कॉटन के कपड़ों की सार-संभाल इस तरह करें

How to handle cotton clothes

15.05.2022 – कॉटन के कपड़ों की सार-संभाल इस तरह करें . गर्मियों का मौसम जारी हैं जिसमें पसीना बहुत आता हैं जिसके चलते कपड़े पहनना भी एक बड़ी चुनौती लगती हैं। ऐसे में इन दिनों में कॉटन के कपड़े पहनना बहुत पसंद किया जाता हैं जिसमें अन्य कपड़ों से आराम रहता हैं। कॉटन सबसे आरामदायक और लोकप्रिय फैब्रिक्स में से एक है।

इतना ही नहीं आरामदायक होने के साथ ही कॉटन के कपड़े दिखने में भी बहुत अच्छे लगते हैं। लेकिन देखा जाता हैं कि कॉटन के कपड़े पहनने के शौकीन लोग इनको खरीद तो लेते हैं लेकिन इनकी सही देखभाल नहीं होने के कारण कुछ समय बाद इनकी चमक और क्वालिटी खराब होने लगती हैं। इनकी सही देखभाल करना बहुत जरूरी है। खासतौर पर जब आप अपने कॉटन के कपड़ों को लंबे समय तक इस्तेमाल करना चाहते हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको कॉटन के कपड़ों की सही से सार-संभाल करने से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं।

पहनने के लिए सही मौसम

कॉटन के कपड़ों को पहनने के लिए सबसे अच्छा समय गर्मियां है। ये लाइटवेट कपड़े गर्मियों के मौसम में आपको सहज रखने में मदद करते हैं। सूती कपड़ों के फैब्रिक और रंग को बरकरार रखने के लिए इन्हें बारिश में पहनने से बचें।

धोने का सही तरीका

जब हम बाजार से कॉटन के कपड़े खरीदते हैं, तो इन कपड़ों में लगा हुआ लेबल हमें इन्हें धोने के तरीके के बारे में बताता है। जो लोग 100 त्न कॉटन पहनना पसंद करते हैं। उन लोगों को इन कपड़ों को ड्राई क्लीन ही करवाना चाहिए। इसके अलावा कपड़े में लगे हुए लेबल पर इन्हें धोने के लिए पानी का सही टेंपरेचर भी बताया जाता है।

सुखाने का तरीका

बहुत से लोग अपने कपड़ों को धोने के बाद सीधे धूप में सुखा देते हैं, लेकिन इससे कपड़े खराब हो सकते हैं। खास तौर पर कॉटन के कपड़ों को धोने के बाद सीधे धूप में नहीं सूखाना चाहिए। कॉटन के कपड़ों को धोने के बाद हमें इन्हें छांव में सुखाना चाहिए।

प्रेस करने का सही तरीका

आजकल बाजारों में कई तरह की हाई टेक्नोलॉजी वाली प्रेस मिल जाती हैं। इन प्रेस में अलग-अलग तरह के कपड़ों को स्त्री करने के लिए अलग-अलग मोड दिए होते हैं। यदि आप अपने कॉटन के कपड़ों को साधारण प्रेस से स्त्री करते हैं, तो आपको थोड़ा सावधानी रखने की जरूरत है। इन कपड़ों में स्त्री करने के लिए प्रेस को ज्यादा गर्म ना करें, नहीं तो कॉटन के कपड़े इसमें चिपक सकते हैं। साथ ही अच्छा होगा कि कॉटन के कपड़ों में प्रेस करते वक्त उन्हें हल्का गीला रखें।

रखने का सही तरीका

कुछ लोग अपने कॉटन के कपड़ों को अन्य कपड़ों की तरह ही अपनी अलमारी में रख देते हैं। लेकिन ऐसा करने से कॉटन के कपड़े अगली बार पहनने के लायक नहीं रह जाते। इऩ कपड़ों को रखने के लिए आप इन्हें स्त्री करने के बाद किसी अखबार में लपेट कर अलमारी में रख सकते हैं। ऐसा करने से यह सुरक्षित रहेंगे।

रंगों का रखें ध्यान

कपड़ों को साफ करने के लिए हम अक्सर ब्लीच का इस्तेमाल करते हैं लेकिन ब्लीच कॉटन के रंग को बेकार कर सकती है। कॉटन के कपड़ों में कम से कम ब्लीच का इस्तेमाल करें। इससे उनके रंग पर असर पड़ता है। इसलिए अगर आप ब्लीच से कॉटन के कपड़ों का रंग नहीं खराब करना चाहते हैं और फिर भी कपड़ों की चमक को बरकरार रखना चाहते हैं, तो ब्लीच की जगह कलर सेफ ऑल्टरनेटिव का इस्तेमाल करें जो रंगों को फीका नहीं पडऩे देंगे।

दागों से सुरक्षा

कॉटन पर आसानी से दाग लग जाते हैं इसलिए जब कॉटन के कपड़े पहनें तो हाई एल्कालाइन परफ्यूम, डियोडरेंट्स आदि से दूर रहें। इनसे कपड़ों पर पैच बन जाते हैं। दाग-धब्बों को हटाने के लिए, कपड़ों को तुरंत पानी से धो लें और इन्हें धोने से पहले थोड़े डिटर्जेंट में भिगो दें। अगर कॉटन के कपड़े पर दाग लग गया हो तो उसे नेचुरली नींबू और विनेगर की मदद से छुड़ाने की कोशिश करें। कॉटन के कपड़ों को ज्यादा रगड़ें भी नहीं वरना उनमें रोए उठने लगते हैं, जो आपके आउटफिट को ओल्ड लुक देते हैं। (एजेंसी)

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मैट्रेस खरीदते समय रखें इनका ध्यान रखें,मिलेगी आरामदायक नींद

25.04.2022 – मैट्रेस खरीदते समय रखें इनका ध्यान रखें,मिलेगी आरामदायक नींद. दिनभर की भागदौड़ और थकान के बाद अपने कमरे के बिस्तर पर अच्छी नींद से अच्छा और कुछ नहीं होता है, परन्तु ये तभी संभव है जब आपके बेड का गद्दा अच्छा हो।हो सकता है कि बहुतेरे लोगों की तरह आप भी आरामदायक नींद की बात को गंभीरता से न लें। हो सकता है कि आप के लिए भी अनिद्रा कोई छोटीमोटी ही बात हो। लेकिन ऐसा सोचना ठीक नहीं है।अनिद्रा के चार पैटर्न होते हैं, जिस में से एक बिस्तर का ठीक न होना भी है। हमारे स्लीपिंग पैटर्न से ही हमारे शरीर की बाकी कई चीजें निर्धारित होती हैं। स्लीपिंग पैटर्न सही करने के लिए सही मैट्रैस का चुनाव बेहद जरूरी है।यूं तो बाजार में बहुत तरह के मैट्रेस हैं पर उनमें से अपनी जरूरत के मुताबिक गद्दे को चुनना बहुत जरूरी है। आज हम आपको कुछ ऐसे आसान उपाए बताएँगे जिनकी मदद से आप अपने लिए बेहतर मैट्रेस का चुनाव कर सकते है।

सही मौडल चुनें

यह तो हम सभी जानते हैं कि अच्छी नींद के लिए अच्छा मैट्रैस होना चाहिए। इसलिए बाजार में मैट्रैस खरीदने जा रहे हैं, तो मौडल के बारे में अच्छे से रिसर्च कर के ही जाएं। स्लेटेड बेड बेस मैट्रेस एक अच्छा ऑप्शन है खासतौर पर तब जब आपका मैट्रेस लैटेक्स या फोम है। ये मैट्रेस की वेंटिलेशन, आराम को बढ़ाता है। जो बुलटेक्स और स्प्रिंग मैट्रेस चाहते हैं उनके लिए बॉक्स स्प्रिंग मैट्रेस बिल्कुल बेहतरीन ऑप्शन है।

मैट्रेस का चुनाव डिजाइन और आराम पर निर्भर करता है

डिजाइन मैट्रेस के लिए बॉक्स स्प्रिंग मैट्रेस परफेक्ट विकल्प है। इस मैट्रेस को खुद या फिर इलेक्ट्रिक मोटर के जरिए एडजस्ट किया जा सकता है। ये लेदर, स्प्रिंग और स्लैट्स मॉडल में उपलब्ध है। ये मैट्रेस सोने वाले का 1/3 वजन लेता है। ये उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो कमर के दर्द से पीडि़त हैं।

मैट्रैस की क्वालिटी

मैट्रैस पर आराम मैट्रैस के बेस पर निर्भर करता है। इसलिए सुकून भरी नींद सोना चाहते हैं, तो सही बेस वाले मैट्रैस का चुनाव काफी जरूरी है। फोम व जूट के बेस वाले मैट्रैस ज्यादा चलन में हैं। इस के अलावा आप को कमर दर्द की शिकायत है, तो इस से बचने के लिए बड़े साइज का मैट्रैस चुनें।

बजट

निश्चित तौर पर मैट्रेस आपको आराम देता है, अच्छी नींद देता है, लेकिन इसका चुनाव करते समय पैसों का ख्याल रखना भी जरूरी है। मैट्रेस खरीदने से पहले अलग-अलग जगहों से कीमतों की तुलना कर लें। मैट्रेस की कीमतें इसके उपकरण, निर्माता, मॉडल और गुणवत्ता पर निर्भर करता है।

स्वास्थ्य या एलर्जी का भी रखें ध्यान

कई लोगों को धूल से एलर्जी होती है। ऐसे लोगों के लिए अलग प्रकार के मैट्रैस डिजाइन किए जाते हैं, जिन्हें आप अपने लिए खरीद सकते हैं। मैट्रैस खरीदते समय बजट पर ध्यान देना भी जरूरी है। मैट्रैस खरीदने से पहले औनलाइन या मार्केट में जा कर मैट्रैस के रेट के बारे में पता करें और साथ ही इस के उपकरण, मौडल आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें। (एजेंसी)

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रसोई गैस इन 5 उपायों से चलेगी लम्बे समय तक

