बांग्ला सीरियल के बाद अब बॉलीवुड फिल्मों में नजर आएगी अभिनेत्री अर्पिता दास..!

18.02.2025 – मॉडल, अभिनेत्री और डांसर अर्पिता दास बांग्ला सीरियल के बाद अब बॉलीवुड फिल्मों में नजर आएगी। कोलकाता के पास एक छोटे से शहर की रहने वाली अर्पिता दास ने अपने एक्टिंग कैरियर की शुरुआत कोलकाता से की है। इन्होंने चार पांच बांग्ला सीरियल में काम किया है। उसके बाद सूरत (गुजरात) जाकर प्रिंट, कैटलॉग, ज्वेलरी, मेडिसिन और कई ब्रांड्स आदि के कई एड फिल्म की है। इन्होंने मुम्बई में भी एड फिल्म और सीरीज में अभिनय किया है।

अर्पिता दास फिलवक्त कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए अनुबंधित हो चुकी है। अर्पिता अपने आगामी प्रोजेक्ट्स को लेकर उत्साहित है। वह फिल्म्स और टीवी सीरियल में अभिनय करना चाहती है। उनकी इच्छा है कि वह हिंदी मायथोलॉजी सीरियल या फिल्म में काम करे। वैसे अर्पिता को बांग्ला मायथोलॉजी सीरियल ‘मंगल चंडी’ में काम करने का मौका मिल चुका है। अर्पिता दास ने थिएटर में भी अभिनय किया है। अर्पिता बहुत अच्छी गायिका और नृत्यांगना है। क्लासिकल और रविन्द्र संगीत इन्होंने सीखा है।

बचपन से ही अभिनय में रुचि रखने वाली अर्पिता दास हॉलीवुड अभिनेत्री ऐंजलिना जोली से प्रभावित हैं। हैरी पॉटर, लार्ड ऑफ द रिंग्स जैसी फैंटसी और अनोखी कहानियों से गढ़ी फिल्में देखना इन्हें पसंद है। ऑस्कर आवार्ड पाने वाली लगभग सभी फिल्में वह देखती है। सिंगर कैलाश खेर, राहत फतेह अली खान और हिमेश रेशमिया के गाने इन्हें पसंद है।

अर्पिता दास किसी फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं है लेकिन अपनी लगन और हुनर के बल पर वह मुम्बई आकर अभिनय और मॉडलिंग कर रही है। अर्पिता कहती है कि यदि आप अभिनय के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो खुद को यहाँ स्टेब्लिस्ट करने के लिए धैर्य धारण करें और आर्थिक और मानसिक रूप से खुद को दृढ़ बनाकर ही कदम रखें क्योंकि आप अपनी मंजिल तक पहुंचने का सफर एक दिन में नहीं तय कर सकते, आपको समय देना ही पड़ता है और इस समय के साथ आर्थिक मजबूती और संयम बेहद जरूरी है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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आधे दाम में सामान देने के धोखाधड़ी मामले में ईडी की 12 ठिकानों पर छापेमारी

तिरुवनंतपुरम,18 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आधी कीमत पर धोखाधड़ी के मामले में राज्य भर में 12 ठिकानों पर छापेमारी की. संदिग्ध दस्तावेजों और सामानों की जांच जारी है. इस छापेमारी में धोखाधड़ी से जुड़े बड़े लोगों के ठिकानों को भी निशाना बनाया गया.

ईडी फिलहाल कोच्चि में लाली विंसेंट के घर और सस्थमंगलम में आनंदकुमार के दफ्तर की जांच में जुटी है. साथ ही, थोंनाक्कल में साई ग्राम और इडुक्की के कोलापरा में अनंथु कृष्णन के दफ्तर की भी जांच की.

माना जा रहा है कि कोलापरा दफ्तर के इर्द-गिर्द ही धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. ईडी के कोच्चि दफ्तर की ओर से छापेमारी की कार्रवाई की गई.

अधिकारी अनंथु कृष्णन के प्रतिष्ठान की भी जांच की. इसमें क्राइम ब्रांच एसपी कदवंथरा में एक जांच का नेतृत्व कर रहे हैं. इससे पहले, जांचकर्ताओं ने उद्यम के कर्मचारियों को बुलाया और उनसे पूछताछ की.

बताया गया है कि राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर 23 खातों के माध्यम से लगभग 450 करोड़ रुपये के लेन-देन किए गए हैं जिससे बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी का संदेह और बढ़ गया है.

कहा जा रहा है कि हजारों लोग इस घोटाले के शिकार हुए हैं. अधिकारियों को अब इस योजना से जुड़ी संभावित मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों पर भी संदेह है. ईडी ने अधिक समय आनंदकुमार पर फोकस किया है.

आनंदकुमार के खिलाफ धोखाधड़ी के इस जाल में मुख्य भूमिका निभाने का संदेह है. रिपोर्ट बताती है कि ईडी के अधिकारियों ने धोखाधड़ी वाली आधी कीमत वाली योजना को अंजाम देने वाली एजेंसियों के दफ्तरों का भी पड़ताल किया. जांच के हिस्से के रूप में पीडि़तों के बयान दर्ज किए गए.

पेश मामले के मुख्य संदिग्धों में से एक अनंथु कृष्णन को दो दिनों की हिरासत में भेज दिया गया. अपराध शाखा मामले में शामिल धन के स्रोत का पता लगाने और धोखाधड़ी से संबंधित किसी भी उच्च-स्तरीय कनेक्शन को उजागर करने के लिए काम कर रही है.

अनंथु ने कहा है कि वह चल रही जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं. अपराध शाखा के अनुसार कृष्णन पर आरोप है कि उसने उपभोक्ताओं को आधे दाम पर उत्पाद देने का झूठा वादा करके बड़ी रकम हड़पी है.

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मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर पड़ा पंगा, राहुल गांधी ने जताई नाराजगी

नई दिल्ली 18 Feb, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)- मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विरोध जताया है। ट्वीट के माध्यम से उन्होंने अपनी नाराजगी का विवरण जारी किया। राहुल गांधी ने डिसेंट नोट में लिखा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का आधी रात को लिया गया यह फैसला अपमानजनक’ है।

राहुल गांधी ने बताया कि चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से संबंधित समिति की बैठक के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को एक असहमतिपूर्ण नोट सौंपा था। इस नोट में राहुल गांधी ने साफ कहा कि चुनाव आयोग की स्वतंत्रता विशेष रूप से चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया सरकार के हस्तक्षेप से मुक्त होनी चाहिए।

उन्होंने डिसेंट नोट में लिखा,”सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करके और भारत के मुख्य न्यायाधीश को समिति से हटाकर, मोदी सरकार ने हमारी चुनावी प्रक्रिया की अखंडता पर करोड़ों मतदाताओं की चिंताओं को बढ़ा दिया है। विपक्ष के नेता के रूप में यह मेरा कर्तव्य है कि मैं बाबासाहेब अंबेडकर और हमारे देश के संस्थापक नेताओं के आदर्शों को कायम रखूं और सरकार को जवाबदेह ठहराऊं।”

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पुरी रथ यात्रा 2025: भगवान जगन्नाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए लगाए जाएंगे एआई कैमरे

पुरी,18 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा 27 जून को होने जा रही है. विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा को व्यवस्थित तरीके से कैसे प्रबंधित किया जाए, इस पर पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में भुवनेश्वर में तैयारी बैठक हुई.

इस विशेष बैठक में पुलिस महानिदेशक ने रथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने, यातायात प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को कैसे चुस्त-दुरुस्त किया जाए, इसकी समीक्षा की. इस वर्ष रथ यात्रा में भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर एआई कैमरों के जरिए नजर रखी जाएगी.

