राष्ट्रमंडल खेल 2022 : तेजस्विन शंकर ने ऊँची कूद में कांस्य पदक जीता

बर्मिंघम 04 अगस्त (एजेंसी)। राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत के तेजस्विन शंकर ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता। बुधवार को एक्सेलेंडर स्टेडियम में शंकर के 2.22 मीटर के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में ऊंची कूद स्पर्धा में भारत को पहला पदक दिलाया।

बहामास के पूर्व विश्व और राष्ट्रमंडल खेल चैंपियन डोनाल्ड थॉमस ने शंकर के साथ में 2.22 मीटर ऊंची कूद लगायी, लेकिन भारतीय ने कांस्य अर्जित किया क्योंकि उन्होंने अपने सभी कूद में 2.10 मीटर, 2.15 मीटर, 2.19 मीटर और 2.22 मीटर को पहले ही प्रयास में इस बाधा को पार कर लिया।

शंकर ने कांस्य पदक जीतने के बाद कहा, मेरे पास कॉलेज सत्र का भी अनुभव था और मैंने जनवरी में कूदना शुरू कर दिया था लेकिन यहां कांस्य प्राप्त करना एक सपना साकार होने जैसा है और मैं अपने साथ घर कुछ लेकर जा रहा हूँ और खुश हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में भारत का पहला एथलेटिक्स पदक जीतने के लिए शंकर को बधाई दी। श्री मोदी ने ट्वीट किया, तेजस्विन शंकर ने इतिहास रचा है, उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में पहला ऊंची कूद पदक जीता। उन्हें कांस्य पदक जीतने पर बधाई। उनके प्रयासों पर गर्व है। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। वह सफलता प्राप्त करते रहें।

इस स्पर्धा में विश्व इनडोर चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता न्यूजीलैंड के हामिश केर ने 2.25 मीटर की ऊंची छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि ऑस्ट्रेलिया के ब्रैंडन स्टार्क ने रजत पदक जीता।

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घोषाल ने भारत को दिलाया बर्मिंघम का पहला स्क्वाश पदक

बर्मिंघम, 04 अगस्त (एजेंसी)। भारत के स्क्वाश खिलाड़ी सौरव घोषाल ने बर्मिंघम 2022 में इंग्लैंड के जेम्स विलस्ट्रोप को हराकर भारत को राष्ट्रमंडल खेलों का पहला एकल स्क्वाश पदक दिलाया। घोषाल ने कांस्य पदक मैच में विलस्ट्रोप को 11-6, 11-1, 11-4 से मात दी। इससे पहले घोषाल का सामना सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के पॉल कोल से हुआ था जहां उन्हें हार मिली थी।

यह बर्मिंघम 2022 में भारत का पहला स्क्वाश पदक भी है। भारत अब तक इस आयोजन में पांच स्वर्ण, पांच रजत और पांच कांस्य सहित 15 पदक जीत चुका है।

पीएम मोदी ने सौरव घोषाल की जीत को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा कि घोषाल के एक मेडल से देश में स्क्वाश के खेल के प्रति युवाओं की रूचि और बढ़ेगी।

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बीसीसीआई ने की ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रंखला की घोषणा

मुंबई, 04 अगस्त (एजेंसी)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली घरेलू श्रंखलाओं की घोषणा बुधवार को की। भारत अपने 2022-23 घरेलू सत्र की शुरुआत सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी20 श्रंखला से करेगा। इसके बाद रोहित शर्मा की टीम टी20 और एकदिवसीय श्रंखला में दक्षिण अफ्रीका का सामना करेगी।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टी20 मैच मोहाली में 20 सितम्बर को खेला जाएगा, जबकि दूसरा मैच नागपुर और तीसरा हैदराबाद में 23 और 25 सितम्बर खेला जाएगा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रंखला की शुरुआत तिरुवनंतपुरम में 28 सितम्बर को होगी। दूसरा टी20 दो अक्टूबर को गुवाहाटी में जबकि तीसरा और आखिरी टी20 मैच इंदौर में चार अक्टूबर को आयोजित होगा।

प्रोटियाज के खिलाफ एकदिवसीय श्रंखला की शुरुआत लखनऊ में छह अक्टूबर को होगी, जिसके बाद दूसरा मैच रांची और तीसरा मैच दिल्ली में क्रमश: नौ और 11 अक्टूबर को खेला जाएगा।

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इंग्लैंड ने भारत को 4-4 के ड्रा पर रोका

बर्मिंघम ,02 अगस्त (एजेंसी)।  भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों की हॉकी प्रतियोगिता में इंग्लैंड के साथ 4-4 का रोमांचक ड्रा खेला।
भारत ने मनदीप सिंह (13, 22) के दो गोलों और ललित कुमार उपाध्याय (3) तथा हरमनप्रीत सिंह (46) के एक-एक गोल से 4-1 की मजबूत बढ़त बना ली थी

लेकिन इंग्लैंड ने वापसी करते हुए मैच ड्रा करा लिया। इंग्लैंड की तरफ से निकोलस बांडुरक (47, 53) ने आखिरी क्वार्टर में दो गोल दागे जबकि लियाम एंसेल (42Ó) और फिलिप रोपर (50) ने एक एक गोल किया।

इंग्लैंड ने भारत से एक अंक छीना और पूल बी तालिका में अपना शीर्ष स्थान बनाये रखा।

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तानिया सचदेव ने भारत की महिला टीम को जीत दिलाई

मामल्लापुरम ,02 अगस्त । तानिया सचदेव ने कीमती अंक हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की और यह उनका ही शानदार प्रदर्शन था जिसके दम पर भारत-ए टीम ने मामल्लापुरम में जारी 44 वें शतरंज ओलंपियाड में महिला वर्ग के चौथे राउंड के मैच में हंगरी के खिलाफ 2.5-1.5 के अंतर से सनसनीखेज जीत दर्ज की।

कोनेरू हम्पी, द्रोणावल्ली हरिका और आर वैशाली के अपने-अपने मुकाबलों में ड्रॉ खेलने के बाद, सचदेव ने अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए सामने आए अवसर पर शानदार प्रदर्शन किया। तानिया ने निर्णायक अंक अर्जित करने के साथ-साथ टीम के लिए मैच पर कब्जा करने के लिए जसोका गाल को हराया।

मैच के बाद तानिया सचदेव ने कहा, यह एक कठिन स्थिति थी और मुझे पता था कि हमारे दो बोर्ड ड्रॉ में समाप्त हो गए थे। हमारे खिलाफ एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीम थी। अब समय आ गया है कि हमें मजबूत टीमों के खिलाफ खेलना होगा। इसलिए, मुझे लगता है कि हमें प्रतियोगिता के लिए तैयार रहने की जरूरत है। हम अगले मैच की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

