मां – माटी और मानुष का नारा देने वाले हवाला में पकड़े जा रहे हैं : भाजपा

नई दिल्ली, 28 जुलाई (आरएनएस/FJ) । केंद्रीय मंत्री और भाजपा की नेत्री मीनाक्षी लेखी ने टीएमसी से सवाल पूछते हुए कहा कि जो लोग हवाई चप्पल पहनकर मां माटी और मानुष का नारा देते थे आज कल वही लोग हवाला में पकड़े जा रहे हैं। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि बंगाल में और पिता के घर से लगभग ₹50करोड़ बरामद हुए हैं और इसके अलावा 9 किलो सोना जप्त हुए और अनगिनत अवैध संपत्ति के दस्तावेज से जुड़ी जानकारी बाहर आई है।

मीनाक्षी लेखी ने कहा कि उस समय पर एक ही बात सामने आ रही थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपना देखा था कि हवाई चप्पल पहन कर चलने वाला व्यक्ति भी हवाई जहाज पर सफर करें। किन्तु हवाला कांड में मंत्री संलिप्त हो ऐसा किसी ने नहीं सोचा था। ऐसे लोग हवाई चप्पल पहनने वालों का हवाला देते हैं पर वास्तव में हवाला कांड से जुड़े है। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि मंत्री पार्थ चटर्जी की एक और मित्र मोनालिसा दास जो 2014 में आसनसोल में काजी नज़रुल यूनिवर्सिटी में नियुक्त होती है।

जो महज 8 सालों में यूनिवर्सिटी में बांग्ला भाषा विभाग के विभागाधक्ष बन जाती है। वही मोनालिसा के नाम पर 10 फ्लैट के कागजात मिले हैं मीनाक्षी लेखी ने कहा कि डायमंड हार्बर  में तीन फलैट के दस्तावेज मिले हैं, 18 डी, 19 डी और 20 डी फलैट के कागजात हैं। इसमें एक सुपर लक्जरी अपार्टमेंट हैं। जिसमें पार्थ चटर्जी के सिर्फ पालतु कुत्ते रहते थे। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इतने भ्रष्टाचार होने पर भी ममता बनर्जी चुप क्यों है यह समझ से परे है।

मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में नारदा, शारदा, कोयला स्कैम हुए तो अब शिक्षक भर्ती में घोटाले  का खुलासा हुआ है। इस घोटाले में अर्पिता जैसी महिला के पास से 50 करोड़ की राशि बरामद होता है तो जरा सोचिए इस घोटाले में कितनी बड़ी राशि होगी। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि हम लोग यह चाहते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में अच्छे से जांच करें । मीनाक्षी लेखी ने कहा कि और पिता के बयान पर ध्यान देने लायक बात है कि उनका कहना था कि पार्थ चटर्जी ने उनके फ्लैट को एटीएम बना दिया था और दूसरा उनका बयान था कि नीचे से ऊपर तक सिस्टम में पैसा जाता था।

मीनाक्षी लेखी ने कहा कि अर्पिता के घर के बाहर 11 हजार रूपये  का कॉपरेटीव सोसायटी द्वारा नोटिस दिया गया है जो उन पर बकाया है।इस पर किसने कहा है कि ईमानदारी से बेइमानी का काम होता है जब 50 करोड़ घर के अन्दर रखे हो फिर भी अपने हिस्से का कर्ज उतारने के लिए उसमें से पैसा नहीं लेते है। वही मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दूसरी तरफ दिल्ली में सत्येंद्र जैन के धर से  4.5 करोड़ रूपये सहित संपत्ति के कागजात बरामद हुए।

गिरफतारी से एक महीना पहले ईडी ने सत्येन्द्र जैन की संपत्ति को जब्त किया था। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 27 तारीख को दो न्यायाधीशो के बेंच जस्टीस सतीश चन्द्र शर्मा और सुब्रहमण्यम प्रसाद ने गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत के संविधान में अखंडता को बनाए रखने के लिए मंत्री परिषद की सामूहिक जिम्मेदारी है। इस बात पर मुख्यमंत्री को विचार करना है कि क्या कोई व्यक्ति का अपराधिक पृष्ठ भूमि है या उन पर नैतिक पतन से जुड़े आरोप लगाया गया है, उन्हें नियुक्त किया जाना चाहिए और उन्हें मंत्री के रूप् में बने रहने की अनुमति दी जानी चाहिए।

बी आर अम्बेडकर जब संविधान लिख रहे थे तब जो वक्तव्य दिया थ उसका हवाला देते हुए न्यायधीश ने उक्त टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि सुशासन अच्छे लोगों के हाथों में होता है अदालत अच्छे या बूरे के फैसले में नहीं पड़ सकती है। लेकिन वे निश्चित रूप् से हमारे संवैधानिक पदाधिकारियों के लोकाचार को संरक्षित करने और बढ़ावा देने का याद दिला सकती है। ऐसी धारणा है कि मुख्यमंत्री को संवैधानिक सिद्धांतों से अच्छी सलाह और मार्गदर्शन मिलेगा।

मीनाक्षी लेखी ने कहा किदिल्ली हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद और सही मार्गदर्शन देने के बाद दोनो मुख्यमंत्री चुप क्यों है? यह आश्चर्य है। दोनो मुख्यमंत्री ने अबतक कोई एक्शन क्यों नहीं लिया।यहां पर 4.81 करोड़ रूप्ये की संपत्ति जब्त हुई और मनी लॉंडिंग केस में सत्येन्द्र जैन पकड़े गए।

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