शिक्षक भर्ती घोटाला : हाईकोर्ट ने सीबीआई को माणिक की संपत्तियां जब्त करने का निर्देश दिया

कोलकाता 27 फरवरी, (एजेंसी)। कलकत्ता हाईकोर्ट की एकल-न्यायाधीश पीठ ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वह तृणमूल कांग्रेस के विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीपीई) के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य की देश और विदेश में सभी संपत्तियों को जब्त करे।

माणिक करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने सोमवार दोपहर को भट्टाचार्य द्वारा शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े दो मामलों में 7,00,000 रुपये के जुर्माने का भुगतान करने की समय सीमा चूकने पर संज्ञान लिया।

समय सीमा खत्म होने से नाराज न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने सीबीआई को भारत या विदेश में मौजूद भट्टाचार्य की सभी संपत्तियों को तुरंत जब्त करने का निर्देश दिया।

पहला जुर्माना कलकत्ता हाईकोर्ट में मायारानी पाल द्वारा दायर एक मामले में लगाया गया था, जो 2014 में शिक्षक पात्रता (टीईटी) के लिए लिखित परीक्षा में शामिल हुई थी।

उसने अदालत से शिकायत की कि चूंकि 2014 के परिणाम समय पर घोषित नहीं किए गए थे, इसलिए वह 2016 और 2020 में आगे की परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पाई, जिसके बाद उसकी योग्यता आयु सीमा खत्म हो गई।

चूंकि उस दौरान डब्ल्यूबीबीपीई के अध्यक्ष भट्टाचार्य थे, इसलिए न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने उन्हें जिम्मेदार ठहराते हुए उन पर 2,00,000 रुपये का जुर्माना लगाया।

कुछ दिनों बाद एक अन्य उम्मीदवार साहिला परवीन ने कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां उसने दावा किया कि उसने 2017 की टीईटी परीक्षा के लिए एक उम्मीदवार के रूप में आरटीआई के तहत अपनी लिखित परीक्षा की ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (एमआर) शीट की एक प्रति मांगी थी और आवश्यक शुल्क भी जमा किया था।

हालांकि, डब्ल्यूबीबीपीई के अध्यक्ष भट्टाचार्य ने उन्हें ओएमआर शीट की प्रति उपलब्ध नहीं कराई। उस मामले में न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने 5,00,000 रुपये का जुर्माना लगाया था।

न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने पाया कि जुर्माने के भुगतान की समय सीमा चूकने के बावजूद न तो भट्टाचार्य ने भुगतान करने के लिए कोई पहल की और न ही इस मामले में अपनी असमर्थता के बारे में अदालत को सूचित किया, इसके बाद उन्होंने सीबीआई को उनकी सभी संपत्तियों को जब्त करने का निर्देश दिया।

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आज का राशिफल

मेष:

महत्वाकांक्षाएं मन पर प्रभावी होंगी। घरेलू कार्यों में अत्यधिक व्यय के योग हैं। अवरोधित कार्य हल होंगे। परिश्रम का समुचित लाभ प्राप्त होगा। कार्य क्षेत्र में व्यवस्तता बढ़ेगी।

बृषभ:

योजनाओं के फलीभूत होने से मन प्रसन्न होगा।विद्यार्थियों के लिए ग्रहों की अनुकूलता लाभप्रद होगी। किसी मांगलिक आयोजन को लेकर उत्साह का माहौल रहेगा।

मिथुन:

पुरानी बातों को भूल कर मन को सकारात्मक दिशा दें। नये संबंध के प्रति निकटता बढ़ेगी। मन सुन्दर कल्पनाओं से प्रभावित होगा। मौजूद साधनों में सन्तुष्ट व तृप्त होने का प्रयत्न करें।

कर्क

अभिभावकों के भावनात्मक सहयोग से उत्साह बढ़ेगा। सुन्दर आकांक्षाओं की पूर्ति के आसार बनेंगे। रोजगार में कुछ अच्छे अवसर बनेंगे। भौतिक इच्छाएं बलवती होंगी।

सिंह:

संबंधों में प्रगाढ़ता बढ़ेगी। गुप्त विरोधियों से सतर्कता रहें। निकटस्थ संबंधों में शंकाओं को हावी न होने दें। भौतिक आकांक्षाओं की पूर्ति के आसार हैं। नौकरी का वातावरण सुखद होगा।

कन्या:

कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मन दुविधाग्रस्त होगा। अपने अन्दर धैर्य व वाणी में मधुरता लाएं। विभागीय परिवर्तन से थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। प्रियजनों का सनिध्य प्राप्त होगा।

तुला:

कुछ नई अभिलाषाएं मन में जागृत होंगी। शासन-सत्ता से लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। अच्छे कार्यों के लिए प्रशंसनीय होंगे। राजनीतिक क्षेत्र के व्यक्यिों के लिए अनुकूल समय।

वृश्चिक:

संबंधों में छोटी-छोटी बातों का बुरा न माने। आर्थिक क्षेत्र में लाभ के आसार हैं। पारिवारिक वातावरण सुखद व उत्साहपूर्ण होगा। महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए प्रयत्न तीव्र।

धनु:

नवीन योजनाओं द्वारा प्रगति के आसार बनेंगे। किसी नए कार्य में आपका रुझान बढ़ेगा। नौकरी का वातावरण सुखद होगा। किसी महत्वपूर्ण फैसले के लिए मन केन्द्रित होगा।

मकर:

भविष्य की चिन्ताएं छोड़ अपने मन को रचनात्मक कार्यों में लगाएं। कुछ नये उत्साह व क्षमता की अनुभूति करेंगे। भावनात्मक समस्याओं के बारे में संबंधियों से खुलकर बात करें।

कुंभ:

कुछ अच्छे आसार उत्साह का संचार करेंगे। राजनीतिज्ञों के लिए ग्रहों का सहयोग प्राप्त होगा। अच्छे कार्यों द्वारा प्रशंसा के पात्र बनेंगे। संबंधों में कटु वचनों का प्रयोग न करें।

मीन:

भावावेश में किये गये कार्य से कष्ट संभव। महत्पूर्ण जिम्मेदारियां पूर्ति हेतु मन पर दबाव बनाएंगी। जीवन में कठिनाईयों से न घबराएं आने वाला समय आपका है। नकारात्मक चिन्ताओं का त्याग करें।

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कॉग्रेस की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा एक मार्च से

भीलवाड़ा 27 फरवरी, (एजेंसी)। राजस्थान की कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां पहुंचाने एवं केन्द्र की भाजपा सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चलाया जाएगा। भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अनिल डांगी के नेतृत्व में इस जनसम्पर्क अभियान का विधिवत आगाज एक मार्च से होगा।

इस मौके पर कांग्रेस के भीलवाड़ा संगठन प्रभारी चित्तौडग़ढ़ के पूर्व विधायक सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत भी मौजूद रहेंगे। यात्रा का शुभारंभ उपनगर पुर के संतोषीमाता मंदिर से होगा। जो सांगानेरी गेट पर सम्पन्न होगी। करीब 15 किलोमीटर की इस यात्रा में भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियो एवं पार्टी कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है।

पूर्व जिलाध्यक्ष डांगी ने पत्रकारो को बताया कि शहर में चाकूबाजी की घटनाओं को रोकने का प्रयास पुलिस प्रशासन कर रहा है। कांग्रेस का यही प्रयास रहेगा कि चुनाव से पहले माहौल सौहार्दपूर्ण बना रहे। इस तरह की घटना न हो। उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव आता है माहौल बिगाडऩे का प्रयास होता है लेकिन हम ऐसे प्रयासों को रोकने का प्रयास करेंगे।

प्रेस कांफ्रेंस में नगर विकास न्यास और यूआईटी में लोगों के काम नहीं होने और भ्रष्टाचार के मुद्दे भी छाये रहे। वहीं कांग्रेस की एकजुटता पर भी सवाल उठे। इस दौरान भंवर लाल गर्ग,मंजू पोखरना,योगेश सोनी,मोहम्मद हारून रंगरेज,रविशंकर पौराणिक व कुंदन शर्मा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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पेपरलीक के मास्टर माइंड सारण की रिमांड अवधि नौ दिन बढ़ी