25.04.2022 -रसोई गैस इन 5 उपायों से चलेगी लम्बे समय तक.  महिलाएं ज्यादातर समय किचन में ही गुजारती है। इसलिए उनका ज्यादातर ध्यान चीजों को बचाने या कम खर्च करने की ओर ही रहता है, जोकि होना भी चाहिए। बात अगर संसाधनों की करें तो तेल, पेट्रोल, रसोई गैस, जैसी चीजों का सही इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है। रसोई गैस के दाम दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। इसलिए इसकी बचत करना बहुत जरूरी हो गया हैं। सरकार की और से भी इसकी बचत के लिए समय समय पर जागरूक किया जाता है। हम आपको ऐसे ही कुछ आसान से टिप्स देंगे, जिनकी मदद से आप गैस की बचत आसानी से कर सकते हैं।

* खाना बनाने से पहले सारी सामग्री को तैयार कर लें। उसके बाद ही भोजन पकाना शुरू करें। इसके अलावा बर्तन या तवे को गर्म करते समय ही गैस को फुल मोड पर रखें और उसके बाद स्लो कर दें। क्योंकि खाना पकाने के लिए उतनी उष्मा नहीं चाहिए जितनी बर्तन गर्म करने के लिए चाहिए होती है।

* हमेशा खाने के बनाते समय गैस को मध्य आंच पर रखें। इसके अलावा फ्रिंज या बाजार से लाएं ठंडे प्रदाथों को कुछ देर पहले रख दें ताकि उसका तापमान सही हो जाएं। ऐसे पदार्थों को सीधे गैस पर रखने से इसकी अधिक खपत होती है।

*हमेशा खाने के बनाते समय गैय को मध्य आंच पर रखें। इसके अलावा फ्रिंज या बाजार से लाएं ठंडे प्रदाथों को कुछ देर पहले रख दें ताकि उसका तापमान सही हो जाएं। ऐसे पदार्थों को सीधे गैस पर रखने से इसकी अधिक खपत होती है।

* मैटल के बने बर्तन जैसे स्टेनलैस स्टील में खाना बनाने से भी गैस कम खर्च होती है। धातु या मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाने से बचे। यह अधिक गैस खर्च करते हैं।

*भोजन पकाते समय कड़ाही सा पैन की बजाए प्रेशर कुकर का इस्तेमाल करें। इससे खाना जल्दी भी बन जाता है और गैस की बचत भी हो जाती है। (एजेंसी)

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कपड़े पर लगे पसीने के दाग को छुड़ाने के लिए अपनाएं ये तरीके

24.04.2022 – कपड़े पर लगे पसीने के दाग को छुड़ाने के लिए अपनाएं ये तरीके. गर्मियों के दौरान पसीना आना सामान्य बात है, लेकिन इसके दाग कपड़ों पर रह जाने बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। खासकर, अगर आप हल्के रंग का आउटफिट पहनते हैं तो इस पर पसीने का पीला दाग दिखाई देने लगता है। वहीं, शर्ट की कॉलर पर पसीने का भूरे रंग का दाग लग जाता है। हालांकि, ऐसे में आप परेशान न होएं क्योंकि कुछ आसान तरीके अपनाकर आप पसीने के दाग कपड़ों से हटा सकते हैं।

हाइड्रोजन पेरॉक्साइड आएगा काम

हाइड्रोजन पेरॉक्साइड का इस्तेमाल करके आप बहुत आसानी से कपड़े पर लगे पसीने के दाग साफ कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में एक से दो चम्मच हाइड्रोजन पेरॉक्साइड के साथ एक चम्मच नींबू रस का अच्छे से मिलाएं। अब इस मिश्रण को कपड़े की दाग से प्रभावित जगह पर लगाकर पांच से सात मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। समय पूरा होने के बाद कपड़े को सामान्य तरीके से धोकर सुखा दें।

सफेद सिरका भी है प्रभावी

कपड़े से पसीने के दाग साफ करने के लिए सफेद सिरके का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले डिटर्जेंट पाउडर में सफेद सिरका मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं, फिर इसे कपड़े की दाग वाली जगह पर लगाकर कुछ मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद दाग को ब्रश से रगड़कर पानी से धो दें। अगर दाग हल्का हो गया है तो इस प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएं।

अमोनिया का घोल है असरदार

अगर आपके किसी कपड़े पर पसीने के दाग लग गए हैं तो इन्हें अच्छे से छुड़ाने के लिए आप अमोनिया के घोल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले अमोनिया के घोल को किसी बोतल में डालकर दाग वाली जगह पर छिड़के, फिर कपड़े को साफ पानी से धो लें। इसके बाद कपड़े को सामान्य तरीके से धोकर हवा में सुखाएं। बता दें कि मार्केट से आपको सही दाम में अमोनिया का घोल आसानी से मिल जाएगा।

लिक्विड डिटर्जेंट की लें मदद

अगर आपके किसी कपड़े पर पसीने का दाग लग गया है तो उसे तुरंत साफ करने की कोशिश करें। कपड़े पर दाग लगने के तुरंत बाद उसे गुनगुने पानी में भिगो दें, फिर कपड़े को पानी से निकालकर इस पर लिक्विड डिटर्जेंट लगाकर 5-10 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद एक सॉफ्ट ब्रश की मदद से दाग को रगड़कर कपड़े को साफ पानी से धो लें। यकीनन इससे दाग जल्द ही साफ हो जाएगा। (एजेंसी)

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रोजाना एक गिलास नींबू पानी के सेवन से मिलते हैं ये फायदे

24.04.2022 – नींबू पानी का सेवन सिर्फ शरीर को हाइड्रेट रखने तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह कई तरह के स्वास्थ्य लाभ देने में भी सक्षम है। इसका मुख्य कारण यह है कि नींबू विटामिन- सी और कई ऐसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जो शरीर को डिटॉक्स करने के साथ-साथ कई बीमारियों के जोखिम कम करने में सहयोग प्रदान कर सकते हैं। आइए आज जानते हैं कि रोजाना एक गिलास नींबू पानी पीने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।

पाचन क्रिया के लिए है लाभदायक

रिसर्चगेट की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, नींबू पानी में फाइबर मौजूद होता है, जो पाचन क्रिया में सुधार के लिए बहुत लाभप्रद है। फाइबर शरीर में गैस्ट्रिक एंजाइम के उत्पादन को संतुलित करके पाचन क्रिया को बेहतर बनाने और पाचन संबंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। पाचन को दुरुस्त रखने में हल्के गर्म नींबू पानी का सेवन करें और इसमें चीनी की जगह शहद मिलाएं।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में है सहायक

नींबू पानी का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में काफी मदद कर सकता है।
एक शोध के मुताबिक, नींबू पानी विटामिन- सी का बेहतरीन स्त्रोत होता है, जो एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह कार्य करके रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकता है। इसके अतिरिक्त, इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और अन्य गुण शरीर को रोगों से लडऩे की शक्ति भी प्रदान करते हैं।

त्वचा के लिए भी है फायदेमंद

नींबू पानी न सिर्फ स्वास्थ्य बल्कि त्वचा के लिए भी लाभकारी साबित हो सकती हैं क्योंकि इसमें मौजूद विटामिन- सी एक अच्छा एंटी-ऑक्सीडेंट तो होता ही है, इसके साथ ही यह त्वचा के लिए एक प्रभावी एस्ट्रिनजेंट की तरह भी काम करता है। एस्ट्रिनजेंट त्वचा के रोमछिद्रों को छोटा करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह त्वचा से सीबम के स्राव को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित हो सकता है।

ताजा सांस के लिए करें नींबू पानी का सेवन

नींबू पानी में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो मुंह के कीटाणुओं को दूर कर मुंह की बदबू से राहत दिलाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, नींबू पानी में मौजूद मेंथॉल की वजह से इससे ताजगी का एहसास मिलता है और इस वजह से माउथ फ्रेशनर के रूप में भी इसका सेवन किया जा सकता है। इन्हीं फायदों की वजह से नींबू पानी का सेवन मुंह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। (एजेंसी)

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कूकर को इस्तेमाल करते समय रखें इन 5 बातों का ध्यान

23.04.2022 – कूकर को इस्तेमाल करते समय रखें इन 5 बातों का ध्यान.  खाना बनाने के बर्तनों में से प्रेशर कूकर सबसे महत्वपूर्ण बर्तन है, जिसका ढक्कन बंद करने के बाद आपको न तो चम्मच हिलाने की जरूरत पड़ती है और न ही बार-बार यह देखना पड़ता है कि खाना पका या नहीं। बस सीटी के हिसाब से अंदाजा लग जाता है कि खाना तैयार है।

हालांकि इसके साथ भी कुछ समस्याएं व दुविधाएं रहती ही हैं। क्या आपको आपके कूकर का सही इस्तेमाल करना आता है। अगर नहीं तो हम आपकी मुश्किल आसान कर देते हैं और आपको बताते हैं कूकर के इस्तेमाल का सही तरीका।कूकर को जबरदस्ती न खोलेंप्रेशर कूकर में खाना पकाते समय इसमें भाप बन जाता है। जब गैस को बंद किया जाता है उसके बाद भी कुछ देर तक भाप कूकर में ही रहती है लेकिन कई लोग इसमें से प्रेशर निकलने का इंतजार नहीं करते और इसे जबरदस्ती खोलने की कोशिश करते हैं जिससे कई बार कूकर फट सकता है। ऐसे में हमेशा अच्छे से भाप निकलने के बाद ही इसे खोंले।

कूकर से पानी बाहर आना कई बार ऐसा होता है कि प्रेशर कूकर से पानी बाहर निकल आता है और यह इतना गर्म होता है कि शरीर पर पड़े इसके छींटों से त्वचा लाल हो जाती है। इसकी वजह प्रेशर कूकर में पानी की मात्रा का अनुपात नहीं होना होता है। खाने की तुलना में पानी ज्यादा हो तो कूकर से पानी बाहर निकलता है। ऐसा करने से खाना भी स्वादहीन हो जाता है। इससे बचने के लिए पानी की मात्रा का सही अंदाजा लगाना सीखें।प्रेशर कूकर में दरारकूकर जब काफी पुराना हो जाता है तो उसमें दरारें या गढ्ढे पड़ जाते हैं जिसे इस्तेमाल करने से नुकसान हो सकता है।

इसके लिए हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि कूकर अच्छी तरह साफ हो और उसमें कोई दरार न हो।हर चीज कूकर में उबालने की नहीं होतीकई लोग हर चीज प्रेशर कूकर में ही उबालते हैं। जबकि हर चीज का अपना रूप और पकने का अपना तरीका होता है।