पुरी-भुवनेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उत्तरा चैक से लेकर पुरी तक एआई कैमरे लगाए जाएंगे. इसके साथ ही बड़ादंड, श्रीमंदिर, बीच और पुरी के मुख्य प्रवेश द्वारों पर भी एआई कैमरे लगाए जाएंगे.

इस संबंध में पुलिस विभाग द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा कि किन-किन स्थानों पर एआई कैमरे लगाए जाएंगे.

पुरी एसपी ने कहा कि पुलिस विभाग को उम्मीद है कि इस साल एआई कैमरों की मदद से रथ यात्रा को व्यवस्थित तरीके से मैनेज किया जाएगा. पिछली 2024 की रथ यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के साथ ही ड्रोन के जरिए ट्रैफिक मैनेज और सुरक्षा पर कड़ी निगरानी रखी गई थी.

पुलिस विभाग को इसमें सफलता मिलने के बाद इस साल पुलिस विभाग एक कदम और आगे बढ़कर एआई कैमरों से रथ यात्रा का प्रबंधन करेगा. पुलिस विभाग पिछले साल की गई गलतियों की समीक्षा करेगा और सुनिश्चित करेगा कि इस साल वही गलतियां न दोहराई जाएं.

वर्ष 2024 की रथयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण तालध्वज एवं नंदीघोष रथ को खींचने के दौरान अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हुई थी. इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि इस वर्ष अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा विशेष कदम उठाए जाएंगे.

हालांकि, पुलिस विभाग इस वर्ष रथ यात्रा को व्यवस्थित तरीके से आयोजित करने के लिए सभी कदम उठा रहा है और भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से पुरी एसपी ने उम्मीद जताई है कि इस वर्ष रथ यात्रा सुचारू रूप से आयोजित की जाएगी. हर साल ओडिशा पुलिस रथ यात्रा को व्यवस्थित तरीके से आयोजित करने के लिए व्यापक कदम उठाती है, लेकिन कुछ जगहों पर दूरदर्शिता की कमी के कारण कई घटनाएं भी हो रही है.

इसलिए, इस वर्ष ओडिशा पुलिस को रथ यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए अनुभवी पुलिस अधिकारियों को तैनात करने तथा इस पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है ताकि विभिन्न अनियमितताएं न हों. पुरी एसपी विनीत अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, इस साल जून में विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा होने वाली है.

इसके लिए पुरी पुलिस ने तैयारियां शुरू कर दी है. जिले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ कई समितियां बनाई गई हैं. टीम पुलिस द्वारा की गई सभी तैयारियों की निगरानी कर रही है.

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झारखंड में संभावित दिल्ली जैसा हादसा रोकने की पहल

राज्य के सभी स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष निर्देश जारी

रांची,18 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। 26 फरवरी को महाकुंभ का समापन होने जा रहा है. देहाती त्रिवेणी में डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज प्रस्थान कर रहे हैं. रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ उमड़ रही है.

पिछले शनिवार को प्रयागराज जाने के क्रम में नई दिल्ली स्टेशन पर हुए भगदड़ की वजह से 18 यात्रियों की जान चली गई थी. ऐसी स्थिति झारखंड के किसी भी रेलवे स्टेशन पर ना हो, इसको लेकर सोमवार को एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाटकर ने जिलों के डीसी, एसपी व राज्य के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.

जिन रेलवे स्टेशनों पर महाकुंभ को लेकर भीड़ हो रही, वहां जिलावार डीएसपी रैंक के एक अधिकारी व मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी. जबकि प्रयागराज से आने या जाने वाली वाहनों में भीड़ की सूचना भी जुटाने का निर्देश एडीजी ने दिया है ताकि उनके अनुरूप ही तैयारी की जा सके.

बैठक के दौरान जिला पुलिस कंट्रोल रूम एवं स्थानीय रेलवे स्टेशन में उपलब्ध कंट्रोल रूम से आपसी समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया. एडीजी ने निर्देश दिया कि रेलवे स्टेशन कंट्रोल रूम एवं उसके माध्यम से जिला पुलिस कंट्रोल रूम में उक्त स्टेशन पर आने वाली सभी महत्वपूर्ण ट्रेन विशेषकर जो बनारस या प्रयागराज की ओर जा रही हो या वहां से आ रही हो, उसकी जानकारी उपलब्ध रखना सुनिश्चित की जाए.

रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा को लेकर प्रतिनियुक्त प्रभारी अधिकारी, दंडाधिकारी का मोबाइल नंबर व व्हाट्सएप नंबर रेलवे व जिला पुलिस कंट्रोल रूम में उपलब्ध होगा, ताकि आपसी समन्वय स्थापित कर आपातकालीन स्थिति में यथाशीघ्र यात्रियों को सहयोग एवं विधि-व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके.

जीआरपी/आरपीएफ के साथ रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने वाले सभी द्वारों या भागों में पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबल उपलब्ध कराया जाएगा.
अनावश्यक लोग या बिना टिकट के लोग स्टेशन पर पीक आवर में प्रवेश न करें. स्टेशन में प्रवेश और निकास वाले सभी भागों को चिन्हित करके रखेंगे ताकि आवश्यकता पडऩे पर उस स्थान का प्रयोग भीड़ को कम करने में किया जा सके.

प्रतिनियुक्त पदाधिकारी यह समीक्षा करेंगे कि रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त सीसीटीवी कवरेज है या नहीं. यदि है तो वहां पर जीआरपी/आरपीएफ के साथ आपसी समन्वय स्थापित करते हुए भीड़ वाले स्थानों पर नजर रखेंगे ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर अविलम्ब वांछित कार्रवाई की जा सके.

रेलवे स्टेशन से आपसी समन्वय स्थापित करते हुए यह जानकारी रखेंगे कि कौन सी ट्रेन रद्द है और अचानक किसी कारण से कौन सी ट्रेन रद्द की गयी है.

रेलवे से आपसी समन्वय स्थापित कर यात्रियों के आवागमन को लेकर स्टेशन पर बनाये गए फुट ओवर ब्रीज पर विशेष ध्यान देंगे ताकि फुटऑवर ब्रीज पर एक साथ काफी भीड़ इकट्ठा न हो सके. भीड़-भाड़ इकट्ठा होने पर यात्रियों में भगदड की स्थिति उत्पन्न हो जाती है.
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्टेशन पर एक एम्बुलेंस, पारामेडिक्स स्टाफ के साथ प्रतिनियुक्ति की जाएगी. स्थानीय पुलिसकर्मी के पास प्राथमिकी उपचार किट उपलब्ध रहेगा. उपायुक्त अपने स्तर से डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति करेंगे.

प्रयागराज महाकुंभ को लेकर अधिक से अधिक संख्या में आने वाली भीड़ की संख्या की आसूचना का संकलन निश्चित रूप से पूर्व में ही एकत्रित कर ली जाए ताकि स्टेशन पर काफी भीड़ इकट्ठा होने पर यात्रियों के लिए सड़क मार्ग की वैकल्पिक व्यवस्था सुचारू रूप से सुनिश्चित किया जाएगा.

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दोषी करार दिए गए सज्जन कुमार की सजा पर कोर्ट आज सुनाएगा फैसला

1984 सिख विरोधी दंगा

नई दिल्ली,18 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। राऊज एवेन्यू कोर्ट मंगलवार को 1984 के सिख विरोधी दंगे के दौरान सरस्वती विहार के मामले में दोषी करार दिए गए पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार की सजा पर फैसला सुनाएगा. स्पेशल जज कावेरी बावेजा सजा देने के मामले पर सुनवाई करेंगी. इससे पहले कोर्ट ने 31 जनवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था.

