ह्यूमिडिफायर जानिए क्या होता है और इसका इस्तेमाल करना कैसे है लाभदायक

26.07.2022 – ह्यूमिडिफायर एक ऐसा उपकरण है, जो घर में नमी को बढ़ाने का काम करता है। वैसे अमूमन मरीजों को आराम देने के लिए मेडिकल वेंटिलेटर में ह्यूमिडिफायर शामिल होता है क्योंकि गर्म और शुष्क जलवायु में जब नमी का स्तर 10-20त्न तक गिर जाता है तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। घरों में 30-50 प्रतिशत नमी होनी जरूरी है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि ह्यूमिडिफायर कैसे काम करता है और यह आपके लिए उपयोगी क्यों है।

ह्यूमिडिफायर के प्रकारकंसोल ह्यूमिडिफायर पूरे घर में नमी उत्पन्न करने के लिए पर्याप्त होते हैं। स्टीम वेपोराइजर भाप बनाने के लिए बिजली का इस्तेमाल करते हैं, जिसे डिवाइस से बाहर निकलने से पहले ठंडा किया जाता है। अल्ट्रासोनिक ह्यूमिडिफायर पानी को वाष्पीकृत करने के लिए कंपन का इस्तेमाल करते हैं। दूसरी ओर वाष्पीकरण करने वाले पानी के वाष्पीकरण से पहले हवा से नमी पैदा करते हैं। सेंट्रल एयर कंडीशनिंग से जुड़े सेंट्रल ह्यूमिडिफायर पूरी एक इमारत के लिए बेहतर होते हैं।

ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करने से मिलने वाले फायदेह्यूमिडिफायर कम नमी के कारण होने वाले एटोपिक डर्मेटाइटिस और सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस जैसी त्वचा संबंधित समस्याओं से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। यही नहीं, यह सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस के रोगियों को होने वाली समस्याएं जैसे लालिमा, पपड़ीदार त्वचा के घावों और बालों का झडऩा आदि के जोखिम भी कम करता है। ह्यूमिडिफायर का उपयोग आपको ड्राई आई सिंड्रोम से बचाए रखने में भी सहायक है।

यह एक समस्या है, जिसमें आंखें पर्याप्त आंसू का निर्माण नहीं कर पाती हैं। ह्यूमिडिफायर के इस्तेमाल से घर को मिलने वाले लाभस्वास्थ्य से जुड़े लाभों के अलावा ह्यूमिडिफायर आपके फर्नीचर, घर की सजावट और फर्श के लिए भी लाभदायक है। दरअसल, कम नमी के कारण लकड़ी का फर्नीचर, घर की दीवारे और फर्श के खराब होने या इनमें दरारें उत्पन्न का कारण बन सकती है। बहुत कम नमी के कारण कागज से बनी चीजें जैसे किताबें और वॉलपेपर भी खराब हो सकते हैं।

ह्यूमिडिफायर के नुकसानअगर आप एक गंदे ह्यूमिडिफायर का उपयोग करते हैं तो इसके कारण आपको कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है क्योंकि गंदा ह्यूमिडिफायर बैक्टीरिया और फफूंद को उत्पन्न करता है। यहीं नहीं, इसका अधिक इस्तेमाल घर में अधिक नमी उत्पन्न करता है, जो दीवारों में सीलन समेत फफूंद का कारण बन सकता है।

इसके अतिरिक्त, स्टीम बेस्ड ह्यूमिडिफायर गर्म होते हैं और अगर सावधानी से इनका इस्तेमाल न किया जाए तो इससे त्वचा के जलने का खतरा रहता है। ह्यूमिडिफायर को साफ करने का तरीकासबसे पहले उपकरण को अनप्लग करें और इसे खाली करें, फिर इसके टैंक को रोजाना पानी से धोकर सुखाएं। हफ्ते में एक बार इसे कीटाणुरहित करने के लिए सिरके के घोल का उपयोग करें।

इसके टैंक को कई बार पानी से धोकर सुखाएं ताकि कोई भी सफाई रसायन न रहे और जब आप इसका उपयोग कर रहे हों तो इसकी भाप हवा में मिल जाए। इसके फिल्टर को बार-बार जांचें और निर्माता के निर्देशों के अनुसार उन्हें बदलें। (एजेंसी)

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