बेड खरीदते से पहले इन बातों पर दें ध्यान, होगा सही चयन

03.07.2022 – एक बेड को चुनना उतना ही मुश्किल काम है, जितना कि चावल में से कंकड बिनना। यह सिर्फ एक मजाक था, लेकिन बेड एक महत्वपूर्ण चीज है क्योंकि यह न सिर्फ बेडरूम की शोभ बढ़ाता है बल्कि आपको आराम भी देता है। वैसे आजकल मार्केट में कई तरह के बेड है, लेकिन सही वही होगा, जो आपके बेडरूम के लिए सही होगा। आइए जानते हैं कि बेडरूम के हिसाब से किस तरह के बेड का चयन करना बेहतर है।

कमरे के साइज पर दें ध्यानआप चाहें किसी फर्नीचर मार्केट जाकर बेड खरीदने वाले हो या ऑनलाइन, इससे पहले अपने उस कमरे की जगह को अच्छे से माप लें, जहां आप बेड रखने वाले हैं। यह काम इंची टेप की मदद से आसानी से हो सकती है, लेकिन अगर आपके पास इंची टेप नहीं है और आपके कमरे में टाइल लगी हैं तो उनकी लंबाई और चौड़ाई के हिसाब से गिनती करके उस फर्श की जगह को मापें, जिस पर आपका बेड रखा जाएगा।

स्पेस होना है जरूरीअगर आपको अपने कमरे को अच्छा-खासा स्पेस वाला बनाना है तो अपने बेड को कोने में दीवार के पास रखें। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि आपके कमरे या बाथरूम का दरवाजा बेड के करीब न हो क्योंकि इससे आपको उसे पूरी तरह से खोलने या बंद करने में दिक्कत आ सकती है। अगर आप अपने बेड के आस-पास स्पेस चाहते हैं तो इसे एक खिड़की के पास रखें।

किस साइज का बेड चुनें?अगर आप दो लोगों के हिसाब से बेड खरीदने वाले हैं तो आपके लिए क्यून साइज बेड खरीदना करना अच्छा है। हालांकि, अगर आप तीन या चार लोगों के हिसाब से बेड खरीदने वाले हैं तो इसके लिए किंग साइज का चयन करें। वैसे आजकल फर्नीचर मार्केट में कई तरह के साइज में बेड उपलब्ध है, जिन्हें आप अपनी पसंद और जरूरत अनुसार खरीद सकते हैं। गुणवत्ता का भी रखें

ध्यानविशेषज्ञों की मानें तो हमेशा बेड खरीदते समय सिर्फ इसकी सुंदरता पर ध्यान न दें बल्कि इसकी गुणवत्ता को भी महत्व दें। ऑनलाइन ग्राहक के तौर पर आपके लिए यह जानना जरूरी है कि अगर अगले कुछ दिनों में ही बेड के साथ कोई समस्या आ जाए तो उसे ठीक करवाने के लिए आप क्या सकते हैं या फिर उसकी एक्सचेंज पॉलिसी क्या है आदि। वहीं, शिफ्टिंग चार्ज, डिलीवरी टाइम इन चीजों को भी जरूर देखें। (एजेंसी)

**************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

शिक्षा में संस्कृत अनिवार्य करें

वेद प्रताप वैदिक – शिक्षा में संस्कृत अनिवार्य करें. गुजरात के शिक्षामंत्री से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुछ प्रमुख कार्यकर्ताओं ने अनुरोध किया है कि वे अपने प्रदेश में संस्कृत की अनिवार्य पढ़ाई शुरु करवाएं। यह मांग सिर्फ संघ के स्वयंसेवक ही क्यों कर रहे हैं और सिर्फ गुजरात के लिए ही क्यों कर रहे हैं? भारत के हर तर्कशील नागरिक को सारे भारत के लिए यह मांग करनी चाहिए, क्योंकि दुनिया में संस्कृत जैसी वैज्ञानिक, व्याकरणसम्मत और समृद्ध भाषा कोई और नहीं है। यह दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तो है ही, शब्द भंडार इतना बड़ा है कि उसके मुकाबले दुनिया की समस्त भाषाओं का संपूर्ण शब्द-भंडार भी छोटा है।

अमेरिकी संस्था ‘नासा’ के एक अनुमान के अनुसार संस्कृत चाहे तो 102 अरब से भी ज्यादा शब्दों का शब्दकोश जारी कर सकती है, क्योंकि उसकी धातुओं, लकार, कृदंत और पर्यायवाची शब्दों से लाखों नए शब्दों का निर्माण हो सकता है। संस्कृत की बड़ी खूबी यह भी है कि उसकी लिपि अत्यंत वैज्ञानिक और गणित के सूत्रों की तरह है। जैसा बोलना, वैसा लिखना और जैसा लिखना, वैसा बोलना। अंग्रेजी और फ्रेंच की तरह संस्कृत हवा में ल_ नहीं घुमाती है।

‘नासा’ ने अपने वैज्ञानिक अनुसंधानों और कंप्यूटर के लिए संस्कृत को सर्वश्रेष्ठ भाषा बताया है। संस्कृत सचमुच में विश्व भाषा है। इसने दर्जनों एशियाई और यूरोपीय भाषाओं को समृद्ध किया है। संस्कृत को किसी धर्म-विशेष से जोडऩा भी गलत है। संस्कृत जब प्रचलित हुई, तब पृथ्वी पर न तो हिंदू, न ईसाई और न ही इस्लाम धर्म का उदय हुआ था। संस्कृत भाषा किसी जाति-विशेष की जागीर नहीं है। क्या उपनिषदों का गाड़ीवान रैक्व ब्राह्मण था? संस्कृत को पढऩे का अधिकार हर मनुष्य को है।

औरंगजेब के भाई दाराशिकोह क्या हिंदू और ब्राह्मण थे? उन्होंने 50 उपनिषदों का संस्कृत से फारसी में अनुवाद ‘सिर्रे अकबर’ के नाम से किया था। अब्दुल रहीम खानखाना ने ‘खटकौतुकम’ नामक ग्रंथ संस्कृत में लिखा था। तेहरान विश्वविद्यालय में मेरे एक साथी प्रोफेसर कुरान-शरीफ का अनुवाद संस्कृत में करने लगे थे। कुछ ईसाई विद्वानों ने संस्कृत ‘ख्रीस्त गीता’ और ‘ख्रीस्त भागवत’ भी लिखी है। कुछ अंग्रेज विद्वानों ने अब से लगभग पौने 200 साल पहले बाइबिल का संस्कृत अनुवाद ‘नूतनधर्म्मनियमस्य ग्रंथसंग्रह:’ के नाम से प्रकाशित कर दिया था।

लगभग 40 साल पहले पाकिस्तान में मुझे एक पुणे के मुसलमान विद्वान मिले। मैं उनके घर गया। वे मुझसे लगातार संस्कृत में ही बात करते रहे। भारत में पंडित गुलाम दस्तगीर और डा. हनीफ खान जैसे संस्कृत के विद्वानों से मेरी पत्नी डॉ. वेदवती का सतत संपर्क बना रहा। अलीगढ़ मुस्लिम वि.वि. की संस्कृत पंडिता डॉ. सलमा महफूज ने ही दाराशिकोह के ‘सिर्रे अकबर’ का हिंदी अनुवाद किया है। अभी भी मेरे कई परिचित मुसलमान मित्र विभिन्न विश्वविद्यालयों में संस्कृत के आचार्य हैं।

इसीलिए मेरा निवेदन है कि संस्कृत को किसी मजहब या जाति की बपौती न बनाएं। जरुरी यह है कि भारत के बच्चों को संस्कृत, उनकी उनकी मातृभाषा और राष्ट्रभाषा हिंदी 11 वीं कक्षा तक अवश्य पढ़ाई जाए और फिर अगले तीन साल बी.ए. में उन्हें छूट हो कि वे अंग्रेजी या अन्य कोई विदेशी भाषा पढ़ें। कोई भी विदेशी भाषा सीखने के लिए तीन साल बहुत होते हैं। उसके कारण हमारे बच्चों को संस्कृत के महान वरदान से वंचित क्यों किया जाए?

**********************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

बॉलीवुड के मशहूर गायक सुदेश भोंसले ने मनाया अपना 62वाँ जन्मदिन

03.07.2022 – अमिताभ बच्चन की आवाज माने जानेवाले, अपने अद्भुत टैलेंट से मायानगरी के अभिनेताओं की मिमिक्री कर सबको हैरान करनेवाले और अपनी दमदार आवाज़ से फ़िल्म इंडस्ट्री में खास जगह बनानेवाले गायक सुदेश भोंसले ने बहुत ही धूमधाम तरीके से ग्रेविटी स्टूडियो में अपना 62 वाँ जन्मदिन मनाया जहाँ पर उन्हें बधाई देने सितारों की झड़ी लग गयी।

सबसे पहले एक्टर जॉनी लीवर पहुँचे जिन्हीने सुदेश भोंसले को जन्मदिन की बधाई दी और उसके बाद  स्टेज पर माइक लेकर अपनी हास्य अदाकारी से सबका दिल जीत लिया। अभिनेता सचिन पिलगांवकर ने भी अपने दोस्त सुदेश भोंसले को अलग अंदाज में बधाई दी। तो वही सिंगर अमित कुमार भी आये जिन्होंने सुदेश भोंसले के साथ गीत ‘आती रहेंगी बहारें’ गाकर एक समा बांध दिया।

लीजेंड सिंगर अमित कुमार का जन्मदिन 3 जुलाई को है लेकिन इस मौके पर एडवांस में उन्होंने भी केक काटा और सुदेश भोंसले ने गाना गाकर उन्हें बर्थडे की बधाई दी। इस खास मौके पर सुदेश भोंसले का पूरा परिवार मौजूद था उनकी बेटी श्रुति और बेटे सिद्धान्त भोंसले ने परफेक्ट मेजबानी की। इसके अलावा सुभाष देसाई, कुलदीप सिंह,आरएसएस मनी,अली सिंह,वीआईपी, वैशाली सामंत, अशोक कुमार सराफ और प्रवीण कुमार सराफ ने जैसे म्यूजिकल सितारों नें अपनी मौजूदगी से चार चांद लगा दिए ।