मामला 1 नवंबर, 1984 का है, जिसमें पश्चिमी दिल्ली के राज नगर में सरदार जसवंत सिंह और सरदार तरुण दीप सिंह की हत्या कर दी गई थी. शाम को करीब चार-साढ़े चार बजे दंगाइयों की भीड़ ने पीडि़तों के राज नगर इलाके स्थित घर पर लोहे के सरियों और लाठियों से हमला कर दिया. शिकायतकर्ताओं के मुताबिक इस भीड़ का नेतृत्व सज्जन कुमार कर रहे थे, जो उस समय बाहरी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद थे.

शिकायत के मुताबिक, सज्जन कुमार ने भीड़ को हमला करने के लिए उकसाया. इसके बाद भीड़ ने सरदार जसवंत सिंह और सरदार तरुण दीप सिंह को जिंदा जला दिया. भीड़ ने पीडि़तों के घर में तोडफ़ोड़, लूटपाट और आगजनी को अंजाम दिया.

शिकायतकर्ता की ओर से तत्कालीन रंगनाथ मिश्रा की अध्यक्षता वाली जांच आयोग के समक्ष दिए गए हलफनामे के आधार पर उत्तरी जिले के सरस्वती विहार थाने में एफआईआर दर्ज की गई. एफआईआर में भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए.

बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने 17 दिसंबर, 2018 को दिल्ली सिख दंगों के एक दूसरे मामले में बलवान खोखर और सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई थी.

हाईकोर्ट ने पूर्व नेवी अधिकारी भागमल के अलावा, कांग्रेस के पूर्व पार्षद बलवान खोखर, गिरधारी लाल और दो अन्य को ट्रायल कोर्ट से मिली सजा को बरकरार रखा था. सज्जन कुमार ने 31 दिसंबर, 2018 को कड़कडड़ूमा कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.

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14 दिन के लिए जेल भेजे गए सौरभ, शरद-चेतन

भोपाल 17 Feb, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)।आरटीओ का करोड़पति पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसका सबसे बड़ा राजदार शरद जायसवाल, जबलपुर के रोहित तिवारी के मार्फत एक-दूसरे के संपर्क में आए।

2014-15 में भोपाल की एक फर्म ने जबलपुर में कॉलोनी बनाई थी, इसमें शरद जायसवाल ने कई प्लॉट बिकवाए थे। यहीं से शरद, सौरभ के साले रोहित तिवारी के संपर्क में आया और उसका विश्वसनीय हो गया।

2015-16 में सौरभ ने भोपाल की प्रॉपर्टी डीलिंग फर्म से किनारा किया। बाद में रोहित तिवारी के लिए इन्वेस्टर तलाशने का काम करने लगा। इसके बाद चूना भट्‌टी में फगीटो रेस्टोरेंट शुरू किया। इसी दौरान रोहित ने शरद और सौरभ की मुलाकात कराई। शरद की मदद से सौरभ ने भोपाल, इंदौर में कई संपत्तियां खरीदीं।

सौरभ शर्मा, शरद जायसवाल और चेतन सिंह की रिमांड खत्म होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तीनों को आज कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीनों को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है।

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ज्ञानेश कुमार होंगे नए मुख्य चुनाव आयुक्त

नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले सीईसी

नईदिल्ली,18 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को भारत का अगला मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है. वे निवर्तमान राजीव कुमार की जगह लेंगे. वो 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं.

ज्ञानेश कुमार चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त हैं. इस कानून के तहत चुनाव निकाय प्रमुख के चयन के लिए गठित समिति में चीफ जस्टिस की जगह पर गृह मंत्री को शामिल किया गया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी की हुई चयन समिति ने उनके नाम को अंतिम रूप दिया और राष्ट्रपति को इसकी सिफारिश की.

चुनाव आयोग में अपने कार्यकाल से पहले ज्ञानेश कुमार कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं. इनमें रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव और सहकारिता मंत्रालय में सचिव जैसे पद शामिल हैं.

उन्होंने आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है. साथ ही आईसीएफएआई से बिजनेस फाइनेंस और एचआईएलडी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पर्यावरण अर्थशास्त्र में अध्ययन किया है.

इससे पहले ज्ञानेश कुमार गृह मंत्रालय में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ काम कर चुके हैं. अगस्त 2019 में आर्टिकल 370 को हटाए जाने के समय वह अमित शाह के नेतृत्व वाले गृह मंत्रालय में कश्मीर संभाग में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात थे.

इसके अलावा, 2020 में उन्हें अतिरिक्त सचिव के रूप में तैनात किया गया था. उन्होंने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन सहित अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संबंधित सभी मामलों को देखने के लिए गृह मंत्रालय की एक डेस्क को लीड भी किया था.

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फिर याद आए भारतीय सिनेमा की नींव रखने वाले दिग्गज दादा साहेब फाल्के

* पुण्य तिथि (16 फरवरी) पर विशेष …….

17.02.2025 – गोरेगाँव (मुम्बई) स्थित दादा साहेब फाल्के चित्रनगरी, फिल्म सिटी स्टूडियो में भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहेब फाल्के की 81वीं पुण्य तिथि के अवसर पर फिल्मसिटी स्टूडियो प्रबंधन द्वारा आयोजित भव्य समारोह में दादा साहेब फाल्के के ग्रैंडसन चंद्रशेखर पुसलकर अपनी पत्नी मृदुला पुसलकर व दत्तक पुत्री नेहा बंदोपाध्याय के साथ, अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस समारोह में भारतीय फिल्म जगत से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, बॉलीवुड के नामचीन शख्सियतों व महाराष्ट्र सरकार के प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावा देश के अन्य राज्यों से आये लोगों ने भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहेब फाल्के की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।

भारतीय सिनेमा के जन्मदाता दादा साहब ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने 19 साल के करियर में 121 फिल्में बनाई, जिसमें 26 शॉर्ट फिल्में शामिल हैं। दादा साहेब सिर्फ एक निर्देशक ही नहीं बल्कि एक मशहूर निर्माता और स्क्रीन राइटर भी थे। उनकी आखिरी मूक फिल्म ‘सेतुबंधन’ थी और आखिरी फीचर फिल्म ‘गंगावतरण’ थी। उनका निधन 16 फरवरी 1944 को नासिक में हुआ था। उनके सम्मान में भारत सरकार ने 1969 में ‘दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड’ देना शुरू किया। यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। सबसे पहले यह पुरस्कार पाने वाली देविका रानी चौधरी थीं। 1971 में भारतीय डाक विभाग ने दादा साहेब फाल्के के सम्मान में एक डाक टिकट भी जारी किया।

व्यक्तिगत जीवन …….*

भारतीय सिनेमा के नींव रखने वाले दादा साहेब फाल्के का जन्म 30 अप्रैल 1870 को बंबई प्रेसीडेंसी के त्रिंबक में एक मराठी परिवार में धुंडिराज फाल्के के रूप में हुआ था। धुंडीराज फाल्के के पिता गोविंद सदाशिव फाल्के एक संस्कृत विद्वान और हिंदू पुजारी थे। उनकी मां द्वारकाबाई एक गृहिणी थीं। फाल्के ने अपनी प्राथमिक स्कूली शिक्षा त्र्यंबकेश्वर में और मैट्रिक की पढ़ाई बॉम्बे में पूरी की। 1885 में फाल्के ने सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स, बॉम्बे से एक साल का ड्राइंग कोर्स पूरा किया। इसके बाद वह बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय में कला भवन में शामिल हो गए और 1890 में तेल चित्रकला और जल रंग चित्रकला में पाठ्यक्रम पूरा किया। वह वास्तुकला और मॉडलिंग में भी सक्षम थे। फाल्के ने उसी वर्ष एक फिल्म कैमरा खरीदा और फोटोग्राफी, मुद्रण और प्रसंस्करण के साथ प्रयोग करना शुरू किया।

