पायलट ने सरदारशहर पहुंचकर शर्मा को अर्पित की श्रद्धांजलि

चुरु 12 Oct. (Rns/FJ): राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज चुरु जिले के सरदारशहर में पूर्व मंत्री भंवरलाल शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। पायलट ने सरदारशहर पहुंचकर श्री शर्मा के निवास पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिवार को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की। उन्होंने उनके परिजनों को ढांढस बंधाया।

इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि श्री शर्मा का लंबा राजनीतिक जीवन रहा है और कई उतार चढ़ाव देखे है। वह क्षेत्र के लोगों के लिए समर्पित थे और लोग उनके काम करने के तरीका के कायल थे। इसी कारण उन्हें बार बार जीताकर भेजा गया। उन्होंने कहा कि श्री शर्मा प्रदेश की राजनीति को अच्छे तरीके से समझते थे और उन्होंने जनता एवं समाज की अपने विधानसभा क्षेत्र में लगन से सेवा की, जिसे एक उदाहरण के रुप में देखना चाहिए।

उन्होंने कहा कि श्री शर्मा को लंबा राजनीतिक अनुभव था जिसका हम लोगों ने लाभ लिया। वह खुले मन से काम करते और सबको साथ लेकर चलते थे। उनकी यादे हमारे साथ है। पायलट ने कहा कि उनका हमेशा सानिध्य मिला है और यह कमी हमेशा खलती रहेगी। उल्लेखनीय है कि श्री शर्मा का रविवार को निधन हो गया। वह सरदारशहर से कांग्रेस विधायक थे।

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शिवराज ने विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर नमन किया

भोपाल 12 Oct. (Rns/FJ): मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर उनका स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया।

श्री चौहान ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर कोटि-कोटि नमन् करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं पर सदैव उन्होंने अपने स्नेह की वर्षा की। उनके जीवन का ध्येय प्रदेश की उन्नति और आमजन का कल्याण रहा। यह मेरा सौभाग्य रहा कि उन्हें राजमाता विजयाराजे सिंधिया का सानिध्य मिला और उनका मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अम्मा महाराज के चरणों में प्रणाम और यही संकल्प कि आपके स्वर्णिम मध्यप्रदेश के निर्माण के स्वप्न को साकार करने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

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हम सौभाग्यशाली है जो इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनें : पीएम मोदी

*प्रधानमंत्री ने उज्जैन में किया श्री महाकाल लोक का लोकार्पण*

*प्रत्येक मंडल में बड़ी स्क्रीन पर हुआ समारोह का लाइव प्रसारण*

भोपाल ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। भारतीय जनता पार्टी भोपाल जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि हम सभी सौभाग्यशाली है जो इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में जो सांस्कृतिक पुर्नउत्थान की यात्रा चल रही है उसको आगे बढाने का काम प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने किया है।

प्रधानमंत्री जी ने उज्जैन में आज श्री महाकाल लोक का लोकार्पण किया और कल से आमजनों के लिए खोल दिया जायेगा। श्री पचौरी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने डिजिटल इंडिया बनाने का जो सपना देखा था

उसी के कारण 40 देशों के लोगों ने लाइव देखा। भोपाल के प्रमुख मंडलों में सभी कार्यकर्ता भव्य कार्यक्रम के साक्षी बने है और गर्व अनुभव कर रहे है।

श्री पचौरी ने कहा कि श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के एक दिन पूर्व जिला कार्यकर्ताओं ने प्रत्येक घर पहुंचकर आमजनों को पीले चावल देकर आमंत्रित भी किया था।

जिसके कारण कार्यकर्ताओं ने पूरे भोपाल में प्रत्येक घर में दीप प्रज्जवलित कर सामूहिक स्क्रीन पर लाइव प्रसारण भी देखा। साथ ही भोपाल के बडे मंदिरों को भव्य सजाया गया और दीप प्रज्जवलित किया गया।

भोपाल में जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी शाहपुरा मंडल के शिव मंदिर मनीषा मार्केट में, वरिष्ठ नेता श्री उमाशंकर गुप्ता टी.टी. नगर, न्यू मार्केट के हनुमान मंदिर, प्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग सुभाष मंडल के नेपाली मंदिर वार्ड-70, गोविंदपुरा ए-सेक्टर, विधायक रामेश्वर शर्मा टीटी नगर के बिड़ला मंदिर, महापौर मालती राय रानी कमलापती मंडल शीतला माता मंदिर के वार्ड 13, विधायक कृष्णा गौर आनंद नगर मंडल के श्रीराम मंदिर वार्ड 62, जिला प्रभारी महेन्द्र यादव भानपुर मंडल के श्रीराम मंदिर वार्ड 72, नगर निगम अध्यक्ष एवं महामंत्री किशन सूर्यवंशी राजाभोज मंडल के गुफामंदिर लालघाटी, वरिष्ठ नेता रमेश शर्मा गुट्टू भैया टैगोर मंडल के प्रेमपुरा घाट हनुमान मंदिर, रामदयाल प्रजापति कर्फ्यू वाली माता भवानी चौक, वरिष्ठ नेता धु्रवनारायण सिंह चौक मंडल के काली मंदिर, कालीघाट के पास लाइव स्क्रीन पर श्री महाकाल लोक का प्रसारण देखा।

इसी प्रकार प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी एवं मंडल पदाधिकारी अपने-अपने मंडलों में समारोह में उपस्थित रहे।

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मुलायम सिंह पंचतत्व में हुए विलीन, अखिलेश ने दी मुखाग्नि

सैफई ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का मंगलवार को उनके पैतृक निवास स्थान सैफई में अंतिम संस्कार हो गया। वह पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी। सपा संरक्षक मुलायम सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

इससे पूर्व राष्ट्रीय सम्मान के साथ तिरंगे में लाए गए उनके पार्थिव शरीर को मंत्रोच्चार के बीच वैदिक रीति से स्नान कराया गया। चंदन की चिता पर लेटे मुलायम के अंतिम दर्शन के लिए कई हजार लोग सैफई पहुंचे। उन्हें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, उप्र सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद, असीम अरुण, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर राव, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू आदि ने सैफई के लाल को अंतिम विदाई दी।

अंतिम दर्शन करने के लिए एक तरफ लाखों लोगों का हुजूम था तो दूसरी तरफ देशभर से वीआईपी भी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए सैफई पहुंचे। ये सिलसिला सुबह से शुरू हुआ जो शाम तक चलता रहा। अंत्येष्टि से ठीक पहले अंतिम दर्शन के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार और अभिनेता अभिषेक बच्चन ने मुलायम सिंह के अंतिम दर्शन किए।

सैफई में बारिश के बीच नेताजी के चाहने वालों के चेहरों पर दुख साफ झलक रहा था। समाजवादी विचारधारा के पुरोधा को तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव, राजस्थान के सीएम अशोक गहलौत और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सीधे अंत्येष्टि स्थल पहुंचे और नमन करने के बाद पुत्र अखिलेश यादव को ढांढस बंधाया।

यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ ही कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने सैफई मेला मैदान में बने अंत्येष्टि स्थल पर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन किया। इस अवसर पर आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी उनके साथ थे। नेताजी का अंतिम दर्शन करने के बाद केशव प्रसाद मौर्य तथा ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी भेंट की। इस दौरान दोनों डिप्टी सीएम ने अखिलेश यादव को ढांढस भी बंधाया।

यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, जितिन प्रसाद, संजय निषाद और संजय सिंह ने नेताजी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सांसद रीता बहुगुणा, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, राज्यमंत्री असीम अरुण और सांसद देवेंद्र सिंह भोले भी सैफई मेला ग्राउंड पहुंचे और नेताजी के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी अंतिम दर्शन किए। मेनका गांधी और उनके पुत्र वरुण गांधी ने भी सैफई पहुंचकर नेताजी के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। योग गुरु बाबा रामदेव, अभिषेक बच्चन, जया बच्चन भाजपा नेता किरीट सोमैया ने भी श्रद्धांजलि दी।

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला इटावा जिले के सैफई गांव में मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह ने समाज में एक लंबे समय तक सामाजिक और राजनीतिक जीवन में जनता का विश्वास और भरोसा जीता है। उनके जाने से सभी देशवासी दुखी हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यादव ने सैफई में कहा कि उनके मुलायम सिंह यादव से बहुत अच्छे रिश्ते थे। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह को धरती से जुड़ा हुआ नेता माना जाता था। उनके निधन से भारत की राजनीति को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है।

गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 82 साल की उम्र में निधन हो गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सैफई जाकर सपा संरक्षक को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुलायम सिंह के निधन पर उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।

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एससी ने अनिल देशमुख को जमानत देने के बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा

नई दिल्ली ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को जमानत देने के बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा। जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ और हिमा कोहली की पीठ ने कहा, हम जमानत देने वाले उच्च न्यायालय के आदेश में हस्तक्षेप नहीं करेंगे..।

पीठ ने कहा कि चूंकि उच्च न्यायालय के आदेश में टिप्पणियां केवल जमानत के हकदार होने तक ही सीमित थीं, इससे स्पष्ट है कि इन टिप्पणियों से मुकदमे या किसी अन्य कार्यवाही की योग्यता प्रभावित नहीं होगी।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देशमुख को जमानत देने के हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया था।

ईडी का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने तर्क दिया कि हाईकोर्ट ने बर्खास्त सिपाही सचिन वाजे के संबंध में गलत निष्कर्ष निकाला, जो इस मामले में सह-आरोपी थे और बाद में सरकारी गवाह बन गए। उन्होंने कहा कि बार मालिकों से एकत्र किया गया पैसा देशमुख के लिए था और अगर उन्हें स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो उन्हें अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सकता है, लेकिन जमानत नहीं मिल सकती।

शीर्ष अदालत ने कहा कि वह जमानत के मामले में गुण-दोष के आधार पर हाईकोर्ट के आदेश में तभी हस्तक्षेप करेगा, यदि उसमें विकृति दिखेगी।

मेहता ने कहा कि वह आदेश में जो बड़ी विकृति है, उसे दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। पीठ ने पूछा कि देशमुख कितने समय से हिरासत में हैं।

देशमुख का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि उनका मुवक्किल एक साल से हिरासत में है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश में तब तक हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता, जब तक उसमें काई विकृति न हो।
मेहता ने कहा कि यह अपराध आतंकवाद से कम गंभीर नहीं है।

मेहता ने देशमुख के स्वास्थ्य के पहलू पर कहा कि जमानत पाने के लिए जिन बीमारियों का उल्लेख किया गया है, वे जीवनशैली से जुड़ी हुई हैं, जिनका इलाज अस्पताल में किया जा सकता है।

जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, देखिए, अगर कोई 35 साल का है तो उस पर कुछ अलग मानक लागू होंगे..।

सिब्बल ने तर्क दिया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि धन की हेराफेरी की गई थी और बयानों से इसकी पुष्टि नहीं होती। उन्होंने कहा, 161 बयानों से काम नहीं चलेगा, आपको साबित करना होगा कि धन की हेराफेरी की गई थी।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस महीने की शुरुआत में ईडी द्वारा जांच किए जा रहे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में देशमुख की जमानत याचिका को अनुमति दी थी।

इसने नोट किया था कि वाजे के बयानों में निश्चितता का अभाव था। वाजे ने एक बयान दिया था कि फरवरी और मार्च, 2021 के महीनों के दौरान 1.71 करोड़ रुपये की राशि बार मालिकों से कथित रूप से उगाही की गई और देशमुख के निजी सहायक को सौंपी गई।

सीबीआई ने देशमुख और उनके सहयोगियों पर 2019 और 2021 के बीच हुए कथित भ्रष्टाचार के लिए मामला दर्ज किया था। अप्रैल 2021 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा दायर एक याचिका के जवाब में जांच के निर्देश जारी किए। ईडी ने देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला शुरू किया था और पिछले साल उन्हें गिरफ्तार किया था।

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असम में 47 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त, एक गिरफ्तार

सिलचर ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने असम पुलिस के साथ करीमगंज जिले में 47.4 करोड़ रुपये मूल्य की 9.477 किलोग्राम हेरोइन जब्त की और इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त टीम ने न्यू करीमगंज रेलवे स्टेशन के पास त्रिपुरा जाने वाले एक ट्रक को रोका।

वाहन की तलाशी लेने पर ट्रक के केबिन की छत में बनी गुहा से हेरोइन युक्त 764 साबुन के डिब्बे बरामद किए गए।
प्रवक्ता ने बताया कि मिजोरम से आ रहे ट्रक के चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बीएसएफ अधिकारियों को संदेह है कि म्यांमार से ड्रग्स की तस्करी की गई थी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 8 अक्टूबर को गुवाहाटी में नशीले पदार्थो की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर सभी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों, मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ बैठक की।

बैठक के दौरान यह खुलासा हुआ कि 2014 से अब तक 20,000 करोड़ रुपये के ड्रग्स को जब्त किया गया है और पूर्वोत्तर राज्यों में 4,888 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।

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प्रधानमंत्री मोदी ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर में पूजा-अर्चना एवं आरती की

उज्जैन ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उज्जैन में ‘श्री महाकाल लोक के लोकार्पण से पूर्व श्री महाकालेश्वर मन्दिर में पूजा-अर्चना की। विधि-विधान से पं. घनश्याम शर्मा ने पूजन करवाया।