तानिया के इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भारत की महिला ए टीम के कोच अभिजीत कुंटे ने कहा, टीमें अच्छी तरह से संतुलित हैं और एक समय में एक राउंड खेलना बहुत महत्वपूर्ण है। आज के सभी मैचों में हमने अच्छा प्रदर्शन किया।

11वीं वरीयता प्राप्त भारतीय महिला बी टीम ने भी इसी तरह के 2.5-1.5 स्कोर के साथ एस्टोनिया को हराया। वंतिका अग्रवाल ने अपने विजयी अभियान का विस्तार करते हुए टीम के लिए जीत का अंक हासिल किया जबकि अन्य तीन गेम ड्रॉ समाप्त हुए।

इस बीच चौथे दिन को हुए एक बड़े उलटफेर में, संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व विश्व चैम्पियनशिप चैलेंजर फैबियानो कारुआना को उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसत्तारोव ने हरा दिया। 17 वर्षीय कौतुक अब्दुस्सतारोव शतरंज के भविष्य के उभरते चेहरों में से एक रहे हैं। उज्बेकिस्तान ने शीर्ष वरीयता प्राप्त अमेरिका को 2-2 से ड्रॉ पर रोक दिया।

ओपन सेक्शन के चौथे राउंड के अन्य मैचों में भारत-बी ने इटली के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज की। गुकेश और निहाल सरीन ने जीत दर्ज की, जबकि आर. प्रज्ञानंदा और रौनक साधवानी ने ड्रॉ खेला।

गुकेश ने डेनियल वोकातुरो के खिलाफ शानदार खेल दिखाया। वोकातुरो ने मैग्नस कार्लसन को ड्रॉ पर रोक दिया था। क्वीन्स गैम्बिट डिक्लाइन गेम में, गुकेश सामरिक स्ट्रोक के साथ एक मोहरे को हथियाने के प्रयास में सफल रहे और इस तरह 34 चालों के बाद उन्होंने अंक अपने हक में किया। यह सब तब हुआ था जब उनकी क्वीन, रूक और बिशप ने उनके प्रतिद्वंद्वी के किंग को घेर लिया।

दूसरी वरीयता प्राप्त भारत-ए ने फ्रांस के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला। इस मैच के चारों मुकाबले बराबरी पर रहे जबकि भारत-सी को 1.5-2.5 के स्कोर के साथ स्पेन को हाथों हार मिली।

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घोषाल सेमीफाइनल में, जोशना क्वार्टरफाइनल में हारी

बर्मिंघम ,02 अगस्त । भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेलों के स्क्वाश मुकाबलों में मिला जुला रहा। व्यक्तिगत स्पर्धाओं में सौरव घोषाल सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं जबकि जोशना चिनप्पा को महिला क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा।

घोषाल ने स्कॉटलैंड के ग्रेग लोबान को 3-1 ( 11-5, 8-11, 11-7, 11-3) से हराया और अब उनका सेमीफाइनल में विश्व के नंबर दो न्यूज़ीलैंड के पॉल कॉल से मुकाबला होगा।

इससे पहले जोशना को कनाडा की होली नॉटन से लगातार सेटों में हार का सामना करना पड़ा। नॉटन ने जोशना को 11-9, 11-5, 15-13 से हराया।

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वेटलिफ्टिंग में 20 वर्षीय भारोत्तोलक अचिंता शुली ने जीता स्वर्ण पदक

भारत को मिला छठा मेडल

बर्मिघम ,01 अगस्त (एजेंसी) । भारत के 20 वर्षीय भारोत्तोलक अचिंता शुली ने राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में पुरुषों के 73 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर बर्मिघम के एनईसी हॉल नंबर 1 में कुल 313 किग्रा का नया खेल रिकॉर्ड हासिल किया। उन्होंने स्नैच में 143 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 170 किग्रा भार उठाकर मलेशिया के एरी हिदायत मुहम्मद से आगे निकल गए। उन्होंने कुल 303 किग्रा के साथ रजत पदक जीता, जबकि कनाडा के एस। डार्सिग्नी ने कुल 298 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता।शुली का स्वर्ण यहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का तीसरा और भारोत्तोलन में आने वाला कुल छठा पदक है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले की 20 वर्षीय पूर्व दर्जी शेउली 73 किग्रा में पसंदीदा थी और उसने 143 किग्रा भार उठाकर स्नैच वर्ग से ही बढ़त बना ली। क्लीन एंड जर्क में उन्होंने अपने पहले प्रयास में 165 किग्रा के साथ शुरुआत की, जिसने उन्हें मलेशियाई से 1 किग्रा आगे रखा।भारतीय युवा खिलाड़ी अपने दूसरे प्रयास में 170 किग्रा भार उठाने में विफल रहा और तीसरे प्रयास में उसने अपना कुल 313 किग्रा वजन उठाया, जो राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड है। मलेशिया के मुहम्मद ने भारतीय को पछाडऩे के लिए 175 किग्रा भार उठाने का एक हताश, लेकिन निर्थक प्रयास किया, लेकिन दो प्रयासों में सफल नहीं हुए, जिससे शुली को स्वर्ण पदक मिला।

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भारोत्तोलन में भारत को दूसरा गोल्ड, 19 वर्षीय जेरेमी ने जीता स्वर्ण पदक

बर्मिंघम ,01 अगस्त (एजेंसी) । भारत के जेरेमी लालरिननुंगा ने राष्ट्रमंडल खेलों की भारोत्तोलन प्रतियोगिता के 67 किलोग्राम भारवर्ग में रविवार को नए गेम्स रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया। भारत का इन खेलों में यह दूसरा स्वर्ण और कुल पांचवां पदक है। जेरेमी लालरिननुंगा ने स्नैच में अपने दूसरे प्रयास में 140 किलोग्राम उठाया।

उन्होंने क्लीन एंड जर्क में अपने दूसरे प्रयास में 160 किलो वजन उठाकर कुल 300 किलोग्राम का नया गेम्स रिकॉर्ड बनाया।जेरेमी लालरिननुंगा ने स्नैच में भी नया गेम्स रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने पहले प्रयास में 136 किलो वजन उठाया। उनका दूसरा सफल प्रयास 140 किलो था। उन्होंने तीसरे प्रयास में 143 किलो वजन उठाने की कोशिश की लेकिन विफल रहे। उन्हें 10 किलो की बढ़त मिल चुकी थी।क्लीन एंड जर्क में उनका पहला प्रयास 154 और दूसरा 160 किलो था।

