यूपी : 6 कांवडिय़ों की मौत के बाद हाथरस के एसपी निलंबित

हाथरस 24 जुलाई( आरएनएस/FJ)। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार वैद्य को एक सड़क दुर्घटना में छह कांवडिय़ों की मौत के बाद हटा दिया गया है। वैद्य को मिर्जापुर में कमांडेंट पीएसी के पद पर तैनात किया गया है। उनकी जगह देवेश कुमार पांडे को नियुक्त किया गया है, जिन्होंने नए एसपी के रूप में पदभार संभाला है।

शनिवार को हाथरस के सादाबाद के पास डंपर ट्रक की चपेट में आने से छह कांवडिय़ों की मौत हो गई।

पुलिस ने कहा कि डंपर ट्रक का चालक मौके से फरार हो गया, लेकिन बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया था और फिर तीर्थयात्रियों से जा टकराया।

पांच लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि छठे ने आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया।

कांवडिय़ों ने मार्ग पर यातायात को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए पुलिस को दोषी ठहराया।

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कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, जयराम रमेश को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भेजा कानूनी नोटिस

नई दिल्ली 24 जुलाई( आरएनएस/FJ)। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी 18 वर्षीय बेटी पर टिप्पणी करने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, जयराम रमेश, नेटा डिसूजा और कांग्रेस को कानूनी नोटिस भेजा और उनसे बिना शर्त लिखित माफी मांगने और आरोपों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने के लिए कहा है।

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पीएमके पदाधिकारी हत्याकांड : आरोपियों की जानकारी देने वालों को 5 लाख रुपये देगी एनआईए

चेन्नई ,24 जुलाई (आरएनएस/FJ)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तंजावुर में पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के पदाधिकारी रामलिंगम की हत्या के मामले में आरोपियों की जानकारी के लिए 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। 2019 में पीएमके नेता की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 18 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

12 आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। मामला एनआईए को ट्रांसफर किए जाने के बाद, एजेंसी ने हत्या के एक प्रमुख साजिशकर्ता रहमान सादिक (41) को गिरफ्तार किया। एनआईए बाकी पांच आरोपियों मोहम्मद अली जिन्ना (37), अब्दुल मजीद (40), शाहुल हामिद (30), बुरहानीदीन (40), नफिल हसन (31) की तलाश कर रही है, जिन्हें पहले ही भगोड़ा घोषित किया जा चुका है।

एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने पहले 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी, जिसे अब बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। जांच एजेंसी ने पूरे तमिलनाडु में आरोपियों के पोस्टर लगाए हैं और राज्यभर में पर्चे बांट दिए हैं। पीएमके के एक वरिष्ठ पदाधिकारी रामलिंगम की कथित तौर पर 5 फरवरी, 2019 को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं द्वारा हत्या कर दी गई थी।

एनआईए ने इस हत्याकांड में 18 पीएफआई और एसडीपीआई कार्यकर्ताओं को नामित करते हुए आरोप पत्र दायर किया था। एनआईए ने अपने आरोप पत्र में उल्लेख किया कि पीएफआई और एसडीपीआई लोगों में आतंक पैदा करना चाहते थे।

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वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2022 में नीरज चोपड़ा ने 88.13 मीटर दूर भाला फेंक जीता सिल्वर मेडल

0’9 साल बाद भारत को दिलाया पदक

यूजीन, 24 जुलाई (एजेंसी)। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2022 में गोल्डन ब्वाय हरियाणा के छोरे नीरज नीरज चोपड़ा ने अमेरिका के यूजीन में इतिहास रच दिया है। नीरज ने 88.13 मीटर दूर भाला फेंककर सिल्वर मेडल हासिल किया। नीरज ने 19 साल का सूखा खत्म करते हुए 2003 के बाद भारत को इस चैम्पियनशिप में पहला मेडल दिलाया है। इसी प्रतियोगिता में 10वें नंबर पर रहते हुए रोहित यादव रेस से बाहर हो गए थे। इससे पहले वर्ल्ड चैम्पियनशिप में इंडिया का सिर्फ एक ही मेडल था, जो लंबी कूद की एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में कांस्य पदक से हासिल किया था। अब 19 साल बाद भारत के खाते में दूसरा मेडल आया, जो सिल्वर है।

नीरज चोपड़ा का पहला अटेम्प्ट फाउल रहा, जबकि दूसरे अटेम्प्ट में उनहोंने 82.39 मीटर का थ्रो किया। यह उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से काफी दूर था। दूसरी ओर, ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने पहले ही अटेम्प्ट में 90 मीटर को पार कर लिया। उन्होंने लगातार 3 अटेम्प्ट में 90.46, 90.21 और 90.46 मीटर का थ्रो करते हुए अपना मेडल लगभग पक्का कर लिया था।

नीरज ने तीसरे अटेम्प्ट में अपने प्रदर्शन में सुधार किया। उन्होंने 86.37 मीटर का थ्रो करते हुए चौथे नंबर पर पहुंच गए। भारतीय स्टार ने चौथे राउंड में 88.13 मीटर का थ्रो करते हुए दूसरा नंबर पा लिया। नीरज का यह ओलिंपिक से भी बेहतर प्रदर्शन था। उन्होंने ओलिंपिक में 87.58 मीटर का जैवलिन थ्रो करते हए गोल्ड मेडल जीता था। अब चेक रिपब्लिक के जेकुब वाद्लेज तीसरे नंबर पर पहुंच गए थे। छठे राउंड में वह फाउल कर गए। वह 5वें राउंड में वह फाउल कर बैठे, लेकिन अच्छी बात यह रही कि जेकुब 81.31 मीटर ही फेंक सके। दूसरी ओर, ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स को गोल्ड मेडल मिला, जिन्होंने लगातार दूसरे बड़े इवेंट में नीरज से गोल्ड छीना है।

39 साल से चल रही वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का गोल्ड जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया। उसे सिल्वर से संतोष करना पड़ा। 19 साल बाद देश को इस चैंपियनशिप में कोई मेडल मिला है। नीरज से पहले अंजू बॉबी जार्ज ने लॉन्ग जंप में 2003 में ब्रॉन्ज जीता था। नीरज इस चैंपियनशिप में सिल्वर जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। साथ ही वे पहले भारतीय पुरुष एथलीट हैं, जिन्होंने इस चैंपियनशिप में कोई मेडल जीता है।

नीरज ने पिछले साल ओलिंपिक में 120 सालों का सूखा खत्म किया था और भारत के लिए ट्रैक एंड फील्ड में गोल्ड मेडल लाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन पहली बार 1983 में किया गया था।

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महिला भाला फेंक फाइनल में सातवें स्थान पर रही अन्नू रानी

नईदिल्ली,23 जुलाई (Rns/FJ )। भारत की अन्नू रानी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 61.12 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ शुक्रवार को महिला भाला फेंक फाइनल में सातवें स्थान पर रही. इस स्पर्धा में लगातार दूसरी बार फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए अन्नू ने अपने दूसरे प्रयास में दिन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, लेकिन उनके अन्य पांच थ्रो 60 मीटर की दूरी को पार करने में विफल रहे. अन्नू ने अपने छह प्रयास में भाले को क्रमश: 56.18 मीटर, 61.12 मीटर, 59.27 मीटर, 58.14 मीटर, 59.98 मीटर और 58.70 मीटर दूर फेंका.

इस 29 साल की खिलाड़ी का सीजन और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 63.82 मीटर (राष्ट्रीय रिकॉर्ड) हैं. अन्नु इस स्पर्धा में अगर अपने व्यक्तिगत रिकॉर्ड को हासिल करती तो उन्हें पदक मिल जाता लेकिन उन्होंने यहां अपने पूरे अभियान के दौरान संघर्ष किया. इस राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी ने 59.60 मीटर के थ्रो के साथ क्वालीफिकेशन दौर में आठवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह पक्की की थी.

गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की केल्सी-ली बार्बर ने 66.91 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया. अमेरिका की कारा विंगर ने अंतिम प्रयास में 64.05 मीटर की दूरी के साथ रजत अपने नाम किया, जबकि जापान की हारुका कितागुची ने 63.27 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य जीता.

ओलंपिक चैंपियन चीन की शियिंग लिउ 63.25 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ चौथे स्थान पर रही. वो 2019 में दोहा में पिछली विश्व चैंपियनशिप में 61.12 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ फाइनल में आठवें स्थान पर रही थी. लंदन 2017 में वो फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी थी.

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मुख्यमंत्री योगी ने बुंदेलखंड क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के दिए निर्देश

लखनऊ 24 Jully (Rns/FJ): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के पर्यटन विभाग को बुंदेलखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक किलों को पर्यटन के आकर्षण के केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया है, ताकि क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। राज्य सरकार ने पहले ही उन किलों की पहचान कर ली है जिन्हें पर्यटन केंद्रों के रूप में पुनर्निर्मित किया जाएगा।

एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार बांदा जिले में 542 हेक्टेयर में फैले ऐतिहासिक कालिंजर किला को एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा।

निजी भागीदारों की मदद से इस किले में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न गतिविधियां शुरू की जाएंगी।

पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए लाइट एंड साउंड शो, कैंपिंग, ट्रेकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और ऐसे ही अन्य कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।

सरकार ने बुंदेलखंड में तहरौली किला, डिगरा किला, चिरगांव किला, लोहागढ़ किला, चंपत राय पैलेस और रघुनाथ राव महल का जीर्णोद्धार करने का भी निर्णय लिया है। किलों का मेकओवर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर किया जाएगा।

राज्य सरकार परियोजना को क्रियान्वित करने में निजी क्षेत्र का समर्थन करेगी। प्रसिद्ध झांसी किला पहले से ही इस क्षेत्र में एक पर्यटक आकर्षण है, जहां हर महीने बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित और बढ़ावा दिया जाए। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण और आगामी रक्षा गलियारा परियोजना के साथ क्षेत्र पहले से ही बुनियादी ढांचे के विकास पर आगे बढ़ रहा है।

प्रवक्ता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी क्षेत्र में पानी की समस्या का काफी हद तक समाधान किया है।

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मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने नई दिल्ली में पर्यटन नीति-2021 का किया शुभारंभ

नई दिल्ली, 23.07.2022  (FJ) – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने नई दिल्ली में पर्यटन नीति-2021 का किया शुभारंभ. झारखण्ड को हमेशा खनन (Extraction) के नजरिये से देखा गया। इस राज्य को आकर्षण ( Attractions) के नजरिये से दुनिया देखे, यही हमारा लक्ष्य है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज नई दिल्ली में झारखंड पर्यटन नीति-2021 का शुभारंभ करते हुए ये बातें कही. उन्होंने कहा कि यहाँ के जल, जंगल, पहाड़, झरने, नदियों में पर्यटन के दृष्टिकोण से असीम संभावनाएं हैं। आप देखेंगे राज्य की उसी लक्ष्य को प्रतिबिम्बित करता है। उन्होंने कहा कि झारखंड जितना संपन्न जमीन के अंदर है, उतना ही संपन्न जमीन के ऊपर हैं. यहां के जमीन के नीचे तो सभी ने सर्वे कर लिया, लेकिन यहां के खूबसूरत मनोरम दृश्य को शायद किसी ने आज तक बहुत करीब से नहीं देखा है. आज उसी को एक मंच देने के लिए हम लोग आपके समक्ष आए हैं.

 

*यह पहला कदम है

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहला पड़ाव है. पर्यटन नीति तो हमने लोगों ने बना दी .लेकिन हम लोगों की यात्रा यहीं पर खत्म नहीं होती है. मैं समझता हूं अगर पर्यटक की यात्रा झारखंड में प्रारंभ हुई है तो पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि पर्यटक के पैर कभी नहीं रुक सकते, क्योंकि हर मोड़ पर, हर चौराहे पर यहां एक से बढकर एक खूबसूरत पर्यटक स्थल हैं, जो सैलानियों को लुभाएंगे.

*झारखंड़ को देखने का बदल रहा नजरिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों में झारखंड को देखने का नजरिया बदल रहा है. इस राज्य में कई अनोखी चीजें हैं, जो हर लिहाज से अध्ययन औऱ शोध के साथ देखने योग्य् है. साहिबगंज जिले के मंडरों में फॉसिल पार्क का हाल ही में उद्घाटन हुआ है. इसका इतिहास लगभग पन्द्रह करोड़ साल पुराना है. यह मानव जीवन के उत्पति के इतिहास को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के मुताबिक समुद्र से पहली बार भूमि सिंहभूम में ही बाहर आयी थी. यह लगभग 350 करोड़ वर्ष पुराना है. जहां आज बड़े पैमाने पर आयरन अयस्क पाए जाते हैं. नई पर्यटन नीति के माध्यम से इसे देश-दुनिया के सामने रखने का प्रयास किया जा रहा है.

*नेतरहाट जैसा कोई नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लुभावने और सुंदर दृश्यों को देखने के लिए दूसरे राज्यों के हिल स्टेशन जाकर हजारों-लाखों रुपए खर्च करते हैं. वैसा ही दिल को सुकून देने वाला मनोरम दृश्य नेटरहाट के वादियों में देखा जा सकता है. नेतरहाट में जंगलों और खूबसूरत वादियों को देखकर आपको लगेगा कि यह किसी भी मामले में अन्य जगहों से कम नहीं है. नेतरहाट में पर्यटन को भी अलग रुप देने का प्रावधान नई पर्यटन नीति में है.

*पर्यटक स्थलों का सौंदर्यीकरण, सैलानियों को मिलेगी सभी जरूरी सुविधाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पर्यटन नीति में पर्यटन के विकास के लिए कई प्रावधान किए गए हैं. धार्मिक पर्यटन के तहत देवघर, पारसनाथ, मधुबन और इटखोरी जैसे धर्मिक स्थलों में नागरिक सुविधाएं प्रदान करने और उनके सौंदर्यीकरण किया जाएगा वहीं, इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने एवं और पर्यटन गतिविधियों को प्रकृति के साथ जोडते हुए लातेहार-नेतरहाट-बेतला, चांडिल-दलमा-मिर्चैया-गेटेलसुद इको-सर्किट के विकास का कार्य हो रहा है। इन जगहों पर पर्यटकों के रहने के लिए रेस्ट हाउस की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। झारखण्ड की वैभवशाली संस्कृति का अनुभव राज्य की जीवंत और विविध संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए फ़ूड फेस्टिवल, इंटर स्टेट कल्चरल प्रोग्राम आयोजित करने पर जोर दिया जा रहा है। ग्रामीण पर्यटन की क्षमता को बढ़ाने के लिए चिन्हित गांवों का सौन्दर्यीकरण, स्थानीय व्यंजनों को बढ़ावा, ग्रामीण जन जीवन को बढ़ावा देना शामिल है। इस संबंध में ग्राम पर्यटन समितियों (वीटीसी) और ग्रामीण पर्यटन उपसमिति का गठन किया जाएगा।

*खनन पर्यटन में संभावनाएं तलाशने की कोशिश

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की खनिज संपदा को प्रदर्शित करने के लिए नीति के तहत खनन पर्यटन के ज़रिए संभावनाओं को तलाशा जायेगा, जो अपने आप में एक नई खोज है। उन्होंने कहा कि नई पर्यटन नीति में एडवेंचर टूरिज्म की गतिविधियों जैसे पैराग्लाइडिंग, वाटर स्पोर्ट्स, रॉक क्लाइम्बिंग, ग्लाइडिंग आदि को बढ़ावा देने का कार्य होगा। वाटर स्पोर्ट्स के लिए तिलैया, मसनजोर, चांडिल, पतरातू, गेतालसूद, केलाघघ, कांके, हटिया जैसे डैम को विकसित करने की योजना है। वीकेंड गेटअवे टूरिज्म के माध्यम से छुट्टी की तलाश करने वालों के लिए रोमांचक पड़ाव बनेगा झारखण्ड.