करियर की शुरुआत………..*

कला भवन के उपकरणों का उपयोग करने की अनुमति मिलने पर उन्होंने एक फोटो स्टूडियो स्थापित किया जिसे श्री फाल्के एनग्रेविंग एंड फोटो प्रिंटिंग के नाम से जाना जाता है। प्रारंभिक चरण में असफल होने के बाद उन्होंने नाटक संगठनों के लिए मंच पर काम करते हुए प्रगति की। एसोसिएशन को इसके फायदे भी मिले। फाल्के को उनके नाटकों में छोटी-छोटी भूमिकाएं मिलने लगीं। उन्होंने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के लिए एक फोटोग्राफर के रूप में भी कुछ समय बिताया। 1912 में फाल्के ने एक व्यापक पद संभाला जहां उन्होंने फिल्म की शूटिंग के लिए एक छोटा सा कांच का स्थान बनाया। उन्होंने फिल्मों को संसाधित करने की योजना के साथ एक अंधेरे कमरे की भी पूर्व-व्यवस्था की। कुछ चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से गुजरने के बाद फाल्के ने पहली फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ बनाई जिसका प्रीमियर बॉम्बे के ओलंपिया थिएटर में हुआ। यह एक ऐसी फिल्म थी जिसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया और फिल्म उद्योग की स्थापना की।

भारतीय सिनेमा में फीमेल आर्टिस्ट को दिए रोल ………*

जब अंग्रेज भारत में पश्चिमी फिल्में दिखा रहे थे तो फाल्के ने भारतीयों को अपनी जड़ों से जोड़ने के लिए पौराणिक कथाओं को एक उपकरण के रूप में शामिल किया जो एक आसान लेकिन प्रगतिशील कदम था। जब फाल्के ने राजा हरिश्चंद्र बनाई तो एक महिला अभिनेता का सामान्य विचार समाज के लिए अभिशाप था। उन्हें राजा हरिश्चंद्र की पत्नी, रानी तारामती की भूमिका निभाने के लिए एक आदमी (अन्ना सालुंके) को प्रोजेक्ट करने की जरूरत थी।

किसी भी स्थिति में उन्होंने अपनी दूसरी मूक फिल्म मोहिनी भस्मासुर (1913) में इसे सही किया जब उन्होंने दुर्गाबाई कामत को पार्वती की भूमिका और उनकी किशोर बेटी कमलाबाई गोखले को मोहिनी की भूमिका की पेशकश की। कामत जो एकल माता-पिता थे को यह भूमिका निभाने के लिए उनके समाज द्वारा अस्वीकार कर दिया गया था। लेकिन उन्होंने महिलाओं के लिए फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाना संभव बना दिया। वर्षों बाद फाल्के ने लंका दहन (1917) और श्री कृष्ण जन्म (1918) में अपनी बेटी मंदाकिनी फाल्के को कास्ट किया। फाल्के की पत्नी सरस्वतीबाई ने भी भारतीय फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह भारत की पहली फिल्म संपादक थीं जिन्होंने ‘राजा हरिश्चंद्र’ जैसी फिल्मों में काम किया।

भारतीय सिनेमा का कारोबार आज करीब तीन अरब का हो चला है और लाखों लोग इस उद्योग में लगे हुए हैं लेकिन दादा साहब फाल्के ने महज 20-25 हजार की लागत से इसकी शुरुआत की थी। आज भले ही दादा साहेब फाल्के हमारे बीच नहीं हैं लेकिन आज भी उनका संदेश व उनके संघर्षों को बयां करते पदचिन्ह, भारतीय फिल्म जगत के फिल्मकारों को कर्मपथ पर धैर्य के साथ अग्रसर रहने के लिए सदैव प्रेरित करता है और युगों युगों तक करता रहेगा।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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आरोही इंस्टिट्यूट ऑफ़ एक्टिंग फॉर फ़िल्म एंड टेलीविजन का हुआ उद्घाटन

16.02.2025 – नवोदित प्रतिभाओं को प्रकाश में लाने के उद्वेश्य से अमित तिवारी द्वारा आगरा स्थित मारुति सिटी रोड, ऑल सेंट स्कूल (शमशाबाद रोड) में संचालित आरोही इंस्टिट्यूट ऑफ़ एक्टिंग फॉर फ़िल्म एंड टेलीविजन का उद्घाटन अभिनेत्री मेघना नायडू, टीवी स्टार ऋषिका सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया ने फीता काट कर संयुक्त रूप से किया।

अभिनेत्री मेघना नायडू ने कहा की ताजनगरी आगरा में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। आरोही इंस्टिट्यूट खुलने से शहर को नए कलाकार मिलेंगे। पार्श्व गायक शंकर साहनी ने कहा कि इंस्टिट्यूट में मुंबई के प्रोफेशनल टीचर्स द्वारा सभी प्रशिक्षु को ट्रेनिंग दी जाएगी।

इस उद्घाटन कार्यक्रम में किशन सिंह शाक्य, अरुण शर्मा, नितिन कोहली, दीपक अग्रवाल, कपिल सिंघल, मनीष चोपड़ा, अरविंद सिंह, दीपक सरीन, रवि तिवारी आदि मौजूद रहे।

उद्घाटन के अवसर पर संचालक अमित तिवारी ने आरोही इंस्टिट्यूट के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि ताज नगरी आगरा के नवोदित प्रतिभाओं को पंख देने के लिए एक्टिंग इंस्टिट्यूट की शुरुआत हुई है।

यहां के प्रतिभाओं को अब अपने घर परिवार को छोड़ कर मुंबई नहीं जाना होगा वो अपने शहर में रहकर अनुभवी कलाकारों से अभिनय की बारीकियां सीख पाएंगे।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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सुनीता विलियम्स की वापसी की उलटी गिनती शुरू

लेकिन धरती पर कदम रखते ही घेर लेंगी ये मुसीबतें

नई दिल्ली 15 Feb,(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : आखिरकार वह घड़ी आ गई है जिसका कई लोगों को बेसब्री से इंतजार था। अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर आठ महीने का लंबा समय बिताने के बाद, सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर अब पृथ्वी की ओर वापस यात्रा करने के लिए तैयार हैं।

यह वापसी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए चुनौतियों से भरी होगी। सबसे बड़ी चुनौती पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के साथ तालमेल बिठाना है। लंबे समय तक भारहीनता में रहने के बाद, पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल शरीर पर एक मजबूत प्रभाव डालेगा।

बुच विल्मोर ने इस बारे में बात करते हुए कहा, गुरुत्वाकर्षण बहुत मुश्किल है। जब हम वापस आते हैं, तो यह हमें नीचे खींचता है। शरीर के तरल पदार्थ नीचे की ओर बहने लगते हैं, और यहां तक कि एक पेंसिल उठाना भी मुश्किल लग सकता है।” सुनीता विलियम्स भी इस चुनौती को लेकर पूरी तरह से जागरूक हैं। उन्होंने कहा, धरती पर लौटना आसान नहीं होगा। यह एक क्रमिक प्रक्रिया होगी, जिसमें हमें अपनी मांसपेशियों को फिर से सक्रिय करना होगा।

अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसमें मांसपेशियों की कमजोरी, हड्डियों के घनत्व में कमी और शरीर में तरल पदार्थों का असंतुलन शामिल है। रिपोर्टों के अनुसार, अंतरिक्ष में प्रत्येक महीने में एक अंतरिक्ष यात्री की हड्डियों का घनत्व 1% तक कम हो जाता है, क्योंकि गुरुत्वाकर्षण की अनुपस्थिति में हड्डियों पर कोई भार नहीं होता है।

वापसी के बाद, सुनीता विलियम्स को एक कठोर पुनर्वास कार्यक्रम से गुजरना होगा ताकि उनके शरीर को पृथ्वी की परिस्थितियों के अनुकूल बनाया जा सके। अंतरिक्ष में, शरीर के तरल पदार्थ चेहरे की ओर चले जाते हैं, जिससे चेहरा फूला हुआ दिखता है और हाथ-पैर पतले लगते हैं। पृथ्वी पर लौटने पर, यह संतुलन बदल जाएगा, जिससे कुछ असुविधा हो सकती है।

