अखिलेश की राजभर और शिवपाल को दो टूक,जहां सम्मान मिले वहां जाने के लिए स्वतंत्र

लखनऊ ,23 जुलाई (आरएनएस/FJ)। यूपी विधानसभा में प्रसपा और सुहेलदेव राजभर के साथ मिलकर चुनाव लडऩे वाले अखिलेश यादव ने शिवपाल और राजभर को पत्र जारी कर दो टूक कहा कि आपको जहां ज्यादा सम्मान मिलता है। आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं। सपा की तरफ से यह संदेश पत्र जारी कर दिया गया है।

सपा ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के नाम पत्र जारी किया है। पत्र में साफ-साफ कहा है कि आप कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं। शिवपाल सिंह यादव के नाम जारी पत्र में लिखा गया है कि माननीय शिवपाल सिंह यादव जी अगर आपको लगता है, कहीं आपको अधिक सम्मान मिलेगा तो वहां पर जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं। शिवपाल सिंह यादव इटावा के जसवंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर के नाम जारी पत्र में लिखा गया है कि ओम प्रकाश राजभर जी, समाजवादी पार्टी तो लगातार भारतीय जनता पार्टी से लड़ रही है। आपका भारतीय जनता पार्टी से गठजोड़ है और लगातार भाजपा को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं।

समाजवादी पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय से जारी पत्र की प्रतिलिपि राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के साथ ही शिवपाल सिंह यादव तथा ओम प्रकाश राजभर को भी है। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक पंडितों को अब शिवपाल सिंह यादव तथा ओम प्रकाश राजभर के अगले कदम का इंतजार है।

पत्र जारी होने के बाद राजभर ने कहा कि मैं उनको सुझाव देता रहा लेकिन उनको मेरी यही बात बुरी लगी। उनको सुर में सुर मिलाकर बात करने वाला नेता चाहिए। मैं आज भी कह रहा हूं कि वो पाल, प्रजापति और कश्यप किसी को भी पार्टी में जगह देना नहीं देना चाहते। अगर मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलूं तो बुरा है लेकिन वो या उनके पिता मुलायम सिंह मिलें तो अच्छा है। मैं जिससे चाहता हूं उससे मिलता हूं। मेरे संबंधों पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। अगर कोई सोचे कि मैं वही करूं जो वो कहे तो ये नहीं हो सकता।

मैं किसी का गुलाम नहीं हूं।

राजभर ने कहा कि ईश्वर करे कि वो एसी से बाहर न निकलें। वह एसी घर में बने रहने के लिए है। दलितों व वंचितों की लड़ाई उनके बस की नहीं है। मैंने दलितों-पिछड़ों की हिस्सेदारी मांगी लेकिन उन्होंने कभी गंभीरता से नहीं लिया। मैंने आजमगढ़ के लिए कई नाम सुझाए लेकिन उनको सिर्फ यादव और मुसलमान उम्मीदवार ही चाहिए था।

******************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

स्मृति ईरानी की पुत्री की रेस्तरां को जारी लाइसेंस की जांच हो: तृणमूल

पणजी 23 Jully (Rns/FJ): तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की पुत्री को गोवा में एक रेस्तरां चलाने के लिए जारी कथित अवैध लाइसेंस की जांच की मांग की।

गोवा टीएमसी नेता ट्रैजानो डी’मेलो ने लाइसेंस हासिल करने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा,“ रेस्तरां को फूड लाइसेंस मिलने से पहले शराब का लाइसेंस कैसे दिया जा सकता है।” भारतीय जनता पार्टी सरकार की प्रशासनिक विफलता को उजागर करते हुए उन्होंने कहा, “ जब भाजपा के मंत्रियों की बात आती है, तो कानून की सभी जरूरी प्रक्रिया समाप्त कर दी जाती हैं। ”

उन्होंने आरोप लगाया, “ वास्तव में भाजपा न्याय को दबाने के लिए न्यायिक प्रणाली का दुरुपयोग करती है। ” मौजूदा सत्र के दौरान विधानसभा में इस मुद्दे को नहीं उठाने पर विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए श्री डी’मेलो ने कहा, “ विपक्ष ने सरकार के सामने घुटने टेक दिये हैं। ऐसा लगता है कि वे गैलरी में सिर्फ प्रचार के लिए बोलते हैं, वे गोवा के लोगों को परेशानी में डालने वाले मुद्दों पर नहीं बोलते। ”

लाइसेंस प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली संदिग्ध प्रक्रिया की जांच की मांग करते हुए डी’मेलो ने कहा, सरकार को मामले में एक साफ और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। गोवा टीएमसी नेता सामिल वोल्वाइकर ने कहा, गोवा के उद्यमियों को एक भी लाइसेंस हासिल करने में मुश्किल होती है, जबकि भाजपा से जुड़े शानिया जैसे वीआईपी इसे आवश्यक दस्तावेजों के बिना हासिल कर लेते हैं।

**********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विदाई समारोह में ताजा की अपने कार्यकाल की यादें

नई दिल्ली ,23 जुलाई (आरएनएस/FJ)।  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का विदाई समारोह संसद भवन के सेंट्रल हॉल में चल रहा है। इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्री और दोनों सदनों के सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत और सम्मान किया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति के स्वागत में संबोधन भी किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद के विभिन्न कार्यों को याद किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मेरे हृदय में अनेकों स्मृतियां उभर आई हैं। इसी संसद भवन में मैंने अनेकों साल बिताए हैं। मैंने इसी सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। उन्होंने कहा कि आप सभी का एक सांसद के रूप में सम्मान है। राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने मौका देने के लिए आभारी रहूंगा। साथ देने के लिए सांसदों का भी आभार जताया। आपके सहयोग से काम को बेहतर ढंग से कर सका। रामनाथ कोविंद ने कहा कि सभी पूर्व राष्ट्रपति मेरे लिए प्रेरणा रहा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि सांसद और राष्ट्रपति एक ही विकास यात्रा के सहयात्री हैं। हमारा संविधान, हम भारत के लोगों द्वारा अंगीकृत, अधिकृत किया गया है। राष्ट्रपति को संसदीय परिवार के अभिन्न अंग के रूप में देखता हूं। उन्होंने कहा कि हम सब संसद रूपी परिवार के सदस्य हैं, जिसमें मतभेद हो सकते हैं। पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में सोचना चाहिए। जब पूरे देश के एक विशाल संयुक्त परिवार के रूप में देखते हैं तो मतभेद दूर करने के लिए कई रास्ते हो सकते हैं। विरोध के लिए तमाम रास्ते हो सकते हैं, लेकिन गांधीवादी ढंग से हो तो ज्यादा बेहतर

इस दौरान राष्ट्रपति ने सरकार के कामों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में दो आयोजन महत्वपूर्ण रहे। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि रहा है। वहीं देश की आजादी का अमृत महोत्सव भी काफी अच्छा कार्यक्रम है। दोनों कार्यक्रमों का हिस्सा होने के चलते मैं खुद को सम्मानित महसूस करता हूं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने हमें कई शिक्षा दीं। कोविड मानव भूलने लगा था कि वह प्रकृति का ही एक हिस्सा है, लेकिन कोविड ने इसे याद दिलाया। साथ ही भारत में 200 करोड़ वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम हुआ। लोगों को बड़े पैमाने पर राशन दिया गया। कोविड से मिली सीख को याद रखने की जरूरत।

**********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

75 साल आज़ादी दिवस पूरे होने के पहले देश में गूंजेगा ‘जय हो’ का नारा

23.07.2022 – 75 साल आज़ादी दिवस पूरे होने के पहले देश में गूंजेगा ‘जय हो’ का नारा. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 75वें आजादी का अमृत महोत्सव  मनाने का आह्वान करते हुए जन जागरूकता अभियान के तहतमुंबई में एक अनूठी पहल ‘आई स्टैंड फॉर वारियर्स ‘जय हो’ को गति देने के लिए देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत पोस्टर जारी किया। डॉ अनुषा श्रीनिवासन अय्यर – समतावादी, पृथ्वी योद्धा, एमडी – नारद पीआर और इमेज स्ट्रैटेजिस्ट, मेंटर – मेक अर्थ ग्रीन अगेन मेगा फाउंडेशन और पॉज़िटिव फार्म सैंक्चुअरी, अनुभवी संगीत प्रतिभा रूपकुमार राठौड़ और लेस्ली लुईस, धनुष कोडी शिवानंदन – पूर्व  मुंबई पुलिस आयुक्त, मेजर जनरल नंदीराजू श्रीनिवासराव सेवानिवृत्त, डॉ. हरि कृष्ण मरम – विजन डिजिटल इंडिया के अध्यक्ष, उद्यमी- सामाजिक कार्यकर्ता एराम फरीदी, स्वयंभू विश्वकर्मा पुरस्कार विजेता वास्तु एस्ट्रोयोगी बसंत आर रसिवासिया, प्रोफेसर एबी पंडित – रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान के वीसी  , डॉ वैभव आर देवगिरकर, चिकित्सा निदेशक – एचजे दोशी अस्पताल, डॉ श्रीनिवासन आर अयंगर, निदेशक – जेबीआईएमएस, जगजीवन कन्याल – सामाजिक सुधारक, और कई अन्य लोग रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान (मुम्बई) में आई स्टैंड फॉर वारियर्स’ ‘जय हो’ की पहल से संबंधित इस कार्यक्रम में उपस्थित हो कर अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया।

