉयज़ केटेगरी एवं जूनियर गर्ल्स केटेगरी से चुने गए 25-25 बच्चों को 25 हज़ार की छत्रवृत्ति जबकि सब-जूनियर्स बॉयज़ श्रेणी से टॉप

25 बच्चों को 15 हज़ार की स्कॉलर्शिप प्रदान की जाएगी।

भविष्य के कई भारतीय फुटबॉलरों के लिए पहला कदम

अतीत और वर्तमान के कई प्रमुख भारतीय फ़ुटबॉल खिलाड़ी जिन्होंने देश को सम्मानित किया है वह सुब्रतो कप रैंक के माध्यम से राष्ट्रीय टीम में गए थे। श्याम थापा और बाईचुंग भूटिया जैसे दिग्गजों के साथ-साथ रॉबिन सिंह, ब्रूनो कॉटिन्हो, परिमल डे, विक्टर अमल राज, हरजिंदर सिंह, वीपी सत्यन, श्यामल बनर्जी, उत्तम राय और जैकी चंद सिंह जैसे खिलाड़ी कुछ ऐसे नाम हैं जिन्होंने अपने स्कूल के समय में सुब्रतो कप खेला है।

अंतर्राष्ट्रीय दिग्गज, रिवाल्डो, रॉबर्टो कार्लोस (दोनों 2016 में) और उनमें से सबसे महान, पेले (2015) जैसे अंतर्राष्ट्रीय दिग्गजों ने भी इस टूर्नामेंट के पिछले संस्करणों में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में टूर्नामेंट की शोभा बढ़ाई है। सुब्रतो कप 2022 इस साल चार अलग-अलग स्थानों में आयोजित किया जाएगा। डॉ बीआर अंबेडकर स्टेडियम (दिल्ली गेट), तेजस फुटबॉल ग्राउंड (रेस कोर्स), सुब्रतो पार्क और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में सभी मैच खेले जाएंगे।

अपने-अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाली लगभग 85 विभिन्न स्कूल टीमें, एशिया के इस सबसे महत्वपूर्ण इंटर स्कूल प्रतियोगिता में भाग लेंगी। बांग्लादेश के एक स्कूल ने भी प्रतियोगिता में भाग लेने की पुष्टि की है।

समारोह:-

प्रेस कांफ्रेंस और कर्टेन रेजऱ  1 सितंबर 2022

उद्घाटन समारोह  6 सितंबर 2022

फाइनल सब-जूनियर बॉयज (अंडर-14)  15 सितंबर 2022

फाइनल जूनियर गर्ल्स (अंडर-17)  28 सितंबर 2022

समापन समारोह और फाइनल जूनियर बॉयज (अंडर-17)  13 अक्टूबर 2022

डायमंड जुबली (60वां) संस्करण के विजेता और उपविजेता

सब जूनियर बॉयज (अंडर-14)

विजेता  सैदान सेकेंडरी स्कूल, मिजोरम

उपविजेता  यूनिक मॉडल अकादमी, मणिपुर

जूनियर गर्ल्स (अंडर-17)

विजेता  बांग्लादेश क्रीडा शिक्षा प्रतिष्ठान, बांग्लादेश (बीकेएसपी)

उपविजेता- नीलमणि इंग्लिश स्कूल, मणिपुर

जूनियर बॉयज (अंडर-17)

विजेता- होपवेल एलियास हायर सेकेंडरी स्कूल, मेघालय

उपविजेता- बांग्लादेश क्रीड़ा शिक्षा प्रोटीशटन, बांग्लादेश (बीकेएसपी)

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नीरज ने डायमंड लीग में हिस्सा लेने की पुष्टि की

नयी दिल्ली ,24 अगस्त (एजेंसी)। टोक्यो ओलंपिक 2020 के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने स्विट्जऱलैंड के लौसेन में 26 अगस्त से होने वाली डायमंड लीग में हिस्सा लेने की पुष्टि की।

जर्मनी में अपनी चोट का इलाज करवा रहे नीरज ने ट्विटर पर अपनी तस्वीर साझा करते हुए कहा, मज़बूत और शुक्रवार के लिये तैयार महसूस कर रहा हूं। समर्थन के लिये सभी का शुक्रिया। आपसे लौसेन में मिलते हैं!