जेरेमी का 165 किलो का तीसरा प्रयास विफल रहा। लेकिन तब तक स्वर्ण उनकी झोली में आ चुका था। मीराबाई चानू ने कल भारोत्तोलन में भारत को खेलों का पहला स्वर्ण दिलाया था।

सामोआ के विपावा नेवो इयोन (127 और 166) को रजत तथा नाइजीरिया के एडीडीओंग जोसफ उमॉफिया (130 और 160) को कांस्य पदक मिला।

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रांची जिला वॉलीबॉल संघ की वार्षिक आम सभा संपन्न हुई

रांची, 31.07.2022 (FJ) आज 31 जुलाई 2022 को  11:00 बजे रांची जिला वालीबॉल संघ की शेखर बोस (अध्यक्ष) रांची जिला वालीबॉल संघ की अध्यक्षता में  आम बैठक रांची विश्वविद्यालय प्रांगण स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में हुई । इस बैठक में वर्ष 2022-2023 में जिला में आयोजित किये जाने वाली वॉलीबॉल प्रतियोगिताओं के आयोजन, समय-समय पर जिला के सभी क्लबों में प्रशिक्षण की व्यवस्था, दूर – दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के क्लबों की भागेदारी सुनिश्चित कराने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चाएं की गई।

बैठक में गत वर्ष झारखंड वॉलीबॉल संघ द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में जिला वॉलीबॉल टीम की भागेदारी तथा उस में मिली उपलब्धियों पर भी चर्चाएं की गई एवं और सभी वर्गों में और अच्छा प्रदर्शन कैसे हो उसकी रूपरेखा भी तैयार की गई। बैठक के दौरान रांची जिला में 9 क्लबों द्वारा लीग का अयोजन किया जाएगा इसलिय उन्हें आज बैठक में प्रशिक्षक भी दिया गया जो समय समय पर विषेष प्रशिक्षण के लिए क्लब में जाकर प्रशिक्षण देंगे

संबंधित क्लब को निम्नलिखित कोच द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा :-

*मारवाड़ी युवक व्यामशाला – संजय कुमार

*रांची विश्वविद्यालय प्रशिक्षण केन्द्र – राजेश कुमार सिंह

*एजी कॉलोनी,डोरंडा – संजय ठाकुर

*ओटीसी ग्राउंड, पिस्का मोड़ – निशी कांत

*सरना टोली – अजयकिस्पोट्टा

*लोहडीह – अंकित तिग्गा

*सरना मोरहावादी – विजय वर्मा

*सीसीएल गांधीनगर – राहुल मुंडा

*नामकुम यूथ क्लब  – देववेंकट राव

उपरोक्त क्लब के द्वारा आपने अपने क्लब में लीग करवाया जायेगा । जिसमे खिलाडियों को निशुल्क खेलने दीया जायेगा ।

इसके अतिरिक्त :-

*सीनियर जिला वॉलीबॉल प्रतियोगिता स्व० बसन्त लाल वर्मा जी की स्मृति में,

*यूथ वालीबाल प्रतियोगिता, सूरज सिंह जी की स्मृति में,

*जूनियर वॉलीबॉल प्रतियोगिता गीता ठाकुर जी की स्मृति में,

*शान्ती देवी जी की स्मृति में सब-जूनियर

*राम चन्द्र झा जी की स्मृति में मिनी वॉलीबॉल प्रतियोगिता

आयोजित किते जाने का निर्णय लिया गया। इस प्रतियोगिता में खिलाडियों और क्लब का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और शुल्क भी लिया जायेगा।

इस बैठक मे श्री शेखर बोस, अध्यक्ष, सह- चेयरमैन प्रमोद कुमार सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष, विकास वर्मा, उपाध्यक्ष भोला प्रताप सिंह,संजय कुमार, संजय सिंह, देव वेंकट राव, अनन्त चौधरी,अजय कुमार झा, कोषाध्यक्ष, श्री राम सुधीर झा, राजेश कुमार सिंह , सचिव, दीपक आनन्द,भावेश कुमार चौधरी, राणा प्रताप मिश्रा, रविंद्र कुमार,बूटी मोड़, आनंद कुमार, विजय वर्मा, अजय किस्पोट्टा, अमन खलखो, राहुल मुंडा, अंकित तिग्गा , अर्गु खेमगारी , हिमाशु कुमार, सत्यम इत्यादि मौजूद थे।

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मोदी ने राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीने पर बिंद्यारानी देवी को दी बधाई

नई दिल्ली 31 Jully (Rns/FJ): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने पर बिंद्यारानी देवी को बधाई दी है।

मोदी ने आज ट्वीट कर कहा, “ राष्ट्रमंडल खेल, बर्मिंघम में रजत पदक जीतने के लिए बिंद्यारानी देवी को बधाई। यह उपलब्धि उनके दृढ़ता का प्रदर्शन है और इससे प्रत्येक भारतीय को बहुत प्रसन्न है। मैं उन्हें भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

ब्रिटेन के बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में बिंद्यारानी देवी ने महिलाओं के 55 किग्राभार वर्ग में 202 किग्रा भार उठाकर रजत पदक जीता।

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2022 के अंत में सन्यास लेंगे सेबेस्टियन वेटेल

बर्लिन ,30 जुलाई ।2022 सत्र के अंत में सन्यास लेंगे। चार बार के विश्व चैंपियन फॉर्मूला वन ड्राइवर जर्मनी के सेबेस्टियन वेटेल ने घोषणा की
2007 के यूनाइटेड स्टेट्स ग्रां प्री में बीएमडब्ल्यू सॉबर के साथ अपनी शुरुआत करने वाले वेेटेल ने एक वीडियो पोस्ट करके अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से इस खबर का खुलासा किया।

मैं 2022 सत्र के अंत तक फॉर्मूला-1 से सन्यास लेने की घोषणा करता हूं। मुझे यह खेल पसंद है। जहां तक मुझे याद है यह खेल मेरे जीवन का केंद्र रहा है, लेकिन जितना जीवन ट्रैक पर है, उतना ही ट्रैक से बाहर भी है। मेरा जीवन लक्ष्य रेसिंग और चैंपियनशिप जीतना नहीं बल्कि मेरे बच्चों को बढ़ते हुए देखना, अपने मूल्यों को आगे बढ़ाना और उनसे सीखने में सक्षम होना बन गया है।