*पर्यटन के जरिए बढ़ेंगे आगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के खनिज संपदा से कई राज्य जगमगाते रहे हैं लेकिन यह राज्य आज के दिन में भी कई समस्याओं से ग्रसित है. ऐसे में सरकार ने टूरिज्म के जरिए आगे बढ़ने की कार्य योजना बनाई है. मुझे लगता है कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों की आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी.

*खेल और कला क्षेत्र में भी असीम संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल और कला के क्षेत्र में यहां असीम संभावनाएं हैं। धौनी जैसे क्रिकेटर खिलाड़ी इसी राज्य से आते हैं. सलीमा टेटे जैसे हाकी खिलाड़ी हमारे राज्य से आती है जो सीमित संसाधनों में देश का प्रतिनिधित्व दुनिया में कर रही है. कला क्षेत्र में अभी हाल में ही फेमिना मिस इंडिया के ग्रैंड फिनाले में यहां की रिया तिर्की ने प्रतिभाग किया. इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारे राज्य के युवा हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं. सरकार पूरी दक्षता के साथ राज्य में पर्यटन को आगे बढ़ाने का काम कर रही है.

*First-cum-first-serve के आधार पर निवेशकों को मिलेगा special package*

*Tourism Policy में निवेशकों को कई तरह के Incentives दिए जा रहे हैं। जैसे –

* Capital Investment पर 10 करोड़ की limit तक 20-25% Subsidy दी जा रही है।

*5 वर्षों तक Net SGST का 75% की छूट दी जायेगी।

* 5 वर्षों तक Stamp Duty और Electricity Duty नहीं लगेगी।

* महिलाओं, SC, ST एवं दिव्यांगों के लिए Policy में विशेष व्यवस्था की है।

* निवेश और Incentives के लिए हमने Single Window System बनाया है।

*First-cum-first-serve के आधार पर निवेशकों को मिलेगा special package.

इस मौके पर विकास आयुक्त श्री अरूण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, रेजिडेंट कमिश्नर झारखण्ड भवन श्री मस्तराम मीणा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे, सचिव पर्यटन श्री अमिताभ कौशल, निदेशक उद्योग श्री जितेंद्र कुमार सिंह, निदेशक पर्यटन श्रीमती अंजली यादव, फिक्की के पदाधिकारी आदि लोग उपस्थित थे.

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लखनऊ के जौहरी को कोरियर के जरिए रंगदारी की चिट्ठी मिली

लखनऊ 24 Jully (Rns/FJ):  जरिए धमकी भरी चिट्ठी मिली। जब उन्होंने पत्र खोला तो उसमें एक जिंदा कारतूस मिला।

गुप्ता ने कहा, “जबरन वसूली करने वाले ने 5 लाख रुपये की मांग की है और मुझे जान से मारने की धमकी दी है।”

उन्होंने कहा कि एक निजी कोरियर कंपनी का एक डिलीवरी मैन उनकी दुकान पर आया और उन्हें पत्र थमा दिया।

उन्होंने कहा, “पत्र पढ़ने के बाद मैंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। मेरी सुरक्षा के लिए दो पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।”

पत्र में भेजने वाले का नाम विजय जायसवाल और पता लखनऊ जेल दिया गया है। पत्र में कहा गया है कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो गोली मार दी जाएगी।

जौहरी को जेल भेजने वाले को रुपये सौंपने को कहा गया है। उल्लेखनीय है कि 12 साल पहले आकाश के भाई की हत्या कर दी गई थी और उसका शव बाराबंकी जिले में मिला था। आरोपितों की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

2019 में उनके चचेरे भाई के आभूषण की दुकान में डकैती हुई थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी।

एडीसीपी (मध्य) राघवेंद्र मिश्रा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है।

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विश्वनाथ मंदिर में आपस में भिड़े श्रद्धालु और सेवादार, जमकर हुई मारपीट

काशी 24 Jully (Rns/FJ): सावन के महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ रोजाना बढ़ती जा रही है। दर्शन के लिए कई घंटों तक कतार में खड़े होना पड़ता है। इसी के चलते तमाम प्रबंधों के बावजूद भीड़ को काबू करना मुश्किल हो रहा है। बीते दिन ही मंदिर के गर्भगृह में अब मारपीट तक की नौबत आ गई।

शनिवार शाम काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में सप्तर्षि आरती का समय हो रहा था। गर्भगृह को बंद कराया जा रहा था कि उसी समय दो दर्शनार्थी गर्भगृह में प्रवेश को लेकर और दर्शन करने की जिद पर सेवादारों से उलझ गए। इतना ही नहीं मंदिर के सेवादारों और दर्शनार्थियों के बीच गर्भगृह के भीतर ही मारपीट भी शुरू हो गई। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

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LoC पर पाकिस्तानी सेना के लिए बंकर बना रहा चीन, सुरक्षा एजेंसियों ने सरकार को किया अलर्ट

नई दिल्ली 24 Jully (Rns/FJ) :  LoC पर पाकिस्तानी सेना के लिए बंकर बना रहा चीन.  भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सरकार को जानकारी दी है कि एक चीनी निर्माण कंपनी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में अपना कार्यालय स्थापित किया है। साथ ही मुजफ्फराबाद और अथमुकम से सटे क्षेत्रों में हो रहे कार्यों को नियंत्रित कर रही है।

एजेंसियों ने कहा कि चीनी कंपनी मई से पाकिस्तानी सेना के लिए बंकरों का नवीनीकरण और नए निर्माण कर रही है। चीनी कंपनियों ने पहले भी पीओके में निर्माण किया है, लेकिन यह पहली बार है जब एलओसी पर इस तरह की परियोजना शुरू की गई है। आपको बता दें कि यह क्षेत्र पीओके की नीलम घाटी से सटे केल सेक्टर में पाकिस्तानी सेना 32 डिवीजन के अंतर्गत आता है।

बीजिंग ने पहले अपने जवानों और मशीनों को राजस्थान में बीकानेर के सामने पाकिस्तानी धरती पर भेजा था। यहां एक फॉरवर्ड एयरबेस को अपग्रेड किया गया था और 350 से अधिक स्टोन बंकरों और सीमा चौकियों का नवीनीकरण किया गया था।

बता दें कि पाकिस्तान का करीबी सहयोगी चीन इससे पहले भी कई मौकों पर सुर में सुर मिला चुका है। भारत ने अगले साल जम्मू और कश्मीर में जी-20 नेताओं की बैठक आयोजित करने की योजना बनाई है। भारत के इस कदम को लेकर चीन ने पाकिस्तान के साथ मिलकर आपत्ति जताई थी। ड्रैगन ने अपने करीबी सहयोगी पाकिस्तान के स्वर में स्वर मिलाते हुए कहा कि संबंधित पक्षों को मुद्दे को राजनीतिक रंग देने से बचना चाहिए।

जम्मू कश्मीर 2023 में जी-20 की बैठकों की मेजबानी करेगा। इस प्रभावशाली समूह में विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने समग्र समन्वय के लिए पांच सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति बनाई है। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिये जाने के बाद यहां प्रस्तावित यह पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठक होगी। पाकिस्तान ने इसका विरोध किया है। पाक का कहना है, ‘‘पाकिस्तान भारत के ऐसे किसी प्रयास को पूरी तरह खारिज करता है।’’

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मनीष सिसोदिया जल्द जेल में होंगे : कांग्रेस