गौरतलब है कि भारत के जैवलिन-थ्रो खिलाड़ी नीरज पिछले महीने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान चोटिल हो गये थे और उन्हें एक महीने के आराम की सलाह दी गयी थी। नतीजतन, वह बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 में हिस्सा नहीं ले सके थे।

नीरज ने विश्व चैंपियनशिप में 88.13 मीटर के जैवलिन-थ्रो के साथ रजत पदक जीता था। वह अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं।

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पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व आईपीएस एवं जेपीएससी के पूर्व अध्यक्ष श्री अमिताभ चौधरी

*अंतिम संस्कार में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन*

हरमू, रांची, 17.08.2022  (FJ)- मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन आज हरमू रोड, रांची स्थित मुक्तिधाम में पूर्व आईपीएस एवं झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के पूर्व अध्यक्ष श्री अमिताभ चौधरी के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। दिवंगत श्री चौधरी को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और शोक संतप्त परिजनों को यह वियोग सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।

मुख्यमंत्री  दिवंगत श्री चौधरी के पत्नी, पुत्र एवं पुत्री सहित अन्य परिजनों से मिले तथा उन्हें ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत श्री चौधरी के परिजनों एवं शुभचिंतकों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की।

मौके पर मंत्री श्री मिथिलेश ठाकुर, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री राजेश ठाकुर, विधायक श्री विरंची नारायण सहित अन्य गणमान्य लोग एवं बड़ी संख्या में दिवंगत श्री चौधरी के शुभचिंतक उपस्थित थे।

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सिंधु चोट के कारण विश्व चैंपियनशिप से बाहर हुईं

नयी दिल्ली ,14 अगस्त (एजेंसी)। पूर्व विश्व चैंपियन और भारत की शीर्ष शटलर पुसरला वेंकट सिंधु बाएं पैर में स्ट्रेस फ्रैक्चर होने के कारण विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप से बाहर हो गयी हैं।

स्पोर्टस्टार ने जारी रिपोर्ट में सिंधु के पिता पीवी रमन के हवाले से कहा कि दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के क्वार्टरफाइनल में चोट आयी थी।

उन्होंने बताया कि सिंधु ने चोट के बावजूद सेमीफाइनल मुकाबला खेला और अंतत: राष्ट्रमंडल स्वर्ण जीता।

27 वर्षीय सिंधु ने विश्व चैंपियनशिप में एक स्वर्ण सहित पांच पदक जीते हैं। अब उन्हें पूरी तरह ठीक होने तक निगरानी में रखा जाएगा।

रमन ने स्पोर्टस्टार से कहा, सिंगापुर ओपन और राष्ट्रमंडल खेल जीतने के बाद विश्व चैंपियनशिप छूटना निराशाजनक है, लेकिन यह सब चीजें हमारे हाथ में नहीं हैं।

उन्होंने कहा, हमारा ध्यान उनके ठीक होने पर होगा, और हम अक्टूबर में होने वाले डेनमार्क और पैरिस ओपन को लक्षित करेंगे।
गौरतलब है कि सिंधु ने हाल ही में महिला एकल का अपना पहला राष्ट्रमंडल स्वर्ण जीता।

इससे पहले वह 2014 (कांस्य) और 2018 (रजत) में भी पदक जीता था।

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चार्ल्स की तिकड़ी, हिन्दुस्तान जीता

नयी दिल्ली ,14 अगस्त। चार्ल्स की तिकड़ी, हिन्दुस्तान जीता.  अंक तालिका में पिछड़े रेंजर्स और हिन्दुस्तान क्लब की टीमों के बीच खेले गए मैच में हिन्दुस्तान ने रेंजर्स को 3-1 से परास्त कर प्रीमियर फुटबाल लीग में पूरे अंक अर्जित किए। इस जीत के साथ विजेता टीम ने आठ मैचों में आठ अंक अर्जित कर अपनी स्थिति में थोड़ा सुधार किया जबकि रेंजर्स के इतने ही मैचों में कुल छह अंक हैं।

आज के मैच का आकर्षण नाइजीरियन खिलाड़ी चार्ल्स की शानदार तिकड़ी रही। चार्ल्स ने क्रमश: 24, 26 और 79वें मिनट में दर्शनीय गोल जमा कर अपनी टीम को जीत दिलाई। उन्हें इस प्रदर्शन के लिये मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया।

दूसरी ओर, हमजा ने अंतिम मिनट में पराजित टीम के लिये सांत्वना गोल बनाया।

कल खेले जाने वाले मैचों में तरुण संघा को वाटिका से और भारतीय वायुसेना को उत्तराखंड से खेलना है

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बृज भूषण शरण सिंह निर्विरोध कॉमनवेल्थ रेसलिंग समिति के उपाध्यक्ष चुने गए

बर्मिंघम ,10 अगस्त (एजेंसी) । भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को निर्विरोध कॉमनवेल्थ रेसलिंग समिति का उपाध्यक्ष चुना गया है। यह पहला मौका है जब किसी भारतीय को कॉमनवेल्थ कुश्ती समिति का कोई पद प्राप्त हुआ है।

बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) कॉमनवेल्थ रेसलिंग समिति की आम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कॉमनवेल्थ के लगभग सभी 56 देशों ने भाग लिया। इस बैठक में कॉमनवेल्थ कुश्ती समिति की नयी कार्यकारिणी का गठन आम चुनाव द्वारा किया गया तथा इस बैठक में सर्वसम्मति से सांसद सह अध्यक्ष भारतीय कुश्ती संघ बृज भूषण शरण सिंह को निर्विरोध कॉमनवेल्थ रेसलिंग समिति का उपाध्यक्ष चुना गया।

इस बैठक में कुश्ती खेल को 2026 विक्टोरिया कॉमनवेल्थ का हिस्सा बनाएं रखने पर भी गहन विचार किया गया। जहां पूरा देश कुश्ती में सभी पहलवानों के पदक जीतने पर गर्व महसूस कर रहा है.