उन्होंने कहा, सन्यास लेने का निर्णय लेना मेरे लिए कठिन रहा है, और मैंने इसके बारे में सोचने में बहुत समय बिताया है। मैं वर्ष के अंत में इस पर चिंतन करने के लिए कुछ और समय लेना चाहता हूं कि मैं आगे किस चीज़ पर ध्यान केंद्रित करूंगा। मेरे लिए यह बहुत स्पष्ट है कि एक पिता होने के नाते मैं अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहता हूं।

वेटेल ने 2010 और 2013 के बीच रेड बुल के साथ अपनी सभी चार चैंपियनशिप जीतीं और केवल लुईस हैमिल्टन (103) और माइकल शूमाकर (91) के पीछे 53 जीत के साथ ग्रां प्री विजेताओं की सर्वकालिक सूची में तीसरे स्थान पर हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 44वें शतरंज ओलम्पियाड के शुरू होने की घोषणा की

चेन्नई,30 जुलाई (एजेंसी) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मे द गेम्स बिगिन’ (खेल को शुरू होने दें) की उद्घोषणा के साथ 44वें शतरंज ओलंपियाड के शुरू होने की घोषणा की।

श्री मोदी ने कहा, शतरंज का सबसे प्रतिष्ठित आयोजन, शतरंज के घर भारत आया है। यह टूर्नामेंट एक विशेष समय पर यहां आया है। हम इस साल औपनिवेशिक शासन से भारत की आज़ादी की 75वीं सालगिरह का जश्न मना रहे हैं। यह हमारा आज़ादी का अमृत महोत्सव है। यह हमारा सौभाग्य है कि हम अपने देश के इतने महत्वपूर्ण समय में आपकी मेज़बानी कर रहे हैं।

शतरंज का शीर्ष आयोजन 44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से नौ अगस्त 2022 तक चेन्नई में आयोजित किया जा रहा है। 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है। इस आयोजन में 187 देश भाग ले रहे हैं जो शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। भारत इस प्रतियोगिता में अपनी अब तक की सबसे बड़ी टुकड़ी को भी मैदान में उतार रहा है जिसमें छह टीमों के 30 खिलाड़ी शामिल हैं।

श्री मोदी ने तमिलनाडु और शतरंज के संबंध के बारे में कहा, तमिलनाडु में सुंदर प्रतिमाओं के साथ कई मंदिर हैं जो विभिन्न खेलों को दर्शाते हैं। तमिलनाडु का शतरंज के साथ ऐतिहासिक संबंध है। इस राज्य ने दुनिया को कई शतरंज मास्टर्स दिये हैं। यह एक जीवंत संस्कृति और सबसे पुरानी भाषा ‘तमिलÓ का घर है।

उन्होंने कहा, 44वां शतरंज ओलंपियाड कई रिकॉर्डों का टूर्नामेंट रहा है। शतरंज ओलंपियाड पहली बार अपनी जन्मस्थल भारत में आयोजित हो रहा है। यह तीन दशकों में पहली बार भारत आया है। इस आयोजन में ओलंपियाड के इतिहास में सर्वाधिक टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस बार महिला वर्ग में भी ओलंपियाड इतिहास की सर्वाधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रही हैं। ओलंपियाड की सबसे पहली टॉर्च रिले भी इसी बार शुरू हुई है।

श्री मोदी ने कहा कि खेलों में कोई हारता नहीं, बल्कि खेलों में सिर्फ विजेता और भविष्य के विजेता होते हैं। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों और टीमों को 44वें ओलंपियाड के लिये शुभकामनाएं देते हुए कहा, मे द गेम बिगिन।

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झूलन और मिताली के बिना भारतीय टीम एक नई शुरुआत

बर्मिंघम, 29 जुलाई(एजेंसी)। कॉमनवेल्थ गेम्स में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह भारतीय महिला क्रिकेट का एक नया दौर है। टीम में अब मिताली राज और झूलन गोस्वामी नहीं है। ये दोनों खिलाडी कम से कम एक फ़ॉर्मेट के लिए वनडे विश्व कप तक उपलब्ध थीं। हालांकि अब ये दोनों खिलाड़ी टीम के साथ नहीं हैं। पिछले 25 सालों से यह जोड़ी भारतीय महिला क्रिकेट का पर्याय रही है। 1997 में मिताली 14 साल की थीं, जब उन्हें घरेलू धरती पर भारत के 50 ओवरों के विश्व कप टीम में चुना गया था।

इस पर केवल यह कहा जा सकता था कि वह अंतिम एकादश में जगह बनाने के लिए बहुत छोटी थीं। उसी संस्करण में झूलन ईडन गार्डन्स में उस प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड फ़ाइनल में एक बॉल गर्ल थीं।

इसके बाद से यह दोनों खिलाड़ी एक ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा रही हैं। साल 2002 में साउथ अफ्ऱीका में टेस्ट जीत से लेकर साल 2005 में विश्व कप के उपविजेता बनने तक यह साथ रहीं। इसके बाद साल 2006 और 2014 में इंग्लैंड को टेस्ट क्रिकेट में मात देना। साल 2016 में आठ नए खिलाडिय़ों के साथ ऑस्ट्रेलिया में सीरीज़ जीतना। इन दोनों खिलाडिय़ो के सह यात्रा का हिस्सा रहा है। हालांकि मैदान पर आये, इस बदलाव के लिए मैदान के बाहर भी उन्होंने महिला क्रिकेट को मिलने वाली सुविधाओं के लिए संघर्ष किया।

इसके लिए उन्होंने बीसीसीआई से भी टक्कर लिया। उनके संघर्ष के बाद सेकेंड क्लास ट्रेन का जमाना ख़त्म होकर महिला खिलाडिय़ों को एयर टिकट मिलने लगा। छोटे कमरों वाले होटलों की जगह पर बढिय़ा होटल मिलने लगे।

मैदान से बाहर उन्होंने हज़ारों युवाओ को क्रिकेट खेलने के लिए प्रति प्रेरित किया। यह उनके सबसे बड़े योगदानों में से एक था लेकिन इसके अलावा उन्होंने महिला खिलाडिय़ों के केंद्रीय अनुबंधों के लिए सक्रिय रूप से पैरवी की जो अंतत: 2016 से अस्तित्व में आया। एक मायने में मिताली और झूलन के बिना सक्रिय क्रिकेटरों के रूप में वैश्विक आयोजन में भारत के बारे में सोचना अब लगभग असंभव है। लंबे समय तक टीम के दो साथी और दोस्त अपने करियर में एक-दूसरे के नीचे खेले। कई बार निराश होने के बावजूद वह अपने खेल को और टीम को आगे बढ़ाते रहीं।

