राहुल गांधी से तीसरे राउंड की पूछताछ, बाहर सड़क पर धरना..

Third round of questioning of Rahul Gandhi, picketing on the road outside ..

नई दिल्ली 15 June (Rns) । कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के लिए बुधवार को लगातार तीसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। राहुल गांधी सीआरपीएफ जवानों की ”जेड’ श्रेणी की सुरक्षा के साथ सुबह करीब 11 बजकर 35 मिनट पर मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय पहुंचे। उनके साथ उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी आयीं। वह 11 घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद मंगलवार रात साढ़े 11 बजे ईडी मुख्यालय से निकले थे।

केंद्रीय जांच एजेंसी अपने दफ्तर में उनसे पूछताछ कर रही है। वहीं, कांग्रेस मुख्यालय के बाहर कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के वफादार नेता दिल्ली की तपती गर्मी में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध करने वाले नेताओं में अधीर रंजन चौधरी, अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरीखे नेता शामिल हैं। ये सभी सड़कों पर लगातार राहुल के खिलाफ ईडी की पूछताछ का विरोध कर रहे हैं और इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बता रहे हैं।

आपको बता दें कि ईडी के कार्यालय के आसपास पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है। यहां आपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है।

वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से पिछले दो दिनों में ईडी कार्यालय में तकरीबन 21 घंटे पूछताछ हुई है। उनसे कई सत्रों में पूछताछ की गयी और धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि गांधी से मंगलवार को पूछताछ पूरी नहीं की जा सकी, इसलिए उन्हें बुधवार को अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।

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जिंदगी की जंग जीतकर मौत के मुंह से बाहर निकला जांबाज राहुल

* छत्तीसगढ़ में मिशन 101 कामयाब

*मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने रचा इतिहास

रायपुर, 14 जून (आरएनएस)जांबाज राहुल।जिंदगी की जंग जीतकर मौत के मुंह से बाहर निकला .  छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा के पिहरीद का 10 वर्षीय बालक राहुल आखिरकार मौत के मुंह से बाहर आ गया। राहुल पिछले एक सौ पांच घंटे तक बोरवेल के 65 फीट गहरे गड्ढे में फंसा रहा। पांच दिनों तक एक ही पोजीशन में बाहर निकाले जाने की आस लिए 10 साल के राहुल के जज्बे को न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लोग सलाम कर रहे है।

कई घंटों तक गले तक पानी में डूबे राहुल ने हार नहीं मानी और आखिरकार अपनी हिम्मत, रेस्क्यू टीम की मेहनत और लोगों की दुवाओं के दम पर जिंदगी की जंग जीत ली। रेस्क्यू टीम ने राहुल को मंगलवार रात टनल के जरिए बाहर निकाल लिया और तत्काल उसे उपचार के लिए बिलासपुर के अपोलो अस्पताल रवाना किया गया। राहुल को बचाने के अभियान के दौरान पल पल की जानकारी लेकर दिशानिर्देश देने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल के साहस को सलाम किया है।

उन्होंने बचाव कार्य में लगी एनडीआरएफ एसडीआरएफ,सेना सहित सभी टीमों की सराहना की है। राज्यपाल अनुसुइया उइके ने बचाव कार्य में जुटने वाले दलों को धन्यवाद दिया है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू बचाव अभियान पर लगातार नजर रखे हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी राहुल की सलामती की कामना के साथ लगातार अपडेट लेते रहे।

रेस्क्यू ऑपरेशन के पांचवें दिन मंगलवार को बेहद सावधानी के साथ बचाव कार्यवाही की गई। कुछ चट्टानों को कटाई कर वाइब्रेटर चलाया गया। मलबा हटाने की कार्यवाही की गई। ड्रिल से चट्टान काटने के बाद विक्टिम लोकेशन कैमरा लगाया गया। इस विशेष कैमरे से दीवार या चट्टानों के उस पार से आने वाली आवाजों को आसानी से सुना जा सकता है। कैमरे से आवाज सुनकर रेस्क्यू को और आसान बनाया गया। एनडीआरएफ के जवान इस व्हीएलसी कैमरे की जाँच कर आवश्यक तैयारी में जुटे रहे।

रेस्क्यू दल ने अंतिम कार्यवाही सुरंग के भीतर शुरू की। बल्ली ले जाकर एक स्ट्रक्चर खड़ा किया गया। टीम ने वाइब्रेटर से राहुल के नीचे के पत्थर को छीलने जैसा जतन करते हुए उसके एकदम नजदीक पहुंची। हालांकि कई बार पानी भरने के चलते काम धीम हुआ जिसके लिए रेस्क्यू टीम ने पूरे गांव के बोर को चालू करवाया ताकि जिस गडढे में राहुल फंसा हुआ है वहां पानी न भरे। इस बीच शाम ढलने के साथ ही उम्मीद का सूरज ऊगता महसूस हुआ।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर सारी व्यवस्था पहले से ही पूरी कर ली गई थी। राहुल को अस्पताल ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर तैयार था। डॉक्टरों की टीम पूरी तैयारी के साथ अलर्ट थी कि जैसे ही राहुल बोरबेल से बाहर निकाला जाय उसे फौरन अस्पताल ले जाएं। अस्पताल में भी पहले से ही तैयारी की गई थी। सेना की टीम ने इस अभियान का नेतृत्व किया। वहीं इस रेस्क्यू ऑपरेशन को देखने मौके पर हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए थे।और जैसे ही राहुल के करीब होने की सूचना मिलती थी लोगो मे उत्साह उमड़ आता था।और लोग भारत माता की जय जैसे नारे भी लगा रहे थे।

बता दें कि छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा के पिहरीद का 10 वर्षीय बालक राहुल साहू पिछले शुक्रवार को दोपहर तीन बजे खेलते खेलते अपने घर के पीछे बने बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। जिसे बचाने के लिए शासन प्रशासन लगतार जुटा हुआ था। जिसे 105 घंटे चले रेस्क्यू अभियान के बाद बाहर निकाल लिया गया।

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पुरी में संपन्न हुई महाप्रभु श्री जगन्नाथ की स्नान यात्रा

भुवनेश्वर ,14 जून (आरएनएस) पुरी में संपन्न हुई महाप्रभु श्री जगन्नाथ की स्नान यात्रा। पवित्र ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आज पुरी में महाप्रभु श्री जगन्नाथ की स्नान यात्रा का आयोजन किया गया। साल भर में भगवान जगन्नाथ की आयोजित द्वादशी यात्रा में स्नान यात्रा को प्रथम यात्रा माना जाता है। कोरोना काल में दो साल से प्रत्यक्ष स्नान यात्रा में शामिल होने से वंचित भक्तों के लिए इस बार स्नान यात्रा में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। महाप्रभु श्री जगन्नाथ की स्नान यात्रा देखने लाखों की संख्या में भक्त पुरी पहुंचे। बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं के श्रृंखलित दर्शन को लेकर प्रशासन ने बेहद संजीदा व्यवस्था की है।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह 3.30 बजे डोर लागी नीति के बाद 3.40 बजे पहण्डी बिजे आरंभ हुई। सुबह 7.15 बजे तक तीनों विग्रहों को स्नान मंडप पर बिराजमान कराया गया। 7.30 मंगला आरती अवकाश, द्वारपाल पूजा के बाद 12 बजे स्वर्ण कूप ( सोने का कुआं ) से जल संग्रहित कर स्नान मंडप पर लाया गया। स्नान यात्रा में महाप्रभु को स्नान से पहले व्योमरागिणी जिसे स्थानीय भाषा में बोइआणी यानी मेघ वर्ण वस्त्र धारण कराया गया । जिसका अर्थ यह है कि स्वयं जगत के स्वामी जगन्नाथ जी का मेघ से बरसने वाले जल से प्रत्यक्ष स्नान संपन्न हो सके। महाप्रभु श्री जगन्नाथ को 35 घड़े, बलदेव जी को 33, देवी सुभद्रा को 22, एवं सुदर्शन जी को 18 इस तरह कुल 108 घड़े जल से विग्रहों को स्नान कराया गया।

स्वर्ण कूप से किया जाता है जल संग्रहित स्नान यात्रा वर्ष में पहली घटना होती है जब महाप्रभु श्री जगन्नाथ मंदिर से बाहर निकलकर भक्तों को दर्शन देते हैं मंदिर के परकोटे में बने स्नान मंडप पर महाप्रभु की चतुर्धा मूर्ति को पहण्डी बिजे करवा कर लाया जाता है। गराबडु सेवकों द्वारा स्वर्ण कूप ( सोने का कुआं) से जल संग्रहित कर स्नान मंडप पर लाया जाता है और जल का संस्कार सहित विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद महाप्रभु को आपादमस्तक स्नान कराया जाता है। साल भर में केवल यही एक मौका होता है जब महाप्रभु का प्रत्यक्ष स्नान कराया जाता है अन्यथा उन्हें हरदिन प्रतीक स्नान अर्थात बिम्ब स्नान कराया जाता है।

स्नान यात्रा में शीतला मंदिर के समीप स्थित स्वर्ण कूप से जल संग्रहित कर सेवकों द्वारा स्नान मंडप पर लाया जाता है। यह कूप साल भर बंद रखा जाता है। स्नान पूर्णिमा के पहले चतुर्दशी तिथि में कूप को साफ कराया जाता है। इस स्थिर एवं अव्यवहृत शीतल जल से स्नान करने के कारण महाप्रभु बीमार पड़ते हैं। जल में चन्दन और केसर मिलाकर षोडस उपचार विधि से जल संशोधन किया जाता है

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राहुल गांधी ईडी के समक्ष लगातार दूसरे दिन पेश हुए , पूछताछ जारी

*कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किया रोष प्रदर्शन, कई पुलिस हिरासत में

नयी दिल्ली,14 जून (आरएनएस)।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के एक मामले में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए और जांच एजेंसी द्वारा उनसे पूछताछ जारी है। राहुल गांधी एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी के मुख्यालय पहुंचे। उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी उनके साथ थीं। ईडी ने कांग्रेस नेता से सोमवार को 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। इसके बाद ईडी ने राहुल गांधी से मंगलवार को दोबारा पेश होने के लिए कहा था।उधर, राहुल गांधी की पेशी पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार की तरह मंगलवार को भी प्रदर्शन किया और कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मंगलवार को भी कांग्रेस मुख्यालय से लगे इलाके में धारा 144 लगा रखी है। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भी दिल्ली समेत देश के कई शहरों में ईडी कार्यालयों के बाहर ‘सत्याग्रह’ किया और मार्च निकाला, जिसे पार्टी के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है।

