कैसे कपड़ों से हटा सकते हैं रोएं, अपनाएं ये घरेलू उपाय

आज के समय में कई ऐसे कपड़ें हैं जिनके रोएं बहुत जल्दी आ जाते हैं और फिर वह कपड़े अच्छे नहीं लगते हैं। कई लोग ऐसे कपड़े पहनना छोड़ देते हैं तो कई लोग कपड़ों से रोएं निकालने के लिए नए-नए तरीके खोजने लगते हैं। ऐसे में अगर आप भी इन रोएं से परेशान हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं आज कुछ टिप्स जिससे आप इन रोएं से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं।
घरेलू सामानों की मदद से रोएं को हटाएं-

रेगमाल का इस्तेमाल करें –  अगर आप कपड़ों को इससे रगड़ेंगे, तो कपड़ों का रुआँ निकल जाएगा!

कैंची से रोएं को काटें –  अगर रोएं की मात्रा और आकार अधिक है तो उन्हें ध्यान में रखते हुए, आप इसको कैंची से भी काट सकते हैं। जी दरअसल इसके लिए कपड़ों को किसी सपाट जगह पर फैलाया जाए। उसके बाद एक-एक रोएं को हाथ से उठाकर कैंची से काट दिया जाए। वैसे आप एक हाथ कपड़ों के नीचे डाल सकते हैं, ताकि रोएं को अच्छे से ऊपर उठाया जा सके और फिर इसको आसानी से काटा जा सके।

शेविंग रेजऱ का इस्तेमाल करें –  इसके लिए एक डिस्पोजेबल रेजऱ लिया जाए और कपड़े को किसी सपाट जगह पर बिछा दिया जाए। उसके बाद रेजऱ को इस्तेमाल करने वाली जगह पर कपड़े को एक हाथ से खींचकर पकड़ें, ऐसा करने से कपड़े को रेजऱ से नुकसान नहीं पहुंचेगा। ध्यान रहे थोड़ा-थोड़ा करके बहुत आराम से रेजर से इसको साफ किया जाए।

स्वेटर कॉम्ब खरीदें –  अगर आप रोएं से परेशान हैं तो स्वेटर कॉम्ब लें जो एक छोटा सा कंघा होता है। इसके दाँते खासतौर पर कपड़ों का रुआँ निकालने के लिए बनाए जाते हैं। जी हाँ और यह कंघा बालों वाले कंघे से पूरी तरह अलग होता है, क्योंकि इसके दांते छोटे और एक दूसरे के करीब होते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए कपड़े को तान कर रखें और फिर रोएं वाली जगह पर इसको आराम से चलाएं।

(एजेंसी)

एयर फ्रायर में बहुत आसानी से बनाए जा सकते हैं ये स्वादिष्ट व्यंजन, जानिए रेसिपी

एयर फ्रायर की मदद से डीप फ्राई व्यंजनों को कम तेल में बनाया जाता है, जिसके कारण ऐसे व्यंजनों का सेवन सेहत को नुकसान नहीं पहुंचता है। हालांकि, अगर आपने हाल ही में एयर फ्रायर खरीदा है और आपको समझ नहीं आ रहा है कि इसमें क्या-क्या बनाया जा सकता है तो आपकी इस उलझन को हम दूर किए देते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे स्वादिष्ट व्यंजनों की रेसिपी बताते हैं, जिन्हें एयर फ्रायर में बनाना आसान है।

फ्रेंच फ्राइज

सबसे पहले एयर फ्रायर को प्रीहीट करें और इसकी टोकरी में नॉन-स्टिक स्प्रे छिड़कें। इसके बाद आवश्यकतानुसार आलू को पानी से धोकर छिलें, फिर सारे आलू को फ्रेंच फ्राइज की तरह काट लें। इसके बाद आलू को पेपर से थपथपा कर सुखाएं। अब एक बड़े कटोरे में सारे कटे आलू, एक चम्मच तेल और स्वादानुसार नमक को मिलाकर एयर फ्रायर की टोकरी में रखें और जब फ्रेंच फ्राइज क्रिस्पी दिखें तो एयर फ्रायर को बंद करके इसे परोसें।

गार्लिक ब्रेड

गार्लिक ब्रेड बनाने के लिए सबसे पहले एयर फ्रायर को प्रीहीट करें। इसके बाद एक कटोरे में मक्खन, परमेसन चीज़, बारीक पीसी लहसुन की कुछ कलियां और बारीक कटा पार्सले और स्वादानुसार नमक मिलाएं। अब इस मिश्रण को ब्रेड की स्लाइस पर समान रूप से फैलाएं और इन्हें एयर फ्रायर की टोकरी में रखकर इसे चालू कर दें। दो से तीन मिनट के अंदर गर्लिक ब्रेड बनकर तैयार हो जाएगीं, जिसे आप टोमैटो सॉस के साथ परोस सकते हैं।

आलू के चिप्स

इसके लिए भी सबसे पहले एयर फ्रायर को प्रीहीट करें। इसके बाद आवश्यकतानुसार आलू को पानी से धोकर छिलें, फिर सब्जी के छिलके छिलने वाले चाकू का इस्तेमाल करके आलू पतला-पतला काट लें। अब सारी आलू की स्लाइस को एक बड़े बाउल में बर्फ के पानी में 15 मिनट के लिए भिगो दें, फिर सारी स्लाइस को छानकर सुखाएं, फिर इन पर कुकिंग ऑयल और नमक छिड़ककर पांच से आठ मिनट के लिए एयर फ्रायर में पकाएं।

स्टफ शकरकंद

सबसे पहले एयर फ्रायर को प्रीहीट करें और इसकी टोकरी में चार शकरकंद को रखकर ब्रश से जैतून का तेल लगाएं, फिर एयर फ्रायर को शकरकंद के गलने तक चलाएं। इसके बाद शकरकंद को लंबाई में काटकर इनका गूदा एक कोटरे में निकालें, फिर कटोरे में पालक, पनीर, प्याज को स्वादानुसार नमक और एक चुटकी काली मिर्च के साथ मैश करें। अब इस मिश्रण को शकरकंद के छिलके में डालकर एयर फ्रायर में 10 मिनट तक पकाने के बाद परोसें।
(एजेंसी)

कुकिंग ऑयल खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान, होगा सही चयन

आजकल मार्केट में कई तरह के कुकिंग ऑयल मौजूद है, इसलिए लोग हमेशा इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि खाने के लिए कौन से तेल का इस्तेमाल करना बेहतर है या फिर कौन सा तेल स्वास्थ्यवर्धक है? अगर आपको भी ऐसे ही सवालों से दो चार होना पड़ता है तो अब ऐसा नहीं होगा। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताते हैं, जिन्हें अगर ध्यान में रखकर कुकिंग ऑयल खरीदा जाए तो उसका सही चयन होगा।

खरीदने से पहले लेबल चेक करें

जब भी आप कुकिंग ऑयल खरीदने जाएं तो इसके लेबल को पहले थोड़ा ध्यान से पढ़ें। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ लोग बिना लेबल पढ़े ही कुकिंग ऑयल खरीद लेते हैं लेकिन ऐसा करना गलत है। दरअसल, कुछ कंपनियां कुकिंग ऑयल में मिलाई जाने वाली सामग्रियों और शुद्धता आदि की जानकारी पैकेट के ऊपर ही बहुत छोटे अक्षरों में दे देती है, इसलिए हमेशा लेबल पढऩे के बाद कुकिंग ऑयल खरीदें।
ओमेगा 3 और ओमेगा 6 का होना चाहिए अच्छा कॉम्बिनेशन
कोई भी कुकिंग ऑयल खरीदते समय इस बात पर खास ध्यान दें कि उसमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 का रेशियो कैसा है। बेहतर होगा कि आप ऐसा कुकिंग ऑयल खरीदें, जिसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 के बीच 1:2 का रेश्यो हो क्योंकि इन्हें सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। बता दें कि सरसों के तेल, कनोला ऑयल, ऑलिव ऑयल और सोयाबीन के तेल आदि में ओमेगा 3 और ओमेगा 6 का यहीं रेशियो होता है।

कुकिंग ऑयल में मौजूद ट्रांस फैट की मात्रा पर दें ध्यान

ओमेगा 3 और ओमेगा 6 के साथ ही कुकिंग ऑयल में मौजूद ट्रांस फैट की मात्रा पर भी ध्यान देना जरूरी है। बता दें कि जीरो ट्रांस फैट से युक्त कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करना बेहतर है। अगर किसी कुकिंग ऑयल की पैकिंग पर ट्रांस फैट के बारे में नहीं लिखा हुआ है तो उसे खरीदने से बचें। इसके अलावा. कुकिंग ऑयल पर नॉन हाइड्रोजिनेटिड और नॉन पीएचवीओ भी लिखा हो।

