हवाला कारोबारियों का गढ़ बना दिल्ली का करोलबाग, आंगडिय़ों के मोबाइल से मिले विदेशी लिंक

नई दिल्ली ,13 नवंबर(एजेंसी)।  हवाला कारोबारियों ने दिल्ली के करोलबाग को अब अपना गढ़ बना लिया है। करोलबाग से ही कालेधन को सफेद करने का बड़ा नेटवर्क चल रहा है। यहां से देश के विभिन्न हिस्सों के अलावा विदेश में भी हवाला की रकम भेजी जाती है। नोएडा में पकड़े गए आरोपियों से बरामद हवाला की रकम गुजरात के कारोबारी के कहने पर करोलबाग से ही भेजी गई थी। लखनऊ में बैठे गिरोह के एक सरगना आदर्श श्रीवास्तव के इशारे पर सब कुछ हो रहा था।

नोएडा पुलिस ने 10 नवंबर को सेक्टर-55 से आठ हवाला कारोबारियों और एक महिला को गिरफ्तार कर 1.68 करोड़ रुपये बरामद किए थे। इनकी निशानदेही पर 11 नवंबर को दिल्ली के करोलबाग से तीन और कारोबारियों को हिरासत में लिया था। उनसे 95 लाख रुपये बरामद किए गए थे। जब्त किए गए 1.68 करोड़ आयकर विभाग ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में जमा करा दिए हैं।

सेक्टर-58 पुलिस और आयकर विभाग की टीम करोलबाग में फर्जी ग्राहक बनकर पहुंची और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, आयकर विभाग की टीम ने लखनऊ के इंदिरा नगर में छापेमारी कर सरगना आदर्श श्रीवास्तव को भी दबोच लिया। विभाग के अनुसार हवाला में सैकड़ों एजेंट शामिल हैं। अब तक दो करोड़ रुपये और तीन करोड़ आरटीजीएस के जरिये प्राप्त किए हैं। वहीं, महिला एजेंट पूर्व आईएएस अफसर को ऐसी योजना में एजेंट के रूप में पाए जाने का दावा कर रही है।
100 से अधिक सक्रिय

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि करोलबाग में 100 से ज्यादा आंगडिय़ा सक्रिय हैं। देश की बड़ी-बड़ी फर्म से इनके संबंध हैं। आरोपियों के मोबाइल से आंगडिय़ों का विदेशी लिंक भी मिला है। नकद में लेन-देन करने वाले और एक जगह से दूसरी जगह नकद पहुंचाने और प्राप्त करने वालों को आंगडिय़ा कहते हैं।
कहां गए 32 लाख रुपये?

नोएडा में पकड़े गए आरोपियों से 1.68 करोड़ रुपये पकड़े गए थे। इनकी गिनती आयकर विभाग की टीम ने की, जबकि आरोपियों का दावा है कि वे दिल्ली से दो करोड़ रुपये लेकर आए थे। 32 लाख के बारे में न पुलिस को और न आयकर विभाग को पता है। शक है कि मौके से फरार आरोपी रुपये लेकर भागा है।

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