नई दिल्ली, 9 जुलाई, (आरएनएस)। कांग्रेस पार्टी ने पूरे देश में 22 जगहों पर आतंकवादियों से बीजेपी के रिश्ते को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। दिल्ली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक वर्मा ने दिल्ली प्रदेश कार्यालय में कहा कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद पर राजनीति के पक्ष में कभी नहीं रही है, परंतु आज देश जिन हालातों से गुजर रहा है उसे पूरा देश देख रहा है कि किस तरह से एक के बाद एक घटनाओं में आतंकियों तथा अपराधियों के तार भाजपा से जुड़े मिले हैं, उस पर सवाल पूछना जरूरी हो जाता है और इसी कड़ी में देश भर में 22 राज्यों में सवांददाता सम्मेलन आयोजित करके पिछले दिनों हुई आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने वाले आतंकवादियों के साथ भाजपा के पदाधिकारियों की संलिप्ता के बाद भाजपा का नकली राष्ट्रवाद हो गया है।
उन्हांने कहा कि देश में बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक संकट जैसे ज्वलंत मुद्दों को छोड़ भाजपा अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए देश में हिंदू मुस्लिम संबधों को मुद्दा बनाकर राष्ट्रवाद के साथ खिलवाड़ कर रही है। आलोक शर्मा ने कहा कि पिछले दिनों उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के आरोपी “मोहम्मद रियाज अत्तारी“ भाजपा कार्यकर्ता निकला, जिसने बाकायदा भाजपा नेताओं की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी और मीडिया रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि रियाज राजस्थान विधानसभा में बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री गुलाबचंद कटारिया के दामाद एवं पूर्व पार्षद अतुल चंडालिया की फैक्ट्री में काम कर चुका है।
मोहम्मद रियाज अत्तारी को भाजपा के कई कार्यक्रमों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ देखा गया है, इसकी जांच होनी चाहिए। आलोक शर्मा ने कहा कि महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के कथित मास्टर माइंड इरफान खान का निर्दलीय सांसद नवनीत राणा व उनके पति रवि राणा के साथ संबध मीडिया रिपोर्ट के देश के सामने आए और यह किसी से छिपा नही है सांसद नवनीत राणा और रवि राणा के भाजपा से क्या संबध हैं? इरफान खान राणा दंपति के लिए प्रचार करता था और वोट मांगता था, यह सभी जानते है। हम पूछना चाहते है कि भाजपा के साथ नवनीत राणा और राणा के साथ इरफान खान का रिश्ता क्या है। आलोक शर्मा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों में से एक “तालिब हुसैन शाह“ भाजपा का पदाधिकारी निकला जिसकी भाजपा के कई वरिष्ट नेताओं, जे.एंडके प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सहित देश के गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी तस्वीर है।
जब ये दो आतंकवादी पकड़े गए तब पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं पर हमले की योजना बना रहे थे। श्री शर्मा ने कहा कि वर्ष 2020 में जम्मू कश्मीर में आतंकियों को हथियार मुहैया कराने के आरोप में भाजपा के पूर्व नेता एवं सरपंच “तारिक़ अहमद मीर“ को गिरफ्तार किया गया था। तारिक़ अहमद पर हिजबुल कमांडर नवेद बाबू को हथियार देने का आरोप था जो आतंकियों की मदद करने वाले डीएसपी दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार हुआ था। एनआईए ने साफ तौर पर कहा भी था कि “तारिक़ अहमद मीर“ दविंदर सिंह का सहयोगी है। यदि दविंदर सिंह के मामले की ढंग से जांच होती तो सच्चाई का पता चलता लेकिन दविन्दर सिंह को नौकरी से बर्खास्त करके जांच बीच में ही यह कह रोक दी गई यह राष्ट्रहित में नही है।
देशहित में जनता जाननी चाहती है कि जांच क्या जांच भाजपा में तो नही रोकी गई। आलोक शर्मा ने कहा कि वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश में ए.टी.एस. की टीम ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करते हुए ISI के 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक भाजपा आईटी सेल का मुख्य ध्रुव सक्सेना भी था जिसकी राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ तक तस्वीरें है। उन्होंने कहा कि इसके 2 साल बाद 2019 में मध्य प्रदेश में ही टेरर फंडिंग के आरोप में बजरंग दल के एक नेता “बलराम सिंह“ की गिरफ्तारी हुई थी।
उन्होंने पूछा कि दोनो नेता आज कहा है क्या वे जेल में या फिर जमानत पर है, देश जानना चाहता है कि आखिर भाजपा और आतंकवादी अपराधियों का क्या रिश्ता है। आलोक शर्मा ने कहा कि वर्ष 2017 में असम के भाजपा नेता “निरंजन होजाई“ को एन.आई.ए. की विशेष अदालत ने आतंकियों को आर्थिक मदद देने के आरोप में उम्र कैद की सजा सुनाई। इन पर एक हजार करोड़ के वित्तीय घोटाले एवं टेरर फंडिंग मामले में दोषी पाया गया था। इनकी फंडिंग से मिली राशि से आतंकवादी हथियार खरीदते थे. जिसका इस्तेमाल देश की सेवा में लगे सुरक्षा बलों के खिलाफ होता था। उन्होंने कहा कि हर मुददे पर बोलने वाले भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा क्यों सोए हुए हैं।
आलोक शर्मा ने कहा कि इतना ही नहीं भाजपा सत्ता के लिए अपराध सिद्ध आतंकवादी को भी टिकट देने से नहीं चुकी है। भारतीय जनता पार्टी ने मसूद अजहर के शागिर्द “मोहम्मद फारुख खान“ को स्थानीय चुनाव में श्रीनगर के वार्ड नंबर 33 से टिकट दिया था। जो जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट एवं हरकत उल मुजाहिदीन का सदस्य रह चुका है।
उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार द्वारा आतंकवाद मसूद अजहर को छोड़ा था जिसके बाद उसने पुलवामा में जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता वहां ’200 किलो आरडीएक्स’ गाड़ी में लेकर सीआरपीएफ ट्रक से टक्कर मारकर आतंकवादी घटना को अंजाम कैसे दिया इसका जवाब देश को अभी तक नही मिला। इसके अलावा मसूद अजहर ने देश में कई आतंकी वारदातों को अंजाम दिया। इसकी जांच अभी तक क्यों हुई ये भी एक बहुत बड़ा सवाल है।
आलोक शर्मा ने कहा कि देश में बढ़ते आतंकवादी हमलों और अपराधिक घटनाओं में संलिप्त अपराधियों के भाजपा के साथ संबध के बाद भाजपा का नकली राष्ट्रवाद को पहचानने की जरुरत है कि भाजपा राष्ट्रवाद की आड़ में देश को खोखला करने का घिनौना खेल खेल रही हैं।
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