अधिक मात्रा में न खरीदें कुकिंग ऑयल

कई लोग सहूलियत और बचत के लिहाज से एक बार में अधिक मात्रा में कुकिंग ऑयल खरीद तो लेते हैं, लेकिन ऐसा करना गलत है। दरअसल, कुकिंग ऑयल की भी एक्सपायरी डेट होती है। सील खुलने के बाद कुकिंग ऑयल को दो से तीन महीने में ही खत्म कर देना चाहिए। ध्यान रखें कि जब कुकिंग ऑयल खराब होने लगते हैं तो उनका स्वाद और रंग बदल जाता है।
क्या आप जानते हैं?
भले ही आप खाने के लिए किसी भी कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करें, लेकिन इसकी मात्रा पर खास ध्यान दें। एक दिन में कम से कम तीन चम्मच यानी 20 मिली कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करना बेहतर माना जाता है।

माइग्रेन के दर्द को चुटकियों में दूर करेगा मखाना खसखस का उपाय, ये नुस्खे भी असरदार

आजकल हर दूसरा व्यक्ति माइग्रेन की समस्या से परेशान हैं। इस परेशानी की गिरफ्त में आने की मुख्य वजह खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान है। माइग्रेन से पीडि़त व्यक्ति को बेहद असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। खासकर सर्दियों के मौसम में तो माइग्रेन का दर्द जीना मुहाल कर देता है। सिर में हवा लगने, ठंड के चलते, खून का बहाव कम होने और आदि कारणों की वजह से दर्द का सामना करना पड़ता है। जब भी ये दर्द होता है तो किसी भी काम को करना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में दवा भी काम नहीं आती और तो और कई मामलों में इंजेक्शनों तक लेने की नौबत आ जाती है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे के बारे में जिनके इस्तेमाल से आप माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं।
माइग्रेन सिरदर्द की समस्या का ही एक प्रकार है जिसमें सिर्फ सिर के आधे हिस्से में होता है। कई बार यह दर्द इतना तेज होता है कि इसे बर्दाश्त कर पाना काफी मुश्किल होता है। माइग्रेन की समस्या होने पर घबराहट, उल्टियां, आँखो में दर्द होना, जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।

मुलेठी

आयुर्वेदिक जड़ी बूटी मुलेठी कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल पौधे के तने की छाल को सुखाकर किया जाता है। ये एक ऐसा घरेलू नुस्खा है जिसका इस्तेमाल कई बीमारियों से बचने के लिए किया जा सकता है। अगर आपको माइग्रेन की समस्या हैं तो मुलेठी पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए बस आप शहद में मुलेठी पाउडर मिलाकर इसकी कुछ बूंदे नाक में डाल लें। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।

मखाना और खसखस

मखाना और खसखस एक ऐसा आर्युवेदिक उपाय है जिसे भयंकर माइग्रेन में भी राहत मिलती है। इसके लिए बस आप मखाना और खसखस की खीर बनाकर इसका सेवन करें।

अश्वगंधा

अश्वगंधा कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में कारगर है। ये माइग्रेन की समस्या में भी काफी लाभदायक मानी जाती है। इसके लिए बस आप अश्वगंधा की जड़ को उबालकर इसे दूध के साथ खाएं। इससे माइग्रेन के दर्द में काफी मदद मिलती है। इसके अलावा दूध के साथ अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करने से इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद मिलती है।

लौंग का पाउडर

अगर आपको सिर में बहुत तेज दर्द है तो इसमें लौंग का पाउडर आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए बस आप लौंग के पाउडर में नमक मिलाकर, दूध के साथ इसका सेवन करें। इससे आपको तुरंत राहत मिलेगी।
लैवेंडर ऑयल
लैवंडर ऑयल माइग्रेन के दर्द को दूर करने में काफी असरदार होता है। इसमें एंटी-एंग्जायटी और एंटीडिप्रेसन्ट गुण मौजूद होते हैं जो देर्द में आराम दिलाते हैं। इसके लिए आप करीब 15 मिनट तक लैवंडर ऑयल को इनहेल कर सकते हैं।

माउंटेन क्लाइंबर एक्सरसाइज करते समय इन गलतियों से बचें

रोजाना कुछ मिनट माउंटेन क्लाइंबर एक्सरसाइज करने से आपको अनगिनत स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। सबसे अच्छी बात तो यह है कि इस एक्सरसाइज के लिए न तो आपको किसी मशीन की जरूरत पड़ती है और न ही डंबल और बारबेल की। हालांकि, कई लोग माउंटेन क्लाइंबर एक्सरसाइज करते समय अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनसे चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है। चलिए फिर आज ऐसी ही कुछ सामान्य गलतियों के बारे में जानते हैं।

हाथों को जमीन पर ठीक से न रखना

माउंटेन क्लाइंबर करते समय अगर आप हाथों को जमीन पर ठीक से नहीं रखते हैं तो आपकी इस गलती के कारण आपके लिए एक्सरसाइज के दौरान संतुलन बनाना मुश्किल हो सकता है। यह एक्सरसाइज करते समय सबसे पहले अपनी उंगलियों और हथेलियों को फैलाकर जमीन पर रखें। इसके बाद आपको एक्सरसाइज के दौरान धीरे-धीरे आगे होते समय अपनी हथेलियों पर दबाव डालना है और पीछे होते वक्त हथेलियों पर हल्का दबाव डालना है।

रीढ़ की हड्डी को सीधा न रखना

अगर आप माउंटेन क्लाइंबर करते समय अपनी पीठ को सीधा नहीं रखते हैं तो इसके कारण आपको पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या हो सकती है। इससे स्लिप डिस्क और सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस जैसी रीढ़ की हड्डी से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का खतरा भी उत्पन्न हो सकता है। इसलिए अगर आप इससे स्वास्थ्य लाभ चाहते हैं तो एक्सरसाइज करते समय अपने शरीर को एकदम सीधा रखें ताकि आपको ऐसी समस्याओं का सामना ही न करना पड़े।

ठीक से सांस न लेना

बहुत से लोग माउंटेन क्लाइंबर एक्सरसाइज करते समय ठीक से सांस नहीं लेते हैं, लेकिन ऐसा करना उनकी सबसे बड़ी गलती है क्योंकि इससे उनको नुकसान पहुंच सकता है। बता दें कि इस एक्सरसाइज के दौरान सांस लेते समय आगे बढऩा होता है और पीछे होते समय सांस छोडऩी होती है। अगर आप इस एक्सरसाइज के दौरान सांस पर ध्यान नहीं देते हैं तो आपको इसके कारण सांस से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

शरीर पर नियंत्रण न होना

अगर आप यह चाहते हैं कि माउंटेन क्लाइंबर का आपके शरीर पर सकारात्मक असर पड़े तो इसके लिए जरूरी है कि आप एक्सरसाइज के दौरान अपने शरीर को नियंत्रित रखें। कई बार एक्सरसाइज करते समय ऐसा होता है कि हमारे शरीर पर हमारा नियंत्रण नहीं रहता। ऐसा अधिक वजन की वजह से भी हो सकता है। हालांकि, आप यह एक्सरसाइज करते समय अपने शरीर पर नियंत्रण रखें क्योंकि ऐसा न होने के कारण चोट लगने का डर बना रहता है।

माउंटेन क्लाइंबर करते समय जरूर बरतें ये सावधानियां

अगर आपके कंधों या फिर हाथों में किसी तरह की तकलीफ है तो इस एक्सरसाइज को न करें। जिन लोगों को घुटनों में चोट लगी हो या जिनकी सर्जरी हुई हो, वे भी इस एक्सरसाइज को न करें। गर्भवती महिलाएं भी इस एक्सरसाइज को न करें। अगर हाल ही में पेट की सर्जरी हुई है तो भी माउंटेन क्लाइंबर एक्सरसाइज को करने से बचना चाहिए। शुरूआत में यह एक्सरसाइज किसी विशेषज्ञ की निगरानी में ही करें। (एजेंसी)

 

फायदे की बजाय स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है मूंगफली का अधिक सेवन

मूंगफली न सिर्फ दोस्तों और परिवार के बीच हंसी-ठिठोली और टाइम पास का जरिया है, बल्कि यह पौष्टिक तत्वों का खजाना भी है। हालांकि, इतना ध्यान रखें कि ज्यादा मूंगफली का सेवन आपको फायदे की बजाय नुकसान पहुंचाने का कारण बन सकता है यानी इस वजह से आपका शरीर कई तरह की समस्याओं की चपेट में आ सकता है। आइए जानते हैं कि मूंगफली के अधिक सेवन से आपको किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

बढ़ सकती है सूजन

अगर आपका मानना यह है कि शरीर में सूजन आना कई बीमारियों का सिर्फ एक लक्षण है तो आपको बता दें कि मूंगफली के अधिक सेवन से भी यह समस्या हो सकती है। दरअसल, मूंगफली ओमेगा-6 जैसे जरूरी अनसैचुरेटेड फैट से युक्त होती हैं और जब आप मूंगफली का अधिक सेवन करते हैं तो शरीर में अनसैचुरेटेड फैट की मात्रा काफी बढ़ जाती है, जो सूजन का कारण बनती है। हालांकि, शरीर में सूजन आने पर डॉक्टरी जांच जरूर कराएं।