इस कार्यक्रम का एक मात्र उद्देश्य है कि इस बार 15 अगस्त को हम सभी भारतीय,अपने देश के योद्धाओं को श्रद्धांजलि देंगे।

यह एक अनूठी पहल होगी जहां शिक्षाविद, रक्षा कार्मिक, एनजीओ नेता हमारे देश की रक्षा करने  वालों के लिए एक साथ खड़े होंगे। उन्होंने लोगों से 15अगस्त के दिन ऐतिहासिक दिन बनाने की इच्छा जाहिर की , वहीं रूपकुमार राठौड़ ने ‘संदेशे आते हैं…’  गीत से दर्शकों को उत्साहित किया। संगीतकार लेस्ली लुईस ने अपने अलग अंदाज में दर्शकों का मन मोह लिया।

कार्यक्रम में दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। जहाँ भीड़ ने ‘जय हो’ का नारा लगाया और आयोजकों ने उम्मीद जाहिर की कि 15 अगस्त को यह राष्ट्र ‘जय हो’ का जाप करेगा और सभी भारतीय नागरिक बहादुर भारतीय सैनिकों, पुलिस और अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं का समर्थन करेंगे।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

 

*************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

 

शिवसेना का असली बॉस कौन? चुनाव आयोग ने शिंदे और उद्धव को दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कहा

मुंबई 23 Jully (Rns/FJ): शिवसेना का असली बॉस कौन?. महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद अब शिवसेना पर दावेदारी को लेकर एकनाथ शिंदे व उद्धव ठाकरे गुट कानूनी दांव पेंच आजमा रहे हैं। शिवसेना पर दावेदारी का मामला अब चुनाव आयोग पहुंच चुका है। आयोग ने दोनों गुटों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

चुनाव आयोग ने ठाकरे व शिंदे गुट दोनों से कहा है कि वे दस्तावेजों के साथ यह सबूत दें कि उनके पास शिवसेना के सदस्यों का बहुमत है। आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के गुट द्वारा उसे लिखे गए पत्र और शिंदे गुट को ठाकरे गुट द्वारा लिखा गया पत्र भी भेजा है।

दोनों गुटों से आयोग ने आठ अगस्त को दोपहर 1 बजे तक जवाब मांगा है। शिवसेना पर दावेदारी कर रहे दोनों गुटों से आयोग ने उनके समर्थक विधायकों व सांसदों के अलावा संगठनात्मक इकाइयों में समर्थकों के हस्ताक्षरित पत्र भी मांगे हैं।

************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

शिक्षक भर्ती घोटाले में बड़ी कार्रवाई, 26 घंटे की पूछताछ के बाद ममता के मंत्री पार्थ चटर्जी गिरफ्तार, अर्पिता मुखर्जी भी हिरासत में

कोलकाता 23 Jully (Rns/FJ): पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में शुक्रवार को दो मंत्रियों समेत करीब एक दर्जन लोगों के घरों पर एक साथ छापेमारी की और भारी मात्रा में नकदी जब्त की। एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि अधिकारियों ने यहां पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी के आवास पर छापा मारा और शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के संबंध में उनसे 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। ईडी के अधिकारियों ने राज्य के उत्तरी हिस्से में कूचबिहार जिले में एक अन्य मंत्री परेश अधिकारी के घर का भी दौरा किया और उनके परिवार के सदस्यों से बात की। वह (मंत्री) इस समय कोलकाता में हैं।

इसके अलावा, उन्होंने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के पूर्व सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा, पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली और नौ अन्य लोगों के घरों पर एक साथ छापे मारे। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) उच्च न्यायालय के निर्देश पर पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित व सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘सी’ और ‘डी’ के कर्मचारियों व शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितताओं की जांच कर रहा है। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय इस मामले से संबंधित कथित धनशोधन की तफ्तीश में जुटा है।

एजेंसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, “ईडी पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड में भर्ती घोटाले से जुड़े विभिन्न परिसरों में तलाशी अभियान चला रहा है।” एजेंसी ने एक कमरे के अंदर भारी मात्रा में नकदी का ढेर लगे होने की चार तस्वीरें साझा कीं। अभी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पद पर काबिज चटर्जी उस समय शिक्षा मंत्री थे, जब कथित घोटाला हुआ था। सीबीआई दो बार उनसे पूछताछ कर चुकी है। पहली बार पूछताछ 25 अप्रैल, जबकि दूसरी बार 18 मई को की गई थी।’

इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने छापेमारी को राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने की भाजपा नीत केंद्र सरकार की ‘चाल’ बताया। पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा, ‘ईडी की यह छापेमारी शहीद दिवस रैली के एक दिन बाद हुई है, जिसने पूरे देश में हलचल मचा दी थी। यह टीएमसी के नेताओं को परेशान करने व डराने-धमकाने के प्रयास के अलावा और कुछ नहीं है।

अदालत के निर्देश के तहत सीबीआई पहले ही उनसे (मंत्रियों से) पूछताछ कर चुकी है और वे सहयोग कर रहे हैं। अब उन्हें बदनाम करने के लिए ईडी का सहारा लिया जा रहा है। भाजपा ने धनशोधन का मामला गढ़ा है।’ हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने सत्ता में आने के बाद से प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हुई विसंगतियों का समर्थन किया है।

***************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

खुशी दुबे आशिकाना में एक्शन सीक्वेंस करना पसंद करती हैं 

23.07.2022 – खुशी दुबे आशिकाना में एक्शन सीक्वेंस करना पसंद करती हैं . वेब शो आशिकाना में चिक्की का किरदार निभा रहीं अभिनेत्री खुशी दुबे का कहना है कि जब उन्हें यह रोल ऑफर हुआ तो वह बहुत खुश थीं। उन्हें लगता है कि शो में दर्शकों का ध्यान खींचने के लिए सब कुछ है। वह कहती हैं, मुझे लगता है कि आशिकाना में मेरी भूमिका किसी भी अभिनेत्री के लिए एक सपने के सच होने की भूमिका है।

शो की पूरी अवधारणा हत्या, रोमांस, थ्रिलर है और ये कुछ चीजें हैं जो मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत पसंद हैं।अभिनेत्री ने आगे कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे मुख्य भूमिका निभाने का मौका मिला, जहां मुझे बहुत सारे एक्शन सीक्वेंस करने को मिल रहे हैं।इस बारे में बात करते हुए कि उन्होंने उद्योग में कैसे प्रवेश किया, खुशी कहती हैं, जब मैंने पहली बार कैमरे का सामना किया, तो मैं कैमरे के प्रति बिल्कुल भी सचेत नहीं थी।

मुझे याद है कि मेरे पिताजी के एक दोस्त ने मुझे देखा और उन्होंने कहा, उनकी आंखें वास्तव में बहुत कुछ कहती हैं। आप उसे मीडिया लाइन में क्यों नहीं डालते। मेरे पापा मान गए और फोटोशूट हुआ। मैं वास्तव में कैमरा-फ्रेंडली थी और उसके बाद, विक्रम भट्ट के निर्देशन में मेरा पहला प्रोजेक्ट अनकही था।

उन्हें मिली सबसे अच्छी तारीफ, सोशल मीडिया पर बहुत सारे प्रशंसक मुझसे कह रहे हैं कि मेरे अभिनय और एक्शन सीक्वेंस सहज हैं।आशिकाना डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम होती है। (एजेंसी)

***********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

 रश्मि देसाई का थाई हाई स्लिट ट्रांसपेरेंट ड्रेस में सामने आया किलर लुक

23.07.2022 – टीवी एक्ट्रेस रश्मि देसाई सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती है। इंस्टाग्राम पर रश्मि देसाई ने अपने लेटेस्ट फोटोशूट की तस्वीरें फैंस के साथ शेयर की है। रश्मि देसाई ने थाई हाई स्लिट ट्रांसपेरेंट ड्रेस में फैंस का दिल जीत रही हैं। रश्मि देसाई ने अपने लुक को कम्पलीट करने के लिए बालों को खुला छोड़ा हुआ है साथ ही आंखों में काजल के साथ आई लाइनर का भी इस्तेमाल किया है। इसमें उनका दिलकश अंदाज उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहा है।

रश्मि देसाई की इन तस्वीरों पर 37 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके है। फोटोज को देखकर भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने शॉकिंग रिएक्शन दिया है। एक्ट्रेस ने लिखा, ओह माय गॉड। इसके साथ ही उन्होंने फायर वाला स्टीकर भी शेयर किया है। इसके अलावा उनकी फोटोज पर करणजीत कौर, करणवीर वोहरा और नेहा अद्विक महाजन ने शानदार रिएक्शन्स दिए हैं। सभी को उनका नया लुक काफी आकर्षक लगा है।
रश्मि देसाई पर उनका ये नया लुक काफी जंच रहा है। फोटोज में उनकी अदाएं तो मदहोश कर देने वाली है। एक्ट्रेस इन दिनों किसी टीवी सीरियल्स में भी नहीं दिख रही हैं। उन्होंने फैंस को उन्हें टीवी पर देखने के लिए बेकरार कर दिया है।