उदयपुर 27 फरवरी, (एजेंसी)। सीनियर टीचर भर्ती के पेपरलीक मामले में मास्टर माइंड भूपेंद्र सारण को रिमांड अवधि और नौ दिन बढ़ाई गई है। तीन दिन की रिमांड अवधि के रिमांड अवधि खत्म होने पर पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद उसे उदयपुर की अदालत में पेश किया, जहां सह आरोपी राजीव उपाध्याय तथा फरार आरोपी शेरसिंह के पकड़े जाने पर आमने—सामने पूछताछ के लिए उसकी रिमांड अवधि बढ़ाए जाने की मांग की थी। जिसे अदालत ने मंजूर करते हुए सारण को और नौ दिन के लिए पुलिस रिमांड पर सौंप दिया, वहीं सह आरोपी राजीव उपाध्याय को भी चार दिन के रिमांड पर सौंपा है।

मामले के अनुसंधान अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक ने बताया कि पेपर लीक मामले को लेकर जल्द ही बड़े खुलासे किए जाएंगे। फिलहाल मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण और सह आरोपी राजीव उपाध्याय को आमने—सामने पूछताछ की जरूरत है। सारण की गिरफ्तारी के बाद बीती रात ही राजीव उपाध्याय को पुलिस गिरफ्तार कर पाई थी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन भी आरोपियों से पूछतार के लिए उदयपुर में बने हुए हैं।
दस टीमें शेरसिंह की तलाश में जुटी,

जिसके लिए 40 लाख में सारण ने खरीदा था पेपर

अनुसंधान अधिकारी ने बताया कि पेपर लीक मामले में एक और मुख्य आरोपी चौंमू निवासी शिक्षक शेरसिंह मीणा है, जिसकी तलाश के लिए दस टीमें जुटी है। उसी के लिए सारण ने चालीस लाख में पेपर खरीदा था। वह जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही पेपरलीक का मुख्य खुलासा हो पाएगा। शेरसिंह आबू रोड के सरकारी स्कूल में हैड मास्टर है तथा पिण्डवाड़ा में रहता था। उदयपुर पुलिस की 10 टीमें आबू रोड, चौंमू, जयपुर, जालोर और आस-पास के क्षेत्रों में उसकी तलाश कर रही है। ?

बेंगलुरु से पकड़ा गया था सारण

उल्लेखनीय है कि पेपर लीक का मास्टर माइंड भूपेन्द्र को एसओजी, एटीएस और उदयपुर जिला विशेष टीम ने गत गुरुवार को बेंगलूरु से गिरफ्तार किया था। इससे पहले उदयपुर की बेकरिया थाना पुलिस ने पिछले साल 24 दिसंबर को हेमा गुड़ा (सांचोर) निवासी सरकारी स्कूल के हैड मास्टर सुरेश कुमार पुत्र जगदीश विश्नोई को शिक्षक भर्ती परीक्षा में जीके का लीक पेपर बस में अभ्यर्थियों को हल करवाते गिरफ्तार किया था। उसके साथ अन्य 57 आरोपियों को भी पकड़ा था। सुरेश विश्नोई अभी भी जेल में है। जबकि 54 आरोपियों को जमानत मिल चुकी है। हालांकि उनकी जमानत रद्द करने के लिए उदयपुर पुलिस ने राजस्थान हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश कर रखा है।

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सांस्कृतिक आयोजनों से सम्पन्न और समृद्ध संस्कृति को समझने का अवसर मिलता है – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

बीकानेर  27 फरवरी, (एजेंसी)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि आज इस 14वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में आकर और कला तथा संस्कृति के इस राष्ट्रीय उत्सव का उद्घाटन करके, मुझे बहुत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। मुझे बताया गया है कि यह उत्सव देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित किया जा चुका है और पहली बार इसका आयोजन राजस्थान में हो रहा है। हम में से बहुत से लोग बीकानेर को बीकानेरी खाद्य पदार्थों के कारण जानते होंगे लेकिन इतिहास में बीकानेर के महल और किले महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। उसके अलावा बीकानेर ष्ड्डद्वद्गद्यह्य से जुड़े नृत्यों और त्योहारों के लिए भी जाना जाता है।

यह बहुत हर्ष की बात है कि राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव देश के अलग-अलग राज्यों से आए कलाकारों को अपनी प्रतिभाएं सबके सामने प्रस्तुत करने का सुअवसर प्रदान कर रहा है। मुझे बताया गया है कि एक हज़ार से भी अधिक कलाकार और कारीगर इन नौ दिनों में अपनी अद्भुत कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। अभी पिछले सप्ताह ही मुझे संगीत नाटक अकादमी अवार्ड्स में देश के वरिष्ठ कलाकारों और कलाविदों से मिलने का अवसर मिला। कला क्षेत्र के प्रतिभावान और महान विभूतियों को देखकर मन में नई ऊर्जा का संचार होता है। राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव जैसे कार्यक्रम देश की कला और संस्कृति को तो बढ़ावा देते ही हैं, साथ ही साथ राष्ट्रीय एकता की भावना को भी और मजबूत बनाते हैं। इस तरह के सांस्कृतिक आयोजनों से हमारे देशवासियों को हमारी सम्पन्न तथा समृद्ध संस्कृति और विभिन्न क्षेत्रों की विशेषताओं को जानने और समझने का अवसर मिलता है। मैं संस्कृति मंत्री, संस्कृति राज्य मंत्री और मंत्रालय की पूरी टीम को इस महोत्सव के आयोजन के लिए बधाई देती हूं।

प्राचीन काल से ही हमारी कला शैली उच्च स्तर की रही है। सिन्धु घाटी की सभ्यता के समय से ही नृत्य, संगीत, चित्रकारी, वास्तुकला जैसी अनेक कलाएँ भारत में विकसित थीं। भारतीय संस्कृति में अध्यात्म की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।

सृष्टि की प्रत्येक रचना कला का अद्भुत उदाहरण है। नदी की लहर का मधुर संगीत हो या मयूर का मनमोहक नृत्य, कोयल का गीत हो, मां की लोरी या नन्हे से बच्चे की बाल-लीला हो, हमारे चारों ओर कला की सुगंध फैली हुई है।

उन्होंनें कहा कि प्रौद्योगिकी का परम्पराओं से और विज्ञान का कला से मेल होना जरूरी है। आज का युग प्रौद्योगिकी का युग है। हर क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की सहायता से नए-नए प्रयोग किये जा रहे हैं। कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी को अपनाया जा रहा है। इन्टरनेट के माध्यम से नए और युवा कलाकारों की प्रतिभा भी देश के कोने-कोने तक फैल रही है। हम नयी टेक्नोलॉजी का उपयोग करके देश की कला, परम्पराओं और संस्कृति का प्रसार व्यापक रूप से कर सकते हैं। हम सब को भारत की संपन्न और समृद्ध संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। साथ ही, हमें अपनी परम्पराओं में, नए विचारों और नयी सोच को स्थान देना चाहिए, जिससे हम अपने युवाओं और आने वाली पीढ़ी को भी इन परम्पराओं से जोड़ सकते हैं। हमारे युवा और बच्चे देश की अनमोल विरासत के महत्व को समझें, यह बहुत आवश्यक है।

सच्चे कलाकारों का जीवन तपस्या का उदाहरण होता है। किसी भी काम को ष्शठ्ठष्द्गठ्ठह्लह्म्ड्डह्लद्बशठ्ठ और स्रद्ग1शह्लद्बशठ्ठ के साथ कैसे किया जाता है, यह सीख हम कलाकारों से ले सकते हैं। ख़ास तौर पर हमारी युवा पीढ़ी को हमारे कलाकारों से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। मैं कहना चाहूंगी कि ऐसे अधिक से अधिक कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित की जाएँ जिनके माध्यम से युवाओं और अनुभवी कलाकारों के बीच विचारों और प्रतिभाओं का आदान प्रदान हो सके।

उन्होनेंं कहा किं आज के डिजिटल युग में हमें यह भी देखना होगा कि कैसे हम नयी पीढ़ी को निरंतर अभ्यास और मेहनत करने की प्रेरणा दे सकें। आज के लोगों का जीवन और समय बहुत तेज गति से भाग रहा है। इसलिए अपनी कला और संस्कृति की धरोहर को आने वाली पीढिय़ों तक पहुँचाना आसान नहीं है। यहाँ उपस्थित महान विभूतियों, विद्वानों, कला प्रेमियों, कलाकारों को मैं यह काम सौंपना चाहती हूँ। आप सब को मिलकर ऐसे उपाय और तकनीक निकालनी होगी जिससे आज के लोग, ख़ासकर युवा और बच्चे, अपने समय का सदुपयोग करें और कला-संस्कृति को समझने और सीखने के लिए प्रयास करें तथा निपुणता के लिए अभ्यास करते रहें। मुझे पूरा विश्वास है कि आप ज़रूर इस ओर ध्यान देंगे और राष्ट्र की सम्पन्नता और समृद्धि को और बढ़ाएंगे।