प्रधानमंत्री मोदी सायं 6 बजे श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुँचे। सफेद धोती, अंग-वस्त्र, केसरिया दुपट्टा, माथे पर त्रिपुण्ड और गले में रूद्राक्ष की माला धारण किये हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे भक्ति-भाव से भगवान श्री महाकाल का पूजन एवं आरती की।

उन्होंने भगवान श्री महाकालेश्वर का जप एवं ध्यान भी किया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उपस्थित थे।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इंदौर आगमन पर हुआ आत्मीय स्वागत

भोपाल ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इंदौर एयरपोर्ट पर आत्मीय स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री का राज्य शासन की ओर से गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के लिए विशेष हेलीकाप्टर द्वारा उज्जैन के लिये रवाना हुए।

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी, सांसद कविता पाटीदार तथा सांसद गजेन्द्र पटेल, विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता, पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह सहित अन्य अधिकारी और जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, गौरव रणदिवे तथा राजेश सोनकर ने भी आत्मीय स्वागत किया।

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दीपोत्सव में सीएम योगी 229 परियोजनाओं का देंगे तोहफा

*इसबार 8 देशों व 10 प्रदेशों की रामलीला का होगा मंचन*

अयोध्या ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा की अध्यक्षता में अयोध्या में प्रान्तीयकृत छठवे दीपोत्सव 2022 को भव्य एवं दिव्य मनाये जाने के सम्बंध में आयुक्त सभागार में जिले के सभी आलाधिकारियों के साथ तैयारियां की समीक्षा बैठक की।

छठवा दीपोत्सव 23 अक्टूबर 2022 को भव्य रूप में मनाया जायेगा। दीपोत्सव 2022 में इस बार 15 लाख दीप प्रज्जवलित कर गिनीज वर्ल्ड बुक रिकार्ड बनाया जायेगा। मंगलवार को आयुक्त कार्यालय सभागार में मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा की अध्यक्षता में 3 दर्जन से अधिक अधिकारियों के साथ दीपोत्सव मनाये जाने की कार्ययोजना की तैयारी कर गहन विचार किया गया।

उल्लेखनीय है कि उ0प्र0 की वर्तमान लोकप्रिय सरकार द्वारा 2017 में अयोध्या में दीपोत्सव मनाये जाने का कार्यक्रम की शुरूआत की गयी थी जब से लगातार दीपोत्सव मनाया जा रहा है तथा प्रदेश सरकार द्वारा 2019 में इस दीपोत्सव कार्यक्रम को प्रान्तीय स्तर का मेला घोषित किया गया।

मण्डलायुक्त ने कहा कि सभी तैयारियां 15 अक्टूबर 2022 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कर ली जाय तथा उन्होंने बताया कि साकेत महाविद्यालय से निकलने वाली 11 झांकियां के अतिरिक्त इस बार रामायण थीम आधारित 5 डिजिटल एवं ऐनीमेटेड झांकियां भी निकाली जायेंगी, जिसमें डिजिटल माध्यम से भगवान श्रीराम जी के जीवन चरित्र को भी दर्शाया जायेगा, इसके लिए अतिरिक्त तैयारियां पूर्ण कर ली जाय।

मण्डलायुक्त ने कहा कि दीपोत्सव के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा 1841 करोड़ की लागत की लगभग 229 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी तैयारियां समयवार बेहतर तरीके से कर ली जाय तथा सभी विभागों के साथ समन्वय कर कार्यो की माइक्रो प्लानिंग किया जाय, जिससे कि आयोजन के समय किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न होने पायें।

उन्होंने कहा कि मेला परिसर तथा निकलने वाले शोभायात्रा के रास्ते में लटक रहे तारो को विद्युत विभाग समय से सही करवा दें, जिससे किसी प्रकार की अप्रिय घटना न होने पायें। उन्होंने कहा कि राम की पैड़ी के आसपास लगे सभी वाणिज्यिक प्रचार सामाग्री को तत्काल हटा लिया जाय। मण्डलायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि मेला परिसर में सभी आवश्यक दवाईयां तथा एम्बुलेंस व्यवस्था के साथ साथ पर्याप्त मात्रा में मेडिकल टीम भी तैनात की जाय तथा उन्होंने कहा कि दीपोत्सव परिसर के अलावा शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर भी दीप प्रज्जवलित किये जायें।

बैठक में जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि इस बार दीपोत्सव 2022 के मंचीय कार्यक्रम में 8 देशों (इण्डोनेशिया, श्रीलंका, मलेशिया, थाईलैंड, रूस, फिजी, ट्रिनिडाड एण्ड टोबैगो व नेपाल) तथा 10 प्रदेशों (उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, ओडि़सा, तमिलनाडु व झारखण्ड) की रामलीला कमेटियां रामकथा पार्क, भजन संध्या स्थल, बड़ी देवकाली, गुप्तारघाट, भरतकुण्ड, रामघाट रेलवे पुल के बगल, राम बाजार अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय के समीप स्थलों पर रामलीला का मंचन करेंगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशान्त वर्मा ने बताया कि जो पास विभागों द्वारा जारी किया जाय सबका अलग-अलग रंग निर्धारित कर दिया जाय

 

उसमें फोटो आईडी सहित क्रम संख्या दर्ज किया जाय, जिससे दीपोत्सव के समय अतिरिक्त भीड़ पर काबू पाया जा सकें और व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित रखी जा सकें। उन्होंने कहा कि यदि कोई पास का दुरूपयोग करता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।

बैठक में नगर आयुक्त विशाल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर/मेलाधिकारी सलिल कुमार पटेल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह, अपर नगर आयुक्त शशिभूषण राय, डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी प्रो. अजय प्रताप सिंह सहित अन्य विभाग के अधिकारी/प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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सीएम धामी ने पत्नी संग की केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना, विश्व शांति एवं कल्याण यज्ञ में किया प्रतिभाग

*डीएम व अन्य अधिकारियों संग लिया पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण*

रुद्रप्रयाग ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को केदारनाथ धाम पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए। इस दौरान उनकी पत्नी भी उनके साथ थी। सीएम ने धर्म संस्था काशी यात्रा कमेटी तमिलनाडू, केदार सभा और श्री बदरी-केदार समिति के संयुक्त सहयोग में मंदिर परिसर में आयोजित अनुष्ठान (यज्ञ) में आहूति देकर प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।

उन्होंने दर्शन के लिए पहुंचे तीर्थ यात्रियों से यात्रा मार्ग एवं मंदिर परिसर की सुविधाओं पर फीड बैक लिया। मंगलवार सुबह केदारनाथ पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने परिवार सहित बाबा केदार के दर्शन करने के साथ ही विश्व शांति एवं कल्याण के लिए आयोजित तीन दिवसीय यज्ञ में प्रतिभाग किया। बाबा केदार के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने तीर्थ पुरोहितों से भी विशेष संवाद किया।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित सहित अन्य अधिकारियों के साथ पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर कार्य कर रहे श्रमिकों से संवाद करते हुए उनकी हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि तीर्थ यात्रियों के अनुभव को और सुखद बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाएं।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने ईशाणेश्वर मंदिर, रेन शैल्टर, आस्था पथ, वाटर एटीएम सहित अन्य निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचने वाले 15 से 20 हजार श्रद्धालुओं को प्रतिदिन ठहरने की उचित व्यवस्था रहे।