रश्मि देसाई ने तुलसी, बलमा बड़ा नादान, हम बलब्रह्मा चारी तू कन्या कुमारी, गजब भाई राम, कब हो गया गौना हम्मार और नदिया के तीर जैसी कई हिट भोजपुरी फिल्मों में काम किया है।

************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

डायपर बारिश के मौसम में बेबी को पहनाते हैं , पहले ध्यान में रखें ये बातें

23.07.2022 – डायपर आजकल के पेरेंट्स अपने बच्चों के लिए  का इस्तेमाल जरूरी समझते हैं। डायपर का इस्तेमाल सुविधाजनक होता है। लेकिन इसकी वजह से कई तरह की परेशानियां भी हो सकती हैं। बेबी की स्किन सॉफ्ट होती है, हार्ड कुछ भी उनकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है। कुछ डायपर निर्माण कंपनियां अक्सर डायपर बनाने में सिंथेटिक फाइबर, डाई या दूसरे हार्ड केमिकल का इस्तेमाल करती हैं, जो स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं और एलर्जी का कारण बन सकते हैं।

डायपर से बेबी को रैशेज होना बहुत कॉमन हैं। गीले गंदे डायपर में बैक्टीरिया हो सकते हैं और इससे रैशेज हो सकते हैं। रैशेज के जोखिम को कम करने के लिए अपने बच्चे के डायपर को समय-समय पर बदलते रहें। डायपर एक ऐसी चीज से बने होते हैं जो आपके बच्चे के पेशाब को अवशोषित करने में मदद करते है। ऐसे में आपके बच्चे के डायपर के अंदर हवा के आसान फ्लो में बाधा डाल सकता है और बैक्टीरिया और दूसरे कीटाणुओं के पनपने का कारण बन सकते हैं।

डायपर के इस्तेमाल से बच्चे को स्किन और दूसरे संक्रमणों की चपेट में आने का खतरा होता है।

बेबी को ज्यादा समय तक डायपर पहनाने से आपके बच्चे को टॉयलेट ट्रैनिंग देने में समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बच्चों को डायपर में पेशाब करने और शौच करने की आदत हो जाती है।

रिपोर्ट्स की मानें तो अगर आप बच्चे को पूरा दिन डायपर में रखते हैं तो दिन में कम से कम 8 से 10 बार इसे बदलना चाहिए, कुछ मामलों में तो इससे भी ज्यादा। ऐसे में आपका खर्चा भी बढ़ सकता है।

आप अपने बच्चे के लिए कपड़े के डायपर का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये न केवल आपके बच्चे की स्किन और हेल्थ के लिए अच्छे हैं, बल्कि इनको धोने के बाद दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।

बाजार में कपड़ा डायपर के कई प्रकार मिलते हैं। आप कार्बनिक कपास उठा सकते हैं जो अच्छी तरह से अवशोषित हो जाते हैं। हालांकि, कुछ अतिरिक्त काम के लिए तैयार रहें, क्योंकि जैसे ही यह गंदा हो जाता है, आपको अपने बच्चे का डायपर बदलना और धोना होगा।
डायपर चुनते समय मुलायम, केमिकल फ्री डायपर नाजुक स्किन को परेशान नहीं करते हैं, किसी भी रैश को रोकते हैं। अपने बच्चे को आरामदेह और एलर्जी/रैश फ्री रखने के लिए सॉफ्ट डायपर देखें। (एजेंसी)

**********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

 

थायराइड के मोटापे से हैं परेशान? फॉलो करें यह डाइट

23.07.2022 – थायराइड के मोटापे से हैं परेशान? फॉलो करें यह डाइट. हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है जब शरीर पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करता है। थायराइड हार्मोन बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह विकास, कोशिका की मरम्मत और चयापचय को नियंत्रित करने में मदद करते हैं – वह प्रक्रिया जिसके द्वारा आपका शरीर आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करता है।

थाइराइड में क्यों बढऩे लगता है वजन, इसकी वजह है आपका मेटाबॉलिज्म, यह आपके शरीर के तापमान को प्रभावित करता है और आप किस दर से कैलोरी बर्न करते हैं। इसलिए हाइपोथायरायडिज्म से पीडि़त लोगों को अक्सर ठंड और थकान महसूस होती है और उनका वजन आसानी से बढ़ सकता है। इसलिए जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए वजन घटाने की यात्रा को बढ़ावा देने के लिए अपनी थायराइड की समस्या को ठीक करना बहुत जरूरी है।

आपको हाइपोथायरायडिज्म के साथ अपना वजन बनाए रखना मुश्किल लगता है, तो मध्यम या उच्च तीव्रता वाले कार्डियो करने का प्रयास करें। इसमें तेज गति से चलना, दौडऩा, लंबी पैदल यात्रा और रोइंग जैसे व्यायाम शामिल हैं। इसके अलावा खाने में कुछ विटामिन्स और मिनरल्स की पर्याप्त मात्रा को सुनिश्चित करने से भी आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी।
फाइबर कम करेगा थाइराइड का मोटापा

फाइबर युक्त सामग्री पाचन में सुधार करने में मदद करती है और खराब विषाक्त पदार्थों को भी खत्म करती है। इसके अलावा यह कैलोरी की मात्रा पर नियंत्रण रखने में मदद करती है और अंत में वजन घटाने में मदद भी करती है। ऐसे में दैनिक आहार में फाइबर युक्त फलों, सब्जियों और दालों को शामिल करने का सुझाव दिया जाता है।

आयोडीन युक्त पदार्थों का करें सेवन

विशेषज्ञों के अनुसार, आयोडीन एक आवश्यक खनिज के रूप में शरीर में थायराइड फंक्शन को प्रोत्साहित करने में मदद करता है। इस प्रकार, यदि आपको हाइपोथायरायडिज्म है, तो मछली, नमक, डेयरी और अंडे के माध्यम से अपने आयोडीन का सेवन बढ़ाने से शरीर में टीएसएच उत्पादन में वृद्धि होगी। और थायराइड के दुष्प्रभाव भी कम हो सकते हैं।

ग्लूटेन फ्री फूड है फायदेमंद

ग्लूटेन फ्री उत्पादों के नियमित सेवन से हाइपोथायरायडिज्म को प्रबंधित करने और प्रभावी वजन घटाने में मदद मिल सकती है। यह पाया गया है कि ग्लूटेन संवेदनशीलता और हाशिमोटो के थायरॉयडिटिस के बीच एक संबंध है, जिसके परिणामस्वरूप थायराइड निष्क्रिय हो जाता है।

सेलेनियम से भरपूर आहार लें

सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे ब्राजील नट्स, सार्डिन, अंडे और फलियां अपने आहार में शामिल करना शुरू करें, क्योंकि वे बहुत सारे टीएसएच हार्मोन उत्पन्न करने में मदद करते हैं। भोजन में सेलेनियम मुक्त कणों को खत्म करने और शरीर के इम्यून फंक्शन को मजबूत करने में मदद करता है।

बॉडी को रखें हाइड्रेड

वजन घटाने के लिए हाइड्रेशन महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह शरीर से पाचन और विष उन्मूलन में सुधार करता है। यह आपकी भूख को भी कम करता है। जो लंबे समय में वजन घटाने में मदद करता है। (एजेंसी)

****************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

द्रोपदी मुर्मू जनजातीय समुदाय की गौरव बनी

विकास कुमार – द्रोपदी मुर्मू जनजातीय समुदाय की गौरव बनी भारत का जनजातीय समुदायों का इतिहास अत्यंत गौरवशाली और प्रकृति प्रेमी रहा है। देश की सेवा में अनेकों जनजातीय समुदायों के लोगों ने प्राण गवाएं हैं और अनवरत देश की सेवा में समर्पित रहे हैं। यही कारण रहा है कि इनके इतिहास में ऐसे कई लोकप्रिय व्यक्तितत्वों का नाम बड़े ही आदर और सम्मान से लिया जाता है। ऐसे ही आदर और सम्मान के सर्वोच्च पद को धारण करने वाली प्रथम जनजातीय महिला महामहिम राष्ट्रपति के पद पर आसीन हुई है।

वह अपने इस पद की शपथ 25 जुलाई को संवैधानिक रूप से लेंगी और इस प्रकार वह जनजातीय समुदाय से इस पद पर पहुंचने वाली प्रथम होंगी और महिला समुदायों से वह इस पद पर पहुंचने वाली दूसरी होंगी ,क्योंकि इसके पहले श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति रह चुकी हैं। आज प्रत्येक जनजातीय समुदायों के लिए गौरव की बात है की एक झोपड़ी में निवास करने वाली महिला राष्ट्रपति भवन तक का सफर तय कर लिया है।