मोटापे का रहता है खतरा

मूंगफली वसा और कैलोरी से युक्त होती हैं और अगर आप इनका अधिक सेवन करते हैं तो वसा और कैलोरी की मात्रा भी अधिक होगी, जिसके कारण आपको मोटापे का सामना करना पड़ सकता है। मोटापा एक गंभीर शारीरिक समस्या है क्योंकि यह समस्या शरीर को कई बीमारियों का घर बना सकती है। इसलिए बेहतर होगा मूंगफली और इसकी जैसी कैलोरी और वसा से युक्त चीजों का अधिक सेवन करने से बचें।

ज्यादा हो सकता है ब्लड प्रेशर

अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप की समस्या रहती है तो ऐसे में आपको भूल से भी मूंगफली का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, मूंगफली में सोडियम के साथ-साथ कुछ ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो ब्लड प्रेशर को ज्यादा कर सकते हैं। इसलिए अगर आपको पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो मूंगफली का अधिक सेवन करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

लिवर की बीमारियां

मूंगफली का अधिक सेवन लिवर के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है और इसे कमजोर कर सकता है। दरअसल, मूंगफली प्रोटीन युक्त होती हैं, जिसकी अधिक मात्रा शरीर में पहुंचकर शरीर की तंत्रिकाओं और कोशिकाओं में सूजन पैदा करता है, जिसकी वजह से लिवर कमजोर होने लगता है। इसके अलावा, मूंगफली का अधिक सेवन करने से फैटी लिवर की बीमारी भी हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप रोजाना सीमित मात्रा में ही मूंगफली का सेवन करें।
मूंगफली कई ऐसे पोषक तत्वों से समृद्ध होती हैं, जो शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं और न्यूट्रीशियनिस्ट की मानें तो एक दिन में एक मुट्ठी मूंगफली का सेवन करना ही लाभदायक है।  (एजेंसी)

ऑनलाइन लर्निंग के दौरान बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये तरीके

जहां कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण कई ऑफिस ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे रखा है। वहीं, कई स्कूल ने भी ऑनलाइन लर्निंग को प्रथामिकता दी हुई है। अगर आपका बच्चा भी ऑनलाइन लर्निंग से जुड़ा है तो आपको उसके माहौल से लेकर खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने बच्चे को ऑनलाइन लर्निंग के दौरान स्वस्थ रख सकते हैं।

यह स्टोरी क्यो महत्वपूर्ण है?

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण स्कूल बंद रहने से छात्रों का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों प्रभावित हुआ है। इसका मुख्य कारण उनके अपने मित्रों से न मिलना, शारीरिक गतिविधि में कमी, खराब शारीरिक पॉश्चर और काफी देर तक मॉर्डन गैजेट्स में लगे रहना आदि है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चे का ऑनलाइन लर्निंग के दौरान अतिरिक्त ध्यान रखें। इसके लिए आप नीचे दी गई टिप्स अपना सकते हैं।

एक आरामदायक स्टडी स्पेस करें तैयार

अगर आप यह चाहते हैं कि आपके बच्चे का ध्यान सिर्फ पढ़ाई में लगे तो घर पर एक अच्छा स्टडी स्पेस तैयार करें। इसके लिए कमरे में एक टेबल और कुर्सी रखें। वहीं, टेबल पर रखे जाने वाले लैपटॉप की स्क्रीन ब्राइटनैस और कंट्रास्ट को ऐसे सेट करें, जिससे बच्चे की आंखें सुरक्षित रहें। वहीं, लैपटॉप को इस तरह ऊंचा रखे, जिससे बच्चे का सिर और लैपटॉप समानांतर हो और उसकी अपनी गर्दन को झुकाना न पढ़े।

स्वास्थ्यवर्धक खान-पान के दें विकल्प

बात चाहें ऑनलाइन लर्निंग की हो या फिर खेलकूद की, बच्चे के खान-पान पर अतिरिक्त ध्यान दें। बेहतर होगा कि आप बच्चे को मीठे, प्रोस्टेड और पैक फूड के साथ-साथ कार्बोनेटेड जैसी चीजें खाने-पीने से रोकें क्योंकि ये उसके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए जहां तक संभव हो हेल्दी स्नैकिंग पर जोर दें और बच्चे की स्टडी टेबल पर पानी, मेवे और फल आदि रखें ताकि जब उसे भूख लगे तो वह अपेक्षाकृत एक हेल्दी विकल्प को चुनें।

छोटे-छोटे ब्रेक लेने को कहें

अगर आपका बच्चा लंबे समय तक लैपटॉप के सामने बैठा रहेगा तो हो सकता है कि इसके कारण उसे सिर में दर्द, आंखों में दर्द या फिर गर्दन में दर्द का सामना करना पड़ जाए। वहीं, इससे बच्चे के दिमाग पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और वह खुद को बहुत थका हुआ महसूस कर सकता है। इससे बचने के लिए आप बच्चे को ऑनलाइन लर्निंग या एक्टिविटीज के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेने को कहें।

नियमित तौर पर करवाएं कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

अगर आप यह नहीं चाहते हैं कि ऑनलाइन लर्निंग के दौरान आपका बच्चा कई तरह के शारीरिक दर्द से बचा रहें तो उसे रोजाना स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कराना सुनिश्चित करें। स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के लिए बच्चे को अपना सिर पूरी तरह से दाई ओर झुकाने को कहें, फिर पूरी तरह बाई ओर झुकवाएं। इस दौरान थोड़ा दर्द हो सकता है, इसलिए इस एक्सरसाइज को आराम से करवाएं। इस एक्सरसाइज को ज्यादा से ज्यादा 20 बार करवाएं।  (एजेंसी )

रजाई-कंबल या स्वेटर धोते समय कभी भी ना करें यह गलती

इस समय देशभर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में गिरते तापमान के साथ ही लोगों के कई सारे रजाई-गद्दे और स्वेटर बाहर निकल लिए हैं। ऐसे में ठंड से बचने के लिए लोग इसका खूब इस्तेमाल कर रहे हैं, हालाँकि रजाई- कंबल और स्वेटर को सही तरीके से ना धोने से यह जल्दी खराब हो जाते हैं, और इनके खराब होने से ना हमें गर्माहट मिलती है और इसको पहनने से खुजली भी होती है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं वुलन कपड़े धोने का सही तरीका, जिससे उसकी सॉफ्टनेस, चमक और गर्माहट लंबे समय तक बनी रहेगी।
एक साथ ना धोएं खूब सारे कपड़े- वैसे तो कई बार वॉशिंग मशीन में हम ढेर सारे कपड़े एक साथ डाल देते हैं और उन्हें घंटों तक उन्हें मशीन में धुलने देते हैं। हालाँकि वूलन कपड़ों को धोते समय यह बात ध्यान रखें कि कभी भी मशीन को ओवरलोड न करे। केवल पांच से सात कपड़े ही मशीन में एक समय में धोना चाहिए, ताकि यह अच्छी तरीके से साफ हो सके।
हमेशा कपड़ों को उल्टा करके धोएं- वुलन कपड़ों को धोते समय इस बात का ध्यान रखें कि हमें इन कपड़ों को हमेशा उल्टा धोना चाहिए इससे कपड़े का रेशा खराब नहीं होता है और वुलन क्लॉथ सॉफ्ट बना रहता है।
पानी में ना गलाएं विंटर क्लोथ- वुलन कपड़ों को कभी भी ज्यादा देर तक सर्फ में गलाकर नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है इससे इनका रंग निकल सकता है और सर्फ के पानी में ज्यादा देर रहने से इनकी सॉफ्टनेस भी खत्म हो जाती है। आप इन्हें बिना गलाएं तुरंत ही धो लें।
गर्म पानी में ना धोएं वुलन कपड़े- कई लोग गंदे कपड़े या वुलन कपड़े धोने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा करने से कपड़े ज्यादा अच्छे से साफ हो जाएंगे, जबकि स्वेटर या गर्म कपड़ों को गर्म पानी से धोने से इनकी सेल्फ लाइफ कम होती है। ऐसे में इन कपड़ों को हमेशा नॉर्मल पानी में ही धोना चाहिए।
बार-बार ना धोएं वुलन क्लॉथ- गर्म कपड़ों को बार-बार नहीं धोना चाहिए। ध्यान रहे एक वुलन कपड़े को कम से कम चार से पांच बार पहनने के बाद ही इसे धोएं।
रजाई और कंबल को धोते समय ध्यान रखेंगे बात- रजाई और कंबल को कभी भी वॉशिंग मशीन में नहीं धोना चाहिए, क्योंकि इससे इनकी रूई अपनी जगह से हिल जाती है और यह समतल नहीं रहती है। इस वजह से हमेशा रजाई और कंबल को हाथ से धोए। (एजेंसी)

