यूपी, बिहार में भी जमकर बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने बताया मानसून का हाल

नई दिल्ली ,26 जुलाई (आरएनएस/FJ)।  इस बार उत्तर भारत का बड़ा क्षेत्र बारिश के लिए तरस रहा है। हालांकि इसी बीच मौसम विभाग ने राहत भरी भविष्यवाणी की है। आईएमडी के मुताबिक अगले एक सप्ताह में मॉनसून उत्तर में शिफ्ट हो सकता है। इसके बाद उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में पर्याप्त बारिश हो सकती है।

मंगलवार की बात करें तो देश में सामान्य से 11 फीसदी ज्यादा बारिश हुई जबकि पूर्वोत्तर में सामान्य से 14 फीसदी कम वर्षा रेकॉर्ड की गई। सोमवार तक  उत्तर प्रदेश में सामान्य से 45 फीसदी कम बारिश हुई। वहीं बिहार और झारखंड के भी हालात लगभग एक जैसे ही हैं। मौसम विभाग का कहना है कि एक सप्ताह बाद मॉनसून उत्तर की ओर शिफ्ट होगा और बारिश की गतिविधि बढ़ेगी। मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर के पूर्वोत्तर और पश्चिमोत्तर में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इस वजह से उत्तर भारत में अच्छी बारिश हो सकती है। वहीं 28 जुलाई से हिमालयी क्षेत्र में नया पश्चिमी विक्षोभी भी बन  सकता है।

पूर्वी राजस्थान और आसपास के इलाकों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। ऐसे में 27 से 30 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है। इसके अलावा 26 से 30 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बारिश हो सकती ैह। इसके अलावा राजस्थान और उत्तर प्रदेश, बिहार में भी मध्यम से तेज वर्षा के आसार हैं। 28 जुलाई को दिल्ली में भी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के डायरेक्टर एम मोहापात्रा ने बताया, अब देश में बारिश में कमी आएगी लेकिन उत्तर भारत में वर्षा बढ़ेगी। एक हफ्ते में कमजोर मानसून का असर खत्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि मानसून उत्तर की ओर शिफ्ट होगा और जहां बाढ़ की स्थिति है वहां लोगों को राहत मिलेगी।

मौसम विभाग ने कहा हैकि देश में 4 अगस्त से 17 अगस्त तक भी बारिश होगी। मोहापात्रा ने कहा, यह कहना कि अगस्त में बारिश नहीं होगी, गलत साबित हो सकता है। बता दें कि उत्तर भारत में कम  बारिश की वजह से धान की खेती को नुकसान हो रहा है। हालांकि उम्मीद है कि अगले सप्ताह से होने वाली प्रचुर वर्षा से फसल में  सुधार आए।

**********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version