कूकर में अनाज और कुछ सब्जियों को तो उबाला जा सकता है, लेकिन हर चीज को नहीं।बंद करने का तरीकाकूकर को हमेशा सही तरीके से बंद करें जिससे भाप सही तरीके से बन जाए और खाना भी अच्छे से पके।

कई कूकर की रबड़ खराब होती है जिससे उसमें खाना पकाने में बहुत समय लगता है। ऐसे में नया कूकर लें नहीं तो उसकी रबड़ बदलवाएं। (एजेंसी)

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टॉयलेट की गंदगी बीमारियों का कारण बनती हैं, करें इसकी सफाई

23.04.2022 – टॉयलेट साफ करना थोड़ा गन्दा लगता है लेकिन यह बहुत जरुरी है। यह अच्छा है की टॉइलेट साफ करना बहुत मुश्किल काम नहीं है। लेकिन सही तरीके टॉयलेट साफ नहीं किया जाये तो बैक्टीरिया और वाइरस पैदा होकर परेशानी बढ़ा सकते हैं। सही तरीके से टॉयलेट साफ करने से समय भी बचता है और थकान भी नहीं होती। आइये जानते हैं टॉयलेट की सफाई कैसे करें।-टॉयलेट में कमोड के आस पास कुछ रखा हो तो उसे वहां से हटा दें।कमोड के चारों तरफ तथा पैर रखे जाने वाली जगह पर हार्पिक या अन्य टॉयलेट क्लीनर डाल दें और इसे ब्रश से फैला दें।

अब कमोड के अंदर सबसे ऊपर की तरफ लाइन बनाते हुए क्लीनर डालें ताकि क्लीनर रिसते हुए पूरे कमोड में फ़ैल जाये और अंत वाले गड्डे तक चला जाये। थोड़ा क्लीनर गड्डे के चारों और लाइन बनाते हुए डाल दें।इसे 10 ‘5 मिनट ऐसे छोड़ दें।

इंडियन टॉयलेट साफ करने का तरीका- अब ब्रश से पहले कमोड से बाहर की तरफ घिस दें। जिद्दी दाग हो तो उन पर थोड़ा क्लीनर डाल कर घिसें। कमोड के अंदर और कमोड के बाहर घिसने के लिए अलग ब्रश काम में लेना ठीक रहता है ताकि गड्ढ़े के अंदर की गन्दगी कमोड से बाहर नहीं आये।

अब कमोड के अंदर ऊपरी हिस्से को घिसते हुए नीचे की तरफ और अंत में गड्डे के अंदर अच्छे से ब्रश से घिस दें। गड्डे में ब्रश इस तरह चलायें की गड्डा जितना संभव हो आगे तक साफ हो जाये। इसके लिए आगे से मुड़ा हुआ अलग तरह का ब्रश बाजार में मिलता है। इसमें भी दो तीन तरह के ब्रश उपलब्ध है। आप अपनी सुविधा और पसंद के अनुसार ले सकते हैं। स्टैंड वाले ब्रश भी आते हैं इससे भी सुविधा बढ़ जाती है।

अब पानी डालकर थोड़ा ब्रश चलाते हुआ कमोड के बाहर धो लें यह सारा पानी कमोड में चला जायेगा फिर कमोड के अंदर दूसरा ब्रश चलाते हुए पानी डालकर धो लें। पानी इतना डालें की टॉयलेट पूरा साफ हो जाये और साथ ही ब्रश भी साफ हो जाये।

टॉयलेट साफ कितने दिन में करना चाहिएइंडियन टॉयलेट में पेशाब करने पर कितना भी ध्यान रखें पेशाब कमोड से बाहर फैलता ही है। लेकिन इस वजह से काले छोटे धब्बे तो नहीं बनते पर पेशाब बाहर फैलने के कारण जल्द ही बदबू आने लगती है।फ्लश करने से अंदर कमोड की सफाई तो हो जाती है लेकिन बाहर की तरह फैला हुआ पेशाब बदबू मारता है। इसलिए दिन में एक बार सादा पानी डाल कर थोड़ा स्क्रेपर या ब्रश फिरा कर साफ कर देना चाहिए।क्लीनर डाल कर सप्ताह में दो बार सफाई की जा सकती है या जब भी टॉयलेट गन्दा लगे तब कर सकते हैं।

टॉयलेट सही तरीके से काम में लेने पर और पर्याप्त मात्रा में पानी प्रेशर से डालने पर टॉयलेट साफ करने की अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। इसके लिए घर के सभी सदस्य को टॉयलेट ध्यान पूर्वक इस्तेमाल करना चाहिए।वेस्टर्न टॉयलेट साफ करने का तरीकाकमोड के आस पास कुछ रखा हो तो उसे हटा लें। फ्लश चला दें। क्लीनर लगा दें।

रिम के पास ऊपर से तथा अंदर गड्डे के चारों तरफ लाइन बना कर क्लीनर डालकर छोड़ दें। ढक्कन और सीट के अंदर और बाहर दोनों तरफ क्लीनर लगा दें।ढक्कन और सीट पर अंदर की तरफ कुछ धब्बे हो सकते हैं , उन्हें क्लीनर लगा कर थोड़ा घिस दें। ढ़क्कन और सीट के कब्जे के आस पास क्लीनर लगा कर घिसें। 10 ‘5 मिनट बाद पानी से धो दें साथ में ब्रश भी चला दें ताकि ब्रश भी साफ हो जाये।

हो सके तो कमोड के अंदर और बाहर के लिए अलग अलग ब्रश काम में लें। बाहर की तरफ से ढक्कन , टैंक और कमोड को सूखे कपड़े से पोंछ दें। इसके बाद आस पास के फर्श की धोकर सफाई कर दें। (एजेंसी)

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तांत की साडिय़ों को इन टिप्स की मदद से रख पाएंगे नए जैसा

21.04.2022 – तांत की साडिय़ों को इन टिप्स की मदद से रख पाएंगे नए जैसा. अगर आपको तांत की साडिय़ां पसंद है और आपके पास बहुत सारी तांत की साडिय़ां है तो आपको इनके रखरखाव के बारे में पता होना चाहिए। तांत की साडिय़ां जहां दिखने में बहुत खूबसूरत लगती है, वहीं इन्हें संभालकर रखना बेहद ही कठिन काम होता है। अगर इन साडिय़ों को सही ढंग से नहीं रखा जाए तो ये खराब हो जाती है और दोबारा पहनने लायक नहीं रहती। खूबसूरत और मंहगी इन साडिय़ों को यूं खराब होने से बचाने के लिए आपको इन साडिय़ों को संभालकर रखने से जुड़े टिप्स पता होने चाहिए।

इसिलिए आज हम आपको ऐसे टिप्स बताने जा रहे है जो आपकी फेवरेट साड़ी को सालों साल तक नए जैसा बनाए रखने मददगार होंगे।-आप कुछ तांत की साड़ी को घर में धो सकती हैं लेकिन आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। अगर साड़ी को पहली बार धो रही हैं तो इसे सिर्फ पानी में धोएं इससे इसका रंग नहीं निकलेगा। वहीं, दुसरी बार धोते हुए इसे तीन भागों में धोएं, मतलब पल्लू, बॉर्डर और साड़ी के बाकी हिस्सों को अलग-अलग धोना होगा।

जब भी साड़ी घर पर धोएं तो साफ्ट वाशिंग पाउडर का इस्तेमाल करें। – सभी तरह की तांत की साडिय़ों को घर पर नहीं धोया जा सकता। तांत की साड़ी पर अगर कोई रंग लग जाए तो इसे घर पर धोने की गलती ना करें, नहीं तो दाग रह जाएगा। इस साड़ी को ड्राइक्लीन के लिए दें।- तांत की साड़ी पर फोल्ड के निशान जल्दी बनते हैं, इसलिए हर दूसरे महीने में साड़ी को वार्डरोब से निकालकर उन्हें उलट-पलटकर रीफोल्ड करके दोबारा से रखें।

ताकि साड़ी में पड़े फोल्ड के निशान दिखाई न दें। तांत की साडिय़ों को हमेशा बाकी साडिय़ों से अलग रखें।-बारिश के मौसम में साड़ी से नमी की गंध ना आए इसके लिए साडिय़ों को कुछ-कुछ दिनों के अतंराल पर थोड़ी देर के लिए धूप जरूर दिखाएं।- तांत की साडिय़ों में अगर दाग लग जाए तो उसे हटाने के लिए नींबू या पेट्रोल का इस्तेमाल कर सकती हैं।- तांत की साडिय़ों को पेपर में लपेटकर या अलमारी में हैंग करके भी रखें सकती हैं।- अगर घर पर साड़ी को आयरन कर रही हैं तो इसके नीचे कॉटन कपड़ा जरूररखें।

आइसक्रीम, जूस, चाय या कॉफी के दाग हटाने के लिए माइल्ड डिटर्जेंट को कॉटन में लेकर हल्के हाथ से दाग पर मलें, ऐसा करने से दाग आसानी से हट जाएंगे। (एजेंसी)

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हवा की सफाई करता हैं एयर प्यूरीफायर, रखें आपको स्वस्थ

21.04.2022 – एयर प्यूरीफायर हवा को साफ करने वाले फिल्टर्स का सेट होता है। इसका फिल्टर जाम होता है यानी रुकता भी है। एक महीने तक एयर प्यूरीफायर चलने के बाद इसमें फंसी गंदगी देख सकते हैं। ये वहीं गंदगी होगी जो सांस के साथ फेफड़ों में जाती। कमरा कितना बड़ा है, प्यूरीफायर इसी आधार पर हवा साफ करता है। जिसमें 15 से 30 मिनट लग जाते हैं।

ओज़ोन एयर प्यूरीफायर बाजार में बिकने वाले बहुत सारे एयर प्यूरीफायर ओजोन जेनरेटर नाम से होते हैं। ये जोन जेनरेटर हवा साफ़ करने के दौरान ओजोन का उत्सर्जन करते हैं। रिसर्चर कहते हैं कि ओजोन बैक्टीरिया और वायरस को मारता है। खराब गंध भी हटा देता है लेकिन तथ्य ये है कि ओजोन की छोटी मात्रा बैक्टीरिया या वायरस को नहीं मार सकती। बड़ी मात्रा में वो ऐसा जरूर कर सकती है।

