आरटीओ की कमाई के टूटे रिकॉर्ड: VIP नंबर 0001 हुआ नीलाम

देहरादून 26 Aug. (Rns/FJ): राजधानी के लोगों को महंगी गाड़ियां खरीदने के साथ वीआईपी नंबर लेने का भी शौक है। आरटीओ द्वारा नए नंबर की सीरीज जारी करने के बाद वीआईपी नंबरों की नीलामी की जाती है। इस बार महंगी गाड़ियों के मुकाबले वीआईपी नंबर ज्यादा पैसों में नीलाम हुए हैं।

देहरादून में 0001 वीआईपी नंबर 7 लाख 66 हजार रुपए में नीलाम हुआ है। साथ ही 0007 के लिए 1 लाख 11 हजार रुपए की बोली लगी है। बता दें कि राज्य गठन के बाद पहली बार गाड़ियों के वीआईपी नंबर के लिए सबसे अधिक बोली लगाई गई है।

बता दें कि परिवहन विभाग द्वारा गुरुवार को वीआईपी नंबरों की नीलामी की गई। वीआईपी नंबरों की बोली में 0001 से 0009 तक की बोली लगाई गई। इसमें 0001 के लिए 7,66,000 रुपए, 0002 के लिए 35 हजार रुपए, 0003 के लिए 25 हजार रुपए, 0004 के लिए 26 हजार रुपए, 0005 के लिए 25 हजार रुपए की बोली लगी। स्पेशल नंबर माना जाने वाला 0007 के लिए एक लाख 11 हजार रुपए की बोली लगी। 0008 नवंबर के लिए 39 हजार रुपए दांव पर लगाए गए। 0009 के लिए 63 हजार रुपए की बोली लगाई गई।

आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि इससे पहले वीआईपी नंबर एक के लिए अधिकतम बोली 5 लाख रुपए लगाई गई थी। इससे पहले ऑनलाइन नीलामी की व्यवस्था नहीं होने पर वीआईपी नंबरों के आवंटन को लेकर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठते थे। लेकिन जब से नंबरों के आवंटन को लेकर ऑनलाइन व्यवस्था लागू की गई है, माहौल बदल गया है। ना सिर्फ नीलामी में अधिक से अधिक वाहन स्वामी हिस्सा लेते हैं, बल्कि परिवहन विभाग की आय में साल दर साल इजाफा हो रहा है।

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सोनाली फोगाट को जबरन पिलाया गया था सिंथेटिक ड्रग्स

*गोवा पुलिस का बड़ा खुलासा*

पणजी 26 Aug. (Rns/FJ): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता सोनाली फोगाट हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। कथित हत्या के सिलसिले में उनके दो सहयोगियों से गोवा पुलिस ने रात भर पूछताछ की। इस दौरान खुलासा हुआ है कि सोनाली फोगाट को सिंथेटिक ड्रग्स दिया गया था। गोवा पुलिस ने बताया कि सामने आया है कि सोनाली को जबरन ड्रग्स दिया गया था। सोनाली के PA सुधीर सांगवान और दोस्त सुखविंदर वासी ने पूछताछ में सोनाली को जबरन ड्रग्स देने की बात कबूल भी की है।

गोवा के आईजी ओमवीर सिंह बिश्नोई ने कहा कि सोनाली के पोस्टमार्टम के बाद हमने पूरे मामले की जांच शुरू की है। आईजी ओमवीर सिंह बिश्नोई ने कहा कि सोनाली फोगाट के भाई की शिकायत के बाद हमने हत्या का मुकदमा दर्ज किया था और हमने सभी के बयान लिए और उन जगहों का दौरा किया जहां वे गए थे, आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया, पूछताछ में हमने पाया कि सोनाली फोगाट को जबरदस्ती कोई न कोई पदार्थ दिया गया था।

गोवा पुलिस के आईजी ओमवीर सिंह ने कहा कि सोनाली फोगाट को जबरदस्ती ड्रग पिलाया गया, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई, सुबह 4:30 बजे जब वह कंट्रोल में नहीं थी तो आरोपी उसे शौचालय में ले गया, 2 घंटे तक उन्होंने क्या किया? इसका आरोपियों ने जवाब नहीं दिया, हमने सारे सीसीटीवी फुटेज देखे और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

आईजी ओमवीर सिंह ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और उन्हें फॉरेंसिक टीम के साथ मौका-ए-वारदात में ले जाया जा रहा है, हमें लगता है कि जो ड्रग उन्हें जबरदस्ती पिलाया गया था, उससे ही उनकी मौत हुई है, उस पार्टी में दो और लड़कियां भी थीं, जिनकी पहचान कर ली गई है और उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है।

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सोनाली फोगाट को फिल्म की शूटिंग के बहाने ले जाया गया गोवा : रिंकू ढाका

पणजी 26 Aug. (Rns/FJ): हरियाणा भाजपा नेता और टिकटॉक स्टार सोनाली फोगाट के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि उन्हें फिल्म की शूटिंग के बहाने गोवा लाया गया था। सोनाली फोगाट के भाई रिंकू ढाका ने कहा, सुधीर सागवान (फोगाट के पीए) ने हमें बताया कि 24 अगस्त को फिल्म की शूटिंग थी।

लेकिन होटल के कमरे केवल दो दिनों के लिए, 22 और 23 अगस्त को बुक किए गए थे। कोई फिल्म शूटिंग नहीं थी। यह सब झूठ था। हमने किसी अभिनेता या फिल्म की शूटिंग नहीं देखी।

पुलिस ने सोनाली के पर्सनल असिस्टेंट सुधीर सांगवान और उसके दोस्त सुखविंदर वासी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया।

फोगाट 22 अगस्त को गोवा आई थी और अंजुना के एक होटल में रुकी थी।

गोवा पुलिस ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, फोगाट के शरीर पर ब्लंट कट मिले हैं।

ढाका ने कहा, मैंने अपनी शिकायत में जो कुछ भी कहा है वह सही है और उसी आधार पर मामला आगे बढ़ेगा। यह पूर्वनियोजित (हत्या) थी और सोनाली को इसलिए गोवा लाया गया था।

उन्होंने कहा कि उनकी बहन का एक आरोपी के साथ डांस करते हुए वीडियो वायरल हुआ, वह गुरुग्राम का है न कि गोवा का।

उन्होंने कहा, यह वीडियो पुराना है, यह गुरुग्राम का है। यह वीडियो सोनाली की छवि खराब करने के लिए वायरल की गई है। यह लंबे समय से पूर्वनियोजित थी, इसलिए उन्हें (उनकी मृत्यु के बाद) दोष नहीं दिया जाना चाहिए।

इस बीच, गोवा पुलिस फोगाट की मौत के मामले में दस्तावेज और सबूत जुटा रही है। पुलिस के मुताबिक सबूत मिलने के बाद इस मामले में गिरफ्तारी की जाएगी।

पुलिस महानिरीक्षक ओमवीर सिंह बिश्नोई ने बताया कि फोगाट के भाई की शिकायत के आधार पर अंजुना थाने में धारा 302 (हत्या) के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है।

बिश्नोई ने कहा, सोनाली फोगाट के भाई रिंकू ढाका की शिकायत के बाद गुरुवार को मामला दर्ज किया गया। उसने दो लोगों के खिलाफ आरोप लगाए थे और हमने उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।

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गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस को कहा अलविदा, सोनिया गांधी को भेजा 5 पन्नों का इस्तीफा

जम्मू 26 Aug. (Rns/FJ): अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके पीछे के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है। आजाद ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा भेजा है।

वो काफी लंबे समय से पार्टी की नीतियों को लेकर नाराज चल रहे थे और जम्मू में जो पार्टी ने उन्हें जिम्मेदारी दी थी उससे वो पहले ही इस्तीफा दे चुके थे। वहीं अब गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से लेकर सभी पदों से इस्तीफा दिया है।

खास बात है कि 2020 में ही उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, जिसमें संगठन स्तर पर बड़े बदलाव की मांग की गई थी। उस दौरान कांग्रेस की भीतर ही G-23 समूह चर्चा में आया था, जिसमें आनंद शर्मा, मनीष तिवारी समेत कई नेता शामिल थे।

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सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, ‘मुफ्त की सौगातें’ बांटने वाले केस को 3 जजों की बेंच के पास भेजा

नई दिल्ली 26 Aug. (Rns/FJ): राजनीतिक पार्टियों द्वारा ‘फ्रीबीज‘ यानी मुफ्त की सौगातें बांटने पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला सामने आया है। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए केस को तीन जजों की बेंच को पुनर्विचार के लिए ट्रांसफर कर दिया है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मसले पर विशेषज्ञ कमिटी का गठन करना सही होगा। लेकिन उससे पहले कई सवालों पर विचार करना जरूरी है। 2013 के सुब्रमण्यम बालाजी फैसले की समीक्षा भी जरूरी है। हम यह मामला तीन जजों की विशेष बेंच को सौंप रहे हैं। अगली सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी।

सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी कुमार उपाध्याय द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर अदालत का यह फैसला आया है। कोर्ट ने कहा कि ‘फ्रीबीज’ टैक्सपेयर का महत्वपूर्ण धन खर्च किया जाता है। हालांकि सभी योजना पर खर्च फ्रीबीज नहीं होते। यह मसला चर्चा का है और अदालत के दायरे से बाहर है।

अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि सरकार को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाकर चर्चा करनी चाहिए। इसके लिए कमेटी बनाना अच्छा रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘कुछ सवाल हैं जैसे कि न्यायिक हस्तक्षेप का दायरा क्या है? क्या अदालत किसी भी योजना को लागू करने योग्य आदेश पास कर सकती है? समिति की रचना क्या होनी चाहिए? कुछ पार्टी का कहना है कि सुब्रमण्यम बालाजी 2013 के फैसले पर भी पुनर्विचार की जरूरत है।’

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि फ्रीबिज एक ऐसी स्थिति पैदा कर सकती है, जहां राज्य को दिवालिया होने की ओर धकेल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसी मुफ्त घोषणा का इस्तेमाल पार्टी की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह राज्य को वास्तविक उपाय करने से वंचित करता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि निर्वाचन लोकतंत्र में निर्वाचक मंडल के पास सच्ची शक्ति है।