इन चुनौतियों के बावजूद, विलियम्स और विल्मोर दोनों ही अपनी वापसी को लेकर उत्साहित हैं। वे पहले भी ऐसे मिशनों को सफलतापूर्वक पूरा कर चुके हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस बार भी उनका शरीर जल्दी ही पृथ्वी की स्थिति में समायोजित हो जाएगा। विल्मोर ने हास्यपूर्ण अंदाज में कहा, अंतरिक्ष में तैरना बहुत मजेदार है, और मुझे अपने उड़े हुए बाल बहुत पसंद हैं।

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 19 मार्च को स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में सवार होकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी के लिए रवाना होंगे। यह ऐतिहासिक मिशन अब अपने अंतिम चरण में है, और सुनीता विलियम्स एक बार फिर धरती की मिट्टी पर कदम रखने के लिए उत्सुक हैं।

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New India Co-operative Bank में बड़ा घोटाला

पूर्व जनरल मैनेजर पर लगा 122 करोड़ के गबन का आरोप

मुंबई 15 Feb, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : आरबीआई द्वारा न्यू इंडिया कॉरपोरेटिव बैंक लिमिटेड से निकासी पर प्रतिबंध लगाने के बाद बैंक के महाप्रबंधक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। मुंबई के दादर पुलिस स्टेशन में शनिवार को बैंक के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) देवर्षि शिशिर कुमार घोष ने महाप्रबंधक हितेश मेहता और उनके सहयोगियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

देवर्षि शिशिर कुमार घोष की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप है कि महाप्रबंधक हितेश मेहता और उनके कुछ सहयोगियों ने आपराधिक षड्यंत्र रचकर बैंक में 122 करोड़ रुपए का गबन किया। महाप्रबंधक ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने साथियों के साथ मिलकर यह घोटाला किया।

शिकायतकर्ता देवर्षि शिशिर कुमार घोष, जो वर्तमान में बैंक के कार्यवाहक सीईओ के तौर पर कार्यरत हैं, उन्होंने शुक्रवार को इस मामले की तहरीर दी। एफआईआर में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 316(5) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इस मामले की जांच अब मुंबई की इकनॉमिक ऑफेंस विंग (ईओडब्ल्यू) को सौंपी गई है। इस जांच को डीसीपी मंगेश शिंदे के नेतृत्व में उनकी विशेष टीम द्वारा देखा जाएगा। डीसीपी मंगेश शिंदे बैंकिंग मामलों से संबंधित अपराधों की जांच करने के लिए जाने जाते हैं, और इस मामले में भी उनकी निगरानी में जांच आगे बढ़ेगी।

इन सब के बीच बैंक के घाटकोपर ब्रांच के बाहर शनिवार को लोगों की लंबी कतार देखी गई। बैंक के एक खाताधारक ने बताया कि शुक्रवार को बैंक से निकासी पर प्रतिबंध लगाने की खबर आई, जिसके बाद हम सब घबरा गए। लेकिन, आज घाटकोपर शाखा केवल बैंक के लॉकर से पैसे निकालने की अनुमति दे रही है।

बता दें कि शुक्रवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने मुंबई के न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया है। आरबीआई का कहना है कि ये प्रतिबंध बैंक की स्थिति में सुधार होने तक लागू रहेंगे।

इस प्रतिबंध के बाद खाताधारक अलग-अलग बैंक जाकर अपने खाते की जानकारी प्राप्त करते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल, इस पाबंदी के चलते बैंक ग्राहक अपने पैसे नहीं निकाल सकते। इसके अलावा, केंद्रीय बैंक ने नए लोन देने, पैसा जमा करने और फिक्स्ड डिपॉजिट पर भी रोक लगा दी है।

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परीक्षा पे चर्चा में सद्गुरु का मंत्र

तनाव का मतलब दिमाग को ऑयल नहीं मिल रहा, मेडिटेशन से लाभ तय

नई दिल्ली 15 Feb, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : परीक्षा पे चर्चा का पांचवां एपिसोड शनिवार को प्रसारित किया गया। इस कार्यक्रम में मोटिवेशनल गुरु जग्गी वासुदेव, यानी सद्गुरु, ने ‘दिमाग के चमत्कार’ (मिरेकल ऑफ माइंड) पर चर्चा की। सद्गुरु आत्मज्ञानी, योगी, दिव्यदर्शी, कवि और लेखक हैं। उन्होंने अपने अनुभवों के जरिए उपस्थित बच्चों को मेडिटेशन की महत्ता समझाई।

सद्गुरु ने कहा, “आप खुद पर कंट्रोल न खोएं। अगर आप जो हो रहा है, उससे आगे सोच सकते हैं तो कुछ भी कर सकते हैं। अगर आपको तनाव है, तो इसका मतलब है कि दिमाग को ऑयल नहीं मिल रहा है। आप अपने दिमाग की ऑयलिंग करें।”

स्पिरिचुअल गुरु ने फिर उपाय भी बताया। कहा, “आप क्या कर रहे हैं और आप क्या हैं। अगर ये एक नहीं है तो गड़बड़ है। मेडिटेशन का काम यही है। आप कहीं बैठे हैं और आपका दिमाग-शरीर वहां नहीं है।

आपका दिमाग बिना आपकी इजाजत कहीं भी दौड़ रहा है। आप अपने दिमाग और शरीर को अस्वस्थ मत बनाइए। वरना ये वह काम करेगा जो आप नहीं करना चाहते। आप अपने दिमाग और शरीर को अपने कहने पर चलाइए। मेडिटेशन कीजिए।”

कार्यक्रम में सद्गुरु ने कहा कि आप सोच रहे हैं कि क्या मैं इसके जितना बुद्धिमान हूं या नहीं, ये गलत है। हर किसी के भीतर कुछ न कुछ होता है और वो ऐसा कुछ कर सकता है, जो दूसरा कोई नहीं कर सकता है।

सद्गुरु ने अपने अनुभव साझा किए। कहा कि मैं देखता था कि परीक्षा के दौरान डायरिया की दवाइयां बहुत बिकती थीं। मैं सोचता था कि क्या हो रहा है। यह एक डर था। शिक्षा का मतलब परीक्षा नहीं है। शिक्षा आपको जीवन में उतरने का जरिया है।

आप इस जगह बैठे हैं और आप देख रहे हैं कि ये घास है, ये नारियल का पेड़ है। ऐसे कैसे बढ़ रहा है। आपको लगातार चलायमान रहना होता है। आप घास की बायोलॉजी और फिजिक्स देखिए। खुद को देखिए और अपनी क्षमताओं को, बुद्धिमता को चलायमान रखिए।

उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वो परीक्षा को लेकर ज्यादा स्ट्रेस न लें। सद्गुरु ने कहा कि आज आप जिसे स्कूल, परीक्षा, शिक्षा कहते हैं, यह आपके मस्तिष्क के विकास के लिए है। आप अपनी बुद्धिमता को जितना सक्रिय रखेंगे, आपका मस्तिष्क उतना अच्छे से काम करेगा।

बता दें कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में अब तक कई बड़ी हस्तियां शामिल हो चुकी हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे और उन्होंने छात्रों को परीक्षा के दौरान तनाव न लेने की सलाह दी थी।

पीएम के अलावा अन्य चार अंकों में एक्टर, टेक गुरु-उद्यमी और हेल्थ एक्सपर्ट्स शामिल हुए थे। इन विशेषज्ञों ने छात्रों को सलाह दी थी कि वो कैसे परीक्षा के दौरान अपने शारीरिक और मानसिक सेहत का ख्याल रखें।

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टेरर लिंक के चलते 3 सरकारी कर्मचारी बर्खास्त