झूलन ने 2018 में टी20 से संन्यास ले लिया था और मिताली ने भी 2019 में इस प्रारूप को अलविदा कह दिया था। फिर भी टीम पर हमेशा उनकी मौजूदगी थी, क्योंकि वे अभी भी 50 ओवर के खिलाड़ी सक्रिय थे। मिताली के मामले में कप्तान होने का मतलब था कि समूह पर उनका अब भी गहरा प्रभाव था।इसलिए भले ही हरमनप्रीत कौर के पास टी20 में टीम को चलाने का एक निश्चित तरीका था, लेकिन हमेशा से एक भावना यह भी थी कि यह उनकी टीम नहीं थी।

एक तरह से यह अजिंक्य रहाणे की तरह था जो विराट कोहली के आराम करने पर हर बार भारत का नेतृत्व करने के लिए आगे आए। जब दो अलग-अलग कप्तान होते थे, तो कभी-कभी चीज़ें आसान नहीं होती थीं क्योंकि हम (मिताली और मैं) दोनों के विचार अलग थे। अब मेरे लिए उनसे (अपने साथियों से) यह पूछना आसान हो गया है कि मैं उनसे क्या उम्मीद कर रही हूं।

यह कोई रहस्य नहीं है कि मिताली और हरमनप्रीत दो अलग-अलग शैली की कप्तान थी, जिन्हें अक्सर बीच का रास्ता खोजने की ज़रूरत होती थी। दो सुपरस्टार अपने आप में एक समान दृष्टिकोण साझा नहीं करते थे। जून में श्रीलंका दौरे से पहले पूर्णकालिक एकदिवसीय कप्तान बनाए जाने पर अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरमनप्रीत को आखऱिकार एक सुकून का एहसास हुआ जो यह जानने से उपजी थी कि यह उनकी टीम थी।

हरमनप्रीत कौर ने कहा, जब दो अलग-अलग कप्तान होते थे, तो कभी-कभी चीज़ें आसान नहीं होती थीं क्योंकि हम (मिताली और मैं) दोनों के विचार अलग थे। अब मेरे लिए उनसे (अपने साथियों से) यह पूछना आसान हो गया है कि मैं उनसे क्या उम्मीद कर रही हूं। चीज़ेें मेरे लिए बहुत आसान होंगी और मेरे साथियों के लिए भी स्पष्ट होंगी। आप इसे किसी भी तरह से देखें राष्ट्रमंडल खेलों से पहले श्रीलंका दौरा मिताली-झूलन युग के बाद भारत का पहला कदम था।

दोनों दिग्गजों के पास इस खेल में योगदान देने के लिए अभी भी काफ़ी कुछ है। शायद ज़मीनी स्तर पर या प्रशासक के रूप में लेकिन मैदान पर, एक व्यापक भावना है कि टीम आखऱिकार दो सितारों की छाया से आगे बढ़ गई है। आखऱिकार यह एक ऐसी पीढ़ी है जिसके लिए मिताली और झूलन ने कड़ी मेहनत की है।

यह अब उनके लिए पहचान और भविष्य के लिए एक सकारात्मक रास्ता तय करने का मौक़ा है।राष्ट्रमंडल खेल अभी भी इस दिशा में एक छोटा कदम या एक बड़ी छलांग हो सकती है।

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बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की रंगारंग शुरुआत, भारतीय खिलाड़ी दिखायेंगे दम

बर्मिंघम, 29 जुलाई (एजेंसी)। ब्रिटेन की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और समावेशिता के अद्भुत प्रदर्शन के साथ यहां 22वें राष्ट्रमंडल खेलों की रंगारंग शुरुआत हो गयी जिसमें खिलाड़ी अब एक दूसरे से स्वयं को अव्वल साबित करने की कोशिश करेंगे। ड्रम वादक अब्राहम पैडी टेटेह ने ‘राफ्टर्स से भरे अलेक्जेंडर स्टेडियम में उद्घाटन समारोह की शुरुआत की। इसके बाद भारतीय शास्त्रीय गायक और संगीतकार रंजना घटक ने कार्यक्रम की अगुवाई की।

राष्ट्रमंडल खेल पहले ऐसे बड़े स्तर के खेल हैं जिन्हें कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद विभिन्न प्रतिबंधों के बिना आयोजित किया जा रहा है। इस बीच लाल, सफेद और नीले रंग की 70 कारों ने मिलकर ब्रिटेन का ध्वज ‘यूनियन जैक बनाया। यहां तक कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रिंस चार्ल्स भी ‘डचेस ऑफ कॉर्नवाल के साथ अपनी एस्टन मार्टिन कार में पहुंचे। शहर के मोटर उद्योग इतिहास को बताने के लिए कारों को इस तरह से पेश किया गया।

बर्मिंघम की संस्कृति और विविधता को प्रदर्शित करने के बाद महान विदूषक चार्ली चैपलिन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस महान हास्य अभिनेता को शहर के नायक के रूप में पेश किया गया। असल में लंदन से लेकर बर्मिंघम तक उनका जन्म स्थान चर्चा का विषय रहा है। महान लेखक विलियम शेक्सपियर का भी जिक्र किया गया। प्रसारक ने ‘शेक्सपियर फर्स्ट फोलियो के बारे में चर्चा की जो कि बर्मिंघम में नया पुस्तकालय है। यह ब्रिटेन का सबसे बड़ा सार्वजनिक पुस्तकालय है।

औद्योगिक क्रांति को दर्शाने के लिए एक उग्र सांड का सहारा लिया गया जिसने इस रंगारंग समारोह में सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। खेलों का शुभंकर ‘पेरी द बुल है।

राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) के अध्यक्ष लुई मार्टिन ने अपने संबोधन में कहा, ”हमारे 72 सदस्य यहां हैं और बर्मिंघम शानदार दिखता है।   मुझे विश्वास है कि यह आयोजन हमारे 92 साल के इतिहास में राष्ट्रमंडल खेलों के सबसे शानदार और महत्वपूर्ण संस्करणों में से एक होगा। इसके बाद भागीदार राष्ट्रों की परेड शुरू हुई। राष्ट्रमंडल खेलों की परंपरा के अनुसार पिछली बार के खेलों का मेजबान आस्ट्रेलिया परेड में सबसे पहले आया और उसके बाद ओसेनिया क्षेत्र के अन्य देश आये।