थायराइड की समस्या से ग्रसित लोगों में अक्सर दिखने लगते हैं ऐसे शुरूआती लक्ष्ण

आज के जमाने में महिलाओं में थायराइड की समस्या काफी तेजी से बढती जा रही है। आज का खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण ये समस्यायें तेजी से शरीर में घर कर जाती है।
ऐसे में कई बार आपके गले का हिस्सा उभरा हुआ नजर आता है यदि इस डबल चिन को मोटापा समझ रहे हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि यह थायराइड का संकेत हो सकता है। जिसे थायराइड की बीमारी भी कहा जाता है।
गले में ये लक्षण थायराइड का संकेत
थाइराइड कैंसर के मामले में गले का इंफेक्शन, पेट की समस्या या श्वसन नली में एलर्जी भी हो सकती है। गर्दन में गांठ, सूजन, बार-बार ड्राईनेस, आवाज भारी होना, खराश हो रही है जो दवा से भी ना जाएं तो थायराइड की जांच करवा लें।
कैसे करें बीमारी पर कंट्रोल?
यदि आपको इस बीमारी का पता समय पर चल जाए तो दवा के सहारे इसे कंट्रोल किया जा सकता है। वहीं इसके साथ जरूरी है कि सही लाइफस्टाइल, अच्छी नींद, स्वस्थ खान-पान बीमारी को कंट्रोल करने के लिए सबसे जरूरी है। इसके साथ ही आप कुछ घरेलू नुस्खे भी अजमा सकते हैं जैसे-
1.आयरन से भरपूर चीजें खाएं, जैसे बादाम, हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, पालक, अंजीर, चुकंदर आदि।
2. रोज नाश्ते में 1 गिलास लौकी का जूस पीएं से भी फायदा होगा।
3. हल्दी वाला दूध पीने से भी थायराइड कंट्रोल में रहता है।
4. प्याज को दो हिस्सों में काटकर गले के आस-पास क्लॉक वाइज मसाज करें और रातभर के लिए छोड़ दें। लगातार ऐसे करने से थायराइड कंट्रोल होगा।

(एजेंसी)

सर्दियों में बच्चों को फिट एंड फाइन रखने के लिए कराएं ये एक्टिविटीज

सर्दियों के मौसम में बड़ों की तरह बच्चे भी खुद को आलस और थका हुआ महसूस करते हैं। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि उनकी दिनचर्या में थोड़ा सा बदलाव करके वे उन्हें फिट एंड फाइन बनाए रख सकते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी एक्टिविटीज के बारे में बताते हैं, जिनकी मदद से आप अपने बच्चे को फिट एंड फाइन के साथ-साथ एक्टिव रखने में मदद कर सकते हैं।

रोप स्किपिंग
यह एक्टिविटी बच्चों के लिए एक बेहतरीन वर्कआउट है। अच्छी बात तो यह है कि बच्चे रोप स्किपिंग को बेहद आसानी से अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकते हैं। इसके लिए अभिभावक खुद भी बच्चों के साथ रोप स्कीपिंग करें। मस्ती-मस्ती में रोप स्किपिंग करने से न सिर्फ बच्चों के शरीर की मांसपेशियों को मजबूती मिलेगी बल्कि वह खुद को ऊर्जावान भी महसूस करेंगे। इसलिए अभिभावक बच्चों को रोजाना कुछ मिनट रोप स्किपिंग जरूर करवाएं।

एरोबिक्स
एरोबिक्स को भी बच्चों के रूटीन में शामिल करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि एरोबिक्स करने से न सिर्फ हृदय को मजबूत बनाया जा सकता है बल्कि इससे शरीर की कोशिकाओं को ऑक्सीजन सरकुलेट करने में भी मदद मिल सकती है। बता दें कि जितना फायदा बच्चों को स्विमिंग, जॉगिंग, वॉकिंग और साइकिलिंग आदि से मिल सकता है उतना ही फायदा उन्हें एरोबिक्स करने से भी मिल सकता है।

पाइलेट्स
पाइलेट्स एक तरह की शारीरिक एक्सरसाइज होती है और इसका सीधा सकारात्मक असर बच्चों के शरीर की कोर स्ट्रेंथ और प्रॉपर एलाइमेंट पर पड़ता है। इस एक्सरसाइज को बच्चों की दिनचर्या में शामिल करने से न सिर्फ मांसपेशियों को मजबूती मिल सकती है, बल्कि बुरे हार्मोन्स से भी दूरी बनी रहती है, जिससे तनाव भी दूर रहता है। तनाव दूर करने के अलावा पाइलेट्स करने से बच्चों की हड्डियां भी मजबूत होती हैं।

योगाभ्यास
योगाभ्यास न सिर्फ बच्चे शारीरिक पॉश्चर को सुधारने में मदद कर सकता है, बल्कि शरीर को लचीला बनाने के साथ-साथ कई तरह के अन्य स्वास्थ्य लाभ देने में भी काफी हद तक मदद कर सकता है। विशेषकर अगर बच्चे योगाभ्यास के तौर पर सांस संबंधी प्राणायाम का रोजाना अभ्यास करते हैं क्योंकि प्राणायाम एक जगह पर ध्यान केंद्रित कर दिमाग को शांत रखने में सहायक होते हैं और इससे बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। (एजेंसी)

टखनों के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास

टखनों में दर्द होना एक कष्टदायक समस्या है, जिसे नजरअंदाज करना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि इसके कारण चलने-फिरने में काफी दिक्कत होने लगती है। इसलिए अगर आपको कभी किसी भी कारणवश टखनों में दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से मिले और उनकी बताई दवाओं के सेवन के साथ कुछ योगासनों का अभ्यास करें। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका बताते हैं, जो टखनों के दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर उस पर घुटनों के बल बैठ जाएं, फिर घुटनों के बल ही खड़े हो जाएं। अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें और दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर और बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम एक-दो मिनट रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं और कुछ मिनट विश्राम करें।
गोमुखासन
गोमुखासन के लिए पहले योगा मैट पर दंडासन की स्थिति में बैठकर अपने दाएं पैर को मोड़ें और इसे बायीं जांघ के ऊपर से ले जाते हुए बाएं नितंब के पास जमीन पर रखें। इसी तरह अपने बाएं पैर को मोड़ते हुए दायीं जंघा के नीचे से दाएं नितंब के पास जमीन पर रख लें। अब अपने दोनों हाथों को कोहनी से मोड़ते हुए पीठ के पीछे आपस में पकडऩे का प्रयास करें। कुछ देर इसी अवस्था में बने रहें।
बालासन
बालासन के अभ्यास के लिए पहले वज्रासन की मुद्रा में बैठें और फिर गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं। अब सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और माथे को जमीन से सटाएं। इस अवस्था में दोनों हाथ सामने, माथा जमीन से टिका हुआ और छाती जांघों पर रहेगी। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहकर सामान्य रूप से सांस लेते रहें, फिर सांस लेते हुए वापस वज्रासन की मुद्रा में आएं और सामान्य हो जाएं।
गरुड़ासन
गरुड़ासन के अभ्यास के लिए योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। इस दौरान आप सामान्य रूप से सांस लेने की प्रक्रिया जारी रखें। अब पूरे शरीर का संतुलन दाएं पैर पर ले आएं और बाएं पैर को घुटने की पीछे हिस्से के ऊपर ले जाएं, फिर अपनी दोनों बाजुओं को कोहनी से मोड़ते हुए क्रास बना लें और इस मुद्रा में जितनी देर हो सके खुद को बनाकर रखें। इसके बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। (एजेंसी)

लेगिंग्स पहनते समय न करें ये गलतियां, बिगड़ सकता है लुक

लेगिंग्स एक स्टाइलिश और कंफर्टेबल बॉटम वियर है जिसे महिलाएं अपने हर तरह के अपर वियर के साथ पहन सकती हैं। हालांकि कई बार ऐसा होता है कि महिलाएं लेगिंग पहनते समय कुछ ऐसी गलतियां कर बैठती हैं जिनके कारण उनका लुक बिगड़ जाता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी ही सामान्य गलतियों के बारे में बताते हैं जिनसे महिलाओं को लेगिंग पहनते समय बचना चाहिए ताकि उनका लुक खूबसूरत लगे।

लो वेस्ट लेगिंग्स पहनना

आजकल मार्केट में कई तरह की लेगिंग्स मौजूद हैं जिनमें लो-वेस्ट लेगिंग्स भी शामिल हैं, लेकिन इस तरह की लेगिंग्स को पहनने से बचें। खासकर अगर आप टॉप या शर्ट पहन रही हैं तो इनके साथ लो-वेस्ट लेगिंग पहनने की गलती न करें, बल्कि इनके साथ हाई वेस्ट लेगिंग्स को चुनें। यह न केवल आपके कूल्हों को अच्छी तरह से कवर करेगी बल्कि इसे पहनने से आपको अधिक स्लिम लुक भी मिलेगा।

ड्रेसेस के नीचे लेगिंग पहनना

अधिकतर महिलाएं शॉर्ट ड्रेसेस या फिर स्कर्ट के नीचे लेगिंग पहन लेती हैं, लेकिन यह उनकी सबसे बड़ी गलती है। बेशक कुछ सालों पहले तक यह ट्रेंड में था, लेकिन अब ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है। अगर आप आउटिंग के दौरान या केजुअल्स में लेगिंग्स को एक स्मार्ट तरीके से पहनना चाहती हैं तो इसे ड्रेसेस के नीचे पहनने की बजाय टी-शर्ट और जैकेट के साथ पहनें।