इस मामले की पिछली सुनवाई में कोर्ट सरकार से सर्वदलीय बैठक के जरिए एक राय बनाने की बात कह चुका है। चुनाव आयोग ने भी कहा कि इस बाबत नियम कायदे और कानून बनाने का काम उसका नहीं, बल्कि सरकार का है। वहीं, सरकार ने कहा कि कानून बनाने का मामला इतना आसान नहीं है। कुछ विपक्षी पार्टियां इस मुफ्त की घोषणाएं करने को संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति के अधिकार का अंग मानती हैं।

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नेपाल से नकली नोट भारत लाते तीन लोगों को पुलिस ने पकड़ा

बरेली 26 Aug. (Rns/FJ): उत्तर प्रदेश में बरेली मंडल से सटी नेपाल सीमा पर पुलिस नकली नोट भारत में लाने वाले तीन लोगों को बीती देर रात गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने खुफिया सूचना मिलने पर सीमावर्ती इलाके में तलाशी अभियान चलाकर इन लोगों को पकड़ा है। इनसे पूछताछ में पता चला है कि ये लोग नेपाल के रास्ते उत्तराखंड, पीलीभीत, बरेली इलाकों में नकली मुद्रा भेजते थे। इस गिरोह की विस्तृत जानकारी जुटाने के लिये तीनों से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस को सूचना मिली थी कि शाम ढलते ही नेपाल से भारत सीमा में तमाम लोग नकली करेंसी लेकर आते हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गुरुवार देर शाम छापामार कार्यवाही कर जिले के फतेहगंज पश्चिमी इलाके में तीन लोगों को नकली नोटों के साथ हिरासत में लिया। लम्बी पूंछतांछ बाद उनके खिलाफ थाना फतेहगंज पश्चिमी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

आरोपियों के पास से 500 रुपये के 719 नकली नोट बरामद हुये हैं। इंटेलिजेंस एजेंसियों ने भी पूछताछ शुरू कर दी है। एसपी देहात बरेली राजकुमार अग्रवाल ने शुक्रवार सुबह बताया कि फतेहगंज पश्चिमी थाना पुलिस ने पीलीभीत में दयूरिया कलां की शीवा, अलीगंज (बरेली) में ढकिया गांव के पुष्पेंद्र सिंह और पीलीभीत में दयूरिया के शोएब को पकड़ा है। तीनों लोग बाइक से बरेली से दिल्ली की ओर जा रहे थे। पुलिस ने इनकी तलाशी के दौरान बैग में रखे 3,59,500 कीमत के नोट बरामद किए, जो जांच में नकली निकले।

एसपी देहात ने बताया कि पूछताछ में आरोपित पुष्पेंद्र ने बताया कि वह 5 साल से नकली नोटों का काम कर रहा है। अलीगंज का रहने वाला धर्मेंद्र उसे नोट नेपाल से लाकर मुहैया कराता है। इस गिरोह के सरगना के अपराधिक इतिहास की बात सामने आई है। ये लोग नेपाल से नकली नोट लाते थे। नकली नोटों का ज्यादातर इस्तेमाल आरोपित सामान खरीदने में करते थे। जब दुकानदार बचे हुए रुपए वापस करता तो बदले में आरोपित को असली नोट मिल जाता था। एसपी देहात ने बताया कि नकली नोटों को चलाने वाले पूरे गिरोह का पता लगाया जा रहा है।

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तमिलनाडु को बेस्ट माउंटेन, हिल व्यू डेस्टिनेशन अवार्ड

चेन्नई 26 Aug. (Rns/FJ): तमिलनाडु में नीलगिरी और कॉनूर ने देश में बेस्ट माउंटेन, हिल व्यू डेस्टिनेशन के लिए आउटलुक ट्रैवलर अवार्ड्स-2022 का रजत पुरस्कार जीता है।

केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने राज्य पर्यटन विभाग के सचिव डॉ. चंद्र मोहन.बी और तमिलनाडु पर्यटन विकास निगम (टीटीडीसी) पर्यटन के प्रबंध निदेशक और पर्यटन निदेशक संदीप नंदूरी ने नयी दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में यह पुरस्कार प्रदत्त किया।

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इको-टूरिज्म डेस्टिनेशन, बेस्ट वाइल्डलाइफ डेस्टिनेशन, बेस्ट एडवेंचर डेस्टिनेशन और बेस्ट फेस्टिवल डेस्टिनेशन समेत 11 विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किये गये।

पुरस्कारों का मूल्यांकन भारतीय पर्यटन उद्योग से संबंध हस्तियों की जूरी ने किया था।

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उच्च न्यायालय ने फिर खोली नदीमर्ग नरसंहार केस की फाइल

*2003 में 24 कश्मीरी पंडितों की हुई थी सामूहिक हत्या*

श्रीनगर 26 Aug. (Rns/FJ): जम्मू कश्मीर से बड़ी खबर सामने आई है। जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय ने एक दशक पहले बंद हो चुके नदीमर्ग नरसंहार केस को रि-ओपन करने का आदेश दिया है। मार्च 2003 में मजहबी कट्टपंथियों द्वारा पुलवामा जिले में 24 कश्मीरी पंडितों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। न्यायमूर्ति संजय धर ने 21.12.2011 के आदेश को वापस लेने का अनुरोध स्वीकार कर लिया, जिसमें आपराधिक पुनरीक्षण याचिका खारिज कर दी गई थी। नदीमर्ग में हुए कश्मीरों पंडितों के नरसंहार मामले में 2003 में जैनापोरा, शोपियां में धारा 302, 450, 395, 307, 120-बी, 326, 427 आरपीसी, 7/27 आर्म्स एक्ट और धारा 30 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में 7 लोगों का चालान किया गया था। जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट 15 सितंबर, 2022 को केस में अगली सुनवाई करेगा।

नदीमर्ग हत्याकांड मामले को फिर से खोलने से संबंधित सुनवाई में जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संजय धर ने कहा, ‘मामले की सुनवाई के दौरान, अभियोजन पक्ष ने निचली अदालत के समक्ष एक आवेदन दायर किया, जिसमें कमीशन पर सामग्री अभियोजन गवाहों की जांच करने की अनुमति मांगी गई थी। जैसा कि अभियोजन पक्ष के अनुसार, ये गवाह कश्मीर घाटी से बाहर चले गए थे और खतरे के डर से शोपियां में निचली अदालत के समक्ष पेश होने से हिचक रहे थे।’

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घर में गूंज रही थी शहनाई, अचानक लगी आग- 5 लोगों की दर्दनाक मौत

मुरादाबाद 26 Aug. (Rns/FJ): यूपी के मुरादाबाद में 3 मंजिला बिल्डिंग में आग लगने से एक ही परिवार के 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि मकान में फंसे 7 लोग घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं। शाम के समय मंडप का कार्यक्रम चल रहा था। दर्दनाक हादसे से शादी की तैयारियां मातम में बदल गईं।

आग इतनी तेजी से फैली से कि पहली मंजिल पर मौजूद लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। आग की लपटों में झुलस कर बुजुर्ग मां, बेटी और बेटी के 3 बच्चों की मौत हो गई। तीन बच्चों की उम्र 12 , 7 और 3 साल की थी।

दूसरी मंजिल पर मौजूद 7 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। आज इस घर में शादी की रौनक होती। इसी शादी में शामिल होने रानीखेत से शमा परवीन मुरादाबाद अपने मायके आई थीं। पहली मंजिल पर वो अपनी मां और बच्चों के साथ थीं। कुछ ही पल इस घर की सारी खुशियां खाक हो गई। जिस घर में शहनाई गूंज रही थी, वहां अब मातम पसरा है।

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क्रॉप टॉप में निक्की तंबोली ने इंटरनेट पर फिर लगाई आग

26.08.2022 – बिग बॅास फेम निक्की तंबोली एक बार फिर से इंटरनेट पर अपनी बोल्ड फोटो के कारण छाई हुई हैं। बोल्ड फोटोशूट में अपनी ग्लैमरस अदा के लिए निक्की तंबोली हमेशा से लोकप्रिय रही हैं। इस बार एक बार फिर से निक्की तंबोली ने अपने इस नए अंदाज से इंटरनेट पर पूरी तरह से आग लगा दी है।

साउथ की फिल्मों से निकलकर निक्की तंबोली बिग बॉस 14 और खतरों के खिलाड़ी 11 जैसे रियलिटी शो में उनकी उपस्थिति के बाद ही उनके और उनके करियर के लिए चीजें काफी बदल गईं।इस बार निक्की तंबोली एक बार फिर से शार्ट टॅाप में अपना ग्लमैर से भरा अंदाज दिखा रही हैं। जिसे इंटरनेट पर सबसे अधिक देखा जा रहा है।

हर बार निक्की एक तस्वीर या वीडियो के जरिए अपनी अदा से बिजली गिरा देती हैं। अपने सोशल मीडिया हैंडल पर, निक्की की यह तस्वीरें सबसे अधिक देखी जा रही हैं। निक्की तंबोली ने इस बार अपने शानदार नारंगी स्ट्रैपलेस ब्रैलेट और योग पैंट में बड़ा समय बिता रही है और अपने कर्व्स को दिखाकर हॅाटनेस दिखा रही हैं।

निक्की ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक छोटे से क्रॉप टॉप में कई तस्वीरें साझा की हैं।तस्वीरें कुछ और नहीं बल्कि निक्की के हॉट मिड्रिफ और बोल्ड फैशन का शो हैं। प्रिंसटन ऑरेंज कलर का छोटा क्रॉप टॉप पहने निक्की तंबोली ने तस्वीरों में अपने क्लीवेज और मिडरिफ को फ्लॉन्ट किया। इस टॅाप को निक्की नेग्रे-ईश डेनिम के साथ शीर्ष जोड़ा।

स्मोकी आई मेकअप ने लुक में चार चांद लगा दिए। उन्होंने कैजुअल बीची कर्ल्स में अपने बालों को खुला रखा था। निक्की ने अपने इस अंदाज के साथ पांच तस्वीरें पोस्ट की हैं, हर बार की तरह फैंस के कमेंट के साथ निक्की तंबोली ने अपना जलवा कायम रखा है।

