नई दिल्ली, 26 जुलाई (आरएनएस/FJ) । केंद्रीय एजेंसियों के द्वारा विपक्ष को बदनाम करवाती है बीजेपी. कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि देश में सारे बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए भारतीय जनता पार्टी दो तरीके अपना रही है। देश को सांप्रदायिकता की आग में थूक दो और दूसरा प्रतिपक्ष को झूठे आरोप लगाकर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके लगातार बदनाम करो। अजय माकन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मोदी सरकार की नाकामियों पर पर्दा डालना चाहती है।
भाजपा नहीं चाहती है कि देश के संस्थानों की हो रही लूट की आवाज कांग्रेस पार्टी उठाएं। अजय माकन ने कहा कि देश में किसानों की दुर्दशा बेरोजगार युवाओं और जनता पर पढ़ते महंगाई के बोझ की बात सोनिया गांधी, राहुल गांधी और राहुल गांधी ना उठाएं सिर्फ इसीलिए केंद्रीय एजेंसियों के निशाने पर बनाया जा रहा है। अजय माकन ने कहा कि एक तरफ हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और विडंबना देखिए दूसरी और भाजपा की सरकार निर्भीकता से आजादी की लड़ाई लड़ने वाले नेशनल अखबार हेरॉल्ड अख़बार से प्रतिशोध ले रही है।
स्वाभाविक है जिस विचारधारा का आज़ादी के आंदोलन में योगदान नहीं रहा वो उस लड़ाई के मूल्यों को नहीं समझ सकती। अजय माकन ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक बार फिर से 26 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी कि यह पूछताछ नेशनल हेराल्ड से संबंधित एक धन शोधन मामले में हो रही है। हालांकि इससे पहले ईडी स्वयं इस मामले को अनावश्यक करार दे चुकी है।
जिससे यह माना जा रहा है कि इस केस को फिर से खोलने के लिए ईडी पर केंद्र सरकार का दबाव था।अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस को राजघाट पर सत्याग्रह की इजाजत नहीं दी- महात्मा गांधी की समाधि पर सत्याग्रह की इजाजत नहीं देना, लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है।
कांग्रेस ने इस पूछताछ का विरोध करने के लिए राजघाट पर सत्याग्रह करने की इजाजत मांगी थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसे इसकी अनुमति नहीं दी। यह अपने आप में एक विडंबना है कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया को सत्याग्रह का मार्ग दिखाने वाले पूजनीय महात्मा गांधी की समाधि पर सरकार सत्याग्रह की अनुमति नहीं दे रही है। अगर कोई व्यक्ति या संस्था वहां सत्याग्रह नहीं कर सकती है तो फिर उसके लिए देश में दूसरी कौन सी जगह सत्याग्रह के लिए हो सकती है।
अजय माकन ने कहा कि भाजपा सरकार ने कांग्रेस को यहां पर सत्याग्रह की अनुमति नहीं दी है। लेकिन इसी भाजपा ने केंद्र के कांग्रेस शासन में, राजघाट पर एक ऐसा सत्याग्रह किया था। जो सत्याग्रह कम और उत्सव पार्टी ज्यादा थी। जिसमें भाजपा नेताओं ने डांस करते हुए ठुमके लगाए थे। ऐसा करने वालों में भाजपा सरकार के वर्तमान में की मंत्री शामिल थे। यह 5 जून 2011 का वाकया है, जब भाजपा ने राजघाट पर बाबा रामदेव के समर्थन में, पूरी रात धरना दिया था।
इस दौरान भाजपा नेताओं का डांस करने वाला वीडियो खासा लोकप्रिय हुआ था।भाजपा राजघाट पर डांस पार्टी कर सकती है। लेकिन कांग्रेस को वहां पर सत्याग्रह करने की इजाजत नहीं दे रही है। इससे अधिक दुखद कुछ नहीं हो सकता है। खासकर महात्मा गांधी की समाधि पर सत्याग्रह की इजाजत नहीं देना एक तरह से लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है।
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