क्रॉप टॉप के साथ लेगिंग पहनना

क्रॉप टॉप के साथ लेगिंग पहनना भी एक गलती है क्योंकि इससे आपका लुक देखने में काफी अजीब लग सकता है। दरअसल, लेगिंग बहुत सॉफ्ट मटीरियल से बनाई जाती हैं, इसलिए यह आपके शरीर और त्वचा से चिपक जाती हैं। क्रॉप टॉप के साथ लेगिंग पहनने से आपके कूल्हें जरूरत से ज्यादा दिखेंगे, जिसके कारण शायद आप खुद को कंफर्टेबल महसूस न करें।

प्रिंटेड लेगिंग पहनना

यूं तो मार्केट में कई तरह के प्रिंट्स वाली लेंगिंग्स मौजूद हैं और आपने कई महिलाओं को ऐनिमल प्रिंट वाली लेगिंग पहने भी देखा होगा। हालांकि, आप इन्हें खरीदने की गलती बिलकुल न करें क्योंकि ये देखने में अच्छी नहीं लगती हैं। अगर आपने अब तक लेगिंग ट्राई नहीं की हैं तो काले या सफेद रंग की लेगिंग को चुनें क्योंकि इसे आप हर रंग की कुर्ती से लेकर लूज टॉप तक के साथ पहनकर खूबसूरत लग सकती हैं।(एजेंसी)

एक्सपायर हो चुके क्रेडिट कार्ड का इन बेहतरीन तरीको से करें इस्तेमाल

जब क्रेडिट कार्ड एक्सपायर हो जाता है, तब यह किसी का काम का नहीं रहता और नए क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने के बाद कई लोग उसे यूं ही इधर-उधर रख देते हैं। ऐसे में अगर आप चाहें तो इस एक्पायर्ड क्रेडिट कार्ड को कई बेहतरीन तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। चलिए आज हम आपको एक्सपायर क्रेडिट कार्ड को दोबारा इस्तेमाल करने के कुछ बेहतरीन आईडियाज के बारे में बताते हैं, जो यकीनन आपको भी काफी पसंद आएंगे।

बुक मार्क की तरह करें इस्तेमाल

अगर आपके पास एक्सपायर क्रेडिट कार्ड है तो आप इसका इस्तेमाल बुक मार्क की तरह कर सकते हैं। अगर आप किताबें पढऩे के शौकीन हैं तो आप एक बार में पूरी किताब न पढ़ पाने पर पन्ने को मोड़ देते होंगे या फिर उसे मार्कर आदि से हाइलाइट कर देते होंगे, लेकिन अब आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है। आप जहां पर भी अपनी रीडिंग खत्म करें, वहां पर क्रेडिट कार्ड को रख दें।

स्क्रैपर की तरह करें इस्तेमाल

आप चाहें तो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल एक स्क्रैपर के तौर पर भी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर फर्श पर पेंट जैसा कुछ चिपक गया है या फिर आपको फ्रिज से बर्फ को खुरचना है या फिर प्लेट पर खाना चिपक गया है तो ऐसे में क्रेडिट कार्ड आपके बेहद काम आ सकता है। बस आपको इतना करना है कि आप उस जगह पर इसे अच्छी तरह उस स्थान पर स्क्रैप करें।

ईयरफोन से लेकर चार्ज को व्यवस्थित करके रखने में करे मदद

ईयरफोन से लेकर चार्जर का इस्तेमाल करना आसान होता है, लेकिन जब इन्हें स्टोर करने की बात आती है तो इनकी तारें आपस में उलझ जाती हैं और कभी-कभी तो इससे वह अंदर से कमजोर हो जाती हैं और जल्द ही खराब हो जाती हैं। ऐसे में आप तारों को व्यवस्थित करके रखने के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस हर बार इन तारों का इस्तेमाल करने के बाद आप उसे क्रेडिट कार्ड पर लपेटें।

बन जाए रूलर

अगर आपको कोई भी आर्ट एंड क्राफ्ट का कुछ काम कर रहे हैं और आपको उस दौरान एक सीधी रेखा खींचनी है, लेकिन आपके पास रूलर नहीं है तो ऐसे में आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। चूंकि इसके कार्नर एकदम सीधे होते हैं तो ऐसे में उसे बतौर रूलर इस्तेमाल करना एक अच्छा आईडिया है। यकीनन इससे एकदम सीधी रेखा खींचने में काफी मदद मिलेगी।(एजेंसी)

बच्चों में भरपूर पानी पीने की आदत डालने के लिए अपनाएं ये तरीके

अगर आपके बच्चे को कम पानी पीने की आदत है तो जल्द से जल्द अपने बच्चे की इस आदत को सुधारने की कोशिश करें। दरअसल, इससे बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो सकती है जिसके कारण उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देते हैं जिन्हें अपनाकर माता-पिता अपने बच्चों में भरपूर पानी पीने की आदत डाल सकते हैं।
बच्चे के पास हमेशा पानी से भरी बोतल रखें
अगर आपका बच्चा कम पानी पीता है तो उसे रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन कराने के लिए उसके पास हमेशा पानी से भरी एक बोतल रखें। बेहतर होगा कि आप इस काम के लिए रंगीन बोतल चुनें क्योंकि इससे बच्चा आकर्षित होगा और खुद ही बार-बार बोतल से पानी पीता रहेगा। यकीन मानिए बच्चों को यह तरीका बहुत पसंद आता है। आप भी अपने बच्चे को रोजाना भरपूर पानी पिलाने के लिए इसे अपना सकते हैं।
पानी को आकर्षक बनाएं
आकर्षक पानी की मदद से भी बच्चे को रोजाना भरपूर पानी पिलाया जा सकता है। पानी को आकर्षक बनाने के लिए इसमें स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और पुदीने की पत्तियां मिलाएं। अगर आपके बच्चे को सिर्फ फलों का जूस पसंद है तो उसे पानी से पतला करके अपने बच्चे को पिलाएं। इसके अतिरिक्त आप चाहें तो जूस को आइस ट्रे में फ्रीज कर सकते हैं और क्यूब्स को सादे पानी में मिलाकर बच्चे को दे सकते हैं।
पानी से भरपूर फल और सब्जियां दें
कुछ फल और सब्जियों का सेवन बच्चों को आवश्यक पोषक तत्वों के साथ-साथ बड़ी मात्रा में पानी देने में भी मदद कर सकता है, इसलिए इन्हें बच्चे की डाइट में शामिल करना फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। उदाहरण के लिए, कीवी, संतरा, खीरा और टमाटर जैसे खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में पानी मौजूद होता है। इसके अलावा आप कुछ सूप और जूस आदि को बच्चों की डाइट में शामिल करके भी उन्हें पानी की कमी से बचा सकते हैं।
बच्चों में पानी पीने की होड़ लगाएं
अगर आपका बच्चा पानी पीने में नखरे करता है तो आप उसे खेल-खेल में भरपूर पानी का सेवन करा सकते हैं। इसके लिए खुद के सामने और अपने बच्चे के आगे पानी से भरे गिलास रखें, फिर उसके साथ पानी पीने की होड़ लगाएं। इसके अलावा आप अपने घर के बच्चों में या बच्चों के दोस्तों के बीच में पानी पीने की होड़ लगवा सकते हैं।(एजेंसी)

स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है चाय का अधिक सेवन, हो सकती हैं ये समस्याएं

सुबह-सुबह चाय की चुस्की लेना ज्यादातर लोगों को पसंद होता है क्योंकि यह आलस को दूर भगाने में काफी मदद करती है। हालांकि, कहते हैं कि किसी भी चीज की अति नुकसान का कारण बनती है। यह नियम आपकी चाय पीने की आदत पर भी लागू होता है। अगर आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो इससे आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए ऐसी ही कुछ समस्याओं के बारे में जानते हैं।

नींद की समस्या

यह समस्या आपको चाय का अधिक सेवन करने के अलावा गलत समय पर चाय पीने से उत्पन्न हो सकती है। उदाहरण के लिए, शाम के बाद चाय पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। खासकर, अगर आप रात का खाना खाने के बाद चाय का सेवन करते हैं तो यह वास्तव में आपके नींद के पैटर्न को प्रभावित करके लंबे समय तक जागने पर मजबूर कर सकता है।

लिवर की बीमारियां

चाय का अधिक सेवन लिवर के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है और इसे कमजोर कर सकता है। दरअसल, चाय कैफीन युक्त होती है, जो शरीर में पहुंचकर शरीर की तंत्रिकाओं और कोशिकाओं में सूजन पैदा करता है, जिसकी वजह से लिवर कमजोर होने लगता है। इसके अलावा इसका अधिक सेवन करने से फैटी लिवर की बीमारी भी हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप रोजाना सीमित मात्रा में ही चाय का सेवन करें।

सिरदर्द और चिड़चिड़ापन

सिरदर्द, एंग्जायटी, तेज धड़कन, शारीरिक अकडऩ या चिड़चिड़ापन आदि लक्षण कुछ दिनों तक लगातार सामने आएं तो समझ जाइए कि आप चाय का अधिक सेवन करने लगे हैं। ये सभी चाय में मौजूद कैफीन की अधिक मात्रा के कारण होते हैं। अगर आपको लगातार इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो बेहतर होगा कि इस स्थिति में आपको अपने चाय के सेवन की मात्रा पर ध्यान देना चाहिए।