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने लिया बड़ा एक्शन

श्रीनगर 15 Feb, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने टेरर लिंक के चलते राज्य के 3 सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इनमें पुलिस का एक कांस्टेबल फिरदौस भट्ट भी शामिल है, जो पुलिस में रहते लश्कर के लिए काम करता था।

 उपराज्यपाल ने एक पुलिस कांस्टेबल, एक शिक्षक और वन विभाग के एक अर्दली समेत 3 सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। तीनों कर्मचारी अलग-अलग आतंकवाद से जुड़े मामलों में जेल में बंद हैं। यह बड़ी कार्रवाई उपराज्यपाल की अध्यक्षता में सुरक्षा समीक्षा बैठक के एक दिन बाद की गई।

बैठक में उपराज्यपाल ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवादियों और परदे के पीछे छिपे आतंकी तंत्र को बेअसर करने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान तेज करने का निर्देश दिया था। उपराज्यपाल ने यह भी कहा था कि आतंकवाद का समर्थन और वित्तपोषण करने वालों को बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। पिछले 13 फरवरी को मनोज सिन्हा ने कहा था कि “आतंकवाद के हर अपराधी और समर्थक को इसकी कीमत चुकानी होगी।

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AAP के ये तीन नेता BJP में शामिल

दिल्ली में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने की तैयारी तेज

नई दिल्ली 15 Feb, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) – दिल्ली विधानसभा हारने के बाद आम आदमी पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए है। इस तरह आगामी एमसीडी मेयर चुनाव में उसकी जीत की संभावना बढ़ गई है।

पार्षदों का स्वागत करते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में केंद्र, विधानसभा और नगरपालिका स्तर पर एक ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार होगी। जो तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हुए हैं उनमें अनीता बसोया (एंड्रयूज गंज), निखिल चपराना (हरि नगर) और धर्मवीर (आर के पुरम) शामिल हैं। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने के लिए पार्षद भाजपा में शामिल हुए हैं।

विधानसभा चुनावों में अपनी हालिया शानदार जीत के मद्देनजर, भाजपा मेयर पद हासिल करके दिल्ली में ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ पर नजर गड़ाए हुए है। भाजपा ने 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटें जीतकर आप को एक दशक बाद सत्ता से बाहर कर दिया। मेयर का चुनाव अप्रैल में होना तय है। आप ने नवंबर 2024 में हुए पिछले मेयर चुनाव में तीन वोटों से जीत हासिल की थी।

पार्षदों के अलावा, सात लोकसभा सांसद (सभी भाजपा के), तीन राज्यसभा सांसद (सभी आप के) और दिल्ली में 14 नामांकित विधायक दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में मतदाता हैं। तीन पार्षदों के शामिल होने से भाजपा की सीटें अब आप से अधिक हो गई हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि भाजपा अपने 10 विधायकों को एमसीडी के लिए नामांकित करने जा रही है, जबकि आप के पास नागरिक निकाय के लिए चार नामांकन होंगे।

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कॉमेडी फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ का गाना ‘गोरी है कलाइयां’ जारी

15.02.2025 – पूजा फिल्म्स के बैनर तले वाशु भगनानी, जैकी भगनानी और दीपशिखा देशमुख द्वारा निर्मित ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ का गाना ‘गोरी है कलाइयां….’ मेकर्स द्वारा जारी कर दिया गया है। हालही में इस फिल्म का ट्रेलर भी रिलीज़ किया गया था जिसने नेटिज़न्स को हंसने पर मजबूर कर दिया है, सिनेदर्शकों ने इसके दमदार सीन, सटीक चुटकुलों और ‘लव सर्कल’ एलिमेंट की खूब सराहना की।

अब मेकर्स द्वारा फिल्म का सिचुएशनल कॉमेडी गाना ‘गोरी है कलाइयां’ रिलीज़ किए जाने के बाद से इस फिल्म के प्रति सिनेदर्शकों की उत्सुकता बढ़ी है। इस गाने में अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर और रकुल प्रीत हैं, जिन्होंने कॉमेडी के साथ साथ सीज़न का सबसे बेहतरीन पार्टी सॉन्ग में अपने डांस मूव्स के साथ आग लगा दी है।

‘मेरे हसबैंड की बीवी’ इस सीजन की एक बेहतरीन कॉमेडी फिल्म है, जो सिनेदर्शकों को दिल खोलकर हंसाने के लिए तैयार है। जहां अर्जुन कपूर, रकुल प्रीत और भूमि पेडनेकर दर्शकों को ‘प्रेम चक्र’ की सैर कराने के लिए तैयार हैं, वहीं उनके साथ हर्ष गुजराल, शक्ति कपूर और डिनो मोरिया भी हैं। मुदस्सर अजीज द्वारा निर्देशित फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ 21 फरवरी को सभी सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश के आसार

मौसम विभाग में ने दी चेतावनी

नईदिल्ली,15 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। उत्तर भारत में दिन के समय बढ़ते तापमान के कारण फरवरी में ही गर्मी का एहसास हो रहा है। दूसरी तरफ कई इलाकों में सुबह-शाम के वक्त अभी भी गलन के कारण लोग परेशान हैं।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, हिमालयी क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से उत्तर भारत में फिर से मौसम में बदलाव आएगा।
इससे पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और 20 फरवरी तक मैदानी इलाकों में बारिश होने के आसार बने हुए हैं।

दिल्ली में तल्ख धूप के कारण गर्मी परेशान करने लगी है। शुक्रवार को दिनभर धूप खिली रही, जिससे अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक 26.4 दर्ज किया गया और न्यूनतम 10.7 डिग्री रहा है।

शनिवार (15 फरवरी) को अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम 11 डिग्री के आस-पास रहने की संभावना जताई गई है।
राजधानी में 18 फरवरी के बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई दे सकता है, जिससे आंशिक तौर पर बादल छाए रह सकते हैं।

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से उठने वाली समुद्री हवाओं की वजह से राजस्थान और गुजरात के कई हिस्सों में तापमान 2 से 3 डिग्री नीचे आ गया है।

इससे जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है।

जम्मू-कश्मीर में 20 फरवरी तक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहेंगे और तापमान माइनस में रहने की संभावना है। इस साल मार्च में तापमान तेजी से बढऩे के आसार हैं।

राजस्थान, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ स्थानों पर तापमान में लगभग 1-3 डिग्री की वृद्धि हुई है, जबकि दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान, गुजरात के कुछ इलाकों में रात का तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री तक ऊपर बन रहा है।

17-20 फरवरी के बीच पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है।

उत्तर प्रदेश में 19 फरवरी को हल्की बारिश होने की संभावना है। बिहार में न्यूनतम तापमान 12 से 13 डिग्री के आस-पास दर्ज किया गया है।

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कुपवाड़ा में सेना ने चलाया संयुक्त सर्च ऑपरेशन

हथियार और गोला-बारूद बरामद

जम्मू, 15 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त कार्रवाई करते हुए कुपवाड़ा क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान 2 पिस्तौल, 4 पिस्तौल मैगजीन और अन्य गोला-बारूद बरामद किए गए।

कुपवाड़ा के चन्नीपुरा पेन स्थित बांदी मोहल्ला में सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को ज्वाइंट सर्च ऑपरेशन चलाया। यह ऑपरेशन विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर चलाया गया। भारतीय सेना के चिनार कोर ने इस ऑपरेशन को लेकर जानकारी साझा की।

भारतीय सेना के चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ऑपरेशन की जानकारी देते हुए लिखा, ऑपरेशन बंदी, कुपवाड़ा। 14 फरवरी 2025 को विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा सामान्य क्षेत्र बंदी मोहल्ला, चन्नीपुरा पैन, कुपवाड़ा में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया। तलाशी के दौरान 2 पिस्तौल, 4 पिस्तौल मैगजीन और गोला-बारूद बरामद किया गया है। ऑपरेशन जारी है।