वहीं भारतीय पहलवान एवं कुश्ती प्रेमी बृजभूषण शरण सिंह के कॉमनवेल्थ समिति के उपाध्यक्ष चयनित होने पर अति उत्साहित और जोश से भरे हुए हैं।

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विराट कोहली ने कॉमनवेल्थ गेम्स के सभी एथलीट्स को दी बधाई

नई दिल्ली ,10 अगस्त ।  भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पदक विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई दी। सोमवार को संपन्न हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में भारत चौथे स्थान पर रहा।

कोहली ने स्वदेशी सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर अपने अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की है, जिसमें सभी भारतीय एथलीट्स को पदक जीतने की खुशी में अपनी जीत का जश्न मनाते देखा जा सकता है।

कोहली ने कू ऐप पर लिखा, आप हमारे देश के लिए बड़ी ख्याति लेकर आए हैं। हमारे सभी विजेताओं और कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के सभी प्रतिभागियों को बधाई। हमें आप पर बहुत गर्व है। जय हिंद।

यह गर्व की बात है कि भारत ने इस बार 61 पदक जीते। भले ही भारत गोल्ड कोस्ट खेलों से अपने पदकों की संख्या को पार नहीं कर सका, लेकिन इसके बावजूद इस संस्करण में निशानेबाजी को शामिल नहीं करने पर विचार करते हुए, यह खेलों के इस संस्करण में भारतीय दल द्वारा एक उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है।

भारत ने अंतिम दिन 4 स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य हासिल करके इसे उम्दा दौड़ के रूप में समाप्त किया। वर्ष 2010 में जब देश में खेल आयोजित किए गए थे, तब भारत ने कुल 101 पदक हासिल किए थे।

पुरुष हॉकी टीम रजत के लिए समझौता कर सकती थी, लेकिन वे ऑस्ट्रेलिया द्वारा 7-0 से मात खा गए थे। भारतीय शटलर पूरे खेल में उत्कृष्ट थे, क्योंकि उन्होंने 6 श्रेणियों में 6 (3 स्वर्ण, 1 रजत, 2 कांस्य) पदक हासिल किए थे। वे केवल मिक्स्ड डबल्स ही नहीं खेल पाए।

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टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स ने किया संन्यास का ऐलान

नई दिल्ली ,10 अगस्त (एजेंसी) । टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स ने संन्यास का ऐलान किया है। सेरेना विलियम्स ने टेनिस से संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, ‘यह सबसे कठिन चीज है जिसकी मैं कभी कल्पना भी नहीं कर सकती। डेलीमेल की खबर के मुताबिक, वह यूएस ओपन के बाद टेनिस छोडऩे की तैयारी कर चुकी हैं।

दरअसल, सेरेना के संन्यास की एक वजह दोबारा मां बनना भी है। वह 40 साल की उम्र में एक और बच्चा पैदा करने की कोशिश करना चाहती हैं। विलियम्स अपने पांच वर्षीय बच्चे ओलंपिया और पति एलेक्सिस ओहानियन के साथ अधिक समय बिताना चाहती हैं।

हालांकि विलियम्स तुरंत टेनिस से संन्यास नहीं ले रही हैं। दिग्गज एथलीट ने ‘वोग’ के लेटेस्ट एडिशन में कहा, ‘मैं यहां आपको यह बताना चाहती हूं कि मैं टेनिस से दूर उन अन्य चीजों की ओर बढ़ रही हूं जो मेरे लिए महत्वपूर्ण हैं।

मैं नहीं चाहती कि यह खत्म हो, लेकिन साथ ही मैं आगे के लिए तैयार हूं। विलियम्स को अभी भी उम्मीद है कि वह इस महीने के अंत में न्यूयॉर्क में यूएस ओपन में खेल सकती हैं।

वह अगले हफ्ते सिनसिनाटी में वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन में भी खेलेंगी।

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राष्ट्रमंडल खेलों का रंगारंग समापन, भांगड़ा और -1अपाचे इंडियन’ ने बिखेरे रंग

