आईटीडीसी के चेयरमैन के पद पर होने के बावजूद संबित पात्रा कर रहे भाजपा का प्रचार : आतिशी

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (आरएनएस/FJ) । आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्री को पत्र लिखकर संबित पात्रा को इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन चेयरमैन के पद से हटाने की मांग की है। “आप” की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन के चेयरमैन नियुक्त होने के बाद संबित पात्रा पब्लिक सर्वेंट की लीगल डेफिनेशन के तहत शामिल हो जाते हैं।

एक पब्लिक सर्वेंट होने के नाते कोई भी व्यक्ति न किसी पार्टी से जुड़ा हो सकता है और न किसी पार्टी के लिए प्रचार कर सकता है। इसके अलावा न अपने सरकारी पद को किसी भी पार्टी को प्रमोट करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है। आईटीडीसी चेयरमैन व पब्लिक सर्वेंट होने के बावजूद संबित पात्रा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्र प्रवक्ता के पद पर बने हुए हैं। वह बिना किसी नियम कानून को ध्यान में रखे भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार, प्रेस कॉन्फेस और टीवी डिबेट्स करते हैं।

इन्ही कारणों से केंद्रीय पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी जी और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन को शिकायत पत्र लिखा है। इसके जरिए मांग कि है कि संबित पात्रा को तुरंत प्रभाव से आईटीडीसी के चेयरमैन पद से हटाया जाए।आतिशी ने कहा कि कल मैंने केंद्र सरकार के टूरिज्म मिनिस्टर जी किशन रेड्डी जी को एक पत्र लिखा है। उस पत्र की कॉपी मैंने सेंट्रल विजिलेंस कमीशन के चेयरमेन सुरेश पटेल जी को भी भेजी।

मैंने उसमें संबित पात्रा जी के चेयरपर्सन इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन से हटाए जाने की मांग की है। इस शिकायत पत्र के तथ्य मैं आपसे साझा करना चाहूंगी। 30 नंवबर 2021 को संबित पात्रा जी को इंडियन टूरिज्म डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (आईटीडीसी) का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया। आईटीडीसी केंद्र सरकार के तहत आता है और इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन के चेयरमेन नियुक्त होने के बाद संबित पात्रा जी पब्लिक सर्वेंट की लीगल डेफिनेशन के तहत शामिल हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि पब्लिक सर्वेंट को इंडियन पीनल कोर्ट (आईपीसी) में, प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट में, सेंट्रल सिविल सर्विसेंज (सीसीएस) रूल्स आदि में स्पष्ट तौर पर परिभाषित किया गया है।

एक पब्लिक सर्वेंट की सबसे महत्वपूर्ण परिभाषा है कि कोई भी पब्लिक सर्वेंट किसी भी पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं होगा। एक पब्लिक सर्वेंट होने के नाते कोई भी व्यक्ति न किसी पार्टी से जुड़ा हो सकता है, न किसी पार्टी के लिए प्रचार कर सकता है, न अपने सरकारी पद को किसी भी पार्टी को प्रमोट करने के लिए यूज कर सकता है। परंतु संबित पात्रा जी चेयरमेन आईटीडीसी व पब्लिक सर्वेंट होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्र प्रवक्ता के पद पर बने हुए हैं।

आतिशी ने कहा कि आप सभी संबित पात्रा जी को भाजपा की प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए, भाजपा की तरफ से टीवी डिबेट्स और भाजपा का चुनावी राज्यों में प्रचार करते हुए देखते हैं। टीवी डिबेट्स, प्रेस कॉन्फेंसिज, चुनावी प्रचार आदि बेहत स्पष्ट तौर से सेंट्रल सिविल सर्वेंट रूल का वॉयलेशन है। लेकिन संबित पात्रा जी बिना किसी नियम कानून को ध्यान में रखे भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार, प्रेस कॉन्फेस और टीवी डिबेट्स करते हैं।

संबित पात्रा जी की ट्विटर टाइमलाइन पर बहुत सारे पॉलिटिकल वीडियोज और बहुत सारे पॉलिटिकल डिबेट्स उनके अपने सरकारी दफ्तर से करते हुए हैं, जो एक पब्लिक आफिस के मिसयूज का स्पष्ट उदाहरण है।

इन्हीं सब कारणों से मैंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी जी और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन को शिकायत पत्र लिखा है और मांग कि है कि संबित पात्रा जी को तुरंत प्रभाव से आईटीडीसी के चेयरमेन पद से हटाया जाए।

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