तीर्थ यात्री यहां से बेहतर संदेश लेकर जाए इसके लिए हर संभव सुविधा मुहैया कराई जाए। उन्होंने पुनर्निर्माण एवं नव निर्माण कार्यों पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि अब तक जिला प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बेहतर किया है। उम्मीद है आगे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षाओं के अनुरूप यहां कार्य पूर्ण होगा।

मुख्यमंत्री ने यात्रियों की सुविधाओं से जुड़े सभी कार्यों में तेजी लाते हुए प्राथमिकता के साथ पूरा करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए।

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बारिश के साथ बाढ़ से हाहाकार, 88 गांव व 22 हजार की आबादी प्रभावित

गोरखपुर ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। जिले में बारिश के साथ बाढ़ से हाहाकार मच गया है. राप्ती, रोहिन और सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. तो वहीं नदी के किनारे बसे गांव के लोगों के लिए नदियों को तेजी से बढ़ता जलस्तर मुसीबत का सबब बन गया है. गांव के साथ ही उनके घर भी डूब गए हैं. गोरखपुर में बाढ़ से 88 गांव प्रभावित हो गए हैं. इसमें 25 गांव पूरी तरह से मैरुंड हो गए हैं.

22 हजार की आबादी और 2,849.13 हेक्टेयर क्षेत्रफल भी प्रभावित है. 67 नाव लगाई गई है. राहत टीम को क्रियाशील करने के साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ सभी 86 बाढ़ चौकियों को भी एलर्ट कर दिया गया है. मंगलवार से कंट्रोल रूम को भी पूरी तरह से प्रभावी कर दिया जाएगा।

गोरखपुर में राप्ती नदी के डेंजर लेवल रविवार की सुबह पार करने के बाद से ही आसपास के गांव प्रभावित हो गए हैं. इसके पहले शहर के उत्तर में रोहिन और दक्षिण में सरयू (घाघरा) नदी के डेंजर लेवल पार करने के बाद तेजी से बढऩे की वजह से नदी के आसपास के गांव और खेत मैरुंड हो गए. वर्तमान में गोरखपुर में नदियां तेजी के साथ बढ़ रही हैं.

राप्ती नदी बर्डघाट पर डेंजर लेवल 74.98 को पार कर 0.49 आरएल मीटर ऊपर 75.47 पर बह रही है. रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट पर खतरे के निशान 82.44 को पार कर 1.13 आरएल मीटर ऊपर 83.57 पर बह रही है. सरयू (घाघरा) नदी अयोध्या पुल पर खतरे के निशान 92.73 को पार कर 0.51 आरएल मीटर ऊपर 93.24 पर बह रही है. सरयू तुर्तीपार में खतरा बिंदु 64.01 से 0.64 आएल मीटर ऊपर 64.65 पर बह रही है. राप्ती, रोहिन, सरयू के साथ कुआनो नदी भी चढ़ान पर है।

गांववालों के बीच सुरक्षित स्थान पर जाने और नदियों और बढ़े हुए बाढ़ के पानी से खतरे को देखते हुए दूर रहने की सलाह दी जा रही है. लेकिन इसके बावजूद जान जोखिम में डालकर ग्रामीण और बच्चे तक गांव में घरों से रोजमर्रा की जरूरतों का सामान ले आने के लिए बगैर नाव के आ और जा रहे हैं. ऐसे में उनकी जान का खतरा भी बढ़ गया है. नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस वजह से गांव भी तेजी से बाढ़ की चपेट में आ रहे हैं. नदियों में बहाव भी काफी तेज है।

ऐसे में गांव में मुनादी कराने का खास असर नहीं दिखाई दे रहा है. गांववाले और बच्चे भी अपनी जान को जोखिम में डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। गांवालों की मुश्किलें भी बाढ़ की वजह से बढ़ गई हैं. वे बता रहे हैं कि तीन से चार दिन से बारिश और बाढ़ की वजह से गांव में पानी घुस गया है. वे लोग सुरक्षित स्थान पर शरण लिए हैं. उनका कहना है कि वे लोग काफी परेशान हैं. हर साल इसी तरह से बाढ़ झेलनी पड़ती है. इस बार भी वही हाल है।

गोरखपुर जिले के प्रभावित कुल 88 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. 21,832 आबादी और 2,849.13 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित है. बाढ़ से बचाव के लिए कुल 67 नाव को लगाया गया है. कैम्पियरगंज तहसील बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित है. यहां पर 59 गांव वर्तमान में बाढ़ की चपेट में हैं. यहां पर 4 नाव राहत और बचाव के लिए लगाई गई है. 290 की आबादी और 1910.86 हेक्टेयर का क्षेत्रफल प्रभावित है. सदर तहसील में 12 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. यहां पर 46 नाव राहत और बचाव के लिए लगाई गई है.

यहां पर सर्वाधिक 14,768 जनसंख्या और 570.883 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित है। इसके बाद गोला में 6 गांव प्रभावित हैं. इसमें 6 नाव राहत और बचाव के लिए लगाई गई हैं. 3100 की आबादी और 315.142 हेक्टेयर का क्षेत्रफल बाढ़ की चपेट में है. सहजनवां तहसील में 4 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. इनमें राहत और बचाव के लिए 6 नाव लगाई गई है. यहां पर 875 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बांसगांव में 4 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. तो वहीं राहत और बचाव के लिए दो नाव लगाई गई है. 2564 की आबादी और 38.401 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित है.

चौरीचौरा में दो गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. राहत और बचाव के लिए 3 नाव को लगाया गया है. 175 लोग और 3,231 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ की चपेट में है. खजनी तहसील में एक गांव बाढ़ की चपेट में है. 60 लोग और 10.615 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ से बचाव के लिए पहले चरण में गोला तहसील क्षेत्र में 5700 परिवारों को राहत सामग्री वितरित किया गया है.

दूसरे चरण में 5 हजार किट राहत सामग्री वितरण का आदेश निर्गत किया गया है. मनुष्य और पशु के उपचार के साथ क्लोरीन की गोलियां और ओआरएस के पैकेट और शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए गए हैं. स्नेक वेनम के साथ पशुओं को टीका और भूसा की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है. जिला प्रशासन के साथ आपदा प्रबंधन विभाग, बाढ़ चौकियां और एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट कर दिया गया है।

जिले के जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि राप्ती, रोहिन और सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. यही वजह है कि गोरखपुर की सभी सात तहसीलें बाढ़ से प्रभावित हो गई हैं. बाढ़ से 88 गांव प्रभावित हो गए हैं. 67 नाव को बाढ़ राहत और बचाव के लिए लगाया गया है. जो भी आवागमन बाधित है, वहां पर सुरक्षित आवागमन के लिए नावों को क्रियाशील किया गया है. राप्ती और सरयू में काफी तेजी से पानी बढ़ रहा है.

टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. सभी विभागों को लगाया गया है. 25 गांव मैरुंड हैं. सभी मैरुंड गांव में राहत सामग्री मंगलवार से वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि 22 हजार की आबादी प्रभावित है।

2 हजार हेक्टेयर के आसपास क्षेत्रफल प्रभावित है. फसलों के नुकसान का आकलन पानी उतरने के बाद हो सकेगा. राशन और शिविर में भोजन तैयार कराया जा रहा है.

इंट्रीग्रेटेड कमांड सेंटर भी संचालित किया जा रहा है. रात में भी तटबंधों की निगरानी की जा रही है. अभी सभी तटबंध सुरक्षित हैं।

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विशिष्ट पुरातन छात्र सम्मान से नवाजे गए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

गोरखपुर ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विशिष्ट पुरातन छात्र सम्मान से नवाजा गया है। कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने राजनाथ सिंह को यह सम्मान उनके अकबर रोड, नई दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर रविवार 9 अक्तूबर को प्रदान किया। राजनाथ सिंह गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने 1969 में ्य.क्च.क्क.त्र कॉलेज, मिर्जापुर से क्च.स्ष् (गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान) और एमएससी. (भौतिकी) 1971 में भौतिकी विभाग गोरखपुर विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी के साथ उत्तीर्ण किया। रक्षा मंत्री 1985 में प्रो. एल.एन. त्रिपाठी के अधीन पीएच.डी में पंजीकृत हुए थे। उन्होंने प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय जर्नल में इलेक्ट्रोल्यूमिनेसिसेंस पर दो शोध पत्र प्रकाशित किए थे। कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा,मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय ने दो विशिष्ट पूर्व छात्रों के नाम पर दो स्वर्ण पदक शुरू किए हैं, एक राजनाथ सिंह (भौतिकी में स्नातक में उच्चतम अंक) और दूसरा प्रोफेसर देवेंद्र शर्मा ( एमएससी भौतिकी में उच्चतम अंक) यह मेडल 2022-23 से प्रदान किया जाएगा। कुलपति ने बताया कि राजनाथ सिंह विश्वविद्यालय के प्रथम अंतर्राष्ट्रीय छात्र सम्मेलन के अवसर पर मुख्य अतिथि बनने के लिए सहमत हो गए हैं।
राजनाथ सिंह ने विश्विद्यालय से अपनी पीएचडी लगभग पूरी कर ली थी। 1991 में उत्तर प्रदेश की पहली भाजपा सरकार में शिक्षा मंत्री बनने के समय वे सबमिशन के कगार पर थे। गोरखपुर विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग में उनके पर्यवेक्षक और शिक्षकों ने अपनी पीएचडी थीसिस जमा करने के लिए राजनाथ सिंह से संपर्क किया, लेकिन शिक्षा के प्रति उनके उच्चतम आदर्शों के कारण उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। विशेष रूप से, वैधानिक प्रावधान के अनुसार, थीसिस जमा करने में कोई बाधा नहीं थी क्योंकि उस समय कोई आवासीय आवश्यकता नहीं थी जैसा कि वर्तमान में यूजीसी पीएचडी अध्यादेश 2018 में निर्धारित है। राजनाथ सिंह 1970-71 के दौरान एबीवीपी के सक्रिय सदस्य और तत्कालीन गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र नेता थे। वह एकमात्र छात्र नेता थे जिन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की अक्टूबर 1971 में यात्रा का विरोध किया था। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कोई कक्षा न छुटे। वह ईमानदार और अध्ययनशील छात्रों में से जाने जाते थे और अपने सहयोगियों और शिक्षकों के बीच बहुत लोकप्रिय थे।

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पालघर लिंचिंग : सुप्रीम कोर्ट में बोली महाराष्ट्र सरकार

*सीबीआई को मामला ट्रांसफर करने को तैयार*

नई दिल्ली ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। महाराष्ट्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि उसे 2020 के पालघर लिंचिंग मामले को सीबीआई को सौंपने में कोई आपत्ति नहीं है। महाराष्ट्र पुलिस के सहायक पुलिस महानिरीक्षक ने एक अतिरिक्त हलफनामे में कहा, याचिकाकर्ताओं ने जांच सीबीआई को हस्तांतरित करने की मांग की है, मैं कहता हूं और प्रस्तुत करता हूं कि महाराष्ट्र राज्य सी.आर. संख्या 76/2020 और सी.आर. संख्या 77/2020 की जांच सीबीआई को सौंपने के लिए तैयार है और इसके लिए कोई आपत्ति नहीं होगी।

महाराष्ट्र पुलिस की प्रतिक्रिया अधिवक्ता शशांक शेखर झा और अन्य द्वारा दायर याचिकाओं पर आई है। याचिकाओं में दो साधुओं महाराज कल्पवृक्ष गिरि और सुशील गिरि महाराज की लिंचिंग का मुद्दा उठाया गया था और मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की गई थी।

जून 2020 में, श्री पंच दशाबन जूना अखाड़े के हिंदू साधुओं और दो मृतक साधुओं के रिश्तेदारों ने भी मामले की जांच में राज्य के अधिकारियों द्वारा पक्षपात का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
सभी याचिकाओं में मामले में एक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करने के लिए जांच सीबीआई को स्थानांतरित करने की मांग की।

हलफनामे में कहा, 6 अगस्त, 2020 के आदेश के अनुसरण में, महाराष्ट्र राज्य ने 28 अगस्त, 2020 के अपने हलफनामे के माध्यम से रिकॉर्ड पर चार्जशीट दायर की है। उपरोक्त चार्जशीट के अलावा, पुलिस के खिलाफ की गई कार्रवाई का विवरण विभागीय जांच के माध्यम से कर्मियों को भी 28 अगस्त, 2020 के हलफनामे के माध्यम से रिकॉर्ड पर लाया गया था।

शीर्ष अदालत ने महाराष्ट्र सरकार, महाराष्ट्र के डीजीपी, केंद्र और अन्य को नोटिस जारी किया था। तत्कालीन महाराष्ट्र सरकार ने मामले की स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिका का विरोध किया था और शीर्ष अदालत के समक्ष आरोप पत्र जमा किया था, और यह भी बताया था कि विभागीय जांच के माध्यम से दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

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भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई पर बोले पीएम मोदी