बर्मिंघम, 09 अगस्त (एजेंसी)। भांगड़ा की थाप से लेकर ‘अपाचे इंडियन’ के दमदार प्रदर्शन नं यहां के अलेक्जेंडर स्टेडियम में राष्ट्रमंडल खेलों के समापन समारोह में अपने रंग बिखेरे जिसके साथ ही चार साल बाद ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में मिलने के वादे के साथ खिलाडिय़ों ने 11 दिन तक चले इन खेलों को अलविदा कहा।

बर्मिंघम खेलों में 72 देशों के 4500 से अधिक खिलाडिय़ों ने भाग लिया। भारत ने कुल 61 पदक जीते जो चार साल पहले गोल्ड कोस्ट में खेले गए राष्ट्रमंडल खेलों से पांच कम हैं।

परंपरा के अनुसार राष्ट्रमंडल खेल महासंघ का ध्वज उतार कर ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य को सौंपा गया जो 2026 में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करेगा। प्रिंस एडवर्ड ने बर्मिंघम 2022 खेलों के समापन की घोषणा की और 2026 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य को औपचारिक निमंत्रण सौंपा।

उन्होंने कहा, आपने हमें प्रेरित किया और संभवत: आने वाली पीढिय़ों को भी। आपने दिखाया कि क्या चीज हमें एकजुट कर सकती है। हमारी संरक्षक महारानी की तरफ से मैं बर्मिंघम 2022 खेलों के समापन की घोषणा करता हूं।
खेलों के समापन की घोषणा के साथ ही बर्मिंघम का आकाश आतिशबाजी से नहा गया।

समापन समारोह का आकर्षण भांगड़ा और भारतीय मूल के गायक स्टीवन कपूर रहे जो ‘अपाचे इंडियनÓ के नाम से मशहूर हैं। उनके दिलकश प्रदर्शन ने दर्शकों का मन मोह दिया।

‘अपाचे इंडियन’ के प्रदर्शन के बाद मॉडल नीलम गिल ने अपनी प्रस्तुति दी। इस बीच खचाखच भरे स्टेडियम में संगीत समूह पंजाबी एमसी ‘मुंडिया तू बच के’ गीत बजा रहा था।

संगीत के दिग्गज गोल्डी और बेवर्ली नाइट ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को रोमांचित किया। ट्रांसजेंडर ब्रिटिश मॉडल तलुलाह ईव ने नए रोमांटिक युग और बर्मिंघम समलैंगिक संस्कृति के बारे में बताया।

संगीत कार्यक्रम के बाद राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के अध्यक्ष डेम लुईस मार्टिन और बर्मिंघम 2022 के सीईओ मार्टिन ग्रीन ने विदाई भाषण दिए।
मार्टिन ने कहा, समापन समारोह बेजोड़ राष्ट्रमंडल खेलों का उत्कृष्ट जश्न रहा जिसमें बर्मिंघम के सर्वश्रेष्ठ को प्रदर्शित किया गया।

हम 11 दिन तक चले राष्ट्रमंडल खेलों के अभूतपूर्व आयोजन का गवाह रहे और समापन समारोह इस विशेष प्रतियोगिता का शानदार अंत रहा।
स्टार महिला मुक्केबाज निकहत जरीन और अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल ने भारतीय दल का नेतृत्व किया लेकिन भारतीय खिलाड़ी बड़ी कम संख्या में यहां पहुंचे थे।

भारतीय दल के स्टेडियम में पहुंचते ही संगीत समूह पंजाबी एमसी ने ‘मुंडिया तू बच के’ बजाना शुरू कर दिया जिस पर खिलाड़ी भी थिरकने लगे।

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मुक्केबाजी में निकहत, पंघाल और नीतू को स्वर्ण , सागर को रजत पदक

बर्मिंघम,08 अगस्त (एजेंसी) । मुक्केबाजी रिंग में भारत के लिये राष्ट्रमंडल खेलों में रविवार का दिन स्वर्णिम रहा जिसमें मौजूदा विश्व चैम्पियन निकहत जरीन , स्टार मुक्केबाज अमित पंघाल और नीतू गंघास ने पीले तमगे अपने नाम किये जबकि सागर को रजत पदक मिला ।

शानदार फॉर्म में चल रही 26 साल की निकहत ने लाइट फ्लाईवेट (48-50 किग्रा) स्पर्धा में उत्तरी आयरलैंड की कार्ले मैकनॉल पर एकतरफा फाइनल में 5-0 से जीत दर्ज की।

पंघाल ने पिछले राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में मिली हार का बदला चुकता करते हुए पुरूष फ्लाईवेट वर्ग में जबकि नीतू गंघास ने पदार्पण में ही दबदबा बनाते हुए स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले। वहीं सुपर हैवीवेट (92 प्लस) वर्ग में सागर अंकों के आधार पर इंग्लैंड के ओरी डेलिशियस से 0 . 5 से हार गए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा ।

