विराट कोहली ने कॉमनवेल्थ गेम्स के सभी एथलीट्स को दी बधाई

नई दिल्ली ,10 अगस्त ।  भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पदक विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई दी। सोमवार को संपन्न हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में भारत चौथे स्थान पर रहा।

कोहली ने स्वदेशी सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर अपने अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की है, जिसमें सभी भारतीय एथलीट्स को पदक जीतने की खुशी में अपनी जीत का जश्न मनाते देखा जा सकता है।

कोहली ने कू ऐप पर लिखा, आप हमारे देश के लिए बड़ी ख्याति लेकर आए हैं। हमारे सभी विजेताओं और कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के सभी प्रतिभागियों को बधाई। हमें आप पर बहुत गर्व है। जय हिंद।

यह गर्व की बात है कि भारत ने इस बार 61 पदक जीते। भले ही भारत गोल्ड कोस्ट खेलों से अपने पदकों की संख्या को पार नहीं कर सका, लेकिन इसके बावजूद इस संस्करण में निशानेबाजी को शामिल नहीं करने पर विचार करते हुए, यह खेलों के इस संस्करण में भारतीय दल द्वारा एक उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है।

भारत ने अंतिम दिन 4 स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य हासिल करके इसे उम्दा दौड़ के रूप में समाप्त किया। वर्ष 2010 में जब देश में खेल आयोजित किए गए थे, तब भारत ने कुल 101 पदक हासिल किए थे।

पुरुष हॉकी टीम रजत के लिए समझौता कर सकती थी, लेकिन वे ऑस्ट्रेलिया द्वारा 7-0 से मात खा गए थे। भारतीय शटलर पूरे खेल में उत्कृष्ट थे, क्योंकि उन्होंने 6 श्रेणियों में 6 (3 स्वर्ण, 1 रजत, 2 कांस्य) पदक हासिल किए थे। वे केवल मिक्स्ड डबल्स ही नहीं खेल पाए।

***************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version