नई दिल्ली, 23 जुलाई (आरएनएस/FJ) । मनीष सिसोदिया जल्द जेल में होंगे.  दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ अनिल कुमार के नेतृत्व में भारी संख्या में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में हुए हजारों करोड़ के शराब घोटाले को अंजाम देने वाले उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग को लेकर आज डीडीयू मार्ग स्थित आम आदमी पार्टी मुख्यालय का घेराव किया। दिल्ली पुलिस की दमनकारी नीति आज भी जारी रही, प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।चौ अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में नियमों को ताक पर रखकर शराब नीति लागू करने वाले मनीष सिसोदिया को अरविन्द केजरीवाल तुरंत प्रभाव से पदमुक्त करें।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले दिन से ही केजरीवाल की शराब नीति का विरोध कर रही है और शराब घोटाले की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने केजरीवाल की शराब नीति में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने के लिए तत्कालीन उपराज्यपाल और पुलिस आयुक्त को लिखित शिकायत भी की थी। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मांग का ही असर है कि उपराज्यपाल ने लागू शराब नीति में हुए भारी भ्रष्टाचार की सीबीआई द्वारा जांच की सिफारिश की है।

उन्होंने कहा कि सच को छुपाया नहीं जा सकता सच यही है कि दिल्ली सरकार पूरी तरीके से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और सत्येन्द्र जैन के बाद न सिर्फ मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी होनी तय है बल्कि आने वाले समय में इन सबके मुखिया अरविन्द केजरीवाल भी सलाखों के पीछे होंगे।अनिल कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा मनीष सिसोदिया को बेहद ईमानदार व्यक्ति बताना और कहना कि शराब घोटाले का मामला कोर्ट में टिक नही पाएगा, केजरीवाल की घबराहट का परिचय है।

जब मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव की रिपोर्ट में आबकारी नीतियों में खामियां पाई गई है तो उप मुख्यमंत्री को सीबीआई द्वारा झूठे मामले में फंसाने का केजरीवाल का बयान बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल शराब घोटाले से अनभिज्ञ नही है इसीलिए कह रहे है कुछ दिनों में मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार भी किया जाऐगा क्यांकि उन्होंने सत्येन्द्र जैन की सच्चाई भी जानते थे इसलिए उन्होंने सत्येन्द्र जैन के लिए भी कहा था कि उन्हें गिरफ्तार किया जाऐगा।

चौ अनिल कुमार ने कहा कि 32 जोन में विभाजित राजधानी में 849 ठेके खोलने की बोली निजी संस्थाओं और रिटेल लाईसेंस दिए गए और दिल्ली सरकार ने नियमों को ताक पर रखकर शराब माफिया के साथ मिलकर यह काम किया है। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों के साईज 150 स्कवायर फिट की जगह 500 स्क्वायर फिट करना, शराब पीने की कानूनी उम्र 25 से 21 करना, इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इंडिपेंडेंट दुकानों और होटलों को 24 घंटे शराब बेचने की अनुमति देकर, शराब की होम डिलिवरी और शराब की दुकाने खोलने के तय दूरी के नियम की धज्जियां उड़ाने आदि भी जांच के दायरे के विषय है।

उन्होंने कहा कि शराब नीति की सीबीआई जांच यदि तय समय और निष्पक्षता से होती है तो वह दिन दूर नही जब केजरीवाल भी जेल में होंगे।

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गुजरात की हुमैरा गरासिया ने ब्रिटेन में रचा इतिहास, लंदन में बनीं सबसे कम उम्र की स्पीकर

सूरत ,23 जुलाई (आरएनएस/FJ)। भारतीय मूल की हुमैरा गरासिया अंग्रेजों के देश में इतिहास रच दिया है। एक ओर जहां ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के लिए भारतीय मूल के ऋषि सुनक का नाम लगातार चर्चाओं में है. वहीं दूसरी ओर भारतीय मूल की हुमैरा गरासिया अंग्रेजों के देश में इतिहास रच दिया है। 25 साल की गरासिया ने लंदन बरो ऑफ हैकनी की सबसे कम उम्र की स्पीकर बन गई हैं।

गरासिया का परिवार मूल रूप से गुजरात के वलसाड का रहने वाला है और उनके पिता छोटी उम्र में ही ब्रिटेन चले गए थे। सिर्फ 15 साल की उम्र में गरासिया सक्रिय राजनीति में आ गई थीं। वह खुद को भारतीय मूल की एक गुजराती मानती हैं। उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय से राजनीति से बीए की पढ़ाई की है। एक गोदाम में काम करने वाले उनके पिता रफीक अहमद वलसाड के नाना तैवाद से हैं, जबकि उनकी मां नजमा भरूच से हैं। गरासिया ने कहा, मैं पूरे ब्रिटेन में भारतीय मूल की सबसे कम उम्र की स्पीकर/सिविक मेयर हूं और लंदन बरो ऑफ हैकनी की अब तक का सबसे कम उम्र की स्पीकर हूं।

हर साल वालसाड आती हैं गरासिया

गरासिया ने कहा, मुझे साल 2018 में 21 साल की उम्र में पार्षद के रूप में चुना गया था और उसके बाद मैंने चार साल का कार्यकाल पूरा किया। मैं उस समय काउंसलर के रूप में निर्वाचित होने वाली भारतीय मूल की सबसे कम उम्र की नेता थी। मुझे मई 2022 में एक बार फिर से पार्षद के रूप में चुना गया। उन्होंने कहा, मैं असमानता के मुद्दों पर फोकस करूंगी और नस्लवाद और भेदभाव जैसे मुद्दों से निपटने की कोशिश करूंगी। लंदन में जन्मी और पली-बढ़ी गरासिया के माता-पिता करीब 35 साल पहले गुजरात से चले गए थे। गरासिया हर साल अपने परिवार के साथ वलसाड आती हैं।

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उत्तर प्रदेश में उपभोक्ताओं को राहत, नहीं बढ़ेगी बिजली की दरें

लखनऊ ,23 जुलाई (आरएनएस/FJ)। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने वर्ष 2022-23 के बिजली के नए टैरिफ की घोषणा कर दी है। इस वर्ष के लिए बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। वहीं आयोग ने अधिकतम स्लैब सीमा को कम किया है। हालांकि, सात रुपये प्रति यूनिट की दर को समाप्त किया गया है। अब 500 यूनिट से ज्यादा उपभोग होने पर 6.5 रुपये प्रति यूनिट की दर से ही बिल देना होगा।

आज नियामक आयोग ने बिजली का नया टैरिफ जारी किया है। जिसमें घरेलू उपभोक्ताओं के स्लैब में सबसे अधिक कमी की गई है। इनके अनुसार प्रदेश में बिजली की दरें यथावत ही रहेंगी। इतना ही नहीं बिजली की दर की स्लैब को भी घटाया गया है।

उत्तर प्रदेश में पहले बिजली के दर की स्लैब 80 थीं, जिनको घटाकर 59 कर दिया गया है। इससे घरेलू उपभोक्ताओं से साथ व्यावसायिक उपयोग करने वालों को भी काफी राहत मिलेगी। ज्यादा बिजली खर्च करने वाले शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। अब सात रुपये यूनिट नहीं देना होगा। शहरी घरेलू बीपीएल उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक 3 रुपये यूनिट से बिजली मिलेगी।

प्रदेश के शहरी विद्युत उपभोक्ताओं के लिए जीरो से 100 यूनिट तक 5.50 रुपये प्रति यूनिट, 101 से 150 यूनिट तक प्रति यूनिट 5.50 रुपये प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक प्रति यूनिट 6.00 रुपये और 300 यूनिट के ऊपर 6.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से दरें निर्धारित की गई हैं। जबकि शहरों में घरेलू बीपीएल परिवारों को 100 यूनिट तक प्रति यूनिट 3.00 रुपये के हिसाब से बिल देना होगा।

इसी तरह, ग्रामीण घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को जीरो से 100 यूनिट तक 3.35 रुपये प्रति यूनिट, 101-150 यूनिट तक 3.85 रुपये प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक 5.00 रुपये प्रति यूनिट और 300 से ऊपर यूनिट होने पर 5.50 रुपये प्रति यूनिट देना होगा। जबकि, ग्रामीण घरेलू बीपीएल परिवारों को 100 यूनिट तक तीन रुपये में बिजली दी जाएगी।