*हम जेपी के नक्शे कदम पर चल रहे हैं*

राजकोट ,11 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह केवल उनके नक्शेकदम पर चल रहे हैं और एजेंसियों को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दे रहे हैं, लेकिन कुछ दल इस पर हंगामा कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि जे.पी. नारायण ने देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए एक आंदोलन चलाया था।

वह गुजरात के राजकोट जिले के जामकंदोरना में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी का नाम लिए बिना उस पर तंज कसते हुए कहा, एजेंसियां कुछ राजनीतिक नेताओं और पार्टियों के भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही हैं, एजेंसियों के साथ सहयोग करने के बजाय, वे एजेंसियों की छवि खराब करने का प्रयास कर रही हैं। क्या आपको नहीं लगता कि हमें ऐसे भ्रष्ट लोगों से जनता के पैसे की वसूली करनी चाहिए।

पिछले 20 वर्षों में गुजरात के विकास के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, राज्य में केवल 26 इंजीनियरिंग कॉलेज थे, आज 130 इंजीनियरिंग कॉलेज हैं, गुजरात में आईटीआई 300 से बढ़कर 600 हो गए हैं, फार्मेसी कॉलेज 13 से 75 हो गए हैं, 8,000 सीटों वाले 36 मेडिकल कॉलेज हैं, यही विकास राज्य ने हासिल किया है।

पिछले शासन में राज्य के खराब पानी के बुनियादी ढांचे के बारे में याद दिलाते हुए, मोदी ने कहा, आपने अपनी मां की आंखों में आंसू नहीं देखे हैं, पहले उनके लिए दो बर्तन पानी लाना कितना मुश्किल था, पानी के टैंकरों या पानी के माध्यम से आपूर्ति की गई पानी पर निर्भर थे। भाजपा की दूरदर्शी नीति और सौनी कार्यक्रम की योजना के कारण अब आपको आपके दरवाजे पर पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जाती है।

मोदी ने कहा, राजकोट इंजीनियरिंग उद्योगों और डीजल पंप निर्माण क्षेत्र का केंद्र है। उन्होंने कहा कि मध्यम और लघु इकाइयां आज ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स का निर्माण कर रही हैं, और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही यह उद्योग विमान के स्पेयर पार्ट्स का निर्माण भी करेंगी।

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदाताओं को बांटने के लिए कास्ट कार्ड खेलकर ग्रामीण क्षेत्रों में अपना आधार बढ़ाने की कांग्रेस की योजना के बारे में सचेत किया और उनसे कहा कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में समाज में बंटवारे को रोकने के लिए कड़ी मेहनत करें।

पीएम ने हिंदू विचारक नानाजी देशमुख को भी श्रद्धांजलि दी।

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उद्धव गुट को मिला मशाल का निशान

मुंबई 11 Oct. (Rns/FJ)- चुनाव आयोग ने उद्धव गुट को अंधेरी पूर्व सीट पर विधानसभा उपचुनाव के लिए मशाल का निशान दिया है। आयोग ने कहा कि कोई भी धार्मिक निशान चुनाव के लिए नहीं दिया जा सकता है। बता दें कि उद्धव गुट ने मशाल, त्रिशूल और उगता हुआ सूरज का विकल्प चुनाव आयोग के सामने रखा था। वहीं शिंदे गुट ने गदा, उगता हुआ सूरज और त्रिशूल का विकल्प दिया था जिन्हें खारिज कर दिया गया है।

उद्धव गुट को चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम ‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)’ दिया है। वहीं ईसी ने शिंदे गुट के निशान के तीन विकल्पों को खारिज कर दिया है। हालांकि उपचुनाव के लिए शिंदे गुट की पार्टी का नाम ‘बालासाहेबांची शिवसेना’ होगा। चुनाव आयोग ने कहा है कि पार्टी के नाम को लेकर शिंदे गुट का जो पहली प्राथमिकता थी वही विरोधी गुट ने भी पहली प्राथमिकता में रखी थी। ऐसे में दोनों ही गुटों को वह नाम नहीं दिया जा रहा है।

उद्धव ठाकरे गुट के नेता भास्कर जाधव ने कहा कि हमें बड़ी जीत हासिल हुई है। उद्धव ठाकरे ने पार्टी का नाम ‘शिवसेना, उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ दिया है जो कि हमारी जीत है।

बता दें कि 3 नवंबर को होने वाला उपचुनाव शिंदे और ठाकरे गुट के लिए लिटमस टेस्ट साबित होने वाला है। यह सीट शिवसेना विधायक रिमेश लातके के निधन के बात खाली हुई थी। शिवसेना ने उनकी पत्नी रितुजा को यहां से टिकट दिया है। वहीं शिंदे गुट और भाजपा मुरजी पटेल को उतारने की योजना बना रहे हैं जो कि 2019 में चुनाव हार गए थे। शिंदे गुट और उद्धव गुट में पार्टी के निशान और नाम को लेकर कानूनी लड़ाई के बीच चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और निशान दोनों ही फ्रीज कर दिया था।

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आगरा में जापानी पर्यटक से 23 लाख रुपये ठगने वाला व्यक्ति गिरफ्तार

आगरा 11 Oct. (Rns/FJ) : एक जापानी नागरिक से 23 लाख रुपये की कथित ठगी करने के आरोप में 45 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को इस घटना की जानकारी दी। आरोपी लपका अली हुसैन के खिलाफ इस साल जनवरी में आगरा टूरिस्ट थाने में आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया था।

स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) जय सिंह परिहार ने कहा, “आरोपी को सोमवार को उस समय रंगे हाथों पकड़ा गया, जब वह ताजमहल के पास कुछ अन्य पर्यटकों को धोखा दे रहा था। उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।”

पुलिस के अनुसार, जापान के क्योटो निवासी 56 वर्षीय महिला मार्च 2019 में भारत आई थी। आगरा पहुंचने पर, वह अपने होटल के लिए रास्ता भटक गई तो उसने वहां के स्थानीय निवासी हुसैन से मदद ली।

अगले दिन हुसैन ने उसे शहर का दौरा कराया। बाद में, उसके बारे में कहा गया कि उसने आभूषण खरीदने के लिए उससे 23 लाख रुपये ठग लिए, जिसमें उसने वादा किया था कि वह सभी सीमा शुल्क औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद जापान वापस भेज देगा।

इसके बाद, वह जापान लौट आई लेकिन उसे कभी आभूषण नहीं मिले। वह इसी साल जनवरी में भारत लौटी और आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।

पुलिस ने कहा कि महिला को हुसैन की गिरफ्तारी के बारे में सूचित कर दिया गया है और वह जल्द ही अदालत में पेश होगी।

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भारी बारिश के चलते कर्नाटक के 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी

बेंगलुरू 11 Oct. (Rns/FJ) : बेंगलुरु में भारी बारिश की वजह से मंगलवार को कर्नाटक के 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आगे भी बारिश की संभावना जताई है। आईएमडी ने कहा कि अगले दो दिनों तक 20 जिलों में गरज के साथ बौछारें भी पड़ेंगी।

