कांग्रेस पार्टी को आतंकवाद पर बोलने का हक नहीं : भाजपा

नई दिल्ली, 9 जनवरी (आरएनएस) । भारतीय जनता पार्टी ने आतंकवाद के मुद्दे पर कांग्रेस के रवैया पर सवाल उठाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी ने बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकी  के लाश देखकर फूट फूट कर रोई थी यह पूरे देश के जनता को याद है। यूपीए के सरकार के समय के मंत्री सलमान खुर्शीद ने जानकारी देते हुए बताया कि सोनिया गांधी 3 रात तक सोयी नहीं पायी और रोती रही थी।

संबित पात्रा ने कांग्रेस और सोनिया गांधी से पूछा कि आतंकियों के मारे जाने पर क्यों रोयी थी  यह बताना चाहिए। संबित पात्रा ने कहा कि मुझे तो आश्चर्य होता है कि आज कांग्रेस आतंकवादियों को लेकर 22 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की हिम्मत रखती है । जिसने हिंदुस्तान में आतंकवादियों को बढ़ावा देने के लिए वैचारिक मैदान बनाने का काम किया। संबित पात्रा ने कहा कि जिन लोगों के मन मस्तिष्क के अंदर देश के अंदर उन्माद को बढ़ाना देने का काम किया है जाकिर नायक जैसे लोगों ने उनके साथ कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी खड़ी थी।

सोनिया गांधी ने राजीव गांधी फाउंडेशन से जाकिर नाइस को डोनेशन भी दिया था। संबित पात्रा ने कहा कि लश्कर ए तो वजह को स्लीपर सेल का सक्रिय सदस्य बनाया। एसआईटी ने आतंकवादी बताया किंतु सोनिया गांधी के कहने पर तमाम कांग्रेस के नेताओं से मासूम और बेकसूर बताती रही और कांग्रेस पार्टी ने आतंकी इशरत जहां एनकाउंटर मामले के विरोध में गुजरात के तत्कालीन गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ अभियान चलाती रहती।

इशरत जहां के शहादत पर कांग्रेस पार्टी ने एंबुलेंस भी चलाया था। संबित पात्रा ने कहा कि कश्मीर फाइल में दिखाया गया यासीन मलिक ने खुद बंदूक उठाकर हत्याएं करता है और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताता है कि मैंने हिंदुस्तानियों का खून किया है। उस समय के यूपीए सरकार की सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ यासीन मलिक ने फोटो खींचा कर महिमामंडित किया गया। संबित पात्रा ने कहा कि बुरहान वान हेड मास्टर का बेटा है, उसे जिंदा रहना चाहिए था उसे मारना नहीं चाहिए था

बुरहान वानी गरीब परिवार का बेटा था ,इस प्रकार के निर्देशित को कांग्रेस पार्टी ने प्रचारित किया था। संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस के लिए कोई तो कारण होगा कि हाफिज सईद जैसे कुख्यात आतंकवादी अगर बीच में किसी पार्टी से प्यार प्यार करता है तो उसका नाम कांग्रेस पार्टी है। हाफिज सईद अपने इंटरव्यू में कहा था कि हिंदुस्तान में कुछ अच्छे पत्रकार हैं और कुछ पक्षी राजनीतिक दल है वह कांग्रेस है। संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा आतंकवादियों को संरक्षण देने का काम किया है और इसी कारण आतंकवादी कांग्रेस को पसंद करते थे।

संबित पात्रा ने कहा कि शशि थरूर अंग्रेजी में और दिग्विजय सिंह हिंदी में पत्र लिखते हैं कि याकूब मेमन को फांसी नहीं होनी चाहिए और याकूब मेमन को फांसी देने की घटना को कांग्रेस ने उसे स्टेट स्टेट स्पांसर्ड टेररिज्म का नाम दिया था। न्यायिक प्रणाली के तीनो स्तर पर लोवर कोर्ट, हाईकोट और सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा सुनायी थी। जो निहत्थे हिन्दूस्तानियों के मौत का जिम्मेदार था।