उत्तर प्रदेश में पहले बिजली के दर की स्लैब 80 थीं, जिनको घटाकर 59 कर दिया गया है। इससे घरेलू उपभोक्ताओं से साथ व्यावसायिक उपयोग करने वालों को भी काफी राहत मिलेगी। ज्यादा बिजली खर्च करने वाले शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। अब सात रुपये यूनिट नहीं देना होगा। शहरी घरेलू बीपीएल उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक 3 रुपये यूनिट से बिजली मिलेगी।

राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा है कि नियामक आयोग ने उपभोक्ता परिषद की ज्यादातर मांगों को मान लिया है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि जिस प्रकार नोएडा पावर कंपनी के क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं की बिजली दरों में 10 की कमी की गई है

उसी प्रकार पावर कापोर्रेशन द्वारा नियामक आयोग में उपभोक्ताओं के निकल रहे 22045 करोड़ रुपये पर अपीलेट ट्रिब्यूनल में मुकदमा दाखिल करने का शपथ पत्र दिया गया होता तो बिजली दरों में भारी कमी होती।

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नीतीश में राजनीतिक ताकत नहीं, किसी न किसी का सहारा चाहिए : जगदानंद सिंह

पटना ,23 जुलाई (आरएनएस/FJ)। बिहार में राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें किसी न किसी का सहयोग चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश का राजनीतिक सिद्धांतों से विसर्जन हो चुका है, कुर्सी का विसर्जन का कब होता है।

पटना में शनिवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जमकर बोले। उन्होंने भाजपा और जदयू के रिश्ते में आए खंटास के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि इन दोनों में कभी एकता थी ही नहीं। ये दोनों कुर्सी के लिए एक हुए हैं। दोनों एक-एक पैर के हैं और साथ आकर, एकजुट होकर चलने की कोशिश करते हैं।

सिंह ने नीतीश कुमार पर जोरदार सियासी हमला बोलते हुए कहा कि उनमें राजनीतिक ताकत ही नहीं है। उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में इसका पता चल चुका है।

उन्होंने कहा कि वे ऐसे पौधे के समान हैं, जो बिना सहारे के बढ़ ही नहीं पाता। नीतीश को भी वैसे ही सहारा चाहिए, कभी मोदी का तो कभी लालू प्रसाद का। उन्होंने कहा कि इनमें स्थिरता ही कहां है।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक सिद्धांतों का विसर्जन हो चुका है। कुर्सी का विसर्जन कब होता है, देखिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में आत्मसम्मान होता है तो इतनी बेइज्जती के बाद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भाजपा के साथ नहीं बैठे रहते।

भाजपा बार-बार साबित करता है, लेकिन ठुकरा नहीं दिए जाएं इस कारण नीतीश कुमार सबकुछ सहते हैं।

नीतीश कुमार के राजद द्वारा सहयोग किए जाने के संबंध में पूछे जाने पर राजद नेता ने कहा कि नीतीश सहयोग की चीज हैं क्या। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि एक सदस्य के तौर पर उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री के तौर पर ठुकरा दिए गए हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी तेजस्वी के लिए जनता ने तय कर दिया है।

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अन्नाद्रमुक के कार्यालय में तोडफ़ोड़, अहम दस्तावेज और सामान गायब

चेन्नई ,23 जुलाई (आरएनएस/FJ)।  तमिलनाडु में विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने आरोप लगाया कि पार्टी से निष्कासित नेता ओ पनीरसेल्वम के प्रति निष्ठा रखने वालों ने 11 जुलाई को पार्टी कार्यालय में तोडफ़ोड़ की और दस्तावेजों तथा कीमती वस्तुओं को लूट लिया। यह घटना उस वक्त हुई जब पनीरसेल्वम और पार्टी के अंतरिम महासचिव के पलानीस्वामी के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी।

ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सी वी शनमुगम ने इस संबंध में पनीरसेल्वम और उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया कि पार्टी कार्यालय से वे विभिन्न दस्तावेज ले गए।
शिकायत दर्ज कराने के बाद राज्य के पूर्व मंत्री शनमुगम ने पत्रकारों के साथ बातचीत में दावा किया कि पनीरसेल्वम के प्रति निष्ठा रखने वाले लोगों ने पार्टी कार्यालय में तोडफ़ोड़ की और दस्तावेजों व अन्य सामानों को लूट लिया। उन्होंने आरोप लगाया, सभी कमरों में तोडफ़ोड़ की गई और कई सामान लूट लिए गए।

शनमुगम ने कहा कि कार्यालय की इमारत, अन्नाद्रमुक के संस्थापक दिवंगत एम जी रामचंद्रन की पत्नी जानकी की थी, लेकिन उन्होंने इसे पार्टी को दे दिया। उन्होंने दावा किया कि कोयंबटूर और मदुरै के कार्यालय से भी संबंधित दस्तावेज पनीरसेल्वम से जुड़े एक वाहन में उनके समर्थक ले गए थे। शनमुगम ने दावा किया कि ये सभी गतिविधियां पनीरसेल्वम के इशारे पर हुईं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने पनीरसेल्वम के खिलाफ कार्रवाई के साथ लापता सामान की तत्काल बरामदगी की भी मांग की है।

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अखिलेश की राजभर और शिवपाल को दो टूक,जहां सम्मान मिले वहां जाने के लिए स्वतंत्र

लखनऊ ,23 जुलाई (आरएनएस/FJ)। यूपी विधानसभा में प्रसपा और सुहेलदेव राजभर के साथ मिलकर चुनाव लडऩे वाले अखिलेश यादव ने शिवपाल और राजभर को पत्र जारी कर दो टूक कहा कि आपको जहां ज्यादा सम्मान मिलता है। आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं। सपा की तरफ से यह संदेश पत्र जारी कर दिया गया है।

सपा ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के नाम पत्र जारी किया है। पत्र में साफ-साफ कहा है कि आप कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं। शिवपाल सिंह यादव के नाम जारी पत्र में लिखा गया है कि माननीय शिवपाल सिंह यादव जी अगर आपको लगता है, कहीं आपको अधिक सम्मान मिलेगा तो वहां पर जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं। शिवपाल सिंह यादव इटावा के जसवंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर के नाम जारी पत्र में लिखा गया है कि ओम प्रकाश राजभर जी, समाजवादी पार्टी तो लगातार भारतीय जनता पार्टी से लड़ रही है। आपका भारतीय जनता पार्टी से गठजोड़ है और लगातार भाजपा को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं।

समाजवादी पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय से जारी पत्र की प्रतिलिपि राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के साथ ही शिवपाल सिंह यादव तथा ओम प्रकाश राजभर को भी है। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक पंडितों को अब शिवपाल सिंह यादव तथा ओम प्रकाश राजभर के अगले कदम का इंतजार है।

पत्र जारी होने के बाद राजभर ने कहा कि मैं उनको सुझाव देता रहा लेकिन उनको मेरी यही बात बुरी लगी। उनको सुर में सुर मिलाकर बात करने वाला नेता चाहिए। मैं आज भी कह रहा हूं कि वो पाल, प्रजापति और कश्यप किसी को भी पार्टी में जगह देना नहीं देना चाहते। अगर मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलूं तो बुरा है लेकिन वो या उनके पिता मुलायम सिंह मिलें तो अच्छा है। मैं जिससे चाहता हूं उससे मिलता हूं। मेरे संबंधों पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। अगर कोई सोचे कि मैं वही करूं जो वो कहे तो ये नहीं हो सकता।