बर्थडे मैन सिंगर सुदेश भोंसले ने भी अपने पसंद के कई गाने गाए और जब उन्होंने ‘हम’ फ़िल्म का जुम्मा-चुम्मा गाना गाया तब ग्रेविटी स्टूडियो तालियों से गूंज उठा।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय 

***************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपको व्यवसाय में लाभ होने के संयोग हैं। अगर आप अपनी घरेलू जिम्मेदारियों को अनदेखा करेंगे तो कुछ ऐसे लोग नाराज हो सकते हैं जो आपके साथ रहते हैं। आपके लिए आज का दिन आर्थिक दृष्टि से बहुत शुभ है। अपनी खुशियों को दूसरों के साथ साझा करना आपकी सेहत को भी बेहतर करेगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)
मिला जुला समय रहेगा। आर्थिक तौर पर सुधार के चलते आप आसानी से काफी वक़्त से लंबित बिल और उधार चुका सकेंगे। आपको आज अपनी वाणी पर संयम रखें। आज किसी नए कार्य का प्रारंभ न करें और क्रोध एवं आवेश में वृद्धि न आए इसका ध्यान रखें। जरूरत से ज्यादा वक़्त व पैसा मनोरंजन पर खर्च न करें।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
मन पसन्न मुद्रा मे रहेगा। परिवार में आवश्यक विषयों पर चर्चा होगी। माता का आरोग्य अच्छा रहेगा। धन संपत्ति-मान सम्मान के अधिकारी बनेंगे। जल्दबाजी में निवेश न करें। दिन के कार्यभार से कुछ थकान का अनुभव होगा, परंतु स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आज आपका सबसे बड़ा सपना हकीकत में बदल सकता है।
कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
व्यवसाय में बाधा उपस्थित होने की संभावना है। मानसिक दबाव के बावजूद आपकी सेहत अच्छी रहेगी। कार्यक्षेत्र के नज़रिए से आज का दिन आपका है। इसका भरपूर फायदा उठाएँ। आप पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप अपनी जमा-पूंजी पारम्परिक तौर पर निवेश करें।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आप शारीरिक एवं मानसिक रूप से भरपूर प्रतिकूलता का अनुभव करेंगे। मन में उत्साह का संचार होगा, जिस वजह से दिनभर का समय आनंदपूर्वक बीतेगा। आज उच्च पदाधिकारी खुश होंगे। बाहर जाना हो सकता है। सरकारी लाभ होगा। आज कोई महत्त्वपूर्ण योजना भी बना सकते हैं।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा। लेन-देन में सावधानी बरतें। कानूनी मसले हल होंगे। किसी चिंता से मुक्ति मिलेगी। पत्नी एवं पुत्र की तरफ से लाभदायी समाचार मिलेंगे। मित्रों से हुई मुलाकात से आनंद मिलेगा। किसी आत्मीय व्यक्ति से भेंट हो सकती है। परिवार के सदस्यों की मदद रहेगी।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज स्वजनों और स्नेहीजनों के साथ मतभेद खड़े होंगे, परिणामस्वरूप घर में विरोध का वातावरण उपस्थित होगा। आज के कार्य अधूरे रह सकते हैं। किसी कारणवश व्यय भी अधिक होगा। यदि पुरानी बातों को कुरेद कर नोक-झोंक करेंगे तो परिणाम अच्छे नहीं मिलेंगे। आपके कार्यों की प्रशंसा होगी।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज व्यापार अच्छा चलेगा। विवाद समाप्त होने से शांति एवं सुख बढ़ेगा। परोपकारी स्वभाव होने से दूसरों की मदद कर पाएंगे। कामकाज की जिज्ञासा बढ़ेगी। सुखवृद्धि एवं पारिवारिक उन्नति होगी। परिवार में क्लेश, मनमुटाव हो सकता है। आज आप अपने जीवनसाथी को विशेष खुशी देने की कोशिश करेंगे।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज आपको अच्छे समाचार मिल सकते हैं। आर्थिक लाभ की संभावनाएं हैं। आज आपका पारिवारिक वातावरण आनंद व उल्लास से लबालब भरा रहेगा। तन में चेतना एवं स्फूर्ति का संचार होगा। उनसे मिली भेट व सौगात पाकर आप आनंदित होंगे। यात्रा-पर्यटन के योग हैं।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आलस्य को त्यागकर कार्यों को समय पर करने से सफलता प्राप्त हो सकती है। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। सोच-समझकर व्यय करें। कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में बाधाओं से मन अशांत रहेगा। आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। दफ्तर में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिए बहुत शुभ है। आपका आज का दिन आनंद व उल्लास से भरा हुआ होगा व शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा होगा। आज के कार्य अधूरे रह सकते हैं। किसी कारणवश व्यय भी अधिक होगा। आज किए गए हर कार्य में सफलता मिलेगी। घर का वातावरण प्रफुल्लित रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज किसी धार्मिक स्थल पर जाने का सुनहरा अवसर है। रचनात्मक कार्य में मन लगेगा। शत्रु से सतर्क रहें। कर्मनिष्ठ होकर हाथ पर रखे काम को पूर्ण करने का प्रयास करेंगे। आपका व्यवहार आज न्यायानुकूल रहेगा। विवाहिताओं को आज मायके से भी लाभ हो सकता है व अच्छे समाचार मिल सकते हैं।

**********************************

 

केदारनाथ धाम के गर्भगृह में प्रवेश खुला, तीर्थयात्री कर सकते हैं दर्शन

देहरादून ,02 जुलाई (आरएनएस)। तीर्थयात्री अब केदारनाथ धाम के गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन कर सकेंगे। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध हटा दिया है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दिन तीर्थयात्रियों की भीड़ उमडऩे से गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। श्रद्धालु सभा मंडप से बाबा केदार के दर्शन कर रहे थे। केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को खुले थे।

पहले दिन ही 20 हजार से अधिक तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे थे। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को भारी अव्यवस्थाओं को सामना करना पड़ा। भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शन में लगने वाले समय को देखते हुए बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य होने से शुक्रवार से केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध समाप्त कर दिया गया है। अब श्रद्धालु गर्भगृह में जाकर बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं।

बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि इस वर्ष मई व जून माह में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। श्रद्धालु सभा मंडप से ही बाबा केदार के दर्शन कर रहे थे। अब संख्या कम होने के बाद श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह में जाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इसके अलावा श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए मंदिर में दर्शनों के समय में भी परिवर्तन किया गया है। शुक्रवार से केदारनाथ मंदिर में सुबह चार बजे के स्थान पर पांच बजे से धर्म दर्शन शुरू हो रहे हैं। अपराह्न् तीन बजे से 4:45 बजे तक भोग-पूजा व सफाई के लिए कपाट बंद किए जा रहे हैं। शाम को श्रृंगार पूजा के बाद रात्रि नौ बजे दोबारा कपाट बंद किए जाएंगे।

इसी तरह बदरीनाथ धाम में मंदिर में भगवान बदरी विशाल की अभिषेक पूजा सुबह पांच बजे से संपन्न हो रही है। इस दौरान भी तीर्थयात्री धर्म दर्शन कर रहे हैं। शाम को विभिन्न पूजाओं के बाद रात्रि नौ बजे तक कपाट बंद हो रहे हैं।

बीकेटीसी के अध्यक्ष ने बताया कि मंदिर समिति तीर्थयात्रियों को मंदिरों में सरल-सुगम दर्शन के लिए प्रतिबद्ध है। मंदिर समिति के अनुसार कपाट खुलने से अब तक केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में 17.32 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इसमें बदरीनाथ धाम में 901081 और केदारनाथ धाम 831600 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।

**************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

कांग्रेस का आरोप भाजपा के नेता राहुल गांधी के खिलाफ झूठी भ्रम फैला रहे

नई दिल्ली, 2 जुलाई (आरएनएस) । कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखते हुए कहा कि यह जानकर स्तब्ध हूँ कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ सहयोगी जानबूझकर और अत्यंत उत्साह से एक न्यूज़ चैनल पर  पर कल (1 जुलाई, 2022), रात 9 बजे प्रसारित हुई शरारतपूर्ण रिपोर्ट साझा कर रहे हैं।

राहुल गांधी के वास्तविक वीडियो में वे उनके वायनाड कार्यालय पर एसएफआई द्वारा की गई हिंसा के संबंध में टिप्पणी कर रहे थे, लेकिन एक चैनल द्वारा उसे जानबूझकर और शरारतपूर्ण ढंग से काट-छांट करके इस प्रकार से प्रस्तुत किया गया जैसे कि यह टिप्पणी उदयपुर में कन्हैया लाल की जघन्य हत्या के संबंध में थी।इस बात को हमारी ओर से तुरंत सभी संबंधित लोगों के ध्यान में लाया गया कि यह रिपोर्ट नितांत झूठी है और भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए जानबूझकर इसे प्रसारित किया गया है।

वास्तव में, किसी भी अन्य चैनल ने इस क्लिप को इस प्रकार जानबूझकर मनगढ़ंत और विकृत तरीके से प्रस्तुत नहीं किया। जयराम रमेश ने कहा कि इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि आपकी पार्टी के कई सहयोगियों, जिनमें राज्यवर्धन राठौर, सांसद;  सुब्रत पाठक, सांसद; कमलेश सैनी, विधायक और अन्य शामिल हैं, उन्होंने बड़े उत्साहपूर्वक और कोई सत्यापन किए बिना जानबूझकर इस मनगढ़ंत और विकृत रिपोर्ट को सोशिल मीडिया पर प्रकाशित और शेयर किया। मेरी पार्टी के सहयोगियों द्वारा यह चेतावनी दिए जाने के बावजूद कि उक्त क्लिप दुर्भावनापूर्ण रूप से झूठी और भ्रामक है, राजवर्धन सिंह राठौर ने इसे प्रचारित करना जारी रखा, पहले इसे हटा दिया और फिर इसे दोबारा अपलोड कर दिया।