इससे पहले निक्की तंबोली ने एक वीडियो भी पोस्ट किया है जहां पर वह अपना फिगर दिखाते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो के साथ निक्की तंबोली ने लिखा है कि आज के ही दिन क्वीन का जन्म हुआ था। मुझे मेरे जन्म की ढेर सारी बधाई। (एजेंसी)

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अभिनेत्री शालिनी पांडे ने अर्जुन रेड्डी के 5 साल पूरे होने पर लिखा एक नोट

26.08.2022 – तेलुगु ब्लॉकबस्टर अर्जुन रेड्डी के पांच साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए अभिनेत्री शालिनी पांडे ने सोशल मीडिया पर एक खूबसूरत नोट लिखा है। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने को-स्टार विजय देवरकोंडा का भी आभार व्यक्त किया। 2017 में रिलीज हुई अर्जुन रेड्डी एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है जिसे संदीप रेड्डी वांगा ने निर्देशित किया है।

इसमें विजय ने मुख्य भूमिका निभाई और उनके साथ शालिनी पांडे भी नजर आई थी। सुपरहिट फिल्म के 5 साल पूरे होने पर शालिनी ने साझा किया, इस तारीख (25 अगस्त) का मेरे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। पांच साल पहले, इसी दिन, मेरी पहली फिल्म अर्जुन रेड्डी रिलीज हुई थी, जो मेरे सबसे यादगार पलों में से एक बना।

प्रीति के रूप में अपनी भूमिका के लिए मुझे जो प्यार और सराहना मिली, वह अभूतपूर्व थी और मैं इसके लिए हमेशा आभारी रहूंगी।मैं अर्जुन रेड्डी के लिए सब कुछ देना चाहती हूं। मेरे निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा को बहुत धन्यवाद, यह सुनिश्चित करने के लिए कि मैंने इसकी शूटिंग के लिए एक अच्छा समय बिताया।

शालिनी ने अपने सह-कलाकार विजय का भी आभार व्यक्त किया, जो अपनी नई रिलीज लाइगर के लिए तैयार हैं। शालिनी ने आगे कहा, एक और व्यक्ति जिसने मुझे मेरी पहली फिल्म के माध्यम से आगे बढऩे में मदद की, यह सुनिश्चित करते हुए कि मैं हमेशा मजे करूं, वह मेरे अद्भुत सह-कलाकार हैं – विजय देवरकोंडा।

हर चीज के लिए धन्यवाद विजय उर्फ लाइगर! प्यार और शुभकामनाएं! (एजेंसी)

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कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करने के दौरान ना करें ये गलतियां

*आंखों को होता है नुकसान*

26.08.2022 – लोग अपनी आंखों के लिए चश्मे की जगह कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करने लगे हैं।  हर कोई तकनिकी का इस्तेमाल करते हुए खुद को अपडेट रखना चाहता हैं। ऐसे में देखने को मिलता हैं कि  खासतौर से महिलाएं चश्मा लगाने से कतराती हैं क्योंकि वे अपनी पर्सनैलिटी को बेहतर दिखाने की कोशिश में लगी रहती हैं।

लेकिन कई बार महिलाएं कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करने के दौरान कुछ गलतियां कर बैठती हैं जिसकी वजह से आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

ऐसे में आज हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिन्हें कॉन्टेक्ट लेंस लगाते समय ध्यान में रखा जाना चाहिए। आइये जानते हैं इनके बारे में…लगाने से पहले हाथों को धोएंकई बार महिलाएं इतनी जल्दी में होती हैं कि हाथों को बिना धोएं आंखों में लेंस लगा लेती हैं। इससे आपकी आंखों में इंफेक्शन हो सकता है। जी हां हाथों से आंखों में बैक्टीरिया और कीटाणु बहुत आसानी से चले जाते हैं।

इसलिए जब भी लेंस लगाएं उससे पहले अपने हाथों को जरुर धो लें। ज्यादा तेल वाले साबुन का इस्तेमाल ना करें और एक बार हाथ धोने के बाद टॉवल की हेल्प से हाथों को जरुर ड्राई कर लें। हाथों को पोंछने के लिए रोंए वाले टॉवल का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।

क्योंकि सूक्ष्म रोंए आंखों में जाकर आपके लिए बड़ी समस्या पैदा कर सकता है।पाउडर और आईशैडो का नहीं करें उपयोगएक बार अगर आपने कांटेक्ट लेंस लगा लिया है। तो इसके बाद आप पाउडर और आईशैडो का उपयोग नहीं करें तो बहुत अच्छा है। क्योंकि कई बार पाउडर आंखों के अंदर जाने से आंखों में खुजली और जलन की समस्या हो जाती है।

ऐसे में आपको पाउडर और आईशैडो दोनों के उपयोग से बचना चाहिए। दरअसल आईबॉल के पास ऑयल ग्लैंड होता है। अगर इस जगह पर मेकअप अप्लाई किया तो लेंस जल्दी गंदा हो सकता है और आंखें ड्राई हो सकती है।

इसलिए आंखों से किनार में मेकअप लगाने से परहेज करें।ऐसे समय में लेंस पहनने से बचेंस्वीमिंग करते समय, बाइक चलाते समय, तेज आंधी के वक्त कांटेक्ट लेंस का उपयोग नहीं करना चाहिए। दरअसल बाइक पर या तेज आंधी में आंखों में धूल जाती है, जिससे लेंस में स्क्रेच आ सकते हैं और इनके खराब होने डर तो रहता ही है साथ ही इंफेक्शन का डर भी बना रहता है।

लेंस लगाकर सोने से बचेंकॉन्टेक्ट लेंस लगाने से पर्यावरण में ड्राईनेस और आंखों तक कम ऑक्सीजन पहुंचने की वजह से आंखों में इंफेक्शन होने का ज्यादा खतरा होता है। जब आप सोती हैं तो आंखें बंद होती हैं जिससे लेंस से बैक्टीरिया आंखों में आ जाते हैं और जलन होने लगती है।

इसलिए सोते समय अपनी आंखों से लेंस लगाकर ही सोएं।लेंस बॉक्स को साफ करना ना भूलेंलेंस के साथ उसे रखने वाले बॉक्स का भी उतना ही ध्यान रखना चाहिए। जब भी लेंस का इस्तेमाल करें उसके बाद सॉल्यूशन को बदलकर बॉक्स को अच्छे से सुखा लें। इसके लिए सबसे अच्छा होगा कि आप लेंस रखने वाले बॉक्स को 3 महीने बाद बदल लें।

और हर बार लेंस को स्टोर करते समय बॉक्स में नए सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें। कॉस्मेटिक लोशन, क्रीम या स्प्रे के संपर्क में न आने दें।

लेंस को साफ करने के बाद गीला न रखें, क्योंकि नमी में सूक्ष्मजीवों के पनपने का खतरा रहता है।आंखों को नहीं मसलेकांटेक्ट लेंस लगाने के बाद अगर आप आंखों पर और कुछ लगाते हैं। तो इससे कई बार खुजली चलने की संभावना बढ़ जाती है।

खुजली करने से आपकी आंखों में लगा लेंस खराब होने और आंखों में इंफेक्शन का भय हो जाता है। इसलिए कोशिश करें कि एक बार कांटेक्ट लेंस लग जाए तो उसके बाद आंखों में कुछ नहीं लगाएं।

तय समय पर बदलें लेंसजब तक लेंस लगाने की सलाह दी गई है, उसे तब तक ही लगाएं। तय समय के बाद तक इसे उपयोग करने पर आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। लेंस केस को भी तीन महीने बाद बदल देना चाहिए।

इसे हर दिन साफ करें और अच्छे से इसके लिक्विड में ही इसे रखें।लेंस से आंखों में ड्राईनेसप्लास्टिक होने के कारण आंखों को डायरेक्ट लुब्रिकेट नहीं मिल पाता है।

ऐसे में लंबे समय तक कॉन्टेक्ट लैंस लगाने से ड्राइनेस की समस्या बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए बाहर निकलते समय धूप का चश्मा लगाएं, लंबे समय तक कॉन्टेक्ट लेंस न लगाएं, पंखे की डायरेक्ट हवा ना लगे, आंखों में जलन होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

बेहतर साफ-सफाई रखनी चाहिए और इस लेंस को एक महीने के बाद फेंक देना चाहिए। (एजेंसी)

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स्वीमिंग थैरेपी की तरह काम करती है , सेहत को पहुंचाती हैं इस तरह फायदे

26.08.2022 -स्वीमिंग : सेहतमंद रहने के लिए अपनी दिनचर्या में आपको व्यायाम और एक्सरसाइज़ को शामिल करने की जरूरत होती हैं ताकि शरीर के सभी अंग उचित तरीके से काम करें। ऐसे में आप अपनी दिनचर्या में स्विमिंग को शामिल कर सकते हैं जो शरीर के लिए एक संपूर्ण व्यायाम है। स्वीमिंग एक थैरेपी की तरह काम करती है जो शरीर की फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ाने के साथ ही फिटनेस में सुधार लाने का काम करती हैं। 25 से 30 मिनट रोज स्विमिंग आपको कई तरह के फायदे पहुंचाती हैं जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। अगर आपने कभी भी स्विमिंग नहीं की है तो आपको स्विमिंग के ये फायदे जरूर जान लेने चाहिए।

पूरे शरीर का वर्कआउटस्विमिंग में आपके शरीर के सभी अंग शामिल होते हैं आप किसी भी प्रकार से स्विमिंग करें आपके पूरे शरीर का एक साथ व्यायाम हो सकता है। इसके अलावा, पानी में की जाने वाली गतिविधियां आपके शरीर से अधिक मेहनत करवाती हैं इसलिए पानी में किया गया 30 मिनट का व्यायाम जमीन पर 40 मिनट तक किए जाने वाली एक्सरसाइज के बराबर होता है। अगर आप स्वीमिंग करते हैं तो आपकी शरीर की एक्सरसाइज के साथ ही अन्य रोगों से भी राहत मिलती है।

