देश को आज मिलेंगे नए राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू के गांव में जश्न का माहौल

नई दिल्ली 21 July (Rns/FJ): भारत में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की जगह कौन नए महामहिम होंगे इसकी आधिकारिक घोषणा आज हो जाएगी। 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए संसद भवन में सुबह 11 बजे से वोटों की गिनती आरंभ होगी। यूं तो विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खिलाफ सत्तारूढ़ राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है मगर जीत-हार के वोटों के अंतर का पता मतगणना से चलेगा। मतगणना से उन दावों की सत्यता भी पता चलेगी कि कई दलों के विधायकों ने बिना जानकारी दिए अपनी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की है।

द्रौपदी मुर्मू जीतने पर देश की पहली आदिवासी महिला होंगी जो सर्वोच्च सांविधानिक पद पर आसीन होंगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होना है।

वहीं द्रौपदी मुर्मू की जीत को लेकर सिर्फ बीजेपी ही नहीं, बल्कि ओडिशा में स्थित उनके गांववाले भी आश्वस्त हैं। ओडिशा के रायरंगपुर में स्थित उपरबेड़ा गांव में उनकी जीत की खुशी का जश्न मनाने के लिए बड़ी मात्रा में मिठाई बनाई जा रही है। इसके साथ ही गांव के लोग आदिवासी नृत्य करने की भी योजना बनाए हुए हैं।

द्रौपदी मुर्मू का गांव भवनेश्वर से 260 किमी दूर है। उनके गांववाले पहले से उनकी जीत का दावा कर रहे हैं। इस दौरान एक स्थानीय व्यक्ति का कहना है गुरुवार का दिन रायरंगपुर और पूरे ओडिशा के लिए काफी बड़ा दिन होगा क्योंकि देश के इतिहास में पहली बार कोई आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने जा रही है। गांव में इसे लेकर जश्न का माहौल है।

गांव के लोगों का कहना है कि गुरुवार को वे विजय दिवस मनाएंगे। लोगों ने बताया कि जश्न के लिए गांव के घरों में लाइट लगाई गई हैं और उन्हें फूलों से सजाया गया है। इसके अलावा सड़कों और गलियों को साफ किया गया है। कहा गया है कि किसानों ने गुरुवार को काम नहीं करने का फैसला लिया है, जबकि किसानी के लिए यह व्यस्त समय है।

**************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

Leave a Reply

Exit mobile version