यदि उनके व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो उनका जन्म 20 जून, 1958 को उड़ीसा के मयूरगंज नामक जिले के वैदपोसी नामक गांव में हुआ था। उनका बचपन बड़े ही संघर्ष और अभावों से बीता है। उनके पिता का नाम वीरांची नारायण टूडू जोकि एक किसान परिवार से थे । परंतु मुर्मू जी के पिताजी और दादाजी दोनों गांव के सरपंच रह चके थे। इस प्रकार से यह कहा जा सकता है कि उन्होंने ग्रामीण स्तर की राजनीति देखी थी ,परंतु वह इसमें सक्रिय नहीं रहीं । उनके दो भाई थे इसमें पहले का नाम भगत टूटू और दूसरे का नाम सरैनी टूडू था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही संपन्न हुई परंतु 12वीं पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए महाविद्यालय ना होने के कारण उन्होंने भुवनेश्वर के रामादेवी वूमेंस डिग्री कॉलेज में प्रवेश लिया।

इस प्रकार से वह उस गांव की पहली लड़की थी जो ग्रेजुएशन के लिए शहर पढ़ाई करने के लिए निकली थी। वही कॉलेज में ही उनकी मुलाकात श्यामाचरण मुर्मू से हुई और दोनों का आपस में प्रेम हो गया और श्यामाचरण मुर्मू इस प्रस्ताव को लेकर उनके गाँव वैदपोसी गए और दोनों की शादी हो गई। अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत इन्होंने 1979 में बिजली विभाग के जूनियर असिस्टेंट के रूप में किया जहां पर इन्होंने 1983 तक अपनी सेवाएं दी परंतु बच्चों के पढ़ाई के कारण उन्होंने उस जॉब को छोड़ा दिया और 1994 में असिस्टेंट टीचर के रूप में अपनी सेवाएं देना प्रारंभ कर दिया ।

शिक्षक के रूप में उन्होंने 3 साल अपनी सेवाएं दी और सर्वाधिक लोकप्रिय पेशा इनको शिक्षक का ही लगा परंतु इसी समय इनका रुझान राजनीति की ओर बढ़ा और 1997 में पहली बार पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की । तत्पश्चात 2000 में इन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा और उनकी कार्यशैली से प्रभावित होकर पार्टी ने राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा। 2006 में यह भाजपा के अजजा मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी रहीं । इसके पश्चात भी वह प्रदेश और देश स्तर पर कई समितियों के सदस्य रहीं और पार्टी के लिए कार्य करते रहीं ।

यही कारण रहा कि इनके कार्यशैली से प्रभावित होकर के केंद्र सरकार ने 2015 में इनको झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया और 2022 में एनडीए के गठबंधन ने उन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषणा की और आज तीसरे राउंड की मतगणना के बाद उनको विजय मिली है। इस चुनाव में अपने विपक्षी यशवंत सिन्हा को पराजित किया है जो कि यूपीए के गठबंधन के उम्मीदवार थे। इस प्रकार से आदिवासी समुदाय से वह इस पद को धारण करने वाली प्रथम बन गई है।

द्रोपदी मुर्मू जी संथाल आदिवासी समुदाय से आती है परंतु यह केवल संथाल आदिवासियों के लिए भी नहीं अपितु भारत के संपूर्ण महिलाओं के लिए गौरव की बात है कि देश के सर्वोच्च पद को प्रतिष्ठित करने वाले भारत की एक महिला हैं, जिन्होंने अपने कर्म शैली और निरंतर संघर्ष के परिणामस्वरूप यहां तक पहुंची। उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए निरंतर प्रयास जारी रखें और सदैव देश सेवा के प्रति अपने को समर्पित रखें । यही कारण रहा कि जब उनके दोनों पुत्रों की अचानक से मृत्यु हो गई और उसके पश्चात उनके पति की मृत्यु हो गई तब वह संघर्ष करने से नहीं हारी और निरंतर देश की सेवा में लगी रही ।

उन्होंने अपने पूरे निवास स्थान को एक स्कूल के रूप में परिवर्तित कर दिया और संपत्ति का कई प्रतिशत हिस्सा शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए दान कर दिया। यहां तक की उन्होंने अपनी आंखें भी मानव सेवा में समर्पित कर दी हैं और उन्हें भी दान कर दिया है। आज आदिवासी समुदायों के लिए गौरव का पल है कि उनके समुदाय का प्रतिनिधित्व देश के प्रतिष्ठित पद पर है।

आदिवासी समुदाय जंगल जमीन और स्वाभिमान की लड़ाई इस समय पूरे देश में लड़ रहे हैं और प्रगतिशील एकता के मार्ग में निरंतर संघर्ष कर रहे हैं ऐसे में द्रोपदी मुर्मू जी की कहानी संपूर्ण समुदायों के लिए प्रेरणा का काम करेगी और इतना ही नहीं भारतीय महिलाओं के लिए भी यह नवीन ऊर्जा और प्रेरणा उनकी कहानी प्रदान करेगी कि व्यक्ति जन्म से नहीं बल्कि कर्म से लोकप्रिय और आदरणीय बनता है।

( लेखक केंद्रीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में शोधार्थी हैं एवं राजनीति विज्ञान में गोल्ड मेडलिस्ट हैं)

****************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

भारतीय रेलवे ने आपदा को अवसर बनाया

भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस की महामारी के समय ट्रेन सेवाएं बंद की तो और सेवाएं भी बंद कर दीं। जैसे पहले बुजुर्गों को किराए में 50 फीसदी तक छूट मिलती थी। कोरोना के समय यह कहते हुए इसे बंद किया गया कि छूट बंद करने से बुजुर्ग लोग गैर जरूरी यात्राएं नहीं करेंगे। तब भी इसका मजाक उड़ा था और विरोध भी हुआ था।

लेकिन तब लगा था कि कोरोना खत्म होने के बाद शायद फिर से बुजुर्गों के लिए छूट बहाल हो जाएगी। लेकिन बुधवार को संसद सत्र के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ कर दिया कि कोई छूट बहाल नहीं होने जा रही है। पहले बुजुर्गों की गैर जरूरी यात्रा रोकने के लिए छूट बंद की गई थी लेकिन अब कारण बदल गया है। अब रेल मंत्री ने कहा है कि इस पर बहुत खर्च आता है इसलिए इसे बंद कर दिया गया है।

सोचें, बुजुर्ग लोगों को भाजपा की कई सरकारें मुफ्त में तीर्थयात्रा करा रही है। उस पर होने वाला खर्च उठाने में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन बुजुर्ग की दूसरी जरूरी ट्रेन यात्रा पर छूट नहीं दी जाएगी क्योंकि खर्च बहुत ज्यादा आ रहा है! इतना हीं नहीं रेल मंत्री ने यह भी कहा कि रेलवे में एसी 1, एसी 2, एसी 3 के अलावा एसी चेयर कार, स्लीपर और जनरल बोगी लगी होती है अगर किसी को यात्रा करनी है तो वह अपनी क्षमता के हिसाब से इनमें से किसी में यात्रा कर सकता है।

इसका मतलब है कि अगर किसी बुजुर्ग की हैसियत थर्ड क्लास में चलने की है तो वह उसी में चले वह क्यों सरकारी छूट लेकर सेकेंड क्लास में चलने की सोच रहा है! रेल मंत्री ने यह भी कहा कि अब भी रेलवे की सेवाएं बहुत सस्ती हैं और किराए का 50 फीसदी खर्च रेलवे खुद वहन करता है। सोचें, रेलवे खुद वहन करता है का क्या मतलब है?

क्या रेलवे ने कोई नोट छापने की अपनी मशीन लगा रखी है कि उसके पैसे भी लोगों के कर, किराए या मालभाड़े से ही आता है? बहरहाल, आपदा में अवसर बना कर बुजुर्गों और खिलाडिय़ों आदि को मिलने वाली छूट समाप्त कर दी गई।

*************************************

भारत को जबर्दस्त अमेरिकी छूट

वेद प्रताप वैदिक – भारत को जबर्दस्त अमेरिकी छूट. जब भारतीय मूल के नागरिक विदेशों में राज-काज के हिस्सेदार होते हैं तो वे कैसा चमत्कार कर देते हैं। आजकल ऋषि सुनाक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने की बात तो चल ही रही है लेकिन अमेरिका के प्रतिनिधि सदन (लोकसभा) के एक भारतीय सदस्य ने वह काम कर दिखाया है, जो असंभव-सा लगता था। रो खन्ना नामक सदस्य ने अमेरिका के राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम को भारत पर लागू होने से रूकवा दिया। यह अधिनियम चीन, उत्तरी कोरिया, ईरान आदि देशों पर बड़ी कड़ाई के साथ लागू किया जा रहा है।

इस प्रतिबंध को ‘काट्सा’ कहा जाता है। इसके मुताबिक जो भी राष्ट्र रूस से हथियार आदि खरीदता है, उससे अमेरिका किसी भी प्रकार का लेन-देन नहीं करेगा। तुर्की पर भी काफी दबाव पड़ रहा है, क्योंकि वह रूसी प्रक्षेपास्त्र खरीदना चाहता है। जहां तक भारत का सवाल है, रूस तो भारत को सबसे बड़ा हथियार और सामरिक सामान का विक्रेता है। वह आज से नहीं, शीतयुद्ध के जमाने से है।