वजन पर नियंत्रणयह शरीर की एक्सट्रा कैलोरी बर्न करने में मदद करती है। इससे व्यक्ति को डिहाइड्रेशन का सामना नहीं करना पड़ता और बॉडी शेप में रहती है। शरीर में लचीलापन लाने के लिए यह बेहतर व्यायााम है। अच्छी तरह स्विमिंग की जाए तो लगभग आधे घंटे में 200 कैलोरीज बर्न की जा सकती हैं जो व्यायाम के तौर पर पैदल चलने की मात्रा में दोगुना है तेजी से स्विमिंग करना दौडऩे और साइकिल चलाने की तुलना में ज्यादा कैलोरी बर्न करके आपको फिट बनाने में मदद करता है।हृदय गति बनती हैं बेहतरदूसरी मांसपेशियों की ही तरह हमारा हार्ट भी एक तरह का मसल्स ही होता है, जिसे आप मजबूती प्रदान कर सकते हैं।

प्रत्येक धड़कन के साथ हार्ट ब्लड पम्प करता है और पूरे शरीर में ब्लड सप्लाई करता है। लोअर रेस्टिंग हार्ट के स्वास्थ्य लाभ का मतलब है कि आपको दिल की बीमारियों का खतरा कम है और तैराकों की लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट 40 हार्ट बीट प्रति मिनट होती है। एक औसत व्यक्ति के लिए लोअर रेस्टिंग हृदय गति 60-70 बीट प्रति मिनट होती है। साथ ही इससे शरीर के लिए जरूरी हाई डेंसिटी लाइपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है। ये बैड कोलेस्ट्रॉल बढऩे से रोकता है।मजबूत होंगे आपके मसल्सयदि रोजाना नियमित रूप से स्विमिंग की जाए जो किसी और एक्सरसाइज या कसरत का करना जरुरी नहीं होता तैराकी आपकी मांसपेशियों को बढ़ाने और उनमें मजबूती पैदा करने में मदद करती है आपकी मांसपेशियां बढ़ती हैं और मजबूत भी होती हैं।

तैराकी के लिए एक्सरसाइज की तुलना में अधिक मेहनत की जरुरत होती है यही वजह है कि यह अधिक मेहनत आपके शरीर में मसल्स को सेहतमंद बनाने में बहुत मददगार साबित होती हैं।डायबिटीज का खतरा होगा कम डायबिटीज टाइप’ व 2 दोनों के मरीजों के लिए स्वीमिंग एक थैरेपी की तरह काम करती है। तैराकी से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने लगती है जिससे वजन और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। इस वजह से शुगर लेवल में भी उतार-चढ़ाव नहीं होता है।ब्लड सर्कुलेशन में होता हैं सुधारतैरने से आपकी हृदय गति में सुधार होता है, जिससे शरीर में रक्त की आपूर्ति बढ़ जाती है।

बढ़े हुए ब्लड सर्कुलेशन से उन क्षेत्रों में सुन्नता और झुनझुनी की समस्या कम होती है, जहां ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाने के कारण ये समस्याएं महसूस होती हैं।स्ट्रेस और तनाव कम करने में मददगारजब आप किसी भी चीज के कारण तनाव में हों या आमतौर पर आपका मूड अच्छा न हो तो स्विमिंग के लिए जाएं नियमित रूप से तैरने पर तनाव का स्तर कम किया जा सकता है, डिप्रेशन की समस्या और एंग्जायटी की समस्या में कमी लाई जा सकती है और बेहतर नींद प्राप्त की जा सकती है मानसिक फायदे प्राप्त करने के लिए हल्की-फुल्की स्विमिंग करें। (एजेंसी)

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क्या केजरीवाल मोदी जी का विकल्प हैं ?

अजय दीक्षित – पिछले दिनों जब नीतीश कुमार ने पाला बदला था, और भाजपा को छोड़कर तेजस्वी यादव की पार्टी से हाथ मिला लिया था तो नीतीश कुमार ने एक बात बड़े जोरदार शब्दों से कही थी कि जो 2014 में आये थे वे क्या 2024 में भी रहेंगे ? उनका इशारा मोदी जी की तरफ था । उसके बाद जनता दल (यू) ने कहना शुरू कर दिया कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे सही व्यक्ति हैं ।

ममता बनर्जी राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को एकजुट करने में लगी हैं । तेलंगाना के के.सी.आर भी अपने को प्रधानमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं । उड़ीसा के नवीन पटनायक ने कुछ साफ-साफ नहीं कहा है । एन.सी.पी. के शरद पवार भी लाइन में हैं । अब जब मनीष सिसोदिया के यहां छापा पड़ा है तो आम आदमी पार्टी में कहना शुरू कर दिया है कि मोदी का सामना केजरीवाल ही कर सकते हैं और सन् 2024 का लोकसभा चुनाव मोदी बनाम केजरीवाल होगा ।

असल में राजीव गांधी को छोड़कर किसी को भी प्रधानमंत्री का पद झोली में नहीं मिला । इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद तुरन्त यह आवाज उठी कि किसी को नेहरू परिवार से ही प्रधानमंत्री बनना चाहिये । तब राहुल और प्रियंका बच्चे थे । सोनिया गांधी भारतीय राजनीति से अनभिज्ञ थीं । राजीव गांधी ने इण्डियन एयरलाइंस का पायलट का पद त्याग कर तुरन्त प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली ।

इसमें तबके राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की अहम भूमिका थी, यद्यपि बाद में राजीव गांधी से भी उनका कई मामलों में टकराव हुआ । आडवाणी जी ताकते ही रह गये उनका स्थान नरेंद्र मोदी ने छीन लिया ऐसा, आडवाणी भक्त कहते हैं ।

असल में पंजाब की जीत के बाद आम आदमी पार्टी के हौंसले बुलंद हैं । मध्य प्रदेश के सिंगरौली में उसने स्थानीय निकाय के चुनाव में अध्यक्ष पद जीत लिया है । गोवा में दो 4 सीटें जीती हैं । उत्तराखण्ड ब्लैक रहे । गुजरात में एक-दो स्थानों पर स्थानीय निकाय के चुनावों में जीत हासिल की है ।

मध्यप्रदेश में भी स्थानीय निकायों में कहीं-कहीं आम आदमी पार्टी जीती है । परन्तु यह पार्टी का श्रेय नहीं है, जीतने वाले की व्यक्तिगत जीत है भाजपा के पास राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का समर्थन है । दक्षिण में उड़ीसा, बंगाल तथा उत्तर पूर्व में आर.एस.एस. के कार्यकर्ता ही भाजपा को बल दे रहे हैं । आज भाजपा में अंतर्कलह भी है यद्यपि यह समाचार पत्रों की सुर्खियां नहीं बनती ।

कहते हैं अमित शाह और राजनाथ में दूसरे स्थान को लेकर खींचातानी है, यद्यपि इसका कोई मतलब नहीं है क्योंकि मोदी जी एक दिन के लिए भी छुट्टी पर जाने वाले नहीं हैं । जब वे विदेशों में रहते हैं तब भी भारत में कोई कार्यवाहक प्रधानमंत्री नहीं रहता जबकि प्रशासन की दृष्टि से ऐसी व्यवस्था होनी चाहिये ।

सन् 2014 में भी अरविन्द केजरीवाल मोदी जी के खिलाफ लड़े थे । तब कांग्रेस, सपा, बसपा सभी ने अपने उम्मीदवार खड़े कर रखे थे अत: विपक्ष के वोट बंट गये । यूं मोदी जी ने 2014 का चुनाव दो जगह से लड़ा था बनारस और गुजरात से । परन्तु वे बनारस की जीत के लिए पूरी तरह आश्वस्त थे ।

असल में मोदी जी को टक्कर देना आसान नहीं है । एक तो उनका अपना व्यक्तित्व है, करिश्माई हैं, अच्छा भाषण देते हैं, देश में लाभार्थियों को वोट बैंक बना लिया है फिर आर.एस.एस. के कार्यकर्ताओं की भीड़ है ।

विपक्ष बंटा हुआ है । जब सोनिया जी और राहुल पर ईडी का छापा पड़ता है तो वह कहते हैं कि इन एजेन्सियों का दुरुपयोग हो रहा है, परन्तु जब मनीष सिसोदिया पर छापा पड़ता है तो वह आम आदमी पार्टी के विरोध में होते हैं और कहते हैं कि सीबीआई ने छापा डाला ! जहां तक भाजपा का सवाल है उनके प्रवक्ता जिस भाषा का प्रयोग टी.वी. चैनलों पर कर रहे हैं, वह भारतीय प्रजातंत्र के लिए चिंता का विषय है ।

ये प्रवक्ता कैसे कह सकते हैं कि अरविन्द केजरीवाल या सिसोदिया ने पैसों का गबन किया है ? यह काम कोर्ट का है । भारत के चीफ जस्टिस कई बार कह चुके हैं कि मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए । पर प्रधानमंत्री चुप हैं वैसे वे सबसे ज्यादा मुखर प्रधानमंत्री माने जाते हैं । राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष का बिखरापन साफ-साफ झलक गया ।

यदि मोदी जी को टक्कर देनी है तो सभी विपक्षी को एकजुट होना होगा, तब भी मोदी जी को हराना आसान नहीं है कोई ऐसा चमत्कार हो जाए तो बात दूसरी है । असल में आम आदमी पार्टी दिवास्वप्न देख रही है ।

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कांग्रेस के लिए फैसले की घड़ी

अजीत द्विवेदी – पिछले तीन साल से कांग्रेस पार्टी जिस असहज स्थिति को टाल रही थी वह स्थिति आ गई है। अब कांग्रेस को तय करना है कि पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? कांग्रेस को यह भी तय करना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उसकी क्या रणनीति होगी? उसे यह भी तय करना है कि वह लोकप्रिय विमर्श को लेकर आगे बढ़ेगी या अलोकप्रिय होने का जोखिम लेकर अपने सिद्धांतों पर चलेगी। कांग्रेस को कई और फैसले करने हैं लेकिन ये तीन चीजें सबसे मुख्य हैं।

सबसे पहले अध्यक्ष, फिर सिद्धांत और तब चुनावी रणनीति। इन तीनों पर इस समय चर्चा का करने का मकसद यह है कि कांग्रेस ये तीनों फैसले करने के मुहाने पर खड़ी है। उसे अगले कुछ दिनों में ये तीनों फैसले करने हैं। कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष का फैसला तीन साल से टाल रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने 2019 में इस्तीफा दे दिया था। तब से सोनिया गांधी खराब सेहत के बावजूद अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर काम कर रही हैं।