इसमें कोई संदेह नहीं रह जाता है कि उनके द्वारा जानबूझकर किए गए इन कार्यों का उद्देश्य पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को बदनाम करना, कांग्रेस पार्टी को बदनाम करना और पहले से ही संवेदनशील बनी हुई सांप्रदायिक स्थिति का ध्रुवीकरण करना था, जो कि आपकी पार्टी की रणनीति का हिस्सा है। यह कोई बहाना नहीं हो सकता कि आपके कुछ सहयोगियों ने पहले इस रिपोर्ट को अपलोड किया था और इस झूठी रिपोर्ट को साझा करने के बाद फिर उसे हटा दिया क्योंकि वास्तविकता यह है कि जो नुकसान वे पहुंचाना चाहते थे, वो उसे डिलीट करने से पहले पहुंचा चुके थे।

जयराम रमेश ने कहा कि हम लोग पहले ही मूल प्रसारणकर्ता चैनल के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। हम आशा करते हैं कि आप और आपकी पार्टी के सहयोगी इस तरह के झूठ फैलाना बंद करेंगे और ऐसी हरकतों से बाज आएंगे। इसके अतिरिक्त, मुझे आशा है कि आप अपने उन सहयोगियों की ओर से तुरंत उचित माफीनामा जारी करेंगे, जिन्होंने सच्चाई का इस तरह से घोर अपमान किया है।

जयराम रमेश ने कहा कि अगर यह माफीनामा आज जारी नहीं किया जाता तो हम आपकी पार्टी और उसके उन नेताओं के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे, जो इस तरह के गैर-जिम्मेदार और आपराधिक तरीके से सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने पर जोर देते हैं।

********************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

ओटीटी ‘क्वीन’ राजश्री वर्मा की नई फिल्म ‘तन बदन’ 

02.07.2022 –  मयूरी मीडिया वर्क्स  के बैनर तले निर्मित वेब फिल्म ‘तन बदन’ में ओटीटी  की दुनिया की ‘क्वीन’ राजश्री वर्मा अपने अभिनय और हुस्न का जलवा बिखेरती नज़र आएगी। इस वेब फिल्म के लेखक, निर्देशक तन्मय गोपाल और निर्माता प्रसिद्ध फिल्म प्रचारक और पत्रकार पुनीत खरे हैं। राजश्री वर्मा के अलावा इस फिल्म में अनिल धवन, सोनिका गिल, बीरबल, जोहरा मुगल, बबीता मिश्रा, राजू टाक, प्रीतम ओबराय, अंजलि अग्रवाल, जीता शाही और आशा ठाकुर की मुख्य भूमिका है।

संगीतकार राजा अली के संगीत से सजी इस फिल्म के गीतकार अनिता सोनी, गायिका खुशबू जैन, पटकथा व संवाद  प्रज्ञा शर्मा, छायांकन थम्मन के, नृत्य जगन्नाथ दास (जे.डी.), प्रोडक्शन डिजाइनर मंटू गुप्ता, संपादन संजय    सिंह, ध्वनि अक्की सुरेश  और कार्यकारी निर्माता हितेश नवानी हैं। 400 से भी अधिक फीचर फिल्में और 2000 से भी ज्यादा अलबम का प्रचार  कर चुके पी आर ओ पुनीत खरे इस फिल्म के निर्माण के पूर्व नाना पाटेकर, परेश रावल अभिनीत फिल्म ‘आंच’ के कार्यकारी निर्माता भी रह चुके हैं।

उन्होंने एक म्यूजिक कंपनी के लिए 25 विडियो एल्बम का भी निर्माण किया है और वो पिछले 36 वर्षों से बॉलीवुड में सक्रिय हैं। पुनीत खरे को कई तरह के अवार्ड से नवाजा चुका है। साथ ही साथ पिछले 5 वर्षों से सिनेमा आजतक ऐचीवर्स ऐवार्ड सहित देश के हर हिस्से में होने वाले अवार्ड समारोह के हिस्सा भी रहे हैं।

वेब फिल्म ‘तन बदन’ के निर्देशक तन्मय गोपाल ने हिन्दी, भोजपुरी, बंगाली, गुजराती और उडिया  फिल्मों का निर्माण और निर्देशन  भी किया है और विज्ञापन फिल्में और वेब सीरीज का भी निर्देशन कर चुके हैं।

बकौल निर्देशक तन्मय गोपाल ‘तन बदन’ के माध्यम से हमने यह दिखाने का प्रयास किया है कि वक्त रहते लड़की लडके का विवाह हो जाना चाहिए, नहीं तो वो एक उम्र के बाद भटकने लगते हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

***************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

तेल का खेल है

अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने उम्मीद की थी कि रूस पर उनके प्रतिबंध लगाने के बाद रूस के लिए तेल बेचना मुश्किल हो जाएगा। इससे उसकी अर्थव्यवस्था ढह जाएगी। लेकिन कई देशों ने इसे अपने लिए सस्ता तेल पाने का एक मौका बना लिया। यूक्रेन युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों की रणनीति अगर कारगर नहीं हुई है, तो उसका बड़ा कारण रूस के पास मौजूद तेल की ताकत है। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने उम्मीद की थी कि रूस पर उनके प्रतिबंध लगाने के बाद रूस के लिए तेल बेचना मुश्किल हो जाएगा।

इससे उसकी अर्थव्यवस्था ढह जाएगी। लेकिन कई देशों ने इसे अपने लिए सस्ता तेल पाने का एक मौका बना लिया। उनमें प्रमुख चीन और भारत हैं। नतीजा यह हुआ कि जहां तेल और प्राकृतिक गैस की महंगाई से अमेरिका और यूरोप में हाहाकार मचा हुआ है, वहीं भारत और चीन अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में हैं। इससे रूस को सहारा मिला। रूसी अर्थव्यवस्था उस तरह नहीं ढही, जिसकी उम्मीद पश्चिमी देशों ने की थी। उलटे डॉलर की तुलना में रूस की मुद्रा की कीमत रुबल आज सात साल के सबसे ऊंचे स्तर पर है।ताजा आंकड़ों के मुताबिक मई में चीन ने रूस से अपना तेल आयात और बढ़ा दिया।

अब वह रूस का सबसे बड़ा तेल आयातक बन गया है। उधर सऊदी अरब को पीछे छोड़ते हुए रूस चीन का सबसे बड़ा तेल निर्यातक बन गया है। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले महीने उसने रूस से 84.2 लाख टन तेल आयात किया। फरवरी 2021 की तुलना में यह 55 प्रतिशत ज्यादा है। मई में चीन ने सऊदी अरब से 78.2 लाख टन तेल खरीदा था।

24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। जिन देशों ने इस कार्रवाई के लिए रूस की आलोचना नहीं की है, उनमें भारत के अलावा चीन का भी नाम है। चीन ने संयुक्त राष्ट्र में कई प्रस्तावों पर रूस का साथ भी दिया है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की स्थिति में उसके उत्पाद खरीद कर चीन ने रूस की आर्थिक मदद भी की है।

अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की तेल के बारे में ताजा अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो महीनों में भारत ने रूस से कच्चा तेल खरीदने के मामले में जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है और वह उसका दूसरा सबसे बड़ा आयातक बन गया है।

********************************************

 

साथ निभाना साथिया 2 की स्टार कास्ट में शामिल हुईं दीपाली सैनी

02.07.2022 – हाल ही में साथ निभाना साथिया 2 की स्टार कास्ट में शामिल हुईं अभिनेत्री दीपाली सैनी अपनी भूमिका को लेकर काफी उत्साहित हैं। अभिनेत्री का कहना है कि यह पहले की भूमिका से बहुत अलग है। मेरे चरित्र का नाम शकुंतला उर्फ शकुनि है। शो में मैं एक नकारात्मक और व्यंग्यात्मक हास्य भूमिका निभा रही हूं।

यह मेरे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण है, आध्यात्मिक, पारिवारिक नाटक करने और एक नर्डी कैरेक्टर निभाने से, अब मैं एक नेगेटिव कैरेक्टर की भूमिका निभा रही हूं। यह एक बहुत बड़ा बदलाव है। चरित्र, शकुंतला, बहुत ही ग्लैमरस और आकर्षक है और इसके लिए, मुझे हर दिन फिट रहना और कसरत करना है और 24/7 डाइट पर रहना है।वह कहती हैं, हम सभी को महाभारत में शकुनि से मिलवाया गया है।

इसलिए, यह और अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाता है, क्योंकि मेरा लक्ष्य महाभारत में शकुनि के रूप में अपने चरित्र को उल्लेखनीय बनाना है।शो में अपने लुक के बारे में बात करते हुए वह कहती हैं, मेरा लुक काफी ग्लैमरस और गुड लुकिंग है, जो वास्तविक जीवन के करीब है। लेकिन जिस तरह से शकुंतला सोचती है और प्रतिक्रिया करती है, वह वास्तव में वास्तविक जीवन में जो है, उसके विपरीत है।

मेरी भूमिका कुल्फी कुमार बाजीवाला में बहुत अच्छा था, यह एक हास्य और गूंगा चरित्र था और दूसरी ओर, साथ निभाना साथिया 2.0 में शकुंतला एक बहुत ही स्मार्ट, तेज, शैतानी किरदार है। (एजेंसी)

*************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

सिर के मुंहासों से राहत दिलाने में मदद करेंगे ये पांच घरेलू नुस्खे

02.07.2022 – सिर के मुंहासों से राहत दिलाने में मदद करेंगे ये पांच घरेलू नुस्खे. बालों को अच्छी तरह से न धोना, हेयर स्टाइल प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल करना, सिर में पसीना आने के बाद उसे न साफ करना आदि की वजह स्कैल्प के रोमछिद्र बंद हो सकते हैं, जिस वजह से सिर में मुंहासे हो सकते हैं। यह एक कष्टदायक समस्या है क्योंकि इसके कारण दर्द और जलन जैसी समस्याएं होती हैं। आइए आज हम आपको पांच ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं, जिन्हें अपनाकर आप सिर के मुंहासों से जल्द राहत पा सकते हैं।