अमेरिका के कई विद्वान और नीति-निर्माता भारत को रूस का पिट्ठू कहते रहे हैं। आजकल भारत ने रूस के साथ एस-400 प्रक्षेपास्त्रों की खरीद का सौदा किया हुआ है और यूक्रेन संकट के बाद से रूस भारत को तेल भी बड़े पैमाने पर सस्ते दामों पर मुहय्या करवा रहा है। इसके बावजूद रो खन्ना द्वारा लाया गया प्रस्ताव अमेरिकी निम्न सदन ने प्रचंड बहुमत से पारित कर दिया है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने दबी जुबान से इसका इशारा किया था, वरना अमेरिकी राष्ट्रपति को अधिकार है कि वह स्वविवेक के आधार पर किसी देश को इस प्रतिबंध से मुक्त कर सकता है।

अमेरिका ने भारत के पक्ष में यह एतिहासिक कदम तो उठाया ही, इसके पहले यूक्रेन के सवाल पर उसकी तटस्थता का सम्मान भी किया। इसका मूल कारण यह है कि पश्चिम एशिया और सुदूर-पूर्व एशिया के दो चौगुटों में भारत और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर साथ-साथ काम कर रहे हैं। दोनों देशों में सामरिक सहकार तीव्र गति से बढ़ता जा रहा है। 2008 में भारत-अमेरिकी सामरिक सौदा सिर्फ 50 करोड़ डालर का था। वह अब बढ़कर 2000 करोड़ डॉलर का हो गया है।

इस समय रूस और चीन मिलकर ऐसी नीति चला रहे हैं, जैसे वे किसी गठबंधन के सदस्य हों। ऐसे में अमेरिका के लिए भारत को साथ रखना बेहद जरुरी है। भारत और चीन के रिश्तों में इधर जो खटास पैदा हुई है, वह अमेरिका के लिए स्वादिष्ट चटनी की तरह है। दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों में मैत्री-भाव बढ़े, इससे अच्छा क्या हो सकता है।

*************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज प्रत्येक क्षेत्र में विरोधी परास्त होंगे। सामाजिक मान-सम्मान बढेगा। व्यापार विस्तार अथवा नए कार्य का आरंभ समय अनुकूल रहने पर भी आज ना करें। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। किसी परिचित से लंबे समय बाद भेंट से हर्ष एवं लाभ होगा। स्त्री एवं संतान के ऊपर खर्च करेंगे। दाम्पत्य का पूर्ण सुख मिलेगा। दुर्व्यसनों के कारण परिवार का वातावरण खऱाब न हो इसका ध्यान रखें।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज दिन भर शारीरिक रूप से चुस्त बने रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आपके कार्यों की प्रशंसा होगी। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी सामाजिक मान-सम्मान मिलेगा। किसी स्वजन के सहयोग से कर्ज से मुक्ति मिलेगी। विरोधी आज शांत रहेंगे। परिजनों के साथ धार्मिक यात्रा के योग है। संतान से सुख-सहयोग मिलेगा। फिर भी सरकार विरोधी अथवा अनैतिक क्रियाओं से दूरी बना कर रहें। आय-व्यय में संतुलन नहीं रहने से आर्थिक समस्या बन सकती है।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आपका आज के दिन का अधिकांश समय आराम से व्यतीत होगा। सामाजिक एवं धार्मिक कार्यो में योगदान देने से यश एवं सम्मान की प्राप्ति होगी। आप अपने पराक्रम से बिगड़े कार्यो को बना लेंगे प्रतिस्पर्धी नतमस्तक होंगे। धन लाभ संतोषजनक रहेगा। जायदाद एवं कानूनी कार्यो को जल्दबाजी में ना करे नुक्सान उठाना पड़ सकता है। गृहस्थ जीवन की जटिलताएं हल होंगी संतान की प्रगति से हर्ष होगा। महिला मित्रो से ज्यादा निकटता के कारण परेशानी हो सकती है।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आपका आज का दिन सामान्य रहेगा फिर भी सेहत की अनदेखी न करें। पेट सम्बंधित समस्या बड़ा रूप ना ले इसका ध्यान रखे। कार्य क्षेत्र पर अधिकांश समय उबन में बीतेगा। व्यवसाय में निवेश एवं जोखिम के कार्य हाथ में लेना हानिकर रहेगा। आलस्य न करें। कारोबारी कार्य से यात्रा के योग है। अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। पारिवारिक मामलो को ज्यादा महत्त्व दें। सेहत का विशेष ध्यान रखें।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आपका आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। व्यवसाय नौकरी में मनचाही उन्नति मिलने से दिन भर प्रसन्न रहेंगे। आज आपके विचारो से सभी प्रभावित रहेंगे। दलाली के व्यवसाय में निवेश से विशेष लाभ की सम्भवना है। आपके सभी कार्य सहजता से पूर्ण होंगे जिससे उत्साह बढ़ेगा। परिजनों के साथ किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकते है। संध्या का समय सगे-सम्बंधियों और मित्रों के साथ सुख में व्यतीत होगा। परन्तु लापरवाही अथवा व्यवहारिकता की कमी के कारण सम्बन्धों में खटास आ सकती है।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन आप ज्यादा मेहनत करने के मूड में नहीं रहेंगे परन्तु पुराने कार्यो अथवा कार्य क्षेत्र पर व्यवस्था बनाने में काफी परिश्रम करना पड़ेगा। मन में यात्रा के विचार दुविधा में डालेंगे। कार्य क्षेत्र पर किसी की लापरवाही के कारण नोंकझोंक हो सकती है। लोग आज स्वार्थ सिद्धि के कारण आपकी गलतियों को भी नजर अंदाज करेंगे। धन लाभ होते होते किसी विघ्न आने से टल सकता है। जल्दबाजी में किया गया कार्य बिगड़ सकता है धैर्य रखें।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आपका आज का दिन सामान्यत: शुभ ही रहेगा। सेहत छोटी मोटी तकलीफों को छोड़ अनुकूल बनी रहेगी। अधिकारियो के आपके प्रति विश्वास एवं लक्ष्य के प्रति दृढ इच्छाशक्ति से कार्य करने पर मनचाही सफलता मिल सकती है। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों से किसी कारण मतभेद भी रहेंगे। किसी अप्रत्याशित सुख मिलने से परिवार में आनंद का वातावरण रहेगा। आवश्यक काम से यात्रा हो सकती है। अत्याधिक काम वासना के कारण सम्मान हानि की सम्भवना है। विदेश सम्बंधित मामलो में शुभ समाचार मिलेंगे।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आपका आज का दिन मिलाजुला फलदायी रहेगा। आलस्य एवं शिथिलता के कारण कार्य के प्रति उत्साह नहीं रहेगा। किसी अरिष्ट की चिंता सताएगी। शेयर सट्टे में भारी हानि के योग है अनुभवी की सलाह लेकर ही निवेश करें। उधारी वाले व्यवहार परेशान कर सकते हैं। संध्या के समय स्थिति में सुधार आने से कुछ राहत मिलेगी। किसी महिला के द्वारा भाग्योदय होगा। दिन भर की क्रियाएं शुभ फल देने लगेंगी। धर्म-कर्म के गूढ़ रहस्यों को जानने का सौभाग्य मिलेगा।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन आपके अनुकूल बीतेगा। प्रात: काल से ही हर परिस्थिति पर आपकी पकड़ रहेगी। बड़ो के मार्गदर्शन से व्यवसाय एवं पैतृक सम्बंधित लगभग सभी समस्याओं का समाधान होने से आय के नविन स्त्रोत्र बनेंगे। सरकारी कार्य भी थोड़े परिश्रम के बाद बन जाएंगे। पुराने अटके धन की प्राप्ति होगी। सामाजिक व्यवहार बढ़ेगा। आकस्मिक छोटी यात्रा के योग है। दाम्पत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। घरेलु वस्तु एवं संतानों के ऊपर खर्च करेंगे। धन की अपेक्षा आज संबंधो को महत्त्व दें।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपको प्रारब्ध अनुसार जितना मिले उसी में संतोष कर लेंगे। परन्तु फिर भी अंदरूनी तौर पर मन में कुछ ना कुछ कमी बनी रहेगी। कुंवारे जातको को योग्य जीवन साथी मिलने की सम्भवना रहेगी। परिजनों के साथ खरीददारी करेंगे। दैनिक रोजगार में आज अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। खर्च अधिक रहने से आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। सरकारी कार्य करने के लिए आज का दिन अनुकूल है। व्यसन एवं फिजूल खर्ची से बचें। किसी को मन की बात ना बताएं ना ही किसी के ज्यादा निकट रहें।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आपका आज का दिन शुभ रहेगा। आज कार्य क्षेत्र पर अनुकूल वातावरण मिलने से उत्साह में वृद्धि होगी। सहकर्मियों एवं अधिकारियो का अपेक्षित व्यवहार मिलने से आशानुकूल लाभ अर्जित करेंगे। पुरानी देनदारी से परेशानी भी हो सकती है। विरोधियों का षड्यंत्र असफल होगा। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति पर अधिक खर्च करेंगे। स्त्री संतान का सहयोग मिलेगा। सुख के साधनों में वृद्धि करना आज आपकी प्राथमिकता रहेगी। सेहत में थोड़ा उतार चढ़ाव रहेगा फिर भी इसका दैनिक कार्यो पर असर नहीं पड़ेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन क्रोध अथवा अहम् की भावना बने बनाये कार्यो पर पानी फेर सकती है। इसलिए ख़ास कर व्यावसायिक एव सामाजिक क्षेत्र पर विवेक पूर्ण व्यवहार रखे। कार्यो में प्रारंभिक विलम्ब या असफलता से घबराए नही प्रयास जारी रखें सफलता अवश्य मिलेगी। आज स्त्री पक्ष से सहयोग करें, काम के समय यही साथ देगी इस बात को ध्यान में रखकर चलें। दोपहर के बाद मेहनत का फल धन लाभ के रूप में मिल जाएगा। सन्तानों अथवा भाई बंधुओ से किसी भी प्रकार के सहयोग की उम्मीद सहयोगी सिद्ध है।

