बिहार के सीएम नीतीश का दावा, हमलोगों ने भ्रष्टाचारियों को बर्दाश्त नहीं किया

पटना ,02 सितंबर (आरएनएस/FJ)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को दावा करते हुए कहा कि हमलोगों ने इतने दिनों तक कभी भ्रष्टाचारियों को बर्दाश्त नहीं किया। इस दौरान उन्होंने बिना किसी के नाम लिए कहा कि वे क्या बोलते हैं, वही लोग जानें।

नीतीश का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केरल में दिए गए उस बयान के बाद आया है जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई के कारण राष्ट्रीय राजनीति में नए तरीके का ध्रुवीकरण हो रहा है।

नीतीश ने शुक्रवार को पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि कौन भ्रष्टाचारियों को बचा रहा है? कोई किसी भ्रष्टाचारी को बचाएगा? खुद ही सोचना चाहिए न भ्रष्टाचारियों को बचाने का। हमने तो इतने दिनों में कभी ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं किया।

उन्होंने बिना नाम लिए हुए कहा कि कुछ लोग केंद्र में हैं जो कुछ भी बोलते रहते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि इधर उधर जो कुछ राज्यों में हो रहा है कहां से किसी को लाने का, वह ना सोचें लोग।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को केरल में कहा था कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई के कारण राष्ट्रीय राजनीति में नए तरीके का ध्रुवीकरण हो रहा है।

भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए कुछ राजनीतिक दल खुलकर सामने आ गए हैं। संगठित होने का प्रयास कर रहे हैं।

गौरतलब है कि नीतीश की पार्टी जदयू लालू प्रसाद की पार्टी राजद से मिलकर बिहार में सरकार चला रही है।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version