अब कांग्रेस का पूर्णकालिक अध्यक्ष चुने जाने का समय आ गया है। कांग्रेस की पिछली कार्य समिति की बैठक में तय हुआ था कि 20 अगस्त से 21 सितंबर के बीच अध्यक्ष चुना जाएगा। सो, उम्मीद करनी चाहिए कि 21 सितंबर से पहले पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। कांग्रेस को जो तीन फैसले करने हैं उनमें सबसे अहम यहीं है कि कौन होगा पार्टी का अध्यक्ष? राहुल गांधी की कमान में कांग्रेस ने 2018 में हुए राज्यों के चुनाव में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था।

कर्नाटक में पांच साल की एंटी इन्कंबैंसी के बावजूद कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा था और उसने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीनों राज्यों में जीत हासिल की थी। लेकिन 2019 के चुनाव में कांग्रेस बुरी तरह हारी, जिसके बाद राहुल ने इस्तीफा दे दिया। कह सकते हैं कि चुनावी प्रदर्शन के लिहाज से राहुल की अध्यक्षता में कोई कमी नहीं है। वैसे भी डीफैक्टो अध्यक्ष के रूप में वे ही काम कर रहे हैं। सो, वे अध्यक्ष बन जाएं तो कांग्रेस में पिछले कई सालों से बनी अनिश्चितता खत्म हो जाएगी।

परंतु इसके दूसरे खतरे हैं। भाजपा को यह कहने का मौका मिलेगा कि कांग्रेस में अध्यक्ष पद एक परिवार के लिए आरक्षित है। ध्यान रहे पिछले 24 साल से दो साल के राहुल के कार्यकाल को छोड़ दें तो सोनिया गांधी अध्यक्ष हैं। यानी 24 साल से दो लोग अध्यक्ष हैं, जबकि भाजपा में इन 24 सालों में नौ अध्यक्ष बने हैं।

इससे यह संदेश जाता है कि भाजपा में कोई भी अध्यक्ष बन सकता है, जबकि कांग्रेस में ऐसा नहीं है। इस धारणा को तोडऩे के लिए नेहरू-गांधी परिवार की जगह किसी दूसरे नेता को अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

इसका पहला फायदा ये है कि कम से कम सैद्धांतिक रूप से यह कहने का मौका मिलेगा कि कांग्रेस एक परिवार की पार्टी नहीं है। दूसरे, राहुल गांधी के ऊपर से फोकस हटेगा। अभी सत्तारूढ़ भाजपा के हमले का एकमात्र निशाना राहुल हैं, जबकि किसी और को अध्यक्ष बनाने पर एक दूसरा चेहरा भी मिलेगा, जिस पर हमले होंगे। फोकस हटने के बाद राहुल संगठन और प्रचार के काम पर बेहतर ध्यान दे पाएंगे। एक फायदा यह भी हो सकता है कि मीडिया उनको प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाना बंद करे। अगर नहीं बंद करे तो उनको आगे बढ़ कर यह ऐलान करना चाहिए कि वे किसी हाल में पीएम पद की रेस में नहीं हैं।

अगर नेहरू-गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता अध्यक्ष बनता है तो क्या होगा? इंदिरा और राजीव गांधी का युग समाप्त होने के बाद परिवार से बाहर के दो लोग अध्यक्ष बने थे। पहले पीवी नरसिंह राव और फिर सीताराम केसरी। इन दोनों के साथ सोनिया गांधी का अनुभव अच्छा नहीं रहा है। दोनों ने सोनिया गांधी को हाशिए में डालने और पार्टी अपने नियंत्रण में लेने का प्रयास किया था।

यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि अगर नरसिंह राव को एक कार्यकाल और मिल जाता तो कांग्रेस पार्टी स्थायी रूप से नेहरू-गांधी परिवार के हाथ से निकल जाती। यह संयोग हुआ कि कांग्रेस चुनाव हार गई और उसके बाद सीताराम केसरी अध्यक्ष बने।

उनके नियंत्रण से भी सोनिया और उनके करीबियों ने कांग्रेस को कैसे निकाला यह लंबी कहानी है। तभी परिवार में बाहरी किसी नेता को लेकर हिचक है। हालांकि तब यह स्थिति थी कि सोनिया ने कभी राजनीति नहीं की थी और राहुल व प्रियंका दोनों बच्चे थे। अब स्थिति बदल गई है। अब सोनिया व राहुल दोनों अध्यक्ष रह चुके हैं और सोनिया अपनी क्षमता से कांग्रेस को दो बार केंद्र की सत्ता में बैठा चुकी हैं।

इसलिए कोई बाहरी नेता अध्यक्ष बना तब भी वह पार्टी पर कब्जा करने की नहीं सोच सकता है। इसलिए जिस तरह भाजपा में पार्टी का चाहे जो भी अध्यक्ष हो वह शीर्ष नेताओं के हिसाब से काम करता है वैसी ही स्थिति सोनिया और राहुल कांग्रेस में बना सकते हैं।

दूसरा फैसला सिद्धांत बनाम लोकप्रिय विमर्श का है। कांग्रेस शुरू से सर्वधर्म समभाव की राजनित करती रही है और इंदिरा गांधी ने संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्द जुड़वाए थे। अभी लोकप्रिय विमर्श पूंजीवाद को बढ़ावा देने और एक धर्म की सत्ता स्थापित करने का है। कुछ समय तक राहुल गांधी ने यह राजनीति की है।

उन्होंने भी चारों धामों की यात्रा की है और जनेऊ दिखा कर अपनी जाति व गोत्र भी बताया है। इतना करने के बाद भी लेफ्ट पार्टियों के बाद कांग्रेस इकलौती बड़ी पार्टी है, जिसने गुजरात में बिलकिस बानो के बलात्कारियों की रिहाई का विरोध किया। सो, कांग्रेस अब भी मतदाताओं के मूड और अपने पारंपरिक सिद्धांतों व मान्यताओं के बीच सामंजस्य बैठाने की कोशिश कर रही है।

लोकतंत्र के लिए अच्छा होगा कि देश की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी चुनाव जीतने की हड़बड़ी में लोकप्रिय विमर्श को अपनाने का लोभ न पाले।

उसे राष्ट्रवाद और सांप्रदायिकता के बरक्स जन सरोकार के मुद्दे उठा कर उन्हीं को राष्ट्रवाद के मुद्दों में तब्दील करना होगा। अपनी भारत जोड़ो यात्रा से पहले राहुल गांधी ने जिस तरह सिविल सोसायटी के लोगों के साथ संवाद किया वह आश्वस्त करने वाला है कि कांग्रेस भटक नहीं रही है। यह जोखिम का काम था क्योंकि सिविल सोसायटी को सोशल मीडिया में टुकड़े टुकड़े गैंग के तौर पर स्थापित किया गया है।

तीसरा फैसला अगले चुनाव की रणनीति को लेकर करना है। कांग्रेस के लोग कह सकते हैं कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद जैसी स्थितियां बनेंगी उसके हिसाब से यह फैसला होगा।

लेकिन सवाल है कि क्या तब तक बाकी पार्टियां बैठ कर इंतजार करेंगी? अगर कांग्रेस को अपनी यात्रा के बाद ही फैसला करना है तब भी उसे देश की समान विचारधारा वाली सभी पार्टियों से संवाद करना होगा।

उनकी राय लेनी होगी। अगर उन्हें कांग्रेस की कमान में अगला चुनाव लडऩे में आपत्ति है तो उस पर ईमानदारी से ध्यान देना होगा। सबसे बड़ी पार्टी होने के नेता कांग्रेस नेतृत्व करने को अगर स्वाभाविक हक मानती है तो यह नुकसानदेह हो सकता है। उसे इस पर आम सहमति बनानी होगी।

दूसरी ओर किसी अन्य पार्टी के नेता के दावे को स्वीकार करके लडऩा भी कांग्रेस के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए उस स्थिति से भी बचना है।

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आप शांति से बिताएंगे। दिन के आरंभ में किसी कार्य को लेकर जल्दबाजी रहेगी इसके बाद लगभग सभी कार्यो को आराम से ही करेंगे। आज आप किसी भी काम को लेकर ज्यादा भागदौड़ करने के मूड में नही रहेंगे। सहज जितना प्राप्त होगा उसी में संतोष कर लेंगे। व्यवसाय में निवेश करेंगे परन्तु इसका लाभ शीघ्र नहीं मिल सकेगा निकट भविष्य में अवश्य ही धन दुगना होकर मिलेगा। घर का वातावरण भी आज सुख की अनुभूति कराएगा। परिजनों के साथ हास्य परिहास ने समय व्यतीत होगा। परिजन मनोकामना पूर्ति करेंगे।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू , वे, वो)