टमाटर के रस का करें इस्तेमालटमाटर का रस सिर के मुंहासों के उपचार के लिए एक बेहतरीन घरेलू नुस्खा है। सैलिसिलिक एसिड से भरपूर टमाटर आपके सिर के श्च॥ स्तर को संतुलित करके मुंहासों को धीरे-धीरे कम करने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए एक कटोरी में टमाटर का रस निकालें, फिर उससे रूई के टुकड़े को भिगोकर सिर के मुंहासों पर हल्के हाथ लगाएं। एक घंटे के बाद अपने सिर को माइल्ड शैंपू और पानी से धोकर साफ करें।

लहसुन लगाएंलहसुन सैलिसिलिक एसिड, एंटी-ऑक्सिडेंट, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुणों से समृद्ध होता है, जो सिर के मुंहासों से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकते हैं। शायद इससे आपके सिर से लहसुन की महक आए, लेकिन यह इसे स्वस्थ और मुंहासों से मुक्त बना सकता है। राहत के लिए लहसुन की कुछ कलियों को पानी में उबाल लें, फिर इस पानी को ठंडा करके अपने स्कैल्प पर लगाएं। 30 मिनट के बाद अपने सिर को माइल्ड शैंपू से साफ करें। सेब का सिरका आएगा कामसेब का सिरका एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है, जो सिर में मुंहासें पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं।

इसके अतिरिक्त, यह सिर के पीएच स्तर को संतुलित करके इसे बहुत अधिक तैलीय या बहुत शुष्क होने से भी बचाता है। लाभ के लिए एक कटोरी में तीन चम्मच सेब का सिरका और पानी मिलाएं, फिर शैंपू करने के बाद इस मिश्रण को अपने सिर पर लगाएं। एक मिनट बाद फिर से अपना सिर धोएं। एलोवेरा करेगा मददएंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर एलोवेरा भी सिर के मुंहासों से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकता है।

यह मुहांसो के कारण होने वाली सिर में जलन और खुजली से भी जल्द राहत दिलाकर स्कैल्प को हाइड्रेट रखने समेत स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए ताजा एलोवेरा जेल सीधे अपने स्कैल्प पर लगाएं और 15-30 मिनट के बाद अपने सिर को सिर्फ पानी से धो लें। टी ट्री ऑयल से भी दूर होंगे सिर के मुंहासेंएंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से समृद्ध टी ट्री ऑयल सिर के मुंहासों का इलाज काफी प्रभावी तरीके से कर सकता है। यह सिर के रोमछिद्रों को खोलकर मुंहासों को कम कर सकता है।

लाभ के लिए टी ट्री ऑयल की दो-तीन बूंदों को जोजोबा ऑयल में मिलाएं, फिर इसे अपने स्कैल्प पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें। एक घंटे बाद सिर को माइल्ड शैंपू से साफ करें। (एजेंसी)

***********************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

क्या आप जिम करने के साथ प्रोटीन लेते है तो यहां जान ले एक्सपर्ट्स की राय

02.07.2022 – कुछ लोगों को बॉडी बनाने का काफी शौक होता है वह इसके लिए प्रोटीन पाउडर समेत कई सप्लीमेंट्स यूज करते हैं जानकारों के अनुसार पाउडर प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल थोड़ा सोच समझ कर ही करना चाहिए इस मामले में लापरवाही बरतना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है आज हम आपको बताते हैं कि अगर आप जिम के साथ प्रोटीन डाइट ले रहे हैं तो कैसे अपना ध्यान रखें।

हेल्थ एंड फिटनेस कोच के अनुसार जिम के दौरान सभी लोगों को नेचुरल तरीके से प्रोटीन की मात्रा पूरी करने की सलाह दी जाती है मसल मास को मेंटेन करने के लिए व्यक्ति को 1 किलोग्राम वजन पर 1 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है जो लोग अपनी डाइट में अंडे ,मटर ,पनीर, चिकन, दूध ,दही को शामिल करते हैं उन्हें जरूरत के हिसाब से प्रोटीन मिल जाती है लेकिन कई बार लोगों नेचुरल तरीके से प्रोटीन ले नहीं पाते ऐसे में कभी-कभी उन्हें प्रोटीन पाउडर की सलाह दी जाती है।

हालांकि प्रोटीन पाउडर काफी सावधानी के साथ खरीदना चाहिए मार्केट में मौजूद कई प्रोडक्ट हेल्थ के लिए नुकसानदायक भी हो सकते हैं डाइटिशियन के अनुसार जो लोग लीवर की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें प्रोटीन पाउडर लेने की सलाह नहीं दी जाती है इसके अलावा अलावा किडनी व अन्य इंटरनल डिजीज वाले मरीजों को किसी भी तरह के सप्लीमेंट लेने की मनाही होती है।

फिटनेस कोच के अनुसार कभी भी डॉक्टर प्रोटीन पाउडर सजेस्ट नहीं करते हैं अगर आप प्रोटीन लेना चाहते हैं तो इस बारे में डॉक्टर से डिस्कस कर सकते हैं ऐसे लोगों को क्वालिफाइड ट्रेनर के इंस्ट्रक्शन के अनुसार जिम करनी चाहिए। (एजेंसी)

*************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

टाइगर 3 में कैमियो की भूमिका में दिखेंगे शाहरुख

02.07.2022 – टाइगर 3 में कैमियो की भूमिका में दिखेंगे शाहरुख. शाहरुख खान दुनिया के सबसे लोकप्रिय कलाकारों में शुमार किए जाते हैं। उनकी पहली फिल्म दीवाना 25 जून, 1992 को रिलीज हुई थी। इस लिहाज से उन्होंने बॉलीवुड में अपने 30 साल पूरे किए। इस मौके पर उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक लाइव सेशन का आयोजन किया और फैंस के सवालों के जवाब दिए। इसी सेशन में उन्होंने बताया कि वह सलमान खान की फिल्म टाइगर 3 में कैमियो की भूमिका निभाएंगे। इंस्टाग्राम के लाइव सेशन में शाहरुख ने सलमान के साथ काम करने को लेकर अपना अनुभव साझा किया है।

उन्होंने कहा, सलमान के साथ काम करने का कोई वर्किंग एक्सपीरियंस नहीं है, बल्कि यह प्यार का अनुभव है, सुखद अनुभव है, दोस्ताना अनुभव है और भाई जैसा अनुभव है। इसलिए, जब भी मैं उनके साथ काम करता हूं तो यह आश्चर्यजनक होता है। हमने वास्तव में एक फिल्म (करण अर्जुन) के अलावा एक साथ कोई पूरी फिल्म नहीं की है। शाहरुख ने कहा कि उन्हें सलमान के साथ काम करने के लिए साल में 4-5 दिन मिलते हैं। शाहरुख ने बताया कि उनके पिछले कुछ साल शानदार रहे हैं, क्योंकि उन्हें सलमान के साथ कुछ प्रोजेक्ट्स में काम करने का मौका मिला।

उन्होंने कहा, सलमान जीरो में आए और मेरे साथ गाना किया और अब पठान में हम साथ हैं। मुझे नहीं पता कि ये सीक्रेट है या नहीं, लेकिन मैं टाइगर 3 में भी साथ रहने की कोशिश करूंगा। सलमान को अपना भाई बताते हुए शाहरुख ने अभिनेता की जमकर तारीफ की है। शाहरुख ने कहा, उनके साथ काम करना बहुत अच्छा अनुभव रहा। मैं सलमान से कितना प्यार करता हूं, यह बताने से पहले मैं उन्हें विशेष धन्यवाद कहना चाहता हूं। सलमान परिवार की तरह हैं, भाई जैसे हैं।

हम नहीं जानते कि बड़ा भाई कौन है। हम में से प्रत्येक अलग-अलग दिनों में एक-दूसरे से बड़े भाई की तरह व्यवहार करता है। पठान और टाइगर 3 दोनों ही एक्शन थ्रिलर फिल्में हैं। शाहरुख और सलमान ने दोनों फिल्मों के लिए इसलिए हाथ मिलाया है, ताकि दोनों ही फ्रेंचाइजी को एक बेहतर रूप दिया जा सके। इस प्रयोग से दोनों कलाकारों के फैंस जरूर आकर्षित होंगे। फिल्म की पटकथा आदित्य चोपड़ा और श्रीधर राघवन ने लिखी है। इस फिल्म में दिखाया जाएगा कि कैसे फिल्म के अहम पात्र टाइगर और जोया अलग-अलग देशों की यात्रा करते हैं। फिल्म अगले साल 21 अप्रैल को रिलीज होगी।

सलमान फिल्म में एक रॉ एजेंट अविनाश सिंह राठौर की भूमिका निभाएंगे। कैटरीना कैफ फिर से जोया की भूमिका में दिखेंगी। फिल्म में इमरान हाशमी विलेन बनेंगे। इसका निर्देशन मनीष शर्मा कर रहे हैं। (एजेंसी)

***************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

अमेरिका में गर्भपात पर हंगामा

वेद प्रताप वैदिक – अमेरिका में गर्भपात पर हंगामा. अमेरिका में इधर दो बड़े फैसलों ने हड़कंप मचा रखा है। एक तो बंदूक रखने पर कुछ नई पाबंदियों के कारण और दूसरा गर्भपात पर प्रतिबंध के कारण। अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के इन दोनों फैसलों को लेकर वहां कई प्रांतों में प्रदर्शन हो रहे हैं और उनका डटकर विरोध या समर्थन हो रहा है। बंदूक पर प्रतिबंधों का उतना विरोध नहीं हो रहा है, जितना गर्भपात पर प्रतिबंध का हो रहा है।

1973 में गर्भपात की अनुमति का जो फैसला अमेरिका सर्वोच्च न्यायालय ने दिया था, उसे सर्वोच्च न्यायालय ने उलट दिया है। 6 और 3 जजों की इस फैसले के पीछे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नियुक्त रूढि़वादी जजों का बहुमत में होना है। अब अमेरिका में जो भी राज्य रूढि़वादी या रिपब्लिकन या ट्रंप-समर्थक हैं, वे इस कानून को तुरंत लागू कर देंगे।