मुख्य विपक्षी दल ने यह दावा भी किया कि दिल्ली पुलिस की धक्कामुक्की के कारण पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम समेत उसके कई नेताओं को चोट आई हैं। हालांकि, पुलिस ने कहा है कि उसकी तरफ से कोई बल प्रयोग नहीं किया गया और पुलिसकर्मियों के कारण किसी के चोटिल होने की जानकारी उसके पास नहीं है। ईडी धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत राहुल गांधी का बयान दर्ज कर रही है। इसी मामले में ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है। सोनिया गांधी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्वस्थ हैं और फिलहाल सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं।

अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है, ताकि ‘यंग इंडियन’ और ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (एजेएल) के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेन-देन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके। ‘यंग इंडियन’ के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य सदस्य शामिल हैं। कांग्रेस का कहना है कि उसके शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं तथा ईडी की कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति के तहत की जा रही है। उसने यह भी कहा है कि पार्टी और उसका नेतृत्व झुकने वाले नहीं है।

दिल्ली की एक निचली अदालत द्वारा ‘यंग इंडियन’ के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिए जाने के बाद एजेंसी ने पीएमएलए के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज किया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संबंध में 2013 में एक शिकायत दर्ज कराई थी।

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इलाज के लिए सिंगापुर जायेंगे लालू प्रसाद यादव

*अदालत ने पासपोर्ट रिलीज करने का दिया आदेश

रांची,14 जून (आरएनएस)। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के लिए विदेश जाकर इलाज कराने का रास्ता साफ हो गया है। रांची स्थित सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने मंगलवार को उनका पासपोर्ट रिलीज करने का आदेश दिया है। चारा घोटाला का मामला सामने आने के बाद वर्ष 1996 में लालू प्रसाद यादव का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया था।

लालू प्रसाद यादव ने हाल में अदालत में याचिका दायर कर दरख्वास्त लगायी थी कि उन्हें किडनी, शुगर सहित अन्य बीमारियों के इलाज के लिए सिंगापुर जाने की जरूरत है, इसलिए उनका पासपोर्ट रिलीज किया जाये। पहले इस मामले की सुनवाई 10 जून को निर्धारित थी, लेकिन अदालत की कार्यवाही उस दिन स्थगित हो गयी। मंगलवार को सीबीआई के स्पेशल जज दिनेश राय की कोर्ट में याचिका पर सुनवाई हुई।
लालू प्रसाद यादव के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने बताया कि सुनवाई के बाद कोर्ट ने पासपोर्ट रिलीज करने की मंजूरी दे दी है। उम्मीद की जा रही है कि बुधवार तक लालू प्रसाद यादव को उनका पासपोर्ट मिल जाएगा।

लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के चार अलग-अलग मामलों में अब तक कुल मिलाकर साढ़े बत्तीस वर्ष की सजा सुनाई गयी है। वह इन दिनों जमानत पर हैं। हाल तक वह इलाज के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती थे।

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भाजपा ईडी के पीछे छिपकर राहुल गांधी की आवाज दबाना चाहती है : कांग्रेस

नई दिल्ली, 14 जून, (आरएनएस) । कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ईडी के नोटिस पर लगातार बुलाने को लेकर कांग्रेस पार्टी के महासचिव रणधीर सुरजेवाला ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राइवेट कंपनियों के नुमाइंदे बन कर फ्रांस में राफेल का ठेका दिलातें हैं और कभी प्राइवेट कंपनियों को श्रीलंका में बिजली का ठेका देने का दबाव डालते है । राहुल गांधी ने मुठ्ठी भर उद्योगपतियों और मोदी सरकार के इस गठजोड़ को बेनकाब किया है और इसीलिए मोदी सरकार को राहुल गांधी से परेशानी है।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने बौखला कर इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट मतलब ईडी के पीछे छिपकर सत्य निष्ठा की आवाज पर हमला बोल रहा है। लाला ने कहा कि राहुल गांधी पर नहीं निर्भर है जो जनता के सामने रखती है क्योंकि जो जनता के मुद्दे को उठाकर जनता के सामने ला रहे हैं । भाजपाई सत्ता की एजेंसियों से इधर से कितने ही लोगों ने समझौता कर भाजपा में माफीनामा देकर भाजपा में प्रवेश कर लिया। सुरजेवाला ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों से डरकर राहुल गांधी और कांग्रेस के उन हजारों लाखों कार्यकर्ताओं को ना डरा सकते हैं ना झुका सकते हैं ना दवा सकते हैं देश के हित के लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता राहुल गांधी के साथ लड़ते रहेंगे ।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार हजारों करोड़ों के विज्ञापन पर खर्च कर रही है और अपने 40 से 50 मंत्री लगाकर सारे मीडिया पर दबाव डालकर केवल राहुल गांधी की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा है की नरेंद्र मोदी की सरकार के मंत्रियों के पास और काम नहीं है कि केवल राहुल गांधी और कांग्रेस के उन नेताओं को टारगेट करने का काम है जो उनके गलत नीतियों का विरोध कर रहे हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा डर गई है कांग्रेस की एकजुटता और राहुल गांधी की बुलंद आवाज से भाजपा को अब लग रहा है कि अब उनकी गलत नीति जो देश पर थोप रहे हैं वह नहीं चलने दी जाएगी इस वजह से भाजपा डरकर राहुल गांधी को ही परेशान करने में लग गई है। सुरजेवाला ने कहा कि जब चीन ने हमारे देश की सरज़मीं पर जबरन कब्ज़ा किया और हमारे जवान शहीद हुए, तो देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘न कोई घुसा है, न कोई आया हैÓ।तब विपक्ष की एकमात्र आवाज़ राहुल गाँधी ने सरकार को इस झूठ पर घेरा और देश की माटी के लिए, शहीद जवानों के लिए आवाज़ उठाई। आज दो साल बीतने के बावज़ूद भी मोदी सरकार चीन को भारत की सीमा से वापस नहीं खदेड़ पाए।

सुरजेवाला ने कहा कि महंगाई से हो रही जनता की बदहाली पर राहुल गाँधी ने लगातार सरकार को घेरा। पेट्रोल-डीज़ल हो, रसोई गैस हो, खाने-पीने का सामान हो, उन्होंने लगातार देश के मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा, गरीबों, छोटे दुकानदारों, छोटे व्यापारियों के पक्ष में जोरदार आवाज़ उठाई। रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि डूबती अर्थव्यवस्था और गिरते रुपये को लेकर, एमएसएमई की बदहाली को लेकर, छिनती नौकरियों को लेकर, चौतरफा बेरोजगारी को लेकर, युवाओं के गुस्से को लेकर, श्री राहुल गाँधी ने लगातार आवाज़ उठाई।

सुरजेवाला ने कहा कि जब लाखों किसान न्याय की गुहार लिए राजधानी दिल्ली के बाहर आठ महीने तक बैठे थे, 700 किसान कुर्बान हो गए और मोदी सरकार उनके रास्ते में कील और काँटे बिछा रही थी, तो लगातार ट्रैक्टर यात्रा कर, किसान-मज़दूरों की आवाज़ बनकर व सौ सांसदों को किसान संसद में ले जाकर राहुल गाँधी ने देश के अन्नदाता की आवाज़ उठाई और तीन काले कानूनों को वापस लेने के लिए मोदी सरकार को मजबूर कर दिया।

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गांधी परिवार भ्रष्टाचार भी करेंगे, खुद को कानून के ऊपर भी मानेंगे : भाजपा

नई दिल्ली, 14 जून (आरएनएस) । राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय ऑफिस में विगत 2 दिनों से बुलाकर पूछताछ की जा रही है जिसके विरोध में देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बड़े नेताओं ने इसका विरोध बहुत ही पुरजोर तरीके से कर रहे हैं। इसी विरोध पर तंज कसते हुए भाजपा मुख्यालय में बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार भ्रष्टाचार भी करेंगे और जब उन्हें रुकेंगे तब वह कहीं न कहीं अपने आप को कानून से ऊपर मानेंगे।

डिस्टेंस ऑफ इटाइटेलमेंट द फर्स्ट फैमिली एडं कांग्रेस पार्टी बोखला जाती है और भारत की भावना को ठेस पहुंचाते हैं। संबित पात्रा ने कहा कि क्या यह हकीकत नहीं है कि इन सारी विषय को लेकर नेशनल हेराल्ड के विषयों को लेकर कांग्रेस पार्टी ट्रायल कोर्ट में भी गई थी। संबित पात्रा ने कहा कि जब दिल्ली के हाई कोर्ट और ट्रायल कोर्ट से उनके पक्ष में आदेश नहीं मिला जबकि दिल्ली हाई कोर्ट ने स्पष्ट कहा कि प्रथम दृश्य में यह बहुत बड़ा केस है।

संबित पात्रा ने कहा कि इस मामले के दोनों आरोपी ने प्रथम आरोपी कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और दूसरे आरोपी राहुल गांधी के विश्वनीयता पर सवाल उठता है। संबित पात्रा नहीं कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले को रफा दफा कराने के लिए कांग्रेस पार्टी के वकीलों को पूरा का पूरा काफिला जिसमें कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी जैसे वकीलों में सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगायी थी और लंबी बहस में कहा था कि इस केस में कोई मेरिट नहीं है इसे खारिज कर दी जाए।

पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट मे पूरी सुनवाई के बाद 2016 मे अपना स्पष्ट मत रखा था कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि ऐसा नहीं हो सकता है इस केस को खारिज कर दें। इस केस में मेरिट है। कांग्रेस पार्टी का क्रिमिनल प्रॉसेक्यूशन इस केस के माध्यम से चल रहा है। संबित पात्रा ने इस मामले में आरोपी नम्बर एक सोनिया गांधी और आरोपी नम्बर दो राहुल गांधी उन पर केस चलेगा और सुनवाई का सामना भी करना पड़ेगा।

