नई दिल्ली ,26 सितंबर (एजेंसी)। जैसा की हम सभी जानते हैं की वैश्विक महामारी कोविड 19 के कारण रियल एस्टेट सेक्टर भी परेशानी में रहा और अब जब स्थिति सामान्य होने लगी है तो यह सेक्टर एक बार फिर से सुचारु तरीके से चलने के लिए अग्रसर है । इसमें सरकार ने भी काफी मदद की और आम लोगों के सपनों को उड़ान देने के लिए नवरात्रों और दीपावली पर रियल्टी सेक्टर विशेष ऑफर देने की कोशिश में जुटे हैं। रोटी, कपड़ा और मकान हर घर परिवार की जरूरत से जुड़ा है। बाजार का पहिया घूमने के लिए बेताब है। ऐसे में रियल एस्टेट कारोबार को भी काफी उम्मीद है।
मनोज गौड़ के अध्यक्ष क्रेडाई एनसीआर के अनुसार, त्योहारों के मौके पर रियल एस्टेट सेक्टर पर प्रभाव पर श्री मनोज गौड़ के अध्यक्ष क्रेडाई एनसीआर ने कहा , हम पिछले 1 साल से रियल एस्टेट बाजार में पहले से ही उछाल देख रहे हैं। ब्याज दर में वृद्धि का बाजार पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है और खरीदारों की दिलचस्पी खरीदने के लिए है। हमें उम्मीद है कि पिछले साल की तुलना में इस त्योहारी सीजन में बिक्री कम से कम 30प्रतिशत अधिक होगी। इसके अलावा बहुत कम इन्वेंट्री के लिए तैयार हैं और अधिकांश खरीदार निर्माणाधीन घरों की ओर बढ़ रहे हैं।
प्रदीप अग्रवाल, अध्यक्ष और पूर्णकालिक निदेशक, सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड. के अनुसार, कार, घर या जमीन जैसी नई चीजें खरीदने के लिए त्योहारी सीजन को सबसे शुभ माना गया है। अधिकांश भारतीय इस दौरान प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करना चाहते हैं । लोगों की धार्मिक मान्यताओं और विचारधाराओं के कारण इस प्रवृत्ति के पीछे के दृष्टिकोण और घटना को अच्छी तरह से प्रलेखित किया गया है। यह रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट के लिए एक शुभ समय के रूप में देखा जाता है, और खरीदार भी आकर्षक और मुफ्त ऑफऱ जैसे रियायती घर की कीमतें, मुफ्त कार पार्किंग या अन्य सुविधाएं और छूट, वाउचर, कूपन आदि देखते हैं। यह विशेष रूप से एक ऐसा समय है जो एक अतिरिक्त निवेश का साक्षी है। अफोर्डेबल और मिड बजट हाउसिंग में छूट के कारण फीजिबल रेट्स और भी अधिक उचित हो जाती हैं। डेवलपर्स द्वारा दिए गए कई ऑफर्स के कारण त्योहारी सीजन के दौरान एक आम आदमी के लिए रियल एस्टेट पर दांव लगाना आर्थिक रूप से व्यावहारिक हो जाता है।
रहेजा डेवेलपर्स के नयन रहेजा इस बारे में कहते हैं, नवरात्रि का त्योहार शुभ शुरुआत के लिए एक पहचान के रूप में जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं को दृढ़ता से बनाए रखा जाता है और पीढिय़ों के माध्यम से आगे बढ़ाया जाता है और लोगों के निर्णय लेने को प्रभावित करता है। खरीदारों को लगता है कि नवरात्रि के दौरान संपत्तियों में निवेश करना सबसे अच्छा है क्योंकि वे डेवलपर्स द्वारा लॉन्च और घोषित किए गए विभिन्न प्रकार के छूट ऑफऱ, कूपन और उपहारों के विशेषाधिकार प्राप्त अंत में हैं। नतीजतन, उस समय बाजार की भावना सकारात्मक होती है, और लाभों का एक बंदरगाह खरीदारों को संपत्ति निवेश में संलग्न करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे बिक्री में वृद्धि होती है।
अंसल हाउसिंग के डायरेक्टर कुशाग्र अंसल का कहना है की हमारे यहाँ नवरात्र से कोई भी नई चीज जैसे घर, कार, आभूषण इत्यादि लेना शुरू से ही सही माना गया है. इसके पीछे कई कारण हैं जिनमें उचित दाम और इन त्याहारों के प्रति लोगों की आस्था शामिल है. त्योहारी सीजन खत्म होने के बाद भी काफी समय तक इस सेक्टर को आगे बढ़ाते रहेगा।
रितु अहलावत, सीईओ, इन्वेस्टीनप्रो ने कहा, त्योहारी सीजन रियल एस्टेट सेक्टर के लिए बुकिंग में शानदार उछाल लेकर आएगा। क्योंकि इस दौरान संपत्ति निवेश की गतिविधियां बढ़ जाती है। जैसे-जैसे कोविड का असर कम हुआ है, वैसे वैसे अर्थव्यवस्था ने गति पकड़ी है और इसका सकारात्मक असर त्योहारों के समय रियल एस्टेट में मांग में वृद्धि के रूप में दिखाई देगा। इसके साथ ही डेवलपर्स इस अवसर को भुनाने के लिए बुकिंग पर छूट, मुफ्त उपहार वाउचर और लचीली भुगतान सुविधा जैसे मूल्यवान ऑफऱ भी पेश कर रहे हैं, जो खरीदारों को आकर्षित करेंगे।
पुष्पेंद्र सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर जेएमएस ग्रुप ने कहा, यह साल का वह समय है जब पूरा देश त्योहारों के मौसम के लिए तैयार होता है जो गणेश चतुर्थी के साथ शुरू होता है और दिवाली के साथ चरम पर पहुंच जाता है। ऐसे समय में खरीदारी की फुहारों के अलावा और निवेश भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर घर व ज्वेलरी । चूंकि त्यौहार अक्सर नई शुरुआत और समृद्धि के लिए खड़े होते हैं, इस समय के आसपास संपत्ति खरीदना एक निवेश के रूप में देखा जाता है जो कभी गलत नहीं हो सकता। रियल एस्टेट निवेश समय के साथ महत्वपूर्ण रिटर्न लाने का वादा करता है और त्योहारी सीजन के दौरान खरीदारी का पसंदीदा विकल्प है।
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