पंघाल (48-51 किग्रा) को चार साल पहले गोल्ड कोस्ट में इंग्लैंड के ही एक प्रतिद्वंद्वी से इसी चरण में हार मिली थी लेकिन इस बार 26 साल के मुक्केबाज ने अपनी आक्रामकता के बूते घरेलू प्रबल दावेदार मैकडोनल्ड कियारान को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।

पंघाल काफी तेजी से मुक्के जड़ रहे थे जिससे इस दौरान मैकडोनल्ड के आंख के ऊपर एक कट भी लग गया जिसके लिये उन्हें टांके लगवाने पड़े और खेल रोकना पड़ा।अपनी लंबाई का इस्तेमाल करते हुए मैकडोनल्ड ने तीसरे राउंड में वापसी की कोशिश की लेकिन एशियाई खेलों के चैम्पियन ने उनके सभी प्रयास नाकाम कर दिये।

पंघाल ने सेमीफाइनल में जाम्बिया के तोक्यो ओलंपियन पैट्रिक चिनयेम्बा के खिलाफ वापसी करते हुए जीत दर्ज की थी जो उनके लिये ‘टर्निंग प्वाइंट’ रही।

उन्होंने कहा, यह सबसे कठिन मुकाबला रहा और ‘टर्निंग प्वाइंट’ भी। मैंने पहला राउंड गंवा दिया था लेकिन अपना सबकुछ लगाकर वापसी कर जीत हासिल की।

ब्रिटिश प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ रणनीति के बारे में उन्होंने कहा, वह मुझसे काफी लंबा था और मुझे काफी आक्रामक होना पड़ा ताकि मुक्का मारने के लिये उसकी हाथों के अंदर जा सकूं। यह रणनीति कारगर रही। मेरे कोच ने बढिय़ा काम किया क्योंकि हमने रणनीति बनायी और मैंने वैसा ही रिंग में किया।

विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता पंघाल ने कहा, मैंने पहले दो राउंड जीतने के लिये अच्छा किया। मुझे लगा कि वह अंतिम राउंड जीत गया लेकिन मैं तब तक उससे काफी आगे जा चुका था। पर वह काफी अच्छा प्रतिद्वंद्वी था। उन्होंने कहा, इससे मेरा आस्ट्रेलिया (गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल) में फाइनल में हारने का बदला चुकता हो गया। मैं जानता था कि यह काफी चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि मैं इंग्लैंड में उसके ही मुक्केबाज से लड़ रहा था। लेकिन जज निष्पक्ष और सटीक रहे।

वहीं सबसे पहले रिंग में उतरी नीतू ने महिलाओं के मिनिममवेट (45-48 किग्रा) वर्ग के फाइनल में विश्व चैम्पियनशिप 2019 की कांस्य पदक विजेता रेस्जटान डेमी जेड को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से पराजित किया।राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण में ही नीतू ने गजब का आत्मविश्वास दिखाया और फाइनल में भी वह इसी अंदाज में खेली जैसे पिछले मुकाबलों में खेली थीं।

मेजबान देश की प्रबल दावेदार के खिलाफ मुकाबले का माहौल 21 साल की भारतीय मुक्केबाज को भयभीत कर सकता था लेकिन वह इससे परेशान नहीं हुईं।नीतू अपनी प्रतिद्वंद्वी से थोड़ी लंबी थीं जिसका उन्हें फायदा मिला, उन्होंने विपक्षी के मुक्कों से बचने के लिये पैरों का अच्छा इस्तेमाल किया।

उन्होंने पूरे नौ मिनट तक मुकाबले के तीनों राउंड में नियंत्रण बनाये रखा और विपक्षी मुक्केबाज के मुंह पर दमदार मुक्के जडऩा जारी रखते हुए उसे कहीं भी कोई मौका नहीं दिया।नीतू ने तेज तर्रार, ‘लंबी रेंज’ के सटीक मुक्कों से प्रतिद्वंद्वी को चारों खाने चित्त कर दिया। उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं। मुझे सांस भी नहीं आ रहा।

उनके पिता हरियाणा विधानसभा में कर्मचारी हैं। भारत के मुक्केबाजी में ‘मिनी क्यूबा’ कहलाये जाने वाले भिवानी की नीतू ने कहा, मेरे माता-पिता मेरी प्रेरणा रहे हैं और मेरा स्वर्ण पदक उनके लिये ही है।

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एल्डोस पॉल ने राष्ट्रमंडल खेलों में त्रिकूद में भारत को पहला स्वर्ण दिलाया, अबूबाकर को रजत

बर्मिंघम,08 अगस्त (एजेंसी) । एल्डोस पॉल की अगुआई में भारत ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष त्रिकूद स्पर्धा स्पर्धा में पहले दो स्थान पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया और एथलेटिक्स में चार पदकों के साथ रविवार का दिन भारत के लिये यादगार हो गया ।