ओजोन का ऐसा स्तर हमारे शरीर के लिए बहुत खतरनाक होगा। यूएस एफडीए ने घोषित किया हुआ है कि चिकित्सा उपचार में ओजोन का उपयोग नहीं किया जा सकता। इसका व्यापार करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन भारत में यह धड़ल्ले से बिक रहा है। ओजोन फेफड़े को नुकसान तो पहुंचता ही है, साथ ही चिड़चिड़ाहट, अस्थमा, छाती में भारीपन और अन्य हानिकारक स्वास्थ्य प्रभाव पैदा कर सकता है।-कमरे का आकार एयर प्यूरिफाइर खरीदने से पहले इस बात को सबसे पहले देखने की जरूरत है।

बेडरूम या स्टडी के लिए प्यूरिफायर लेना चाहते हैं तो शुरुआती स्तर की मशीनों से काम चल जाएगा। हालांकि, बड़े आकार के कमरे के लिए प्यूरिफायर चाहते हैं तो आपको ज्यादा खर्च करना होगा। इस स्थिति में आपको एक बड़ा या दो छोटे-छोटे प्यूरिफायर लेने होंगे। तकरीबन सभी प्यूरिफायर में इस बात का जिक्र होता है कि वे कितने क्षेत्रफल में कारगर तरीके से काम कर सकते हैं।

एलर्जी की समस्याओं से भी बचे रह सकते हैं आपआम एलर्जी की परेशानियों से भी आप सुरक्षित रह सकते हैं अगर एयर प्यूरीफायर लगवाते हैं तो। एलर्जी जैसे सर्दी-खांसी, अस्थमा या फिर अन्य कोई समस्या आप इनसे आसानी से अपना बचाव कर सकते हैं। लेकिन बात फिर वही आती है कि इसकी आदत आपको और भी ज़्यादा बीमार बना सकती है। इसलिए सोच-समझकर इसका उपयोग करें।ह्यूमिडीफायर के साथ ही खरीदें एयर प्यूरीफायरशायद आपको इस बात का पता हो कि एयर प्यूरीफायर के साथ ह्यूमिडीफायर भी आता है।

लेकिन ऐसा हर एयर प्यूरीफायर के साथ नहीं होता। इसलिए आप ऐसा प्यूरीफायर न खरीदें जिसमें ह्यूमिडीफायर अटैच हो। वास्तव में ह्यूमिडीफायर वातावरण की नमी को कंट्रोल करता है, जिससे उमस नहीं होती है। (एजेंसी)

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इन 5 तरीको से दे अपने टीवी पैनल को आकर्षक लुक

20.04.2022 – इन 5 तरीको से दे अपने टीवी पैनल को आकर्षक लुक. आजकल ज्यादातर घरों में टीवी को दीवार पर टांगा जाता है।वहीं, टीवी के आस-पास की दीवार को भी सजाने का चलन जोरो पर है। लोग अपनी पसंद और बजट के हिसाब से टीवी प्लेस को सजाते हैं।। वैसे टीवी पैनल को सजाने के लिए आजकल पेटिंग और प्रिंटेट माइका काफी चलन में है। इसके अलावा भी कई तरीको से इसे सजाया जाता है। तो आइए जानते हैं इसे डेकोरेट करने के कुछ तरीकों के बारे में।

प्रिंटेड मायका का इस्तेमालअगर हम पैनलिंग के लिए प्रिंटेट माइका की बात करें तो इससे दीवार को हाइलाइट किया जाता है। इससे 3ष्ठ स्टाइल में टीवी पैनलिंग को सजाया जाता है। ध्यान रखें कि अगर टीवी वाली दीवार लाइट कलर की है तो बाकी की दीवारों पर डार्क कलर करवाएं। थ्री डी वॉलपेपर का इस्तेमालआजकल थ्री डी वॉलपेपर का चलन काफी जोरो पर है।

आप चाहे तो जिस दीवार पर टीवी लगा है उस दीवार पर इस तरह का वॉलपेपर लगवा सकती हैं। ये आपके घर को बिल्कुल डिफरेंट लुक देगा और टीवी देखने का मजा भी बढ़ाएगा।कुछ और तरीके – टीवी पैनलिंग के लिए आप कप बोर्ड का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये जहां दिखने में शानदार लगती है वहीं आप इसमें अपनी पसंद की चीजें भी सजा सकती हैं।- टीवी एरिया को सजाने के लिए और कलरफुल लुक देने के लिए आप आप कॉपर पेंटिंग का इस्तेमाल कर सकती हैं। इस तरह की पेटिंग घर को ट्रेंडी और क्लासी लुक देती है।

आजकल वुडन की दीवार का चलन जोरो पर है और ये दिखने में भी क्लासी लगती हैं। इस तरह की दीवार को आपको ज्यादा सजाने की जरूरत नहीं पड़ती। ये सिंपल ही अच्छी लगती हैं। (एजेंसी)

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टमाटर को इन तरीकों से करें स्टोर, लंबे समय तक रहेंगे ठीक

19.04.2022 – टमाटर को इन तरीकों से करें स्टोर, लंबे समय तक रहेंगे ठीक. ऐसी कई स्वास्थ्यवर्धक सब्जियां हैं, जो किसी भी मौसम में बाजार में आसानी से मिल जाती हैं, जिनमें टमाटर भी शामिल है। अममून लोग सलाद से लेकर सब्जियां बनाने तक में टमाटर का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, इसलिए इसे घर में स्टोर करना सही समझते हैं। हालांकि, अगर इन्हें ठीक से स्टोर न किया जाए तो इनके खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।

इसलिए आज हम आपको टमाटर को स्टोर करने के तरीके बताने जा रहे हैं। कमरे के तापमान पर करें स्टोरजब भी आप बाजार से टमाटर खरीदकर लाएं तो उन्हें हमेशा कमरे के तापमान पर स्टोर करें। इसी के साथ ध्यान रखें कि इस पर सीधी धूप न पड़े। इस तरीके से टमाटर कम से कम छह दिन तक ठीक रहेगें। हालांकि, अगर आप कटे हुए टमाटर को स्टोर करना चाहते हैं तो आप सबसे पहले इसका छिलका निकालें, फिर इसे किसी एयरटाइट डिब्बे में डालकर फ्रिज में रखें।

अन्य सब्जियों के साथ न रखेंआमतौर पर लोग टमाटर को अन्य सब्जियों के साथ ही स्टोर कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना गलत है। दरअसल, कई सब्जियों में एथिलीन नामक केमिकल मौजूद होता है, जिससे टमाटर जल्दी खराब हो सकते हैं। वहीं, कई सब्जियों में साइट्रिक एसिड होता है, जो टमाटर के साथ-साथ अन्य सब्जियों को भी खराब कर सकता है, इसलिए बेहतर होगा कि आप टमाटर को सभी सब्जियों से अलग ही स्टोर करें।

भूल से भी फ्रिज में न करें स्टोरअगर आप टमाटर को फ्रिज में स्टोर करके रखना सही समझते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा करने से टमाटर जल्द ही खराब हो सकते हैं। दरअसल, जब फ्रिज में रखे सामान की महक टमाटर पर पड़ती है तो इससे वे खराब होने लगते हैं। वहीं, टमाटर की तासीर भी ठंडी होती है और ऐसे में इसे ठंडी जगह पर रखने से इस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिस वजह से इसके खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।

पेपर टॉवल में लपेटकर रखेंटमाटर को लंबे समय तक फ्रेश रखने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप इसे खरीदते समय थोड़ी स्मार्टनेस दिखाएं और ऐसे टमाटर खरीदें, जो एकदम सूखे और हल्के छिल्के वाले हों।

इस तरह के टमाटर खरीदने के बाद जब आप घर आए तो उन्हें तुरंत पेपर टॉवल से लपेट दें और स्टोर करें। अगर आपके पास पेपर टॉवल न हो तो आप टमाटर को पेपर बैग में भी स्टोर कर सकते हैं। (एजेंसी)

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घर के लिए फर्नीचर खरीदते समय इन बातों का रखें खास ध्यान

19.04.2022 – घर के लिए फर्नीचर खरीदते समय इन बातों का रखें खास ध्यान. घर को खास बनाने में फर्नीचर सबसे अहम भूमिका निभाता है, इसलिए हमेशा सोच-समझकर और अपनी जरूरतों को ध्यान में रखकर ही फर्नीचर खरीदना चाहिए। खासकर, अगर आप ऑनलाइन फर्नीचर खरीदने वाले हैं तो आपको फर्नीचर कैसा और किस साइज का होना चाहिए समेत ऐसी कई बातें हैं, जिन पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।

आइए आज फर्नीचर उद्योग के विशेषज्ञों से जानते हैं कि फर्नीचर खरीदते किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। अममून वेबसाइट पर दिखाई जाने वाली तस्वीरों में यह पता लगाना मुश्किल है कि फर्नीचर में कोई खराबी तो नहीं। दरअसल, इन दिनों कुछ ऑनलाइन फर्नीचर में कुछ न कुछ खराबी सामने आ रही है। ऐसे में जरूरी है कि आप जो फर्नीचर खरीदने का मन बना रहे हैं उससे जुड़े रिव्यू पर जरूर ध्यान दें क्योंकि इस तरह आप ब्लैक मार्केटिंग से खुद को काफी हद तक बचा सकते हैं।

अपनी जरूरतें समझेंअगर आप ऑनलाइन फर्नीचर खरीदने वाले है तो उसे खरीदने से पहले अपनी सभी जरूरतों को अच्छे से समझ लें। जैसे आपको किस तरह का फर्नीचर खरीदना है, या फर्नीचर किस डिजाइन का होना चाहिए, और फर्नीचर का साइज और शेप कैसी होनी चाहिए? आदि बातों को ध्यान में रखकर ही ऑनलाइन फर्नीचर खरीदें। दरअसल, आजकल ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर फर्नीचर में कई तरह के विकल्प मौजूद हैं, इसलिए बेहतर होगा आप अपनी जरूरतों का ध्यान रखकर ही फर्नीचर खरीदें। गुणवत्ता का भी रखें ध्यान  विशेषज्ञों की मानें तो हमेशा फर्नीचर खरीदते समय सिर्फ इसकी सुंदरता पर ध्यान न दें बल्कि इसकी गुणवत्ता को भी महत्व दें।