पेट संबंधी समस्या

अगर आपको अधिक चाय पीने की आदत हैं तो इसकी वजह से आपको अकसर सीने में जलन के साथ-साथ पेट संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप चाय के सेवन को सीमित करने के साथ-साथ इसका सही समय पर सेवन भी करें, ताकि किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या से आप बच सकें क्योंकि यहां बात आपके स्वास्थ्य से संबंधित है।

आपके कई कामों को आसान बना देंगे बॉडी लोशन से जुड़े ये हैक्स

बॉडी लोशन को स्किन केयर रूटीन का हिस्सा बनाना काफी अच्छा माना जाता है क्योंकि यह त्वचा की प्राकृतिक नमी के बरकरार रखने और इसे हाइड्रेट रखने में काफी मदद करता है। हालांकि, इसका इस्तेमाल सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। आप चाहें तो घर के अलग-अलग कामों के लिए और अन्य चीजों के विकल्प के तौर पर बॉडी लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। चलिए फिर आज बॉडी लोशन से जुड़े ऐसे ही कुछ हैक्स जानते हैं।
बालों की कंडीशनिंग करने में है सहायक
रूखे बालों से परेशान लोगों के लिए बॉडी लोशन का इस्तेमाल करना काफी बेहतर हो सकता है क्योंकि यह कई ऐसे पोषक गुणों से समृद्ध होता है, जो बालों को नमी प्रदान कर सकते हैं। इसके लिए बस आप बॉडी लोशन का इस्तेमाल बालों को कंडीशनर करने के लिए करें। हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना है कि बॉडी लोशन मार्केट की बजाय होममेड होना चाहिए। इसी के साथ बॉडी लोशन का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें।
जूते चमकाएं
आप चाहें तो बॉडी लोशन का इस्तेमाल जूतों को चमकाने के लिए भी कर सकते हैं। अगर आपके जूतों की पॉलिश खत्म हो गई है तो इन्हें चमकाने के लिए जूते पॉलिश करने वाले ब्रश पर थोड़ा सा बॉडी लोशन डालें और इसे जूतों पर अच्छे से रगड़े। इससे आपके जूते एकदम नए जैसे चमकने लगेंगे। आप चाहें तो अपने लेदर के बैग या फिर बेल्ट को चमकाने के लिए भी बॉडी लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बतौर शेविंग क्रीम करें इस्तेमाल
कई लोग शेविंग क्रीम खत्म होने पर साबुन का इस्तेमाल करने लगते हैं, लेकिन इससे त्वचा रूखी लगने लगती है। इस काम के लिए बॉडी लोशन का इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इससे त्वचा मॉइश्चराइज होती है। इसके अलावा, इसकी मदद से ब्लेड से त्वचा के कटने का डर भी नहीं रहता। इसके लिए शेविंग करते समय बॉडी लोशन को अपनी दाढ़ी वाले हिस्से पर लगाएं, फिर रेजर से अनचाहे बालों को साफ करें।
मेकअप साफ करने के आए काम
रात को सोने से पहले अगर मेकअप न साफ किया जाए तो इससे त्वचा का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। अगर आपके पास मेकअप रिमूवर नहीं है तो आप मेकअप हटाने के लिए बॉडी लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए मेकअप वाले चेहरे पर थोड़ा सा बॉडी लोशन लगाकर थोड़ी मसाज करें। इसके बाद अपने चेहरे को टिश्यू पेपर से पोंछ लें और अंत में अपना चेहरा पानी से धो लें।

इंडक्शन स्टोव पर खाना बनाते समय इन बातों का रखें खास ध्यान

इंडक्शन स्टोव की मदद से खाना बनाना काफी आसान होता है और यह गैस की तुलना में अधिक सुरक्षित होता है। हालांकि, यह भी अन्य इलेक्ट्रिक उपकरणों की तरह ही होता है, जिसका इस्तेमाल सही तरीके से नहीं किए जाने पर जल्दी खराब हो सकता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी जरूरी बातें बताते हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर आप अपने इंडक्शन स्टोव को लंबे समय तक ठीक रख सकते हैं।
इंडक्शन के अनुसार इस्तेमाल करें बर्तन
अगर आप हाल ही में इंडक्शन स्टोव खरीदकर लाए हैं तो आपको बता दें कि इस पर खाना बनाते समय हमेशा कुकटॉप के अनुसार ही बर्तनों का इस्तेमाल करें। बेहतर होगा कि आप एल्युमिनियम के बर्तन या फिर ऐसे बर्तनों का इस्तेमाल न करें, जो इंडक्शन के उपयुक्त नहीं होते हैं। भले ही शुरुआत में आपको कोई फर्क नजर न आए, लेकिन बाद में ऐसे बर्तन जल्दी खराब हो जाते हैं या फिर इंडक्शन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
भारी सामान रखने से बचें
इस बात को ध्यान में रखें कि भारी बर्तन को इंडक्शन स्टोव पर रखना गलत है क्योंकि इंडक्शन ऐसे बर्तनों का भार नहीं सह पाता और खराब हो जाता है। यही नहीं, कुछ लोग इंडक्शन स्टोव का इस्तेमाल करने के बाद उसे ऐसी जगह रख देते हैं, जिससे ये खराब हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने इंडक्शन स्टोव पर भारी सामान न रखें और इसे किसी सुरक्षित जगह पर ही रखें।
नियमित साफ-सफाई है बहुत जरूरी
अगर आप यह सोचते है कि इंडक्शन स्टोव बिजली से चलने वाला उपकरण है, इसलिए इसे साफ करने की जरूरत नहीं होती है तो आपका ऐसा सोचना गलत है। ध्यान रखें कि जिस तरह रोजाना गैस के चूल्हे की सफाई करना जरूरी है, ठीक उसी तरह आपके लिए इंडक्शन स्टोव की रोजाना सफाई करना बहुत जरूरी है। इसकी सफाई के लिए पहले एक सूती कपड़े को साफ पानी में भिगोकर निचोड़े, फिर इसे हल्के हाथों से इंडक्शन स्टोव पर फेरें।
अच्छी कंपनी के इंडक्शन स्टोव का करें इस्तेमाल
अगर आपके पास इंडक्शन स्टोव नहीं है और आप पहली बार इसे खरीदने वाले हैं तो किसी ब्रांडेड कंपनी के ही इंडक्शन स्टोव का चयन करें। दरअसल, अच्छी कंपनी अपने उत्पाद के साथ वारंटी या फिर गारंटी पीरियड देते हैं, ऐसे में गड़बड़ी होने पर आप उसे ठीक करवा या फिर बदलवा सकते हैं। यही नहीं, अच्छी कंपनी के इंडक्शन ज्यादा समय तक चलते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि ये थोड़े महंगे हो सकते हैं।

बर्तन के रैक पर जंग लग गया है? हटाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके

बर्तन के रैक की मदद से बर्तनों को व्यवस्थित करके रखना काफी आसान हो जाता है, लेकिन इसकी ढंग से सफाई न करने की वजह से इस पर जंग लगने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अतिरिक्त, धोएं बर्तनों से निकलने वाले पानी की वजह से भी बर्तनों वाले रैक में जंग लग सकता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिनकी मदद से आप बर्तनों वाले रैक से जंग को आसानी से साफ कर सकते हैं।
सैंडपेपर का करें इस्तेमाल
अगर आपके बर्तन वाले रैक पर जंग लग गया है तो इसे साफ करने के लिए आप सैंडपेपर का इस्तेमाल कर सकते हैं। सैंडपेपर को जंग वाली जगह पर 5-10 मिनट के लिए अच्छे से रगड़ें। इसे रगडऩे से रैक पर मौजूद भूरे रंग की जंग वाली परत आसानी से निकल जाएगी। जंग निकालने के बाद बर्तन वाले रैक को पेंट कर दें। इससे वह नया लग और दोबारा जल्दी जंग लगने का खतरा भी नहीं रहेगा।
नमक और नींबू भी है कारगर
बर्तन वाले रैक पर लगे जंग को साफ करने के लिए नमक और नींबू का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए एक कटोरी में एक चौथाई कप नींबू का रस और आधा कप नमक अच्छे से मिलाएं, फिर इस मिश्रण को एक मग सिरके में मिलाकर जंग वाली जगह पर डालें। कुछ देर इस जगह को ब्रश से रगड़कर अच्छे से साफ कर लें। यकीनन इससे जंग आसानी से साफ हो जाएगा।
बेकिंग सोडा आएगा काम
आमतौर पर खाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला बेकिंग सोडा की मदद से बर्तन वाले रैक पर लगे जंग को साफ किया जा सकता है। इसके लिए एक कप गुनगुने पानी में दो चम्मच बेकिंग सोडा पाउडर मिलाएं, फिर इसे एक स्प्रे बोतल में भरकर रैक पर छिड़ककर कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद इसे क्लीनिंग ब्रश या किसी पुराने टूथब्रश से साफ करें। इससे जंग आसानी से हट जाएगा।
सफेद सिरका भी है प्रभावी
सफेद सिरके का इस्तेमाल करके भी बर्तन वाले रैक पर लगी जंग को आसानी से हटाया जा सकता है। इसके लिए एक स्प्रे बोतल में सफेद सिरका भरकर इसे जंग वाली जगह पर अच्छे से छिड़कें, फिर कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। लगभग 10-15 मिनट बाद जंग से प्रभावित रैक को क्लीनिंग ब्रश से रगड़ें। ध्यान रखें कि सिरके को साफ करने के लिए पानी का इस्तेमाल नहीं करना है।