येलो अलर्ट के तहत जिले कालाबुरागी, यादगिरी, रायचूर, कोप्पल, गडग, बेलगावी, बल्लारी, चित्रदुर्ग, चिक्कमगलुरु और चिक्काबल्लापुर हैं। हालांकि, राज्य के तटीय क्षेत्र के लिए ऐसी कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।

अनुमान लगाया जा रहा है कि यह मौसम कुछ और दिनों तक बना रहेगा।

वेदरमैन ने बुधवार को उत्तरी जिलों कालाबुरागी, यादगिरी, रायचूर, कोप्पला, गडग, बेलगावी में बारिश की भविष्यवाणी की है।

इस बीच, दक्षिणी जिलों तुमकुरु, कोलार, चिक्कबल्लापुर और बेंगलुरु ग्रामीण में भारी बारिश होने वाली है।

चिक्कमगलुरु, मैसूर, चामराजनगर, हासन, कोडागु, शिवमोग्गा, चित्रदुर्ग और दावणगेरे जिलों में भी मंगलवार को भारी बारिश होगी।

अधिकारियों को सतर्क रहने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है।

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सिताब दियारा में अमित शाह के कार्यक्रम को लेकर राजीव प्रताप रुडी ने किया मुआयना

छपरा, 11 अक्टूबर ( आरएनएस/FJ) । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सारण में होने वाले कार्यक्रम को लेकर स्थानीय सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने सिताब दियारा में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया।

इस दौरान सांसद ने आरक्षी उप महानिरीक्षक पी कन्नन, आरक्षी अधीक्षक संतोष कुमार और जिलाधिकारी राजेश मीणा के साथ विधी व्यवस्था की भी समीक्षा की। कार्यक्रम स्थल के निरीक्षण के दौरान रुडी के साथ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा भाजपा के जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा, राहुल सिंह प्रमुख, मुखिया प्रतिनिधि मनोकामना सिंह, स्थानीय भाजपा नेता भोला सिंह, धनन्जय राम अरबिंद सिंह, दीपक साह, मणि प्रताप सिंह, शेखर सिंह, अभय सिंह समेत पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद थे।

विदित हो कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण की कल जयंती है, इसलिए कल उनके पैतृक गाँव में आयोजित विशेष कार्यक्रम में गृहमंत्री शामिल होंगे। आयोजित होने वाले कार्यक्रम में गृह मंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मंच पर होंगे।

इस बात की जानकारी देते हुए सांसद ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह 11 अक्टूबर को लोकनायक जय प्रकाश के 120 वीं जयंती पर उनकी जन्म स्थली सिताब दियारा में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आयेंगे। इस दौरा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ भी सिताब दियारा आयेंगे।

रुडी ने बताया कि गृहमंत्री द्वारा जेपी की जन्मस्थली सिताबदियारा का जय प्रकाश नारायण स्मारक राष्ट्रीय स्मारक के रूप में घोषित किया जायेगा। साथ ही वे जेपी की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सारण में होने वाले इसी कार्यक्रम को लेकर सांसद रुडी ने सिताब दियारा में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया।

निरीक्षण के दरम्यान सांसद ने ग्रीन रूम, सेफ हाउस, वीवीआईपी एरिया, डी एरिया मंच इत्यादि का निरीक्षण किया और तैयारियां की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया।

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मुख्तार के करीबी भीम सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट

*अवधेश राय हत्याकांड के मामले में कोर्ट में नहीं पेश हुए भीम*

*मामले क अगली सुनवाई 12 अक्तूबर मुर्कर, बढ़ सकती है परेशानी*

*वर्ष 1991 में अवधेश राय की वाराणसी में बदमाशों ने की थी हत्या*

गाजीपुर, 11.10.2022 (एजेंसी)। अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम/एमपी-एमएलए रामसुध सिंह की अदालत में अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी को छोड़कर अन्य आरोपितों के गवाही के लिए उपस्थित नहीं हुए।

इसके बाद कोर्ट ने मुख्तार अंसारी के करीबी भीम सिंह निवासी करंडा के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कर दिया। अगली तिथि 12 अक्टूबर की तिथि नियत की है।

तीन अगस्त 1991 को करीब एक बजे अजय राय अपने भाई अवधेश राय के साथ अपने वाराणसी स्थित मकान के गेट पर खड़ा थे।

उन्होंने गवाही दी है कि इसी समय एक सफेद रंग की मारुति वैन आई, जिसमें मुख्तार अंसारी सहित कुछ लोग मौजूद थे। गाड़ी से उतरे और ताबड़तोड़ उनके भाई के ऊपर फायर किया।

सभी के हाथ मे असलहे थे। सभी लोग मारुति वैन से भागने का प्रयास किए। इस पर उन्होंने भी लाइसेंसी पिस्टल से फायर किया। इसके बाद सभी लोग गाड़ी छोड़ कर भाग गए। अजय राय अपने भाई को कबीर चौरा अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था।

इन्हीं मामलों को लेकर मुख्तार अंसारी और भीम सिंह के विरुद्ध थाना कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। इस मामले का विचारण अदालत में चल रहा था। इसमें पिछले बुधवार को गवाही की कार्रवाई पूरी हो गई।

सोमवार को आरोपितगण मुख्तार अंसारी और भीम सिंह के बयान के लिए तिथि नियत थी। मुख्तार अंसारी वीडियो कांफ्रेंसिंग से उपस्थित हुए, जबकि भीम सिंह न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए।

उनके तरफ से गैर हाजिरी माफी का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया। जिसे न्यायालय ने निरस्त करते हुए भीम सिंह की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी करने का आदेश दिया है।

साथ ही आरोपितगण के बयान के लिए 12 अक्टूबर की तिथि तय की गई है।

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जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना

श्रीनगर 11 Oct. (Rns/FJ) : पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में आंशिक रूप से बादल छाए रहे। मौसम विभाग कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना के साथ आसमान साफ हो सकता है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना के साथ आसमान साफ हो सकता है।”

श्रीनगर में आज न्यूनतम तापमान 9.4, पहलगाम 6.1 और गुलमर्ग 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

लद्दाख के द्रास शहर में न्यूनतम तापमान 1.8, कारगिल में 4.7 और लेह में 2.9 रहा।

जम्मू में न्यूनतम तापमान 19.4, कटरा में 17.2, बटोटे में 11.5, बनिहाल में 8.6 और भद्रवाह में 12 रहा।

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कश्मीरी अलगाववादी नेता अल्ताफ शाह का दिल्ली के एम्स में निधन

श्रीनगर 11 Oct. (Rns/FJ) : वरिष्ठ अलगाववादी नेता और दिवंगत सैयद अली गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह का मंगलवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया।