ऑनलाइन ग्राहक के तौर पर आपके लिए यह जानना जरूरी है कि अगर अगले कुछ दिनों में ही फर्नीचर के साथ कोई समस्या आ जाए तो उसे ठीक करवाने के लिए आप क्या सकते हैं या फिर उसकी एक्सचेंज पॉलिसी क्या है आदि। वहीं, शिफ्टिंग चार्ज, डिलीवरी टाइम इन चीजों को भी जरूर देखें। (एजेंसी)

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एवोकाडो को अपने हेयर केयर रूटीन का बनाएं हिस्सा

18.04.2022 -एवोकाडो को अपने हेयर केयर रूटीन का बनाएं हिस्सा.  बालों की खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए लोग महंगे से महंगे हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने को तैयार रहते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि उनसे उन्हें मनचाह रिजल्ट ही मिले। ऐसे में अगर हम कहें कि उनकी जगह बालों पर एवोकाडो का इस्तेमाल करना अधिक फायदेमंद और सुरक्षित है तो शायद आप यकीन न करें। आइए आज आपको बताते हैं कि एवोकाडो को किन तरीकों से हेयर केयर रूटीन में शामिल करना लाभदायक है।

कंडीशनर के तौर पर करें इस्तेमालइसके लिए सबसे पहले एक एवोकाडो को काटकर उसका बीज निकालें और इसके गूदें को ब्लेंड करें। अब एवोकाडो के पेस्ट को एक कटोरी में एक बड़ी चम्मच शहद और दो बड़ी चम्मच ऑलिव ऑयल के साथ मिलाएं, फिर इस मिश्रण को सिर पर लगाकर शावर कैप पहनने के आधे घंटे बाद बालों को गुनगुने पानी से धो लें। इसके बाद जब यह कंडीशनर बालों से पूरी तरह निकल जाए तो सिर को तौलिये से लपेट लें। हेयर स्पा के लिए करें एवोकाडो का इस्तेमालहेयर स्पा के लिए सबसे पहले एक पके एवोकाडो को छिल लें, फिर अच्छे से मसलकर इसका पेस्ट बना लें।

अब इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाएं। इसके बाद बालों को भाप देने के लिए एक बड़े से बर्तन में पानी गर्म कर लें और तौलिया ढककर 10 मिनट तक भाप लें, फिर 20 मिनट बाद बालों को शैंपू से धो लें। हफ्ते में एक बार ही इस प्रक्रिया को दोहराएं। दो मुंहें बालों से दिलाए छुटकारा दो मुंहें बालों से राहत दिलाने में एवोकाडो और बादाम के तेल का हेयर मास्क काफी मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में एवोकेडो को अच्छे से मैश कर लें, फिर उसमें बादाम का तेल मिलाएं। इसके बाद इस मिश्रण को अपने बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक लगाकर बालों को शॉवर कैप से कवर कर दें और लगभग एक घंटे के लिए छोड़ दें। अंत में बालों को शैंपू से धो लें। रूखे और बेजान बाल होगें ठीकअगर आपके बाल रूखे और बेजान हो गए हैं तो इन्हें ठीक करने के लिए एवोकाडो और अंडे का हेयर मास्क लगाएं।

इसके लिए एक ब्लेंडर में एवोकाडो को अच्छे से ब्लेंड कर लें। अब एवोकाडो में अंडे की जर्दी मिलाकर अच्छे से मिश्रण तैयार कर लें। इस मिश्रण को अपने पूरे बालों पर लगाएं और 20 मिनट तक सूखने दें। इसके बाद बालों को ठंडे पानी और शैंपू से धोकर कंडीशन कर ले. (एजेंसी)

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त्वचा के लिए फायदेमंद है हायलूरोनिक एसिड

19.04.2022 – त्वचा के लिए फायदेमंद है हायलूरोनिक एसिड. अगर आप अपनी त्वचा को खूबसूरत बनाए रखना चाहते हैं तो ऐसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, जो हायलूरोनिक एसिड से युक्त हो। यह कोई केमिकल नहीं बल्कि एक ऐसा तत्व है, जो त्वचा को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ और खूबसूरत बनाए रखने में अहम भूमिका अदा कर सकता है। आइए आज हायलूरोनिक एसिड के फायदे और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें विस्तार से बताते हैं।

हायलूरोनिक एसिड मूल रूप से एक चीनी अणु है, जो पहले से ही हमारी त्वचा, आंखों और पूरे शरीर में मौजूद होता है। यह मुख्य रूप से त्वचा की मरम्मत करने, त्वचा को हाइड्रेट और मॉइश्चराइज रखने में मदद करता है, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर में हायलूरोनिक एसिड का उत्पादन कम हो जाता है, इसलिए इसे बाहरी स्त्रोतों से प्राप्त करना पड़ जाता है। आप इसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स के जरिए पा सकते हैं। हायलूरोनिक एसिड के फायदेहायलूरोनिक एसिड रूखेपन को दूर करके मॉइश्चराइज करने और समय से पहले त्वचा पर उभरने वाले बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में काफी मदद कर सकता है।

इसके अतिरिक्त, यह त्वचा के अनइवेन टेक्चर यानी खुरदरेपन को भी कम कर सकता है, जिससे त्वचा स्मूद नजर आती है और इससे त्वचा का लचीलापन भी बढ़ता है। एक्जिमा और किसी कारणवश त्वचा पर हुई लालिमा के प्रभाव को कम करने में भी हायलूरोनिक एसिड मदद कर सकता है। हायलूरोनिक एसिड के नुकसानआप चाहें हायलूरोनिक एसिड से युक्त कोई भी प्रोडक्ट लगाने वाले हो, उससे पहले पेच टेस्ट करें क्योंकि यह जरूरी नहीं है कि वह प्रोडक्ट आपकी त्वचा को सूट ही करें।

अगर आप हायलूरोनिक एसिड के सप्लीमेंट्स या फिर इंजेक्शन को चुनते हैं तो इनके इस्तेमाल से जुड़ी सारी जानकारी स्किन केयर एक्सपर्ट से इकट्ठा कर लें क्योंकि इनका गलत इस्तेमाल त्वचा पर लालिमा, सूजन और दर्द पैदा करने कारण बन सकता है। हायलूरोनिक एसिड इस्तेमाल करने का तरीकाआप चाहें स्किन केयर प्रोडक्ट के तौर पर हायलूरोनिक एसिड युक्त क्रीम, जेल या फिर सीरम आदि में से कुछ भी चुनें। इनके इस्तेमाल से पहले चेहरे को धो लें।

इसके बाद चेहरे को तौलिए से सुखाएं, फिर इस पर हायलूरोनिक एसिड की कुछ बूंदें लगाएं और हल्के हाथों से धीरे-धीरे मालिश करें। ध्यान रखें कि त्वचा पर हायलूरोनिक एसिड को रगडऩा नहीं है। यह अपने आप ही त्वचा में अच्छे से अवशोषित हो जाता है। (एजेंसी)

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आपको स्टाइलिश बनाने वाला पर्स कहीं आपको शर्मिंदा ना कर दे

17.04.2022 – आपको स्टाइलिश बनाने वाला पर्स कहीं आपको शर्मिंदा ना कर दे.  जिस तरह से कपड़ो की सफाई करना जरूरी होता है उसी तरह से पर्स की सफाई करना भी जरूरी है। नही धोने पर उसमे से बदबू आने लग जाती है। पर्स में हम हमारी जरूरत का सामान रखते है और इसके निरंतर उपयोग करने से इसमें से बदबू आने लगती है और साथ ही इसकी चमक भी खोने लगती है। पर्स को धोने के कुछ तरीके ऐसे होते है जिनकी वजह से आप उसमे से आने वाली बदबू को दूर कर सकती है।

आज हम आपको इन्ही तरीको के बारे में बतायेंगे, तो आइये जानते है इस बारे में..

* अपने पर्स या बैग से पूरा सामान निकाल लें और अगर वह फैबरिक का बना हुआ है तो उसे किसी हल्के साबुन वाले घोल से धोलें। उसे धूप की बजाए शेड में सुखाएं जिससे वह खराब न हो।

* अगर बैग कपड़े का नहीं बना है तो आप उसे वैक्यूम क्लीनर से साफ करके बाहर सूरज में सुखा सकते हैं। बैगके अंदर की छोटी छोटी पॉकेट को साफ करना बिल्कुल भी न भूलें। अगर बैग लेदर का है तो उसे सूती कपड़े से ही साफ कर लें। पर अगर बैग सिल्क या वेल्वेट का बना हुआ है तो उसे ड्रायक्लीनर को ही दें।

* बैग में से छोटे-छोटे टुकड़ों को साफ करने के लिए टूथब्रश का इस्तमाल करें। बैग में कभी भी पैसों को सीधे ना डालें वरना आपके बैग की लाइनिंग खराब हो सकती है और बैग अंदर से फट सकता है। पैसे को हमेशा छोटे पर्स में अलग से रखें।

* हमेशा ही आयताकार पर्स खरीदें जिससे जरुरत के रुपये और पैसे सामने ही दिख जाएं और उन्हें ढूडने की जरुरत न पडे।

* अगर पर्स में बदबू आने लगे तो पर्स के किसी ऐसे कोने में एक चदंन और लेवेंडर पाउडर का सील बंद पैकेट रखें जो आप इस्तमाल न करती हों। (एजेंसी)

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झूठे बर्तनों से जिद्दी चिकनाई इन तरीको से होंगी साफ़

17.04.2022 – झूठे बर्तनों से जिद्दी चिकनाई इन तरीको की मदद से मिनटों में साफ़ होंगी. साफ चमकती किचन में सबसे पहले ध्यान जाता है, बर्तनों पर। जिसमे आपको अपने बर्तनों की सफाई पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। बर्तन धोना किचन का सबसे काम है। ऐसे में बहुत से लोग ऐसे होते है जिन्हें बर्तन धोना बड़ा ही झंझट वाला काम लगता है। लेकिन कुछ बातो को ध्यान में रखकर इसी काम को बहुत आसानी से किया जा सकता है।

आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बतायेंगे जिनकी मदद से आप मिनटों में बरतनों को साफ़ कर सकती है तो आइये जानते है इस बारे में…

* बर्तन धोने से पहले पूरे घर को चेक कर लें और सारे जूठे बर्तनों को एक ही जगह इकठ्ठा  कर लें। प्लानिंग से काम करने पर आपको बार-बार भागना नहीं पड़ेगा। बर्तन धुलने की सामग्री जैसे- साबुन, स्क्रबर और तौलिया भी पास में रख लें।

* बर्तनों को धुलने से पहले गर्म पानी में भिगो दें ताकि इनसे चिकनाई छूट जाए और इनको साफ करने में ज्यादा मशक्कत न करनी पड़े।

*जूठे बर्तनों को पानी से साफ करके किसी अलग टब या स्लैब पर ही रख लें। ऐसा करने से आपका काम भी कम हो जाएगा और आपको बर्तनों से बार-बार जूठन भी नहीं निकालनी पड़ेगी। बर्तनों को स्क्रब करने के बाद उन्हें छोटे से लेकर बड़े के क्रम में धोना शुरू करें।

* कांच के बर्तन और चीनी मिट्टी के बर्तनों को धोकर अलग रख लें ताकि इनके टूटने का खतरा कम रहे। चम्मच, कांटे और चाकू भी पहले ही साफ कर लें।

* बर्तनों को धोने के बाद एक साथ घुसाकर कर न रख दें। पहले इन्हें सूखने दें और फिर किचन टॉवल से पोंछने के बाद रैक में रखें। (एजेंसी)

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बर्तन धोने वाले साबुन से बड़े काम आ सकते हैं जुड़े ये हैक्स

16.04.2022 – अब तक आप बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल बर्तनों को धोने के लिए करते आए होंगे, लेकिन इसका इस्तेमाल सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। दरअसल, आप घर के छोटे-बड़े कामों के लिए और अन्य चीजों के विकल्प के रूप में बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल करके अपने कई कामों को बेहद आसान बना सकते हैं। शायद आप इस बात से वाकिफ नहीं हैं तो चलिए फिर आज बर्तन धोने वाले साबुन से जुड़े कुछ हैक्स जानते हैं।

कपड़ों से ग्रीस के दाग छुड़ाना होगा आसानअगर आप अपने किसी कपड़े से ग्रीस के दाग छुड़ाना चाहते हैं तो आप इसके लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले बर्तन धोने वाले साबुन को कपड़े की दाग वाली जगह पर अच्छे से रगड़कर कम से कम 10’5 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद कपड़े को हल्के गुनगुने पानी से साफ करके धूप में सुखा दें। अगर दाग रह जाए तो इस प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएं। फर्श को चमकाने में है कारगरअगर आप अपने घर के फर्श को नैचुरल तरीके से साफ करना चाहते हैं तो इसके लिए आप बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे पहले बर्तन धोने वाले साबुन को हल्के गर्म पानी में मिलाकर एक घोल तैयार कर लें। इसके बाद एक छोटी बाल्टी में थोड़ा साबुन का घोल, गर्म पानी, नींबू का रस और तीन चम्मच सिरका डालकर अच्छे से मिलाएं। अब इस मिश्रण का पूरे घर में पोंछा लगाएं। बतौर ज्वेलरी क्लीनर करें इस्तेमालअगर आपकी ज्वेलरी की चमक फीकी पड़ गई है या आपकी ज्वेलरी बहुत गंदी लगने लगी है तो आप इसके लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

बस इसके लिए आपको अपनी ज्वेलरी पर थोड़ा सा बर्तन धोने वाला साबुन लगाकर पुराने टूथब्रश से हल्के हाथों से रगडऩा है। इसके बाद साफ कपड़े से उसे पोंछ लें। ऐसा करने के बाद आपकी ज्वेलरी साफ होने के साथ-साथ चमक भी उठेगी। स्टीकर को आसानी से निकालेंअगर किसी नए बर्तन या किसी अन्य चीज पर लगे स्टीकर को निकालना काफी मुश्किल हो रहा है तो आप इस काम को आसान बनाने के लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे पहले स्टीकर वाली जगह पर थोड़ा बर्तन धोने वाला साबुन लगाकर कुछ मिनट के लिए छोड़ दें। ऐसा करने से स्टीकर्स की पकड़ कमजोर हो जाएगी, फिर आप चुटकियों में इस स्टीकर को निकाल सकेंगे। (एजेंसी)

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स्किन केयर प्रोडक्ट्स गर्मियों में आपके पास जरूर होने चाहिए 

16.04.2022 – ये स्किन केयर प्रोडक्ट्स गर्मियों में आपके पास जरूर होने चाहिए .  अब मौसम गर्मी का है और ऐसे में आपके स्किन केयर रूटीन में इस तरह के प्रोडक्ट्स के प्रोडक्ट्स होने चाहिए, जो त्वचा हाइड्रेट रखने के साथ ही आरामदायक महसूस करवाएं। दरअसल, गर्मी के दौरान पसीना आने के कारण सारा मेकअप खराब हो जाता है, इसलिए आप गर्मियों में ऐसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, जो आपको बिना मेकअप के खूबसूरत बनाएं। आइए जानते हैं कि गर्मियों में किन स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना लाभदायक है।

सनस्क्रीनजब भी आप घर से किसी काम के लिए निकलने वाले हो तो उससे पहले अपने चेहरे और अपने शरीर के अन्य दिखाई देने वाली त्वचा पर सनस्क्रीन की एक मोटी लेयर जरूर लगाएं। सनस्क्रीन आपको सूरज की हानिकारक ङ्क किरणों से बचाती है और सनबर्न,

हाइपरपिग्मेंटेशन और समय से पहले उभरते बढ़ती उम्र के प्रभाव को दूर करने में मदद करती है। इसके लिए सनस्क्रीन का ऐसा फॉर्मूला चुनें, जो आपकी त्वचा के प्रकार के अनुकूल हो। फेस मिस्टगर्मियों के दौरान फेस मिस्ट का एक छिड़काव आपकी त्वचा को तरोताजा करने और इसे बाहरी अशुद्धियों से सुरक्षित रखने में अहम भूमिका अदा कर सकता है। इसके अतिरिक्त, यह आपके मेकअप को स्मूथ और नेचुरल लुक देने में सहायक है। इसलिए हमेशा अपने बैग में एक फेस मिस्ट जरूर रखें। आप चाहें तो मार्केट से खरीदने की बजाय घर पर खुद भी फेस मिस्ट बनाकर उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। फेसवॉशगर्मी के प्रभाव से त्वचा को बचाने के लिए सबसे पहले अपने सर्दियों के फेसवॉश को हाइड्रेटिंग फेसवॉश से स्विच करें, जो रूखी और बेजान त्वचा के लिए सही है।

इतना ही नहीं, अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार ही फेसवॉश खरीदना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही त्वचा को साफ और तरोताजा रखने के लिए दिन में कम से कम दो बार धोएं और नियमित रूप से टोनर का इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे आपकी त्वचा हाइड्रेट रहेगी ब्लोटिंग शीटकोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी त्वचा का प्रकार क्या है, बस हमेशा अपने बैग में ब्लोटिंग पेपर का एक पैकेट रखें।

दरअसल, ब्लोटिंग पेपर चेहरे के अतिरिक्त तैलीय प्रभाव को नियंत्रित करने के साथ ही इसे तरोताजा महसूस करवाने में मदद कर सकता है। इसलिए जब भी आप अपने चेहरे पर तेल या पसीना महसूस करें तो कॉम्पेक्ट पाउडर लगाने की बजाय अपने चेहरे को ब्लोटिंग पेपर से पोंछे। (एजेंसी)

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कालीन खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी

15.04.2022 – कालीन खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी.  घर की सुन्दरता बढाने में कई चीजों की जरूरत होती है और सभी चीजें इसमें अपना महत्व बनाए रखती हैं। इसी में कालीन का भी एक विशेष स्थान होता हैं जो आपको ठन्डे आँगन से बचाने के साथ ही घर की सुन्दरता भी बढाता है। लेकिन अक्सर लोगों की यह शिकायत होती है कि कालीन जल्दी ही फट जाता है या उसकी चमक खो जाती हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ विशेष ध्यान रखने वाली बातों के बारे में बताने जा रहे है जो आपको कालीन खरीदते वक़्त ध्यान रखनी हैं। तो आइये जानते है इन बातों के बारे में।

* कालीन की गद्दीप्रत्येक कालीन गद्दी के साथ आता है। लेकिन कुछ कालीनों में पतली गद्दी होती है, तो कुछ में मोटी। अच्छी गद्दी वाला कालीन वही होता है जिस में ठीक तरीके से गद्दी लगाई गई हो। सही तरीके की गद्दियों वाला कालीन अधिक सुविधापूर्ण और आरामदेह होता है। लेकिन मुलायम मोटी गद्दियां अधिक आरामदेह नहीं होतीं। इन के बजाय ऐसी ठोस गद्दियां अधिक आरामदेह और उपयुक्त होती हैं, जो अपेक्षाकृत अधिक पतली होती हैं।

* कालीन का रेशाजहां एक ओर कालीन के रोएं से उस की भीतरी परत का निर्धारण होता है, वहीं दूसरी ओर कालीन के रेशे से उस की बाहरी परत बनती है। ये रंगों और पैटर्नों की ढेरों वैराइटियों में उपलब्ध हैं। ये अत्यधिक जलरोधी और दागरोधी भी होती हैं। ऊन वह सब से कीमती रेशा है जिस का कालीनों में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उन कालीनों के लिए अधिक केयर और रखरखाव की जरूरत पड़ती है।

* जांचें रेशे का घनत्वकालीन खरीदने से पहले रेशे के घनत्व की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए। कालीन में रेशे का घनत्व जितना अधिक होगा वह उतना ही अधिक अच्छा होगा। दरअसल, उच्च घनत्व वाले कालीन फील और टच में अधिक मजबूत और आरामदेह होते हैं। ये पैरों के नीचे मुलायम तो रहते ही हैं, थके हुए पैरों के लिए आरामदेह भी होते हैं।