इससे पहले, 5 फरवरी को बारामूला जिले के उरी सेक्टर के एक इलाके में सुरक्षाबलों ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था। उरी सेक्टर के अंगनपथरी वन क्षेत्र में एक खोखले देवदार के पेड़ से हथियारों और गोला-बारूद का एक जखीरा बरामद किया गया था।

इसमें 3 एके-47 राइफल, 11 मैगजीन, 292 गोलियां, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (यूबीजीएल), 9 यूबीजीएल ग्रेनेड और 2 हैंड ग्रेनेड थे। इन हथियारों को कंबल में लपेट कर रखा गया था।

जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना ने खुफिया सूत्रों से मिली गुप्त सूचना के आधार पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। जिसमें बताया गया था कि बारामूला के जंगलों में आतंकियों ने हथियारों का जखीरा छिपा रखा गया है।

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महाकुंभ में श्रद्धालुओं के बाद बना एक और रिकॉर्ड

प्रयागराज एयरपोर्ट पर उतरे 650 चार्टर्ड प्लेन

प्रयागराज,15 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का आज 34वां दिन है. महाकुंभ में इस बार कई नए रिकॉर्ड बने हैं. अब तक महाकुंभ के दौरान 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. इसके बाद महाकुंभ में एक और रिकॉर्ड बन गया है. अभी भी हर दिन दुनियाभर से लाखों श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं. 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में 60 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है.

अलग-अलग राज्य सरकारें श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज के लिए स्पेशल बसें चला रही हैं तो वहीं रेलवे ने भी विभिन्न राज्यों से महाकुंभ के लिए स्पेशल ट्रेनों का इंतजाम किया है. लेकिन इसके साथ ही करोड़ों लोग अपने निजी वाहनों से भी महाकुंभ में पहुंच रहे हैं. यही नहीं दर्जनों लोग अपने चार्टर्ड प्लेन से भी महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं.

बता दें कि प्रयागराज एयरपोर्ट पर आम दिनों की तुलना में महाकुंभ के दौरान हर दिन कई चार्टर्ड और प्राइवेट जेट लैंड कर रहे हैं. जिसके चलते प्रयागराज एयरपोर्ट पर भी विमानों की लाइन लग गई हुई है. महाकुंभ के चलते प्रयागराज में गाडिय़ों की पार्किंग के अलावा एयरपोर्ट पर भी प्राइवेट जेट और चार्टर्ड विमानों को इंतजार करना पड़ रहा है.

बता दें कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज एयरपोर्ट पर अब तक 650 से ज्यादा चार्टर्ड प्लेन उतर चुके हैं. इस दौरान सबसे ज्यादा 71 चार्टर्ड विमान 11 फरवरी को प्रयागराज एयरपोर्ट पर उतरे. जो अब तक का रिकॉर्ड है. इससे पहले 8 फरवरी के बाद से हर दिन प्रयागराज एयरपोर्ट पर 60 से ज्यादा चार्टर्ड और निजी विमान उतर रहे हैं. इसके बाद ये आंकड़ा बढ़कर 650 के ऊपर निकल गया है.

महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने के लिए देश के सेलिब्रिटी, विदेशी राजनयिक और फिल्म व मनोरंजन जगत से जुड़े हजारों लोग चार्टर्ड प्लेन से प्रयागराज पहुंच रहे हैं. अभी भी ऐसे उद्योगपतियों का संगम नगरी में आना जारी है जो चार्टर्ड प्लेन से यहां पहुंच रहे हैं. इनके अलावा स्पाइसजेट, इंडिगो, एयर इंडिया की नियमित उड़ानें भी यहां उतर रही हैं. हफ्ते में 300 से ज्यादा विमान प्रयागराज एयरपोर्ट पर लैंड कर रहे हैं.

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यूपी में योगी सरकार बिछाएगी सड़कों का जाल

3.5 लाख करोड़ की नई परियोजनाएं

लखनऊ बनेगा एआई सिटी

लखनऊ,15 फरवरी(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। उत्तर प्रदेश भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सके, इस संकल्प को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दे रही है. ये सब शुक्रवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने  राजधानी लखनऊ में कहा.

उन्होंने आगे बताया कि प्रदेश में 1.25 लाख करोड़ रुपये से हाइवे निर्माण और विकास कार्य कराए जाएंगे ताकि यूपी भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला तीसरा राज्य बन सके.

दरअसल 14 फरवरी को केंद्रीय मंत्री गडकरी राजधानी लखनऊ में 1028 करोड़ रुपये से मुंशी पुलिया और खुर्रमनगर फ्लाईओवर सहित अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने पहुंचे थे.

इस दौरान उनके साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे. इस मौके पर नितिन गडकरी ने कहा कि यूपी अब देश की अर्थव्यवस्था को गति देने वाले अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है. इसकी छवि अब बीमारू राज्य की नहीं रही है.

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि अगले कुछ वर्षों में इसे 5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य है. यूपी में अब तक 1.25 लाख करोड़ रुपये की सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है.

एक लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं और 1.25 लाख करोड़ रुपये की योजनाएं पाइपलाइन में हैं, जिनसे हाइवे निर्माण एवं विकास कार्य कराए जाएंगे. कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश में अब तक 3.5 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं को हरी झंडी दी जा चुकी है.

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यूपी आज अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हो रहा है और राज्य के हर नागरिक को बेहतर बुनियादी ढांचा और सार्वजनिक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं.

उन्होंने आगे कहा कि यहां डबल इंजन की सरकार राजधानी लखनऊ को  न केवल एयरो सिटी, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सिटी के रूप में भी विकसित करने में जुटी है.

योगी ने कहा कि महाकुंभ आस्था के महापर्व के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्होंने अनुमान लगाया कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हो सकती है.

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साइबर अपराध मामले में सीबीआई ने 11 स्थानों पर छापेमारी की

नई दिल्ली,15 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने साइबर अपराध से संबंधित एक मामले की चल रही जांच में दिल्ली-एनसीआर में नौ स्थानों सहित दो राज्यों में 11 स्थानों पर व्यापक तलाशी ली. संघीय जांच एजेंसी ने शनिवार को कहा कि जांच एजेंसी के अधिकारियों के अनुसार, साइबर अपराध से संबंधित एक मामले की चल रही जांच में सीबीआई ने दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा सहित दो राज्यों में 11 स्थानों पर छापेमारी की.

तलाशी के दौरान करीब 1.08 करोड़ रुपये, 1000 डॉलर की विदेशी मुद्रा और 252 ग्राम सोना जब्त किया गया. सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि यह कार्रवाई आरसी 14/2023 के तहत दर्ज एक मामले के जुड़ी थी, जिसे धारा 120बी के साथ 420 आईपीसी और आईटी अधिनियम की धारा 66डी के तहत पंजीकृत किया गया था.

यह कार्रवाई विश्वसनीय स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर की गई थी कि संदिग्ध आपस में और दूसरों के साथ साजिश करके सरकारी अधिकारियों का रूप धारण करके और कंप्यूटर संसाधनों और क्रिप्टो उपकरणों का उपयोग करके क्रिप्टो धोखाधड़ी करके अवैध गतिविधियों में लगे हुए थे. आरोपी भारत और विदेशों में लोगों को फर्जी तकनीकी सहायता परामर्श देकर और बेईमानी से क्रिप्टो करेंसी के रूप में धन हस्तांतरित करने के लिए प्रेरित करके धोखा देते पाए गए.

अधिकारी ने बताया कि इस धन को फिर कई क्रिप्टो वॉलेट के माध्यम से भेजा गया और नकदी में परिवर्तित किया गया. सीबीआई ने पहले ही मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ धारा 120बी के साथ 420 और 384 आईपीसी और आईटी अधिनियम, 2000 की धारा 66डी के तहत आरोप पत्र दायर किया है.