राष्ट्रपति ने कहा कि हम जानते हैं कि परिवर्तन जीवन का नियम है। कलाओं, परम्पराओं और संस्कृति में भी समय के साथ परिवर्तन आता ही है। कला शैली, रहन-सहन का ढंग, वेश-भूषा, खान-पान सब में समय के साथ बदलाव आना स्वाभाविक है लेकिन कुछ बुनियादी मूल्य और सिद्धांत पीढ़ी दर पीढ़ी आगे चलते रहने चाहिए, तभी भारतीयता को हम जीवित रख सकते हैं। ‘वसुधैव कुटुम्बकमÓ की भावना, शांति और अहिंसा, प्रकृति से प्रेम, सब जीवों के लिए दया, दृढ़ संकल्प से आगे बढऩा – ऐसे अनेक मूल्य हैं जो हम सब देशवासियों को एक सूत्र में बांधते हैं। आज भारत विश्व भर में अपनी नई पहचान बना चुका है जिसमें आधुनिक सोच को अपनाने के साथ-साथ परंपराओं और संस्कृति को सहेजने की क्षमता है।

उन्होने कहा कि एक बार फिर आप सबको राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देती हूँ और इसकी सफलता की कामना करती हूँ। आप सबका जीवन उद्देश्यपूर्ण हो और भविष्य मंगलमय हो, इसी कामना के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देती हूँ।

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रायपुर अधिवेशन ने कांग्रेस को नई दिशा दी है : शिवकुमार

बेंगलुरु 27 फरवरी, (एजेंसी)। कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने कहा कि रायपुर अधिवेशन ने पार्टी को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा कि इस बात पर चर्चा हुई कि विपक्ष को एकजुट होकर कैसे आगे बढऩा चाहिए और 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी कैसे की जाय।

पत्रकारों से बात करते हुए, शिवकुमार ने कहा कि सम्मेलन में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों को लागू करने के लिए भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा, लेकिन, कर्नाटक से संबंधित मामलों पर चर्चा नहीं हुई। फोकस राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की नीति पर था।

उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक आएंगे। तीन से चार दिनों में सूची जारी कर दी जाएगी।
शिवकुमार ने पीएम मोदी, अमित शाह के बार-बार राज्य के दौरे का मजाक उड़ाते हुए कहा, पीएम (नरेंद्र) मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य में आकर प्रशासन नहीं चलाएंगे।

चुनाव प्रचार के लिए मोदी, शाह पंचायत, तालुक और जिलों में आएं, उनके पास डबल इंजन (सरकार) है, उन्हें ड्राइव करने दें।

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हिमंत बिस्वा सरमा ने हरदीप पुरी से मुलाकात की

नई दिल्ली, 27 फरवरी ( एजेंसी) । असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने  केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी से राजधानी दिल्ली में मुलाकात की और राज्य में आर्थिक विकास और विकास के लिए प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के तरीकों पर चर्चा की। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने आश्वासन दिया कि उनका मंत्रालय असम की आर्थिक समृद्धि के लिए प्राकृतिक संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समीर सिन्हा और प्रधान आवासीय आयुक्त, नई दिल्ली असम भवन राजीव चंद्र जोशी भी थे। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि असम अपनी प्रकृतिक सम्पदा के लिए जानी जाती है । असम प्राकृतिक संसाधनों में बहुत समृद्ध है उसके पास खनिज पानी जंगल और कृषि से भरपूर संसाधन है।

असम के प्रकार प्राकृतिक संसाधनों को चार प्रमुख खनिज, वन्य, कृषि और जल संसाधन के तहत वर्गीकृत किया गया है। हेमंत विश्व सरमा ने कहा कि असम में  स्थानीय संसाधनों में बहुत समृद्ध रहे कोयला पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस  प्रमुख खनिज संसाधन है। जबकी असम का कच्चा तेल असम से बिहार के बरौनी रिफाइनरी में पंप किया जाता है

वही असम भारत के कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक है । असम के बोकाजन में चून पत्थर पाया जाता है इसका उपयोग सीमेंट बनाने के लिए किया जाता है। औषधि जड़ी बूटी में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है।

असम के जंगलों में पाई जाने वाली ल अगर तेल है । कागज के उत्पादन के लिए एक महत्वपूर्ण कच्चा माल वास असम में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है ।

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लोगों का कल्याण और देश का विकास सिर्फ धन से ही नहीं होता : मोदी

नई दिल्ली , 27 फरवरी (एजेंसी)। आम बजट को लेकर बीते कुछ वर्षों से हमारी सरकार ने बजट बनाने से पहले भी और बजट के बाद भी सभी स्टेकहोल्डर्स से गहन मंथन की नई परंपरा शुरू की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में एक पुरानी अवधारणा रही है कि लोगों का कल्याण और देश का विकास सिर्फ धन से ही होता है लेकिन ऐसा नहीं है। देश और देशवासियों के विकास के लिए धन तो ज़रूरी है ही लेकिन धन के साथ ही मन भी चाहिए।

सरकारी कार्यों और सरकारी योजनाओं की सफलता की सबसे अनिवार्य शर्त है।  देश वैक्सीनेशन कवरेज के मामले में बहुत पीछे था। देश के करोड़ों बच्चों को, खासकर गांवों और ट्राइबल बेल्ट में रहने वाले बच्चों को वैक्सीन के लिए बरसों का इंतजार करना पड़ता था। अगर पुरानी अप्रोच के साथ काम करते तो भारत में वैक्सीनेशन करवेज को शत-प्रतिशत करने में कई दशक और बीत जाते। हमने नई अप्रोच के साथ काम शुरू किया, मिशन इंद्रधनुष शुरू किया और पूरे देश में वैक्सीनेशन की व्यवस्था को सुधारा।

जब कोरोना वैश्विक महामारी आई, तो इस नई व्यवस्था, नए सिस्टम का लाभ हमें दूर-सुदूर वैक्सीन पहुंचाने में मिला। नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय था जब गरीब मूल सुविधाओं के लिए सरकार के पास चक्कर लगाता था, किसी बिचौलिये की तलाश में रहता था जिसके कारण सहयोग भी बढ़ता था और लोगों के अधिकारों का हनन भी होता था। अब सरकार गरीब के दरवाजे पर जाकर उसे सुविधाएं दे रही है। जिस दिन हम ठान लेंगे कि हर मूलभूत सुविधा, हर क्षेत्र में, हर नागरिक तक बिना भेद भाव के पहुंचाकर ही रहेंगे, तो देखिएगा कितना बड़ा परिवर्तन स्थानीय स्तर पर कार्यसंस्कृति में आता है।

सैचुरेशन की नीति के पीछे यही भावना है। जब हमारा लक्ष्य, हर एक के पास पहुंचने का होगा, हर हितधारक के पास पहुंचने का होगा, तो फिर किसी के साथ भेदभाव की, भ्रष्टाचार की, भाई-भतीजावाद की गुंजाइश ही नहीं रह जाएगी। मोदी ने कहा कि पहली बार देश में बंजारा, घुमंतु-अर्ध घूमंतु वर्ग के लिए वेलफेयर बोर्ड बना है। गांवों में बने 5 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर्स, सरकार की सेवाओं को गांवों तक ले गए हैं। मैंने कल ही मन की बात में विस्तार से बताया है कि कैसे देश में टेलीमेडिसीन के 10 करोड़ केसेस पूरे हुए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश मे  तीन करोड़ घरों में ही नल से जल आता था। अब इनकी संख्या बढ़कर 11 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है, और इतने कम समय में भी। सिर्फ एक साल के भीतर ही देश में लगभग 60 हजार अमृत सरोवरों का काम शुरू हुआ है और मुझे जो जानकारी बताई गयी है अब तक 30 हजार से अधिक अमृत सरोवर बन भी चुके हैं।

ये अभियान, दूर-सुदूर में रहने वाले उस भारतीय का जीवन स्तर सुधार रहे हैं, जो दशकों से ऐसी व्यवस्थाओं का इंतजार करता था। इस वर्ष के बजट में हमने गरीबों के घर के लिए करीब 80 हज़ार करोड़ रुपए रखे हैं। हाउसिंग को technology से कैसे जोड़ें, कम खर्च में ज्यादा टिकाऊ और मजबूत घर कैसे बने? ग्रीन एनर्जी, जैसे सोलर पावर का फायदा कैसे हो? ग्रुप हाउसिंग के नए मॉडल, गांव और शहरों में भी स्वीकार्य हों, ये क्या हो सकते हैं? इस पर ठोस चर्चा की ज़रूरत है।