* रोएं की जांच करेंकालीन का रोयां कालीन का मुख्य आधार होता है। कालीन का फील इस बात पर बहुत अधिक निर्भर करता है कि उस में किस प्रकार के रोएं का इस्तेमाल किया गया है। रोएं बुने हुए और कलगीदार होते हैं, लेकिन बुने हुए रोएं कलगीदार रोएं की तुलना में अधिक मजबूत और टिकाऊ होते हैं। बुने हुए रोएं एकदूसरे के साथ अधिक निकटता से बुने जाते हैं, जिस से कालीन को अधिक ठोस और मजबूत फीलिंग मिलती है। इसलिए कलगीदार कालीनों की तुलना में बुने हुए कालीनों को अधिक तरजीह दी जाती है। (एजेंसी)

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सिंक की बदबू को इन उपायों की मदद से दूर करें

15.04.2022 – सिंक की बदबू को इन उपायों की मदद से दूर करें. अक्सर देखा गया है कि महिलाऐं किचन के सिंक में आने वाली बदबू से परेशान रहती हैं क्योंकि यह बदबू पूर घर में फैलती हैं और घर आए मेहमानों के सामने आपको शर्मिंदा करती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि इस बदबू का कारण जाना जाए और बदबू को दूर करने के उपाय किए जाए। सिंक में बदबू तो खाने के फंसे होने की वजह से होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ बेहतरीन उपाय लेकर आए है जिनकी मदद से इस बदबू से छुटकारा पाया जा सकता हैं। तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में।

* नेप्थलीन की गोली का करें इस्तेमाल बदबू खत्म के लिए नेप्थलीन की गोली भी बहुत ही अच्छा उपाय है। आप हमेशा सिंक में 1 नेप्थलीन की गोली डालकर रखें। इससे कभी भी आपको इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

* सिरके से दूर करें बदबूआप चाहे तो सिरके का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। सिंक में सिरके को डालकर छोड़ दें, बाद में स्क्रब और पानी से रगड़कर साफ करें। इससे सिंक क्लीन हो जाएगा और गदंगी भी निकल जाएगी। सिंक में व्हाइट स्पॉट पड़ जाते हैं तो वो भी आसानी से निकल जाएंगे

* जैतून का तेल है फायदेमंदसिंक और ड्रेन पाइप को धोने के बाद सिंक पर हल्का सा पानी डालें और इसे तौलिया या टिश्यू से अच्छी तरह पोंछ लें। इससे सिंक पर पानी के दाग भी नहीं रहेगा। इसके बाद ऑलिव ऑयल की कुछ बूदों को डालकर पेपर टॉवल से पोंछ दें। इससे सिंक शाइन करेगा और बदबू भी दूर रहेगी।

* बेकिंग सोडे का इस्तेमाल करेंअगर आपका सिंक स्टेनलेस स्टील से बना हुआ है तो इसे साफ करने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करें। इससे बदबू भी दूर हो जाएगी और सिंक चमकदार भी बनेगा। इसके लिए बेकिंग सोड़ा को पूरे सिंक में छिड़क दें और 5 मिनट बाद सक्रब से रगड़कर अच्छे से साफ करें।

* संतरे के छिलकों का इस्तेमाल सिंक को खूशबूदार बनाने के लिए उसे संतरे के छिलकों से रगड़ें। फिर गुनगुने पानी से सिंक को साफ करें। इससे सिंक की बदबू कुछ देर में ही दूर हो जाएगी। (एजेंसी)

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सब्जियों की सफाई ऐसे करें,कीड़ों व कीटनाशक से मिलेगा छुटकारा

14.04.2022 – सब्जियों की सफाई ऐसे करें,कीड़ों व कीटनाशक से मिलेगा छुटकारा. गर्मियों का मौसम जारी हैं और इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी आती हैं सब्जियों के खराब होने की, खासतौर से इनमें कीड़े लगने की। जी हां, इन दिनों में सब्जियों का इस्तेमाल जरा संभलकर करने की जरूरत हैं क्योंकि सब्जियों में कीड़े लगने का डर बना रहता हैं जिनका सेवन आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता हैं। इसी के साथ ही सब्जियों पर लगे कीटनाशक भी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं जिन्हें हटाना भी बहुत जरूरी हैं।

आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह सब्जियों की सफाई की जाए ताकि कीड़ों के साथ ही कीटनाशक से भी छुटकारा मिल सकें। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में.ब्रोकली से कैसे निकालें कीड़े?ब्रोकली सेहत के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन उसमें मौजूद कीड़ो के कारण कोई भी उसका सेवन नहीं करता। इसका सेवन करने से पहले इसको साफ करना भी जरुरी है। इसमें से कीड़े निकालने के लिए आप इसके पिछले हिस्से को पहले काट लें और ब्रोकली के सारे फूलों को अलग कर दें। फिर गर्म पानी करके इसमें थोड़ा सा नमक मिलाएं और ब्रोकली को 30 मिनट के लिए रख दें।

फिर साफ पानी में से निकाल कर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। फूल गोभी से कैसे निकालें कीड़े?सबसे पहले गोभी को 4-5 हिस्सों में काट लें। किसी बड़े साइज में काटें ताकि यह पानी में न घूले। फिर किसी बर्तन में पानी डालकर गर्म करें और उसमें 3 चम्मच हल्दी मिला लें। पानी में गोभी को 15-20 मिनट के लिए डिप करके रख दें। उसके बाद साफ पानी से निकाल कर आप इसका खाना बनाने में इस्तेमाल कर सकती हैं।पत्ता गोभी से कैसे निकालें कीड़े?पत्ता गोभी का रंग हरा होता है। जिसकी वजह से इसमें कीड़े दिखाई नहीं देते। बहुत से लोग इसे मानसून में खाने से बचते हैं। इसमें कीड़े निकालने में समय लगता है। इससे कीड़े निकालने के लिए पत्तागोभी के ऊपर की दो लेयर निकालकर फेंक दें । बाकी लेयरस के निकाल कर अलग-अलग रख दें।

किसी बर्तन में गुनगुना पानी डालकर उसमें 1 चम्मच हल्दी मिक्स करें। उसमें पत्तागोभी के सारे पत्ते डालकर 15-20 मिनट के लिए भिगो कर रख दें। फिर गोभी को बाहर निकालकर साफ पानी में निकाल दें।पालक से कैसे निकालें कीड़े?बरसाती मौसम में बहुत से लोग पालक की सब्जी का सेवन नहीं करते। कीड़े लगने के कारण बहुत से लोग इससे परहेज हैं। इस मौसम में पालक के पत्तों में छेद होता है। जिस वजह से भी इसका इस्तेमाल करने से सभी डरते हैं। पालक से कीड़े निकालने के लिए आप गर्म पानी करके उसमें थोड़ा सा नमक मिला दें और पालक को पानी में डालकर 15-20 मिनट के लिए रख दें।

थोड़ी देर के बाद साफ पानी में से पानी निकालकर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। विनेगर से हटाए कीटनाशक 10 प्रतिशत सफेद सिरके और 90 प्रतिशत पानी के घोल में अपनी सभी सब्जियों और फलों को भिगो दें। इस घोल को अच्छी तरह से हिलाएं और सब्जियों को अच्छी तरह से रगड़ें। फलों में जामुन को धोते समय सावधान रहें क्योंकि इसका छिलका पतला होता है, जिसके कारण इसकी बाहरी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है।उबालें और छीलें अपनी सब्जियों को थोड़ी देर के लिए गर्म पानी से धोएं।

ऐसा करने से आप सब्जियों पर लगे हुए अवशेष को हटा सकते हैं। इसके अलावा सब्जी या फल को छीलना इन कीटनाशकों को हटाने का एक कुशल तरीका है। इसके अलावा, चिकन या मांस को जब भी बनाएं तो उसमें से अतिरिक्त वसा और त्वचा को निकाल दें क्योंकि यह अवांछित कीटनाशक अवशेषों को अवशोषित कर सकते हैं। (एजेंसी)

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एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल फेंकने की बजाय इस तरह से करें

14.04.2022 – एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल फेंकने की बजाय इस तरह से करें. गर्मियों के इन दिनों में पसीने की बदबू को दूर करने के लिए परफ्यूम को बेस्ट ऑप्शन में से एक माना जाता हैं। महिला हो या पुरुष सभी इसका इस्तेमाल करते हैं। परफ्यूम अब हमारे लिए सिर्फ फैशन और स्टेटस सिंबल ही नहीं बल्कि जरूरत बन गया है। लेकिन इसके इस्तेमाल के दौरान कई बार ऐसे मौके आते हैं जब यह एक्सपायर हो जाता हैं और इसे फेंकने की नौबत आ जाती हैं क्योंकि एक्सपायर्ड परफ्यूम के इस्तेमाल से त्वचा पर खुजली, जलन और स्किन इंफेक्शन जैसे साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं। महंगे परफ्यूम को यूं ही फेंकना आसान तो नहीं होता हैं।

ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जिसमें एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल किया जा सकता हैं और इसे फेंकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। तो आइये जानते हैं इनके बारे में…रूम फ्रेशनर और कार फ्रेशनरअगर आपका परफ्यूम एक्सपायर हो गया है और आपको उसकी खुशबू बेहद पसंद है। तो आप इसे फेंकने की जगह रूम फ्रेशनर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कमरे में खुशबू फैलाने के लिए आप इसे रूम में स्प्रे भी कर सकते हैं और इसे सीलिंग फैन पर भी लगा सकते हैं। वहीं कमरे या सीलन की बदबू को दूर भगाने में एक्सपायर्ड परफ्यूम की मदद ली जा सकती है। इसके अलावा आप अपनी कार में भी इसे स्प्रे कर खुशनुमा माहौल का एहसास कर सकते हैं।