मुंह की दुर्गंध से हैं परेशान तो, बाज़ार से नहीं बल्कि घर पर बनाएं नेचुरल माउथवॉश

कई लोगों के मुंह से बदबू आती है। हालांकि इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे पेट साफ ना होना, सही से ब्रश ना करना, दांतों का सडऩा और धूम्रपान, मसूड़ों की बीमारी, साइनस आदि। हालांकि मुंह की बदबू का पहला कारण बैक्टीरिया होते हैं। ऐसे में खाना खाने के बाद माउथवॉश करना बहुत जरूरी होता है। यूं तो बाजार में कई तरह के माउथवॉश मिल जाते हैं, लेकिन आप घर में मौजूद सामान से इसे आसानी से बना सकते हैं। आइए जानें इस बारे में….
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मुंह की बदबू को दूर करने के लिए आप दालचीनी और लौंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए पानी में 10-15 बूंद दालचीनी और लौंग का तेल डाल दें। इसे एक बोतल में रख लें और माउथवॉश की तरह इस्तेमाल करें।
एप्पल सिरका का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह दांतों के लिए बेहद लाभकारी होता है। इसके लिए 1 कप गर्म पानी में 3 चम्मच एप्पल सिरका अच्छे से मिलाएं और ब्रश करने के बाद इस्तेमाल करें। यह बदबू के साथ दांतों की सडऩ दूर करने में मदद कर सकता है।
मुंह की बदबू से परेशान हैं, तो बेकिंग सोडा की मदद लें। माउथवॉश बनाने के लिए आधा गिलास पानी में आधा चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। इसे स्टोर कर के रख लें और माउथ वॉश की तरह इस्तेमाल करें।
माउथ वॉश में टी ट्री और पुदीना ऑयल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक कप पानी में 8-10 पुदीना और टी ट्री ऑयल मिलाएं और अच्छी तरह से मिक्स करें। बाद में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिला दें और माउथवॉश की तरह इस्तेमाल करें। (एजेंसी)

साड़ी को स्टाइलिश लुक देते हैं क्रॉप टॉप, आप भी कर सकती हैं ट्राई

साड़ी एक एथनिक वियर है, साड़ी को पहनना हमेशा से ही महिलाओं की पसंद रहा है. कोई त्योहार, पार्टी या फिर आम दिन साड़ी सभी को एक नया लुक देती है. साड़ी फीमेल के लिए कलर से लेकर फैब्रिक, पैटर्न आदि में एक वाइड रेंज देती है. लेकिन साड़ी को हमेशा से खास लुक उसका ब्लाउज ही देता है. कई बार साड़ी के साथ उसके ब्लाउज का कपड़ा मिलता है या फिर कभी-कभी सेमी स्टिच ब्लाउज भी मिलते हैं, जिनका फीमेल्स अपने हिसाब से बनवाती है.
हालांकि अब जरूरी नहीं है कि आप साड़ी के साथ हमेशा ब्लाउज ही कैरी करें, आप इसके साथ कुछ नया भी ट्राई कर सकती हैं.अगर आप रेग्युलर लुक से हटकर साड़ी पहनने का मन बना रही हैं और खुद को स्टालिश टच देना चाहती हैं, तो सबसे अच्छा तरीका है कि आप ब्लाउज की जगह क्रॉप टॉप को पेयर करें. आपको बता दें कि इन दिनों क्रॉप टॉप के साथ साड़ी को पहनने का एक खास चलन चल रहा है.तो आइए जानते हैं क्रॉप टॉप के साथ साड़ी को किस तरह किया जा सकता हैं-
वी नेक क्रॉप टॉप लगेंगे बेहद अच्छे
इन दिनों प्लंजिंग नेकलाइन ब्लाउज का ट्रेंड सा चल रहा है, ऐसे में आप अपने क्रॉप टॉप से एक स्टेटमेंट लुक क्रिएट करना चाहती हैं आप खुद को स्टाइलिश दिखाने के लिए वी-नेक क्रॉप टॉप को पहन सकती हैं. आप चाहें इसे साड़ी के अपोजिट कलर का भी ट्राई कर सकती हैं.
हाई नेक क्रॉप टॉप
आप साड़ी के साथ खुद को स्टाइलिश दिखाने के लिए हाई नेक क्रॉप टॉप को पेयर कर सकती हैं. इस लुक से आप पार्टीज में सबसे खास दिखेंगे. आप चाहें तो प्रिंटेड फिटेड हाई नेक क्रॉप को भी कैरी कर सकती हैं.इसके साथ आप गले में चोकर को पहने.
कॉलर्ड क्रॉप टॉप
अगर आप अपनी साड़ी को एक ट्विस्ट के साथ पहनकर सबको अपनी तरफ आकर्षित करना है तो ऐसे में कॉलर्ड क्रॉप टॉप भी साड़ी के साथ ट्राई करें. यह कॉलर्ड क्रॉप टॉप विद साड़ी लुक आप ऑफिस से लेकर त्योहार या पार्टी किसी में भी पहनकर स्टाइलिश नजर आ सकती हैं.
पहनें सीक्वेंस क्रॉप टॉप
पार्टी में साड़ी पहनने के लिए इंस्टेंट स्पाइसअप करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप सीक्वेंस क्रॉप टॉप को पहने. इसके लिए साड़ी हैवी हो,प्लेन या प्रिंटेड आप सीक्वेंस क्रॉप टॉप को हर तरह की साड़ी पर पहन सकती हैं.
क्रॉप टॉप की स्लीव्स के साथ करें प्ले
क्रॉप टॉप पहनते समय स्लीव्स के साथ प्ले करके भी आप एक नया लुक कैरी कर सकती हैं. जैसे शोल्डर कट या ऑफ शोल्डर टॉप से स्टालिश लुक लेना. (एजेंसी)

लैपटॉप की स्क्रीन पर लग गए हैं स्क्रैच? इन ट्रिक्स की मदद से हटाएं

लैपटॉप को ठीक से स्टोर न करने और बार-बार स्क्रीन को छूने से कई बार इस पर स्क्रैच लग जाते हैं और लैपटॉप काफी गंदा दिखने लगता है। इसके अलाव यह डर भी सताने लगता है कि कहीं लैपटॉप की स्क्रीन काम करना न बंद कर दे। आइए आज हम आपको कुछ ट्रिक्स बताते हैं जिन्हें अपनाकर आप आसानी से अपने लैपटॉप की स्क्रीन से स्क्रैच को दूर कर सकते हैं।
पेट्रोलियम जेली का करें इस्तेमाल
अगर आपके लैपटॉप की स्क्रीन पर स्क्रैच लग गए हैं तो उन्हें हटाने के लिए आप पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले लैपटॉप की स्क्रीन को किसी साफ कपड़े से अच्छी तरह पोंछ लें। अब माइक्रोफाइबर कपड़े पर पेट्रोलियम जेली लगाकर इससे लैपटॉप की स्क्रीन को हल्के हाथों से साफ करें। अंत में एक अन्य माइक्रोफाइबर कपड़े से दोबारा लैपटॉप की स्क्रीन को पोंछे।
रबड़ आएगा काम
यहां बात पेंसिल के लिखे हुए को मिटाने वाली रबड़ की हो रही है। इसका इस्तेमाल करके लैपटॉप की स्क्रीन से स्क्रैच को दूर किया जा सकता है। इसके लिए आपको बस इतना करना है कि स्क्रैच लगे हिस्से पर धीरे-धीरे कुछ देर के लिए रबड़ को हल्के हाथ से रगड़ें। लगभग चार से पांच मिनट रगडऩे के बाद आप देखेंगे कि स्क्रैच काफी हद तक हट चुके हैं। ध्यान रखे कि रबड़ पर अधिक दबाव नहीं डालना है।
रबिंग अल्कोहल भी है कारगर
आप चाहें तो लैपटॉप की स्क्रीन से स्क्रैच हटाने के लिए रबिंग अल्कोहल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले लैपटॉप की स्क्रीन को एक बार अच्छे से किसी साफ कपड़े से पोंछ लें। अब एक माइक्रोफाइबर कपड़े को रबिंग अल्कोहल से भिगोकर स्क्रीन पर हल्के हाथों से फेरें। अगर आपके टीवी या मोबाइल पर अधिक स्क्रैच दिखाई दे रहे हैं तो उन्हें हटाने के लिए भी आप रबिंग अल्कोहल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्क्रैच रिमूवर रहेगा बहुत ही प्रभावी
आजकल मार्केट में एक से एक बेहतरीन स्क्रैच रिमूवर मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल करके भी आप अपने लैपटॉप की स्क्रीन से स्क्रैच दूर कर सकते हैं। हालांकि ध्यान रखें कि लैपटॉप की स्क्रीन पर स्क्रैच रिमूवर का इस्तेमाल करते समय हल्के हाथों से काम करें क्योंकि अधिक दबाव डालने से स्क्रैच कम होने की बजाय बढ़ सकते हैं। इसके अलावा लैपटॉप से स्क्रैच हटाने के लिए आप टूथपेस्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।(एजेंसी)