मैं किसी का गुलाम नहीं हूं।

राजभर ने कहा कि ईश्वर करे कि वो एसी से बाहर न निकलें। वह एसी घर में बने रहने के लिए है। दलितों व वंचितों की लड़ाई उनके बस की नहीं है। मैंने दलितों-पिछड़ों की हिस्सेदारी मांगी लेकिन उन्होंने कभी गंभीरता से नहीं लिया। मैंने आजमगढ़ के लिए कई नाम सुझाए लेकिन उनको सिर्फ यादव और मुसलमान उम्मीदवार ही चाहिए था।

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स्मृति ईरानी की पुत्री की रेस्तरां को जारी लाइसेंस की जांच हो: तृणमूल

पणजी 23 Jully (Rns/FJ): तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की पुत्री को गोवा में एक रेस्तरां चलाने के लिए जारी कथित अवैध लाइसेंस की जांच की मांग की।

गोवा टीएमसी नेता ट्रैजानो डी’मेलो ने लाइसेंस हासिल करने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा,“ रेस्तरां को फूड लाइसेंस मिलने से पहले शराब का लाइसेंस कैसे दिया जा सकता है।” भारतीय जनता पार्टी सरकार की प्रशासनिक विफलता को उजागर करते हुए उन्होंने कहा, “ जब भाजपा के मंत्रियों की बात आती है, तो कानून की सभी जरूरी प्रक्रिया समाप्त कर दी जाती हैं। ”

उन्होंने आरोप लगाया, “ वास्तव में भाजपा न्याय को दबाने के लिए न्यायिक प्रणाली का दुरुपयोग करती है। ” मौजूदा सत्र के दौरान विधानसभा में इस मुद्दे को नहीं उठाने पर विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए श्री डी’मेलो ने कहा, “ विपक्ष ने सरकार के सामने घुटने टेक दिये हैं। ऐसा लगता है कि वे गैलरी में सिर्फ प्रचार के लिए बोलते हैं, वे गोवा के लोगों को परेशानी में डालने वाले मुद्दों पर नहीं बोलते। ”

लाइसेंस प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली संदिग्ध प्रक्रिया की जांच की मांग करते हुए डी’मेलो ने कहा, सरकार को मामले में एक साफ और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। गोवा टीएमसी नेता सामिल वोल्वाइकर ने कहा, गोवा के उद्यमियों को एक भी लाइसेंस हासिल करने में मुश्किल होती है, जबकि भाजपा से जुड़े शानिया जैसे वीआईपी इसे आवश्यक दस्तावेजों के बिना हासिल कर लेते हैं।

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विदाई समारोह में ताजा की अपने कार्यकाल की यादें

नई दिल्ली ,23 जुलाई (आरएनएस/FJ)।  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का विदाई समारोह संसद भवन के सेंट्रल हॉल में चल रहा है। इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्री और दोनों सदनों के सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत और सम्मान किया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति के स्वागत में संबोधन भी किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद के विभिन्न कार्यों को याद किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मेरे हृदय में अनेकों स्मृतियां उभर आई हैं। इसी संसद भवन में मैंने अनेकों साल बिताए हैं। मैंने इसी सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। उन्होंने कहा कि आप सभी का एक सांसद के रूप में सम्मान है। राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने मौका देने के लिए आभारी रहूंगा। साथ देने के लिए सांसदों का भी आभार जताया। आपके सहयोग से काम को बेहतर ढंग से कर सका। रामनाथ कोविंद ने कहा कि सभी पूर्व राष्ट्रपति मेरे लिए प्रेरणा रहा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि सांसद और राष्ट्रपति एक ही विकास यात्रा के सहयात्री हैं। हमारा संविधान, हम भारत के लोगों द्वारा अंगीकृत, अधिकृत किया गया है। राष्ट्रपति को संसदीय परिवार के अभिन्न अंग के रूप में देखता हूं। उन्होंने कहा कि हम सब संसद रूपी परिवार के सदस्य हैं, जिसमें मतभेद हो सकते हैं। पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में सोचना चाहिए। जब पूरे देश के एक विशाल संयुक्त परिवार के रूप में देखते हैं तो मतभेद दूर करने के लिए कई रास्ते हो सकते हैं। विरोध के लिए तमाम रास्ते हो सकते हैं, लेकिन गांधीवादी ढंग से हो तो ज्यादा बेहतर

इस दौरान राष्ट्रपति ने सरकार के कामों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में दो आयोजन महत्वपूर्ण रहे। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि रहा है। वहीं देश की आजादी का अमृत महोत्सव भी काफी अच्छा कार्यक्रम है। दोनों कार्यक्रमों का हिस्सा होने के चलते मैं खुद को सम्मानित महसूस करता हूं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने हमें कई शिक्षा दीं। कोविड मानव भूलने लगा था कि वह प्रकृति का ही एक हिस्सा है, लेकिन कोविड ने इसे याद दिलाया। साथ ही भारत में 200 करोड़ वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम हुआ। लोगों को बड़े पैमाने पर राशन दिया गया। कोविड से मिली सीख को याद रखने की जरूरत।

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शिवसेना का असली बॉस कौन? चुनाव आयोग ने शिंदे और उद्धव को दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कहा

मुंबई 23 Jully (Rns/FJ): शिवसेना का असली बॉस कौन?. महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद अब शिवसेना पर दावेदारी को लेकर एकनाथ शिंदे व उद्धव ठाकरे गुट कानूनी दांव पेंच आजमा रहे हैं। शिवसेना पर दावेदारी का मामला अब चुनाव आयोग पहुंच चुका है। आयोग ने दोनों गुटों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

चुनाव आयोग ने ठाकरे व शिंदे गुट दोनों से कहा है कि वे दस्तावेजों के साथ यह सबूत दें कि उनके पास शिवसेना के सदस्यों का बहुमत है। आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के गुट द्वारा उसे लिखे गए पत्र और शिंदे गुट को ठाकरे गुट द्वारा लिखा गया पत्र भी भेजा है।

दोनों गुटों से आयोग ने आठ अगस्त को दोपहर 1 बजे तक जवाब मांगा है। शिवसेना पर दावेदारी कर रहे दोनों गुटों से आयोग ने उनके समर्थक विधायकों व सांसदों के अलावा संगठनात्मक इकाइयों में समर्थकों के हस्ताक्षरित पत्र भी मांगे हैं।

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शिक्षक भर्ती घोटाले में बड़ी कार्रवाई, 26 घंटे की पूछताछ के बाद ममता के मंत्री पार्थ चटर्जी गिरफ्तार, अर्पिता मुखर्जी भी हिरासत में

कोलकाता 23 Jully (Rns/FJ): पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में शुक्रवार को दो मंत्रियों समेत करीब एक दर्जन लोगों के घरों पर एक साथ छापेमारी की और भारी मात्रा में नकदी जब्त की। एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि अधिकारियों ने यहां पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी के आवास पर छापा मारा और शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के संबंध में उनसे 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। ईडी के अधिकारियों ने राज्य के उत्तरी हिस्से में कूचबिहार जिले में एक अन्य मंत्री परेश अधिकारी के घर का भी दौरा किया और उनके परिवार के सदस्यों से बात की। वह (मंत्री) इस समय कोलकाता में हैं।

इसके अलावा, उन्होंने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के पूर्व सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा, पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली और नौ अन्य लोगों के घरों पर एक साथ छापे मारे। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) उच्च न्यायालय के निर्देश पर पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित व सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘सी’ और ‘डी’ के कर्मचारियों व शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितताओं की जांच कर रहा है। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय इस मामले से संबंधित कथित धनशोधन की तफ्तीश में जुटा है।

एजेंसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, “ईडी पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड में भर्ती घोटाले से जुड़े विभिन्न परिसरों में तलाशी अभियान चला रहा है।” एजेंसी ने एक कमरे के अंदर भारी मात्रा में नकदी का ढेर लगे होने की चार तस्वीरें साझा कीं। अभी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पद पर काबिज चटर्जी उस समय शिक्षा मंत्री थे, जब कथित घोटाला हुआ था। सीबीआई दो बार उनसे पूछताछ कर चुकी है। पहली बार पूछताछ 25 अप्रैल, जबकि दूसरी बार 18 मई को की गई थी।’

इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने छापेमारी को राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने की भाजपा नीत केंद्र सरकार की ‘चाल’ बताया। पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा, ‘ईडी की यह छापेमारी शहीद दिवस रैली के एक दिन बाद हुई है, जिसने पूरे देश में हलचल मचा दी थी। यह टीएमसी के नेताओं को परेशान करने व डराने-धमकाने के प्रयास के अलावा और कुछ नहीं है।

अदालत के निर्देश के तहत सीबीआई पहले ही उनसे (मंत्रियों से) पूछताछ कर चुकी है और वे सहयोग कर रहे हैं। अब उन्हें बदनाम करने के लिए ईडी का सहारा लिया जा रहा है। भाजपा ने धनशोधन का मामला गढ़ा है।’ हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने सत्ता में आने के बाद से प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हुई विसंगतियों का समर्थन किया है।

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मेरठ में 53 लाख के नकली नोट बरामद, होमगार्ड समेत छह गिरफ्तार

मेरठ ,22 जुलाई (आरएनएस/FJ)। मेरठ में एसओजी टीम, लिसाड़ी गेट और गंगा नगर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को तीन गुना कीमत के नकली नोट देने के नाम पर अपना शिकार बनाया करते थे। फर्जी नकली नोट के काले और गोरख धंधे में एक होमगार्ड सतेंद्र शर्मा की अहम भूमिका होती थी जिसे उसके भाई कृष्ण शर्मा सहित मोहसिन, नाजिम महताब और अरशद गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने 15 हज़ार के असली नोट सहित करीब 53 लाख रुपये के फर्जी नकली नोट बरामद किए है। मेरठ में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि एसओजी की टीम और लिसाड़ी गेट, गंगा नगर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगो को तीस हजार रुपये के बदले में एक लाख रुपये के नकली नोट देने का लालच दिया करते थे और जब कोई इनके चंगुल में फंस जाता था तो पहले उसे असली नोट नकली नोट बता कर दिया करते थे। जिसके बाद जब बाजार में नोट चल जाता था।

ऐसे करते थे डील

उंसके बाद लोग इस गिरोह से डील करते थे। जब लोग इनसे नकली नोट की खेप लेने आते थे तो गिरोह के लोग इन्हें कुछ चिन्हित ठिकानों पर बुलाकर जैसे ही उनसे फर्जी नकली नोट देने के बदले उनसे असली नोट लेते थे तभी गिरोह में शामिल होमगार्ड सतेंद्र और उसका भाई पुलिस की वर्दी में पहुंच जाते थे और फर्जी नकली नोट देने आए गिरोह के सदस्य और बैग को पकड़ लेते थे।

गड्डी में सिर्फ चार या पांच की असली नोट

जिसे देख नोट लेने आया व्यक्ति डर जाता था तो होमगार्ड उसे डांट डपट कर भगा देते थे जिसके चलते ठगी का शिकार बना व्यक्ति डर के चलते कहीं शिकायत भी नहीं करता था। पकड़ा गया गिरोह नकली नोट की गड्डी में ऊपर और नीचे तो चार पांच असली नोट लगा देते थे और बीच मे नोट के साइज के कटे हुए सफेद पेपर लगा दिया करते थे और उसे बंडल में बंद कर लोगो को अपनी ठगी का शिकार बना लिया करते थे।

कांवड़ यात्रा में रकम चलाने की फिराक में थे आरोपित

25 लाख की रकम आरोपितों ने कांवड़ यात्रा के दौरान चलाने का निर्णय लिया था। उनका कहना था कि कांवड़ यात्रा के दौरान नकली रकम बाजार में उतार दी जाएगी। उसके बदले में असली रकम बना ली जाएगी। आरोपितों ने बताया कि शहर के काफी लोगों को 45 फीसदी असली रकम लेने पर नकली नोट देते थे। ऐसे चलाते थे नकली नोट : गडडी में ऊपर और नीचे असली नोट लगाए जाते थे। खरीदार को पहले असली नोट नकली बताकर दिया जाता था, जो बाजार में नकली समझकर चला देता था। उसे लगता था कि नकली नोट बाजार में आसानी से चल रहा है।

ऐसे करते थे घालमेल

उसके बाद गडडी में ऊपर नीचे असली नोट लगाकर नकली नोट सप्लाई कर देते थे। बाद में जो भी विरोध करता था। उसके पास होमगार्ड और उसका भाई खाकी वर्दी पहनकर चले जाते थे, जो उसे जेल में डालने की धमकी देकर शांत कर देते थे। इंस्पेक्टर राजपाल सिंह ने बताया कि नकली नोटों के साथ होमगार्ड समेत छह आरोपितों को पकड़ लिया है। अधिकारी उनसे पूछताछ कर नकली नोट बरामद करने में जुटे हुए है।

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अग्निपथ स्कीम पर नहीं हुई चर्चा, रक्षा समिति के तीन सदस्य बैठक से बाहर निकले

नई दिल्ली  22 Jully (Rns/FJ)  केंद्र सरकार की ओर तीने सेनाओं के लिए हाल ही में लाई गई अग्निपथ स्कीम पर रक्षा समिति की बैठक में चर्चा नहीं होने से नाराज विपक्ष के तीन सदस्य बाहर निकल गए। बाहर निकले सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनके आग्रह किए जाने के बावजूद सेना में भर्ती की योजना ‘अग्निपथ’ पर इस बैठक में चर्चा नहीं की गई। बाहर निकलने वाले सदस्यों में बहुजन समाज पार्टी के सदस्य कुंवर दानिश अली और कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल और उत्तम कुमार रेड्डी शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार, बैठक की शुरुआत होने पर बसपा सांसद दानिश अली ने ‘अग्निपथ’ पर पहले चर्चा करने की मांग उठाई, जिसे अध्यक्ष उरांव ने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने भी यह मांग उठाई। सूत्रों ने बताया, ‘विपक्षी सदस्यों के आग्रह पर समिति के अध्यक्ष ने उनसे कहा कि वे अग्निपथ के विषय को संसद में उठाएं।’

कांग्रेस नेता का दावा बार-बार आग्रह के बाच नहीं हुई चर्चा

बैठक से बाहर आने के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव और समिति के सदस्य के सी वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, ‘उत्तम कुमार रेड्डी, कुंवर दानिश अली और मैं रक्षा मामलों की स्थायी समिति से विरोध करते हुए बाहर निकल गए, क्योंकि हमारे बार-बार आग्रह के बावजूद इस बैठक में विवादित अग्निपथ योजना पर चर्चा नहीं हुई। मैंने पहले एक पत्र में भी समिति के अध्यक्ष से यही आग्रह किया था।’

बाहर निकलने के पीछे बताई वजह

उन्होंने कहा, ‘हमने अध्यक्ष से यह स्पष्ट करने का आग्रह किया कि अग्निपथ योजना को लेकर स्थायी समिति को अंधेरे में क्यों रखा गया, वित्तीय प्रभाव होने के बावजूद समिति की बजट संबंधी छानबीन में इस योजना को शामिल क्यों नहीं किया गया?’ उन्होंने दावा किया कि समिति के अध्यक्ष ने इन सवालों को अनसुना कर दिया और योजना पर चर्चा नहीं की गई। वेणुगोपाल ने दावा किया, ‘संसद में कोई चर्चा नहीं हो रही, संसद की स्थायी समितियों की बैठक में कोई चर्चा नहीं होती। इस तरह से मोदी काल में विधेयकों को मनमाने ढंग से पारित कराया जाता है।’

14 जून को हुई थी योजना की घोषणा

सरकार ने 14 जून को ‘अग्निपथ’ योजना की घोषणा की थी। योजना के तहत साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष तक की उम्र के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए सशस्त्र सेनाओं में शामिल किया जाएगा। इनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा में शामिल किया जाएगा। सरकार ने बाद में वर्ष 2022 के लिए इस योजना के तहत भर्ती के वास्ते ऊपरी आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया था।