पारिवारिक सूत्रों ने कहा कि तिहाड़ जेल में कैद के दौरान वह गुर्दे के कैंसर से पीड़ित थे, जहां से उन्हें पहले राम मनोहर लोहिया अस्पताल और बाद में इलाज के लिए एम्स में स्थानांतरित किया गया था।

शाह को एनआईए ने 2018 में कई अन्य अलगाववादी नेताओं के साथ कथित टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार किया था और तब से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था।

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नर्मदा का जल सौराष्ट्र के 115 जलाशयों में आ रहा है: पटेल

जामनगर 11 Oct. (Rns/FJ): गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सौराष्ट्र की जीवन रेखा ‘सौनी’ योजना की सफलता को लेकर सोमवार को कहा कि नर्मदा के व्यर्थ बह जाने वाले बाढ़ के पानी को सौराष्ट्र में पहुंचाने के इस भगीरथ कार्य के कारण सौराष्ट्र के 115 जलाशयों में नर्मदा का जल आ रहा है। पटेल ने आज जामनगर को 1448 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘संकल्प से सिद्धि’ के विकास प्रकल्पों का वर्णन करते हुए कहा कि एक समय सौराष्ट्र में पीने के पानी की आपूर्ति के लिए ट्रेनें दौड़ाई जाती थी। श्री नरेन्द्र मोदी ने सौराष्ट्र की तस्वीर को पानीदार बनाने का संकल्प लिया और ‘सौनी’ योजना क्रियान्वित कर ‘अडिग मन के यात्री के लिए हिमालय कोई बाधा नहीं’ इस पंक्ति को सार्थक किया है।

मुख्यमंत्री ने सौराष्ट्र की जीवन रेखा ‘सौनी’ योजना की सफलता को लेकर कहा कि नर्मदा के व्यर्थ बह जाने वाले बाढ़ के पानी को सौराष्ट्र में पहुंचाने के इस भगीरथ कार्य के कारण सौराष्ट्र के 115 जलाशयों में नर्मदा का जल आ रहा है। उन्होंने कहा कि सौनी योजना लिंक-3/पैकेज-7 और लिंक-1/पैकेज-5 के लोकार्पित होने से जामनगर जिले के 2 लाख लोगों को लाभ मिलने के साथ ही 141 गांवों के पेयजल की सुविधा प्राप्त होगी।

उन्होंने गुजरात सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि पानी और बिजली की सतत आपूर्ति से विकास यात्रा आगे बढ़ती है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार सर्वग्राही और सर्वसमावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। ऊर्जा शक्ति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दीर्घद्रष्टा प्रधानमंत्री के गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में निपुणता और अविरत प्रयासों से गुजरात ने ज्योतिग्राम योजना को क्रियान्वित कर 24 घंटे बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई है। इससे शाम के भोजन के वक्त बिजली की आतुरतापूर्वक राह देखने वाला गुजरात आज प्रधानमंत्री के दूरदर्शी निर्णयों के कारण बिजली सरप्लस राज्य बना है।

पटेल ने जामनगर के हरिपरा में 40 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट की स्थापना से इस क्षेत्र को बिजली की उपलब्धता से होने वाले लाभ के बारे में बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आज नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी गुजरात देश को दिशा दिखा रहा है और सोलर रूफटॉप में देश का नंबर वन राज्य बना है। जामनगर महानगर पालिका के आज लोकार्पित हुए विकास कार्यों के विषय में उन्होंने कहा कि सरकार शहरीकरण को एक अवसर के रूप में लेकर राज्य के शहरों को स्वच्छ, यातायात समस्या से मुक्त और श्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए शहरोंको स्मार्ट सस्टेनेबल सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।

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‘सर तन से जुदा’ का नारा लगाने पर 2 नाबालिग और 5 अन्य लोगों पर केस दर्ज

अमेठी 11 Oct. (Rns/FJ) : उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में बारावफात जुलूस के दौरान कथित तौर पर ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगाने के आरोप में दो नाबालिगों और पांच अन्य को हिरासत में लिया गया है। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यह घटना अमेठी में मोहम्मद जायसी की दरगाह पर बारावफात जुलूस के दौरान हुई।

हर साल की तरह इस साल भी सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु जुलूस निकाल कर उत्सव मनाने के लिए जुटे थे। हालांकि, इस साल रैली के एक खास वर्ग का मिजाज आक्रामक नजर आया।

वायरल हुए इस जुलूस का एक वीडियो दर्जनों युवाओं और बच्चों को सर तन से जुदा के आपत्तिजनक नारे लगाते हुए दिखाया गया है।

पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर 9 लोगों को नामजद किया है।

मामले की जांच के लिए डीआईजी अमरेंद्र कुमार सिंह मौके पर पहुंचे।

अमेठी के पुलिस अधीक्षक इलामारन ने बताया कि यह वीडियो जैस इलाके का है।

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डब्ल्यूएचओ ने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का आह्वान किया

नई दिल्ली 11 Oct. (Rns/FJ) : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों से लोगों तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए हाल ही में अपनाई गई पारो घोषणा के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण मानसिक स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच हासिल करने के लिए कार्रवाई तेज करने का आह्वान किया है। दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी से पहले 8 में से लगभग 1 व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य खराब रहता था। उपचार में लंबा अंतराल था, खासकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में।

उन्होंने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में अनुमानित रूप से 7 में से 1 व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति के साथ रहता था और जिन देशों में डेटा उपलब्ध है, वहां उपचार का अंतर 70-95 प्रतिशत के बीच है।

पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, “कोविड-19 संकट ने स्वास्थ्य के लगभग सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया है, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य के रूप में बहुत कम। 2020 में प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार के मामलों में वैश्विक स्तर पर 27 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने का अनुमान है और चिंता विकारों के मामलों में 1 अरब लोगों को जोड़कर 25 प्रतिशत से अधिक, जो पहले से ही मानसिक विकार के साथ जी रहे थे।”

उन्होंने आगे कहा कि कई देशों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक व्यवधान आया। नवंबर और दिसंबर 2021 के बीच 33 प्रतिशत से अधिक सदस्य देशों ने विश्व स्तर पर मानसिक, न्यूरोलॉजिकल और मादक द्रव्यों के सेवन सेवाओं में चल रहे व्यवधानों की सूचना दी।

सितंबर 2022 में दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय समिति के 75 वें सत्र में सदस्य देशों ने साहसिक, निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध किया, सर्वसम्मति से पारो घोषणा को जन-केंद्रित मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और सेवाओं के लिए शेष अंतराल को खत्म करने के लिए अपनाया गया।

पारो घोषणा का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इस क्षेत्र के सभी लोग बिना वित्तीय कठिनाई के गुणवत्तापूर्ण मानसिक स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सकें, जहां वे रहते हैं।

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