शिमला मिर्च खाने से क्या होते हैं फायदे जानिए इसके बारे में

शिमला मिर्च का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है यह बहुत सारे विटामिंस और मिनरल्स से भरपूर होती है जो हमे कई प्रकार के रोगो से छुटकारा दिलाने मे मदद करती है। यह विटामिन ए, बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी, विटामिन के, फाइबर, आयरन, एंटीऑक्सिडेंट और कैरोटीनॉयड से भरपूर होती है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक और फायदेमंद तत्त्व होते है।
शिमला मिर्च में बहुत कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। जो वजन घटाने मे मदद करती है रोजाना इसका सेवन करने से शरीर की फालतू चर्बी को कम करने मे मदद मिलती है जिससे आसानी से वजन घटाया जा सकता है। अगर आप डायबिटीज की समस्या से परेशान है तो आपको शिमला मिर्च का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से रक्त में शर्करा की मात्रा कम होती है जिससे मधुमेह नियंत्रण में रहता है।
शिमला मिर्च विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है इसलिए इसका नियमित सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है यह आँखो की कमजोरी को दूर करने मे भी सहायक होती है इसमे विटामिन ए होता है जो आँखो को मोतियाबिंद होने के खतरे से बचाता है।
शिमला मिर्च विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और आयरन से समृद्ध होती है अगर आप रोजाना नियमित रूप से इसका सेवन करते है तो इससे शरीर मे खून की कमी नही होती जिससे एनीमिया रोग का खतरा कम हो जाता है इसके साथ ही यह रक्त संचालन को भी बेहतर बनाती है जिससे पूरे शरीर मे ऑक्सीजन का बैलेंस सही बना रहता है।
यह एन्टिऑक्सिडेंट से भरपूर होती है जिससे हमारा इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है अगर आपको सर्दी-जुकाम, तनाव, और कमजोरी को दूर करने मे मदद मिलती है।(एजेंसी)

कैमरे का सही ढंग से देखभालऔर स्क्रैच से बचाए रखने के लिए ये बेहतरीन तरीके

*कैमरे को किसी बैग या बॉक्स में रखें

*कैमरे को नमी और स्क्रैच से बचाने के लिए फोम बॉक्स का इस्तेमाल करें

*कैमरे को ठंडे या रूम टेम्परेचर वाले कमरे में सुरक्षित जगह पर रखें

*लेंस की सफाई करते समय हाथों में ग्लव्स जरूर पहनें

अगर कैमरे की सही ढंग से देखभाल न की जाए तो इस पर फंगस लगने और इसके लेंस पर स्क्रैच पडऩे का खतरा रहता है। फंगस नमी की वजह से होती, वहीं रखरखाव सही से नहीं होने की वजह से कैमरे के लेंस पर स्क्रैच पड़ जाते हैं। इसलिए इसकी अतिरिक्त देखभाल करें। आइए जानते हैं कि आप अपने कैमरे को फंगस और स्क्रैच से कैसे बचाए रख सकते हैं।

फोम बॉक्स का करें इस्तेमाल

अक्सर लोग ट्रैवलिंग के दौरान कैमरे को अपने पास रखना पसंद करते हैं, लेकिन जब उनके आराम का समय होता है तो वे किसी अलमारी या फिर कैबिनेट में कैमरे को ऐसे ही रख देते हैं। इससे कैमरे पर फंगस या स्क्रैच लग सकती है। इसलिए बहुत जरूरी है कि आप इसे ऐसी जगह रखें जहां नमी न हो। कैमरे को नमी और स्क्रैच से बचाने के लिए फोम बॉक्स का इस्तेमाल करें।

कैमरे के बैग में रखें सिलिका जेल

जब आप इस्तेमाल के बाद अपने कैमरे को किसी बैग या बॉक्स में रखें तो इसके साथ सिलिका जेल भी जरूर रखें। सिलिका जेल नमी को सोखने में मदद करता है। हालांकि ध्यान रखें कि सिलिका जेल रखने के बाद कैमरे के बैग या बॉक्स के अंदर हवा या नमी नहीं पहुंचनी चाहिए। कोशिश करें कि बैग या बॉक्स की चैन और ढक्कन पूरी तरह से बंद हो।

ठंडी जगह पर रखें

कैमरे का लेंस बहुत ज्यादा नाजुक होता है, इसलिए इस पर जल्द स्क्रैच पडऩे की संभावना अधिक होती है। हालांकि अगर आप अपने कैमरे को ऐसे नुकसान से बचाना चाहते हैं तो इसे ठंडे या रूम टेम्परेचर वाले कमरे में सुरक्षित जगह पर रखें। इसके अलावा अगर आप कैमरे को बैग में रखते हैं तो उस बैग को समय-समय पर साफ जरूर करें। कई बार बैग भी कैमरे को नुकसान पहुंचाने का कारण बन सकता है।

इन बातों का रखें खास ध्यान

जब भी आप कैमरे का लेंस साफ करें तो उस पर जमी धूल-मिट्टी को साफ करने के लिए फूंक न मारें क्योंकि फूंक के साथ निकली लार लेंस को नुकसान पहुंचा सकती है। लेंस की सफाई के दौरान अपने पास हमेशा लेंस क्लीनिंग लिक्विड, क्लीनिंग ब्रश और क्लीनिंग टिश्यू जरूर रखें। लेंस की सफाई करते समय हाथों में ग्लव्स जरूर पहनें। लेंस को बैग में माइक्रोफाइबर कपड़े से साफ करने के बाद ही रखें।

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लेगिंग्स को जल्दी खराब होने से बचाने के लिए अपनाएं ये टिप्स

हर कोई कंफर्टेबल कपड़े पहनना पसंद करता है. लेगिंग्स ऐक ऐसा बॉटम वियर है जो हर महिला के वॉर्डरोब में शामिल होता है. जब भी आप कुर्ती खरीदते हैं तो सबसे पहले मैचिंग दुपट्टे के साथ लेगिंग्स का खयाल आता है. इन दिनों कुर्ती के साथ लेगिंग्स और टी -शर्ट पहनने का चलन काफी ज्यादा है. आप चाहे कितनी भी महंगी लेगिंग खरीद लें कुछ समय बाद खराब होने लगते हैं. ऐसे में लोगों की मानसिकता बन गई है कि ये जल्दी खराब हो जाते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. सही रख- रखाव से इस लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं.
ज्यादातर लेगिंग्स खरीदने के कुछ दिन बाद लूज होने लगती है. कई बार लेगिंग्स से रोये भी निकलने लगती हैं. ऐसे में लेगिंग्स को खरीदने के बाद थोड़ी ज्यादा देखभाल करें. इससे आपकी लेगिंग जल्दी खराब भी नहीं होगी और पैसों की बचत भी हो जाएगी. आइए बिना देर किए जानते हैं कि लेगिंग्स का रख रखाव कैसे कर सकते हैं.

लेगिंग्स को लगातार न धोएं

लेगिंग्स को लगातार धोने की वजह से लूज हो जाता है. दरअसल इसमें नायलॉन, कॉट्न के फ्रेबिक को मिलाकर बनाया जाता है. इसलिए इसे धोते समय सावधानी बरतनी चाहिए. इसे धोते समय ज्यादा रगडऩे की जरूरत नहीं होती है. मशीन की जगह इसे हाथ से धोना सही रहता है. लेगिंग्स की चमक को बनाएं रखने के लिए हमेशा उल्टा धोना चाहिए.

फैब्रिक सॉफ्टनर का इस्तेमाल न करें

लेगिंग की चमक को बनाएं रखने के लिए फ्रैबिक सॉफ्टनर का इस्तेमाल करना से बचना चाहिए. आप फैब्रिक को सॉफ्ट बनाएं रखने के लिए सिरका का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए आपको ठंडे पानी में सिरका डालकर आधे घंटा लेगिंग्स को भीगोकर रख दें. ऐसा करने से इसकी क्वालिटी और चमक दोनों बनी रहती है.

 लेगिंग्स का सुखाने का तरीका

कई लोग लेगिग्स को अन्य कपड़ों की तरह तेज धूप में सुखाते हैं या जल्दी बाजी होने के पर ड्रायर का इस्तेमल करते हैं. आप इस तरह की गलती न करें. ड्रायर की हीट से लेगिंग जल्दी खराब हो जाते हैं. उसमें रोये और छेंद होने लगते हैं . इसलिए लेगिंग को घर के अंदर हवा में सुखाएं. (एजेंसी)

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