पॉल के स्वर्ण पदक के अलावा केरल के उनके साथी एथलीट अब्दुल्ला अबूबाकर ने भी इस स्पर्धा का रजत पदक जीता। भारत ने आधे घंटे के भीतर चार पदक जीते जिससे एथलेटिक्स में इस बार भारत के एक स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक हो गए हैं जो अब तक का देश के बाहर इन खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है ।पॉल राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले छठे भारतीय एथलीट हो गए । मिल्खा सिंह ने 1958 में 440 गज में यह कारनामा किया था ।

पॉल ने अपने तीसरे प्रयास में 17.03 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय की। अबूबाकर 17.02 मीटर के प्रयास के साथ दूसरे स्थान पर रहे। अबूबाकर ने अपने पांचवें प्रयास में यह दूरी तय की। भारत के ही प्रवीण चित्रावल 16 . 89 मीटर के साथ चौथे स्थान पर रहे ।बरमूडा के जाह-एनहाल पेरिनचीफ ने 16.92 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता।

भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में त्रिकूद में चार पदक जीते हैं लेकिन यह पहला मौका है जब देश के दो एथलीट ने एक साथ पोडियम पर जगह बनाई है।मोहिंदर सिंह गिल ने 1970 और 1974 में क्रमश: कांस्य और रजत पदक जीता जबकि रंजीत महेश्वरी और अरपिंदर सिंह 2010 और 2014 में तीसरे स्थान पर रहे।

भारत की अनु रानी ने भाला फेंक स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया । वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली देश ही पहली महिला भाला फेंक खिलाड़ी बन गयीं।रानी ने अपने तीसरे प्रयास में 60 मीटर दूर भाला फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया।

विश्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया की केलसे ली बार्बर ने 64.43 मीटर के थ्रो से स्वर्ण पदक जीता जबकि उनकी हमवतन मैकेंजी लिटिल 64.27 मीटर के थ्रो से दूसरे स्थान पर रहीं।रानी से पहले राष्ट्रमंडल खेलों में काशीनाथ नायक और ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा पुरूषों की भाला फेंक स्पर्धा में क्रमश: कांस्य और स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।

नायक ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में जबकि चोपड़ा ने 2018 गोल्ड कोस्ट में पदक जीते थे।भारत के संदीप कुमार ने पुरूषों की 10,000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

संदीप ने 38:49.21 मिनट का समय निकाला जिससे वह स्वर्ण पदक विजेता कनाडा के इवान डनफी (38:36.37) और रजत पदक विजेता आस्ट्रेलिया के डेकलान टिनगे (38:42.33) से पीछे रहे।इस स्पर्धा में एक अन्य भारतीय अमित खत्री सत्र के सर्वश्रेष्ठ समय 43:04.97 से नौंवे स्थान पर रहे।

इससे पहले पैदल चाल में महिलाओं के वर्ग में प्रियंका गोस्वामी रजत पदक जीत चुकी है ।भालाफेंक में नीरज चोपड़ा की गैर मौजूदगी में भारत की झोली खाली रही । चोपड़ा ने फिटनेस कारणों से खेलों में भाग नहीं लेना का फैसला किया था ।

भारत के डी पी मनु 82 . 28 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पांचवें और रोहित यादव 82 . 22 मीटर के साथ छठे स्थान पर रहे । पाकिस्तान के अर्शद नदीम ने खेलों का नया रिकॉर्ड बनाकर 90 . 18 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि विश्व चैम्पियनशिप में नीरज को हराकर स्वर्ण जीतने वाले ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स को रजत पदक मिला । कीनिया के जूलियस येगो ने कांस्य पदक जीता ।

भारतीय महिला चार गुणा 100 मीटर रिले टीम फाइनल में 43 . 81 सेकंड का समय निकालकर पांचवें स्थान पर रही ।भारतीय टीम में दुती चंद, हिमा दास, श्रबानी नंदा और ज्योति याराजी थे ।

नाइजीरियाई टीम ने 42 . 10 सेकंड के साथ स्वर्ण जीता जबकि इंग्लैंड को रजत और जमैका को कांस्य पदक मिला ।

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निखत जरीन ने मारा गोल्डन पंच : भारत का 17वां स्वर्ण पदक