इसका नतीजा यह होगा कि महिलाओं को अपने शरीर के बारे में ही कोई मौलिक अधिकार नहीं होगा। लगभग एक दर्जन राज्यों ने गर्भपात पर प्रतिबंध की घोषणा कर दी है। कोई भी महिला 15 हफ्तों से ज्यादा के गर्भ को नहीं गिरवा सकती है। अदालत के इस फैसले को राष्ट्रपति जो बाइडन ने तो भयंकर बताया ही है, सारे अमेरिका में इसके विरुद्ध विक्षोभ फैल गया है। यूरोपीय राष्ट्रों के प्रमुख नेताओं ने इस फैसले की कड़ी निंदा की है। अमेरिका की नामी-गिरामी कंपनियों ने उनके यहां कार्यरत महिलाओं से कहा है कि वे गर्भपात के लिए जब भी किसी अन्य अमेरिकी राज्य में जाना चाहें, उन्हें उसकी पूर्ण सुविधाएं दी जाएंगी।

अमेरिका के 13 राज्यों में गर्भपात की अनुमति आज भी है। अमेरिका में संघीय व्यवस्था है। इसीलिए उसके राज्य केंद्रीय कानून को मानने या न मानने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन अमेरिका के केथोलिक संप्रदाय के पादरी इस गर्भपात पर प्रतिबंध का स्वागत कर रहे हैं। वैसे भी आजकल यूरोप और अमेरिका में स्त्री-पुरुषों के बीच अवैध शारीरिक संबंधों का चलन इतना बढ़ गया है कि गर्भपात की सुविधा के बिना उनका जीना दूभर हो सकता है।

इसके अलावा गर्भपात की सुविधा की मांग इसलिए भी बढ़ गई है कि चोरी-छिपे गर्भपात करवाने पर गर्भवती महिलाओं की मौत हो जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक आंकड़े के अनुसार हर साल 2.5 करोड़ असुरक्षित गर्भपात होते हैं, जिनमें 37000 महिलाओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है।

अब गर्भपात पर प्रतिबंध लगने से इस संख्या में वृद्धि ही होगी। यूरोप के कई देश गर्भपात के अधिकार को कानूनी रूप देने के लिए तत्पर हो रहे हैं। भारत में 24 हफ्ते या उसके भी बाद के गर्भ को गिराने की कानूनी अनुमति है बशर्ते कि गर्भवती के स्वास्थ्य के लिए वह जरुरी हो। भारतीय कानून अधिक व्यावहारिक है।

*****************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

आज का राशिफल

मेष: मज़बूती और निडरता का गुण आपकी मानसिक क्षमताओं में इज़ाफ़ा करेगा। किसी भी तरह के हालात को क़ाबू में रखने के लिए इस रफ़्तार को बरकऱार रखिए। आर्थिक जीवन में आज खुशहाली रहेगी।

वृष: अपना धैर्य न खोएं, ख़ास तौर पर मुश्किल हालात में। आज आप अपना धन धार्मिक कार्यों में लगा सकते हैं जिससे आपको मानसिक शांति मिलने की पूरी संभावना है। कोई चि_ी या ई-मेल पूरे परिवार के लिए अच्छी ख़बर लाएगी।

मिथुन: आपका उदार स्वभाव आज आपके लिए कई ख़ुशनुमा पल लेकर आएगा। अपनेे लिए पैसा बचाने का आपका ख्याल आज पूरा हो सकता है। आज आप उचित बचत कर पाने में सक्षम होंगे। एक ख़ुशनुमा और बढिय़ा शाम के लिए आपका घर मेहमानों से भर सकता है।

कर्क: धैर्य बनाए रखें, क्योंकि आपकी समझदारी और प्रयास आपको सफलता ज़रूर दिलाएंगे। यह बात भली भांति समझ लें कि दुख की घड़ी में आपका संचित धन ही आपके काम आएगा इसलिए आज के दिन अपने धन का संचय करने का विचार बनाएं।

सिंह: आज के दिन आप काम को अलग रखकर थोड़ा आराम करें और कुछ ऐसा करें जिसमें आपकी दिलचस्पी हो। माता-पिता की मदद से आप आर्थिक तंगी से बाहर निकलने में क़ामयाब रहेंगे। घर में मरम्मत का काम या सामाजिक मेल-मिलाप आपको व्यस्त रखेगा।

कन्या: आपका विनम्र स्वभाव सराहा जाएगा। कई लोग आपकी ख़ासी तारीफ़ कर सकते हैं। आर्थिक तौर पर बेहतरी के चलते आपके लिए ज़रूरी चीज़ें खऱीदना आसान होगा। आपके जीवन-साथी की सेहत चिंता का सबब बन सकती है और उसे चिकित्सकीय देखरेख की ज़रूरत है।

तुला: आपकी उम्मीद एक महक से भरे हुए ख़ूबसूरत फूल की तरह खिलेगी। आपका बचाया धन आज आपके काम आ सकता लेकिन इसके साथ ही इसके जाने का आपको दुख भी होगा। दिन को रोमांचक बनाने के लिए कऱीबी दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।

वृश्चिक: आज आपका स्वास्थ्य दुरुस्त रहने की पूरी उम्मीद है। अपने अच्छे स्वास्थ्य के चलते आज आप अपने दोस्तों के साथ खेलने का प्लान बना सकते हैं। रियल एस्टेट संबंधी निवेश आपको अच्छा-ख़ासा मुनाफ़ा देंगे। आज न सिफऱ् अजनबियों से, बल्कि दोस्तों से सावधान रहने की ज़रूरत भी है।

धनु: अपने आप पर एक सीमा के बाद दबाव न डालें और पर्याप्त आराम लें। आप ख़ुद को नए रोमांचक हालात में पाएंगे, जो आपको आर्थिक फ़ायदा पहुंचाएंगे। परिवार के लोगों से अपनी परेशानियां साझा करके आप हल्का महसूस करते हैं, लेकिन कई बार आप अपने अहम को आगे रखकर घर वालों को जरूरी बातें नहीं बताते।

मकर: अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल किसी मुश्किल में फंसे इनसान की मदद करने के लिए करें। याद रखें यह शरीर तो एक-न-एक दिन मिट्टी में मिलने वाला है, अगर यह किसी के काम न आ सके, तो इसका क्या फ़ायदा?

कुंभ: लंबी यात्रा के लिहाज़ से आपने सेहत और ऊर्जा-स्तर में जो सुधार किए हैं, वे काफ़ी फ़ायदेमंद रहेंगे। व्यस्त दिनचर्या के बावजूद आप थकान के चंगुल में फंसने से बचे रहेंगे। समय और धन की कद्र आपको करनी चाहिए नहीं तो आने वाला वक्त परेशानियों भरा रह सकता है।

मीन: घर और दफ़्तर में कुछ दबाव आपको ग़ुस्सैल बना सकता है। आपके घर से जुड़ा निवेश फ़ायदेमंद रहेगा। हालात को क़ाबू में रखने के लिए अपने भाई की मदद लें। विवाद को ज़्यादा तूल देने की बजाय उसे दोस्ताना तरीक़े से हल करने की कोशिश करें।

************************************

फिल्म ‘बनारस’ का बेस्ट ट्रैक ‘माया गंगे… जारी

02.07.2022 – मुम्बई में आयोजित एक भव्य समारोह में अपकमिंग फिल्म ‘बनारस’ का बेस्ट ट्रैक ‘माया गंगे’ का हिंदी वर्जन जारी कर दिया गया है। इस गाने का कन्नड़ वर्जन पहले से ही यूट्यूब  के टॉप ट्रैक्स पर है और अब इसका हिंदी वर्जन भी धमाल मचाने के लिए तैयार है। इस फिल्म को बनारस के सभी 84 घाटों और शवों के बीच शूट किया गया है। इस अवसर पर अभिनेता ज़ैद खान, अभिनेत्री सोनल मोंटेरो, निर्देशक जयतीर्थ, निर्माता तिलकराज बल्लाल, गीतकार अराफात मोहम्मद के साथ चीफ गेस्ट मधुर भंडारकर भी मौजूद थे। यह फिल्म 5 भाषाओं में रिलीज होगी।

इस फिल्म पर बात करते हुए मधुर भंडारकर ने कहा, “तिलक एक अच्छे फ्रेंड हैं और मैं उन्हें, मुझे यहां इंवाइट करने के लिए धन्यवाद करता हूं। गाना शानदार है और मैंने इसे बहुत पहले देखा है और इसे बहुत अच्छी तरह से शूट किया गया है। फिल्म अच्छी लग रही है और मैं इंतजार कर रहा हूं कि तिलक मुझे पूरी फिल्म दिखाए। बनारस को इतनी अच्छी तरह से कैप्चर करने वाली टीम और निर्देशक को मेरी शुभकामनाएं। मैं खुद कई बार वहां गया हूं।”

फिल्म के प्रोड्यूसर तिलकराज बल्लाल कहते हैं, “जैद एक अच्छे अभिनेता और एक महान इंसान हैं। मैंने उनके पिता, जो एक शानदार राजनेता हैं, से कहा था कि 2 साल बाद आप जैद के पिता के रूप में जाने जाएंगे और यही आपका सबसे बड़ा गौरव होगा।

वहीं निर्देशक जयतीर्थ ने कार्यक्रम के चीफ गेस्ट मधुर भंडारकर को अपने गुरु होने की संज्ञा देते हुए कहा कि यह मेरी सातवीं फिल्म है, मेरी आखिरी फिल्म बेल बॉटम थी। माया गंगे मेरे दिल के बहुत करीब है और मुझे उम्मीद है कि मैं इस गाने के जरिए जो कुछ कहना चाहता हूं, वह दर्शकों तक पहुंचे और उनके दिलों को छू जाए।”