संबित पात्रा ने कहा कि यह केस कोई भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच में नहीं है बल्कि यह केस देश के सर्वोच्च न्यायालय निर्देश पर पश्चात यह केस चल रहा है। संबित पात्रा ने कहा कि गांधी परिवार को लगता है कि हम देश के प्रथम परिवार है, हम पर केस चल सकता है, ऐसे कैसे हो सकता है। इस देश में कोई ना कोई राजा है और ना ही राजकुमार है।

इस देश में हर व्यक्ति समान अधिकार एवं कर्तव्य वाला नागरिक है। पात्रा ने कहा कि यह विषय उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीखना होगा। उन्होंने अपने आप को कभी प्रधानमंत्री बोलकर संबोंधन नहीं किया है बल्कि वे स्वयं को देश का सेवक कहा है। इसलिए आप नागरिक है तो आप नागरिक का दायित्व है कि उसे आपको वहन करना और पूर्ण करना होगा। संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस आज बौखलाहट में है उनके प्रवक्ता क्या क्या बोल रहे हैं जबकि उनसे पूछा जाता है की एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की संपत्ति क्या जवाहर लाल नेहरू की थी तो वे कहते हैं कोरोना सही जवाब देने से कतराते हैं।

गांधी परिवार की संपत्ति कांग्रेस नहीं थी । देश के 5000 स्वतंत्रता सेनानियों ने एजेएल मे स्टेक होल्डर थे यह उनकी संपत्ति थी जितना भी फंड उसमें दिया गया था उनका डोनेशन था। संबित पात्रा ने कांग्रेस पर सवाल देते हुए पूछा कि जब आपसे पूछा जाता है कि तत्कालीन सरकार ने दिल्ली, लखनउ, भोपाल सहित बड़े शहरों में प्राइम लोकेशन पर भूमि आवंटित की थी जो आज करोड़ रूप्ये की है उस भूमि पर बड़े बड़े बिल्डिंग खड़े हैं।

क्या यह कांग्रेस की संपत्ति है। तब इसका जबाव देते हैं कि एमएसएमई सेक्टर काम नहीं कर रहा है। संबित पात्रा ने कहा कि यह आप और हम जो टैक्स पेयर हैं उनके खून एवं पसीने की गाढ़ी कमाई की संपत्ति है। जो कि कांग्रेस पार्टी के दो लोगों ने सोनिया गांधी आरोपी नम्बर एक और राहुल गांधी आरोपी नम्बर दो ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड ने 76 प्रतिशत स्टेक होल्डर के रूप् में हथिया लिया है। जब इनसे पूछा जाता है कि 2008 में एजेएल अखबार के प्रकाशन बंद करने की घोषणा की थी उस एजेएल के सयम 1057 शेयर होल्डर थे क्या उस समय इन सभी शेयर होल्डर को बुलाकर मीटिंग की गयी थी।

क्या आपने उनकी सहमती ली थी। जब एजेएल ने 99 प्रतिशत शेयर यंग इडियन लिमिटेड को टांसफर किया तब उन सभी शेयर होल्डरो अनुमति ली थी। उसका उत्तर वे नहीं देते हैं कि हमने अनुमति नहीं ली थी। कोर्ट ने कहा है कि कोई अनुमति नहीं ली गयी है। जस्टीस मार्केंडेय काटजू और पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने लिखित में शिकायत की है कि हम भी शेयर होल्डर थे। हम से अनुमति नहीं ली गयी। तब ये कहते है कि चीन घुस के बैठ गया, चीन आ गया। क्योंकि उनके पास जबाव नहीं है।

पात्रा ने कहा कि जब इनसे पूछा जाता है कि बताइए राहुल गांधी जी क्या यह हकीकत नहीं है कि आपका यंग इंडियन कंपनी का मूलधन था उसके आधार पर 50 लाख रुपए देकर एजेएल की 2000 करोड़ रूप्ये की संपत्ति हड़प ली। इसके लिए आपने डोटेक्ट मर्चेन्डाइज प्राइवेट लिमिटेड से लोन लिया था। ईडी आफिस से बाहर मीडिया कवरेज करने वाले रिपोर्ट बता रहे थे कि इन सवालों का जबाव राहुल गांधी दे नहीं पा रहे हैं।

राहुल गांधी ने डोटेक्स मर्चेन्डाइज प्राइवेट लिमिटेड से लोन लिया या नहीं। जिस कंपनी को इंटेलीजेंस यूनिट ने वित्तीय लेने देने को संदिग्ध मानते हुए रेड फलैग की श्रेणी में डाल रखा है। डोटेक्स मर्चेन्डाइज प्राइवेट लिमिटेड हवाला कारोबार करने वाली कंपनियों को आगे बढ़ाती है। इसका जबाव नहीं दे पाते हैं तो कहते हैं बेरोजगारी बेरोजगारी।

उनसे सही सवाल पूछ जाने पर उटपटांग जबाव देते हैं। ऐसी उटपटांग जबाव देकर कांग्रेस पार्टी अपने आप को बुद्धिमान सोच रही है तो ऐसा नहीं सोचे। संबित पात्रा ने कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के बयान पर कहा कि आज हम उन्हें कह रहे हैं क्रोनोलॉजी समझिए।
क्रोनोलॉजी है हिन्दूस्तान की जनता की करोड़ो अरबो रूप्ये की जमीन है वो एजेएल के पास थी। एजेएल कांग्रेस की संपत्ति नहीं थी।

मां-बेटे ने यंग इंडिया लिमिटेड कंपनी बनाकर करोड़ों की संपत्ति को लूटा है यही भ्रष्टाचार की क्रोनोलॉजी है। भ्रष्टाचारियों को कानून का सामना करना ही पड़ेगा। संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी यदि आप ईडी के दफतर में टीवी देख रहे होंगे तो यह आपके लिए है। तू इधर उधर की बात न कर सिर्फ ईडी को यह बता मां-बेटे ने कब, कैसे और किधर लूटा।

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राहुल गांधी से ईडी ने की तीन घंटे तक पूछताछ, नेशनल हेराल्ड केस पर दागे सवाल

नई दिल्ली ,13 जून (आरएनएस)। नेशनल हेराल्ड केस मामले में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ खत्म हो गई है। ईडी ने करीब तीन घंटे तक कांग्रेस नेता से पूछताछ की और कई अहम सवालों पर जवाब मांगा। इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने पूछा कि आखिर उन्हें कैसे यंग इंडिया और एजेएल की डील से फायदा हुआ।

इसके अलावा राहुल गांधी से एजेंसी के अधिकारियों ने पूछा कि आपकी यंग इंडिया में क्या भूमिका थी और आप कैसे कंपनी के शेयरहोल्डर बने थे। यंग इंडिया लिमिटेड में राहुल गांधी की 38 फीसदी हिस्सेदारी है। राहुल गांधी से असिस्टेंड डायरेक्टर लेवल के अधिकारी ने पूछताछ की, जबकि पूरी प्रक्रिया डिप्टी डायरेक्टर और जॉइंट डायरेक्टर की निगरानी में हुई। इसके अलावा एक अधिकारी पूछताछ के दौरान राहुल गांधी के जवाबों को टाइप करता रहा।

यह पहला मौका है, जब राहुल गांधी से इस तरह पूछताछ की गई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी एजेंसी ने 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। कांग्रेस की प्रवक्ता रागिनी नायक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उस दिन भी हम लोग सड़कों पर उतरेंगे और बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई का विरोध करेंगे।

इस बीच रॉबर्ट वाड्रा ने राहुल गांधी को समन जारी किए जाने को लेकर कहा कि यह सरकासोकर एजेंसियों के द्वारा परिवार को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने तो 15 बार एजेंसियों को जवाब दिए और 23,000 डॉक्यूमेंट्स सौंपे थे। उन्होंने कहा कि सितंबर 2021 में मुझे 72 नोटिस मिले थे। यह एक तरीका है कि कैसे विरोधियों को परेशान किया जाए। भाजपा के काम करने का यही तरीका है।

गौरतलब है कि राहुल गांधी आज सुबह 11.15 बजे ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। इससे पहले वह अपने घर से प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुुंचे थे और फिर वहां से पैदल ही मार्च करते हुए ईडी दफ्तर तक आए।

इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे। हालांकि पुलिस ने ईडी के दफ्तर तक सिर्फ राहुल गांधी और प्रियंका को ही जाने की परमिशन दी। भूपेश बघेल, अशोक गहलोत, रणदीप सुरजेवाला, पी. चिदंबरम समेत तमान नेताओं को बाहर ही रोक लिया गया।

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आदर्श ग्राम में लंबित योजनाओं को अभिलंब करें पूरा : डॉक्टर मनीष रंजन

13.06.2022 – ग्रामीण विकास विभाग  के सचिव डॉ. मनीष रंजन की अध्यक्षता में सांसद आदर्श ग्राम योजना एवं मुख्यमंत्री स्मार्ट ग्राम योजना की राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में सभी जिलों के उप विकास आयुक्तों तथा चार्ज ऑफिसर सह प्रखंड विकास पदाधिकारियों ने भाग लिया।

 श्री रंजन ने निर्देश दिया कि सम्बन्धित उप विकास आयुक्तों अपने-अपने जिले के माननीय सांसदों से प्रति वर्ष एक-एक ग्राम पंचायत का चयन करने हेतु अनुरोध करें।

उन्होंने कहा कि  जिला स्तरीय समन्वय समिति की कोरोना काल से लंबित बैठकों को शीघ्रता से आयोजित करें और चयनित ग्राम पंचायत के लिए स्वीकृत ग्राम विकास योजना के लंबित स्कीमों का कार्यान्वयन शीघ्रता पूर्वक पूरा करें।

उन्होंने निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री स्मार्ट ग्राम योजना के अंतर्गत चयनित जिले बोकारो और  गुमला से लंबित DPR को शीघ्र उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।

श्री रंजन ने सभी योजनाओं के अंतर्गत जिलों को आवंटित राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र मुख्यालय को यथा शीघ्र उपलब्ध कराने का निदेश दिया।

विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में मनरेगा आयुक्त सह वरीय राज्य नोडल पदाधिकारी, सांसद आदर्श ग्राम योजना के द्वारा योजनाओं के अद्यतन प्रगति की जिलावार स्थिति से प्रस्तुतीकरण के माध्यम से श्री रंजन ने सम्बन्धित जिलों के उप विकास आयुक्तों को अवगत कराया गया I

बैठक में मनरेगा आयुक्त श्री मती राजेश्वरी बी सहित सभी आच्छादित 22 जिलों के DDC उपस्थित थे I

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मुख्यमंत्री ने केंद्र से बासुकीनाथ व देवघर सड़क को फोर लेन करने का किया आग्रह

रांची, 10.06.2022 – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर बासुकीनाथ से दुमका और डुमरी से देवघर सड़क को फोर लेन करने हेतु आग्रह किया है।

आस्था का केंद्र है देवघर और बासुकीनाथ धाम

मुख्यमंत्री ने पत्र के जरिए केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया है कि देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम झारखण्ड का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। हर साल श्रावण के महीने (जुलाई और अगस्त के बीच) में देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों भक्त यहां आते हैं और भगवान शिव को पवित्र गंगा जल चढ़ाते हैं। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों से देवघर में श्रावणी मेला आयोजित नहीं किया गया है। हालांकि, कोरोना महामारी नहीं बढ़ने की स्थिति में इस साल मेला आयोजित होने की संभावना है।

सड़कों का नवीकरण जरूरी है

मुख्यमंत्री ने कहा है कि धार्मिक स्थल की ओर जाने वाली सड़कें भी अच्छी होनी चाहिए। श्रावण मास के दौरान श्रद्धालु नंगे पैर लंबी दूरी तय कर देवघर आते हैं। श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं के सुचारू एवं निर्बाध आवागमन के लिए देवघर एवं आसपास के क्षेत्र की सभी सड़कों की मरम्मत राज्य द्वारा अपने बजटीय संसाधनों से की जा रही है। देवघर से भक्त बासुकीनाथ मंदिर जाते हैं, जो देवघर से 40 किमी दूर है। ये दोनों स्थान एनएच 114 ए से जुड़े हैं, जिसकी स्थिति जर्जर है। एनएच 114 ए के किमी 68.5 (टॉवर चौक, दुमका) से किमी 87.53 (बासुकीनाथ) तक की दो लेन सड़क को चौड़ा और मजबूत करने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वीकृत किया गया है। नवंबर 2021 में ठेकेदार को काम सौंपा गया था। लेकिन, ठेकेदार द्वारा संसाधन नहीं जुटा पाने के कारण कार्य को मार्च 2022 में रोक दिया गया। मरम्मत के अभाव में सड़क की हालत बद से बदतर हो गई है। वर्तमान सड़क की स्थिति और श्रावणी मेले के आलोक में राज्य सरकार के पास सड़क सुधार के लिए राज्य निधि के माध्यम से आवश्यक मरम्मत कार्य करवाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

रोड करिडोर के रूप में विकसित किया जा सकता है

मुख्यमंत्री ने कहा कि देवघर से बासुकीनाथ का काम एनएचएआई द्वारा फोर लेन की प्रक्रिया में है। मुख्यमंत्री ने आग्रह पूर्वक कहा है कि बासुकीनाथ से दुमका तक की वर्तमान अनुशंसित दो लेन सड़क को फोर लेन रोड करिडोर के रूप में विकसित किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि रांची से देवघर तक यातायात के प्रवाह को आसान बनाने के लिए डुमरी (एनएच-02 पर) से देवघर तक की सड़क को फोर लेने के रूप में विकसित किया जा सकता है। राज्य सरकार इसके लिए सभी तरह का सहयोग करने को तत्पर है।

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योग से मन और शरीर दोनों का विकास होता है : सर्बानंद सोनोवाल

जीरो वैली,09 जून (आरएनएस)।योग से मन और शरीर दोनों का विकास होता है.  केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं राजमार्ग और आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2022 के 12 दिन के काउंटडाउन के तहत अरुणाचल प्रदेश की सुरम्य जीरो वैली में हुए योग उत्सव में भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री के साथ ही अरुणाचल प्रदेश सरकार में शिक्षा, सांस्कृतिक मामले, स्वदेशी मामलों के मंत्री ताबा तेदिर और अरुणाचल प्रदेश सरकार में कृषि, बागवानी, पशु पालन एवं पशु चिकित्सा मंत्री तेगे तेकी के अलावा कई अन्य योग के चाहने वाले आज सुबह हुए योग उत्सव में शामिल हुए।
इस अवसर पर सोनोवाल ने कहा कि योग मन और शरीर दोनों का विकास करता है। यह हमारी आत्मा को सक्रिय करते हुए हमें शांति और व्यवस्थित रखता है। उन्होंने कहा कि भवगद् गीता ने योग के सार को खूबसूरती से बताया है, जो स्वयं की, स्वयं के माध्यम से, स्वयं की यात्रा है। उन्होंने कहा, मैं आज सुबह खूबसूरत जीरो वैली में योग का अभ्यास करके खुद को भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं।

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को पठानकोट पहुंचेंगे

शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद, दौरे को सफल बनाने में जुटा सरकारी अमला

पठानकोट (पंजाब),09 जून (आरएनएस)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को पठानकोट पहुंचेंगे। हालांकि, पठानकोट में उनका कोई कार्यक्रम नहीं है। वह जम्मू-कश्मीर से हिमाचल जाते वक्त थोड़ी देर पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर रुकेंगे। जिलेभर का अमला उनके दौरे को सफल बनाने में जुटा है। राष्ट्रपति के हिमाचल दौरे को लेकर जहां पठानकोट में सुरक्षा बढ़ाई गई है, वहीं, शहर में साफ-सफाई की भी पूरी व्यवस्था की गई है।

सड़क के किनारे लगी रेहडिय़ों को हटवा दिया गया है, सड़कों की सफाई करवाई जा रही है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि बेशक राष्ट्रपति सेना के विशेष विमान से पठानकोट आएंगे और यहां से चॉपर में हिमाचल के लिए रवाना होंगे लेकिन इस दौरान अगर मौसम खराब हुआ या कोई तकनीकी समस्या आती है तो सड़क मार्ग को विकल्प के रूप में रखना पड़ता है। इसी उद्देश्य से गाडिय़ों का प्रबंध करवाया गया है और शहर में सफाई व्यवस्था से लेकर सड़क के किनारे लगी रेहडिय़ों को हटवाया गया है। ताकि उस समय किसी किस्म की कोई परेशानी पेश न आए।

बुधवार रात को हेलीकॉप्टर से जांची गई सुरक्षा व्यवस्था

राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर बुधवार शाम से ही जिला में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बुधवार को रात भर एयरफोर्स ने हेलीकॉप्टरों के जरिये सुरक्षा व्यवस्था को यकीनी बनाया। एयरफोर्स के साथ सटे एरिया में सड़क के किनारे वाहनों को खड़े नहीं होने दिया जा रहा। नाकों पर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों की गहन जांच की जा रही है।

12 बजे के बाद पठानकोट आएंगे राष्ट्रपति

बताया जा रहा है कि शुक्रवार को राष्ट्रपति 12 बजे के बाद विशेष विमान से पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगे। पठानकोट में अधिकारियों से मिलने के बाद वह चॉपर से हिमाचल प्रदेश के लिए रवाना होंगे। उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन ने शहर में सुरक्षा बढ़ा दी है। उनके साथ वैकल्पिक तौर पर चलने वाले काफिले के लिए गाडिय़ों का प्रबंध कर दिया गया है। निगम द्वारा एसडी कॉलेज से लेकर मामून तक करवाई गई सफाई व्यवस्था का भी डीसी ने खुद जायजा लिया।

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सुप्रीम कोर्ट ने नीट-पीजी में 1,456 खाली सीटों पर जताई नाराजगी

नईदिल्ली,08 जून (आरएनएस)। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को नीट- पीजी 2021 में 1,456 खाली सीटों पर मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर छात्रों को दाखिला नहीं दिया गया, तो वह आदेश पारित करेगा और उन्हें मुआवजा भी देगा।
न्यायमूर्ति एम.आर. शाह और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ ने एमसीसी के वकील से कहा, भले ही एक भी कोर्स में सीट खाली रह गयी हो। यह देखना आपका कर्तव्य है कि वे खाली ना रहें।

पीठ यह जानकर नाराज हो गई कि 2021-22 सत्र में मेडिकल कॉलेजों में 1,456 सीटें खाली रह गई हैं। उन्होंने कहा कि एमसीसी और केंद्र छात्रों के लिए काउंसलिंग का मॉप अप राउंड आयोजित नहीं करके छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
एमसीसी के वकील ने कहा कि आदेश में इस मामले में व्यापक प्रभाव पड़ेगा और अदालत से अनुरोध किया कि वह मामले को समझाने के लिए उसे एक हलफनामा रिकॉर्ड में रखने की अनुमति दें।

शीर्ष अदालत ने कहा कि देश को डॉक्टरों और सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा पेशेवरों की जरूरत है और एमसीसी के वकील से कहा कि अगर छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाता है, तो वह एक आदेश पारित करेगा और उन्हें मुआवजा भी देगा। शीर्ष अदालत ने संबंधित अधिकारियों को कल अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश दिया, जब वह मामले में आदेश पारित करेगी।

पीठ ने कहा, हम मुआवजे का भुगतान करने के आदेश पारित करेंगे। इस स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है? अपने अधिकारी को कल बुलाएं।
पीठ ने आगे कहा, हमें डॉक्टरों की जरूरत है। कोई कारगर व्यवस्था क्यों नहीं है? क्या आप छात्रों और अभिभावकों के तनाव के स्तर को जानते हैं?