बर्मिंघम,08 अगस्त (एजेंसी) । बॉक्सिंग में भारत को एक और कामयाबी मिली है. देश की महिला मुक्केबाज और विश्व चैंपियन निखत जरीन ने रविवार को राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है. निकहत ने 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में उत्तरी आयरलैंड के केरी मैकनॉल को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। यह राष्ट्रमंडल 2022 में भारत का 48वां स्वर्ण पदक और मुक्केबाजी में तीसरा स्वर्ण पदक है। निखत ने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए मेडल जीता है. पहले दौर में निखत का दबदबा था। उसने सभी 5 जजों में से 10 में से 10 अंक हासिल किए। दूसरे दौर में नतीजा निखत के पक्ष में रहा। तीसरे दौर में, उसने निरंतरता बनाए रखी और स्वर्ण पदक पर अपनी पकड़ मजबूत की। निकहत ने अपने से 7 साल सीनियर खिलाड़ी को थका दिया। मैरी कॉम एक समय 51 किग्रा वर्ग में दबदबा रखती थीं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का आज 10वां दिन है।

आज नीतू, अमित के बाद निकत ने भी बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. भारत के प्रदर्शन को देखते हुए उसने 17 स्वर्ण, 12 रजत और 19 कांस्य समेत कुल 48 पदक जीते हैं.

भारत की पदक तालिका: 48

17 स्वर्ण : मीराबाई चानू, जेरेमी लाल्रिगुना, अंचिता शेवली, महिला लॉन बॉल्स टीम, टेबल टेनिस पुरुष टीम, सुधीर (पैरा भारोत्तोलन), साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, दीपक पुनिया, रवि कुमार दहिया, विनेश फोगट, नवीन, भावना (पैरा टेबल) टेनिस), नीतू घंघास, अमित पंघाल, एल्डहॉस पॉल, निकहत जरीन।

12 रजत: संकेत सरगर, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंजू मलिक, प्रियंका गोस्वामी, अविनाश सेबल, पुरुष लॉन बाउल्स टीम, अब्दुल्ला अबोबाइकर।

19 कांस्य: गुरुराजा पुजारी, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, लवप्रीत सिंह, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल, जैस्मीन, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, मोहम्मद हुसामुद्दीन, दीपक नेहरा, रोहित टोकस, महिला हॉकी संघ, सौरव घोषाल, संदीप कुमार, अन्नू रानी।

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अरविंद केजरीवाल की बधाई पर मेडल विजेता दिव्या काकरान ने बयां किया दर्द

*दिल्ली सरकार से न इनाम मिला न मदद*

नई दिल्ली ,07 अगस्त (एजेंसी)।  बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान दिव्या काकरान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दी गई बधाई के जवाब में उन्हें दिल्ली सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि या मदद नहीं मिलने का मुद्दा उठाया है। भारतीय युवा पहलवान दिव्या काकरान ने राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं कुश्ती प्रतियोगिता के 68 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इसके लिए अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी थी।

दिव्या काकरान ने रविवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, मेडल की बधाई देने पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री जी को तहे दिल से धन्यवाद, मेरा आपसे एक निवेदन है कि मैं पिछले 20 साल से दिल्ली में रह रही हूं और यहीं अपने खेल कुश्ती का अभ्यास कर रही हूं, परंतु अब तक मुझे राज्य सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि नहीं दी गई और ना कोई मदद दी गई। मैं आपसे इतना निवेदन करती हूं कि जिस तरह आप अन्य खिलाडिय़ों को सम्मानित करते हैं जो दिल्ली के होकर किसी और स्टेट से भी खेलते हैं उसी तरह मुझे भी सम्मानित किया जाए।

इसके साथ ही दिव्या ने साल 2018 का एक वीडियो शेयर कर कहा है कि ऐसा लगता है कि समय ने खुद को दोबारा दोहराया है। सब कुछ पहले जैसा ही है, ना कल मेरे लिए कुछ किया गया था ना ही अब।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को बधाई दी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, शाबाश पहलवानों। हमारे पहलवानों ने कॉमनवेल्थ खेलों में धूम मचा दी है। कुश्ती में भारत को एक ही दिन में कुल 6 मेडल मिले, जिसमें 3 गोल्ड हैं। साक्षी मलिक और दीपक पूनिया को उनके गोल्ड और दिव्या काकरन एवं मोहित ग्रेवाल को कांस्य पदक के लिए बहुत-बहुत बधाई।

बता दें कि, गरीब परिवार से आने वाली दिव्या ककरान ने महिलाओं के 68 किलो वर्ग में कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में टोंगा की टाइगर लिली को महज 26 सेकेंड में हराकर कांस्य पदक जीता था। हालांकि, दिव्या काकरान फ्रीस्टाइल 68 किग्रा क्वार्टरफाइनल में नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से तकनीकी श्रेष्ठता (0-11) से हार गईं थीं, जिससे वह रेपेशाज में उतरीं।

आर्थिक तंगी के बावजूद दिव्या ने हार नहीं मानी और देश और दुनिया की कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। दिव्या वर्तमान में 68 किलो भार वर्ग में कुश्ती करती हैं।