फिल्म के लीड एक्टर ज़ैद खान ने अपनी मुश्किल शूटिंग के बारे में बताते हुए कहा,  “अंडरवाटर सीक्वेंसेज को शूट करना बहुत जोखिम भरा और चुनौतीपूर्ण था। मैं अपने 3 स्तंभों, तिलकजी मेरे गॉड फादर, संजय दत्त और बिट्टू सर को धन्यवाद देना चाहता हूं। हमारे काम की सराहना करने के लिए मीडिया को धन्यवाद।”

एक्ट्रेस सोनल मोंटेरो कहती हैं, “मधुर सर आपके साथ मंच साझा करना सम्मान की बात है। यह हमारे प्रचार का चौथा दिन है और हिंदी वर्जन आखिरकार जारी हो गया है। हम एक परिवार की तरह हैं और शूटिंग की वेकेशन की तरह थी।”

गीतकार अराफात मोहम्मद कहते हैं, “एक दिन ज़ैद खान ने मुझे फोन किया और मुझसे कहा कि मुझे गाने के लिए अनुवाद की आवश्यकता नहीं है, आप जो कुछ भी आपका दिल कहता है उसे लिखो। उन्होंने मुझे बैंगलोर आने के लिए कहा और हमने गाने बनाने की प्रक्रिया का आनंद लिया। ज़ैद ने मुझसे कहा कि मुझे और गाने लिखने के लिए और भाषाएं सीखने की ज़रूरत है।”

Link – https://youtu.be/6iLNPegjN5o

इस पर सुजय शास्त्री कहते हैं, “मैंने हमेशा सोचा था कि मैं अपने जीवन में किसी समय बनारस जाऊंगा। जयतीर्थ जिस तरह से निर्देशन करते हैं, वह आपके दिल को छू जाता है और उनका फाइनल प्रोडक्ट इसका प्रमाण है। मैं उन्हें इस फिल्म के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं, यह वास्तव में खास है और मैं जैद को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।”

अपकमिंग फिल्म ‘बनारस’ इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रही है। इस फिल्म के साथ एक जबरदस्त टीम सामने आ रही है जिसमें टैलेंटेड एक्टर से लेकर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर और फिल्म की स्क्रिप्ट तक सभी दमदार है। ऐसे में अब मेकर्स ने दर्शकों के लिए फिल्म का एक जबरदस्त ट्रैक रिलीज किया है, जिसने फिल्म को लेकर उनके उत्साह को और बढ़ा दिया है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

****************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

 

जैजी बैलेरिनी ने अपने करियर को लेकर किया खुलासा

01.07.2022 – जैजी बैलेरिनी ने अपने करियर को लेकर किया खुलासा. टेलीविजन का नए शो आनंदी बा और एमिली के साथ भारतीय टेलीविजन उद्योग में अपनी शुरुआत करने वाली अभिनेत्री जैजी बैलेरीनी ने पिछले कुछ वर्षो में कई भूमिकाओं के लिए 500 से अधिक बार ऑडिशन दिया है। जैजी शो में एक विदेशी बहू की भूमिका निभाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

जैजी आनंदी बा और एमिली में अपनी भूमिका के लिए ऑडिशन प्रक्रिया पर कहती है, मुझे वास्तव में ऑडिशन देने से पहले टीवी शो की ज्यादा समझ नहीं थी। लेकिन मैं भूमिका के बारे में और जानने के लिए उत्साहित था। मैं इसके बारे में और जानना चाहता था। आनंदी बा पर मेरी भूमिका के लिए ऑडिशन प्रक्रिया और एमिली बहुत आसानी से चली। भले ही यह लॉकडाउन के समय के दौरान था। कुछ ही दिनों में मुझे एमिली की भूमिका के लिए पक्का कर दिया गया।

मैं ईमानदारी से नहीं जानती था, उस समय, मैं अपने आप में क्या कर रहा था। मुझे नहीं पता था कि यह अवसर वास्तव में कितना अद्भुत है जब तक मैंने फिल्म बनाना शुरू नहीं किया। जब मैंने अपने दोस्तों से इसके बारे में बात की, तो वे वास्तव में सहायक थे और बताया मुझे लगता है कि स्टार प्लस के पास सबसे अच्छे कंटेंट और धारावाहिकों में से एक है। इसलिए, मैं इस शो का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हूं।

यह एक परिवार में होने वाली अराजकता की कहानी है जब एक फिरंगी बहू परिवार में प्रवेश करती है और आनंदी बाउससे छुटकारा पाने की कोशिश करती है। स्टार प्लस पर 27 जून से आनंदी बा और एमिली जारी है। (एजेंसी)

*************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

क्रिसन बैरेटो एमटीवी के रियलिटी शो एक्स और नेक्स्ट में शामिल

01.07.2022 – कैसी ये यारियां की अभिनेत्री क्रिसन बैरेटो नए रियलिटी शो एमटीवी के एक्स और नेक्स्ट में नजर आएंगी। यह शो मालदीव में तीन लोकप्रिय पूर्व जोड़ों को एक साथ लाता है, जिससे उन्हें अपना अगला खोजने या अपने पूर्व के प्यार में वापस आने का मौका मिलता है।
कंटेस्टेंट शो में जाएंगे और वहां वे अपने एक्स से मिलेंगे। शो में क्रिसन बैरेटो-सलमान जैदी, निकिता भमिदीपति-समथ्र्य गुप्ता और सलोनी सेहरा-वरुण वर्मा समेत तीन एक्स कपल नजर आएंगे।

एक्स और नेक्स्ट पर अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए क्रिसन ने साझा किया, किसी के पूर्व के साथ फिर से जुडऩा उतना आसान नहीं है जितना कि यह बहुत से लोगों को लग सकता है, खासकर जब आपकी सभी निजी बातचीत और क्षण राष्ट्रीय टेलीविजन पर फिल्माए और प्रसारित किए जा रहे हों।

उन्होंने आगे बताया, मालदीव में एमटीवी के एक्स और नेक्स्ट की शूटिंग के दौरान मेरे पास वास्तव में मेरे जीवन का समय था। यह अपनी तरह की अनूठी वास्तविकता दर्शकों के लिए एक उपन्यास प्रारूप लाती है, जिसे कभी भारतीय टेलीवीजन पर नहीं देखा गया है। एक्स ऑर नेक्स्ट 16 जुलाई से एमटीवी पर शुरू होगा। (एजेंसी)

*******************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

तरह-तरह के स्वादिष्ट बिस्किट घर पर बना सकते हैं , जानिए पांच आसान रेसिपी

01.07.2022 – बिस्किट दुनियाभर में अलग-अलग स्वाद में लोकप्रिय हो चुके हैं, जिनका मजा आप अपनी पसंदीदा चाय या फिर कॉफी के साथ ले सकते हैं। आइए आज हम आपको पांच तरह के बिस्किट की रेसिपी बताते हैं, जिन्हें आप घर पर बहुत आसानी से कुछ ही मिनटों में तैयार कर सकते हैं। यकीनन ये बिस्किट आपको और आपके परिवार को बेहद पसंद आएंगे।

केसर पिस्ता बिस्किट

सबसे पहले एक कटोरे में घी और चीनी मिला लें, फिर इसमें केसर-दूध का मिश्रण, इलायची का पाउडर और जायफल का पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसके बाद इसमें मैदा और दूध डालकर नरम आटा गूंथ लें, फिर आटे को बेलिए और उसके ऊपर पिस्ता और बादाम छिड़ककर उसे चौकोर आकार में काट लें। अब 15 मिनट तक बिस्किट को बेक करें और जब ये ठंडे हो जाएं तो इन्हें एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।

चॉकलेट और ओट्स बिस्किट

इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक कटोरे में मैदा, बेकिंग पाउडर और बेकिंग सोडा को मिलाकर एक तरफ रख दें। इसके बाद एक अलग कटोरे में मक्खन और चीनी को साथ फेंटें, फिर इसमें अंडा, वनिला एसेंस, मैदे का मिश्रण, ओट्स, चॉकलेट चिप्स और कद्दूकस किया हुआ सेब डालकर अच्छी तरह मिलाएं। अब इस मिश्रण को घी लगी बेकिंग शीट पर चौकोर आकार में रखें और 15 मिनट तक बेक करने के बाद बिस्किट को ठंडा करके खाएं।

नानखटाई

सबसे पहले एक कटोरे में मैदा, बेकिंग सोडा और बेकिंग पाउडर को मिलाकर एक तरफ रख दें। अब एक अलग कटोरे में घी और पिसी हुई चीनी को मिलाएं, फिर इसमें मैदे का मिश्रण, सूजी, पिसा हुआ बादाम, पिसा हुआ पिस्ता और इलायची पाउडर मिलाकर नरम आटा गूंथ लें। इसके बाद आटे को बेलकर गोल आकार में काट लें, फिर बेकिंग ट्रे पर रखकर इन्हें 20-25 मिनट तक बेक करें।

आटा बिस्किट

सबसे पहले एक कटोरे में साबुत अनाज का आटा, दालचीनी पाउडर और चीनी को मिलाएं, फिर इसमें थोडा़ मक्खन मिलाकर नरम और मुलायम आटा गूंथ लें। अब आटे को एक पेपर में लपेट कर आधे घंटे के लिए फ्रिज में रख दें, फिर उसे फ्रिज से निकालकर बेलिए और बिस्किट के आकार में काटकर दोबारा 10 मिनट के लिए फ्रिज में रखें। इसके बाद पहले से गर्म ओवन में 10 मिनट तक बिस्किट को बेक करें और उनका आनंद लें।

बटर बिस्किट

सबसे पहले एक कटोरे में मक्खन को चिकना और फूलने तक फेंटें, फिर इसमें पिसी हुई चीनी डालकर फेंटें, फिर इसमें मैदा और थोड़ा सा नमक मिलाएं। इसके बाद आटे को बेलिए और उसके ऊपर बादाम छिड़ककर उसे चौकोर या फिर किसी भी आकार में काट लें। अब सारे बिस्किट को बेकिंग शीट से ढकी बेकिंग ट्रे पर रखें और उसे पहले से गर्म ओवन में 10 मिनट तक बेक करें। इसके बाद बिस्किट को ठंडा करके परोसें। (एजेंसी)