पीठ ने एमसीसी के वकील को दिन के दौरान अपना हलफनामा दाखिल करने की अनुमति दी और जोर दिया, ये छात्रों के अधिकारों से संबंधित बहुत महत्वपूर्ण मामले हैं।

अधिवक्ता कुणाल चीमा के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया, याचिकाकर्ता इस अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए विवश है, क्योंकि कीमती मेडिकल सीटें अधूरी / गलत तरीके से भरी जा रही हैं और योग्यता हताहत हो रही हैं।

याचिका में कहा गया है, चौथे दौर के बाद कई सीटों के खाली रहने की संभावना इसके बाद बताए गए कारणों से अपरिहार्य है और इसलिए याचिकाकर्ता उपयुक्त याचिका के लिए वर्तमान रिट याचिका दायर कर रहा है और निर्देश के लिए प्रार्थना कर रहा है कि वही राज्यों को वापस कर दिया जाए, ताकि मेधावी उम्मीदवारों को इसका लाभ उठाने का मौका मिले।

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भाजपा के मूल में ही अराजकता: राहुल गांधी

नईदिल्ली,08 जून (आरएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर पैदा हुए विवाद की पृष्ठभूमि में बुधवार को भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि फ्रिंज (अराजक) सत्तारूढ़ पार्टी के मूल में है।

ट्विटर पर कुछ शीर्ष भाजपा नेताओं के पिछले बयानों का उदाहरण पेश करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि फ्रिंज बीजेपी का मूल (आधार) है।
राहुल गांधी की टिप्पणी भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल द्वारा की गई टिप्पणियों के मद्देनजर सामने आई है।

पैगंबर मोहम्मद पर दोनों नेताओं की कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर कुछ मुस्लिम देशों ने कड़ी आपत्ति जताई है। विवादास्पद बयान के बाद खाड़ी देशों की ओर से भारत के प्रति एक तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। मामले की गंभीरता को भांपते हुए भाजपा ने उन्हें पार्टी से हटा दिया था।

दोहा में भारतीय दूतावास द्वारा विवाद पर एक बयान जारी किए जाने के बाद से कांग्रेस हमलावर मोड पर है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय दूतावास का इस्तेमाल भाजपा के लिए किया गया है। पार्टी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पूरे मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला।

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अभिनेत्री सरगुन मेहता ने फिल्म सौकन सौंकने की सफलता के राज का किया खुलासा

08.06.2022 – अभिनेत्री सरगुन मेहता के लिए काफी अच्छा वक्त चल रहा है, काफी खुश है अभिनेत्री। दरअसल फिल्म सौकन सौंकने जिसको खुद अभिनेत्री ने निर्मित किया है और उसमें मुख्य भू्मिका में नजर आई हैं। इस फिल्म ने बॉक्स, फैंस इस फिल्म को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

अभिनेत्री का कहना है कि, मेरी पहली प्रतिक्रिया खुशी से उछलने की थी। मैं पिछले तीन वर्षों से फिल्म पर काम कर रही हूं। जब से मैंने कहानी सुनी, मैं इस फिल्म के लिए लेखक के पीछे थी। फिर मैंने इसे एक निर्माता के रूप में लिया, आज फिल्म कमाल कर रही है। मुझे अच्छा लगता है कि लोग फिल्म को पसंद कर रहे हैं। मुझे लगता है कि दर्शकों में आपका विश्वास बनाने में लंबा समय लगता है।

अभिनेत्री सरगुन मेहता ने अपनी फीचर फिल्म की शुरूआत 2015 की पंजाबी रोमांटिक कॉमेडी अंगरेज से की और लव पंजाब और लाहौरिए सहित अन्य पंजाबी फिल्मों में भी दिखाई दी है।

एक्टिंग और प्रोडक्शन दोनों को सरगुन मेहता का कहना है, दोनों कार्यक्षेत्रों को प्रबंधित करना मुश्किल है। यह बहुत कठिन था, लेकिन मैंने हार नहीं मानी और काम किया। मुझे कभी कभी लगा कि मैं हार गई हूं पर फिर मैने खुद को हारने नहीं दिया और हर दिन काम किया। यह टेलीविजन की तरह नहीं है जैसे आपने अपनी भूमिका निभाई है, यह हर दिन का काम है।

वास्तव में, इस फिल्म के साथ, मैं था दो साल तक जोर दिया। इसके अलावा, कोविड -19 महामारी के दौरान शूटिंग ने इस परियोजना को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया। (एजेंसी)

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देश में बने अनेक जनजातीय परंपरागत क़ानून पर अनुसंधान की ज़रूरत : अमित शाह

– राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान उद्घाटित

नईदिल्ली,07 जून (आरएनएस)।देश में बने अनेक जनजातीय परंपरागत क़ानून पर अनुसंधान की ज़रूरत. केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा, केन्द्रीय विधि और न्याय मंत्री किरेन रिजीजू, जनजातीय कार्य राज्यमंत्री श्रीमती रेणुका सिंह सरुता और जनजातीय कार्य एवं जलशक्ति राज्यमंत्री विश्वेश्वर टुडु सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आज का दिन पूरे देश, विशेषकर जनजातीय समाज, के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल्पना के अनुसार आज ये राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान अस्तित्व में आ रहा है। देश में अनेक जनजातीय अनुसंधान संस्थान काम कर रहे हैं लेकिन जनजातीय समाज की अनेक विविधताओं को राष्ट्रीय रूप से जोडऩे वाली कड़ी नहीं थी और नरेन्द्र मोदी की कल्पना के अनुसार बन रहा ये संस्थान वो कड़ी बनेगा।

अमित शाह ने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस मनाने की घोषणा भी की और मनाया भी। गुजरात के मुख्यमत्री रहते हुए मोदी ने जनजातीय समाज के समग्र विकास के लिए वनबंधु कल्याण योजना के रूप में एक ऐसी योजना शुरू की जिससे व्यक्ति, गाँव और क्षेत्र का समानांतर विकास हुआ।

जब तक व्यक्ति, गांव और क्षेत्र का संपूर्ण विकास नहीं होता तब तक जनजातीय समाज का विकास नहीं हो सकता। इसके लिए मोदी ने पहली बार वनबंधु कल्याण योजना गुजरात में ज़मीन पर उतारी थी और आज़ादी के बाद पहली बार जनजातीय समाज को संविधानप्रदत्त अधिकार अगर की राज्य ने दिया तो वो नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात ने दिया। सबका, समावेशी और सर्वस्पर्शीय विकास को ध्यान में रखकर वनबंधु कल्याण योजना बनाई गई थी। अब मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर भी अनेक प्रकार की विविधता वाले इस देश के 8 प्रतिशत जनजातीय समाज के विकास को एकसूत्र में पिरोने के लिए इस संस्थान की कल्पना की थी।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जल, जंगल, ज़मीन, शिक्षा, स्वास्थ्य, कला, संस्कृति, भाषा, परंपरा से संबंधित देश में अनेक जनजातीय परंपरागत क़ानून बने हुए हैं जिनपर अनुसंधान की ज़रूरत है। इन क़ानूनों का वर्तमान क़ानून के साथ सामंजस्य किए बिना किसी भी जनजातीय कल्याण के क़ानून पर अमल नहीं हो सकता। इन सभी विषयों पर अनुसंधान राष्ट्रीय स्तर पर ही हो सकता है और उसे राष्ट्रीय मान्यता भी तभी मिलेगी।

शाह ने कहा कि ये संस्थान विभिन्न विषयों पर अनुसंधान और उनका मूल्यांकन करेगा, कर्मचारियों का प्रशिक्षण और अन्य संस्थानों का क्षमता निर्माण करेगा, डेटा संग्रह भी करेगा और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए अच्छी बातों का प्रचार-प्रसार भी करेगा। जनजातीय त्यौहारों को, उनकी मूल भावना को संजोए रखते हुए, आधुनिक स्वरूप देकर लोकप्रिय बनाने का काम भी करेगा। मोदी द्वारा कल्पित जनजातीय संग्रहालयों की विविधता, रखरखाव पर भी काम करेगा। एक प्रकार से समग्र जनजातीय समाज के विकास का ख़ाका खींचने का काम ये अनुसंधान संस्थान करेगा। ये अनुसंधान संस्थान आने वाले 25 सालों में जनजातीय विकास की रीढ़ की हड्डी बनने वाला है।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुरूआत से ही अनुसंधान संस्थान और जनशिक्षा पर बहुत बल दिया है। पिछली सरकार के समय वर्ष 2014 में इसके लिए बजट सात करोड़ रूपए था जिसे 2022 के बजट में बढ़ाकर 150 करोड़ रूपए कर दिया गया। किसी भी विकास के लिए नींव ठोस होनी चाहिए और विकास योजनाओं के आधार को मज़बूत उनकी कमियों का अभ्यास करके, नीति बनाकर और उसपर अमल करके ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्वीकृत ट्राईबल रिसर्च इंस्टिट्यूट की संख्या में भी बहुत बढ़ोतरी करके 27 बनाए गए हैं।

49 प्रतिष्ठान आज सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में सर्टिफाइड हैं। जनजातीय जनप्रतिनिधियों, जनजातीय क्षेत्रों में काम करने वाले एनजीओ, रिसर्च इंस्टिट्यूट को इनका बहुत अच्छे से उपयोग करना चाहिए कि आदिवासी का स्वास्थ्य कैसे ठीक हो, उनमें न्यूट्रीशन की कमी को कैसे हल किया जाए, परंपरागत रोगों को कैसे दूर किया जाए और कैसे उन्हें सम्मान के साथ आत्मनिर्भर बनाया जाए। इन सारी चीजों को इस संस्थान और सेंटर फॉर एक्सीलेंस से ही आगे बढ़ा सकते हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने 2014 में महसूस किया कि राष्ट्रीय स्तर पर जनजातीय नीतियां देश की सभी जनजातियों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं। जनजाति संबंधी लीगेसी के मुद्दों पर भी कई विवाद सालों से लंबित हैं जिनका निपटारा भी जरूरी है और जनजातीय मुद्दों पर नॉलेज बैंक भी बनाना चाहिए। इन सभी को ध्यान में रखकर इस संस्थान की कल्पना की गई थी जो लगभग 10 करोड रूपए की लागत से आज पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि यह अनुसंधान संस्थान सरकार को नीतिगत जानकारी देगा, राष्ट्रीय नोडल एजेंसी के रूप में भी काम करेगा, सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए राष्ट्रीय ज्ञान केंद्र भी यहीं बनाया जाएगा, और, शैक्षणिक, कार्यकारी और विधायी क्षेत्र में जनजातियों की समस्याओं के समाधान के लिए भी काम करेगा।