आपके अनुभव का निचोड़ उसमें निकलना चाहिए। मोदी ने कहा कि  देश के ट्राइबल समाज के विशाल पोटेंशियल को टैप करने के लिए पहली बार देश में इतने बड़े स्तर पर काम हो रहा है। इस बार के बजट में भी ट्राइबल डेवलपमेंट को प्रमुखता दी गयी है। एकलव्य मॉडल रेज़ीडेंशियल स्कूलों में शिक्षकों और स्टाफ की भर्ती का बहुत बड़ा प्रावधान किया गया है। एकलव्य मॉडल स्कूलों में हमें ये भी देखना होगा कि विद्यार्थियों का फीडबैक क्या है, शिक्षकों का फीडबैक क्या है? इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को देश के बड़े शहरों में एक्सपोजर कैसे मिले, इनमें अटल टिंकरिंग लैब्स ज्यादा से ज्यादा कैसे बनें, इस दिशा में भी हमें सोचना होगा।

आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर हम इन स्कूलों में अभी से स्टार्ट-अप्स के लिए, डिजिटल मार्केटिंग के लिए वर्कशॉप्स शुरू करवाएं तो इसका कितना बढ़ा लाभ हमारे आदिवासी समाज को होगा।

जब ये बच्चे एकलव्य मॉडल स्कूलों से पढ़कर निकलेंगे तो उन्हें पहले से पता होगा कि अपने क्षेत्र के ट्राइबल प्रॉडक्ट को उन्हें कैसे प्रमोट करना है, कैसे ऑनलाइन उनकी ब्राडिंग करनी है।

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14वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में कला दर्शनम आर्ट कैंप का शुभारंभ

नई दिल्ली , 27 फरवरी (एजेंसी)। राजधानी दिल्ली में 14वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में  कला दर्शनम आर्ट कैंप के शुभारंभ केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने किया। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय में संयुक्त सचिव अमिता प्रसाद सरभाई और पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की निदेशक किरण सोनी गुप्ता उपस्थित थी।

केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि इस कला संगम में जहां वरिष्ठ कलाकार अपनी सधी कला से सुधी दर्शकों का दिल जीत रहे हैं, वहीं युवा उनसे प्रेरणा लेकर कला को आधुनिक पुट देकर और आकर्षक बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे जोश के साथ होश का बेहतरीन समन्वय हो रहा है। युवाओं और अनुभव के साथ से कला में जो निखार आ रहा है वह न सिर्फ आर्ट को गहराई से समझने वाले, बल्कि युवाओं को भी भाने लगा है।

मेघवाल ने कहा कि हकीकत यह है कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती और पूर्ण पारंगत नहीं होता, सीखना एक सतत प्रक्रिया है। जो सीखता जाता है, उसकी कला निखरती जाती है।इस अवसर पर कूंची से जहां मेघवाल ने स्वास्तिक चिह्न बनाया, वहीं निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने राजस्थानी साफा पहने पुरुष का चित्र उकेरा ।

दो मार्च तक चलने वाले ‘कला दर्शनम’ कैंप में 44 कलाकर अपनी आर्ट का प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें 25 कला के क्षेत्र में नाम कमा चुके वरिष्ठ कलाकारों के साथ ही 19 युवा और स्टूडेंट्स भाग ले रहे हैं।

इस कैंप की खूबी यह है कि हर कलाकार अपने उम्दा से उम्दा पेंटिंग्स बना रहे हैं, जिन्हें बीकानेर और आसपास के क्षेत्र से आने वाले दर्शक खूब सराह रहे हैं।

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अश्मिता और आकर्षी सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में

पुणे, 27 फरवरी (एजेंसी)। अश्मिता चालिहा और आकर्षी कश्यप ने रविवार को यहां विपरीत अंदाज में जीत के साथ सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

आकर्षी को देविका सिहाग से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने शिव छत्रपति खेल परिसर में 55 मिनट में 13-21, 21-13, 21-13 से जीत हासिल की।

आकर्षी के साथ अश्मिता चालिहा ने अंतिम चार में जगह बनाई जिन्होंने ईशारानी बरुआ को 21-10, 21-23, 21-16 से हराया।
इरा शर्मा को तीसरी वरीयता प्राप्त अदिता राव के खिलाफ 21-16, 21-15 से हार गईं।

पुरुष वर्ग में दूसरी वरीयता प्राप्त किदांबी श्रीकांत और महाराष्ट्र के हर्षील दानी ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।

श्रीकांत ने सानिथ डीएस को 21-15, 21-20 से हराया और उनका सामना कार्तिकेय गुलशन कुमार से होगा जिन्होंने दूसरे दौर में पांचवीं वरीयता प्राप्त अभिषेक सैनी को हराया था। हर्षील ने साईं चरण कोया को हराया।

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अनामिका, अनुपमा और गोविंद को स्ट्रेंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट में रजत पदक

सोफिया, 27 फरवरी (एजेंसी)। भारतीय मुक्केबाजों अनामिका (50 किग्रा), अनुपमा (81 किग्रा) और गोविंद कुमार साहनी (48 किग्रा) को रविवार को यहां स्ट्रेंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट के अपने फाइनल मुकाबलों में शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

गत राष्ट्रीय चैंपियन अनामिका को लाइटवेट फाइनल में चीन की ह्यू मेइयी के खिलाफ 1-4 के खंडित फैसले से हार झेलनी पड़ी।

गोविंद को भी कड़े मुकाबले में उज्बेकिस्तान के शोदियोरजोन मेलिकुजीव के खिलाफ खंडित फैसले में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा।

दूसरी तरफ अनुपमा को ऑस्ट्रेलिया की एमा सुइ ग्रीनट्री ने तकनीकी दक्षता के आधार पर 5-0 के सर्वसम्मत फैसले से हराया।

भारतीय मुक्केबाजों ने टूर्नामेंट में तीन रजत और पांच कांस्य पदक सहित कुल आठ पदक जीते।

गोविंद और 2023 एशियाई अंडर-22 चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता मेलिकुजीव के बीच मुकाबले में दोनों खिलाड़ी आक्रामक दिखे और दोनों ने एक दूसरे के शरीर पर कई मुक्के लगाए।

एशियाई चैंपियनशिप 2022 के कांस्य पदक विजेता गोविंद ने अपनी गति और तेज मुक्कों का इस्तेमाल किया लेकिन इस दौरान अपना गार्ड नीचे कर रहे थे जिसका फायदा विरोधी मुक्केबाज ने उठाया।

अनामिका ने आक्रामक शुरुआत की लेकिन मेइयी के मजबूत डिफेंस को नहीं भेद पाईं। चीन की खिलाड़ी ने पहला दौर सर्वसम्मत फैसले से जीता।

अनामिका ने पहले दौर की तुलना में दूसरे में बेहतर प्रदर्शन किया। अंतिम दौर में अनामिका बेहतर मुक्केबाज थीं। उन्होंने चीन की खिलाड़ी को कई मुक्के जड़े और पांच में से चार जज ने उनके पक्ष में फैसला दिया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।

लाइटहैवीवेट फाइनल में ग्रीनट्री ने अनुपमा को लय हासिल ही नहीं करने दी और शुरुआत से ही दबदबा बनाते हुए आसान जीत दर्ज। दोनों मुक्केबाजों के बीच बड़े अंतर को देखते हुए नतीजे का अंदाजा लगाया जा सकता था।

भारतीय मुक्केबाजी के हाई परफोर्मेंस निदेशक रह चुके और अब ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय मुक्केबाजी टीम के मुख्य कोच सेंटियागो नीवा को ग्रीनट्री की जीत का जश्न मनाते हुए देखा जा सकता था।

तीन भारतीय महिला मुक्केबाजों एस कलाइवानी (48 किग्रा), श्रुति यादव (70 किग्रा) और मोनिका (+81 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते।
बिश्वामित्रा चोंगथाम (51 किग्रा) और 2021 विश्व युवा चैंपियन सचिन (54 किग्रा) ने भी अपने अभियान का अंत कांस्य पदक के साथ किया।

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आईआरसीटीसी ने की नई शुरुआत, सिर्फ 20 रुपए में मिलेगा 5 स्टार जैसा आलीशान कमरा

नई दिल्ली 27 फरवरी (एजेंसी)। अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं और अगर आपके पास ट्रेन की कन्फर्म टिकट है तो आप 40 रुपए में शानदार रूम में 48 घंटे तक रुक सकते हैं। भारतीय रेलवे की रिटायरिंग रूम में आपको लग्जरी होटल की तमाम सुविधाएं मिलती है। यह फैसिलिटी अधिकांश बड़े स्टेशनों पर आपको मिल जाएगी।