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प्रियंका गोस्वामी ने पैदल चाल में रचा इतिहास

बर्मिंघम, 07 अगस्त (एजेंसी)। एथलेटिक्स में भारत के लिए शनिवार का दिन अच्छा रहा।प्रियंका गोस्वामी ने 10,000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया। गोस्वामी ने पैदल चाल में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर नया इतिहास रचा।

वहीं अविनाश साबले ने अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा का रजत पदक जीता।  दो रजत के साथ भारतीय एथलेटिक्स टीम के चार पदक हो गए हैं।

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सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया से हारी भारतीय महिला हॉकी टीम

*अब कांस्य के लिये खेलेगी*

बर्मिंघम,06 अगस्त (एजेंसी) । आखिरी मिनटों में वंदना कटारिया के गोल के दम पर शानदार वापसी करने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम राष्ट्रमंडल खेलों के बेहद रोमांचक सेमीफाइनल में शूटआउट में आस्ट्रेलिया से 0 . 3 से हार गई और अब कांस्य पदक के लिये खेलेगी ।

कांस्य पदक के मुकाबले में भारत का सामना न्यूजीलैंड से होगा। दसवें मिनट में ही रेबेका ग्रेइनेर के गोल के दम पर आस्ट्रेलिया ने बढत बना ली थी लेकिन इसके बाद गोलकीपर कप्तान सविता पूनिया की अगुवाई में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारतीय रक्षापंक्ति ने आस्ट्रेलिया को बांधे रखा । तोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम के लिये बराबरी का गोल 49वें मिनट में सुशीला के पास पर वंदना कटारिया ने किया ।

विवादित पेनल्टी शूटआउट में भारत के लिये नेहा, नवनीत कौर और लालरेम्सियामी गोल नहीं कर सकीं जबकि आस्ट्रेलिया के लिये एम्ब्रोसिया मालोन, एमी लॉटन और कैटलीन नोब्स के शॉट निशाने पर लगे ।

भारत को पहले क्वार्टर में छह पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल नहीं हो सका । इसके बाद भारतीय रक्षापंक्ति ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए आस्ट्रेलियाई स्ट्राइकरों को कोई मौका नहीं दिया ।

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सुधीर को पुरुष हैवीवेट में रिकार्ड अंक के साथ गोल्ड

बर्मिंघम, 06 अगस्त (एजेंसी)। भारत के सुधीर ने यहां राष्ट्रमंडल खेलों की पैरा पावर लिफ्टिंग स्पर्धा के पुरुष हैवीवेट फाइनल में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। वह राष्ट्रमंडल खेलों की पैरा पावर लिफ्टिंग स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी है।

उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 212 किग्रा वजन उठाकर रिकॉर्ड 134.5 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। सुधीर हालांकि अपने अंतिम प्रयास में 217 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहे।

भारत के मुरली श्रीशंकर ने पुरुष लंबी कूद स्पर्धा में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा लेकिन मोहम्मद अनीस याहिया 5वें स्थान पर रहे। श्रीशंकर राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष लंबी कूद स्पर्धा में पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं।

स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार श्रीशंकर ने अपने पांचवें प्रयास में 8.08 मीटर की दूरी के साथ रजत पदक अपने नाम किया। स्वर्ण पदक जीतने वाले बहामास के लेकुआन नेर्न ने भी अपनी दूसरी कोशिश में 8.08 मीटर का ही सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। लेकुआन का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास हालांकि 7.98 मीटर का रहा जो श्रीशंकर के 7.84 मीटर के दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रयास से बेहतर रहा जिसके कारण उन्हें विजेता घोषित किया गया।

साथ ही लेकुआन ने अपने दूसरे प्रयास में यह दूरी हासिल की और उन्हें हवा से कम सहायता मिली। श्रीशंकर के प्रयास के समय हवा की गति प्लस 1.5 मीटर प्रति सेकेंड जबकि नेर्न के प्रयास के समय माइनस 0.1 मीटर प्रति सेकेंड थी।

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कुश्ती : चांदी से शुरुआत, साथ मिला ट्रिपल गोल्ड

बर्मिंघम, 06 अगस्त (एजेंसी)। राष्ट्रमंडल खेलों में कुश्ती में भी पदक की शुरुआत रजत पदक से हुई। भारतीय महिला पहलवान अंशु मलिक ने शुक्रवार को 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर देश का कुश्ती में खाता खोला। उधर, भारतीय स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किग्रा स्पर्धा के फाइनल में कनाडा के लाचलानमैकनील को 9-2 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।

भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भी 62 किग्रा के फाइनल में कनाडा की एना गोंडिनेज गोंजालेस को चित करके स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

यह साक्षी का राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक है। उधर, दीपक पूनिया ने पुरुषों के 86 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को हराकर गोल्ड मेडल जीता।

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