शाह ने कहा कि जनजातियों के सम्मान के लिए मोदी सरकार ने ढेर सारे काम किए हैं। कई राज्यों में ठुकराए और भुला दिए गए जनजातीय नेताओं को गौरव प्रदान करने का काम नरेंद्र मोदी ने किया है। चाहे खासी-गारो आंदोलन हो, मिज़ो आंदोलन हो, मणिपुर का आंदोलन हो, वीर दुर्गावती का शौर्य हो या रानी कमलावती का बलिदान हो, इन सबको गौरव देने का काम मोदी सरकार ने किया है। भगवान बिरसा मुंडा के साथ जोड़कर आदिवासी जनजातीय गौरव दिवस मनाने का भी हमने फैसला किया है। लगभग 200 करोड़ रूपए की लागत से 10 संग्रहालय भी हम बना रहे हैं।

अमित शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय के अंतर्गत नॉर्थ-ईस्ट, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों और जम्मू कश्मीर में जनजातियों से जुड़ी हुई अनेक समस्याएं लंबित थीं, जो धीरे-धीरे कानून और व्यवस्था की स्थिति में परिवर्तित हो गईं। मोदी ने 2019 के बाद नॉर्थईस्ट में एक के बाद एक कई कदम उठाए हैं। कई जनजातियों के साथ हमने समझौते किए हैं कि आज एएफएसपीए को नॉर्थईस्ट के लगभग 66त्न से ज्यादा क्षेत्र से हमने उठा लिया है और शांति प्रस्थापित की है। वर्ष 2006 से 2014 तक के पिछली सरकार के आठ सालों में छोटी-छोटी घटनाओं को गिनकर पूर्वोत्तर में 8700 घटनाएं हुईं थीं जबकि नरेंद्र मोदी के 8 सालों के शासन में इन घटनाओं में लगभग 70त्न की कमी आई है।

पहले 304 सुरक्षाकर्मियों की मृत्यु हुई थी जिसमें अब 60त्न की कमी आई है, नागरिकों की मृत्यु का आंकड़ा भी पहले की तुलना में 83त्न तक कम हुआ है और इन सबसे आप कल्पना कर सकते हैं कि नॉर्थईस्ट में कितना बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में शांति होती है उसी क्षेत्र में विकास होता है फिर चाहे वो वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र हो या नॉर्थईस्ट हो, जहां जनजाति ही रहती है। सुरक्षित पूर्वोत्तर और सुरक्षित मध्य भारत के वामपंथी उग्रवादग्रस्त क्षेत्र जनजातीय कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि एकलव्य स्कूल के लिए 278 करोड रूपए का बजट था जिसे इस साल के बजट में बढ़ाकर 1,418 करोड़ रूपए करने का काम हमने किया है। ओलंपिक में मेडल जीतने की सबसे अच्छी क्षमता आदिवासी बच्चों में ही होती है क्योंकि वह परंपरा से खेलता है। उसे बस नियमों की जानकारी देनी है, नियम समझाने हैं, अभ्यास कराना है, प्रशिक्षण देना है और मंच देना है। वह तो एक नेचुरल खिलाड़ी है। इन एकलव्य स्कूलों में खिलाडिय़ों को तैयार करने की विशेष व्यवस्था हमने की है। पहले 42,000 रूपए एक छात्र पर खर्च किए जाते थे लेकिन अब 1,09,000 रूपए खर्च होते हैं।

यही बताता है कि नरेंद्र मोदी सरकार कितनी बारीकी से चीजों को सोचती है और जो योजना हाथ में लेती है उसकी आत्मा को समझकर उसे परिपूर्ण करने का हम प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा जनजातीय सांसद आज हमारी पार्टी के हैं, सबसे ज्यादा जनजातीय मंत्री और नीतियां बनाने का गौरव भी नरेन्द्र मोदी को प्राप्त है। छात्रवृत्ति में भी हमने काफ़ी वृद्धि की है। वर्ष 2014 में 978 करोड़ रूपए खर्च किए जाते थे और अब 2,546 करोड रुपए खर्च किए जाते हैं। ये वृद्धि नरेंद्र मोदी के अलावा और कोई नहीं कर सकता और जनजातीय योजनाओं के लिए 2014 में 21,000 करोड़ रूपए आवंटित किए गए थे जिसे 2021-22 में बढ़ाकर 86,000 करोड़ रूपए किया गया और इसमें से 93त्न खर्च भी किया गया। पिछली सरकारें पहले जनजातीय कल्याण की बात तो करती थीं, लेकिन आदिवासी के घर में पानी, शौचालय नहीं था, स्वास्थ्य कार्ड नहीं था, कोई आवास योजना नहीं थी, किसान सम्मान निधि नहीं मिलती थी।

आज बात करें तो जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल योजना के तहत 1.28 करोड आदिवासी घरों में नल से जल पहुंच चुका है, 1.45 करोड़ आदिवासियों के घर में शौचालय है, 82 लाख जनजातीय परिवारों को आयुष्मान कार्ड दिया गया है, प्रधानमंत्री आवास योजना में 40 लाख से ज्यादा जनजातीय परिवारों को घर देने का काम हो गया है और किसान सम्मान निधि में लगभग 30 लाख किसानों को इसका फायदा पहुंच रहा है। नरेंद्र मोदी ने इन सब योजनाओं की बारीकी से मॉनिटरिंग कर इन्हें जमीन पर उतारा है।

उन्होंने कहा कि यह सारे काम जनजातीय कल्याण के लिए मोदी ने 8 साल में किए हैं लेकिन पहली बार स्ट्रक्चरल तरीके से देशभर की जनजातियों को, छोटी से छोटी जनजाति को समाहित करके, उसके कल्याण की योजना यह अनुसंधान केंद्र बनने के बाद बनेगी, इसका मुझे पूरा विश्वास है।

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भाजपा के अलावा कोई राष्ट्रीय पार्टी नहीं : जेपी नड्डा

विजयवाड़ा,06 जून (आरएनएस)। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को दावा किया कि देश में भाजपा के अलावा कोई राष्ट्रीय दल नहीं बचा है।

उन्होंने यहां एक बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि भाजपा की लड़ाई अब देश में किसी राष्ट्रीय पार्टी से नहीं है। उन्होंने विभिन्न राज्यों में पार्टियों को सूचीबद्ध करते हुए कहा, अगर कोई राष्ट्रीय पार्टी है, तो वह भाजपा है। हम पारिवारिक शासन के खिलाफ लड़ रहे हैं।

यहां शक्ति केंद्रों के प्रमुखों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने शिवसेना को पिता-पुत्र की पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) दोनों वंशवादी दल हैं। उन्होंने यह भी टिप्पणी की है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक भाई-बहन की पार्टी में सिमट कर रह गई हैं।
नड्डा ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी ने परिवार केंद्रित, जाति और समुदाय आधारित राजनीति, तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार को खत्म करके देश की राजनीति और राजनीतिक संस्कृति को बदल दिया है।

यह कहते हुए कि आंध्र प्रदेश में भाजपा के लिए एक विशेष स्थान है, उन्होंने याद किया कि एक बार पूरे देश से भाजपा के दो सांसदों में से राज्य ने एक सांसद भेजा था। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य में संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि राज्य के 10,000 शक्ति केंद्रों में से 6,000 से अधिक केंद्रों में नियुक्तियां की गई हैं, जबकि शेष केंद्रों में जल्द ही नियुक्तियां की जाएंगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक शक्ति केंद्र के अंतर्गत 4-5 बूथ आते हैं और देश में 10.40 लाख बूथ हैं।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में 4,600 बूथ हैं, उन्होंने सभी बूथों तक पहुंचने, कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करने और नए कार्यकर्ताओं को पार्टी में लाने का आग्रह किया। उन्होंने दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों सहित समाज के सभी वर्गो के सदस्यों को नामांकित करने का आह्वान किया।

उन्होंने केंद्र प्रमुखों से बूथ स्तर पर केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की पहचान करने का आग्रह किया। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत किसे अनाज मिल रहा है और इससे उनके जीवन में क्या बदलाव आया है। इसी तरह पीएम आवास योजना के लाभार्थियों की पहचान करें, पता करें कि उन्हें घर मिला है या नहीं और इससे उनके जीवन में क्या बदलाव आया है।
उन्होंने दावा किया कि आंध्र प्रदेश में लागू की जा रही आरोग्ययोजना राज्य सरकार की नहीं, बल्कि केंद्र सरकार की योजना है।
उन्होंने कहा, आयुष्मान भारत को जगन मोहन रेड्डी ने आरोग्यके रूप में बदल दिया है। यह जगन की योजना नहीं है, यह नरेंद्र मोदी की योजना है।

नड्डा ने भाजपा कार्यकर्ताओं से लोगों को यह समझाने के लिए कहा कि यदि आयुष्मान भारत के तहत वे आते हैं तो वे देश के किसी भी अन्य राज्य में 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष चिकित्सा उपचार प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए उन्हें हर महीने के आखिरी रविवार को बूथ स्तर की बैठकों की व्यवस्था करने के लिए भी कहा।

नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से हर घर पर भाजपा का झंडा फहराने, जनसंपर्क के लिए घर-घर जाकर सरकारी योजनाओं की व्याख्या करने वाले लोगों को संबोधित करने के लिए वक्ताओं की व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने उन्हें हर दिन पांच नए लोगों से मिलने और उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने की सलाह दी।

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देश में अब तक 194 करोड़ 12 लाख से अधिक कोविड रोधी टीके लगे

नईदिल्ली,06 जून (आरएनएस)।देश में अब तक 194 करोड़ 12 लाख से अधिक कोविड रोधी टीके लगे. भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 194.12 करोड़ से अधिक हो गया। इस उपलब्धि को 2,47,70,416 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया गया है।

12-14 आयु वर्ग के लिए कोविड-19 टीकाकरण 16 मार्च, 2022 को प्रारंभ हुआ था। अब तक 3.44 करोड़ से अधिक किशोरों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगाई गई है। समान रुप से 18-59 आयु वर्ग के लिये प्रीकॉशन खुराक भी 10 अप्रैल, 2022 को प्रारंभ की गई थी।

भारत में सक्रिय मामले आज 25,782 हैं। सक्रिय मामले, कुल पॉजिटिव मामलों के 0.06 प्रतिशत हैं। नतीजतन, भारत में स्वस्थ होने की दर 98.73 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में 2,779 रोगियों के ठीक होने के साथ ही स्वस्थ होने वाले मरीजों (महामारी की शुरुआत के बाद से) की कुल संख्या बढ़कर 4,26,30,852 हो गई है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 4,518 नए मामले सामने आएं।