उनके साथ कांग्रेस पार्टी खड़ी थी। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि कांग्रेस का हाथ आतंकवादिं के साथ। संबित पात्रा ने कहा कि जहां तक राहुल गांधी राजकुमार का सवाल है अरूण जेटली ने ठीक ही कहा था कि क्लाउन प्रिंस आफ कांग्रेस पार्टी। राहुल गांधी जेएनयू में जाकर जहां अफजल हम जिन्दा है तेरे कातिल जिन्दा हैं, हर घर से अफजल निकलेगा। तुम कितने अफजल मारोगे, हर घर से अफजल निकलेगा।

इस प्रकार के बयानों के समर्थन करने वाले राहुल गांधी को  शर्म आनी चाहिए।  उन्हें अपनी गिरेबान में झांकना चाहिए जबकि आतंकवाद को लेकर प्रेस कांफ्रेंस करा रहे हैं।राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए कि विगत इतने वर्षो तक खासकर 2004 से 2014 तक यूपीए के शासन काल में किस तरह आतंकवाद को बढ़ावा दिया था।यूपीए के शासनकाल में हर रेलवे स्टेशन, हर एयरपोर्ट, हर मेटो में एनाउंसमेंट होती थी कि बैठने से पहले जांच कर लें कि आप कहां बैठे हैं। आप देख लें कि आपकी सीट के नीचे कोई बम तो नहीं है।

उस जमान में ऐसा माहौल था कि टिफिन का डिब्बा दिख जाए तो टिफिन का डिब्बा कम और बम ज्यादा नजर आता था। उस जमाने में कोई स्कूटर अकेली खड़ी नजर आ जाए तो मान पडता था कि कब फट जाएगा। इस प्रकार का माहौल पूरे हिन्दूस्तान में था। खुद सरकार का एनाउंसमेंट करनी पड़ती थी। संबित पात्रा ने कहा कि2005 में राम जन्म भूमि के अन्दर हमला  हुआ था  2005 के अक्टूबर में दिवाली के समय दिल्ली में निहत्थे लोगों सीरियल बम बलास्ट में मारे गए थे।

संबित पात्रा ने कहा कि काशी संकट मोचन अटैक 2006, मार्च 2007 में समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट,  उत्तर प्रदेश में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे। 2008 में इंडियन मुजाहीददीन के द्वारा जयपुर में बम हमला किया गया था। सितम्बर में दिल्ली में बम हमला किया गया था। कोई महीना ऐसा नहीं होता था जब बम नहीं फटते थे और लोग नहीं मरते थे। संबित पात्रा ने कहा कि हम आज कह सकते हैं कि वर्तमान नरेंद्र मोदी के शासनकाल में आतंकवाद पर नियंत्रण किया गया है जिससे भारत सुरक्षित भी हुआ है। संबित पात्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आतंकवादियों से निपटने के लिए पोटा कानून लाया था।

कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने सबसे पहले पोटा को निरस्त करने का काम किया था। कांग्रेस के दस वर्षो की सरकार में आतंकवादियों को लगा कि यह हमारी ही सरकार है और मिलकर काम करते हैं। आतंकवादियों एवं कांग्रेसियों ने मिलकर हिन्दूस्तान एक आतंक का माहौल बना रखा था। सभी पात्रों ने कहा कि पाकिस्तान के साथ ही नहीं कांग्रेस ने 2008 में चीन के कम्यूनिस्ट पार्टी से एमओयू साइन किया था। प्रीमियर शी जिनपिंग और गांधी परिवार उस एमओयू साइन होने के वक्त मौजूद थे। यह सब चोरी छिपे समझौता किया गया था उसे सार्वजनिक नहीं किया था।

पात्र ने कहा कि यह देश बेचने का काम आतंकवादियों के हाथ में और आतंकवादियों को बढ़ावा देने का काम गांधी परिवार ने सिर्फ अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए किया था।  कोई परहेज नहीं है गांधी परिवार अपने आप को सत्ता में आने के लिए आतंकवादियों के साथ गठजोड़ करना पडे तो यह गांधी परिवार नहीं चुकती है यही गांधी परिवार का इतिहास रहा है जब से कांग्रेस पार्टी सत्ता में आयी है।

संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी जिस प्रकार से देश को आतंकवद में धकेलने का काम किया है और आतंकवाद को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं, इसके लिए आपको अपने गिरेबान में झांकना चाहिए कि किस प्रकार से आप और आपके परिवार ने आतंकवादियों को बढ़ावा दिया है।

**************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version