**********************************

 

मेरठ में 53 लाख के नकली नोट बरामद, होमगार्ड समेत छह गिरफ्तार

मेरठ ,22 जुलाई (आरएनएस/FJ)। मेरठ में एसओजी टीम, लिसाड़ी गेट और गंगा नगर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को तीन गुना कीमत के नकली नोट देने के नाम पर अपना शिकार बनाया करते थे। फर्जी नकली नोट के काले और गोरख धंधे में एक होमगार्ड सतेंद्र शर्मा की अहम भूमिका होती थी जिसे उसके भाई कृष्ण शर्मा सहित मोहसिन, नाजिम महताब और अरशद गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने 15 हज़ार के असली नोट सहित करीब 53 लाख रुपये के फर्जी नकली नोट बरामद किए है। मेरठ में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि एसओजी की टीम और लिसाड़ी गेट, गंगा नगर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगो को तीस हजार रुपये के बदले में एक लाख रुपये के नकली नोट देने का लालच दिया करते थे और जब कोई इनके चंगुल में फंस जाता था तो पहले उसे असली नोट नकली नोट बता कर दिया करते थे। जिसके बाद जब बाजार में नोट चल जाता था।

ऐसे करते थे डील

उंसके बाद लोग इस गिरोह से डील करते थे। जब लोग इनसे नकली नोट की खेप लेने आते थे तो गिरोह के लोग इन्हें कुछ चिन्हित ठिकानों पर बुलाकर जैसे ही उनसे फर्जी नकली नोट देने के बदले उनसे असली नोट लेते थे तभी गिरोह में शामिल होमगार्ड सतेंद्र और उसका भाई पुलिस की वर्दी में पहुंच जाते थे और फर्जी नकली नोट देने आए गिरोह के सदस्य और बैग को पकड़ लेते थे।

गड्डी में सिर्फ चार या पांच की असली नोट

जिसे देख नोट लेने आया व्यक्ति डर जाता था तो होमगार्ड उसे डांट डपट कर भगा देते थे जिसके चलते ठगी का शिकार बना व्यक्ति डर के चलते कहीं शिकायत भी नहीं करता था। पकड़ा गया गिरोह नकली नोट की गड्डी में ऊपर और नीचे तो चार पांच असली नोट लगा देते थे और बीच मे नोट के साइज के कटे हुए सफेद पेपर लगा दिया करते थे और उसे बंडल में बंद कर लोगो को अपनी ठगी का शिकार बना लिया करते थे।

कांवड़ यात्रा में रकम चलाने की फिराक में थे आरोपित

25 लाख की रकम आरोपितों ने कांवड़ यात्रा के दौरान चलाने का निर्णय लिया था। उनका कहना था कि कांवड़ यात्रा के दौरान नकली रकम बाजार में उतार दी जाएगी। उसके बदले में असली रकम बना ली जाएगी। आरोपितों ने बताया कि शहर के काफी लोगों को 45 फीसदी असली रकम लेने पर नकली नोट देते थे। ऐसे चलाते थे नकली नोट : गडडी में ऊपर और नीचे असली नोट लगाए जाते थे। खरीदार को पहले असली नोट नकली बताकर दिया जाता था, जो बाजार में नकली समझकर चला देता था। उसे लगता था कि नकली नोट बाजार में आसानी से चल रहा है।

ऐसे करते थे घालमेल

उसके बाद गडडी में ऊपर नीचे असली नोट लगाकर नकली नोट सप्लाई कर देते थे। बाद में जो भी विरोध करता था। उसके पास होमगार्ड और उसका भाई खाकी वर्दी पहनकर चले जाते थे, जो उसे जेल में डालने की धमकी देकर शांत कर देते थे। इंस्पेक्टर राजपाल सिंह ने बताया कि नकली नोटों के साथ होमगार्ड समेत छह आरोपितों को पकड़ लिया है। अधिकारी उनसे पूछताछ कर नकली नोट बरामद करने में जुटे हुए है।

********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

अग्निपथ स्कीम पर नहीं हुई चर्चा, रक्षा समिति के तीन सदस्य बैठक से बाहर निकले

नई दिल्ली  22 Jully (Rns/FJ)  केंद्र सरकार की ओर तीने सेनाओं के लिए हाल ही में लाई गई अग्निपथ स्कीम पर रक्षा समिति की बैठक में चर्चा नहीं होने से नाराज विपक्ष के तीन सदस्य बाहर निकल गए। बाहर निकले सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनके आग्रह किए जाने के बावजूद सेना में भर्ती की योजना ‘अग्निपथ’ पर इस बैठक में चर्चा नहीं की गई। बाहर निकलने वाले सदस्यों में बहुजन समाज पार्टी के सदस्य कुंवर दानिश अली और कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल और उत्तम कुमार रेड्डी शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार, बैठक की शुरुआत होने पर बसपा सांसद दानिश अली ने ‘अग्निपथ’ पर पहले चर्चा करने की मांग उठाई, जिसे अध्यक्ष उरांव ने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने भी यह मांग उठाई। सूत्रों ने बताया, ‘विपक्षी सदस्यों के आग्रह पर समिति के अध्यक्ष ने उनसे कहा कि वे अग्निपथ के विषय को संसद में उठाएं।’

कांग्रेस नेता का दावा बार-बार आग्रह के बाच नहीं हुई चर्चा

बैठक से बाहर आने के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव और समिति के सदस्य के सी वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, ‘उत्तम कुमार रेड्डी, कुंवर दानिश अली और मैं रक्षा मामलों की स्थायी समिति से विरोध करते हुए बाहर निकल गए, क्योंकि हमारे बार-बार आग्रह के बावजूद इस बैठक में विवादित अग्निपथ योजना पर चर्चा नहीं हुई। मैंने पहले एक पत्र में भी समिति के अध्यक्ष से यही आग्रह किया था।’

बाहर निकलने के पीछे बताई वजह

उन्होंने कहा, ‘हमने अध्यक्ष से यह स्पष्ट करने का आग्रह किया कि अग्निपथ योजना को लेकर स्थायी समिति को अंधेरे में क्यों रखा गया, वित्तीय प्रभाव होने के बावजूद समिति की बजट संबंधी छानबीन में इस योजना को शामिल क्यों नहीं किया गया?’ उन्होंने दावा किया कि समिति के अध्यक्ष ने इन सवालों को अनसुना कर दिया और योजना पर चर्चा नहीं की गई। वेणुगोपाल ने दावा किया, ‘संसद में कोई चर्चा नहीं हो रही, संसद की स्थायी समितियों की बैठक में कोई चर्चा नहीं होती। इस तरह से मोदी काल में विधेयकों को मनमाने ढंग से पारित कराया जाता है।’

14 जून को हुई थी योजना की घोषणा

सरकार ने 14 जून को ‘अग्निपथ’ योजना की घोषणा की थी। योजना के तहत साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष तक की उम्र के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए सशस्त्र सेनाओं में शामिल किया जाएगा। इनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा में शामिल किया जाएगा। सरकार ने बाद में वर्ष 2022 के लिए इस योजना के तहत भर्ती के वास्ते ऊपरी आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया था।

*************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से अमेरिका में आयोजित खेल एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटीं 5 महिला हॉकी खिलाड़ियों ने मुलाकात की

22.07.2022 – मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय, रांची (FJ) – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में पिछले महीने अमेरिका में आयोजित खेल एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में हिस्सा लेकर झारखंड वापस लौटीं 5 महिला हॉकी खिलाड़ी पुण्डी सारू, जूही कुमारी, प्रियंका कुमारी, हेनरिता टोप्पो और पूर्णिमा नेती ने मुलाकात की।

सभी खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अमेरिका दौरे के अनुभवों को साझा किया तथा मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की। सभी खिलाड़ियों में मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। मौके पर मुख्यमंत्री ने इन पांचों हॉकी खिलाड़ियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं एवं बधाई दीं।

झारखंड के खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध करा रही हमारी सरकार

मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराने का कार्य हमारी सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सभी खेल की संभावनाओं को निरंतर ऊपर लाने का काम किया जा रहा है। राज्य को ‘खेल शक्ति’ के रूप में आगे ले जाना है। नई खेल पॉलिसी के तहत खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान और उनके हुनर को निखारने के लिए विशेष पहल किया जा रहा है। खिलाड़ियों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खुशी महसूस हो रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों से निकलकर हमारी बच्चियां अपने हुनर का प्रदर्शन अमेरिका जैसे देशों में दिखा रही हैं। झारखंड के खिलाड़ियों पर पूरे देश को नाज है।

आप सभी खिलाड़ियों का उत्साह ये बताने के लिए ये काफी है कि आने वाले दिनों में खेल के क्षेत्र में झारखंड बहुत आगे बढ़ेगा। मौके पर सभी महिला खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष 3 सप्ताह के अमेरिका दौरे की यादें और अनुभवों को साझा किया। सभी खिलाड़ी काफी उत्साहित नजर आयीं। इस अवसर पर यू.एस. काउंसलेट कोलकाता भी मौजूद रहे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सीईओ श्री राखाल चंद्र बेसरा, शक्ति वाहिनी संस्थान के श्री ऋषि कांत सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

*************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

मीनाक्षी चौधरी ने विजय एंटनी-स्टारर कोलाई में लीला की भूमिका निभाई

22.072022 – अभिनेत्री मीनाक्षी चौधरी ने निर्देशक बालाजी के. कुमार की आने वाली इन्वेस्टिगेटिव थ्रिलर फिल्म कोलाई में लीला की केंद्रीय भूमिका निभाई है, जिसका खुलासा इसके निर्माताओं ने किया।मनोरंजक खोजी थ्रिलर, जिसमें अभिनेता विजय एंटनी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं, में अभिनेता रितिका सिंह, मुरली शर्मा और राधिका भी शामिल हैं।

फिल्म से मीनाक्षी चौधरी के एक पोस्टर को ट्वीट करते हुए, जिसमें उनके चरित्र का नाम था, निर्देशक बालाजी कुमार ने कहा, कोई भी हमेशा के लिए नहीं रहता है, लेकिन कोई ऐसा जीवन जी सकता है जो मरने लायक हो।ट्वीट में हैशटैग भी था, हू किल्ड लीला, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कोलाई (जिसका अंग्रेजी में अर्थ है मर्डर) की कहानी लीला की मौत के इर्द-गिर्द घूमती है। इंडस्ट्री में चल रही अफवाहें बताती हैं कि मर्डर मिस्ट्री में विजय एंटनी एक जासूस की भूमिका निभाते हैं।

सूत्रों का कहना है कि, फिल्म की कहानी, जिसने बड़ी उम्मीदों को जन्म दिया है, को निर्देशक द्वारा पांच साल में इसके 40 से अधिक ड्राफ्ट लिखने के बाद अंतिम रूप दिया गया था। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी शिवकुमार विजयन ने की है और संगीत गिरीश गोपालकृष्णन का है। (एजेंसी)

******************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

एल्नाज नोरौजी अपने अनटाइटल्ड ट्रैक के साथ बनीं गायिका

*गाना 27 जुलाई को होगा रिलीज

22.07.2022 – ओटीटी सीरीज सेक्रेड गेम्स में जोया के रूप में अपने काम के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्री एल्नाज नोरौजी एमी विजेता सीरीज तेहरान के दूसरे सीजन में अभिनय करने के लिए तैयार हैं। वह अपने पहले ट्रैक के साथ एक गायिका बन रही हैं, जिसका शीर्षक अभी बाकी है।विकास पर टिप्पणी करते हुए, अभिनेत्री ने कहा, मैं अब अपने उत्साह को नियंत्रित नहीं कर सकती। मैं 2 साल से अधिक समय से इस गाने पर काम कर रही हूं।

यह मेरे लिए एक बड़ी बात है क्योंकि यह सब कुछ नया है। लेकिन मैंने इस पर बहुत मेहनत की है और अब मैं इसे दुनिया को दिखा सकती हूं। यह इस महीने होगा और मुझे उम्मीद है कि एक गायिका के रूप में मेरी यात्रा में हर कोई मेरा समर्थन करेगा।गीत कैसे अस्तित्व में आया, इस बारे में बात करते हुए, वह कहतीं हैं, इस गीत की यात्रा मेरे साथ मुखर प्रशिक्षण लेने के साथ शुरू हुई क्योंकि मैं अपने अभिनय के लिए अपनी आवाज पर काम करना चाहती थी।

तभी मेरे शिक्षक और मुखर प्रशिक्षक ने संगीत सीखने के लिए मेरा पीछे पड़े रहे और कहा कि तुम्हारी आवाज अच्छी है। शुरू में, मैं ऐसा था, ठीक है, यह मेरे रडार पर बिल्कुल नहीं है।यह गाना, उन्होंने आगे कहा, हालांकि, कोविड की पहली लहर के दौरान, जब मैं जर्मनी में फंस गयी थी, मैं एक संगीत प्रबंधक से मिली, जिसने मेरी आवाज को भी पसंद किया और मुझे गाने की पेशकश की। इस तरह यह सब शुरू हुआ। आखिरकार, मैं कुछ जर्मन गीत निर्माताओं से मिली, जिन्होंने मुझे अमल में लाने में मदद की।

यह गाना 27 जुलाई को प्रसारित होगा और यूट्यूब और सभी ऑडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। (एजेंसी)

**********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

ब्रेस्टफीडिंग महिलाओं के लिए जरूरी आसन

22.07.2022 – ब्रेस्टफीडिंग महिलाओं के लिए जरूरी आसन. ब्रेस्टफीडिंग मदर को अपनी सेहत का बहुत ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि कुछ महीनों तक बेबी के लिए पोषण और आहार का एकमात्र जरिया मां का दूध ही होता है। ब्रेस्टफीडिंग मदर जितनी हेल्दी होगी, उनका मिल्क भी बच्चे को उतना ही ज्यादा फायदा पहुंचा पाएगा। ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं के लिए योग बहुत ज्यादा लाभकारी होता है।

दिनभर शिशु को गोद में उठाए रखने की वजह से पीठ पर दबाव पड सकता है इसलिए योग की मदद से पोस्चर को सुधारा जा सकता है और शरीर को लचीला बनाने के साथ-साथ संपूर्ण सेहत में सुधार लाने का काम किया जा सकता है। ऐसे कई योगासन हैं जो ब्रेस्टफीडिंग करवाने के पीरियड में आपकी सेहत का ख्याल रख सकते हैं।

हालांकि, डिलीवरी के बाद कोई भी एक्टिविटी शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।मार्जरी आसनडिलीवरी के बाद और ब्रेस्टफीडिंग के समय मार्जरी आसन करने से रीढ़ की हड्डी को आराम मिलता है, कलाई मजबूत होती है, पेट के अंग जैसे कि किडनी और एड्रेनल ग्लैंड उत्तेजित होते हैं, गर्दन स्ट्रेच होती है और मासिक धर्म की ऐंठन से राहत मिलती है।

अधोमुख श्वानासनइस आसन को करने से शरीर के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियां टोन होती हैं, छाती की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और फेफड़ों की क्षमता बेहतर होती है, बांह, कंधों, टांगों और पैरों को मजबूती मिलती है।सेतुबंधासनइस आसन से पीठ की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है, पीठ को आराम मिलता है, छाती, गर्दन और रीढ़ की हड्डी में स्ट्रेच आता है, मस्तिष्क को आराम मिलता है जिससे एंग्जायटी, स्ट्रेस और डिप्रेशन दूर होता है, फेफड़ें खुलते हैं, थायराइड की प्रॉब्लम नहीं होती, पाचन में सुधार होता है।

ताड़ासनयह आसन ब्रेस्टफीडिंग मदर्स के कूल्हों, जांघों, कंधों और पीठ के ऊपरी हिस्से को स्ट्रेच करता है। इससे शरीर में संतुलन आता है, पिंडलियों को मजबूती मिलती है, साइटिका और रूमेटिज्म का दर्द कम होता है।ऊर्ध्व मुख श्वानासनइस आसन को करने से पीठ को मजबूती मिलती है, पीठ दर्द कम होता है, कलाई और बांहों को मजबूती मिलती है, पोस्चर ठीक होता है और पेट के अंग उत्तेजित होते हैं। (एजेंसी)

**********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

 

सफेद प्याज एक बेहतरीन कूलिंग एजेंट माना जाता है

22.07.2022 – सफेद प्याज एक बेहतरीन कूलिंग एजेंट माना जाता है।शरीर को ठंडक देता है यह शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है और इसे प्राकृतिक रूप से ठंडा रखता है। इसके अलावा, सफेद प्याज सनबर्न के कारण होने वाली सूजन को रोकने में भी मदद करता है।हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता हैइसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में रक्तचाप के स्तर को प्रबंधित करते हैं।

