एनएचआरसी ने लगातार पराली जलाने के लिए राज्यों को जिम्मेदार ठहराया

नई दिल्ली 13 Nov. (एजेंसी)  । राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने कहा है कि किसान ‘मजबूरी में’ पराली जला रहे हैं और राज्य इसके लिए किसानों को दोष नहीं दे सकते। आयोग ने हाल ही में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बेरोकटोक वायु प्रदूषण के स्वत: संज्ञान के संबंध में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों की प्रतिक्रियाएं सुनीं।

आयोग ने कहा, “राज्य सरकारों को उन पराली से छुटकारा पाने के लिए फसल काटने वाली मशीनें उपलब्ध करानी हैं, लेकिन वे पर्याप्त संख्या में आवश्यक मशीनें और अन्य उपाय प्रदान करने में विफल रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप किसान पराली जलाने को मजबूर हैं, जिससे प्रदूषण हो रहा है।”

एनएचआरसी ने कहा, “इसलिए, कोई भी राज्य पराली जलाने के लिए किसानों को दोष नहीं दे सकता है, इसके बजाय यह सभी चार राज्य सरकारों की विफलता है कि राज्यों में पराली जलाई जा रही है..।”

आयोग ने संबंधित मुख्य सचिवों को मामले की अगली सुनवाई के लिए 18 नवंबर को फिर से व्यक्तिगत रूप से या हाइब्रिड मोड में उपस्थित रहने और उसके द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर चार दिनों के भीतर ‘सकारात्मक’ जवाब देने को कहा है।

*****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Exit mobile version