आज के दिन आप आर्थिक मामलों को लेकर संतुष्ट रहेंगे। व्यवसायी वर्ग किसी बड़ी योजना अथवा अनुबंध पर कार्य करेंगे इसका लाभ भी शीघ्र ही मिलना आरम्भ हो जाएगा। धन की आमाद आज कई स्त्रोतों से एक साथ हो सकती है इसके लिए आपको सामाजिक व्यवहारिकता भी बढ़ानी पड़ेगी। कुछ समय से चल रही आर्थिक उलझनों में कमी आएगी धन कोष में वृद्धि होगी भविष्य के लिए संचय भी कर सकेंगे। दाम्पत्य जीवन मे भी सरसता बनी रहेगी। परिजन आज आपसे कोई आशा लागये रहेंगे इसको थोड़े विलम्ब से परन्तु पूरी अवश्य करेंगे।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आपके लिए आज का दिन प्रतिकूल परिस्थितियों वाला रहेगा। घर एवं कार्य क्षेत्र पर सहयोग की कमी रहेगी। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से परिश्रम भी अधिक करना पड़ेगा फिर भी लाभ होने की जगह किसी गलती के कारण हानि उठानी पड़ेगी। मन विषय वासनाओ में अधिक भटकेगा। आज आपको लाभ पाने के लिए व्यवहार में कोमलता रखनी पड़ेगी। अतिआवश्यक कार्यो को आज आगे के लिए टालना बेहतर रहेगा। उधारी के व्यवहार बढऩे आर्थिक स्थिति खराब होगी। संध्या के समय थोड़ा बहुत धन लाभ होने से आवश्यक खर्च निकाल लेंगे।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आपका आज का दिन सुख-सौभाग्य में वृद्धि करेगा। आज आप नए संबंध बनाने के साथ ही पुरानो को भी जोड़े रखने में व्यस्त एवं सफल रहेंगे। घरेलू सुख के साधनों में वृद्धि हेतु खर्च करेंगे। आपकी मानसिकता आज अन्य लोगो से बेहतर दिखने की रहेगी जिससे कुछ लोग आपसे ईर्ष्या का भाव रख सकते है परन्तु इसका आपके व्यक्तित्त्व अथवा दिनचार्य पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा। कार्य स्थल पर सुव्यवस्था रहने से निर्धारित से अधिक आय बन सकेगी। दान पुण्य के साथ ही आपसी व्यवहारिकता में आदान-प्रदान होगा। दाम्पत्य में थोड़ी बहुत नोकझोंक के बाद भी सुख की अनुभूति होगी।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपको अधिकांश कार्यो में शुभ फल की प्राप्ति कराएगा परन्तु आज आप मन ही मन किसी गुप्त चिंता से बेचैन भी रहेंगे। बुजुर्गो का आशीर्वाद एवं पारिवारिक प्रतिष्ठा का लाभ व्यापार में मिलेगा। बाहरी लोग अन्य की अपेक्षा आपसे व्यवहार बनाना अधिक पसंद करेंगे इसका मुख्य कारण आज के दिन आपका आकर्षक व्यक्तित्त्व रहेगा। नौकरी पेशा जातक पदोन्नति अथवा अतिरिक्त आय की उम्मीद में रहेंगे जिसमे कुछ हद तक सफल हो जाएंगे। किसी की पुरानी उधारी चुकता होने से राहत मिलेंगी। गृहस्थ की आवश्यकता समय पर पूर्ण करने से शांति बनी रहेगी।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन आप बाहरी दुनिया को छोड़ अधिक समय अपने मे ही मस्त रहेंगे। आवश्यक कार्यो में लापरवाही अथवा टालमटोल करना आर्थिक हानि के साथ ही संबंधों में भी खटास ला सकता है। धार्मिक भावनाएं एवं परोपकारी स्वभाव रहते हुए भी मन से स्वार्थ सिद्धि की भावना नही जाएगी। आज आप अपना काम बनाने के लिए अत्यंत मीठे बन जायेगे इसके विपरीत अन्य लोगो के कार्य करने में उदासीनता दिखाएंगे। धार्मिक स्थान की यात्रा पर खर्च होगा। मध्यान तक आय निम्न रहेगी इसके बाद आकस्मिक लाभ होने की संभावना है। गृहस्थ में कुछ कटु अनुभव होंगे।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन सेहत के दृष्टिकोण से ठीक नही। कार्य क्षेत्र पर व्यस्तता अधिक रहने से जान कर भी स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरत सकते हैं। हाथ पैरों में शिथिलता आ सकती है । गलतियां होने की संभावना भी आज अधिक है आर्थिक संबंधित अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य मे किसी की सहायता अवश्य लें। आज आपकी परवाह परिजन एवं अन्य लोग कम ही करेंगे केवल स्वार्थ पूर्ति के लिए व्यवहार करने से मन दुखी होगा। पारिवारिक माहौल मधुर रखें।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आपकी किसी के साथ श्रेष्ठ बनने की होड़ रहेगी इसमे कुछ हद तक सफल तो रहेंगे लेकिन सामाजिक क्षेत्र पर आपकी गलत छवि भी बन सकती है। अहम की भावना रहने से लोग आपकी सहायता करने से कतराएंगे जिस वजह से कुछ महत्त्वपूर्ण कार्य अधूरे रहने की सम्भावना है। व्यावसायिक क्षेत्र पर कुछ नए प्रयोग करेंगे परन्तु आज लाभ पुरानी योजनाओ से ही सीमित मात्रा में होगा। परिवार के सदस्य की जिद थोड़ी देर के लिए परेशानी में डालेगी जिसे पूर्ण करने के बाद ही घर का वातावरण शांत होगा।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन भी आपके लिए शुभ फलदायी रहेगा परन्तु सेहत का भी विशेष ध्यान रखना होगा। दिन के आरम्भ में पूर्व निर्धारित व्यावसायिक कार्य से व्यस्त रहेंगे इसके बाद का अधिकांश समय मंदी में व्यतीत होगा संध्या से फिर व्यवसाय में तेजी आएगी भविष्य की योजना बनेगी इसके लिए पर्याप्त धन का संचय आसानी से हो जाएगा। पारिवारिक जन आपकी आवश्यकता को ज्यादा महत्त्व देंगे। मित्र परिचिति से प्रेम पूर्ण व्यवहार करेंगे।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन व्यस्तता से भरा रहेगा मनोरंजन कम होगा। कार्य क्षेत्र पर काम अधिक रहने से दिनचार्य बिगड़ेगी परन्तु आर्थिक लाभ बीच-बीच मे होते रहने से खान पान का भी ध्यान नही रहेगा। सरकारी कार्यो में दौड़ धूप का सकारात्मक परिणाम मिलेगा इसके अतिरिक्त घरेलू कार्यो में भी आज आपके सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी जिससे कुछ समय के लिए परिसानी होंगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर नए लाभदायक संबंध बनाने आसान रहेंगे। आपके व्यक्तित्व से हर कोई सहज आकर्षित हो जाएगा। दाम्पत्य जीवन प्रेम पूर्ण रहेगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन भी विपरीत फलदायी रहने से आपको विवेक से हर कार्य करने की सलाह है। पारिवारिक वातावरण मधुर बनाए रखें। अधिक बोलने से बचें। किसी भी कार्य मे उत्साह नही रहेगा। आज खर्च चलाने के लिए भी किसी से उधार लेना पड़ सकता है। सेहत भी नरम ही रहेगी। धैर्य एवं मौन धारण शांति बनाने में सहायक होगा। धर्म कर्म में और रूचि बढेगी। कोई समाचार प्राप्त हो सकता है। सकारात्मक सोच लाभ देगी।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहेगा। कार्य व्यवसाय में लाभ के अवसर मिलेंगे सहकर्मी बिना बोले सहयोग करने के लिए तैयार रहेंगे। जोखिम वाले कार्य शेयर सट्टे आदि से धन कोष में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा अंत समय पर टल सकती है। आज आप मन इच्छित वस्तुओं पर आसानी से खर्च कर सकेंगे। घर मे सुख सुविधा के साधन बढ़ेंगे परिजन भी आज आपके व्यवहार से प्रसन्न रहेंगे। प्रेम प्रसंगों में समय एवं धन खर्च करेंगे लेकिन इसका सार्थक परिणाम भी मिलेगा। संध्या के समय आकस्मिक लाभ होने से रोमांचित रहेंगे।

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प्रधानमंत्री के खिलाफ फिरोजपुर दौरे पर सुनियोजित साजिश हुई थी : अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली, 25 अगस्त ( आरएनएस/FJ) । केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फिरोजपुर दौरे में हुई सुरक्षा चूक मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक स्वाभाविक नहीं, बल्कि सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा थी।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक प्रोटोकॉल के तहत जिस राज्य में भी प्रधानमंत्री जाते हैं, वहां के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस मौके पर उपस्थित रहते हैं। किन्तु प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जब पंजाब पहुंचे, तब राज्य सरकार के ये तीनों प्रमुख अनुपस्थित रहे। अनुराग ठाकुर ने कहा कि आखिर इसके पीछे क्या वजह थी ? यह किसका षडयंत्र था?

मौसम खराब होने के बाद जब एसपीजी ने डीजीपी से वैकल्पिक रुट की सुरक्षा की जानकारी ली, तब डीजीपी ने कहा था कि वैकल्पिक रूट पूरी तरह सुरक्षित और सैनिटाइज्ड है। राज्य प्रशासन से इस आश्वासन के बाद एसपीजी ने वैकल्पिक रुट पर जाने का निर्णय लिया। तब भी मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी प्रधानमंत्री के साथ नहीं गए और उनकी गाड़ियां प्रधानमंत्री के काफिले में थी, किन्तु वे नहीं थे।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह सवाल बार बार उठा है और उठता रहेगा कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों पैदा की गई? महत्वपूर्ण लोग घटना स्थल से गायब क्यों थे। प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री के रूट के बारे में जानकारी किसने दी? अगर यह सुरक्षित और सैनिटाइज्ड रुट था तो आंदोलनकारी वहां तक पहुंचे कैसे? एसएसपी फोन पर किससे बार बार बात कर रहे थे?

किससे निर्देश ले रहे थे? पंजाब के तत्कालीन कांग्रेसी मुख्यमंत्री ने बहाना बनाया कि उन्हें कोविड है, किन्तु उक्त घटना के चन्द घंटे बाद बगैर मास्क लगाए वे लोगों से मिलते नजर आए और उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस भी की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री को जब चुनाव में न घेर पाओ, संसद में सवालों से न घेर पाओ, तो सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करो।

सवाल यह उठता है कि नौकरशाह और पुलिस अधिकारी किसके इशारे पर यह खेल खेल रहे थे और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे थे? किसके कहने पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक के बाद लीपापोती करते रहे? पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार में इस तरह की सुरक्षा चूक कैसे हुई? इसका जवाब कांग्रेस को देना ही होगा। कांग्रेस के कौन आका दिल्ली में बैठकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को निर्देष दे रहे थे? दरअसल, यह पूरी स्क्रीप्ट दिल्ली में बैठकर लिखी गई जिसे पंजाब के मुख्यमंत्री एवं डीजीपी ने उसे कार्यान्वित किया।

सवाल यह खड़ा होता है कि कांग्रेस ने देश की 130 करोड़ जनता के चुने हुए लोकप्रिय नेता की सुरक्षा में खिलवाड़ क्यों होने दिया। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ने कहा कि  देश के मुख्य न्यायाधीश और तीन न्यायाधिशों की बेंच ने पंजाब में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा चूक को लेकर बहुत कुछ कहा है। और भारतीय जनता पार्टी ने उस समय जो आरोप प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर लगाए थे, वह सही साबित हुए।

सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री की फिरोजपुर यात्रा में वहां के एसएसपी सुरक्षा उपलब्ध कराने के साथ साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने में भी विफल रही, जबकि फिरोजपुर के एसएसपी के पास दो घंटे का पर्याप्त समय था, जिसके अंतर्गत प्रधानमंत्री की सुरक्षा के के लिए बनाए गए वैकल्पिक रुट का उपयोग किया जा सकता था। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब प्रधानमत्री का काफिला सड़क मार्ग से जाते हुए एक पुल पर रुका, उसके सौ मीटर आगे आंदोलनकारी थे।

कल्पना की जा सकती है कि प्रधानमंत्री जी जिस पुल पर रुके हुए थे, उससे मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तान की सीमा है. तोप और स्नाईपर की रेंज में रहने वाले उस जगह पर वहां से गोली बारुद भी चल सकती थी और कुछ भी हो सकता था, लेकिन पंजाब पुलिस मूकदर्शक बनकर खड़ी रही।  ऐसी विषम परिस्थिति में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री फोन पर भी उपलब्ध नहीं थे। एसएसपी ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए थे। सबसे विचारनीय प्रश्न है कि आखिरकार आंदोलनकारियों को प्रधानमंत्री के वैकल्पिक रुट के बारे में किसने जानकारी दी और आंदोलनकारी वहां तक कैसे पहुंचे?