***********************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

मानसून के दौरान बालों की देखभाल करने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक टिप्स

01.07.2022 – जैसे-जैसे मौसम में बदलता है, वैसे-वैसे हेयर रूटीन में भी बदलाव करने की जरूरत होती है क्योंकि हर मौसम कुछ समस्याओं के साथ आता है। अभी मानसून आने वाला है और इस मौसम में अगर आप अपने बालों को तरह-तरह की समस्याओं से बचाए रखकर उन्हें स्वस्थ रखना चाहते हैं तो इनकी अतिरिक्त देखभाल करें।

तेल मालिश है जरूरी

मानसून के दौरान सिर में खुजली, रूसी, बालों का झडऩा और रूखापन आना आदि समस्याएं होना आम बात हैं क्योंकि यह मौसम काफी उमस भरा होता है, जिसके कारण काफी पसीना आता है। अगर आप अपने सिर इन समस्याओं से बचाए रखना चाहते हैं तो नियमित रूप से हल्के हाथों से पूरे सिर की तेल मालिश करें। तिल या फिर बादाम का तेल बालों के स्वास्थ्य में सुधार करने समेत रूसी और खुजली जैसी समस्याओं से राहत दिला सकता है।

मानसून में होममेड हेयर पैक लगाएं

होममेड हेयर पैक बनाने के लिए दो बड़ी चम्मच मेथी के दानों को रातभर के लिए पानी में भिगो दें, फिर अगली सुबह उन्हें मिक्सी में पीसकर एक कटोरी में निकालें। अब कटोरी में एक बड़ी चम्मच एलोवेरा जेल और आधी बड़ी चम्मच तिल का तेल डालकर मिलाएं। सिर धोने से एक घंटे पहले इस मिश्रण को पूरे स्कैल्प और बालों की लंबाई में लगाएं। यह होममेड पैक सिर को मानसून की कई समस्याओं से बचाए रखने में मदद करेगा।

बालों को स्वस्थ रखने के लिए डाइट टिप्स

अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जो बालों को पोषित करने में मदद कर सकें। जैसे बादाम बायोटिन से भरपूर होते हैं और स्वस्थ बालों के विकास के लिए उपयोगी होते हैं। इसके अतिरिक्त, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर तिल के बीज बालों को पोषण देते हैं। आप अपने दैनिक आहार में भुने हुए तिल को सलाद और चटनी में मिलाकर खा सकते हैं। हरी सब्जियां भी बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद हैं।

बारीश में भीग जाएं तो बालों को जरूर धोएं

जब कभी बारिश में आपके बाल भीग जाएं तो उन्हें जरूर धोएं क्योंकि बालों में फंसा बारी का अम्लीय पानी आपके स्कैल्प के पीएच को असंतुलित कर सकता है, जिससे बालों की समस्या और भी बढ़ सकती है। इसलिए बारिश में भीगने के बाद अपने बालों को एक गुणवत्तापूर्ण शैंपू और कंडीशनर से साफ करें। इसके बाद अपने सिर को प्राकृतिक तरीके से सुखाएं। (एजेंसी)

*********************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

गर्भावस्था की वजह से महिलाओं को जीवन में अवसरों से वंचित होते रहना पड़ा है

ये नजरिया महिला विरोधी

गर्भावस्था की वजह से महिलाओं को जीवन में अवसरों से वंचित होते रहना पड़ा है। अगर समाज अब अपने को आधुनिक कहता है, तो उसे अपना यह नजरिया अवश्य ही बदलना चाहिए।

बुनियादी सवाल है। अगर महिलाएं सृष्टि को आगे बढ़ाने में अधिक बड़ी भूमिका निभाती हैं- इस क्रम में वे अधिक कष्ट सहती हैं, तो इसका बदले उन्हें पुरस्कृत किया जाना चाहिए या दंडित? पारंपरिक समाज का नजरिया दंडित करने का रहा है। गर्भावस्था एक ऐसी सूरत है, जिसकी वजह से महिलाओं को जीवन के कई क्षेत्रों और अवसरों से वंचित होते रहना पड़ा है। लेकिन अगर समाज अब अपने को आधुनिक कहता है और अधिक मानवीय होने का दावा करता है, तो उसे अपना यह नजरिया अवश्य ही बदलना चाहिए।

एक बैंक ने हाल में जो दिशा-निर्देश जारी किया, उसमें ऐसे बदलाव के संकेत नहीं मिले। इसलिए समाज के जागरूक तबकों में उसको लेकर नाराजगी पैदा हुई है। दिल्ली महिला आयोग ने उचित ही एक  बैंक को इस मामले में नोटिस जारी किया है।इस  बैंक ने हाल ही में एक सर्कुलर में जारी किया था। उसमें बैंक में भर्ती की नई नीति बताई गई थी।

बैंक के सर्कुलर में कहा गया था- बारह सप्ताह या उससे अधिक की गर्भवती महिला को तब तक अस्थायी रूप से नौकरी पाने के अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए, जब तक कि वह फिट नहीं हो जाती। महिला उम्मीदवार को प्रसव की तारीख के छह सप्ताह बाद फिटनेस प्रमाण पत्र के लिए फिर से जांच की जानी चाहिए और रजिस्टर्ड डॉक्टर से उसे फिटनेस सर्टिफिकेट प्राप्त करना चाहिए।

जब इस सर्कुलर की चौतरफा आलोचना हुई, तब  बैंक ने सफाई दी। उसने कहा कि मौजूदा दिशा-निर्देशों में कोई बदलाव नहीं किया गया है और किसी महिला उम्मीदवार को रोजगार से वंचित नहीं किया गया है। बैंक ने कहा कि वह महिला कर्मचारियों की देखभाल और सशक्तीकरण को सर्वोपरि महत्व देता है।

बैंक ने यह जानकारी भी दी कि उसके कार्यबल में 29 फीसदी महिलाएं हैं। लेकिन महिला अधिकार कार्यकर्ताओँ ने ध्यान दिलाया था कि इस तरह के दिशा-निर्देश से गर्भवती महिलाओं की सेवा में भर्ती में देरी होगी और इसके बाद वे अपनी वरीयता खो देंगी।

ये आशंका गलत नहीं है। बेहतर होता, बैंक ऐसा सर्कुलर जारी नहीं करता। बहरहाल, सुधार का रास्ता उसके सामने था। संभवत: उसने उसे अपना लिया है।

***********************************

 

ब्रिक्स: भारत का मध्यम मार्ग

वेद प्रताप वैदिक – ‘ब्रिक्स’ याने ब्राजील, एशिया, इंडिया, चाइना और साउथ अफ्रीका! इन देशों के नाम के पहले अक्षरों को जोड़कर इस अंतरराष्ट्रीय संगठन का नाम रखा गया है। इसका 14 वाँ शिखर सम्मेलन इस बार पेइचिंग में हुआ, क्योंकि आजकल चीन इसका अध्यक्ष है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन नहीं गए लेकिन इसमें उन्होंने दिल्ली में बैठे-बैठे ही भाग लिया। उनके चीन नहीं जाने का कारण बताने की जरुरत नहीं है, हालांकि गलवान-विवाद के बावजूद चीन-भारत व्यापार में इधर काफी वृद्धि हुई है।

ब्रिक्स के इस संगठन में भारत अकेला ऐसा राष्ट्र है, जो दोनों महाशक्तियों के नए गठबंधनों का सदस्य हैं। भारत उस चौगुटे का सदस्य है, जिसमें अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया भी सम्मिलत हैं और उस नए चौगुटे का भी सदस्य है, जिसमें अमेरिका, इस्राइल और संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) सदस्य हैं। चीन खुले-आम कहता है कि ये दोनों गुट शीतयुद्ध-मानसिकता के प्रतीक हैं। ये अमेरिका ने इसलिए बनाए हैं कि उसे चीन और रूस के खिलाफ जगह-जगह मोर्चे खड़े करने हैं।

यह बात चीनी नेता शी चिन फिंग ने ब्रिक्स के इस शिखर सम्मेलन में भी दोहराई है लेकिन भारत का रवैया बिल्कुल मध्यममार्गी है। वह न तो यूक्रेन के सवाल पर रूस और चीन का पक्ष लेता है और न ही अमेरिका का! इस शिखर सम्मेलन में भी उसने रूस और यूक्रेन में संवाद के द्वारा सारे विवाद को हल करने की बात कही है, जिसे संयुक्त वक्तव्य में भी उचित स्थान मिला है। इसी तरह मोदी ने ब्रिक्स राष्ट्रों के बीच बढ़ते हुए पारस्परिक सहयोग की नई पहलों का स्वागत किया है। उन्होंने जिस बात पर सबसे ज्यादा जोर दिया है, वह है— इन राष्ट्रों की जनता का जनता से सीधा संबंध!