पिछले 24 घंटों में कुल 2,78,059 जांच की गई हैं। भारत ने अब तक कुल 85.29 करोड़ से अधिक जांच की गई हैं। देश में साप्ताहिक पुष्टि वाले मामलों की दर 0.91 प्रतिशत है और दैनिक रूप से पुष्टि वाले मामलों की दर 1.62 प्रतिशत है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सिक्कों की एक नयी श्रृंखला पेश की

नयी दिल्ली,06 जून (आरएनएस)। दृष्टिहीन भी आसानी पहचान सकेंगे सिक्के. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सिक्कों की एक नयी श्रृंखला पेश की, जो दृष्टिहीनों के अनुकूल भी हैं। ये सिक्के 1 रुपये, 2 रुपये, 5 रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये मूल्यवर्ग के हैं और इस पर आजादी के अमृत महोत्सव (एकेएएम) का डिजाइन बना है। ये विशेष रूप से जारी किए सिक्के नहीं है, बल्कि आम चलन में बने रहेंगे। मोदी ने वित्त मंत्रालय के आइकॉनिक सप्ताह समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘सिक्कों की ये नयी श्रृंखला लोगों को अमृत काल के लक्ष्य की याद दिलाएगी और लोगों को देश के विकास की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करेगी।’

इस मौके पर मोदी ने जन समर्थ पोर्टल की शुरुआत भी की, जो 12 सरकारी योजनाओं का क्रेडिट-लिंक्ड पोर्टल है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इनमें से प्रत्येक योजना को पोर्टल पर प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘इस पोर्टल से सहूलियत बढ़ेगी और नागरिकों को सरकारी कार्यक्रम का लाभ उठाने के लिए हर बार एक ही सवाल पूछना नहीं पड़ेगा।’

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया के एक बड़े हिस्से को भारत से समस्याओं के समाधान की उम्मीद है और यह इसलिए संभव हो पा रहा है, क्योंकि पिछले आठ वर्षों में सरकार ने सामान्य भारतीय के विवेक पर भरोसा किया और जनता को विकास में ईमानदार भागीदार के रूप में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, ”हमारे युवा अपनी मनचाही कंपनी आसानी से खोल पाएं, वे अपने उद्यम आसानी से स्थापित कर पाएं, उन्हें आसानी से चला पाएं, इसके लिए 30 हजार से ज्यादा स्वीकृति संबंधी खामियों को कम करके, डेढ़ हजार से ज्यादा कानूनों को समाप्त करके, कंपनीज एक्ट के अनेक प्रावधानों को अवैध मानना बंद करके यह सुनिश्चित किया गया है कि भारत की कंपनियां न सिर्फ आगे बढ़ें, बल्कि नयी ऊंचाई प्राप्त करें। ज्ञात हो कि वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय छह से 11 जून तक ‘आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ‘अनुप्रतीकात्मक सप्ताह आयोजित कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के बैंकों और मुद्रा को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने वित्तीय संस्थानों से आह्वान किया कि वे अच्छी वित्तीय और कॉरपोरेट प्रशासन प्रथाओं को लगातार प्रोत्साहित करें। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारे घरेलू बैंकों, मुद्रा को अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला और व्यापार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा कैसे बनाया जाए, इस पर ध्यान देना जरूरी है।’

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दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दो दिवसीय नव संकल्प शिविर का आयोजन किया

नई दिल्ली, 4 जून ( आर एन एस। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के द्वारा पार्टी को मजबूत करने के लिए दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब एनेक्सी में दो दिवसीय नव संकल्प शिविर अभियान की शुरुआत किया गया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस का दो दिवसीय राज्य स्तर पर यह नव संकल्प शिविर का आयोजन हुआ।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी द्वारा उदयपुर चिंतन शिविर में विचार विमर्श में सुनिश्चित हुआ कि पार्टी के आम कार्यकर्ताओं को अपने विचार व्यक्त करने का अवसर देने और उनसे सुझाव आमंत्रित करने के लिए, उन्हें पार्टी के निर्णय लेने में शामिल करने के लिए, जिस पर पार्टी कांग्रेस को मजबूत करने के लिए गंभीरता से विचार करेगी। अनिल कुमार ने कहा कि शिविर में 300 प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। नव संकल्प शिविर में में संगठन को मजबूत बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से सीधा सम्पर्क, युवाओं के विकास और महिला सशक्तिकरण, शिक्षा का सकारात्मक प्रसार, रोजगार सृजन, बूथ स्तर तक पार्टी की पहुॅच एवं चुनावी रणनीति और दिल्ली में बदलते राजनीतिक परिदृश्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई।

अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस की रीढ़ पार्टी कार्यकर्ताओं के विचार जानने के लिए इस चर्चा को जिला स्तर तक आगे बढ़ाया जाएगा, क्योंकि उदयपुर चिंतन शिविर में सभी को आमंत्रित नहीं किया जा सकता था इसलिए दो दिवसीय राज्य स्तरीय नव चिंतन शिविर बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि हम उदयपुर के नव संकल्प के नारे भारत जोड़ो को आगे लेकर चलेंगे और कांग्रेस की असली ताकत जमीनी कार्यकर्ता को मबजूत बनाया जायेगा। शक्तिसिन्ह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी जी के मार्गदर्शन में स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी और कांग्रेस पार्टी स्वतंत्रता की कोख से जन्मी पार्टी है जिसने स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए असामनता, भेदभाव, कट्टरता, रुढ़िवादिता, छुआछूत और संर्कीणता को खत्म करके ब्रिटिश हूकूमत से आजादी दिलाई और भारत को स्वतंत्र गणतंत्र का अस्तित्व दिलाया।

स्वतंत्रता की लड़ाई में कांग्रेस के सिपाहियों ने बिना किसी पद की लालसा के अपना कर्तव्य निभाया। उन्हांने कहा कि परतंत्र भारत में भी कुछ ऐसे वर्ग के लोग थे जो अंग्रेजों के साथ मिलकर देश को आजादी दिलाने में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि वर्तमान उसी वर्ग के लोग केन्द्र की सत्ता पर आसीन है। शक्तिसिन्ह गोहिल ने कहा कि आजादी के बाद भी न्याय, संघर्ष, त्याग और बलिदान की परम्परा को निभाते हुए कांग्रेस ने 70 वर्षों तक भारत को एकता, अखंडता, प्रगति और उन्नति का रास्ता प्रशस्त किया और जहां भारतीय मूल्यों की रक्षा के लिए महात्मा गांधी, श्रीमती इंदिरा गांधी, श्री राजीव गांधी ने अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया वहीं कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद का त्याग करके देश को दुनिया में आर्थिक रुप से सुदृढ बनाने के लिए इकॉनोमिस्ट डा0 मनमोहन सिंह को देश का प्रधानमंत्री बनाया।

डा0 मनमोहन सिंह की सुदृढ़ आर्थिक नीतियों के कारण आज भी भारत की गिनती दुनिया में आर्थिक तौर सुदृढ़ देशों में उपर गिनी जाती है। शक्तिसिन्ह गोहिल ने कहा कि कुछ अन्य राजनीतिक दलों के विपरीत, कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है, और उदयपुर चिंतन शिविर में, कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपने को स्वतंत्र और स्पष्ट तरीके से खुद को व्यक्त करने की अनुमति दी। उन्होंने कहा कि न तो भाजपा और न ही आम आदमी पार्टी में कांग्रेस को हराने की ताकत है, क्योंकि कांग्रेस सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी नहीं है, बल्कि एक बड़ा परिवार है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आउटरिच और चुनावी रणनीति के तहत प्रत्येक जिला कांग्रेस कमेटी में 75 किलोमीटर की यात्रा निकालने का कार्यक्रम तैयार किया जाएगा तथा राजेन्द्र नगर विधानसभा उप चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी रणनीति के तहत आम आदमी पार्टी और भाजपा की विफलताओं को क्षेत्र की जनता के समक्ष उजागर किया जाएगा।

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तीन एफआईआर, 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज, संपत्तियों पर चलेगा बुलडोजऱ!

कानपुर में हिंसा

कानपुर/लखनऊ,04 जून (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए । हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे। शहर के हिंसा प्रभावित इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और शांति का माहौल है। अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि घटना के संबंध में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने कहा,” इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है और हम चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक अलग-अलग पुलिस टीमों ने रात भर में कम से कम 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने चेतावनी दी है कि हिंसा में शामिल लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और उनकी संपत्तियों को जब्त या ध्वस्त कर दिया जाएगा।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर एक कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जब एक समुदाय के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाकों में झड़पें हुईं। पुलिस ने शनिवार को कहा कि इन झड़पों में पुलिस कर्मियों सहित कम से कम 40 लोग घायल हो गए।

जिन लोगों ने कथित तौर पर व्यापारियों को दुकानें बंद करने के लिए मजबूर किया, वे पुलिस कर्मियों से भी भिड़ गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग किया।

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मानव तस्करी की शिकार 9 बच्चियों एवं 1 बालक को कराया गया मुक्त

रांची,03.06.2022 – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के सार्थक प्रयास से लगातार मानव तस्करी के शिकार बालक/बालिकाओं को मुक्त कराकर उनके घरों में पुनर्वासित किया जा रहा है। उसी कड़ी में मानव तस्करी की शिकार झारखंड के खूंटी जिले की 7 बच्चियों एवं गिरिडीह जिले के 3 बच्चियों को दिल्ली में मुक्त कराया गया है।

मुक्त बच्चियाँ खूंटी एवं गिरिडीह जिले की हैं महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक श्री ए डोडे द्वारा सभी जिले को सख्त निर्देश दिया गया है कि जिस भी जिले के बच्चों को दिल्ली में रेस्क्यू किया जाता है जिले के जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा बच्चियों को वापस अपने जिले में पुनर्वासित किया जाएगा।