पैरों की बदबू को करें दूरअगर आप अपने पैरों की बदबू के कारण परेशान रहते हैं तो इस समस्या से छुटकारा दिलाने में परफ्यूम आपकी काफी मदद कर सकता है। एक्सपायर परफ्यूम से भी आप अपने पैरों की बदबू को दूर कर सकते हैं। इसके लिए पहले अपने पैरों को धोने के बाद परफ्यूम को उन पर अच्छे से छिड़कें और मोजे या जूते पहनने से पहले परफ्यूम को सूखने दें।कपड़े और कालीन महकाएंघर की कालीन को साफ करने के बाद इसे खुशबूदार बनाने के लिए आप एक्सपायर्ड परफ्यूम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए वैक्यूम करते समय थोड़ी सी रूई को एक्सपायर्ड परफ्यूम से भिगाकर वैक्यूम क्लीनर में डाल दें। अगर आप चाहें तो कालीन पर डायरेक्ट परफ्यूम स्प्रे भी कर सकते हैं। इसके अलावा कपड़ों की दराज से आने वाली स्मैल को दूर करने के लिए रूई को परफ्यूम में डुबाकर कपड़ों के बीच में रख दें। इससे आपकी दराज और कपड़े दोनों महकने लगेंगे।बाथरूम और गद्दों पर करें स्प्रेआप घर के गद्दों और बाथरूम से आने वाली स्मैल को दूर करने के लिए एक्सपायर्ड परफ्यूम का उपयोग कर सकते हैं।

जहां गद्दों के चारों तरफ परफ्यूम स्प्रे करने से उनकी बदबू चली जाती है। वहीं बाथरूम को महकाने के लिए नहाने के थोड़ी देर पहले बाथरूम में परफ्यूम स्प्रे कर दें, इससे बाथरूम महक उठेगा।खुशबूदार मोमबत्तियां बनाएंआप चाहें तो अपने एक्सपायर परफ्यूम से खूशबूदार मोमबत्तियां बनाकर अपने घर को महका सकते हैं। बस जब भी आप मोमबत्ती बनाने के लिए मोम को पिघलाएं तो उसमें परफ्यूम की पांच से छह बूंदें अच्छे से मिलाएं और जब मोम अच्छे से जम जाए तो मोमबत्तियों का इस्तेमाल करें। ये खुशबूदार मोमबत्तियां जलने के बाद आपके मूड और कमरे के माहौल को एकदम अच्छा और खुशबूदार बना देंगी।गद्दों की बदबू दूर करें.

आपके बेड में खासतौर से गद्दों में एक अजीब सी स्मेल आने लगती है। ये किसी भी कारण से हो सकती है क्योंकि अक्सर आप अपनी बेड शीट तो साफ़ कर लेती हैं लेकिन गद्दे साफ़ नहीं कर पाती हैं। इसलिए गद्दों (गद्दों से खटमल हटाने के टिप्स) की बदबू दूर करने के लिए उनके चारों तरफ एक्सपायर्ड परफ्यूम स्प्रे करें इससे मिनटों में स्मेल दूर हो जाएगी और आपको एक साफ़ और खुशबूदार बेड पाने में भी मदद मिलेगी।डस्टबिन की बदबू भगाएंडस्टबिन से आने वाली स्मैल अक्सर पूरे घर को बदबूदार बना देती है।

ऐसे में हर रोज डस्टबिन खाली करने के बाद आप इसमें एक्सपायर्ड परफ्यूम छिड़क सकते हैं। इससे डस्टबिन और उसमें पड़ी चीजों की बदबू दूर हो जाएगी और आस-पास की जगह भी महकने लगेगी।बालों को महकाएंअगर आप अपने बालों को धोना भूल जाते हैं और अचानक से आपको किसी जरूरी मीटिंग में जाना पड़ता है तो ऐसी स्थिति में बालों से आने वाली पसीने की बदबू को दूर करने के लिए आप एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए पहले अपनी कंघी के दांतों पर परफ्यूम को अच्छे से स्प्रे करें और फिर इससे अपने बालों को सुलझाएं। ऐसा करने से आपके बालों से खुशबू आने लगेगी। (एजेंसी)

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नारियल से बनाए जा सकते हैं ये स्वादिष्ट व्यंजन,जानिए रेसिपी

13.04.2022 -नारियल से बनाए जा सकते हैं ये स्वादिष्ट व्यंजन,जानिए रेसिपी. अगर नारियल को किसी व्यंजन में मिलाया जाए तो इससे उसका स्वाद बहुत बढ़ जाता है। शायद यही वजह है कि दक्षिणी भारत में नारियल किसी न किसी रूप में हर व्यंजन का हिस्सा होता ही है। वहीं, उत्तर भारत में इसका इस्तेमाल ज्यादातर मिठाइयां बनाने में किया जाता है। आइए आज हम आपको नारियल से बनाए जाने वाले चार ऐसे व्यंजनों की रेसिपी बताते हैं, जिन्हें आप घर पर कुछ मिनट में बना सकते हैं। कोकोनट राइसकोकोनट राइस दक्षिण भारतीय व्यंजनों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय व्यंजन है।

इसे बनाने के लिए सबसे पहले गर्म कुकिंग ऑयल में मूंगफली, राई और जीरा भूनें। अब इसमें थोड़े भीगे हुए चने, उड़द दाल डालें और अच्छी तरह मिलाएं। अब इसमें साबुत लाल मिर्च, करी पत्ता, हरी मिर्च, काजू और नमक मिलाएं। इसके बाद इसमें कद्दूकस किया हुआ नारियल और पके चावल डालकर एक से दो मिनट तक पकाएं। इसके बाद कोकोनट राइस को गर्मागर्म परोसें। नारियल के लड्डूअगर आपको मिठाइयों में नारियल पसंद है तो यकीनन आपको नारियल के लड्डू भी पसंद आएंगे और इन्हें घर पर बनाना बहुत आसान है। नारियल के लड्डू बनाने के लिए एक कप गर्म दूध में एक कप कद्दूकस किया हुआ सूखा नारियल मिलाएं, फिर इसमें स्वादानुसार चीनी मिलाएं। अब इस मिश्रण को तब तक पकाएं जब तक कि दूध सूख न जाए यानी मिश्रण गाढ़ा न हो जाए।

इसके बाद मिश्रण को एक प्लेट में निकालें और इससे लड्डू बनाएं। नारियल का केकनारियल का केक बनाने के लिए सबसे पहले ओवन को 176 डिग्री पर प्रीहीट करें। इसके बाद एक बड़े कटोरे में मक्खन, चीनी और अंडा डालकर अच्छी तरह से फेंटें। अब इसमें मैदा, बेकिंग पाउडर और नारियल का दूध मिलाएं। अब इसमें कदूकस किया हुआ नारियल के साथ धीरे-धीरे सामान्य दूध डालें और सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें। फिर केक ट्रे को मक्खन से चिकना करें और उसमें इस घोल को डालकर 20-30 मिनट तक बेक करें। नारियल करीसबसे पहले एक कढ़ाई में नारियल का तेल गर्म करें, फिर उसमें साबुत लाल मिर्च, राई और मेथी दाना डालकर भूनें। अब इसमें करी पत्ता, हरी मिर्च, अदरक और लहसुन डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसके बाद इसमें प्याज, हल्दी, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर, टमाटर, नमक और काली मिर्च मिलाकर अच्छी तरह पकाएं। इसके बाद इसमें पानी और नारियल का दूध डालकर पांच मिनट तक पकाएं, फिर इसे चावल के साथ गर्मागर्म परोसें। (एजेंसी)

बच्चों को रोजाना कुछ मिनट करवाएं स्विमिंग,मिलेंगे अनगिनत लाभ

13.04.2022 – बच्चों को रोजाना कुछ मिनट करवाएं स्विमिंग,मिलेंगे अनगिनत लाभ. स्विमिंग एक बेहतरीन एरोबिक एक्सरसाइज है, जिससे बच्चों के पूरे शरीर का एक साथ व्यायाम हो सकता है। अच्छी बात तो यह है कि गर्मियां बच्चों को स्विमिंग सिखाने का सबसे अच्छा समय है क्योंकि पानी आपके बच्चे को गर्मी से कुछ राहत देगा। वहीं, पानी में खेलते-खेलते उन्हें कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। आइए जानते हैं कि स्विमिंग करने से बच्चों को क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।

अगर आप अपने बच्चों को स्विमिंग सिखाते हैं तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। स्विमिंग से न सिर्फ बच्चे पानी में खुद को नियंत्रित करना सीख जाते हैं बल्कि अज्ञात चीजों का डर भी उनके मन से धीरे-धीरे दूर होने लगता है। इसलिए अपने बच्चों को रोजाना कुछ मिनट स्विमिंग जरूर करवाएं और बेहतर होगा कि आप इसके लिए एक अनुभवी ट्रेनर रखें ताकि आपके बच्चे सुरक्षित और सुरक्षित तरीके से स्विमिंग सीख जाएं।

स्क्रीन से दूर करने में है कारगरअगर आज के बच्चों की बात करें तो उनका बचपन सिर्फ आधुनिक गैजेट्स तक ही सिमट कर रह गया है, जिसका नकारात्मक प्रभाव सीधा उनकी सेहत पर पड़ता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करवाना चाहते हैं तो भी इसके लिए स्विमिंग को चुन सकते हैं। दरअसल, बच्चों को स्विमिंग क्लास में ले जाने से उन्हें स्क्रीन टाइम से एक अच्छा ब्रेक मिलेगा और उनकी आंखों को थोड़ा आराम देगा। बच्चों को रचनात्मक और सामाजिक बनाने में मिलती है मददस्विमिंग की मदद से बच्चों को रचनात्मक और सामाजिक बनाने में भी काफी मदद मिल सकती है।

दरअसल, स्विमिंग में कई तरह की टेक्निक होती हैं। उदाहरण के लिए फ्रीस्टाइल स्विमिंग करने से बच्चों को कल्पनाशील बनाने में मदद मिलती है। वहीं, स्विमिंग से बच्चे अधिक सामाजिक भी हो सकते हैं क्योंकि इसके हर एक सत्र में कई अन्य बच्चे शामिल होते हैं और वे आपस बातचीत कर सकते हैं और नए दोस्त बना सकते हैं। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी है बेहतरस्विमिंग करने से बच्चों के शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है, जिससे उनके शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

स्विमिंग करने से बच्चों का मूड भी अच्छा रहता है क्योंकि इससे मूड को ठीक करने वाला होर्मोन एडर्निल शरीर के द्वारा अच्छे से रिलीज होते हैं, जिससे बच्चे हमेशा खुश, तनाव और चिंता से मुक्त रह पाते हैं। इसलिए नियमित तौर पर बच्चों को रोजाना कुछ मिनट स्विमिंग जरूर करवाएं। (एजेंसी)

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