गर्मियों और बारिश के मौसम में अक्सर ट्रेनें काफी लेट चलती हैं जिससे यात्रियों को काफी वेट करना पड़ता है। कई यात्री ऐसे भी होते हैं जिन्हें गर्मी और बरसात की वजह से जान भी गंवानी पड़ती है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आईआरसीटीसी ने यह सेवा शुरू की है।

भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लग्जरी रिटायरिंग रूम तैयार किए हैं। इस रूम को बुक करने के लिए आपके पास पीएनआर नंबर होना चाहिए। यह सुविधा आपको रेलवे के रिटायरिंग रूम में मिलती है। आप इस रूम में 48 घंटे तक ट्रेन का वेट कर सकते हैं। यहां आपसे केवल 20-40 रुपए ही किराया वसूला जाएगा।

बता दें कि नई दिल्ली, मुंबई, पुणे जैसे तमाम बड़े स्टेशनों पर रिटायरिंग रूम की सुविधा मिलती है। आप अपने टिकट के पीएनआर नंबर (क्कहृक्र) से इन रूम्स की बुकिंग कर सकते हैं। आप अपनी सुविधा के मुताबिक एसी और नॉनएसी कमरे की बुकिंग कर सकते हैं। रिटायरिंग रूम फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व के आधार पर आपको अलॉट होगा। अगर रिटायरिंग रूम फुल हैं तो आपका नाम वेटिंग लिस्ट में रहेगा और जैसे ही कमरे खाली होंगे, आपकी बुकिंग अपग्रेड हो जाएगी।

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3डी मॉडल ऑनलाइन लीक: आईफोन 15 प्रो मैक्स में होगी मोटी बॉडी, कोई फिजिकल बटन नहीं

सैन फ्रांसिस्को 27 फरवरी (एजेंसी)। टेक दिग्गज एप्पल के अपकमिंग आईफोन 15 प्रो मैक्स के 3डी मॉडल ऑनलाइन लीक हो गए हैं। इसमें पता चला है कि स्मार्टफोन मोटी बॉडी के साथ आएगा और इसमें फिजिकल बटन नहीं होंगे।

एक ट्वीट में टिपस्टर आइस यूनिवर्स ने 3डी मॉडल पोस्ट किए और लिखा, 14 प्रो मैक्स की तुलना में फ्रेम पतला है।

फ्रॉस्टेड प्रक्रिया के साथ टाइटेनियम अलॉय मिडल फ्रेम, टाइप-सी, कोई फिजिकल बटन डिजाइन नहीं। इससे पहले, यह अफवाह थी कि आईफोन 15 प्रो मैक्स स्मार्टफोन में सैमसंग का 2,500 निट्स डिस्प्ले पैनल होगा।

पिछले महीने, यह बताया गया था कि आने वाले आईफोन 15 प्रो मैक्स में एक पेरिस्कोप फोल्डिंग जूम कैमरा होगा, हालांकि इसे केवल टॉप-एंड आईफोन मॉडल में शामिल किया जाएगा।

इस बीच, एक अन्य रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि आईफोन 15 प्रो और आईफोन 15 प्रो मैक्स मॉडल में हैप्टिक फीडबैक के साथ सॉलिड-स्टेट बटन, एक टाइटेनियम फ्रेम और बढ़ी हुई रैम जैसी नए फीचर्स शामिल होने की संभावना है।

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उमेश पाल की हत्या में अगर अतीक की पत्नी होंगी दोषी तो बसपा करेगी निष्काषित : मायावती

लखनऊ 27 Feb, (एजेंसी): उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बीते दिनों हुए उमेश पाल हत्याकांड को लेकर फंसे अतीक अहमद और उसके परिवार की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। इसी क्रम में मायावती ने साफ कहा कि अतीक अहमद और उनका परिवार उमेश पाल हत्याकांड का दोषी पाया जाता है तो अतीक की पत्नी शाइस्ता को बसपा से निष्काषित कर दिया जाएगा।

बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा कि प्रयागराज में राजू पाल की वर्षों पहले हुई हत्या के मुकदमे का अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल व उनके गनर की हत्या के मामले में अतीक अहमद के लड़के एवं उनकी पत्नी के ऊपर एफआईआर दर्ज किये जाने की भी सूचना प्रकाशित हुई है।

उन्होंने कहा कि बसपा ने इसका गम्भीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जांच में, इनके दोषी साबित होते ही फिर शाइस्ता परवीन, पत्नी अतीक अहमद, को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जायेगा।

उन्होंने आगे कहा कि यह बात भी सर्वविदित है कि अतीक अहमद समाजवादी पार्टी का ही प्रोडक्ट है, जिस पार्टी से वह एमपी व एमएलए आदि रहा है तथा अब राजू पाल की पत्नी भी बीएसपी से सपा में चली गयी है, जिस पार्टी को वह मुख्य दोषी ठहराती थी। अत: इसकी आड़ में कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं।

मायावती ने कहा कि किसी भी अपराध की सजा, बसपा द्वारा, उनके परिवार व समाज के किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं दी जाती है, किन्तु यह भी सच है कि पार्टी किसी भी जाति व धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है।

ज्ञात हो कि अतीक की पत्नी शाइस्ता ने इसी साल जनवरी में बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी और ऐसा माना जा रहा था कि शाइस्ता को निगम चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

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अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशियों ने मचाया उत्पात, BSF जवानों पर जानलेवा हमला- हथियार लूट कर भागे

बेरहामपुर 27 Feb, (एजेंसी): भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात BSF जवानों पर 100 से अधिक बांग्लादेशी बदमाशों और ग्रामीणों द्वारा हमला किया गया है।इस घटना में 2 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि बांग्लादेशी किसान अपने मवेशियों को चराने के लिए भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ ने एक बयान में कहा कि यह घटना निर्मलचर सीमा चौकी के पास उस समय हुई जब 35वीं बटालियन के दो जवान गश्त कर रहे थे।

बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, भारतीय किसानों ने शिकायत की थी कि बांग्लादेश के किसान कथित तौर पर मवेशियों को चराने के लिए उनके खेतों में घुस जाते हैं और जानबूझकर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। बीएसएफ के जवानों ने किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीमा के पास अस्थायी रूप से एक चौकी स्थापित की थी।

जब क्षेत्र में गश्त कर रहे दो जवानों ने बांग्लादेशी किसानों को अपने मवेशियों को सीमा पार लाने से रोकने की कोशिश की तो दर्जनों बदमाशों ने उन पर लाठी-डंडों और तेज धार वाले औजारों से हमला कर दिया, जो मुख्य रूप से खेती में काम आते हैं। बयान में कहा गया है, “हमले में दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। बदमाश उनके हथियार छीनने के बाद बांग्लादेश भाग गए।”

सूचना मिलने पर और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और दोनों जवानों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। उधर, बीएसएफ ने इस मुद्दे को बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के सामने उठाया है और फ्लैग मीटिंग बुलाई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के अलावा हथियारों की बरामदगी की जा सके।

बयान में कहा गया है, “बीएसएफ जवानों पर पहले भी कई बार सुनियोजित तरीके से बदमाशों और उनके साथियों ने हमला किया है, लेकिन फिर भी जवान अपने मंसूबों को कामयाब नहीं होने देते। निर्मलचर का इलाका बहुत मुश्किल है और सुविधाओं के अभाव में भी बीएसएफ जवान दिन-रात सीमा की रखवाली कर रहे हैं। भारतीय किसान बांग्लादेशी ग्रामीणों द्वारा उनकी फसल की चोरी और नुकसान की शिकायत करते रहे हैं और इस बार बीएसएफ ने उनके क्षेत्र में काम करने के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए एक अग्रिम चौकी स्थापित की है।”

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अग्निवीर योजना पर HC ने लगाई मुहर, देश और सेना के हित में बताया

नई दिल्ली 27 Feb, (एजेंसी): सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना में हस्तक्षेप से दिल्ली हाईकोर्ट ने इनकार कर दिया है। उच्च न्यायालय ने अग्निवीरों की भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की योजना के खिलाफ दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि योजना में हस्तक्षेप के लिए कोई वजह नहीं मिली है और इसलिए सभी याचिकाओं को खारिज किया जाता है।

हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस सुब्रहमण्यम प्रसाद की बेंच ने अग्निवीर योजना के खिलाफ दाखिल अर्जियों पर सुनवाई की थी। अग्निवीर योजना के खिलाफ दाखिल अर्जियों में इसके विरोध में कई तरह की बातें कही गई थीं। कोर्ट ने कहा कि ये सेना के भविष्य और उसके ताकतवर बनाने के लिए शुरू की गई है।

केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर की भर्ती की योजना 14 जून 2022 को लागू की थी। इस योजना के तहत सेना, नौसेना और वायुसेना में 4 साल के लिए अग्निवीरों की भर्ती की जा रही है। भर्ती किए जा रहे अग्निवीरों में से 25 फीसदी को उनके कामकाज के आधार पर सेना में आगे भी रखा जाएगा। बाकी को करीब 12 लाख रुपए 4 साल की सेवा के बाद मिलेंगे। इस योजना में अग्निवीरों को कोई पेंशन नहीं दी जाएगी। हालांकि, 4 साल की सेवा के दौरान अग्निवीरों को तनख्वाह के साथ अन्य जवानों को मिलने वाली सभी सुविधाएं मिलेंगी।

अग्निवीर योजना को पहले सीडीएस रहे जनरल बिपिन रावत ने तैयार किया था। उनके निधन के बाद योजना को लागू किया गया। अग्निवीरों की भर्ती के खिलाफ विपक्षी दलों ने खूब हंगामा किया था। इसके अलावा जगह-जगह इसके विरोध में हुए आंदोलन के दौरान हिंसा भी हुई थी, लेकिन केंद्र सरकार ने साफ कर दिया था कि वो अग्निवीर योजना को वापस नहीं लेगी। इसके बाद अग्निवीरों का पहला बैच सेना, नौसेना और वायुसेना में शामिल भी किया गया है।

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आत्महत्या करने वाले तेलंगाना मेडिको के परिजनों को 30 लाख का मुआवजा

हैदराबाद 27 Feb, (एजेंसी): अपने वरिष्ठ द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण आत्महत्या करने वाले मेडिकल पीजी के छात्र के परिजनों को तेलंगाना सरकार ने 10 लाख रुपये के मुआवजे व राज्य के एक मंत्री ने 20 लाख रुपये का अतिरिक्त मुआवजा देने की घोषणा की।

तेलंगाना के वारंगल शहर के काकतीय मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली धारावती प्रीति ने कथित तौर पर घातक इंजेक्शन लेने के पांच दिन बाद रविवार रात हैदराबाद के निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) में दम तोड़ दिया।

इससे निम्स में तनाव व्याप्त हो गया। पीड़ित परिवार ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए गांधी अस्पताल में ले जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। बाद में सरकार के आश्वासन के बाद परिजन मान गए।

पीड़िता के पिता डी. नरेंद्र ने संवाददाताओं को बताया कि सरकार ने 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की थी, जबकि राज्य के पंचायत राज मंत्री ई. दयाकर राव ने 20 लाख रुपये देने का वादा किया था।

नरेंद्र ने कहा कि मंत्री ने उन्हें यह भी आश्वासन दिया कि परिवार के एक सदस्य को पंचायत राज विभाग में सरकारी नौकरी दी जाएगी।

दयाकर राव ने कथित तौर पर परिवार को आश्वासन दिया कि मामले की जांच एक वर्तमान न्यायाधीश द्वारा की जाएगी।

कुछ विपक्षी दलों के नेताओं और छात्र समूहों ने शव को गांधी अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस को रोकने की कोशिश की।

वे पार्थिव शरीर को मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास प्रगति भवन ले जाना चाहते थे।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।

बाद में शव को गांधी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया और शव परीक्षण के बाद परिवार को सौंप दिया गया।

प्रीति के शव को बाद में उनके पैतृक गांव जनगांव जिले में ले जाया गया, जहां सोमवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।

वारंगल पुलिस ने 24 फरवरी को प्रीति के सीनियर एनेस्थीसिया विभाग में द्वितीय वर्ष के छात्र एम. ए. सैफ को गिरफ्तार किया था।

पुलिस ने कहा कि प्रीति का उसके वरिष्ठ द्वारा उत्पीड़न किया गया था, जो उसे आत्महत्या के लिए प्रेरित किया।

वारंगल पुलिस आयुक्त ए.वी. रंगनाथ ने कहा कि अपमानजनक व्यवहार भी रैगिंग के अंतर्गत आता है।

पुलिस के मुताबिक, सैफ एक व्हाट्सएप ग्रुप में उसके बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर रहा था।

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रामनवमी को लेकर अयोध्या में जश्न की तैयारी

अयोध्या 27 Feb, (एजेंसी): अयोध्या में अगले महीने रामनवमी के अवसर पर बड़े पैमाने पर जश्न मनाया जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट भव्य समारोहों के लिए व्यवस्था कर रहा है।

इस वर्ष उत्सव के दौरान भक्तों के बड़ी संख्या की उम्मीद कर है। ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा कारणों से इस अवसर पर सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को राम जन्मभूमि परिसर के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी।

ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने कहा, ट्रस्ट ने राम की पैड़ी भजन संध्या स्थल और राम कथा पार्क में भी राम नवमी समारोह आयोजित करने का फैसला किया है।

ट्रस्ट के सदस्य मूर्तिकार प्रमोद कामले से बातचीत कर रहे हैं, जिन्होंने मंदिर के परिक्रमा मार्ग पर स्थापित की जाने वाली भगवान राम की मूर्ति का एक मॉडल भी प्रस्तुत किया।

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पीएम श्री से यूपी के 1753 स्कूलों का होगा कायाकल्प

लखनऊ 27 Feb, (एजेंसी): यूपी के सरकारी स्कूलों को आधुनिक बनाने में (प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया) पीएम श्री योजना मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकती है। प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में की गईं बजट घोषणाओं में इस योजना के लिए एक हजार करोड़ से अधिक राशि तय की गई है।

घोषणा के अनुसार केंद्र सरकार की मदद से बेसिक शिक्षा पर 510 करोड़ रुपए और माध्यमिक शिक्षा पर 500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस योजना के मानकों के अनुरूप चुनिंदा स्कूलों को पीएम श्री का दर्जा दिया जाएगा और इन्हें आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। पीएम श्री स्कूल न सिर्फ अपने यहां पढ़ने वाले छात्रों के लिए, बल्कि आसपास के अन्य स्कूलों के लिए भी मार्गदर्शन और नेतृत्व प्रदान करेंगे।

प्रदेश सरकार की ओर से 1753 स्कूलों का डिस्ट्रिक्ट्र और स्टेट लेवल पर वेरिफिकेशन करके केंद्र सरकार के पास भेज दिया गया है। केंद्र सरकार से अप्रूवल मिलने के बाद इन स्कूलों को पीएम श्री के माध्यम से लाभान्वित किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने देशभर के 14500 स्कूलों को पीएम श्री योजना के तहत अपग्रेड करने का निर्णय लिया था। पीएम मोदी ने शिक्षक दिवस के मौके पर इसकी घोषणा की थी। पीएम की घोषणा के बाद योगी सरकार ने बजट 2023-24 में इसके लिए राशि का प्रावधान किया है।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद के अनुसार पीएम श्री भारत सरकार की योजना है। भारत सरकार ने ही बेंचमार्क बनाकर दिया है, जिस पर स्कूलों का चयन किया गया है। प्रत्येक ब्लॉक से दो पात्र स्कूलों को चुनकर उनसे आवेदन कराया गया। इसके बाद बीएसए स्तर पर इन स्कूलों का मूल्यांकन किया गया। ग्रामीण इलाकों के स्कूल जिन्हें 60 प्रतिशत से अधिक मार्क्‍स मिले वो पास हो गए।

इसी तरह अर्बन में 70 प्रतिशत का कटऑफ था। इससे ऊपर मार्क्‍स पाने वाले स्कूल ही पास हुए। इसके बाद स्टेट लेवल पर इन सभी स्कूलों का वेरिफिकेशन किया गया। उत्तर प्रदेश से 1753 स्कूलों के आवेदन भारत सरकार के पास भेजे गए हैं।

इनमें माध्यमिक के 89 स्कूल माध्यमिक के हैं, जबकि बाकी स्कूल बेसिक शिक्षा से संबंधित है। अब भारत सरकार की ओर से वेरिफिकेशन के बाद चिन्हित स्कूलों को पीएम श्री का दर्जा दिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार इन स्कूलों को विकसित किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से भी 60 प्रतिशत राशि मिलेगी।

पीएम श्री स्कूलों में यह होगा खास

इन स्कूलों में नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लास, खेल और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्च र पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। पीएम श्री विद्यालय में सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित, प्रोत्साहित करने वाले शैक्षिक वातावरण में सीखने एवं अलग अनुभव प्रदान करने वाली अच्छी ढांचागत व्यवस्था एवं समुचित संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गई है।

इसमें स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाना तथा बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जाएगा।

स्कूल ड्रॉप आउट में भी कमी लागने की कोशिश की जाएगी। ये स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लागू करने में मदद करेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतरीन और अनुकरणीय स्कूल के रूप में सामने आएंगे।