इसी कड़ी में गिरीडीह जिले के जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती अलका हेम्बम एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अहमद अली द्वारा पहल करते हुए दिल्ली में रेस्क्यू कर गिरिडीह के 3 बच्चियों को एवं खूटी के 7 बच्चियों को दिल्ली से स्कॉट किया गया। आज सभी बच्चियाँ राजधानी से वापस रांची जा रही हैं। इन बच्चियों को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाएगा ताकि यह सभी बच्चियाँ पुनः मानव तस्करी का शिकार न बनने पाए।

मानव तस्करी पर झारखंड सरकार तथा महिला एवं बाल विकास विभाग काफी संवेदनशील है और त्वरित कार्यवाही पर विश्वास रखती है। यही कारण है कि दिल्ली में एकीकृत पुनर्वास सह – संसाधन केंद्र चलाया जा रहा है जिसकी नोडल ऑफिसर श्रीमती नचिकेता द्वारा झारखंड के मानव तस्करी के शिकार बच्चे एवं बच्चियों को मुक्त कराकर वापस उन्हें झारखंड के उनके जिले में पुनर्वास करने का कार्य किया जा रहा है।

गौरतलब है कि स्थानिक आयुक्त श्री मस्तराम मीणा के निर्देशानुसार एकीकृत पुनर्वास-सह-संसाधन केंद्र, नई दिल्ली के द्वारा लगातार दिल्ली के विभिन्न बालगृहों का भ्रमण कर मानव तस्करी के शिकार, भूले- भटके या किसी के बहकावे में फंसकर असुरक्षित पलायन कर चुके बच्चे, युवतियों को वापस भेजने की कार्रवाई की जा रही है। इसे लेकर दिल्ली पुलिस, बाल कल्याण समिति, नई दिल्ली एवं सीमावर्ती राज्यों की बाल कल्याण समिति से लगातार समन्वय स्थापित कर मानव तस्करी के शिकार लोगों की पहचान कर मुक्त कराया जा रहा है। उसके बाद मुक्त लोगों को सुरक्षित उनके गृह जिला भेजने का कार्य किया जा रहा है, जहां उनका पुनर्वास किया जा रहा है।

दलालों के माध्यम से पलायन

दिल्ली में मुक्त करायी गई बच्चियों को दलाल के माध्यम से लाया गया था। झारखंड में में ऐसे दलाल बहुत सक्रिय हैं जो छोटी बच्चियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली में अच्छी जिंदगी जीने का लालच देकर उन्हें दिल्ली लाते हैं और विभिन्न घरों में उन्हें काम पर लगाने के बहाने से बेच देते हैं। जिससे उन्हें एक मोटी रकम प्राप्त होती है और इन बच्चियों की जिंदगी नर्क से भी बदतर बना दी जाती है

माता-पिता भी हैं जिम्मेदार

दलालों के चंगुल में बच्चियों को भेजने में उनके माता-पिता की भी अहम भूमिका होती हैं कई बार ऐसा देखा गया है कि बच्चियां अपने माता पिता अपने रिश्तेदारों के सहमति से ही दलालों के चंगुल में आती है

मुक्त लोगों की होगी सतत निगरानी

समाज कल्याण महिला बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार झारखंड भेजे जा रहे बच्चों को संबंधित जिले में संचालित कल्याणकारी योजनाओं स्पॉन्सरशिप, फॉस्टरकेयर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से जोड़ते हुए उनकी ग्राम बाल संरक्षण समिति (VLCPC)) के माध्यम से सतत निगरानी की जाएगी, ताकि इन बच्चियों को को पुन: मानव तस्करी के शिकार होने से से बचाया जा सके एवं झारखण्ड राज्य में मानव तस्करी रोकी जा सके। एस्कॉर्ट टीम में एकीकृत पुनर्वास-सह- संसाधन केंद्र के परामर्शी सुश्री निर्मला खालखो , श्री राहुल सिंह ने बहुत अहम भूमिका निभाई है।

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उत्पाद विभाग को मई 2022 में रिकॉर्ड 188 करोड़ का मिला राजस्व – विनय चौबे

रांची,01.05.2022 ।उत्पाद विभाग को मई 2022 में रिकॉर्ड 188 करोड़ का मिला राजस्व . उत्पाद विभाग की नई शराब नीति की वजह से राजस्व संग्रहण में मई 2022 में 70 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है जो एक रिकॉर्ड है। नई नीति लागू होने के पूर्व अप्रैल 2022 में 109 करोड़ रू का राजस्व प्राप्त हुआ था जबकि मई 2022 में 188 करोड़ रू की प्राप्ति हुई। एक तरफ राजस्व में बढ़ोतरी हुई है

वहीं दूसरी ओर नीति में चार बिन्दुओं पर हुए बदलाव की वजह से सिस्टम में भी आमूल-चूल परिवर्तन आया है। ये बातें उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव श्री विनय कुमार चौबे ने उत्पाद विभाग के कौटिल्य सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।

श्री चौबे ने बताया कि राज्य में नई शराब नीति को लेकर 31 मार्च को संकल्प जारी किया गया था और एक महीने में नई नीतियों को तैयार कर 1 मई 2022 से राज्य में नई शराब नीति को लागू किया गया। एक महीने में सरकार को उत्पाद राजस्व में 188 करोड़ रूपये की प्राप्ति हुई है जो अब तक का रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि नई उत्पाद नीति को राजस्व वृद्धि के अनूकूल बनाया गया है जिसमें तीन बिन्दुओं यथा थोक बिक्रेता, खुदरा बिक्रेता और बार संचालन को लेकर नई नीतियां बनाई गयी हैं जबकि देसी शराब नीति में संशोधन किया गया है।

साथ ही मैन पावर, सुरक्षा गार्ड, ऑडिट, ट्रांसपोर्ट आदि के लिये अलग-अलग एजेंसियों का चयन ऑनलाईन टेंडर के माध्यम से पारदर्शिता के साथ किया गया है। नीति में चेक्स एंड बैलेंस के बीच संतुलन बनाया गया है। पिछली बार सेल्स पर राजस्व का प्रावधान था जबकि इस बार की नीति में उठाव पर राजस्व का प्रावधान किया गया है साथ ही शराब का जहां उत्पादन हो रहा है, हम नई नीति के अनुरूप् वहीं पर ऑनलाईन होलोग्राम देकर कोड उपलब्ध करा रहे हैं।

उत्पाद सचिव ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2017 के अगस्त में नई उत्पाद नीति जब लागू की गयी थी, उस वक्त लागू होने के अगस्त महीने में सिर्फ 23 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति हुई थी जबकि एक मई 2022 को लागू नीति के बाद 188 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है तो इस नीति की सफलता की कहानी का दस्तावेज है। उन्होंने कहा कि मई महीने में कंट्री लीकर की समस्या आई थी लेकिन आगामी दस दिनों के अन्दर इस समस्या से निजात मिल जायेगी। नियोजन नीति को लेकर उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर कमेटी गठित कर दी गयी है, जो सतत प्रक्रिया के बाद अर्हता पूरी करने वालों का नियोजन करेगी।

उत्पाद आयुक्त श्री अमित कुमार ने जानकारी दी कि वर्तमान में कुल 1434 दुकानें सक्रिय हैं और बीते एक महीने में 49 दुकानों में ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम पायलट प्रोजेक्ट के रूप में रन कर रहा है।

उन्होंने बताया कि 1 जून से पांच जिलों रांची, जमशेदपुर, धनबाद, सरायकेला और बोकारो में भी ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम प्रारंभ किया जा रहा है। उक्त व्यवस्था लागू हो जाने से लिकेज की संभावना लगभग खत्म हो जायेगी।

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जल जीवन मिशन के जरिये नल से जल ढाई वर्ष में तीन गुना अधिक घरों में पहुंचा

रांची,27.05.2022। जल जीवन मिशन के जरिये अबतक आठ लाख से अधिक घरों में मिल रहा पेयजल. जल जीवन मिशन की परिकल्पना ग्रामीण झारखण्ड के सभी घरों में 2024 तक नल से जल उपलब्ध कराने के लिए लक्षित की गई है। इसके तहत भूजल प्रबंधन, जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन के माध्यम से पुन: पानी का उपयोग भी होगा। लक्ष्य का पीछा करते हुए राज्य सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 के अंत तक 59,23,320 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन से आच्छादित करने के लक्ष्य के मुकाबले कोरोना संक्रमण काल के बावजूद विगत ढाई वर्ष में 20 प्रतिशत घरों तक नल से जल की पहुंच सुनिश्चित की गई है।

मिशन के जरिये 25 मई 2022 तक 11,82,692 ग्रामीण परिवारों को नल से जल के तहत गृह संयोजन से कवर किया गया है। राज्य के कुल 29,657 गांवों में से 965 गाँव का हर घर जल वाला बन चुका है। 12,083 गांवों में कार्य प्रगति पर है, जबकि निकट भविष्य में शेष 16,708 गांवों में कार्य प्रारंभ करने हेतु योजना या तो स्वीकृत की गई हैं या डीपीआर तैयार किया गया है।

तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई

जल जीवन मिशन के तहत 2019 के बाद जरूरतमंदों के घरों तक नल से जल पहुँचाने में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है। ग्रामीण घरों में नल से जल आपूर्ति के लिए राज्य के 59,23,320 घर को लक्षित किया गया है। 2019 की स्थिति को देखें तो नल कनेक्शन वाले कुल घर 3,45,165 थे, जबकि मई 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 11,83,632 हो गई है। मिशन के शुभारंभ के बाद कुल प्रदान किए गये नल कनेक्शन 8,38,467 हैं। जल जीवन मिशन के माध्यम से सबसे अधिक बोकारो के 89,901, धनबाद के 66,669, पूर्वी सिंहभूम के 56,702 घरों में शुद्ध पेयजल नल के माध्यम से पहुंचाया गया है। राज्य के कुल 41,408, सरकारी स्कूलों में से 7,450 स्कूल एवं 1,758 आंगनबाड़ी केन्द्रों में नल से जल पहुंचाया गया है। जल जीवन मिशन पानी के लिए एक सामुदायिक दृष्टिकोण पर आधारित महत्वाकांक्षी योजना है और इसमें मिशन के प्रमुख घटक के रूप में व्यापक सूचना, शिक्षा और संचार को शामिल किया गया है। राज्य सरकार जल जीवन मिशन को जन आंदोलन बनाना चाहती है, ताकि यह सबकी प्राथमिकता बन जाए।

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