इसके बाद अन्य देशों ने अपने क्षेत्र की वर्णमाला के अनुसार स्टेडियम में प्रवेश किया। ऑस्ट्रेलिया के बाद अफ्रीका, अमेरिका, एशिया और कैरेबियाई क्षेत्र के देश स्टेडियम में आए। जब 2010 के खेलों के मेजबान भारत का नंबर आया तो लोगों ने तालियां बजाकर करतल ध्वनि के साथ खिलाडिय़ों का स्वागत किया। ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधू और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे थे। परंपरा के अनुसार मेजबान इंग्लैंड ने अंतिम राष्ट्र के रूप में स्टेडियम में प्रवेश किया। जब इंग्लैंड की टीम स्टेडियम में पहुंची तो ”वी विल, वी विल रॉक यू  गीत बज रहा था।

इसके बाद राष्ट्रमंडल खेलों का ध्वज फहराया गया और फिर सीजीएफ के अध्यक्ष मार्टिन ने अपना भाषण दिया। आखिर में ‘प्रिंस ऑफ वेल्स ने खेलों की शुरुआत करने के लिये महारानी के संदेश को पढ़ा। ब्रिटिश ओलंपिक चैंपियन और राष्ट्रमंडल खेलों की तैराकी में 4 स्वर्ण पदक जीतने वाले टॉम डेली समलैंगिक ध्वजवाहकों के दल के साथ क्वीन्स बैटन मशाल को अलेक्जेंडर स्टेडियम में लेकर आए। डेली समलैंगिकता के समर्थक हैं। ढाई घंटे तक चले इस रंगारंग समारोह का आकर्षण दुरान दुरान बैंड भी रहा जिससे कार्यक्रम का समापन भी हुआ।

‘ब्लैक सब्बाथ और ‘सिटी ऑफ़ बर्मिंघम सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा के प्रसिद्ध संगीतकार टोनी इओमी ने भी दिलकश कार्यक्रम पेश किया, जबकि ‘रिबल वैली के प्रतिभाशाली युवा गायक सामंथा ऑक्सबोरो ने ब्रिटिश राष्ट्रगान गॉड सेव द क्वीन गाया। ग्रैमी पुरस्कार विजेता गिटारवादक इयोमी और सैक्सोफोनिस्ट सोवेटो किंच ने भी दर्शकों मोहित किया। इसके बाद लगभग 2000 से अधिक कलाकारों ने शहर के समृद्ध अतीत और वर्तमान का प्रदर्शन किया।

उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों से जुड़े 72 देशों के बीच आपसी संबंधों का भी प्रदर्शन किया। लंदन ओलंपिक 2012 के बाद यह खेल ब्रिटेन के सबसे बड़े और खर्चीले खेल बनने जा रहे हैं। लंदन ओलंपिक खेलों के ठीक 10 साल बाद इनका आयोजन किया जा रहा है।

उद्घाटन समारोह के साथ ही 11 दिन तक चलने वाले खेलों की शुरुआत भी हो गई जिसमें 72 देशों के 5000 से अधिक खिलाड़ी 15 स्थलों पर 19 खेलों की 280 स्पर्धाओं में अपनी चुनौती पेश करेंगे।

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रिकी पोंटिंग भारत और ऑस्ट्रेलिया खेलेंगी टी20 विश्व कप फ़ाइनल

मेलबोर्न, 28 जुलाई।  रिकी पोंटिंग पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और दो बार 50 ओवर विश्व कप जीतने वाले  का मानना है कि इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के फ़ाइनल के लिए मेज़बान ऑस्ट्रेलिया और भारत सबसे प्रबल दावेदार हैं। आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के कोच पोंटंग ने ‘आईसीसी रिव्यू’ के नवीनतम एपिसोड में कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया फ़ाइनल खेलने वाली दो टीमें होंगी और ऑस्ट्रेलिया उन्हें फ़ाइनल में हरा देगा।

मौजूदा चैंपियन टीम के पास घरेलू परिस्थितियां हैं और यह एक ऐसी चीज़ थी जिसने पिछले विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की जीत को ना सिफऱ् उल्लेखनीय बनाया, बल्कि बहुत सुखद भी।’ टी20 विश्व कप के इतिहास में भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ने दो-दो बार फ़ाइनल खेला है लेकिन एक बार भी एक दूसरे के विरुद्ध नहीं। 2007 में भारत ने पाकिस्तान को हराकर पहला विश्व कप अपने नाम किया था जबकि 2014 में वह श्रीलंका से हारे थे।

ऑस्ट्रेलिया पिछले साल न्यूज़ीलैंड को हराकर अपना पहला विश्व कप जीता और इससे पूर्व वह 2010 के फ़ाइनल में इंग्लैंड से हारा था। पोंटिंग लंबे समय से ब्रेंडन मैकुलम के प्रशंसक रहे हैं और हाल ही में अपने कार्यकाल के दौरान इस कीवी खिलाड़ी ने अब तक जो कुछ भी किया है, उससे वह बहुत प्रभावित हुए हैं। इंग्लैंड के नए सीमित ओवर कोच मैथ्यू मॉट से भी पोंटिंग परिचित हैं और उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ा ख़तरा इंग्लैंड को बताया।

उन्होंने कहा, ‘मुझे सचमुच में लगता है कि इंग्लैंड सफ़ेद गेंद वाली एक शानदार टीम है और उनके पास सफ़ेद गेंद का एक शानदार सेटअप है। मुझे लगता है कि कागज़ पर तीन टीमें जिनके पास सबसे अधिक क्लास और सबसे ज़्यादा मैच जिताने वाले खिलाड़ी दिखते हैं, वे हैं भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड।’ पिछले साल यूएई में हुए विश्व कप में पाकिस्तान ने क्रिकेट जगत को ख़ासा प्रभावित किया था और ग्रुप स्टेज में सारे मैच जीतते हुए सेमीफ़ाइनल में प्रवेश किया ।

वहां एक कऱीबी मुक़ाबले में उन्हें ऑस्ट्रेलिया के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था और पोंटिंग ने पाकिस्तान टीम को कप्तान बाबर आज़म पर अत्यधिक निर्भरता से बचने की सलाह दी। पोंटिंग ने कहा, ‘अगर बाबर के लिए शानदार टूर्नामेंट नहीं रहा तो वह नहीं जीतेंगे।

बाबर को कुछ साल पहले मैंने ऑस्ट्रेलिया में खेलते हुए देखा था और तब से वह और बेहतर बनते जा रहे हैं। पाकिस्तान के लिए सलामी जोड़ी और नई गेंद से गेंदबाज़ी बहुत महत्वपूर्ण रहेगी। ऑस्ट्रेलिया के पिचों पर स्पिन का इतना बड़ा रोल नहीं होगा’

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बर्मिंघम में भारत ने मनाया आज़ादी का अमृत महोत्सव