स्थिति की गंभीरता का मूल्याङ्कन किये बगैर पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता यह कहते मिले कि बीस मिनट ही तो प्रधानमंत्री को रुकना पड़ा। मुख्यमंत्री चन्नी जी का वह बयान बेहद गैर जिम्मेदाराना था। इन्हें मालूम होना चाहिए कि कुछ भी होने के लिए दो मिनट ही बहुत होता है। सुरक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ के कारण इस देश ने कई पूर्व प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और बड़े नेताओं को खोया है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि तत्कालीन पंजाब के मुख्यमंत्री दिल्ली में अपने आकाओं से बात करते रहे, उन्हें बार बार प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जानकारी देते रहे।

पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने उस समय शर्मनाक बयान दिया था कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक को स्वभाविक और कुदरती करार दिया था। सुरक्षा में यह खिलवाड़ स्वाभाविक नहीं, बल्कि सुनियोजित थी। जिस पंजाब में पहले भी मुख्यमंत्री की हत्या हो चुकी है, ऐसे प्रदेश में पुनः सुरक्षा चूक किसके ईशारे पर हुआ?

अभी हाल ही में, प्रधानमंत्री जी का तेलंगाना का दौरा हुआ. प्रधानमंत्री जी के हेलीकाप्टर आने से ठीक पहले बहुत बड़े बड़े काले गुब्बारे उडाए गए और यह भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ था।

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शराब घोटाले पर केजरीवाल सरकार अपनी स्थिति स्पष्ट करे : कांग्रेस

नई दिल्ली, 25 अगस्त ( आरएनएस/FJ) । दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ अनिल कुमार कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल कल एक दिवसीय विधानसभा के विशेष सत्र में सदन से माफी मांगे, क्योंकि उन्होंने 2021-22 की नई आबकारी नीति को लागू करने से पहले कहा कि पालिसी से राजस्व में बढ़ोत्तरी होगी जिससे दिल्ली की आर्थिक रुप से सुदृढ बनेगी, मुख्यमंत्री ने उस समय सदन को झूठ बोलकर गुमराह किया था। उन्होंने कहा कि कट्टर ईमानदारी का चोला पहनने वाले केजरीवाल और सिसोदिया भ्रष्टाचार में कीर्तिमान स्थापित कर रहे है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की शराब नीति इतनी बेहतरीन थी तो सीबीआई जांच के तुरंत बाद बिना चर्चा और विचार किए 2021-22 की नई आबकारी नीति को वापस क्यों लिया गया। अगर केजरीवाल और सिसोदिया को यह मालूम था कि शराब नीति ठीक नही है तो लागू क्यों की? उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया शराब घोटाले पर सदन को जवाब दें। उन्होंने कहा कि शराब घोटाले के जिम्मेदार मनीष सिसोदिया तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दें।

चौ अनिल कुमार ने मांग की कि दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में शराब घोटाले पर चर्चा होनी चाहिए, क्योंकि आज दिल्ली के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल विधानसभा का विशेष सत्र तो बुलाते है परंतु विषय से हटकर विधानसभा में राजनीति और अपनी घोषणा का बखान करते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एक के बाद एक भ्रष्टाचार उजागर होने और शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया की पूर्णतः सलिप्तता के कारण आम आदमी पार्टी बौखलाहट का वातावरण स्पष्ट करता है कि मनीष सिसोदिया का जेल जाना तय है।

चौ अनिल कुमार ने आम आदमी पार्टी से मांग की कि वह दिल्ली में हुए शराब घोटाले पर वाईट पेपर लेकर आए और शराब नीति को लागू करने से लेकर लाईसेंस आंवटन तक हुए भ्रष्टाचार की चर्चा करे और शराब घोटाले में भाजपा और शराब माफिया के साथ मिलीभगत भी स्पष्ट करे।

उन्होंने कहा कि यदि अरविन्द केजरीवाल शराब घोटाले पर वाईट पेपर लेकर नही आऐंगे तो दिल्ली कांग्रेस जिसने शुरुआत से ही नई शराब नीति का विरोध किया व शराब घोटाले को दिल्लीवालों की रक्षा के लिए इसे उजागर किया, उस पर वाईट पेपर लेकर आऐगी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस शराब घोटाले पर वाईट पेपर लाकर घोटाले की एक-एक कड़ी को क्रमवार उजागर करके दूध का दूध और पानी का पानी करके दिल्लीवालों के सामने लाऐगी।

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अरविन्द केजरीवाल और आप के नेता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि को अपवित्र कर दिया : भाजपा

नई दिल्ली, 25 अगस्त (आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद सुधांशु त्रिवेदी और सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा की दिल्ली शराब घोटाले के किंगपिन मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल एवं मुख्य आरोपी शराब मंत्री मनीष सिसोदिया पर नित्य नए स्वांग रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल  और उनकी आम आदमी पार्टी ने शराब के पूर्णतः खिलाफ रहने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर आज प्रदर्शन कर भारतीय राजनीति का अद्भुत उदाहरण पेश किया है।

संसद परवेश वर्मा ने  कहा कि शराब घोटाला करने वाले अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर उस जगह को अपवित्र कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्त्ता  राजघाट जाकर गंगा जल का छिड़काव कर उस जगह को पुनः पवित्र करेंगे।

सुधांशु त्रिवेदी ने  आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि भारतीय राजनीति की सबसे नई नवेली और अजब-अलबेली पार्टी की मधुशाला का जो क्रम विगत कई दिनों से चल रहा है, उससे जुड़ी कुछ तकनीकी बिंदु भारतीय जनता पार्टी निरंतर उठा रही है। इसी क्रम में एक तकनीकी प्रश्न उठा था कि यदि कोई लाइसेंसी ने अपना लाइसेंस सरंडर कर दे तो नियमतः क्या किया जाना चाहिए?इस सन्दर्भ में नई आबकारी नीति के पृष्ठ 20 पर स्पष्ट कहा गया है कि यदि किसी कंपनी द्वारा रिटेल लाईसेंस सरेन्डर किया जाता है तो उनके द्वारा जमा की गयी जमानती राशि जब्त हो जाएगी।

उसके बाद उसकी पुनः निविदा निकालनी चाहिए। साथ ही, लाईसेंस सरेन्डर करने वाली कंपनी को आगामी दो वर्षों तक निविदा में भाग लेने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए। परन्तु इसके बावजूद, जिन लोगों ने अपने लाइसेंस सरंडर किये, उन्हें प्रकारांतर से मौका भी मिला और उनके पैसे भी वापस किये गए, अब क्या इसमें कोई किन्तु-परन्तु की गुंजाईश रह जाती है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी शराब के पूर्णतः खिलाफ रहने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर आधिकारिक तौर पर देश में ड्राई-डे मनाया जाता है।

किन्तु शराब की एक बोतल खरीदने पर एक बोतल फ्री देने की नीति बनाने वाले व शराब घोटाले में घिरे अरविन्द केजरीवाल और उनकी पार्टी के विधायक राजघाट पर जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर सत्यता की दुहाई दे रहे हैं, यह शर्मनाक है। अरविन्द केजरीवाल “रेवड़ी बांट” रहे हैं पर रेवड़ी के पेड़े सबसे ज्यादा बेबड़े पा रहे हैं।अरविंद केजरीवाल  महात्मा गाँधी की समाधि पर जाकर सच को ढंकने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सच नहीं छिपेगा, क्योंकि केजरीवाल सरकार में शराब घोटाले हुए है और उसका खुलासा भी हो चुका है।

इसके बावजूद, अरविन्द केजरीवाल एवं मनीष सिसोदिया भारतीय जनता पार्टी के सवालों का जवाब न देकर मुद्दे को भटकाने में लगे हुए हैं। अरविन्द केजरीवाल की सरकार पर आंच नहीं है, बल्कि उनकी साख पर आंच आ गई है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शराब घोटाले मामले में आम आदमी पार्टी से वस्तुनिष्ठ और बिंदुगत प्रश्न पूछ रही है, लेकिन वे कभी न्यूयार्क टाइम्स की बात करते हैं तो कभी शिक्षा नीति की, कभी कट्टर ईमानदारी की दुहाई देते फिरते हैं तो कभी बिरादरी की बात करने लग जाते हैं, कभी लोटस की बात तो कभी बोगस की बात, तो कभी विधानसभा सत्र का जिक्र अरविन्द केजरीवाल शराब घोटाले पर जवाब देने के बदले नाटकीय ढंग से जनता को गुमराह कर रहे हैं।

दरअसल नई नवेली आम आदमी पार्टी एक पहेली बनती जा रही है। प्रवेश साहिब सिंह ने  कहा कि आम आदमी पार्टी शराब घोटाले पर सीधा जवाब न देते हुए मुद्दे को डायवर्ट करने के लिए पार्टी टूटने का ढिंढोरा पीट रही है। अरविन्द केजरीवल कह रहे हैं कि उनके विधायक मिल नहीं रहे हैं तो उसका नाम बताएं ताकि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्त्ता उनके विधायकों को खोज कर उनके पास पहुंचा देगी। केजरीवाल का झूठ पहले भी उजागर हुआ है। बच्चों की झूठी कसम खाकर राजनीति में आने वाले केजरीवाल जी अन्ना हजारे जी को धोखा देते हैं, सरकारी गाड़ी-बंगला- सिक्यूरिटी की सुविधा भी लेते हैं।