तलाशी के दौरान सीबीआई को महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्य मिले और छह लैपटॉप, आठ मोबाइल फोन और एक आईपैड जब्त किया गया. जांच में वीओआईपी-आधारित कॉल करने और डार्कनेट तक पहुंचने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम के इस्तेमाल का भी पता चला. अधिकारियों ने बताया कि जांच जारी है.

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मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा, हिंसा के बीच सीएम बीरेन ने दिया था इस्तीफा

नई दिल्ली 13 Feb, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) – President rule imposed in Manipur… केंद्र सरकार ने आज अहम फैसले के तहत मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया है। यहां पर 9 फरवरी को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपना इस्तीफा गवर्नर को सौंप दिया था।

बीरेन सिंह पर राज्य में 21 महीने (3 मई 2023) से जारी जातीय हिंसा के चलते इस्तीफे का काफी दबाव था। इस्तीफे के बाद से ही नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाने के लिए बीजेपी नेताओं की बैठकों का दौर शुरू हो गया था। मणिपुर प्रभारी संबित पात्रा बीजेपी के दिग्गज नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे थे।

President rule imposed in Manipur…  हालांकि अब सूबे में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। बता दें कि मुख्यमंत्री बिरेन सिंह का इस्तीफा ऐसे समय में आया था जब विधानसभा में कांग्रेस की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव आने वाला था।

राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने 9 फरवरी 2025 को इस्तीफा दिया था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और अर्धसैनिक बल के अधिकारियों ने आज ही राजभवन में बैठक की थी।

इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की तैनाती और परिचालन गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई।

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चोटियों पर बर्फबारी के बाद गिरा न्यूनतम तापमान

शिमला 13 Feb,  (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले कई भागों में बर्फबारी के बाद प्रदेश के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इससे सुबह-शाम ठंड बढ़ गई है। शिमला सहित 12 स्थानों पर न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया है। वहीं चार स्थानों पर माइनस में दर्ज किया गया है।  आज व कल कुछ स्थानों पर शीतलहर चलने का येलो अलर्ट है। अगले 2-3 दिनों के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे लगभग 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है, उसके बाद कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।

अगले 3-4 दिनों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। शिमला में आज धूप खिलने के साथ हल्के बादल छाए हुए हैं। वहीं नारकंडा में बीते दिन हुई बर्फबारी के बाद बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं। सैलानी बर्फ के बीच मस्ती करने के अलावा खूबसूरत नजारों को अपने मोबाइल कैमरे में भी कैद कर रहे हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के सभी भागों में 15 फरवरी तक माैसम साफ रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते 16 से 18 फरवरी तक लाहौल-स्पीति, किन्नौर सहित चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला के ऊंचे इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश-बर्फबारी होने की संभावना है। 19 फरवरी को निचले पहाड़ी/मैदानी क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर बारिश, जबकि लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है।
कहां कितना न्यूनतम तापमान

शिमला में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जोकि बुधवार को 6.0 डिग्री सेल्सियस था। इसी तरह सुंदरगनर में 4.8, भुंतर 3.0, कल्पा -3.2, धर्मशाला 5.2, ऊना 1.2, नाहन 7.2, केलांग -7.6, सोलन 4.4, मनाली 1.7, कांगड़ा 4.9, मंडी 5.9, बिलासपुर 4.0, चंबा 4.7, डलहाैजी 7.3, जुब्बड़हट्टी 6.5, कुकुमसेरी -5.1, भरमाैर 1.2, सेऊबाग 2.0, धाैलाकुआं 5.0, बरठीं 2.6, पांवटा साहिब 9.0, सराहन 3.5 व ताबो में -9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

लाहौल में सड़क पर ब्लैक आइस से वाहनों के फिसलने का खतरा

उधर, लाहौल और रोहतांग समेत चोटियों पर बुधवार को हुई ताजा बर्फबारी से छोटे वाहनों के लिए अटल टनल रोहतांग बंद हो गई।  10 से 15 सेंटीमीटर तक बर्फबारी होने के बाद सड़क पर ब्लैक आइस होने से वाहनों के फिसलने का खतरा बढ़ गया है। वहीं लाहौल घाटी में बुधवार दोपहर बाद शाम के समय लाहौल के गोंधला गांव के समाने पीर पंजाल की चोटी से हिमस्खलन हुआ । पहाड़ी से हिमस्खलन का एक बड़ा हिस्सा टूट कर चंद्रा नदी तक पहुंचा। हिमस्खलन से उठा बर्फीला तूफान गोंधला पंचायत के कई गांव तक पहुंचा। इससे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।

अधिकतम तापमान

बुधवार को ऊना में अधिकतम तापमान 28.6, बिलासपुर में 24.9, कांगड़ा में 24.1, नाहन में 23.9, मंडी में 21.9, सोलन में 22.0, चंबा में 21.1, धर्मशाला में 19.0, शिमला में 15.2 और मनाली में 13.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।

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आचार्य सत्येंद्र दास की अंतिम यात्रा में शामिल हुए डॉ. रामविलास वेदांती

पद्म पुरस्कार देने की मांग

अयोध्या ,13 फरवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदांती ने रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के बाद पूर्व सांसद ने सरकार से उन्हें पद्म पुरस्कार देने की मांग की है।

डॉ. वेदांती ने कहा कि , मैं आचार्य सत्येंद्र दास को 1968 से जानता हूं, जब मैं पहली बार अयोध्या आया था। उन्होंने ही मुझे हनुमानगढ़ी में भर्ती कराया था और हम साथ मिलकर पूजा करते थे। वह हमेशा समर्पित भाव से रामलला की सेवा में लगे रहे और आज भी उनके तपस्या और भजन महसूस किए जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि आचार्य सत्येंद्र दास रामलला के पहले पुजारी थे और जब तक रामलला विराजमान रहेंगे, तब तक उनकी पूजा करते रहेंगे। वेदांती ने यह भी कहा कि अब जब रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है, तो सत्येंद्र दास को उनके योगदान के लिए पद्म पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने इस पर सवाल उठाया कि यदि मुलायम सिंह यादव को पद्म भूषण मिल सकता है, तो रामलला के पहले पुजारी को यह सम्मान क्यों नहीं दिया जा सकता।

डॉ. वेदांती ने आचार्य सत्येंद्र दास के जीवन और उनकी साधना को याद करते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन रामलला की सेवा में समर्पित था। उनकी भक्ति और समर्पण को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाना चाहिए। वेदांती ने सरकार से आग्रह किया कि संत समाज के ऐसे महापुरुषों को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलनी चाहिए, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन धर्म और आस्था की सेवा में लगा दिया।

उल्लेखनीय है कि आचार्य सत्येंद्र दास का निधन बुधवार को हो गया था। लखनऊ एसजीपीजीआई में बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली थी। वह लंबे समय से अस्वस्थ थे और एसजीपीजीआई में उनका इलाज चल रहा था।

सत्येंद्र दास को 2 फरवरी को स्ट्रोक के कारण अयोध्या के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें पहले ट्रामा सेंटर और फिर लखनऊ एसजीपीजीआई रेफर किया गया था। अस्पताल प्रशासन द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से भी ग्रस्त थे।

इसके बाद 4 फरवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल पहुंचकर उनका कुशलक्षेम जाना था। इस दौरान सीएम योगी ने डॉक्टरों से इलाज की प्रगति पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।

राम मंदिर के निर्माण के दौरान और उसके बाद भी आचार्य सत्येंद्र दास की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। वह मंदिर परिसर में नियमित पूजा-अर्चना का नेतृत्व करते थे और राम भक्तों के लिए प्रेरणास्रोत थे।

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