बर्मिंघम, 28 जुलाई(एजेंसी )। बर्मिंघम में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने आज 28 जुलाई से शुरू होने वाले बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों से पहले भारतीय टीम का स्वागत करते हुए प्राइड ऑफ इंडिया एट 75 कार्यक्रम का आयोजन किया। बर्मिंघम के रॉयल बर्मिंघम संगीत विद्यालय में आज़ादी का अमृत महोत्सव आयोजित कार्यक्रम में पांच एथलीट शामिल थे, जो बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय दल का हिस्सा हैं।

साथ ही महावाणिज्य दूत डॉ शशांक विक्रम, कार्यवाहक उच्चायुक्त सुजीत घोष, चांसरी के प्रमुख हितेश सक्सेना, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल खन्ना, आईओए कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे और बर्मिंघम में भारतीय टीम के प्रमुख राजेश भंडारी मौजूद रहे।

बर्मिंघम में भारतीय मूल के लोगों के साथ सामान्य प्रश्नोत्तर के बाद एथलीटों ने संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को संबोधित किया।

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स्वीडन को करारी शिकस्त देकर इंग्लैंड यूरो 2022 के फाइनल में

शेफील्ड,27 जुलाई (एजेंसी)। इंग्लैंड की महिला टीम ने स्वीडन को 4-0 से करारी शिकस्त देकर यूरोपीय महिला फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना जर्मनी या फ्रांस से होगा।

इंग्लैंड की पुरुष टीम ने पिछले साल यूरो 2020 के फाइनल में पहुंची थी लेकिन वेम्बले में खेले गए फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में इटली से हार गई थी।

विश्व में दूसरे नंबर की टीम स्वीडन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाई जबकि इंग्लैंड ने शुरू से दबदबा बनाए रखा। इंग्लैंड ने अपने तीन गोल दूसरे हॉफ में किये।

इंग्लैंड की तरफ से बेथ मीड (34वें), लूसी ब्रांज (48वें), एलिसा रूसो (68वें) और फ्रैन किर्बी (76वें मिनट) ने गोल किये।

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भारत ने पैडी अप्टन को मानसिक स्वास्थ्य कोच बनाया है

पोर्ट ऑफ स्पेन, 27 जुलाई(एजेंसी)। भारत ने पैडी अप्टन को मानसिक स्वास्थ्य कोच बनाया है। वह राहुल द्रविड़ की अगुवाई वाली सपोर्ट स्टाफ़ टीम से जुड़ेंगे। अप्टन इससे पहले 2008 से 2011 के बीच भी टीम इंडिया के सहयोगी स्टाफ़ का हिस्सा थे, तब भारतीय टीम ने वनडे विश्व कप जीता था। इसके बाद जब गैरी कर्स्टन भारतीय टीम की कोचिंग छोड़ दक्षिण अफ्ऱीका गए तो अप्टन वहां भी उनके सहयोगी की भूमिका में रहे। दक्षिण अफ्ऱीका की यह टीम 2013 में टेस्ट की नंबर-1 टीम बनी थी।

पता चला है कि अप्टन भारतीय टीम से वेस्टइंडीज़ में जुड़ गए हैं और इस साल के टी20 विश्व कप तक टीम का हिस्सा होंगे। अप्टन इससे पहले द्रविड़ के साथ राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली डेयरडेविल्स में भी काम कर चुके हैं। वह इस सीजऩ भी राजस्थान रॉयल्स की टीम से जुड़े थे।

वह ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग में सिडनी थंडर टीम से भी जुड़े रहे हैं, जब इस टीम ने 2015-16 में खि़ताब जीता था। अप्टन अपने कोचिंग के दौरान खिलाडिय़ों को माउंटेन क्लाइम्बिंग और कैनोइंग जैसे कठिन खेल खिलाने के लिए जाने जाते हैं। उनका मानना है कि इससे खिलाडिय़ों को एहसास होता है कि क्रिकेट के मैदान में आने वाली चुनौतियां ऐसी चुनौतियों से बहुत छोटी हैं।

भारत ने 2003 और 2007 विश्व कप से पहले क्रमश: सैंडी गॉर्डन और रूडी वेबस्टर को मानसिक स्वास्थ्य कोच बनाया था, वहीं 2022 महिला विश्व कप के दौरान मुग्धा बावरे महिला टीम से जुड़ी थीं।

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एशियाई निशानेबाजी परिसंघ ने चैंपियनशिप 2024 की तिथियों की घोषणा की

हॉली (कुवैत), 27 जुलाई(एजेंसी) । एशियाई निशानेबाजी परिसंघ की कार्यकारी समिति ने पेरिस ओलंपिक कोटा स्थानों के साथ एएससी चैंपियनशिप 2024 के लिए मेजबान संघों की घोषणा की। एशियाई राइफल और पिस्टल चैंपियनशिप 2024 की मेजबानी 11-24 फरवरी तक इंडोनेशिया निशानेबाजी संघ करेगा, जहां पेरिस ओलंपिक के लिए 16 एशियाई महाद्वीपीय कोटा स्थान दांव पर होंगे।

दूसरी ओर, कुवैत निशानेबाजी महासंघ 12 से 23 जनवरी तक एशियाई शॉटगन चैंपियनशिप 2024 की मेजबानी करेगा जहां पेरिस 2024 के लिए आठ महाद्वीपीय कोटा स्थान हथियाने के लिए होंगे।

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मोहम्मद अली की बेल्ट 61.8 लाख डॉलर में बिकी

डलास, 26 जुलाई(एजेंसी)। मोहम्मद अली द्वारा 1974 में ‘हैवीवेट’ मुकाबले ‘रंबल इन जंगल’ में जीती गई बेल्ट एक नीलामी में 61.8 लाख डॉलर की बिकी। डलास के ‘हेरिटेज ऑक्शन’ के अनुसार, नीलामी में कड़े मुकाबले के बाद ‘इंडियानापोलिस कोल्ट्स’ (पेशेवर फुटबॉल टीम) के मालिक जिम इरसे के हाथ यह बेल्ट लगी।

इरसे ने बेल्ट खरीदने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने रॉक म्यूजिक, अमेरिकी इतिहास और पॉप कल्चर से जुड़ी चीजों के संग्रह के लिए यह बेल्ट खरीदी है।

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नीरज चोपड़ा मांसपेशियों में खिंचाव के कारण राष्ट्रमंडल खेलों से हटे

बर्मिंघम,26 जुलाई (एजेंसी)। भाला फेंक के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा फिटनेस संबंधी दिक्कतों के कारण राष्ट्रमंडल खेलों से हट गए हैं। भारतीय ओलंपिक संघ  ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

चोपड़ा ने रविवार को यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ऐतिहासिक रजत पदक जीता था लेकिन इस प्रतियोगिता के दौरान उनके पांव की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था।

आईओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि मौजूदा ओलंपिक चैंपियन चोपड़ा को एक महीने के विश्राम की सलाह दी गई है।
उन्होंने कहा,  भारतीय टीम के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की आज सुबह अमेरिका से फोन पर मुझसे बात हुई और उन्होंने फिटनेस चिंताओं के कारण बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने में असमर्थता जताई।

मेहता ने कहा,  यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने के बाद चोपड़ा ने सोमवार को एमआरआई कराया था और उनकी चिकित्सा टीम ने उन्हें एक महीने विश्राम करने की सलाह दी है।

यह 24 वर्षीय खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाला दूसरा भारतीय एथलीट बना था। उनसे पहले अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 विश्व चैंपियनशिप में लंबी कूद में कांस्य पदक जीता था

चोपड़ा के गुरुवार से शुरू होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का ध्वजवाहक बनने की संभावना थी।

भारतीय दल के दल प्रमुख राजेश भंडारी ने कहा,  हमारी अब बैठक होगी जिसमें नए ध्वजवाहक का चयन किया जाएगा।

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मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से अमेरिका में आयोजित खेल एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटीं 5 महिला हॉकी खिलाड़ियों ने मुलाकात की

22.07.2022 – मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय, रांची (FJ) – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में पिछले महीने अमेरिका में आयोजित खेल एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में हिस्सा लेकर झारखंड वापस लौटीं 5 महिला हॉकी खिलाड़ी पुण्डी सारू, जूही कुमारी, प्रियंका कुमारी, हेनरिता टोप्पो और पूर्णिमा नेती ने मुलाकात की।

सभी खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अमेरिका दौरे के अनुभवों को साझा किया तथा मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की। सभी खिलाड़ियों में मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। मौके पर मुख्यमंत्री ने इन पांचों हॉकी खिलाड़ियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं एवं बधाई दीं।

झारखंड के खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध करा रही हमारी सरकार

मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराने का कार्य हमारी सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सभी खेल की संभावनाओं को निरंतर ऊपर लाने का काम किया जा रहा है। राज्य को ‘खेल शक्ति’ के रूप में आगे ले जाना है। नई खेल पॉलिसी के तहत खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान और उनके हुनर को निखारने के लिए विशेष पहल किया जा रहा है। खिलाड़ियों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खुशी महसूस हो रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों से निकलकर हमारी बच्चियां अपने हुनर का प्रदर्शन अमेरिका जैसे देशों में दिखा रही हैं। झारखंड के खिलाड़ियों पर पूरे देश को नाज है।

आप सभी खिलाड़ियों का उत्साह ये बताने के लिए ये काफी है कि आने वाले दिनों में खेल के क्षेत्र में झारखंड बहुत आगे बढ़ेगा। मौके पर सभी महिला खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष 3 सप्ताह के अमेरिका दौरे की यादें और अनुभवों को साझा किया। सभी खिलाड़ी काफी उत्साहित नजर आयीं। इस अवसर पर यू.एस. काउंसलेट कोलकाता भी मौजूद रहे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सीईओ श्री राखाल चंद्र बेसरा, शक्ति वाहिनी संस्थान के श्री ऋषि कांत सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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RPC YELLOW बना चैंपियन, किसलय शानू बने प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट

मीडिया कप वॉलीबॉल 2022

रांची, 29.06.2022 – रांची प्रेस क्लब के तत्वाधान में मीडिया कप वॉलीबॉल 2022  का आयोजन किया गया. जिसमे  RPC YELLOW ने रांची विश्वविद्यालय प्रांगण खेली गई मीडिया कप वॉलीबॉल प्रतियोगिता का खिताब जीत लिया है। खिताबी मुकाबले में RPC YELLOW ने सीधे सेटों में RPC RED को 25-18, 25-22 से हरा कर खिताब जीता।प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करनेवाले किसलय शानू को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया।

मैन ऑफ द फाइनल प्रमोद सिंह का शानदार प्रदर्शन भी RPC RED को जीता नहीं पाया। मुख्य अतिथि द्रोणाचार्य अवॉर्डी हॉकी कोच नरेंद्र सिंह सैनी व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने विजयी खिलाड़ियों के बीच पुरस्कार वितरण किया।

प्रतियोगिता को सफल बनाने में विशेष योगदान के लिए झारखंड वॉलीबॉल संघ के शेतांक सेन, राजेश कुमार सिंह व उनकी टीम को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष राजेश सिंह समेत बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे। सभी अतिथियों व खिलाड़ियों को एक एक पौधा देकर सम्मानित किया गया।

इससे पहले लीग मुकाबले में RPC YELLOW ने RPC BLUE को 23-25, 25-12, 15-3 से हराकर फाइनल में जगह पक्की की। वहीं फाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी RPC GREEN के खिलाफ RPC RED को मैच जीतने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा। RPC RED ने ये संघर्षपूर्ण मुकाबला 25-17, 22-25, 15-13 से जीता।

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श्रेयस होसुर ने आयरनमैन ट्रायथलॉन को पूरा कर,इतिहास रचा

नईदिल्ली,07 जून (आरएनएस)।श्रेयस होसुर ने आयरनमैन ट्रायथलॉन को पूरा कर,इतिहास रचा.  दक्षिण पश्चिम रेलवे के डिप्टी एफएएंडसीएओउ श्रेयस होसुर ने कठिन आयरनमैन ट्रायथलॉन को पूरा करने वाले पहले रेलवे अधिकारी और बिना वर्दी वाली सिविल सेवाओं के पहले अधिकारी बनकर भारतीय रेलवे को गौरवान्वित किया है।

इस स्पर्धा में 3.8 किलो मीटर की तैराकी, 180 किलो मीटर साइक्लिंग और 42.2 किलो मीटर की दौड़ शामिल थी। श्रेयस ने इसे जर्मनी के हैम्बर्ग में 5 जून, 2022 को 13 घंटे 26 मिनट में पूरा किया।

स्पर्धा समाप्ति करने वाले को आयरनमैन के नाम से जाना जाता है, जो स्पर्धा के लिए आवश्यक मानसिक और शारीरिक शक्ति के अनुरूप होता है।

यह स्पर्धा हैम्बर्ग झील के ठंडे पानी में सुबह 6:30 बजे 3.8 किलो मीटर की तैराकी के साथ शुरू हुई, जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्र में 180 किलो मीटर लंबी साइकिलिंग हुई और 42.2 किलो मीटर की पूर्ण मैराथन के साथ समाप्त हुई।

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