केजरीवाल ने भाजपा नेताओं पर झूठे आरोप भी लगाए, लेकिन बाद में इन्हें माफ़ी भी मांगनी पड़ी।अरविन्द केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नितीन गडकरी और अरूण जेटली पर अनर्गल आरोप लगाए थे और फिर सर्वोच्च न्यायालय में जाकर माफी मांग ली थी। जिस पार्टी के प्रमुख ने सर्वोच्च न्यायाल में जाकर झूठे आरोप लगाने के लिए क्षमा याचना की हो, उनके आरोपों की गंभीरता पर सवालिया निशान लगता है।दिल्ली विधान सभा में भारतीय जनता पार्टी के 8 विधायक हैं और आम आदमी पार्टी के 62 विधायक हैं। उनके 5-10 विधायक आ जाएंगे, तब भी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं बनेगी।

अरविन्द केजरीवाल यह बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं कि उनके 5-10 विधायकों को ख़रीदा जा रहा है। प्रवेश वर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अरविन्द केजरीवाल एवं मनीष सिसोदिया से सीधा सवाल पूछा है कि नई आबकारी नीति के लिए बनायी गयी कमिटी की रिपोर्ट को लागू क्यों नहीं किया गया? इसका जवाब देने के बदले रोज नए स्क्रीप्ट तैयार कर मुद्दे को नाटकीय मोड़ दे रहे हैं।

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भूपेंद्र सिंह को मिली यूपी भाजपा की कमान

*राजीव भट्टाचार्य को बनाया गया त्रिपुरा भाजपा अध्यक्ष*

नई दिल्ली 25 अगस्त ( आरएनएस/FJ)। पूर्व से मुख्यमंत्री और पश्चिम से प्रदेश अध्यक्ष के फॉर्मूले पर चलते हुए भाजपा ने योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह को उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। इसके साथ ही त्रिपुरा संगठन का चेहरा बदलते हुए भाजपा ने राजीव भट्टाचार्य को त्रिपुरा भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है।

2024 के लोक सभा चुनाव के मद्देनजर जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश में भाजपा ने यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह को यूपी भाजपा का अध्यक्ष बना दिया है। बुधवार को सिंह ने पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी।

त्रिपुरा में सरकार का चेहरा बदलने वाली भाजपा ने अब पार्टी के चेहरे में भी बदलाव करते हुए राजीव भट्टाचार्य को त्रिपुरा भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है।

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यूपी के औरैया जिले में एक परिवार के 3 लोगों की हत्या

औरैया 25 अगस्त ( आरएनएस/FJ)। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक व्यापारी, उसकी पत्नी और बेटे की रहस्यमय परिस्थितियों में गोली मारकर हत्या कर दी गई। 52 वर्षीय संदीप पोरवाल, उनकी 48 वर्षीय पत्नी मीरा और 25 वर्षीय बेटे शिवम के शव उनके पोरवाल कॉलोनी स्थित घर की तीसरी मंजिल पर मिले।

ग्राउंड फ्लोर पर सो रहे पोरवाल के छोटे बेटे ने गुरुवार को शव देखे। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि एक रिवॉल्वर बरामद कर ली गई है।
एक प्रतिष्ठित व्यवसायी होने के अलावा, पोरवाल प्रकाश चंद्र डिग्री कॉलेज के प्रबंधक भी थे।

सूत्रों ने बताया कि घटना संभवत: बुधवार रात परिवार के सोने के बाद की है। हैरानी की बात यह है कि घर और आस-पड़ोस में किसी ने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं.

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कुम्भलगढ़ टाईगर रिजर्व प्रोजेक्ट को लेकर गहलोत सरकार नहीं कर रही कोई कार्यवाही – दीया कुमारी

जयपुर 25 अगस्त ( आरएनएस/FJ)। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की सदस्य एवं सांसद राजसमंद दीया कुमारी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कुम्भलगढ़ अभयारण्य को बाघ अभयारण्य घोषित करने की राज्य सरकार की अनुशंसा को जल्द केंद्र को भेजने की मांग की है। इससे पूर्व में भी पत्र भेजने के बावजूद राज्य सरकार लगातार अनुशंसा में देरी कर रही है।

सांसद दीया कुमारी ने बताया कि एनटीसीए ने 10 नवंबर 2021 को राज्य सरकार को उपयुक्त कार्यवाही के लिए व्यवहार्यता आकलन रिपोर्ट भेजी थी ताकि कुंभलगढ़ और टाडगढ़ वन्यजीव अभयारण्यों को बाघ अभयारण्य घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की जा सके।

राज्य सरकार को रिपोर्ट पर अग्रिम कार्रवाई करते हुए इसे अपनी अनुशंसा के साथ वन्यजीव और पर्यावरण मंत्रालय को भेजना है। हालांकि अभी तक राजस्थान सरकार की ओर से इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई है।

सांसद ने आगे कहा कि टाइगर रिजर्व स्थानीय रोजगार, पर्यटन और जैविक विविधता को बढ़ावा देने के साथ-साथ क्षेत्रवासियों की मांगों को पूरा करेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए कुम्भलगढ़ रावली-टाडगढ़ क्षेत्र को बाघ अभ्यारण्य घोषित करने के प्रस्ताव पर अविलम्ब कार्यवाही की जानी चाहिए।

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नहीं रहे फिल्म निर्माता निर्देशक सावन कुमार टाक  

25.08.2022 – बॉलीवुड के चर्चित फिल्म‌ निर्माता, निर्देशक, गीतकार और लेखक सावन कुमार टाक का मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में 25 अगस्त को शाम तकरीबन 4.15 बजे निधन हो गया। हॉस्पिटल के सूत्रों के अनुसार हार्ट अटैक और मल्टीपल-ऑर्गन फेलियर के चलते 86 वर्षीय सावन कुमार टाक का निधन हुआ।

सावन कुमार टाक महिला प्रधान फिल्में बनाने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने बतौर निर्माता अपनी पहली फिल्म ‘नौनिहाल’ बनाई थी। इस फिल्म में संजीव कुमार की अहम भूमिका थी।

सावन कुमार टाक ने मीना कुमारी के साथ भी काम किया था। सावन कुमार टाक ने राजेश खन्ना, जयाप्रदा और सलमान खान के साथ भी काम किया था। सावन कुमार टाक ने ‘हवस’, ‘सौतन’, ‘साजन बिना सुहागन’, ‘सौतन की बेटी’, ‘सनम बेवफा’, ‘बेवफा से वफा’, ‘खलनायिका’, ‘मां’, ‘सलमा पर दिल आ गया’, ‘सनम हरजाई’, ‘चांद का टुकड़ा’ जैसी कई हिट फिल्मों का निर्देशन और निर्माण किया था।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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बॉबी कटारिया पर 25 हजार का इनाम घोषित, अब कुर्की की तैयारी

देहरादून 25 अगस्त ( आरएनएस/FJ)। मसूरी देहरादून मार्ग पर सरेआम शराब पीने और सोशल मीडिया पर पुलिस को ललकारने वाले यूट्यूबर बॉबी कटारिया की मुश्किलें और बढऩे वाली हैं। जी हां, बॉबी कटारिया ने गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद अभी तक उसने सरेंडर नहीं किया है।

अब डीजीपी अशोक कुमार ने सख्त कदम उठाते हुए देहरादून एसएसपी को बॉबी कटारिया के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई और 25 हजार का इनाम घोषित करने के आदेश दिए हैं। ताकि बॉबी कटारिया पर कानूनी शिकंजा और मजबूती के साथ कसा जा सके।

देहरादून सीजेएम कोर्ट में सरेंडर करने के नाम पर पुलिस को दिया चकमा

बता दें कि बॉबी कटारिया के खिलाफ देहरादून के थाना कैंट में आईपीसी की धारा 290/510/336/342 और 67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। कई धाराओं मुकदमा दर्ज होने और कई नोटिस देने के बाद भी बॉबी कटारिया कैंट थाने में बयान के लिए पेश नहीं हुआ।

ऐसे में बॉबी के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी कर उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश की कार्रवाई जारी रखी है।
उधर, दूसरी तरफ बीती 23 अगस्त को बॉबी कटारिया ने देहरादून सीजेएम कोर्ट में सरेंडर करने की अर्जी दाखिल की, लेकिन वो कोर्ट पेश नहीं हुआ।

जबकि, सुबह से ही पुलिस, एसओजी समेत इंटेलिजेंस की टीमें उसे दबोचने के लिए टकटकी लगाकर मुस्तैदी से खड़ी रही, लेकिन बॉबी कटारिया के न पहुंचने पर उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा।

ऐसे में अब बॉबी कटारिया पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए डीजीपी अशोक कुमार ने देहरादून एसएसपी को कुर्की के आदेश दिए हैं।

क्या था मामला?

गौर हो कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और यूट्यूबर बॉबी कटारिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हुआ था। जिसमें बॉबी कटारिया देहरादून- मसूरी रोड पर कुर्सी व टेबल लगाकर सरेआम शराब पीता नजर आया।

साथ ही बुलेट से खतरनाक स्टंट भी करता दिखा। मामले की शिकायत पुलिस से की गई, लेकिन बॉबी कटारिया ने उल्टा ही उत्तराखंड पुलिस को ललकारा था।

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि बॉबी कटारिया की गिरफ्तारी हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी. कानूनी प्रक्रिया के तहत अब उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई और इनाम घोषित करने के आदेश जिला पुलिस को दे दिए गए हैं।

कौन है बॉबी कटारिया

बॉबी कटारिया एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं, वह हरियाणा के गुरुग्राम का रहने वाला है। इंस्टाग्राम पर उसके 6 लाख से ज्यादा फॉलोवर हैं। बॉडी बिल्डिंग का शौक रखने वाला कटारिया खुद को सोशल वर्कर बताता है।

कटारिया गुरुग्राम के बसई गांव का है और सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहता है। उसका असली नाम बलवंत कटारिया है।

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