इन स्कूलों में प्रैक्टिकल, समग्र, एकीकृत, वास्तविक जीवन की स्थितियों पर आधारित पढ़ाई कराई जाएगी। ये शिक्षकों के लिए भी काफी अहम होगा। इनमें स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय, कौशल प्रयोगशाला, खेल का मैदान, कंप्यूटर प्रयोगशाला, विज्ञान प्रयोगशाला आदि सभी सुविधाएं होंगी।

पीएम श्री के अंतर्गत स्कूल अपने-अपने क्षेत्रों के अन्य स्कूलों को मेंटरशिप प्रदान करके उसका नेतृत्व करेंगे। पीएम श्री स्कूलों को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें सौर पैनल और एलईडी लाइट, प्राकृतिक खेती के साथ पोषण उद्यान, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक मुक्त, जल संरक्षण और संचयन, पर्यावरण की सुरक्षा से संबंधित परंपराओं / प्रथाओं का अध्ययन जैसे पर्यावरण के अनुकूल पहलुओं को शामिल किया जाएगा।

इन स्कूलों में अपनाई जाने वाली शिक्षा सामग्री अधिक अनुभवात्मक, समग्र, एकीकृत, खेल/खिलौना-आधारित (विशेषकर, मूलभूत वर्षों में) पूछताछ-संचालित, खोज-उन्मुख, चर्चा-आधारित, लचीली और मनोरंजक होगी।

इसके जरिए स्कूल गुणवत्ता आकलन ढांचा (एसक्यूएएफ) विकसित किया जा रहा है। मानकों को सुनिश्चित करने के लिए नियमित अंतराल पर इन स्कूलों का गुणवत्ता मूल्यांकन भी किया जाएगा।

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मेघालय-नगालैंड में वोटिंग शुरू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने की अपील

नई दिल्ली 27 Feb, (एजेंसी): पूर्वोत्तर के दो राज्यों मेघालय और नगालैंड में आज विधानसभा के लिए मतदान शुरू हो गया है। दोनों ही राज्यों में विधानसभा की 60-60 सीटें हैं, लेकिन इस बार मेघालय और नगालैंड में 59-59 सीटों पर मतदान हो रहा है।

दोनों ही राज्यों में 40 महिला उम्मीदवारों सहित कुल 559 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। दूसरी तरफ चार राज्यों- तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड की विधानसभा सीटों पर भी आज उपचुनाव उपचुनाव कराए जा रहे हैं।

मेघालय में वोटिंग को बढ़ावा देने के लिए चुनाव आयोग ने सबसे पहले मतदान केंद्र पहुंचने वाले पांच मतदाताओं को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया है।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नगालैंड के वोटर्स से और खासकर पहली बार वोटिंग करने वाले लोगों से आज रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने की अपील की है।

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दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया की आज कोर्ट में होगी पेशी, AAP का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली 27 Feb, (एजेंसी): सीबीआई ने कथित शराब घोटाले लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया। सिसोदिया को आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां सीबीआई आगे की पूछताछ के लिए उनकी रिमांड की मांग कर सकती है।

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि मनीष सिसोदिया ने शराब घोटाले में आपराधिक साजिश रची और सबूतों को मिटाने की भी कोशिश की। उन्हें गिरफ्तार करके सीबीआई हेडक्वार्टर में ही रखा गया है। यहीं पर डॉक्टरों की टीम बुलाकर उनका मेडिकल चेकअप भी कराया जाएगा। आज सीबीआई राउज एवेन्यू कोर्ट में दोपहर लगभग 3 बजे मनीष सिसोदिया को पेश करेगी। इस दौरान सीबीआई सिसोदिया की अधिक से अधिक दिनों की कस्‍टली मांगेगी। बता दें कि सीबीआई इस मामले में आम नेता सतेंद्र जैन के भी बयान दर्ज कर चुकी है। इधर, मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने जा रही है।

आम आदमी पार्टी ने इस गिरफ़्तारी के पीछे बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि ये लोकतंत्र के लिए काला दिन है। बीजेपी ने लाखों बच्चों का भविष्य संवारने वाले दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री को फर्ज़ी केस में गिरफ्तार किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र शरीफ लोगों को फंसा रही है, उन पर कार्रवाई कर रही है, जबकि जो लोग घोटाले कर रहे हैं, उन्हें बीजेपी संरक्षण दे रही है।

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने मीडिया से कहा कि ये आम आदमी पार्टी को कुचलने की कोशिश है। इसकी स्क्रिप्ट बीजेपी मुख्यालय में लिखी गई और जांच एजेंसियां बीजेपी की ईकाई के रूप में काम कर रही हैं। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी आज देशभर में प्रदर्शन करेगी। आज दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पर भी आम आदमी पार्टी प्रदर्शन करेगी। यह प्रदर्शन दोपहर 12 बजे होगा।

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संत सेवालाल महाराज की 284 वी जयंती मनाई गई

नई दिल्ली ,  27  फरवरी (एजेंसी)। दिल्ली के डॉक्टर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय के सहयोग से संत सेवालाल महाराज जी की  284वीं जयंती मनाई गई। बंजारा गुरु संत सेवालाल को याद करते हुए बंजारा समाज के  लोगों ने रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया। संत सेवालाल महाराज जी के चित्र की शोभायात्रा डॉक्टर बिशम्बर दास मार्ग से जनपथ रोड होते हुए जनपथ रोड, रफी मार्ग, रायसीना रोड तक निकाली गई।

बंजारा समाज के धर्मगुरु संत सेवालाल महाराज जी की 284वी जयंती इतिहास में पहली बार भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा मनाया जा रहा है। संत सेवालाल महाराज चैरिटेबल ट्रस्ट नई दिल्ली जिसके अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के बंजारा समाज के इकलौते कर्नाटक राज्य के कलबुर्गी के सांसद  उमेश जाधव दिल्ली में मनाते हुए आ रहे हैं जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में बंजारा समाज के लोग शामिल होते हैं।

संत सेवालाल महाराज की जयंती  मनाने के लिए देशभर के बंजारे दिल्ली में एकत्रित हो रहे हैं। कर्नाटक से एक विशेष रेल भी चलाई गई है, जिसमें कर्नाटक तेलंगाना महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बंजारा समुदाय के लगभग ढाई हजार से अधिक लोग सफर करके दिल्ली पहुंचे हैं। संत सेवालाल महाराज का जन्म 15 फरवरी 1739ई में कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के सुरगोंड़नकोप्पा में हुआ था। उन्हें बंजारा समाज का समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरु माना जाता है।

उन्हें विशेष रूप से वनवासियों और घुमंतू जनजातियों की सेवा करने के लिए अपने लादेनिया दल के साथ देशभर में यात्रा की। उन्होंने आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में अपने असाधारण ज्ञान, उत्कृष्ट कौशल और आध्यात्मिक पृष्ठभूमि के कारण वे आदिवासी समुदायों में व्याप्त मिथकों और अंधविश्वासों को दूर करने और मिटाने में सफल रहे और उनकी जीवन प्रणाली में सुधार लाए।

ऐसे समुदायों में अलग-अलग नामों से देश भर में बसे बंजारा समुदाय ने अपनी खानाबदोश जीवन शैली को स्थायी रूप से छोड़कर अपनी बस्तियों में बस गए जिन्हें टांडा कहा जाता है।

कर्नाटक तमिलनाडु आंध्र प्रदेश तेलंगाना महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में संत सेवालाल महाराज प्रत्येक बंजारा परिवार का एक पूजनीय प्रतीक है तथा इन सभी राज्यों में संत सेवालाल महाराज जी की जयंती बड़े ही धूमधाम से फरवरी महीने में मनाई जाती है।

ऐसा माना जाता है कि पूरे देश भर में लगभग 10 से 12 करोड बंजारा समुदाय की आबादी है। संत सेवालाल जी की समाधि स्थल महाराष्ट्र के वाशिम जिले के मनोरा तालुका में पोहरादेवी स्थित है जिसे बंजारा काशी भी कहा जाता है।

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मुख्यमंत्री योगी ने विधानसभा में सपा नेता प्रतिपक्ष पर साधा निशाना

*कहा- इस पार्टी ने माफियाओं को विधायक तक बना डाला*

लखनऊ 27 फरवरी, (एजेंसी)। प्रयागराज हत्याकांड को लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा में चल रही तीखी बहस के दौरान मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर कई बार प्रहार किया।

मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा, इस पार्टी ने अपराधियों और माफिया को न सिर्फ पाला-पोसा बल्कि उन्हें विधायक और सांसद तक बनाया. बीजेपी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार प्रयागराज मामले में दोषी बताये जा रहे माफिया को मिट्टी में मिला देगी.

पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देने के लिये खड़े हुए. तभी सदन में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रयागराज में पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके एक सुरक्षाकर्मी की हत्या का मामला उठाते हुए सरकार पर सवाल खड़े किये.

इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सदन को आश्वस्त करते हैं कि सरकार प्रयागराज की घटना में दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.

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राजनीति : नीतीश के मन में क्या है

*अवधेश कुमार*

पिछले कुछ महीनों में शायद ही ऐसा कोई सप्ताह होगा जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को आगामी लोक सभा चुनाव में पराजित करने संबंधी वक्तव्य न दिया हो।बिहार ही नहीं देश भर में रहने वाले बिहार के निवासियों से आप बात करिए तो वे यही कहेंगे कि नीतीश को राजनीति करनी है करें लेकिन बिहार की जनता ने उनको भाजपा के साथ मुख्यमंत्री बनाया उसकी जिम्मेवारी का पालन जरूर करें।

तो क्या लोगों की प्रतिक्रियाएं बताती हैं कि नीतीश की प्राथमिकता में शासन-प्रशासन से ज्यादा भाजपा विरोधी राजनीति है? ऐसा है तो इसके परिणाम क्या आ रहे हैं? बिहार काफी समय से कानून व्यवस्था के मोर्चे पर कमजोर होते जाने के साथ शिक्षा व्यवस्था के पतन, विकास के कार्यों की मंद गति आदि से बुरी तरह ग्रस्त है। किसी सरकार का मुख्य फोकस होना चाहिए कि कैसे बिहार में कानून व्यवस्था पटरी पर आए, अर्थव्यवस्था संभले, शिक्षा तंत्र अपनी स्वाभाविक भूमिका में लौटे।

आप प्रदेश का कोई भी समाचारपत्र उठा लीजिए, वेबसाइट देख लीजिए सरेआम गोली चलने, मारपीट, हत्या आदि की खबरें आपको विचलित करेंगी। स्वयं शिक्षक और शिक्षा तंत्र में शीर्ष पर बैठे लोग आप को अपनी ही व्यवस्था से शिकायत करते मिल जाएंगे। परीक्षाएं नकल और कदाचार की पर्याय हैं। विविद्यालयों की दशा कोई भी जाकर देख सकता है। विज्ञान के किसी शिक्षक से बात करिए और वो ईमानदार हैं तो बताएंगे कि पहले कम से कम प्रैक्टिकल में उनके पास कुछ लोग पैरवी करने आ जाते थे ताकि परीक्षार्थी को अच्छे अंक मिल सकें। अब उसके लिए भी नहीं आते क्योंकि हमें सबको पास कर देना है।

लोग अपने बच्चों को निजी संस्थानों या कोचिंग में पढ़ाने के लिए विवश हैं। यही स्थिति कानून-व्यवस्था के मामले में भी है। भय पूरे माहौल में है कि कहीं 90 के दशक वाली स्थिति पैदा न हो जाए। आप वहां निर्माण का काम करने वाले या छोटे-मोटे व्यापार करने वालों के बीच सर्वे कर लीजिए। आपको ऐसे लोग मिल जाएंगे जो बताएंगे कि उन्हें काम करने के लिए दादागिरी टैक्स देना पड़ रहा है। धमकी-मारपीट से लेकर कई तरह से परेशानियां सामने आती हैं। ज्यादातर लोग पुलिस में शिकायत करने से बचते हैं।

प्रशासनिक भ्रष्टाचार, अनदेखी और स्थानीय-प्रादेशिक राजनीतिक संरक्षण के कारण शराब और मादक द्रव्यों का भयानक तंत्र पूरे प्रदेश में विकसित है। इन अस्वीकार्य परिस्थितियों के रहते कोई कैसे मान ले कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता में राज्य का विकास और सुशासन है? क्या कोई बता सकता है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने इस उद्देश्य के लिए कोई बड़ी नियोजित बैठक की है कि बिहार को हमें सामाजिक-आर्थिक विकास में अन्य राज्यों से आगे ले जाना है? नीतीश और तेजस्वी पड़ोस के उत्तर प्रदेश को देखें।

योगी आदित्यनाथ के भगवा को लेकर राजनीतिक टिप्पणी आप करिए, लेकिन देखें कि आर्थिक-सामाजिक-विकास, सांस्कृतिक संरक्षण तथा कानून-व्यवस्था के मोच्रे पर उत्तर प्रदेश किस तरह देश के शीर्ष राज्यों की कतार में खड़ा हो गया है? अभी लखनऊ में 2 दिनों के निवेशक सम्मेलन का वह दृश्य उत्तर प्रदेश में पहले दुर्लभ था। हम नहीं कहते कि जितने एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं, सारे धरती पर उतर ही जाएंगे लेकिन देश और बाहर के पूंजी निवेशक, कारोबारी, उद्योगपति उप्र में पूंजी लगाने तथा काम करने की घोषणा करते हैं, तो यह 2017 के पहले की स्थिति को देखते हुए सामान्य तस्वीर नहीं है।

यही नहीं, योगी आदित्यनाथ के मुंबई दौरे में फिल्मी दुनिया से जुड़े लोग भी उनकी बैठकों में शामिल होकर उम्मीद करते हैं कि भविष्य में उप्र फिल्म निर्माण का बड़ा केंद्र होगा। कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर तो बहुत कुछ कहने की आवश्यकता नहीं। हालांकि कानपुर और बांदा जैसी घटनाएं निश्चित रूप से परेशान करती हैं किंतु कोई भी कह सकता है कि यह उप्र के लिए सामान्य स्थिति नहीं, बल्कि अपवाद है। उत्तर प्रदेश में तीर्थयात्रियों व पर्यटकों की संख्या में पिछले कुछ वर्षो में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है।

क्या बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इससे सीख नहीं ले सकते? योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम भी राजनीति करती है, लेकिन राजनीतिक ताकत के लिए मोदी की थीम बहुत सीधी है-विकास और कानून व्यवस्था के मोर्चे पर उच्चतम स्तर पर जाने का लक्ष्य रखिए, समाज के निचले तबके तक विकास और कल्याण कार्यक्रमों को पहुंचाने, नई पीढ़ी के लिए बेहतर शिक्षा और हरसंभव रोजगार पर काम करिए, धार्मिंक-सांस्कृतिक-आध्यात्मिक महत्त्व के स्थानों का विकास करते हुए उन्हें संरक्षण दीजिए।

आपको राजनीतिक सफलता का ठोस आधार मिल जाएगा। नीतीश और तेजस्वी को भाजपा से मुकाबला करना है तो उनकी जो अच्छाइयां हैं, उन्हें अपनाने की कोशिश करें। आखिर, मोदी राष्ट्रीय क्षितिज पर आए तो उन्होंने लोगों के सामने गुजरात में अपने कार्यों को रखा जिसे मीडिया ने गुजरात मॉडल का नाम दिया।

लोग यह तो सोचेंगे कि मोदी के मुकाबले नीतीश अगर विपक्षी दलों का गठबंधन कर सरकार का स्थानापन्न करना चाहते हैं, तो विकास, कानून और व्यवस्था आदि के मुद्दे पर उनके तरकश में क्या है? अगर आपके पास लोगों को दिखाने और विश्वास दिलाने के लिए इन मामलों में सफलताएं हैं, तभी आपकी राजनीति को ताकत मिल सकती है। केवल मोदी हटाओ और विपक्षी दलों को एक करो का नारा पहले भी असफल रहा है।

कारण, इनके पास मोदी और भाजपा के समानांतर जनता को विश्वास दिलाने के लिए उपलब्धियों का ठोस आधार नहीं रहा। इसे बिहार का दुर्भाग्य कहेंगे कि जब-जब लोगों को उम्मीद बनती है तभी नेता का माथा घूम जाता है। नीतीश ने 2005 से 2010 के बीच जिस तरह काम किया उससे बिहार के साथ पूरे देश में उम्मीद बढ़ी।

भाजपा का उन्हें पूरा साथ मिला। जब से उनके अंदर राजनीतिक महत्त्वाकांक्षाएं कुलांचे मारने लगीं, सुशासन हाशिए पर चला गया। लगता नहीं कि नीतीश शांत मन से बैठकर इस दिशा में विचार करने के लिए किंचित भी तैयार हैं।

उनके साथ के लोगों को तो लगता ही नहीं कि शासन-प्रशासन से कोई सरोकार हो। स्वाभाविक ही समय आने पर बिहार के लोग अपनी प्रतिक्रिया देंगे।

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