हाईकोर्ट ने की खिंचाई तो बीबीएमपी एक्शन में आई, विध्वंस अभियान फिर से शुरू

बेंगलुरू ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने सोमवार को राज्य के उच्च न्यायालय द्वारा की गई खिंचाई केबाद शहर के महादेवपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण विरोधी अभियान फिर से शुरू कर दिया है।

महादेवपुरा क्षेत्र में प्रमुख आईटी पार्क और कंपनियां हैं, यह तकनीकी क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा है। शहर में भारी वर्षा के कारण यह क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होता है।

राजनीतिक हस्तक्षेप और सार्वजनिक और कॉपोर्रेट कंपनियों के प्रतिरोध के कारण दो सप्ताह के लिए विध्वंस अभियान को रोक दिया गया था। अधिकारियों का कहना है कि विजयादशमी (नवरात्रि) के त्योहार को देखते हुए अभियान को रोक दिया गया था।

बारिश के प्रकोप के कारण बुनियादी ढांचे के ढहने के बाद बीबीएमपी ने विध्वंस की कवायद शुरू कर दी। नगर निकाय और सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को हर तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।

बीबीएमपी राजस्व और पुलिस विभाग के साथ विध्वंस अभियान चला रही है। सर्वे किया जा रहा है और बीबीएमपी द्वारा अतिक्रमणों को चिन्हित किया गया है। सूत्रों ने बताया कि महादेवपुरा जोन में लग्जरी विला और एक सभागार के अतिक्रमण को हटाया जाएगा।

विला के खिलाफ कार्रवाई मंगलवार को भी जारी रहेगी। बीबीएमपी अधिकारियों ने समझाया कि विध्वंस इस तरह से किया जाएगा कि पड़ोसी इमारतों को कोई नुकसान न हो।

इससे पहले कर्नाटक के उच्च न्यायालय ने गरीब लोगों की संपत्तियों को निशाना बनाने और अमीरों और प्रभावशाली लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर आंखें मूंद लेने पर आपत्ति जताई थी। अदालत ने नगर निकाय को आड़े हाथों लेते हुए 25 अक्टूबर तक नालों के अतिक्रमण से निजात दिलाने का आदेश दिया था।

बीबीएमपी सूत्रों के अनुसार, बेंगलुरू पूर्व डिवीजन में नालियों के 110 अतिक्रमणों को विध्वंस के लिए चिन्हित किया गया है। पश्चिम संभाग में एक अतिक्रमण हटा लिया गया है और 58 लंबित हैं।

साउथ डिवीजन में 20 अतिक्रमणों के खिलाफ कार्रवाई की जरूरत है। येलहंका क्षेत्र में अधिकारियों ने 12 और 84 अतिक्रमणों को हटा दिया है, महादेवपुरा जोन में 48 अतिक्रमण हटाए गए जबकि 133 शेष रह गए हैं।

बोम्मनहल्ली क्षेत्र में कुल 75 अतिक्रमण लंबित हैं और 17 अतिक्रमणों को हटाया गया है। आरआर नगर जोन में छह लंबित व 3 अतिक्रमण हटाए गए हैं। दशरहल्ली जोन में बीबीएमपी ने 13 अतिक्रमण को हटा दिया और 113 लंबित हैं।
कोरमंगला घाटी क्षेत्र में तीन अतिक्रमण लंबित हैं। शहर के कुल आठ जोन में 600 से अधिक अतिक्रमण पर अभी कार्रवाई नहीं हुई है।

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