इस मामले में भारत के पड़ौसी दक्षेस (सार्क) के देशों का ही कोई प्रभावशाली स्वायत्त संगठन नहीं है तो ब्रिक्स और चौगुटे देशों की जनता के सीधे संपर्कों का क्या कहना? मेरी कोशिश है कि शीघ्र ही भारत के 16 पड़ौसी राष्ट्रों का संगठन ‘जन-दक्षेस’ (पीपल्स सार्क) के नाम से खड़ा किया जा सके। ब्रिक्स के संयुक्त वक्तव्य में आतंकवाद का विरोध भी स्पष्ट शब्दों में किया गया है और अफगानिस्तान की मदद का भी आह्वान किया गया है। किसी अन्य देश द्वारा वहां आतंकवाद को पनपाना भी अनुचित बताया गया है।

चीन ने इस पाकिस्तान-विरोधी विचार को संयुक्त वक्तव्य में जाने दिया है, यह भारत की सफलता है। ब्रिक्स के सदस्यों में कई मतभेद हैं लेकिन उन्हें संयुक्त वक्तव्य में कोई स्थान नहीं मिला है। ब्रिक्स में कुछ नए राष्ट्र भी जुडऩा चाहते हैं। यदि ब्रिक्स की सदस्यता के कारण चीन और भारत के विवाद सुलझ सकें तो यह दुनिया का बड़ा ताकतवर संगठन बन सकता है, क्योंकि इसमें दुनिया के 41 प्रतिशत लोग रहते हैं, इसकी कुल जीडीपी 24 प्रतिशत है और दुनिया का 16 प्रतिशत व्यापार भी इन राष्ट्रों के द्वारा होता है।

**********************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

आज का राशिफल

मेष राशि:आज आपका दिन अच्छा रहेगा। स्वास्थ्य पहले की अपेक्षा बढिय़ा रहेगा। ऊर्जा और उत्साह के नये प्रवाह का अनुभव करेंगे। आज आपकी यात्रा सुखद और लाभदायक साबित होगी। आपकी कुछ ऐसे लोगों से मुलाकात होगी, जो आगे चलकर आपको फायदा पहुंचा सकते हैं। आपका आर्थिक पक्ष भी मजबूत रहेगा। आप किसी जरूरतमंद की हेल्प कर सकते हैं।

वृष राशि :आज आपका दिन उत्तम रहेगा। आज आप अपने दोस्तों और काम के बीच संतुलन बनाकर रखेंगे। खुद के साथ नये एक्सपेरिमेंट करेंगे। परिवार वालों के साथ कहीं बाहर घूमने का प्लान बना सकते हैं। अपने किसी दोस्त को भी साथ में ले जा सकते हैं। समाज की बेहतरी के लिये आपकी कोशिशों को सोसायटी में सम्मानित किया जा सकता है।

मिथुन राशि:आज आपका दिन अनुकूल रहेगा। स राशि के संचार सेवा और इंटरनेट से जुड़े लोगों के लिए दिन बेहतर रहेगा। किसी विदेशी कंपनी से जॉब के लिए कॉल आ सकती है। परिवार वालों को खुश करने के लिए उन्हें बाहर डिनर पर ले जा सकते हैं। आज आपका पूरा दिन घूमने-फिरने में जायेगा, जिससे आपके कुछ काम पेंडिंग रह सकते हैं।

कर्क राशि :आज आपका दिन मिला-जुला रहेगा। आपको काम के लिये विदेश यात्रा का मौका मिल सकता है, जिससे घर-परिवार की जिम्मेदारियों को लेकर आप थोड़ा परेशान हो सकते हैं। परिवार के सदस्यों में तालमेल बिठाने की कोशिश करेंगे। कारोबार बढ़ाने को लेकर आप बहुत दिनों के बाद आज किसी नतीजे पर पहुंच सकते हैं।

सिंह राशि :आज आपका दिन ठीक-ठाक रहेगा। आपको परिवार का पूर्ण सहयोग मिलेगा। कार्यशीलता से लाभ के साथ-साथ मान-प्रतिष्ठा में भी बढ़ोतरी होगी। परिवार के किसी फंक्शन में व्यस्त हो सकते हैं। मन में असंतोष की भावना आ सकती है। आज लेन-देन में समस्याएं आ सकती हैं। बेहतर होगा कि आज किसी के साथ लेन-देन करने से बचे रहें।

कन्या राशि:आज आपका दिन शानदार रहेगा। समय के साथ सभी काम पूरे हो जायेंगे। आसपास के लोग कोई शुभ समाचार लेकर आपके घर आ सकते हैं, जिससे आपको काफी खुशी होगी। आज आपको अपने जीवन में परिवर्तन लाने के कई अवसर मिलेंगे। इस राशि की महिलाओं का ध्यान आज घरेलू कामकाज में रहेगा। वो अपने जीवनसाथी की तरक्की में कोई सफल योगदान भी दे सकती हैं।

तुला राशि :आज आपका दिन सामान्य रहेगा। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है। इस राशि के स्टूडेंट्स आज अपने दोस्तों के साथ इधर-उधर घूमने में अपना समय बिता सकते हैं। बाहर चाट का आनन्द भी ले सकते हैं। आज वाहन चलाते समय थोड़ी सावधानी बरतें। संतान की गतिविधि आपको थोड़ा परेशान कर सकती है, उन्हें समझाने का प्रयास करें। आज ऑफिस के किसी समारोह में जा सकते हैं।

वृश्चिक राशि:आज लवमेट के साथ किसी टूर पर जाने का प्लान बना सकते हैं। कोई मूवी देखने भी जा सकते हैं। आज किसी फ्रेंड से फोन पर उनका हालचाल ले सकते हैं। व्यापार में लाभ मिलेगा। नौकरी में भी स्थिति अनुकूल रहेगी। पिता से कोई उपहार सकता है। खानपान में आपकी रूचि बढ़ेगी।

धनु राशि:आज प्रेम-प्रसंगों में सफलता मिलेगी। परिवार में सुख शांति बनी रहेगी। स्वयं को अधिक उर्जावान महसूस करेंगे। बड़े-बुजुर्गों का प्रेम और आशीर्वाद बना रहेगा। किसी सोशल वर्क में सम्मिलित हो सकते हैं। जीवनसाथी के साथ रिश्तों में प्रसन्नता बनी रहेगी। जरूरी काम समय से पूरे हो जायेंगे। आमदनी बढ़ाने के लिए आपको नए आइडिया मिलेंगे।

मकर राशि:आज आपका दिन ठीक रहेगा। आपके दैनिक खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। आज छोटी-मोटी बातों को अनदेखा करेंगे, तो अच्छा रहेगा। आप विवादों से बचे रहेंगे। बिजनेस के लिए कुछ नई प्लानिंग कर सकते हैं। इस राशि के स्टूडेंट्स का दिन सामान्य रहेगा। नियमित व्यायाम से आप खुद को तंदरुस्त महसूस करेंगे।

कुंभ राशि:आर्थिक मामलों में आज आपका दिन लाभदायक रहेगा। आज निवेश किया गया पैसा आने वाले दिनों में आपको बड़ा फायदा दे सकता है। व्यापार में कम मेहनत से भी आपको अधिक फायदा होगा। जीवनसाथी के साथ प्रेम बढ़ेगा। दोस्तों या भाई-बहन की मदद से कोई जरूरी अधूरा पड़ा काम पूरा होगा। इस राशि के कंप्यूटर फील्ड से जुड़े लोगों के लिए दिन बेहतर रहेगा।

मीन राशि:आप अपने कार्य को पूरा करने के लिए अपने किसी सीनियर्स की मदद ले सकते हैं। इस राशि के छात्रों को पढ़ाई में आज कुछ नये बदलाव करने पड़ सकते हैं, जिससे सफलता प्राप्त करने में आसानी होगी। आज खुद को तनावमुक्त महसूस करेंगे। दोस्तों के साथ आनन्द के पल बितायेंगे।

*********************************

 

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, देवेंद्र फडणवीस बने डिप्टी सीएम

मुंबई ,30 जून (आरएनएस)। एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। शिंदे ने मराठी में शपथ ली। बता दें कि देंवेंद्र फडणवीस ने ही ऐलान किया था कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि वह खुद सरकार में नहीं होंगे और बाहर से सरकार की मदद करेंगे। हालांकि बाद में जेपी नड्डा ने खुद मीडिया के सामने  आकर कहा कि पार्टी चाहती है कि वह उपमुख्यमंत्री बनें।

शपथ ग्रहण के मौके पर एकनाथ शिंदे का परिवार भी राजभवन पहुंचा। बता दें कि एकनाथ शिंंदे उद्धव  सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। शपथ ग्रहण में शिवसेना के विधायक शामिल नहीं हो सके। दरअसल बागी विधायकों इस समय गोवा के होटल में ही हैं। हालांकि शपथ के दौरान उन्होंने गोवा के होटल में ही जश्न मानाया। भाजपा के नेता शपथ ग्रहण में पहुंचे।
देवेंद्र फडणवीस के त्याग की नड्डा ने की तारीफ

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देवेंद्र फडणवीस की तारीफ करते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे जी और देवेंद्र फडणवीस जी को बधाई। आज ये सिद्ध हो गया कि बीजेपी के मन में कभी मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं थी। 2019 के चुनाव में स्पष्ट जनादेश मा. नरेंद्र मोदी जी एवं देवेंद्र जी को मिला था। उद्धव ठाकरे ने सीएम पद के लालच में हमारा साथ छोड़कर विपक्ष के साथ सरकार बनाई थी। उन्होंने कहा कि पार्टी चाहती है कि देवेंद्र फडणवीस सरकार में रहें और उपमुख्यमंत्री का पदभार संभालें।

**************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

पीएम मोदी ने शिंदे और फडणवीस को दी बधाई, शरद पवार बोले- किसी ने नहीं सोचा था ऐसा होगा

नई दिल्ली, ,30 जून (आरएनएस)। महाराष्ट्र में पिछले 2 हफ्ते से चल रहा सियासी ड्रामा आखिर थम गया है। शिवसेना के बागी गुट के विधायक एकनाथ शिंदे राज्य के नए सीएम बन गए हैं, जबकि देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने हैं। एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। पीएम ने कहा है, मैं एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनने की बधाई देता हूं। एक जमीनी स्तर के नेता, वह अपने साथ समृद्ध राजनीतिक, विधायी और प्रशासनिक अनुभव लेकर आते हैं। मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र को और ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में काम करेंगे।

देवेंद्र फडणवीस का अनुभव आएगा काम- पीएम

पीएम मोदी ने देवेंद्र फडणवीस को भी डिप्टी सीएम बनाए जाने की बधाई दी है। पीएम मोदी ने कहा है, देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने पर बधाई। वह हर भाजपा कार्यकर्ता के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं। उनका अनुभव और विशेषज्ञता सरकार के लिए एक संपत्ति होगी। मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र के विकास पथ को और मजबूत करेंगे।
शिंदे का सीएम बनना किसी ने नहीं सोचा था

शरद पवार एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बन जाने से एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी काफी हैरान हुए हैं। शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा है कि किसी ने इसकी कल्पना भी नहीं की थी कि शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। शरद पवार ने कहा कि बागी गुट की मांग पर ही शिंदे को सीएम बनाया गया है।

*********************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

Exit mobile version