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एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल पर ईडी की बड़ी कार्रवाई

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार मंजिला इमारत जब्त

मुंबई ,21 जुलाई (आरएनएस/FJ)। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनसीपी नेता और सांसद प्रफुल्ल पटेल पर गुरुवार को कार्रवाई की। ईडी ने मुंबई के वर्ली स्थित चार मंजिला सीजे हाउस बिल्डिंग की संपत्ति जब्त की है। जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय ने गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी इकबाल मिर्ची से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संपत्ति में जब्त की है। बता दें कि प्रफुल्ल पटेल और उनके परिवार के स्वामित्व वाली एक फर्म ने सीजे हाउस को विकसित किया था, जहां मिर्ची के पास कुछ संपत्तियां भी थीं।

दो मंजिलों को पहले कुर्क किया था 

इकबाल मिर्ची के परिवार को दी गई सीजे हाउस की दो मंजिलों को पहले वित्तीय जांच एजेंसी ने कुर्क किया था। प्रफुल्ल पटेल से अक्टूबर 2019 में इस मामले में 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी। डीएचएफएल के प्रमोट कपिल और धीरज वधावन को गिरफ्तार कर लिया गया था। धीरज वधावन को बाद में जमानत दे दी गई।इकबाल मिर्ची की पत्नी और बेटों को पीएमएलए अदालत ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया है क्योंकि वे मामले में पेश होने में विफल रहे। ईडी ने दुबई और यूके में मिर्ची की संपत्तियों को भी कुर्क किया है।

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द्रौपदी मुर्मू ने जीता राष्ट्रपति चुनाव, यशवंत सिन्हा की बड़े अंतर से हुई हार

नई दिल्ली ,21 जुलाई (आरएनएस/FJ)।  द्रौपदी मुर्मू देश की अगली राष्ट्रपति होंगी। आज सुबह शुरू हुई मतगणना के नतीजे आ गए हैं। जिसमें उन्हें बड़ी जीत हासिल हुई है। हालांकि अभी औपचारिक ऐलान बाकी है। विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के मुकाबले उन्हें दो तिहाई के करीब वोट मिले हैं। देश के पहले आदिवासी नेता के तौर पर राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू को बधाई देने वालों का तांता शुरू हो गया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घर पहुंचकर उन्हें बधाई दी। जानकारी मिल रही है कि कुछ देर में पीएम मोदी उनके घर पहुंचेंगे और बधाई देंगे।

पहले राउंड में ही दो तिहाई से ज्यादा मिले द्रौपदी को वोट

पहले राउंड की गिनती में द्रौपदी मुर्मू को 748 में से 540 वोट मिले थे। इसके अलावा यशवंत सिन्हा को 208 मत हासिल हुए थे। कुल 748 मत पहले राउंड में वैध पाए गए थे, जिनका मूल्य 5 लाख 23 हजार 600 है। इनमें से 540 वोट द्रौपदी मुर्मू को हासिल हुए थे, जिनका मूल्य 3,78,000 है। वहीं यशवंत सिन्हा पहले ही राउंड में बड़े अंतर से पिछड़ गए थे। उन्हें कुल 208 वोट ही मिले थे, जिनका मूल्य 1,45,600 ही आंका गया।

दूसरे राउंड में द्रौपदी मुर्मू की बढ़त और बढ़ी

द्रौपदी मुर्मू की जो बढ़त पहले राउंड में थी, वह दूसरे चरण की मतगणना में और ज्यादा बढ़ गई। दूसरे राउंड की मतगणना तक कुल 1886 वैध मतों की गिनती की गई, जिनमें से 1349 वोट द्रौपदी मुर्मू को हासिल हुए। इसके अलावा यशवंत सिन्हा को मिलने वाले वोटों की संख्या 537 रही। दूसरे चरण की मतगणना तक द्रौपदी मुर्मू के वोटों का मूल्य 4,83,299 था, जबकि यशवंत सिन्हा को मिले वोटों का मूल्य 1,89,876 ही रह गया। इस तरह पहले चरण से ही द्रौपदी मुर्म ने बड़ी बढ़त को कायम रखा।

विपक्ष के सांसदों की क्रास वोटिंग

भाजपा ने दावा किया है कि पहले दौर में सांसदों की वोटिंग के दौरान विपक्ष के नेताओं ने क्रास वोटिंग की।भाजपा ने तर्क दिया कि उन्हें पहले राउंड में 523 वोट की उम्मीद थी लेकिन मिले 540 वोट।

आदिवासी संथाल जनजाति से आती हैं द्रौपदी मुर्मू

द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले में 20 जून, 1958 को संथाल जनजाति में हुआ था। मुर्मू के पिता बिरंची नारायण टुडू जिले के बालदापोसी गांव के एक किसान थे। मुर्मू ने अपनी स्नातक की पढ़ाई भुवनेश्वर के रमादेवी महिला कॉलेज से की थी। इसके बाद उन्होंने श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च रायरंगपुर में सहायक प्रोफेसर के रुप में काम करना शुरू किया। यहां उनकी पहचान एक मेहनती शिक्षक के तौर पर थी।
हादसा

हादसे में हो गई पति और दोनों बेटों की मौत

मुर्मू ओडिशा के सिंचाई विभाग में जूनियर सहायक के पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। मुर्मू की शादी श्याम चरण मुर्मू से हुई थी और उनके दो बेटे और एक बेटी थी। लेकिन कुछ समय बाद ही एक हादसे में उन्होंने अपने पति को खो दिया। इसके बाद अलग-अलग हादसों में उनके दोनों बेटों की भी मौत हो गई। उनकी बेटी इतिश्री रांची में रहती हैं और उन्होंने झारखंड के गणेश हेम्ब्रम से शादी की है।
राजनीतिक जीवन

पहली बार में ही जीता विधानसभा चुनाव

मुर्मू ने 1997 में भाजपा में शामिल होकर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत की। ओडिशा के रायरंगपुर जिले में आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट पर वो 1997 में पहली बार पार्षद चुनी गईं। मुर्मू ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 2000 में रायरंगपुर से जीता और राज्य सरकार में वाणिज्य और परिवहन मंत्रालय संभाले। तब राज्य में बीजू जनता दल और भाजपा के गठबंधन की सरकार थी।
राजनीतिक सफर

देश की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल रही हैं मुर्मू

2000 में ही मुर्मू को परिवहन विभाग से हटा कर मत्स्य पालन और पशुपालन विभाग दिया गया और भाजपा ने उन्हें अपना जिला अध्यक्ष बनाया। 2009 में उन्होंने फिर से रायरंगपुर विधानसभा से चुनाव जीता था। 2010 में दूसरी बार और 2013 में तीसरी बार मुर्मू को भाजपा ने अपना जिला अध्यक्ष बनाया। 2015 में द्रौपदी मुर्मू को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया। वह देश की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल थीं।

राज्यपाल का कार्यकाल

लोक अदालत का आयोजन कर किया 5000 मामलों का निपटारा

मुर्मू ने राज्यपाल के अपने कार्यकाल के दौरान कई बार राज्य सरकार के फैसलों पर सवाल उठाए, लेकिन हमेशा संवैधानिक गरिमा और शालीनता का ध्यान रखा। उन्होंने अपने कार्यकाल में उच्च शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर लोक अदालतों का आयोजन करके शिक्षकों और विश्वविद्यालयों से जुड़े लगभग 5,000 मामलों को सुलझाया। उन्होंने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नामांकन की प्रक्रिया को केंद्रीकृत करने के लिए चांसलर पोर्टल भी बनवाया था।
डाटा

नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित हैं मुर्मू

मुर्मू को ओडिशा विधानसभा ने 2007 में सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के बाद देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी द्रौपदी मुर्मू।

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