यह आगे धमनी में सजीले टुकड़े के गठन को रोकता है और सुनने से संबंधित बीमारियों के जोखिम को कम करता है।फाइबर का बेहतर स्रोतसफेद प्याज स्वस्थ घुलनशील फाइबर से समृद्ध होता है जिसे फ्रुक्टेन कहा जाता है। ये फाइबर पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और आंत-स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं, जो मल त्याग को नियमित करते हैं और आंत से संबंधित कई बीमारियों का इलाज करते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूरसफेद प्याज एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो इसे डिटॉक्सीफिकेशन के लिए एक बेहतरीन घटक बनाता है। उचित विषहरण समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और हमें भीतर से पोषण देने में मदद करता है। इसके अलावा नसों और धमनियों में भी रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने में मदद करता है।एंटी बैक्टीरियल गुणसफेद प्याज में जीवाणुरोधी गुण इसे हमारे गर्मियों के आहार में शामिल करने और कई मौसमी बीमारियों को दूर रखने के लिए एक बेहतरीन सामग्री बनाते हैं।

कई अध्ययनों से यह भी पता चला है कि सफेद प्याज हैजा और ऐसे कई संक्रमणों के विकास को रोकने के लिए भी प्रभावी हो सकता है। (एजेंसी)

*******************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की भूमिका बढ़ेगी!

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की भूमिका बढ़ेगी। कांग्रेस के जानकार नेताओं का कहना है कि उनको सिर्फ उत्तर प्रदेश का प्रभारी बना कर नहीं रखा जाएगा। उनको उत्तर प्रदेश के साथ साथ कुछ और राज्यों का प्रभारी बनाया जा सकता है या उनके लिए कोई नया पद बनाया जा सकता है।

यह भी कहा जा रहा है कि अगर राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो प्रियंका या तो अध्यक्ष बनेंगी या संगठन महामंत्री बनेंगी। ध्यान रहे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी उनको संगठन महामंत्री बनाने का सुझाव दिया था। कांग्रेस के जानकार सूत्रों के मुताबिक इस साल होने वाले दोनों राज्यों के चुनाव में वे अहम भूमिका निभाएंगी, खास कर हिमाचल प्रदेश में जहां उनके करीबी राजीव शुक्ला प्रभारी हैं। प्रियंका ने ही राजीव शुक्ला को राज्यसभा में भिजवाया है।

बहरहाल, मध्य प्रदेश में मेयर के चुनाव में कांग्रेस के तीन शहरों में जीतने के बाद जिस तरह की चर्चा हो रही है उससे भी लग रहा है कि वे मध्य प्रदेश में कुछ भूमिका निभाएंगी। मध्य प्रदेश के नतीजों बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी तो पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने उनका आभार जताते हुए ट्विट किया की सभी कांग्रेसजनों के कमलनाथ के नेतृत्व में एकजुट होकर लडऩे से यह नतीजा आया है।

इसी ट्विट में उन्होंने लिखा कि अब 2023 के विधानसभा चुनावों की तैयारी करनी है। ध्यान रहे कमलनाथ भी प्रियंका गांधी वाड्रा के संपर्क में हैं और पार्टी उनकी कमान में चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही है।

**********************************

 

आज का राशिफल

मेष:

किसी सज्जन पुरुष की दैवीय बातें आपको संतोष और ढांढस बंधाएंगी। जो लोग अब तक पैसेे को बेवजह खर्च कर रहे थे आज उन्हें समझ आ सकता है कि पैसे की जीवन में क्या अहमियत है। अपना नज़रिया दोस्तों और रिश्तेदारों पर थोपने की कोशिश न करें।

वृष:

ज़रूरत से ज़्यादा खाने से बचें और सेहतमंद रहने के लिए नियमित व्यायाम करें। आकस्मिक मुनाफे या सट्टेबाज़ी के ज़रिए आर्थिक हालात सुदृढ़ होंगे। शाम का ज़्यादातर समय मेहमानों के साथ गुजऱेगा। आपको और आपके जीवनसाथी को कोई बहुत सुखद ख़बर सुनने को मिल सकती है।

मिथुन:

आपके आकर्षण और व्यक्तित्व के ज़रिए आपको कुछ नए दोस्त मिलेंगे। आज के दिन अपने प्रिय से कोई तल्ख बात न कहें। हाल में विकसित किए गए व्यावसायिक संबंध आगे चलकर बहुत फ़ायदा देंगे। जीवनसाथी की नुक्ताचीनी से आप आज परेशान हो सकते हैं।

कर्क:

पिता आपको जायदाद से बेदख़ल कर सकते हैं। आज आपको अपने भाई या बहन की मदद से धन लाभ होने की संभावना है। परिवार के सदस्यों की ज़रूरतों को तरजीह दें। सामाजिक और धार्मिक समारोह के लिए बेहतरीन दिन है।

सिंह:

दूसरों के साथ खुशी बांटने से सेहत और खिलेगी। आपकी लगन और मेहनत पर लोग ग़ौर करेंगे और आज इसके चलते आपको कुछ वित्तीय लाभ मिल सकता है। आपके आकर्षण और व्यक्तित्व के ज़रिए आपको कुछ नए दोस्त मिलेंगे। आज का दिन प्रेम के रंगों में डूबा रहेगा।

कन्या:

बेकार के खय़ालों में अपनी ऊर्जा बर्बाद न करें, बल्कि इसे सही दिशा में लगाएं। अपने साथी के साथ बाहर जाते वक्त ठीक तरह से व्यवहार करें। मानसिक स्पष्टता आपको व्यवसाय में प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त दिलाएगी। आप सारी पुरानी दुविधाएं ख़त्म करने में भी सफल रहेंगे। जीवनसाथी की छोटी-छोटी बातों को नजऱअंदाज न करें।

तुला:

रचनात्मक काम आपको सकून देगा। जेवर और एंटीक में निवेश फ़ायदेमंद रहेगा और समृद्धि लेकर आएगा। आपका गर्मजोशी भरा बर्ताव घर का माहौल खुशनुमा कर देगा। आज आप ऐसे इनसान से मिल सकते हैं, जो आपको ख़ुद अपनी जिंदगी से ज़्यादा चाहता होगा।

वृश्चिक:

शारीरिक व्यायाम और वजऩ घटाने की कोशिशें आपके रूप-रंग को निखारने में फ़ायदेमंद साबित होंगी। आपको कमीशन, लाभांश या रोयल्टी के ज़रिए फायदा होगा। जीवनसाथी के साथ बेहतर समझ जि़ंदगी में खुशी, सुकून और समृद्धि लाएगी। दिल की धडकऩें प्रिय के साथ ताल-से-ताल मिलाएंगी।

धनु:

धैर्य बनाए रखें, क्योंकि आपकी समझदारी और प्रयास आपको सफलता ज़रूर दिलाएंगे। आज आप अपने घर के वरिष्ठ जनों से पैसे की बचत करने को लेकर कोई सलाह ले सकते हैं। घरेलू मामलों और काफ़ी समय से लंबित घर के काम-काज के हिसाब से अच्छा दिन है।

मकर:

काम का दबाव और घरेलू मतभेद तनाव की वजह बन सकते हैं। अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका था, तो आज उसमें आपको विजय मिल सकती है और आपको धन लाभ हो सकता है। कुल मिलाकर फ़ायदेमंद दिन है।

कुंभ:

खेलों और आउटडोर गतिविधियों में भागीदारी आपकी खोई ऊर्जा को फिर से इक_ा करने में आपकी मदद करेगी। आज आपको अपनी संतान की वजह से आर्थिक लाभ होने की संभावना नजर आ रही है। इससे आपको काफी खुशी होगी।

मीन:

आज आपके पास अपनी सेहत और लुक्स से जुड़ी चीज़ों को सुधारने के लिए पर्याप्त समय होगा। आर्थिक रूप से आज आप काफी मजबूत नजर आएंगे। पर भावनात्मक उथल-पुथल आपको परेशान कर सकती है।

**********************************

 

एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल पर ईडी की बड़ी कार्रवाई

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार मंजिला इमारत जब्त

मुंबई ,21 जुलाई (आरएनएस/FJ)। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनसीपी नेता और सांसद प्रफुल्ल पटेल पर गुरुवार को कार्रवाई की। ईडी ने मुंबई के वर्ली स्थित चार मंजिला सीजे हाउस बिल्डिंग की संपत्ति जब्त की है। जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय ने गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी इकबाल मिर्ची से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संपत्ति में जब्त की है। बता दें कि प्रफुल्ल पटेल और उनके परिवार के स्वामित्व वाली एक फर्म ने सीजे हाउस को विकसित किया था, जहां मिर्ची के पास कुछ संपत्तियां भी थीं।

दो मंजिलों को पहले कुर्क किया था 

इकबाल मिर्ची के परिवार को दी गई सीजे हाउस की दो मंजिलों को पहले वित्तीय जांच एजेंसी ने कुर्क किया था। प्रफुल्ल पटेल से अक्टूबर 2019 में इस मामले में 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी। डीएचएफएल के प्रमोट कपिल और धीरज वधावन को गिरफ्तार कर लिया गया था। धीरज वधावन को बाद में जमानत दे दी गई।इकबाल मिर्ची की पत्नी और बेटों को पीएमएलए अदालत ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया है क्योंकि वे मामले में पेश होने में विफल रहे। ईडी ने दुबई और यूके में मिर्ची की संपत्तियों को भी कुर्क किया है।

*******************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

Exit mobile version